07 दिसंबर 2014

राजकीय स्कूल में हर रोज लगेगा 20 मिनट का ट्रेफिक पीरियड

डबवाली (लहू की लौ) आपको जीवन अनमोल है। खून इंसान को चाहिये, न की सड़क को। सुरक्षा उतरी जरूरी है, जितनी एबीसी। इसलिये आप ट्रेफिक नियमों का पालन कीजिये, दूसरों को भी नियमों की पालना करने की हिदायत दीजिये। ये शब्द शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह यातायात नियमों के प्रति जागरूकता अभियान की शुरूआत करते हुये शनिवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कहे। इस मौके पर थाना प्रभारी के कहने पर  प्रिंसीपल ने प्रतिदिन 20 मिनट का ट्रेफिक पीरियड लगाने की भी घोषणा की।
विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया
थाना प्रभारी ने यातायात नियमों को लेकर विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि एक छोटी सी लापरवाही से बड़ा हादसा हो जाता है। अगर यातायात नियमों के बारे में ज्ञान हो तो लापरवाही से बचा जा सकता है। देश में दिन ब दिन हादसों में लगातार बढ़ौतरी हो रही हैं। असंख्या जानें जा रही हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से सवाल पूछे। थाना प्रभारी ने कहा कि 16 से 18 वर्ष की आयु के बच्चे गियर बगैर स्कूटी चलाने के हकदार हैं। 18 वर्ष का युवा लाईसेंस लेकर ही गियर वाला वाहन चला सकता है। थाना प्रभारी ने वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट का प्रयोग करने की नसीहत दी। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के दौरान हेलमेट जान बचा सकता है। उन्होंने कार या चार पहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट की आदत डालने का आह्वान किया। इसके बाद थाना प्रभारी ने एचपीएस सीनियर सैकेंडरी स्कूल में भी बच्चों को ट्रेफिक नियमों की जानकारी दी।
मुझे हेलमेट ने बचाया
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्रिंसीपल सुरजीत सिंह ने कहा कि मेरा बाईक कार के साथ भिड़ा था। करीब 12 फुट ऊंचाई से उछलने के बाद मैं जमीन पर गिरा था। बेशक उस दौरान मैं बेहोश हो गया। लेकिन मेरे पहने हेलमेट ने मेरी जान बचाई। उन्होंने बच्चों को हेलमेट पहने की आदत डालने की सलाह दी।
हर रोज लगेगा ट्रेफिक पीरियड
अपने अलग अंदाज में क्रियाकलाप करने के लिये अग्रणी रहने वाला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय इस बार भी बाजी मार गया। स्कूल प्रिंसीपल ने कहा कि मोर्निंग असेंबली में हर रोज 20 मिनट का ट्रेफिक पीरियड होगा। जिसमें बच्चों को ट्रेफिक नियमों के बारे में परिचित करवाया जायेगा।

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