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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

07 जून 2020

सीसीटीवी फुटेज से पकड़े गए सरसों चोर, केस दर्ज

डबवाली(लहू की लौ)गांव मटदादू में सरसों चोरी का मामला सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हुई पहचान के बाद पुलिस ने दोनों चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी अनुसार गांव मटदादू निवासी जसवीर सिंह वर्तमान में गिदड़बाहा (पंजाब) के नजदीक स्थित फकरसर गांव में रहते हैं। बृहस्पतिवार को गांव डबवाली निवासी बिट्टू खान तथा विपिन पंडित ने मटदादू स्थित सूने घर के ताले को आरी से काटकर भीतर प्रवेश किया। घर में ढेरी सरसों को दो गट्टों में भरकर फरार हो गए। जसवीर सिंह की जमीन हिस्से पर काश्त करने वाले को चोरी का पता चला तो गांव में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखनी शुरु की गई। पता चला कि चोर बाइक पर सवार होकर आए थे।
बताया जाता है कि शुक्रवार शाम करीब 3 बजे उपरोक्त दोनों चोर पुन: बाइक पर चोरी करने गांव में आ गए। इधर ग्रामीण सीसीटीवी फुटेज के आधार पर युवकों की पहचान कर रहे थे कि उन्हें दोनों दिखाई पड़ गए। आरोपितों को धर दबोचा गया। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंच गई। आरोपितों ने बताया कि वे सरसों को बेच आए हैं। बताया जाता है कि पुलिस ने चोरी की गई सरसों बरामद कर ली है। जसवीर सिंह की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
जांच अधिकारी ईश्वर सिंह ने बताया कि बिट्टू खान तथा विपिन पंडित को शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को जेल भेजने के आदेश दिए।

कालांवाली में खालिस्तान के पोस्टर लगाने वाले दो गिरफ्तार

कालांवाली(लहू की लौ) वीरवार रात्रि को कालांवाली शहर में कई जगहों पर खालिस्तान जिंदाबाद के पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए दो लोगों को काबू कर लिया है। इस घटना में शामिल तीसरे आरोपित की भी पहचान कर ली गई है। तीनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने इस संबंध में जगतार सिंह तारी व गुरसेवक सिंह निवासी कालांवाली को काबू कर लिया है, जबकि अंग्रेज सिंह की तलाश जारी है। तीन युवक नौजवान हैं और एक यू ट्यूब चैनल में देखकर पोस्टर चिपकाने की घटना को अंजाम दिया।
उल्लेखनीय है कि बीते दिवस कालांवाली गुरूद्वारे, मंदिर सहित अनेक जगहों पर खालिस्तान जिंदाबाद लिखे पोस्टर चस्पा कर दिए गए थे। जिससे शहरवासी हक्के-बक्के रह गए। तुरंत घटना के बारे में पुलिस को इतला किया गया। पुलिस अधीक्षक डॉ. अरुण नेहरा ने घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को पूरे मामले का जल्द से जल्द पर्दाफाश करने के निर्देश दिए। सिरसा के डीएसपी राजेश चेची को भी कालांवाली भेजा गया। डीएसपी कालांवाली थाना पहुंचे और पोस्टर वाली जगहों से कुछ लोगों से पूछताछ भी की है। इसके साथ पोस्टर चस्पा किए गए स्थानों के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी पुलिस खगालने में जुट गई है। पुलिस अधीक्षक डॉ. अरुण नेहरा ने बताया कि पोस्टर लगाने की घटना में शामिल दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि तीसरे की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस पूछताछ में युवकों ने खुलासा किया कि उन्होंने एक यू ट्यूब चैनल पर इस तरह के पोस्टर लगाने जैसी न्यूज देखकर घटना को अंजाम दिया। बताया जाता है कि एक पेट्रोल पंप पर रखे प्रिंटर से ये पोस्टर निकाले गए थे। पुलिस अधीक्षक डॉ. नेहरा ने कहा कि जिला में किसी भी असामाजिक तत्वों को अशांति फैलाने की कतई अनुमति नहीं दी जाएगी।

शहीदी सदैव हमें जुल्म से लडऩे की प्रेरणा देगी

तीन साल पहले मध्यप्रदेश में मारे गए छह किसानों की याद में शहीदी दिवस मनाया
डबवाली(लहू की लौ)वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने शांतमयी तरीके से हक मांग रहे किसानों पर अंधाधुंध लाठीचार्ज तथा गोलियां चला दी थी। सरकार के इस बर्बरतापूर्ण अत्याचार से छह किसानों की जान चली गई थी, तो वहीं सैंकड़ों किसान घायल हुए थे। तीन साल पहले सरकार के अत्याचार में मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देते हुए राष्ट्रीय किसान संगठन ने शनिवार को डबवाली में शहीदी दिवस मनाया। किसानों ने दो मिनट का मौन रखते हुए शौक जताया और श्रद्धासुमन अर्पित किए। किसानों ने कहा कि मध्य प्रदेश के छह साथियों की शहीदी हमें जुल्म से लडऩे के लिए हमेशा प्रेरित करती रहेगी। साथ ही किसानों की मांगे न मानने पर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी किसानों से वायदा करके सत्ता में आई थी। न तो सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की न ही किसानों का कर्ज माफ किया। किसानों ने हक पाने के लिए आंदोलन शुरु किए तो सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिशें शुरु कर दी। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए सरकार ने छह किसानों को मौत के घाट उतार दिया था। इस मौके पर देवेंद्र भोभिया, लाभ सिंह मटदादू, वेदपाल डांगी, बलवीर सिंह चट्ठा, सुरेश पूनियां, राकेश नेहरा, मलकीत सिंह मौजूद थे।

सचिव से मारपीट के विरोध में लगाए काले बिल्ले

डबवाली (लहू की लौ) मार्केट कमेटी हिसार के सचिव सुलतान सिंह के साथ बालसमंद अनाज मंडी में भाजपा नेता सोनाली फौगाट द्वारा की गई मारपीट के विरोध में डबवाली मार्केट कमेटी के कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर रोष व्यक्त किया। कर्मचारियों ने कहा कि भारतीय संविधान बड़े से बड़े व्यक्ति को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति प्रदान नहीं करता। इसलिए कानून का दायरा तोड़कर सोनाली फौगाट द्वारा सुलतान सिंह से की गई मारपीट की उच्च स्तरीय जांच के पश्चात न्याय दिलवाने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण से हरियाणा की सभी मार्केट कमेटी अधिकारियों एवं कर्मचारियों में भारी रोष है। इस अवसर पर कार्यकारी अधिकारी विरेन्द्र मैहता, मंडी सुपरवाइजर महावीर सिंह, सुरेन्द्र सिंगला, रमन कुमार, वीर सिंह, सहायक सचिव शशि मोहन, लेखाकार राजिन्द्र कुमार सहित अन्य सभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी उपस्थित थे।

06 जून 2020

हरियाणा में आज कोरोना के 355 नये केस, देखिये जिलेवार मेडिकल बुलेटिन


चार साल बाद कुवैत से घर लौट रहा युवक कोरोना पॉजिटिव मिला

डबवाली के गांव मौजगढ़ का रहने वाला है युवक
डबवाली(लहू की लौ) कुवैत से लौटा डबवाली के मौजगढ़ का रहने वाला 30 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। वह सिरसा के शहीद भगत सिंह खेल स्टेडियम में क्वारंटाइन था। रिपोर्ट आने के बाद बृहस्पतिवार रात को उसे कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। कोरोना संक्रमित मिले युवक के भाई ने बताया कि 1 जून को वह दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा था। वहां उसकी जांच हुई थी। जांच में वह बिल्कुल सही था, इसके बाद उसे जयपुर (राजस्थान) लाया गया। फिर एक गाड़ी में दो पुलिसकर्मी उसे कैथल के रास्ते सिरसा लेकर आए थे। सिरसा के शहीद भगत सिंह खेल स्टेडियम के एक
कमरे में उसे दो युवकों के साथ क्वारंटाइन किया गया था। वे उससे मिलने सिरसा गए थे, लेकिन स्वास्थ्य कारणों से मिलने नहीं दिया गया। उसके भाई में किसी तरह के लक्षण नहीं थे, उसकी रिपोर्ट निगेटिव थी। रात को उसे कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया गया।

चार साल बाद लौटा बेटा, भाई बोला-सब जगह रिपोर्ट निगेटिव थी
बताया जाता है कि जून 2016 में गांव मौजगढ़ का लड़का कार्य करने के लिए कुवैत गया था। फिलहाल वहां पर फर्नीचर बनाने का कार्य कर रहा था। इससे पहले छह माह तक एक सैलून पर कार्य किया था। करीब चार साल बाद वह वापिस देश लौटा था। उसके भाई ने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट के बाद उसकी जयपुर में भी स्क्रीनिंग की गई थी। रिपोर्ट निगेटिव आई थी। सिरसा लौटते ही उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।

स्वास्थ्य विभाग ने निभाई अपनी जिम्मेवारी
अनलॉक सीजन-1 में सिरसा जिला में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग गंभीरता से कार्य कर रहा है। विदेशों से वापिस भारत आ रहे लोगों पर नजर रखी जा रही है। गांव या घर जाने से पूर्व उसे क्वारंटाइन करके उनकी सैंपलिंग की जा रही है। इसी कड़ी में कुवैत से लौटे युवक की घर जाने से पहले सैंपलिंग की गई थी। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसका उपचार शुरु किया गया था।

एक्टिव मामलों की संख्या 6 हुई
डबवाली में कोरोना के एक्टिव मरीजोंकी संख्या छह हो गई है। इससे पहले केमिस्ट, अदालत का नाजर, गांव अलीकां की राजकीय प्राथमिक पाठशाला का इंचार्ज, उसकी पत्नी तथा गुजरात से डबवाली लौटी एक महिला कोरोना संक्रमित मिले थे। जिनका कोविड अस्पताल सिरसा में उपचार चल रहा है।

ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज

डबवाली(लहू की लौ)गोरीवाला पुलिस ने गांव चकजालू निवासी रामजी लाल की शिकायत पर गांव रिसालियाखेड़ा निवासी रामप्रताप के खिलाफ लापरवाही से ट्रैक्टर चलाकर दुर्घटना को अंजाम देने के आरोप में केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता के अनुसार 27 मई को गांव रिसालियाखेड़ा बस अड्डा से बिज्जूवाली गांव की ओर जा रहा था। उसके आगे एक अन्य बाइक पर उसका भाई लक्ष्मण तथा मुन्नांवाली गांव निवासी रमेश चल रहे थे। गांव बिज्जूवाली की ओर से आए तेजगति ट्रैक्टर ने लक्ष्मण के बाइक में टक्कर मार दी। बाइक सवार दोनों लोग गंभीर रुप से घायल हो गए। दोनों को उपचार के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल में लेजाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया। वह दोनों को निजी अस्पताल में ले गया।

सिरसा सहित प्रदेश में सेनेटाइजर के 158 नमूने लिये

चंडीगढ़(लहू की लौ) हरियाणा खाद्य एवं औषध प्रशासन के राज्य औषध नियंत्रक नरेन्द्र आहूजा ने कहा कि स्वास्थ्य एवंगृहमंत्री अनिल विज के निर्देश  लोगों को उत्तम कोटी के हैंड सेनेटाइजर की उपलब्धता एवं गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रदेशभर में विभिन्न कम्पनियों के सेनेटाइजर के 158 नमूने एकत्र किए हैं। इन नमूनों को जांच के लिए चंडीगढ़ स्थित लैब में भेज दिया है।
आहूजा ने बताया कि इस अभियान के दौरान गुरूग्राम से सबसे अधिक सेनेटाइजर के 25 नमूने एकत्र किए गए तथा फरीदाबाद से 19, सिरसा से 17 तथा अम्बाला से 9 नमूने लिए गए है। उन्होंने बताया कि भिवानी से 7, चरखी दादरी से एक, हिसार से 7, झज्जर से 9, कैथल से 4, करनाल से एक, मे
वात से 12, नारनौल से 5, पलवल से 4, पंचकूला से 8, पानीपत से 8, रेवाड़ी से 6, रोहतक से 10, सोनीपत से एक तथा यमुनानगर से 5 सैम्पल लिए गए।

गर्भवती घर से गायब

डबवाली(लहू की लौ)गांव जंडवाला बिश्नोइयां से एक गर्भवती घर से गायब हो गई है। चौटाला पुलिस ने हनुमानगढ़ टाऊन के वार्ड नं. 27 की साहब राम कॉलोनी निवासी पिता निर्मल सिंह की शिकायत पर धारा 346 के तहत केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी दो बेटियां गांव जंडवाला बिश्नोइयां में विवाहित हैं। उसकी बेटी मनप्रीत कौर उसके पास हनुमानगढ़ आई हुई थी। 28 मई को उसकी बेटी लच्छो ने मनप्रीत को कॉल करके बताया कि मैं घर से जा रही हूं। उसके बाद वह वापिस घर नहीं लौटी। बताया जाता है कि उपरोक्त लड़की पांच-छह माह से गर्भवती है। किसी ने उसे राजस्थान कैनाल की पटरी पर जाते देखा था। इस आधार पर परिजन उसे नहर में तालाश करते रहे। लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। चौटाला पुलिस ने केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है।

एमसी हो तो श्याम लाल कुक्कड़ जैसा

डबवाली(लहू की लौ)जहां एक तरफ स्ट्रीट लाइट व्यवस्था ठप होने के कारण शहर के अनेक वार्ड रात्रि को अंधेरे में डूब जाते हैं तो वहीं वार्ड नं. 11 के हालात पार्षद शाम लाल कुक्कड के प्रयासों से अन्य वार्डों से जरा अलग हैं। इस वार्ड  की अधिकांश गलियां रात होते ही प्रकाशमय हो जाती हैं। अंधेरा छंटने के कारण वार्ड वासियों को गली में निकलने से भय नहीं लगता।
दरअसल पार्षद शाम लाल कुक्कड ने अपनी जेब से राशि खर्च कर वार्ड की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को दुरुस्त करवा दिया है। गलियों में लगे लाइट्स के जो प्वाइंट खराब पड़े थे उन्हें पार्षद ने ठीक करवा दिया है। जहां सीएफल खराब थी तो नईं लगवा दी, जहां वायर, बटन अथवा अन्य फाल्ट थे तो उन्हें भी रिपेयर करवा दिया।
इस संबंध में पार्षद शाम लाल कुक्कड़ ने बताया कि उनके पास पिछले काफी समय से वार्ड में स्ट्रीट लाइट खराब होने की शिकायतें लेकर लोग आ रहे थे। नगरपरिषद के पास सामान उपलब्ध नहीं होने के कारण अधिकारियों द्वारा अभी लाइट्स को ठीक करने में असमर्थता जताई जा रही थी। ऐसे में वार्डवासियों की दिक्कत को दूर करने के लिए उन्होंने पहल की। नगरपरिषद ने उन्हें इलैक्ट्रिशियन उपलब्ध करवा दिया एवं उन्होंने अपनी जेब से राशि खर्च कर काफी सामान की खरीद की। इसके बाद खुद इलैक्ट्रीशियन को साथ लेकर गली-गली जाकर स्ट्रीट लाइट्स के खराब प्वाइंटस को ठीक करवाया। वार्ड में खराब पड़े करीब 50 प्वाइंटस को दुरुस्त करवा दिया है। अब रात को वार्ड नं. 11 की किसी भी गली में अंधेरा नहीं होता, अधिकतर स्ट्रीट लाइट ठीक होने से रात को पूरा वार्ड उजाले से भर जाता है। उन्होंने कहा कि वह वार्ड में इस प्रकार के जनहित के कार्य वे भविष्य में भी जारी रखेंगे और वार्डवासियों की समस्याओं को दूर करने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा।

संत कबीर जयंती मनाई

डबवाली(लहू की लौ) कबीर चौक पर संत कबीर दास की जयंती  सादगी से विजयंत शर्मा उनके साथियों द्वारा मनाई गई। इस अवसर पर केलों का प्रसाद वितरित किया गया और संत कबीर दास के जीवन चरित्र को याद किया गया। इस मौके पर राजाराम प्रधान एफसीआई यूनियन , कामरेड जगदीश , कृष्ण लाल बामणिया , महिंद्र बंसल, सतीश खरोड, राजेश डाबला शिवजी राम बागड़ी, संजय, प्रदीप कुमार, गोपाल राम ठाकुर, पंकज ठाकुर, किशोरी डाबला उपस्थित थे।

चार युवकों से 84 बोतल शराब बरामद

डबवाली(लहू की लौ)चौटाला पुलिस के इएएसआइ आत्मा राम ने चार युवकों को 84 बोतल शराब समेत गिरफ्तार किया है। पुलिस तेजाखेड़ा रोड़ पर माइनर पुल पर मौजूद थी। गांव चौटाला की ओर से दो बाइक आते नजर आए। सामने पुलिस को खड़ा देखकर बाइक चालकों ने पीछे मोडऩे का प्रयास किया तो बाइक फिसल गए। एक बाइक पर गांव तेजाखेड़ा निवासी गुरप्रीत तथा उसके पीछे गोविंद बैठा हुआ था। दोनों ने बीच में 42 बोतल शराब रखी हुई थी। जबकि दूसरे बाइक पर तेजाखेड़ा गांव निवासी कुलदीप तथा विजय सवार थे। बीच में रखे प्लास्टिक बैग से 42 बोतल शराब बरामद हुई। पुलिस ने उपरोक्त चारों के खिलाफ एक्साइज एक्ट तथा धारा 188 के तहत केस दर्ज किया है।

स्कूल में 11 पौधे लगाकर शुरू किया पौधारोपण अभियान

डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस पर पांच साल से चलती आ रही मुहिम को आगे बढ़ाते हुए GPS  अगुणिया बास चौटाला स्कूल मे स्टॉफ व ग्रामीणों ने साथ मिलकर 11 पौधे स्कूल में लगाए।
इस मौके पर जन नायक युवा क्लब के साथियों ने संकल्प लिया कि पर्यावरण दिवस हम पूरे जून माह प्रति दिन पौधे लगाएंगे और आने वाले समय पर जो पौधे लगाए गए हैं उनकी देखरेख व नए पौधे लगाकर पूरे गांव को हरियाणा का सबसे ग्रीन गांव बनाया जाएगा।
इस मौके पर अध्यापक अरविंद शर्मा, अध्यापक भजन लाल,जेपी गोदारा, छोटू सहारण,पवन स्वामी, आंनद बिश्नोई,अनिल पुनिया, मुकेश खदरिया, महावीर स्वामी, कृष्ण सोनी।

जनता व कर्मचारियों की मांग नहीं तो परिवहन विभाग का निजीकरण क्यों-तालमेल कमेटी

डबवाली (लहू की लौ)स्टेज कैरिज स्कीम 2016 रद्द करने व लम्बित मांगों को लागू करने के प्रति गम्भीर नहीं सरकार। सभी डिपुओं की तालमेल कमेटी 8 जून को महाप्रबंधकों के माध्यम से महानिदेशक राज्य परिवहन को ज्ञापन सौंप कर विभाग के निजीकरण पर रोक लगाने व मांगों को लागू करने की पुरजोर मांग की जाएगी।*
हरियाणा रोड़वेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के वरिष्ठ नेता व हरियाणा रोड़वेज वर्कर्स यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पूनिया, सिरसा डिपो के प्रधान मदनलाल खोथ व डबवाली सब डिपो के प्रधान पृथ्वी सिंह चाहर ने सयुंक्त ब्यान में बताया गत दिवस परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा के साथ बातचीत में तालमेल कमेटी ने स्टेज कैरिज स्कीम 2016 के खिलाफ तर्कों सहित लिखित सुझाव व एतराज़ देकर परिवहन विभाग के निजीकरण का डटकर विरोध किया। फिर भी  कर्मचारियों के एतराज़ व सुझाव को दरकिनार करके कोरोना महामारी की आड़ में विभाग का निजीकरण कर रही हैं सरकार। कर्मचारी नेताओं ने जोर देकर कहा प्रदेश की जनता, छात्र-छात्राओं, जनप्रतिनिधियों व रोड़वेज कर्मचारियों की परिवहन विभाग के निजीकरण की मांग नहीं फिर भी सरकार प्राइवेट बसों को रूट परमिट देकर विभाग को बर्बाद करने पर क्यों अड़ी हुई है?उन्होंने कहा प्राइवेट बसें सरकार को भी भारी आर्थिक नुकसान पहुंचा रही है, एक प्राइवेट बस प्रति माह सरकार को एकमुश्त 14 हजार रुपये टैक्स दे रही है जबकि हरियाणा रोड़वेज की एक बस प्रति माह 40 हजार से 60 हजार रुपये टैक्स दे रही है।उन्होंने बताया स्टेज कैरिज स्कीम के तहत मुख्य मार्गों पर परमिट देना मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन है। कर्मचारी नेताओं ने जोर देकर कहा परिवहन विभाग के निजीकरण व प्राइवेट बसें चलने से जनता को बेहतर परिवहन सेवा नहीं मिलेगी व स्थाई रोजगार के अवसर समाप्त हो जाएंगे। कर्मचारी नेताओं ने कहा स्टेज कैरिज स्कीम 2016 के तहत प्राइवेट बसों को रूट परमिट देने बारे अचानक आनन-फानन में स्टेज कैरिज स्कीम 2016 को लागू करने की सरकार की क्या मजबूरी हो गई। एक तरफ तो देश व प्रदेश की जनता कोरोना महामारी के संकट से जूझ रही है, दूसरी तरफ सरकार जल्द बाजी में स्टेज कैरिज स्कीम लागू करके निजीकरण की प्रक्रिया शुरू करके विभाग को तहस-नहस करने पर तुली हुई है। कर्मचारी नेताओं ने कहा सरकार रोड़वेज कर्मचारियों के विरोध के चलते निवर्तमान परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार की अध्यक्षता 13 जून  2017 में हुई मीटिंग में स्टेज कैरिज स्कीम को रद्द कर चुकी हैं, अब फिर सरकार  इस स्कीम को लागू करके वादाखिलाफी कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार प्राइवेट रूट परमिट देने की स्कीम को संशोधन करने की बजाए रद्द करें। पूंजीपतियों का मोह छोड़ कर विभाग में बढ़ती आबादी अनुसार 14 हजार सरकारी बसें शामिल करें ताकि आम जनता व छात्र-छात्राओं को बेहतर व सुरक्षित परिवहन सेवा मिलने के साथ 84 हजार बेरोजगारों को स्थाई रोजगार मिल सकें। उन्होंने बताया स्टेज कैरिज स्कीम को रद्द करने व लम्बित मांगों को लागू करने की मांग को लेकर सभी डिपूओं की तालमेल कमेटी अपने अपने डिपो में 8 जून को महाप्रबंधकों के माध्यम से महानिदेशक राज्य परिवहन को ज्ञापन भेजेंगी। उसके बाद तालमेल कमेटी की एक दर्जन टीमों द्वारा 16 जून से 29 जून तक सभी डिपुओं में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित करके विभाग के निजीकरण का विरोध किया जाएगा।
कर्मचारी नेताओं ने कहा परिवहन मंत्री के साथ 6 जनवरी को हुई बैठक में मानी गई मांगों को लागू ना करके सरकार कर्मचारियों को आन्दोलन के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कोरोना महामारी के दौरान मौत के मुंह में रह कर कर्मचारी जोखिम भरी ड्यूटी कर रहे हैं। परन्तु सरकार द्वारा पीपीई किट सहित सभी उपकरणों का प्रबंध नहीं किया जा रहा। उन्होंने 50 लाख रूपये एक्शग्रेसिया बीमा पॉलिसी में शामिल करने, जोखिम भत्ता व इंसेंटिव देने, लॉकडाउन के समय विभाग को करोड़ों रूपये के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार द्वारा आर्थिक पैकेज देने के अलावा तीन वर्ष का बकाया बोनस देने, 2002 से पहले के भर्ती कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने,परिचालकों का ग्रेड पे बढ़ाने, कर्मशाला कर्मचारियों के कटौती किये राजपत्रित अवकाश पहले की तरह लागू करने, 2016 में भर्ती चालकों को पक्का करने,परिचालकों को ई टिक्टींग मशीन उपलब्ध करवाने, विभाग में बढ़े हुए किराये को राउंड फिगर में लागू करने, शिक्षा भत्ता व रोके गए डीए व एलटीसी का भुगतान करने,सभी खाली पदों पर पक्की भर्ती करने व सभी श्रेणियों के खाली पड़े प्रॅमोशनल पदों पर प्रमोशन करने आदि मांगों को अनेक मीटिंगों में मान लेने के बाद भी लागू नहीं करने से कर्मचारियों में भारी रोष है।

चना किसानों से हो रहीं लूट-अभय सिंह

चंडीगढ़ (लहू की लौ) इनेलो नेता चौधरी अभय सिंह चौटाला ने बताया कि पिछले दिनों हिसार की मंडी में चना किसानों की लूट का मामला सामने आया कि सरकारी एजेंसी हैफेड द्वारा प्रति बोरी की तुलाई में करीब 5 किलो चने की ज्यादा की लूट की गई, इसमें करीब 250 रुपए प्रति बोरी किसानों को लूटा गया। दुर्भाग्य की बात तो ये है कि इस दौरान वहां जिला प्रशासन का कोई अधिकारी मौजूद नहीं था और किसानों को रातभर मंडियों में ही सोना पड़ा। किसानों से 100 रुपए आढ़त के नाम पर भी काटे गए जबकि सरकार पहले ही कह चुकी है कि चने की खरीद में किसान से कोई भी आढ़त का पैसा नहीं काटा जाएगा। इस दौरान किसानों ने मंडी प्रधान व सरकारी एजेंसी के अधिकारियों पर मिलीभगत का भी आरोप लगाया है। इससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा-जजपा किसानों की आज तक की सबसे बड़ी अनेदखी करने वाली सरकार साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसी द्वारा किसानों को लूटने का यह कोई पहला मामला नहीं है, इससे पहले भी धान, गेहूं और सरसों की फसलों को लेकर किसानों को लूटने के मामले प्रदेश की जनता के सामने उजागर हो चुके हैं। हिसार की मंडी में चने की फसल के लिए किसान पहले दर-दर भटकता रहा फिर जब तोलने का समय आया तो प्रत्येक कट्टे में सरकारी एजेंसी हैफेड द्वारा प्रति कट्टा पांच किलोग्राम अधिक तोला गया। किसानों द्वारा जब ये चोरी पकड़ी गई तो सरकार की पोल खुल गई।
इनेलो नेता ने सरकार के उस दावे को खोखला करार देते हुए कहा कि जो सरकार ग्रेड-1 धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1835 से 1887 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ाने पर अपनी पीठ थपथपा रही है, वह तो मात्र 2.9 प्रतिशत की बढ़ौतरी है जबकि सरकार द्वारा दावा किया जा रहा है कि उन्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य 50 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार अपने आपको किसान हितैषी होने का ढिंढोरा पीट रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में किसानों को किसी भी प्रकार की कोई राहत सरकार द्वारा नहीं दी गई है। ऊपर से मंडियों में किसानों को लूटने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। चने के दाने का साइज छोटा बताकर खरीद न करना किसानों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। किसानों से करीब 300 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से लेकर खराब चने की खरीद का मामला भी सामने आया है जबकि जिस किसान का चना अच्छी गुणवत्ता का है उसका चना नहीं खरीदा जा रहा है। हद तो तब हो गई जब किसानों से खाने के 60 रुपए सरकार द्वारा वसूले गए। 

नेहरू स्कूल में विश्व पर्यावरण दिवस पर ऑनलाइन पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन


डबवाली (लहू की लौ) नेहरू सीनियर सेकेंडरी स्कूल मे विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य पर बच्चों में ऑनलाइन पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया इस प्रतियोगिता में नेहरू सीनियर सेकेंडरी स्कूल के विभिन्न छात्र छात्राओं ने भाग लिया  प्रतियोगिता  का मुख्य विषय पर्यावरण सुरक्षा था।
इस अवसर पर नेहरू सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निर्देशक हरि प्रकाश शर्मा ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि पर्यावरण हमारे जीवन की एक ऐसी नींव है जो हमारे जीवन के प्रत्येक पक्ष से संबंधित है हमें हमारा पर्यावरण दूषित वस्तुओं से बचा कर रखना होगा आधुनिक युग में फैली कोरोना कि यह बीमारी भी हमारे पर्यावरण में उपस्थित विभिन्न प्राणियों के स्वास्थ्य को खराब कर रही है जिससे पूरे विश्व भर में यह विकट स्थिति उत्पन्न हो गई जिसका सामना आज पूरा विश्व कर रहा है इसीलिए हमें खुद को व अपने आसपास के पर्यावरण को साफ रख कर सहयोग देना चाहिए
 स्कूल के प्रधानाचार्य  जीवन सिंगला ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि पर्यावरण अर्थात् परि+आवरण। हमारे आस-पास का वातावरण। अगर हमारे आसपास का वातावरण दूषित होगा इसका सबसे ज्यादा प्रभाव हमारे अपने  स्वास्थ्य पर पड़ेगा उन्होंने बच्चों को वृक्ष लगाने की सलाह दी उन्होंने वृक्षों का महत्व बताते हुए कहा कि वृक्ष हमारे जीवन की अनमोल कुंजी है यह प्रकृति का वह उपहार है जिसकी कोई कीमत नहीं है क्योंकि वृक्षों से हमें छाया, ऑक्सीजन, औषधियां आदि वस्तुएं जिन पर हमारा जीवन निर्भर करता है, मिलती हैं इसीलिए हमें अपने आसपास पर्यावरण का ध्यान रखना चाहिए। प्रतियोगिता के आयोजन मे प्राध्यापक पुनीत सिंगला व पिंकी वर्मा  की मुख्य भूमिका रही।  अध्यापकों ने बच्चों को पर्यावरण बचाने के लिये प्रेरित किया।

माता हरकी देवी महिला शिक्षण महाविद्यालय ने आयोजित की ऑनलाइन प्रतियोगिता

डबवाली (लहू की लौ)माता हरकी देवी महिला शिक्षण महाविद्यालय ओढ़ां ने विश्वभर में फैली हुई कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन के चलते महाविद्यालय ने कोविड-19 कोरोना वायरस जागरूकता अभियान में आहुति डालते हुए महाविद्यालय में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। प्रतियोगिता का निर्देशन कॉलेज प्रधानाचार्या डॉ. सुनीता स्याल ने किया।
उक्त प्रतियोगिता के आयोजन के संबंध में संस्था सचिव मंदर सिंह सरां ने कहा कि सभी छात्राओं ने लॉकडाउन का पालन करते हुए घर मे रह कर समय का सही सदुपयोग किया और छात्राओं को आधुनिक तकनीकी के साथ जुडऩे का अवसर मिला। प्रतियोगिता के कोऑर्डिनेटर डॉ सुभाष चंद्र ने प्रतियोगिता के प्रतिभागियों से कहा कि हम छात्राओं को कोविड-19 से बचाव और रोकथाम के लिए विभिन्न माध्यमों से प्रेरित कर रहे है, बच्चों को ऐसी प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़ कर भाग लेना चाहिए।
पीपीटी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर एमएम कॉलेज ऑफ एजूकेशन से वर्षा नागपाल, हिन्दू कॉलेज ऑफ एजूकेशन सोनीपत से लोकेश द्वितीय व शाह सतनाम जी कॉलेज ऑफ एजूकेशन सिरसा से पायल अग्रवाल व बीएसके कालेज ऑफ एजूकेशन मंडी डबवाली से निधि जिंदल तृतीय स्थान पाने में कामयाब रहे। कविता प्रतियोगिता में सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय सिरसा से पूर्वा शर्मा प्रथम, हिन्दू कॉलेज ऑफ एजूकेशन सोनीपत से शिखा मालिक द्वितीय स्थान पर व शाह सतनाम जी कॉलेज ऑफ एजूकेशन से गोविंद व बीपीएस महिला विश्वविद्यालय खानपुर कलां सोनीपत से चीनू कुमारी तृतीय स्थान पर रही।
बैस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता में एमएम कॉलेज ऑफ एजूकेशन फतेहाबाद से दिव्या प्रथम, माता हरकी देवी महिला शिक्षण महाविद्यालय की अमनिंदर कौर द्वितीय व शाह सतनाम जी कालेज ऑफ एजूकेशन की बिंदिया व माता हरकी देवी महिला शिक्षण महाविद्यालय की ही एकता तृतीय स्थान पर रही।

बेस्ट आऊट ऑफ वेस्ट ऑनलाईन प्रतियोगिता का आयोजन

डबवाली (लहू की लौ) भगवान श्री कृष्ण शिक्षण महिला महाविद्यालय में ईको क्लब ने ऑनलाइन बेस्ट आऊट ऑपु वेस्ट प्रतियोगिता का आयोजन करवाया।  प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करना था।
प्रतियोगिता में छात्राओं ने घर में बचे कचरे से पुन: चक्रण द्वारा नई वस्तुओं का निर्माण किया और अपनी प्रतिभा को निखारा। इस प्रतियोगिता के माध्यम से हम पर्यावरण में कूड़े कचरे की मात्रा को कम करके इसे सरंक्षित कर सकते हैं। छात्राओं ने प्रतियोगिता में बचे हुए कागजों, धागों, बटनों, टूटे हुए शीशों, खाली बोतलों व बचे हुए मोतियों का प्रयोग किया।
यह जानकारी देते हुए क्लब प्रभारी सिमता सेतिया ने बताया कि प्रतियोगिता महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. पूनम गुप्ता के निर्देशन में करवाया गया। प्रतियोगिता के घोषित परिणाम में बीएड प्रथमा वर्ष की छात्रा परमजीत कौर प्रथम, द्वितीय वर्ष की छात्रा नेहा द्वितीय और द्वितीय वर्ष की अनिता  व संजू बीए प्रथम वर्ष ने तीसरा स्थान पाया। निर्णायक मण्डल की भूमिका डॉ. पूनम गुप्ता, डॉ. कमलेश यादव, डॉ. सुमन छाबड़ा व अंजू यादव ने निभाई। इस मौके पर डॉ. पूनम गुप्ता ने ऑन लाइन माध्यम से छात्राओं को पर्यावरण सरंक्षण के लिए जागरूक किया और पर्यावरण सरंक्षण के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने व कचरा प्रबंधन के लिए प्रेरित किया।

84 बोतल देशी शराब सहित चार युवक

सिरसा (लहू की लौ)जिला भर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत  जिला की सदर डबवाली थाना पुलिस ने गश्त व चैकिंग के दौरान गांव चौटाला क्षेत्र से चार युवकों को 84 बोतल देशी शराब के साथ काबू किया है। पकड़े गए युवकों की पहचान गुरप्रीत पुत्र पप्पा सिंह, गोविंद पुत्र गुरदयाल सिंह, कुलदीप पुत्र मनफूल व विजय पुत्र भाला राम निवासियान तेजाखेड़ा के रूप में हुई है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सदर डबवाली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने बताया कि पकड़े गए युवकों के खिलाफ थाना सदर डबवाली में आबकारी अधिनियम व भा.द.सं.की धारा 188 के तहत अभियोग दर्ज किया गया है।

14,450 रुपए की जुआ राशि के साथ पांच लोग काबू

सिरसा (लहू की लौ)जिला भर में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्यवाही करते हुए जिला की थाना शहर सिरसा पुलिस ने गस्त व चैकिंग के दौरान बाल्मीकि चौक सिरसा क्षेत्र से महत्वपूर्ण सूचना के आधार पर सार्वजनिक जगह पर जुआ खेल रहे 5 लोगों को 14,450 रु. की जुआ राशि व ताश के पत्तों के साथ काबू किये हैं। पकड़े लोगों की पहचान सुनील कुमार पुत्र मुकुंद निवासी कांडा कॉलोनी सिरसा, राकेश पुत्र श्याम लाल, गुलशन पुत्र बंसी लाल निवासी नजदीक खालसा हाई स्कूल सिरसा, धीरज कुमार पुत्र रमेश लाल निवासी मेला ग्राउंड सिरसा व जोनी उर्फ नितिन पुत्र सतीश कुमार निवासी कीर्ति नगर, सिरसा के रूप में हुई है। इस संबंध में जानकारी देते थाना शहर सिरसा प्रभारी इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह ने बताया कि पकड़े गए लोगों के खिलाफ थाना शहर सिरसा में गेम्बलिंग एक्ट व भा.द.सं. की धारा 188 के तहत अभियोग दर्ज किया गया है।

बाल मन्दिर स्कूल में वृक्षारोपण कर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया

डबवाली (लहू की लौ) बाल मन्दिर स्कूल में शुक्रवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अभिभावको ने वृक्षारोपण करके पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
प्रिंसीपल सुरेन्द्र कुमार कौशिक ने विद्यालय प्रशासनिक कार्यालय में आए हुए अभिभावकों से आज वृक्षारोपण करवा कर पर्यावरण दिवस मनाया। इसके बाद बातचीत करते हुए प्रिंसीपल कौशिक ने कहा कि स्वच्छ शुद्ध, हरित पर्यावरण के लिए बाल मंदिर की अपनी अनूठी पहचान है और इसी पहचान में चार चांद लगाने के लिए विद्यालय परिसर में प्रतिवर्ष वन महोत्सव, विश्व पर्यावरण दिवस, पृथ्वी दिवस या किसी शुभावसर पर वृक्षारोपण किया जाता है और पृथ्वी एवं पर्यावरण को सुन्दर, स्वच्छ बनाए रखने में योगदान दिया जाता है। इस मौके पर अभिभावकों ने अपने वक्तव्य में कहा कि इतने विशाल परिसर को साफ सुथरा और हरा भरा बनाए रखना नि:संदेह प्रशंसनीय है।
प्रिंसीपल सुरेन्द्र कौशिक ने उपस्थित अभिभावकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लॉकडाऊन से जो पर्यावरण में सुधार हुआ है वो पिछले 60 वर्षों में किए गए प्रयासों से भी नहीं हुआ। प्रकृति अब दूल्हन की तरह सज संवर कर सुन्दर रूप में हमारे सामने है। हमने अब अपने आचार व्यवहार से इसे दूषित और शोषित नहीं करना है। आज विश्व पर्यावरण दिवस पर शुभ संकल्प लेना चाहिए कि हम सदैव इसे स्वस्थ एवं स्वच्छ रखेंगे। पर्यावरण की सुरक्षा हमारे जीवन की सुरक्षा है।

6 June. 2020





05 जून 2020

हरियाणा में आज कोरोना के 316 नये केस, देखें मेडिकल बुलेटिन


सांसद सुनीता दुग्गल के प्रयास लाए रंग, विदेश में फंसे ऐलनाबाद के भगत सिंह दयाल व रतिया की सुमन लौटे अपने घर

सकुशल घर वापसी होने पर भगत ङ्क्षसह व सुमन ने सांसद का किया धन्यवाद, परिजनों ने भी सांसद का जताया आभार
सिरसा(लहू की लौ) कोरोना वैश्विक महामारी के कहर से पूरा विश्व संकट से जूझ रहा है। लॉकडाउन के चलते विदेशों में देश के विभिन्न जिला के नागरिक फंसे हुए हैं। इन्हीं में ऐलनाबाद के भगत सिंह दयाल व रतिया की सुमन भी थी, जोकि विदेश में अलग-अलग जगहों पर लॉकडाउन के चलते फंसे होने के कारण अपने घर नहीं लौट पा रहे थे। जब दोनों परिवार वालों ने इस बारे सांसद सुनीता दुग्गल को अवगत करवाया तो सांसद ने आश्वासन दिया कि वे इन्हें जल्द विदेश से घर वापस लाएंगी। सांसद ने दोनों के घर वापसी के लिए विदेश मंत्रालय में पत्र लिखने के साथ-साथ विदेश मंत्री जयशंकर से बात भी की। इस तरह से सांसद के प्रयास रंग लाए और दोनों भगत सिंह दयाल व सुमन अपने घर वापस सकुशल लौट आए। दोनों के घर लौटने पर परिवार वालों ने तय दिल से आभार व्यक्त किया। सांसद के इस काम की पूरे लोकसभा क्षेत्र में तारिफ हो रही है।
सिरसा जिला के ऐलनाबाद का भगत सिंह दयाल यूएई में काम करते हैं और वे वहीं रहते हैं। अचानक भगत सिंह दयाल के पिता की तबीयत खराब हो गई। ऐसे में भगत सिंह दयाल को यूएई से ऐलनाबाद अपने घर आना था। लेकिन लॉकडाउन के चलते उनके वापिस आने में कठिनाई आ रही थी। सभी कौशिशों के बावजूद भी वह अपने घर नहीं लौट पा रहा था। ऐसे में जब भगत सिंह दयाल के परिवार वालों ने इस बारे सांसद सुनीता दुग्गल को अवगत करवाया तो सांसद ने उन्होंने आश्वासन दिया कि वे भगत सिंह दयाल को घर वापिस लाएंगी। सांसद ने भगत सिंह दयाल के पासपोर्ट आदि सभी जानकारियों के साथ विदेश मंत्रालय में पत्र लिखा और विदेश मंत्री जयशंकर से फोन पर कई बार बात की। सांसद के प्रयासों का ही परिणाम रहा कि ऐलनाबाद के भगत सिंह दयाल यूएई से सकुशल अपने घर लौट आए।
इसी प्रकार रतिया से सन 2017 से सुमन रानी पुत्री सुखचरन अरोडा टिब्बा कलोनी निवासी यूक्रेन में पढाई कर रही रही है कोरोना महामारी के चलते यूक्रेन में 31 दिसम्बर तक लॉक डाउन है जिसको लेकर भारत के सभी छात्र भारत वतन वापसी कर रहे थे लेकिन दो बार एम्बेसी में अप्लाई करने पर भी एयर इंडिया फ्लाइट सूची में सुमन का नाम न होने से सुमन की टेंशन बढ गई। जिस पर परिवार ने सांसद सुनीता दुग्गल से सम्पर्क किया और
पुरे मामले अवगत करवाया । सांसद दुग्गल ने मामले की जानकारी लेकर विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा व विदेश मंत्री से बात की और बेटी सुमन से यूक्रेन में  बात कर आश्वासन दिया की घबराने की जरूरत नही है जल्द समाधान होगा । वही 3 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट थी उसमें भी सुमन का नाम नही था । जिस पर देर शाम सांसद दुग्गल ने यूक्रेन में फिर सुमन से बात की और उसके बाद फिर विदेश मंत्री से बात की जिसके बाद एम्बेसी से मेल आई और ऐन मोके पर एयर इंडिया की टिकट बुक हो पाई। जिसके बाद सुमन बुधवार रात वापिस लोटी। सांसद सुनीता दुग्गल के कडे प्रयास से सुमन अरोडा  बुधवार रात्रि को अपने वतन लौटी। 

शहर की सड़कों के सौंदर्यकरण में रोड स्वीपिंग मशीन निभाएगी अहम भूमिका : उपायुक्त

उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने नगर परिषद कार्यालस से रोड स्वीपिंग मशीन को झंडी दिखाकर किया रवाना
सिरसा(लहू की लौ) रोड स्वीपिंग मशीन अब सिरसा शहरी क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त बनाने में सहभागी बनेगी। शुक्रवार को उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने नगर परिषद कार्यालय से मशीन को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर नगर परिषद वाइस चेयरमैन रणधीर सिंह, नगर परिषद सचिव गुरशरण सिंह, मुख्य सफाई निरीक्षक जोगिंद्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढान ने कहा कि जिला के शहरी क्षेत्र की सौंदर्यकरण में रोड़ स्वीपिंग मशीन अहम भूमिका निभाएगी। शहरी क्षेत्र की सड़कों को ये मशीन मिलने के बाद और अधिक सफाई व्यवस्था दुरूस्त होगी। उन्होंने कहा कि सफाई के साथ ही इस मशीन के माध्यम से सड़क से कचरा भी रोड स्वीपिंग मशीन उठाएगी। उन्होंने आमजन से भी अपील की कि वे सफाई व्यवस्था के कार्य में आगे आकर अपने शहर को साफ.सुथरा बनाये रखने में अपनी भूमिका अदा करें। सफाई व्यवस्था को बेहतर रखकर हम एक सुंदर समाज की कल्पना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वच्छता एक बेहतर उपाय है। हर व्यक्ति साफ-सफाई को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और जिला को स्वच्छ व सुंदर बनाने में अपना सहयोग करें। उपायुक्त ने मशीन को चलवाकर मशीन की सफाई तकनीक की
जानकारी ली।
एक्सईएन सुमित मलिक ने उपायुक्त को रोड स्वीपिंग मशीन की कार्यशैली के बारे में बताया कि मशीन में बड़े-बड़े साइज के ब्रश लगे हैं। ये मशीन के सेंटर और साइड में लगे हैं,जो सड़कों की सफाई करते रहते हैं। दोनों तरफ लगे ब्रश गोल-गोल घूम कर कचरे को सड़क के बीचों-बीच लाते हैं और बीच का ब्रश सड़क से कचरे को सेक्शन के माध्यम से डम्प टैंक में एकत्र करता है। उन्होंने बताया कि मशीन में साथ-साथ छिड़काव होने से सफाई के दौरान धूल नहीं उठेगी। 

गेहूं उठान की जानकारी दिए बगैर बिल अप्रूव करता रहा इंस्पेक्टर, डीएफएससी ने नोटिस जारी कर जिम्मेवार ठहराया

निरीक्षक राजदीप के दायरे में आते हैं सात खरीद केंद्र, डीएफएससी ने नोटिस में माना-संबंधित निरीक्षक के कारण रुका भुगतान
डबवाली(लहू की लौ)कोरोना संकट के बीच गेहूं खरीद प्रक्रिया में उलझी रही तो अब व्यापारियों तथा किसानों को पेमेंट के लिए संबंधित खरीद एजेंसियों से जुड़े कर्मचारियों की लापरवाही की सजा भुगतनी पड़ रही है। डबवाली से जुड़े मामले में डीएफएससी सिरसा ने निरीक्षक राजदीप सिंह को नोटिस जारी किया है। नोटिस के मुताबिक संबंधित निरीक्षक आइ फार्मों की अप्रूवल तो दे देता था, लेकिन खरीद किए गए गेहूं के उठान बारे ऑनलाइन प्रमाण पत्र नहीं देता था। अधूरी जानकारी के कारण संबंधित के दायरे में आने वाले सात खरीद केंद्रों की पेमेंट का भुगतान नहीं हुआ है। डीएफएससी नीरज शर्मा ने राजदीप सिंह को उक्त केंद्रों के बकाया बिल, ऑनलाइन अप्रूव किए गए आइ फार्मों से संबंधित उठान के आंकड़े, बिल, गेहूं उठान की सूचना से संबंधित दस्तावेज उपलबध करवाने के आदेश दिए हैं।
यह है मामला
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग का निरीक्षक राजदीप सिंह डबवाली, लोहगढ़, देसूजोधा, राजा राम चिरंजी लाल, गणपति राइस मिल, ओल्ड हरियाणा कॉटन फैक्टरी, ओमप्रकाश बब्बर एंड संस, महावीर राइस मिल खरीद केंद्र में गेहूं खरीद कर रहा है। आढ़ती गेहूं खरीद के बाद आइ फार्म जमा करवाते थे, उसकी अप्रूवल दे देता। जबकि उठान बारे ऑनलाइन प्रमाण पत्र नहीं देता था। ऐसे में दस्तावेज अधूरे होने के कारण संबंधित आढ़ती तथा किसानों को भुगतान नहीं हो पाता था। डीएफससी ने नोटिस में लिखा है कि डबवाली मंडी का 26 मई, लोहगढ़ मंडी से संबंधित बिल 27 मई को सर्कल कार्यालय में जमा करवाया गया था। लेकिन गेहूं उठान का प्रमाण पत्र नहीं दिया गया। जबकि निरीक्षक प्रतिदिन दी जाने वाली रिपोर्ट में संपूर्ण खरीद का उठान दर्शाता रहा।

निरीक्षक को जिम्मेवार ठहराया गया है
नोटिस में डीएफससी ने कहा है कि निरीक्षक ने 18 मई के बाद के बिल सर्कल कार्यालय में जमा करवाए गए हैं। लेकिन सातों खरीद केंद्रों से संबंधित बकाया बिल अभी तक उपलब्ध नहीं करवाए जाने के कारण भुगतान नहीं हुआ है। इसके लिए संबंधित अधिकारी ने राजदीप सिंह को जिम्मेवार ठहराया है।

महकमें के एक निरीक्षक ने गेहूं खरीद संबंधी कागजात पूरे नहीं किए हैं। लेकिन नोटिस सभी निरीक्षकों को जारी कर दिया। मेरी कोई गलती नहीं है। क्योंकि मैंने पूरे दस्तावेज जमा करवाए हैं। आढ़तियों-किसानों की पेमेंट आ रही है। मैं नोटिस का जवाब दे दूंगा।
-राजदीप सिंह, निरीक्षक, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, डबवाली

एसडीएम कार्यालय के आगे कर्मचारियों का धरना, सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन

डबवाली(लहू की लौ)सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले विभिन्न विभागीय यूनियनों के कर्मचारियों ने बृहस्पतिवार को एसडीएम कार्यालय के समक्ष दो घंटे धरना दिया। मांग व मुद्दों को लेकर कर्मचारियों ने नारेबाजी कर रोष जताया। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व सर्वकर्मचारी संघ डबवाली के प्रधान सुभाष ढ़ाल कर रहे थे। दोपहर बाद 1 बजे कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार संजय चौधरी को ज्ञापन सौंपा। धरने का संचालन कृष्ण कायत ने किया।
वक्ताओं ने कहा कि सरकार कोविड-19 आपातकाल की आड़ में कर्मचारियों की छंटनी कर रही है, उनके आर्थिक हितों पर कुठाराघात कर रही है। महंगाई भत्ते व एलटीसी सहित अन्य भत्तों पर रोक लगाना इसी कड़ी का हिस्सा है । 1983 पीटीआई को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदत्त समय पूर्व कार्य मुक्त करना कर्मचारी विरोधी नीतियों का नतीजा है । हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला सहसचिव गुरमीत सिंह ने धरने को संबोधित करते हुए सरकार से मांग की कि दस वर्षों से विभाग में सेवा कार्य कर रहे पीटीआई शिक्षकों के हित में सरकार सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार करे व कोई नीति बनाकर इन्हें सेवा सुरक्षा मुहैया करवाई जाए। आल हरियाणा पावर कार्पोरेशन डबवाली के प्रधान राहुल शर्मा ने सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने व स्वास्थय विभाग सहित सभी विभागों में लगे आउटसोर्सिंग से हटाए गए कर्मचारियों की सेवा बहाल करने की मांग की और सरकार को चेताया कि कर्मचारी विरोधी नीतियों का पुरजोर विरोध किया जाएगा और तुगलकी फरमानों का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
धरने को स्वास्थ्य विभाग से सुमित्रा देवी, मिड-डे-मील वर्कर यूनियन की प्रधान राज रानी, आंगनबाड़ी यूनियन की पूर्व प्रधान वीरों देवी, भवन-निर्माण कामगार यूनियन के प्रधान राजविंदर सिंह व प्रधान सुभाष ढाल ने भी संबोधित किया। धरने में हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ से सचिव कालूराम, राजेंद्र जाखड़, नानक चंद,बलौर सिंह, गुरविंदर सिंह, भीमराय, मनोज बूमरा वोकेशनल एजुकेशन यूनियन से राजवीर सिंह के अलावा बहुत से अध्यापकों, मिड-डे-मील वर्कर्स , आंगनबाड़ी,  बिजली विभाग के कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

हाई कोर्ट ने निजी स्कूल एसोसिएशन और सरकार को किया नोटिस, 15 जून तक देना होगा जवाब

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन द्वारा फीस बढ़ोतरी मामले की सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने लिया संज्ञान
चंडीगढ़ (लहू की लौ) गए थे नमाज पढऩे रोजे गले पड़ गए। कुछ इसी तरह का वाक्या प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के साथ वीरवार को पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में हुआ। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने कोरोना संक्रमण काल में चल रहे लाकडाउन के दौरान फी
स वसूली और नए सत्र से फीस बढ़ोतरी मामले को लेकर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की शरण ली थी। इसी मामले में स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार भी अधिवक्ता अभिनव अग्रवाल के माध्यम से बच्चों के अभिभावकों का पक्षकार बन गए। वीरवार को मामले में पहली सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन की तरफ से अधिवक्ता अभिनव अग्रवाल ने माननीय हाईकोर्ट के न्यायाधीश राजमोहन के समक्ष हरियाणा एजुकेशन एक्ट 1995 के सेक्शन चैप्टर छह के सेक्शन 17(5) की विस्तृत चर्चा की और बताया कि प्रत्येक निजी स्कूल को हर साल ऑडिट बैलेंस सीट निदेशालय के समक्ष जमा कराने के आदेश दिए हुए हैं। संगठन ने शिक्षा निदेशालय को इस संबंध में एक शिकायत दी थी। जिस पर शिक्षा निदेशालय ने 18 दिसंबर 2019 को प्रदेश के सभी निजी स्कूलों को क्षेत्रीय कार्यालयों में अपने स्कूल की ऑडिट बैलेंस सीट 31 दिसंबर तक जमा कराने के आदेश दिए थे। इन आदेशों में निदेशालय ने यह भी स्पष्ट किया था कि निर्धारित अवधि में ऑडिट बैलेंस सीट जमा नहीं कराने पर फार्म छह अधूरा माना जाएगा। संगठन की तरफ से यह बात भी कोर्ट के समक्ष रखी गई कि अधिकांश निजी स्कूलों ने ऑडिट बैलेंस सीट शिक्षा निदेशालय के समक्ष जमा नहीं कराई है। इसी वजह से उनका फार्म छह भी अधूरा पड़ा है।
वहीं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की पैरवी कर रहे अधिवक्ताओं की तरफ से भी कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि ये मसला सरकार और निजी स्कूलों के बीच का है, इसमें संगठन का कोई लेना देना नहीं है। निजी स्कूल एसोसिएशन ने बच्चों की फीस बढ़ोतरी करने व लाकडाउन अवधि के दौरान अभिभावकों से फीस लेने संबंधी बातें भी रखी। प्राइवेट स्कूलों की मांग थी कि फार्म नंबर छह के अनुसार बच्चों से फीस लेने की अनुमति दी जाए और सरकार ने जो आदेश किए हैं, उन्हें स्थगित कराया जाए। न्यायाधीश राजमोहन ने मामले की सुनवाई करते हुए स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन द्वारा ऑडिट बैलेंस सीट संबंधी एक्ट का हवाला देते हुए इसकी अनुपालना नहीं करने अनुरोध पर हरियाणा सरकार और प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन को नोटिस जारी करते हुए 15 जून तक जवाब तलब किया है। हाई कोर्ट के कड़े रुख के बाद निजी स्कूल एसोसिएशन की मुश्किलें बढ़ गई हैं। वहीं इस मसले में अब तक शिक्षा निदेशालय में ऑडिट बैंलेंस सीट जमा कराने से बचने वाले स्कूलों पर भी कार्रवाई की तलवार लटकना तय है। 

युवा मोर्चा अध्यक्ष ने एसडीएम पर किया पलटवार

डबवाली(लहू की लौ)भाजपा युवा मोर्चा डबवाली के अध्यक्ष विजयंत शर्मा ने धारा-144 की उल्लंघना मामले में एसडीएम पर पलटवार किया है। उनका कहना है कि 27 मई को एसडीएम निर्धारित समय सुबह 9 बजे कार्यालय आ जाते तो मामला निपट जाता। लेकिन वे आए ही 11 बजे थे। उनकी समस्या सुनने की अपेक्षा सीधा कार्यालय में घुस गए। विजयंत शर्मा के अनुसार रेहड़ी चालकों की समस्या संबंधी एसडीएम से बातचीत करने के लिए वह तथा पार्षद बलजीत सिंह एसडीएम कार्यालय गए थे। उन दोनों के अलावा वहां कोई नहीं था। एसडीएम के कार्यालय में देरी से आने के कारण वहां लोग आने लगे। पार्षदों के अलावा रेहड़ी वाले तथा उनके परिवारों ने धरना लगा लिया। उनका मकसद प्रशासनिक अधिकारी को नीचा दिखाना कतई नहीं था, वे तो चाहते थे कि एसडीएम आएं और समस्या का तुरंत समाधान हो जाए। लेकिन वे बार-बार बुलाने के बावजूद नहीं आए। युवा मोर्चा के अध्यक्ष का कहना है कि इस संबंध में वे उपायुक्त सिरसा से मिलने गए थे। किसी कार्य में व्यस्त होने की वजह से उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। उन्होंने धारा 144 का उल्लंघन नहीं किया है।

चौटाला में ओलावृष्टि से नरमा को नुकसान, किसानों ने मांगा मुआवजा

डबवाली(लहू की लौ)वीरवार शाम को गांव चौटाला में ओलावृष्टि से संगरिया रोड पर हनुमान मंदिर के पीछे स्थित खेतों में नरमा की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। किसानों ने विशेष गिरदावरी करवाकर मुआवजा मांगा है। किसान राजेश बिश्नोई, पवन कुमार, हनुमान, महावीर नैन, दलीप बिश्नोई ने बताया कि शाम को करीब 15 से 20 मिनट तक ओलावृष्टि हुई है। जिससे नरमा के पौधे की टहनी टूट गई है। फसल को करीब 100 फीसद नुकसान हुआ है। इस सम्बंध में उन्होंने प्रशासन को सूचित किया है। किसानों के अनुसार प्रति एकड़ खर्च करीब 6000 हुआ था, मेहनत अलग हुई थी। प्राथमिक नजर से फसल लगभग खराब हो चुकी है। किसानों के अनुसार पुन: खेत तैयार करने और नरमा बीजांत करने में काफी समय लगेगा। हालात इतने खराब हैं कि यह असम्भव प्रतीत होता है। किसानों के अनुसार ओलावृष्टि गांव के एक हिस्से में हुई,उसी क्षेत्र के खेत प्रभावित हुए।

डबवाली से युवक लापता, 12 दिन बाद सुराग नहीं


डबवाली(लहू की लौ)डबवाली के सिरसा रोड पर रहने वाले 33 वर्षीय युवक का करीब 12 दिन बाद भी सुराग नहीं लगा है। वह 23 मई को घर से गायब हुआ था। पुलिस ने उसकी पत्नी की शिकायत पर धारा 346 के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस में दी शिकायत में ममता ने बताया है कि उसका पति संदीप मलोट स्थित शराब ठेका पर कार्यरत है। वह 22 मई को डबवाली लौटा था। 23 मई को रात करीब पौने 12 बजे उसकी आंख खुली तो वह गायब था। घर का मुख्य गेट भी खुला पड़ा था। उसने इसकी जानकारी ससुर देसराज को दी। उसका कोई सुराग नहीं लगा। संदीप के एक बेटा तथा एक बेटी है।

पर्यावरण की सीमा : मायके से लाई हरियाली की विरासत, ससुराल में बिखेरी खुशबू

डबवाली (लहू की लौ) पर्यावरण से मित्रता समय की जरुरत
है। प्रयास हमें घर से करना होगा। जैसा की 45 वर्षीय सीमा सग्गू कर रही हैं। देहरादून की वादियों में पली-बढ़ी यह बेटी डबवाली में विवाहिता हैं। ससुराल में मायके जैसी हरियाली तथा पक्षियों की चहचहाट करने का सपना देखा था। ख्यालों को हकीकत में बुनना शुरु किया। पौधारोपण करने लगी, पेड़ बड़े होते गए तो धीरे-धीरे कुछ नया करने की ठानी। घर से पड़े टूटे मटकों, चाय के कप, ईंट-पत्थरों आदि ढेर सारा वेस्ट मेटीरियल इक्ट्ठा कर लिया। वेस्ट पर पेंटिंग करके उसे बेस्ट बना दिया। ऊंचे पेड़ों पर पेंटिंग किए चाय के कपों को लटकाकर उसमें पौधे लगा दिए। अब एक पौधे पर अनेक पौधे बढ़ते दिखाई देते हैं।
सीमा सग्गू की इस बगिया में पौधों के साथ बांस, नारियल या फिर टोकरी में पराली डालकर सकोरे लटकाए हुए हैं, पूरा दिन पक्षियों की चहचहाट रहती है। अत्याधिक गर्मी या सर्दी से पौधों को बचाने के लिए ग्रीन हाऊस बना रखा है, तो कहीं छात्ता तले पौधे ऊंचाई छूते नजर आते हैं। अब तो ससुराली सीमा को पर्यावरण मित्र कहते नहीं थकते।

घर में हो पर्यावरण की सीमा, घर-घर तक पहुंचाने का लक्ष्य
शहरों में जमीन लगातार कम होती जा रही है, तो वहीं विकास के लिए पेड़ों की अंधाधुंध कटाई जारी है। ऐसे में पर्यावरणीय हालात बिगड़ते जा रहे हैं। इसलिए पर्यावरण संरक्षण के लिए घर की सीमा का ही प्रयोग करना होगा। अपने इस प्रयास को सीमा ने अगले एक वर्ष में घर-घर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

पौधों का संरक्षण ही संकल्प
सीमा सग्गू का लक्ष्य है कि जितने पौधे उनकी बगिया में लगे हैं, उनको संरक्षित रखना। ताकि ये निरंतर बढ़ते जाएं और बहुत बड़े पेड़ बन जाएं। पौधों को किसी तरह की बीमारी न लगे, इसलिए उनकी बच्चों की तरह परवरिश करना।

देहरादून में चारों ओर हरियाली है, मेरा घर प्रकृत्ति की अनुपम धरोहर है। ऐसा इसलिए क्योंकि वहां के लोग पर्यावरण का महत्व जानते हैं। वैसा नजारा मैं सब जगह देखना चाहती हूं। हरियाली ही मेरा एजेंड़ा है, इस पर ही मैं काम कर रही हूं।
-सीमा सग्गू, डबवाली

5 June. 2020





04 जून 2020

हरियाणा में आज कोरोना के 327 नये केस, देखें मेडिकल बुलेटिन


एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन करने वाले भाजपा नेता समेत पार्षदों पर हो सकती है कार्रवाई

27 मई को लघुसचिवालय में रेहड़ी चालकों के समर्थन में हुआ था विरोध प्रदर्शन, एसडीएम ने पुलिस को भेजा शिकायत पत्र
डबवाली(लहू की लौ) धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में भाजपा युवा मोर्चा डबवाली के अध्यक्ष विजयंत शर्मा समेत कुछ पार्षदों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। एसडीएम डॉ. विनेश कुमार ने उपरोक्त के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को
पत्र लिखा है। पत्र के आधार पर शहर थाना पुलिस ने रपट दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरु कर दी है।
यह है मामला
27 मई को विजयंत शर्मा समेत पार्षद बलजीत सिंह, विनोद बांसल, रविंद्र बिंदु, रमेश बागड़ी, रविंद्र बबलू तथा पार्षद प्रतिनिधि राकेश बब्बर ने फल-सब्जी रेहड़ी चालकों के समर्थन में एसडीएम कार्यालय के समक्ष धरना दिया था। इस दौरान उपरोक्त लोगों ने नारेबाजी करके एसडीएम के प्रति रोष जाहिर किया था। जबकि धारा 144 लगी हुई थी। उस दौरान पांच या पांच से अधिक लोग इक्ट्ठे नहीं हो सकते थे। एसडीएम ने शिकायत पत्र में भाजपा युवा मोर्चा डबवाली के अध्यक्ष समेत कुछ पार्षदों पर धारा-144 का उल्लंघन करने के आरोप में कार्रवाई करने के लिए कहा है।

क्या होती है धारा 144
सीआरपीसी की धारा 144 किसी भी इलाके में शांति व्यवस्था को बनाए रखने के लिए लगाई जाती है। आपातकालीन स्थिति होने पर 144 को सुरक्षित रखने के आदेश कार्यकारी मजिस्ट्रेट को दिए गए हैं, मतलब इस धारा को लागू करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट या जिलाधिकारी द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया जाता है। जिसके बाद धारा लागू कर दी जाती है।

ब्रिटिश राज से जुड़ा इतिहास
इस धारा का इतिहास ब्रिटिश राज के समय का है। 1861 में ब्रिटिश राज में पहली बार धारा 144 का इस्तेमाल किया गया था। इसके बाद भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सभी राष्ट्रवादी विरोधों को रोकने के लिए यह धारा ब्रिटिश का एक महत्वपूर्ण उपकरण बन गई थी।

तीन साल की सजा हो सकती है
धारा 144 लागू होने के बाद इसका पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी होती है, इस दौरान सारे कानूनी अधिकार इलाके के मजिस्ट्रेट को दे दिए जाते हैं, ताकि शांति व्यवस्था को फिर से बनाया जा सके। इस दौरान कानून का उल्लंघन करने पर अधिकतम तीन साल तक की सजा हो सकती है, साथ ही भारी जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।

एसडीएम का पत्र मिला है। उसमें विजयंत शर्मा समेत कुछ पार्षदों पर धारा 144 का उल्लंघन करने का आरोप लगा है। इसकी रपट दर्ज कर ली गई है। मामले की जांच की जा रही है।
-सत्यवान, शहर थाना प्रभारी, डबवाली

कोरोना संक्रमितों का आरोप...

कोविड अस्पताल में मिल रहा भोजन हाइजेनिक नहीं
डबवाली(लहू की लौ)कोविड अस्पताल में उपचाराधीन कोरोना संक्रमितों ने व्यवस्थाओं के अभाव का आरोप लगाया है। बताया जाता है कि पांच संक्रमितों को एक कॉमन वार्ड में शिफ्ट किया गया है। सुबह 7 बजे नाश्ते के रुप में एक कप दूध तथा डबल रोटी दी जाती है। जो पूरी तरह से हाइजेनिक नहीं होती। आरोप है कि डबल रोटी एक कागज में लिपटी आती है। इसके बाद दोपहर 1 बजे सब्जी के साथ चार चपाती आती हैं। शाम 7 बजे डिनर पहुंच जाता है। संक्रमित ने बताया कि वे कोई डिमांड करते हैं, तो संबंधित अधिकारी या कर्मचारी ध्यान तक नहीं देते। यहां तक कि स्वास्थ्य कर्मी बिना पीपीई के उनके पास आते-जाते रहते हैं। कॉमन टॉयलेट होने से अन्य मरीज यहीं थूकते रहते हैं। एक संक्रमित ने बताया कि मैंने प्राइवेट रुम देने या फिर घर में ही क्वारंटाइन करने की मांग की थी। उस पर भी स्वास्थ्य विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया।
मोबाइल पर रिपोर्ट नहीं आई
कोविड अस्पताल में
उपचाराधीन डबवाली निवासी एक संक्रमित ने बताया कि रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने के बाद उसे सिरसा लेजाया गया था। उसी दिन उसका ब्लड सैंपल लिया गया था। उसे बताया गया था कि रिपोर्ट मोबाइल पर आएगी। आज तक रिपोर्ट नहीं आई है। ऐसा अकेले उसके साथ नहीं हुआ, उसके वार्ड में बैठे कोरोना संक्रमितों की रिपोर्ट भी नहीं आई है। संक्रमितों ने व्यवस्था सुधार की मांग की है। उनके लिए सरकार की गाइडलाइंस अनुसार व्यवस्था करने के लिए कहा है।

दादी-पोते के लिए बस बनी सहारा

डेढ़ माह पहले खत्म हो गई थी दवा, बाइक पर चल दिए थे दादी-पोता, लेकिन राजस्थान पुलिस ने आगे नहीं जाने दिया था

हरियाणा रोड़वेज के साथ दौडऩा शुरु हुआ जिंदगी का पहिया, कोई दवा लेने तो कोई घर पहुंचने के लिए सवार हुआ

डबवाली(लहू की लौ)बुधवार से हरियाणा रोड़वेज का पहिया दौडऩा शुरु हो गया। जिससे लोगों को राहत मिली। पहले दिन डबवाली से सिरसा, हनुमानगढ़ तथा श्रीगंगानगर रुट पर चार बसें रवाना हुई। नियमानुसार एक बस में 30 सवारियां बैठ सकती थी, लेकिन उतनी तो बस अड्डा पर पहुंची ही नहीं। इस वजह से बसों की रवानगी तय समानुसार नहीं हो सकी। सुबह 7.15 बजे हनुमानगढ़ के लिए पहली बस जानी थी, महज 10 सवारियां होने के कारण बस 8.20 बजे रवाना हो सकी। इसी प्रकार श्रीगंगानगर के लिए बस रवानगी 10.05 बजे होनी थी, लेकिन सवारियां न होने के कारण बस 10.30 बजे चली।
लाइव रिपोर्ट :
करीब ढाई माह बाद डबवाली बस अड्डा के काऊंटर पर बस नजर आई है। चालक बलकौर सिंह तथा परिचालक अनिल कुमार की डयूटी है। बस में 9 लोग सवार हैं। जो श्रीगंगानगर जाना चाहते हैं। सीट पर बैठे डबवाली निवासी अंकुश का कहना है कि वह गांधी खादी भंडार पर कार्य करता है। दो माह बाद दुकान पर जा रहा है। इससे पहले वहां तक पहुंचने का कोई जरिया नहीं था। डबवाली निवासी सोनू अपनी दादी हरदेवी को दवा दिलाने के लिए श्रीगंगानगर जा रहा है। युवक के अनुसार उसकी दादी मानसिक रोगी है। लॉक डाऊन से पहले एक माह की दवा लेकर आई थी। एक माह से ज्यादा समय हो गया, दवा खत्म हुए। दादी को बाइक पर बैठाकर श्रीगंगानगर के लिए रवाना हुआ था। रास्ते में हमें रोक लिया था। इसलिए वापिस आना पड़ा। आज श्रीगंगानगर के दवा लेने जा रहे हैं। इधर हनुमानगढ़ निवासी लक्ष्मण अपनी पत्नी, माता-पिता तथा बहन के साथ वापिस घर लौट रहा है। लक्ष्मण के अनुसार बठिंडा में जमींदार के खेत में कार्य करते थे। 15 दिन पहले कार्य खत्म हो चुका था, हम खुद का कमाया खा रहे थे। हरियाणा रोड़वेज की सेवा हनुमानगढ़ तक शुरु होने का हमें पता चला तो हम बठिंडा से मंडी किलियांवाली पहुंचे। अब डबवाली से होकर अपने घर जा रहे हैं।

किस बस में कितनी सवारी
रुट सवारी
डबवाली-सिरसा 13
डबवाली-सिरसा 20
डबवाली-हनुमानगढ़ 10
डबवाली-श्रीगंगानगर 09

ढाई माह बाद आज चार बसें अलग-अलग रुट पर चलनी शुरु हुई हैं। डिस्टेंस का खास ख्याल रखा गया। साथ ही सवारियों को मास्क पहने बिना बस में नहीं बैठने दिया गया। उम्मीद है कि भविष्य में सवारियों की संख्या बढ़ेगी।
-डीआइ सुच्चा सिंह, सबडिपो डबवाली

घर पर मोबाइल टॉवर नहीं लगाएंगे सीडीएलयू रजिस्ट्रार

डबवाली(लहू की लौ) सीडीएलयू सिरसा के रजिस्ट्रार डॉ. राकेश वधवा ने डबवाली के वार्ड नं. 11 की गली नं. 12 स्थित अपने मकान में मोबाइ
ल टॉवर न लगाने का निर्णय लिया है। जिसका गली वालों ने स्वागत किया है। पिछले दिनों गली वासियों ने वधवा से मिलकर मोबाइल टॉवर न लगाने की प्रार्थना की थी। मामला प्रशासन की संज्ञान में आने से रजिस्ट्रार का कदम चर्चा का विषय बन गया था। अब वधवा खुद ही मोबाइल टॉवर स्थापित करने से पीछे हट गए हैं। डॉ. राकेश वधवा के अनुसार उनके पिता दिवंगत गिरधारी लाल वधवा हमेशा समाज हित में कार्य करते थे। वे हमेशा सर्वसम्मति के कार्यों को तवज्जो देते थे। उन्हीं के आदेशों पर चलते हुए सर्वसम्मति से टॉवर न लगाने का निर्णय लिया है।

पेयजल के साथ आने लगे पक्षियों के पंख

हरकत में आया जनस्वास्थ्य विभाग
डबवाली(लहू की लौ) गांव मुन्नांवाली में पेयजल आपूर्ति के दौरान नलों से कबूतर के पंख आने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। पानी भी बदबूदार था तो शिकायतों का सिलसिला शुरु हो गया। लोगों ने अपने कनेक्शनों की जांच शुरु की तो मरे हुए कबूतर निकले। इस संबंध में ग्रामीण विजय सहारण ने एसडीओ सूरज प्रकाश जैन को शिकायत की। जिसके बाद महकमा हरकत में आया। हालांकि फोन पर ग्रामीणों तथा एसडीओ के बीच कहासुनी तक हो गई थी।
ग्रामीण विजय सहारण के मुताबिक मुन्नांवाली स्थित जलघर की ओर जनस्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। कुछ दिन पूर्व टंकी के ऊपर से जाली टूट गई थी। उसमें पक्षी मरकर गिरते रहे। महकमें ने जिम्मेवारी नहीं समझी। ऐसे में बदबूदार पानी आने लगा। बुधवार को हद हो जब पेयजल के साथ पक्षियों के पंख बहकर आने लगे। ग्रामीणों ने अपने स्तर पर जांच करते हुए पाया कि मुख्य पेयजल पाइप में मरे हुए कबूतर फंसे हुए थे। विद्यालय तथा गोदिकां रोड पर दो जगह से पक्षी निकले। इस संबंध में एसडीओ को शिकायत की गई तो वे बोले कि वे बाहर हैं, आज ही के दिन आप ऐसा पानी पी लो। जब एसडीओ को पीने के लिए बदबूदार पानी की बोतल भरकर भेजने की बात कही तो उन्होंने संज्ञान लिया।

परसों आई आंधी से जाली हवा में उड़ गई थी। ऐसे में पक्षी टंकी में गिर गए थे। सूचना मिलने पर टंकी का पानी निकाल दिया गया। उसमें दवा का छिड़काव करके पानी भरा जाएगा। मैंने फोन पर ग्रामीण को यह कहा था कि आज पेयजल आपूर्ति नहीं आएगी, पानी बंद रहेगा। अब भी कर्मचारी वहां कार्य कर रहे हैं।
-एसडीओ सूरज प्रकाश जैन, जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली

10 से 1 बजे तक बिजली रहेगी बंद

डबवाली(लहू की लौ) 4 जून 2020 दिन वीरवार को 11 केवी मंडी 1, 2, 4 फीडर की नई लाईन के ट्रायल के लिए सुबह 10 से दोपहर 1 बजे तक बिजली बंद रहेगी।
यह जानकारी देते हुए एसडीओ युगांक जैन बताया कि जिसमें जवाहर नगर, धालीवाल नगर, चौहान नगर, सिरसा रोड, बठिंडा रोड, मलोट रोड, मुख्य बाजार, सब्जी मंडी, क्लब क्षेत्र, लूना फैक्ट्री क्षेत्र, दुर्गा मंदिर क्षेत्र, न्यू बस स्टैंड क्षेत्र, खटीक मुहल्ला, मीना बाजार, रामलीला ग्राउंड क्षेत्र की बिजली बंद रहेगी।

अब देशभर में जिला, राज्य और नेशनल स्तर पर स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया नहीं करा सकेगी स्कूली खेलों का आयोजन

अब निजी स्कूल बच्चों से नहीं ले सकेंगे खेल फंड की राशि, शिक्षा विभाग में निजी स्कूलों को भी नहीं जमा कराना होगा स्पोर्टस फंड
चंडीगढ़ (लहू की लौ) अब देशभर में जिला, राज्य और नेशनल स्तर पर स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया
(एसजीएफआई) स्कूली खेलों का आयोजन नहीं करा सकेगी। देशभर में आयोजित होने वाली स्कूली खेल स्पर्धाओं से लाखों रुपए के हेरफेर होने व खराब संचालन के चलते इसे खेल मंत्रालय ने अपनी मान्यता सूची में शामिल नहीं किया है। यही वजह है कि अब देश भर में स्कूली खेलों का आयोजन एसजीएफआई नहीं करा सकेगी।
स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि भारतीय खेल मंत्रालय की तरफ से देशभर में नेशनल खेल फेडरेशनों को विभिन्न खेलों के आयोजन की मान्यता दी जाती है। एसजीएफआई अलग अलग राज्यों में स्कूली शिक्षा विभाग और फिर जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी की अगुवाई में खेलों का आयोजन कराती है। इसके लिए शिक्षा निदेशालय साल भर की खेल गतिविधियों का खेल कलेंडर भी जारी करता है। बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि कक्षा छठी से लेकर बारहवीं तक स्कूलों में प्रत्येक बच्चे लगभग 27 रुपये खेल फंड की राशि भी वसूल की जा रही है। इसी वजह से प्रत्येक निजी स्कूल शिक्षा विभाग में हजारों रुपयों का स्पोर्टस फंड जमा कराता है। प्रत्येक जिले में सैंकड़ों निजी स्कूल हैं और इस लिहाज से लाखों रुपयों का स्पोर्टस फंड जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में इक_ा हो जाता है। इसके अलावा शिक्षा निदेशालय भी जिला शिक्षा अधिकारी व जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को खेलों के नाम पर लाखों रुपयों की ग्रांट भेजता रहता है। अब खेल मंत्रालय स्कूली खेलों के आयोजन के लिए नई व्यवस्था पर मंथन करने में जुटा है।
बृजपाल सिंह परमार ने बताया कि अब से स्कूली खेलों के आयोजन में किसी भी बच्चे को खेल फंड की राशि नहीं देनी होगी वहीं निजी स्कूल भी शिक्षा विभाग को स्पोर्टस फंड के नाम पर कोई शुल्क नहीं देगा।

डीईओ व डीईईओ की खेल शक्तियां छीनी, स्पोर्टस ग्रेडेशन का भी नहीं मिलेगा लाभ
खेल मंत्रालय ने स्कूली खेलों के आयोजन में एसजीएफआई को अपनी मान्यता सूची में शामिल नहीं किए जाने के बाद से हजारों खिलाडिय़ों का भविष्य भी दाव पर लग गया। एसजीएफआई द्वारा जारी किए गए खेल प्रमाण पत्रों के आधार पर नेशनल स्तर के खिलाडिय़ों को स्पोर्टस ग्रेडेशन, सालाना स्कॉलरशीप, खेल कोटा और रेलवे की सुविधाओं के साथ सरकारी नौकरी का कोई लाभ नहीं मिलेगा। अधिकांश प्रमाण पत्रों पर जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर होते हैं। इसके बाद खेल विभाग के अधिकारियों के भी हस्ताक्षर इन प्रमाण पत्रों पर होते हैं। जिनसे इन प्रमाण पत्रों की प्रमाणिकता पर बहुत बड़ा सवाल उठेगा।

52 नेशनल स्कूली स्पर्धाएं चैम्पियनशीप हुई रदद
एसजीएफआई की वेबसाइट पर खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता रदद करने के आदेशों के कारण 52 नेशनल स्कूली खेल चैम्पियनशिप रदद करने का नोटिस लगा दिया है। इन खेल स्पर्धाओं में कक्षा तीसरी से बारहवीं तक के खिलाड़ी भाग लेते हैं। जिनकी स्पर्धाआएं जून और जुलाई माह में आयोजित की जानी थी। लेकिन अब इन खेलों को रद्द करने का नोटिस लगाने के बाद खेलों की तैयारियों में जुटे खिलाडिय़ों के भविष्य पर ही दाव पर लग गया है। 

हरियाणा सरकार ने नगर पालिका क्षेत्र में 30 जून तक के लिए संचालन प्रक्रिया की जारी

चंडीगढ़(लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने 30 जून, 2020 तक नगरपालिका सीमाओं के भीतर बाजार क्षेत्रों में सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है।
शहरी स्थानीय निकाय विभाग के एक प्रवक्ता ने आज इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि रात्रि 9 बजे से सुबह 5 बजे तक लोगों के आवागमन के संबंध में लगाए गए रात्रि कफ्र्यू का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक वस्तुओं के अलावा सभी अनुमत दुकानें प्रात: 9 बजे से सायं 7 बजे तक खुलेंगी। ऐसे सभी बाजार क्षेत्रों में आने वाले सभी लोगों अर्थात् दुकानदारों के साथ-साथ आगंतुकों या ग्राहकों को बाजार क्षेत्रों में सामाजिक दूरी (दो गज की दूरी) सुनिश्चित करनी होगी। उन्होंने बताया कि दुकानदारों को हाथ के संपर्क से बचने के लिए दस्ताने और मास्क पहनने होंगे और मानव संपर्क में आने वाले सभी बिंदुओं जैसे कि दरवाजे, हैंडल आदि को बार-बार सेनेटाइज करना होगा।
उन्होंने बताया कि दुकानदारों को अपनी दुकानों पर कम से कम स्टाफ को बुलाना होगा ताकि दुकानों पर भीड़ न हो और वे अपने स्टाफ को वैकल्पिक रूप से पारियों में बुला सकते हैं। बड़े प्रवेश बिंदुओं और एसी दुकानों पर सुरक्षा गार्ड को सैनेटाइजर और थर्मल स्कैनर उपलब्ध किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि दुकानदार और सेल्समेनस को ग्राहकों को अटेंड करते हुए हमेशा मास्क पहनना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी ग्राहक थर्मल स्कैनिंग, सैनेटाइजेशन और मास्क के बिना दुकान में प्रवेश न करें। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि दुकान में एक समय पर दुकानदार, हेल्पर और ग्राहक सहित 5 से अधिक व्यक्ति उपस्थित नहीं हों।
प्रवक्ता ने बताया कि ग्राहकों या आगंतुकों को मास्क पहनना होगा और उन्हें आपस में कम से कम छह फीट की दूरी रखते हुए कतार में खड़े होने को कहा जाएगा। दुकानों के बाहर नियमित आधार पर आवश्यक दूरी पर गोले बनाए जाएंगे ताकि ग्राहक या आगंतुक वहां खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर सकें। उन्होंने बताया कि बाजार के प्रवेश और निकास बिंदुओं पर थर्मल स्केनिंग प्रणाली के साथ अस्थायी अवरोधक बनाए जाएं ताकि ग्राहकों या आगंतुकों के आवागमन के दौरान सामाजिक दूरी सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने स्पष्ट किया कि नगरपालिका के कर्मचारी ऐसे बाजार स्थलों या क्षेत्रों की दिन और रात के समय नियमित अंतराल पर उचित सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा, खुले या बाजार क्षेत्रों में थूकने पर चालान किया जाएगा। जन साधारण या ग्राहकों को जागरूक करने के लिए दुकानदारों या स्ट्रीट वेंडर्स को 'आरोग्यसेतु मोबाइल एपÓ डाउनलोड करने के लिए एक पब्लिक नोटिस लगाना होगा और वे उन्हें एप डाउनलोड करने और नियमित रूप से इस एप पर अपनी स्वास्थ्य स्थिति को अपडेट करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इसके अलावा, दुकानदार यह सुनिश्चित करेंगे कि उनके सभी कर्मचारी आरोग्यसेतु मोबाइल एप इंस्टॉल करें और उसका नियमित रूप से उपयोग करें।
प्रवक्ता ने बताया कि यदि किसी नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में भीड़भाड़ वाले बाजारों में केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित किए गए सामाजिक दूरी बनाए रखने के मानदंडों को लागू करना संभव नहीं है तो संबंधित उपायुक्त द्वारा संबंधित नगर निगम के आयुक्त के परामर्श से बाजारों आदि में 50 प्रतिशत दुकाने खोलने जैसे प्रोटोकॉल को अधिसूचित करने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बाजार खोलने के दौरान सभी नगर पालिका क्षेत्रों (नगरनिगमों/परिषदों /समितियों) में सामाजिक दूरी के साथ-साथ स्वच्छता बनाए रखने के सभी मानकों का पालन करना आवश्यक होगा।
उन्होंने बताया कि फूड रेस्तरां और फूड एग्रीगेटर्स जैसे ज़ोमेटो, स्विगी आदि को खाद्य पदार्थों की होम डिलीवरी के लिए रसोई संचालित करने की अनुमति है। रसोई चलाने की अधिकतम समय सीमा सायं 8 बजे होगी और सभी माध्यमों से होम डिलीवरी का कार्य रात्रि 8.30 बजे या इससे पहले पूरा किया जाना सुनिश्चित करना होगा ताकि कोई भी डिलीवरी बॉय रात्रि 9 बजे के बाद बाहर सडक़ों पर न हो। ऐसी रसोइयों में खाना बनाते समय स्वच्छता के सभी मानकों का पालन सुनिश्चित करना होगा, जिसमें मास्क, दस्ताने, टोपी आदि पहनना  शामिल है। यह भी सुनिश्चित करना होगा कि रसोई में काम करने वाले स्टाफ या डिलीवरी बॉयज़ को कोई बीमारी या सर्दी-जुकाम का कोई लक्षण नहीं है। उन्होंने बताया कि मालिक द्वारा दैनिक आधार पर स्टाफ की थर्मल स्कैनिंग और नियमित आधार पर मेडिकल चैकअप किया जाना भी सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि होम डिलीवरी के दौरान डिलीवरी बॉयज़ के लिए दस्ताने और मास्क पहनना अनिवार्य होगा। साथ ही, वस्तुओं की डिलीवरी करते समय उन द्वारा ग्राहकों के हस्ताक्षर या अंगूठे का निशान नहीं लिया जाएगा। अदायगी के लिए ऑनलाइन इलेक्ट्रॉनिक मोड पर बल दिया जाएगा ताकि संपर्क से बचना और सामाजिक दूरी बनाए रखना सुनिश्चित किया जा सके। इसके अलावा, नगर पालिकाओं को भी इन दिशानिर्देशों का प्रचार-प्रसार करने का प्रयास करना चाहिए ताकि दुकानदार या रेहड़ीवालों या फल और सब्जी विक्रेताओं आदि को सामाजिक दूरी बनाए रखने के बारे में जागरूक किया जा सके।
उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों को लागू करने के लिए उपायुक्त द्वारा गठित संयुक्त टीमें जारी निर्देशों के अनुसार व्यापक जाँच करेंगी और उल्लंघनकर्ताओं का चालान करना सुनिश्चित करेंगी। नगरपालिकाएं ई-मेल ह्यह्वस्रड्ड.द्धड्डह्म्4ड्डठ्ठड्डञ्च4ड्डद्धशश.ष्श.द्बठ्ठ पर दैनिक समेकित रिपोर्ट भेजेंगी।
प्रवक्ता ने बताया कि नाई एवं मिठाई की दुकानों और बैंक्वेट या मैरिज हॉलस के संबंध में पहले से जारी दिशा-निर्देश ही लागू रहेंगे। ऐसे बाजार, जहां दैनिक आधार पर दुकानें खोलने पर कोई प्रतिबंध नहीं है, वहां लॉकडाउन से पहले प्रचलित साप्ताहिक बंद प्रणाली लागू होगी। हालांकि, भीड़भाड़ वाले बाजार, जहां दुकानों को रोजाना खोलने पर प्रतिबंध है, वहां 22 मई, 2020 के निर्देशों में साप्ताहिक बंद की शर्त को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि एसओपी का अनुपालन करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा 30 मई, 2020 को जारी लॉकडाउन संबंधी दिशानिर्देशों का भी पूरी तरह से पालन करना होगा और इनमें कोई छूट नहीं दी जाएगी। सभी नगरपालिकाओं द्वारा इनका व्यापक प्रचार-प्रसार करने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक ये निर्देश दुकानों को खोलने से संबंधित हैं और इन्हें खोले रखने की अवधि आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर लागू नहीं होगी।
प्रवक्ता ने बताया कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन की अवधि को 30 जून,2020 तक बढ़ा दिया गया है और कंटेनमेंट जोन के बाहर के क्षेत्रों में चरणबद्ध ढंग से (अनलॉक-1) निषिद्ध गतिविधियों को फिर से खोला जाएगा। इसके अलावा, जिला प्रशासन द्वारा कंटेनमेंट जोन में दुकानों आदि को बंद करने से संबंधित लगाए गए प्रतिबंध आगामी आदेशों तक लागू रहेंगे।

स्टेडियम में खेल प्रशिक्षण तथा अन्य संबंधित गतिविधियों की अनुमति

चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा सरकार ने कोविड-19 की रोकथाम के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के दिशा-निर्देशों की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करते हुए प्रदेश में खेल परिसरों और स्टेडियमों में खेल प्रशिक्षण तथा अन्य संबंधित गतिविधियों की अनुमति दी है।
खेल एवं युवा मामले विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि चूंकि रात्रि कफ्र्यू के कारण रात 9:00 बजे से प्रात: 5:00 बजे के बीच लोगों की आवाजाही पर सख्त प्रतिबंध है, इसलिए प्रशिक्षुओं को केवल प्रात: 5:00 बजे के बाद तथा रात 9:00 बजे से पहले ही प्रशिक्षण या अभ्यास की अनुमति होगी।
उन्होंने बताया कि जिम्नेजियम और स्वीमिंग पूल को किसी भी परिस्थिति में खोला नहीं जाएगा। प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण कार्यक्रम तैयार करते समय गर्मी की स्थितियों को ध्यान में रखना होगा। इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रशिक्षुओं/प्रशिक्षकों की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो। इसके अलावा, खेल स्टेडियमों व परिसरों में दर्शकों की अनुमति नहीं होगी तथा अगले आदेशों तक इनमें किसी भी स्पर्धा या समारोह की भी अनुमति नहीं दी जाएगी। सभी जिला खेल एवं युवा मामले अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाए। आवश्यकता अनुसार प्रत्येक जगह पर सैनिटाइजर उपलब्ध करवाया जाए और सभी अधिकारियों, प्रशिक्षकों और प्रशिक्षुओं ने मास्क पहने हुए हों। उन्होंने बताया कि इन दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा गया है।

हरियाणा सरकार ने ऋण संबंधी दिक्कत को दूर करने के लिए शिकायत पोर्टल किया लांच

चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा में एमएसएमई को 'आत्मनिर्भर भारत अभियानÓ आर्थिक पैकेज के तहत, राज्य सरकार ने ऋण प्राप्त करने के बारे में एमएसएमई की शिकायतें प्राप्त करने के लिए 'हरियाणा उधम सहयोगÓ  के नाम से एक समर्पित पोर्टल शुरू किया है।
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के  प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि देश में कोविड-19 महामारी का आर्थिक प्रभाव काफी हद तक विघटनकारी रहा है। इस महामारी के कारण देशभर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने इन उद्योगों को ऋण सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक महत्वाकांक्षी 'आत्मनिर्भर भारत अभियानÓ
आर्थिक पैकेज लॉन्च किया है। इस आर्थिक पैकेज में संशोधित परिभाषाओं के अनुसार खुदरा व्यापारी, व्यापारी, दुकानदारों आदि समेत सभी एमएसएमई को शामिल किया गया है।
यदि उन्हें ऋण से संबंधित चुनौतियां पेश आती हैं तो वे इस पोर्टल के माध्यम से दर्ज करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि दर्ज की गई शिकायतों की दैनिक आधार पर बैंकों के साथ पैरवी की जाएगी और उनका तेजी से समाधान किया जाएगा।
उद्यमी एमएसएमई के लिए वित्त संबंधित शिकायतों को उठाने के लिए सरल हरियाणा पोर्टल (द्धह्लह्लश्चह्य://ह्यड्डह्म्ड्डद्यद्धड्डह्म्4ड्डठ्ठड्ड.द्दश1.द्बठ्ठ) पर पंजीकरण करने के बाद शिकायत फार्म भरकर अपनी समस्या को दर्ज करवा सकते हैं।

युवाओं ने किया श्रमदान


डबवाली(लहू की लौ)गांव नया राजपुरा में बुधवार को शहीद उधम सिंह युवा क्लब ने श्रमदान किया। गांव के मुख्य रास्ते में नाली के ऊपर बने पुल को ठीक किया। ये पुल क्षतिग्रस्त हो चुके थे, अक्सर ग्रामीणों तथा बेजुबान जानवरों के पैर फंस जाते थे। युवा क्लब ने पैसे जुटाकर निर्माण सामग्री ले आए और एक मिस्त्री लगाकर पुल ठीक करवाए। इससे पहले अच्छी प्रकार से नाली की सफाई भी की। इस मौके पर क्लब के प्रधान रवि कंबोज, उपप्रधान प्रगट, नवीन संधा, विक्की, कर्ण मिरोक, मिट्ठू कंबोज, पारुल, जगदीश कंबोज, राहुल मौजूद थे।

फायर ब्रिगेड कर्मियों की भूख हड़ताल को समर्थन

सिरसा(लहू की लौ)हरियाणा रोड़वेज वर्कर्स यूनियन रजिस्टर्ड नंबर 1 संबंधित सर्व कर्मचारी संघ सिरसा डिपो के वरिष्ठ उपप्रधान व डबवाली सब डिपो के प्रधान पृथ्वी सिंह चाहर फायर ब्रिगेड कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को समर्थन देने पहुंचे भूख हड़ताल पर उपस्थित चालक रोहताश कुमार फायरमैन विक्रम कुमार वह साथ दे रहे महासचिव सुखदेव सिंह सचिव राजेश सरवन कुमार सुरेंद्र पाल कुलदीप मौजूद थे।

4 June. 2020





पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल को याद किया

डबवाली(लहू कीलौ)बिश्नोई सभा द्वारा बुधवार को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री बिश्नोई रतन चौ. भजन लाल की पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया गया। बिश्नोई धर्मशाला डबवाली में सभा अध्यक्ष कृष्ण लाल जादूदा, विनोद कुमार कानूननगो, दलीप कुमार कड़वासरा, रामगोपाल कड़वासरा, सचिव इन्द्र जीत बिश्नोई. रिटायर्ड एस डीऔ महैन्द्र भादू ,परविंदर कडवासरा, विनोद कुमार धायल, सोमराज पुजारी आदि ने बिश्नोई. रत्न स्व. भजनलाल के चित्र पर पुष्प अर्पित किए व भजनलाल द्वारा समाज हित में किये कार्यों बारे चर्चा की।

बाल मंदिर स्कूल के सफाई कर्मचारियों ने स्कूल परिसर व आसपास को बनाया साफ सुथरा

डबवाली (लहू की लौ) बाल मंदिर स्कूल के सफाई कर्मचारियों ने वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के अन्तर्गत अपनी अहम् भूमिका निभाते हुए  कोरोना जंग में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
यह जानकारी देते हुए स्कूल प्रिंसीपल सुरेन्द्र कुमार कौशिक ने बताया कि इन सफाई कर्मचारी योद्धाओं ने पूरे लॉकडाऊन में विद्यालय के आसपास परिसर को स्वच्छ बनाने में एवं विद्यालय भवन को पूरी तरह साफ सुथरा बनाने में पूरी जिम्मेदारी निभाई। जिससे जब भी स्कूल खुले तो विद्यालय के छात्रों को संक्रमण से बचाया जा सके। अपनी सक्रिया भूमिका का निर्वहन करते हुए उन्होंने रीगल पैलेस के सामने सड़क पर जहां गंदगी के ढेर लगे होते थे उन्हें साफ किया और इसको हटाने से मक्खी एवं मच्छर भी अब वहां पैदा नहीं होंगे।
प्रिंसीपल कौशिक ने बताया कि बाल मन्दिर स्कूल सरकार के आदेशों के इंतजार में है कि जैसे ही आदेश मिलेंगे स्कूल को खोल दिया जायेगा। इसके लिए छात्रों की सेहत की सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया जा रहा है।