07 जून 2020

शहीदी सदैव हमें जुल्म से लडऩे की प्रेरणा देगी

तीन साल पहले मध्यप्रदेश में मारे गए छह किसानों की याद में शहीदी दिवस मनाया
डबवाली(लहू की लौ)वर्ष 2017 में मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने शांतमयी तरीके से हक मांग रहे किसानों पर अंधाधुंध लाठीचार्ज तथा गोलियां चला दी थी। सरकार के इस बर्बरतापूर्ण अत्याचार से छह किसानों की जान चली गई थी, तो वहीं सैंकड़ों किसान घायल हुए थे। तीन साल पहले सरकार के अत्याचार में मारे गए किसानों को शहीद का दर्जा देते हुए राष्ट्रीय किसान संगठन ने शनिवार को डबवाली में शहीदी दिवस मनाया। किसानों ने दो मिनट का मौन रखते हुए शौक जताया और श्रद्धासुमन अर्पित किए। किसानों ने कहा कि मध्य प्रदेश के छह साथियों की शहीदी हमें जुल्म से लडऩे के लिए हमेशा प्रेरित करती रहेगी। साथ ही किसानों की मांगे न मानने पर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया।
संगठन के प्रदेशाध्यक्ष जसवीर सिंह भाटी ने कहा कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी किसानों से वायदा करके सत्ता में आई थी। न तो सरकार ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू की न ही किसानों का कर्ज माफ किया। किसानों ने हक पाने के लिए आंदोलन शुरु किए तो सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिशें शुरु कर दी। इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए सरकार ने छह किसानों को मौत के घाट उतार दिया था। इस मौके पर देवेंद्र भोभिया, लाभ सिंह मटदादू, वेदपाल डांगी, बलवीर सिंह चट्ठा, सुरेश पूनियां, राकेश नेहरा, मलकीत सिंह मौजूद थे।

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