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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

24 दिसंबर 2014

बरसी पर घोषणा, डबवाली में दिया जायेगा डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण

शहर में आने वाले प्रत्येक मंत्री-संतरी को जाना होगा अग्निकांड स्मारक पर

डबवाली (लहू की लौ) अब डबवाली में उपमंडल स्तर पर डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण दिया जायेगा। यह घोषणा अग्निकांड की 19वीं बरसी पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे कार्यकारी एसडीएम ने की। वहीं भाजपा सरकार या फिर भाजपा संगठन का नुमाईंदा डबवाली में आयेगा तो सबसे पहले अग्निकांड स्मारक पर नत मस्तक होगा। यह घोषणा भाजपा के डबवाली प्रतिनिधि ने की। डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी पर बच्चों, महिलाओं, समाजसेवियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रद्धांजलि सभा में अग्निकांड पीडि़तों ने प्रशासनिक अधिकारियों तथा सरकार के समक्ष कुछ मांगें रखी।
मंच का संचालन करते हुये रमेश सचदेवा ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी के कहने पर स्वच्छता के लिये पूरा देश खड़ा हो सकता है। उसी तरीके से नरेंद्र मोदी 23 दिसंबर 1995 को अग्नि सुरक्षा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा करें, ताकि भारत ही नहीं पूरा विश्व डबवाली अग्निकांड से सीख ले सके। मानवीय गलती न दोहराई जाये। उन्होंने स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करने, उपमंडल स्तर पर डिजास्टर मैनेजमेंट का प्रशिक्षण देने, मेडिकल कॉलेज बनाने, सिविल अस्पताल में बर्न यूनिट स्थापित करने की मांग की। पीडि़तों ने मांग की कि सरकार को जो भी मंत्री या संतरी डबवाली में आये। वह कार्य शुरू करने से पहले अग्निकांड स्मारक पर नत्मस्तक हो।
भाजपा नेता को मांग मनवाने के लिये दोबारा मंच पर बुलाया
अग्निकांड पीडि़तों की मांग सुनने के बाद भाजपा नेता देवकुमार शर्मा यह कहते हुये अपना स्थान लेने लगे कि अग्निकांड पीडि़त जो भी उनसे सहयोग की अपेक्षा करेंगे वे उसके लिये तैयार हैं। सीएम ही नहीं अगर पीएम के पास भी जाना पड़ा तो वे जरूर चलेंगे। इसी बीच अग्निकांड पीडि़तों ने उन्हें एक मांग के लिये दोबारा मंच पर खड़ा कर लिया। जिस पर देवकुमार शर्मा ने कहा कि सरकार को जो भी मंत्री या संतरी डबवाली आयेगा, वह सबसे पहले अग्निकांड स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेगा।
इससे पूर्व अग्निकांड स्मारक पर हवन यज्ञ हुआ। श्री रामायण पाठ तथा श्री अखंड पाठ का भोग डाला गया। इस मौके पर तहसीलदार मातू राम नेहरा, डीएसपी सत्यपाल यादव, शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह, बीईओ संत कुमार बिश्नोई, नप सचिव ऋषिकेश चौधरी, जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीई संकेत शर्मा, अग्निकांड पीडि़त संघ के शमशेर सिंह, विनोद बांसल, सुच्चा सिंह भुल्लर, संचालक कमेटी के अध्यक्ष जयमुनी गोयल, प्रकाश चंद बांसल उपस्थित थे।

....जीवन रूपी नाटक का पर्दा गिरा दिया

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड की बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये केवल मात्र हरियाणा के नहीं बल्कि सीमाओं के बंधन तोड़कर पंजाब तथा राजस्थान के लोग तथा राजनीतिक भी पहुंचे। वहीं सोशल मीडिया में भी अग्निकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला लगातार जारी रहा। पंजाब पुलिस के फाजिल्कां तथा मोगा शहरों से आये पुलिस कर्मियों के साथ-साथ अकाली नेता अवतार सिंह बनवाला ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं सोशल नेटवर्किंग साईट फेसबुक पर देश-विदेश के लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। रंगकर्मी संजीव शाद ने श्रद्धांजलि देते हुये लिखा कि दीवार पे लटके कलंडर पे आज 23 दिसंबर है। 19 वर्ष पहले भी 23 दिसंबर था, उस दिन रंगमंच पे उतरा था नन्हें कलाकारों का इक काफिला सपने ले के...मेरे शहर डबवाली में तालियों और संगीत के महारंग महोत्सव में आग ने तांडव मचा दिया, जीवन रूपी नाटक का पर्दा गिरा दिया। कैसा निर्देशक है तू कभी कभी तेरी पटकथा समझ में नहीं आती, हम तो मात्र कठपुतलियां हैं तेरे हाथ की। लेकिन शब्द नहीं है मेरे पास कुछ भी लिखने को हिम्मत नहीं है, बस है तो मौन और तेज चलती सांसें और नम आंखें...वो तो आज भी जिंदा हैं..। इसके साथ-साथ पिछले 19 वर्षों में डबवाली में विभिन्न पदों पर नौकरी कर चुके अधिकारियों ने वट्स ऐप के जरिये श्रद्धांजलि दी। तत्कालीन एसडीएम सतीश कुमार ने मृतक बच्चों को याद करते हुये दुखदायी घटना करार दिया।

मुझे लिखकर दो, आगे पहुंचाऊंगा
23 दिसंबर का दिन डबवाली के इतिहास में आंसुओं से लिखा जाता है। अग्निकांड के समय मैं 13 साल का था। एक बच्चे की पीड़ा, एक बच्चा ही समझ सकता है। उस समय आंखों से आंसू निकल आये थे। उस समय सोचा था कि एक बार उस जगह अवश्य जाऊंगा, यहां यह भीषण अग्निकांड हुआ। यह नहीं सोचा था कि डबवाली में आज ही के दिन अतिरिक्त कार्यभार संभालूंगा और स्मारक पर आने का मौका मिलेगा। डिस्जास्टर मैनेजमेंट उपमंडल स्तर पर शुरू होगा। राष्ट्रीय स्मारक बनाने या फिर अन्य जो मांग हैं, वे अग्निकांड पीडि़त लिखित में दें। उपायुक्त के माध्यम से मांगों को सरकार के आगे रखा जायेगा।
-धीरेंद्र कुमार, कार्यकारी उपमंडलाधीश, डबवाली

बस में जा रही थी पोस्तियों की बारात, पुलिस ने पकड़ लिया

डबवाली (लहू की लौ) शहर थाना पुलिस तथा नारकोटिकस सैल सिरसा ने संयुक्त कार्रवाई करते हुये बस में चल रही चूरा पोस्त तस्करों की बारात को गिरफ्तार किया है। चार महिलाओं सहित कुल 44 लोग पकड़े गये हैं। बस के चालक तथा परिचालक पर भी मामला दर्ज करके बस को इंपाऊंड कर लिया गया है।
मंगलवार दोपहर को शहर थाना के एसआई इंद्राज सिंह ने पुलिस बल के साथ गांव शेरगढ़ के नजदीक नाका लगाया हुआ था। इसी दौरान संगरिया साईड से एक निजी बस डबवाली की ओर आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने बस में पोस्त के संदेह में तालाशी शुरू की। एक-एक करके प्रत्येक की तालाशी ली। बस में सवार सभी 44 सवारियों के पास चूरा पोस्त के पैकेट बरामद हुये। पुलिस बस को कब्जे में करके थाना ले आई।
महिलाएं भी पोस्त खाती हैं
पकड़े गये 44 आरोपियों में एक आरोपी खंड डबवाली के गांव मौजगढ़ का है। शेष सभी आरोपी पंजाब के थाना संगत, रामा मंडी, मोड़ मंडी के गांवों से हैं। महिलाओं में सबसे कम उम्र की आरोपी 30 वर्ष की है। जबकि सबसे उम्रदाज महिला करीब 60 वर्ष की। ऐसे ही पुरूष आरोपियों में 40 से 75 वर्ष की आयु तक के वृद्ध शामिल हैं। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे सभी पोस्त खाने के आदी हैं।
40 बिस्तरों का प्रबंध
पोस्तियों की बारात पर कार्रवाई करने के लिये पुलिस ने शहर थाना के साथ-साथ गोल बाजार पुलिस चौकी, सीआईए का स्टॉफ लगा दिया। वहीं शहर थाना में पोस्तियों के रहने के इंतजाम के साथ-साथ रात को सोने के लिये 40 बिस्तरों का प्रबंध किया गया। बुधवार को सभी को अदालत के समक्ष पेश किया जायेगा।
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों से करीब 40 किलोग्राम चूरा पोस्त बरामद हुई है। आरोपियों के विरूद्ध नशीले पदार्थ की तस्करी करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। बस चालक महेंद्र सिंह तथा परिचालक मक्खन सिंह को मिलीभगत करके तस्करी में सहयोग करने के जुर्म में दफा 120बी के तहत गिरफ्तार किया गया है।

मायके से ससुराल जा रही युवती ने जहरीला पदार्थ निगला, हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को बस अड्डा पर एक युवती ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। युवती अपने पति के साथ मायके से ससुराल जा रही थी।
गांव पन्नीवाला मोटा निवासी शंकर लाल ने बताया कि उसकी शादी करीब एक माह पूर्व छत्तरगढ़ (राजस्थान) निवासी जाटी रानी के साथ हुई है। 10 दिसंबर को वह उसे लेकर छत्तरगढ़ गया था। 13 दिनों बाद आज वापिस अपने गांव लौट रहा था तो डबवाली के बस अड्डा पर उसकी पत्नी ने चिचड़ मारने की दवा निगल ली। उसके पास यह दवा कैसे आई, उसे ज्ञात नहीं। उल्टियां करने पर वह उसे अस्पताल ले आया।

मांगेआना में शुरू हुआ दो दिवसीय फल मेला


-प्रदेश भर से 2500 किसानों ने 2230 फलों को मेले में उतारा
-फल की बनावट, रंग तथा टेस्ट के आधार पर होगा पुरस्कार का चयन

डबवाली (लहू की लौ) इंडो-इजरायल प्रोजेक्ट के तहत गांव मांगेआना में बने फल उत्कृष्टता केंद्र में दो दिवसीय फल मेला शुरू हुआ। पहले दिन करीब 2500 किसानों ने 2230 फल मेले में रखे। चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय की बारह सदस्यीय टीम बुधवार को अपना निर्णय सुनाएगी। पहले तीन स्थानों पर आने वाले किसानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा। पुरस्कार फल की बनावट, रंग तथा टेस्ट के आधार पर मिलेगा।
मेले का शुभारंभ उद्यान विभाग हरियाणा के महानिदेशक डॉ. अर्जुन सिंह सैनी ने किया। डॉ. सैनी द्वारा केन्द्र पर प्रदर्शन तकनीकी व फसलों का अवलोकन किया। उन्होंने उपस्थित किसानों से कहा कि इस प्रकार के मेलों से बागवानी की नवीनतम तकनीकियों की जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई जाती है व किसान भाईयों को बागवानी में ज्यादा से ज्यादा नई तकनीकों को अपनाना चाहिए जिससे ज्यादा पैदावार के साथ-साथ अच्छी गुणवत्ता के फल व सब्जी प्राप्त होती हैं। जिसका बाजार भाव अच्छा मिलता है। उन्होंने यह भी बताया कि फल उत्कृष्टता केन्द्र, मांगेआना, सिरसा की तर्ज पर भारतवर्ष के अन्य राज्यो में भी फल उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित किये गये है। किसानों को उत्कृष्टता केन्द्र पर लगाई गई विभिन्न प्रकार की फसलों जैसे, नींबू वर्गीय पौधें, अनार, अमरूद, खजूर, बेर आदि को विभिन्न प्रयोगों द्वारा दिखाया गया।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज मंदिर में 23 दिसंबर, मंगलवार को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व डबवाली अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में हवन यज्ञ का आयोजन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। यज्ञब्रह्मा का दायित्व भारत मित्र आर्य ने निभाया जबकि डॉ. रामफल आर्य ने मुख्य यजमान के तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। तदोपरांत अध्यक्ष एसके दुआ, विजय कुमार शास्त्री व डॉ. रामफल आर्य ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन पर प्रकाश डाला।

विभिन्न बैंकों में 508 ऋण आवेदन पत्र लम्बित

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, सिरसा का वर्ष 2014-15 का वार्षिक लक्ष्य पूरा करवाने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ की अध्यक्षता में बैंक अधिकारियों की मीटिंग ली गई। मीटिंग में निगम के लक्ष्य की प्रगति व लम्बित आवेदन पत्रों की ब्रांच  वाईज समीक्षा की गई।
समीक्षा करने उपरांत पाया कि जिले में कार्यरत विभिन्न बैंकों में अनुसूचित जाति के लगभग 508 ऋण आवेदन पत्र लम्बित हैं। उन्होंने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के नियम अनुसार निगम द्वारा प्रायोजित आवेदन पत्रों का निपटान 15 दिन में किया जाना अति आवश्यक है, ब्रांच मैनेजरों द्वारा लम्बे समय तक आवेदन पत्रों को लम्बित रखना नियम के विरूद्ध है।
बराड़ द्वारा समीक्षा के दौरान पाया गया कि पंजाब नैशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूको बैंक, हरियाणा ग्रामीण बैंक, ओरियन्टल बैंक ऑफ कामर्स, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, यूनियन बैंक, सैन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, बैंक ऑफ बड़ौदा, दि सिरसा सैन्ट्रल को-ऑप्रेटिव बैंक, बैंको में लम्बे समय से आवेदन पत्र लम्बित हैं। अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा सख्त आदेश दिये गए कि शाखा प्रबंधक अनुसूचित जाति के व्यक्ति का आवेदन पत्र रद्द करने के लिए सक्षम नहीं है। आवेदन पत्र रद्द करवाने के लिए रीजनल मैनेजर की स्वीकृति आवश्यक है।
उन्होंने महाप्रबंधक दि सिरसा को-आप्रेटिव बैंक को आदेश दिये कि उनके बैंक  में सबसे अधिक 160 ऋण आवेदन पत्र लम्बित हैं। सभी ऋण आवेदन पत्रों की स्वीकृति 31 जनवरी 2015 तक करवाए व निगम का वार्षिक लक्ष्य पूरा करे। अन्य सभी बैंक अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी बैंक अपने लक्ष्य अनुसार स्वीकृति पत्र जारी करें।
 उन्होंने कहा कि अगली मीटिंग तक कोई भी आवेदन पत्र लम्बित मत रखें व सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ समय पर अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को पहुंचाने में सहयोग करें।

महाशांति यज्ञ के साथ एनएसएस कैम्प की शुरूआत

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को सीएमडीएवी स्कूल के प्रांगण में महाशांति यज्ञ के साथ एनएसएस कैम्प की शुरूआत की गई। जिसमें स्कूल प्राचार्या सरिता गोयल ने मुख्य यजमान की भूमिका निभाते हुए पूर्णाहुति दी और अग्निकांड में शहीद हुई दिवंगत आत्माओं को शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। शास्त्री महेन्द्र कुमार ने पूर्ण विधिविधान से मंत्रोच्चारण करते हुए यज्ञ पूर्ण किया।
कैम्प प्रभारी शकुंतला चुघ ने बताया कि स्वयंसेवियों ने अध्यापक अजय ग्रोवर और कुलदीप सिंह की देख रेख में स्कूल प्रांगण की सफाई की और  अग्निकांड स्मारक स्थल पर पहुंच कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
प्रधानाचार्या ने इससे पूर्व स्वयंसेवियों को सच्चे देश भक्त और समाज सेवी बनने का प्रण करवाया। उन्होंने कहा कि 23 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक विद्यालय बंद रहेगा। लेकिन एनएसएस के स्वयंसेवी अपनीे सेवाएं प्रदान करते हुए स्कूल पहुंचेंगे। उन्होंने बताया कि ग्यारहवीं से बारहवीं कक्षा का पेपर 26 तारीख को लिया जायेगा।

180 रक्तदानियों ने रक्तदान करके शहीदों को दी श्रद्धांजलि

डबवाली(लहू की लौ) युवा रक्तदान सोसायटी ने अग्रवाल धर्मशाला में अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में लगाये गये रक्तदान शिविर में सर्वप्रथम संदीप चौधरी ने रक्तदान कर शिविर का शुभारंभ किया।
भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य देव कुमार शर्मा ने शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा कि 23 दिसंबर 1995 को जो अग्निकांड डबवाली में हुआ उसकी पीड़ा आज भी कम नहीं हुई है लेकिन फिर भी हमें मिलजुल कर उस पीड़ा को भुलाकर जीवन में आगे बढऩा चाहिए।
संस्था के संस्थापक सुरेंद्र सिंगला ने बताया कि संस्था द्वारा आयोजित 96वें विशाल रक्तदान शिविर में स्वेच्छा से 180 पुरूष महिलाओं ने रक्तदान कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर पंजाब नैशनल बैंक के शाखा प्रबंधक परमजीत कोचर, अरोड़वंश धर्मशाला सभा के अध्यक्ष प्रेम सिंह सेठी, अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के शाखाध्यक्ष प्रीतम बांसल, उद्योगपति वरूण सिंगला, युनाईटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी के शाखा प्रबंधक संतोष शर्मा व डॉ. जीडी जिंदल सहित बड़ी संख्या में शहर के गणमान्य व्यक्तियों में भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज शर्मा, लायंस क्लब सुप्रीम के अध्यक्ष नरेश गुप्ता, सचिव दीपक सिंगला, मनोहर लाल ग्रोवर, गुरदीप कामरा, विपिन अरोड़ा, संजय कटारिया, श्री सनातन धर्म पंजाब महावीर दल के सचिव घनश्याम वेद पाठी  बलजीत शर्मा,श्री गौशाला प्रबंधक कमेटी के सचिव जवाहर कामरा, संस्था की सलाहकार समिति के सदस्य दविंद्र मित्तल, राकेश गर्ग भीटीवाला, मदन लाल गुप्ता, हरदेव गोरखी, चरण कमल गोयल, केवल कृष्ण चलाना, सुनीत ग्रोवर, मास्टर नवीन नागपाल, मुरारी लाल शर्मा, राम गोपाल मित्तल, रूपिंद्र गोयल, सतीश बांसल गोगी, हरीश सचदेवा, जितेंद्र गुप्ता लवली  उपस्थित थे। महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज आग्रोहा के ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अजय कोचर के सानिध्य में 16 सदस्यीय टीम ने रक्त प्राप्त करने का कार्य किया। 

24 Dec.2014





यूरिया पर कृषि विभाग की निगरानी

यूरिया कृषि विभाग की निगरानी में बंट रही है। मंगलवार को तीन निजी खरीद केंद्रों पर यूरिया बंटी। सभी पर एडीओ तैनात रहे। शॉर्टेज के चलते केवल हरियाणा के किसानों को यूरिया देने के लिये आईडी प्रूफ मांगा गया। एक दिन में करीब चार हजार बैग बिके।  स्टॉक में मात्र चार हजार बैग हैं। अभी तक पैक्सों तक यूरिया बैग नहीं पहुंचे हैं। जिससे किसानों में रोष व्याप्त है।

शहीद का दर्जा देने में सरकार को लगे 19 बरस

एचसीएस सोमनाथ कंबोज के ससुर बोले, इस देश में शहीदों का सम्मान नहीं, अपमान होता है

डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम सोमनाथ कंबोज मेरे दामाद थे। डबवाली अग्निकांड से ठीक तीन दिन पहले उनका तबादला गुहला चीकां के लिये हो गया था। लेकिन डीएवी स्कूल के कार्यक्रम में आ रहे एक मंत्री के लिये व्यवस्थाएं देखने के लिये वे वहीं रूक गये। कार्यक्रम के बाद उन्होंने नई जगह पदभार ग्रहण करना था। लेकिन अग्निकांड ने मेरी बेटी कमलेश रानी के संग उन्हें भी लील लिया। मेरे दामाद ने कई बच्चों की जिंदगियां बचाई। जिन राजनीतिकों के लिये डयूटी निभाते उन्होंने अपने प्राण न्यौछावर किये, वहीं राजनीतिक उनकी शहीदी भूल गये। अग्निकांड के उन्नीस वर्षों बाद सरकार ने उन्हें शहीद का दर्जा दिया। यह कहना है यमुनानगर निवासी रिटायर्ड प्रिंसीपल यशपाल सिंह का।
23 दिसंबर 1995 को एचसीएस सोमनाथ कंबोज अपनी पत्नी तथा दो बच्चों प्रखर तथा समीर के साथ कार्यक्रम में पहुंचे थे। दोपहर बाद ठीक 1 बजकर 47 मिनट पर आग ने अपना तांडव दिखाया। इससे कुछ समय पूर्व ही दोनों बच्चे ड्रेस बदलने के लिये चालक के साथ गाड़ी में चले गये थे। आग में घिरे इस एचसीएस ने कई बच्चों को दीवार से बाहर फेंका। अपने अंग रक्षक के साथ आग में से निकलकर कई बच्चों को बाहर ले आये। बाद में अपनी पत्नी तथा बच्चों को बचाते हुये वे शहीद हो गये। मां-बाप को खो देने के बाद दोनों बच्चों को उनके नाना यशपाल अपने साथ यमुनानगर ले गये। सरकारी स्कूल से बतौर प्रिंसीपल रिटायरमेंट होने के बाद दोनों की परवरिश की। पेंशन राशि से पढ़ाकर प्रखर को एमबीए करवाई। जो आज करनाल स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत है। जबकि समीर ने होटल मैनेजमेंट में शिक्षा प्राप्त की है।
यशपाल सिंह ने बताया कि अग्निकांड से दो दिन पूर्व वह डबवाली में अपनी बेटी के साथ था। उसके दामाद को तबादले के साथ ही पदोन्नति मिलने वाली थी। जबकि बेटी कमलेश को अध्यापक की सरकारी नौकरी। लेकिन अग्निकांड ने दोनों को एक साथ लील लिया। सोमनाथ बच्चों को बचाते हुये शहीद हुआ। लेकिन सरकार ने उसे शहीद का दर्जा देने में उन्नीस वर्ष लगा दिये। इस देश में शहीदों का सम्मान नहीं अपमान होता है। ऐसा उसे सरकारी स्तर पर पत्र व्यवहार करने पर मालूम हुआ। चूंकि समीर को थर्ड क्लास नौकरी के लिये कई आवेदन किये, लेकिन किसी ने सुनवाई तक नहीं की।
ठंडे बस्ते में आवेदन
डबवाली अग्निकांड से अब तक विभिन्न राजनीतिक दलों की सरकार आ चुकी है। लेकिन किसी ने पलटकर अग्निकांड पीडि़तों तथा उनके परिवारों की ओर नहीं देखा। भूपिंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली सरकार में सोमनाथ को शहीद का दर्जा मिलने पर समीर को थर्ड क्लास श्रेणी में सरकारी नौकरी मिलने की आस बंधी। लेकिन मौजूदा मनोहर लाल खट्टर की भाजपा सरकार ने पुरानी सरकार की कार्यवाही पर अंकुश लगाते हुये समीक्षा करने की बात कही है। जिससे उन्नीस वर्षों बाद फिर से तस्वीर धुंधली हो गई है। चूंकि एक बार फिर फाईल ठंडे बस्ते में चली गई है।
अगर अधिकारियों के साथ ऐसा होता है, तो आम के साथ कैसा होगा
रिटायर्ड प्रिंसीपल ने बताया कि अगर एचसीएस अधिकारी को शहीद का दर्जा मिलने में उन्नीस वर्ष लगते हैं। परिवार के किसी सदस्य को नौकरी नहीं मिलती। न्याय मांगने पर राजनीतिकों के आश्वासन मिलते हैं, तो फिर आम व्यक्ति के साथ कैसा होता होगा, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश तथा केंद्र में भाजपा सरकार है। अग्निकांड पीडि़तों की मदद के लिये सरकार को आगे आना चाहिये।

23 दिसंबर 1995 को डबवाली में हुये भीषण अग्निकांड में कुछ ऐसे अधिकारी थे, जिन्होंने अपनी जान पर खेलकर नन्हें बच्चों की जान बचाई। एक एचसीएस अधिकारी ऐसा था, जिन्होंने तबादला होने के बावजूद अपना फर्ज निभाया। अपने फर्ज के लिये अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। वहीं एक अधिकारी ऐसा भी था, जिसे डबवाली में आये महज तीन दिन हुये थे। अग्निकांड में बेटी को खो देने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल रहते हुये प्रत्येक दिन अग्निकांड पीडि़तों को हौंसला दिया। आज यह अधिकारी हरियाणा पुलिस में एक बहुत बड़े ओहदे पर है। डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी पर ऐसे अधिकारियों का याद आना स्वाभाविक है। लेकिन उस समय के उपायुक्त एमपी बिदलान से प्रत्येक अग्निकांड पीडि़त खफा है। जिस तरीके से वे बच्चों को पैरों तले कुचलते हुये भागे थे, वह भी अभी तक अग्निकांड पीडि़तों के जेहन में है।

आईजी अनिल राव के फूलों को नहीं भूले पीडि़त

डबवाली (लहू की लौ) मैं ठीक हो गया हूं, भगवान आपको भी ठीक करेगा। ये विचार हिसार के आईजी अनिल राव के हैं। 1995 में वे बतौर डीएसपी डबवाली में नियुक्त थे। डबवाली अग्निकांड से ठीक तीन दिन पहले ही उन्होंने पदभार ग्रहण किया था। अपनी बेटी सुरभि को डीएवी स्कूल में दाखिल करवाया था। 23 दिसंबर 1995 को वह अपनी बेटी के साथ कार्यक्रम में शरीक हुये थे। कार्यक्रम में उठे आग के बवंडर ने उनकी बेटी को लील लिया। खुद भी जख्मी होकर पीजीआई चंडीगढ़ में पहुंचे। खुद जख्मी होने के बावजूद उन्होंने पीजीआई में दाखिल अग्निकांड पीडि़तों का हौंसला बढ़ाया। दिन की शुरूआत में यह जाबांज अफसर प्रत्येक अग्निकांड पीडि़त के कमरे में फूल भेजता। साथ में परिजनों के लिये एक मैसेज। खुद की बैड रेस्ट खत्म होने के बाद अनिल राव पीजीआई में प्रत्येक अग्निकांड पीडि़त से मिले। अपने हाथों से फूल देकर कहा कि जिंदगी फूलों के सामान है। हमेशा खिलखिलाते रहना चाहिये। मैं ठीक हो गया हूं, भगवान आपको भी ठीक करेगा। ये शब्द आज अग्निकांड पीडि़तों को याद हैं। अनिल राव के हौंसले की बदौलत कई अग्निकांड पीडि़त आत्मनिर्भर बने।
डीएसपी से आईजी तक का सफर
अग्निकांड के बाद उनका तबादला कर दिया गया था। वे प्रदेश में विभिन्न जगहों पर रहते हुये पदोन्नति प्राप्त करते रहे। आग का दरिया लांघकर आया यह जाबांज अधिकारी आज हिसार का आईजी है। वे जब भी डबवाली आते हैं, तो अग्निकांड स्मारक पर जाना नहीं भूलते।

मुफ्त कनेक्शन के बाद बिल पर बवाल, लोगों का जोरदार प्रदर्शन

डबवाली (लहू की लौ) इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत मुफ्त में पेयजल कनेक्शन पाने वाले अनुसूचित वर्ग के लोग चार साल बाद बिल आने पर विरोध में उतर आये हैं। सोमवार को लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय के समक्ष हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया।
प्रेम कनवाडिय़ा, फकीर चंद भुराडिय़ा, कृष्ण खटनावलिया, विनोद भुराडिय़ा, मोहन लाल, रामू राम, सुभाष, मंगल, राधेश्याम के नेतृत्व में लोग जनस्वास्थ्य विभाग कार्यालय में एकत्रित हुये। एसडीई संकेत शर्मा से सवाल करते हुये लोगों ने कहा कि करीब चार साल पहले उन्हें बगैर कनेक्शन मुफ्त में 200 लीटर पेयजल की टंकी दी गई थी। अब 18 माह का बिल भेज दिया गया है, जोकि अनुचित है। उन्होंने एसडीई से पूछा कि ग्रामीण इलाके में भी इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत कनेक्शन वितरित किये गये थे। फिर उन्हीं पर ही ये बिल क्यों थोपे जा रहे हैं। लोगों को समझाते हुये एसडीई ने कहा कि सरकार की योजना के अनुसार ही बिल बांटे जा रहे हैं। जिसका भुगतान करना होगा। जिससे लोग तैश में आ गये। बिलों का भुगतान न करने की चेतावनी देते हुये कार्यालय का घेराव कर लिया। लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग तथा हरियाणा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
बात न मानी तो एसडीएम कार्यालय घेरेंगे
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उपरोक्त योजना के तहत घपला हुआ है। चूंकि उन्हें मात्र पेयजल टंकियां वितरित की गई थी। कनेक्शन के नाम पर एक पाईप दी गई थी। बाद में पेयजल टंकी के पास खड़ा करके फोटो खींच ली गई। अब मुफ्त वाली योजना के बिल भेजे गये हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि मुफ्त कनेक्शन के नाम पर भेजे गये बिलों को वापिस नहीं लिया गया तो वे एसडीएम कार्यालय घेरने पर विवश होंगे।

यह है मामला
इंदिरा गांधी पेयजल योजना वर्ष 2006 में शुरू हुई थी। योजना के अनुरूप कार्य करते हुये विभाग ने वर्ष 2010 में उपमंडल डबवाली में कनेक्शन करके पेयजल टंकियों का वितरण किया था। पूर्व जनस्वास्थ्य विभाग की मंत्री किरण चौधरी ने विधानसभा चुनाव से पूर्व ग्रामीण क्षेत्र में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के बिल माफ कर दिये थे। अब जनस्वास्थ्य विभाग वर्ष 2012 में बनी वाटर पॉलिसी का हवाला देते हुये शहरी क्षेत्र में 18-18 माह के बिल जारी कर रहा है। जिसके विरोध में अनुसूचित वर्ग प्रदर्शन करने पर विवश हो गया है।

उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे बात
वाटर पॉलिसी के तहत ही बिलों का वितरण किया जा रहा है। लोग बिलों का विरोध कर रहे हैं। जोकि उनके हाथ में नहीं। विरोध करने वाले लोग लिखकर दें, जिसे विभाग के उच्च अधिकारियों को भेजा जायेगा। लोग योजना के तहत केवल पेयजल टंकिया मिलने की बात कह रहे हैं, जोकि जांच का विषय है। लेकिन चार साल तक किसी ने आपत्ति दाखिल नहीं की। शिकायत मिलने पर मामले की जांच करवाई जायेगी। जो भी दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
-संकेत शर्मा, एसडीई, जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली

हड़ताल पर रहे फल, सब्जी विक्रेता

डबवाली (लहू की लौ) सब्जी मंडी में रेहडिय़ां लगने के विरोध में गौशाला के नजदीक फल-सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले लोग सोमवार को हड़ताल पर रहे। हड़ताल की सूचना मिलते ही नगर परिषद हरकत में आ गया। परिषद की टीम ने आनन-फानन में सब्जी मंडी पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। टीम को देखते ही रेहड़ी मालिक भाग खड़े हुये। अपनी कार्रवाई के दौरान टीम ने दो लोगों के चालान किये।
एक जगह रेहड़ी लगें
रेहड़ी मालिक अभिमन्यु, विनोद कुमार, नारायण, संजू, विशंबर, नरेश कुमार, सत्यप्रकाश, रिंकू, दशरथ, सोनू, अजय, राजेश कुमार, चरणजीत, संदीप कुमार, सुभाष चंद्र, कमल वर्मा ने नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी को दिये ज्ञापन में कहा है कि प्रशासन के कहने पर वे लोग मुख्य बाजार से हटकर गौशाला के नजदीक आये हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से पुन: सब्जी मंडी के भीतर तथा मुख्य बाजार में रेहडिय़ों का लगना शुरू हो गया है। सब्जी मंडी में कुछ प्रभावशाली लोग तथा राजनीतिक पहुंच रखने वाले लोग उन्हें संरक्षण दे रहे है। ऐसे में उनकी रोजी-रोटी छिन रही है। रेहड़ी मालिकोंं ने नगर परिषद को सात दिन का समय देते हुये सब्जी मंडी तथा आस-पास के क्षेत्र से रेहडिय़ां /फड़ी हटवाकर गौशाला के नजदीक निर्धारित जगह पर लगाने की मांग की है।


गौशाला के पास निर्धारित की गई जमीन पर ही रेहड़ी लगेगी। अन्य किसी जगह पर रेहड़ी नहीं लगाने दी जायेगी। सोमवार को दो रहड़ी मालिकों के चालान किये गये हैं। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी। गौशाला के नजदीक रेहड़ी लगाने वाले लोगों के साथ ज्याददती नहीं होने दी जायेगी।
-जयवीर डुडी, एमई नगर परिषद, डबवाली

जरूरतमंदों को दिये गर्म बस्त्र

डबवाली (लहू की लौ) लॉयन कल्ब मंडी डबवाली सुप्रीम द्वारा गत दिवस गरीब लोगों को गर्म वस्त्र वितरित किए गए। क्लब प्रधान नरेश गुप्ता की अध्यक्षता में तीन ईंट भट्ठों गोपाल दास एंड सन्ज़ मसीतां, बलदेव राय एंड सन्ज़ अलीकां तथा वेदप्रकाश एड सन्ज़ पर जाकर गरीब मजदूरों को कल्ब द्वारा 120 कान पट्टी, 110 जुराबें तथा टोपियां वितरित की गई। इसके अतिरिक्त क्लॉथ बैंक में एकत्रित गर्म वस्त्र बच्चों, महिलाओं व पुरूषों को देकर लगभग 150 व्यक्तियों को सर्दी से बचाने में सहायता की।
इस अवसर पर पूर्व जोन चेयरमैन गुरदीप कामरा, लॉयन दीपक सिंगला, सचिव लॉयन मनोहर लाल ग्रोवर, संजीव गर्ग, भूपिन्दर पाहूजा, लायन गुरदीप कामरा, लॉयन राज कुमार मिढ़ा, आशू लूना, योगेश मिढ़ा, अमरजीत अनेजा, लोकेश्वर वधवा उपस्थित थे। 

कर्मचारी बोले सरकार के खिलाफ

डबवाली (लहू की लौ) सोमवार को आल हरियाणा पी.डब्लयू.डी. (पीएच) मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन रजि. 681 की एक बैठक सिविल हस्पताल के बुस्टिंग स्टेशन में चेयरमैन राजकुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। जिसमें हरियाणा सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों की निंदा की गई और कहा कि सरकार कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने में टाल मटोल का रवैया अपना रही है।
कर्मचारियों ने बैठक में बताया कि किसी भी वॉटर वक्र्स पर सामान नहीं दिया जा रहा है। डेलीवेज कर्मचारियों को 1500,2000,3000 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से वेतन दिया जा रहा है।  उनके अनुसार एक ही विभाग में एक ही कैडर के डेलीवेजिज कर्मचारियों को अलग-अलग वेतन दिया जा रहा है। जो न्यौचित नहीं है। उन्होंने भेदभाव समाप्त करके सभी को सरकारी नियमानुसार वेतन दिये जाने की मांग की। इस मौके पर पाल सिंह प्रधान वीरचन्द सचिव, राजेश, हेमराज, दुलीचन्द, जयराम, शिवप्रताप, आत्माराम, विनोद कुमार, रूप राम शाक्य आदि उपस्थित थे।

बिश्नोई समाज का सदस्यता अभियान दो चरणों में

डबवाली (लहू की लौ) अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के ग्राम सभा से लेकर अध्यक्ष पद तक के चुनावों को लेकर ग्राम प्रभारियों की एक बैठक सोमवार को बिश्नोई धर्मशाला में कृष्ण लाल जादूदा व डबवाली ब्लॉक के चुनाव प्रभारी राजेंद्र कड़वासरा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राज्य चुनाव प्रभारी रामरख जाखड़ जोधपुर, जिला चुनाव प्रभारी कृष्ण देव पंवार हिसार व राम स्वरूप सिहाग फतेहाबाद विशेष तौर पर पहुंचे। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस मौके पर स्थानीय चुनाव प्रभारी राजेंद्र कड़वासरा ने कहा कि बिश्नोई समाज के उत्थान के लिए संगठन का मजबूत होना जरूरी है। यह तभी संभव है जब समाज के अधिक से अधिक लोग संगठन से जुड़ें। उपस्थित ग्राम प्रभारियों को आवेदन फार्म उपलब्ध करवाते हुए उन्होंने बताया कि सदस्य बनने हेतू पांच साल के मात्र 10 रुपए व आजीवन सदस्यता के लिए केवल 100 रुपए फीस रखी गई है। बिश्नोई सभा सचिव इंद्रजीत बिश्नोई ने बताया कि सदस्यता अभियान के प्रथम चरण में  1 जनवरी से 15 जनवरी तक व दूसरे चरण में 26 जनवरी से 10 फरवरी तक स्थानीय सभा के सदस्य बनाए जाएंगे।
इस मौके पर गांव सकताखेड़ा से अजय धारणिया, जूतांवाली से कमलेश खीचड़, अबूबशहर से सुशील धायल, आसाखेड़ा से सुनील खीचड़, चौटाला से विनोद भांभू, जंडवाला से भूप सिंह सीगड़, गंगा से रामजी लाल गोदारा, रामपुरा बिश्नोईया से पटेल गोदारा, मौजगढ़ से राजेंद्र सीगड़, विनोद पटवारी, डॉ. एसएन पूनिया, विजय सीगड़, सुरेश धारणिया, मिट्ठू राम सरपंच, जीव रक्षा समिति अध्यक्ष सुरेंद्र गोदारा, ओम प्रकाश रोहज, विजय कुमार नंबरदार, गिदडख़ेड़ा से विनोद तरड़ व अन्य उपस्थित थे।

जरूरतमंद बच्चों को जर्सियां वितरित

डबवाली (लहू की लौ)लायंस क्लब मंडी डबवाली आस्था ने सोमवार सुबह शहर के स्लम एरिया सुंदर नगर में स्थित नव ज्योति पब्लिक स्कूल में 50 जरूरतमंद बच्चों को स्वेटर व जर्सियां वितरित की। वितरण कार्य आस्ट्रेलिया से आई नन्हीं बच्ची प्रिशा व क्लब सदस्यों ने किया। इस मौके पर क्लब प्रधान मुकेश कामरा,सुधा कामरा,प्रकल्प अधिकारी मदन गर्ग ने क्लब द्वारा लगाए जा रहे सामाजिक प्रकल्पों के बारे जानकारी दी। कार्यक्रम में बीएस अरोड़ा, प्रेम गोयल, विजय गर्ग, राजेंद्र छाबड़ा, विक्की जिंदल,चंद्रमोहन जग्गा व नव ज्योति स्कूल के रिपन कुमार व स्वीटी उपस्थित थे।  

23 Dec. 2014





22 दिसंबर 2014

राजनीतिकों तथा भ्रष्ट अफसरशाही के जुल्मों का शिकार हुई उमा

उन्नीस वर्षों से इंसाफ के लिये जंग लड़ रही अग्निकांड पीडि़ता


डबवाली (लहू की लौ) इस अग्निकांड पीडि़ता की कहानी सबसे जुदा है। जिसे सुनकर आंखें खुद-ब-खुद रो पड़ती हैं। बच्चों को बचाते हुये पति अग्निकांड में शहीद हो गया। पति की मौत के बाद इस पीडि़ता ने राजनीतिकों तथा भ्रष्ट अफसरशाही के इतने जुल्म सहे कि उसे अदालत की शरण लेनी पड़ी। अदालत से आये फैसले ने इस पीडि़ता की जिंदगी में नई रोशनी दी। लेकिन संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है, अभी भी पीडि़ता राजनीतिकों के साथ अपने हक की लड़ाई लड़ रही है। हम बात कर रहे हैं अग्निकांड में शहीद हुये भागीरथ की पत्नी उमा की। 23 दिसंबर 1995 को भागीरथ बतौर गनमैन एसडीएम सोमनाथ कंबोज के साथ डीएवी स्कूल के कार्यक्रम में मौजूद था।

आग भड़कने पर वह तीन बार एसडीएम को बाहर लेकर आया। अपनी पत्नी तथा बच्चों को आग से बचाने के लिये गये एसडीएम के पीछे चला गया। लेकिन इस बार वापिस नहीं लौटा। हालांकि हर बार आग से बचाते हुये उसने बच्चों को दीवार से बाहर फेंका। आग में खुद झुलसते हुये इस पुलिस कर्मी ने पंद्रह बच्चों को बचाया। हादसे के एक दिन बाद भागीरथ ने जख्मों का ताप न सहते हुये दम तोड़ दिया। मरणोपरांत भागीरथ की इस बहादुरी के लिये 1999 में लखनऊ में आयोजित एक समारोह में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सम्मानित किया। पति की बहादुरी का मैडल भागीरथ की पत्नी उमा ने प्राप्त किया। लेकिन राजनीतिकों तथा अफसरशाही के जुल्मों में यह मैडल दबकर रह गया है।
गर्भवती होने पर क्वार्टर से निकाला
उमा पर जुल्मों का सिलसिला 24 दिसंबर 1995 को पति की मौत के साथ ही शुरू हो गया था। उमा के दो बेटे हैं। हादसे के दौरान बड़ा बेटा बलदेव पांच साल का था। जबकि छोटा बेटा सुनील गर्भ में था। पति की मौत होते ही तीन माह से गर्भवती उमा से उसका सरकारी क्वार्टर खाली करवा लिया गया। इस हालत में सड़कों पर आई उमा को उसके परिजनों ने सहारा दिया। सरकार ने एक ओर जुल्म ढहाया। शहीद की पेंशन के रूप में उमा को महज 1045 रूपये प्रतिमाह देने शुरू कर दिये। जिसमें मेडिकल अलाऊंस, बेसिक पे शामिल थी। 1997 में यह पेंशन 1272 रूपये हो गई। दूसरी तरफ एसडीएम सोमनाथ कंबोज के आश्रितों को उनकी पूरी तनख्वाह पेंशन के रूप में मिलने लगी। इसे मुद्दा बनाते हुये वर्ष 2001-02 में उमा पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चली गई। मात्र दो हफ्तों की कार्रवाई में हाईकोर्ट ने उसके पक्ष में निर्णय सुना दिया।
खुद के विभाग ने लगा दिया एक साल
बेशक हाईकोर्ट के निर्णय ने उमा को नई ऊर्जा देने का काम किया। लेकिन भागीरथ के खुद के विभाग ने हाईकोर्ट के नियमों को मानने के लिये एक वर्ष लगा दिया। भागीरथ के परिजन इसके लिये ऊंचे ओहदे पर बैठे एक आईएएस अधिकारी से मिले। अधिकारी ने काम के बदले पचास हजार रूपये की रिश्वत मांगी। यह न देने पर उमा को मिलने वाली रकम में से 25 प्रतिशत हिस्सा मांगा। पेंशन न लेने की बात कहते हुये उमा का परिवार वापिस लौट आया। बाद में लड़-झगड़ते वर्ष 2003 में विभाग से पेंशन बढ़ौतरी वाला पत्र जारी करवाया। जिसके बाद 2004 में उमा को 1996 से बकाया चल रही पेंशन के रूप में डेढ़ लाख रूपये मिले।
2007-08 में मिलने लगा हक : विभाग से पत्र जारी होने के बावजूद उमा ने काफी लंबा संघर्ष किया। 2004 से 2008 तक उमा बैंक अधिकारियों के पास इस पत्र को लिये घूमती रही। लेकिन किसी ने एक न सुनी। संघर्ष करते-करते थक चुकी उमा का साथ उसके देवर विनोद कुमार ने दिया। विनोद ने बैंक प्रबंधकों से जवाब तलबी की तो एकाएक पेंशन शुरू हो गई। अब उमा को प्रति माह करीब 16 हजार रूपये पेंशन के रूप में मिल रहे हैं।
यूं पढ़ाया बच्चों को
उमा के अनुसार क्वार्टर से निकाले जाने के बाद उसके परिजनों ने उसकी डिलीवरी करवाई। वह पुन: डबवाली में आ गई। पेंशन राशि से किराये के मकान में रहकर अपने दोनों बच्चों को पढ़ाया। उसके दोनों बच्चे डीएवी संस्थान में पढ़े, जिसमें अग्निकांड पीडि़त परिवारों के लिये मुफ्त शिक्षा मिलती थी। घर का खर्च चलाने के लिये उसने उपमंडलाधीश कार्यालय में नौकरी की। कुछ देर बाद उससे नौकरी छीन ली गई। बाद में विवाह के समय दहेज में मिले दो पशु काम आये। उनका दूध बेचकर बच्चों की परवरिश की। इस वर्ष बड़ा बेटा बी-टेक कर गया है, जबकि छोटा बेटा बीए में दाखिल हुआ है। अदालत में हुये फैसले के बाद जो पैसा मिला, उससे घर बना लिया है।
नौकरी का वायदा पूरा करे सरकार : उमा के अनुसार मदद करने की बजाये गिरगिट की तरह राजनीतिक अपना रंग बदलते रहे हैं। वर्ष 1999 में उसे पुलिस महानिदेशक का एक पत्र प्राप्त हुआ, जिसके अनुसार पति की मौत के बाद उसके बड़े बेटे को नौकरी देने का वायदा करते हुये एक नंबर जारी करके बालिग होने पर नौकरी के लिये अप्लाई करने के लिये कहा। वर्ष 2000 में फिर एक पत्र प्राप्त हुआ। जिसमें सरकार के नियमों के फेरबदल का हवाला देते हुये पुलिस विभाग के अधिकारियों ने नौकरी देने से मना कर दिया।
अब गृह मंत्रालय में अटकी है फाईल : उमा ने बताया कि जुलाई 2014 में पुलिस विभाग ने नियमों का हवाला देते हुये उसके बेटे को पुन: मेडिकल परीक्षण देने के लिये कहा। उसके छोटे बेटे सुनील ने मेडिकल परीक्षण दिया। जिसकी फाइल अभी तक गृह मंत्रालय में अटकी हुई है। हालांकि हरियाणा की मौजूदा खट्टर सरकार ने तत्कालीन हुड्डा सरकार के निर्णयों की समीक्षा करने की बात कही है। जिससे एक बार फिर उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।


बच्चों को बचाता शहीद हुआ भाई
मेरा भाई अस्पताल में था। वह बुरी तरह से झुलसा हुआ था। मैं उसे पहचान नहीं पाया। लेकिन उसने मुझे आवाज लगाई। वह कह रहा था कि मैंने बच्चों को बचाकर अपना फर्ज अदा किया है। मैं नहीं बचूंगा। मेरी मौत की खबर मेरी उमा को न देना, वह गर्भवती है। मेरे भाई की शहादत पर बेशक सरकार ने बहादुरी का मैडल देकर सम्मानित किया। लेकिन राजनीतिकों तथा भ्रष्ट अफसरशाही ने हमेशा जुल्म किये। जो अभी तक जारी हैं।
-विनोद कुमार (भागीरथ का भाई)

युवक पर हमला हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) गांव फुल्लो में इलेक्ट्रिशियन की दुकान करने वाले सन्नी निवासी हैबूआना पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। हालत गंभीर होने पर प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने उसे सिरसा रैफर कर दिया।

ट्रेन से कटकर मरा

डबवाली (लहू की लौ) रविवार शाम को रामबाग के नजदीक डबवाली से संगरिया की ओर जा रही मालगाड़ी के नीचे आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। करीब दो घंटे तक शव पटरी के बीच पड़ा रहा। सूचना पाकर मौका पर पहुंची जीआरपी बठिंडा पुलिस ने शव को कब्जे में करके पोस्टमार्टम हेतू बठिंडा के सिविल अस्पताल में पहुंचाया। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। मृतक के गले में काले धागे में चांदी का लॉकेट डाला हुआ हे। आसमानी रंग की पेंट, सफेद नीली शर्ट, काले रंग की जर्सी पहनी हुई है। मृतक की आयु करीब 35-40 वर्ष बताई जा रही है।

एक ओर सफलता की सीढ़ी चढऩे को तैयार चकजालू

डबवाली (लहू की लौ) शिक्षा में पूर्ण साक्षर गांव अब पेयजल संरक्षण में सौ फीसदी साक्षर होने जा रहा है। गांव की पंचायत ने जनस्वास्थ्य विभाग के पास आवेदन कर 26 जनवरी 2015 से पूर्व गांव में सभी पेयजल कनेक्शन नियमित करने का दावा जताया है। अगर ऐसा हो गया तो गांव को जिला स्तर पर नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा।
जनस्वास्थ्य विभाग अपनी योजना के अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र में 85 फीसदी से ज्यादा नियमित कनेक्शन होने पर संबंधित ग्राम पंचायत को आबादी के अनुसार सम्मानित करता है। इस बार नकद इनाम के लिये गांव चकजालू की पंचायत ने दावा ठोका है। इससे पहले भी इस गांव को पूर्ण साक्षर होने का पुरस्कार मिल चुका है। हरियाणा का यह एकमात्र ऐसा गांव है जिसमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग सभी पढ़े-लिखे हैं। यहीं नहीं आज तक ग्रामीणों पर पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। न ही कोई बैंक का कर्जदार है। सौ फीसदी ग्रामीण बिजली बिल भरते हैं। गांव में कोई कच्चा घर नहीं, प्रत्येक गली पक्की है। ग्रामीण नशा नहीं करते, इसलिये शराब का ठेका भी नहीं है। यह गांव चकजालू डबवाली-ऐलनाबाद रोड़ पर स्थित है। शहर डबवाली से इसकी दूरी करीब 28 किलोमीटर है। अब जल संरक्षण की शिक्षा में अपना झंडा बुलंद करने जा रहा है। इस गांव की एक विशेषता यह भी है कि गांव के प्रत्येक घर में पेड़ है।
आवेदन पर होगा सर्वे
पंचायत के आवेदन पर एडीसी कार्यालय, बीडीपीओ कार्यालय तथा जनस्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम जल्द गांव का सर्वे करेगी। अगर 85 फीसदी से ज्यादा रेगुलर पेयजल कनेक्शन मिलेंगे तो गांव को सम्मानित किया जायेगा। गांव चकजालू खंड स्तर पर सम्मानित होने वाली पहली पंचायत होगी। हालांकि उपमंडल स्तर पर मलिकपुरा तथा टप्पी की पंचायत सम्मानित हो चुकी है।
गांव को तोहफा देने के लिये विभाग तैयार : जनस्वास्थ्य विभाग गांव चकजालू की पंचायत को तोहफा देने के मूड में है। विभाग 87 लाख रूपये की लागत से विस्तारीकरण करने के लिये तैयार है। इसके तहत गांव के जलघर में नया वाटर टैंक बनाया जायेगा। इसके साथ-साथ नई मशीनरी स्थापित की जायेगी। गांव रामगढ़ में नया बुस्टिंग बनाने की योजना है।

आबादी मुताबिक
मिलता है पुरस्कार
आबादी पुरस्कार
1000 10,000
2000 20,000
3000 30,000
4000 40,000
5000 50,000
5000 से ज्यादा 50,000


सर्वे के बाद पुरस्कार: अगर गांव चकजालू में 85 फीसदी नियमित पेयजल कनेक्शन का लक्ष्य पूरा हो गया तो पंचायत को सम्मानित किया जायेगा। पंचायत का आवेदन आया है। विभागीय टीम जांच करेगी, अगर सर्वे में पंचायत का दावा सही पाया जाता है तो पंचायत नकद पुरस्कार की हकदार होगी।
-संकेत शर्मा, एसडीई,
जनस्वास्थ्य विभाग, डबवाली

26 जनवरी से पहले हो जायेगा लक्ष्य पूरा
गांव की आबादी करीब साढ़े 900 है। 550 वोटर हैं। पेयजल कनेक्शनों को नियमित करने के लिये फार्म भरे जा रहे हैं। ग्रामीण सवाल पूछ रहे हैं कि कहीं बिल न आ जाये। अगर पेयजल का बिल न भरना पड़े तो 100 फीसदी लक्ष्य पूरा हो जायेगा। फिलहाल विभाग ने जो फार्म उपलब्ध करवाये हैं, उन्हें बांटा जा रहा है। फार्म भरवाये जा रहे हैं। 26 जनवरी से विभाग का 85 फीसदी नियमित पेयजल कनेक्शन का लक्ष्य अवश्य पूरा कर लिया जायेगा।
-देवीलाल, सरपंच
गांव चकजालू

युवक से मारपीट, अपहरण का प्रयास

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात को कलोनी रोड़ पर कुछ दबंग युवकों ने फर्टीलाईजर विक्रेता के बेटे से मारपीट करके उसका अपहरण करने का प्रयास किया। खुद को छुड़वाकर भाग रहे युवक का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। युवक डबवाली के सिविल अस्पताल में उपचाराधीन है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पहले बाहर बुलाया, फिर पीटा
फर्टीलाईजर विक्रेता अरूण बंसल ने बताया कि वह वार्ड नं. 11 की श्री अन्नपूर्णा मंदिर वाली गली में रहता है। उसका बेटा दीपक एक निजी विद्यालय में 12वीं कक्षा का छात्र है। शनिवार शाम को ट्यूशन पूरी करके वापिस घर लौटा था। कलोनी रोड़ पर स्नूकर खेल रहा था। इसी दौरान एक युवक उसे बुलाकर रोड़ पर ले आया। वहां पहले से तैयार खड़े पांच-छह युवकों ने उससे मारपीट शुरू कर दी। दीपक से जबरदस्ती करते हुये युवक उसे एक कार के नजदीक ले गये। उसके बेटे को कार में डालकर अपहरण करने का प्रयास किया। खुद को छुड़वाते हुये उसके बेटे ने भागने का प्रयास किया। युवकों ने पीछे से ईंट मारकर उसका सिर फोड़ दिया। आरोपियों में से उसका बेटा एक युवक को पहचानता है। उसके बेटे से मारपीट करके उसका अपहरण करने का प्रयास क्यूं किया गया, वह नहीं जानता। न ही उनकी किसी से दुश्मनी है।
ब्यान दर्ज करने के बाद होगी कार्रवाई-पुलिस
शहर थाना पुलिस के एसआई इंद्राज ने बताया कि दीपक की एमएलआर आई है। उसका ब्यान लेने के लिये वे सिविल अस्पताल में गये थे। अभी दीपक ब्यान देने के काबिल नहीं है। ब्यानों के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।

अस्पताल में इलाज के लिये आया बच्चा मिला हेपेटाईटिस बी पॉजीटिव

डबवाली (लहू की लौ) दस फीट गहरे गड्ढे में गिरकर उपचार के लिये सरकारी अस्पताल में पहुंचा एक पंद्रह वर्षीय बच्चा हेपेटाईटिस बी पॉजीटिव मिला है। जख्म गहरा होने के कारण फिलहाल बच्चे को सिरसा रैफर किया गया है। डबवाली सिविल अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी ने परिजनों के स्वास्थ्य जांच की बात कही है।
गांव शेरगढ़ में वडिंगखेड़ा रोड़ पर स्थित एक कॉटन फेक्टरी में कार्यरत प्रभु राम का पंद्रह वर्षीय बेटा अली सुबह करीब पांच बजे अपने पिता के लिये चाय लेकर पहुंचा था। मशीन के पट्टे में उलझने से वह दस फीट गहरे गड्ढे में जा गिरा। गंभीर रूप से घायल होने के बाद उसे उपचार के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। चिकित्सक ने उसके खून की जांच करवाने की सलाह दी। खून की जांच में हेपेटाईटिस बी पाया गया। प्रभु राम ने बताया कि उसका बेटा चौथी कक्षा का छात्र है। वह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। करीब तीन माह पूर्व ही गांव शेरगढ़ स्थित कॉटन फेक्टरी में आये हैं।
पीजीआई रोहतक रैफर होगा
सिविल अस्पताल के एसएमओ एमके भादू ने बताया कि गड्ढे में गिरने के कारण हुये जख्म का इलाज करवाने के लिये उसे सिरसा रैफर किया गया है। ब्लड जांच में हेपेटाईटिस बी पॉजीटिव मिला है। एक अन्य लैब से उसके खून की जांच करवाई जायेगी। साथ में उसके पारिवारिक सदस्यों की भी जांच होगी। हेपेटाईटिस बी का इलाज संभव है लेकिन स्थानीय स्तर पर नहीं। मरीज को हीमोग्लोबिन के इंजेक्शन लगते हैं। इसलिये उसे रोहतक स्थित पीजीआई में भेजा जायेगा।

बाईक टकराये, युवक की मौत

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात को गांव पाना के नजदीक सड़क हादसे में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि चार युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गये। घायलों को उपचार के लिये सिरसा के सामान्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। सदर थाना पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है।
गांव पन्नीवाला रूलदू निवासी 23 वर्षीय अमृतपाल उर्फ मालो अपने मित्र कुलविंद्र उफ मनु के साथ पिपली-पाना लिंक रोड़ से बाईक पर अपने गांव लौट रहा था। गांव पाना के नजदीक सामने से आई एक तेजगति बाईक के साथ जोरदार टक्कर हो गई। मौका पर ही मालो की मौत हो गई। जबकि उसके साथी मनु सहित दूसरी बाईक पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गये। गांव पाना के ग्रामीणों की सूचना पर मौका पर आई एंबुलैंस ने घायलों को उपचार के लिये औढ़ां के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिये सिरसा रैफर कर दिया। मृतक के पिता जगतार सिंह ने बताया कि उसके बेटे मालो ने पल्सर बाईक किश्तों पर ली थी। कालांवाली में बाईक की किश्त अदा करके वापिस लौट रहा था। तभी उपरोक्त हादसा हुआ।
मामले की जांच कर रहे सदर थाना पुलिस के एसआई दया कृष्ण ने बताया कि मृतक के पिता जगतार सिंह के ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है। रविवार को शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया। मृतक युवक मजदूरी करता था। दूसरी बाईक पर गांव खुईयांमलकाना निवासी गुरदीप उर्फ नूरी, राजू तथा सर्वजीत सवार थे। नूरी तथा राजू की हालत गंभीर है। दोनों सिरसा के सिविल अस्पताल में दाखिल हैं। जबकि सर्वजीत को इलाज के लिये एक निजी अस्पताल में लेजाया गया है।

गोल चौक को किया चकाचक

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को सुखमंदर सिंह देसूजोधा तथा पटवारी राकेश शर्मा ने खेत राम सेठी स्पोटर््स क्लब के बाल सदस्यों के साथ मिलकर बठिंडा चौक की सफाई कर चौक को चकाचक कर दिया। गौरतलब है कि अतिथि अध्यापक सुखमंदर सिंह ने चौक के रखरखाव के लिये चौक को गोद लिया हुआ है।

अग्निकांड स्मारक पर अखंड पाठ प्रकाश



आज होगा श्री रामायण पाठ का प्रकाश


डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अग्निकांड की 19वीं बरसी के संदर्भ में रविवार को अग्निकांड स्मारक स्थल पर श्री अखंड पाठ प्रकाश हुआ। 23 दिसंबर को बरसी पर अखंड पाठ का भोग डाला जायेगा।
फूलों से सजाया स्मारक

अग्निकांड स्मारक को फूलों से सजा दिया गया है। श्री अखंड पाठ प्रकाश के मौके पर पहुंचे युवाओं ने अग्निकांड में शहीद हुये बच्चों, महिलाओं तथा पुरूषों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अग्निकांड पीडि़त संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि सोमवार को श्री रामायण पाठ प्रकाश किये जाएंगे। जिसका भोग 23 दिसंबर को पड़ेगा। इस दिन सर्वधर्म सभा आयोजित होगी। इस मौके पर अग्निकांड पीडि़त शमशेर सिंह, सुच्चा सिंह भुल्लर, पालविंद्र शास्त्री, सुरेंद्र कालड़ा उपस्थित थे।

एक दिवसीय एनएसएस शिविर आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को गांव  अबूबशहर के रा.व.मा. विद्यालय में एनएसएस का एक दिवसीय कैम्प का आयोजन किया। जिस में +1 के 62 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
एनएसएस अधिकारी  प्रदीप पारीक ने स्वयंसेवकों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 1986 के विभिन्न प्रावधानों व शिक्षा के अधिकार की जानकारी दी। इसके बाद छात्राओं ने कमरों, बरामदों, छत्तों व प्रांगण की सफाई की। जबकि लड़कों ने विद्यालय में बिखरी ईंटों को एकत्रित किया।  पार्कों की उखड़ी ईटों को लगाया तथा खुदाई की और गुलाब व गेंदों के पौधे लगाये। विद्यालय के बाहर सड़क के दोनों ओर सफाई की।
बाद में भाषण प्रतियोगिता हुई। जिसमें शकीला प्रथम, सपना द्वितीय तथा सिमरन कौर तृतीय रहे।  लड़कों में  सुरेन्द्र कुमार प्रथम, हरपाल द्वितीय तथा सुखविन्द्र तृतीय रहे। इस मौके पर प्रवक्ता सुरजीत बिश्नोई, अनिल बिश्नोई,देवीलाल तथा बृजलाल उपस्थित थे।

नेहरू स्कूल की छात्रा ने पाया पहला स्थान

डबवाली (लहू की लौ) नेहरू सीनियर सेकंडरी स्कूल की  छात्रा प्रियंका सचदेवा ने हिसार में आयोजित डिवीजनल लेवल लीगल लिटरेसी कंपीटिशन में प्रथम पुरस्कार हासिल किया। यह कार्यक्रम19 दिसंबर को हिसार के सोफिया सीनियर सेकंडरी स्कूल में हुआ व प्रियंका सचदेवा ने स्लोगन/स्पॉट पेटिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पाया। हिसार की डीईओ मधु मित्तल व चंडीगढ़ से लीगल लिटरेसी ऑफिसर कुलवंत सिंह ने बच्चों को पुरस्कृत किया। प्रियंका को पुरस्कार में प्रमाण पत्र  व 5100 रुपए का चैक दिया गया। इन मुकाबलों में नेहरू स्कूल के छात्र मनदीप व अंकित की डॉक्यूमैंट्री फिल्म राईट ऑफ एजुकेशन की भी प्रशंसा की गई। बच्चों को आशीर्वाद देते हुए स्कूल प्रिंसीपल हरि प्रकाश शर्मा ने कहा कि बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए इस प्रकार की प्रतियोगिताएं काफी लाभदायक होती हैं। उन्होंने बताया कि बच्चों को प्रतियोगिता की तैयारी करवाने में अध्यापक सतीश शर्मा व समता जुनेजा का विशेष योगदान रहा। प्रिंसीपल हरि प्रकाश शर्मा ने बच्चों, अभिभावकों व अध्यापकों को बधाई दी। इस मौके पर जीवन सिंगला व जसविंद्र मनकू उपस्थित थे।

एक्यूप्रेशर से भी संभव है इलाज

डबवाली (लहू की लौ) योगाचार्य गोपाल कृष्ण ने कहा कि बिना दवाइयों के एक्यूप्रेशर से अनेक रोगों का नि:शुल्क ही इलाज पाया जा सकता है।
वे शनिवार देर सायं को लायन क्लब सुप्रीम मंडी डबवाली द्वारा महाराजा पैलेस में आयोजित तीन दिवसीय योग शिविर के अन्तिम दिन उपस्थित साधकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि योग, प्राणायाम तथा श्वास लेने की सही विधि अपना कर हम कई रोगों से बच सकते हैं। वहीं एक्यूप्रेशर से शरीर के मर्म स्थानों में रूकी ऊर्जा पर दबाव देकर कई रोगों का उपचार कर सकते हैं। उन्होंने मौके पर रोगियों पर इस पद्धति का उपयोग करके  उन्हें तुरन्त राहत पहुंचा कर इस का प्रदर्शन किया। उन्होंने न्यौली क्रिया भी करके दिखाई और इसके लाभ से भी अवगत करवाया।
इस मौके पर  सरवाईकिल, घुटने के दर्द, पीठ दर्द से कराह रहे करीब तीन दर्जन रोगियों को तुरन्त राहत भी मिली। उन्होंने विभिन्न प्रकार के दर्दों से मुक्ति दिलाने वाले आसन करवाये और साथ में एक्यूप्रेशर के बिंदुओं का साधकों को प्रशिक्षण भी दिया और मौके पर बिन्दुओं को दबा कर इसकी व्यवहारिकता भी बताई।

22 Dec. 2014





लेज के पैकेट से निकली पट्टी उपभोक्ता अदालत जाने की तैयारी में

डबवाली (लहू की लौ) लेज़ चिप्स का इंडिया मैजिक मसाला के पैकेट से पट्टी निकलने पर उपभोक्ता ने इसकी शिकायत कम्पनी को करके रोष जताते हुए उपभोक्ता अदालत में मामले को लेजाने की धमकी दी है।
डबवाली निवासी मोहित बागड़ी, निशांत भारद्वाज ने बताया कि उन्होंने चौधरी पम्प के पास चाय की दुकान चलाने वाले रोशन लाल से पैप्सीको इंडिया होल्डिंगस प्रा. लि. गुडग़ांव की बनी हुई लेज चिप्स का इंडिया मैजिक मसाला 55 ग्राम का पैकेट 20 रूपये मेें खरीदा। लेकिन जब इसे खोला तो उसमें से पट्टी निकली। इस पर उन्होंने रोशन लाल से ऐतराज जताया।
दुकानदार रोशन लाल ने बताया कि लेज़ के पैकेट से पट्टी निकली थी। उसने इसकी शिकायत डबवाली में वितरक बजाज ट्रेडिंग कम्पनी के तिलक बजाज को दे दी है।
इधर वितरक तिलक बजाज ने बताया कि उसे रोशन लाल की शिकायत मिली है उसने इस सारी घटना की जानकारी कम्पनी के सेल्ज ऑफिसर फतेहाबाद कपिल शर्मा को दे दी है।

कार्बन डाईआक्साईड शरीर में कैंसर रोग को जन्म देती है-गोपाल कृष्ण

डबवाली (लहू की लौ) योगाचार्य गोपाल कृष्ण ने कहा कि लोग  श्वास तो लेते हैं लेकिन जब श्वास को बाहर निकालते हैं, श्वास को बीच में ही खा जाते हैं। परिणामस्वरूप कार्बन डाईआक्साइड बाहर निकलने की अपेक्षा भीतर ही रह जाती है। यहीं कार्बन डाईआक्साईड शरीर में कैंसर जैसे कई रोगों को जन्म देती है।
वे शनिवार को लायन क्लब सुप्रीम मंडी डबवाली द्वारा महाराजा पैलेस में आयोजित तीन दिवसीय योग शिविर के अन्तिम दिन उपस्थित साधकों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्वास को गले में खाने के चलते ही, रोगी दवा लेने के बावजूद भी ठीक नहीं हो पाता बल्कि दिन प्रतिदिन और रोगी होता जाता है।
उन्होंने उज्जाई प्राणायाम के संबंध में बताया कि इसमें आवाज शंख की तरह आनी चाहिए। उनके अनुसार इससे शंखनी नाड़ी जागृत होती है। जिससे ज्ञान और विवेक प्राप्त होता है। यहीं नहीं बल्कि थायराईड, टांसल, गले के सभी रोग दूर होते हैं। दिमाग शांत होकर तेज होता है। उन्होंने बताया कि अनुलोम विलोम शरीर का टम्परेचर सम बनाता है। कपालभात्ति से डाईजिस्ट सिस्टम तेज होकर चेहरे पर तेज आता है।
इसके बाद उन्होंने सतलुज पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों और स्टॉफ को भर योग के गुर बताये। दोपहर को उन्होंने बार एसोसिएशन में वकीलों को श्वास लेने की सही विधि की जानकारी दी और विभिन्न प्रकार के प्राणायाम बताये। इस मौके पर उनके  साथ  अनन्द योग अमृत दिल्ली के ट्रस्टी आनन्द जैन तथा कल्ब के प्रधान नरेश गुप्ता, भूपेन्द्र पाहूजा, गुरदीप कामरा, संजीव कुमार, दीपक सिंगला भी थे। महाराज पैलेस में चल रहे योग शिविर में ट्रस्ट के चेयरमैन दिनेश गोयल तथा अजय जैन आईजी ने भी भाग लिया। शाम को महाराज पैलेस में लायन्ज कल्ब ने योगाचार्य गोपाल कृष्ण को सम्मानित किया।

गांव के जोहड़ से मिला लापता गमदूर सिंह का शव

डबवाली (लहू की लौ) रोड़ी में बीती 13 दिसंबर को एक शादी समारोह में आये गमदूर सिंह का शव 7 दिन बाद शनिवार को गांव के जोहड़ से बरामद हो गया। गौरतलब है कि गमदूर सिंह बीती 13 दिसंबर को रोड़ी में अपनी ससुराल पूर्व एसएस चेयरमैन शेर सिंह के घर उनके पौत्रे हरप्रीत सिंह की शादी में अपनी पत्नी के साथ आया हुआ था और वह इसी दौरान रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था। जिसके बाद परिजनों ने दो दिनों तक उसकी तालाश करने के बाद थाने में रिपोर्ट करवाई थी। इस मामले में पिछले एक सप्ताह से उसके परिजनों के अलावा पुलिस भी तालाश कर रही थी। 

जय श्री राम सेवा सदन के ग्राऊंड फ्लोर पर 13000 वर्ग फुट का लेंटर डला

डबवाली (लहू की लौ) सालासर में निर्माणाधीन जय श्री राम सेवा सदन के ग्राऊंड फ्लोर पर 13000 वर्ग फुट का लेंटर डाला जा चुका है।
सदन के प्रधान नरेन्द्र गर्ग ने बताया कि ग्राऊंड फ्लोर पर  20 कमरे, एक लंगर हाल, सत्संग हाल, किचन व मीटिंग हाल, मैनेजर रूम, बिजली कंट्रोल रूम, स्टोर बनाया जाना है। जोकि 2015 में बन कर तैयार हो जायेगा और उसे दिसम्बर 2015 में लोकार्पित कर दिया जायेगा। इस मौके पर कोषाध्यक्ष गौतम गोयल, गुरजीत सिंह दंदीवाल, कृष्ण कुमार मेहता, सौरभ गर्ग बन्टी ठेकेदार, राजकुमार बांसल डेयरी वाला, नरेश नागपाल, सुशील कुमार सुशी पेट्रो डीलर, जिले सिंह, विनोद कुमार, दीपक कुमार, अमरजीत उपस्थित थे।

कैंडल मार्च निकाल कर दी शहीद बच्चों को श्रद्धांजलि

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डबवाली (लहू की लौ) यंग सोशन वलंटियर पंजाब की मंडी किलियांवाली शाखा के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा लक्की तथा उपप्रधान अमनदीप भाऊ के नेतृत्व में पाकिस्तान में तालिवान आतंकवादियों के हाथों शहीद हुए बच्चों की याद में कैंडल मार्च निकाला।
कैंडल मार्च वाटर वक्र्स मंडी किलियांवाली से शुरू होकर डबवाली के बाजार में से होता हुआ रामलीला मैदान में समाप्त हुआ। रामलीला मैदान में वलंटियर ने दो मिनट का मौन रख कर बच्चों की आत्मिक शान्ति के लिए प्रार्थना की। इस कैंडल मार्च में विक्की आहूजा, रोहित वर्मा, संजीव कुमार, विपिन शर्मा, विक्की, सोनू ढालिया, दविन्द्र मान, लवली खरेरा शामिल हुए।

तीन लोगों की असामयिक मौत

डबवाली (लहू की लौ) बड़ागुढ़ा थाना क्षेत्र के गांव रघुआना, लकडांवाली व साहूवाला प्रथम में जहरीला पदार्थ खाने व फांसी लगाने से तीन लोगों की मौत हो गई। इस संदर्भ में पुलिस ने परिजनों के बयान पर इत्तफाकिया घटना की कार्रवाई दर्ज कर शव उनके हवाले कर दिए हैं। जानकारी मुताबिक लकड़ांवाली निवासी 35 वर्षीय हरभजन, पुत्र जंगीर सिंह ने अपने घर में अज्ञात कारणों के चलते फांसी का फंदा लगाकर इहलीला समाप्त कर ली। वहीं रघुआना निवासी 50 वर्षीय जगदेव सिंह पुत्र करतार सिंह ने कीटनाशक दवा का सेवन कर आत्महत्या कर ली तो उधर साहूवाला-प्रथम में 38 वर्षीय जसकरण पुत्र जगदेव सिंह की कीटनाशक दवा के असर से सिरसा के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। बताया जाता है कि जसकरण सिंह ने बीते बुधवार को गलती से कीटनाशक दवा वाले गिलास में शराब डालकर उसका सेवन कर लिया था। 

डाक्यूमेंट्री 'खिलते फूलÓ को मिला दूसरा पुरस्कार, स्टेट लेवल के लिए चयनित

डबवाली (लहू की लौ) राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली की लीगल लिट्रेसी सैल की ओर से बनाई गई 'खिलते फूलÓ नामक डाक्यूमेंट्री $िफल्म ने हिसार के सेंट सोफिया स्कूल में शुक्रवार को आयोजित समारोह में द्वितीय स्थान हासिल किया।
यह जानकारी देते हुए बीआरसी-कम-प्रिंसिपल सुरजीत सिंह मान ने बताया कि लीगल लिट्रेसी सैल की ओर से उन्हें अलग-अलग 10 टॉपिक दिए गए थे। उनमें से उन्होंने विशेष बच्चों के अधिकारों पर आधारित डाक्यूमेंट्री $िफल्म तैयार करवाई। जिसमें मैडम वंदना वर्मा ने पठकथा लेखन व कमेंटेटर की भूमिका निभाई है जबकि मैडम नवजोत ऋषि की डायरेक्शन है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा उनके स्कूल की 10+2 मेडिकल की प्रतिभाशाली छात्रा अमनप्रीत कौर ने सूत्रदार की भूमिका में अपनी प्रतिभा की छटा बिखेरी है। नवजोत ऋषि ने बताया कि उन्हें 5 से 8 मिनट का निर्धारित समय दिया गया था। उन्होंने मात्र साढ़े 7 मिनट की डाक्यूमेंट्री में सबकुछ दिखाने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि ब्लॉक व जिला के बाद स्टेट लेवल के लिए चयनित किया गया है। इंचार्ज वंदना वर्मा ने बताया कि सरकार की ओर से विशेष बच्चों को पेंशन, मेडिकल कैंप व सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं ताकि विशेष बच्चे भी स्कूलों तक पहुंच सकें।

पर्यावरण बचाओ प्रतियोगिता में महकप्रीत, हिमांशु, वरिया और प्राची सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी चुने गये

डबवाली (लहू की लौ) डीएवी स्कूल के प्रांगण में एलकेजी से द्वितीय कक्षा के विद्यार्थिAयों द्वारा यज्ञ प्रार्थना का आयोजन किया गया।
स्कूल की प्राचार्या सरिता गोयल ने बताया कि इस यज्ञ के करवाने का उद्देश्य  था कि बच्चों में नैतिक गुण पैदा किया जाये और बच्चों को आर्य समाज के नियमों के बारे में जागरूक करवाया जाये। बच्चों ने गायत्री मंत्र का उच्चारण किया और बहुत ध्यान से सारे मंत्र सुने और हवन कुंड में हवन सामग्री भी डाली। प्रथम कक्षा की छात्रा बेबी भाविका ने इस मौके पर बहुत सुंदर-सुंदर भजन सुनाए, इसके साथ-साथ  एलकेजी की अध्यापिका सरूचि ने भी भजन सुनाया। हवन यज्ञ का आयोजन स्कूल के अध्यापक महेन्द्र शास्त्री ने किया।
आज दूसरी और चौथी कक्षा के बच्चों के बीच भाषण प्रतियोगिता करवाई गई। पर्यावरण बचाओ प्रतियोगिता में चौथी के विद्यार्थी महकप्रीत, हिमांशु, वरिया और प्राची सर्वश्रेष्ठ चुने गये।

शहीदों की स्मृति में लगे रक्तदान शिविर में 31 ने किया रक्तदान

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के चमकौर साहिब में शहीद हुए बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह व अमर शहीद बाबा जीवन सिंह की स्मृति में शनिवार को गांव डबवाली के शिव नगर में एक भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत सहिज पाठ का भोग डाला गया एवं गत्तका पार्टी ने अपनी कला का प्रदर्शन किया।  कार्यक्रम के आयोजक भाई वरियाम सिंह ने बताया कि वह प्रत्येक वर्ष अपने गांव वासियों के पूर्ण सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन करते चले आ रहे हैं।
इस अवसर पर प्रथम बार आयोजित किए गए विशाल रक्तदान शिविर का उद्घाटन युवा रक्तदान सोसायटी के संस्थापक सुरेंद्र सिंगला ने किया। शिविर में स्वेच्छा से रक्तदान करने वाले सभी 31 रक्तदाताओं को शहीद बाबा जीवन सिंह जागृति मंच के अध्यक्ष निर्मल सिंह गंगा व उनके सहयोगी साथियों ने स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया। रक्त प्राप्त करने के लिए सिरसा के सामान्य अस्पताल के ब्लड बैंक से पहुंची चिकित्सकों की टीम ने सामान्य अस्पताल डबवाली के एसएमओ डॉ. एमके भादू के सानिध्य में रक्तप्राप्त किया। इस अवसर पर श्री गुरूद्वारा कलगीधर सिंह सभा के अध्यक्ष सुरजीत सिंह, डॉ. भीम राव अंबेडकर सभा के अध्यक्ष जगरूप सिंह, भक्त कबीर गौशाला के संचालक ज्ञानी गुरप्यार सिंह, डॉ. मदन लाल, पवन कुमार, जगदीश कुमार, मनोज कुमार लवली, भूपिंद्र कुमार, पवन निरंकारी, प्रदीप कुमार एवं मास्टर नवीन नागपाल सहित बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने समारोह में शामिल होकर शहीदों को नमन किया व गुरू का लंगर ग्रहण किया। 

इन्सान प्रभु को भुला कर माया को ही सब कुछ मान बैठा है-जरनैल सिंह

डबवाली (लहू की लौ) गांव भारूखेड़ा के डॉ. भीम राव अंबेडकर पार्क में निरंकारी मिशन के महान प्रचारक संत जरनैल सिंह सादुलशहर वालों की अध्यक्षता में विशाल निरंकारी संत समागम का आयोजन किया गया। इस समागम में भारूखेड़ा, चौटाला, साबूआना, खारा खेड़ा, संगरिया मंडी, सुकेराखेड़ा, डबवाली, लोहगढ़ व आसपास की ढाणियों से भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
अध्यक्षीय प्रवचनों में संत जरनैल सिंह ने कहा कि वर्तमान दौर में इन्सान ने प्रभु को भुला दिया है व माया को ही सब कुछ मान बैठा है। माया के वशीभूत होकर ही मिलावट, धोखेबाजी, कत्ल, झगड़े व अन्य गिरी हुई हरकतें कर रहा है। यहां तक कि छोटे-छोटे बच्चों को भी गोलियों से भूनते समय उसके हाथ नहीं कांपते। ऐसे इन्सानों में दया नाम की कोई चीज नहीं बची है व मानव, दानव बन गया है। उन्होंने समझाया कि पाप का मूल कारण अभिमान है। जब तक हम अभिमान का त्याग नहीं कर देते तब तक जीवन में आनंद व खुशी को प्राप्त नहीं कर सकते।

जल संरक्षण जागरूकता रैली निकाली

डबवाली (लहू की लौ) राजकीय माध्यमिक विद्यालय चकजालू, ग्राम पंचायत, विद्यालय प्रबंधन समिति व एसके युवा क्लब द्वारा गांव में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के तहत जल संरक्षण जागरूकता रैली निकाली गई। रैली को गांव के सरपंच देवी लाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली में शामिल बच्चों ने 'जल है तो जीवन हैÓ, ' पानी जीवन का अनमोल रत्न, इसे बचाने का करो यत्नÓ आदि नारे लगाते हुए गांव की गलियों में जाकर ग्रामीणों को जल बचाव के लिए जागरूक किया।
इससे पहले जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा विद्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यध्यापक पालविंद्र शास्त्री व अध्यापक राम निवास शास्त्री ने जलसंरक्षण विषय पर ग्रामीणों को जानकारी दी। गांव के युवा क्लब प्रधान अमरजीत प्रेरक के नेतृत्व में क्लब सदस्यों ने गांव में जाकर पानी लीकेज कर रही टूटियों को बदला। सरपंच देवीलाल व विद्यालय प्रबंधन समिति प्रधान जगदीश व यशराम ने घर-घर जाकर लोगों को पानी के सदुपयोग करने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर कर्ण सिंह, गोपाल राम, प्रेमपाल, विक्रम, ईश्वर रानी, महावीर प्रसाद, राकेश व अनिल उपस्थित थे।

आर्य समाज सदस्यों की बैठक संपन्न

स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हवन यज्ञ 23को

डबवाली (लहू की लौ)आर्य समाज सदस्यों की एक बैठक प्रधान एसके दुआ की अध्यक्षता में शुक्रवार रात्रि डॉ. एनडी वधवा के निवास पर संपन्न हुई।
सर्व प्रथम उपाध्यक्ष भारत भूषण वर्मा के आक्समिक निधन व पाक में आतंकी हमले में मारे गए स्कूली बच्चों की स्मृति में दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। तदोपरांत प्रधान एसके दुआ ने पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव के सफल आयोजन के लिए सभी सदस्यों का आभार जताया। स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस व अग्निकांड के शहीदों की स्मृति में 23 दिसंबर को प्रात: 10 बजे हवन यज्ञ व श्रद्धांजलि समारोह आयोजन का निर्णय लिया गया।  इस मौके पर डॉ. जेएस हरचंद, डॉ. रामफल आर्य, भारत मित्र आर्य, संजीव दुआ, सुदेश आर्य उपस्थित थे।

21 Dec. 2014





20 दिसंबर 2014

ठंड का पारा हुआ हाई

डबवाली के सिविल अस्पताल में मरीजों को मिलेंगे ऑन डिमांड मिलेंगे हीटर

डबवाली (लहू की लौ) ठंड
का पारा दिन-ब-दिन चढ़ रहा है। कंपकंपाती ठंड के बीच छाये घने कोहरे से सड़कों पर वाहन रेंगते हुये प्रतीत हो रहे हैं। वहीं जिंदगी की रफ्तार भी धीमी हो गई है। ठंड के प्रकोप से मरीजों को बचाने के लिये सरकारी अस्पताल में मरीजों को ऑन डिमांड हीटर की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। लेकिन पहले दिन कर्मचारी ही इस सुविधा का लाभ उठाते मिले। हालांकि एसएमओ ने कर्मचारियों को इसके लिये बैन नहीं किया है। चूंकि मरीजों का सीधा संपर्क कर्मचारियों से होता है।
अस्पताल में हीटर लगे
सरकारी अस्पताल में शुक्रवार को वार्डों को छोड़कर सभी जगह हीटर जलाये हुये थे। पहले दिन कर्मचारी ही इन हीटरों का प्रयोग करते मिले। अस्पताल में मौजूद मरीजों के तीमारदार नरेश कुमार, पूनम चंद, गिरधारी लाल, देसराज ने बताया कि ठंडी के बीच सरकारी अस्पताल में गर्म कंबल उपलब्ध करवाया जा रहा है। डिलीवरी के बाद महिलाएं वार्ड में शिफ्ट होते ही कंपकंपाती हैं। अस्पताल उन्हें महज एक कंबल उपलब्ध करवाता है। कमरों में हीटर की व्यवस्था होनी चाहिये। सरकारी अस्पताल में पहले दिन हीटर जले। लेकिन उनके पास कर्मचारी मौजूद नहीं था। यहीं नजारा सभी कमरों का था। फिजूल में जल रही बिजली की ओर किसी का ध्यान नहीं गया।
अस्पताल के एसएमओ एमके भादू ने बताया कि ठंड बढऩे के कारण अस्पताल में हीटर की व्यवस्था की गई है। अस्पताल में फिलहाल बारह हीटर हैं। हीटर को चिकित्सक, कर्मचारी भी प्रयोग कर सकते हैं। चूंकि मरीज सीधा उनके पास ही आता है। मरीजों को ऑन डिमांड हीटर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं। इसके बदले में किसी मरीज से शुल्क नहीं लिया जायेगा। फिजूल में बिजली खपत करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

पहले ठंड से लड़ें, फिर करेंगे पढ़ाई
शुक्रवार को पूरा दिन सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुये। सर्द हवाओं के साथ कोहरा गिरता रहा। जिससे ठंडक ओर बढ़ गई। ऐसी स्थिति में स्कूली बच्चों ने स्कूल में अलाव सेंक कर ठंड से छुटकारा पाने का प्रयास किया।

23 दिसंबर 1995 सात तस्वीरें, जो बन गई इतिहास

थाना प्रभारी ने सेवानिवृत्त होने के बाद खोला था राज

डबवाली (लहू की लौ) 23 दिसंबर 1995 को राजीव मैरिज पैलेस में डीएवी स्कूल के कार्यक्रम में हुये भीषण अग्निकांड में सबकुछ तहस-नहस हो गया। कार्यक्रम में फोटोग्राफी कर रहे दो युवा फोटोग्राफर अश्विनी तथा रविंद्र की मौका पर ही मौत हो गई। आग में उनके कैमरे जलने से कार्यक्रम की तस्वीरें भी खत्म हो गईं। लेकिन एक फोटोग्राफर की जेब से मिली एक रील ने ऐसी सात फोटो सामने लाई, जिसे देखने के बाद सभी की आंखें नम हो जाती हैं।
थाना प्रभारी के हाथ लगी रील
शवों की जांच करते समय तत्कालीन थाना प्रभारी प्रेमचंद शर्मा के हाथ उपरोक्त रील लगी थी। लेकिन उन्होंने इस रील को सार्वजनिक नहीं किया। पद पर रहते हुये उन्होंने रील को छुपाये रखा। सेवानिवृत्ति के बाद उस रील से डिवेल्प की हुई सात तस्वीरें सामने आई। जिसमें बच्चे मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की छटा बिखेर रहे हैं। जिस समय ये तस्वीरें सार्वजनिक हुई, उस समय अग्निकांड को दो साल बीत चुके थे। इन तस्वीरों को देखकर आज भी क्लेजा बाहर आ जाता है। ऐसा लगता है जैसे तस्वीरें कुछ कह रही हों।
फोटो मिलने के बाद उठा पर्दा
अग्निकांड पीडि़त संघ के प्रवक्ता विनोद बांसल ने बताया कि अग्निकांड में दोनों फोटोग्राफर की मृत्यु होने तथा उनके कैमरे समाप्त होने से कार्यक्रम की फोटो सामने नहीं आ पाई थीं। प्रत्येक व्यक्ति के जहन में एक ही सवाल था कि क्या कार्यक्रम की कोई फोटो नहीं रही? बच्चे ऐसा क्या कार्यक्रम दिखा रहे थे, जिसे देखने के लिये लोग इतना उत्सुक थे? क्या कार्यक्रम का कोई साक्ष्य नहीं रहा? अग्निकांड के दो साल के बाद इन सवालों से पर्दा उठ गया। थाना प्रभारी प्रेमचंद शर्मा ने ऐसी सात फोटो उपलब्ध करवाई, जिसमें बच्चे अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर रहे थे। अग्निकांड के 19 वर्षों बाद इन तस्वीरों को देखकर आज भी आंखें खुद-ब-खुद रोने लगती हैं।

सरसों लूट मामले में मुख्य आरोपी का पिता गिरफ्तार

चार आरोपियों की निशानदेही पर सरसों तथा बाईक बरामद

डबवाली (लहू की लौ) सरसों लूट मामले में शहर थाना पुलिस ने पांचवें आरोपी को गिरफ्तार किया है। इससे पह्यूर्व मामले में पकड़े गये चारों आरोपियों को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने सभी को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये। रिमांड अवधि के दौरान पुलिस ने प्रत्येक से 20-20 कट्टे सरसों तथा एक बाईक बरामद करने में सफलता अर्जित की है।
शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह तथा जांच अधिकारी एसआई इंद्राज सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी सुरजीत सिंह निवासी ढाणी चौटाला अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने लूटी गई सरसों को हिस्सों में बांटने के आरोप में उसके पिता सतपाल को गिरफ्तार किया है। आरोपी को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत में पेश करके उसका दो दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त कर लिया।

11 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिए अध्यापक संघ ने शिक्षा मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार को हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने अपनी 11 सूत्री मांगों को पूरा करने के लिये शिक्षा मंत्री रामविलास शर्मा के नाम बीईओ संत कुमार को ज्ञापन सौंपा।
शुक्रवार को संघ के शाखा अध्यक्ष बंत राज, जिला सचिव गुरमीत सिंह, ब्लाक सचिव नानक चंद, संगठन सचिव रमेश सेठी, रमेश कुमार, कृष्ण कायत, प्रेम कुमार, कुलदीप सिंह, कुलवंत सिंह, गुरतेज सिंह, अजायब सिंह के नेतृत्व में संघ सदस्य बीईओ कार्यालय के समक्ष एकत्रित हुये। अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुये बीईओ संत कुमार से मिले। उन्हें शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। बीईओ ने ज्ञापन को आवश्यक कार्रवाई के लिये उच्च अधिकारियों को भेजने का आश्वासन दिया।
ये हैं मुख्य मुद्दे
शिक्षा की गुणवत्ता के नाम पर सरकारी स्कूलों को भारती फाऊंडेशन को सौंपना गलत है, नव चयनित 9870 प्राथमिक शिक्षकों को तुरंत प्रभाव से कार्य दिया जाये, अनुबंध अध्यापकों की सेवाएं नियमित की जायें, सेवानिवृत्ति की आयु 60 वर्ष रखी जाये, पदोन्नतियां तुरंत प्रभाव से की जायें, भर्ती के समय रोस्टर प्रणाली लागू हो, प्रदेश में कानूनी वैधता प्राप्त आवेदन पत्र पर आधारित एवं पारदर्शी स्थानांतरण नीति बनाकर ही स्थानांतरण किये जायें, सभी प्रकार का बजट सत्र के आरंभ से दिया जाये, एसीपी के हजारों मामले साल भर से भी ज्यादा समय से कार्यालयों में लटके पड़े हैं, इन्हें समयबद्ध ढंग से व वरिष्ठता के आधार पर निपटाया जाये, रि इंप्लायमेंट बारे स्पष्ट नीति अपनाई जाये, स्कूलों में सफाई कर्मचारियों का प्रबंध किया जाये।

कोड वर्ड से चुना जायेगा सर्वश्रेष्ठ किसान

गांव मांगेआना के फल उत्कृष्टता केंद्र में प्रथम फल मेला 23 दिसंबर से, पहला स्थान पाने पर मिलेंगे 5100 रूपये

डबवाली (लहू की लौ) इंडो इजरायल परियोजना के तहत गांव मांगेआना में चल रहे फल उत्कृष्टता केंद्र में दो दिवसीय पहला फल मेला 23 दिसंबर से शुरू होगा। जिसमें सभी फलों की प्रदर्शनी होगी।
उत्कृष्टता केंद्र के परियोजना अधिकारी डॉ. अमर सिंह पूनियां ने बताया कि मेले में किन्नू, माल्टा, नींबू, मौसमी, अमरूद आदि फल व फल से बने उत्पादों की प्रदर्शनी लगेगी। जिसमें प्रथम, द्वितीय स्थान पाने वाले किसान को नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया जायेगा। डॉ. पूनियां के अनुसार पहले स्थान पर आने वाले किसान को 5100 रूपये तथा दूसरे स्थान पर आने वाले किसान को 2100 रूपये के साथ-साथ प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा।
24 दिसंबर को राज्य स्तरीय मेले के समापन मौके पर हरियाणा के प्रधान कृषि सचिव धनपत सिंह तथा बागवानी विभाग के महानिदेशक डॉ. अर्जुन सिंह सैनी पहुंचेंगे। मेले में राज्यभर से करीब तीन हजार किसान भाग लेंगे।
इस तरह ले सकते हैं भाग
परियोजना अधिकारी ने बताया कि मेले में आने वाला किसान एक समय में अलग-अलग फलों की एंट्री करवा सकता है। एक एंट्री में फलों की संख्या छह होगी। प्रदर्शनी के दौरान किसान के फल को एक कोड दिया जायेगा। जिसके आधार पर निर्णायक मंडल सर्वश्रेष्ठ किसान का चुनाव करेगा।

जितनी ज्यादा ऑक्सीजन मिलेगी, उतने स्वस्थ होंगे अंग

डबवाली (लहू की लौ) योगाचार्य गोपाल कृष्ण ने कहा कि शरीर को चलाने के लिए आक्सीजन की जरूरत है। अंगो को जितनी ज्यादा आक्सीजन अर्थात् प्राण ऊर्जा मिलेगी, अंग उतना ही ज्यादा स्वस्थ रहेंगे।
वे वीरवार को लायन क्लब सुप्रीम मंडी डबवाली द्वारा महाराजा पैलेस में आयोजित तीन दिवसीय योग शिविर के दूसरे दिन अपने विचार प्रकट कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौत के समय शरीर तो रहता है लेकिन उसमें अगर कुछ गायब होता है तो वह श्वास है। इंसान खाना खाये बिना कुछ दिन जिंदा रह सकता है लेकिन श्वास के बिना नहीं। इसलिए श्वास सबसे जरूरी है। इसीलिए निरोग रहने के लिए शुद्ध श्वास का शरीर में जाना और लेना आवश्यक है।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि ध्यान तथा मुद्राओं के केवल स्वास्थ्य लाभ ही नहीं पाया जा सकता। बल्कि अध्यात्मिक रहस्यों को भी जाना जा सकता है। ध्यान से कैसे शांति मिलती है और किस प्रकार हम ध्यान करके अपने जीवन में परिवर्तन लाकर प्रगति का मार्ग तेजी से पार कर सकते हैं के टिप्पस भी दिये। उन्होंने हस्त मुद्राओं से पंच तत्वों को सामान करके अपना इलाज स्वयं करने की विधि भी बताई। इसके बाद उन्होंने सतलुज पब्लिक स्कूल विद्यार्थियों और स्टॉफ को भी आहार की जानकारी दी। इस मौके पर उनके साथ  आनन्द योग अमृत दिल्ली के ट्रस्टी आनन्द जैन तथा कल्ब के प्रधान नरेश गुप्ता, भूपेन्द्र पाहूजा, गुरदीप कामरा, संजीव कुमार, दीपक सिंगला, एमएल ग्रोवर भी थे।
सायं को उन्होंने डबवाली के सिविल अस्पताल के चिकित्सकों एवं स्टॉफ को एसएमओ एमके भादू की अध्यक्षता में  श्वास  लेने की सही विधि पर आयोजित सैमीनार में श्वास लेने की तकनीकी जानकारी दी और मैडीकल साईंस के आधार पर सही श्वास लेने से किस प्रकार से शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य प्राप्त किया जा सकता है कि जानकारी दी। 

बच्चों ने जाना कैसे चलती है संसदीय कार्यप्रणाली

डबवाली (लहू की लौ) राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के एनसीसी एयरविंग कैडेट्स ने एयरविंग अधिकारी सत्यपाल जोशी के नेतृत्व में संसद भवन (पार्लियामेंट) का शैक्षिक भ्रमण किया। प्रथम चरण में कैडेट्स ने संसद म्यूजियम का अवलोकन किया। यहां उन्होंने एक डॉक्यूमेंट्री द्वारा देश को आजाद करवाने वाले अमर शहीदों व आजादी में योगदान करने वाली महिलाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा सत्ता का हस्तांतरण व आजादी के बाद चुनावों के माध्यम से होने वाले सत्ता हस्तांतरण के बारे में जाना। एयरविंग अधिकारी सत्यपाल जोशी ने बताया कि दूसरे चरण में कैडेट्स ने लोकसभा दीर्घा में बैठकर लोकसभा सत्र की चालू कार्यवाही को देखा। पक्ष व विपक्ष के नेताओं द्वारा देश के विभिन्न मुद्दों पर किए जा रहे तर्क वितर्क को ध्यान से सुना। इसे देखने के बाद कैडेट् जगदीश, हिमांशु, हनी, प्रदीप व चंद्रप्रकाश ने कहा कि संसद भवन के इस शैक्षिक भ्रमण से उन्हें देश की संसदीय कार्यप्रणाली के बारे में अहम जानकारी हासिल हुई। कैडेट्स ने नम्बर एक हरियाणा एयर स्कवाड्रन एनसीसी हिसार के कमान अधिकारी विंग कमांडर राजेश शर्मा का धन्यवाद किया एवं कहा कि उन्हीं की बदौलत जीवन में यह उपलब्धि प्राप्त हुई। भ्रमण के दौरान जूनियर वारंट ऑफिसर डी शुक्ला, सीटीओ ऊषा, सुदर्शन व अन्य कर्मचारी साथ थे। बाद में कैडेट्स ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। राजघाट के साथ-साथ कैडेट्स ने शंातिवन, शक्ति स्थल व वीर भूमि को देखा। डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से गांधी संग्रहालय के बारे में जानकारी ली। इंडिय़ा गेट, इंदिरा गांधी मैमोरियल, कुतुबमीनार, लोटस टेम्पल, नेशनल ज्यूलोजिकल पार्क व लाल किले का भ्रमण भी किया एवं अहम जानकारियां हासिल की।

20 Dec. 2014





गरीब बताकर कनेक्शन किये अब भेजा 18 माह का बिल

नये साल पर खट्टर सरकार का गरीबों को तोहफा, विरोध शुरू

डबवाली (लहू की लौ) इंदिरा गांधी पेयजल परियोजना के तहत मुफ्त में पानी पी रहे लोगों को अब पेयजल का बिल चुकाना होगा। हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर वाली सरकार ने ऐसा फरमान जारी किया है। जिसके बाद ऐसे पात्रों को 18-18 माह के बिल भेजे जा रहे हैं। सरकार के इस निर्णय से शहर के करीब चार हजार से अधिक परिवार प्रभावित होंगे।
वर्ष 2006 में हरियाणा सरकार ने इंदिरा गांधी पेयजल परियोजना का शुभारंभ किया था। जिसके तहत पानी की बर्बादी रोकने के लिये अनुसूचित जाति तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को पेयजल कनेक्शन मुहैया करवाये गये थे। साथ में स्टोरेज के लिये 200 लीटर टंकी दी गई थी। डबवाली क्षेत्र में 2010 में योजना की शुरूआत करते हुये शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में टंकिया वितरित करके कनेक्शन किये गये थे। अकेले शहर डबवाली में ऐसे कनेक्शनों की संख्या चार हजार पार है। करीब चार वर्षों तक मुफ्त पानी देने के बाद अब सरकार को ऐसे लोगों से वसूली की याद आई है। सरकार के आदेशों की पालना करते हुये जनस्वास्थ्य विभाग धड़ाधड़ बिल बांट रहा है।
लगेगा तगड़ा झटका
उपरोक्त योजना के तहत पेयजल कनेक्शनों को छोड़ दिया जाये तो जनस्वास्थ्य विभाग के करीब 9800 पेयजल कनेक्शन शहर में चल रहे हैं। इन कनेक्शन धारकों को भी 8 माह के बिल भेजे जा रहे हैं। मीटर लगे कनेक्शनों को तय रेट तथा बिना मीटर कनेक्शन धारकों को फ्लेट रेट पर बिल भेजे जा रहे हैं। सबसे खास बात यह है कि इंदिरा गांधी पेयजल योजना के तहत कनेक्शन धारकों को जो बिल भेजे जा रहे हैं, वह भी उपरोक्त नियमों के अनुसार भेजे जा रहे हैं। जिससे अनुसूचित जाति तथा गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को तगड़ा झटका लग सकता है।
आ रहे दो बिल
योजना के तहत कनेक्शन धारकों को विभाग दो बिल भेज रहा है। इस संबंध में विभाग का कहना है कि जिनके पास दो बिल जा रहे हैं, उन्होंने उपरोक्त योजना का फायदा उठाने के लिये विभाग के रिकॉर्ड में चल रहा अपना पुराना कनेक्शन नहीं बंद नहीं करवाया होगा। इस संबंध में पहले नोटिस दिया गया था।
ग्रामीण क्षेत्र में माफी, शहरियों की जेब से निकलेगा पैसा
तत्कालीन कांग्रेस सरकार में जनस्वास्थ्य मंत्री किरण चौधरी ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अनुसूचित वर्ग को कांग्रेस की ओर खींचने के मकसद से उपरोक्त योजना के तहत ग्रामीण लाभार्थियों के बिल माफ कर दिये थे। लेकिन शहरी क्षेत्र के लोगों को यह लाभ प्राप्त नहीं हुआ। जिसके चलते अब उनकी जेब हलकी होगी।
विरोध शुरू
पीएनबी के नजदीक रहने वाले चिरंजी लाल ने बताया कि विभाग ने उन्हें दो बिल भेजे हैं। जबकि उसके पास इंदिरा गांधी पेयजल योजना के नाम पर कोई कनेक्शन नहीं है। हां विभाग के कर्मचारी पानी स्टोरेज के लिये टंकी रखकर गये थे। किंतु इसका कनेक्शन नहीं किया। वह कायदे से अपने पेयजल कनेक्शन का बिल भर रहा है। नियमित कनेक्शन बिल में भी पुराना बिल जोड़ दिया गया है।

वाटर पॉलिसी के तहत भेजे बिल
वर्ष 2012 में बनी हरियाणा स्टेट अर्बन वाटर पॉलिसी के तहत बिल भेजे गये हैं। पूरा सिस्टम ऑनलाईन हो चुका है। जिसके तहत बिल बन रहे हैं। -संकेत शर्मा, एसडीई, जनस्वास्थ्य विभाग



चौकी के निकट चल रहा था जुआघर, विशेष दस्ते का छापा, सात गिरफ्तार

एक लाख 94 हजार रूपये की जुआ राशि बरामद, मामला दर्ज

डबवाली (लहू की लौ) गांव चौटाला में पुलिस चौकी के निकट चल रहे एक जुआघर पर एसपी सिरसा के विशेष दस्ते का छापा पड़ गया। दस्ते ने वहां मौजूद सात लोगों को हजारों रूपये की राशि सहित गिरफ्तार किया है। एसपी दस्ते के इस ऑपरेशन से चौटाला पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ खड़े हुये हैं।
एसपी सिरसा मितेश जैन ने नशा तथा जुआ रोकने के लिये विशेष दस्ता तैयार किया हुआ है। वीरवार को इस दस्ते को मुखबरी मिली कि गांव चौटाला स्थित एक ढाणी में सरेआम ताश पर जुआ चल रहा है। दस्ता तुरंत एक्टिव हो गया। विशेष दस्ते ने सादी वर्दी में बिना कोई शोर शराबा किये मुखबिर द्वारा बताये ठिकाने पर छापा मार लिया। छापामारी कार्रवाई की भनक तक चौटाला पुलिस को नहीं लगनी दी। मौका से सात लोगों को गिरफ्तार करके एक लाख 94 हजार रूपये की राशि बरामद की। बाद में विशेष दस्ते ने जुआ राशि सहित आरोपियों को चौटाला पुलिस को सौंप दिया।
विशेष दस्ते का नेतृत्व कर रहे नारकोटिक्स सैल सिरसा के प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि पकड़े गये आरोपियों ने अपनी पहचान गांव चौटाला निवासी जसवीर सिंह, राजेंद्र उर्फ राजू, विनोद, गांव अबूबशहर निवासी ओमप्रकाश, सुरेंद्र, संगरिया निवासी सुपिंद्र, तेजाखेड़ा निवासी राजेश के रूप में करवाई है। चौटाला पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम के तहत पर्चा दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।

अनाज मंडी के गेट पर जड़ा ताला

डबवाली (लहू की लौ) वीरवार को एक आढ़ती ने अनाज मंडी के गेट पर ताला जड़ दिया। जिससे मार्किट कमेटी कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। कुछ ही पलों में ताला खोलने के बाद मार्किट कमेटी सचिव से माफी मांग ली। जिससे मामला निबट गया।
नंबरदारा ट्रेडिंग कंपनी के सुखमंदर सिंह ने बताया कि गांव सांवतखेड़ा का किसान बलविंद्र सिंह नरमा लेकर उनकी दुकान पर आया था। लेकिन सीसीआई ने नरमा की खरीद नहीं की। जिसके चलते मजबूरीवश उन्हें गेट पर ताला जडऩा पड़ा।
मार्किट कमेटी सचिव राजीव सोलंकी ने बताया कि आढ़ती ने सरकारी खरीद एजेंसी से बदसलूकी की थी। अपनी गलती को छुपाने के लिये आढ़ती ने गेट पर ताला जड़ दिया। आढ़ती की इस हरकत पर एफआईआर करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। लेकिन आढ़ती ने अपने किये पर माफी मांग ली। जिस पर मामला निबट गया।

अवारा पशुओं के लिये बनेगी नंदीशाला

डबवाली (लहू की लौ) शहर में अवारा पशुओं के इंतजाम के प्रयास शुरू हो गये हैं। वीरवार को पहली दफा नगर परिषद कार्यालय में शहर की समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक तहसीलदार मातू राम नेहरा की अध्यक्षता में हुई। जिसमें बीडीपीओ राजेश शर्मा तथा नगर परिषद सचिव ऋषिकेश चौधरी भी उपस्थित थे।
समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रशासनिक अधिकारियों के आगे अवारा पशुओं को पकडऩे की मांग रखते हुए सुझाव दिया कि गांव डबवाली में स्थित गौशाला खाली है। वहां नंदीशाला बनाई जा सकती है। सर्वप्रथम गौशाला की मैनेजिंग कमेटी बनाकर उसे रजिस्टर्ड करवाये जाने का प्रस्ताव लाया गया। सभी ने इस पर सहमति जताई। सिरसा से आये गौशाला संघ के सदस्य अजीत सिंह ने गौशाला में जाने वाले पशुओं का रजिस्ट्रेशन करके टैग लगाये जाने का प्रस्ताव रखा। जिस पर भी सहमति बनी। फिलहाल गौशाला की प्रबंधक कमेटी के गठन का फैसला लिया गया। ताकि रजिस्ट्रेशन के बाद सरकार से मिलने वाली ग्रांट प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर विनोद बांसल, पवन गर्ग, नसीब गार्गी, राम लाल बागड़ी, शाम लाल, कर्ण कामरा, वियोगी हरि शर्मा, हरबंस भीटीवाला, दलीप चंद, मनोज शर्मा, हेमराज जिंदल, कामरेड गणपत राम उपस्थित थे।

अग्निकांड पीडि़ता ने प्रतिभा के दम पर दिया राजनीतिकों को जवाब

डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड में सौ फीसदी जलने के बाद सीमा ने अपनी दोनों टांगें गंवा दी। यहीं नहीं एक हाथ की चार अंगुली भी कट गई। इसके बावजूद डबवाली की इस बेटी ने अपना हौंसला नहीं खोया। भाईयों ने राखी के बंधन का फर्ज निभाते हुये उसकी पढ़ाई पूरी करवाई। उसके बाद हाथ थामने के लिये एक युवक आगे आया। अब उसका हमसफर हर मुश्किल में साथ दे रहा है। राजनीतिकों की ओर से दरकिनार हुई यह बेटी अपनी प्रतिभा के बल पर पंजाब के कपूरथला में बच्चों को शिक्षा दे रही है।
वर्ष 1995 में सीमा का एडमिशन बीए में हुआ था। 23 दिसंबर 1995 को डीएवी स्कूल का वार्षिक समारोह देखने के लिये सीमा अपनी भाभी प्रवीण रानी, भतीजे ऋषभ, भतीजी शैफी के साथ राजीव मैरिज पैलेस में गई। समारोह में भड़की आग के बीच उसकी भतीजी शैफी ने दम तोड़ दिया। खुद सीमा सौ फीसदी जल गई। आग ने सीमा से उसकी दोनों टांगे तथा एक हाथ की चार अंगुली छीन ली। लेकिन आगे बढऩे की हिम्मत और जज्बा ने उसे इमरजेंसी वार्ड से बाहर निकाला। उपचार के तुरंत बाद पुन: सीमा ने अपनी पढ़ाई शुरू की। पांच भाईयों की इकलौती बहन सीमा को पग-पग पर उसके भाईयों का सहयोग मिला। भाई ही थे, जिनकी वजह से उसकी पढ़ाई पूरी हो सकी। भाई ही उसे शिक्षा के मंदिर तक लेजाते और फिर वापिस घर तक लाते। अपने जख्मों को देखकर कमजोर पडऩे वाली सीमा की हौंसला अफजाई भाई ही करते। भाईयों ने सहारा दिया और सीमा वर्ष 1998 में बीएड कर गई।
नौकरी के लिये राजनीतिकों की मिन्नतें : सीमा के भाई गोल्डी बलाना ने बताया कि अग्निकांड के तुरंत बाद राजनीतिकों ने अग्निकांड पीडि़तों को नौकरी देने का वायदा किया था। इस लहजे से शिक्षा पूरी करवाने के बाद बहन को नौकरी दिलाने के लिये उन्होंने कई राजीतिकों के आगे मिन्नतें की। लेकिन कोई भी सीमा का सहारा नहीं बना। चाहे कांग्रेस हो, चाहे इनेलो, फिर चाहे भाजपा के प्रतिनिधि ही क्यों न हो। प्रत्येक ने अग्निकांड पीडि़ता की खिल्ली उड़ाई। बहन को नौकरी दिलाने के लिये कई बार चंडीगढ़ का सफर तक किया। नेता मिले, कागज लिया, शक्ल देखी और फिर वहीं आश्वासन दिया, देख लेंगे। लेकिन नौकरी नहीं दी।
कपूरथला वासी ने खुद मांगा पीडि़ता का हाथ : पंजाब के कपूरथला में आरओ की शॉप करने वाले अशोक मनचंदा पर पूरा बलाना परिवार गर्व करता है। ये वो शख्स हैं, जो वर्ष 2000-01 में सीमा का हाथ थामने के लिये स्वयं डबवाली पहुंचे। बलाना परिवार ने बिना झिझक दोनों की शादी करवा दी। विवाह बंधन में बंधने के बाद अग्निकांड पीडि़ता अपने हमसफर पर बोझ नहीं बनी। खुद आत्मनिर्भर होने का अपना सफर जारी रखा। कपूरथला में बच्चों को घर पर ट्यूशन देने लगी। इसके बाद एक निजी बैंक मे करीब दो वर्षों तक नौकरी की।
अब शिक्षक बन गई
शादी से पहले यहां भाईयों ने शिक्षा पूरी करने में मदद की, तो शादी के बाद हमसफर का साथ मिला। जिसके चलते सीमा लगातार अपनी मंजिल की ओर बढ़ती चली जा रही है। अपनी प्रतिभा के बल पर करीब एक साल पूर्व ही डबवाली की यह बेटी पंजाब में बतौर सरकारी अध्यापिका तैनात हुई है। कपूरथला से कुछ ही किलोमीटर दूर स्थित एक सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाती है। सीमा को स्कूल छोडऩे तथा वापिस लाने का कार्य उनके हमसफर अशोक मनचंदा करते हैं। स्कूली बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ यह अग्निकांड पीडि़ता अपने बेटे कुणाल की परवरिश बड़े अच्छे से कर रही है।

अग्निकांड में सौ फीसदी जलने के बाद सीमा में जोश तथा उमंग थी। बेशक मैं उसे शिक्षण संस्थान तक छोड़कर आता और वापिस घर लेजाता, इसकी भी प्रेरणा मेरी बहन थी। राजनीतिकों ने अपना वायदा पूरा नहीं किया, अग्निकांड पीडि़ता को देखकर मुंह फेरने का काम किया। उसकी बहन ने अपनी प्रतिभा के दम पर नौकरी पाई है। जिसकी वह सही हकदार है। -गोल्डी बलाना
(पीडि़ता सीमा का भाई)

शहर से बाहर जायेगी लोडिंग लाईन

डबवाली (लहू की लौ) मजदूरों की पुकार पर रेलवे करीब एक शताब्दी बाद जागा है। डबवाली रेलवे स्टेशन पर अपनी लोडिंग-अनलोडिंग लाईन को शिफ्ट करने जा रहा है। रेलवे महाप्रबंधक जयपुर से नई लोडिंग लाईन को मंजूरी मिलने के बाद अस्टीमेट बनना शुरू हो गया है। अपने इस प्रोजेक्ट पर रेलवे करीब चार करोड़ रूपये खर्च करने जा रहा है। नई लोडिंग लाईन से यहां मजदूरों को सुविधाएं मिलेंगी। वहीं शहर वासियों को जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा।
अब मुश्किल पर मुश्किल
लोडिंग लाईन शहर के बीचों-बीच होने के कारण शहर वासियों को जाम जैसी समस्या से दो-चार होना पड़ता है। स्पैशल के दौरान कलोनी रोड़ रेलवे फाटक से लेकर नई अनाज मंडी रोड़ तक ट्रकों की लंबी कतार लगने से लोग हादसों का शिकार होते हैं। यहीं नहीं फाटक पर घंटों तक जाम में फंसना पड़ता है। हर माह ऐसे दस मौके आते हैं। पूरे वर्ष में 120 बार स्पैशल लगती हैं। वहीं लोडिंग लाईन पर सुविधाएं न होने के कारण मजदूरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मजदूर बोगियों के नीचे खाना खाने को बाध्य होते हैं। गेहूं लोडिंग का कार्य देर रात तक चलना है, लेकिन रेलवे की ओर से मौका पर बिजली का पुख्ता प्रबंध नहीं है। ऐसे में मजदूरों को मोमबत्ती की रोशनी में काम चलाना पड़ता है। मजदूर लंबे समय से लोडिंग लाईन शिफ्ट करने की मांग करते आ रहे थे।
भविष्य में क्या होगा
मजदूरों की मांग पर सुनवाई करते हुये रेलवे महाप्रबंधक ने लोडिंग-अनलोडिंग लाईन को शहर से बाहर शिफ्ट करने के लिये मंजूरी दे दी है। अब यह लाईन रामबाग के नजदीक बनाई जायेगी। मंजूरी मिलने के बाद अस्टीमेट का कार्य शुरू हो गया है। करीब चार करोड़ रूपये की लागत से नई लोडिंग लाईन, प्लेटफार्म, मजदूरों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये शौचालय, पानी की व्यवस्था की जायेगी। इसके साथ-साथ मजदूरों के आराम करने के लिये रूम तथा एक कार्यालय भी बनाया जाएगा।
अतीत के झरोखे से
रेलवे पिछले करीब 100 वर्षों से वर्तमान लाईन से गेहूं की लोडिंग करवा रहा है। यहीं नहीं खाद की अनलोडिंग भी इसी लाईन से होती है। रेलवे करीब एक शताब्दी पुरानी व्यवस्था को बदलने जा रहा है। रेलवे की इस क्रांतिकारी पहल से मजदूरों के साथ-साथ शहरवासियों को फायदा मिलेगा।