24 दिसंबर 2014

विभिन्न बैंकों में 508 ऋण आवेदन पत्र लम्बित

सिरसा (लहू की लौ) हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम, सिरसा का वर्ष 2014-15 का वार्षिक लक्ष्य पूरा करवाने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त शरणदीप कौर बराड़ की अध्यक्षता में बैंक अधिकारियों की मीटिंग ली गई। मीटिंग में निगम के लक्ष्य की प्रगति व लम्बित आवेदन पत्रों की ब्रांच  वाईज समीक्षा की गई।
समीक्षा करने उपरांत पाया कि जिले में कार्यरत विभिन्न बैंकों में अनुसूचित जाति के लगभग 508 ऋण आवेदन पत्र लम्बित हैं। उन्होंने इस पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के नियम अनुसार निगम द्वारा प्रायोजित आवेदन पत्रों का निपटान 15 दिन में किया जाना अति आवश्यक है, ब्रांच मैनेजरों द्वारा लम्बे समय तक आवेदन पत्रों को लम्बित रखना नियम के विरूद्ध है।
बराड़ द्वारा समीक्षा के दौरान पाया गया कि पंजाब नैशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूको बैंक, हरियाणा ग्रामीण बैंक, ओरियन्टल बैंक ऑफ कामर्स, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, यूनियन बैंक, सैन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला, बैंक ऑफ बड़ौदा, दि सिरसा सैन्ट्रल को-ऑप्रेटिव बैंक, बैंको में लम्बे समय से आवेदन पत्र लम्बित हैं। अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा सख्त आदेश दिये गए कि शाखा प्रबंधक अनुसूचित जाति के व्यक्ति का आवेदन पत्र रद्द करने के लिए सक्षम नहीं है। आवेदन पत्र रद्द करवाने के लिए रीजनल मैनेजर की स्वीकृति आवश्यक है।
उन्होंने महाप्रबंधक दि सिरसा को-आप्रेटिव बैंक को आदेश दिये कि उनके बैंक  में सबसे अधिक 160 ऋण आवेदन पत्र लम्बित हैं। सभी ऋण आवेदन पत्रों की स्वीकृति 31 जनवरी 2015 तक करवाए व निगम का वार्षिक लक्ष्य पूरा करे। अन्य सभी बैंक अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी बैंक अपने लक्ष्य अनुसार स्वीकृति पत्र जारी करें।
 उन्होंने कहा कि अगली मीटिंग तक कोई भी आवेदन पत्र लम्बित मत रखें व सरकार की कल्याणकारी योजना का लाभ समय पर अनुसूचित जाति के व्यक्तियों को पहुंचाने में सहयोग करें।

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