सिरसा(लहू की लो) नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला औढ़ा थाना पुलिस ने गश्त व चैकिंग के दौरान गांव जंडवाला जट्टान क्षेत्र से एक व्यक्ति को 150 नशीलीं प्रतिबंधित गोलियों के साथ गिरफ्तार किया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए औढां थाना प्रभारी सब इंस्पैक्टर राजकुमार ने बताया कि पकड़े गए व्यक्ति की पहचान जोगिंदर सिंह पुत्र चेतराम निवासी जंडवाला जट्टान के रूप में हुई है। थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर दो लोगों के खिलाफ थाना औढां में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि थाना औढां पुलिस के उप निरीक्षक धर्मपाल के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव जंडवाला जट्टान क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे व्यक्ति ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त व्यक्ति को काबू कर उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जा से 150 नशीलीं प्रतिबंधित गोलियां बरामद हुईं।
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Lahoo Ki Lau
15 जून 2020
इन्दिरा नगर में नया ट्रांस्फार्मर लगाने की मांग
डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 7 के इन्दिरा नगर निवासियों ने दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मंडी डबवाली के एसडीओ को एक पत्र देकर मोहल्ला में ट्रांस्फार्मर लगाने की मांग की है।
निवासियों ने प्रार्थनापत्र में कहा है कि हमारे मोहल्ला में बिजली की वोल्टेज बहुत ही कम रहती है जिससे बच्चे अपने पढ़ाई ना कर सकते हैं और बिजली के उपकरण जैसे पंखा, कूलर, फ्रिज व पानी की मोटर आदि ना चलते हैं। गर्मी का मौसम होने के कारण सभी मोहल्ला वासियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। उनके अनुसार कम वोल्टेज के कारण बिजली के उपकरणों का खराब होने का भी डर लगा रहता है।
मोहल्ला वासियों ने अपने प्रार्थना पत्र में मोहल्ला में जल्दी बिजली का ट्रांस्फार्मर लगाकर उनकी समस्या का समाधान किया जाये।
निवासियों ने प्रार्थनापत्र में कहा है कि हमारे मोहल्ला में बिजली की वोल्टेज बहुत ही कम रहती है जिससे बच्चे अपने पढ़ाई ना कर सकते हैं और बिजली के उपकरण जैसे पंखा, कूलर, फ्रिज व पानी की मोटर आदि ना चलते हैं। गर्मी का मौसम होने के कारण सभी मोहल्ला वासियों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है। उनके अनुसार कम वोल्टेज के कारण बिजली के उपकरणों का खराब होने का भी डर लगा रहता है।
मोहल्ला वासियों ने अपने प्रार्थना पत्र में मोहल्ला में जल्दी बिजली का ट्रांस्फार्मर लगाकर उनकी समस्या का समाधान किया जाये।
25 ग्राम हेरोइन सहित कार सवार 3 आरोपी काबू
बठिंडा (लहू की लौ) चिट्टे की तस्करी के आरोप में बठिंडा सीआईए स्टाफ- 2 टीम ने 3 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। जानकारी अनुसार एसआई जगरुप सिंह ने गुप्त सूचना के आधार पर स्थानीय अर्जुन नगर के नजदीक से नाकाबंदी के दौरान मनवीर पुत्र बलविंदर सिंह निवासी जनता नगर , विशाल पुत्र सुरिंदर मोहन निवासी विशाल नगर बठिंडा व अंशुल पुत्र शलब कुमार निवासी गिदड़बाहा को 25 ग्राम हेरोईन सहित उस समय गिरफ्तार किया जब उक्त अरोपी इंडिका कार नंबर डीएल 5 सीजी-0254 में सवार होकर अर्जुन नगर के नजदीक घूम रहे थे। जिन्हें रोककर तलाशी ली गई तो उक्त आरोपियों के कब्जे से हेरोईन बरामद हुई।
वहीं पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना कैनाल में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा नंबर 132 दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
वहीं पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना कैनाल में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा नंबर 132 दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
बाबा सुंदर दास ग्रोवर ट्रस्ट ने फायर कर्मचारियों को किया सम्मानित
डबवाली (लहू की लौ) रविवार को बाबा सुन्दर दास ग्रोवर ट्रस्ट (सकता खेड़ा परिवार) ने फायर कर्मचारियों को सोशल डिस्टेंस व अन्य नियमों का पालन करते हुए सैनिटाइजऱ और मास्क देकर,फूलमाला डाल कर सम्मानित किया।
इस मौके पर ट्रस्ट के चेयरमैन सुरिंदर ग्रोवर आढ़ती ने कहा कि दमकल कर्मी अपनी जान जोखिम में डाल कर समाज के लोगो की जान व माल की सुरक्षा करते है। वास्तव में ये योद्धा भी सम्मान के योग्य है।
इस मोके पर ट्रस्ट के सचिव अमरजीत ग्रोवर, मनोहर लाल सह सचिव, सीए पुनीत ग्रोवर पीआरओ नवीन ग्रोवर कैशियर, रामनिवास ग्रोवर, धीरज ग्रोवर, सरदारी लाल ग्रोवर नवनीत ग्रोवर उपस्थित थ। इसके इलावा एसपीओ कुलदीप कुमार मोंगा(भूतपूर्व सैनिक) व बीरबल सिंह को भी नई अनाज मंडी ए ब्लाक में भी सम्मानित किया गया।
इस मौके पर ट्रस्ट के चेयरमैन सुरिंदर ग्रोवर आढ़ती ने कहा कि दमकल कर्मी अपनी जान जोखिम में डाल कर समाज के लोगो की जान व माल की सुरक्षा करते है। वास्तव में ये योद्धा भी सम्मान के योग्य है।
इस मोके पर ट्रस्ट के सचिव अमरजीत ग्रोवर, मनोहर लाल सह सचिव, सीए पुनीत ग्रोवर पीआरओ नवीन ग्रोवर कैशियर, रामनिवास ग्रोवर, धीरज ग्रोवर, सरदारी लाल ग्रोवर नवनीत ग्रोवर उपस्थित थ। इसके इलावा एसपीओ कुलदीप कुमार मोंगा(भूतपूर्व सैनिक) व बीरबल सिंह को भी नई अनाज मंडी ए ब्लाक में भी सम्मानित किया गया।
14 जून 2020
डबवाली में कोरोना के दो पॉजिटिव मिले, डाकघर के कर्मचारियों में मचा हड़कम्प
ब्लड कैंप में आया था कोरोना पॉजिटिव
डबवाली(लहू की लौ)शनिवार शाम को डबवाली के दो युवक कोरोना पॉजिटिव मिले। 11 जून को दोनों की सैंपलिंग हुई थी। कोरोना पॉजिटिव मिला युवक वार्ड नम्बर 14 स्थित अग्रवाल पीरखाना ने नजदीक गली कुम्हारा वाली का निवासी है। जबकि दूसरा वार्ड नम्बर 21 में दर्पण सिनेमा के पीछे स्थित गली गुरचरण एमसी वाली का रहने वाला है। जोकि रिटायर्ड फौजी का बेटा बताया जाता है। युवक गुरुग्राम की एक कंपनी में जॉब करता है। बताया जाता है कि दोनों दिल्ली से लौटे हैं। इनमें से एक कोरोना संक्रमित पोस्ट आफिस भी गया था। बताया जाता है कि वह पैसे निकलवाने गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डाकघर कर्मियों में हड़कम्प मच गया है। जिस कर्मी ने उससे डीलिंग की थी, वह छुट्टी पर गया है। वह मूल रूप से रोहतक का रहने वाला बताया जाता है।
ब्लड कैंप में आया था कोरोना पॉजिटिव
शनिवार को सिरसा जिला में कोरोना के आठ पॉजिटिव केस सामने आए। पहली बार हेल्थ वर्कर कोरोना पॉजिटिव मिला। जोकि सिरसा के सरकारी ब्लड बैंक का सर्वेंट बताया जाता है। एतिहात के तौर पर ब्लड बैंक बंद कर दिया गया है। डबवाली स्थित स्टोरेज सेंटर से भी ब्लड इश्यू करने पर रोक लगा दी गई है। बताया जाता है कि पिछले दिनों घुकांवाली गांव में रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर में भी उपरोक्त हेल्थ वर्कर पहुंचा था। टीम के साथ ब्लड ब्लीड करवाने में मदद की थी। उस दिन स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से टीम सदस्यों ने उसे कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कहा था। युवक ने टेस्ट करवाया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
हमारा शहर, हमारे जिम्मे
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली या अन्य प्रदेशों से आये लोग की कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति बाहर से आता है तो उसकी सूचना देना जरूरी है। दैनिक लहू की लौ भी सुधि पाठकों से अपील करता है कि अब हमारा शहर, हमारे जिम्मे है। कोई व्यक्ति हॉट स्पॉट एरिया से आता है तो उसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। इसमें सम्बन्धित परिवार के अलावा हम सबकी भलाई है।
डबवाली(लहू की लौ)शनिवार शाम को डबवाली के दो युवक कोरोना पॉजिटिव मिले। 11 जून को दोनों की सैंपलिंग हुई थी। कोरोना पॉजिटिव मिला युवक वार्ड नम्बर 14 स्थित अग्रवाल पीरखाना ने नजदीक गली कुम्हारा वाली का निवासी है। जबकि दूसरा वार्ड नम्बर 21 में दर्पण सिनेमा के पीछे स्थित गली गुरचरण एमसी वाली का रहने वाला है। जोकि रिटायर्ड फौजी का बेटा बताया जाता है। युवक गुरुग्राम की एक कंपनी में जॉब करता है। बताया जाता है कि दोनों दिल्ली से लौटे हैं। इनमें से एक कोरोना संक्रमित पोस्ट आफिस भी गया था। बताया जाता है कि वह पैसे निकलवाने गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद डाकघर कर्मियों में हड़कम्प मच गया है। जिस कर्मी ने उससे डीलिंग की थी, वह छुट्टी पर गया है। वह मूल रूप से रोहतक का रहने वाला बताया जाता है।
ब्लड कैंप में आया था कोरोना पॉजिटिव
शनिवार को सिरसा जिला में कोरोना के आठ पॉजिटिव केस सामने आए। पहली बार हेल्थ वर्कर कोरोना पॉजिटिव मिला। जोकि सिरसा के सरकारी ब्लड बैंक का सर्वेंट बताया जाता है। एतिहात के तौर पर ब्लड बैंक बंद कर दिया गया है। डबवाली स्थित स्टोरेज सेंटर से भी ब्लड इश्यू करने पर रोक लगा दी गई है। बताया जाता है कि पिछले दिनों घुकांवाली गांव में रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा लगाए गए रक्तदान शिविर में भी उपरोक्त हेल्थ वर्कर पहुंचा था। टीम के साथ ब्लड ब्लीड करवाने में मदद की थी। उस दिन स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से टीम सदस्यों ने उसे कोरोना टेस्ट करवाने के लिए कहा था। युवक ने टेस्ट करवाया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई।
हमारा शहर, हमारे जिम्मे
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार दिल्ली या अन्य प्रदेशों से आये लोग की कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। अगर कोई व्यक्ति बाहर से आता है तो उसकी सूचना देना जरूरी है। दैनिक लहू की लौ भी सुधि पाठकों से अपील करता है कि अब हमारा शहर, हमारे जिम्मे है। कोई व्यक्ति हॉट स्पॉट एरिया से आता है तो उसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को दी जाए। इसमें सम्बन्धित परिवार के अलावा हम सबकी भलाई है।
हरियाणा में महाविद्यालय में परीक्षाएं 1 जुलाई से 31 जुलाई 2020 तक आयोजित करने का निर्णय
चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने राज्य के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों तथा तकनीकी शिक्षा से जुड़े संस्थानों में अंतिम वर्ष की कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं पारंपरिक तरीके से 1 जुलाई से 31 जुलाई 2020 तक आयोजित करने का निर्णय लिया है। इन परीक्षाओं के परिणाम 7 अगस्त 2020 तक घोषित किए जाएंगे।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने उच्चतर शिक्षा विभाग तथा तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले संस्थानों के अंतिम वर्ष की कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं पहले की तरह करवाने का निर्णय लिया है, लेकिन इस दौरान भारत सरकार के गृह मंत्रालय एवं हरियाणा सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग, सैनेटाइजिंग आदि का पूर्ण रूप से अनुपालन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि परीक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों के लिए छात्रावास नहीं खोले जाएंगे, लेकिन सामाजिक दूरियों के मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा से बाहर के जो विद्यार्थी इस दौरान कोई परीक्षा नहीं दे सकते हैं तो उनके लिए पिछली सभी परीक्षाओं का औसत लिया जा सकता है या वे बाद में खुद परीक्षा में शामिल होकर परीक्षा देने या ग्रेड में सुधार के लिए विकल्प चुन सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि इंटरमीडिएट समैस्टर के सभी विद्यार्थी अगली कक्षा में प्रमोट कर दिए जाएंगे, जिसमें उनके पिछली कक्षा में प्राप्त अंकों का 50 प्रतिशत को वर्तमान समैस्टर के आंतरिक मूल्यांकन या असाइनमेंट के 50 प्रतिशत अंकों के साथ जोड़ा जाएगा। सरकार ने यह भी कहा कि यदि कोई विश्वविद्यालय कैंपस डिपार्टमैंटस के ऐसे विद्यार्थियों की परीक्षा लेने का इरादा रखता है, तो वह ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जिन विद्यार्थियों का कोई पेपरबकाया है तो उन्हें परीक्षा से छूट देकर अगले समैस्टर में प्रमोट किया जा सकता है और रि-अपीयर आगे ले जा सकते हैं।
प्रवक्ता के अनुसार प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को केवल आंतरिक मूल्यांकन की गणना के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जहां पर प्रैक्टिकल परीक्षाएं अभी तक संचालित नहीं हो पाई हैं वहां पर विद्यार्थियों की पिछली सभी प्रैक्टिकल परीक्षाओं के औसत आधार पर या पिछली समैस्टर में थ्योरी की परीक्षाओं के औसत 80 प्रतिशत अंकों का आधार माना जा सकता है, इनमें जिसमें भी अधिक अंक बनते हैं उसको आधार मान सकते हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों द्वारा अपने 'यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमैंटसÓ में एडमिशन व्यक्तिगत स्तर पर आयोजित किए जाएंगे, जबकि उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा स्नातक स्तर और स्नातकोत्तर स्तर के कॉलेजों के लिए पहले की तरह केंद्रीकृत ऑनलाइन एडमिशन किए जाएंगे।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थियों के हितों को देखते हुए हरियाणा सरकार ने उच्चतर शिक्षा विभाग तथा तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले संस्थानों के अंतिम वर्ष की कक्षा में पढऩे वाले विद्यार्थियों की परीक्षाएं पहले की तरह करवाने का निर्णय लिया है, लेकिन इस दौरान भारत सरकार के गृह मंत्रालय एवं हरियाणा सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग, सैनेटाइजिंग आदि का पूर्ण रूप से अनुपालन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि परीक्षाओं के दौरान विद्यार्थियों के लिए छात्रावास नहीं खोले जाएंगे, लेकिन सामाजिक दूरियों के मानदंडों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा से बाहर के जो विद्यार्थी इस दौरान कोई परीक्षा नहीं दे सकते हैं तो उनके लिए पिछली सभी परीक्षाओं का औसत लिया जा सकता है या वे बाद में खुद परीक्षा में शामिल होकर परीक्षा देने या ग्रेड में सुधार के लिए विकल्प चुन सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि इंटरमीडिएट समैस्टर के सभी विद्यार्थी अगली कक्षा में प्रमोट कर दिए जाएंगे, जिसमें उनके पिछली कक्षा में प्राप्त अंकों का 50 प्रतिशत को वर्तमान समैस्टर के आंतरिक मूल्यांकन या असाइनमेंट के 50 प्रतिशत अंकों के साथ जोड़ा जाएगा। सरकार ने यह भी कहा कि यदि कोई विश्वविद्यालय कैंपस डिपार्टमैंटस के ऐसे विद्यार्थियों की परीक्षा लेने का इरादा रखता है, तो वह ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जिन विद्यार्थियों का कोई पेपरबकाया है तो उन्हें परीक्षा से छूट देकर अगले समैस्टर में प्रमोट किया जा सकता है और रि-अपीयर आगे ले जा सकते हैं।
प्रवक्ता के अनुसार प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को केवल आंतरिक मूल्यांकन की गणना के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जहां पर प्रैक्टिकल परीक्षाएं अभी तक संचालित नहीं हो पाई हैं वहां पर विद्यार्थियों की पिछली सभी प्रैक्टिकल परीक्षाओं के औसत आधार पर या पिछली समैस्टर में थ्योरी की परीक्षाओं के औसत 80 प्रतिशत अंकों का आधार माना जा सकता है, इनमें जिसमें भी अधिक अंक बनते हैं उसको आधार मान सकते हैं। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालयों द्वारा अपने 'यूनिवर्सिटी टीचिंग डिपार्टमैंटसÓ में एडमिशन व्यक्तिगत स्तर पर आयोजित किए जाएंगे, जबकि उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा स्नातक स्तर और स्नातकोत्तर स्तर के कॉलेजों के लिए पहले की तरह केंद्रीकृत ऑनलाइन एडमिशन किए जाएंगे।
पंजाब-राजस्थान ने सील की सीमा, हरियाणा के सीमावर्ती इलाके की मुश्किलें बढ़ी
पंजाब-राजस्थान ने सीमा सील करके हरियााणा के सीमावर्ती इलाकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हालात यह हो गई है कि राजस्थान में आसानी से प्रवेश मिल जाएगा, लेकिन वापिस आने के लिए ई-पास लेना होगा। जो आसानी से नहीं मिलेगा। कुछ ऐसे ही हालात पंजाब ने पैदा कर दिए हैं। वीकेंड पर पंजाब खुला होगा, पर सीमाएं सील होंगी। ऐसे में जिला सिरसा खासकर डबवाली इलाके के कामकाजी लोग भी पंजाब में प्रवेश नहीं कर पा रहे। पंजाब सरकार ने साफ कर दिया है कि जरुरी होने पर ही ई-पास दिया जाएगा। ऐसे में आने वाले दिनों में सीमावर्ती इलाके के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
डबवाली(लहू की लौ)राजस्थान के बाद दूसरे पड़ौसी सूबे पंजाब ने भी सीमाएं सील कर दी हैं। पंजाब में वीकेंड पर शनिवार तथा रविवार को यह व्यवस्था लागू रहेगी। नई व्यवस्था के मुताबिक अंतरराजीय तथा अंतरजिला आवाजाही के लिए ई-पास जरुरी कर दिया गया है। इस दौरान मेडिकल इमरजेंसी में आने-जाने के लिए छूट तय की गई है। शनिवार को पहले दिन डबवाली से सटे पंजाब के जिला श्री मुक्तसर साहिब तथा बठिंडा की सीमा पर पुलिस तैनात रही। हरियाणा के लोगों की एंट्री नहीं मिली। ऐसे में लोगों ने बठिंडा या श्री मुक्तसर साहिब जाने के लिए चोर रास्तों का सहारा लिया। इधर राजस्थान की सीमा भी सील रही। लेकिन पंजाब की तरह सख्ती नहीं बरती गई। बाहरी व्यक्तियों को स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश करने दिया जा रहा था। राजस्थान से वापिस लौटने के लिए ई-पास जरुरी किया गया है।
शनिवार को बठिंडा रोड पर एएसआइ जरनैल सिंह के नेतृत्व में पुलिस तैनात थी। किसी को सीमा पार नहीं करने दी जा रही थी। डबवाली के गांव मटदादू से कार पर जा रहे छह लोगों को पुलिस ने रोक लिया। पुलिस उनका चालान काटने को तैयार हो गई। ग्रामीणों ने जब बताया कि वे किसी के अंतिम संस्कार में शरीक होने जा रहे हैं तो पुलिस ने उन्हें जाने दिया। इधर मलोट रोड पर एएसआइ गुरदीप सिंह के नेतृत्व में पुलिस नाका लगाए हुए थी। यहां जाम जैसी स्थिति दिखाई दी। ई-पास देखकर ही पुलिस ने लोगों को जाने दिया। अन्य गाड़ी चालकों को वापिस भेज दिया।
गजटिड छुट्टियों वाले दिन आवाजाही के लिए ई-पास जरुरी कर दिया गया है। शेष पांच दिनों के लिए पुरानी व्यवस्था ही रहेगी।
-जिला मजिस्ट्रेट
बी. श्रीनिवासन, बठिंडा (पंजाब)
राजस्थान में इंट्री के लिए ई-पास की जरुरत नहीं। प्रदेश से वापिस लौटने या प्रदेश के नागरिक को बाहर जाने के लिए ई-पास जरुरी है।
-एसडीएम मांगी लाल सुथार, संगरिया (राजस्थान)
डबवाली में परेशानी बढ़ा रहे पंजाब से आ रहे बेसहारा पशु
8 मई 2020 को वीसी के जरिए मुख्यमंत्री के समक्ष उठा था मुद्दा
एक माह बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर नंदीशाला ने भेजी शिकायत
डबवाली(लहू की लौ)पड़ौसी सूबे पंजाब से बेसहारा पशु लगातार डबवाली में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। मामला करीब एक माह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष उठ चुका है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इधर हालात यह हैं कि पशु हर रोज किसी को घायल कर रहे हैं। एकता नगरी की गली नं. 6 में लगातार दो मामले सामने आ चुके हैं। सिरसा रोड स्थित नंदीशाला मंडी डबवाली के प्रबंधकों ने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर कार्रवाई करने की मांग की है।
शिकायत में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने 8 मई 2020 को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हरियाणा को बेसहारा गौधन मुक्त करने, गौशालाओं तथा नंदीशालाओं के प्रबंधन में आ रही समस्याओं पर विचार किया था। इसमें यह समस्या उभरकर सामने आई थी कि यहां पर अन्य राज्यों की सीमा हरियाणा से लगती हैं, वहां पर पड़ौसी सूबों से बेसहारा गौधन हरियाणा में प्रवेश करता है। डबवाली की सीमा पंजाब से लगती है। इसलिए पंजाब राज्य से बेसहारा गौधन हरियाणा में धकेला जाता है। नंदीशाला प्रबंधकों ने शिकायत के जरिए मुख्यमंत्री को बताया है कि डबवाली से करीब एक किलोमीटर दूरी पर पंजाब पशु मंडी आयोजित करता है। यहां पर किसान पशु बेचने के लिए आते हैं। साथ ही बेसहारा पशुओं को डबवाली सीमा में छोड़ दिया जाता है। हालांकि भारत सरकार की अधिसूचना के मुताबिक अंतरराजीय सीमा के 50 किलोमीटर के भीतर कोई भी राज्य पशु मंडी का आयोजन नहीं कर सकता। इसके बावजूद पशु मंडी संचालित हो रही है।
8 मई को वीसी के जरिए यह मुद्दा सीएम हरियाणा के समक्ष उठा चुका हूं। इसके बावजूद न तो सरकार न कोई कदम उठाया, न ही विभाग ने। इसलिए मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर डबवाली की सीमा के पास लगने वाली पशु मंडी को बंद करवाने की मांग की गई है। साथ ही डबवाली शहर में आ रहे बेसहारा गौधन को रोकने के लिए प्रशासन के माध्यम से सख्त कदम उठाने के लिए मुख्यमंत्री से अपील की गई है।
-विनोद बांसल, प्रधान, नंदीशाला मंडी डबवाली
एक माह बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने पर नंदीशाला ने भेजी शिकायत
डबवाली(लहू की लौ)पड़ौसी सूबे पंजाब से बेसहारा पशु लगातार डबवाली में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। मामला करीब एक माह पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के समक्ष उठ चुका है। इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इधर हालात यह हैं कि पशु हर रोज किसी को घायल कर रहे हैं। एकता नगरी की गली नं. 6 में लगातार दो मामले सामने आ चुके हैं। सिरसा रोड स्थित नंदीशाला मंडी डबवाली के प्रबंधकों ने मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर कार्रवाई करने की मांग की है।
शिकायत में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने 8 मई 2020 को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हरियाणा को बेसहारा गौधन मुक्त करने, गौशालाओं तथा नंदीशालाओं के प्रबंधन में आ रही समस्याओं पर विचार किया था। इसमें यह समस्या उभरकर सामने आई थी कि यहां पर अन्य राज्यों की सीमा हरियाणा से लगती हैं, वहां पर पड़ौसी सूबों से बेसहारा गौधन हरियाणा में प्रवेश करता है। डबवाली की सीमा पंजाब से लगती है। इसलिए पंजाब राज्य से बेसहारा गौधन हरियाणा में धकेला जाता है। नंदीशाला प्रबंधकों ने शिकायत के जरिए मुख्यमंत्री को बताया है कि डबवाली से करीब एक किलोमीटर दूरी पर पंजाब पशु मंडी आयोजित करता है। यहां पर किसान पशु बेचने के लिए आते हैं। साथ ही बेसहारा पशुओं को डबवाली सीमा में छोड़ दिया जाता है। हालांकि भारत सरकार की अधिसूचना के मुताबिक अंतरराजीय सीमा के 50 किलोमीटर के भीतर कोई भी राज्य पशु मंडी का आयोजन नहीं कर सकता। इसके बावजूद पशु मंडी संचालित हो रही है।
8 मई को वीसी के जरिए यह मुद्दा सीएम हरियाणा के समक्ष उठा चुका हूं। इसके बावजूद न तो सरकार न कोई कदम उठाया, न ही विभाग ने। इसलिए मुख्यमंत्री को शिकायत भेजकर डबवाली की सीमा के पास लगने वाली पशु मंडी को बंद करवाने की मांग की गई है। साथ ही डबवाली शहर में आ रहे बेसहारा गौधन को रोकने के लिए प्रशासन के माध्यम से सख्त कदम उठाने के लिए मुख्यमंत्री से अपील की गई है।
-विनोद बांसल, प्रधान, नंदीशाला मंडी डबवाली
विश्व रक्तदाता दिवस विशेष
रक्तदान के प्रेमी हैं रामधन, 127 बार कर चुके हैं रक्तदान
जेबीटी नवीन नागपाल 87 तथा 77 बार रक्तदान कर चुके हैं डॉ. राजकपूर गर्ग
डबवाली(लहू की लौ) स्वेच्छिक रक्तदान की बात करें तो रोहतक के बाद सिरसा जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। अकेले डबवाली में हर वर्ष 10 हजार यूनिट रक्तदान होता है। ऐसे रक्तदाताओं में से एक है रामधन। इस इंसान को रक्तदान प्रेमी कहा जाए तो कोई अचरज नहीं होना चाहिए। डबवाली के गांव रामपुरा बिश्नोइयां का रहने वाला यह 58 वर्षीय इंसान 127 बार रक्तदान कर चुका है। खास बात यह है कि इनका ब्लड ग्रुप रेयर है। पेशे से ऑटो चालक यह इंसान रेयर ब्लड ग्रुप बी नेगेटिव होने के बावजूद 60 किलोमीटर के दायरे में रक्तदान करने पहुंच जाता है। रामधन ने वर्ष 1991 में रक्तदान की शुरुआत की थी। उन दिनों वह हनुमानगढ़ जंक्शन गया हुआ था। एक निजी अस्पताल में रक्त के अभाव में तड़प रही महिला को देखकर उसे रहा नहीं गया। चिकित्सक की प्रेरणा के बाद रामधन ने रक्तदान किया। महिला की जान बच गई। अब तक वह सिरसा, लुधियाना, चंडीगढ़, बीकानेर, जयपुर, हनुमानगढ़ के साथ-साथ इलाके में आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर में 127 बार रक्तदान कर चुका है। यह शख्स युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गया है। उसे रक्तदान करते देख रामपुरा बिश्नोईयां, रामगढ़, गोरीवाला, गंगा, झुट्टीखेड़ा के युवा रक्तदान करने लगे हैं।
रामधन की तरह उसका ऑटो भी रक्तदान के लिए प्रेरित करता है। कई तरह के स्लोगन उसने अपनी ऑटो पर लिखवाए हुए हैं। ऑटो में बैठी सवारी को बातों-बातों में वह रक्तदान करने का आह्वान करता है। इस ऑटो चालक का सीधा सा फार्मूला है कि एक व्यक्ति को रक्तदान के लिए कहोगे, वह अपने पूरे परिवार को रक्तदान के लिए कहेगा। परिवार में एक भी सदस्य जागरूक हो गया, तो पूरा परिवार रक्तदानी बन जाएगी।
रक्त से बची थी जान, अब बचा रहे दूसरों की जान
डबवाली निवासी नवीन नागपाल 87 बार रक्तदान कर चुके हैं। वे पेशे से जेबीटी हैं। उनके रक्तदाता बनने की कहानी दिलचस्प है। उनका जन्म वर्ष 1973 को फिरोजपुर (पंजाब) में हुआ था। अगर समय पर रक्त न मिलता तो जच्चे-बच्चे में से किसी की जान जा सकती थी। जब नवीन करीब 22 साल के हुए तो उनकी मां राज रानी ने इस बात का खुलासा किया। उन्होंने रक्तदान करना शुरु किया। करीब 47 वर्ष के नवीन अब तक 87 बार रक्तदान कर अजनबियों से खून का रिश्ता जोड चुके हैं। उनके वाहन पर ब्लड डोनर लिखा हुआ है, साथ ही रक्तदान का डिजिट। हर तीन माह बाद वे रक्तदान करते हैं तो डिजिट बदल जाता है। नवीन नागपाल के अनुसार, आज तक उन्हें किसी तरह की कमजोर महसूस नहीं हुई। बल्कि फायदा हुआ है, आज तक कभी बीमारी ने घर नहीं किया।
उम्र 68 साल, फिर भी रक्तदान का जज्बा बरकरार
डबवाली निवासी डॉ. राजकपूर गर्ग करीब 68 वर्ष के हो चुके हैं। वे 77 बार रक्तदान कर चुके हैं। नियमानुसार वे रक्तदान नहीं कर सकते, लेकिन उनकी इच्छा है कि मरते दम तक रक्तदान करुं। डॉ. राजकपूर गर्ग ने बताया कि 1972 में मेडिकल कॉलेज रोहतक में बी फार्मेसी के दौरान जागरुक होकर पहली बार रक्तदान किया था। तब ऐसा लगा था कि जान निकल गई है। रिफ्रेशमेंट के बाद बाजार में बहुत कुछ खाया। कुछ दिनों बाद शरीर हलका-फुलका तथा एनर्जी से भरा लगा। तब से ऐसी लगन लगी कि अब यहां भी रक्तदान कैंप लगता है तो खून देने पहुंच जाते हैं। आज तक कभी भी शरीर में तकलीफ महसूस नहीं हुई।
सिरसा जिला में सर्वाधिक समय रक्तदान करने वालों में रामधन प्रेमी, नवीन नागपाल तथा डॉ. राजकपूर गर्ग आदि 8-10 लोगों का नाम सूची में शामिल है। ये ऐसे रक्तदाता है, जो युवाओं को रक्तदान के प्रति जागरुक करते हैं।
-अश्विनी शर्मा, कार्यक्रम अधिकारी, जिला रेडक्रॉस सोसायटी सिरसा
घर से पढ़ाओ अभियान.... बच्चे ढाणी में बैठे-बैठे पढ़ें, इसलिए जेबीटी ने गिफ्ट किया एंड्रॉयड मोबाइल
पाठशाला में इकलौते टीचर हैं संजीव बिश्नोई, पहली से पांचवीं में पढ़ते हैं 15 बच्चे
डबवाली(लहू की लौ) घर से पढ़ाओ अभियान तभी कारगर साबित होगा, जब बच्चों के हाथ में एंड्रॉयड मोबाइल होगा। गांव अबूबशहर की ढाणी गुरुनानक में बनी पाठशाला में कार्यरत जेबीटी संजीव बिश्नोई ने यह बात गांठ बांधते हुए बच्चों को हजारों रुपये कीमत का एंड्रॅायड मोबाइल गिफ्ट किया है। जिसकी सहायता से पांच ढाणियों के आठ बच्चे हर रोज लाइव क्लासिज लगा रहे हैं।
दरअसल, संजीव बिश्नोई जिस पाठशाला में कार्यरत हैं। वहां पहली से पांचवीं तक 15 बच्चों ने दाखिला ले रखा है। सभी बच्चे साथ सटी ढाणियों से ताल्लुक रखते हैं। पाठशाला में वे इकलौते अध्यापक हैं। उन्होंने बच्चों को घर बैठे पढ़ाना शुरु किया तो पता चला कि आकाशदीप, दलजीत, किरणजीत, अकवीर, चंचल, लवप्रीत आदि के पास एंड्रॉयड फोन ही नहीं है। शिक्षा विभाग के अभियान को सफल करने के लिए उन्होंने बाजार से मोबाइल खरीदा। एक बच्चे के परिजनों की आइडी लेकर सिम एक्टिवेट करवा दिया। फिर क्या था, सीधे ढाणी में पहुंच गए। आठ बच्चों को एक साथ मोबाइल गिफ्ट किया। उन्हें वाट्सएप या लाइव कॉल की जानकारी दी। हर रोज शाम को आठों बच्चे एक स्थान पर इक्ट्ठे होते हैं। शाम 5 बजे लाइव क्लास लगती है। उपरोक्त प्रयास की बदौलत शिक्षा विभाग ने प्रशंसा पत्र दिया है।
पाठशाला से करीब ढाई किलोमीटर की दूरी पर पांच ढाणियां एक-दूसरे से सटी हुई हैं। ढाणियों के आठ बच्चों के परिजन सुबह ही दिहाड़ी पर चले जाते हैं, देर शाम को घर वापिस लौटते हैं। बच्चों ने समस्या उसे बताई थी। उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए मैंने एंड्रॉयड मोबाइल खरीदकर दिया है। अब बच्चों को पढऩे में कोई परेशानी नहीं हुई।
-संजीव बिश्नोई, जेबीटी
ढाणी गुरुनानक नगर पाठशाला, गांव अबूबशहर
आशा वर्करों का हर माह हो कोरोना टेस्ट : बेअंत कौर
डबवाली (लहू की लौ) नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमएस भादू के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए आशा वर्कर्स यूनियन की ओर से सीएम को पत्र भेजकर आशा वर्कर्स महिलाओं की समस्याओं का समाधान करने की मांग की गई है।आशा वर्कर्स यूनियन की प्रधान बेअंत कौर ने बताया कि हरियाणा की आशा वर्कर कोरोना महामारी से लडऩे में फ्रंट लाइन वर्कर के तौर पर कार्य कर रही हैं और बार-बार मांग पत्र भेजने पर भी उनकी मांगों की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने मांग पत्र में लिखा है कि आशा वर्कर लगातार लोगों के संपर्क में रहती हंै। इसलिए बिना किसी सिस्टम के बीच तमाम आशा वर्करों का महीने में एक बार कोविड-19 टेस्ट जरूर कराया जाए। संक्रमित आशाओं को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ आइसोलेशन कैंप में रखा जाए या अलग से आइसोलेशन कैंप बनाए जाए। आठ एक्टिविटीज पर राज्य सरकार से मिलने वाली 50 प्रतिशत इनसेंटिव दोबारा लागू किया जाए। आशाओं को अच्छी क्वालिटी के सैनिटाइजर आदि मिलने में भी समस्याएं आ रही हैं। आशा वर्करों को मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजर एवं कंटेटमेंट जोन में काम करने वाली आशा वर्कर को सभी उपकरण उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि सभी आशाओं को चार हजार रूपये जोखिम भत्ता दिया जाए एवं आशा फैसिलिटेर पहले से मिल रही प्रोत्साहन राशि में किसी तरह की कोई कटौती न की जाए।
रोहतक पीजीआई से भागे आरोपी को सीआईए सिरसा पुलिस ने धर दबोचा
राजस्थान भागने की फिराक में था आरोपी
सिरसा (लहू की लौ)जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए बीती 9 जून 2020 को सिरसा जेल से ईलाज के लिए ले जाए गए पीजीआई एम एस रोहतक से भागे आरोपी को काबू करने में सफलता हासिल की है।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए डीएसपी आर्यन चौधरी व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पैक्टर रविंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि पीजीआई रोहतक से भागे इस आरोपी को शीघ्र अति शीघ्र काबू करने के लिए पुलिस अधीक्षक सिरसा उप पुलिस महानिरीक्षक डॉ. अरूण सिंह ने सीआईए सिरसा पुलिस टीमों का गठन किया था । उन्होंने बताया कि काबू किया गया आरोपी विकास उर्फ विक्की निवासी गांव नेजियाखेड़ा जिला सिरसा को फरवरी 2020 में सीआईए सिरसा पुलिस ने 2600 नशीलें कैप्सूलों के साथ पकड़ा था। इस संबंध में आरोपी के खिलाफ नाथूसरी चौपटा थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज हुआ था और इस संबंध में वह सिरसा जेल में था।
उन्होंने बताया कि बीती 9 जून 2020 को विकास उर्फ विक्की पीजीआई रोहतक से पुलिस कस्टडी से भाग गया था। इस संबंध में थाना पीजीआई एमएस रोहतक में अभियोग दर्ज किया गया था। सिरसा पुलिस द्वारा आरोपी विकास को सिरसा जेल से पैर के ईलाज के लिए पीजीआई रोहतक ले जाया गया था। डीएसपी आर्यन चौधरी व सीआईए प्रभारी ने बताया कि पुलिस हिरासत से भागने के बाद विकास रोहतक, हांसी, हिसार, फतेहाबाद, भट्टू, चौपटा तथा ऐलनाबाद इत्यादि क्षेत्रों में घूमता रहा। उन्होंने बताया कि सीआईए सिरसा पुलिस के सहायक उप निरीक्षक तरसेम सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए आरोपी विकास को ऐलनाबाद क्षेत्र से काबू कर लिया।
डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि सहायक उप निरीक्षक तरसेम सिंह के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम को महत्वपूर्ण सूचना मिली कि विकास उर्फ विक्की ऐलनाबाद क्षेत्र में छिपा हुआ है और राजस्थान भागने की तैयारी में है। इस सूचना को पाकर सीआईए की पुलिस टीम ने उसे ऐलनाबाद से काबू कर लिया।
डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी विकास उर्फ विक्की अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। वर्ष 2015, 2016, 2017 में उसके खिलाफ राजस्थान के थाना नोहर में चोरी के अभियोग दर्ज हुए थे। वर्ष 2016 में आरोपी के खिलाफ शहर थाना सिरसा में चोरी का अभियोग तथा वर्ष 2019 में शहर थाना सिरसा में एनडीपीएस का अभियोग दर्ज हुआ था। आरोपी विकास के खिलाफ फरवरी, 2020 में नाथूसरी चौपटा थाना में एनडीपीएस का अभियोग दर्ज हुआ था और इसी मामले में वह सिरसा जेल में बंद था।
सिरसा (लहू की लौ)जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए बीती 9 जून 2020 को सिरसा जेल से ईलाज के लिए ले जाए गए पीजीआई एम एस रोहतक से भागे आरोपी को काबू करने में सफलता हासिल की है।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए डीएसपी आर्यन चौधरी व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पैक्टर रविंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से बताया कि पीजीआई रोहतक से भागे इस आरोपी को शीघ्र अति शीघ्र काबू करने के लिए पुलिस अधीक्षक सिरसा उप पुलिस महानिरीक्षक डॉ. अरूण सिंह ने सीआईए सिरसा पुलिस टीमों का गठन किया था । उन्होंने बताया कि काबू किया गया आरोपी विकास उर्फ विक्की निवासी गांव नेजियाखेड़ा जिला सिरसा को फरवरी 2020 में सीआईए सिरसा पुलिस ने 2600 नशीलें कैप्सूलों के साथ पकड़ा था। इस संबंध में आरोपी के खिलाफ नाथूसरी चौपटा थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज हुआ था और इस संबंध में वह सिरसा जेल में था।
उन्होंने बताया कि बीती 9 जून 2020 को विकास उर्फ विक्की पीजीआई रोहतक से पुलिस कस्टडी से भाग गया था। इस संबंध में थाना पीजीआई एमएस रोहतक में अभियोग दर्ज किया गया था। सिरसा पुलिस द्वारा आरोपी विकास को सिरसा जेल से पैर के ईलाज के लिए पीजीआई रोहतक ले जाया गया था। डीएसपी आर्यन चौधरी व सीआईए प्रभारी ने बताया कि पुलिस हिरासत से भागने के बाद विकास रोहतक, हांसी, हिसार, फतेहाबाद, भट्टू, चौपटा तथा ऐलनाबाद इत्यादि क्षेत्रों में घूमता रहा। उन्होंने बताया कि सीआईए सिरसा पुलिस के सहायक उप निरीक्षक तरसेम सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए आरोपी विकास को ऐलनाबाद क्षेत्र से काबू कर लिया।
डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि सहायक उप निरीक्षक तरसेम सिंह के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम को महत्वपूर्ण सूचना मिली कि विकास उर्फ विक्की ऐलनाबाद क्षेत्र में छिपा हुआ है और राजस्थान भागने की तैयारी में है। इस सूचना को पाकर सीआईए की पुलिस टीम ने उसे ऐलनाबाद से काबू कर लिया।
डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी विकास उर्फ विक्की अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। वर्ष 2015, 2016, 2017 में उसके खिलाफ राजस्थान के थाना नोहर में चोरी के अभियोग दर्ज हुए थे। वर्ष 2016 में आरोपी के खिलाफ शहर थाना सिरसा में चोरी का अभियोग तथा वर्ष 2019 में शहर थाना सिरसा में एनडीपीएस का अभियोग दर्ज हुआ था। आरोपी विकास के खिलाफ फरवरी, 2020 में नाथूसरी चौपटा थाना में एनडीपीएस का अभियोग दर्ज हुआ था और इसी मामले में वह सिरसा जेल में बंद था।
भाजपा युवा मोर्चा ने चलाया व्यक्ति जनसंपर्क अभियान, पत्रक व मॉस्क बांटे
डबवाली (लहू की लौ)केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व वाली सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूर्ण कर लिया है। इस एक वर्ष के दौरान केंद्र सरकार ने अनेक ऐसे ऐतिहासिक निर्णय लिए जिनकी कल्पना स्वतंत्र भारत में किसी भी राजनीतिक दल के साथ-साथ देश के अधिकांश नागरिकों ने भी नहीं की थी।
यह शब्द भाजपा युवा मोर्चा के मंडलाध्यक्ष विजयंत शर्मा ने बीती सायं मीना बाजार में व्यक्ति जनसंपर्क अभियान के तहत पत्रक व मॉस्क वितरित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि प्रधान सेवक मोदी ने अपना पदभार ग्रहण करने के पश्चात् अपने निर्धारित एजेंडे के तहत गरीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं एवं युवाओं के समस्त कल्याण के लिए लागू की गई योजनाओं को पुन: गति प्रदान की है।
उन्होंने बताया कि पांच सौ मॉस्क वितरित करते हुए लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के प्रति जागरुक किया।
इस मौके मनोनित पार्षद रामकिशन मेहता, पार्षद बलजीत सिंह, उपाध्यक्ष सोनू सिंगला, संजय खनगवाल, महामंत्री गोविंद प्रसाद बागड़ी, सन्नी कौशल, मास्टर गौरी शंकर, राजन टक्कर, सतीश पहूजा, जगसीर सिंह सोनी, सुखजिंद्र सिंह काला जापानी उनके साथ थे।
यह शब्द भाजपा युवा मोर्चा के मंडलाध्यक्ष विजयंत शर्मा ने बीती सायं मीना बाजार में व्यक्ति जनसंपर्क अभियान के तहत पत्रक व मॉस्क वितरित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि प्रधान सेवक मोदी ने अपना पदभार ग्रहण करने के पश्चात् अपने निर्धारित एजेंडे के तहत गरीबों, दलितों, पिछड़ों, महिलाओं एवं युवाओं के समस्त कल्याण के लिए लागू की गई योजनाओं को पुन: गति प्रदान की है।
उन्होंने बताया कि पांच सौ मॉस्क वितरित करते हुए लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के प्रति जागरुक किया।
इस मौके मनोनित पार्षद रामकिशन मेहता, पार्षद बलजीत सिंह, उपाध्यक्ष सोनू सिंगला, संजय खनगवाल, महामंत्री गोविंद प्रसाद बागड़ी, सन्नी कौशल, मास्टर गौरी शंकर, राजन टक्कर, सतीश पहूजा, जगसीर सिंह सोनी, सुखजिंद्र सिंह काला जापानी उनके साथ थे।
प्रदेश में बिना भेदभाव के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं-रणजीत सिंह
सिरसा(लहू की लौ) बिजली, जेल एवं अक्षय ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह से रानियां हलके के विभिन्न गांवों के सरपंच व सरपंच प्रतिनिधियों ने मुलाकात कर प्रदेश सरकार की नीतियों व रणजीत सिंह की कार्य प्रणाली में अपनी आस्था जताई।इस अवसर पर गांव चकराईयां के सरपंच निरवैर सिंह, गांव गिंदड़ावाली से सरपंच प्रतिनिधि जसविंदर कुमार, गांव ढाणी प्रताप सिंह के सरपंच प्रतिनिधि भगत सिंह, गांव सचसाहिबा के सरपंच प्रतिनिधि गुरुमंगत सिंह, गांव फिरोजाबाद के सरपंच प्रतिनिधि पम्मा व पूर्व जिला पार्षद फिरोजाबाद तारा चंद मौजूद थे।
सरपंच व सरपंच प्रतिनिधियों ने रणजीत सिंह को आश्वासन दिलाया कि वे भविष्य में रणजीत सिंह के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार की नीतियों के अनुरुप कार्य करते हुए हलके के विकास में पूर्ण सहयोग करेंगे। सरपंच व प्रतिनिधियों ने कहा कि रणजीत सिंह ने हमेशा ही रानियां हलके के विकास के बारे में गंभीरता से प्रयास किए हैं और उनके बिजली मंत्री बनने के बाद क्षेत्र में उत्साह का माहौल है और आमजन की उम्मीदों के अनुरुप बिजली मंत्री हलके के विकास कार्यों के लिए दिन रात तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि रणजीत सिंह उन्हें जो भी दिशा निर्देश देंगे, उनके लिए वे हमेशा तत्पर रहेंगे।
रणजीत सिंह ने उक्तसरपंच व सरपंच प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा कि जिला व रानियां हलके के विकास में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहेगी और योजनाबद्ध तरीके से विकास कार्य करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में प्रदेश में बिना भेदभाव के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं और कोरोना वायरस के चलते इस संकट की घड़ी में सरकार द्वारा तत्परता से निर्णय लेते हुए जनहित में कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गत विशाल रानियां रैली के दौरान जिला व रानियां हलके के विकास के लिए अनेकों सौगात दी है और भविष्य में विकास कार्यों में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
13 जून 2020
कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान का सनसनीखेज आरोप खरीद एजेंसियों के नाम पर एसोसिएशन ने आढ़तियों से वसूल किए थे 16 लाख रुपये
प्रति बैग 75 पैसे वसूल किया गया था चंदा, मुझे बताया जाए कि किस सरकारी अधिकारी के पास पहुंचा था पैसा और क्यों?
एसोसिएशन के पैसे का दुरुपयोग हो रहा, इसलिए प्रधान गुरदीप कामरा से मांगा हिसाब
डबवाली(लहू की लौ)कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान प्रकाश चंद बांसल ने वर्ष 2017 से लेकर अब तक का हिसाब एसोसिएशन प्रधान गुरदीप कामरा से मांगा है। बांसल के अनुसार वर्ष 2017 में जब प्रधान पद छोड़ा था, उस समय करीब 10-11 लाख रुपये एसोसिएशन फंड का हिसाब प्रधान टेकचंद छाबड़ा को दिया था। वर्ष 2019-20 में गुरदीप कामरा प्रधान बन गए थे। बांसल ने एसोसिएशन के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। मांग पत्र में पूछा है कि बताया जाए कि छाबड़ा ने एसोसिएशन का कितना फंड जमा किया था। दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान सभी साधनों से एसोसिएशन को कितनी आय हुई थी और खर्च कितना था।पूर्व प्रधान ने एसोसिएशन की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि वर्ष 2018-19 में सरकारी एजेंसियों के नाम पर गेहूं खरीदते समय कच्चे आढ़तियों से 75 पैसे प्रति कट्टा वसूल किया गया था। करीब 20 लाख गेहूं के कट्टों के बदले 16 लाख रुपये वसूल किए गए थे। बांसल ने कहा है कि उसे हिसाब दिया जाए कि किस फर्म से पैसे लिए गए तथा किस सरकारी अधिकारी को कितने-कितने पैसे कब-कब दिए गए? पूर्व प्रधान ने बताया कि सरकारी एजेंसियों के नाम पर हुई वसूली के तथ्य मेरे पास मौजूद हैं। उस दौरान मंडी के सभी आढ़तियों ने पैसे नहीं दिए थे। वे करीब एक माह से हिसाब मांग रहे हैं। पंचायती तौर पर मौखिक कहा गया कि हिसाब मिल जाएगा। अगर उन्हें समय पर एसोसिएशन का हिसाब नहीं मिला तो वे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाएंगे।
एसोसिएशन के करीब सवा सौ सदस्य ऐसे हैं, जो प्रति वर्ष 1500-1500 रुपये देते हैं। दो साल में करीब पौने चार लाख रुपये एसोसिएशन को मिलते हैं। जबकि खर्च बहुत अधिक है। अनाज मंडी में चार चौकीदार तथा एक मुनीम है। प्रति वर्ष खर्च करीब तीन लाख रुपये है। मैं अपनी जेब से खर्च कर रहा हूं। प्रकाश चंद बांसल चुनाव हार गए थे। इसलिए राजनीतिक कारणों के कारण ऐसे आरोप लगा रहे हैं। जल्द एसोसिएशन की बैठक बुलाकर पूरा हिसाब सबके सामने रख दिया जाएगा।
-गुरदीप कामरा, प्रधान कच्चा आढ़ती एसोसिएशन, डबवाली
मैंने अपने कार्यकाल के दौरान किसी आढ़ती से सरकारी खरीद एजेंसी के नाम पर चंदा उगाही नहीं की। प्रकाश चंद बांसल चुनाव हार गए थे। विपक्ष का कार्य आरोप लगाना होता है, जो वे कर रहे हैं।
-टेकचंद छाबड़ा, पूर्व प्रधान
कच्चा आढ़ती एसोसिएशन, डबवाली
गंदगी से घुट रहा दम, हमें इच्छा मृत्यु दे दो
डबवाली(लहू की लौ)गांव चौटाला में अध्यापक पिता-पुत्र टॉयलेट का मल गली में बहा रहे हैं। ऐसे में लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। शुक्रवार को डबवाली पहुंचे ग्रामीणों ने एसडीएम डॉ. विनेश कुमार को शिकायत देते हुए इच्छा मृत्यु मांग ली। ग्रामीण रामकुमार, राजेंद्र, दीपचंद, कृष्ण, राकेश फागोडिया ने बताया कि बदबूदार वातावरण से उनका खाना-पीना, सोना सब हराम हो गया है। भाईचारा न बिगड़े इसलिए चौटाला पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पूरी गली के लोग तनाव में हैं, कभी भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। घुट-घुटकर मरने से अच्छा है कि हमें इच्छा मृत्यु दे दें या फिर उक्त पिता-पुत्र के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करके न्याय दिलाएं। एसडीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बीडीपीओ को कार्रवाई करने के आदेश दिए। बीडीपीओ ने ग्राम सचिव से रिपोर्ट तलब की है।
फर्जी दस्तावेज से जमीन बेचने का झांसा दे 4 लाख ठगे,केस दर्ज
वर्ष 2017 में किया था जमीन का सौदा, इकरारनामा के बाद आरटीजीएस के जरिए आरोपित को दिए गए थे पैसे
डबवाली(लहू की लौ)फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन बेचने का झांसा देकर चार लाख रुपये ठगने का मामला सामने आया है। शहर थाना पुलिस ने उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी विनय शर्मा की अदालत के आदेश पर गांव मौजगढ़ निवासी सुखदेव सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया है। डबवाली निवासी शिकायतकर्ता संदीप कुमार के अनुसार सुखदेव ने गांव मौजगढ़ में 8 कनाल जमीन का सौदा 3 मई 2017 को 10.25 लाख रुपये में किया था। आरोपित ने खुद को उपरोक्त जमीन का मालिक बताया था। सौदा होने के बाद उसने आरटीजीएस के जरिए 4 लाख रुपये दे दिए। जमीन की रजिस्टरी 3 मई 2018 को तय की गई थी। इसके लिए उसने जमीन पर बैंक का लोन होना बताया था। 1 मई 2018 को उक्त उसके पास आया, वह बोला कि उसने बैंक का लोन नहीं भरा है। जमीन की रजिस्टरी की तारीख 30 नवंबर 2018 तय हो गई। इस संबंधी इकरारनामा के पीछे लिखित हुई थी। इकरारनामा की शर्तों के मुताबिक वह तय तिथि को सब रजिस्ट्रार डबवाली के कार्यालय में पहुंचा था। लेकिन आरोपित नहीं आया।शिकायतकर्ता के अनुसार 17 जुलाई 2019 को वह भूपिंद्र सेठी निवासी डबवाली के साथ आरोपित के पास गया था। उन्हें देखकर आरोपित तैश में आ गया। सुखदेव सिंह ने कहा कि जिस जमीन का इकरारनामा किया है, उसका वह मालिक नहीं है। शिकायतकर्ता के अनुसार वर्ष 2017-18 की नई जमाबंदी व इंतकाल नं. 3773 की नकल ली तो पता चला कि आरोपित सुखदेव जमीन का मालिक ही नहीं है। उपरोक्त जमीन को अपने भाईयों के नाम डिग्री करवा चुका है।
पुलिस ने सुनवाई नहीं की, कहा-अदालत में जाओ
शिकायतकर्ता के अनुसार 25 जुलाई 2019 को शहर थाना डबवाली में शिकायत दर्ज करवाई थी। पुलिस आरोपित को बुलाने की बात करती रही। बाद में कहने लगी कि चुनाव में व्यस्त है। चुनाव के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। 23 नवंबर 2019 को इस संबंध में एसपी सिरसा के पास शिकायत दर्ज करवाई गई थी। उन्होंने सदर थाना डबवाली के पास कार्रवाई के लिए शिकायत भेज दी थी। लेकिन वहां भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने साफ कहा कि वह अदालत में चला जाए। आरोपित ने अदालत को बताया कि आरोपित ने साजिश रचकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उससे चार लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। अदालत ने इस्तगासा पर सुनवाई करते हुए पुलिस को केस दर्ज करने के आदेश दिए।
भारी मात्रा में गांजा और प्रतिबंधित नशीली सिरप जब्त
चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा पुलिस द्वारा ड्रग्स और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नूंह जिला से 127 किलो 800 ग्राम गांजा और 4800 बोतल प्रतिबंधित नशीली सिरप जब्त की गई हैं।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम तैयार करके तहसीलदार के साथ गांव भाजलाका के मकान पर रेड की तो तलाशी लेने पर पुलिस को सात प्लास्टिक बैग में कुल 127 किलो 800 ग्राम गांजा बरामद हुआ। हालांकि, पुलिस को आता देखकर घर के सभी सदस्य भागने में कामयाब रहे।
सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को भेजा गया है। जल्द ही सभी सलाखों में होंगे।
एक अन्य मामले में, नूंह में एक पिकअप वाहन से 4800 बोतल प्रतिबंधित नशीली सिरप जब्त करने के बाद पुलिस टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस टीम ने सिविल अस्पताल, पुन्हाना रोड़ के पास नाकाबंदी कर होडल की तरफ से आ रहे यूपी रजिस्ट्रेशन नंबर वाले एक वाहन को रोककर तलाशी ली तो उसमें 40 गत्ते की पेटियों में कुल 4800 बोतल नशीली सिरप (वेलसीरेक्स और क्लोरोमाइन फॉस्फेट), जो कि प्रतिबंधित दवा है, बरामद हुई।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा निवासी के रूप में हुई है।
पुलिस ने गांजा व नशीली दवाई को कब्जे में लेकर इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ तावडू और पुन्हाना पुलिस थानों में एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए हैं और आगे की जांच जारी है।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर एक टीम तैयार करके तहसीलदार के साथ गांव भाजलाका के मकान पर रेड की तो तलाशी लेने पर पुलिस को सात प्लास्टिक बैग में कुल 127 किलो 800 ग्राम गांजा बरामद हुआ। हालांकि, पुलिस को आता देखकर घर के सभी सदस्य भागने में कामयाब रहे।
सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम को भेजा गया है। जल्द ही सभी सलाखों में होंगे।
एक अन्य मामले में, नूंह में एक पिकअप वाहन से 4800 बोतल प्रतिबंधित नशीली सिरप जब्त करने के बाद पुलिस टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। एक गुप्त सूचना के आधार पर, पुलिस टीम ने सिविल अस्पताल, पुन्हाना रोड़ के पास नाकाबंदी कर होडल की तरफ से आ रहे यूपी रजिस्ट्रेशन नंबर वाले एक वाहन को रोककर तलाशी ली तो उसमें 40 गत्ते की पेटियों में कुल 4800 बोतल नशीली सिरप (वेलसीरेक्स और क्लोरोमाइन फॉस्फेट), जो कि प्रतिबंधित दवा है, बरामद हुई।
पकड़े गए आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के जिला मथुरा निवासी के रूप में हुई है।
पुलिस ने गांजा व नशीली दवाई को कब्जे में लेकर इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ तावडू और पुन्हाना पुलिस थानों में एनडीपीएस अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए हैं और आगे की जांच जारी है।
मेरे पर दर्ज हुआ झूठा मामला, पुलिस मामले की जांच करवाए
डबवाली(लहू की लौ)वार्ड नं. 14 निवासी संदीप उर्फ सन्नी ने डीएसपी कार्यालय में सात लोगों के खिलाफ शिकायत दी है। उसका कहना है कि 6-7 जून की रात को समय करीब रात 12 बजे वह अपनी मौसी के घर जा रहा था। रास्ते में उसे भारत ने आवाज दी तो वह रुक गया। भारत तथा उसके साथ आए कुछ लोग उसे जबरदस्ती उठाकर भारत के घर ले गए। वहां उसे पीटने लगे। लोहे की रॉड उसके सिर पर दे मारी। आरोपितों ने मौका पर पुलिस बुला ली। उसके खिलाफ झूठा मुकद्दमा दर्ज करवा दिया। उसे करीब आधा घंटा शहर थाना में रखा गया, तबियत ज्यादा खराब होने पर परिवार वालों को बुलाकर सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। शिकायतकर्ता के अनुसार पुलिसकर्मी उसका बयान दर्ज कर ले गया था, लेकिन आरोपितों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। सन्नी ने केस नं. 205 की पूर्ण जांच करवाने की मांग की है।
अबूबशहर में गाड़ी चोरी, केस दर्ज
डबवाली(लहू की लौ)गांव अबूबशहर में घर के बाहर खड़ी बोलेरो पिकअप गाड़ी चोरी होने का मामला सामने आया है। गाड़ी मालिक की शिकायत पर चौटाला पुलिस ने केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है। गांव अबूबशहर निवासी कर्ण कुमार ने बताया कि उसने सफेद रंग की बोलेरो पिकअप 9 जून को घर के सामने गली में खउ़ी की थी। जिसे रात को अज्ञात व्यक्ति चुरा ले गया।
पीटीआइ ने दिया सांकेतिक धरना, कहा-सरकार सहानुभूति दिखाए, अन्यथा आंदोलन के लिए तैयार रहे
पीटीआइ ने 15 जून से सिरसा में क्रमिक अनशन शुरु करने की चेतावनी दी
डबवाली(लहू की लौ)हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति ने 1983 पीटीआइ अध्यापकों की सेवाएं पुन: बहाल करने की मांग करते हुए डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सांकेतिक धरना दिया। पीटीआइ को एसकेएस हरियाणा, रोड़वेज कर्मचारी यूनियन, आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन, भवन निर्माण कामगार, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ तथा रिटायर्ड कर्मचारी यूनियन का समर्थन मिला। बाद में मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री हरियाणा के नाम खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार मेहता को ज्ञापन सौंपा गया। धरनारत लोगों ने विधायक अमित सिहाग को भी मांग पत्र सौंपकर न्याय के लिए आवाज़ उठाने की मांग रखी।
आंदोलनकारी समिति ने शिक्षा निदेशालय पर उच्चतम न्यायालय के आदेशों की अवमानना करने का आरोप लगाया है। समिति के अनुसार 1983 पीटीआइ अध्यापकों को पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में नियुक्ति मिली थी। राजनीति का शिकार बनाते हुए नौकरी से निकाला गया है। चूंकि उपरोक्त अध्यापकों की तीन-चार बार पूरी पड़ताल हो चुकी है। कोई कर्मचारी दोषी नहीं पाया गया, न्यायालयों में चले केसों में भी कोई अध्यापक दोषी साबित नहीं हुआ। इसके विपरीत कर्मचारी चयन आयोग द्वारा अपनाई गई भर्ती प्रक्रिया में खामियां उजागर हुई हैं। अध्यापकों ने कहा कि अगर हम दोषी साबित नहीं हुए तो सजा के हकदार कैसे हुए? आयोग की लापरवाही की सजा उन्हें क्यों दी जा रही है। समिति ने कहा कि हरियाणा सरकार 1983 परिवारों के प्रति सहानुभूति व मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सेवा को पुन: बहाल करके उन्हें सेवा सुरक्षा प्रदान करे। साथ ही समिति ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनके हित में कदम नहीं उठाया तो वह आंदोलन के लिए तैयार रहे।
समिति के अनुसार 15 जून से जिला सचिवालय में सभी कर्मचारियों के सहयोग से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ के सुभाष ढाल, हरियाणा अध्यापक संघ से गुरमीत सिंह, नानक चंद, कृष्णकांत, कालूराम, रोड़वेज से पृथ्वी सिंह चाहर, आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन से वीरपाल कौर, मिड डे मील से राजरानी राज्य उपप्रधान, रिटायर कर्मचारी संघ से मंगल सिंह, पीटीआई अध्यापक संघ से कालूराम, गुरमीत सिंह राज्य उपप्रधान मौजूद थे।
डबवाली(लहू की लौ)हरियाणा शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति ने 1983 पीटीआइ अध्यापकों की सेवाएं पुन: बहाल करने की मांग करते हुए डबवाली के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में सांकेतिक धरना दिया। पीटीआइ को एसकेएस हरियाणा, रोड़वेज कर्मचारी यूनियन, आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन, भवन निर्माण कामगार, हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ तथा रिटायर्ड कर्मचारी यूनियन का समर्थन मिला। बाद में मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री हरियाणा के नाम खंड मौलिक शिक्षा अधिकारी राजकुमार मेहता को ज्ञापन सौंपा गया। धरनारत लोगों ने विधायक अमित सिहाग को भी मांग पत्र सौंपकर न्याय के लिए आवाज़ उठाने की मांग रखी।
आंदोलनकारी समिति ने शिक्षा निदेशालय पर उच्चतम न्यायालय के आदेशों की अवमानना करने का आरोप लगाया है। समिति के अनुसार 1983 पीटीआइ अध्यापकों को पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंद्र सिंह हुड्डा की सरकार में नियुक्ति मिली थी। राजनीति का शिकार बनाते हुए नौकरी से निकाला गया है। चूंकि उपरोक्त अध्यापकों की तीन-चार बार पूरी पड़ताल हो चुकी है। कोई कर्मचारी दोषी नहीं पाया गया, न्यायालयों में चले केसों में भी कोई अध्यापक दोषी साबित नहीं हुआ। इसके विपरीत कर्मचारी चयन आयोग द्वारा अपनाई गई भर्ती प्रक्रिया में खामियां उजागर हुई हैं। अध्यापकों ने कहा कि अगर हम दोषी साबित नहीं हुए तो सजा के हकदार कैसे हुए? आयोग की लापरवाही की सजा उन्हें क्यों दी जा रही है। समिति ने कहा कि हरियाणा सरकार 1983 परिवारों के प्रति सहानुभूति व मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सेवा को पुन: बहाल करके उन्हें सेवा सुरक्षा प्रदान करे। साथ ही समिति ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनके हित में कदम नहीं उठाया तो वह आंदोलन के लिए तैयार रहे।
समिति के अनुसार 15 जून से जिला सचिवालय में सभी कर्मचारियों के सहयोग से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा। इस मौके पर सर्व कर्मचारी संघ के सुभाष ढाल, हरियाणा अध्यापक संघ से गुरमीत सिंह, नानक चंद, कृष्णकांत, कालूराम, रोड़वेज से पृथ्वी सिंह चाहर, आंगनवाड़ी वर्कर यूनियन से वीरपाल कौर, मिड डे मील से राजरानी राज्य उपप्रधान, रिटायर कर्मचारी संघ से मंगल सिंह, पीटीआई अध्यापक संघ से कालूराम, गुरमीत सिंह राज्य उपप्रधान मौजूद थे।
गलियों के निर्माण के लिए विधायक ने उपायुक्त से की मुलकात
विधायक की उपायक्त से मुलाकात के चलते वार्ड वासियों को बंधी आस
डबवाली(लहू की लौ)हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने उपायुक्त सिरसा से मिलकर वार्ड नं. 21 की गलियों का निर्माण करवाने की मांग की है। इन गलियों के निर्माण की मांग काफी समय से वार्ड वासी कर रहे थे। विधानसभा सत्र से पहले विधायक ने उपायुक्त से मिल शहर की विभिन्न गलियों के निर्माण, स्ट्रीट लाइट एवम् कूड़ा प्रबंधन की मांग रखी थी, जिसके चलते अधिकांश गलियों के टेंडर निकाल गलियों के निर्माण कार्य को शुरू करवा दिया गया था। लेकिन उपरोक्त गलियों को तकनीकी खामियों के चलते नहीं बनाया गया था। इनके निर्माण कार्य की फाइल उपायुक्त के कार्यालय में पहुंच गई थी। विधायक ने इस पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त से मुलाकात की। साथ ही इसका समाधान करने की मांग की। उपायुक्त ने विधायक को उपरोक्त गलियों के निर्माण को प्राथमिकता से करवाने के लिए आश्वस्त किया है। विधायक ने शुक्रवार को स्वयं वार्ड में जाकर गलियों का निरीक्षण किया और वार्ड वासियों को गलियों के जल्द निर्माण का विश्वास दिलाया। जिससे वार्ड वासियों को आस बंधी है।
डबवाली(लहू की लौ)हलका डबवाली के विधायक अमित सिहाग ने उपायुक्त सिरसा से मिलकर वार्ड नं. 21 की गलियों का निर्माण करवाने की मांग की है। इन गलियों के निर्माण की मांग काफी समय से वार्ड वासी कर रहे थे। विधानसभा सत्र से पहले विधायक ने उपायुक्त से मिल शहर की विभिन्न गलियों के निर्माण, स्ट्रीट लाइट एवम् कूड़ा प्रबंधन की मांग रखी थी, जिसके चलते अधिकांश गलियों के टेंडर निकाल गलियों के निर्माण कार्य को शुरू करवा दिया गया था। लेकिन उपरोक्त गलियों को तकनीकी खामियों के चलते नहीं बनाया गया था। इनके निर्माण कार्य की फाइल उपायुक्त के कार्यालय में पहुंच गई थी। विधायक ने इस पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त से मुलाकात की। साथ ही इसका समाधान करने की मांग की। उपायुक्त ने विधायक को उपरोक्त गलियों के निर्माण को प्राथमिकता से करवाने के लिए आश्वस्त किया है। विधायक ने शुक्रवार को स्वयं वार्ड में जाकर गलियों का निरीक्षण किया और वार्ड वासियों को गलियों के जल्द निर्माण का विश्वास दिलाया। जिससे वार्ड वासियों को आस बंधी है।कोरोना वायरस संकट की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार
चंडीगढ(लहू की लौ) हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस संकट के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक महामारी के प्रसार को रोकने और प्रभावी ढंग से इसका मुकाबला करने के लिए समय-समय पर सक्रिय रणनीतियां बनाई जा रही हैं।
मुख्य सचिव ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों और जिला उपायुक्तों के साथ संकट समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन की तैयारियों में तेजी लाने, टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने, कंटेनमेंट जोन पर कड़ी निगरानी पर जोर देने के साथ-साथ जन-जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करना अनिवार्य है और इन निर्देशों को सख्ती से लागू किया जाए
मुख्य सचिव ने नियंत्रण क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) की निगरानी के बारे में संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अब नियंत्रण क्षेत्र में एंट्री और एग्जि़ट पॉइंट का सीमा निर्धारण करने के साथ साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और क्लिनिकल प्रबंधन पर प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि कस्बों और गांवों में निगरानी पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन जागरूकता समय की जरूरत है और इसके लिए पंचायतों, रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और स्वयंसेवकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि हर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता को पांच गुना बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो कोविड केयर सेंटर में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, अस्पताल में बेड की क्षमता, पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता और मृत शरीर का प्रबंधन को भी प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी भयावह स्थिति से निपटने के लिए एमबीबीएस, पैरामेडिक और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए।
मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) या इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) की निगरानी सावधानीपूर्वक की जाए ताकि प्रारंभिक चरण में ही किसी भी संभावित संक्रमण का पता लगाया जा सके।
उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करें, एक ऐसा तंत्र तैयार करें जिसमें कोविड लक्षण होने वाले किसी भी व्यक्ति को पता होना चाहिए कि उसे कहां जाना है। इसके अलावा, वायरस के फैलाव को रोकने के लिए और व्यापक कदम उठाए जाने चाहिए।
होम आईसोलेशन के संबंध में मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हए कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, किसी भी रोगी, जिनमें कोविड-19 के हल्के या पूर्व-लक्षण पाए जाते हैं, उस स्थिति में संक्रमण की श्रंख्ला को तोडऩे के लिए ऐसे रोगियों को तुरंत होम आईसोलेशन में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में रोगियों के स्वास्थ्य की निगरानी नियमित रूप से इंसिडेंट कमांडरों द्वारा की जानी चाहिए और इस सूचना को निगरानी टीमों के साथ भी साझा किया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि टीबी, किडनी संबंधी, आदि जैसे पूर्व बीमारियों से पीडि़त लोगों की मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ प्रत्येक घर की निगरानी के कार्य को जारी रखी जाए।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा में वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं और लगातार कठोर रणनीतियां बनाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्त प्रदेश में कोविड से निपटान के प्रबंधन की रणनीतियों में और तेजी लाना सुनिश्चित करें और मुख्य रूप से कोरोना मामलों की निगरानी से लेकर इसके उपचार पर अधिक जोर दिया जाए। जन जागरूकता गतिविधियों में तेजी लाने के साथ-साथ यूनिट टीमों के माध्यम से हाई रिस्क वाले मरीजों की पहचान करने के लिए फीडबैक तंत्र विकसित करने पर जोर दिया जाए।
मुख्य सचिव ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों और जिला उपायुक्तों के साथ संकट समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन की तैयारियों में तेजी लाने, टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लिनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने, कंटेनमेंट जोन पर कड़ी निगरानी पर जोर देने के साथ-साथ जन-जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करना अनिवार्य है और इन निर्देशों को सख्ती से लागू किया जाए
मुख्य सचिव ने नियंत्रण क्षेत्रों (कंटेनमेंट जोन) की निगरानी के बारे में संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अब नियंत्रण क्षेत्र में एंट्री और एग्जि़ट पॉइंट का सीमा निर्धारण करने के साथ साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग और क्लिनिकल प्रबंधन पर प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि कस्बों और गांवों में निगरानी पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जन जागरूकता समय की जरूरत है और इसके लिए पंचायतों, रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और स्वयंसेवकों की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि हर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता को पांच गुना बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत हो तो कोविड केयर सेंटर में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, अस्पताल में बेड की क्षमता, पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता और मृत शरीर का प्रबंधन को भी प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी भयावह स्थिति से निपटने के लिए एमबीबीएस, पैरामेडिक और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए।
मुख्य सचिव ने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) या इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) की निगरानी सावधानीपूर्वक की जाए ताकि प्रारंभिक चरण में ही किसी भी संभावित संक्रमण का पता लगाया जा सके।
उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिए कि वे सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करें, एक ऐसा तंत्र तैयार करें जिसमें कोविड लक्षण होने वाले किसी भी व्यक्ति को पता होना चाहिए कि उसे कहां जाना है। इसके अलावा, वायरस के फैलाव को रोकने के लिए और व्यापक कदम उठाए जाने चाहिए।
होम आईसोलेशन के संबंध में मुख्य सचिव ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हए कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, किसी भी रोगी, जिनमें कोविड-19 के हल्के या पूर्व-लक्षण पाए जाते हैं, उस स्थिति में संक्रमण की श्रंख्ला को तोडऩे के लिए ऐसे रोगियों को तुरंत होम आईसोलेशन में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में रोगियों के स्वास्थ्य की निगरानी नियमित रूप से इंसिडेंट कमांडरों द्वारा की जानी चाहिए और इस सूचना को निगरानी टीमों के साथ भी साझा किया जाना चाहिए।
मुख्य सचिव ने कहा कि टीबी, किडनी संबंधी, आदि जैसे पूर्व बीमारियों से पीडि़त लोगों की मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ प्रत्येक घर की निगरानी के कार्य को जारी रखी जाए।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा में वायरस को फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम पहले ही उठाए जा चुके हैं और लगातार कठोर रणनीतियां बनाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि सभी उपायुक्त प्रदेश में कोविड से निपटान के प्रबंधन की रणनीतियों में और तेजी लाना सुनिश्चित करें और मुख्य रूप से कोरोना मामलों की निगरानी से लेकर इसके उपचार पर अधिक जोर दिया जाए। जन जागरूकता गतिविधियों में तेजी लाने के साथ-साथ यूनिट टीमों के माध्यम से हाई रिस्क वाले मरीजों की पहचान करने के लिए फीडबैक तंत्र विकसित करने पर जोर दिया जाए।
दो ट्रांसफार्मर से तेल तथा कॉपर चोरी, केस दर्ज
डबवाली(लहू की लौ)गांव चौटाला में ट्रांसफार्मर चोरी होने का मामला सामने आया है। किसान बलराम की शिकायत पर उपमंडल चौटाला के एसडीओ नगिंद्र सिंह ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज करवाया है। शिकायतकर्ता के अनुसार किसान के खेत में 16 केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर स्थापित था। रात को अज्ञात चोर उसमें से कॉपर तथा ऑयल चोरी कर ले गए। जिसकी कीमत करीब 44061 रुपये है। चौटाला गांव में ही ट्रांसफार्मर चोरी का दूसरा मामला सामने आया है। परमेश्वरी देवी के नाम पर खेत में 16केवीए क्षमता का ट्रांसफार्मर लगा हुआ था। 9 जून की रात को अज्ञात चोर उसमें से कॉपर तथा तेल चोरी कर ले गए। नुकसान करीब 44061 रुपये हुआ है। दोनों मामलों में सदर थाना पुलिस ने एसडीओ नागिंद्र सिंह की शिकायत पर केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है।
लोहगढ़ में शराब की चलती भट्ठी पकड़ी, 160 लीटर लाहन समेत दो गिरफ्तार
डबवाली(लहू की लौ)सीआइए डबवाली ने गांव लोहगढ़ में छापामारी करके घर में चलती शराब की भट्ठी पकड़ी है। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार करके मौका से 160 लीटर लाहन तथा चार बोतल शराब बरामद की है। आरोपितों की पहचान लक्ष्मण तथा सुरेंद्र पाल उर्फ छानी के रुप में हुई है। सीआइए के एचसी अशोक कुमार को मुखबरी मिली थी कि गांव लोहगढ़ में लक्ष्मण के घर पर चलती भट्ठी पकड़ी जा सकती है। सूचना पाकर टीम मौका पर पहुंची। पुलिस ने देखा कि एक व्यक्ति चूल्हे में लकड़ी डाल रहा था तो दूसरा बर्तन में पानी बदल रहा था। पुलिस को देखकर दोनों ने भागने की कोशिश की तो पकड़े गए। पुलिस ने 160 लीटर लाहन तथा चार बोतल नजायज शराब बरामद की। लक्ष्मण तथा सुरेंद्रपाल उर्फ छानी के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरु कर दी है।
इधर देसूजोधा पुलिस के एचसी मनोहर लाल ने गांव देसूजोधा निवासी जसविंद्र सिंह को 10 बोतल शराब समेत गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार मुखबरी मिली थी कि आरोपित बिना परमिट ठेका देसी शराब बेचता है। वह एक कैनी में शराब लेकर घर से निकल चुका है। पुलिस ने उसे रास्ते में पकड़ लिया। कैनी में बरामद शराब का माप किया तो 10 बोतल मिली।
इधर 30 लीटर लाहन बरामद
सदर थाना पुलिस के एचसी सुरेंद्र कुमार ने गांव मांगेआना में छापामारी करके बिंदर सिंह के घर पर नाजायज शराब निकालने के लिए तैयार किया जा रहा 30 लीटर लाहन बरामद किया है। पुलिस के अनुसार आरोपित घर के आंगन में एक कैनी में लाहन तैयार कर रहा था।
इधर देसूजोधा पुलिस के एचसी मनोहर लाल ने गांव देसूजोधा निवासी जसविंद्र सिंह को 10 बोतल शराब समेत गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार मुखबरी मिली थी कि आरोपित बिना परमिट ठेका देसी शराब बेचता है। वह एक कैनी में शराब लेकर घर से निकल चुका है। पुलिस ने उसे रास्ते में पकड़ लिया। कैनी में बरामद शराब का माप किया तो 10 बोतल मिली।
इधर 30 लीटर लाहन बरामद
सदर थाना पुलिस के एचसी सुरेंद्र कुमार ने गांव मांगेआना में छापामारी करके बिंदर सिंह के घर पर नाजायज शराब निकालने के लिए तैयार किया जा रहा 30 लीटर लाहन बरामद किया है। पुलिस के अनुसार आरोपित घर के आंगन में एक कैनी में लाहन तैयार कर रहा था।
12 जून 2020
राजस्थान सीमा से लाइव राजस्थान ने शहरी क्षेत्र में प्रवेश रोका, बाइपास से इंट्री कर सकते हैं हरियाणा-पंजाब के लोग
बाइपास पर पहचान पत्र दिखाकर स्क्रीनिंग के बाद राजस्थान दे रहा प्रवेश
पड़ौसी सूबे के मूल निवासियों को अधिक परेशानी, बाहर जाने के लिए अनुमति जरुरी हुई
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा-पंजाब के लोगों के लिए राजस्थान में इंट्री बैन नहीं है। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें प्रवेश दिया जा रहा है। सीमा पर उन्हें पहचान पत्र दिखाना होता है, वे कहां जा रहे हैं, सिर्फ यहीं बताना होता है। पड़ौसी सूबे ने स्थानीय नागरिकों के लिए सीमा सील की है। स्थानीय नागरिक बिना पास राजस्थान से बाहर नहीं जा सकते।
लाइव रिपोर्ट :
हरियाणा के आखिरी छोर पर स्थित गांव चौटाला से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान पुलिस ने स्वामी केशवानंद महाविद्यालय ग्रामोत्थान के सामने सीमा सील कर रखी है। किसी को संगरिया शहर में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। राजस्थान पुलिस के 8-10 जवानों के साथ-साथ भारत स्काऊटस के वॉलंटियर्स योगेश के नेतृत्व में डयूटी कर रहे हैं। हरियाणा, पंजाब के अतिरिक्त राजस्थान के मूल निवासी को भी इस गेट से इंट्री नहीं दी जा रही। लोग राजस्थान के मूल निवासी होने के प्रमाण पत्र तक दिखा रहे हैं, सभी को संगरिया बाइपास के रास्ते से आने के लिए कहा जा रहा है। यह गेट केवल उनके लिए ही खोला जा रहा है, जिनके पास सूबे से बाहर जाने के लिए राजस्थान सरकार की अनुमति है। संगरिया के मूल निवासी हरप्रीत को गेट पर रोका गया है। कार में उसके साथ उसकी पत्नी तथा बच्चा है। तीनों चौटाला से वापिस घर जा रहे हैं। उन्हें आगे नहीं बढऩे दिया जा रहा। बाइक पर पत्नी, बच्चे संग बठिंडा से लौटा संगरिया का रमेश कुमार भी जाम में फंसा हुआ है। उसका कहना है कि वह ससुराल गया था। पंजाब, हरियाणा सीमा क्रॉस करने में मुझे कोई परेशानी नहीं आई। अपने सूबे पहुंचा हूं तो सीमा पर रोक लिया गया। कहते हैं कि संगरिया बाइपास के रास्ते आओ।
राजस्थान से बाहर जाने वालों को परमिशन जरुरी है। अन्य प्रदेशों से आने वालों को शहर की सीमा पर रोका जा रहा है। उन्हें संगरिया बाइपास से आने के लिए कहा जा रहा है। क्योंकि वहां स्क्रीनिंग हो रही है। राजस्थान में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति से पूरी जानकारी जुटाई जा रही है। हां, बसें तो पूरी तरह से बंद हैं।
-अनिल कुमार
(संगरिया शहर की सीमा पर तैनात राजस्थान का अध्यापक)
राजस्थान को सुरक्षित रखने के लिए हम वालंटियर्स सेवारत हैं। हमारा कार्य लोगों को जागरुक करना है। संगरिया शहर के प्रवेश द्वार को बंद किया गया है। यहां से किसी को इंट्री नहीं दी जा रही।
-योगेश कुमार, भारत स्काऊट
हरियाणा सरकार का गुमराह पत्र
प्रदेश में दिव्यांगता की सभी 21 श्रेणियों को नहीं मिल रहा लाभ, सिर्फ प्रचार तक सीमित है मनोहर सरकार
केंद्र सरकार के फैसले के प्रपत्रों पर मोदी-मनोहर लाल की तस्वीर लगा प्रचार कर रहा हरियाणा राज्य का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग
डबवाली (लहू की लौ) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हरियाणा का प्रपत्र दिव्यांगजनों को गुमराह कर रहा है। दिव्यांगजन प्रपत्र के मुताबिक पेंशन के आवेदन करते हैं, लेकिन वे खारिज हो जाते हैं। ऐसा इसलिए कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 प्रदेश में लागू नहीं हुआ है। नियमानुसार केंद्र सरकार ने अधिनियम लागू करके दिव्यांगता की श्रेणियां 7 से बढ़ाकर 21 कर दी हैं। नई श्रेणियों में शामिल दिव्यांगजन लाभ से वंचित हैं। बताया जाता है कि पिछले चार साल से हरियाणा सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। हालांकि केंद्र सरकार के फैसले पर अपनी छाप लगाकर खूब प्रचार कर रही है। साफ तौर पर इसे गुमराह प्रपत्र कहा जा सकता है। दिव्यांगजन तो परेशान हैं ही, संबंधित विभाग के जिला अधिकारियों के लिए प्रपत्र टेंशन का सबब बना हुआ है। जिला स्तरीय अधिकारी दावा करते हैं कि वे नोटिफिकेशन जारी करवाने के लिए कई बार प्रदेश स्तरीय बैठकों में मुद्दा उठा चुके हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर मामला अटका हुआ है।
सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, नहीं जागी सरकार
डबवाली के वार्ड नं. 10 निवासी सुरिंद्र सिंह, वार्ड नं. 05 निवासी कृष्ण लाल, बाबा रामदेव वाली गली निवासी निमा देवी ने बताया कि सरकार आम लोगों को प्रपत्र के जरिए जानकारी दे रही है कि दिव्यांगजन की 7 श्रेणी को बढ़ाकर 21 कर दिया गया है। जिसमें बौनों को शामिल किया गया है। प्रप्रत्र अनुसार कदम 4 फुट 10 ईंच यानी 147 सेंमी. या होने पर वह बौना भत्ता का हकदार होगा। उन्होंने सीएमओ सिरसा से मेडिकल जांच करवाई थी, वे सरकार के नए नॉमर्स पूरे करते हैं। इसके बाद भत्ता के लिए आवेदन किया था। लेकिन उनका भत्ता रिजेक्ट कर दिया गया कि वे बौना भत्ता पाने के पात्र नहीं है। सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, इसके बावजूद सरकार नहीं जागी। अधिकारी ने जवाब दिया कि ऐसा कोई नियम नहीं है।
पेंशन बढ़ी पर नए नियम लागू नहीं हुए
हरियाणा सरकार बेशक केंद्र सरकार के फैसले का हरियाणा में खूब प्रचार कर रही हो। खुद पुराने ढर्रे पर चल रही है। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अब भी सालों पुराने नियमों पर कार्य कर रहा है। हरियाणा में अब भी दिव्यांगता की सात श्रेणियां मानी जाती हैं। 7वीं श्रेणी बौनापन की है। जिसमें साफ दर्शाया गया है कि 3 फीट 8 ईंच कदम वाले पुरुष तथा 3 फीट 3 ईंच कद वाली महिला को बौना माना जाता है। उसके अनुसार ही उसे पेंशन मिलती है। ताज्जुब की बात यह है कि बौने को प्रदेश सरकार 2000 रुपये मासिक भत्ता दे रही है। जोकि 1 नवंबर 2018 को प्रभावी हुआ था।
केंद्र सरकार के फैसले के प्रपत्रों पर मोदी-मनोहर लाल की तस्वीर लगा प्रचार कर रहा हरियाणा राज्य का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग
डबवाली (लहू की लौ) सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग हरियाणा का प्रपत्र दिव्यांगजनों को गुमराह कर रहा है। दिव्यांगजन प्रपत्र के मुताबिक पेंशन के आवेदन करते हैं, लेकिन वे खारिज हो जाते हैं। ऐसा इसलिए कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 प्रदेश में लागू नहीं हुआ है। नियमानुसार केंद्र सरकार ने अधिनियम लागू करके दिव्यांगता की श्रेणियां 7 से बढ़ाकर 21 कर दी हैं। नई श्रेणियों में शामिल दिव्यांगजन लाभ से वंचित हैं। बताया जाता है कि पिछले चार साल से हरियाणा सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। हालांकि केंद्र सरकार के फैसले पर अपनी छाप लगाकर खूब प्रचार कर रही है। साफ तौर पर इसे गुमराह प्रपत्र कहा जा सकता है। दिव्यांगजन तो परेशान हैं ही, संबंधित विभाग के जिला अधिकारियों के लिए प्रपत्र टेंशन का सबब बना हुआ है। जिला स्तरीय अधिकारी दावा करते हैं कि वे नोटिफिकेशन जारी करवाने के लिए कई बार प्रदेश स्तरीय बैठकों में मुद्दा उठा चुके हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर मामला अटका हुआ है।
सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, नहीं जागी सरकार
डबवाली के वार्ड नं. 10 निवासी सुरिंद्र सिंह, वार्ड नं. 05 निवासी कृष्ण लाल, बाबा रामदेव वाली गली निवासी निमा देवी ने बताया कि सरकार आम लोगों को प्रपत्र के जरिए जानकारी दे रही है कि दिव्यांगजन की 7 श्रेणी को बढ़ाकर 21 कर दिया गया है। जिसमें बौनों को शामिल किया गया है। प्रप्रत्र अनुसार कदम 4 फुट 10 ईंच यानी 147 सेंमी. या होने पर वह बौना भत्ता का हकदार होगा। उन्होंने सीएमओ सिरसा से मेडिकल जांच करवाई थी, वे सरकार के नए नॉमर्स पूरे करते हैं। इसके बाद भत्ता के लिए आवेदन किया था। लेकिन उनका भत्ता रिजेक्ट कर दिया गया कि वे बौना भत्ता पाने के पात्र नहीं है। सीएम विंडो का दरवाजा खटखटाया, इसके बावजूद सरकार नहीं जागी। अधिकारी ने जवाब दिया कि ऐसा कोई नियम नहीं है।
पेंशन बढ़ी पर नए नियम लागू नहीं हुए
हरियाणा सरकार बेशक केंद्र सरकार के फैसले का हरियाणा में खूब प्रचार कर रही हो। खुद पुराने ढर्रे पर चल रही है। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग अब भी सालों पुराने नियमों पर कार्य कर रहा है। हरियाणा में अब भी दिव्यांगता की सात श्रेणियां मानी जाती हैं। 7वीं श्रेणी बौनापन की है। जिसमें साफ दर्शाया गया है कि 3 फीट 8 ईंच कदम वाले पुरुष तथा 3 फीट 3 ईंच कद वाली महिला को बौना माना जाता है। उसके अनुसार ही उसे पेंशन मिलती है। ताज्जुब की बात यह है कि बौने को प्रदेश सरकार 2000 रुपये मासिक भत्ता दे रही है। जोकि 1 नवंबर 2018 को प्रभावी हुआ था।
- दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के तहत दिव्यांगजनों की श्रेणियां 7 से बढ़कर 21 हो गई हैं। यह फैसला केंद्र सरकार का है। अभी हरियाणा में यह लागू नहीं हुआ है। हां, हम इसका प्रचार जरुर कर रहे हैं। विशेष बच्चों के सेमिनार में स्पैशल टीचर अभिभावकों को बता रहे हैं। जब लोग उस अनुसार आवेदन करते हैं, तो हम उन्हें लाभ नहीं दे पा रहे। इस मुद्दे पर कई बार डिसकस हो चुकी है। सरकार ने नोटिफिकेशन जारी करनी है।
- -नरेश बत्तरा, जिला समाज कल्याण अधिकारी, सिरसा
महामारी से लडऩे की बजाए प्रचार का भोंपू बजा रही है बीजेपी- भूपेंद्र सिंह हुड्डा
प्रदेश में चल रही है घोटालों और यूटर्न की सरकार, अंदरूनी समन्वय का है अभाव- हुड्डा
सिरसा (लहू की लौ) पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गांव गुडियाखेड़ा में किसानों से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं को सुना। इस मौक़े पर उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी की तरफ से प्रदेशभर 14 से 17 जून तक होने वाली राजनीतिक रैलियों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये समय महामारी से लडऩे का है, ना कि प्रचार का भोंपू बजाने का। अगर इस लड़ाई में सरकार ने लापरवाही बरती तो हरियाणा में भी दिल्ली या मुम्बई जैसे हालात हो सकते हैं। क्योंकि प्रदेश में रोज़ 300 से 400 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। सरकार अपनी पीठ थपथपाने और बीमारी को राजनीतिक इवेंट बनाने की बजाय, स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दे। आज राजनीति से ऊपर उठकर काम करने का समय चाहे सरकार हो या विपक्ष।
हुड्डा ने कहा कि रू॥्र की गाइडलाइनंस में ऐसे तमाम राजनीतिक, सामाजिक समारोहों, सेमिनार और बैठकों पर रोक है जिनमें भीड़ जुटने की संभावना है। बावजूद इसके बीजेपी सैंकड़ों लोगों को इक_ा करके उनकी जान से खिलवाड़ करना चाहती है। अगर बीजेपी के पास ख़र्च करने के लिए इतना ही धन है तो उसे कोरोना की लड़ाई में इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि वर्चुअल रैलियों में। अपनी उपलब्धियां गिनवाने से पहले सरकार को अपनी विफलताओं पर भी नजऱ डाल लेनी चाहिए।
आज प्रदेश के युवा देश में बेरोजग़ारी की मार झेल रहे हैं। बरसों से भर्तियां लटकी पड़ी हैं और उनकी ज्वाइनिंग नहीं करवाई जा रही है। स्वास्थ्य महकमें में कॉन्ट्रेक्ट पर लगे हज़ारों लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। धान, सरसों, मीटर, चना खऱीद और शराब की अवैध बिक्री जैसे घोटाले हो रहे हैं। सरकार उनकी जांच करवाने की बजाए, उनपर पर्दा डाल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये सिफऱ् विफलताओं, घोटालों और यूटर्न की सरकार बनकर रह गई है। अगर हम सरकार की विफलताएं गिनवाने के लिए रैलियां करेंगे तो लाखों लोगों की भीड़ जुटेगी। लेकिन ये समय राजनीतिक टकराव की बजाए आपसी सहयोग का है। जब हम सब मिलकर इस महामारी को हरा देंगे तो उसके बाद राजनीतिक कार्यक्रम भी होते रहेंगे। फिलहाल किसी भी तरह की राजनीतिक इवेंटबाज़ी करना ग़लत है।
इस वक्त सरकार को लोगों की जान और उनके रोजग़ार की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। उसे किसानों को सुविधाएं और रियायतें देने पर ज़ोर देना चाहिए। लेकिन सरकार इसके उल्ट किसानों पर रोज़ कोई ना कोई पाबंदी थोप देती है। पिछले दिनों किसानों की मांग के आगे झुकते हुए सरकार ने धान पर लगाई पाबंदी को तो हटाया लेकिन वो अभी भी पंचायती ज़मीन पर रोक हटाने के लिए तैयार नहीं है। ऊपर से धान किसानों पर अप्रत्यक्ष मार मारने के लिए नई राईस शूट पॉलिसी भी लेकर आई है। राईस शूट के रेट को 150 रुपये से बढ़ाकर सीधे 300 रुपये कर दिया है। पॉलिसी की मंशा पुराने लाभार्थी किसानों को बरसाती मोगे की सप्लाई बंद करके, उन्हें ट्यूबवैल के सहारे छोडऩे की लगती है। सरकार को कोरोना काल में किसानों के साथ नए-नए प्रयोग बंद करने चाहिए। उसे पुरानी नीति पर ही आगे बढऩा चाहिए। अगर कोई नया किसान मोगे की सप्लाई के लिए अप्लाई करता है तो उसके लिए सप्लाई सुनिश्चित करनी चाहिए। भूजल संरक्षण के लिए किसानों पर पाबंदी लगाने की बजाए दादूपुर नलवी नहर परियोजना को फिर से शुरू करना चाहिए। ओटू झील,रिचार्ज बोर,ड्रेन और तालाबों की खुदाई करवानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड धारकों की समस्या पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि हमने सरकार से पीले राशन कार्ड धारकों के साथ, ग्रीन राशन कार्ड धारकों को भी राशन देने की अपील की थी। लेकिन आज भी उन लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। खाकी (ह्रक्क॥) राशनकार्डों के लिए चीनी और सरसों का तेल आजतक किसी डिपो पर नहीं आए। यहां तक कि डिपो होल्डर्स के कमीशन का भुगतान भी कई महीने से लटका हुआ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, डबवाली से विधायक अमित सिहाग, पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, रामनिवास घोड़ेला, होशियारी लाल शर्मा, डॉ सुशील इन्दौरा, भरत सिंह बेनीवाल, नवीन केडिया, मा. दलीप, रवि शर्मा, मोहन खत्री समेत कई नेता मौजूद थे।
सिरसा (लहू की लौ) पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गांव गुडियाखेड़ा में किसानों से मुलाक़ात कर उनकी समस्याओं को सुना। इस मौक़े पर उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
मीडिया से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष ने बीजेपी की तरफ से प्रदेशभर 14 से 17 जून तक होने वाली राजनीतिक रैलियों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ये समय महामारी से लडऩे का है, ना कि प्रचार का भोंपू बजाने का। अगर इस लड़ाई में सरकार ने लापरवाही बरती तो हरियाणा में भी दिल्ली या मुम्बई जैसे हालात हो सकते हैं। क्योंकि प्रदेश में रोज़ 300 से 400 कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं। सरकार अपनी पीठ थपथपाने और बीमारी को राजनीतिक इवेंट बनाने की बजाय, स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान दे। आज राजनीति से ऊपर उठकर काम करने का समय चाहे सरकार हो या विपक्ष।हुड्डा ने कहा कि रू॥्र की गाइडलाइनंस में ऐसे तमाम राजनीतिक, सामाजिक समारोहों, सेमिनार और बैठकों पर रोक है जिनमें भीड़ जुटने की संभावना है। बावजूद इसके बीजेपी सैंकड़ों लोगों को इक_ा करके उनकी जान से खिलवाड़ करना चाहती है। अगर बीजेपी के पास ख़र्च करने के लिए इतना ही धन है तो उसे कोरोना की लड़ाई में इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि वर्चुअल रैलियों में। अपनी उपलब्धियां गिनवाने से पहले सरकार को अपनी विफलताओं पर भी नजऱ डाल लेनी चाहिए।
आज प्रदेश के युवा देश में बेरोजग़ारी की मार झेल रहे हैं। बरसों से भर्तियां लटकी पड़ी हैं और उनकी ज्वाइनिंग नहीं करवाई जा रही है। स्वास्थ्य महकमें में कॉन्ट्रेक्ट पर लगे हज़ारों लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। धान, सरसों, मीटर, चना खऱीद और शराब की अवैध बिक्री जैसे घोटाले हो रहे हैं। सरकार उनकी जांच करवाने की बजाए, उनपर पर्दा डाल रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये सिफऱ् विफलताओं, घोटालों और यूटर्न की सरकार बनकर रह गई है। अगर हम सरकार की विफलताएं गिनवाने के लिए रैलियां करेंगे तो लाखों लोगों की भीड़ जुटेगी। लेकिन ये समय राजनीतिक टकराव की बजाए आपसी सहयोग का है। जब हम सब मिलकर इस महामारी को हरा देंगे तो उसके बाद राजनीतिक कार्यक्रम भी होते रहेंगे। फिलहाल किसी भी तरह की राजनीतिक इवेंटबाज़ी करना ग़लत है।
इस वक्त सरकार को लोगों की जान और उनके रोजग़ार की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। उसे किसानों को सुविधाएं और रियायतें देने पर ज़ोर देना चाहिए। लेकिन सरकार इसके उल्ट किसानों पर रोज़ कोई ना कोई पाबंदी थोप देती है। पिछले दिनों किसानों की मांग के आगे झुकते हुए सरकार ने धान पर लगाई पाबंदी को तो हटाया लेकिन वो अभी भी पंचायती ज़मीन पर रोक हटाने के लिए तैयार नहीं है। ऊपर से धान किसानों पर अप्रत्यक्ष मार मारने के लिए नई राईस शूट पॉलिसी भी लेकर आई है। राईस शूट के रेट को 150 रुपये से बढ़ाकर सीधे 300 रुपये कर दिया है। पॉलिसी की मंशा पुराने लाभार्थी किसानों को बरसाती मोगे की सप्लाई बंद करके, उन्हें ट्यूबवैल के सहारे छोडऩे की लगती है। सरकार को कोरोना काल में किसानों के साथ नए-नए प्रयोग बंद करने चाहिए। उसे पुरानी नीति पर ही आगे बढऩा चाहिए। अगर कोई नया किसान मोगे की सप्लाई के लिए अप्लाई करता है तो उसके लिए सप्लाई सुनिश्चित करनी चाहिए। भूजल संरक्षण के लिए किसानों पर पाबंदी लगाने की बजाए दादूपुर नलवी नहर परियोजना को फिर से शुरू करना चाहिए। ओटू झील,रिचार्ज बोर,ड्रेन और तालाबों की खुदाई करवानी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड धारकों की समस्या पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि हमने सरकार से पीले राशन कार्ड धारकों के साथ, ग्रीन राशन कार्ड धारकों को भी राशन देने की अपील की थी। लेकिन आज भी उन लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। खाकी (ह्रक्क॥) राशनकार्डों के लिए चीनी और सरसों का तेल आजतक किसी डिपो पर नहीं आए। यहां तक कि डिपो होल्डर्स के कमीशन का भुगतान भी कई महीने से लटका हुआ है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, डबवाली से विधायक अमित सिहाग, पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, रामनिवास घोड़ेला, होशियारी लाल शर्मा, डॉ सुशील इन्दौरा, भरत सिंह बेनीवाल, नवीन केडिया, मा. दलीप, रवि शर्मा, मोहन खत्री समेत कई नेता मौजूद थे।
महिला बैंककर्मी से क्लर्क ने की मारपीट
संगरिया (लहू की लौ) केंद्रीय सहकारी बैंक नई धान मंडी ब्रांच में कार्यरत महिला बैंककर्मी की इसी बैंक के क्लर्क ने भोजनावकाश दौरान मारपीट हो गई। सिर में आई चोट से खून बहने लगा तो अन्य कर्मचारियों ने बीच बचाव किया। बैंक की महिला सहायक कर्मचारी गांव नाथवाना निवासी पार्वती स्वामी ने पुलिस को दिए परिवाद में बताया कि गुरुवार दोपहर लंच टाइम में वो खाना खाने के बाद सेफरुम में आराम कर रही थी। करीब पौने तीन बजे बैंक क्लर्क कमल किशोर आया और बाल पकड़कर खींचते हुए मारपीट की। अल्मारी से पटककर थापा-मुक्की व गाली गलौज की व जान से मारने की धमकी दी। शोर मचाने पर कर्मचारियों शकुंतला व साजन सिंह ने छुड़वाया। उसके सिर में चोट आई। मौके पर बैंक कर्मी यूनियन पदाधिकारी जितेंद्र व अन्य पहुंचे।
विदेश जाने का चाहवान हो रहे हैं ठग्गी के शिकार, विदेश भेजने का झांसा देकर 6 लाख रुपये ठगे
बठिंडा(लहू की लौ)लोग कबूतरबाजों के पंजे में फंसते जा रहा है, लेकिन सरकार व जिला प्रशासन की ओर से इन कबूतरबाजों के पंख कुतरने के लिए कोई सख्त कदम नहीं उठाया जा रहा। विदेश जाने के जुनून में युवा और उनके घरवाले अपनी जमापूंजी तक लुटा रहे हैं। लेकिन उन्हें विदेश भेजने के नाम पर सिर्फ धोखा मिलता है। इतना ही नहीं अवैध तरीके से विदेश जाने के चक्कर में कई युवाओं को जान भी गंवानी पड़ी है। बठिंडा में कुछ ही ट्रेवल एजेंट है जो पंजीकृत है। कैप्टन सरकार ने ऐलान किया था कि अवैध ट्रेवल एजेंटों पर शिकंजा कसा जाएगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने फर्जी एजेंटों के बारे में ब्लू प्रिंट तैयार करने व फॉरेन इंप्लॉयमेंट ब्यूरो खोलने के भी आदेश दिए थे। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद यह गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा और ठगी का सिलसिला जारी है। अब ताजा मामला बठिंडा का है जहां विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये की ठग्गी मारने के आरोप में थाना रामा पुलिस ने वीरपाल कौर पत्नी गुरबचन सिंह निवासी रामा के बयानों पर जगप्रीत सिंह पुत्र कश्मीर सिंह, कुलदीप कौर पत्नी जगप्रीत सिंह निवासी प्रताप नगर बठिंडा,बूटा सिंह पुत्र हजूरा सिंह,बेअंत सिंह, गुरबंत सिंह पुत्र बूटा सिंह,जसविंदर कौर पत्नी बूटा सिंह निवासी घुद्दा, गुरलाल सिंह निवासी बहादजगढ़ जंडिया के खिलाफ धारा 420, के तहत मामला दर्ज किया है। प्राप्त जानकारी अनुसार शिकायतकर्ता वीरपाल कौर ने पुलिस को अपने ब्यानों में बताया कि उक्त व्यक्तियों ने उसे सिंगापुर भेजने का झांसा देकर 6 लाख रुपये की ठग्गी मार ली। जिसके बाद पुलीस द्वारा उक्त मामले की लंबी तफ्तीश के बाद उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
महिला से जबरदस्ती करने का आरोप
एक लाख 80 हजार रुपए व सोने का आभूषण भी गायब
संगरिया(लहू की लौ)गांव नगराना स्थित अपने घर में नहा रही एक विवाहिता के साथ जबरदस्ती और अलमारी में रखे एक लाख अस्सी हजार रुपए तथा सोने का आभूषण चुराकर ले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि तीन जून की सुबह करीब 11 बजे वह अपने घर में नहा रही थी। तभी अचानक परिवत छिम्पा आ गया। वह उसके साथ जबरदस्ती करने लगा। शोर मचाने पर आई सास ने उसे ललकारा तो वहां से भाग गया। जब उसने अपनी अलमारी को संभाला तो उसमें रखे एक लाख 80 हजार रुपए व एक सोने की तवीती गायब मिलीं। इस पर पुलिस ने धारा 354ग, 376/511 एवं 380 भादंसं तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान एएसआई सुखपालसिंह को सौंपा है।
संगरिया(लहू की लौ)गांव नगराना स्थित अपने घर में नहा रही एक विवाहिता के साथ जबरदस्ती और अलमारी में रखे एक लाख अस्सी हजार रुपए तथा सोने का आभूषण चुराकर ले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि तीन जून की सुबह करीब 11 बजे वह अपने घर में नहा रही थी। तभी अचानक परिवत छिम्पा आ गया। वह उसके साथ जबरदस्ती करने लगा। शोर मचाने पर आई सास ने उसे ललकारा तो वहां से भाग गया। जब उसने अपनी अलमारी को संभाला तो उसमें रखे एक लाख 80 हजार रुपए व एक सोने की तवीती गायब मिलीं। इस पर पुलिस ने धारा 354ग, 376/511 एवं 380 भादंसं तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान एएसआई सुखपालसिंह को सौंपा है।
एडिड कालेजों की वैबसाइट बनाई जाएगी
चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा के सभी सरकारी व एडिड कालेजों की वैबसाइट बनाई जाएगी ताकि विद्यार्थियों को एडमिशन से लेकर फीस, टाइम टेबल व एकेडमिक कैलेंडर की घर बैठे जानकारी मिल सके।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने प्रदेश के सभी सरकारी व एडिड कालेजों के प्रिंसिपलों को निर्देश दिए हैं कि वे आगामी 20 जून 2020 तक अपने-अपने कालेज की वैबसाइट का निर्माण कर लें।
उन्होंने बताया कि इन निर्देशों में कालेज की वैबसाइट में कालेज द्वारा संचालित कोर्स, प्रवेश प्रक्रिया, फीस का विवरण,नेक स्टेटस, पुस्तकालय का विवरण, खेल सुविधाएं, फोटो गैलरी, प्रिंसिपल का संदेश, कालेज स्टॉफ का विवरण, टाइम टेबल, एकेडमिक कैलेंडर, वच्र्युवल टूर,परीक्षाओं की सुविधाओं के अलावा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध हो। वैबसाइट को आऊटसोर्सिंग की बजाए कालेज में ही तैयार करवाया जाए।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उच्चतर शिक्षा विभाग के महानिदेशक ने प्रदेश के सभी सरकारी व एडिड कालेजों के प्रिंसिपलों को निर्देश दिए हैं कि वे आगामी 20 जून 2020 तक अपने-अपने कालेज की वैबसाइट का निर्माण कर लें।
उन्होंने बताया कि इन निर्देशों में कालेज की वैबसाइट में कालेज द्वारा संचालित कोर्स, प्रवेश प्रक्रिया, फीस का विवरण,नेक स्टेटस, पुस्तकालय का विवरण, खेल सुविधाएं, फोटो गैलरी, प्रिंसिपल का संदेश, कालेज स्टॉफ का विवरण, टाइम टेबल, एकेडमिक कैलेंडर, वच्र्युवल टूर,परीक्षाओं की सुविधाओं के अलावा अन्य महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध हो। वैबसाइट को आऊटसोर्सिंग की बजाए कालेज में ही तैयार करवाया जाए।
राज्य की अनाज मंडियों में होगी मक्का-ड्रायर की व्यवस्था
चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जयप्रकाश दलाल ने बताया कि राज्य की अनाज मंडियों में मक्का-ड्रायर की व्यवस्था की जाएगी ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने आज यहां बताया कि राज्य सरकार किसानों को भूजल के स्तर को बनाए रखने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके लिए सरकार ने 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ नामक एक महत्वाकांक्षी एवं दूरगामी योजना शुरू की है जिसके तहत बहुत से किसान धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलें अपना रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस अनूठी योजना से भू-जल बचाने की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा।
दलाल ने बताया कि जो किसान 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ पोर्टल पर पंजीकरण करेंगे,उनको योजना के अनुसार 'मेज मल्टी क्रॉप प्लांटरÓ 40 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा अपने खेतों में धान की जगह मक्का की फसल लगाने पर सरकार की ओर से 7,000 रूपए प्रति एकड़ दिए जाएंगे। यही नहीं राज्य सरकार द्वारा मक्का को न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,850 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से खरीदा जाएगा।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर मक्का के प्रदर्शन-प्लांट भी लगाए जा रहे हैं। किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के लिए ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की सोच को साकार रूप देने के लिए राज्य सरकार किसान हित में अनेक कदम उठा रही है, इसी के दृष्टिïगत ही सरकार द्वारा 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ जैसी अनूठी योजना लागू की गई है।
उन्होंने आज यहां बताया कि राज्य सरकार किसानों को भूजल के स्तर को बनाए रखने के लिए प्रेरित कर रही है। इसके लिए सरकार ने 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ नामक एक महत्वाकांक्षी एवं दूरगामी योजना शुरू की है जिसके तहत बहुत से किसान धान के स्थान पर वैकल्पिक फसलें अपना रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस अनूठी योजना से भू-जल बचाने की मुहिम को और अधिक बल मिलेगा।
दलाल ने बताया कि जो किसान 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ पोर्टल पर पंजीकरण करेंगे,उनको योजना के अनुसार 'मेज मल्टी क्रॉप प्लांटरÓ 40 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध करवाए जाएंगे तथा अपने खेतों में धान की जगह मक्का की फसल लगाने पर सरकार की ओर से 7,000 रूपए प्रति एकड़ दिए जाएंगे। यही नहीं राज्य सरकार द्वारा मक्का को न्यूनतम समर्थन मूल्य 1,850 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से खरीदा जाएगा।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग द्वारा ब्लॉक स्तर पर मक्का के प्रदर्शन-प्लांट भी लगाए जा रहे हैं। किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के लिए ग्राम स्तर पर प्रशिक्षण शिविर लगाए जा रहे हैं।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने की सोच को साकार रूप देने के लिए राज्य सरकार किसान हित में अनेक कदम उठा रही है, इसी के दृष्टिïगत ही सरकार द्वारा 'मेरा पानी, मेरी विरासतÓ जैसी अनूठी योजना लागू की गई है।
संस्कृत का पठन-पाठन सर्वाधिक उपयोगी है-शर्मा
चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने कहा कि आज के माहौल में संस्कृत का पठन-पाठन सर्वाधिक उपयोगी है क्योंकि कोरोना जैसी महामारी से बचने में सर्वाधिक उपयोगी संयम एवं अनुशासन की सीख संस्कृत ही दे सकती है। समय का फायदा उठाते हुए हमें चरक संहिता जैसे ग्रन्थ पढऩ़े चाहिए।
डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने ये विचार गत दिवस हरियाणा संस्कृत अकादमी एवं श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में 'संस्कृत, संस्कृति एवं स्वास्थ्य संरक्षणÓ विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत वेबिनार संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत और संस्कृति भारत का गौरव व विरासत है। इन दोनों का संरक्षण करना प्रत्येक भारतीय का नैतिक कर्तव्य है।
वेबिनार संगोष्ठी का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण से आचार्य नितिन प्रवक्ता आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, अम्बाला छावनी द्वारा किया गया। इस वेबिनार संगोष्ठी में देश के अनेक प्रसिद्ध संस्कृत विद्वानों व शोधार्थियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी के मुख्यातिथि डॉ. बलदेव धीमान, कुलपति श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र ने संबंधित विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के लिये सम्यक् कर्म करना नितान्त आवश्यक है जबकि संगोष्ठी में सारस्वत अतिथि के रूप में शामिल संस्कृत भारती उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री जय प्रकाश ने संस्कृत भाषा को अत्यन्त मधुर व सरलतम बताते हुए इसे जन-जन की भाषा बनाने की बात कही।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ. चित्तरंजन दयाल सिंह कौशल ने कहा कि संस्कृत भाषा भारत की आत्मा है। संस्कृत का ज्ञान प्रत्येक भारतीय के लिये अपरिहार्य है। इसके अतिरिक्त, इस अवसर पर फतेहाबाद के संजीव कुमार ने भी संबंधित विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
डॉ. सोमेश्वर दत्त शर्मा ने ये विचार गत दिवस हरियाणा संस्कृत अकादमी एवं श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र के संयुक्त तत्वावधान में 'संस्कृत, संस्कृति एवं स्वास्थ्य संरक्षणÓ विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संस्कृत वेबिनार संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि संस्कृत और संस्कृति भारत का गौरव व विरासत है। इन दोनों का संरक्षण करना प्रत्येक भारतीय का नैतिक कर्तव्य है।
वेबिनार संगोष्ठी का शुभारम्भ वैदिक मंगलाचरण से आचार्य नितिन प्रवक्ता आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, अम्बाला छावनी द्वारा किया गया। इस वेबिनार संगोष्ठी में देश के अनेक प्रसिद्ध संस्कृत विद्वानों व शोधार्थियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी के मुख्यातिथि डॉ. बलदेव धीमान, कुलपति श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र ने संबंधित विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के लिये सम्यक् कर्म करना नितान्त आवश्यक है जबकि संगोष्ठी में सारस्वत अतिथि के रूप में शामिल संस्कृत भारती उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री जय प्रकाश ने संस्कृत भाषा को अत्यन्त मधुर व सरलतम बताते हुए इसे जन-जन की भाषा बनाने की बात कही।
संगोष्ठी के मुख्य वक्ता डॉ. चित्तरंजन दयाल सिंह कौशल ने कहा कि संस्कृत भाषा भारत की आत्मा है। संस्कृत का ज्ञान प्रत्येक भारतीय के लिये अपरिहार्य है। इसके अतिरिक्त, इस अवसर पर फतेहाबाद के संजीव कुमार ने भी संबंधित विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
ब्रह्मïसरोवर पर पूजा-अर्चना का छोटा-सा कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित
चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के कुरूक्षेत्र में कोविड-19 के दृष्टिïगत आगामी 21 जून को आयोजित होने वाले सूर्यग्रहण मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जाएगा ,परंतु आदिकाल से चली आ रही परम्परा एवं कोरोना वायरस को मद्देनजर रखते हुए विश्व शांति एवं कल्याण के लिए ब्रह्मïसरोवर पर पूजा-अर्चना का एक छोटा-सा कार्यक्रम रखा जाना प्रस्तावित है।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार एवं जिला प्रशासन कुरूक्षेत्र द्वारा भारत के गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के तहत जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना के तहत इस बार सूर्यग्रहण के अवसर पर 21 जून को मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह सूर्यग्रहण मेले में स्नान एवं पूजा-अर्चना हेतु कुरुक्षेत्र ना जाएं ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।
एक सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सरकार एवं जिला प्रशासन कुरूक्षेत्र द्वारा भारत के गृह मंत्रालय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोविड-19 के तहत जारी दिशा-निर्देशों की अनुपालना के तहत इस बार सूर्यग्रहण के अवसर पर 21 जून को मेले का बड़े स्तर पर आयोजन नहीं किया जा रहा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वह सूर्यग्रहण मेले में स्नान एवं पूजा-अर्चना हेतु कुरुक्षेत्र ना जाएं ताकि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा का सामना ना करना पड़े।
14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त सहित दो युवक काबू
सिरसा (लहू की लौ) जिला भर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए कालांवाली पुलिस टीम ने गस्त व चैकिंग के दौरान मल्लेकां क्षेत्र से दो युवकों को 14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त के साथ काबू किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए कालांवाली प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान बलविंदर सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी मल्लेकां व परमजीत सिंह पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी परलीकां राजस्थान के रुप में हुई है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवकों के खिलाफ थाना सदर सिरसा में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है । उन्होंने बताया कि सीआईए कालांवाली पुलिस टीम के सहायक उप निरीक्षक सोमित कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मल्लेकां क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे दोनों युवकों ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त दोनों युवकों को रोककर उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जा से 14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए कालांवाली प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि पकड़े गए युवकों की पहचान बलविंदर सिंह पुत्र दलीप सिंह निवासी मल्लेकां व परमजीत सिंह पुत्र इंद्रजीत सिंह निवासी परलीकां राजस्थान के रुप में हुई है।
उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवकों के खिलाफ थाना सदर सिरसा में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है । उन्होंने बताया कि सीआईए कालांवाली पुलिस टीम के सहायक उप निरीक्षक सोमित कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मल्लेकां क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे दोनों युवकों ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त दोनों युवकों को रोककर उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जा से 14 किलो 200 ग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ।
पैनल अधिवक्ता वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को करेंगे जागरुक
सिरसा(लहू की लौ)जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अनमोल सिंह नय्यर ने बताया कि हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचकूला के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा कोविड-19 को ध्यान में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहा है। पैनल अधिवक्ता 17 जून तक जागरुकता अभियान के तहत व्हाट्स ऐप वेब, वीडियो कॉफ्रेंसिंग व वोडियों कॉलिंग द्वारा लोगों को जागरूक करेंगे।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के आमजन को प्रदेश सरकार की योजनाओं के बारे में अवगत करवाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके तथा मौलिक कर्तव्यों के बारे में जनता में जागरूकता पैदा की जा सके।
सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों को मिलेगा राज्य पुरस्कार
चंडीगढ़ (लहू की लौ)हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा मद्यपान एवं नशीले पदार्थों पर रोकथाम के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले व्यक्तियों से राज्य पुरस्कार के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2020-21 हेतु मद्यपान एवं नशीले पदार्थों पर रोकथाम के क्षेत्र में विलक्षण सेवाएं देने वाले व्यक्ति को राज्य पुरस्कार दिया जाएगा, जिसके तहत प्रथम पुरस्कार 50 हजार, द्वितीय 30 हजार व तृतीय पुरस्कार के रूप में 20 हजार रूपए दिए जाएंगे। आवेदक इस पुरस्कार के लिए 20 जून सायं चार बजे तक संबंधित जिला कार्यालय में अपने आवेदन जमा कर सकते हैं।
600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूलों सहित बाईक सवार काबू
सिरसा (लहू की लौ) जिला भर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए डबवाली पुलिस टीम ने गश्त व चैकिंग के दौरान मम्मड़ खेड़ा क्षेत्र से मोटरसाइकिल सवार एक युवक को 600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूलों के साथ गिरफ्तार किया है ।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए डबवाली प्रभारी इंस्पैक्टर अवतार सिंह ने बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान विनोद कुमार पुत्र हंसराज निवासी नथौर के रूप में हुई है।
सीआईए डबवाली प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए युवक से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर दो लोगों के खिलाफ थाना रानियां में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सीआईए डबवाली के सहायक उप निरीक्षक चरणजीत सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मम्मड़ खेड़ा में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे मोटरसाइकिल सवार युवक ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त मोटरसाइकिल सवार युवक को काबू कर उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जा से 600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद हुए।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सीआईए डबवाली प्रभारी इंस्पैक्टर अवतार सिंह ने बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान विनोद कुमार पुत्र हंसराज निवासी नथौर के रूप में हुई है।
सीआईए डबवाली प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए युवक से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर दो लोगों के खिलाफ थाना रानियां में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर की तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सीआईए डबवाली के सहायक उप निरीक्षक चरणजीत सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव मम्मड़ खेड़ा में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे मोटरसाइकिल सवार युवक ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त मोटरसाइकिल सवार युवक को काबू कर उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जा से 600 नशीले प्रतिबंधित कैप्सूल बरामद हुए।
नमांकन / पद्म अवाड्र्स 2021 के लिए आवेदन मांगे
सिरसा(लहू की लौ)भारत सरकार द्वारा वर्ष 2021 के लिये पद्म पुरस्कारों के लिए नामांकन प्रस्ताव आमंत्रित किए गए हैं जिसकी अंतिम तिथि केन्द्र सरकार द्वारा 15 सितम्बर 2020 तय की गई है।
यह जानकारी देते हुए नगराधीश कुलभूषण बंसल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष गणतन्त्र दिवस के अवसर पर पद्म पुरस्कार श्रृखंला के तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण एवं पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। इनमें कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, औषधि, सामाजिक कार्य, विज्ञान, अभियांत्रिकी, सार्वजनिक मामलों, नागरिक सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि क्षेत्र शामिल हैं। इन पुरस्कारों हेतु ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुरूप पद्म पुरस्कारों के लिए आवेदन ऑनलाइन वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट पद्मअवाड्र्स डॉट जीओवी डॉट इन (222. श्चड्डस्रद्वड्डड्ड2ड्डह्म्स्रह्य. द्दश1.द्बठ्ठ) के माध्यम से ही किया जा सकेगा। इस वेबसाइट पर निर्धारित पात्रता और मापदंड की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।
यह जानकारी देते हुए नगराधीश कुलभूषण बंसल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष गणतन्त्र दिवस के अवसर पर पद्म पुरस्कार श्रृखंला के तहत पद्म विभूषण, पद्म भूषण एवं पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। यह पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों एवं सेवाओं के लिए दिए जाते हैं। इनमें कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, औषधि, सामाजिक कार्य, विज्ञान, अभियांत्रिकी, सार्वजनिक मामलों, नागरिक सेवा, व्यापार एवं उद्योग आदि क्षेत्र शामिल हैं। इन पुरस्कारों हेतु ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। भारत सरकार के दिशा निर्देश के अनुरूप पद्म पुरस्कारों के लिए आवेदन ऑनलाइन वेबसाइट डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट पद्मअवाड्र्स डॉट जीओवी डॉट इन (222. श्चड्डस्रद्वड्डड्ड2ड्डह्म्स्रह्य. द्दश1.द्बठ्ठ) के माध्यम से ही किया जा सकेगा। इस वेबसाइट पर निर्धारित पात्रता और मापदंड की जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।
11 जून 2020
25 लाख रुपये की 11 किलोग्राम अफीम सहित कार सवार व्यक्ति काबू
सिरसा(लहू की लौ) जिला भर में पुलिस अधीक्षक सिरसा उप पुलिस महानिरीक्षक डॉ. अरुण सिंह के नेतृत्व में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्यवाही करते हुए जिला की सीआईए सिरसा पुलिस टीम ने लाखों रूपये की अफीम के साथ कार सवार एक व्यक्ति काबू कर बड़ी सफलता हासिल की है । सीआईए पुलिस ने गस्त व चैकिंग के दौरान महत्वपूर्ण सुचना के आधार पर कार्यवाही करते हुए जमाल क्षेत्र से कार सवार एक व्यक्ति को करीब 25 लाख रुपये की 11 किलोग्राम अफीम के साथ काबू किया गया है । इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएसपी आर्यन चौधरी व सीआईए सिरसा प्रभारी इंस्पैक्टर रविंद्र कुमार ने संयुक्त रुप से बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान दिनेश कुमार पुत्र मांगी लाल निवासी वार्ड नं. 6, तुरकिया मंदसौर (मध्यप्रदेश) के रूप में हुई है । उन्होने बताया कि पकड़े गए युवक से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर इस संबंध में थाना नाथूसरी चौपटा में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर व अफीम तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश शुरु कर दी है। इस संबंध में उन्होंने बताया कि सीआईए सिरसा पुलिस के उप निरीक्षक सतबीर सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान चौपटा क्षेत्र के जमाल गांव में मौजूद थी । इसी दौरान महत्तवपूर्ण सुचना मिली कि कार में सवार एक व्यक्ति मध्यप्रदेश से अफीम की एक बड़ी खेप लेकर नाथूसरी चौपटा क्षेत्र में अफीम सप्लाई करने की फिराक में है । डीएसपी आर्यन चौधरी ने बताया कि इस सुचना को पाकर सीआईए सिरसा पुलिस टीम ने जमाल क्षेत्र में सेमनाला के पास नाकाबंदी कर आने जाने वाले वाहनों की चैकिंग शुरू की । इसी दौरान सामने से आ रही कार को शक के बिनहा पर रोककर कार की तलाशी लेने पर उक्त कार में से 11 किलोग्राम अफीम बरामद हुई । प्रारंम्भिक पूछताछ में पता चला है कि यह अफीम आरोपी द्वारा मध्यप्रदेश क्षेत्र से लाई गई थी और उसे चौपटा क्षेत्र के गांव दड़बा व अन्य क्षेत्रों में सप्लाई की जानी थी । उन्होंने बताया कि पकड़ी गई अफीम की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करीब 25 लाख रुपए आंकी गई है । पकड़े गए व्यक्ति को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान अफीम तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में नाम पता मालूम कर उनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी ।चरित्र सन्देह में कस्सी मारकर की पत्नी की हत्या, ठंडा पानी पीकर बेटी से बोला-आज कलेजा ठंडा हो गया
मृतका की बेटी में 100 नम्बर पर कॉल करके पुलिस को सूचित किया, हत्यारोपित हिरासत में
डबवाली(लहू की लौ)बुधवार सुबह गांव गंगा में पति ने कस्सी मारकर पत्नी की हत्या कर दी। आरोपित पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। वारदात के बाद आरोपित फरार नहीं हुआ। बल्कि ठंडा पानी पीकर बोला कि आज कलेजा ठंडा हो गया है। मृतका की पहचान पंजाब के जिला मोगा के गांव थिराज निवासी अजीत कौर (45) के रूप में हुई है। जोकि करीब एक साल से पति चंद सिंह तथा दो बच्चों के साथ गांव में कालुआना रोड किसान मुख्तियार सिंह उर्फ बग्गा के खेत मे बने कोठे में रह रही थी। वारदात को अपनी बेटी सोमा के सामने अंजाम दिया। बेटी ने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके पिता की करतूत बताई। सूचना पाकर सदर थाना पुलिस मौका पर पहुंची। पुलिस ने चंद सिंह को हिरासत में ले लिया। बताया जाता है कि मृतका के चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी विवाहित है। जबकि बेटा पंजाब में मजदूरी करता है। एक बेटा और बेटी उसके पास रहते थे। सदर थाना पुलिस ने मृतका के बेटे कर्मजीत सिंह निवासी थिराज की शिकायत पर हत्यारोपी पिता के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पहले डराया, फिर सिर पर मारी कस्सी
पिता की काली करतूत की गवाह उसकी बेटी सोमा है। चश्मदीद ने बताया कि रात को 9 बजे चंद सिंह घर आया था। उसने शराब पी रखी थी। वह झगड़ा करने लगा। बाद में बैंटरी उठाकर इधर उधर घूमता रहा। वह रात भर सोया नहीं। सुबह करीब साढ़े 5 बजे पुन: झगड़ा शुरू हो गया। उसने सामना उठाकर घर छोड़ जाने के लिए कहा। बाद में कस्सी से डराने लगा। पहली बार तो डराया, दूसरी बार कस्सी का पीछा हिस्सा मां के सिर पर मारा। मौके पर ही मां की मौत हो गई।
लॉक डाउन के कारण यहीं रूका था परिवार
सोमा के मुताबिक उसका पिता चरित्र पर संदेह करता था। पंजाब में रहते समय घर फूंककर राजस्थान भाग गया था। करीब एक माह बाद राजस्थान में बुला लिया। वहां भी मां पर इल्जाम लगाकर हरियाणा में आ गया। वह अक्सर कहता था कि तेरा हाल बहन जैसा होगा। जैसे मेरे मुंह बोली बहन को हथौड़ों से मारा गया था, वैसे ही मारूंगा। डबवाली इलाके में हम पहले किसी अन्य गांव में ठहरे थे। वहां भी उसके पिता ने मां पर लांछन लगाने शुरू कर दिए थे। मां को मारने के बाद ठंडा पानी पीकर पिता बोला कि आज कलेजा ठंडा हो गया है।
किसान को फोन कर बोला-मैंने पत्नी को मार डाला
चंद सिंह ने पत्नी की हत्या करने के बाद अपने परिजनों तथा अन्य को कॉल की। पहले गंगा गांव के किसान जय सिंह को कॉल करके बोला-मेरी पत्नी को कुछ हो गया है। बाद में किसान सुखदेव को कॉल कर कहा है मैंने पत्नी की हत्या कर दी है। सूचना पाकर किसान मौका पर पहुंचे। इधर पुलिस भी मौका पर पहुंच गई।
डबवाली(लहू की लौ)बुधवार सुबह गांव गंगा में पति ने कस्सी मारकर पत्नी की हत्या कर दी। आरोपित पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था। वारदात के बाद आरोपित फरार नहीं हुआ। बल्कि ठंडा पानी पीकर बोला कि आज कलेजा ठंडा हो गया है। मृतका की पहचान पंजाब के जिला मोगा के गांव थिराज निवासी अजीत कौर (45) के रूप में हुई है। जोकि करीब एक साल से पति चंद सिंह तथा दो बच्चों के साथ गांव में कालुआना रोड किसान मुख्तियार सिंह उर्फ बग्गा के खेत मे बने कोठे में रह रही थी। वारदात को अपनी बेटी सोमा के सामने अंजाम दिया। बेटी ने पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल करके पिता की करतूत बताई। सूचना पाकर सदर थाना पुलिस मौका पर पहुंची। पुलिस ने चंद सिंह को हिरासत में ले लिया। बताया जाता है कि मृतका के चार बच्चे हैं। बड़ी बेटी विवाहित है। जबकि बेटा पंजाब में मजदूरी करता है। एक बेटा और बेटी उसके पास रहते थे। सदर थाना पुलिस ने मृतका के बेटे कर्मजीत सिंह निवासी थिराज की शिकायत पर हत्यारोपी पिता के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पहले डराया, फिर सिर पर मारी कस्सी
पिता की काली करतूत की गवाह उसकी बेटी सोमा है। चश्मदीद ने बताया कि रात को 9 बजे चंद सिंह घर आया था। उसने शराब पी रखी थी। वह झगड़ा करने लगा। बाद में बैंटरी उठाकर इधर उधर घूमता रहा। वह रात भर सोया नहीं। सुबह करीब साढ़े 5 बजे पुन: झगड़ा शुरू हो गया। उसने सामना उठाकर घर छोड़ जाने के लिए कहा। बाद में कस्सी से डराने लगा। पहली बार तो डराया, दूसरी बार कस्सी का पीछा हिस्सा मां के सिर पर मारा। मौके पर ही मां की मौत हो गई।
लॉक डाउन के कारण यहीं रूका था परिवार
सोमा के मुताबिक उसका पिता चरित्र पर संदेह करता था। पंजाब में रहते समय घर फूंककर राजस्थान भाग गया था। करीब एक माह बाद राजस्थान में बुला लिया। वहां भी मां पर इल्जाम लगाकर हरियाणा में आ गया। वह अक्सर कहता था कि तेरा हाल बहन जैसा होगा। जैसे मेरे मुंह बोली बहन को हथौड़ों से मारा गया था, वैसे ही मारूंगा। डबवाली इलाके में हम पहले किसी अन्य गांव में ठहरे थे। वहां भी उसके पिता ने मां पर लांछन लगाने शुरू कर दिए थे। मां को मारने के बाद ठंडा पानी पीकर पिता बोला कि आज कलेजा ठंडा हो गया है।
किसान को फोन कर बोला-मैंने पत्नी को मार डाला
चंद सिंह ने पत्नी की हत्या करने के बाद अपने परिजनों तथा अन्य को कॉल की। पहले गंगा गांव के किसान जय सिंह को कॉल करके बोला-मेरी पत्नी को कुछ हो गया है। बाद में किसान सुखदेव को कॉल कर कहा है मैंने पत्नी की हत्या कर दी है। सूचना पाकर किसान मौका पर पहुंचे। इधर पुलिस भी मौका पर पहुंच गई।
- वाक्य सुबह करीब साढ़े 5 बजे का है। मां को मारने के बाद पिता चंद सिंह ने मुझे कॉल की थी। वह बोला कि तेरी मां को टिकाने लगा दिया है, आकर इसका अंतिम संस्कार कर देना। मां पर जो लांछन लगाता था, वह बेबुनियाद थे। मेरे पिता ने जो घिनोना काम किया है। उसकी कड़ी सजा मिलनी चाहिए। -कर्मजीत सिंह (मृतका का बेटा)
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