14 जून 2020

घर से पढ़ाओ अभियान.... बच्चे ढाणी में बैठे-बैठे पढ़ें, इसलिए जेबीटी ने गिफ्ट किया एंड्रॉयड मोबाइल


पाठशाला में इकलौते टीचर हैं संजीव बिश्नोई, पहली से पांचवीं में पढ़ते हैं 15 बच्चे


डबवाली(लहू की लौ) घर से पढ़ाओ अभियान तभी कारगर साबित होगा, जब बच्चों के हाथ में एंड्रॉयड मोबाइल होगा। गांव अबूबशहर की ढाणी गुरुनानक में बनी पाठशाला में कार्यरत जेबीटी संजीव बिश्नोई ने यह बात गांठ बांधते हुए बच्चों को हजारों रुपये कीमत का एंड्रॅायड मोबाइल गिफ्ट किया है। जिसकी सहायता से पांच ढाणियों के आठ बच्चे हर रोज लाइव क्लासिज लगा रहे हैं।
दरअसल, संजीव बिश्नोई जिस पाठशाला में कार्यरत हैं। वहां पहली से पांचवीं तक 15 बच्चों ने दाखिला ले रखा है। सभी बच्चे साथ सटी ढाणियों से ताल्लुक रखते हैं। पाठशाला में वे इकलौते अध्यापक हैं। उन्होंने बच्चों को घर बैठे पढ़ाना शुरु किया तो पता चला कि आकाशदीप, दलजीत, किरणजीत, अकवीर, चंचल, लवप्रीत आदि के पास एंड्रॉयड फोन ही नहीं है। शिक्षा विभाग के अभियान को सफल करने के लिए उन्होंने बाजार से मोबाइल खरीदा। एक बच्चे के परिजनों की आइडी लेकर सिम एक्टिवेट करवा दिया। फिर क्या था, सीधे ढाणी में पहुंच गए। आठ बच्चों को एक साथ मोबाइल गिफ्ट किया। उन्हें वाट्सएप या लाइव कॉल की जानकारी दी। हर रोज शाम को आठों बच्चे एक स्थान पर इक्ट्ठे होते हैं। शाम 5 बजे लाइव क्लास लगती है। उपरोक्त प्रयास की बदौलत शिक्षा विभाग ने प्रशंसा पत्र दिया है।

पाठशाला से करीब ढाई किलोमीटर की दूरी पर पांच ढाणियां एक-दूसरे से सटी हुई हैं। ढाणियों के आठ बच्चों के परिजन सुबह ही दिहाड़ी पर चले जाते हैं, देर शाम को घर वापिस लौटते हैं। बच्चों ने समस्या उसे बताई थी। उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो, इसलिए मैंने एंड्रॉयड मोबाइल खरीदकर दिया है। अब बच्चों को पढऩे में कोई परेशानी नहीं हुई।
-संजीव बिश्नोई, जेबीटी
ढाणी गुरुनानक नगर पाठशाला, गांव अबूबशहर

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