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Lahoo Ki Lau
25 फ़रवरी 2014
24 फ़रवरी 2014
23 फ़रवरी 2014
22 फ़रवरी 2014
21 फ़रवरी 2014
20 फ़रवरी 2014
27 नवंबर 2013
चौधरी की कोठी बनी कांग्रेसियों का अखाड़ा
युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने नवरतन बांसल को पीटा
डबवाली (लहू की लौ) वरिष्ठ कांग्रेस नेता संदीप चौधरी की कोठी उस समय अखाड़ा बन गई। जब युवा कांग्रेस हल्का डबवाली अध्यक्ष ने शहर कांग्रेस डबवाली के पूर्व प्रधान को पीट डाला। पूर्व प्रधान ने शहर थाना पुलिस में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है।
बीते दिवस संदीप चौधरी की कोठी में एक बैठक चल रही थी। इस बैठक में ओएसडी (मीडिया) डॉ. केवी सिंह, संदीप चौधरी, शहर कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवरतन बांसल तथा युवा कांग्रेस हल्का डबवाली के अध्यक्ष विजय सहारण आदि मौजूद थे। कुछ देर बाद ही बैठक अखाड़ा का रूप ले गई। डॉ. केवी सिंह के सामने विजय सहारण ने नवरतन बांसल के मुंह पर तमाचे जड़ दिए। बात यहीं खत्म नहीं हुई। बांसल की अंगुलियों को पकड़कर बुरी तरह से मरोड़ दिया। घटना के तुरन्त बाद बांसल अस्पताल में पहुंचे। उन्होंने मेडिकल जांच करवाने के बाद शहर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
क्या बोले पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष
शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवरतन बांसल ने बताया कि वे संदीप चौधरी की कोठी में बैठे हुए थे। वहां विजय सहारण भी मौजूद था। उसने सहारण को कुछ समय पूर्व तहसीलदार परमजीत सिंह चहल के साथ किए बर्ताव के बारे में समझाते हुए शिष्टाचार की सीमा न लांघने के लिए कहा। जिस पर युवा अध्यक्ष विजय सहारण भड़क उठा। सहारण ने उसे थप्पड़ों से पीटा। हाथापाई करते हुए उसकी अंगुलियां बुरी तरह से मरोड़ दीं। इस संबंध में उसने शहर थाना पुलिस में शिकायत दी है।
हमारा पारिवारिक मामला-सहारण
उधर युवा कांग्रेस अध्यक्ष विजय सहारण ने बताया कि उनका पारिवारिक मामला है। कुछ गिले-शिकवे थे, जो दूर कर लिए गए हैं।
एक्स-रे रिपोर्ट के बाद होगी आगामी कार्रवाई-एसएचओ
शहर थाना पुलिस प्रभारी इंस्पेक्टर भरतेन्द्र सिंह ढिल्लों ने बताया कि नवरतन बांसल की शिकायत उनके पास आई है। अंगुली की एक्स-रे रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
असली विवाद की जड़ है जमीन
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार कांग्रेसियों में विवाद की असली जड़ जमीन है। सूत्र बताते हैं कि चौटाला रोड़ पर नवरतन बांसल के पास 33 फुट का एक टुकड़ा पड़ा है। करीब 22 फुट जमीन के कागजात उसके पास हैं। शेष भूमि पर विजय सहारण अपना कब्जा बताता है। लेकिन बांसल उसे कब्जा नहीं देना चाहता। इसी बात को डॉ. केवी सिंह दोनों में सुलह करवा रहे थे। लेकिन उनके सामने ही सहारण ने बांसल को पीट डाला। सूत्र यह भी बताते हैं कि मामला थाना पहुंचते ही डॉ. केवी सिंह, शहर कांग्रेस अध्यक्ष पवन गर्ग अपने दलबल सहित नवरतन बांसल को मनाने के लिए उनके पेट्रोल पम्प पर पहुंचे। सहारण और बांसल में सुलह करवाने के प्रयास शुरू किए।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने नवरतन बांसल को पीटा
डबवाली (लहू की लौ) वरिष्ठ कांग्रेस नेता संदीप चौधरी की कोठी उस समय अखाड़ा बन गई। जब युवा कांग्रेस हल्का डबवाली अध्यक्ष ने शहर कांग्रेस डबवाली के पूर्व प्रधान को पीट डाला। पूर्व प्रधान ने शहर थाना पुलिस में शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है।
बीते दिवस संदीप चौधरी की कोठी में एक बैठक चल रही थी। इस बैठक में ओएसडी (मीडिया) डॉ. केवी सिंह, संदीप चौधरी, शहर कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवरतन बांसल तथा युवा कांग्रेस हल्का डबवाली के अध्यक्ष विजय सहारण आदि मौजूद थे। कुछ देर बाद ही बैठक अखाड़ा का रूप ले गई। डॉ. केवी सिंह के सामने विजय सहारण ने नवरतन बांसल के मुंह पर तमाचे जड़ दिए। बात यहीं खत्म नहीं हुई। बांसल की अंगुलियों को पकड़कर बुरी तरह से मरोड़ दिया। घटना के तुरन्त बाद बांसल अस्पताल में पहुंचे। उन्होंने मेडिकल जांच करवाने के बाद शहर थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
क्या बोले पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष
शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवरतन बांसल ने बताया कि वे संदीप चौधरी की कोठी में बैठे हुए थे। वहां विजय सहारण भी मौजूद था। उसने सहारण को कुछ समय पूर्व तहसीलदार परमजीत सिंह चहल के साथ किए बर्ताव के बारे में समझाते हुए शिष्टाचार की सीमा न लांघने के लिए कहा। जिस पर युवा अध्यक्ष विजय सहारण भड़क उठा। सहारण ने उसे थप्पड़ों से पीटा। हाथापाई करते हुए उसकी अंगुलियां बुरी तरह से मरोड़ दीं। इस संबंध में उसने शहर थाना पुलिस में शिकायत दी है।
हमारा पारिवारिक मामला-सहारण
उधर युवा कांग्रेस अध्यक्ष विजय सहारण ने बताया कि उनका पारिवारिक मामला है। कुछ गिले-शिकवे थे, जो दूर कर लिए गए हैं।
एक्स-रे रिपोर्ट के बाद होगी आगामी कार्रवाई-एसएचओ
शहर थाना पुलिस प्रभारी इंस्पेक्टर भरतेन्द्र सिंह ढिल्लों ने बताया कि नवरतन बांसल की शिकायत उनके पास आई है। अंगुली की एक्स-रे रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
असली विवाद की जड़ है जमीन
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार कांग्रेसियों में विवाद की असली जड़ जमीन है। सूत्र बताते हैं कि चौटाला रोड़ पर नवरतन बांसल के पास 33 फुट का एक टुकड़ा पड़ा है। करीब 22 फुट जमीन के कागजात उसके पास हैं। शेष भूमि पर विजय सहारण अपना कब्जा बताता है। लेकिन बांसल उसे कब्जा नहीं देना चाहता। इसी बात को डॉ. केवी सिंह दोनों में सुलह करवा रहे थे। लेकिन उनके सामने ही सहारण ने बांसल को पीट डाला। सूत्र यह भी बताते हैं कि मामला थाना पहुंचते ही डॉ. केवी सिंह, शहर कांग्रेस अध्यक्ष पवन गर्ग अपने दलबल सहित नवरतन बांसल को मनाने के लिए उनके पेट्रोल पम्प पर पहुंचे। सहारण और बांसल में सुलह करवाने के प्रयास शुरू किए।
शिनाख्त के लिए नम्बरदार ने मांगे 5000, एसडीएम ने बिठाई जांच
नम्बरदार ने आरोपों को नकारा, तहसीलदार परमजीत सिंह चहल करेंगे मामले की जांच
डबवाली (लहू की लौ) एक नम्बरदार पर वसीयत पर शिनाख्त के लिए पांच हजार रूपए मांगने का मामला सामने आया है। शिकायत के आधार पर उपमण्डलाधीश ने तहसीलदार को जांच सौंपी है।
वार्ड नं. 16 निवासी अजायब सिंह पुत्र जंगीर सिंह ने उपमण्डलाधीश को दी शिकायत में कहा है कि उसने अपनी जायदाद की वसीयत अपने पौत्रे जबरजंग सिंह, जगमीत सिंह के हक में करवानी थी। दस्तावेज तैयार करवाने के बाद नम्बरदार नरेन्द्र जोईया को वसीयत पर शिनाख्त करने के लिए कहा। उसने 5000 रूपए की मांग की। नम्बरदार ने कहा कि अगर उसे पैसे नहीं दिए तो वह वसीयत नहीं होने देगा। जिस पर उसने तथा उसके लड़के गुरमीत सिंह ने 2500 रूपए की राशि उक्त नम्बरदार को दी। राशि लेने के बावजूद भी उसने वसीयत पर शिनाख्त नहीं की। उसने गांव डबवाली के नम्बरदार जगरूप सिंह की वसीयत पर शिनाख्त करवाई और अपने पोतों के हक में वसीयत रजिस्टर्ड करवाई।
यह भी लगाया आरोप
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि करीब एक माह पूर्व उसके नजदीकी मित्र संदीप निवासी सिरसा की जमानत ऐलनाबाद की अदालत में चल रहे फौजदारी मुकदमें में करवानी थी। शिनाख्त करने के लिए उपरोक्त नम्बरदार ने 5000 रूपए की मांग की थी। उसके मना करने पर वह 2500 रूपए मांगने लगा। एक सप्ताह तक टालमटोल करने के बाद ऐलनाबाद में जाकर उसकी शिनाख्त की। शिकायतकर्ता ने शिकायत में एक मूवी का जिक्र भी किया है। जिसमें नम्बरदार को पैसे मांगता दिखाया है। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त नम्बरदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उधर नम्बरदार नरेन्द्र जोईया के अनुसार उस पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। अजायब सिंह ने उससे 2000 रूपए उधार लिए थे। उसने उन्हीं पैसों की मांग की थी।
उपमण्डलाधीश सतीश कुमार ने बताया कि शिकायत उनके पास आई है। जांच का कार्य तहसीलदार परमजीत सिंह चहल को सौंपा गया है। जांच अधिकारी की रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
नम्बरदार ने आरोपों को नकारा, तहसीलदार परमजीत सिंह चहल करेंगे मामले की जांच
डबवाली (लहू की लौ) एक नम्बरदार पर वसीयत पर शिनाख्त के लिए पांच हजार रूपए मांगने का मामला सामने आया है। शिकायत के आधार पर उपमण्डलाधीश ने तहसीलदार को जांच सौंपी है।
वार्ड नं. 16 निवासी अजायब सिंह पुत्र जंगीर सिंह ने उपमण्डलाधीश को दी शिकायत में कहा है कि उसने अपनी जायदाद की वसीयत अपने पौत्रे जबरजंग सिंह, जगमीत सिंह के हक में करवानी थी। दस्तावेज तैयार करवाने के बाद नम्बरदार नरेन्द्र जोईया को वसीयत पर शिनाख्त करने के लिए कहा। उसने 5000 रूपए की मांग की। नम्बरदार ने कहा कि अगर उसे पैसे नहीं दिए तो वह वसीयत नहीं होने देगा। जिस पर उसने तथा उसके लड़के गुरमीत सिंह ने 2500 रूपए की राशि उक्त नम्बरदार को दी। राशि लेने के बावजूद भी उसने वसीयत पर शिनाख्त नहीं की। उसने गांव डबवाली के नम्बरदार जगरूप सिंह की वसीयत पर शिनाख्त करवाई और अपने पोतों के हक में वसीयत रजिस्टर्ड करवाई।
यह भी लगाया आरोप
शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया कि करीब एक माह पूर्व उसके नजदीकी मित्र संदीप निवासी सिरसा की जमानत ऐलनाबाद की अदालत में चल रहे फौजदारी मुकदमें में करवानी थी। शिनाख्त करने के लिए उपरोक्त नम्बरदार ने 5000 रूपए की मांग की थी। उसके मना करने पर वह 2500 रूपए मांगने लगा। एक सप्ताह तक टालमटोल करने के बाद ऐलनाबाद में जाकर उसकी शिनाख्त की। शिकायतकर्ता ने शिकायत में एक मूवी का जिक्र भी किया है। जिसमें नम्बरदार को पैसे मांगता दिखाया है। शिकायतकर्ता ने उपरोक्त नम्बरदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
उधर नम्बरदार नरेन्द्र जोईया के अनुसार उस पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। अजायब सिंह ने उससे 2000 रूपए उधार लिए थे। उसने उन्हीं पैसों की मांग की थी।
उपमण्डलाधीश सतीश कुमार ने बताया कि शिकायत उनके पास आई है। जांच का कार्य तहसीलदार परमजीत सिंह चहल को सौंपा गया है। जांच अधिकारी की रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा सरकार के खिलाफ उठेंगे एक साथ 40 हजार हाथ
डबवाली (लहू की लौ) आने वाले दिनों में हरियाणा सरकार को आफत का सामना करना पड़ सकता है। भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा के 40 हजार कार्यकर्ता तीन दिवसीय कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेसी सांसदों, विधायकों तथा मंत्रियों के आवास के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
सरकार ने की वायदा खिलाफी-जिला सचिव
भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा जिला सिरसा के सचिव नत्थू राम ने बताया कि 23 अगस्त को सीएम आवास पर सरकार के साथ यूनियन की बैठक हुई थी। जिसमें सरकार ने उनकी मांगों पर सहमति जताते हुए उसे लागू करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद गोहाना में कांग्रेस की रैली हुई। लेकिन सीएम ने मजदूरों के लिए कोई घोषणा नहीं की। यूनियन सरकार को धोखेबाज मान रही है। जिला सचिव के अनुसार सरकार की वायदाखिलाफी पर यूनियन आगामी 4, 5 तथा 6 दिसम्बर को कांग्रेसी विधायकों, सांसदों तथा मंत्रियों के आवास पर प्रदर्शन करके उन्हें ज्ञापन सौंपेगी।
नत्थू राम के अनुसार प्रदेश में करीब 10 लााख् मजदूर हैं। लेकिन अभी तक 10 प्रतिशत मजदूरों का पंजीकरण हुआ है। पंजीकरण सीधे वोटर कार्ड, पहचान पत्र से किया जाए। चूंकि अधिकतर मजदूर अनपढ़ हैं। उपरोक्त कार्यक्रम के अतिरिक्त आगामी 12 तारीख को सीटू के आह्वान पर मजदूर दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली रैली में भी भाग लेंगे।
सांसद के आवास पर प्रदर्शन 5 को
अपने तय कार्यक्रम अनुसार यूनियन सदस्य 5 दिसम्बर को सिरसा में भी विरोध दर्ज करवाएंगे। यूनियन के सदस्य एक जगह पर एकत्रित होंगे। सरकार के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए सांसद अशोक तंवर के आवास पर पहुंचेंगे। इस मौके पर एक ज्ञापन भी सौपेंगे।
ये हैं मुख्य मांगे
1. पंजीकरण वोटर कार्ड के आधार पर हो।
2. कन्यादान राशि बढ़ाकर 51 हजार की जाए।
3. मृत्यु के मामले में राशि 5 लाख रूपए की जाए।
4. इलाज के लिए स्मार्ट कार्ड जारी किए जाएं।
डबवाली (लहू की लौ) आने वाले दिनों में हरियाणा सरकार को आफत का सामना करना पड़ सकता है। भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा के 40 हजार कार्यकर्ता तीन दिवसीय कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेसी सांसदों, विधायकों तथा मंत्रियों के आवास के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे।
सरकार ने की वायदा खिलाफी-जिला सचिव
भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा जिला सिरसा के सचिव नत्थू राम ने बताया कि 23 अगस्त को सीएम आवास पर सरकार के साथ यूनियन की बैठक हुई थी। जिसमें सरकार ने उनकी मांगों पर सहमति जताते हुए उसे लागू करने का आश्वासन दिया था। इसके बाद गोहाना में कांग्रेस की रैली हुई। लेकिन सीएम ने मजदूरों के लिए कोई घोषणा नहीं की। यूनियन सरकार को धोखेबाज मान रही है। जिला सचिव के अनुसार सरकार की वायदाखिलाफी पर यूनियन आगामी 4, 5 तथा 6 दिसम्बर को कांग्रेसी विधायकों, सांसदों तथा मंत्रियों के आवास पर प्रदर्शन करके उन्हें ज्ञापन सौंपेगी।
नत्थू राम के अनुसार प्रदेश में करीब 10 लााख् मजदूर हैं। लेकिन अभी तक 10 प्रतिशत मजदूरों का पंजीकरण हुआ है। पंजीकरण सीधे वोटर कार्ड, पहचान पत्र से किया जाए। चूंकि अधिकतर मजदूर अनपढ़ हैं। उपरोक्त कार्यक्रम के अतिरिक्त आगामी 12 तारीख को सीटू के आह्वान पर मजदूर दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली रैली में भी भाग लेंगे।
सांसद के आवास पर प्रदर्शन 5 को
अपने तय कार्यक्रम अनुसार यूनियन सदस्य 5 दिसम्बर को सिरसा में भी विरोध दर्ज करवाएंगे। यूनियन के सदस्य एक जगह पर एकत्रित होंगे। सरकार के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए सांसद अशोक तंवर के आवास पर पहुंचेंगे। इस मौके पर एक ज्ञापन भी सौपेंगे।
ये हैं मुख्य मांगे
1. पंजीकरण वोटर कार्ड के आधार पर हो।
2. कन्यादान राशि बढ़ाकर 51 हजार की जाए।
3. मृत्यु के मामले में राशि 5 लाख रूपए की जाए।
4. इलाज के लिए स्मार्ट कार्ड जारी किए जाएं।
24 अक्टूबर 2013
तिहाड़ जेल जाने वालों की कतार में बिल्लू और हुड्डा
डबवाली (लहू की लौ) पिछले तीन दिनों से जिला सिरसा में हूं। जिला में सड़कें तक पक्की नहीं है। लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रही। एक परिवार ने इतने वर्षों तक एक छत्र राज किया हो। देश को उपप्रधानमंत्री तक दिया है। जिला में पिछड़ापन देखकर मुझे हैरत होती है। आप लोग मुझे एक मौका दीजिए। मैं, आपको दिखाऊंगा उन्नति क्या होती है। समान विकास क्या होता है। ये शब्द हरियाणा जनहित कांग्रेस प्रमुख कुलदीप बिश्नोई ने कहे।
60 हजार करोड़ रूपए का कर्जदार हुआ हरियाणा प्रदेश
वे बुधवार को डबवाली के गोल चौक में हजकां-भाजपा गठबंधन कार्यकर्ताओं के अभिनन्दन समारोह के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रोहतक, सोनीपत, सिरसा के साथ-साथ पूरा प्रदेश रो रहा है। फिर भी प्रदेश के सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रदेश को नं. 1 कहने में नहीं हिचकिचा रहे। बिश्नोई ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों के लिए 60 हजार करोड़ रूपए का कर्ज लिया है। इसके बावजूद प्रदेश की कोई गली पक्की नहीं है। किसी गली में सीवरेज नहीं डाला गया। कहीं भी कारखाना स्थापित नहीं हुआ। प्रदेश में गठबंधन की सरकार आने पर मामले की जांच करवाई जाएगी। दोषी पाए जाने पर अफसर, संतरी तथा मंत्री तिहाड़ में नजर आएंगे।
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि प्रदेश तथा देश की जनता अब बदलाव चाहती है। मुद्दा भ्रष्टाचार है। नौजवान, बुजुर्ग, महिलाएं अमन चैन और ईमानदारी से जीवन जीना चाहते हैं। यह तभी संभव है जब बेदाग छवि के लोग सांसद या एमएलए बनेंगे। गोपाल काण्डा, ओमप्रकाश चौटाला, अजय सिंह चौटाला तिहाड़ जेल में हैं। जबकि बिल्लू, भूपिन्द्र सिंह हुड्डा, दीपेन्द्र हुड्डा, रॉबर्ट वाड्रा, नवीन जिन्दल सहित कई नेता कतार में हैं। बिश्नोई ने कहा कि वे तिहाड़ में बंद नेताओं की लम्बी उम्र की कामना करते हैं, ताकि वे अपनी पूरी सजा काट सकें।
तिहाड़ पार्टी से होगा मुकाबला-गणेशी लाल
हरियाणा विजय अभियान में साथ चल रहे भाजपा नेता प्रो. गणेशी लाल ने कहा कि चक दे इंडिया, नप दे किल्ली, पहले हरियाणा, फिर दिल्ली। भाजपा नेता ने कहा कि देश में सत्ता आतंकवादी चला रहे हैं। जो जनता के पैसों को दोनों हाथों से लूटने में लगे हैं। चारों ओर अंधकार छाया हुआ है। युद्ध तिहाड़ पार्टी तथा हिन्दुस्तानी जनता पार्टी में होने जा रहा है। जनता को वरिष्ठ और विशिष्ठ का अंतर छोड़कर शुद्ध राजनीति करने वाले लोगों को सत्ता तक पहुंचाने का अपना फर्ज समझना होगा।
इस अवसर पर हजकां नेता दुड़ा राम, देवकुमार शर्मा, विजय वधवा, रामलाल बागड़ी, मनोज शर्मा, कौर चन्द मोंगा, सतीश काला, पम्मी वधवा, नरेश बागड़ी, डॉ. श्याम लाल, सुनील जिन्दल, सतीश गर्ग, कृष्ण कीनिया, ललित बांसल, प्रवेश घई, वीर सिंह कौशिक, राजीव बांसल, विजय गर्ग, राजेश डेयरी वाले, इन्द्रजीत सिंह टीनू, रजनीश मोंगा, मुनीष, प्रमोद कोछड़ उपस्थित थे।
डबवाली (लहू की लौ) पिछले तीन दिनों से जिला सिरसा में हूं। जिला में सड़कें तक पक्की नहीं है। लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल रही। एक परिवार ने इतने वर्षों तक एक छत्र राज किया हो। देश को उपप्रधानमंत्री तक दिया है। जिला में पिछड़ापन देखकर मुझे हैरत होती है। आप लोग मुझे एक मौका दीजिए। मैं, आपको दिखाऊंगा उन्नति क्या होती है। समान विकास क्या होता है। ये शब्द हरियाणा जनहित कांग्रेस प्रमुख कुलदीप बिश्नोई ने कहे।
60 हजार करोड़ रूपए का कर्जदार हुआ हरियाणा प्रदेश
वे बुधवार को डबवाली के गोल चौक में हजकां-भाजपा गठबंधन कार्यकर्ताओं के अभिनन्दन समारोह के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रोहतक, सोनीपत, सिरसा के साथ-साथ पूरा प्रदेश रो रहा है। फिर भी प्रदेश के सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा प्रदेश को नं. 1 कहने में नहीं हिचकिचा रहे। बिश्नोई ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विकास कार्यों के लिए 60 हजार करोड़ रूपए का कर्ज लिया है। इसके बावजूद प्रदेश की कोई गली पक्की नहीं है। किसी गली में सीवरेज नहीं डाला गया। कहीं भी कारखाना स्थापित नहीं हुआ। प्रदेश में गठबंधन की सरकार आने पर मामले की जांच करवाई जाएगी। दोषी पाए जाने पर अफसर, संतरी तथा मंत्री तिहाड़ में नजर आएंगे।
कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि प्रदेश तथा देश की जनता अब बदलाव चाहती है। मुद्दा भ्रष्टाचार है। नौजवान, बुजुर्ग, महिलाएं अमन चैन और ईमानदारी से जीवन जीना चाहते हैं। यह तभी संभव है जब बेदाग छवि के लोग सांसद या एमएलए बनेंगे। गोपाल काण्डा, ओमप्रकाश चौटाला, अजय सिंह चौटाला तिहाड़ जेल में हैं। जबकि बिल्लू, भूपिन्द्र सिंह हुड्डा, दीपेन्द्र हुड्डा, रॉबर्ट वाड्रा, नवीन जिन्दल सहित कई नेता कतार में हैं। बिश्नोई ने कहा कि वे तिहाड़ में बंद नेताओं की लम्बी उम्र की कामना करते हैं, ताकि वे अपनी पूरी सजा काट सकें।
तिहाड़ पार्टी से होगा मुकाबला-गणेशी लाल
हरियाणा विजय अभियान में साथ चल रहे भाजपा नेता प्रो. गणेशी लाल ने कहा कि चक दे इंडिया, नप दे किल्ली, पहले हरियाणा, फिर दिल्ली। भाजपा नेता ने कहा कि देश में सत्ता आतंकवादी चला रहे हैं। जो जनता के पैसों को दोनों हाथों से लूटने में लगे हैं। चारों ओर अंधकार छाया हुआ है। युद्ध तिहाड़ पार्टी तथा हिन्दुस्तानी जनता पार्टी में होने जा रहा है। जनता को वरिष्ठ और विशिष्ठ का अंतर छोड़कर शुद्ध राजनीति करने वाले लोगों को सत्ता तक पहुंचाने का अपना फर्ज समझना होगा।
इस अवसर पर हजकां नेता दुड़ा राम, देवकुमार शर्मा, विजय वधवा, रामलाल बागड़ी, मनोज शर्मा, कौर चन्द मोंगा, सतीश काला, पम्मी वधवा, नरेश बागड़ी, डॉ. श्याम लाल, सुनील जिन्दल, सतीश गर्ग, कृष्ण कीनिया, ललित बांसल, प्रवेश घई, वीर सिंह कौशिक, राजीव बांसल, विजय गर्ग, राजेश डेयरी वाले, इन्द्रजीत सिंह टीनू, रजनीश मोंगा, मुनीष, प्रमोद कोछड़ उपस्थित थे।
16 मार्च 2013
जोगेवाला में तेंदुआ
डबवाली (लहू की लौ) गांव जोगेवाला के खेतों में तेंदुआ देखे जाने की खबर है। जिसके बाद किसानों में भय का माहौल है। वन्य प्राणी विभाग ने भी खेतों में तेंदुआ होने की रिपोर्ट दी है।
पंद्रह दिनों से दिख रहा है तेंदुआ
गांव जोगेवाला के एक किसान ने करीब पंद्रह दिन पूर्व खेतों में तेंदुआ देखा। उसने इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। लेकिन किसी ने भी उसकी बात पर यकीन नहीं किया। करीब एक सप्ताह पूर्व 50 वर्षीय किसान मन्दर सिंह डूमवाली-जोगेवाला रोड़ पर स्थित अपने खेतों में घूमने के लिए गया। उसने भी अपने खेत से निकलते हुए तेंदुए को देखा। उसने वहां मौजूद दो ग्रामीणों को भी तेंदुआ दिखाया।
वन्य प्राणी विभाग की टीम ने किया निरीक्षण
मन्दर सिंह ने बताया कि तेंदुआ मट मेला रंग का था। उसने करीब 100 फुट की दूरी से उसे देखा। जोकि उसके देखते-देखते ऊंचाई पर स्थित पड़ौसी के खेत में चला गया। किसान के अनुसार तेंदुआ करीब ढाई फुट ऊंचा तथा करीब चार फुट लम्बा होगा। सूचना पाकर वन्य प्राणी विभाग के कर्मचारी मौका पर पहुंचे। उन्होंने तेंदुआ के पांव के निशानों का निरीक्षण किया। ग्रामीणों के अनुसार तेंदुआ अभी भी गांव के आस-पास घूम रहा है। जोकि घातक साबित हो सकता है। किसान टोलियां में लट्ठ लेकर अपने खेतों में जा रहे हैं।
भयभीत हैं किसान-सरपंच
गांव जोगेवाला के सरपंच हरबंस सिंह ने बताया कि उन्हें भी गांव के खेतों में तेंदुआ होने की जानकारी मिली थी। जिस पर वन्य प्राणी रक्षक लीलू राम को बुलाया गया था। किसान अभी भी भयभीत चले आ रहे हैं। हालांकि तेंदुए ने अभी तक किसी का नुक्सान नहीं किया है। सरसों के एक खेत में कुत्ते तथा नील गाय के सिर मिले हैं। संभावना जताई जा रही है कि तेंदुए ने उन्हें अपना शिकार बनाया होगा।
तेंदुआ ही है-विभाग
वन्य प्राणी रक्षक लीलू राम ने बताया कि सूचना मिलने पर वे मौका पर आए थे। उन्होंने जानवर के पांव के निशानों की जांच की थी। निशान तेंदुआ के मिले हैं। लेकिन तेंदुआ अधिक देर तक एक जगह नहीं रहता। ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि वह अभी भी गांव जोगेवाला में होगा। चूंकि अब तक उसने नुक्सान कर दिया होता। फिर भी विभाग गांव जोगेवाला पर नजर बनाए हुए है।
16 सितंबर 2012
सीएम हल्के में फिनो कंपनी के कर्मचारी ने किया पेंशन घोटाला!
मण्डी किलियांवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के हल्का लम्बी के गांव मण्डी किलियांवाली में पेंशन वितरण में घोटाला सामने आया है। पेंशनरों को 250 से 500 रूपए तक की पेंशन कम दी गई। मामला सामने आने के बाद फिनो कंपनी की एक टीम मण्डी किलियांवाली में पहुंची। जांच के बाद टीम ने पेंशन वितरण कर रहे कंपनी के कर्मचारी को हटा दिया। वहीं ब्लाक कॉर्डिनेटर पर लगे आरोपों की जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के हल्का लम्बी के 10 हजार 664 बुढ़ापा, विधवा एवं विकलांग पेंशन धारकों के लिए 61 लाख 90 हजार रूपए की राशि पेंशन के रूप में जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा जारी की गई है। इनमें से मण्डी किलियांवाली के 515 पात्रों को दो लाख 98 हजार रूपए की राशि का वितरण शुक्रवार से शुरू हुआ था। करीब 129 पात्रों को पेंशन वितरित की गई थी। शनिवार सुबह पेंशन बांटने के लिए कंपनी का कर्मचारी अमर सिंह निवासी किलियांवाली महाशा मोहल्ला में पंच मंगत राय ग्रोवर के निवास पर पहुंचा। मौका पर पेंशन धारकों के साथ पहुंचे मण्डी किलियांवाली के सरपंच प्रतिनिधि अजय खरोड़, भाजपा नेता सतीश काला ने पेंशन कम दिए जाने का आरोप लगाते हुए उसे घेर लिया। इसकी शिकायत फिनो कंपनी के उच्च अधिकारियों को की।
मामले की जांच के लिए श्री मुक्तसर साहिब से फिनो कंपनी के अधिकारी रजनीश श्रीवास्तव, हरनेक सिंह तथा कंपनी के हल्का लम्बी के ब्लॉक कोर्डिनेटर प्रितपाल सिंह मौका पर पहुंचे। टीम की जांच के बाद घोटाला सामने आ गया। कंपनी के कर्मचारी अमर सिंह ने टीम लीडर रजनीश श्रीवास्तव के समक्ष स्वीकार किया कि उसने 250 से 500 रूपए की चपत पेंशनरों को लगाने का प्रयास किया है। लेकिन यह कार्य उसने कंपनी के ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत सिंह के कहने पर किया।
कर्मचारी को हटाया
रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि पेंशनरों को 250 रूपए से लेकर 500 रूपए तक कम पेंशन दी गई है। उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत करवाते हुए पेंशन वितरण करने पहुंचे अमर सिंह को हटा दिया गया है। वहीं ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत पर लगे आरोपों की कंपनी जांच करेगी। उन्होंने बताया कि पेंशनरों को उनकी पूरी पेंशन दी जाएगी।
कैसे करता था घोटाला
श्रीवास्तव के अनुसार पेंशन बांटने वाले कर्मचारी को कंपनी की ओर से एक मशीन मुहैया करवाई हुई है। जिसमें पेंशनर का स्मार्ट कार्ड डालकर उसका फिंगर प्रिंट लेने के बाद उसे पेंशन दी जाती है। इस मशीन से एक स्लिप निकलती है। जिस पर पेंशनर को दी जाने वाली पेंशन राशि का जिक्र होता है। लेकिन अमर चालाकी से स्लिप को अपने पास जमा करता गया और मनमाने ढंग से पेंशन वितरण करता रहा।
स्मार्ट कार्ड के पैसे लिए थे
कंपनी अधिकारी के अनुसार पंजाब सरकार ने आईसीआईसीआई बैंक तथा मुंबई की फिनो कंपनी को पेंशन वितरण की जिम्मेवारी सौंपी है। अप्रैल-मई के दौरान कंपनी ने अपनी प्रक्रिया शुरू करते हुए पेंशनरों के स्मार्ट कार्ड बनाने शुरू कर दिए थे। कार्ड नि:शुल्क बनाए गए थे। उस दौरान भी कंपनी के उपरोक्त कर्मचारी ने 20-20 रूपए लेकर लोगों को स्मार्ट कार्ड जारी किए थे। उस समय कर्मचारी को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था।
मैं निर्दोष हूं
कर्मचारी अमर सिंह ने बताया कि ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत सिंह के कहने पर ही उसने पेंशनरों को उनकी बनती पेंशन के 250 से 500 रूपए कम दिए हैं। बलजीत ने ही उसे बवाल खड़ा होने पर संभाल लेने की सलाह दी थी। वह निर्दोष है।
क्या बोला बलजीत
ब्लॉक कोर्डिनेटर बलजीत सिंह ने बताया कि उस पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। उसने केवल इच्छुक पेंशनरों का बीमा करते हुए 100 रूपए लेने की सलाह अमर को दी थी।
मामला दर्ज करवाने की मांग
मण्डी किलियांवाली के सरपंच प्रतिनिधि अजय खरोड़, भाजपा नेता सतीश काला, पंच मंगत राय ग्रोवर ने मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से पेंशन वितरण में घोटाला करने वाले फिनो कर्मचारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
रामनगर कलोनी में बाईक सवारों ने युवती का पर्स छीना
डबवाली (लहू की लौ) रामनगर कलोनी स्थित बूस्टिंग स्टेशन के नजदीक बाईक सवार दो युवक एक युवती से पर्स छीन ले गए। शहर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
गांव बिज्जूवाली की रहने वाली सुनीता रामनगर कलोनी में स्थित बूस्टिंग स्टेशन के नजदीक रहने वाली अपनी मौसी राजकुमारी पत्नी रामकृष्ण से मिलने के लिए आई हुई थी। शनिवार शाम करीब सवा 5 बजे दोनों बूस्टिंग स्टेशन के निकट स्थित एक वरायटी स्टोर पर पहुंची। वहां से टमाटर सॉस की बोतल लेकर कलोनी रोड़ की ओर चल दी। अचानक सामने से प्लसर बाईक आया। जिस पर दो युवक सवार थे। बाईक उनके पास आकर धीमा हो गया। पीछे बैठे युवक ने झपटा मारकर सुनीता के हाथ में पकड़ा पर्स छीन लिया। पर्स छीनते ही चालक ने बाईक को अनाज मण्डी की ओर जाती गली में भगा लिया।
सुनीता ने बताया कि वह अपनी मौसी राजकुमारी के साथ बस अड्डा पर जा रही थी। उसे वापिस गांव बिज्जूवाली जाना था। कलोनी रोड़ पर उन्होंने रिक्शा लेकर अड्डा में पहुंचना था। छीने गए पर्स में तीन हजार रूपए की नकदी, साढ़े तीन ग्राम सोने के जेवरात तथा एक मोबाइल था। झपटमार 22-23 वर्ष के थे। दोनों के टी-शर्ट तथा जींस की पेंट पहनी हुई थी। प्लसर बाईक बिना नम्बर प्लेट की थीं।
इधर क्षेत्रवासियों ने बताया कि उपरोक्त बाईक पिछले कई दिनों से बूस्टिंग स्टेशन के इर्द-गिर्द चक्कर काट रहा है। शनिवार को बाईक काफी देर तक बूस्टिंग स्टेशन के निकट खड़ा रहा।
सूचना पाकर शहर थाना पुलिस के एसआई हवा सिंह मौका पर पहुंचे। हवा सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
वाल्मीकि धर्मशाला में बच्चे से कुकर्म, दो युवकों पर मामला दर्ज
डबवाली (लहू की लौ) गांव चौटाला की वाल्मीकि धर्मशाला में एक छह वर्षीय बच्चे से दो युवकों द्वारा कुकर्म करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने दफा 377 के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।
चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू ने बताया कि गांव चौटाला निवासी रामप्रताप ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि गुरूवार शाम करीब 5.30 बजे उसका छह वर्षीय बेटा बबलू (बदला हुआ नाम) घर के आगे खेल रहा था। वहीं पास में खाली पड़ी जमीन में अपनी भेड़-बकरियां चरा रहे दो युवक उसे बहला-फुसलाकर वाल्मीकि धर्मशाला में ले गए। वहां उससे कुकर्म किया।
चौकी प्रभारी के अनुसार शुक्रवार को रामप्रताप शिकायत लेकर चौकी में पहुंचा। चौटाला के सरकारी अस्पताल से बच्चे का मेडिकल करवाया गया। मेडिकल में बच्चे से कुकर्म किए जाने की पुष्टि होने के बाद गांव चौटाला निवासी मांडी तथा एक अन्य युवक के खिलाफ मामला दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी गई है।
छात्रों-डायरेक्टर में हाथापाई की नौबत
डबवाली (लहू की लौ) पन्नीवाला मोटा स्थित चौ. देवीलाल राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डीएस मोर का तबादला किए जाने का विवाद सुलझने की बजाय गहराता जा रहा है। इसे लेकर कॉलेज के छात्र पूरी तरह से उनके खिलाफ लामबंद हो गए हैं। कल तक जहां छात्र व स्टाफ सदस्य उनके तबादले को लेकर एकजुट दिखाई दे रहे थे, वहीं ग्राम पंचायत व ग्रामीण भी उनके खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे हैं। छात्रों ने डीपी के खिलाफ अपना रोष प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रखा। छात्र शनिवार को कॉलेज अवकाश के दौरान भी एकत्र हो गए और मुख्य द्वार के समक्ष धरना प्रदर्शन करते हुए डायरेक्टर डीएस मोर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपनी भड़ास जारी रखी। छात्र अपनी उसी मांग को लेकर अडिग थे कि जब तक डीपी का तबादला नहीं हो जाता वे कक्षाओं में नहीं बैठेंगे और न ही किसी अधिकारी से मिलने जाएंगे। वहीं किसी हिंसक घटना के मद्देनजर ओढ़ां, कालांवाली, सिरसा से पुलिस बल मौके पर तैनात रहा जबकि शुक्रवार रात्रि को भी कॉलेज के पास पुलिस का पहरा रहा।
शनिवार को छात्रों ने छात्र एकता जिंदाबाद, डीपी मोर नो मोर आदि स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर अपनी नारेबाजी जारी रखी। इसी दौरान डीपी अपनी गाड़ी द्वारा सिरसा के लिए रवाना हो गए तथा अधिकांश छात्र काफी समय तक धरना प्रदर्शन करने के उपरांत कैंपस में चले गए। इसी दौरान 2 बजे अचानक डायरेक्टर छात्रों के बीच आ गए और उनसे बातचीत करनी चाही लेकिन छात्र उनकी कोई बात सुनने को तैयार नहीं हुए तथा पुलिस के कहने पर कुछ छात्र उनकी बात सुनने को सहमत हुए। उन्होंने छात्रों से कहा कि अगर उनकी कोई समस्याएं हैं तो उन्हें बताएं और राजनीति छोड़कर कक्षाओं में लौट जाएं। जिस पर छात्रों ने एक स्वर में कहा कि जब तक वे नहीं बदले जाते वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे। वहीं इसी दौरान छात्रों व डायरेक्टर के बीच नौबत हाथापाई तक जा पहुंची परंतु पुलिस ने बीच बचाव कर दिया। भड़के डीपी मोर ने छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस प्रदर्शन के पीछे कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं जो कि वे नहीं चलने देंगे। इस दौरान माहौल गर्म देखकर पुलिस ने डीपी को उनकी कोठी की तरफ भेज दिया। ओढ़ां थाना प्रभारी भारतेंद्र ढिल्लों ने बताया कि स्थिति उनके नियंत्रण में है जिसके लिए कॉलेज में पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए हैं।
पिछले तीन दिन से चल रहे इस मामले में स्टाफ के करीब 5 दर्जन सदस्य शुक्रवार देर शाम जिला उपायुक्त से मिले जहां उन्होंने पूरे मामले को जानते हुए कॉलेज स्टाफ को हिदायत दी कि वे सोमवार को कक्षाएं शुरू करवाएं तथा छात्रों व डीपी के बीच बातचीत का जरिया बनें। उन्होंने माना कि कॉलेज में कुछ अनुचित तो है जिसके चलते छात्र, स्टाफ व पन्नीवाला मोटा के ग्रामीण डीपी के खिलाफ इस कदर भड़के हैं। डीसी ने स्टाफ को आश्वस्त किया कि इस पूरे मामले की जांच के लिए वे उच्चाधिकारियों से बातचीत करके एक कमेटी का गठन सोमवार तक कर देंगे। वहीं कॉलेज के स्टाफ सदस्यों ने पत्रकारों को बताया कि डीपी के खिलाफ दो प्राध्यापिकाओं ने कुछ समय पूर्व उत्पीडऩ की शिकायत जिला उपायुक्त व एडवोकेट साधना मित्तल को लिखित शिकायत सौंपी थी परंतु उन्होंने इस विषय में कोई कार्यवाही नहीं की। स्टाफ सदस्यों ने डायरेक्टर पर अनेक गंभीर आरोप जड़ते हुए बताया कि आदेश के मुताबिक डायरेक्टर प्रिंसिपल को एक सप्ताह में चार घंटे टीचिंग क्लास लगाने के आदेश हैं, परंतु डीपी ने आज तक कभी कोई क्लास नहीं लगाई तथा कॉलेज में सुरक्षा के नाम पर जगह-जगह क्लोज सर्किट कैमरे लगाकर सरकारी राशी का दुरुपयोग कर रखा है।
डायरेक्टर को बदला जाए -ग्रामीण
चार दिन से चल रहे इस विवाद ने जहां छात्रों की शिक्षा बाधित होकर रह गई है वहीं हर रोज पुलिस को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस विवाद में पन्नीवाला मोटा के ग्रामीणों ने भी छात्रों का समर्थन किया व ग्राम सरपंच प्रतिनिधि दाताराम, पूर्व सरपंच श्रवण डुडी आदि प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे और छात्रों को साथ देने की बात कही। वहीं ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल जिसमें प्रदीप बैनिवाल, राजा कस्वां, गौशाला कमेटी के प्रधान आदराम, राजा नेहरा, सुरजीत कस्वां और देवीलाल गोदारा आदि जिला उपायुक्त से मिले जहां उपायुक्त ने उन्हें शीघ्र ही कमेटी बनाकर जांच का आश्वासन दिया परंतु शिष्टमंडल सदस्यों की मांग थी कि डायरेक्टर का तबादला किया जाए। उक्त सदस्यों ने पत्रकारों को बताया कि वे हर तरह से छात्रों के साथ हैं तथा उन्होंने छात्रों से अपील की है कि वे अपना प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से कर सकते हैं तथा किसी भी प्रकार से कानून की उल्लंघना न करें। उन्होंने बताया कि अगर एक व्यक्ति के कारण संस्थान का माहौल बिगड़ता है तो सरकार को इस विषय में उचित कदम उठाकर डीपी को बदल देना चाहिए।
13 सितंबर 2012
विश्व भर में धूम मचाने को तैयार डबवाली की जूती
सरकार ने वल्र्ड क्लास सैन्टर स्थापित करने की योजना बनाई
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने डबवाली के जूती उद्योग को नया आयाम देने और इसे विश्व स्तर पर चमकाने के लिए डबवाली में वल्र्ड क्लास सैन्टर स्थापित करने का निर्णय लिया है। अपने पहले चरण में सरकार ने बुधवार को शहर के जूती कारीगरों की बैठक एमएसएमई विकास संस्थान करनाल के माध्यम से रैगर धर्मशाला में ली। बैठक में संस्थान के निदेशक विजय कुमार मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए।
डबवाली नगर वर्षों से जूती कारीगरी में पूरे भारत में प्रसिद्ध है। दूर-दूर से जूती के शौकिन लोग जूती खरीदने के लिए डबवाली आते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से मशीनी युग के चलते जूती कारीगर आर्थिक मंदवाड़े में से गुजर रहे थे। भारत की मार्किट में चीन की जूती ने अपना स्थान बना लिया। जिससे भारत का जूती उद्योग लडख़ड़ाने लगा। हरियाणा सरकार ने डबवाली के जूती उद्योग को प्रोत्साहित करने और चीन के जूती उद्योग को प्रतिस्पर्धा में मात देने के लिए डबवाली के जूती कारीगरों का चयन किया है। चीन के जूती कारीगरों के पास चमड़े से जूती बनाने की कला नहीं है। जबकि भारत के हरियाणा राज्य के डबवाली नगर के कारीगरों के पास चमड़े से जूती बनाने की ऐसी कला है, जो केवल भारतीयों को नहीं बल्कि विदेशियों को आकर्षित करके सरकार के लिए अच्छी आय का स्त्रोत बन सकती है। इसी उद्देश्य को सामने रखते हुए भारत सरकार के सूक्ष्म लघु एवं उद्यम मंत्रालय ने जूती उद्योग के लिए डबवाली के कारीगरों का ही चयन नहीं किया है, बल्कि इसके लिए डबवाली नगर का भी चयन किया है।
रैगर धर्मशाला में डबवाली के जूती कारीगरों की बैठक के बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुए एमएसएमई-विकास संस्थान करनाल के निदेशक विजय कुमार ने बताया कि भारत सरकार के उद्योग विभाग ने कलस्टर विकास कार्यक्रम (सूक्ष्म एवं लघु उद्योग उद्यमों के लिए) के तहत डबवाली का चयन करते हुए डबवाली के जूती कारीगरों को विश्व स्तरीय बाजार प्रदान करने का निर्णय लिया है। चूंकि डबवाली की बनी जूती गुणवत्ता के आधार पर बनती है। अगर यहां के कारीगरों को प्रशिक्षण और आवश्यक वित्तीय सहायता दी जाए तो डबवाली की बनी जूती विश्व में नाम कमा सकती है। इसके लिए वल्र्ड क्लास सैन्टर बनाने की कवायद बुधवार से शुरू हो चुकी है। इस योजना के तहत जूती उद्योग उद्यमियों को जमीन और भवन का निर्माण अपने स्तर पर करना होगा। जबकि कारीगरों को ट्रेनिंग, उच्च स्तरीय टेस्टिंग लैब, मशीनरी, कच्चा माल और बाजार भारत सरकार उपलब्ध करवाएगी। डबवाली के जूती कारीगरों पर एक सर्वे करवाया गया था। जिसमें यह बात सामने आई थी कि डबवाली की जूती में गुणवत्ता है और डबवाली की जूती चाईनिज जूती को विश्व मार्किट में प्रतिस्पर्धा में मात दे सकती है। उनके अनुसार प्रयोग स्तर पर यह एक वर्ष का प्रोजेक्ट है। सरकार उद्यमियों को 90 प्रतिशत आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाएगी। इस मौके पर संस्थान के अतिरिक्त निदेशक संजय कुमार भी उपस्थित थे।
नशे की रोकथाम के लिए तीन राज्यों की पुलिस ने मिलाए हाथ
डबवाली (लहू की लौ) अपराधियों, नशीले पदार्थों की तस्करी की मुखबरी मिलने पर हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान पुलिस एक साथ कार्य करेगी। सूचना मिलते ही तीनों राज्यों की सीमाएं सील करके नाकाबंदी कर दी जाएगी। इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए तीनों राज्यों के सीमावर्ती जिलों में एसपी रैंक का एक-एक नोडल अफसर नियुक्त किया जाएगा।
यह योजना मंगलवार को गांव बादल (पंजाब) के रैस्ट हाऊस में हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान के पुलिस अधिकारियों की इंटर स्टेट बैठक में बनी। बैठक बठिंडा जोन के आईजी निर्मल सिंह ढिल्लों की अध्यक्षता में हुई। जिसमें बठिंडा जोन के डीआईजी प्रमोद भान, फिरोजपुर जोन के डीआईजी परमराज सिंह उमरा नंगल, जिला श्री मुक्तसर साहिब के एसएसपी इन्द्रमोहन सिंह, एसएसपी बठिंडा सुखचैन सिंह गिल, एसएसपी मानसा नरेन्द्र भार्गव, एसएसपी फिरोजपुर वीरेन्द्र सिंह, एसएसपी फाजिल्कां अमर चहल, एसपी सिरसा दविन्द्र यादव, एसपी फतेहाबाद सतीन्द्र गुप्ता, एसपी गंगानगर संतोष चालकी, एसपी हनुमानगढ़ रवि सभ्रवाल उपस्थित हुए। बैठक से पूर्व उपरोक्त पुलिस अधिकारियों ने तीनों राज्यों की सीमाओं पर कंदूखेड़ा-हरीपुरा, भुल्लरवाला-जोतांवाली, फत्ताकेरा-लोहगढ़, वंडिंगखेड़ा-शेरगढ़ मार्गों का निरीक्षण किया। नशे के तस्कर अधिकतर इन्हीं मार्गों का प्रयोग करते हैं।
कंदूखेड़ा सबसे महत्वपूर्ण
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए आईजी निर्मल सिंह ढिल्लों ने कहा कि कंदूखेड़ा मार्ग सबसे महत्वपूर्ण है। चूंकि इस जगह पर आकर हरियाणा, पंजाब तथा राजस्थान मिलते हैं। आसानी से अपराधिक तत्व तथा तस्कर भाग निकलते हैं। इसके अतिरिक्त बच निकलने वाले अन्य पॉईंटों की भी पहचान की गई है। तीनों प्रदेशों के पुलिस अधिकारियों ने एक सांझी योजना तैयार की है। योजना के तहत सूचना मिलने पर एक ही समय तीनों प्रदेशों की पुलिस सीमाएं सील करेगी। सीमावर्ती जिलों में नोडल अफसर भी लगाए जाएंगे।
गैंग उठाते हैं लाभ
आईजी ढिल्लों के अनुसार अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गैंग सीमावर्ती क्षेत्रों का फायदा उठाकर आसानी से दूसरे राज्यों में भाग निकलते हैं। ऐसी वारदातें करने वाला शेरा गैंग ट्रेस आऊट हुआ है। जिसने हरियाणा के फतेहाबाद के साथ-साथ पंजाब तथा राजस्थान में अपनी अपराधिक गतिविधियां चलाई हुई हैं। ऐसे गैंग पंजाब में भी हैं।
तीन माह बाद होगी बैठक
ढिल्लों के अनुसार बैठक में पुलिस अधिकारियों ने मूवमेंट करने वाले अपराधियों तथा भगौड़ों की सूची का आदान-प्रदान किया। उनके अनुसार हर तीन माह के बाद अधिकारियों की इंटर स्टेट बैठक हुआ करेगी। इसके साथ ही अलग से सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना प्रभारियों की बैठक करके उनसे भी उनकी समस्याएं पूछकर उनका समाधान किया जाएगा।
उनके अनुसार बठिंडा जोन की पुलिस ने अब तक 45 किलो हेरोईन, 225 किलो अफीम, 40 हजार किलो चूरा पोस्त, 7 किलो स्मैक तथा मेडिकल नशे की भारी खेप पकड़ी है। तीनों राज्यों की पुलिस के सहयोग से ही नशे पर रोक संभव है।
16 अप्रैल 2012
काम बंद, बवाल शुरू
सकताखेड़ा और लोहगढ़ के ग्रामीणों ने रोका संगरिया मार्ग, तीन घंटे तक ठप रही आवाजाही
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली-संगरिया रोड़ का निर्माण कार्य ठप कर देने से नाराज गांव सकताखेड़ा तथा लोहगढ़ के ग्रामीणों ने शनिवार को मार्ग जाम कर दिया। रोड़ पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। मौका पर पहुंचे उपमण्डलाधीश तथा पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर के अधिकारियों से काम शुरू होने का आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीण शांत हुए। तीन घंटे बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हुई।
गांवों में हुई मुनादी
संगरिया मार्ग का निर्माण कार्य रोके जाने के विरोध में आज सुबह गांव सकताखेड़ा तथा लोहगढ़ के धार्मिक स्थलों में मुनादी हुई। ग्रामीणों को गांव सकताखेड़ा के नजदीक संगरिया मार्ग पर इक्ट्ठे होने के लिए कहा गया। बाईक, ट्रेक्टर-ट्रालियों, कारों में सवार होकर सैंकडों ग्रामीण सुबह 10.00 बजे डबवाली-संगरिया मार्ग पर पहुंचे। वाहनों को आड़ा-तिरछा लगाकर मार्ग जाम लगा दिया। मार्ग रोकने के लिए गिरे हुए पेड़ को घसीटकर सड़क के बीचों-बीच लगा दिया।
ग्रामीणों ने बगैर शोर-शराबा और बिना नारेबाजी किए जाम लगाए रखा। आधे घंटे बाद सदर थाना के एसआई बचन सिंह, एसआई राजेंद्र सिंह, एएसआई भूप सिंह पर आधारित पुलिस पार्टी मौका पर पहुंची। पुलिस पार्टी ने ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया। लेकिन जाम लगाए ग्रामीणों ने पुलिस से सवाल किया कि सड़क का निर्माण पुन: कब शुरू होगा?, सड़क कितने दिनों में बनकर तैयार हो जाएगी? जवाब देने में असमर्थ पुलिस पीछे हट गई।
दोपहर करीब 12 बजे नायब तहसीलदार अनिल कुमार मौका पर पहुंचे। ग्रामीणों ने पुन: उक्त दोनों सवाल उन पर दाग दिए। नायब तहसीलदार भी सवालों का जवाब न दे पाए। उन्होंने उपरोक्त सवालों को उपमण्डलाधीश सुभाष श्योराण के समक्ष रख दिया।
दोपहर बाद करीब 1 बजे उपमण्डलाधीश सुभाष श्योराण, पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर के एक्सीयन एमएस सांगवान, डीएसपी पूर्ण चन्द पंवार मौका पर पहुंचे। एक्सीयन एमएस सांगवान ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि अगले 20 दिनों में संगरिया निर्माण का कार्य पुन: शुरू हो जाएगा। वाहन गुजरते समय धूल न उड़े, इसके लिए निरंतर पानी गिराया जाएगा। अधिकारियों से आश्वासन मिलने पर ग्रामीणों ने तीन घंटे बाद जाम हटाया।
फसलें हो रही हैं खराब
ग्रामीण जगरूप सिंह, बलकरण सिंह, गुरप्रीत सिंह कुलार, लखविंद्र सिंह लक्खा, बेअंत सिंह, सुखबीर सिंह, मेवा सिंह, मन्दर सिंह, जंटा सिंह, बलौर सिंह, सुनील कुमार, अजय बिश्नोई, विक्रमजीत के अनुसार संगरिया रोड़ का निर्माण कार्य रूकने से उन्हें परेशानी आ रही है। धूल की वजह से सड़क किनारे पड़ती उनकी फसलें बर्बाद हो गई हैं। किन्नू के बागों को सर्वाधिक नुक्सान पहुंचा है। बिछाया गया पत्थर उछलकर उन्हें घायल कर रहा है। 20 दिन के भीतर अगर सड़क का निर्माण पुन: शुरू न हुआ तो मार्ग दोबारा जाम कर दिया जाएगा।
पैसे न देने पर रोका काम
पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर के एक्सीयन एमएस सांगवान के अनुसार ठेकेदार को फाईनैंस क्राईसिज आ गया था। उसे मार्च माह में भुगतान नहीं हो पाया था। चूंकि बजट अप्रैल में आता है। पैसे न मिलने के कारण ठेकेदार ने काम बंद कर दिया था। बजट आ गया है। भुगतान करवाकर ठेकेदार से काम शुरू करवाया जाएगा।
मिड्डूखेड़ा के बाद लौहारा में लाखों के जेवरात चोरी
डबवाली (लहू की लौ) गांव मिड्डूखेड़ा के बाद चोरों का अगला निशाना गांव लौहारा बना। शनिवार रात को चोरों ने एक किसान के घर में घुसकर लाखों रूपए कीमत के जेवरात चोरी कर लिए। किलियांवाली पुलिस ने किसान के ब्यान पर मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
गांव लौहारा निवासी निर्भय सिंह पुत्र जोगिन्द्र सिंह ने किलियांवाली पुलिस का बताया कि वह शनिवार रात को घर के बरामदे में सोया हुआ था। अज्ञात चोर दीवार फांदकर उसके घर में घुसे और बरामदे के पास के कमरें में पड़े ट्रंक को उठाया। घर के छोटे गेट से बाहर निकल गए। ट्रंक में दो तोले का एक कड़ा, दो तोले की दो चूडियां, दो तोले की चार अंगूठियां, दो तोले की चैन और दो तोले के दो जोड़ी कांटे थे।
किलियांवाली पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई मोहन लाल ने बताया कि पुलिस ने किसान निर्भय सिंह के ब्यान पर मामला दर्ज कर लिया है। जांच के दौरान पुलिस को घर से कुछ दूरी पर चोरी हुआ ट्रक पड़ा मिला। जिसमें से जेवरात गायब हैं।
उल्लेखनीय है कि गत दिवस गांव मिड्डूखेड़ा में भी एक किसान के घर से अज्ञात चोर जेवरात, बंदूक, नकदी तथा जीवित कारतूस चुरा ले गए थे।
मृतक की पहचान को 96 घंटे
डबवाली (लहू की लौ) गांव देसूजोधा मार्ग पर दुर्घटना में मारे गए बाईक सवार युवक की पहचान चार दिन यानि 96 घंटे बाद हुई। रविवार को शहर थाना पुलिस ने शिनाख्त के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
मामले की जांच कर रहे शहर थाना के एएसआई सतबीर सिंह ने बताया कि गत बुधवार की रात करीब 11.30 बजे गांव देसूजोधा के प्रगट सिंह ने पुलिस को सूचना दी थी कि जोगेवाला से देसूजोधा मार्ग पर एक हीरो होंडा डिलक्स बाईक वृक्ष से टकराया हुआ है। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंचे थी। बाईक के पास एक युवक का शव पड़ा था। शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
तालाशी लेने पर युवक के पास से ड्राईविंग लाईसेंस मिला है। जिस पर कुलदीप सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी ओल्ड आबादी, वार्ड नं. 28, श्रीगंगागनर (राज.) लिखा हुआ था। युवक के वारिसों की तालाश के लिए श्रीगंगानगर के ओल्ड आबादी थाना से भी संपर्क साधा था। पुलिस ने प्रगट सिंह निवासी देसूजोधा के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई अमल में लाई थी। एएसआई के अनुसार रविवार को श्रीगंगानगर निवासी हरमीत सिंह शहर थाना में पहुंचा। सरकारी अस्पताल के शवगृह में पड़े शव की पहचान उसने अपने छोटे भाई कुलदीप सिंह के रूप में की। हरमीत के अनुसार उसका पिता महेंद्र सिंह बठिंडा के एक गांव में रहता है। कुलदीप उनसे मिलकर वापिस गंगानगर लौट रहा था। एएसआई के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके वारिसों के सुपुर्द कर दिया गया।
पहले दिन 21 हजार 610 को पिलाई पोलियो ड्रॉप्स
डबवाली (लहू की लौ) तीन दिवसीय पोलियो रोधी अभियान की शुरूआत रविवार को हुई। अभियान के पहले दिन स्वास्थ्य विभाग ने अपने निर्धारित लक्ष्य में से करीब 70 प्रतिशत बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाइ्र।
सामान्य अस्पताल के एसएमओ डॉ. एमके भादू ने बताया कि पोलियो रोधी अभियान के दौरान ब्लाक डबवाली में 0 से पांच आयु वर्ष तक के 31 हजार 149 बच्चों को पोलियो रोधी ड्राप्स पिलाई जाएगी। इसके लिए ब्लाक में 105 बूथ बनाए गए हैं जिन पर करीब 450 से भी अधिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इसके साथ-साथ 8 मोबाइल टीम के साथ-साथ 5 ट्रांजिट केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि 16 और 17 अपै्रल को टीमों द्वारा घर-घर जाकर पल्स पोलियो की ड्राप्स पिलाई जाएगी। इस बार विभाग द्वारा हाई रिस्क क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। साथ में क्रॉस चैंकिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सभी बूथों पर चार कर्मचारियों को तैनात किया गया और सभी बूथों पर पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन पहुंचाने के लिए गाड़ी आदि का प्रबंध भी किया गया है। उन्होंने कहा कि बस अड्डो, रेलवे स्टेशनों पर भी बूथ बनाए गए हैं। उन्होंने सभी बस कंडक्टरों व ड्राईवरों से कहा है कि वे बूथों पर बस अवश्य रोके ताकि बस में बैठे पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्राप्स पिलाई जा सके।
डॉ. भादू के अनुसार विभाग शहर डबवाली में सिंगीकाट मोहल्ला, कबीर नगर के साथ-साथ क्षेत्र में आने वाले 30 ईंट-भट्ठों को रिस्की क्षेत्र मानता है। भादू के अनुसार अभियान के पहले दिन विभाग 21 हजार 610 बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स पिलाने में कामयाब रहा है। आगामी दो दिनों में स्वास्थ्य विभाग डोर-टू-डोर जाकर अभियान को आगे बढ़ाएगा।
05 फ़रवरी 2012
देसूजोधा में चली गोलियां
डबवाली (लहू की लौ) गांव देसूजोधा में शुक्रवार रात को एक साथ कई फायर होने से गांव में सनसनी फैल गई।
गांव देसूजोधा में सेखू रोड़ पर स्थित देसी शराब ठेका पर कार्यरत जगत ने बताया कि शुक्रवार रात ठेका पर वह अपने साथी भण्डारी के साथ तैनात था। रात को ठेका पर जितनी बिक्री हुई थी, उसको ठेका मालिक हरबंस सिंह फुल्लो उनसे ले गया और वे ठेके का शट्टर बंद करके भीतर थे। करीब 9.30-10 बजे के बीच अचानक उन्होंने लगातार चार फायर सुने। उन्होंने इसकी जानकारी ठेका मालिक को दी।
ठेका मालिक हरबंस सिंह ने बताया कि देसूजोधा में ठेका के निकट फायर होने की सूचना उनके करिंदों ने दी थी। उन्हें यह भी पता चला है कि फायरिंग करने वाले बदमाश किस्म के लोग हैं। जिसके चलते उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। गांव देसूजोधा के पूर्व सरपंच गुरमीत सिंह पप्पू ने बताया कि फायरिंग के चलते गांव में भय का माहौल है।
इस संदर्भ में शहर थाना प्रभारी महा सिंह रंगा ने बताया कि उनके पास गांव देसूजोधा में फायरिंग की सूचना नहीं है। अगर उनके पास ठेकेदार द्वारा कोई सूचना आती है, तो वे इसकी जांच करवाएंगे।
तेजगति कार ने नाका तोड़ा, पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे
डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार रात को एक अल्टो कार अनियंत्रित होकर मलोट रोड़ पर स्थित पुलिस नाका तोड़कर पुलिस कर्मियों के खोखे में घुस गई। डयूटी दे रहे कर्मचारी बाल-बाल बच गए। गोल बाजार पुलिस ने कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया है।
एएसआई दीवान सिंह ने बताया कि शुक्रवार रात करीब 11 बजे वह हवलदार सोहन सिंह के साथ नाका पर डयूटी दे रहा था। इसी दौरान मलोट साईड से आई एक तेजगति अल्टो कार नाका को तोड़कर उनके खोखा में आ घुसी। जिससे खोखा सहित नाका बुरी तरह से तहस-नहस हो गया। नाका पर खड़ा उसका बाईक भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। इसकी सूचना तुरंत गोल बाजार पुलिस चौकी तथा शहर थाना में दी गई। सूचना पाकर मौका पर शहर थाना प्रभारी महा सिंह रंगा तथा एएसआई हंसराज मौका पर पहुंचे।
गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एसआई सतबीर सिंह ने बताया कि कार चालक शराब के नशे में धुत्त था। शराब के नशे में कार पर नियंत्रण नहीं रख सका और कार सीधे नाका में ठोक डाली। एएसआई सोहन सिंह के ब्यान पर गाड़ी चालक लखबीर सिंह पुत्र दर्शन सिंह निवासी सिलवाला थाना टिब्बी (हनुमानगढ़) के खिलाफ मामला दर्ज करके उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
मौजगढ़ में लगा कैंप, 72 ने किया रक्तदान
डबवाली (लहू की लौ) गांव मौजगढ़ के राजकीय उच्च विद्यालय में शनिवार को पैरालिगल वैलंटीयरज ने ग्राम पंचायत के सहयोग से रक्तदान शिविर लगाया। जिसमें शिव शक्ति ब्लड बैंक सिरसा की टीम ने रक्त एकत्रित किया। शिविर में 72 महानुभावों ने रक्तदान किया।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन एसडीजेएम डॉ. अतुल मडिय़ा ने किया। जबकि इसकी अध्यक्षता जेएमआईसी पायल बांसल ने की। इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. अतुल मडिय़ा ने कहा कि उपरोक्त कार्य कार्यपालिका के हैं। लेकिन जनहित में कुछ कानून भी बने हुए हैं। जिनकी जानकारी लोगों को नहीं है। उच्च न्यायालय के आदेश पर न्यायपालिका पेरामेडिकल वालंटियर को कानून संबंधी जानकारी देती है और वालंटियर इसकी जानकारी लोगों को देते हैं तथा उन्हें सामाजिक कार्य के लिए प्रेरित करते हैं। उच्च न्यायालय ने हाल ही में एक पत्र जारी करके कहा है कि लोक सहायता के लिए विभागों में जाने वाले वालंटियर की सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर होगी और लीगल वालंटियर की बात सुनी जाएगी।
इस मौके पर एडवोकेट एसके गर्ग ने एड्स की रोकथाम और महिला घरेलू हिंसा को रोकने के लिए बने कानून की जानकारी दी। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, कुलवंत सिंह सिधू, कुलदीप सिंह सिधू, ओपी गांधी, रमेश बिश्नोई, विनोद बिश्नोई, रामचंद्र बिश्नोई उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त वालंटियर में से राजेंद्र बिश्नोई, हरपाल सिंह, इन्द्र स्वामी, बलजीत सिंह, पवन कुमार, गुरप्रीत सिंह, अमन सिंह, विजय, संदीप सहारण, बिट्टू बराड़, अमरीक सिंह, गोरा मान के साथ-साथ गांव के हनुमान नंबरदार, गुरमीत सिंह खालसा, ज्वाला सिंह, बिहारी लाल, कृष्ण कुमार, कुलदीप अरोड़ा, देवीलाल सहारण, मलकीत सिंह पटवारी, नंद लाल पारिक, साहब राम सरपंच रिसालियाखेड़ा उपस्थित थे। इस मौके पर छह महिलाओं ने भी रक्तदान किया।
नेशनल हाईवे पर लाखों रूपए की चोरी
पुलिस लापरवाही के खिलाफ लोग लामबंद, जाम लगाने का प्रयास
डबवाली (लहू की लौ) नेशनल हाईवे पर चौ. पेट्रोल पंप के नजदीक स्थित दो दुकानों के ताले तोड़कर अज्ञात चोर लाखों रूपए का सामान चुरा ले गए। चोरी की सूचना पुलिस को दिए तीन घंटे होने के बावजूद पुलिस कर्मचारी न पहुंचने से जीटी रोड़ के दुकानदार आक्रोशित हो उठे। दुकानों ने जीटी रोड़ जाम करने का प्रयास किया। मौका पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया। शहर पुलिस ने मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
डिस्पोजल जीप शोरूम जय दुर्गा जीप बाजार के मालिक सरवन कुमार के अनुसार वह डिस्पोजल जीप का निर्माण कर उन्हें बेचता है। शनिवार सुबह करीब साढ़े 6 बजे उसके पास दुकान के पिछवाड़े में स्थित नोहरा के मालिक मुख्तियार सिंह का फोन आया कि उसके (मुख्तियार सिंह) नोहरे के गेट पर लगा ताला टूटा हुआ है। साथ में शोरूम का पिछला गेट खुला हुआ है। वह सूचना पाकर वहां पहुंचा। 2 लाख रूपए कीमत की एक डिस्पोजल जीप तथा 3 हजार रूपए कीमत की बैटरी गायब मिली।
इसी दुकान के निकट स्थित गुरूसेवक वर्कशॉप के पिछवाड़े का ताला तोड़कर अज्ञात चोर वर्कशॉप के भीतर घुसे। दुकान में पड़े चार नए टायर, पांच रिम, एक रेडियेटर, एक बैंटरी चुरा ले गए। चोरी हुए सामान की कीमत करीब एक लाख रूपए है।
जीटी रोड़ पर दो दुकानों से लाखों रूपए की चोरी की सूचना करीब 7 बजे शहर थाना में दी गई। लेकिन तीन घंटे बाद भी किसी कर्मी के मौके पर न पहुंचने के कारण दुकानदार आक्रोशित हो उठे। दुकानदारों ने जीटी रोड़ जाम करने का प्रयास किया। इसी दौरान सूचना पाकर मौका पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने दुकानदारों को समझाकर बुझाकर शांत किया। दुकानदार आरके नीना, मिट्ठू सिंह, गुरमेल सिंह, गुरतेज सिंह, काका सिंह, जीत सिंह, एचएस बराड़, भोला बराड़, निन्दा, चीना, निर्मल सिंह, अनिल कुमार, चन्द्रशेखर, कृष्ण लाल ने बताया कि पुलिस को सूचना देने के तीन घंटे बीतने के बावजूद घटनास्थल का मुआयना करने के लिए एक भी पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा। जिससे पुलिस की लापरवाही जाहिर होती है। उनके अनुसार जय दुर्गा जीप बाजार से एक माह पूर्व भी दो लाख रूपए कीमत की एक डिस्पोजल जीप चोरी हो चुकी है। इस मामले में भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है।
पेट्रोल पंप से डलवाया 1500 का तेल
दुकानदारों ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर जांच की है। चोरों ने शनिवार सुबह 5.30 बजे डिस्पोजल जीप में टायर व अन्य सामान लादकर गांव डबवाली के निकट स्थित एक पेट्रोल पंप से 1500 रूपए का तेल डलवाया है। उस समय जीप में एक युवक ही सवार था।
तीन पीसीआर थी गश्त पर
दुकानदारों को समझाते हुए शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह रंगा ने कहा कि शुक्रवार रात को तीन पीसीआर शहर में गश्त कर रही थीं। एक पीसीआर का नेतृत्व वे स्वयं कर रहे थे। वे जीटी रोड़ से चार बजे गुजरे हैं। उन्होंने गोल चौक के निकट कुछ युवकों को काबू भी किया। यह गश्त सुबह 4 बजे तक जारी रही। चोरों ने 4 बजे के बाद घटना को अंजाम दिया। रंगा ने लोगों को आश्वासन दिलाया कि रात्रि पीसीआर को सुबह 6 बजे तक गश्त पर रखा जाएगा।
29 अक्टूबर 2011
पेस्टीसाईड से तैयार किया जा रहा है केला
डबवाली | हम केला के रूप में फल नहीं जहर खा रहे हैं। जी हां, यह बात सौ फीसदी सच है। केला पकाने में जहर का प्रयोग किया जा रहा है। कच्चे केले वातानुकूलित कमरों में रखकर उचित ताप पर पकाए जा रहे हैं। इससे पूर्व रसायनिक प्रक्रिया अपनाई जाती है। महज 48 घंटे में हरे रंग से पीले रंग में आए केले को मार्किट में उतारा जा रहा है। रसायनिक प्रक्रिया में प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर का प्रयोग किया जाता है। हरियाणा बागवानी तथा स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस केले को जहर करार दिया है।
कच्चे केले को पकाकर बाजार में बेचने वाली फर्मों ने अपने गोदाम साथ लगते पंजाब के जिला श्रीमुक्तसर साहिब के गांव किलियांवाली तथा जिला बठिंडा के गांव नरसिंह कलोनी में बना रखे हैं। जो गुजरात, महाराष्ट्र तथा आंध्रप्रदेश से सस्ते दामों पर कच्चा केला मंगवाती है। हरियाणा में टैक्स भरे बिना चोर रास्तों से इन्हें गोदामों तक पहुंचाया जाता है। कच्चा माल पहुंचते ही गोरखधंधे से जुड़े लोग उसे पकाने में जुट जाते हैं। केला पकाने में पेस्टीसाईड की दुकानों में मिलने वाले प्लांट ग्रोथ रेगुलेटरों को प्रयोग में लाया जाता है।
इस विधि से बनता है केला
इथीगोल्ड एक प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर है। इस क्षेत्र में लगे गोदाम ज्यादातर इसी का प्रयोग करते हैं। टब में पानी इक्ट्ठा किया जाता है। जिसमें इथीगोल्ड (पौध बाढ़ नियंत्रक) मिलाकर रसायन तैयार कर लिया जाता है। इस रसायन में कच्चे केलों को भिगोकर करेटों में रखा जाता है। गोदामों में एल्युमिनियम शीट का प्रयोग करके एक चैम्बर तैयार होता है। इस चैम्बर में तापमान को कंट्र्रोल में रखने की पूरी व्यवस्था स्थापित होती है। चैम्बर में रसायन से भीगे केलों की करेटों को रख दिया जाता है। रसायनिक क्रिया और वातावरण के प्रभाव में हरे रंग का केला 48 घंटों के भीतर तैयार होकर मार्किट में आ जाता है। यह केला डबवाली शहर के साथ-साथ पंजाब की रामां मण्डी, मलोट, गिदड़बाहा में सप्लाई होता है।
डबवाली तथा साथ लगते पंजाब क्षेत्र में केले की मांग है। गोदामों को कच्चा केला महज 8 से लेकर 11 रूपए प्रति किलो तक उपलब्ध होता है। 48 घंटों के भीतर पकने के बाद इसका रेट दोगुणा हो जाता है। फल विक्रेता के पास पहुंचते-पहुंचते रेट बढ़कर 30 रूपए किलो हो जाता है। क्षेत्र में प्रतिदिन 300 क्विंटल केले की खपत हो रही है।
बागवानी विकास अधिकारी अमर सिंह पूनियां के अनुसार प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर (पौध बाढ़ नियंत्रक) एक जहर है। ये कई नामों से बाजार में बिकता है। इंसानी स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वाले लोग इसे फल पकाने में प्रयोग करने लगे हैं। कच्चे केले को इसमें भिगोने के बाद मात्र 5 घंटों के दौरान यह काम करना शुरू कर देता है। इसकी हीट से केला कुछ ही घंटों में पककर तैयार हो जाता है। हीट पर कंट्रोल करने के लिए केलों को वातानुकूलित कमरों में रखा जाता है। इस विधि से तैयार किया गया केला फल न रहकर जहर बन जाता है। इसे खाने वाले इंसान के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पडऩा लाजिमी है।
सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू के अनुसार केले को उपरोक्त ढंग से पकाना स्वास्थ्य से खिलवाड़ है। इस विधि से तैयार किया गया केला विष बन जाता है।
29 सितंबर 2011
दहेज प्रताडऩा के 90 फीसदी मामले झूठे
डबवाली (लहू की लौ) कोर्ट में निर्णय के लिए आने वाले 90 प्रतिशत दहेज प्रताडऩा के मामले झूठे होते हैं। असल में इन केसों के पीछे विवाद कुछ ओर होता है। ये शब्द उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा लीगल सैल के अध्यक्ष डॉ. अतुल मडिया ने प्रथम नवरात्र को मातृशक्ति दिवस के रूप में मनाते हुए बुधवार को कोर्ट परिसर में कन्या भ्रूण हत्या पर आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि दहेज प्रताडऩा के अधिकतर मामलों में कहानी मामूली लड़ाई-झगड़े या फिर सास-बहू के बीच झगड़े की होती है। जिसे दहेज प्रताडऩा का रंग देकर पेश किया जाता है। जबकि असल मामले सामने नहीं आते। न तो वे पंचायत में पहुंचते हैं और न ही थाना, कचहरी में। ऐसे मामलों में पीडि़ता स्वयं जल जाती है या फिर जला दी जाती है। मडिया के अनुसार कन्या भ्रूण हत्या कोई समस्या नहीं है, अपितु समस्याओं की जननी है। कन्या भ्रूण हत्या और घरेलू हिंसा के पीछे महिला खुद जिम्मेवार है। जब तक महिला अपनी भूमिका तय नहीं करती, तब तक यह कलंक समाज पर लगा रहेगा। इस प्रकार के किसी मामले में निर्णय सुना देने या इसके खिलाफ कानून बना देने से काम नहीं चलने वाला। लोगों की सोच में परिवर्तन करके ही इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने सेमिनार को अपनी कविता प्यार की संजीव कहानी होती है बेटी, चंद दिनों में बेगानी होती है बेटी...के माध्यम से संबोधित किया। उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों को बताया। स्वास्थ्य कर्मी मंजू बाला ने मां-बेटी पर आधारित कविता मैं गर्भ से बोल रही हूं, अच्छी मम्मी-प्यारी मम्मी..., राज वर्मा ने हो गई है हैवानियत की तन्हां और कोई बोले न बोले मेरी आवाज बाकी है...से अपने विचार प्रकट किए। अधिवक्ता कुलवंत सिधू ने अपने गीत टोटे करके कतल कातों करदी मां... तथा अधिवक्ता एसके गर्ग ने घरेलू हिंसा से स्त्रियों की सुरक्षा अधिनियम 2005 का विस्तार पूर्वक उल्लेख लिया। बाल कलाकार लक्की वधवा ने स्वयं रचित गीत धीयां जन्मियां ते गुड़ भी ना बंडेआ, बेआही तो क्यों रोया बाबुला....के जरिए सेमिनार में उपस्थित लोगों की आंखें नम कर दी। राजकीय महाविद्यालय की प्राध्यापिका शन्नो आर्य ने मैं नदी हूं, मुझे मेरा हुनर मालूम है, जिस तरफ भी जाऊंगी रास्ता हो जाएगा... जैसी पंक्तियों के माध्यम से भारतीय समाज में नारी की दशा और संघर्ष की कहानी ब्यां की। इस मौके पर अधिवक्ता एससी शर्मा तथा प्राध्यापिका पूनम वधवा ने भी अपने विचार रखे। मंच का संचालन अधिवक्ता गंगा बिशन गोयल ने बखूबी निभाया।
इससे पूर्व सेमिनार का शुभारंभ अंकिता मडिया ने कन्या भ्रूण हत्या पर स्लोगन लिखित बोर्डों से पर्दा हटाकर किया। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, कुलदीप सिंह सिधू, बलजीत सिंह, वाईके शर्मा, कुलवीर पासी, राजेश यादव, धर्मवीर कुलडिया आदि उपस्थित थे।
कहां गए 455 पेंशनर?
जून में बंटी पेंशन में हुई गड़बड़ी, फिनो कंपनी के उच्च अधिकारियों को है सब पता
डीडी गोयल (80597-33000)
डबवाली। हरियाणा सरकार की वृद्धावस्था सम्मान भत्ता योजना जैसी वेल्फेयर स्कीम को निजी बैंकों ने अपनी बिजनेस स्कीम बना डाला है। वृद्धों को मनमर्जी की पेंशन देकर लिस्टों पर उनके अंगूठे लगवाए जा रहे हैं। यही नहीं सरकार की ओर से जारी हुई पांच माह की पेंशन के बावजूद एक-दो माह की पेंशन राशि देकर कत्र्तव्य से इतिश्री की जा रही है। योजना का लाभ उठा रहे शहर के करीब 455 लोगों को लिस्ट से गायब दिखाया गया है। पूरे मामले की जांच करने के लिए सरकार ने अगस्त माह की पेंशन पुरानी पद्धति के अनुसार करवाने का निर्णय लिया है। प्रदेश में हुए पेंशन घोटालों के बाद सरकार ने पेंशनरों को बैंक खाता के जरिए पेंशन देने की योजना चलाई थी। इसका ठेका सरकार ने प्रदेश में एक्सीस तथा यूनियन बैंक को दिया। लेकिन बैंकों ने इसमें फिनो कंपनी को भी अपने साथ ले लिया। जिला सिरसा एक्सीस बैंक के तहत आया और सरकार की योजना पर कार्य शुरू हो गया। शहर डबवाली में 3739 पेंशनर हैं। फिनो कंपनी के कर्मचारियों की ओर से पेंशनरों की फोटोग्राफी की गई तथा स्मार्ट कार्ड बनाए गए। मात्र 3084 पेंशन धारकों के खाते खोलकर जून माह के दौरान पेंशन वितरण का कार्य शुरू कर दिया गया। लेकिन 655 पेंशन धारकों का कोई पता नहीं चल पाया। शहर के पार्षदों की मांग पर उपायुक्त ने पुन: फोटोग्राफी तथा स्मार्ट बनाने के आदेश दिए। यह कार्य दोबारा शुरू हुआ। जिसमें से करीब 200 पेंशनरों की जांच करके उनकी फोटोग्राफी की गई। लेकिन अब भी 455 के करीब पेंशन धारक स्मार्ट कार्ड के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं।
जून माह में बंटी पेंशन पर सवालिया निशान लगाते हुए वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल ने बताया कि जानकारी मिली है कि इस दौरान पेंशनरों को कम पेंशन दी गई और अधिक पेंशन पर अंगूठे लगवा लिए गए। जिसके चलते अब लोगों को दो या तीन माह की पेंशन दी जा रही है। वो भी बिना ब्याज के। वहीं फिनो कंपनी के कर्मचारी स्मार्ट कार्ड के लिए फोटोग्राफी करते समय लापरवाह रहे। जिसका नतीजा है कि शहर के करीब 455 लोग अब भी फोटोग्राफी के लिए भटक रहे हैं। वहीं बाद में चिन्हित हुए करीब 200 लोगों को अभी तक एक माह की पेंशन भी नसीब नहीं हुई है। बांसल के अनुसार घोटाले रोकने के लिए बनाई गई योजना में निजी बैंक घोटाला करते हुए प्रतीत हो रहे हैं और दोष सरकार पर लग रहा है।
फिनो कंपनी के जिला कोर्डिनेटर सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि जून माह में कंपनी के पानीपत, सोनीपत तथा भिवानी से आए कर्मचारियों ने पेंशन वितरण किया था। उस समय हुए वितरण में गड़बड़ी सामने आई है। कंपनी इस मामले की जांच कर रही है। दोष सिद्ध होने पर संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि स्मार्ट कार्ड के लिए फोटोग्राफी संबंधी अधिकतर कार्य पूरा किया जा चुका है। शेष रह गए कार्य को जल्द पूरा किया जाएगा।
एक्सीस बैंक सिरसा के पेंशन मैनेजर सुमित कुमार ने बताया कि शहर डबवाली के 3084 पेंशनरों की पहचान करके पेंशन बांटी जा रही है। लेकिन ब्याज राशि काटकर दी जा रही है। उनके अनुसार इस राशि को पेंशनर के एकाऊंट में ही रखा जाएगा। पेंशन से वंचित रह रहे लोगों को जल्द पेंशन बांटी जाएगी। उनके अनुसार इस बार सरकार ने अगस्त माह की पेंशन पुरानी प्रक्रिया के अनुसार बांटने का निर्णय लिया है। इस दौरान पता चल जाएगा कि कौन सा पेंशनर कब से पेंशन से वंचित चला आ रहा है।
अदालत ने डेरा पर दिया ऐतिहासिक फैसला
डबवाली (लहू की लौ) अतिरिक्त सिविल जर्ज (वरिष्ठ मण्डल) डॉ. अतुल मडिया की अदालत ने मंगलवार को गांव बनवाला के गीता भवन के संचालन के संबंध में एक एतिहासिक फैसला सुनाते हुए इसके संचालन का अधिकार वादी चिमन लाल उर्फ चिमन प्रकाश को सौंपने के आदेश वर्तमान संचालकों को दिए।
27-9-2006 को चिमन लाल पुत्र रामरक्ख पुत्र अर्जुन चेला, रामप्रताप उर्फ रमप्रकाश पुत्र रामरक्ख पुत्र अर्जुन (चेला बसंत दास) निवासी बनवाला ने अदालत में एक वाद दायर करते हुए कहा कि वह रामप्रताप उर्फ रामप्रकाश पुत्र रामरक्खा निवासी रामपुरा बिश्नोईयां का असल भाई था। रामप्रताप उर्फ रामप्रकाश अविवाहित था। साल 1970 में साधु बन गया और गांव पन्नीवाला रूलदू जिला सिरसा के संत बसंत दास की सेवा करने लगा। संत बसंत दास का बड़ा डेरा वही संभाला करता था। डेरा में रहते हुए उसका भाई रामप्रताप देसी दवाई दिया करता था। जिसके चलते वह संत और वैद्य के नाम से क्षेत्र में प्रसिद्ध हो गया। संत बसंत दास ने रामप्रताप उर्फ रामप्रकाश को उसकी सेवा देखते हुए उसे अपना चेला बना लिया। लेकिन गांव बनवाला के लोग रामप्रकाश को गांव बनवाला में ले गए। रामप्रताप ने गांव वासियों के अनुरोध पर 1980 में लोगों की भलाई के लिए वहां रहना शुरू कर दिया। गांव बनवाला की पंचायत ने 43 कैनाल 16 मरले भूमि रामप्रकाश को गीता भवन बनाने के लिए दी। लेकिन रामप्रकाश ने इस भूमि में से 10 कैनाल भूमि पर गीता भवन का निर्माण कार्य शुरू कर दिया। गीता भवन पर रामप्रकाश ने देसी दवाईयों से प्राप्त आय को खर्च किया।
चिमन प्रकाश के अनुसार वह भी अविवाहित था। रामप्रकाश ने उससे कहा कि वह संत बन जाए और बिना स्वार्थ और बिना भेदभाव के लोगों की सहायता करे। जिस पर 1981 में संत रामप्रकाश ने उसे अपना चेला बना लिया और वह उसके साथ गांव बनवाला के डेरा में रहकर सेवा व संभाल करने लगा। 29 अप्रैल 2006 को संत रामप्रकाश की मौत हो गई। इसके बाद कुछ लोगों ने 29 मई 2006 को मुन्ना पुत्र ओमप्रकाश निवासी हम्मुसर (तहसील रतनगढ़) जिला चुरू हाल आबाद गीता भवन निवासी पन्नीवाला, अमरो पुत्री करतार सिंह निवासी लोको तहसील व जिला मोगा हाल आबाद गीता भवन, गांव बनवाला तहसील डबवाली, आनंद सिंह पुत्र सज्जन सिंह निवासी ओटू (रानियां) सिरसा को गीता भवन का संचालन संभाल दिया। जबकि ये लोग कभी भी संत रामप्रकाश के चेले नहीं थे और न ही उसकी सेवा व संभाल करते थे।
अदालत से वादी ने गुहार लगाई कि रामप्रकाश की अस्टीम कार, ट्रेक्टर और बीस बोर बंदूक का वारिस है और साथ में गीता भवन के संचालन तथा डेरा के संचालन का हकदार है। उसे उसका हक दिलाया जाए। अदालत के समक्ष वादी ने अपने सभी सबूत भी प्रस्तुत किए।
अदालत में मुन्ना ने स्वीकार किया कि संत रामप्रकाश को मुखाग्नि चिमन प्रकाश ने दी थी और वही उसकी सेवा करता था। 29-5-2006 को गांव की पंचायत ने उसे गीता भवन और डेरा का संचालन का कार्य सौंप दिया।
अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने और दोनों पक्षों के वकीलों के तर्क-वितर्क सुनने के बाद निर्णय सुनाया कि रामप्रकाश का वारिस चिमन प्रकाश है और अस्टीम कार, बीस बोर की बंदूक का मालिक भी वह है तथा गीता भवन और डेरा के संचालन का हकदार भी है। अदालत ने प्रतिवादियों को आदेश दिए कि तीन माह के भीतर गीता भवन और डेरा का संचालन वादी चिमन प्रकाश को सौंप दे।
इस मामले में 37 पृष्ठों का एतिहासिक फैसला सुनाते हुए डॉ. अतुल मडिया, अतिरिक्त सिविज जज (वरिष्ठ मण्डल) की अदालत ने हिन्दू धर्म की पवित्र पुस्तक श्री मद्भागवत गीता के अध्याय 18 के श्लोक नं. 2 का उल्लेख करते हुए सन्यास के बारे में कहा कि ईष्ट की प्राप्ति और निष्ट की निवृत्ति के लिए जो कर्म किए जाते हैं, उनके त्याग करने का नाम सन्यास है। फल न चाहकर कत्र्तव्य-कर्मो को करते रहने का नाम त्याग है। इस सन्यास धर्म की पालना के कारण चिमन प्रकाश अपने गुरू संत रामप्रकाश का वारिस है।
आढ़तियों को पंजाब से ऑफर
डबवाली (लहू की लौ) मार्किट फीस में कटौती की मांग को लेकर प्रदेश का व्यापारी संघर्षरत है। सरकार उनकी मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। लेकिन पड़ौसी राज्य इस गोल्डन चांस को किसी भी कीमत पर हाथ से नहीं निकलने दे रहे। तीन राज्यों की त्रिवेणी डबवाली में बैठे व्यापारियों को पंजाब में बिजनेस सेट करने की ऑफर मिली है। वहीं व्यापारियों के साथ लेबर ने भी पंजाब के जिला श्री मुक्तसर साहिब की मण्डी किलियांवाली में जाने की इच्छा जता दी है। इधर इससे पूर्व ही किसान अपनी उपज लेकर पंजाब में दाखिल हो रहे हैं।
डबवाली में 150 आढ़ती, पांच जीनिंग मिल, पंद्रह ब्रोकर तथा पांच हजार मजदूर हैं। डबवाली क्षेत्र को कपास-नरमा के उत्पादन के मामले में जिला सिरसा का हार्ट कहा जाता है। सीजन शुरू होने से पूर्व ही व्यापारी मार्किट फीस में कमी की मांग को लेकर आंदोलन की राह पर चल रहे हैं। आढ़तियों की मांग है कि पड़ौसी राज्य पंजाब तथा राजस्थान में मार्किट फीस हरियाणा की तुलना में कम है। जिससे किसान को उसकी उपज का उचित भाव मिलने के साथ-साथ व्यापारी वर्ग पर भी अनावश्यक दबाव नहीं पड़ता। लेकिन व्यापारियों की मांग सरकार के कानों तक नहीं पहुंच रही हैं। पड़ौसी राज्य पंजाब के मार्किटिंग बोर्ड के अधिकारियों ने इसे उचित अवसर समझते हुए डबवाली के व्यापारियों को पंजाब में व्यापार करने की ऑफर दी है। इस संबंधी साथ लगते जिला श्री मुक्तसर साहिब की मण्डी किलियांवाली के सुपरवाईजर की कॉल कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष हरबिलास निरंकारी के पास आई है। मण्डी सुपरवाईजर ने हरियाणा के आढ़तियों को लाईसेंस लेने के साथ-साथ व्यापार करने की खुली अनुमति दी है।
कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष हरबिलास निरंकारी ने उपरोक्त पुष्टि करते हुए बताया कि मार्किटिंग बोर्ड, पंजाब के ऑफर पर व्यापारियों ने मंथन शुरू कर दिया है। उनके अनुसार काफी समय से हरियाणा का व्यापारी अपने उचित हकों के लिए लड़ाई लड़ रहा है। लेकिन प्रदेश की हुड्डा सरकार व्यापारी को दबाने पर तुली हुई है। पंजाब के ऑफर को व्यापारी गंभीरता से ले रहे हैं। इस मुद्दे पर सभी व्यापारी एकजुट हैं। अगर सरकार उनकी आवाज को इसी तरह कुचलती गई तो वे निश्चित तौर पर ही पंजाब में पलायन कर जाएंगे।
किसान बलदेव सिंह, सुखपाल सिंह, जगसीर सिंह ने बताया कि वे नरमा लेकर अनाज मण्डी में आए थे। लेकिन कोई व्यापारी उनका नरमा खरीदने को तैयार नहीं हुआ। इसके लिए उन्हें मजबूरन पंजाब का रूख करना पड़ा।
हरियाणा मण्डी मजदूर यूनियन की शाखा डबवाली के अध्यक्ष विक्की चोरा तथा सदस्य किशोरी लाल के अनुसार डबवाली का व्यापारी नरमा-कपास की खरीद नहीं कर रहा। जिसके चलते अनाज मण्डी में लेबर को कार्य नहीं मिल रहा। ऐसे हालातों में उनके पास पेट भरने के लिए किलियांवाली की अनाज मण्डी में पलायन ही एक रास्ता है। वे जल्द ही यूनियन की बैठक बुलाकर इस बारे में निर्णय लेंगे।
मार्किट कमेटी डबवाली के सचिव चरण सिंह गिल ने कहा कि आढ़तियों को समझाने के प्रयास चल रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही मण्डी में कपास-नरमा की खरीद आरंभ होगी।
गंदे पेयजल पर हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) गंदे पेयजल की आपूर्ति से गुस्साए शहर के छह वार्डों के लोगों ने सोमवार को पब्लिक हेल्थ कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। गंदे पानी की भरी बोतलों को कार्यालय में बनी पेयजल टंकी में उडेल दिया। कर्मचारियों को बाहर निकालकर कार्यालय पर ताला जड़ दिया। एसडीई से दो दिन में व्यवस्था बदलने का आश्वासन पाने के बाद लोग शांत होकर घरों को वापिस लौटे।
पिछले काफी दिनों से शहर में गंदे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। प्रशासन को बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। शहर के लोग 500 रूपए प्रति कैंटर के हिसाब से पानी लेकर पी रहे हैं। सोमवार को शहर के छह वार्डों के लोग अपने हाथों में गंदे पानी की बोतलें उठाए हुए पब्लिक हेल्थ कार्यालय के सामने आ खड़े हुए। ये लोग नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। महिलाओं ने जमकर पिट सियापा किया। आक्रोशित लोगों ने कर्मचारियों को बाहर निकालकर कार्यालय पर ताला डाल दिया और धरना देकर बैठ गए।
वार्ड नं. 9 के निवासी हनुमान दास, अर्जुन कुमार, डॉ. रामकुमार, राकेश, जसवंत राय, गिरीश मिढ़ा, बनारसी दास, बाबू राम, बाल मुकंद ने बताया कि पानी का एक कैंटर मुश्किल से पांच दिन निकालता है। यही नहीं गंदे पेयजल की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं। क्षेत्र में बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। गंदे पानी की समस्या को लेकर वे कई बार कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं। रजिस्टर में अक्सर अपनी शिकायत दर्ज करवाते हैं, लेकिन कोई कर्मचारी उनके क्षेत्र में नहीं जाता। ऊपर से रजिस्टर में कंप्लेंट अटैंड लिखकर कर्मचारी अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं।
वार्ड नं. 5 निवासी तारा चन्द, भोली महंत, मूर्ति देवी, कृष्णा, शिमला देवी, भतेरी देवी, वार्ड ं. 11 के निवासी हरदयाल मैहता, कुंदन लाल, वार्ड नं. 14 निवासी कांता रानी, गुड्डी, सुक्खनी, कमला देवी, रामप्यारी, वार्ड नं. 15 निवासी वेदप्रकाश, पप्पू, बिट्टू, सुरेश कुमार, वार्ड नं. 19 के पार्षद सुरेंद्र छिन्दा, जिले सिंह, साधु सिंह गिल, सुमित भारती, लाभ सिंह, भगत सिंह ने बताया कि वे कई दफा गंदे पेयजल की आपूर्ति तथा सीवरेज चॉक की शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासन तक पहुंचा चुके हैं। लेकिन आज तक किसी अधिकारी ने इस ओर जिम्मेवारी से कार्य नहीं किया।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने आक्रोशित लोगों को समझाने का बहुत प्रयास किया। लेकिन गुस्साए लोगों ने गंदे पानी से भरी बोतलें कार्यालय में लगे वाटर फिल्टर की टंकी में उड़ेल दीं। बाद में क्लर्क राय चन्द ने प्रदर्शन कर रहे लोगों की बात मोबाइल से एसडीई जेएस मोर से करवाई। मोर ने दो दिन के भीतर समस्या के हल का आश्वासन देकर आक्रोशित लोगों को शांत किया।
पब्लिक हेल्थ के कार्यकारी एसडीई जेएस मोर के अनुसार डबवाली में चल रही पेयजल दिक्कत के संदर्भ में उन्होंने एक्सीयन आरके शर्मा को अवगत करवा दिया है। मोर के अनुसार यह समस्या नहर बंदी के कारण सामने आई है। एक्सीयन ने नहरी विभाग पंजाब के अधिकारियों से बात की है। नहर में पानी पंजाब के रोपड़ से छोड़ दिया गया है। दो-तीन दिन में पानी आ जाएगा। उनके अनुसार पेयजल आपूर्ति में गंदा पानी कहां से मिक्स हो रहा है, ऐसे स्थानों को ट्रेस करके उसका हल किया जाएगा।
ऐसा सम्मान नहीं भूलेंगे मन्नु
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट कौंसिल के नवनियुक्त अध्यक्ष पुष्पिंद्र शर्मा मन्नु का डबवाली पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। नगर की विभिन्न संस्थाओं ने रविवार रात को कम्युनिटी हाल में समारोह आयोजित करके उन्हें सम्मानित किया गया।
समारोह में सांसद डॉ. अशोक तंवर मुख्यातिथि के तौर पर शरीक हुए। जबकि अध्यक्षता सीएम के पूर्व ओएसडी डॉ. केवी सिंह ने की। इस मौके पर दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष अजय चिकारा विशेष तौर पर उपस्थित हुए। समारोह का शुभारंभ गोपाल मंगल ने इतनी शक्ति हमें दे न दाता... के माध्यम से किया। नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के विद्यार्थियों ने मंच पर जपुजी साहिब के बाद पंजाबी भाषा की वर्तमान दशा पर आधारित कोरियोग्राफी सोहने देश पंजाब तो मैं सदके जावां...प्रस्तुत की। गुरूनानक कॉलेज के छात्रों ने कोरियोग्राफी देस होया परदेस... के जरिए मौजूदा समय की सबसे गंभीर सामाजिक समस्या नशे पर चोट की। राजकीय महाविद्यालय की बीए तृतीय वर्ष के छात्र लवनीश मित्तल ने अपनी जादुई ट्रिक के जरिए लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर दिया। सांसद अशोक तंवर द्वारा निकाले गए ताश के एक पत्ते को फोटोग्राफी कर रहे मनप्रीत सिंह की जेब से निकालकर सबको हैरत में डाल दिया। एनपीएस की छात्रा जपिंद्र गिन्नी तथा अंजना ने अपनी कविताओं के जरिए श्रोताओं का दिल जीत लिया।
सांसद डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि देश की राजनीति में उत्तर भारत के युवा खासी भूमिका निभा रहे हैं। उत्तर भारत को मिनी इंडिया की संज्ञा देते हुए कहा कि हरियाणा के दो युवा देश की प्रमुख पंजाब यूनिवर्सिटी चण्डीगढ़ तथा दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली की छात्र कौंसिल के अध्यक्ष हैं। जो दर्शाता है कि भविष्य में देश की राजनीति हरियाणा के युवाओं पर आधारित होगी। उन्होंने युवाओं को सक्रिय रूप से राजनीति में भाग लेने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पंजाब यूनिवर्सिटी चण्डीगढ़ की स्टूडेंट कौंसिल के अध्यक्ष पुष्पिंद्र शर्मा मन्नु ने कहा कि जब भी वे इस क्षेत्र में आते हैं तो कॉलेज छात्रों को नशे की जद्द में पाते हैं। नशे के कारण इस क्षेत्र का एजूकेशन स्तर निरंतर गिर रहा है। नशे की बुराई सदा के लिए खत्म करने का वे प्रयास करेंगे।
दिल्ली यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष अजय चिकारा ने कहा कि भारत आज विश्व शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। लेकिन इसकी नींव बना युवा वर्ग नशे की वजह से खोखला हो रहा है। माता-पिता अपने थोड़े से प्रयास से अपने बच्चे के साथ-साथ देश को बचाने में अग्रणी साबित हो सकते हैं।
संस्थाओं ने किया सम्मानित
मन्नु को सीनियर सिटीजन वेल्फेयर एसोसिएशन, आर्य समाज, जगदम्बा वेल्फेयर क्लब, स्वर्णकार संघ, ऑल इंडिया वेश्य फेडरेशन, क्लॉथ मर्चेंट एसोसिएशन, सतगुरू राम सिंह जल सेवा समिति, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, कच्चा आढ़तिया एसोसिएशन, बार एसोसिएशन, लॉयंस क्लब सुप्रीम, लायन क्लब अक्स, हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल, युवा हरियाणा प्रदेश व्यापार मण्डल, ब्राह्मण सभा, अग्रवाल सभा, शू एण्ड जनरल मर्चेंट एसोसिएशन, केमिस्ट एसोसिएशन, वरच्युस क्लब इंडिया, स्टूडेंट ऑफ डिग्री कॉलेज ने सम्मानित किया। मंच का संचालन वेद भारती ने बखूबी किया। इस मौके पर डॉ. आरएस अग्निहोत्री, संदीप चौधरी एडवोकेट रणजीत सिंह, इन्द्रजीत सिंह, केशव शर्मा, पार्षद विनोद बांसल, जगदीप सूर्या, प्रवीण सिंगला नीटा, सुदर्शन मित्तल, तेलू राम बांसल, प्रविंद्र अरोड़ा, गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली की प्राचार्या डॉ. इंदिरा अरोड़ा, राजेश हाकू, जितेंद्र खैरा, पवन गर्ग, इन्द्र जैन, जगसीर मिठड़ी, मनवीर मान, विजय सहारण, विक्की बांसल, पवन उदानियां उपस्थित थे।
फर्जी रिकॉर्ड के जरिए बना नंबरदार
डबवाली कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज, चौटाला पुलिस करेगी जांच
डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस ने उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डबवाली की अदालत के आदेश पर पटवारी से मिल कर धोखादेही से नम्बरदार बनने के आरोप में गांव सुखेराखेड़ा के एक व्यक्ति तथा संबंधित पटवारी के खिलाफ धारा 420/467/468/471 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके जांच का काम एएसआई सतपाल सिंह को सौंप दिया है।
गांव सुखेराखेड़ा के कृष्ण लाल पुत्र गोमाराम ने रमेश कुमार पुत्र शंकर दास पुत्र तीर्थ दास निवासी मकान नम्बर 277, वार्ड नं. 12 कलोनी रोड़, मंडी डबवाली तथा दलीप सिंह माल पटवारी हल्का सुखेराखेड़ा के खिलाफ अदालत में याचिका दायर करके अदालत से कहा कि गांव सुखेराखेड़ा तहसील डबवाली जिला सिरसा में सामान्य वर्ग का नम्बरदार नियुक्त करने के लिए तहसीलदार डबवाली ने सुखेराखेड़ा का स्थाई निवासी होने के आवदेन पत्र मांगे थे। उसने सुखेराखेड़ा का स्थाई निवासी होने के कारण गांव सुखेराखेड़ा का सामान्य वर्ग का नम्बरदार बनने के लिए आवेदन पत्र दिया था। आरोपी रमेश कुमार ने भी गांव सुखेराखेड़ा का सामान्य वर्ग का नम्बरदार बनने के लिए आवेदन पत्र दिया। आरोपी ने माल पटवारी हल्का सुखेराखेड़ा से मिलकर खुद को लाभ पहुंचाने के लिए जानबूझकर डबवाली के स्थाई निवासी होने का राशन कार्ड और गलत तौर पर झूठा व फर्जी रिकार्ड तैयार कर, 15 साल से गांव सुखेराखेड़ा का स्थाई निवासी होने का हलफिया ब्यान देकर प्रमाण पत्र जारी करवा लिया।
याचिका में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि रमेश कुमार की रिहायश कभी भी गांव सुखेराखेड़ा में नहीं रही है और न ही उसका गांव सुखेराखेड़ा में राशन कार्ड बना है। याची ने अपनी याचिका में यह भी आरोप लगाया है कि रमेश कुमार ने माल पटवारी से मिलकर अपनी जन्म तिथि 17-5-1951 होते हुए भी उसके स्थान पर अपनी जन्म तिथि 17-5-1953 दर्ज करवा कर रिपोर्ट तहसीलदार डबवाली के पेश करवा दी। याची के अनुसार आरोपी ने 18-6-2009 को दो रिपोर्ट जारी करवा कर तहसीलदार डबवाली के पेश करवा दी, एक रिपोर्ट में रमेश की जायदाद 4 एकड़ व दूसरी रिपोर्ट में रमेश कुमार की जायदाद 6 एकड़ एक कनाल एक मरला दिखा रखी है।
शिकायतकर्ता के अनुसार आरोपी रमेश कुमार ने माल पटवारी दलीप सिंह से मिलकर खुद को आदेश दिनांक 12-8-2011 को आयुक्त हिसार मण्डल से गांव सुकेराखेड़ा का नम्बरदार नियुक्त करवा लिया है। जबकि दिनांक 12-10-2010 को तहसीलदार डबवाली ने उसको नम्बरदार नियुक्त करने की सिफारिश उपमण्डलाधिकारी नागरिक डबवाली को भेजी थी। लेकिन उपमण्डल अधिकारी नागरिक ने मिशल को रिमाण्ड करते हुए दोबारा समायत करके रिपोर्ट जारी करने का आदेश दिया। जिस पर तहसीलदार डबवाली ने दोबारा मुद्दई के पक्ष में सामान्य वर्ग का नम्बरदार नियुक्त करने की सिफारिश की।
याची के अनुसार उपमण्डल अधिकारी नागरिक डबवाली ने आरोपी रमेश कुमार को नम्बरदार नियुक्त करने की सिफारिश करते हुए मिशल जिला कलैक्टर सिरसा के पास भेज दी। जिला कलैक्टर ने मिशल को तहसीलदार के रिमांड दिनांक 18-5-2011 को कर दिया। लेकिन रमेश कुमार ने जिला कलैक्टर के फैसला के खिलाफ अपील आयुक्त हिसार मण्डल हिसार के कर दी। न्यायालय एमपी बंसल आयुक्त हिसार मण्डल हिसार ने अपने फैसले में दिनांक 12.8.2011 के अनुसार रमेश कुमार आरोपी को गांव सुखेराखेड़ा का नम्बरदार नियुक्त कर दिया।
याची ने आरोप लगाया कि आरोपी रमेश कुमार, आरोपी दलीप कुमार के साथ साजबाज होकर व गलत तौर पर फर्जी व जाली रिकॉर्ड तैयार करके नंबरदार नियुक्त हुआ है। अदालत ने याची की याचिका पर सुनवाई करते हुए दफा 156 (3) आईपीसी के तहत केस को पुलिस को भेजकर आरोपियों के खिलाफ धोखादेही का केस दर्ज करके जांच करने के आदेश दिए हैं।
थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि अदालत के आदेश पर मामला दर्ज करके जांच का कार्य चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई सतपाल सिंह को सौंप दिया है।
22 सितंबर 2011
बेवफाई पर ट्रेन के आगे लेटी
दोनों ने खाई थी साथ मरने की सौगंध, फोन करने के बावजूद नहीं पहुंचा प्रेमी
डबवाली (लहू की लौ) आशिक के फोन न उठाने पर गुस्से में आई प्रेमिका गाड़ी के आगे आकर अपनी दोनों टांगें कटवा बैठी। दोनों में करीब बीस बरस से प्रेम चल रहा था। गंभीर हालत में उसे बठिंडा के एक अस्पताल में एडमिट करवाया गया है।
बुधवार को बठिंडा से कंटेनर लोड़ किए मालगाड़ी डबवाली के लिए आ रही थी। जिसे संत राम चला था। जबकि गाड़ी पर एएलपी के तौर पर पंकज कुमार तथा गार्ड के रूप में सीता राम नियुक्त थे। सुबह करीब 7.30 बजे जस्सी बागवाली के निकट खेतों की ओर से आई एक महिला अचानक पटरी पर लेट गई। यह देखकर संत राम ने अचानक ब्रेक लगा दी। लेकिन रूकते-रूकते गाड़ी उसकी टांगों को काट गई। गाड़ी करीब आधा घण्टा वहीं रूकी रही। तीनों ने बड़ी मुश्किल से महिला को बाहर निकाला। महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे उपचार के लिए डबवाली के रेलवे स्टेशन पर ले आए। यहां से डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सदस्यों ने उसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने उसे सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन उसके परिजन उसे बेहतर इलाज के लिए बठिंडा ले गए।
सरकारी अस्पताल में घायल महिला ने अपनी पहचान 35 वर्षीय अमरजीत कौर निवासी जस्सी बागवाली के रूप में करवाते हुए बताया कि वह पंजाब के गांव नगला की रहने वाली है। उसकी शादी 1989 में जस्सी बागवाली (जिला बठिंडा) निवासी धन्ना राम के साथ हुई थी। उसके दो बेटे जसविंद्र सिंह तथा हरविंद्र हैं। करीब बीस साल पहले उसका गांव जस्सी बागवाली के गुलाब सिंह नामक व्यक्ति से प्रेम हो गया। गुलाब भी शादीशुदा है। उनके प्रेम प्रसंगों के बारे में दोनों परिवारों को पता है। जिसके चलते दोनों के घरों में क्लेश रहने लगा।
महिला के अनुसार वे दोनों अलग-अलग नहीं रहना चाहते थे। इसी के चलते गुलाब ने उसे डबवाली में किराए पर कमरा लेकर दे दिया। यहां वह दो साल रही। डेढ़ माह पूर्व ही वह गांव जस्सी बागवाली लौटी थी। लेकिन गुलाब के घर में क्लेश फिर भी कम नहीं हुआ। चार दिन पूर्व गुलाब ने उसकी सौगंध खाते हुए साथ-साथ मरने का वचन किया था। साथ-साथ मरने के लिए दोनों ने बुधवार सुबह का समय रखा। वह सुबह 6.30 बजे गुलाब के खेत में पहुंच गई। लेकिन गुलाब नहीं आया। उसने कई दफा उसका फोन मिलाया। लेकिन उसने अपना मोबाइल नहीं उठाया। आखिर में मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया। प्रेमी की इस बेवफाई के कारण वह मरने के लिए रेल पटरी पर लेट गई।
मालगाड़ी के एएलपी पंकज कुमार ने बताया कि गाड़ी को देखकर महिला तेजी से खेतों से निकलकर पटरी पर लेट गई। उन्होंने गाड़ी के ब्रेक लगा दिए। लेकिन फिर भी गाड़ी के कुछ डिब्बे उसकी टांगों से गुजर गए।
जीआरपी बठिंडा के प्रभारी एसआई कर्म सिंह ने बताया कि उपरोक्त मामले की जानकारी उन्हें मिली है। घायल अमरजीत कौर बठिंडा के एक अस्पताल में उपचाराधीन है। उसके ब्यानों के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
मुझे अंधे प्रेम की सजा मिली
मेरी शादी पंद्रह साल की उम्र में कर दी गई थी। दो बेटों की मां होने के बावजूद उसने गुलाब से मुहब्बत की। उसने बीस साल तक उसकी हर बात मानी। उसकी बात का पलट कर जवाब तक नहीं दिया। रामां मण्डी में मनमीत ब्यूटी पार्लर चलाया। गुलाब की खातिर वह भी छोड़ दिया। उसके प्यार पर अपना परिवार तक कुर्बान कर दिया। उसके कहने पर मरने के लिए राजी हुई। लेकिन कसम देकर वह नहीं आया। मेरे अंधे प्यार की सजा मुझे मेरे परिवार से बिछुड़कर तथा दोनों टांगें कटवाकर मिली है। -अमरजीत कौर
गंदे पानी की आपूर्ति पर बिफरी महिलाएं, दो दिन की अल्टीमेटम
डबवाली (लहू की लौ) शहर के सीवरेज का गंदा पानी निकालने के लिए जनस्वास्थ्य विभाग को जमीन नहीं मिल रही है। वहीं पाईपों में रूका गंदा पानी पेयजल आपूर्ति के समय घरों में सप्लाई हो रहा है। शहर में लोग बीमार पडऩे लगे हैं। वहीं लोगों में विरोध के स्वर भी गूंजने लगे हैं। बुधवार को दिन उगते ही महिलाएं विभाग के कार्यालय पहुंची। महिलाओं ने जमकर बवाल काटा। वहां उपस्थित कनिष्ठ अभियंता को दो दिन के भीतर समस्या का हल करने की चेतावनी दे डाली है। शहर के सीवरेज का गंदा पानी निकालने के लिए डिस्पोजल की भूमि छोटी पड़ गई है। जिसके चलते तीन दिनों से सीवरेज का पानी पाईपों में जमा है। पाईपें धीरे-धीरे भर रही हैं। वहीं नहरबंदी के कारण पानी की समस्या भी गहरा गई है। टयूब्बैल के पानी को स्टॉक किए गए पानी के साथ मिलाकर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। लेकिन आपूर्ति में सीवरेज का गंदा पानी मिक्स होकर घरों तक पहुंच रहा है। जिससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। बुधवार को शहर के पुराना हनुमान मंदिर क्षेत्र की महिलाएं जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यालय में पहुंची। मौका पर उपस्थित कनिष्ठ अभियंता सतपाल रोज को खूब खरी-खोटी सुनाई। प्रवीण रानी, आशा रानी, अंजू, संतोष देवी, पूजा, किरण, रीना, सीमा ने बताया कि उनके क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। लेकिन जब भी पानी आता है तो सीवरेज युक्त पानी। यह पिछले चार साल से हो रहा है। वे कई बार विभाग को लिखित शिकायत दर्ज करवा चुकी है। लेकिन आज तक उनकी समस्या का हल नहीं हुआ। अब तो हालात और भी गंभीर हो गए हैं। पिछले कुछ दिनों से बदबूदार काला पानी उनके घरों में आ रहा है। परिवार के सदस्य बीमार पड़ रहे हैं। क्षेत्र में ऐसा कोई घर नहीं, जिसका सदस्य उल्टी, दस्त रोग का शिकार न हो।
इन महिलाओं ने कनिष्ठ अभियंता को दो दिन के भीतर समस्या का हल करके स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति करवाने की चेतावनी दी। महिलाओं के अनुसार अगर दो दिन के भीतर उनकी समस्या का समाधान नहीं होता तो वे कार्यालय का घेराव करने को बाध्य होंगी।
जनस्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता सतपाल रोज ने बताया कि पंजाब में नहरबंदी चल रही है। नहरों में पानी आने में कुछ दिन लगेंगे। स्टॉक किए गए पानी तथा टयूब्बैल के पानी को मिलाकर शहर के लोगों को पेयजल आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि सीवरेज का पानी निकालने के लिए विभाग के पास जमीन नहीं है। जिसके चलते पानी पाईपों में रूका पड़ा है। कुछ जगहों पर यह पानी मिक्स होकर घरों में आ रहा है। ऐसी जगहों को चिन्हित करके ठीक किया जा रहा है।
पत्नी सहित चार पर मामला दर्ज
मास्टर गुरमीत सिंह आत्महत्या प्रकरण, विसरा की रिपोर्ट के लिए रिमाईंडर भेजा
डबवाली (लहू की लौ) एसएस मास्टर गुरमीत सिंह को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में शहर पुलिस ने तीन माह बाद चार जनों पर दफा 306 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। वहीं विसरे की रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए पुलिस ने संबंधित लैब को दूसरी दफा रिमाईंडर भेजा है।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि गांव कालझराणी के सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले एसएस मास्टर गुरमीत सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में 15 जून को अलीकां रोड़ पर खेतों में पड़ा मिला था। इसकी जांच का जिम्मा शहर थाना प्रभारी डबवाली महा सिंह रंगा को सौंपा। करीब दो माह तक चली जांच के बाद शहर प्रभारी ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट में शहर प्रभारी महा सिंह रंगा ने कहा है कि गुरमीत सिंह की शादी अबूबशहर की राजेंद्र कौर के साथ हुई थी। इस दौरान राजेंद्र कौर का परिवार डबवाली के प्रेमनगर में आ बसा। शादी के कुछ देर बाद ही वह गुरमीत पर डबवाली में रहने का दबाव डालने लगी। लेकिन गुरमीत अपने माता-पिता तथा भाई-बहनों के साथ रहने का इच्छुक था। लेकिन राजेंद्र कौर ने गुरमीत तथा उसके परिजनों पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाकर मामला दर्ज करवा दिया। अपने परिवार को बचाने के लिए गुरमीत डबवाली बसने पर राजी हो गया। जिसके तुरंत बाद राजेंद्र कौर ने केस वापिस ले लिया।
रिपोर्ट के अनुसार मास्टर अपने ससुराल घर के नजदीक प्रेमनगर में ही मकान बनाकर रहने लगा। इस मकान पर उसने पैसा लगाया। लेकिन राजेंद्र कौर ने मकान अपने नाम करवा लिया। गुरमीत गांव कालझराणी में रहकर अपने माता-पिता की सेवा करने के साथ-साथ भाई-बहनों को पढ़ाना-लिखाना चाहता था। लेकिन यह बात उसके ससुरालियों को अखरती थी। 15 जून 2011 से पूर्व मृतक ने एक प्लॉट का सौदा किया था। वह प्लॉट को अपने नाम करवाना चाहता था। लेकिन उसकी पत्नी राजेंद्र कौर तथा सास जसपाल कौर प्लाट को अपने नाम करवाना चाहती थी। इसके लिए ससुराली उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त करने लगे। ससुरालियों द्वारा मजबूर करने पर ही गुरमीत ने आत्महत्या की। डीएसपी के अनुसार जांच रिपोर्ट के आधार पर मृतक गुरमीत सिंह की पत्नी राजेंद्र कौर, सास जसपाल कौर, ससुर बलवीर सिंह तथा साले बेअंत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीएसपी के अनुसार विसरे की रिपोर्ट के लिए पहले भी रोहतक तथा करनाल स्थित लैबों को लिखा गया था। अब पुन: रिमाईंडर निकाला गया है।
डीएपी खाद को लेकर किसानों ने काटा बवाल
डबवाली (लहू की लौ) नई अनाज मण्डी स्थित हैफेड की सोसाईटी पर डीएपी खाद को लेकर हुई किसानों तथा सोसाईटी अधिकारी में हुई मारपीट के बाद सोसाईटी पर पुलिस तैनात कर दी गई है। किसानों में खाद के वितरण को लेकर हैफेड के खिलाफ गहरा रोष पाया जा रहा है। वहीं उपमण्डलाधीश ने नंबर सिस्टम लागू करते हुए खाद वितरण के आदेश जारी किए हैं।
खाद लेने के लिए गांव बिज्जूवाली, अहमदपुर दारेवाला, गंगा, जण्डवाला बिश्नोईयां, सुकेराखेड़ा, नुहियांवाली के किसान बुधवार सुबह 5 बजे से सोसाईटी के आगे जमा थे। करीब 10 बजे सोसाईटी के अधिकारियों ने पुलिस सुरक्षा के बीच खाद वितरित करने का फरमान सुना दिया। सुबह से खाद की इंतजार में बैठे किसान भड़क उठे। सैंकड़ों किसान उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल के कार्यालय में पहुंचे। यहां जमकर बवाल काटा। उपमण्डलाधीश के समक्ष खाद वितरण में बरती जा रही लापरवाही का जिक्र किया।
किसान जयदयाल नंबरदार, रामप्रताप, प्रेम कुमार, बलविंद्र सिंह सरपंच, मक्खन लाल, चमकौर सिंह, सुखवंत सिंह, हरनेक सिंह, गुलाब सिंह, आसा राम, नेकी राम ने बताया कि प्रति राशन कार्ड पर पांच बैग डीएपी खाद देने का प्रावधान है। लेकिन लाईन में लगे होने के बावजूद खाद उपलब्ध नहीं करवाई जा रही। बल्कि खाद को ब्लैक के जरिए चोरी मोरी से बेचा जा रहा है। किसानों के अनुसार गांवों में सोसाईटियां बनी हुई है। वहां खाद न देकर किसान को 25-30 किलोमीटर दूर डबवाली में खाद देने का आश्वासन दिया जाता है। लेकिन इसके बावजूद भी खाद मुहैया नहीं करवाई जाती। वे पिछले दो दिनों से लाईन में लगकर खाद मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उपमण्डलाधीश ने किसानों को समय पर खाद उपलब्ध करवाने का आश्वासन देकर शांत किया।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि डीएपी खाद लेने के लिए लाईन में लगने वाले प्रत्येक किसान को नंबर लिखी पर्ची दी जाएगी। इस नंबर के आधार पर ही किसान को खाद दी जाएगी। प्रति राशन कार्ड के आधार पर पांच बैग डीएपी देने के निर्देश दिए गए हैं। मंगलवार देर शाम को किसानों और सोसाईटी अधिकारी लीलाधर के बीच हुई मारपीट के बाद कानून व्यवस्था को देखते हुए सोसाईटी पर पुलिस तैनात कर दी गई है।
प्रशासन ने हटाया अतिक्रमण
डबवाली (लहू की लौ) बुधवार को नगरपालिका ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ते हुए कलोनी रोड़ और मुख्य बाजार में पालिका की जमीन पर पड़ा दुकानदारों का सामान कब्जे में ले लिया। दोपहर को उपमंडलाधीश डॉ. मुनीष नागपाल ने नगरपालिका अधिकारियों की अपने कार्यालय में बैठक ली। उन्हें उपायुक्त सिरसा से आये आपात आदेशों से अवगत करवाया। जिसमेें कहा गया कि पालिका अतिक्रमण के खिलाफ अभियान छेड़ कर 26 सितम्बर को होने वाली बैठक में इस संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक के बाद नगरपालिका सचिव राजा राम भुक्कल के नेतृत्व में पालिका अभियन्ता फूल सिंह, भवन अभियन्ता सुमित ढांडा, सैनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला ने एसआई घड़सा राम के साथ कलोनी रोड़ से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया। यह अभियान मुख्य बाजार तक चला। अभियान शाम को 3.30 पर शुरू हुआ और 5 बजे तक जारी रहा। कलोनी रोड़ तथा मेन बाजार से अतिक्रमण स्थल पर रखे गये सामान को दो ट्रालियों में भर कर पालिका में ले जाया गया।
लसाड़ा ने बढ़ाई दिलों की धड़कनें
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब-हरियाणा को बाढ़ से बचाने के लिए बना लसाड़ा नाला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। बेमौसमी बरसात, फैक्ट्रियों तथा सीवरेज के गंदे पानी से लबालब हुआ नाला टूट की कगार पर पहुंच गया है। पानी ओवरफ्लो होकर सड़क पर आ गया है। नैशनल हाईवे नं. 64 के साथ-साथ नाले से दो किलोमीटर दूर स्थित बठिंडा-बीकानेर रेलमार्ग कभी भी बंद हो सकते हैं। पंजाब ड्रेनज विभाग ने नाले पर चौकसी कड़ी कर दी है। वहीं नाला के उफनते ही हरियाणा-पंजाब की राजनीति भी उफनने की संभावना बन गई है।
साल 1963 में भारत सरकार ने लसाड़ा नाले का निर्माण संयुक्त पंजाब में करवाया था। जिसका मुख्य उद्देश्य बरसात के समय आने वाली बाढ़ से मुक्ति दिलाना था। ताकि फालतू पानी को नाले की मदद से राजस्थान के सूखाग्रस्त इलाके में छोड़ा जा सके। यह नाला पंजाब के जिला लुधियाना के गांव तमोट से चलकर लुधियाना, बरनाला, संगरूर, बठिंडा तथा हरियाणा के जिला सिरसा से होता हुआ राज्य के अंतिम छोर पर राजस्थान सीमा के निकट खत्म होता है। नाला करीब 255 किलोमीटर लम्बा है। जिसका 200 किलोमीटर क्षेत्र पंजाब में तथा 55 किलोमीटर क्षेत्र हरियाणा में आता है।
साल 1992 की हरियाणा सरकार ने अपने क्षेत्र में इस नाले को बंद करके जमीन किसानों को वापिस दे दी। लेकिन अधिक बरसात, फैक्ट्रियों तथा सीवरेज के गंदे पानी से यह नाला हर साल उफनता है। नाले के उफनते ही डबवाली-बठिंडा मार्ग पर आने वाले गांवों में रहने वाले लोगों के दिलों की धड़कन तेज हो जाती है। इस बार बेमौसमी बरसात के कारण पानी खतरे के निशान से भी ऊंचा चला गया है। डबवाली से महज सात किलोमीटर दूर स्थित गांव पथराला के निकट पानी डबवाली-बठिंडा मार्ग के नजदीक जा लगा है। वहीं यहां से रेलमार्ग की दूरी भी महज दो किलोमीटर है।
सूचना पाकर पंजाब डे्रनज विभाग मानसा के एक्सीयन विजय गर्ग ने स्थिति का जायजा लिया। इस मौके पर गांव पथराला, डूमवाली, कुटी, चकरूलदू सिंह वाला, जस्सी बागवाली, गुरथरी, मशाना, धुनेवाला, शेरगढ़, कोटफत्ता के ग्रामीणों ने ड्रेनेज को हरियाणा क्षेत्र में खोलने की मांग की। ग्रामीणों के अनुसार अगर हरियाणा अपने क्षेत्र में ड्रेन को नहीं खोलता तो इसके लिए पंजाब सरकार को इसका हल ढूंढऩा ही होगा। गांव पथराला के सरपंच लुधर सिंह, बाबा जीवन सिंह स्पोट्र्स क्लब के उपप्रधान अवतार सिंह, राम सिंह, सुक्खा ने बताया कि डे्रन से पानी बाहर बह रहा है। एक आध-बारिश से पानी गांव में घुस सकता है। पंचायत ने अपने तौर पर गांव की ओर मिट्टी से भरे बैग लगाकर बांध को ऊंचा और मजबूत कर दिया है। ऐसे में पानी डबवाली-बठिंडा मार्ग पर जाएगा। सरपंच के अनुसार वे कई दफा ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखकर ड्रेनेज का स्थाई हल निकालने की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई परिणाम नहीं निकल रहे।
पंजाब डे्रनज विभाग मण्डल मानसा के अभियंता विजय गर्ग ने बताया कि विभाग लसाड़ा नाला पर लगातार नजर बनाए हुए है। पीछे से पानी कम करवा दिया गया है। हरियाणा में पड़ते नाले को खुलवाने के लिए वे कई दफा अपने उच्च अधिकारियों के साथ-साथ मुख्य सचिव, पंजाब को पत्र लिख चुके हैं। लेकिन पत्र घूम कर पुन: उनके पास आ जाता है। यह मामला सीएम टू सीएम है। उन्होंने स्वीकार किया कि अगर इस समस्या का जल्द कोई हल न सुझाया गया तो आने वाले समय में काफी नुक्सान उठाना पड़ सकता है। इस मसले पर वे दोबारा अपने उच्च अधिकारियों को लेटर लिखकर गंभीर होती स्थिति के बारे में अवगत करवाएंगे।
साहब! ससुर के साथ भाग आई मेरी बहू
डबवाली (लहू की लौ) शहर पुलिस में दर्ज हुए दहेज प्रताडऩा के एक मामले पर बवाल खड़ा हो गया है। आरोप है कि शिकायतकात्री अपने ससुर के साथ भागकर डबवाली में बस गई। अपने ससुरालियों की जमीन हथियाने के मकसद से उपरोक्त केस दर्ज करवा दिया। डीएसपी डबवाली मामले की जांच कर रहे हैं।
डबवाली की अग्रवाल धर्मशाला के नजदीक रहने वाली सोनू रानी ने बठिंडा जिला की संगत मण्डी के निवासी अपने पति जनकराज, जेठ राजेन्द्र कुमार, सास कौशल्या देवी, ननद उषा पर दहेज में दो लाख रूपए मांगने का आरोप लगाते हुए अदालत में इस्तगासा दायर किया। इस्तगासा पर सुनवाई करते हुए अदालत ने दफा 156 (3) सीआरपीसी के तहत पुलिस को मामला दर्ज करके जांच करने के आदेश दिए। अदालत के आदेश पर पुलिस ने उपरोक्त चारों के खिलाफ दफा 498/406/323 के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
मामले की जांच डीएसपी बाबू लाल ने अपने हाथों में लेते हुए दोनों पक्षों को मंगलवार को अपने कार्यालय में तलब किया। संगत मण्डी निवासी कौशल्या देवी तथा उसकी बेटी उषा जांच में शामिल होने के लिए आई। 65 वर्षीय कौशल्या देवी पत्नी वेदप्रकाश ने बताया कि उसकी छोटे बेटे जनकराज की शादी साल 2005 में डबवाली निवासी सोनू रानी के साथ हुई थी। उनके दो बच्चे पांच वर्षीय गरिमा तथा तीन वर्षीय धु्रव हैं। कौशल्या देवी ने मामले को झूठा बताते हुए आरोप लगाया कि पांच माह पूर्व उसकी बहू अपने ससुर वेदप्रकाश के साथ घर से हजारों रूपए तथा सामान लेकर फरार हो गई। जिसकी शिकायत उन्होंने थाना संगत में दर्ज करवा रखी है। उसने यह भी आरोप लगाया कि गांव फुल्लो मिट्ठी में पड़ी उनकी पांच बीघा जमीन को सोनू ने अपने नाम करवा लिया। अब वह अपने ससुर के साथ मिलकर संगत मण्डी में स्थित उनके घर को अपने नाम करवाना चाहती है।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि बीती 15 सितंबर को सोनू की शिकायत पर शहर पुलिस ने संगत मण्डी के जनकराज, कौशल्या देवी, राजेन्द्र तथा उषा रानी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कौशल्या देवी ने अपना पक्ष रखते हुए उपरोक्त बात का जिक्र किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच में दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
हैफेड सोसाईटी में किसानों और अधिकारियों में मारपीट
डबवाली (लहू की लौ) अभी बिजाई का सीजन भी नहीं है, लेकिन इसके बावजूद डीएपी खाद लेने के लिए किसानों की लम्बी लाईने सहकारी समितियों के समक्ष लगी हुई हैं। खाद को लेकर सहकारी समितियों के अधिकारियों तथा किसानों के बीच झगड़े भी हो रहे हैं।
मंगलवार को गांव बिज्जूवाली के बुधराम, दारेवाला के नुपा राम, गोदीकां के कुलदीप सिंह, उग्रसैन, गोरीशंकर, सुरिंद्र, अबूबशहर के काला लहोरिया, राजा सिधू, गुरजीत सिंह लहोरिया भी खाद लेने के लिए डबवाली की अनाज मण्डी में स्थित सहकारी समिति हैफेड में आए हुए थे। इन किसानों के अनुसार वे लोग लाईन में लगे हुए थे। लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें खाद नहीं दी गई। बल्कि झगड़ा करके उन्हें हैफेड की सोसाईटी से बाहर निकाल दिया गया। इन किसानों ने आरोप लगाया कि सोसाईटी के मैनेजर लीलाधर ने उनके कपड़े भी फाड़ डाले।
हैफेड के मैनेजर लीलाधर ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि जो भी किसान लाईन में लगा, उसे खाद मिल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसानों ने उससे गाली-गलौज। उनके अनुसार किसानों को संबंधित पैक्स में ही खाद उपलब्ध करवाई जा रही है। लेकिन पैक्स से एडवाईस बनाने के लिए कहा गया है। जिस पैक्स की एडवाईस उनके पास आती है, उन्हें खाद भिजवाई जा रही है। उनके अनुसार डबवाली पैक्स से संबंधित डबवाली, सांवतखेड़ा और नीलियांवाली में आज खाद उपलब्ध करवा दी गई है। जबकि बुधवार को शेरगढ़, खुईयां और अबूबशहर में भी खाद उपलब्ध करवा दी जाएगी।
लीलाधर के अनुसार बिजाई का मौसम नहीं है। 15 अक्टूबर से बिजाई शुरू होनी है। लेकिन इसके बावजूद किसान डीएपी लेने के लिए सोसाईटियों पर आने शुरू हो गए हैं। उनके अनुसार इसका कारण डीएपी के रेट भविष्य में बढऩे की संभावना है। इसलिए किसान चाहते हैं कि अभी से ही खाद खरीद ली जाए। उनके अनुसार इस समय डबवाली हल्का में एक लाख छब्बीस हजार बैग खाद के पड़े हैं। खाद की कमी नहीं है। उनके अनुसार इनमें से 47 हजार बैग पुराने रेट 600 रूपए प्रति बैग के हिसाब से उपलब्ध करवाए जाने हैं। इसके अतिरिक्त बैग बढ़े हुए रेटों पर दिए जाएंगे।
छित्तर-परेड़ से बचने के लिए चोर ने रख ली पिस्तौल
डबवाली (लहू की लौ) नशा करके चोरी करते पकड़े जाने पर लोगों की खातिरदारी सह चुके एक युवक ने नजायज तरीके से देसी पिस्तौल खरीद ली। ताकि पकड़े जाने की सूरत में लोगों को डरा कर फरार हो सके।
शहर पुलिस ने रविवार को 32 बोर पिस्तौल तथा एक जिन्दा कारतूस के साथ गांव पक्काकलां के 21 वर्षीय छिन्दा को काबू किया था। सोमवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिय़ा की अदालत में पेश करके एक दिन के रिमांड पर ले लिया। रिमांड के दौरान पुलिस ने पिस्तौल सप्लायर का पता जानने का प्रयास किया। शहर पुलिस के प्रभारी महा सिंह रंगा ने बताया कि छिन्दा की निशानदेही पर पुलिस ने हनुमानगढ़ की सुरेशिया बस्ती तथा संगरिया के रेलवे स्टेशन के ईर्द-गिर्द कई जगह रेड़ की। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
थाना प्रभारी के अनुसार छिन्दा शहर में चोरी के एक मामले में आरोपी है। वहीं नशा करके सामान चुरा लेजाना उसका पेशा है। अपनी गतिविधियों के चलते शहर में कई बार मार खा चुका है। लेकिन चोरी करते उसे कोई दिक्कत न आए और पकड़े जाने की सूरत में हथियार के बल पर फरार हो सके, इसके लिए उसने 32 बोर देसी पिस्तौल खरीद ली।
रिमांड अवधि समाप्त होने के बाद मंगलवार को छिन्दा को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
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