29 सितंबर 2011

गंदे पेयजल पर हंगामा


डबवाली (लहू की लौ) गंदे पेयजल की आपूर्ति से गुस्साए शहर के छह वार्डों के लोगों ने सोमवार को पब्लिक हेल्थ कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। गंदे पानी की भरी बोतलों को कार्यालय में बनी पेयजल टंकी में उडेल दिया। कर्मचारियों को बाहर निकालकर कार्यालय पर ताला जड़ दिया। एसडीई से दो दिन में व्यवस्था बदलने का आश्वासन पाने के बाद लोग शांत होकर घरों को वापिस लौटे।
पिछले काफी दिनों से शहर में गंदे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। प्रशासन को बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। शहर के लोग 500 रूपए प्रति कैंटर के हिसाब से पानी लेकर पी रहे हैं। सोमवार को शहर के छह वार्डों के लोग अपने हाथों में गंदे पानी की बोतलें उठाए हुए पब्लिक हेल्थ कार्यालय के सामने आ खड़े हुए। ये लोग नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। महिलाओं ने जमकर पिट सियापा किया। आक्रोशित लोगों ने कर्मचारियों को बाहर निकालकर कार्यालय पर ताला डाल दिया और धरना देकर बैठ गए।
वार्ड नं. 9 के निवासी हनुमान दास, अर्जुन कुमार, डॉ. रामकुमार, राकेश, जसवंत राय, गिरीश मिढ़ा, बनारसी दास, बाबू राम, बाल मुकंद ने बताया कि पानी का एक कैंटर मुश्किल से पांच दिन निकालता है। यही नहीं गंदे पेयजल की वजह से लोग बीमार पड़ रहे हैं। क्षेत्र में बीमारी फैलने की आशंका बढ़ गई है। गंदे पानी की समस्या को लेकर वे कई बार कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं। रजिस्टर में अक्सर अपनी शिकायत दर्ज करवाते हैं, लेकिन कोई कर्मचारी उनके क्षेत्र में नहीं जाता। ऊपर से रजिस्टर में कंप्लेंट अटैंड लिखकर कर्मचारी अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं।
वार्ड नं. 5 निवासी तारा चन्द, भोली महंत, मूर्ति देवी, कृष्णा, शिमला देवी, भतेरी देवी, वार्ड ं. 11 के निवासी हरदयाल मैहता, कुंदन लाल, वार्ड नं. 14 निवासी कांता रानी, गुड्डी, सुक्खनी, कमला देवी, रामप्यारी, वार्ड नं. 15 निवासी वेदप्रकाश, पप्पू, बिट्टू, सुरेश कुमार, वार्ड नं. 19 के पार्षद सुरेंद्र छिन्दा, जिले सिंह, साधु सिंह गिल, सुमित भारती, लाभ सिंह, भगत सिंह ने बताया कि वे कई दफा गंदे पेयजल की आपूर्ति तथा सीवरेज चॉक की शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासन तक पहुंचा चुके हैं। लेकिन आज तक किसी अधिकारी ने इस ओर जिम्मेवारी से कार्य नहीं किया।
मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने आक्रोशित लोगों को समझाने का बहुत प्रयास किया। लेकिन गुस्साए लोगों ने गंदे पानी से भरी बोतलें कार्यालय में लगे वाटर फिल्टर की टंकी में उड़ेल दीं। बाद में क्लर्क राय चन्द ने प्रदर्शन कर रहे लोगों की बात मोबाइल से एसडीई जेएस मोर से करवाई। मोर ने दो दिन के भीतर समस्या के हल का आश्वासन देकर आक्रोशित लोगों को शांत किया।
पब्लिक हेल्थ के कार्यकारी एसडीई जेएस मोर के अनुसार डबवाली में चल रही पेयजल दिक्कत के संदर्भ में उन्होंने एक्सीयन आरके शर्मा को अवगत करवा दिया है। मोर के अनुसार यह समस्या नहर बंदी के कारण सामने आई है। एक्सीयन ने नहरी विभाग पंजाब के अधिकारियों से बात की है। नहर में पानी पंजाब के रोपड़ से छोड़ दिया गया है। दो-तीन दिन में पानी आ जाएगा। उनके अनुसार पेयजल आपूर्ति में गंदा पानी कहां से मिक्स हो रहा है, ऐसे स्थानों को ट्रेस करके उसका हल किया जाएगा।

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