16 अप्रैल 2012

मृतक की पहचान को 96 घंटे


डबवाली (लहू की लौ) गांव देसूजोधा मार्ग पर दुर्घटना में मारे गए बाईक सवार युवक की पहचान चार दिन यानि 96 घंटे बाद हुई। रविवार को शहर थाना पुलिस ने शिनाख्त के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
मामले की जांच कर रहे शहर थाना के एएसआई सतबीर सिंह ने बताया कि गत बुधवार की रात करीब 11.30 बजे गांव देसूजोधा के प्रगट सिंह ने पुलिस को सूचना दी थी कि जोगेवाला से देसूजोधा मार्ग पर एक हीरो होंडा डिलक्स बाईक वृक्ष से टकराया हुआ है। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंचे थी। बाईक के पास एक युवक का शव पड़ा था। शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
तालाशी लेने पर युवक के पास से ड्राईविंग लाईसेंस मिला है। जिस पर कुलदीप सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी ओल्ड आबादी, वार्ड नं. 28, श्रीगंगागनर (राज.) लिखा हुआ था। युवक के वारिसों की तालाश के लिए श्रीगंगानगर के ओल्ड आबादी थाना से भी संपर्क साधा था। पुलिस ने प्रगट सिंह निवासी देसूजोधा के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई अमल में लाई थी। एएसआई के अनुसार रविवार को श्रीगंगानगर निवासी हरमीत सिंह शहर थाना में पहुंचा। सरकारी अस्पताल के शवगृह में पड़े शव की पहचान उसने अपने छोटे भाई कुलदीप सिंह के रूप में की। हरमीत के अनुसार उसका पिता महेंद्र सिंह बठिंडा के एक गांव में रहता है। कुलदीप उनसे मिलकर वापिस गंगानगर लौट रहा था। एएसआई के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके वारिसों के सुपुर्द कर दिया गया।

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