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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

26 जुलाई 2011

जोनल गेम्स में बवाल


डबवाली (लहू की लौ) खालसा स्कूल में जोनल गेम्स के आखिरी दिन रविवार को अण्डर-19 के एक क्रिकेट मुकाबले को लेकर बवाल खड़ा हो गया। मैच का स्थल अखाड़े में तबदील हो गया। खेल प्रभारी ने एक टीम को हारा घोषित करके मैदान से बाहर कर दिया। जिस पर हारी घोषित टीम के सदस्यों ने विरोध करते हुए जांच की मांग की।
जोनल गेम्स के अण्डर-19 का क्रिकेट मुकाबला क्राईस्ट मिशन स्कूल तथा नेहरू सीनियर सैकेण्डरी स्कूल की टीम के बीच था। इस मुकाबले में नेहरू स्कूल पहले बल्लेबाजी करने उतरा। निर्धारित आठ ओवरों में 44 रन बनाए। पहली पारी समाप्त हुई थी कि नेहरू स्कूल की क्रिकेट टीम के इंचार्ज रविंद्र मांडी ने विरोधी टीम के एक खिलाड़ी को ओवरऐज करार देते हुए इसकी शिकायत गेम्स के सचिव प्रिंसीपल गुरतेज सिंह को कर दी। जबकि यह खिलाड़ी प्लेईंग इलेवन से बाहर था। शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए विद्यार्थियों द्वारा सौंपे गए दस्तावेज चैक किए गए। जिसमें क्राईस्ट मिशन स्कूल की टीम का खिलाड़ी जगताव सिंह ओवरऐज मिला। सचिव गुरतेज सिंह तथा खेल प्रभारी राजन कुमार ने रविंद्र मांडी की शिकायत पर करीब एक घंटा बाद निर्णय सुनाते हुए क्राईस्ट मिशन स्कूल की टीम को हारा करार दे दिया। जिससे हारी घोषित की गई टीम के खिलाफी बिफर गए। उन्होंने गेम्स आयोजकों पर पैसे लेकर हारा घोषित करने का आरोप जड़ दिया। जिससे मामला तूल पकड़ गया। क्राईस्ट मिशन स्कूल की क्रिकेट टीम के कैप्टन पंकज कुमार, खिलाड़ी अमन सिंह, रजत, चरणजीत, गुरदीप, पिं्रस सोनी, सोनू, मानविंद्र, ओमप्रकाश, पंकज गोयल ने बताया कि मैच के आरंभ से ही नेहरू स्कूल की टीम के खिलाड़ी फाइनल में जाने की बात कह रहे थे। जोकि सच हुई। उनके अनुसार जिस खिलाड़ी जगताव सिंह की आयु पर विवाद छिड़ा और उन्हें हराया गया, वह रविवार को हुए उपरोक्त मैच में खेल ही नहीं रहा था। जबकि शनिवार को पिपली के साथ हुए मैच में वह खेला था। उस समय किसी ने कोई ऑब्जेक्शन नहीं लगाई। इन खिलाडिय़ों ने का कहना है कि मैच शुरू होने से पूर्व खेल रहे खिलाडिय़ों के दस्तावेज चैक किए जाते हैं। इस मैच में भी ठीक वैसा ही हुआ। लेकिन सेमीफाइनल मैच की एक पारी खत्म होने के बावजूद स्टेडियम से बाहर बैठे खिलाड़ी पर ऑब्जेक्शन लगाकर उन्हें हरा दिया जाना कहां तक उचित है। खिलाडिय़ों ने अपनी हार के पीछे घूसखोरी का आरोप लगाया।
इस संबंध में नेहरू क्रिकेट टीम के इंचार्ज रविंद्र मांडी ने बताया कि जब उन्होंने दस्तावेज की जांच की तो जगताव सिंह उन्हें ओवरऐज मिला। जिसका उन्होंने गेम्स सचिव तथा प्रभारी के समक्ष एतराज किया। अधिकारियों ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए उनकी टीम को विजेता घोषित कर दिया। अपनी टीम की पारी समाप्त होने के बाद एतराज करने की बात को वे टाल गए।
गेम्स प्रभारी राजन कुमार ने क्राईस्ट मिशन स्कूल के खिलाडिय़ों द्वारा लगाए गए आरोप को निराधार बताया। उन्होंने बताया कि उनके पास नेहरू क्रिकेट टीम के इंचार्ज रविंद्र मांडी की शिकायत आई थी। दस्तावेज की जांच करने पर क्राईस्ट मिशन स्कूल की टीम का एक खिलाड़ी निर्धारित आयु से बड़ा पाया गया। अनियमितता मिलने पर खेल सचिव ने कार्रवाई करते हुए नेहरू स्कूल की टीम को विजयी घोषित कर दिया।

गिदडख़ेड़ा में झगड़ा, दो घायल


डबवाली। गांव गिदडख़ेड़ा में शनिवार रात को हुए एक झगड़े में दोनों धड़ों के दो लोग घायल हो गए। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। चौटाला पुलिस चौकी मामले की जांच कर रही है। अस्पताल में उपचाराधीन 40 वर्षीय चानन सिंह निवासी गांव गिदडख़ेड़ा ने बताया कि शनिवार रात को वह गांव में स्थित काला सिंह की करियाणा की दुकान के आगे से निकल रहा था। दुकान पर काफी शोर-शराबा देखकर वह वहीं रूक गया। महिलाओं से इसका कारण पूछने लगा। दुकान मालिक काला ने उपरोक्त शोर-शराबे का आरोप उसकी पत्नी कुलदीप कौर पर लगा दिया। जब उसने एतराज किया तो काला सिंह ने अपने भाई मंदर सिंह तथा पिता पप्पी सिंह को मौका पर बुला लिया और गाली-गलौज करने लगा। उसके एतरज करने पर पप्पी सिंह ने उसके सिर पर दो किलो का वाट मार दिया।
इधर घायल 18 वर्षीय काला उर्फ बलजिंद्र निवासी गांव गिदडख़ेड़ा ने बताया कि चानन सिंह उसके पास उधारी में सामान लेने आया था। लेकिन उसने उधारी देने से इंकार कर दिया। काला के अनुसार चानन सिंह की पत्नी कुलदीप कौर उसके भाई मंदर सिंह पर गांव की अन्य महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध होने का आरोप लगाती है। इस बात का उलाहना भी उसने उसे दिया। जिससे शराब के नशे में धुत्त चानन सिंह गुस्सा गया और गाली-गलौज पर उतर आया। जब उसने एतराज किया तो उसके सिर पर आधा किलो का वाट दे मारा। चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आई है। चौकी के एएसआई महेंद्र सिंह मामले की जांच कर रहे हैं। घायलों के ब्यानों के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

भाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष पहुंचे डबवाली, सदस्यों की बैठक ली


डबवाली (लहू की लौ) भारत विकास परिषद डबवाली की शानदार गतिविधियों को देखते हुए  परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरपी शर्मा मुम्बई रविवार को एसके दुुआ के निवास स्थान पर पहुंचे और वहां पर उन्होंने परिषद के सदस्यों की बैठक ली।
यह जानकारी देते हुए शाखा सचिव कृष्ण कुमार वधवा ने बताया कि इस मौके पर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ हरियाणा क्षेत्रीय चेयरमैन सीपी आहूजा फतेहाबाद भी थे। परिषद की स्थानीय शाखा ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया और परिषद की स्थानीय गतिविधियों से अवगत करवाया।
इससे पूर्व शनिवार रात को अग्रवाल धर्मशाला में परिषद की ओर से परिवार मिलन समारोह तथा सदस्य शपथ ग्रहण का आयोजन किया गया। जिसकी शुरूआत शाखा अध्यक्ष सतपाल जग्गा ने दीप प्रज्जवलित करके  और सभी सदस्यों ने वंदे मातरम् गाकर की। आये हुए मेहमानों का शाखा सचिव कृष्ण वधवा ने स्वागत किया और परिषद की वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। सुनील जिन्दल ने सभी शाखा सदस्यों व्यक्तिगत परिचय करवाया। शाखा अध्यक्ष सतपाल जग्गा ने संस्कार सूत्र पर विशेष ध्यान देने के लिए बाध्य किया। सदन में रामायाण, महाभारत, मद्भागवत गीता पर प्रश्नोत्तरी का आयोजन वेद भारती के नेतृत्व में किया गया। विजेता सदस्यों को ज्ञान वर्धक साहित्य पुरस्कार में दिया गया। इस मौके पर प्रियंका वधवा ने कन्या भ्रूण हत्या पर कटाक्ष करती हुए कविता बेटी की पुकार प्रस्तुत की। इस अवसर पर अतिथि के रूप में डॉ. हरचन्द तथा महेश बांसल उपस्थित हुए। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान के साथ किया गया।

लोक अदालत में निपटाए 28 मामले

डबवाली। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के चेयरमैन तथा उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी  डॉ. अतुल मडिय़ा की अध्यक्षता में रविवार को गांव लम्बी में ग्रामीण लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें 29 केस प्रस्तुत किये गये। जिनमें से 28 केसों का मौका पर निपटारा हो गया। इस मौके पर 15 इंतकाल प्रस्तुत हुए जिनका निपटारा कर दिया गया। इस मौके पर डॉ. अतुल मडिय़ा ने उपस्थित ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए लोक अदालत के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भ्रूण हत्या सामाजिक अपराध के साथ-साथ कानूनी अपराध भी है। जिसमें अपराधी को सजा का प्रावधान है। उन्होंने नशे की रोकथाम पर बल देते हुए कहा कि गांव में यदि कोई नशा बेचता है तो इसकी जानकारी पुलिस को दें। उन्होंने पानी के बचाव की भी अपील की। इस मौके पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जतिन्द्र दंदीवाल, जेसी गुप्ता एडवोकेट ने भी अपने विचार रखे। मंच का संचालन वाईके शर्मा एडवोकेट ने किया। इस अवसर पर एडवोकेटस कुलदीप सिंह सिधू, बलजीत सिंह उपाध्यक्ष, धर्मवीर कुलडिय़ा सचिव, राधेश्याम, अशोक बिश्नोई, विनोद बिश्नोई उपस्थित थे।

कालांवाली का रहा दबदबा


डबवाली (लहू की लौ) खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के मैदान में आयोजित तीन दिवसीय जोनल टूर्नामेंट रविवार को संपन्न हो गए।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के पीटीआई तथा खेल प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि एथलीट अण्डर-14 की 100 मी. में साहिल कुमार हस्सू प्रथम, अण्डर-17 में पंकज कुमार कालांवाली, अण्डर-19 में गुरप्रीत सिंह चोरमार प्रथम रहे। जबकि 800 मी. अण्डर-17 में लखविंद्र सिंह कालांवाली, अण्डर-19 में सिकंदर सिंह कालांवाली, 600 मी. के अण्डर-14 में जसवंत सिंह चोरमार, 4 गुणा 400 मी. अण्डर-19 में कालांवाली प्रथम रहे। जबकि शॉटपुट अण्डर-19 में चरणजीत चोरमार, अण्डर-17 में दपिंद्र सिंह सेंट जोसफ डबवाली, अण्डर-14 में हरदीप सिंह पिपली, बाधा दौड़ 110 मी. अण्डर-19 में प्रदीप कुमार डबवाली, अण्डर-17 में लवप्रीत सिंह खालसा स्कूल, अण्डर-14 में अजय गिल खालसा स्कूल, 5000 मी. दौड़ के अण्डर-19 में पलविंद्र चोरमार, 3000 मी. अण्डर-17 में सुखमंदर लोहगढ़, 400 मी. अण्डर-19 में बलदेव सिंह, अण्डर-17 में लखविंद्र कुमार, अण्डर-14 में लखवीर सिंह मिठड़ी प्रथम रहे। जबकि ऊंची कूद अण्डर-19 में प्रदीप मण्डी डबवाली, अण्डर-17 में सुशील कुमार रिसालियाखेड़ा, लम्बी कूद अण्डर-14 में साहिल असीर, ट्रिपल जम्प अण्डर-19 में हरमिंद्र कालांवाली, अण्डर-17 में राकेश एनपीएस डबवाली, लोंग जम्प अण्डर-19 में जगमीत कालांवाली, अण्डर-17 में रमेश सांवतखेड़ा, 200 मी. अण्डर-14 में लखवीर मिठड़ी, अण्डर-17 में पंकज कुमार कालांवाली, अण्डर-19 में सन्नी गर्ग कालांवाली, 1500 मी. अण्डर-17 सिद्धार्थ कालांवाली, अण्डर-19 में कुलदीप सिंह कालांवाली, रिले 100 गुणा 4 में कालांवाली, अण्डर-17,19 में कालांवाली, डिस्कस थ्रो अण्डर-14 में कमलवीर कालांवाली, अण्डर-17 में रामप्रताप, अण्डर-14 हरदीप सिंह मिठड़ी, जेवलिन थ्रो अण्डर-19 जगमीत सिंह कालांवाली प्रथम रहे। हैंडबाल अण्डर-14 में खालसा स्कूल डबवाली, अण्डर-17 में खालसा स्कूल, अण्डर-19 में मण्डी डबवाली, बॉस्केटबाल अण्डर-14 में खालसा स्कूल कालांवाली, अण्डर-17 में कालांवाली, अण्डर-19 में मण्डी डबवाली, फुटबाल अण्डर-14 में सेंट जोसफ स्कूल, अण्डर-19 में चौटाला, कबड्डी अण्डर-14 में चोरमार, अण्डर-17 में देसूमलकाना, अण्डर-19 में कालांवाली, खो-खो के अण्डर-14 में कालूआना, अण्डर-17 में कालांवाली, अण्डर-19 में कालांवाली ने प्रथम स्थान पाया।

24 जुलाई 2011

भगवान ने सुहाग छीना, अपनों ने औलाद


डबवाली (लहू की लौ) भगवान ने उससे उसका सुहाग छीन लिया। पति के बाद बेटे के साथ जिन्दगी कटने की आस बंधी। लेकिन पति के परिवार ने उससे उसे भी छीन लिया। मां-बेटा को सदा के लिए जुदा कर दिया। बाद में ससुरालियों के डर से घर से बेघर हो गई। अब अपने कलेजे के टुकड़े को पाने के लिए पुलिस की शरण में आई है।
डबवाली की रहने वाली अंजू की शादी गांव शेरगढ़ के सतविंद्र सिंह के साथ हुई थी। सतविंद्र पेशे से आरएमपी डॉक्टर था। दोनों के एक लड़का हरमनप्रीत हुआ। अक्तूबर 2009 में सतविंद्र की अचानक मौत हो गई। पति की मौत के गम से वह उभरी भी नहीं थी कि ससुराल वालों ने उससे उसका हरमन छीन लिया।
अंजू शनिवार को अपने भाई भोला तथा मौसी शीला देवी के साथ सिटी थाना पहुंची। अंजू ने सिटी थाना में एक शिकायत देकर आरोप लगाया कि उसके पति सतविंद्र की मौत हुए को करीब डेढ़ साल हो गया है। वह अपने ससुराल में रह रही थी। लेकिन पति की मौत के बाद ससुराली उससे मारपीट करने लगे। ससुरालियों से डरकर वह अपने भाई भोला के पास डबवाली आ बसी। एक प्लान के तहत आरोपियों ने मार्च 2011 में उसका छह वर्षीय बेटा हरमनप्रीत उससे छीन लिया। उस समय ससुरालियों का कहना था कि वे हरमन की अच्छी परवरिश करेंगे। सप्ताह में एक बार वह उससे मिलने भी आया करेगा। लेकिन पांच माह बीतने के बावजूद आज तक उससे हरमन से मिलने नहीं दिया गया। ससुरालियों ने उसे गांव बनी में अपने किसी रिश्तेदार के यहां भेज दिया है। अंजू ने पुलिस से उसका बेटा दिलाए जाने की मांग की है। एएसआई रामसरूप को अपनी शिकायत सौंपते समय अंजू ने यह भी कहा कि वह अपने बेटे हरमन के बगैर नहीं रह सकती।
सिटी थाना के एएसआई रामसरूप ने बताया कि अंजू की शिकायत आई है। जिसमें उसने अपने ससुरालियों पर उसका बेटा उसे न देने तथा उनसे अपनी जान को खतरा बताया है। अंजू के ससुरालियों को थाना में बुलाया गया है। शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है।

सरे राह युवक को काटा, हालत गंभीर


डबवाली (लहू की लौ) शनिवार सुबह 6.30 बजे मण्डी किलियांवाली में स्थित बाल मंदिर सीनियर सैकेण्डरी स्कूल के पास सरे राह मुंह ढांपे युवकों ने एक रेहड़ा चालक को तेजधार हथियारों से काट डाला। युवक को उपचार के लिए लम्बी स्थित सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे फरीदकोट रैफर कर दिया गया। यहां घायल की हालत चिंताजनक बताई जाती है। उधर घायल की पत्नी का कहना है कि शुक्रवार रात को उसके पति ने पड़ौस में रहने वाले कुछ युवकों से अपनी जान को खतरा बताया था। फिलहाल हमले का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। किलियांवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मण्डी किलियांवाली की चर्च वाली गली में रहने वाला 35 वर्षीय महिंद्र किलियांवाली स्थित एक ईंट भट्ठा पर रेहड़ा चालक है। शनिवार सुबह वह अपने रेहड़ा के साथ भट्ठा के लिए रवाना हुआ था। बाल मंदिर स्कूल के पास पहुंचते ही एक साईकिल और बाईक पर आए मुंह ढांपें पांच युवकों ने उसे घेर लिया और उस पर तेजधार हथियारों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। महिंद्र सहायता के लिए चिल्लाया। उसकी चीख पुकार सुनकर वहीं रहने वाली एक महिला जसवीर कौर तथा पास स्थित दूध डेयरी में सोया अश्विनी शर्मा उर्फ आशू गली में आ गए।
जसवीर कौर तथा अश्विनी शर्मा ने बताया कि उन्होंने देखा कि मुंह ढांपें पांच युवक एक रेहड़ा चालक को कापों, बेसबॉल बैट से बुरी तरह से पीट रहे हैं। युवक के शरीर से खून से बह रहा है। उन लोगों ने शोर मचा दिया। उन्हें देखकर एक युवक बाईक स्टार्ट करके भाग गया।  चार युवक दूसरी साईड में फरार हो गए। अपना साईकिल वहीं छोड़ गए। जाते हुए युवकों ने अपने हथियारों को बाल मंदिर स्कूल में फेंक दिया। उन लोगों ने घायल को खड़ा किया और पता पूछा।
जसवीर कौर के भाई बिन्नी ने चर्च वाली गली में जाकर इसकी सूचना घायल के परिजनों को दी। मौका पर पहुंचे उसके जीजा राजू तथा गली के निवासी मनजीत सिंह अपनी बाईक से महिंद्र को उपचार के लिए निकटवर्ती एक प्राईवेट अस्पताल में ले गए। लेकिन स्टॉफ ने उसे एडमिट करने से इंकार कर दिया। बाईक पर ही वे लोग उसे लम्बी के सरकारी अस्पताल में ले गए। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे फरीदकोट रैफर कर दिया।
महिंद्र की पत्नी 33 वर्षीय कमला देवी ने बताया कि शुक्रवार रात को करीब 8 बजे उसके पति ने उसे बताया था कि तीन-चार दिनों से पड़ौस में रहने वाले अनिल, सुनील तथा महेश उसके पीछे लगे हुए हैं। उसे उनसे जान का खतरा है। लेकिन उस समय उन्होंने कोई कारण नहीं बताया।
उधर युवक पर हमले की सूचना पाकर किलियांवाली पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई जीत सिंह तथा एचसी हरबंस सिंह अपने दलबल के साथ 8 बजकर 45 मिनट पर घटना स्थल पर पहुंची। एएसआई जीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त किए गए कापों, डंडों तथा बैसबॉल बैट तथा हमलावर की साईकिल को बरामद किया है। हमले का कारण सामने नहीं आ रहा है। घायल महिंद्र के ब्यानों के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

रात 11 बजे पब्लिक एरिया में घमासान, थाना में जुटे लोग


डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार रात को वार्ड नं. 5 के पब्लिक क्लब एरिया में खूब घमासान हुआ। दो पक्षों में हुई भिड़ंत में 12वीं के छात्र सहित तीन युवक घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया। बाद में आरोपी युवकों पर कार्रवाई की मांग को लेकर रात करीब 11.30 बजे एक पक्ष के लोग भारी संख्या में थाना शहर में जमा हो गए। कार्रवाई का आश्वासन पाने के बाद ही ये लोग वापिस हुए। इधर शनिवार से पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
एक पक्ष के घायल 19 वर्षीय हैप्पी पुत्र दाना राम पूर्व एमसी निवासी वार्ड नं. 5 ने बताया कि अक्सर कुछ युवक उनकी गली से तेज रफ्तार में बाईक निकालते हैं। तीन दिन पूर्व उसने तेज रफ्तार से जा रही एक बाईक को रूकवाया। जिसे सोनू नामक युवक चला रहा था। उसे गली से बाईक को धीमा करके गुजारने की सलाह दी। लेकिन वह उसे धमकी देता हुआ वहां से चला गया। शुक्रवार रात करीब 10 बजे वह कबीर चौक से सॉफ्टी लेकर गली में आ रहा था, उसे अकेला पाकर सोनू, शरीफ, काका बगैरा ने उसे पीट डाला। परिजनों ने बीच में पड़कर उसे आरोपियों से छुड़वाया और घर ले आए। इसकी शिकायत करने के लिए उसके परिजन गोल बाजार पुलिस चौकी में गए हुए थे कि पीछे से उपरोक्त युवकों ने अपने साथियों के साथ उसके घर पर हमला कर दिया। जिससे उसके तथा उसके चचेरे भाई सुरेंद्र (20) के चोटें आई।
इधर दूसरे पक्ष के घायल सोनू (20) निवासी डबवाली ने बताया कि उसकी गाड़ी किराए पर सालासर गई थी। किराया लेने के लिए वह इस वार्ड में रह रहे काका नामक युवक के पास गया था। किराया लेकर वह वापिस लौट रहा था। रास्ते में उसके एक मित्र सागर को दाना राम, हैप्पी, प्रवीण बगैरा घेरे हुए थे। जब उसने एतराज किया तो ये लोग उस पर टूट पड़े। सागर ने भागकर अपनी जान बचाई। उसके परिजनों को मोबाइल से सूचित किया। उसके परिजनों ने उसे घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाया।
पब्लिक क्लब एरिया में हुए घमासान के बाद वार्ड नं. 5 के पूर्व एमसी दाना राम के नेतृत्व में उनकी गली वासी भारी संख्या में रात्रि 11.30 बजे थाना शहर में पहुंचे। उन्होंने पुलिस से घर पर हमला करके दो युवाओं को चोटें मारने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। थाना में एएसआई राजकुमार से पुलिस कार्रवाई में विलंब की भी शिकायत की। साथ में एरिया में गश्त बढ़ाए जाने की भी मांग रखी। एएसआई राजकुमार से आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद गुस्साए लोग शांत हुए।
गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई कृष्ण कुमार ठाकुर ने बताया कि एमएलआर उनके पास आई है। घायलों के ब्यानों के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।

23 जुलाई 2011

बहादुर महिला ने पकड़वाया ठग


डबवाली (लहू की लौ) गैस कनेक्शन देने का बहाना करके लोगों से हजारों रूपए ऐंठने वाले गिरोह के एक सदस्य को वार्ड नं. 7 के प्रेमनगर की साहसी महिला ने अपनी चतुराई से दबोच लिया। ठग को मौका पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया गया।
डबवाली शहर के साथ-साथ उपमण्डल के कई गांवों तथा ढाणियों में कुछ समय से एक ऐसा गिरोह सक्रिय है, जो अपने आपको इण्डेन गैस एजेंसी का एजेंट बताता है। लोगों के घरों में घुसकर उन्हें कनेक्शन निकलने की बात कहकर उनसे हजारों रूपए ऐंठ जाता है या फिर महिलाओं को घर में अकेली पाकर उनका सिलेण्डर ले उड़ता है। गुरूवार देर शाम को एक ठग प्रेमनगर की गली नं. 1 में रह रही सिमरजीत कौर के घर आ धमका। वहां उसने अपनी पहचान इण्डेन गैस कंपनी के एजेंट के तौर पर करवाई। इस ठग ने घर के सदस्य सुखदेव सिंह तथा किराए पर रह रहे मजदूर फुल्ला राम के नाम गैस कनेक्शन निकलने की बात करने लगा। सिमरजीत कौर ने सुखदेव सिंह के नाम पर जारी हुआ कनेक्शन लेने से इंकार कर दिया। लेकिन फुल्ला राम की पत्नी भतेरी देवी ठग की बातों में आ गई।
ठग ने अपना जाल बिछाते हुए फुल्ला राम से 4000 रूपए की मांग की। इसके बदले उसे दो सिलेण्डर, कॉपी, रेगुलेटर, पाईप आदि देने का विश्वास दिलाया। चार हजार रूपए इक्ट्ठे करने के लिए भतेरी देवी ने अपने जेवरात मार्किट में बेच दिए। लेकिन वहीं पास में खड़ी सिमरजीत कौर को युवक की बातों पर संदेह हुआ। इतने में एजेंट बनकर आया यह युवक फुल्ला राम तथा एक अन्य युवक मनप्रीत बराड़ को साथ लेकर अपने साहब से मिलाने का हवाला देते हुए शहर के पुराना पोस्ट ऑफिस के पास स्थित एक आलीशान कोठी में ले गया। यहां महिलाओं ने डांट-फटकार कर युवक को बाहर कर दिया। उधर सिमरजीत कौर तुरंत इण्डेन गैस की एजेंसी डबवाली गैस सर्विस पर पहुंची और उपरोक्त एजेंट के बारे में पूछताछ की। यहां उसे मालूम हुआ कि एजेंसी ने ऐसा कोई एजेंट नहीं छोड़ा हुआ है।
उपरोक्त तीनों लोग वापिस प्रेमनगर में पहुंचे। ठग की एक चाल फेल होने के बाद इस नौजवान ठग ने दोबारा गेम तैयार की। अपने साहब के गोल चौक पर खड़े होने का बहाना किया। लेकिन मौके की तालाश में सिमरजीत कौर ने अपनी योजना के अनुसार युवक को बाईक पर बैठाकर चलने की बात की। बाईक चालक मनप्रीत बराड़ ने बाईक को एजेंसी की ओर बढ़ा लिया।
ठग को अपनी पोल खुलने का आभास हुआ तो उसने गिड़गिड़ाना शुरू कर दिया। खालसा हाई स्कूल के पास वह बाईक से नीचे लटक गया और महिला के पैरों में पड़ गया। ड्रामेबाज ठग ने जब भागने की कोशिश की तो सिमरजीत कौर, फुल्ला राम, मनप्रीत बराड़ ने उसे पकड़ लिया और घसीटते हुए एजेंसी ले गए। यहां उसके हाथ-पांव बांधकर बैठा दिया गया। इसकी जानकारी पुलिस को दे दी गई। पकड़े गए ठग को मौका पर पहुंचे सिटी थाना के एएसआई चेत राम के हवाले कर दिया गया। पुलिस के समक्ष युवक ने अपनी पहचान कृष्ण सोनी निवासी हनुमानगढ़ के रूप में करवाई। इण्डेन गैस कंपनी की एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुंदर सभ्रवाल ने बताया कि काफी समय से शहर तथा गांवों में इस प्रकार का गिरोह सक्रिय है। अकेले गुरूवार को उनके पास इस तरह की तीन शिकायत आई। महिला के प्रयासों से गिरोह का एक सदस्य पकड़ा गया। उन्होंने बताया कि एजेंसी की ओर से कोई एजेंट नहीं छोड़ा गया है।

रेल लाईन में मिले दो शव


एक शव की पहचान हुई, दूसरे को पहचान के लिए रखा
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली-बठिंडा रेलवे ट्रेक पर शुक्रवार को दो व्यक्तियों के शव मिले। जिसमें से एक की पहचान हुई। जबकि एक शव को पहचान के लिए 72 घंटो के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखा गया है।
सुबह करीब सवा पांच बजे डबवाली रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ रही कालका मेल रेल लाईन में एक व्यक्ति का शव पड़ा देख डूमवाली बाईपास के निकट गेट नं. 31 पर आकर अचानक रूक गई। गाड़ी के चालक ने रेल लाईन में शव पड़ा होने की सूचना रेलवे स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन को दी। सूचना पाकर बठिंडा जीआरपी के एएसआई जगदीश चन्द्र मौका पर पहुंचे। शव की शिनाख्त करने का प्रयास किया गया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने बताया कि गुरूवार शाम को मृतक को सड़क किनारे बैठा शराब पीता देखा गया था। शुक्रवार सुबह रेल लाईन के बीचों-बीच मृत मिला। ऐसा प्रतीत होता था कि मृतक रेल लाईन में कंबल बिछाकर उसके ऊपर पटरी को सिरहाना समझकर लेटा होगा। इसी दौरान गाड़ी आई और उसे अपनी चपेट में ले लिया।
जांच अधिकारी एएसआई जगदीश चन्द्र ने बताया कि मृतक व्यक्ति की आयु करीब 40 साल, कद साढ़े पांच फुट, रंग गेहूंआ, चेहरे पर छोटी काले-सफेद रंग की दाढ़ी है। उसके हल्की खाकी रंग का कुर्ता-पजामा, दाए पांव में चप्पल तथा बाएं पांव में जूती पहनी हुई है। मृतक दिहाड़ीदार मजदूर प्रतीत होता है। उसकी जेब से नशे की गोलियां तथा कुछ मात्रा में पोस्त बरामद हुई है। जांच अधिकारी ने बताया कि मृतक के फिंगर प्रिंट लिए गए हैं। आस-पास के खेतों, ढाणियों में रह रहे लोगों के पास सूचना पहुंचा गई है। आस-पास के थानों तथा चौंकियों को भी सूचित किया गया है। फिलहाल पहचान के लिए शव को 72 घंटों के लिए बठिंडा के सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखा गया है।
संदिग्ध मौत
हर रोज की भांति आज भी रेलवे का की-मैन बाबू लाल रेल लाईन चैक कर रहा था। सुबह 7 बजे उसने गांव डूमवाली-पथराला के बीच गेट नं. 29 के पास रेल लाईन में पड़ा एक शव देखा। इसकी सूचना तत्काल स्टेशन अधीक्षक महेश सरीन को दी। जानकारी पाकर मौका पर डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सदस्य तथा जीआरपी बठिंडा से एचसी हरबंस सिंह मौका पर पहुंचे। मृतक के पहने कुर्ते की जेब से मिले एक विस्टिंग कार्ड के पीछे लिखे नंबरों के आधार पर मृतक की पहचान गांव सिंघेवाला निवासी 32 वर्षीय सुखराज के रूप में की गई। शव से कुछ दूरी पर शराब की बोतल भी पड़ी हुई मिली। जिसमें कुछ शराब बाकी थी।
सुखराज की पत्नी सुनीता (30) ने बताया कि उसका पति जामुन और किन्नू के बागों का ठेकेदार था। इन दिनों उसने गांव कुत्तियांवाली में जामुन के बाग ठेके पर लिए हुए थे। 9 जुलाई को उसकी बहन की शादी थी। शादी में भाग लेने के लिए वह अपने मायके गांव तरमाला गई हुई थी। मंगलवार को उसने फोन पर सुखराज से बात की। सुखराज ने उसे बताया कि इस बार उसे जामुन में घाटा पड़ा है। वह नहीं आ सकता। वे घर लौट आएं। उसके बाद उसकी कोई बात नहीं हुई। शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे गांव का जसविंद्र नामक युवक उसे सुखराज का मोबाइल दे गया। मृतक के दो बेटे मनप्रीत सिंह (8), नवीन (6) हैं।
इधर सुखराज के पार्टनर बलदेव सिंह तथा बलवंत सिंह ने बताया कि वह गुरूवार सुबह करीब 8 बजे फीटर रेहड़ा पर अपने गांव तरमाला के लिए रवाना हुआ था। लेकिन उसका फीटर रेहड़ा मलोट रोड़ पर खड़ा है। जबकि करीब पांच किलोमीटर दूर रेल लाईन में उसका शव पड़ा है। इन लोगों ने बताया कि जामुन में उन्हें घाटा नहीं पड़ा है। करीब तीन माह पूर्व ही सुखराज उनसे जुड़ा था। उन्होंने पुलिस से मामले की जांच की मांग की।
उधर सुखराज के भाई बनवारी, ओमप्रकाश ने बताया कि वे लोग करीब बीस सालों से ठेकेदारी करते आ रहे हैं। व्यापार में उतार-चढ़ाव भी आते रहते हैं। उसके भाई ने अपनी पत्नी को लेने गांव तरमाला जाना था। लेकिन वह डबवाली कैसे आ गया, उन्हें भी मालूम नहीं। उन्हें संदेह है कि उसके भाई के साथ कोई अप्रिय घटना घटित हुई है। यह इत्तेफाकिया मौत नहीं है।
मामले की जांच कर रहे जीआरपी बठिंडा के हवलदार हरबंस सिंह ने बताया मामला संदिग्ध प्रतीत होता है। मृतक के ससुर प्यारा लाल निवासी तरमाला तथा भाई ओमप्रकाश के ब्यान पर फिलहाल दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई अमल में लाई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
सवाल जिनके जवाब नहीं?
1. सुखराज के शरीर का ऊपरी भाग मौजूद है, जबकि पेट से निचला भाग नहीं है?
2. शव फूला हुआ है। चौबीस घंटे के भीतर लाईन में पड़ा शव कैसे फूल सकता है?
3. मृतक का फीटर रेहड़ा घटनास्थल से पांच किलोमीटर दूर डबवाली में क्या कर रहा है?
4. मृतका की पत्नी, भाईयों तथा उसके पार्टनरों के ब्यान अलग-अलग क्यों पड़ रहे हैं?

22 जुलाई 2011

प्यार के लिए आशिक ने भरी माशूका की मांग


अपनी शादी रखे जाने से खफा युवती प्रेमी संग भागी, नहर में कूदने की थी तैयारी
डबवाली (लहू की लौ) शादी रखे जाने से खफा एक युवती अपने आशिक के संग घर से फरार हो गई। युवती के भाईयों को बात का पता लगने पर उन्होंने आशिक का सिर फोड़ दिया। खफा आशिक ने अपनी मशूका के साथ नशे की गोलियां निगल लीं। प्यार को परवान न चढ़ता देख मरने के लिए गांव मौजगढ़ के पास बहती भाखड़ा नहर के लिए चल पड़े। दोनों गुरूवार सुबह 5.30 बजे गांव मौजगढ़ के खेत में बेहोश मिले। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गांव मौजगढ़ निवासी लक्ष्मण सिंह गुरूवार सुबह करीब 5.30 बजे अपने खेत में पानी लगाकर वापिस गांव जा रहा था। अचानक उसकी नजर किसान जगरूप सिंह के खेत में पड़े युवक-युवती पर पड़ी। दोनों बेहोश थे। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल खेत मालिक जगरूप सिंह तथा गांव के सरपंच ओमप्रकाश को दी। सरपंच की सूचना पर मौका पर आई सरकारी अस्पताल की एम्बुलैंस ने बेहोश युवक-युवती को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को खतरे से बाहर घोषित कर दिया। इधर इसकी सूचना पाकर सिटी थाना के एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम मौके पर पहुंचे। पुलिस के समक्ष युवती ने अपनी पहचान महाशा बिरादरी से संबंधित छिन्द्र कौर उर्फ काली, युवक ने मजहबी सिक्ख बिरादरी से संबंधित गुरमीत उर्फ वीर सिंह निवासी मसीतां के रूप में करवाई। अस्पताल के इमरजेंसी रूम में होने के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़े रखा।
19 साल का गुरमीत सिंह उर्फ वीरा सिंह दिहाड़ीदार मजदूर है। जबकि 18 साल की छिन्द्र कौर घर पर कार्य करती है। करीब दो साल पहले नरमा की चुगाई करते समय दोनों में प्रेम हो गया। मोबाइल पर आपसी बातचीत में यह प्रेम और गहरा होता गया। कुछ समय पूर्व युवती की मंगनी सिरसा के एक युवक से कर दी गई। इस बात से खफा दोनों ने घर से भागकर शादी रचाने का मन बनाया।
बुधवार रात करीब 12 बजे युवती अपने घर से बाहर आ गई। वह गांव के छप्पर के पास सिंदूर, कोल्ड ड्रिंक तथा अन्य सामान के साथ उसका इंतजार कर रहे वीरा के पास पहुंच गई। लेकिन युवती के भाई को उसके घर से बाहर जाने का पता चल गया। वह अपने ताऊ के लड़के को साथ लेकर अपनी बहन के पीछे-पीछे आ गया। उसने अपनी बहन को वीरा के साथ बैठा देखा। युवती के अनुसार गुस्से में आए उसके भाई कुलदीप तथा ताऊ के लड़के मंगा ने डंडों से वीरा पर हमला बोल दिया। वह वहां से भागकर कुछ दूर जा छुपी। वीरा के शोर मचाने पर उसके भाई वहां से भाग गए। युवती के अनुसार खुले आसमान के नीचे घायल वीरा ने उसकी मांग सिंदूर से भर दी। लेकिन उनकी शादी को सामाजिक मान्यता न मिलने के कारण वे लोग गांव मौजगढ़ के पास बहने वाली भाखड़ा नहर में कूदने के लिए बढ़ गए।
यूं निकले गांव से
वीरा के अनुसार गांव में चौकीदार होने के डर से उसने अपनी शर्ट उतारकर काली को पहना दी और उसे गांव से बाहर ले आया। उसके तथा काली के पास नशे की गोलियां थी, जो उन दोनों ने खा ली और भाखड़ा की ओर कदम बढ़ा दिए। लेकिन भाखड़ा से कुछ ही दूरी पर स्थित गांव मौजगढ़ के एक खेत में बेहोश होकर गिर पड़े। वीरा ने बताया कि इससे पूर्व उसने सिंदूर से काली की मांग भर दी थी।
अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि लड़का-लड़की ने नशीली गोलियों का सेवन किया हुआ है। दोनों खतरे से बाहर हैं।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि उपरोक्त घटना की जानकारी उन्हें मिली थी। सूचना मिलने पर एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम सरकारी अस्पताल में पहुंचे थे। युवक-युवती के ब्यानों के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

।ईंट से मां का सिर फोड़ा


डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां में कलियुगी बेटे ने अपनी मां का ईंट मारकर सिर फोड़ दिया। जिसे उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया।
गांव मसीतां निवासी 50 वर्षीय मुख्तियार कौर ने बताया कि उसके दो बेटे सतनाम सिंह तथा मनजीत सिंह हैं। दस दिन पूर्व उसने सतनाम को घर में उसका बनता हिस्सा दे दिया और घर में दीवार निकाल दी। बुधवार रात करीब 9 बजे शराब के नशे में धुत्त सतनाम गालियां निकालने लगा। उसके हिस्से की जमीन में पड़ा उनका रेहड़ा उठाने की बात कहने लगा। इसी बात को लेकर उसके पति सुरजीत सिंह की सतनाम से कहासुनी हो गई। उसने भी अपने बेटे को समझाने का प्रयास किया। नशे में धुत्त सतनाम ने उसके मुंह पर तमाचा जड़ दिया। जब उसके पति सुरजीत सिंह तथा दूसरे बेटे मनजीत सिंह ने इसका विरोध किया तो इस बीच सतनाम ने ईंट मारकर उसका सिर फोड़ दिया।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आई है। घायल के ब्यानों के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी

पीआरटीसी की बसों से उड़ाया डीजल


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा रोड़वेज के बस अड्डा पर खड़ी पीआरटीसी की बसों से डीजल चोरी होने का मामला थाना शहर पुलिस के पास पहुंचा है।
गुरूवार को पीआरटीसी के डबवाली बस स्टैण्ड पर स्थित अड्डा के इंचार्ज अमरजीत सिंह लाली के नेतृत्व में बस चालक गुरजंट सिंह, हरमंदर सिंह, प्रितपाल सिंह, भिन्द्र सिंह सिटी थाना प्रभारी महा सिंह से मिले। उन्हें बताया कि अड्डा में असामाजिक तत्वों की वारदातें दिन ब दिन बढ़ रही हैं। रविवार रात को अड्डा में खड़ी एक बस से अज्ञात व्यक्ति 110 लीटर डीजल निकाल ले गए।
उन्होंने थाना शहर प्रभारी को यह भी बताया कि अक्सर बस अड्डा पर खड़ी बस से डीजल चोरी होता ही है। कई बार तो अज्ञात चोर उनकी बसों को सेल्फ मारकर जीटी रोड़ रेलवे फाटक के नजदीक ले जाते हैं और वहां पर तेल को निकालने के बाद बस को वहीं खड़ी कर देते हैं। उन्होंने बताया कि चार-पांच माह के दौरान ही एक हजार लीटर डीजल उनकी बसों से चोरी हो चुका है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने उन्हें आश्वासन दिया कि गश्त को बढ़ाया जाएगा। पुलिस चौकसी रखेगी। लेकिन वे भी नजर रखें। जैसे ही चोरों की जानकारी उन्हें मिले, तो वे पुलिस को इससे अवगत करवाएं।

नीलियांवाली में संदिग्ध मौत


डबवाली (लहू की लौ) गांव नीलियांवाली के किसान शिवराज सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत का मामला उलझ गया है। किसान के बेटों ने इसे अत्याधिक नशा करने के कारण हुई मौत बताया है। वहीं उसकी मां तथा भाई ने इसे जमीनी विवाद में हत्या करार दिया है। फिलहाल सदर पुलिस ने इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाकर विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है।
गांव नीलियांवाली निवासी सुरजीत सिंह (23) ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसका 45 वर्षीय पिता शिवराज सिंह लम्बे समय से शराब तथा पोस्त का नशा करने का आदि था। बुधवार शाम को उसके पिता की अत्याधिक शराब पीने से हालत गंभीर हो गई। इस बात की जानकारी उसके छोटे भाई कुलदीप ने उसे दी। वह मौका पर पहुंचा। वे लोग अपने पिता को सरकारी अस्पताल में ले आए। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर मृतक शिवराज सिंह की मां करतार कौर (70), भाई लाभ सिंह (48) ने पुलिस में शिकायत देकर आरोप लगाया कि शिवराज नशे करने का आदि था। लेकिन उन्होंने उसे दवाई दिलाकर नशा छुड़वा दिया था। अब वह नशा नहीं करता था। शिवराज के तीन बेटों तथा पत्नी गांव हैबूआना में पड़ी लगभग उसकी आठ एकड़ जमीन को लेकर विवाद किए हुए थे। उन्हें शक है कि इन चारों ने मिलकर शिवराज को जहर देकर मारा है।
किसान शिवराज के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि मृतक के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। मौत कैसे हुई इसकी पुष्टि के लिए विसरे को करनाल स्थित प्रयोगशाला में भेजा गया है। सदर पुलिस के एसआई रतन सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतक के बड़े बेटे सुरजीत सिंह के उपरोक्त ब्यान के आधार पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है। गुरूवार को शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक के भाई लाभ सिंह की शिकायत के आधार पर विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है। प्रयोगशाला की रिपोर्ट के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी।

हाईवे पर कार ने मजदूर कुचला


डबवाली (लहू की लौ) नेशनल हाईवे नं. 10 पर गांव सांवतखेड़ा के निकट एक तेजगति कार की टक्कर से दिहाड़ीदार मजदूर की मौत हो गई। मृतक की पहचान जिला श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) के गांव किलियांवाली निवासी 62 वर्षीय गुरदेव सिंह के रूप में हुई है। वह गांव सांवतखेड़ा में अपने किसी परिचित से मिलकर साईकिल पर वापिस गांव लौट रहा था।
पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में मृतक के बेटे अंग्रेज सिंह ने कहा है कि उसका पिता गुरदेव सिंह गुरूवार दोपहर करीब एक बजे गांव सांवतखेड़ा में रिश्तेदारी में मिलकर साईकिल पर डबवाली की ओर आ रहा था। गांव सांवतखेड़ा के निकट ही सिरसा साईड से आई एक तेजगति जेन कार ने उसमें टक्कर मार दी। जिससे उनकी मौका पर ही मौत हो गई। जबकि कार चालक कार को डबवाली की ओर भगा ले गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जेन कार इतनी तेज थी कि साईकिल सवार को करीब 100 फुट तक घसीटती हुई ले आई और पटक दिया। दुर्घटना में गाड़ी को भी काफी नुक्सान पहुंचा। कुछ दूरी पर लेजाकर चालक ने गाड़ी को रोका लेकिन साईकिल सवार के सड़क पर मृत पड़ा होने के कारण वह गाड़ी को मौका से भगा ले गया। मृतक गुरदेव के दो बेटे तथा दो बेटियां हैं। दिहाड़ीदार मजदूर होने के साथ-साथ वह सरबत सोशल वैल्फेयर सोसाईटी, किलियांवाली का सक्रिय सदस्य था।
मामले की जांच कर रहे सिटी थाना के एएसआई साधु राम ने बताया कि अंग्रेज सिंह के ब्यान के आधार अज्ञात कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी गई है। शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

हजारों लीटर मिट्टी तेल पकड़ा


डबवाली (लहू की लौ) अंधेरे में पंजाब से समगल होकर हरियाणा में जा रहा हजारों लीटर मिट्टी के तेल का भरा टैंकर गोरीवाला पुलिस ने बुधवार देर रात को काबू किया है। चालक पुलिस को चकमा देकर भागने में कामयाब रहा। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
बुधवार रात को गोरीवाला पुलिस को मुखबरी मिली थी कि दो नंबर में हजारों लीटर मिट्टी के तेल से भरा एक टैंकर बठिंडा से पंजाब के लिए रवाना हुआ है। अब यह टैंकर डबवाली से ऐलनाबाद के लिए चला है। मुखबर की सूचना पाकर पुलिस ने नाकाबंदी कर दी। गोरीवाला के पास पुलिस को डबवाली साईड से मुखबर द्वारा बताया गया टैंकर आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस पार्टी ने उसे रूकने का इशारा किया। पुलिस को देखकर टैंकर चालक नीचे कूद गया और खेतों में भाग निकला।
गोरीवाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई प्रीतम सिंह ने बताया कि ट्रक को काबू में करके चौकी लाया गया। मौका पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां को बुलाया गया। उन्होंने चैकिंग के बाद बताया कि टैंकर में मिट्टी तेल है। माप के बाद टैंकर से 12 हजार लीटर तेल मिला। पुलिस ने आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अज्ञात चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। पुलिस फिलहाल टैंकर पर लिखे नंबर के आधार पर जांच में जुटी हुई है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां ने बताया कि बाजार में मिट्टी तेल का रेट 15 रूपए प्रति लीटर है। उस हिसाब से पकड़े गए मिट्टी तेल की कीमत 1 लाख 80 हजार रूपए है।

रात ढाई बजे पकड़ी पोस्त से भरी मारूति


डबवाली (लहू की लौ) सिटी पुलिस ने बुधवार रात ढ़ाई बजे चूरा पोस्त से भरी मारूति-800 के साथ गांव शेरगढ़ के एक व्यक्ति को काबू किया है। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
एसएचओ महा सिंह रात करीब ढ़ाई बजे चौटाला रोड़ पर गश्त पर थे। बिश्नोई मंदिर के पास पुलिस पार्टी को देखकर चौटाला साईड से आ रही एक मारूति-800 के कार चालक ने गाड़ी को पीछे मोडऩे का प्रयास किया। शक के आधार पर गाड़ी चैक की गई। एसएचओ महा सिंह ने बताया कि गाड़ी की पिछली सीट पर दो बोरियों में भरी 60 किलो चूरा पोस्त बरामद हुई। पकड़े गए आरोपी ने अपनी पहचान 51 वर्षीय महावीर सिंह जाट निवासी शेरगढ़ के रूप में करवाई। उसने बताया कि वह इसे राजस्थान के मटीली से एक व्यक्ति से खरीदकर लाया है। जिसे उसने आगे सप्लाई करना था।
पहले हुआ था गिरफ्तार
एसएचओ ने बताया कि आरोपी को साल 2001 में भी गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त पड़ौसी राज्य पंजाब में भी चूरा पोस्त तस्करी में पकड़ा जा चुका है। जबकि आरोपी का एक साथी पवन पंडित जेल में है। उन्होंने बताया कि गुरूवार को आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इन दो दिनों में पुलिस महावीर सिंह से पोस्त विक्रेता का पता लगाएगी। यह भी जानने का प्रयास करेगी कि उसने 60 किलोग्राम पोस्त को आगे कहां और किस-किस को सप्लाई करना था।
चूरा पोस्त तस्करी में पकड़ा गया महावीर मारूति-800 के कागजात भी प्रस्तुत नहीं कर सका। जिसके चलते मोटर व्हीकल एक्ट के तहत भी उसका चालान किया गया।
4 किलो और पकड़ी
इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि इसके अतिरिक्त बिश्नोई मंदिर क्षेत्र में शहर के वार्ड नं. 7 के निवासी बलविंद्र सिंह को चार किलोग्राम चूरा पोस्त सहित काबू किया गया है। आरोपी पोस्त को थैले में भरकर लेजा रहा था।

21 जुलाई 2011

कुश्ती का योद्धा नशे के अखाड़े में चित



पंजाब का नं. 3 प्लेयर रहा है गिदड़बाहा का नवजोत, मेडिकल नशा खरीदने के लिए आता था

डीडी गोयल
093567-22045
डबवाली। कुश्ती के अखाड़े में अपने प्रतिद्वद्धियों को धूल चटाकर पूरे पंजाब में धूम मचाने वाला एक युवा नशे से धूल चाट गया। नशे ने केवल उसकी पढ़ाई ही नहीं छीनी बल्कि खेल प्रतिभा को नष्ट करके उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया। यह कहानी पंजाब में कुश्ती की दुनियां में अपना जलवा दिखाने वाले 18 वर्षीय युवक की है। जोकि जिला श्री मुक्तसर साहिब के गांव गिदड़बाहा का रहने वाला है।
यह युवक सोमवार रात करीब 11.30 बजे मण्डी किलियांवाली के मालवा बाईपास रोड़ पर स्थित एक वर्कशॉप में नशे की हालत में चोरी करता हुआ पकड़ा गया। इस संवाददाता के समक्ष युवक ने अपनी पहचान 18 वर्षीय नवजोत सिंह उर्फ ज्योति के रूप में करवाई। अपनी लाईफ के अटठ्रह सालों की कहानी के पन्नो ंका एक-एक लफ्ज अपनी जुबां से ब्यां किया। नवजोत एक आरएमपी डॉक्टर का बेटा है। आरएमपी डॉक्टर ने अपने बेटे में अच्छे संस्कार भरने के लिए उसे अंग्रेजी माध्यम स्कूल में एडमिशन दिलाया। शहर गिदड़ाबाहा में पहली से आठवीं तक की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में की।
अच्छी कद काठी वाले ज्योति ने कुश्ती के अखाड़ा में छलांग लगाई। यहां उसका कोई सानी नहीं था। अपनी प्रतिभा के दम पर ज्योति ने जोन में जगह बनाई। फिर जिला स्तर पर पहुंचा। यहां उसकी प्रतिभा का लोहा सबने माना और उसे स्टेट में जगह मिली। अण्डर-14 में राज्य स्तर पर खेलते हुए इस युवा खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा को ऊंची उड़ान दी। तीन दफा यह खिलाड़ी राज्य स्तर पर तीसरे नंबर पर आया। सूबे का ऐसा कोई अखाड़ा नहीं रहा यहां ज्योति ने जीत को न चूमा हो।
सूबे के नंबर तीन खिलाड़ी रहने वाले ज्योति का अखाड़ा ही दुश्मन निकला। चूंकि अखाड़ा में कुछ खिलाड़ी मेडिकल नशे की जद्द में थे। उन्हें नशे की शीशी पीता देख ज्योति के साथी खिलाड़ी ने उसे शीशी पीने की सलाह दी। ज्योति ने उस समय जो शीशी थामी वह उसकी बर्बादी का कारण बन गई। खांसी के लिए बनी एक छोटी सी शीशी से नशा करने का आदि बना यह युवा खिलाड़ी नशे की गर्त में इतना डूब गया कि चूरा पोस्त, अफीम के बाद स्मैक का नशा करने लगा।
ज्योति ने बताया कि डबवाली के मलोट और गिदड़बाहा में नशे की शीशी 100 रूपए में मिलती है। जबकि डबवाली में 40 से 60 रूपए में आसानी से उपलब्ध हो जाती है। उसने बताया कि डबवाली के चौटाला रोड़ से वह स्मैक लेकर पीता है। उसके अनुसार चौटाला रोड़ पर कई लोग स्मैक का धंधा करते हैं।
कुश्ती खिलाड़ी के पिता ने बताया कि बुरी संगत के कारण उसका होनहार बेटा नशे की गिरफ्त में आया। नशे ने प्रतिभा के साथ-साथ उसकी पढ़ाई पर भी विराम लगा दिया। 8वीं में नशे की लत लगने के बाद वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पाया। हालांकि नशा मुक्ति के लिए उन्होंने ज्योति को छह माह तक नशा मुक्ति केंद्र में भी रखा। लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। अपने बेटे को सुधारने के लिए जितनी मेहनत वह कर सकता था, उसने की। जब सफल नहीं हुआ तो अब उसने अपने बेटे को ईश्वर के भरोसे छोड़ दिया है।

20 जुलाई 2011

डर से गांव छोड़ पड़ौसी राज्यों में जीवन व्यतीत कर रहे हैं ग्रामीण

डबवाली (लहू की लौ) गांव रामपुरा बिश्नोईयां के दो ग्रामीण दबंगों के डर से पड़ौसियों राज्यों पंजाब तथा राजस्थान में शरण लेकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इस बात का रहस्योद्घटन मंगलवार को डीएसपी कार्यालय में हुआ। दोनों ग्रामीणों ने डीएसपी बाबू लाल के समक्ष पेश होकर अपनी दास्तां सुनाई।
डीएसपी को दी अपनी शिकायत में गांव रामपुरा बिश्नोईयां के भैरू राम तथा मोहन लाल ने बताया कि उन्होंने अपनी जमीन का सौदा गांव माधोसिंघाना निवासी कमलकांत से किया था। जमीन की रजिस्टरी करवाने के लिए 17 जून 2011 की दोपहर को वे लोग डबवाली तहसील में पहुंचे थे। वहां पर रजिस्टरी क्लर्क के कमरे में घुसकर उनके गांव के कुछ लोगों ने उनसे मारपीट की। मोहन लाल को घसीटते हुए नई सफेद रंग की जियालो गाड़ी में डालकर गांव चौटाला के निकट स्थित एक ढाणी में ले गए। रास्ते में राजस्थान कैनाल में डालने की धमकी दी। ढाणी में लेजाकर उससे टिकट लगे कागजात पर हस्ताक्षर करवा लिए और छोड़ दिया।
इन दोनों ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि 21 जून को वे अपनी भूमि की रजिस्टरी कमलकांत के नाम करवाने के लिए तहसील में आए। पुन: उनके अपहरण का प्रयास किया गया। लेकिन वे रजिस्टरी करवाने में सफल रहे।
मोहन लाल तथा भेरू राम ने डीएसपी बाबू लाल को यह भी बताया कि रजिस्टरी होने के बाद आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं और गांव न आने की चेतावनी भी। जिसके चलते वे लोग अब पंजाब और राजस्थान में शरण लेकर रह रहे हैं।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि उनके पास गांव रामपुरा बिश्नोईयां के मोहन लाल तथा भेरू राम की शिकायत आई है। जांच के लिए शिकायत उन्होंने सिटी थाना प्रभारी के पास भेज दिया है।

कांग्रेस नेता की गाड़ी का अपहरण!

डबवाली (लहू की लौ) टैक्सी स्टैण्ड पर खड़ी एक रेनो गाड़ी को चालक सहित अज्ञात युवकों द्वारा भगा लेजाने का मामला पुलिस में आते ही पुलिस हरकत में आ गई। गाड़ी को कुछ समय बाद ही बरामद कर लिया गया। लेकिन जब मामला खुला तो पैसे का लेनदेन का था।
ठेकेदार तथा कांग्रेसी नेता गोपाल मित्तल ने सिटी पुलिस को एक शिकायत देकर आरोप लगाया कि उसकी रेनो गाड़ी को कुछ अज्ञात युवक उसके चालक रमेश सहित अपहरण करके ले गए हैं। मित्तल के अनुसार अपहरणकर्ताओं ने रमेश को फोन करके गोल चौक पर बुलाया और कहा कि उन्होंने सिरसा जाना है। जैसे ही गाड़ी गोल चौक में पहुंची तो तीन-चार युवक उसमें बैठ गए और सिरसा की ओर लेजाकर चालक को सेमनाला के पास उतार दिया और गाड़ी ले गए।
इस शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई। एएसआई गोपाल राम ने गाड़ी को तुरंत संदीप चौधरी के पेट्रोल पंप के पास से बरामद कर लिया।
नरसिंह कलोनी निवासी सुरेंद्र कुमार अपने साथी हरी सिंह, बूटा सिंह, काला सिंह, देवानंद, राजू, राजेंद्र, कैलाश, कालू, दिनेश कुमार के साथ थाना में उपस्थित हो गए। उन्होंने बताया कि उन्होंने गाड़ी का अपहरण नहीं किया। उन्होंने बताया कि ठेकेदार गोपाल मित्तल के साथ उनका पैसे के लेनदेन को लेकर झगड़ा है। उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी पार्क में 55 हजार रूपए में सेलेक्शन नं. 1 घास लगाने का ठेका गोपाल मित्तल से लिया था। 10 हजार रूपए की अग्रिम राशि मित्तल ने उन्हें दे दी थी। 80 प्रतिशत काम होने के बाद जब उन्होंने और राशि मांगी तो गोपाल मित्तल ने राशि देने से इंकार कर दिया और उन्हें धक्के देकर घर से निकाल दिया। अपने पैसे वसूलने के लिए ही उन्होंने गाड़ी को सिरसा जाने के लिए मंगवाया था। लेकिन उसका चालक रमेश गाड़ी को यह कहकर पंप के पास छोड़ गया कि उसने भी गाड़ी मालिक से 50 हजार रूपए लेने है।
कांग्रेस नेता पवन गर्ग तथा रविंद्र बिन्दू ने बताया कि उन्होंने बीस हजार रूपए में पैसे के लेनदेन के मामले को निबटा दिया है। गोपाल मित्तल ने 10 अगस्त तक सुरेंद्र बगैरा की राशि देना तय किया है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने बताया कि शिकायत उनके पास आई थी। गोपाल मित्तल ने शिकायत को यह कर वापिस ले लिया कि उनका आपस में समझौता हो गया है।

पेंशन के लिए अधिकारी को घेरा

बैठक में भाग लेने एसडीएम ऑफिस पहुंचे थे, पेंशन धारकों ने खूब खरी-खोटी सुनाई
डबवाली (लहू की लौ) पिछले चार माह से पेंशन न मिलने से खफा पेंशन धारकों ने मंगलवार को बैठक करने आए एक्सीस बैंक के अधिकारी को उपमण्डलाधीश कार्यालय के बाहर घेर लिया। अधिकारी को खूब-खरी खोटी सुनाई। एसडीएम के बीच-बचाव करने के बाद ही मामला ठंडा हुआ। पेंशन धारकों ने सरकार को पेंशन वितरण के लिए 25 जुलाई का समय देते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।
उपमण्डल डबवाली में पेंशन धारकों को पेंशन देने में किए जा रहे विलंब को लेकर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने अपने कार्यालय में एक्सीस बैंक के अधिकारियों की एक बैठक बुलाई हुई थी। इस बैठक में एक्सीस बैंक सिरसा के सहायक मैनेजर सुमित गोयल ने भाग लिया। बैठक की जानकारी जैसे-तैसे पेंशन धारकों तक पहुंच गई। पेंशन के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे पेंशन धारक उपमण्डलाधीश कार्यालय के समक्ष आ डटे। उन्हें पता चला कि एक्सीस बैंक के सहायक मैनेजर बैठक में भाग ले रहे हैं। आक्रोशित पेंशन पात्र उपमण्डलाधीश कार्यालय में घुस गए। उपमण्डलाधीश ने कार्यालय से बाहर आकर पेंशन धारकों की समस्या को सुना। इसी दौरान वहीं पर एक्सीस बैंक के अस्सिटेंट मैनेजर भी कार्यालय से बाहर गए। उन्होंने पेंशन धारकों को समझाना-बुझाना शुरू किया, तो पेंशन धारक गुस्से में आ गए। महिलाओं ने सहायक मैनेजर को खूब खरी-खोटी सुनाई। महिलाओं ने मैनेजर से कहा कि उनका बैंक पहले सरकार से पेंशन वितरण के नाम पर कमीश्न खा गया, फिर मुर्दों की पेंशन निगल गया, अब जो बचे हैं उनकी पेंशन भी अपने पेट में छुपाए बैठा है।
पेंशन धारक गणपत राम, सुनीता देवी, शारदा, बचनो, हरिराम, सरोज रानी, मोहन लाल, मूर्ति देवी ने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी कि अगर 25 जुलाई तक पेंशन का वितरण न किया गया तो पेंशन धारक सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होंगे।
इस मौके पर उपस्थित वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल ने एक्सीस बैंक के अधिकारियों से कहा कि जिस प्रकार की वे नीति अपनाए हुए हैं, उससे लगता है कि सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई है। इसलिए बैंक में पेंशन धारकों की राशि सरकार द्वारा जमा करवाए जाने के बावजूद भी उन्हें वितरित नहीं की जा रही है।
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने एक्सीस बैंक के अधिकारी को दो टूक शब्दों में कहा कि अगर बैंक से डबवाली क्षेत्र में पेंशन वितरण का कार्य नहीं हो सकता, सही सूची तैयार नहीं हो सकती तो वे उन्हें लिखकर दें दे, ताकि वे इस मामले को सरकार के समक्ष रखा जाए और विकल्प के रूप में सरकार इसका उपाय कर सकें।
एक्सीस बैंक के सहायक मैनेजर ने बैंक की ओर से अपनी सफाई देते हुए कहा कि उनकी सूची के अनुसार जिला सिरसा में एक लाख 32 हजार 677 पेंशन धारक हैं। जिसमें से एक लाख 8 हजार 939 के स्मार्ट कार्ड बन चुके हैं। औढ़ां और डबवाली क्षेत्र में पेंशन वितरण के लिए पानीपत तथा करनाल से 120 कर्मचारियों को लगाया गया था। लेकिन ये कर्मचारी बीच में ही अपना काम छोड़कर चले गए। जिसके चलते वर्तमान परिस्थितियां बैंक के समक्ष प्रस्तुत हुई।
बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि पेंशन वितरण के लिए आवश्यक पग उठाते हुए पेंशन वितरण कर्मचारियों को निर्धारित स्थलों के बाहर पेंशन धारकों की सूची चस्पा करने और इसकी नकल प्रशासनिक अधिकारियों को मुहैया करवाने के आदेश दिए गए हैं। एक्सीस बैंक को पेंशन वितरण का शैड्यूल निर्धारित करने के लिए कहा गया है।

लाईट बंद होने पर रविदास नगर के लोग बिफरे

डबवाली (लहू की लौ) तीन घंटे बिजली बंद रहने से मंगलवार को रविदास नगर के लोगों ने बखेड़ा खड़ा कर दिया। पूर्व पार्षद के नेतृत्व में इक्ट्ठे हुए लोगों का आरोप था कि मोहल्ले के एक व्यक्ति की शिकायत पर बिजली निगम ने उपरोक्त कार्रवाई की है। लोगों में भड़के गुस्से को देखते हुए बिजली निगम ने तुरंत स्विच लगाकर बिजली शुरू कर दी।
वार्ड नं. 17 के पूर्व पार्षद कृष्ण खेमाखेड़ा, निरंजन सिंह, महेश कुमार, बंसीलाल, राजेश, भगवान दास, सुरेंद्र कुमार, सोनू, लीलू राम ने बताया कि बिजली निगम के कर्मचारियों ने बिना कोई पूर्व सूचना दिए आज सुबह मोहल्ले की बिजली बंद कर दी। जबकि आस-पास के क्षेत्र में बिजली चल रही थी। इस बारे में बिजली निगम कार्यालय से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि रविदास नगर में कट लगा है।
जब लोग नगर में लगे ट्रांसफार्मर के पास पहुंचे तो वहां से स्विच गिरा देख भड़क गए। लोगों में भड़के रोष की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे बिजली कर्मियों ने स्विच जोड़ दी। करीब तीन घंटे बाद लोगों को बिजली नसीब हो सकी। लोगों ने आरोप लगाया कि मोहल्ले के एक व्यक्ति के कहने पर यह कट लगाया गया था।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के एसडीई गुलशन वधवा ने बताया कि लोगों की बिजली शिकायत पर कर्मचारी उपरोक्त क्षेत्र में कार्यरत थे। दूसरा क्षेत्र के एक निवासी ने घर पर कोई कार्य करने के लिए बिजली निगम से सुरक्षा मांगी थी। दोनों कारणों से लाईट बंद की गई थी। शिकायतों का निवारण होने पर बिजली शुरू कर दी गई।

डीएसपी साहब! इन लोगों पर कार्रवाई करो

डबवाली (लहू की लौ) कबीर बस्ती के लोगों ने एक महिला और पुरूष के खिलाफ आरोप लगाया है कि दोनों उनके मोहल्ले में लड़ाई-झगड़ा करके मोहल्ले की शांति को भंग करते हैं।
कबीर बस्ती निवासी अपने वार्ड पार्षद ओमप्रकाश बागड़ी, विक्रम चोरा, किशोरी डाबला, विजय खनगवाल, गीता देवी, राज रानी, राजा पेंटर, पुष्पा दैड़ान, शकुंतला, विद्या देवी, सुखदेव कौर के नेतृत्व में डीएसपी डबवाली बाबू लाल से मिले और उन्हें शिकायत सौंपी। शिकायत में इन लोगों ने कहा है कि सिरसा के रहने वाले एक व्यक्ति ने मोहल्ले में रहने वाली एक महिला से विवाह रचाया हुआ है। उपरोक्त व्यक्ति कभी-कभार ही डबवाली आता है। लेकिन जब भी आता है, तो शराब पीकर गाली-गलौज करता है। बस्ती की महिलाएं काफी दफा उपरोक्त महिला को भी समझा चुकी हैं। लेकिन महिला उनके गल पड़ जाती है।अपनी शिकायत में बस्ती के लोगों ने उपेराक्त महिला-पुरूष को आपराधिक किस्म का बताया है। पुलिस से बस्ती में अमन-शांति का माहौल कायम रखने के लिए दोनों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि सिटी थाना प्रभारी को जांच करके उपरोक्त शिकायत पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

चप्पे-चप्पे पर तैनात होगी पुलिस

डबवाली (लहू की लौ) सावन का महीना शुरू होते ही कावडिय़ों के कदम हरिद्वार की ओर बढऩे लगे हैं। गंगा से पवित्र जल लाकर कावडिय़े अपने-अपने शहरों के शिवालयों में स्थापित शिवलिंग को स्नान करवाएंगे। आस्था से जुड़ी इस यात्रा पर हरियाणा पुलिस विशेष दृष्टि बनाएगी। पंजाब तथा राजस्थान की सीमा से प्रदेश से होकर हरिद्वार जाने वाले मार्ग पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात रहेगी।
हिसार मण्डल पर नजर
शिव भोले के लाखों उपासक सावन महीने में हरिद्वार से पैदल या फिर वाहनों के जरिए कावड़ लेकर आते हैं। इनमें भारी संख्या में युवा वर्ग शामिल होता है। युवा छोटी-छोटी बातों से उत्तेजित हो जाते हैं। जिसके चलते लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ जाती है। लेकिन इस बार हरियाणा पुलिस ने एक योजना तैयार की है। योजना के अनुसार पुलिस ने यात्रा के मामले में हिसार मण्डल को संवेदनशील माना है। इस मण्डल में लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति बिगडऩे न पाए और कावडि़ए अपने मार्ग में सुनिश्चित रूप से पवित्र गंगा जल लाने में सफल रहें इसके लिए पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं। हिसार मण्डल से संबंधित सभी थाना के प्रमुखों को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
क्या हैं दिशा-निर्देश
थाना प्रभारी कावडिय़ों के आने-जाने वाले मार्ग को चिन्हित करके उनका रूट मेप तैयार करेंगे। लोक निर्माण विभाग की सहायता से उस मार्ग पर अस्थाई तौर पर गति अवरोधक बनाए जाएंगे। वहां पर आवश्यकता अनुसार पुलिस बल तैनात होगा। इन मार्गों पर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने तथा कावडिय़ों को उनके  गंतव्य स्थान की ओर रवाना करने के लिए पुलिस की पीसीआर, बाईक राईडर तथा पैदल गश्त लगातार जारी रहेगी। चिन्हित मार्गों पर पुलिस कावडिय़ों का मार्गदर्शन करेगी, ताकि किसी भी परिस्थिति में उनके मार्गों पर जाम की स्थिति पैदा न हो। सुरक्षा के दृष्टिगत कावडिय़ों के मार्ग पर सामाजिक तथा धार्मिक संगठनों द्वारा लगाए जाने वाले लंगरों पर भी पुलिस का विशेष ध्यान रहेगा और पुलिस कर्मी वहां तैनात रहेंगे।
निर्देश जारी किए-एसपी
एसपी सतिंद्र गुप्ता ने बताया कि गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार जाने वाले कावडिय़ों की सुरक्षा के मद्देनजर थाना प्रभारियों को उपरोक्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। यात्रा के दौरान कावडिय़ों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए पुलिस गश्त तथा पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी।

क्या ये अधिकारी अंधे हैं!

बस अड्डा या तालाब : सात साल पहले अधिकारियों की नाक तले भर दिए गए थे चैम्बर
डबवाली (लहू की लौ) रविवार को शहर में घंटा भर हुई मूसलाधार बारिश से बस अड्डा तालाब में तबदील हो गया। जिससे सवारियों को बस पकडऩे में मुश्किल का सामना करना पड़ा। लेकिन अड्डे की ऐसी दुर्दशा के पीछे सीवरेज कोई समस्या नहीं। समस्या है तो अधिकारियों की लापरवाही। सात साल पूर्व बरती गई लापरवाही से अड्डा के चैम्बर बंद हो गए। जिसका दंश आज तक बस रोड़वेज कर्मचारी तथा बस यात्री भुगत रहे हैं।
मामूली बरसात से शहर के चौटाला रोड़ पर स्थित हरियाणा रोड़वेज का बस अड्डा पानी से भर जाता है। यह आज से नहीं, एक सप्ताह से नहीं, दो माह से नहीं, छह माह या फिर साल भर से नहीं, ऐसा तो सात साल से चला आ रहा है। हर बार रोड़वेज के अधिकारी सीवरेज चॉक होने का बहाना बनाकर बच निकलते हैं। लेकिन दिन-प्रतिदिन गंभीर होती समस्या को निपटाने के लिए कोई ध्यान नहीं देता। चूंकि इससे पूर्व में बरती गई रोड़वेज अधिकारियों की लापरवाही उजागर होती है। बस अड्डा से पानी निकालने के लिए दो चैम्बर हैं। सात वर्ष पहले बस अड्डा के फर्श को सीसी किया गया था। अधिकारियों की नाक तले ठेकेदार ने इन चैम्बरों को सीमेंट और क्रंकीट से भर दिया। उसी समय से हर वर्ष बरसात के मौसम में बस अड्डा तालाब में तबदील हो जाता है।
बस की इंतजार में अड्डा में बैठे दलीप सिंह, गुरजीत सिंह तथा सुखजिंद्र कौर ने बताया कि उन्होंने ऐलनाबाद की बस पकडऩी थी। उनके सामने ही बस ऐलनाबाद की ओर रवाना हो गई। वे बस के बिल्कुल करीब थे। लेकिन पानी जमा होने के कारण उनकी बस छूट गई। पौने घंटे से वे लोग बस की इंतजार में बैठे हैं।
रोड़वेज के टीएम महावीर सिंह ने उपरोक्त तथ्यों की पुष्टि करते हुए बताया कि यह एक गंभीर मुद्दा है। बस अड्डा में पानी जमा होने से सवारियों के साथ-साथ बस अड्डा के कर्मचारियों को भारी दिक्कत आ रही है। अड्डा को पानी से मुक्त करने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा गया है। लेकिन स्थिति यह है कि पंप की सहायता से भी अड्डा से पानी नहीं निकाला जा सकता।

सड़क धंसने से पेयजल पाईप टूटी

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को तेज बरसात के बीच रेलवे डिग्गियों के पीछे सड़क धंसने से पेयजल आपूर्ति की पाईप तथा बीएसएनएल की केबल टूट गई। जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। नगरपालिका ने इस सड़क को आवागमन के लिए डेंजर रोड़ घोषित कर दिया है।
रविवार दोपहर बाद आंधी के साथ घंटा भर आई मूसलाधार बरसात के चलते रेलवे डिग्गी की दीवार के साथ खड़ा एक भारी भरकम पेड़ गिर गया। जिससे डिग्गी की दीवार के साथ-साथ जा रही सड़क बुरी तरह से धंस गई। इसकी जानकारी पाकर नगरपालिका के सुपरीडेण्ट रामनिवास शर्मा, जेई सतपाल, पार्षद विनोद बांसल, पवन गर्ग मौके पर पहुंचे। ढलान की वजह से जीटी रोड़ पर खड़ा बरसाती पानी डिग्गी की ओर आ गया। जिससे हालत और भी खस्ता हो गए। पानी के बहाव के कारण सड़क का बैड खिसक गया। दूसरा पेयजल आपूर्ति की 8 ईंच की पाईप तथा बीएसएनएल की केबल भी टूट गई।
जनस्वास्थ्य विभाग तथा नगरपालिका के जेई सतपाल ने बताया कि सड़क धंसने के कारण 8 ईंच की पेयजल पाईप को नुक्सान पहुंचा। जिससे क्षेत्र की पेयजल आपूर्ति में बाधा आई। मंगलवार तक इसे ठीक कर दिया जाएगा। यहीं नहीं अब यह मार्ग आवागमन के लिए खतरनाक है। चूंकि इस सड़क का बैड बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, कोई भी अप्रिय घटना घटित हो सकती है। इसके लिए मार्ग को बंद कर दिया गया है।
बीएसएनएल डबवाली उपमण्डल के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि उन्हें केबल क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है। जल्द ही इसे ठीक करने के प्रयास शुरू किए जाएंगे।

प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर रिक्शा चालक

डबवाली (लहू की लौ) सवारी उठाने को लेकर रिक्शा चालकों तथा थ्री व्हीलर चालकों में पनपा विवाद गंभीर होता जा रहा है। शहर में चल रही अवैध जीपों तथा थ्री व्हीलरों पर प्रशासन को आगाह करने के बावजूद कोई कार्रवाई न करने से आक्रोश में आए रिक्शा चालकों ने सोमवार को प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जलूस निकाला। अपनी मांगों के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। अवैध वाहनों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद ही रिक्शा चालक शांत हुए।
रिक्शा चालक सिटी थाना के सामने यूनियन के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह तथा कामरेड गणपत राम के नेतृत्व में रिक्शा स्टैण्ड पर एकत्रित हुए। जलूस की शक्ल में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जीटी रोड़, रेलवे फाटक, पिंक मार्किट, मेन बाजार, गांधी चौक, कलोनी रोड़ रेलवे फाटक, नई अनाज मण्डी रोड़, कबीर चौक, बिश्नोई मार्किट, चौटाला रोड़ से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंचे। वहां प्रदर्शनकारी एसडीएम कार्यालय के आगे धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। प्रदर्शनकारियों को समझाने-बुझाने पहुंचे एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल को रिक्शा चालक यूनियन के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह तथा रिक्शा चालक राजकुमार, बलवीर सिंह, इसराइल खान, कुलवंत सिंह, निर्मल सिंह, नायब सिंह, राजू, बिहारी, धर्मपाल, राजवीर ने बताया कि शहर में बड़ी संख्या में अवैध वाहन सवारियां ढोह रहे हैं। इससे सरकार को चूना लग रहा है, वहीं इसका प्रभाव उनकी मजदूरी पर पड़ रहा है। यहीं नहीं सवारी लेकर जा रहे रिक्शा चालकों से अवैध वाहन चालक मारपीट तक करते हैं। इस बारे में कुछ दिन पूर्व भी प्रशासन को आगाह किया था। लेकिन प्रशासन ने उनकी बात को अनसुना कर दिया। उल्टा प्रशासनिक अधिकारी उन पर ही दबाव की रणनीति अख्तियार किए हुए हैं। जो बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रिक्शा चालकों की चेतावनी सुनकर एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने तुरंत सिटी थाना प्रभारी, जीएम रोड़वेज सिरसा, आरटीओ सिरसा को अवैध वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। एसडीएम से कार्रवाई किए जाने का आश्वासन मिलने के बाद आक्रोशित रिक्शा चालक शांत हुए। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश ने बताया कि रिक्शा चालकों के ज्ञापन को आगामी आवश्यक कार्रवाई के लिए हरियाणा रोड़वेज सिरसा के जीएम, आरटीए सिरसा तथा एसएचओ सिटी थाना डबवाली के पास भेजा गया है। नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

नशे के खिलाफ सत्कार सभा का हल्ला बोल

डबवाली (लहू की लौ) श्री गुरूग्रंथ साहिब सत्कार सभा के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह खालसा ने कहा कि सभा अगले सप्ताह से हरियाणा राज्य में नशे के खिलाफ हल्ला बोल अभियान छेडऩे जा रही है। जिसके तहत मेडिकल नशे से लेकर पोस्त, अफीम तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
वे सोमवार को गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा मंदिर में डेरा-सिक्ख विवाद में मारे गए हरमंदर सिंह की तीसरी बरसी पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नशे ने भावी पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है। अब मौका है कि नशे के खिलाफ हल्ला बोल अभियान चलाकर नशे व नशे की जड़ों को पोषण देने वाले लोगों के खिलाफ अभियान चलाने का। इस अभियान के तहत नशा बेचने वाले लोगों के घरों और दुकानों के आगे सत्कार सभा द्वारा धरना दिया जाएगा। इस मौके पर डेरावाद को आड़े हाथों लिया। साथ में डेरे की मदद करने वाले अकाली नेताओं को खूब कोसा।
इससे पूर्व कथा वाचक धर्मवीर सिंह ने संगतों को सिक्ख इतिहास सुनाकर निहाल किया। इस अवसर पर पहुंचे बाबा अमृतपाल सिंह गोलूवाला वाले, बाबू सिंह, विचित्र सिंह हाकूवाला, प्रदीप सिंह अकलियां, परमजीत सिंह अहरवां ने भी विचार प्रकट किए। इस मौके पर अमरीक सिंह अजनाला, प्रीतम सिंह मलड़ी, बलकरण खालसा, सुखविंद्र सिंह प्रधान, धन्ना सिंह, ठाना सिंह, कंवलजीत सिंह आदि उपस्थित थे। इस मौके पर रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया। जिसमें सिक्ख संगतों ने बढ़चढ़कर भाग लिया।
श्रद्धांजलि समारोह के मद्देनजर प्रशासन भी चौकस रहा। किसी भी परिस्थिति से निबटने के लिए आयोजन स्थल पर एएसआई तुलसी राम के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात था। इस मौके पर खुफिया तंत्र भी अलर्ट रहा।

कैसे हुई मेरे बेटे की मौत, मुझे बताओ

15 जून 2011 को खेत के खाल में मिला था अध्यापक गुरमीत सिंह का शव, पिता की गुहार पर केस रीओपन

डबवाली (लहू की लौ) जिला बठिंडा के गांव कालझराणी के सरकारी स्कूल के अध्यापक गुरमीत सिंह की रहस्यमय मौत की फाईल रीओपन हो गई है। अध्यापक का शव संदिग्ध हालतों में गत माह की 15 तारीख को अलीकां रोड़ पर स्थित एक खेत में मिला था। सिटी थाना के नवनियुक्त प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने एक माह बाद शनिवार को घटनास्थल का जायजा लिया। वहीं पुलिस ने रविवार को मृतक के पिता मोहर सिंह के ब्यान कलमबद्ध किए।
अध्यापक गुरमीत सिंह आठ सालों से अपनी पत्नी राजेंद्र कौर के साथ वार्ड नं. 7 के प्रेमनगर में स्थित अपनी ससुराल में रह रहा था। 15 जून 2011 को घर से करीब दो किलोमीटर दूर संदिग्ध परिस्थितियों में उसका शव पुलिस ने बरामद किया था। 16 जून को पुलिस ने मृतक के भाई हरदीप सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए शव का सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाया था। बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किए जाने के बावजूद भी मौत का कारण उजागर नहीं हो पाया। चिकित्सकों के बोर्ड ने मृतक के विसरे को प्रयोगशाला में भेज दिया। जिसकी अभी तक रिपोर्ट नहीं आई है।
मृतक के पिता मोहर सिंह निवासी गांव कालझराणी ने बताया कि उसके बेटे गुरमीत की शादी करीब बारह साल पूर्व डबवाली निवासी राजेंद्र कौर के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही राजेंद्र कौर उस पर डबवाली में रहने के लिए दबाव डालने लगी थी। झगड़ा करके डबवाली अपने मायके आ गई। उन पर दहेज प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए झूठा केस दर्ज करवा दिया। उसका बेटा अपने ससुरालियों के दबाव में आ गया और उनकी शर्तों के अनुसार राजेंद्र कौर के साथ डबवाली में आकर रहने लगा। इसी दौरान शर्तों में ससुरालियों ने उनसे यह भी लिखवा लिया कि अगर यहां उसकी मौत हो जाती है, तो उसके जिम्मेवार वे लोग नहीं होंगे।
हाल ही के दिनों में उसके बेटे ने डबवाली में एक प्लाट खरीदा था। जिसकी कीमत करीब 5 लाख रूपए थी। उसके बेटे के ससुराल के लोग इस प्लाट को उनके नाम कर देने के लिए दबाव डाल रहे थे। इसके लिए वे उसे प्रताडि़त करते। 15 जून को उसके बेटे गुरमीत सिंह ने उसे फोन करके बताया कि उसे परेशान किया जा रहा है। फिर उनके एक रिश्तेदार को भी फोन करके गुरमीत ने अपनी दास्तां सुनाई। कुछ देर बाद ही उनके पास गुरमीत के लापता होने का फोन भी आ गया। शाम को उसके बेटे का शव अलीकां रोड़ पर एक खेत के खाल में मिला। मौका पर जाकर देखा कि उसके शरीर पर चोटों के निशान के नील पड़े हुए थे। गुरमीत के कान से लेकर गले तक खून निकला हुआ था। आंखों से भी खून निकल रहा था।
पुलिस को दिए ब्यान में शिकायतकर्ता ने अपने बेटे की हत्या या फिर टॉर्चर करके आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है।
मोहर सिंह के एडवोकेट ओपी गांधी ने बताया कि गुरमीत की मौत नेचुअरल नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गुरमीत के शरीर पर कई भागों पर चोट के निशान दर्शाए गए हैं। साथ में कान से गले तक खून बहता हुआ दिखाया गया है।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने बताया कि शनिवार को उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया था। गांव कालझराणी निवासी मोहर सिंह के ब्यान कलमबद्ध किए गए हैं। शिकायतकर्ता को पूरा इंसाफ दिलाने का प्रयास किया जाएगा। फिलहाल पुलिस एफएसएल रिपोर्ट का इंतजार कर रही है|

गंगा में ग्राम सभा की बैठक में हंगामा

डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा के पंचायत घर में आयोजित ग्राम सभा की बैठक में खूब हो-हल्ला हुआ। कुछ लोगों ने बैठक में जाति सूचक शब्द कहने का आरोप लगाया। मामला पुलिस तक जा पहुंचा है।
अखिल वाल्मीकि समाज न्याय मंच के जिला अध्यक्ष दविंद्र सिंह डिम्पल, सुखपाल सिंह उर्फ लीला सिंह, कुलवंत सिंह, सेवक सिंह ने बताया कि शनिवार को गांव के पंचायत घर में ग्राम सभा की बैठक बुलाई गई थी। बैठक के लिए मुनादी करके ग्रामीणों को बुलाया गया था। वे भी बैठक में पहुंचे थे। उन्होंने पंचायत द्वारा मनरेगा के सहायक के पद पर की नियुक्ति को गैर कानूनी बताया था। साथ में मनरेगा मजदूरों को समय पर मजदूरी न मिलने की बात कही थी। इसी बात को लेकर सरपंच खुन्नस खा गया और उन्हें जाति सूचक शब्द कहने लगा। इन लोगों ने इसकी सूचना गोरीवाला पुलिस को देकर न्याय की गुहार लगाई है।
गांव गंगा के सरपंच गुरादित्तां सिंह सूच ने आरोपों को निराधार बताया और साथ में कहा कि डिम्पल बगैरा गांव में अवैध शराब की बिक्री करते हैं। इस संबंध में उन्होंने पंचायत की ओर से पुलिस को शिकायत भी दी हुई है। ग्राम सभा की बैठक के दौरान ये लोग महिला अधिकारी की तस्वीर खींचने लगे। उसने फोटो खींचने से मना कर दिया। सरपंच ने बताया कि आम सभा की वीडियोग्राफी करवाई गई है। पंचायत आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कराएगी।
गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई प्रीतम सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से पुलिस में शिकायत दी गई है। फिलहाल जांच की जा रही है।

जलघर की डिग्गी में डूब गया युवक

डबवाली (लहू की लौ) गांव गंगा के वाटर वक्र्स की डिग्गी से पानी लेने गए एक युवक का पैर फिसल जाने से युवक डिग्गी में जा गिरा। पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई।
गांव गंगा निवासी मनफूल (55) ने बताया कि उसका 22 वर्षीय बेटा खेता राम रविवार सुबह अपने तीन वर्षीय भानजे आसमानी के साथ पानी भरने के लिए गांव के जलघर में गया था। उसने पानी की टंकी भर ली थी। लेकिन अंतिम बाल्टी डिग्गी से भर रहा था कि उसका पैर फिसल गया। वह डिग्गी में जा गिरा। तीन वर्षीय आसमानी ने शोर मचाया, तो जलघर में कार्यरत बेलदार बाबू सिंह वहां पहुंचा। उसने इसकी सूचना तत्काल गांव के सरपंच गुरादित्तां सिंह को दी।
सरपंच गुरादित्तां सिंह के अनुसार इसकी सूचना पाकर वह गांव वासियों के साथ मौका पर पहुंचा। पूछताछ के बाद पता चला कि डिग्गी में गिरा युवक गांव के ही मनफूल सिंह का बेटा है। इसकी सूचना मनफूल सिंह को दी गई। डिग्गी से युवक के शव को निकाला गया। मौका पर पहुंची गोरीवाला पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और उसे पोस्टमार्टम के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
गोरीवाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई प्रीतम सिंह ने बताया कि मनफूल सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है। ग्रामीणों के अनुसार खेता राम की एक साल पूर्व ही गांव चोरमार की 20 वर्षीय भूरी देवी के साथ शादी हुई थी। भूरी अपना प्रसव करवाने के लिए मायके गई हुई है। जबकि खेता राम की माता सावित्री देवी को हाल ही में गंभीर बीमारी के चलते इलाज के लिए बीकानेर लेजाया गया है।

अपंग युवक और टेलर मास्टर निकले सट्टेबाज

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार की रात दो सट्टेबाजों पर पुलिस बिजली बनकर गिरी। पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापामारी करके सट्टेबाजी में संलिप्त एक अपंग युवक तथा एक टेलर मास्टर को गिरफ्तार किया है।
सिटी पुलिस के एएसआई गोपाल राम ने मुखबरी के आधार पर रात पौने ग्यारह बजे वार्ड नं. 13 में मीना बाजार की वैद्य आसानंद वाली गली में एक मकान पर छापा मारा। इस मकान में रह रहा व्यक्ति नंबर पर सट्टा लगवा रहा था। पोल खुलते ही सट्टेबाज बैड के नीचे जा छुपा। जिसे पुलिस ने काबू कर लिया। एएसआई गोपाल राम ने बताया कि पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान टेलर मास्टर अजैब के रूप में करवाई है। आरोपी से 11 हजार 350 रूपए की सट्टा राशि बरामद की गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पकड़े गए व्यक्ति के संपर्क पंजाब में कई स्थानों पर हैं। यह व्यक्ति नंबरों पर सट्टा लगवाता था। काफी समय से वह इस कारोबार से जुड़ा हुआ था। सट्टे का नंबर आने पर 1 रूपए के बदले 90 रूपए देता था।
इधर थाना सदर पुलिस के एएसआई छबील दास ने मुखबरी के आधार पर गांव तिगड़ी में एक घर पर छापामारी करके 260 रूपए की सट्टा राशि के समेत 32 वर्षीय अपंग युवक को गिरफ्तार किया है। एएसआई के अनुसार पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान साहब सिंह के रूप में करवाई है। यह युवक अपने रिसक पर काम करता था। नंबर आने पर 1 रूपए के बदले 80 रूपए देता था। युवक थ्री व्हीलर चलाता है।

16 जुलाई 2011

ट्रांसफार्मर चोरी की वारदातों से निगम के होश उड़े

डबवाली | 'आपके खेत में लगे ट्रांसफार्मर के इर्द-गिर्द कोई अनजान व्यक्ति या गाड़ी चक्कर लगाती नजर आए, तो इसकी सूचना तुरंत हमें या थाना में दें। एरिया में ट्रांसफार्मर चोर घुसे हुए हैं। चोरों को पकड़वाने में आप गांव वासी बिजली निगम की मदद करें।Ó यह अनाऊसमेंट दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा ट्रांसफार्मर चोरी की बढ़ी घटनाओं के बाद गांवों में बने धार्मिक स्थलों पर करवाई जा रही है।
22 ट्रांसफार्मर चोरी
निगम के मण्डल डबवाली के अंतर्गत आने वाले उपमण्डल डबवाली, चौटाला तथा कालांवाली एरिया से टयूब्बैलों पर लगे ट्रांसफार्मर चोरी होने की घटनाओं में अप्रत्याशित रूप से बढ़ौतरी हुई है। निगम रिकॉर्ड के अनुसार 9 मार्च से लेकर अब 22 ट्रांसफार्मरों से कॉपर वायर तथा ऑयल चोरी हो चुका है। जिससे निगम को करीब दस लाख रूपए का नुक्सान हुआ है।
ऑयल का क्या होता है
निगम का मानना है कि ट्रांसफार्मर से चोरी की गई कॉपर वायर बाजार में आसानी से बिक जाती है। लेकिन निगम हैरान है कि ऑयल का क्या किया जाता है। चूंकि ट्रांसफार्मरों में भरा जाने वाला ऑयल विशेष प्रकार का ऑयल होता है। जोकि साधारण प्रयोग में नहीं आता। इस ऑयल की कीमत भी करीब 52 रूपए प्रति लीटर होती है। यह ऑयल अधिकांशतय: मोटर, स्टार्टर तथा स्टेबलाईजरों में यूज होता है। 10केवी क्षमता वाले ट्रांसफार्मर में करीब 50 लीटर तेल होता है। लेकिन ट्रांसफार्मर से कॉपर वायर के साथ-साथ तेल चोरी होने की एकाएक बढ़ती घटनाओं ने निगम के होश उड़ा दिए हैं।
निगम का रिकॉर्ड कहता है कि 9 मार्च 2011 से अब तक उपमण्डल डबवाली से 9, चौटाला से दो तथा कालांवाली से 11 ट्रांसफार्मरों से अज्ञात चोर सामान चुरा ले गए हैं। जिसकी आज तक भनक नहीं लग पाई है। लेकिन अब निगम ऐसी घटनाओं से निबटने के लिए गांव-गांव जाकर धार्मिक स्थल से चोरों को पकड़वाने की अनाऊसमेंट करवा रहा है।
निगम खुद परेशान
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने स्वीकार किया कि क्षेत्र में ट्रांसफार्मर से सामान चोरी करने की वारदातों में वृद्धि हुई है। इससे निगम भी परेशान है। अभियंता के अनुसार कंयूमर की खुद की जिम्मेवारी बनती है कि वे अपने ट्रांसफार्मर की निगरानी करे। लेकिन फिर भी ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए निगम उपरोक्त मुनादी क्षेत्र के गांवों में करवा रहा है। कुछ गांवों में मुनादी करवाई भी जा चुकी है। मण्डल अभियंता के अनुसार यह एक गैंग है जो कभी किसी क्षेत्र में तो कभी किसी क्षेत्र में उपरोक्त वारदातों को अंजाम देता है। लगता है यह गैंग डबवाली एरिया में आया हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रकार का कार्य निगम का कार्य जानने वाला व्यक्ति ही कर सकता है। निगम इस पर नजर बनाए हुए है।
सिटी थाना के कार्यकारी प्रभारी एसआई महावीर सिंह ने बताया कि ट्रांसफार्मर चोरों को पकडऩे के लिए रात्रि गश्त बढ़ा दी गई है। ऐसी वारदातों में पूर्व में पकड़े गए अपराधियों से भी पूछताछ की जा रही है। जल्द आरोपी पुलिस के शिकंजे में होंगे।

एसडीओ अदालत में तलब

डबवाली (लहू की लौ) सिविल जज (वरिष्ठ मंडल) डॉ. अतुल मडिया की अदालत ने गांव चौटाला के मछली पालन ठेकेदार की याचिका पर सुनवाई करते हुए उपायुक्त सिरसा, उपमण्डल अधिकारी (ना.) डबवाली तथा ग्राम पंचायत चौटाला को 16 जुलाई को अपना पक्ष रखने के लिए तलब किया है।
गांव चौटाला के जगदीश चंद्र पुत्र त्रिलोक चंद ने सिविल जज (वरिष्ठ मंडल) डबवाली की अदालत में 13 जुलाई को एक याचिका दायर करके कहा था कि उसने 10 अप्रैल 2010 को गांव चौटाला के पंचायती तालाब को मछली पालन के लिए आठ वर्ष के लिए 1 लाख 45 हजार रूपए प्रति वर्ष के हिसाब से लीज पर लिया था। मौका पर 72 हजार 500 रूपए की राशि भी पंचायत को जमा करवा दी थी। इसे उसने बोली पर सबसे ऊंची बोली देकर लीज पर लिया था।
लीज पर लेने के बाद इस तालाब में मछली पालन के लिए तीन लाख रूपए की राशि का बीज भी डाल दिया। लेकिन ग्राम पंचायत ने उपायुक्त सिरसा को एक निवेदन भेजकर उसकी लीज कैंसल करने का अनुरोध किया। जिसे उपायुक्त ने उपमण्डल अधिकारी (ना.) को मार्क कर दिया। जिसका फैसला सुनाते हुए उपमण्डल अधिकारी (ना.) ने 2-6-2011 को आदेश दिए कि जगदीश ने मछली पालन की जो लीज ली है उसे कैंसल कर दिया गया है। जगदीश ने इसे प्रशासन की मनमानी करार देते हुए इस आदेश को गलत बताते हुए दीवानी अदालत में अपनी याचिका दायर करके इस फैसले पर स्थगन देने का अनुरोध किया।
अदालत ने याचिका की सुनवाई करते हुए इसी दिन आदेश जारी किए कि उपायुक्त सिरसा, उपमण्डल अधिकारी (ना.) डबवाली तथा ग्राम पंचायत 16 जुलाई को अदालत में प्रस्तुत होकर अपना पक्ष प्रस्तुत करे।

हजारों के मोबाइल चोरी

डबवाली (लहू की लौ) गांव अबूबशहर में बीती रात अज्ञात चोर एक टेलीकॉम शॉप में सेंध लगाकर करीब 60 हजार रूपए का सामान चुरा कर ले गए। जिसमें दो हजार रुपए की नकदी, 35 हजार रूपए के पुराने मोबाइल और 15 हजार रुपये की मोबाइल एसेसरी शामिल है। रामपुरा बिश्नोईयां के निवासी गोपी राम ने बताया कि शुक्रवार प्रात: उसने दुकान का शट्टर उठाया तो उसने देखा कि उसका सारा सामन बिखरा पड़ा है और चोर उसके पास रिपेयर के लिए आए 35 मोबाइल, दो हजार रूपए की नकदी और करीब 15 हजार रूपए की मोबाइल एसेसरी जिसमे चार्जर, बैटरी, मोबाइल की बॉडी चुरा कर ले गये। चोर दुकान के पीछे बने दरवाजे को तोड़कर अन्दर घुसे और इस वारदात को अंजाम दिया। चोरी की सूचना चौटाला पुलिस चौकी को दी गई है।

हजारों के मोबाइल चोरी

डबवाली (लहू की लौ) गांव अबूबशहर में बीती रात अज्ञात चोर एक टेलीकॉम शॉप में सेंध लगाकर करीब 60 हजार रूपए का सामान चुरा कर ले गए। जिसमें दो हजार रुपए की नकदी, 35 हजार रूपए के पुराने मोबाइल और 15 हजार रुपये की मोबाइल एसेसरी शामिल है। रामपुरा बिश्नोईयां के निवासी गोपी राम ने बताया कि शुक्रवार प्रात: उसने दुकान का शट्टर उठाया तो उसने देखा कि उसका सारा सामन बिखरा पड़ा है और चोर उसके पास रिपेयर के लिए आए 35 मोबाइल, दो हजार रूपए की नकदी और करीब 15 हजार रूपए की मोबाइल एसेसरी जिसमे चार्जर, बैटरी, मोबाइल की बॉडी चुरा कर ले गये। चोर दुकान के पीछे बने दरवाजे को तोड़कर अन्दर घुसे और इस वारदात को अंजाम दिया। चोरी की सूचना चौटाला पुलिस चौकी को दी गई है।

घूसखोरी के खिलाफ कामरेड 'लालÓ

डबवाली (लहू की लौ) वामपंथी दलों ने शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर टेलीफोन एक्सचैंज के सामने धरना दिया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके जोरदार प्रदर्शन किया। बाद में पीएम के नाम एसडीओ को ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) के जिला सचिव राजकुमार शेखूपुरिया, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष भाला राम भारूखेड़ा, अखिल भारतीय किसान सभा के सुरजीत सिंह ऐलनाबाद, सीटू के निरंजन सिंह हैबूआना, भारतीय खेत मजदूर यूनियन (सीपीआई) के अध्यक्ष कामरेड गणपत राम, किसान सभा के जिला उपप्रधान ओमप्रकाश कर रहे थे। राजकुमार शेखूपुरिया ने कहा कि राष्ट्रीय तथा प्रदेश स्तर पर भ्रष्टाचार और अपराध की घटनाओं में निरंतर वृद्धि हो रही है। राष्ट्रीय स्तर पर टेलीफोन विभाग का 2-जी स्पेक्ट्रम का महाघोटाला, कॉमनवेल्थ गेम्स के आयोजन में गोलमाल, वोट के बदले नोट, आदर्श सोसाईटी घोटाला और अब कृष्णा-गोदावरी बेसिन से गैस निकालने के ठेके में रिलायंस कंपनी को लूट करने की खुली अनुमति दिए जाने का बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि लूटे गए सार्वजनिक धन की मात्रा इतनी बड़ी है जिसकी आम आदमी कल्पना भी नहीं कर सकता। उनके अनुसार उपरोक्त प्रकार के भ्रष्टाचार पर एक कारगार लोकपाल कानून ही नकेल कस सकता है।
चार घंटे के धरने और प्रदर्शन के बाद वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने भारत दूर संचार विभाग के एसडीई मनमोहन शर्मा को पीएम मनमोहन सिंह के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से वामंपथी  दलों ने भ्रष्टाचार के विरूद्ध कारगार लोकपाल कानून बनाने, उच्चतर न्यायपालिका में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रीय न्यायिक आयोग का गठन, चुनावों में धन-बल के उपयोग पर अंकुश लगाने के लिए अनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली समेत चुनाव सुधारों की पालना, विदेशी बैंकों में जमा धन तथा देश में मौजूद काले धन को जब्त करने, हरियाणा में रेडक्रॉस के धन का दुरूपयोग करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पीएम से की है।

पीएचसी पर ताला जड़कर ग्रामीणों ने मांगा डॉक्टर का तबादला

डबवाली (लहू की लौ) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देसूजोधा के प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह के पीछे लगा एएनएम से छेड़छाड़ का भूत उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है। डेपूटेशन से वापिस पीएचसी में ज्वाईन करवाने पर गांव के लोग भड़क उठे और उन्होंने शुक्रवार को पीएचसी पर ताला जड़ दिया। बाद में डबवाली के सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ से आश्वासन पाने के बाद ग्रामीणों ने ताला खोल दिया।
बीते मई माह में पीएचसी देसूजोधा के प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह पर गांव मांगेआना स्थित सबसैंटर में तैनात एएनएम ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। यह मामला पुलिस से लेकर एएनएम एसोसिएशन तक पहुंचा। कई दिन तक यह मामला ज्वलंत बना रहा। आखिर में डॉ. गुरजीत सिंह का वहां से तबादला और माफी मांगने पर मामला ठंडा पड़ गया था। स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर डॉ. गुरजीत सिंह तथा पीएचसी में ही कार्यरत उनकी धर्मपत्नी डॉ. अमनदीप कौर को डेपूटेशन पर दड़बा कलां भेज दिया गया था। लेकिन वहां से लौटते ही गांव देसूजोधा के ग्रामीणों ने बवाल खड़ा कर दिया। ग्रामीणों की मांग पर एकबारगी फिर डॉक्टर दम्पत्ति को डेपूटेशन पर भेज दिया गया। इसके बाद पीएचसी में चिकित्सक का पद रिक्त रहा। इस पद को भरने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने डॉक्टर दम्पत्ति को पुन: देसूजोधा पीएचसी में भेज दिया। उन्होंने 4 जुलाई को ज्वाईन कर लिया। लेकिन गुरूवार से यह डॉक्टर दम्पत्ति छुट्टी पर है। जिससे पीएचसी में आने वाले मरीजों को परेशान का सामना करना पड़ रहा है।
ब्लाक समिति डबवाली के वाईस चेयरमैन कुलदीप सिंह, अमी चंद पंच, दर्शन सिंह, यादविंद्र सिंह, काला सिंह, गुरप्रीत सिंह, गुरप्रेम सिंह प्रधान गुरूद्वारा साहिब देसूजोधा, संतोख सिंह, करतार सिंह, हरफूल सिंह, अंग्रेज सिंह, गुरमीत सिंह, बीरबल सिंह, लखबीर ढिल्लों ने बताया कि उपरोक्त डॉ. गुरजीत सिंह तथा उनकी पत्नी डॉ. अमनदीप कौर दो दिन से छुट्टी पर चल रहे हैं। जिससे पीएचसी में इलाज कराने आने वालों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार सुबह करीब 5.30 बजे गांव देसूजोधा के दर्शन सिंह की भतीजी बिट्टू को डिलीवरी के लिए लाया गया था। लेकिन चिकित्सक न होने के कारण उसे जरूरी उपचार नहीं दिया गया। वहीं गांव फुल्लो में हुए एक झगड़े में घायल जसविंद्र कौर पीएचसी में इलाज के लिए तड़पती रही। जिससे गांव में रोष पनप गया। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि एएनएम से छेड़छाड़ के आरोपों में घिरे डॉक्टर को वे पीएचसी में नहीं रखना चाहते। डेपूटेशन होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें पुन: देसूजोधा में भेज दिया। पीएचसी में काफी समय तक उपरोक्त ग्रामीणों की अस्पताल में तैनात फार्मासिस्ट तरसेम चंद से नोंक-झोंक होती रही। फार्मासिस्ट ने सीएमओ से भी मोबाइल पर उनकी बात करवाई। लेकिन बात नहीं बनी। ग्रामीण डॉक्टर के तबादले तथा पीएचसी में व्यवस्था सुधार पर अड़े रहे। सिविल अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने भी मोबाइल पर ग्रामीणों से बातचीत की। उन्हें समझाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण अपनी जिद्द पर काबिज रहे। उन्होंने पीएचसी के मुख्य गेट पर ताला जड़कर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। लेकिन पीएचसी में डिलीवरी के लिए आई गांव की महिला के स्वास्थ्य तथा डॉ. एमके भादू से सोमवार तक कार्रवाई करने का आश्वासन पाने के बाद पंद्रह मिनट बाद ताला खोल दिया।
इस संबंध में डबवाली के सरकारी अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने बताया कि पीएचसी में चिकित्सक न होने के कारण उपरोक्त डॉक्टर की नियुक्ति की गई थी। गुरूवार को डॉ. गुरजीत सिंह ने कहा था कि उनके प्रति गांव में माहौल खराब है। इसके चलते उन्हें छुट्टी पर जाने की सलाह दी गई थी। भादू के अनुसार चिकित्सक के तबादले के लिए स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों को पहले ही सिफारिश भेजी जा चुकी है।

14 जुलाई 2011

सौ-सौ गज प्लाट की रजिस्टरी के लिए गरीबों से उगाही

डबवाली (लहू की लौ) सिर छुपाने के लिए सरकार द्वारा देय सौ-सौ गज के प्लाटों की रजिस्टरी करवाने के लिए गांवों से आए गरीबों से तहसील कार्यालय में जनरेटर में तेल डलवाने के नाम पर 30-30 रूपए की उगाही की गई। एसडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बुधवार को गांव तिगड़ी तथा लखुआना के गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले लोगों को महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत सौ-सौ गज के दिए गए प्लाटों की संबंधित पंचायतों ने तहसील कार्यालय में रजिस्टरी करवानी थी। इस कार्य के लिए 120 लोग पहुंचे हुए थे। बिजली का कट होने के कारण तहसील में रजिस्टरी संबंधी कार्य ठप्प पड़ा था। सौ-सौ गज के प्लाटों की रजिस्टरी का कार्य शुरू करने के लिए तहसील कार्यालय ने बीडीपीओ कार्यालय से जनरेटर की मांग की। बिना तेल के जनरेटर उपलब्ध हो गया।
गांव तिगड़ी निवासी गोरा, लखवीर ,हरबिलास, सुक्खा आदि ने बताया कि वे लोग दिहाड़ी मजदूरी करके पेट पालते हैं। आज उन्हें सौ-सौ गज के प्लाट की रजिस्ट्री देने के लिए तहसील कार्यालय में बुलाया गया था। यहां लाईट न होने के कारण जनरेटर में तेल डालने के लिए उनसे 30-30 रूपए की उगाही की गई।
खेत मजदूर यूनियन के अध्यक्ष कामरेड गणपत राम ने कहा कि जनरेटर में तेल डलवाने के नाम पर मजदूरों से 30-30 रूपए की उगाही करके प्रशासन मजदूरों का शोषण कर रहा है। उन्होंने बताया कि प्लाट लेने आए मजदूरों ने उनसे उगाही करने की जानकारी उसे दी है। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने तथा दोषियों को दंडित करने की मांग की है।
इस संदर्भ में गांव तिगड़ी के सरपंच गुलाब सिंह तथा लखुआना के सरपंच रामजी लाल ने बताया कि कुछ दिन पूर्व वे लोग प्लाट धारकों के साथ प्लाटों की रजिस्टरी करवाने के लिए तहसील में आए थे। लेकिन उस दिन कंप्यूटर खराब थे। जिसके चलते उन्हें उस दिन वापिस जाना पड़ा। जिसके कारण मजदूरों को मजदूरी की हानि हुई। बुधवार को लाईट न होने के कारण फिर से उनका नुक्सान होना था। उन्होंनें मजदूरों की भलाई के लिए बीडीपीओ ऑफिस के लेखाकर रामकिशन से बात की। उन्होंने कहा कि जनरेटर की व्यवस्था हो गई है। तेल की व्यवस्था वे कर दें। उनको तेल पर खर्च की गई राशि कार्यालय से मिल जाएगी।
खुफियां तंत्र से मिली जानकारी
इस संबंध में नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई ने बताया कि खुफिया तंत्र से उन्हें भी गरीबों से उगाही की जानकारी मिली है। अगर ऐसा हुआ है तो यह दुर्भाग्यापूर्ण है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि बीडीपीओ कार्यालय से जनरेटर की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था।
मैंने कुछ नहीं कहा
बीडीपीओ कार्यालय के लेखाकार रामकिशन ने बताया कि तहसील कार्यालय के आदेश पर उन्होंने जनरेटर उपलब्ध करवा दिया था। इसमें तेल सरपंचों ने डलवाना था। सरपंचों को तेल पर खर्च राशि का बीडीपीओ कार्यालय से कोई भुगतान नहीं किया जाएगा और न ही उन्होंने सरपंचों को तेल की राशि देने संबंधी कोई आश्वासन दिया है।
लिए हैं तो वापिस होंगे पैसे
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उनके समक्ष भी उगाही करने का मामला आया है। उन्होंने बीडीपीओ ऑफिस के लेखाकार रामकिशन को निर्देश दिए गए हैं कि अगर गरीबों से उगाही की गई है तो उन्हें वापिस लौटाकर इसकी रिपोर्ट उन्हें दें।

तस्करी करता गुरूद्वारा का सेवादार काबू

डबवाली (लहू की लौ) सदर डबवाली पुलिस ने चूरा पोस्त तस्करी में उपमण्डल में स्थित एक गुरूद्वारा के सेवादार तथा उसके साथी को काबू किया है। दोनों राजस्थान के हनुमानगढ़ से 14 किलोग्राम चूरा पोस्त लेकर हीरो होंडा स्पलेण्डर बाईक पर डबवाली की ओर आ रहे थे। आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
थाना सदर डबवाली के सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम मंगलवार शाम को गश्त पर थे। इसी दौरान उन्हें मुखबरी मिली कि बाईक सवार दो व्यक्ति संगरिया की ओर से डबवाली की ओर जा रहे हैं। उनके पास चूरा पोस्त है। मुखबर की सूचना पर सहायक उपनिरीक्षक ने अपनी टीम के साथ गांव अबूबशहर के पास नाका लगा लिया और वाहनों पर नजर बढ़ा दी। जांच अधिकारी सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम ने बताया कि इसी दौरान पुलिस टीम को संगरिया साईड से एक बाईक आता हुआ दिखाई दिया। उसे रूकने का इशारा किया गया। लेकिन पुलिस को देखकर चालक ने बाईक को वापिस मोडऩा चाहा। शक के आधार पर पुलिस ने बाईक सवारों की तालाशी ली। तलाशी के दौरान पुलिस को बाईक पर रखे प्लास्टिक बैग से चूरा पोस्त बरामद हुई। बाईक सवारों को चूरा पोस्त तथा बाईक सहित काबू कर लिया गया।
जांच अधिकारी के अनुसार आरोपियों के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान बूटा सिंह (21) पुत्र राजू  उर्फ हरबंस सिंह निवासी रामां तथा बलवीर सिंह (55) पुत्र गुरदित्ता सिंह निवासी तरखानवाला (पंजाब) हाल गांव फुल्लों के रूप में हुई है।
सहायक उपनिरीक्षक आत्मा राम के अनुसार बलवीर सिंह उपमण्डल के गांव फुल्लो में स्थित गुरूद्वारा में सेवादार है। जबकि बूटा सिंह दिहाड़ीदार मजदूर है। दोनों काफी समय से चूरा पोस्त तस्करी में संलिप्त है। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे राजस्थान से 800 रूपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से चूरा पोस्त लाते हैं और आगे उसे 1000  से 1200 रूपए प्रति किलोग्राम से बेचते हैं। पकड़ी गई 14 किलोग्राम चूरा पोस्त को उन्होंने हनुमानगढ़ रेलवे स्टेशन के पास एक अज्ञात व्यक्ति से खरीदा था।
बुधवार को पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों को उनसे बरामद हुए बाईक, चूरापोस्त के साथ उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

पानी में डूबने से बच्चे की मौत

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार गांव गंगा के एक परिवार के लिए अमंगल साबित हुआ। सुबह की खुशियां शाम ढलते-ढलते मातम में बदल गई। घर में गूंजती किलकारी सदा के लिए खामोश हो गई।
गांव गंगा का 22 वर्षीय जसविंद्र सिंह मंगलवार को अपने खेत में कार्यरत था। घर पर उसकी पत्नी मनप्रीत कौर तथा डेढ़ वर्षीय बेटा गुरविंद्र सिंह था। शाम करीब 5.30 बजे मनप्रीत कौर रसोई में काम में व्यस्त थी। इसी दौरान गुरविंद्र खेलता हुआ 3 फुट चौड़ी तथा 2 फुट गहरी डिग्गी (पशुओं की खेल) के पास आ गया। डिग्गी में करीब पौने दो फुट पानी था। यहां खेलते-खेलते वह डिग्गी में गिर गया। कुछ समय बाद मनप्रीत कौर रसोई से बाहर आई तो उसने गुरविंद्र की तालाश आरंभ की। बेटे की तालाश में वह कभी इधर तो कभी उधर दौड़ी। इसकी जानकारी उसने पड़ौसियों को भी दी। करीब डेढ़ घंटा तक ग्रामीण दौड़ धूप करते रहे। अचानक मनप्रीत का ध्यान डिग्गी की ओर गया। डेढ़ वर्षीय गुरविंद्र डिग्गी में डूबा हुआ था। पड़ौस में रहने वाले गुरमेल सिंह ने इसकी जानकारी जसविंद्र सिंह को दी। गुरविंद्र को शाम करीब 8 बजे इलाज के लिए तुरंत डबवाली के एक निजी अस्पताल में लाया गया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। जसविंद्र सिंह का यही एक बेटा था।
मामले के जांच अधिकारी गोरीवाला पुलिस चौकी के एएसआई गोपाल राम ने बताया कि मृतक गुरविंद्र के पिता जसविंद्र सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसके डेढ़ वर्षीय बेटे की मृत्यु पानी में डूबने से हुई है। जसविंद्र के ब्यान के आधार पर पुलिस ने इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का डबवाली के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

भुजिया टेस्टी न लगने पर सालों ने जीजा पर किया हमला

डबवाली (लहू की लौ) लालपरी के साथ रखा गया भुजिया पसंद न आने पर कुछ लोग अपने जीजा के गल पड़ गए। गाली-गलौज होने के बाद मामला झगड़े तक जा पहुंचा। इन लोगों ने अपने जीजा पर हमला कर दिया। बीच में आए पिता-पुत्र अपना सिर फुटवा बैठे। जिन्हें घायल अवस्था में सरकारी अस्पताल में लाया गया। झगड़ा मंगलवार रात करीब 9.30 बजे कबीर बस्ती में हुआ।
कबीर बस्ती में रह रहे लाला राम भाट (30) ने बताया कि पीपेरन हाल गांव शेरगढ़ में रह रहे उसके साले राज, कृष्ण, प्रताप तथा ठाकर मंगलवार को उसके यहां आए हुए थे। उनके लिए उसने शराब का बंदोबस्त किया हुआ था। शराब के साथ उसने भुजिया भी रख दिया। लेकिन उसके सालों को भुजिया पसंद नहीं आया। वे लोग उससे गाली-गलौज करने लगे। उसने भी गाली निकाल दी। तैश में आए उपरोक्त चारों ने उसे पकड़कर पीटना शुरू कर दिया। उसके पिता बल्लू राम (70) तथा भाई राजू (22) ने उसे उनसे छुड़वाने का प्रयास किया। लेकिन उनकी एक न चली। आरोपियों ने वहां पड़ा तेजधार हथियार उठा लिया उसे बचा रहे उसके पिता बल्लू राम के सिर पर दे मारा। उसके भाई से भी मारपीट की। उसने भागकर अपनी जान बचाई।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि पुलिस के पास एमएलआर आई है। घायलों के ब्यानों के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

एनएच पर पड़े रहे घायल, किसी ने नहीं उठाए

डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा-खुईयांमलकाना के बीच एक बाईक स्लिप करने से दो युवक घायल हो गए। वहां से गुजर रहे वाहनों ने घायलों को उठाने तक की जहमत नहीं उठाई। बाद में घायलों ने अपने किसी परिचित को फोन करके मौके पर बुलाया। परिचित ने  लोगों के सहयोग से दोनों को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
मेडिसन का स्टॉकिस्ट सिरसा निवासी राकेश (23) अपने कजन हर्ष उर्फ डिम्पल (25) निवासी सिरसा के साथ स्पलेण्डर प्लस बाईक पर डबवाली में मेडिसन के ऑर्डर लेने के लिए आ रहा था। बाईक को राकेश चला रहा था। गांव सांवतखेड़ा-खुईयांमलकाना के बीच सड़क पर पड़े एक पत्थर से टकराकर उनकी बाईक पलट गई। जिससे दोनों घायल हो गए। राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर घायल अवस्था में पड़े दोनों युवकों को उठाने का किसी ने प्रयास नहीं किया। घायल राकेश ने हिम्मत जुटाते हुए कालांवाली में आए मेडिसन का ऑर्डर लेने आए अपने एक परिचित जुगनू को दुर्घटना के बारे में सूचित किया। सूचना पाकर मौका पर पहुंचे जुगनू ने लोगों की मदद से घायलों को उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को सिरसा रैफर कर दिया।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि पुलिस के पास एमएलआर आई है। बाईक स्लिप होने की वजह से दोनों घायल हुए हैं।

सरकार से लड़ाई के मूड में होमगार्ड

डबवाली (लहू की लौ) होमगार्ड जवान अपने हक के लिए सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड़ में हैं। इसके लिए उन्होंने सरकार को चेतावनी भरे लिहजे से अपनी मांगों के समर्थन में एक संदेश भेजा है। जवानों ने बुधवार को हरियाणा के गृह राज्य मंत्री गोपाल काण्डा के नाम कांग्रेसी नेता जग्गा सिंह बराड़ को एक ज्ञापन सौंपा।
होमगार्ड जवान शाखा डबवाली के अध्यक्ष विनोद कुमार, महावीर सिंह, राजेश, डिम्पल, राजू, हरपाल, महेंद्र, सोहन लाल, मोती लाल, राम सिंह के नेतृत्व में इक्ट्ठे हुए और जग्गा सिंह बराड़ के निवास स्थान पर पहुंचे। यहां उन्होंने अपनी मांगों के समर्थन में गृह राज्य मंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। जवानों ने कहा कि वे लोग भारतीय खाद्य निगम और हरियाणा वेयर हाऊस के गोदामों में सिक्योरिटी हेतू मात्र 150 रूपयों में डियूटी करते हैं। जबकि आम आदमी की मजदूरी 300 रूपए से लेकर 350 रूपए तक है। कमरतोड़ महंगाई में दी जा रही मजदूरी से उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो गया है। इसके विपरीत पड़ौसी सूबे पंजाब में होमगार्ड जवानों को 300 रूपए प्रतिदिन गुजारा भत्ता दिया जाता है। लगातार डियूटी दी जाती है। जबकि हरियाणा में होमगार्ड जवानों को रोजगार देने के नाम पर साल भर में महज 89 दिन ही काम दिया जाता है।
जवानों ने ज्ञापन के जरिए गृह राज्यमंत्री से गुजारा भत्ता बढ़ाकर 350 रूपए, परेड़ का भत्ता बढ़ाकर 150 रूपए, हर माह की 1 तारीख को भत्ता देने, दूसरे राज्यों की भांति रेगुलर रोजगार दिए जाने की मांग की है। इन जवानों ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों की ओर सरकार कोई ध्यान नहीं देती है तो वे सरकार के विरूद्ध मोर्चा खोलने को बाध्य होंगे।
ज्ञापन के बाद कांग्रेस नेता जग्गा सिंह बराड़ ने होमगार्ड जवानों को ज्ञापन को गृह राज्य मंत्री तक पहुंचाकर उनकी समस्याएं हल करने का आश्वासन दिया।

कार्रवाई की मांग को लेकर डीसी से मिले सरपंच

डबवाली (लहू की लौ) बीडीपीओ डबवाली राम सिंह की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मसीतां स्टेडियम निर्माण घपले में फंसे बीडीपीओ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर डबवाली ब्लाक के बीस गांवों के सरपंच बुधवार को सिरसा में उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया तथा सांसद अशोक तंवर से मिले।
सरपंच एसोसिएशन ब्लाक डबवाली के अध्यक्ष शिवराज सिंह ने बताया कि सरपंचों ने उपायुक्त से शिकायत की कि बीडीपीओ डबवाली राम सिंह के खिलाफ दो विभागों के अधिकारियों की अलग-अलग जांच रिपोर्ट के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रशासन उसके खिलाफ पुलिस में केस दर्ज करवाकर उसे गिरफ्तार करे। उपायुक्त ने सरपंचों को बताया कि मामला उनके ध्यान में है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
सरपंचों ने सांसद अशोक तंवर से मुलाकात करके बीडीपीओ पर विकास कार्यों के लिए दी जाने वाली ग्रांट में तथाकथित कमीशन मांगने का आरोप लगाया। सांसद ने उन्हें इस मामले की जांच करवाने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर सरपंच सुरजीत सिंह देसूजोधा, हरबंस सिंह जोगेवाला, भरत सिंह बनवाला, राजा राम बिज्जूवाली, गुरदीप कौर रामपुरा बिश्नोईयां, देवीलाल चकजालू, इंदिरा देवी मुन्नांवाली, गोदीकां से सरपंच प्रतिनिधि गिरधारी लाल बिस्सू उपस्थित थे।

वन वीक में होगा फैसला

डबवाली (लहू की लौ) जिला बठिंडा के गांव नरसिंह कलोनी में डिस्पोजल के निर्माण के लिए प्रशासन अड़ा हुआ है। दूसरी ओर इसका विरोध कर रहे ग्रामीण अपनी जिद्द पर कायम है। बुधवार को दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। तीखी नोक-झोंक के बाद धरनाकारियों ने अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए प्रशासन से सात दिन का समय मांगा।
डिस्पोजल बनाने के लिए आज पंजाब वाटर सप्लाई एवं सेनीटेशन विभाग के एक्सीयन प्रमोद चंद, एसडीई सुखदर्शन सिंह, जेई गंगा राम गोयल, नायब तहसीलदार लखविंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस दल-बल के साथ पहुंचे। थाना लम्बी प्रभारी गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व में 150 के करीब सुरक्षाकर्मी अपने साजो-सामान के साथ मौका पर उपस्थित थे। इस मौके पर ग्रामीणों ने इन अधिकारियों का स्वागत काली झण्डिया दिखाकर किया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। माहौल तनावपूर्ण हो गया। पुलिस ने धरनाकारियों को चारों ओर से घेर लिया।
थाना लंबी प्रभारी गुरप्रीत सिंह ने धरनाकारी ग्रामीणों को समझाते-बुझाते हुए कहा कि सरकार उनकी भलाई के लिए 60 लाख रूपए की राशि खर्च करके यहां डिस्पोजल बना रही है। ये डिस्पोजल कवर्ड होगा। अगर उन्हें इससे कोई शिकायत है, तो वे निर्भय होकर बताएं। उन्होंने आश्वासन दिलाया कि संबंधित विभाग उन्हें लिखित रूप से यह लिखकर देगा कि इस डिस्पोजल से न तो बदबू आएगी और न ही मच्छर आदि उनके गांव में पनपेगा। लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। कुछ देर बाद किसान नेता चरणजीत सिंह, बलकरण सिंह, हीरा सिंह, कामरेड रमेश मंगला, सुरेंद्र कुमार पटवारी, सुरेंद्र पाल सिंह, मिट्ठू सिंह, रिछपाल सिंह, चानन सिंह, बलवंत सिंह, नाहर सिंह, मुख्तियार सिंह आदि ने विचार-विमर्श के बाद मौका पर उपस्थित नायब तहसीलदार को आश्वासन दिलाया कि उन्हें एक सप्ताह का समय इस समस्या के समाधान के लिए दिया जाए। एक सप्ताह के बाद वे इस स्थल पर न तो धरना देंगे और न ही इस संबंध में यहां एकत्रित होंगे।
नायब तहसीलदार लखविंद्र सिंह तथा थाना लंबी प्रभारी गुरप्रीत सिंह ने अपने अधिकारियों से विचार-विमर्श करने के बाद धरनाकारियों को सात दिन का समय देते हुए कहा कि अगर वे इस संबंध में कोई अन्य निर्णय नहीं करवा सके, तो इस स्थान पर डिस्पोजल बनना तय है। अगर फिर भी ग्रामीण कोई हरकत करते हैं, तो उनकी कोई सुनवाई नहीं होगी।

पानी दा टैंकर तीन सौ रूपए विच..

डबवाली (लहू की लौ) पानी दा टैंकर तीन सौ रूपए विच, लेना ए ता ले लो। जी हां! गांव सांवतखेड़ा में पीने के पानी पर बोली लग रही है। गांव के चौराहे पर कुछ लोग पानी के टैंकर लेकर आते हैं और फिर पानी की बोली लगाते हैं, जो 250 रूपए से शुरू होकर 350 तक पहुंच जाती है।
जनस्वास्थ्य विभाग के गांव मांगेआना में स्थित जलघर से मांगेआना और गांव सांवतखेड़ा को पेयजल की आपूर्ति होती है। लेकिन पिछले एक सप्ताह से यह आपूर्ति बंद पड़ी है। जिसके चलते गांव मांगेआना तथा गांव सांवतखेड़ा में पानी के लिए हाहाकार मची हुई है। लोग मोल लेकर पानी पीने को मजबूर हैं। गांव सांवतखेड़ा में तो हालत यहां तक है कि लोग पानी की बोली देकर खरीद रहे हैं।
गांव सांवतखेड़ा के सरपंच रणजीत सिंह ने बताया कि मांगेआना स्थित जलघर में बने दो वाटर स्टोरेज टैंकों का बैड खराब हो गया है। जिसके कारण स्टोरेज के लिए जो भी पानी टैंकों में डाला जाता है, वह धरती में बह जाता है। जिसके चलते उनके गांव को पानी नहीं मिल रहा। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि गांव में बोली पर पानी बिक रहा है। वाटर टैंक लेकर कुछ लोग गांव की चौपाल में आते हैं और बोली पर पानी बेच जाते हैं। जोकि 250 से लेकर 350 रूपए प्रति टैंक के हिसाब से बिक रहा है। सरपंच ने कहा कि हरिजन बस्ती में पानी की कमी को पूरा करने के लिए वह खर्चे पर टैंक मंगवाकर पेयजल की आपूर्ति करेगा।
गांव मांगेआना के सरपंच जगसीर सिंह ने बताया कि उनके गांव में भी वाटर स्टोरेज टैंक का बैड खराब हो जाने से पेयजल की दिक्कत आ रही है। लेकिन फिर भी गांव में तीसरे दिन कुछ सप्लाई हो जाने से राहत महसूस की जा रही है। लेकिन पानी की दिक्कत बनी हुई है।
जनस्वास्थ्य विभाग के कनिष्ठ अभियंता हरभजन सिंह ने बताया कि मनरेगा के तहत हाल ही में उक्त वाटर स्टोरेज टैंकों की सफाई करवाई गई थी। इस दौरान एक टैंक के बैड को नुक्सान पहुंचा था। इस टैंक के बैड के टूट जाने से पानी जमीन में जा रहा है। जबकि दूसरा स्टोरेज टैंक भी रिस रहा है। लेकिन उसकी गति कम है। टैंक की रिपेयर के लिए विभाग के पास बजट नहीं है। फिर भी पानी की कमी को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

....सासू मां इसकी इजाजत नहीं देती

डबवाली (लहू की लौ) भले ही 21वीं सदी विज्ञान का युग कहलाती है, लेकिन फिर भी भारतीय समाज से एक बच्चे के बाद दूसरे बच्चे की इच्छा भय के कारण या फिर लड़की बाद लड़के की इच्छा जनसंख्या वृद्धि का कारण बन रही है। यह बात परिवार नियोजन सेवा व सहायता काऊंटर पर सामने आई है।
बढ़ती आबादी पर नियंत्रण के लिए लोगों को प्रेरित करने हेतू प्रदेश भर में जनंसख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जा रहा है। पखवाड़े के तहत सरकारी अस्पतालों में परिवार नियोजन सेवा व सहायता काऊंटर खोले गए हैं। इन काऊंटरों पर आने वाले दम्पत्ति काऊंटर प्रभारी से कई प्रकार के क्रॉस प्रश्न करते हैं। डबवाली के सरकारी अस्पताल में चल रहे काऊंटर पर परिवार नियोजन के संबंध में जानकारी दे रही स्वास्थ्य कर्मी से एक दम्पत्ति ने सवाल किया कि उनके एक बच्चा है, हम आगे और बच्चा नहीं चाहते। इसके लिए हम क्या करें? स्वास्थ्य कर्मी ने उन्हें नलबंदी या नसबंदी की सलाह दी। लेकिन दम्पत्ति ने कहा कि सासू मां उन्हें इसकी इजाजत नहीं देती। वे कहती हैं कि एक बच्चा होने पर न जाने कब क्या घटित हो जाए, तो फिर आगे का वंश कैसे चलेगा। इस पर स्वास्थ्य कर्मी ने महिला को कॉपर टी लगवाने या माला डी का विकल्प सुझाया। लेकिन दम्पत्ति ने इसे भी बहाना बनाकर टाल दिया।
इधर कबीर बस्ती की एक दम्पत्ति ने स्वास्थ्य कर्मी ने कहा कि उसके एक बेटा और दो बेटियां हैं। उसने कहा कि दो बेटियां भी एक और लड़के की इच्छा के चलते ही हुई हैं। इसलिए वे चाहते हैं कि अब विराम लगे और उनका ऑप्रेशन हो। कबीर बस्ती निवासी पिंटू तथा वीणा के अनुसार अब उन्हें समझ में आया है कि लड़कों की इच्छा के चलते जनसंख्या वृद्धि नहीं होनी चाहिए। इस पर नियंत्रण जरूरी है।
दम्पत्ति का यही डर बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा दिए जा रहे हम एक-हमारा एक के नारे पर भारी दिख रहा है। हम एक-हमारा एक को स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को समाज के भीतर फैली उपरोक्त विचाराधारा का तोड़ निकालना होगा। फिलहाल जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान स्वास्थ्य कर्मी इस डर से जूझते दिख रहे हैं।
अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ एमके भादू ने बताया कि परिवार नियोजन सेवा व सहायता काऊंटर से दम्पत्ति लाभ उठा रहे हैं। काऊंटर प्रभारी राज वर्मा दम्पत्ति का उचित मार्गदर्शन कर रही हैं। काऊंटर पर परामर्श के लिए आ रहे दम्पत्ति में एक संतान के प्रति अजीबोगरीब डर देखा जा रहा है। दम्पत्ति से विचार-विमर्श करने के बाद साफ जाहिर है कि इसी डर की वजह से वे दूसरा बच्चा पैदा करने की चाह रखते हैं। स्वास्थ्य कर्मी दम्पत्ति के डर को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं।

50 हजार के लालच में रिक्शा चालक ने तीन हजार गंवाए

डबवाली (लहू की लौ) यहां की एक ट्रांस्पोर्ट में कार्यरत रिक्शा चालक 50 हजार रूपए पाने के लालच में आकर अपने तीन हजार रूपये तथा मोबाइल खो बैठा।
जीटी रोड़ पर स्थित एक ट्रांस्पोर्ट में कार्यरत रिक्शा चालक शंकर (25) को मंगलवार को तीन हजार रूपए वेतन के रूप में प्राप्त हुए थे। वह इस राशि को जमा करवाने के लिए भारतीय स्टेट बैंक में चला गया। वहां पर उसे दो लड़के मिले। जिन्होंने स्वयं को अमृतसर का बताते हुए कहा कि उनके पास एक लाख रूपए है। वे इस राशि को इक्ट्ठा जमा नहीं करवा सकते। अगर वे इसमें उनकी मदद करे तो वे उसके शुक्रगुजार होंगे। इसी दौरान इन युवकों से उससे कहा कि वह तीन हजार रूपए की राशि जमा करवाने के लिए बैंक में आया है। एक युवक ने शंकर को लालच देते हुए कहा कि उसकी तीन हजार रूपए की राशि उसके साथी को जमा करवाने के लिए दे देते हैं और वे दोनों एक लाख रूपए की राशि को आपस में बांट लेंगे। शंकर युवक के लालच में आ गया और तीन हजार रूपए की राशि उसने दे दी।
तीनों शंकर की रिक्शा में एक गेस्ट हाऊस पर आए और वहां चाय पीने के बहाने बैठ गए। इसी दौरान उन्होंने एक युवक को राशि जमा करवाने के लिए भेज दिया और दूसरे युवक ने रूमाल में लिपटी हुई एक लाख रूपए की राशि शंकर को यह कहकर थमा दी कि वह भी अभी थोड़ी देर में आया। वह जाता हुआ शंकर का मोबाइल भी ले गया। लेकिन बाद में नहीं लौटा। इधर रूमाल में लिपटी राशि जब शंकर ने खोली तो वह यह देखकर हैरान रह गया कि उसमें केवल कागज ही थे, नोट एक भी नहीं।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि उनके पास शिकायत नहीं आई है। शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।

12 जुलाई 2011

'लाशों पर बना दो डिस्पोजलÓ

आबादी में डिस्पोजल के विरोध में उतरे नरसिंह कलोनी वासी, टीम बैरंग लौटाई
डबवाली (लहू की लौ) मालवा बाईपास पर जिला बठिंडा के गांव नरसिंह कलोनी में डिस्पोजल का निर्माण करने आए पंजाब सरकार के वाटर सप्लाई एवं सेनीटेशन विभाग के अधिकारियों को ग्रामीणों ने खदेड़ दिया।
 जिला श्री मुक्तसर साहिब की मण्डी किलियांवाली तथा जिला बठिंडा के गांव नरसिंह कलोनी के गंदे पानी की निकासी के लिए पिछले दो सालों से डिस्पोजल बनाने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है। लेकिन इस डिस्पोजल का क्षेत्र आबादी में आ जाने पर ग्रामीण इस स्थान पर डिस्पोजल बनाए जाने के खिलाफ हैं। ग्रामीणों के अनुसार डिस्पोजल आबादी से दूर बनाए जाने पर उन्हें कोई एतराज नहीं है।
डिस्पोजल बनाने के लिए सोमवार को नायब तहसीलदार लम्बी लखविंद्र सिंह, वाटर सप्लाई एण्ड सेनीटेशन विभाग के एसडीई सुखदर्शन सिंह, जेई गंगा राम गोयल गिदड़बाहा तथा ठेकेदार फर्म हरदेव सिंह एण्ड कंपनी गोनियाना के पार्टनर रमन सिंह मौका पर पहुंचे। इसकी भनक पाकर ग्रामीण आनन-फानन में वहां जमा हो गए। उन्होंने डिस्पोजल बनाए जाने का विरोध शुरू कर दिया। नायब तहसीलदार लखविंद्र सिंह ने लोगों को समझा-बुझाकर मन बदलने की पुरजोर की। लेकिन ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में कहा कि डिस्पोजल उनकी लाशों पर ही बन पाएगा। वे किसी भी सूरत में डिस्पोजल नहीं बनने देंगे। ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए सरकार की उपरोक्त टीम बैरंग लौट गई।
मौका पर उपस्थित पंजाब खेत मजदूर यूनियन जिला श्री मुक्तसर साहिब के अध्यक्ष नानक चन्द सिंघेवाला, पंजाब किसान सभा के जिलाध्यक्ष चरणजीत सिंह बनवाला, गांव नरसिंह कलोनी निवासी सुरेंद्र कुमार, बलवंत सिंह, रिछपाल, मिट्ठू, मुख्तियार सिंह, चानन सिंह, जंगीर कौर, वीरपाल कौर, बलवीर कौर, किरणा, हरजीत कौर, अमृतपाल कौर, तविंद्र कौर, सुदेश कुमारी, माया देवी ने बताया कि डिस्पोजल आबादी में आता है। आबादी में डिस्पोजल को बनाए जाने से गंदे पानी की बदबू के चलते वहां उन्हें रहना मुश्किल हो जाएगा। इसके अतिरिक्त गंदे पानी के कारण बीमारियां भी फैलेंगी। उनकी मांग है कि डिस्पोजल को आबादी से बाहर बनाया जाए। लेकिन सरकार और प्रशासन जिद्द पकड़कर आबादी में ही डिस्पोजल बनाने पर अड़े हुए हैं। हालांकि रात को भी प्रशासनिक अधिकारियों ने डिस्पोजल बनाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण महिलाओं के रोष को देखकर अधिकारियों को वहां से भागना पड़ा।
नायब तहसीलदार लखविंद्र सिंह ने बताया कि डिस्पोजल के लिए उन्होंने लोगों का रोष देखा है। वे लोगों की आवाज को अपने उच्च अधिकारियों तक पहुंचा देंगे।
ठेकेदार फर्म हरदेव सिंह एण्ड कंपनी गोनियाना के पार्टनर रमन सिंह ने बताया कि दो माह पूर्व ही उन्हें डिस्पोजल का ठेका अलॉट हुआ है। विभाग जब भी उन्हें जमीन उपलब्ध करवा देगा, वे काम शुरू कर देंगे। लेकिन लोगों के विरोध के चलते उन्हें डिस्पोजल का काम करने में मुश्किल आ रही है।

दबंगों के डर से दलित परिवार ने छोड़ा शहर

डबवाली (लहू की लौ) पड़ौस में रहने वाले दबंग युवकों से तंग आया वार्ड नं. 13 का एक दलित परिवार हरियाणा से पलायन करके पंजाब में चला गया है। इस परिवार का आरोप है कि शिकायत के बावजूद पुलिस ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। इधर राज्य से परिवार के पलायन की खबर मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक युवक को हिरासत में ले लिया।
वाल्मीकि मोहल्ले में रह रहे 58 वर्षीय रामदेव के घर पर पड़ौस में रहने वाले कुछ दबंग युवकों ने 29 जून 2011 को हमला कर दिया था। जिससे उसके बेटे अजय तथा पुत्रवधू सरोज पत्नी बिट्टू के चोटें आई थी। पीडि़त परिवार इस मामले को पुलिस में ले गया। लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। 58 वर्षीय रामदेव के अनुसार वह पिछले 28 सालों से अपनी पत्नी राज रानी के साथ यहां रह रहा है। यहीं अपने दो बेटों बिट्टू, अजय तथा बेटी रचना की परवरिश की। बेटों की शादियां की। लेकिन उसके पड़ौस में रहने वाले कुछ दबंग युवक उसके घर पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। बीती 24 जून को उसके छोटे बेटे अजय की शादी में उन्होंने रूकावट डालने का प्रयास किया। 29 जून को उसके घर पर हमला करके अजय तथा गर्भवती पुत्रवधू सरोज के चोटें मारी। सरोज बठिंडा के एक निजी अस्पताल में उपचाराधीन है। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में भी की। लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। रामदेव के अनुसार पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने के कारण दबंगों के हौसला इतना बढ़ गया कि वे लोग उन पर कार्रवाई न होने देने की फब्तियां कसने लगे हैं। पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने तथा दबंगों के हौसले को देखते हुए वे पंजाब में किराए के मकान में शिफ्ट हो गए हैं।
सिटी थाना प्रभारी महा सिंह ने बताया कि उपरोक्त शिकायत के आधार पर पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है। इस मामले में सोमवार को पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। जिससे पूछताछ की जा रही है।

बलेरो सवारों ने ट्रक के शीशे तोड़े, लूट का प्रयास

डबवाली (लहू की लौ) गांव जगमालवाली के पास साईकलों के भरे एक ट्रक को बलेरो सवार लोगों ने लूटने का प्रयास किया।  इस दौरान ट्रक पर बरसायी गई ईंटों से ट्रक का परिचालक घायल हो गया।
ट्रक चालक जगसीर सिंह (26) पुत्र तेजा सिंह निवासी डोड ने बताया कि वह पंजाब के लुधियाना से शनिवार शाम को साईकिल भर कर अहमदाबाद के लिए रवाना हुआ था। लेकिन रविवार को अपने गांव डोड से रात्रि 9.30 बजे रवाना होने से पूर्व ट्रक परिचालक कुलविन्द्र सिंह पुत्र जरनैल सिंह निवासी सेमां को साथ लिया। वह लोग तलबंडी साबो होकर बाया कालांवाली से डबवाली की ओर आ रहे थे। उनका ट्रक जैसे ही कालांवाली क्रॉस करके जगमालवाली के पास पहुंचा तो उसने देखा कि एक बलेरो गाड़ी उनका पीछा कर रही है, इतनी देर में ही तेजगति से उनके ट्रक को क्रॉस करके बलेरो गाड़ी आगे आकर खड़ी हो गई। लेकिन उन्होंने ट्रक को नहीं रोका। थोड़ी ही दूरी पर इन लोगों ने पम्प के निकट उन पर पथराव शुरू कर दिया। जिससे ट्रक का शीश टूट कर परिचालक के पेट में जा लगा। इसके बावजूद भी वह अपने ट्रक को बचाता हुआ गांव डबवाली के नाका तक ले आया और वहां तैनात पुलिस को घटना की जानकारी दी।
थाना कालांवाली के प्रभारी विक्रम नेहरा ने बताया कि घटना की सूचना उन्हें मिली है और अभी तक ट्रक चालक और परिचालक के ब्यान होने हैं। इसके बाद ही कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। लेकिन फिर भी अपने स्तर पर इस मामले की पुलिस जांच कर रही है।