14 जुलाई 2011

सौ-सौ गज प्लाट की रजिस्टरी के लिए गरीबों से उगाही

डबवाली (लहू की लौ) सिर छुपाने के लिए सरकार द्वारा देय सौ-सौ गज के प्लाटों की रजिस्टरी करवाने के लिए गांवों से आए गरीबों से तहसील कार्यालय में जनरेटर में तेल डलवाने के नाम पर 30-30 रूपए की उगाही की गई। एसडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
बुधवार को गांव तिगड़ी तथा लखुआना के गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले लोगों को महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना के तहत सौ-सौ गज के दिए गए प्लाटों की संबंधित पंचायतों ने तहसील कार्यालय में रजिस्टरी करवानी थी। इस कार्य के लिए 120 लोग पहुंचे हुए थे। बिजली का कट होने के कारण तहसील में रजिस्टरी संबंधी कार्य ठप्प पड़ा था। सौ-सौ गज के प्लाटों की रजिस्टरी का कार्य शुरू करने के लिए तहसील कार्यालय ने बीडीपीओ कार्यालय से जनरेटर की मांग की। बिना तेल के जनरेटर उपलब्ध हो गया।
गांव तिगड़ी निवासी गोरा, लखवीर ,हरबिलास, सुक्खा आदि ने बताया कि वे लोग दिहाड़ी मजदूरी करके पेट पालते हैं। आज उन्हें सौ-सौ गज के प्लाट की रजिस्ट्री देने के लिए तहसील कार्यालय में बुलाया गया था। यहां लाईट न होने के कारण जनरेटर में तेल डालने के लिए उनसे 30-30 रूपए की उगाही की गई।
खेत मजदूर यूनियन के अध्यक्ष कामरेड गणपत राम ने कहा कि जनरेटर में तेल डलवाने के नाम पर मजदूरों से 30-30 रूपए की उगाही करके प्रशासन मजदूरों का शोषण कर रहा है। उन्होंने बताया कि प्लाट लेने आए मजदूरों ने उनसे उगाही करने की जानकारी उसे दी है। उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाए जाने तथा दोषियों को दंडित करने की मांग की है।
इस संदर्भ में गांव तिगड़ी के सरपंच गुलाब सिंह तथा लखुआना के सरपंच रामजी लाल ने बताया कि कुछ दिन पूर्व वे लोग प्लाट धारकों के साथ प्लाटों की रजिस्टरी करवाने के लिए तहसील में आए थे। लेकिन उस दिन कंप्यूटर खराब थे। जिसके चलते उन्हें उस दिन वापिस जाना पड़ा। जिसके कारण मजदूरों को मजदूरी की हानि हुई। बुधवार को लाईट न होने के कारण फिर से उनका नुक्सान होना था। उन्होंनें मजदूरों की भलाई के लिए बीडीपीओ ऑफिस के लेखाकर रामकिशन से बात की। उन्होंने कहा कि जनरेटर की व्यवस्था हो गई है। तेल की व्यवस्था वे कर दें। उनको तेल पर खर्च की गई राशि कार्यालय से मिल जाएगी।
खुफियां तंत्र से मिली जानकारी
इस संबंध में नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई ने बताया कि खुफिया तंत्र से उन्हें भी गरीबों से उगाही की जानकारी मिली है। अगर ऐसा हुआ है तो यह दुर्भाग्यापूर्ण है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि बीडीपीओ कार्यालय से जनरेटर की व्यवस्था करने के लिए कहा गया था।
मैंने कुछ नहीं कहा
बीडीपीओ कार्यालय के लेखाकार रामकिशन ने बताया कि तहसील कार्यालय के आदेश पर उन्होंने जनरेटर उपलब्ध करवा दिया था। इसमें तेल सरपंचों ने डलवाना था। सरपंचों को तेल पर खर्च राशि का बीडीपीओ कार्यालय से कोई भुगतान नहीं किया जाएगा और न ही उन्होंने सरपंचों को तेल की राशि देने संबंधी कोई आश्वासन दिया है।
लिए हैं तो वापिस होंगे पैसे
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उनके समक्ष भी उगाही करने का मामला आया है। उन्होंने बीडीपीओ ऑफिस के लेखाकार रामकिशन को निर्देश दिए गए हैं कि अगर गरीबों से उगाही की गई है तो उन्हें वापिस लौटाकर इसकी रिपोर्ट उन्हें दें।

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