22 जुलाई 2011

प्यार के लिए आशिक ने भरी माशूका की मांग


अपनी शादी रखे जाने से खफा युवती प्रेमी संग भागी, नहर में कूदने की थी तैयारी
डबवाली (लहू की लौ) शादी रखे जाने से खफा एक युवती अपने आशिक के संग घर से फरार हो गई। युवती के भाईयों को बात का पता लगने पर उन्होंने आशिक का सिर फोड़ दिया। खफा आशिक ने अपनी मशूका के साथ नशे की गोलियां निगल लीं। प्यार को परवान न चढ़ता देख मरने के लिए गांव मौजगढ़ के पास बहती भाखड़ा नहर के लिए चल पड़े। दोनों गुरूवार सुबह 5.30 बजे गांव मौजगढ़ के खेत में बेहोश मिले। जिन्हें उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गांव मौजगढ़ निवासी लक्ष्मण सिंह गुरूवार सुबह करीब 5.30 बजे अपने खेत में पानी लगाकर वापिस गांव जा रहा था। अचानक उसकी नजर किसान जगरूप सिंह के खेत में पड़े युवक-युवती पर पड़ी। दोनों बेहोश थे। उन्होंने इसकी सूचना तत्काल खेत मालिक जगरूप सिंह तथा गांव के सरपंच ओमप्रकाश को दी। सरपंच की सूचना पर मौका पर आई सरकारी अस्पताल की एम्बुलैंस ने बेहोश युवक-युवती को उपचार के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। यहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को खतरे से बाहर घोषित कर दिया। इधर इसकी सूचना पाकर सिटी थाना के एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम मौके पर पहुंचे। पुलिस के समक्ष युवती ने अपनी पहचान महाशा बिरादरी से संबंधित छिन्द्र कौर उर्फ काली, युवक ने मजहबी सिक्ख बिरादरी से संबंधित गुरमीत उर्फ वीर सिंह निवासी मसीतां के रूप में करवाई। अस्पताल के इमरजेंसी रूम में होने के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़े रखा।
19 साल का गुरमीत सिंह उर्फ वीरा सिंह दिहाड़ीदार मजदूर है। जबकि 18 साल की छिन्द्र कौर घर पर कार्य करती है। करीब दो साल पहले नरमा की चुगाई करते समय दोनों में प्रेम हो गया। मोबाइल पर आपसी बातचीत में यह प्रेम और गहरा होता गया। कुछ समय पूर्व युवती की मंगनी सिरसा के एक युवक से कर दी गई। इस बात से खफा दोनों ने घर से भागकर शादी रचाने का मन बनाया।
बुधवार रात करीब 12 बजे युवती अपने घर से बाहर आ गई। वह गांव के छप्पर के पास सिंदूर, कोल्ड ड्रिंक तथा अन्य सामान के साथ उसका इंतजार कर रहे वीरा के पास पहुंच गई। लेकिन युवती के भाई को उसके घर से बाहर जाने का पता चल गया। वह अपने ताऊ के लड़के को साथ लेकर अपनी बहन के पीछे-पीछे आ गया। उसने अपनी बहन को वीरा के साथ बैठा देखा। युवती के अनुसार गुस्से में आए उसके भाई कुलदीप तथा ताऊ के लड़के मंगा ने डंडों से वीरा पर हमला बोल दिया। वह वहां से भागकर कुछ दूर जा छुपी। वीरा के शोर मचाने पर उसके भाई वहां से भाग गए। युवती के अनुसार खुले आसमान के नीचे घायल वीरा ने उसकी मांग सिंदूर से भर दी। लेकिन उनकी शादी को सामाजिक मान्यता न मिलने के कारण वे लोग गांव मौजगढ़ के पास बहने वाली भाखड़ा नहर में कूदने के लिए बढ़ गए।
यूं निकले गांव से
वीरा के अनुसार गांव में चौकीदार होने के डर से उसने अपनी शर्ट उतारकर काली को पहना दी और उसे गांव से बाहर ले आया। उसके तथा काली के पास नशे की गोलियां थी, जो उन दोनों ने खा ली और भाखड़ा की ओर कदम बढ़ा दिए। लेकिन भाखड़ा से कुछ ही दूरी पर स्थित गांव मौजगढ़ के एक खेत में बेहोश होकर गिर पड़े। वीरा ने बताया कि इससे पूर्व उसने सिंदूर से काली की मांग भर दी थी।
अस्पताल के चिकित्सक डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि लड़का-लड़की ने नशीली गोलियों का सेवन किया हुआ है। दोनों खतरे से बाहर हैं।
सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि उपरोक्त घटना की जानकारी उन्हें मिली थी। सूचना मिलने पर एएसआई रामसरूप तथा एएसआई साधु राम सरकारी अस्पताल में पहुंचे थे। युवक-युवती के ब्यानों के बाद अगली कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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