डबवाली (लहू की लौ) राज्य सरकार द्वारा जिला के ग्रामीण क्षेत्र के लिए चलाई जाने वाली सभी योजनाओं की शुरुआत प्रदेश भर में संपूर्ण स्वच्छता अभियान में प्रथम रहे गांव कालुआना से की जाएगी।
यह बात सिरसा के उपायुक्त युद्धवीर सिंह ख्यालिया ने शनिवार को गांव कालुआना में ग्रामोथान दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में बोलते हुए कही। उन्होंने आज इस समारोह में कालुआना गांव को हरियाणा भर में और जिला भर में प्रथम आने पर 25 लाख रुपए की राशि का चैक ग्राम पंचायत को प्रदान किया। इसके साथ-साथ संपूर्ण स्वच्छता अभियान में निर्मल ग्राम पुरस्कार योजना के तहत खण्ड स्तर पर प्रथम रहने वाले सात गांव की पंचायतों को भी दो-दो लाख रुपए की राशि के चैक प्रदान किए। खंड स्तर पर प्रथम रहने वाले औढ़ा खंड में रोहिड़ावाली गांव को, रानियां खंड में फिरोजाबाद को, नाथूसरी चौपटा में जसानियां को, ऐलनाबाद बाद में धोलपालिया को, सिरसा खंड में हांड़ी खेड़ा को, बड़ागुढा में शेखुपुरिया को तथा डबवाली खंड में चौटाला गांव को चुना गया है।
उन्होंने कहा कि गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में छात्रों के लिए सभी सुविधाओं से सुसज्जित एक बड़े हॉल का निर्माण करवाया जाएगा जिसमें साईंस म्यूजियम भी स्थापित होगा। इस म्यूजियम में विज्ञान से जुड़े नवीनतम उपकरण रखे जाएंगे जो साईंस पढऩे वाले बच्चों के लिए प्रयोगशाला का भी काम देंगे।
उपायुक्त ने कहा कि गांव के सभी राजकीय वरिष्ठ प्राथमिक विद्यालय व प्राईमरी स्कूलों में आवश्यकता अनुरुप कमरों का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रुप से सशक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न योजनाएं शुरु की जाएंगी। इसके साथ-साथ गांव के सभी सरकारी स्कूलों में आवश्यकता अनुसार लड़कियों/लड़कों के लिए ओर अधिक शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांव में चल रहे सभी आंगनवाड़ी केंद्रों के लिए भवनों का निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने ग्रामवासियों को आश्वस्त किया कि गांव में खेती योग्य भूमि को सिंचाई की व्यवस्था से वंचित नहीं रहने दिया जाएगा। इसके लिए गांव की जमीन में पाईप लाईन बिछाई जाएगी। इसके साथ-साथ गांव के युवाओं/युवतियों के लिए स्टेडियम निर्माण के साथ-साथ दो जिमों का निर्माण भी किया जाएगा। एक जिम पुरुषों के लिए और एक महिलाओं के लिए होगा। पूरे गांव में सोलर सिस्टम स्थापित किया जाएगा। इसके साथ-साथ साक्षर महिला समूह के लिए फर्नीचर आदि की समुचित व्यवस्था होगी जिसमें बड़ी मेज के साथ-साथ 40 कुर्सियां उपलब्ध करवाई जाएंगी ताकि गांव की साक्षर महिलाएं एक जगह बैठकर गांव के विकास से संबंधित बिंदुओं पर चर्चा कर सके। उन्होंने कहा कि गांव में इन सारी योजनाओं का क्रियान्वयन इंटरग्रेटिड वाटर शैड मैनेजमेंट योजना और पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत किया जाएगा।
उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगले सप्ताह में सभी विकास कार्यों के लिए ग्रांट रिलीज कर दी जाए। उन्होंने गांव के सरपंच जगदेव सहारण से अपील की कि वे इन सभी कार्यों का अस्टीमेट तैयार करवाकर आगामी तीन दिन के अंदर-अंदर जिला प्रशासन को दे ताकि सभी विकास कार्यों पर शीघ्र कार्य शुरु किया जा सके। उन्होंने आश्वासन दिया कि उपरोक्त सभी योजनाओं पर आगामी 31 मार्च से पहले कार्य शुरु कर दिया जाएगा। इससे पूर्व जिला उपायुक्त ने पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि योजना के तहत खरीदी गई बस को ग्राम पंचायत को दिया और बस को हरी झंडी देकर रवाना भी किया। इस मौके पर उपायुक्त ने रक्तदाता समिति, ग्राम शिक्षा समिति के सदस्यों, स्कूली अध्यापकों, गौशाला समिति के सदस्यों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, हैल्परों, राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना के सभी सदस्यों और सभी स्कूली बच्चों को सम्मानित किया। उपायुक्त ने समारोह में फंडामैंटल इंग्लिश अन इजी वे नामक किताब का विमोचन किया। यह किताब प्रो. शुभम तंवर द्वारा लिखी गई है। उन्होंने इस किताब को बच्चों के लिए अंग्रेजी भाषा सीखने में सहायक बताया। इस मौके पर उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल, जिला के अतिरिक्त उपायुक्त डा. जे.गणेशन उपस्थित थे।
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22 फ़रवरी 2010
20 फ़रवरी 2010
जिला मुख्यालयों पर खुलेंगे प्रशिक्षण इंस्टीच्यूट-बादल
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब सरकार जल्दी ही ब्लाक स्तर पर अति आधुनिक प्रतिभा विकास केन्द्र खोलकर बेरोजगारों और कम पढ़े-लिखे युवकों को लाभदायक रोजगार प्राप्त करने के लिए शिक्षित करेगी। वे शुक्रवार को गांव माहूआना में करीब 18 करोड़ रूपये की लागत से तैयार हुए स्टेट इंस्टीच्यूट ऑफ ऑटोमोटिव और ड्राईविंग स्किल के उद्घाटन के बाद उपस्थित जन समूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालयों पर प्राईवेट सुरक्षा प्रशिक्षण इंस्टीच्यूट स्थापित करने की घोषणा भी की और कहा कि ये इंस्टीच्यूट होशियारपुर के जहान खेलों में सिक्योरिटी ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट की तर्ज पर खोल जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने मानव संस्थानों को विकसित करने से पूरी तरह से लापरवाही की हुई है। जब इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी और गरीबी का आपसी सम्बन्ध है और इससे प्रभावी ढंग से निपटने के लिए केन्द्र को राज्य सरकार से सलाह मश्विरे द्वारा बहु पक्षीय रणनीति तैयार करनी चाहिए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने गांव माहूआना के मैरिट में आये पांच बच्चों को इस संस्था में मुफ्त प्रशिक्षण देने की घोषणा की।
पंजाब ने देश को दिखाई ऊर्जा उत्पादन की नई राह
डबवाली (लहू की लौ) गांव चन्नू में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कृषि कचरे से बिजली पैदा करने वाले14.5 मेगावाट बिजलीघर को देश को समर्पित किया। जिस पर 80 करोड़ रूपये की लागत आई है। यह प्लांट 400 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाले 29 बायोमास प्लांटों में तीसरा प्लांट है।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पंजाब ने नवीन ऊर्जा के क्षेत्र में प्राप्त की जा रही उपलब्धियों से उत्साहित होकर उनके मंत्रालय ने पंजाब के लिए 21 और ऐसे बिजलीघरों की स्वीकृति देने के साथ-साथ सौर ऊर्जा और छोटी पन तथा हवाई ऊर्जा प्रोजैक्टों को भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय एक योजना के तहत पंजाब के किसानों को सौर और हवा ऊर्जा वाले टयूब्बैल मुहैया करवाने जा रहा है। जिसके लिए किसानों को मामूली लागत देनी होगी। उनके अनुसार यदि यह योजना सफल रही तो इससे सरकार द्वारा राज्य के किसानों को दी जा रही 3500 करोड़ रूपये की सबसिडी बचाई जा सकेगी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आगामी 18 महीनों में पंजाब भर में 29 ऐसे बिजलीघर ऊर्जा उत्पादन करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्लांट अपने 30 किलोमीटर के घेरे में आने वाले किसानों से प्रतिवर्ष 30-40 करोड़ रूपये कीमत की कृषि कचरा खरीदेगा। उन्होंने कहा कि इन ऊर्जा घरों से चलने वाले कृषि उद्योग को 900 करोड़ रूपये का लाभ होगा।
डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि पंजाब ने नवीन ऊर्जा के क्षेत्र में प्राप्त की जा रही उपलब्धियों से उत्साहित होकर उनके मंत्रालय ने पंजाब के लिए 21 और ऐसे बिजलीघरों की स्वीकृति देने के साथ-साथ सौर ऊर्जा और छोटी पन तथा हवाई ऊर्जा प्रोजैक्टों को भी स्वीकृति दे दी है। उन्होंने कहा कि उनका मंत्रालय एक योजना के तहत पंजाब के किसानों को सौर और हवा ऊर्जा वाले टयूब्बैल मुहैया करवाने जा रहा है। जिसके लिए किसानों को मामूली लागत देनी होगी। उनके अनुसार यदि यह योजना सफल रही तो इससे सरकार द्वारा राज्य के किसानों को दी जा रही 3500 करोड़ रूपये की सबसिडी बचाई जा सकेगी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि आगामी 18 महीनों में पंजाब भर में 29 ऐसे बिजलीघर ऊर्जा उत्पादन करना शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का प्लांट अपने 30 किलोमीटर के घेरे में आने वाले किसानों से प्रतिवर्ष 30-40 करोड़ रूपये कीमत की कृषि कचरा खरीदेगा। उन्होंने कहा कि इन ऊर्जा घरों से चलने वाले कृषि उद्योग को 900 करोड़ रूपये का लाभ होगा।
19 फ़रवरी 2010
विदाई पार्टी में हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) बाल मन्दिर सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, किलियांवाली में बुधवार को विदाई पार्टी के दौरान जमकर हंगामा हुआ। विद्यालय के प्रिंसीपल ने जब हंगामा कर रहे विद्यार्थियों को रोकने का प्रयास किया तो विद्यार्थी उनसे भी उलझ गये।
प्राप्त जानकारी अनुसार विद्यालय में आज 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा 12वीं के विद्यार्थियों को विदाई पार्टी दी जानी थी। इसी के अन्तर्गत विद्यार्थियों ने गाने-बजाने का प्रोग्राम रखा था। इसी दौरान कुछ विद्यार्थी अतिउत्साहित हो उठे। शोर होने के कारण विद्यालय की अन्य कक्षाएं प्रभावित होने लगी। जिस पर विद्यालय के प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण ने विदाई पार्टी में शामिल विद्यार्थियों को शोर न करने की सलाह दी। इस पर विद्यार्थी तैश में आ गये और प्रिंसीपल को नियंत्रण स्थापित करने के लिए इन विद्यार्थियों को स्कूल से बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
कक्षा 11वीं के छात्र रजत, गौरव, परमजीत, मनीष, कर्ण, अमित, मनप्रीत, अभिमन्यु, साहिल आदि ने बताया कि उन्होंने प्रिंसीपल की अनुमति से प्रति छात्र लगभग 300 रूपये इक्ट्ठे किये थे, ताकि 12वीं के छात्रों को वे अच्छी विदाई पार्टी और गिफ्ट दे सकें। उनके अनुसार उनके पास करीब 45 हजार रूपये एकत्रित हुआ था। उन्होंने प्रिंसीपल से गाने-बजाने की भी अनुमति ले ली थी। आज 12वीं के विद्यार्थियों को वे विदाई पार्टी दे रहे थे और डीजे पर नाच-गा रहे थे। कुछ समय बाद प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि वे ये शोर शराबा बन्द कर दें और अपने घरों में चले जायें।
इधर 12वीं कक्षा के छात्र मनरीत, तरूण, कर्ण, अमित, ईशान, हिमांशु, लोकेश, निखिल, करण गोयल, अमन, अक्षय, विनय आदि ने कहा कि विदाई पार्टी के दौरान गाना-बजाना चल रहा था कि अचानक प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि अन्य कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं। इसलिए अब वे नाच-गाना बन्द कर दें। उन्होंने कहा कि जब भी विदाई पार्टी होती है तो हमेशा स्कूल में अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी रहती है, इस बार अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी न होने से उपरोक्त मामला खड़ा हुआ। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि 11वीं के विद्यार्थियों ने जो उन्हें उपहार दिये थे, उन्हें प्रिंसीपल ने छीनकर उनके मुंह पर मारे और धक्के देकर स्कूल से निकाल दिया।
इस संदर्भ में प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए सुबह हवन यज्ञ का आयोजन किया गया था और विद्यार्थियों के उत्साह को देखते हुए उन्हें दो घण्टे के लिए पार्टी करने की अनुमति भी दे दी गई थी। उनके अनुसार बच्चों ने दोपहर का प्रीति भोज कर लिया था और इसके बाद कुछ विद्यार्थी नाच रही लड़कियों में जा मिले। जिस पर उन्होंने एतराज किया। इससे छात्र उत्तेजित हो उठे। जिस पर उन्हें नियंत्रण करने के लिए निर्धारित समय से अधिक समय तक चल रही पार्टी पर रोक लगा दी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने किसी भी बच्चे के मुंह पर दिये गये गिफ्ट छीनकर नहीं मारे। बल्कि कुछ छात्र स्वयं ही आक्रोशित होकर 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा दिये गये गिफ्ट तोडऩे लगे। विद्यालय में अनुशासन स्थापित करने के लिए उन्हें विद्यार्थियों को बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
प्राप्त जानकारी अनुसार विद्यालय में आज 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा 12वीं के विद्यार्थियों को विदाई पार्टी दी जानी थी। इसी के अन्तर्गत विद्यार्थियों ने गाने-बजाने का प्रोग्राम रखा था। इसी दौरान कुछ विद्यार्थी अतिउत्साहित हो उठे। शोर होने के कारण विद्यालय की अन्य कक्षाएं प्रभावित होने लगी। जिस पर विद्यालय के प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण ने विदाई पार्टी में शामिल विद्यार्थियों को शोर न करने की सलाह दी। इस पर विद्यार्थी तैश में आ गये और प्रिंसीपल को नियंत्रण स्थापित करने के लिए इन विद्यार्थियों को स्कूल से बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
कक्षा 11वीं के छात्र रजत, गौरव, परमजीत, मनीष, कर्ण, अमित, मनप्रीत, अभिमन्यु, साहिल आदि ने बताया कि उन्होंने प्रिंसीपल की अनुमति से प्रति छात्र लगभग 300 रूपये इक्ट्ठे किये थे, ताकि 12वीं के छात्रों को वे अच्छी विदाई पार्टी और गिफ्ट दे सकें। उनके अनुसार उनके पास करीब 45 हजार रूपये एकत्रित हुआ था। उन्होंने प्रिंसीपल से गाने-बजाने की भी अनुमति ले ली थी। आज 12वीं के विद्यार्थियों को वे विदाई पार्टी दे रहे थे और डीजे पर नाच-गा रहे थे। कुछ समय बाद प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि वे ये शोर शराबा बन्द कर दें और अपने घरों में चले जायें।
इधर 12वीं कक्षा के छात्र मनरीत, तरूण, कर्ण, अमित, ईशान, हिमांशु, लोकेश, निखिल, करण गोयल, अमन, अक्षय, विनय आदि ने कहा कि विदाई पार्टी के दौरान गाना-बजाना चल रहा था कि अचानक प्रिंसीपल उनके पास आये और उन्हें कहने लगे कि अन्य कक्षाएं प्रभावित हो रही हैं। इसलिए अब वे नाच-गाना बन्द कर दें। उन्होंने कहा कि जब भी विदाई पार्टी होती है तो हमेशा स्कूल में अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी रहती है, इस बार अन्य विद्यार्थियों को छुट्टी न होने से उपरोक्त मामला खड़ा हुआ। विद्यार्थियों ने आरोप लगाया कि 11वीं के विद्यार्थियों ने जो उन्हें उपहार दिये थे, उन्हें प्रिंसीपल ने छीनकर उनके मुंह पर मारे और धक्के देकर स्कूल से निकाल दिया।
इस संदर्भ में प्रिंसीपल एस.एम. देवगुण से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए सुबह हवन यज्ञ का आयोजन किया गया था और विद्यार्थियों के उत्साह को देखते हुए उन्हें दो घण्टे के लिए पार्टी करने की अनुमति भी दे दी गई थी। उनके अनुसार बच्चों ने दोपहर का प्रीति भोज कर लिया था और इसके बाद कुछ विद्यार्थी नाच रही लड़कियों में जा मिले। जिस पर उन्होंने एतराज किया। इससे छात्र उत्तेजित हो उठे। जिस पर उन्हें नियंत्रण करने के लिए निर्धारित समय से अधिक समय तक चल रही पार्टी पर रोक लगा दी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने किसी भी बच्चे के मुंह पर दिये गये गिफ्ट छीनकर नहीं मारे। बल्कि कुछ छात्र स्वयं ही आक्रोशित होकर 11वीं के विद्यार्थियों द्वारा दिये गये गिफ्ट तोडऩे लगे। विद्यालय में अनुशासन स्थापित करने के लिए उन्हें विद्यार्थियों को बाहर जाने के लिए कहना पड़ा।
जयपुर वन-डे पर आतंकी हमले का खतरा
- खुफिया एजेंसियों ने घड़साना में डेरा जमाया
- चार संदिग्ध व्यक्तियों से गहन पूछताछ
- घड़साना में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
श्रीगंगानगर। देश की लगभग सभी प्रमुख खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों व उनके अमले ने श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में आज डेरा जमा दिया। इस कस्बे के एक युवक ने मोबाइल के जरिये एफएम रेडियो पर दो व्यक्तियों की बातचीत सुनी है, जिसमें भारत-दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीमों में 21 फरवरी को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में खेले जाने वाले वन-डे मैच के दौरान विस्फोट किये जाने के संकेत दिये गए हैं। इस युवक की सूचना पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं। आज शाम दिल्ली से घड़साना पहुंची आधा दर्जन विशेषज्ञों की टीम ने एफएम की फ्रीक्वेंसी को पकडऩे के लिए उपकरण लगा दिये। इस मामले की जांच में सेना भी शामिल है। सेना के एक हैलीकॉप्टर ने आज घड़साना में चार-पांच बार निची उड़ान भरते हुए इस क्षेत्र में एफएम की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घड़साना के एक युवक गगनदीप द्वारा आतंकियों की बातचीत को सुने जाने की जानकारी पुलिस को दिये जाने के बाद इस क्षेत्र से चार संदिग्ध व्यक्तियों को अलग-अलग स्थानों से पकड़ा गया है। इनमें से दो व्यक्ति आज तड़के घड़साना के निकट के एक चक से पकड़े गए, जिन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। इससे पहले एक अन्य चक से दो व्यक्तियों को पकड़ा गया था। गगनदीप को लगभग 48 घंटे की पूछताछ के बाद आज उसे छोड़ दिया गया, लेकिन उसे हिदायत दी गई है कि बुलाये जाने पर उसे पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा।
इस संवेदनशील मामले पर स्थानीय पुलिस के अधिकारी पूर्णत: गोपनीयता बरत रहे हैं। जांच पूरी तरह खुफिया एजेंसियों के हवाले है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब तक जांच का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता, तब तक कोई बात यकीन से कहना उचित नहीं होगा। मीडिया से बातचीत करने में पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि वे अभी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
दिल्ली से एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी के आधा दर्जन अधिकारियों-विशेषज्ञों की एक टीम आज शाम करीब 5 बजे घड़साना पहुंची। यह टीम अपने साथ अनेक प्रकार के उपकरण लेकर आई है, जिसे थाना भवन में स्थापित किया गया है। सूत्रों के अनुसार इन उपकरणों के जरिये इस क्षेत्र में एफएम रेडियो की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि लगभग 24 घंटे घड़साना क्षेत्र के आसमान में चल रहे हवाई संदेशों-प्रसारणों पर निगरानी रखी जाएगी। इस टीम के आने के बाद घड़साना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कस्बे में आने-जाने के मार्गों पर वाहनों की चैकिंग की जा रही है, विशेषकर जयपुर और दिल्ली जाने वाली बसों के यात्रियों के सामान को चैक किया जा रहा है। धर्मशालाओं, होटलों व अन्य धर्मस्थलों में ठहरे यात्रियों की चैकिंग की जा रही है। सूत्रों के अनुसार जयपुर से स्पेशल ऑप्रेशन गु्रप (एसओजी) और मुंबई से आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) के भी घड़साना क्षेत्र में जांच के लिए आने की प्रबल संभावना है। जयपुर और दिल्ली से उच्चाधिकारियों ने स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क बनाया हुआ है। उन्हें हर छोटी से छोटी बात की जानकारी लगातार दी जा रही है।
कोड वर्ड में हुई बातचीत
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे गगनदीप घड़साना में जब अपनी मोबाइल फोन रिपेयरिंग की दुकान पर एक मोबाइल फोन को ठीक करते समय उसकी एफएम फ्रीक्वेंसी को सैट कर रहा था, तब उसने दो जनों को आपस में बात करते सुना। इनमें एक व्यक्ति पंजाबी लहजे में बोल रहा था। बातचीत के दौरान कई शब्द कोड वर्ड में बोले गए। सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियां इस मामले को इसलिए बेहद गंभीरता से ले रही हैं, क्योंकि गगनदीप ने जिस बातचीत को सुना और उसमें जिन कोड वर्डों का इस्तेमाल हुआ, वे कोड वर्ड खुफिया एजेंसियों के पहले से जाने-पहचाने हैं। शुरू में जब यह मामला पुलिस और खुफिया एजेंसियों के पास आया, तब उन्हें गगनदीप की बातों पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब गगनदीप ने सुनी हुई पूरी बातचीत के एक-एक शब्द के बारे में बताया तो यह मामला गंभीर हो गया।
भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक बातचीत करने वाले कोड वर्ड में अपने किसी रूट के बारे में चर्चा कर रहे थे। यह रूट जीएसएन (घड़साना), बीकेआर (बीकानेर) और जेपीआर (जयपुर) बोला गया। यही नहीं इस बातचीत में दो-तीन बार 'जीटीÓ का जिक्र भी आया। जीटी से खुफिया एजेंसियों का तात्पर्य जयपुर के सबसे व्यस्तम शॉपिंग मॉल गोपाल टॉवर से है। कुछ इस तरह के कयास इस बातचीत से निकाले गए हैं कि आतंकवादी 21 फरवरी को जयपुर वन-डे के दिन अथवा उससे पहले किसी वाहन से रेडियेटर में विस्फोटक पदार्थ लगाकर कोई विस्फोट कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि बातचीत में आरडीएक्स का भी जिक्र आया।
... तो रिकॉर्ड हो जाती बातचीत
घड़साना में यदि मंगलवार को सुबह विद्युत आपूर्ति बहाल होती तो शायद खुफिया एजेंसियों को ज्यादा कसरत नहीं करनी पड़ती। सूत्रों के अनुसार जिस समय गगनदीप ने एफएम फ्रीक्वेंसी पर दो जनों की बातचीत को सुना, वह उसी समय ही इस बातचीत की गंभीरता को समझ गया था। वह बातचीत को रिकॉर्ड करना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से उस समय विद्युत आपूर्ति बंद थी, लेकिन उसने बातचीत के एक-एक शब्द को गौर से सुना। खुफिया एजेंसियों को इसलिए गगनदीप की बातों पर विश्वास करने में कुछ वक्त लगा। हालांकि अभी भी कुछ सूत्र यह कहने से परहेज कर रहे हैं कि गगनदीप की बातें पूर्णत: सत्य हैं। इसमें कुछ हेर-फेर अथवा असत्य तथ्य भी हो सकते हैं। पूरा एक दिन तो पुलिस व प्रशासन के अधिकारी गगनदीप की बातों पर विश्वास किया जाये या नहीं, इस पर माथा-पच्ची करते रहे। अभी भी पुलिस अधिकारी तब तक कुछ यकीन के साथ कहने को तैयार नहीं है, जब तक खुफिया एजेंसियों का कोई निष्कर्ष नहीं निकल आता।
जयपुर में सुरक्षा बढ़ाई
श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में एफएम के जरिये सुनी गई इस बातचीत के बाद जयपुर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद चाक-चौबद कर दी गई है। एसएमएस स्टेडियम को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। इस स्टेडियम तक आने-जाने के सभी मार्गों पर तथा स्टेडियम के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार जयपुर में पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। राज्य सरकार घड़साना में सुनी गई बातचीत को किसी भी तरह से हलके तौर पर लेने के मूड में नहीं है। राज्य सरकार ने इस बाबत केंद्र सरकार से भी संपर्क कायम किया है। इसी के चलते इस मामले की जांच में एटीएस मुंबई को शामिल किये जाने की संभावना है, जबकि सेना के एक हैलीकॉप्टर द्वारा आज घड़साना में बार-बार चक्कर लगाये जाने से कयास लगाये जा रहे हैं कि सेना भी इस क्षेत्र में सीमा पार के क्षेत्र से इस ओर आ रही एफएम की फ्रीक्वेंसी की जांच कर रही है।
श्रीगंगानगर में नहीं है एफएम
सामरिक महत्व और अति संवेदनशील सीमा क्षेत्र होने के कारण श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की इजाजत नहीं है। इसके विपरीत बीकानेर जिले में एक-दो एफएम रेडियो चल रहे हैं, जबकि साथ लगते पंजाब में एफएम रेडियो के कई स्टेशन हैं। रात्रि 9-10 बजे के बाद किसी ऊंचाई वाले स्थान पर यदि मोबाइल फोन अथवा एफएम रेडियो को चलाया जाये तो कभी-कभार बीकानेर व पंजाब के रेडियो स्टेशनों की आवाजें सुनाई दे जाती हैं। श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की अनुमति अभी तक किसी को नहीं मिली है। बताया जाता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय इसकी इजाजत देने को उचित नहीं मानता। एफएम के लिए कई लोगों ने प्रयास किये, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलती। पिछले महीने श्रीगंगानगर शहर के लोग तब हैरान रह गए, जब उनके मोबाइल फोनों मेें एफएम रेडियो स्टेशन लगने लगा। दो-तीन स्टेशन कैच हो रहे थे, लेकिन तीन-चार दिन बाद यह सब कुछ बंद हो गया। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में एफएम रेडियो के लिए कथित रूप से परीक्षण किया गया था। बावजूद इसके अब घड़साना में एफएम कैसे सुनाई दिया, इसे जानने के साथ-साथ पुन: ऐसी किसी बातचीत को सुनने-पकडऩे के लिए खुफिया एजेंसियों ने अपने पूरे साजो-सामान के साथ वहां डेरा डाला है।
- चार संदिग्ध व्यक्तियों से गहन पूछताछ
- घड़साना में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
श्रीगंगानगर। देश की लगभग सभी प्रमुख खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों व उनके अमले ने श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में आज डेरा जमा दिया। इस कस्बे के एक युवक ने मोबाइल के जरिये एफएम रेडियो पर दो व्यक्तियों की बातचीत सुनी है, जिसमें भारत-दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीमों में 21 फरवरी को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में खेले जाने वाले वन-डे मैच के दौरान विस्फोट किये जाने के संकेत दिये गए हैं। इस युवक की सूचना पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियां सक्रिय हो गईं। आज शाम दिल्ली से घड़साना पहुंची आधा दर्जन विशेषज्ञों की टीम ने एफएम की फ्रीक्वेंसी को पकडऩे के लिए उपकरण लगा दिये। इस मामले की जांच में सेना भी शामिल है। सेना के एक हैलीकॉप्टर ने आज घड़साना में चार-पांच बार निची उड़ान भरते हुए इस क्षेत्र में एफएम की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार घड़साना के एक युवक गगनदीप द्वारा आतंकियों की बातचीत को सुने जाने की जानकारी पुलिस को दिये जाने के बाद इस क्षेत्र से चार संदिग्ध व्यक्तियों को अलग-अलग स्थानों से पकड़ा गया है। इनमें से दो व्यक्ति आज तड़के घड़साना के निकट के एक चक से पकड़े गए, जिन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ की जा रही है। इससे पहले एक अन्य चक से दो व्यक्तियों को पकड़ा गया था। गगनदीप को लगभग 48 घंटे की पूछताछ के बाद आज उसे छोड़ दिया गया, लेकिन उसे हिदायत दी गई है कि बुलाये जाने पर उसे पूछताछ के लिए हाजिर होना होगा।
इस संवेदनशील मामले पर स्थानीय पुलिस के अधिकारी पूर्णत: गोपनीयता बरत रहे हैं। जांच पूरी तरह खुफिया एजेंसियों के हवाले है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि जब तक जांच का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता, तब तक कोई बात यकीन से कहना उचित नहीं होगा। मीडिया से बातचीत करने में पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि वे अभी कुछ बताने की स्थिति में नहीं है।
दिल्ली से एक केंद्रीय खुफिया एजेंसी के आधा दर्जन अधिकारियों-विशेषज्ञों की एक टीम आज शाम करीब 5 बजे घड़साना पहुंची। यह टीम अपने साथ अनेक प्रकार के उपकरण लेकर आई है, जिसे थाना भवन में स्थापित किया गया है। सूत्रों के अनुसार इन उपकरणों के जरिये इस क्षेत्र में एफएम रेडियो की फ्रीक्वेंसी को जांचने का काम किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि लगभग 24 घंटे घड़साना क्षेत्र के आसमान में चल रहे हवाई संदेशों-प्रसारणों पर निगरानी रखी जाएगी। इस टीम के आने के बाद घड़साना में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। कस्बे में आने-जाने के मार्गों पर वाहनों की चैकिंग की जा रही है, विशेषकर जयपुर और दिल्ली जाने वाली बसों के यात्रियों के सामान को चैक किया जा रहा है। धर्मशालाओं, होटलों व अन्य धर्मस्थलों में ठहरे यात्रियों की चैकिंग की जा रही है। सूत्रों के अनुसार जयपुर से स्पेशल ऑप्रेशन गु्रप (एसओजी) और मुंबई से आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) के भी घड़साना क्षेत्र में जांच के लिए आने की प्रबल संभावना है। जयपुर और दिल्ली से उच्चाधिकारियों ने स्थानीय प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ संपर्क बनाया हुआ है। उन्हें हर छोटी से छोटी बात की जानकारी लगातार दी जा रही है।
कोड वर्ड में हुई बातचीत
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मंगलवार सुबह 10 बजे गगनदीप घड़साना में जब अपनी मोबाइल फोन रिपेयरिंग की दुकान पर एक मोबाइल फोन को ठीक करते समय उसकी एफएम फ्रीक्वेंसी को सैट कर रहा था, तब उसने दो जनों को आपस में बात करते सुना। इनमें एक व्यक्ति पंजाबी लहजे में बोल रहा था। बातचीत के दौरान कई शब्द कोड वर्ड में बोले गए। सूत्रों के अनुसार खुफिया एजेंसियां इस मामले को इसलिए बेहद गंभीरता से ले रही हैं, क्योंकि गगनदीप ने जिस बातचीत को सुना और उसमें जिन कोड वर्डों का इस्तेमाल हुआ, वे कोड वर्ड खुफिया एजेंसियों के पहले से जाने-पहचाने हैं। शुरू में जब यह मामला पुलिस और खुफिया एजेंसियों के पास आया, तब उन्हें गगनदीप की बातों पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब गगनदीप ने सुनी हुई पूरी बातचीत के एक-एक शब्द के बारे में बताया तो यह मामला गंभीर हो गया।
भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक बातचीत करने वाले कोड वर्ड में अपने किसी रूट के बारे में चर्चा कर रहे थे। यह रूट जीएसएन (घड़साना), बीकेआर (बीकानेर) और जेपीआर (जयपुर) बोला गया। यही नहीं इस बातचीत में दो-तीन बार 'जीटीÓ का जिक्र भी आया। जीटी से खुफिया एजेंसियों का तात्पर्य जयपुर के सबसे व्यस्तम शॉपिंग मॉल गोपाल टॉवर से है। कुछ इस तरह के कयास इस बातचीत से निकाले गए हैं कि आतंकवादी 21 फरवरी को जयपुर वन-डे के दिन अथवा उससे पहले किसी वाहन से रेडियेटर में विस्फोटक पदार्थ लगाकर कोई विस्फोट कर सकते हैं। सूत्र बताते हैं कि बातचीत में आरडीएक्स का भी जिक्र आया।
... तो रिकॉर्ड हो जाती बातचीत
घड़साना में यदि मंगलवार को सुबह विद्युत आपूर्ति बहाल होती तो शायद खुफिया एजेंसियों को ज्यादा कसरत नहीं करनी पड़ती। सूत्रों के अनुसार जिस समय गगनदीप ने एफएम फ्रीक्वेंसी पर दो जनों की बातचीत को सुना, वह उसी समय ही इस बातचीत की गंभीरता को समझ गया था। वह बातचीत को रिकॉर्ड करना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से उस समय विद्युत आपूर्ति बंद थी, लेकिन उसने बातचीत के एक-एक शब्द को गौर से सुना। खुफिया एजेंसियों को इसलिए गगनदीप की बातों पर विश्वास करने में कुछ वक्त लगा। हालांकि अभी भी कुछ सूत्र यह कहने से परहेज कर रहे हैं कि गगनदीप की बातें पूर्णत: सत्य हैं। इसमें कुछ हेर-फेर अथवा असत्य तथ्य भी हो सकते हैं। पूरा एक दिन तो पुलिस व प्रशासन के अधिकारी गगनदीप की बातों पर विश्वास किया जाये या नहीं, इस पर माथा-पच्ची करते रहे। अभी भी पुलिस अधिकारी तब तक कुछ यकीन के साथ कहने को तैयार नहीं है, जब तक खुफिया एजेंसियों का कोई निष्कर्ष नहीं निकल आता।
जयपुर में सुरक्षा बढ़ाई
श्रीगंगानगर जिले में भारत-पाक सीमा पर स्थित घड़साना कस्बे में एफएम के जरिये सुनी गई इस बातचीत के बाद जयपुर में सुरक्षा व्यवस्था बेहद चाक-चौबद कर दी गई है। एसएमएस स्टेडियम को सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है। इस स्टेडियम तक आने-जाने के सभी मार्गों पर तथा स्टेडियम के अंदर व बाहर सीसीटीवी कैमरों का जाल बिछा दिया गया है। सूत्रों के अनुसार जयपुर में पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने एक उच्च स्तरीय बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। राज्य सरकार घड़साना में सुनी गई बातचीत को किसी भी तरह से हलके तौर पर लेने के मूड में नहीं है। राज्य सरकार ने इस बाबत केंद्र सरकार से भी संपर्क कायम किया है। इसी के चलते इस मामले की जांच में एटीएस मुंबई को शामिल किये जाने की संभावना है, जबकि सेना के एक हैलीकॉप्टर द्वारा आज घड़साना में बार-बार चक्कर लगाये जाने से कयास लगाये जा रहे हैं कि सेना भी इस क्षेत्र में सीमा पार के क्षेत्र से इस ओर आ रही एफएम की फ्रीक्वेंसी की जांच कर रही है।
श्रीगंगानगर में नहीं है एफएम
सामरिक महत्व और अति संवेदनशील सीमा क्षेत्र होने के कारण श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की इजाजत नहीं है। इसके विपरीत बीकानेर जिले में एक-दो एफएम रेडियो चल रहे हैं, जबकि साथ लगते पंजाब में एफएम रेडियो के कई स्टेशन हैं। रात्रि 9-10 बजे के बाद किसी ऊंचाई वाले स्थान पर यदि मोबाइल फोन अथवा एफएम रेडियो को चलाया जाये तो कभी-कभार बीकानेर व पंजाब के रेडियो स्टेशनों की आवाजें सुनाई दे जाती हैं। श्रीगंगानगर जिले में एफएम रेडियो की अनुमति अभी तक किसी को नहीं मिली है। बताया जाता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय इसकी इजाजत देने को उचित नहीं मानता। एफएम के लिए कई लोगों ने प्रयास किये, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलती। पिछले महीने श्रीगंगानगर शहर के लोग तब हैरान रह गए, जब उनके मोबाइल फोनों मेें एफएम रेडियो स्टेशन लगने लगा। दो-तीन स्टेशन कैच हो रहे थे, लेकिन तीन-चार दिन बाद यह सब कुछ बंद हो गया। बताया जाता है कि इस क्षेत्र में एफएम रेडियो के लिए कथित रूप से परीक्षण किया गया था। बावजूद इसके अब घड़साना में एफएम कैसे सुनाई दिया, इसे जानने के साथ-साथ पुन: ऐसी किसी बातचीत को सुनने-पकडऩे के लिए खुफिया एजेंसियों ने अपने पूरे साजो-सामान के साथ वहां डेरा डाला है।
16 फ़रवरी 2010
आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में अभय चौटाला को सीबीआई अदालत के सम्मन जारी
नई दिल्ली (लहू की लौ) दिल्ली की एक अदालत ने आय से अधिक संपत्ति के एक मामले में पेश न होने पर ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला के खिलाफ आज जमानती वारंट जारी किया। विशेष सीबीआई न्यायाधीश पीएस तेजी ने इंडियन नेशनल लोकदल के विधायक चौटाला को 22 फरवरी को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया। अदालत ने चौटाला के खिलाफ यह कदम तब उठाया जब सीबीआई अभियोजक एके दत्त ने अदालत से कहा कि उनके प्रयासों के बावजूद नेता के खिलाफ जारी सम्मन का पालन नहीं हो सका।
अदालत ने सीबीआई द्वारा दायर आरोप पत्र के बाद अभय चैटाला, उनके भाई अजय चौटाला और अन्य के खिलाफ दो फरवरी को सम्मन जारी किए थे। इस बीच अदालत में पेश होने वाले हरियाणा के विधायक अजय चौटाला और सह अभियुक्त चेतराम, अेमप्रकाश, अभिमन्यु सिंह, राजेंद्र कुमार और नेतराम को अंतरिम जमानत प्रदान कर दी गई। अदालत ने अगली कार्यवाही के लिए मामला 22 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया। सीबीआई ने 24 दिसंबर को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटों अभय और अजय के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
अजय के खिलाफ जारी आरोप पत्र में सीबीआई ने दावा किया है कि उनके पास 27.74 करोड़ रुपए की संपत्ति है जो 1993 से 2006 तक उनकी आय 8.17 करोड़ रुपए से अधिक है। अभय चैटाला के खिलाफ आरोप पत्र में दावा किया गया है कि आयकर विभाग के रिकार्ड के अनुसार उनके पास 2000 से 2005 के दौरान उनकी आय 22.89 करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति थी। सीबीआई ने प्राथमिकी में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का नाम भी अभियुक्त के रूप में लिया था लेकिन आवश्यक स्वीकृति के अभाव में आरोप पत्र दायर नहीं कर सकी। जांच एजेंसी ने अप्रैल 2006 में मामला दर्ज किया था और चौटाला परिवार के दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और चंडीगढ़ में स्थित 24 परिसरों पर छापे मारे थे। इस दौरान 13 लाख रुपए जब्त किए गए और 1.34 करोड़ रुपए वाले पांच बैंक खाते फ्रीज किए गए। सीबीआई ने चौटाला और उनके परिवार से संबंधित चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा प्राथमिकी में दर्ज किया जो जुलाई 1999 से मार्च 2005 में अर्जित की गई थी। प्राथमिकी के अनुसार चौटाला और उनके परिवार के सदस्यों के गुडग़ांव, हरियाणा, दिल्ली के करोल बाग, हिमाचल प्रदेश के मनाली, उत्तराखंड के नैनीताल और चंडीगढ़ की पाश जगहों पर प्लाट हैं। इसके अतिरिक्त करोल बाग में एक होटल और एक रेस्तरां, एक शापिंग माल, कृषि भूमि के छह प्लाट, छह फार्म हाउस और 50 करोड़ रुपए मूल्य की नकदी तथा आभूषण है।
अदालत ने सीबीआई द्वारा दायर आरोप पत्र के बाद अभय चैटाला, उनके भाई अजय चौटाला और अन्य के खिलाफ दो फरवरी को सम्मन जारी किए थे। इस बीच अदालत में पेश होने वाले हरियाणा के विधायक अजय चौटाला और सह अभियुक्त चेतराम, अेमप्रकाश, अभिमन्यु सिंह, राजेंद्र कुमार और नेतराम को अंतरिम जमानत प्रदान कर दी गई। अदालत ने अगली कार्यवाही के लिए मामला 22 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया। सीबीआई ने 24 दिसंबर को हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के दोनों बेटों अभय और अजय के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।
अजय के खिलाफ जारी आरोप पत्र में सीबीआई ने दावा किया है कि उनके पास 27.74 करोड़ रुपए की संपत्ति है जो 1993 से 2006 तक उनकी आय 8.17 करोड़ रुपए से अधिक है। अभय चैटाला के खिलाफ आरोप पत्र में दावा किया गया है कि आयकर विभाग के रिकार्ड के अनुसार उनके पास 2000 से 2005 के दौरान उनकी आय 22.89 करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति थी। सीबीआई ने प्राथमिकी में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का नाम भी अभियुक्त के रूप में लिया था लेकिन आवश्यक स्वीकृति के अभाव में आरोप पत्र दायर नहीं कर सकी। जांच एजेंसी ने अप्रैल 2006 में मामला दर्ज किया था और चौटाला परिवार के दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, और चंडीगढ़ में स्थित 24 परिसरों पर छापे मारे थे। इस दौरान 13 लाख रुपए जब्त किए गए और 1.34 करोड़ रुपए वाले पांच बैंक खाते फ्रीज किए गए। सीबीआई ने चौटाला और उनके परिवार से संबंधित चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा प्राथमिकी में दर्ज किया जो जुलाई 1999 से मार्च 2005 में अर्जित की गई थी। प्राथमिकी के अनुसार चौटाला और उनके परिवार के सदस्यों के गुडग़ांव, हरियाणा, दिल्ली के करोल बाग, हिमाचल प्रदेश के मनाली, उत्तराखंड के नैनीताल और चंडीगढ़ की पाश जगहों पर प्लाट हैं। इसके अतिरिक्त करोल बाग में एक होटल और एक रेस्तरां, एक शापिंग माल, कृषि भूमि के छह प्लाट, छह फार्म हाउस और 50 करोड़ रुपए मूल्य की नकदी तथा आभूषण है।
डबवाली से गांव नुहियांवाली गई ऑर्केस्ट्रा डांसर से बलात्कार
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) खण्ड के गांव नुहियांवाली के खेतों में आर्केस्ट्रा के बहाने लाई गई लड़की के साथ छेड़छाड़ व बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है। औढ़ां पुलिस ने रिंकू उर्फ रानी देवी निवासी नजदीक पंजाब पैलेस डबवाली की शिकायत पर सात युवकों के खिलाफ धारा 342, 366, 376, 511, 354 व 34 आइपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
रानी देवी ने अपने बयान में बताया कि वो आर्केस्ट्रा का काम करती है और कल शाम जीवन राम गोरीवाला व सीरा सिंह मिस्त्री जण्डवाला उसे आर्केस्ट्रा करने हेतु डबवाली से 2 हजार रुपए में करके लाए। नुहियांवाली पहुंचकर जब वे उसे खेतों की ओर ले जाने लगे तो उसके एतराज जताने पर उन्होंने कहा कि कार्यक्रम एक ढाणी में रखा गया है तथा उसे एक नलकूप पर ले गए जहां उनके अन्य 5 साथी जंडवाला निवासी सीरा सिंह व हरविंद्र सिंह एवं नुहियांवाली निवासी सुभाषचंद, राजीव कुमार व संदीप कुमार पहले से मौजूद थे। वहां पहुंचकर उन्होंने उसे उन पांचों के हवाले कर दिया तथा सभी की सहमति से हरविंद्र सिंह ने उसके साथ कुकर्म किया। स्वयं को असहाय पाकर उसने बहाना किया कि उसे शौच जाना है और नग्न अवस्था में अपने ऊपर चादर ओढ़कर वो सरसों के खेत में चली गई तथा आंख बचाकर वहां से भाग निकली। गांव नुहियांवाली में पहुंचकर उसने एक घर का दरवाजा खटखटाया और घर वालों ने उसकी दशा को देखते हुए उसे पहनने को कपड़े दिए तथा सरपंच रामकुमार नेहरा व ओढ़ां पुलिस को सूचित कर दिया।
सूचना मिलते ही ओढ़ां थाना प्रभारी हीरा सिंह मौके पर पहुंचे और रानी देवी को ओढ़ां थाना में लाकर पूछताछ की। हीरा सिंह ने बताया कि लड़की को मेडिकल हेतु सिरसा भेज दिया है और उन सातों के घरों पर छापा मारा गया है लेकिन वे घर पर नहीं मिले। उन्होंने कहा कि सातों आरोपी युवकों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रानी देवी ने अपने बयान में बताया कि वो आर्केस्ट्रा का काम करती है और कल शाम जीवन राम गोरीवाला व सीरा सिंह मिस्त्री जण्डवाला उसे आर्केस्ट्रा करने हेतु डबवाली से 2 हजार रुपए में करके लाए। नुहियांवाली पहुंचकर जब वे उसे खेतों की ओर ले जाने लगे तो उसके एतराज जताने पर उन्होंने कहा कि कार्यक्रम एक ढाणी में रखा गया है तथा उसे एक नलकूप पर ले गए जहां उनके अन्य 5 साथी जंडवाला निवासी सीरा सिंह व हरविंद्र सिंह एवं नुहियांवाली निवासी सुभाषचंद, राजीव कुमार व संदीप कुमार पहले से मौजूद थे। वहां पहुंचकर उन्होंने उसे उन पांचों के हवाले कर दिया तथा सभी की सहमति से हरविंद्र सिंह ने उसके साथ कुकर्म किया। स्वयं को असहाय पाकर उसने बहाना किया कि उसे शौच जाना है और नग्न अवस्था में अपने ऊपर चादर ओढ़कर वो सरसों के खेत में चली गई तथा आंख बचाकर वहां से भाग निकली। गांव नुहियांवाली में पहुंचकर उसने एक घर का दरवाजा खटखटाया और घर वालों ने उसकी दशा को देखते हुए उसे पहनने को कपड़े दिए तथा सरपंच रामकुमार नेहरा व ओढ़ां पुलिस को सूचित कर दिया।
सूचना मिलते ही ओढ़ां थाना प्रभारी हीरा सिंह मौके पर पहुंचे और रानी देवी को ओढ़ां थाना में लाकर पूछताछ की। हीरा सिंह ने बताया कि लड़की को मेडिकल हेतु सिरसा भेज दिया है और उन सातों के घरों पर छापा मारा गया है लेकिन वे घर पर नहीं मिले। उन्होंने कहा कि सातों आरोपी युवकों को शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भड़के मनरेगा मजदूर
डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां में मनरेगा के तहत काम कर रहे 780 मजदूरों ने आज अपनी मांगों को लेकर बीडीपीओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया और धरना दिया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व किसान सभा हल्का डबवाली के प्रधान मनदीप सिंह तथा खेत मजदूर सभा के सन्त राम कर रहे थे।
मनरेगा मजदूर नरेश कुमार, कर्म सिंह, गुरलाल, सुखपाल सिंह, दर्शन सिंह, गुरमेल कौर, बलजीत कौर, चरणजीत कौर, नसीब कौर आदि ने आरोप लगाया कि गांव मसीतां में एक सप्ताह पूर्व जंगल क्लीयरेंस और गडडे खोदने का काम शुरू हुआ था और इस दौरान पंचायत की ओर से 780 मजदूरों को रखा गया था। लेकिन जब मनरेगा के तहत मजदूरी देने का समय आया तो उन्हें दिहाड़ी के अनुसार पेगार नहीं दी गई। जिन्होंने चार दिन काम किया था, उन्हें दो दिन का और जिन्होंने दो दिन काम किया था उन्हें एक दिन का, जिन्होंने एक दिन काम किया था उन्हें मनरेगा के तहत कुछ भी नहीं दिया गया। बल्कि चार दिन काम चलाने के बाद काम को पंचायत ने वहीं रोक दिया।
इन मजदूरों के अनुसार उनसे जितने दिन काम करवाया गया है, उतने दिन की दिहाड़ी दी जाये और साथ में बन्द पड़े काम को फिर से चलाकर उन्हें रोजगार दिया जाये। इन मजदूरों ने हरियाणा सरकार, बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
मौका पर उपस्थित बीडीपीओ राम सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव बनवारी लाल तथा जेई हंसराज द्वारा उनके समक्ष जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है, उसमें माप के बाद 396 गड्डे खोदे दिखाये गये हैं, वे भी 780 मजदूरों द्वारा। बीडीपीओ ने आगे बताया कि सम्बन्धित मजदूर दिहाड़ी के अनुसार राशि मांग रहे हैं, लेकिन उनको राशि मनरेगा के नियमानुसार दी जा रही है। उनके अनुसार 1 लाख 77 हजार रूपये की राशि पंचायत के खाता में जमा करवाई जा चुकी है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि तीन दिन से काम बन्द है। उन्होंने मजदूरों को आश्वासन दिया कि वे विभाग के जेई परमिन्द्र सिंह से किये गये काम की पेमाईश करवाकर जितनी राशि बनेगी, वे अदा करवा देंगे।
मनरेगा मजदूर नरेश कुमार, कर्म सिंह, गुरलाल, सुखपाल सिंह, दर्शन सिंह, गुरमेल कौर, बलजीत कौर, चरणजीत कौर, नसीब कौर आदि ने आरोप लगाया कि गांव मसीतां में एक सप्ताह पूर्व जंगल क्लीयरेंस और गडडे खोदने का काम शुरू हुआ था और इस दौरान पंचायत की ओर से 780 मजदूरों को रखा गया था। लेकिन जब मनरेगा के तहत मजदूरी देने का समय आया तो उन्हें दिहाड़ी के अनुसार पेगार नहीं दी गई। जिन्होंने चार दिन काम किया था, उन्हें दो दिन का और जिन्होंने दो दिन काम किया था उन्हें एक दिन का, जिन्होंने एक दिन काम किया था उन्हें मनरेगा के तहत कुछ भी नहीं दिया गया। बल्कि चार दिन काम चलाने के बाद काम को पंचायत ने वहीं रोक दिया।
इन मजदूरों के अनुसार उनसे जितने दिन काम करवाया गया है, उतने दिन की दिहाड़ी दी जाये और साथ में बन्द पड़े काम को फिर से चलाकर उन्हें रोजगार दिया जाये। इन मजदूरों ने हरियाणा सरकार, बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
मौका पर उपस्थित बीडीपीओ राम सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव बनवारी लाल तथा जेई हंसराज द्वारा उनके समक्ष जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है, उसमें माप के बाद 396 गड्डे खोदे दिखाये गये हैं, वे भी 780 मजदूरों द्वारा। बीडीपीओ ने आगे बताया कि सम्बन्धित मजदूर दिहाड़ी के अनुसार राशि मांग रहे हैं, लेकिन उनको राशि मनरेगा के नियमानुसार दी जा रही है। उनके अनुसार 1 लाख 77 हजार रूपये की राशि पंचायत के खाता में जमा करवाई जा चुकी है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि तीन दिन से काम बन्द है। उन्होंने मजदूरों को आश्वासन दिया कि वे विभाग के जेई परमिन्द्र सिंह से किये गये काम की पेमाईश करवाकर जितनी राशि बनेगी, वे अदा करवा देंगे।
पत्नी की मौत के बाद पति ने जहर घटका
डबवाली (लहू की लौ) तीन दिन पूर्व घरेलू कलह के चलते चूहे मार दवा घटकने वाली महिला की डबवाली के सिविल अस्पताल में मौत हो गई और इस मौत की खबर सुनकर उसके पति ने भी जहरीला पदार्थ निगल लिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार मण्डी किलियांवाली निवासी पूनम पत्नी नीटू ने घरेलू कलह के चलते शनिवार को चूहे मारने वाली दवा खा ली थी। इसकी जानकारी मिलते ही नीटू ने उसे एक प्राईवेट अस्पताल में दाखिल करवा दिया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती देखकर पूनम के मामा ने प्राईवेट अस्पताल से उसे डबवाली के सिविल अस्पताल पहुंचाकर सोमवार को इलाज के लिए दाखिल करवा दिया। लेकिन दवा के प्रभाव को सहन न करते हुए आज सुबह ही पूनम ने दम तोड़ दिया।
जैसे ही पूनम के पति नीटू को पता चला कि पूनम ने दम तोड़ दिया है, तो उसने भी जहरीला पदार्थ निगल लिया और उसे गंभीर हालत में एक प्राईवेट अस्पताल में इलाज के लिए लेजाया गया। पंजाब पुलिस ने पूनम के शव को अपने कब्जे में ले लिया। समाचार लिखे जाने तक पूनम के माता-पिता अस्पताल नहीं पहुंचे थे।
प्राप्त जानकारी अनुसार मण्डी किलियांवाली निवासी पूनम पत्नी नीटू ने घरेलू कलह के चलते शनिवार को चूहे मारने वाली दवा खा ली थी। इसकी जानकारी मिलते ही नीटू ने उसे एक प्राईवेट अस्पताल में दाखिल करवा दिया। लेकिन उसकी हालत बिगड़ती देखकर पूनम के मामा ने प्राईवेट अस्पताल से उसे डबवाली के सिविल अस्पताल पहुंचाकर सोमवार को इलाज के लिए दाखिल करवा दिया। लेकिन दवा के प्रभाव को सहन न करते हुए आज सुबह ही पूनम ने दम तोड़ दिया।
जैसे ही पूनम के पति नीटू को पता चला कि पूनम ने दम तोड़ दिया है, तो उसने भी जहरीला पदार्थ निगल लिया और उसे गंभीर हालत में एक प्राईवेट अस्पताल में इलाज के लिए लेजाया गया। पंजाब पुलिस ने पूनम के शव को अपने कब्जे में ले लिया। समाचार लिखे जाने तक पूनम के माता-पिता अस्पताल नहीं पहुंचे थे।
अनेक रेलगाडिय़ां रद्द होंगी, कईयों के मार्ग बदलेंगे
डबवाली (लहू की लौ) भटिंडा जंक्शन पर नई सिग्नल प्रणाली स्थापित किये जाने का कार्य अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस प्रणाली को स्थापित किये जाने के दौरान इस जंक्शन से आने-जाने वाली 13 रेलगाडिय़ों को एक पखवाड़े के लिए रद्द किया जाएगा, जबकि 23 रेलगाडिय़ों के मार्ग परिवर्तित कर दिये जाएंगे। इस कार्य से श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर से भटिंडा होकर आने-जाने वाली अनेक रेलगाडिय़ां प्रभावित होंगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भटिंडा रेलवे स्टेशन पर रूट रिले इंटरलोकिंग (आरआरआई) सिग्नल प्रणाली को स्थापित किये जाने के साथ कई और सुधारात्मक कार्य अन्तिम चरण में पहुंच गए हैं। आरआरआई सिस्टम लग जाने से भटिंडा स्टेशन से चलने वाली गाडिय़ों की लेट-लतीफी पर अंकुश लगेगा, लेकिन इस सिस्टम को लगाने के लिए कई दिन कार्य चलेगा। इसलिए रेलवे अथोरिटी ने रेलगाडिय़ों को रद्द करने और उनके मार्ग परिवर्तित करने का निर्णय लिया है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भठिंडा स्टेशन पर आरआरआई के अलावा पुराने सिग्नल कैबिन की जगह नये कैबिन बनाये जायेंगे। रेलवे यार्ड की हालत सुधारी जाएगी। इसके साथ अन्य सेवाओं के आवश्यक रखरखाव के कार्य भी होंगे। सूत्रों ने बताया कि जिन 13 रेलगाडिय़ों को रद्द किया जा रहा है, उनमें एक बीडी धूरी-भठिंडा, एक एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, चार एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, दो एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, तीन एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, 345 जींद-फिरोजपुर, 346 फिरोजपुर-जींद, 341 दिल्ली-फिरोजपुर, 342 फिरोजपुर-दिल्ली, 343 जींद-हिसार, 344 हिसार-जींद, एक आरबी भठिंडा-रेवाड़ी और दो आरबी रेवाड़ी-भठिंडा शामिल हैं।
इसके अलावा जिन रेलगाडिय़ों के मार्ग परिवर्तित किये जा रहे हैं। उनमें 5609/56010 गुवहाटी-लालगढ़ (बीकानेर) एक्सप्रेस मुख्य रूप से शामिल हैं। 8 से 20 मार्च के दौरान यह एक्सप्रेस भठिंडा रेलवे स्टेशन के बजाय भठिंडा के समीप करतारसिंहवाला हाल्ट स्टेशन से होकर आया-जाया करेगी। रेलवे अर्थोटी ने इसके लिए भठिंडा प्रशासन से करतारसिंहवाला स्टेशन पर यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए परिवहन की विशेष व्यवस्था करने का आग्रह किया है। इसी तरह 4887/4888 बाड़मेर-हरिद्वार/कालका एक्सप्रेस भी करतारसिंहवाला स्टेशन पर रूककर आया-जाया करेगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार अन्य प्रभावित होने वाली 19 रेलगाडिय़ों में- 4731-4732 दिल्ली-भठिंडा एक्सप्रेस शामिल हैं, जोकि उक्त अवधि के दौरान भठिंडा की बजाय धूरी से दिल्ली तक आया-जाया करेगी। इसी तरह 4 यूबी भठिंडा-अंबाला ट्रेन अंबाला-धूरी तक चलेगी। 4519/4520 किसान एक्सप्रेस दिल्ली-भठिंडा की बजाय दिल्ली-सिरसा तक चलेगी। 9225-9226 भठिंडा-जम्मूतवी एक्सप्रेस जम्मू-फिरोजपुर तक, 1 एफकेबी, 2 एफकेबी, 3 एफकेबी और 4 एफकेबी भठिंडा-फाजिल्का सवारी रेलगाडिय़ां फाजिल्का-कोटकपूरा तक चलेंगी। इसी तरह 2 एफबी/3 एफबी भठिंडा-फिरोजपुर का आवागमन फिरोजपुर-कोटकपूरा तक रहेगा। 1 बीएसबी/2 बीएसबी सूरतगढ़-भठिंडा रेलगाड़ी सूरतगढ़ से हनुमानगढ़ तक ही चला करेगी। 338/337 लालगढ़ (बीकानेर)-अबोहर पैसेंजर ट्रेन को हनुमानगढ़ तक ही आया-जाया करेगी। 339/340 अबोहर-बीकानेर-जोधपुर सवारी रेलगाड़ी हनुमानगढ़ से ही जोधपुर के बीच चला करेगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भटिंडा रेलवे स्टेशन पर रूट रिले इंटरलोकिंग (आरआरआई) सिग्नल प्रणाली को स्थापित किये जाने के साथ कई और सुधारात्मक कार्य अन्तिम चरण में पहुंच गए हैं। आरआरआई सिस्टम लग जाने से भटिंडा स्टेशन से चलने वाली गाडिय़ों की लेट-लतीफी पर अंकुश लगेगा, लेकिन इस सिस्टम को लगाने के लिए कई दिन कार्य चलेगा। इसलिए रेलवे अथोरिटी ने रेलगाडिय़ों को रद्द करने और उनके मार्ग परिवर्तित करने का निर्णय लिया है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार भठिंडा स्टेशन पर आरआरआई के अलावा पुराने सिग्नल कैबिन की जगह नये कैबिन बनाये जायेंगे। रेलवे यार्ड की हालत सुधारी जाएगी। इसके साथ अन्य सेवाओं के आवश्यक रखरखाव के कार्य भी होंगे। सूत्रों ने बताया कि जिन 13 रेलगाडिय़ों को रद्द किया जा रहा है, उनमें एक बीडी धूरी-भठिंडा, एक एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, चार एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, दो एसएचबी श्रीगंगानगर-भठिंडा, तीन एसएचबी भठिंडा-श्रीगंगानगर, 345 जींद-फिरोजपुर, 346 फिरोजपुर-जींद, 341 दिल्ली-फिरोजपुर, 342 फिरोजपुर-दिल्ली, 343 जींद-हिसार, 344 हिसार-जींद, एक आरबी भठिंडा-रेवाड़ी और दो आरबी रेवाड़ी-भठिंडा शामिल हैं।
इसके अलावा जिन रेलगाडिय़ों के मार्ग परिवर्तित किये जा रहे हैं। उनमें 5609/56010 गुवहाटी-लालगढ़ (बीकानेर) एक्सप्रेस मुख्य रूप से शामिल हैं। 8 से 20 मार्च के दौरान यह एक्सप्रेस भठिंडा रेलवे स्टेशन के बजाय भठिंडा के समीप करतारसिंहवाला हाल्ट स्टेशन से होकर आया-जाया करेगी। रेलवे अर्थोटी ने इसके लिए भठिंडा प्रशासन से करतारसिंहवाला स्टेशन पर यात्रियों को लाने-ले जाने के लिए परिवहन की विशेष व्यवस्था करने का आग्रह किया है। इसी तरह 4887/4888 बाड़मेर-हरिद्वार/कालका एक्सप्रेस भी करतारसिंहवाला स्टेशन पर रूककर आया-जाया करेगी।
रेलवे सूत्रों के अनुसार अन्य प्रभावित होने वाली 19 रेलगाडिय़ों में- 4731-4732 दिल्ली-भठिंडा एक्सप्रेस शामिल हैं, जोकि उक्त अवधि के दौरान भठिंडा की बजाय धूरी से दिल्ली तक आया-जाया करेगी। इसी तरह 4 यूबी भठिंडा-अंबाला ट्रेन अंबाला-धूरी तक चलेगी। 4519/4520 किसान एक्सप्रेस दिल्ली-भठिंडा की बजाय दिल्ली-सिरसा तक चलेगी। 9225-9226 भठिंडा-जम्मूतवी एक्सप्रेस जम्मू-फिरोजपुर तक, 1 एफकेबी, 2 एफकेबी, 3 एफकेबी और 4 एफकेबी भठिंडा-फाजिल्का सवारी रेलगाडिय़ां फाजिल्का-कोटकपूरा तक चलेंगी। इसी तरह 2 एफबी/3 एफबी भठिंडा-फिरोजपुर का आवागमन फिरोजपुर-कोटकपूरा तक रहेगा। 1 बीएसबी/2 बीएसबी सूरतगढ़-भठिंडा रेलगाड़ी सूरतगढ़ से हनुमानगढ़ तक ही चला करेगी। 338/337 लालगढ़ (बीकानेर)-अबोहर पैसेंजर ट्रेन को हनुमानगढ़ तक ही आया-जाया करेगी। 339/340 अबोहर-बीकानेर-जोधपुर सवारी रेलगाड़ी हनुमानगढ़ से ही जोधपुर के बीच चला करेगी।
चौटाला मेरा अपना गांव-मुन्ना भाई
डबवाली (लहू की लौ) ....बेशक मैंने चौटाला गांव की ऐतिहासिक धरा पर जन्म न लिया हो, पर मैं भी चौटाला परिवार का सदस्य हूं। चौटाला गांव मेरा अपना गांव हैं और यहां के लोग ताऊ- चाचा व भाई-बहनें हैं। गांव में पहुंचने पर जो प्यार, स्नेह व आर्शीवाद मिला है, उसे मैं जीवन भर नहीं भूला पाउंगा। ये भावुक शब्द सीने जगत के सुप्रसिद्ध अभिनेता संजय दत्त उर्फ मुन्ना भाई ने कहे। वे रविवार को यहां ऐलनाबाद हलके की जनता के धन्यवादी दौरे के बाद सांय इनेलो महासचिव अजय सिंह चौटाला व विधायक अभय सिंह चौटाला के पैतृक गांव चौटाला में बोल रहे थे। गांव में पहुंचने पर मुन्ना भाई का चौटाला वासियों ने अपने ही अदंाज में भव्य स्वागत किया।
ज्यों ही आज दोपहर फिल्म अभिनेता संजयदत्त के गांव में आने की खबर पहुंची, त्यों ही गांव में उत्सव सा माहौल हो गया और लोग का जोश व उत्साह सातवें आसमान पर था। सांझ तक गांववासी संजयदत्त के गर्मजोशी से स्वागत की तैयारियों मेें लगे रहे। यहां बताते चलें कि सीने अभिनेता संजयदत्त का चौटाला गांव में आने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित नहीं था परन्तु संजय दत्त ने आज दोपहर स्वयं ने पूर्व उपप्रधानमंत्री व किसानों के मसीहा रहे स्वर्गीय देवीलाल के गांव चौटाला में आने की इच्छा व्यक्त की थी।
अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला के साथ सीने अभिनेता संजयदत्त गांव में करीब सायं साढ़े छह बजे पहुंचे परन्त गांव वासी चार बजे से ही मुन्ना भाई के स्वागत में गलियों में कतारबद्ध थेे। गांव की मेहमानवाजी देखकर संजय दत्त से रहा नहीं गया और उन्होंने कहा कि मैं यहां मेहमान नहीं हूं बल्कि मैं भी आपका भाई और बेटा हूं और चौटाला परिवार का सदस्य होने के नाते, चौटाला मेरा अपना गांव है। मैं चौधरी देवीलाल की इस पावन भूमि को शत्-शत् नमन क रता हूं।
उन्होंने ठेठ हरियाणावीं अंदाज में राम-राम कह कर गांववासियों का अभिवादन स्वीकर किया। फिल्म अभिनेता ने कांग्रेसियों पर कटाक्ष करते कहा कि इस उपचुनाव में अभय सिंह चौटाला की जीत के बाद बहुरूपिये दिखार्ई नहीं दे रहे हैं।
इससे पहले विधायक अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने गांव में पहुंचने पर संजयदत्त का अभिनंदन किया। अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि भाई संजय दत्त चौटाला गांव में आए हैं। इस अवसर पर विधायक कृष्ण कंबोज, अभय सिंह चौटाला के सुपुत्र अर्जुन चौटाला, राजेश गोदारा, मीनू बराड़, प्रदीप सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
ज्यों ही आज दोपहर फिल्म अभिनेता संजयदत्त के गांव में आने की खबर पहुंची, त्यों ही गांव में उत्सव सा माहौल हो गया और लोग का जोश व उत्साह सातवें आसमान पर था। सांझ तक गांववासी संजयदत्त के गर्मजोशी से स्वागत की तैयारियों मेें लगे रहे। यहां बताते चलें कि सीने अभिनेता संजयदत्त का चौटाला गांव में आने का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित नहीं था परन्तु संजय दत्त ने आज दोपहर स्वयं ने पूर्व उपप्रधानमंत्री व किसानों के मसीहा रहे स्वर्गीय देवीलाल के गांव चौटाला में आने की इच्छा व्यक्त की थी।
अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला के साथ सीने अभिनेता संजयदत्त गांव में करीब सायं साढ़े छह बजे पहुंचे परन्त गांव वासी चार बजे से ही मुन्ना भाई के स्वागत में गलियों में कतारबद्ध थेे। गांव की मेहमानवाजी देखकर संजय दत्त से रहा नहीं गया और उन्होंने कहा कि मैं यहां मेहमान नहीं हूं बल्कि मैं भी आपका भाई और बेटा हूं और चौटाला परिवार का सदस्य होने के नाते, चौटाला मेरा अपना गांव है। मैं चौधरी देवीलाल की इस पावन भूमि को शत्-शत् नमन क रता हूं।
उन्होंने ठेठ हरियाणावीं अंदाज में राम-राम कह कर गांववासियों का अभिवादन स्वीकर किया। फिल्म अभिनेता ने कांग्रेसियों पर कटाक्ष करते कहा कि इस उपचुनाव में अभय सिंह चौटाला की जीत के बाद बहुरूपिये दिखार्ई नहीं दे रहे हैं।
इससे पहले विधायक अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने गांव में पहुंचने पर संजयदत्त का अभिनंदन किया। अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि भाई संजय दत्त चौटाला गांव में आए हैं। इस अवसर पर विधायक कृष्ण कंबोज, अभय सिंह चौटाला के सुपुत्र अर्जुन चौटाला, राजेश गोदारा, मीनू बराड़, प्रदीप सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
आजकल स्कूल, स्कूल कम रिसोर्ट अधिक बन गये हैं--जगजीत सिंह
आजकल स्कूल, स्कूल कम और रिसोर्ट अधिक बन गये हैं। रिसोर्ट महज क्षणिक खुशी देने या समय बिताने का साधन होते हैं, ना कि शिक्षा देकर जीवन बनाने या जीवन लक्ष्य निर्धारित करने के। मैं विद्यालय, स्कूल के आधुनिकीकरण के पक्ष में तो हूं लेकिन राग विलास के स्त्रोत बनाने के विरोध में। हम जिन स्कूलों, कॉलेजों में पढ़कर आये, वहां का फर्नीचर, मैदान, पुस्तकालय आदि वहीं छोड़कर आये। बस वहां से ज्ञान और डिग्रीयां ही हमारे साथ आई। यही विद्यार्थियों की निजी पूंजी होती है। स्कूलों को आधुनिक बनाते समय बच्चों के मनोविज्ञान व कार्यक्षमता का भी ध्यान रखना चाहिए।
बच्चों के आयुवर्ग के अनुसार कार्य लेना होता है, ताकि वे तनाव मुक्त भी रहें और स्तरीय शिक्षा भी प्राप्त करते रहें। आजकल बच्चों को स्कूल,स्कूल कम लगते हैं, जेल ज्यादा। वे अध्यापकों को अपना मार्गदर्शक न मानकर विरोधी समझते हैं। मैं पिछले तेरह सालों से शिक्षा के क्षेत्र में हूं। मैने भारत के अलग-अलग आधुनिक व पिछड़े हुए भागों में पढ़ाया है। मुझे अनुभव हुआ कि विद्यार्थियों को हम अध्यापक के समान या कभी कभार अधिक महत्व देते हैं। जोकि अनुचित सिद्ध होता है। बाल बुद्धि अभी मैच्चौर नहीं हुई होती तो उनके अनुसार स्कूलों के कार्य करने की शैली/ढंग तरीके बदलने के कुपरिणाम सामने आते रहे हैं, और यदि हम आधुनिकता के आवरण में उनकी अपरिपक्व इच्छाओं को पूरा करने के लिए लचीलापन लाते गये तो निश्चित रूप से एक दिन शिक्षा संज्ञाहीन व परिणाम हीन हो जायेगी।
शिक्षा कभी मंहगी नहीं होती और न ही शिक्षक मंहगे होते हैं। लेकिन कुछ प्रबंधक सहुलियतों के नाम तले स्कूलों को रिसार्टस की भांति हाई रेटिड या हाई गेडिड बना लेते हैं। स्कूलों से लाभ कमाना कतई अनुचित नहीं है। लेकिन मां बाप का शोषण करना अमानवीय है। अपने स्कूलों को समृद्ध बनाने के लिए सुविधा के अनुसार वार्षिक खर्चो में बढ़ौतरी करना बुरा नहीं होता। परन्तु 100 रूपये की सुविधा देकर 2000 रूपये की वसूली तो अंडरवल्र्ड की फिरौती जैसी लगती है। मेरे नजरिये में सारी भाषायें सम्मानीय हैं, अंग्रेजी भाषा चूंकि अन्तर्राष्ट्रीय बन गई है तो इसका प्रभाव व महत्व बढ़ गया है। लेकिन क्या मैथ, साईंस, सोशल साईंस विषय महत्वहीन हो गये हैं? नहीं। जैसे सभी अंग पूरे हों, तभी शरीर सही कार्य करता है, उसी प्रकार सभी विषय एक जैसे ही महत्वपूर्ण हैं और उनका पूरा अध्ययन करना ही संपूर्ण शिक्षा है।
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए अंग्रेजी भी उतनी सहायक, जितनी मातृ भाषायें।
विद्यार्थियों पर अपनी अत्याधिक अपेक्षायें लादकर हम उन्हें गधे बनाने पर तुले हुए हैँ। क्या ऐसा नहीं है? हम सभी जानते हैं कि बाप ने न मारा तीर, बेटा तीरदाज। जो हम न बन सके, अपने बच्चों को जबरन वही बनाना चाहते हैं, भले उसमें वो स्टेमिना और इच्छा शक्ति न हो।
नहीं, पूर्ण शिक्षा तो सर्वप्रथम स्वस्थ मानव बनाती है और स्वस्थ मानव ही सफल डाक्टर, पत्रकार, इंजीनियर, दुकानदार, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, संपादक बनता है। स्वस्थ व संतुलित माहौल में पढ़े, बढ़े बच्चे ही समाज को संवारत, संभालते है।
मैं इसी तरह का तनाव रहित वातावरण दे रहा हूं, अपने स्कूल केअर वैल इन्टरनैशनल में हम बच्चों को कम्पीटिशन तो दे रहे हैं लेकिन पहली पोजीशन वाले बच्चे से नहीं, बल्कि अपनी पोजीशन से। सैल्फ कम्पीटिशन के सुधारवादी स्वस्थ कम्पीटिशन की सोच से।
साल के शुरू में बच्चे की अपनी परफारमेंस क्या थी। और साल भर उसने सीखने में क्या ग्रोथ की। यही ढंग है, तनावरहित शिक्षा वातावरण का।
गुलाब का फूल कभी नहीं कहता कि उसे गेंदा, चमेली होना है, खरगोश कभी नहीं कहता कि उसे हाथी होना है। फिर मनुष्य क्यों किसी और जैसा होने में अपने बच्चों की मौलिक प्रतिभा को मार रहा है। मैं अपने सभी विद्यार्थियों को अपने जैसा बने रहकर तनाव रहित स्वस्थ शैक्षिक माहौल दे रहा हूं। आओ।़ इस सृजनशीलता में अपने बच्चों को हमारे साथ स्वस्थ वातावरण में पढऩे बढऩे का अवसर दें।
-जगजीत सिंह
प्रिंसीपल/चेयरमैन
केअरवैल इंटरनैशनल स्कूल
मलोट रोड़, ख्योवाली।
बच्चों के आयुवर्ग के अनुसार कार्य लेना होता है, ताकि वे तनाव मुक्त भी रहें और स्तरीय शिक्षा भी प्राप्त करते रहें। आजकल बच्चों को स्कूल,स्कूल कम लगते हैं, जेल ज्यादा। वे अध्यापकों को अपना मार्गदर्शक न मानकर विरोधी समझते हैं। मैं पिछले तेरह सालों से शिक्षा के क्षेत्र में हूं। मैने भारत के अलग-अलग आधुनिक व पिछड़े हुए भागों में पढ़ाया है। मुझे अनुभव हुआ कि विद्यार्थियों को हम अध्यापक के समान या कभी कभार अधिक महत्व देते हैं। जोकि अनुचित सिद्ध होता है। बाल बुद्धि अभी मैच्चौर नहीं हुई होती तो उनके अनुसार स्कूलों के कार्य करने की शैली/ढंग तरीके बदलने के कुपरिणाम सामने आते रहे हैं, और यदि हम आधुनिकता के आवरण में उनकी अपरिपक्व इच्छाओं को पूरा करने के लिए लचीलापन लाते गये तो निश्चित रूप से एक दिन शिक्षा संज्ञाहीन व परिणाम हीन हो जायेगी।
शिक्षा कभी मंहगी नहीं होती और न ही शिक्षक मंहगे होते हैं। लेकिन कुछ प्रबंधक सहुलियतों के नाम तले स्कूलों को रिसार्टस की भांति हाई रेटिड या हाई गेडिड बना लेते हैं। स्कूलों से लाभ कमाना कतई अनुचित नहीं है। लेकिन मां बाप का शोषण करना अमानवीय है। अपने स्कूलों को समृद्ध बनाने के लिए सुविधा के अनुसार वार्षिक खर्चो में बढ़ौतरी करना बुरा नहीं होता। परन्तु 100 रूपये की सुविधा देकर 2000 रूपये की वसूली तो अंडरवल्र्ड की फिरौती जैसी लगती है। मेरे नजरिये में सारी भाषायें सम्मानीय हैं, अंग्रेजी भाषा चूंकि अन्तर्राष्ट्रीय बन गई है तो इसका प्रभाव व महत्व बढ़ गया है। लेकिन क्या मैथ, साईंस, सोशल साईंस विषय महत्वहीन हो गये हैं? नहीं। जैसे सभी अंग पूरे हों, तभी शरीर सही कार्य करता है, उसी प्रकार सभी विषय एक जैसे ही महत्वपूर्ण हैं और उनका पूरा अध्ययन करना ही संपूर्ण शिक्षा है।
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए अंग्रेजी भी उतनी सहायक, जितनी मातृ भाषायें।
विद्यार्थियों पर अपनी अत्याधिक अपेक्षायें लादकर हम उन्हें गधे बनाने पर तुले हुए हैँ। क्या ऐसा नहीं है? हम सभी जानते हैं कि बाप ने न मारा तीर, बेटा तीरदाज। जो हम न बन सके, अपने बच्चों को जबरन वही बनाना चाहते हैं, भले उसमें वो स्टेमिना और इच्छा शक्ति न हो।
नहीं, पूर्ण शिक्षा तो सर्वप्रथम स्वस्थ मानव बनाती है और स्वस्थ मानव ही सफल डाक्टर, पत्रकार, इंजीनियर, दुकानदार, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, संपादक बनता है। स्वस्थ व संतुलित माहौल में पढ़े, बढ़े बच्चे ही समाज को संवारत, संभालते है।
मैं इसी तरह का तनाव रहित वातावरण दे रहा हूं, अपने स्कूल केअर वैल इन्टरनैशनल में हम बच्चों को कम्पीटिशन तो दे रहे हैं लेकिन पहली पोजीशन वाले बच्चे से नहीं, बल्कि अपनी पोजीशन से। सैल्फ कम्पीटिशन के सुधारवादी स्वस्थ कम्पीटिशन की सोच से।
साल के शुरू में बच्चे की अपनी परफारमेंस क्या थी। और साल भर उसने सीखने में क्या ग्रोथ की। यही ढंग है, तनावरहित शिक्षा वातावरण का।
गुलाब का फूल कभी नहीं कहता कि उसे गेंदा, चमेली होना है, खरगोश कभी नहीं कहता कि उसे हाथी होना है। फिर मनुष्य क्यों किसी और जैसा होने में अपने बच्चों की मौलिक प्रतिभा को मार रहा है। मैं अपने सभी विद्यार्थियों को अपने जैसा बने रहकर तनाव रहित स्वस्थ शैक्षिक माहौल दे रहा हूं। आओ।़ इस सृजनशीलता में अपने बच्चों को हमारे साथ स्वस्थ वातावरण में पढऩे बढऩे का अवसर दें।
-जगजीत सिंह
प्रिंसीपल/चेयरमैन
केअरवैल इंटरनैशनल स्कूल
मलोट रोड़, ख्योवाली।
13 फ़रवरी 2010
सड़क हादसे में एनआरआई सहित दो की मौत
डबवाली (लहू की लौ) गांव बिज्जूवाली के पास एक कार और ट्रेक्टर की टक्कर हो जाने से कार में सवार पांच लोगों में से एनआरआई युवक सहित दो की मौत हो गई। घायलों को इलाज के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में ले जाया गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सन्त नगर निवासी सुखदेव सिंह का परिवार शुक्रवार सुबह डबवाली में एक शोक समारोह में भाग लेने के लिए आया था और दोपहर बाद वापिस सन्त नगर लौट रहा था कि गांव बिज्जूवाली के पास एक ट्रेक्टर ने कार में टक्कर मारी और कार को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करके ट्रेक्टर चालक मौका से फरार हो गया।
संयोग से ऐलनाबाद से डबवाली आ रहे डबवाली निवासी मलूक सिंह तथा सुरेश कड़वासरा ने देखा कि एक कार दुर्घटनाग्रस्त हुए पड़ी है और लोग उसे देख कर जा रहे हैं। लेकिन मानवता का परिचय देते हुए इन लोगों ने घायलों को उठाया और अपनी जिप्सी में डाल कर डबवाली ले आये। डबवाली आकर छिन्दा नामक युवक को मृत घोषित कर दिया गया। बताया जाता है कि छिन्दा हाल ही में इंग्लैंड से अपने गांव सन्तनगर आया था और बैसाखी के बाद उसने वापिस लौटना था। मृतक की बहन बलवीर कौर, मनजीत कौर का इलाज शुरू कर दिया गया।
मलूक सिंह ने बताया कि वहां पर एक अन्य महिला मृत पड़ी थी जिसकी पहचान मृतक छिन्दा उर्फ लाल सिंह की एक अन्य बहन भोली के रूप में हुई है। जबकि इस दुर्घटना में भोली का पति सुखदेव सिंह बाल-बाल बच गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सन्त नगर निवासी सुखदेव सिंह का परिवार शुक्रवार सुबह डबवाली में एक शोक समारोह में भाग लेने के लिए आया था और दोपहर बाद वापिस सन्त नगर लौट रहा था कि गांव बिज्जूवाली के पास एक ट्रेक्टर ने कार में टक्कर मारी और कार को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त करके ट्रेक्टर चालक मौका से फरार हो गया।
संयोग से ऐलनाबाद से डबवाली आ रहे डबवाली निवासी मलूक सिंह तथा सुरेश कड़वासरा ने देखा कि एक कार दुर्घटनाग्रस्त हुए पड़ी है और लोग उसे देख कर जा रहे हैं। लेकिन मानवता का परिचय देते हुए इन लोगों ने घायलों को उठाया और अपनी जिप्सी में डाल कर डबवाली ले आये। डबवाली आकर छिन्दा नामक युवक को मृत घोषित कर दिया गया। बताया जाता है कि छिन्दा हाल ही में इंग्लैंड से अपने गांव सन्तनगर आया था और बैसाखी के बाद उसने वापिस लौटना था। मृतक की बहन बलवीर कौर, मनजीत कौर का इलाज शुरू कर दिया गया।
मलूक सिंह ने बताया कि वहां पर एक अन्य महिला मृत पड़ी थी जिसकी पहचान मृतक छिन्दा उर्फ लाल सिंह की एक अन्य बहन भोली के रूप में हुई है। जबकि इस दुर्घटना में भोली का पति सुखदेव सिंह बाल-बाल बच गया।
वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) दशमेश सीनियर सेंकडरी स्कूल चोरमार में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजन किया गया। दशमेश एजूकेशन सोसाइटी के प्रधान बाबा कर्म सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में मुख्यातिथि के रूप में अतिरिक्त उपायुक्त जे गणेशन एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी राम सिंह चहल व सरपंच जितेंद्र सिंह उपस्थित हुए। इस अवसर पर मुख्यातिथि ने अपने संबोधन में ग्रामीण आंचल में शिक्षा के प्रसार पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी आधुनिक शिक्षा पद्धति के विकास की आवश्यकता है ताकि ग्रामीणा प्रतिभाओं को खुलकर प्रकाश में आने का मौका मिल सके। उन्होंने बाबा कर्म सिंह को बधाई देते हुए कहा कि धार्मिक आयोजनों के साथ साथ शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय है।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत गीत, संगीत, नृत्य, भंगड़ा, गिद्दा व समूहगान प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। तर्कशील सोसाइटी के मास्टर सुरेंपाल सिंह व मास्टर अजायब सिंह ने जादू के अनेक ट्रिक दिखाकर अंधविश्वासों को त्यागने की अपील की। स्कूल के प्राचार्य हरदेव सिंह ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढकर सुनाई और सचिव डाक्टर बलबीर सिंह व प्रबंधक तेजा सिंह ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कक्षा पहली से बारहवीं तक के प्रथम व द्वितीय आने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर ओढ़ां के सरपंच दर्शन सिंह मलकाना, प्राध्यापक सुखमंद्र सिंह, प्राथमिक पाठशाला की मुख्याध्यापिका मनजीत कौर, गुलाब सिंह, रवींद्र सिंह, बीरपाल सिंह व मास्टर शमशेर सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक, अभिभावक व स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के तहत गीत, संगीत, नृत्य, भंगड़ा, गिद्दा व समूहगान प्रस्तुत करके सभी का मन मोह लिया। तर्कशील सोसाइटी के मास्टर सुरेंपाल सिंह व मास्टर अजायब सिंह ने जादू के अनेक ट्रिक दिखाकर अंधविश्वासों को त्यागने की अपील की। स्कूल के प्राचार्य हरदेव सिंह ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट पढकर सुनाई और सचिव डाक्टर बलबीर सिंह व प्रबंधक तेजा सिंह ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर कक्षा पहली से बारहवीं तक के प्रथम व द्वितीय आने वाले विद्यार्थियों को प्रमाणपत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर ओढ़ां के सरपंच दर्शन सिंह मलकाना, प्राध्यापक सुखमंद्र सिंह, प्राथमिक पाठशाला की मुख्याध्यापिका मनजीत कौर, गुलाब सिंह, रवींद्र सिंह, बीरपाल सिंह व मास्टर शमशेर सिंह सहित अनेक गणमान्य नागरिक, अभिभावक व स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
वैष्णों माता मन्दिर में शिवलिंग की स्थापना
डबवाली (लहू की लौ) यहां के श्री वैष्णों माता मन्दिर में महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव के अद्वितीय स्वरूप श्री शिवलिंग की प्राण प्रतिष्ठा विधि विधान के अनुसार वीरवार को सम्पन्न हुई। इसके बाद हवन यज्ञ हुआ और अटूट भण्डारा बरता।
यह जानकारी देते हुए मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के प्रधान डिम्पल सिंगला ने बताया कि पं. केशव शास्त्री के सानिध्य में हवन यज्ञ में मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के सदस्य और डबवाली नगर के गणमान्य व्यक्तिों ने आहुति डालकर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर राजकुमार सिंगला घोटू, तरसेम जिन्दल, डॉ. जीडी जिन्दल, ओंकार मल गोयल, हेमराज जिन्दल, तेलू राम बांसल, जवाहर लाल जग्गा, राजू सेठी, प्रीतम बांसल, गंगा बिशन गोयल एडवोकेट, रामलाल बागड़ी, रतन लाल, प्रशोत्तम जिन्दल, रमेश जिन्दल, नरेश जिन्दल, बबलू जिन्दल, ज्ञान चन्द, देसराज बाबा, रामसहाय शर्मा आदि उपस्थित थे।
जय श्री सिद्वेश्वरी महाकाली माता मन्दिर, जस्सी बागवाली में भी लालजी शास्त्री के सानिध्य में शिव परिवार की मूर्ति की स्थापना बड़ी धूमधाम से की गई।
यह जानकारी देते हुए मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के प्रधान डिम्पल सिंगला ने बताया कि पं. केशव शास्त्री के सानिध्य में हवन यज्ञ में मन्दिर प्रबन्धक कमेटी के सदस्य और डबवाली नगर के गणमान्य व्यक्तिों ने आहुति डालकर भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर राजकुमार सिंगला घोटू, तरसेम जिन्दल, डॉ. जीडी जिन्दल, ओंकार मल गोयल, हेमराज जिन्दल, तेलू राम बांसल, जवाहर लाल जग्गा, राजू सेठी, प्रीतम बांसल, गंगा बिशन गोयल एडवोकेट, रामलाल बागड़ी, रतन लाल, प्रशोत्तम जिन्दल, रमेश जिन्दल, नरेश जिन्दल, बबलू जिन्दल, ज्ञान चन्द, देसराज बाबा, रामसहाय शर्मा आदि उपस्थित थे।
जय श्री सिद्वेश्वरी महाकाली माता मन्दिर, जस्सी बागवाली में भी लालजी शास्त्री के सानिध्य में शिव परिवार की मूर्ति की स्थापना बड़ी धूमधाम से की गई।
पेट्रोल व डीजल का भंडारण करते रंगे हाथों पकड़ा
डबवाली (लहू की लौ) सीआईए सिरसा पुलिस ने गांव बड़ागुढ़ा क्षेत्र से तीन लोगों को अवैध रूप से पेट्रोल व डीजल का भंडारण करते रंगे हाथों पकड़ा है। ये लोग गांव में मिनी पैट्रोल पम्प चला रहे थे। काबू किए गए तीनों आरोपियों के खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज किया है। सीआईए सिरसा पुलिस को गुप्ता सूचना मिली कि बड़ागुढ़ा क्षेत्र में रघुआना निवासी अशोक, कुलदीप व बड़ागुढ़ा का अर्जुन गांव में लोगों को अवैध रूप से डीजल व पैट्रोल बेचता है। गांववासियों को पैट्रोल व डीजल लेने के लिए शहर की ओर रूख न करना पड़े, इसके लिए तीनों ने भारी मात्रा में तेल का स्टॉक जमा कर रखा है। सूचना मिलते ही सीआईए स्टाफ के कर्मचारी हरकत में आ गए। एक टीम गठित कर बताए गए स्थान पर छापा मार गया। इस छापे में अर्जुन को 439 लीटर डीजल, 25 लीटर पैट्रोल के साथ पकड़ा गया जबकि अशोक के कब्जे से 20 लीटर पैट्रोल व कुलदीप के कब्जे से 60 लीटर डीजल व 40 लीटर पैट्रोल बरामद हुआ। तीनों आरोपियों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक काबू
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) ओढ़ां पुलिस ने 60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके अदालत में पेश कर दिया है। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पैक्टर नरेंद्र सरदाना के साथ जीटी रोड़ पन्नीवाला मोटा के नजदीक एक ढाबे में छापा मारा और वहां पर एक ड्रम में रखा मिलावटी डीजल बरामद किया और डीजल सहित सुरेंद्र सिंह पुत्र धर्मबीर निवासी रोहिडांवाली को गिरफ्तार करके हेराफेरी एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया।
60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक काबू
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) ओढ़ां पुलिस ने 60 लीटर मिलावटी डीजल सहित एक व्यक्ति को गिरफ्तार करके अदालत में पेश कर दिया है। यह जानकारी देते हुए थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पैक्टर नरेंद्र सरदाना के साथ जीटी रोड़ पन्नीवाला मोटा के नजदीक एक ढाबे में छापा मारा और वहां पर एक ड्रम में रखा मिलावटी डीजल बरामद किया और डीजल सहित सुरेंद्र सिंह पुत्र धर्मबीर निवासी रोहिडांवाली को गिरफ्तार करके हेराफेरी एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया।
मुख्यमंत्री जाएंगे जनता चौपाल
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा 15 मार्च के बाद ''जनता चौपालÓÓ और ''कार्यकर्ता मिलनÓÓ नामक अनूठे जनसम्पर्क कार्यक्रम शुरू करने जा रहे हैं।
यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार प्रो. विरेन्द्र ने बताया कि इन कार्यक्रमों के पीछे मुख्यमंत्री की यह सोच है कि कांग्रेस पार्टी की आम आदमी की भलाई की नीतियों पर चलते हुए प्रदेश के विकास में और अधिक तेजी लाना, स्वच्छ एवं पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना, लोगों की समस्याओं के तत्काल समाधान तंत्र को और अधिक मजबूत बनाना तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की विकास प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि जनता चौपाल के माध्यम से जन शिकायतों का निवारण करने और लोगों को न्याय प्रदान करने की गौरवशाली परम्परा वैदिक काल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि चौपाल प्रजातंत्र का प्रतीक है। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि इसी परम्परा पर चलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री जनता चौपाल कार्यक्रम के प्रथम चरण में जिला मुख्यालयों पर विश्राम गृह में लोगों की शिकायतें सुनेंगे तथा जिला अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। यह चौपाल जिला मुख्यालय पर सामान्यत: शनिवार और रविवार को आयोजित की जाएगी। जनता चौपाल में सम्बद्घ जिले की जनसम्पर्क एवं कष्टï निवारण समिति के प्रभारी मंत्री तथा जिले के सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे। लोगों की शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जाएगा। किस जिले में किस दिन जनता चौपाल आयोजित होगी, इस सम्बन्ध में पूर्व सूचना दी जाएगी। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि मुख्यमंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी असली ताकत मानते हैं क्योंकि वे सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम में सम्बन्धित जिले के पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री रू-ब-रू होंगे। उनसे हर पहलू पर विचार-विमर्श करेंगे। विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लेंगे, कार्यकर्ताओं से सुझाव लेंगे और उनकी यदि कोई शिकायत है तो उसे भी दूर करेंगे। कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम सम्बन्धित जिले के कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार प्रो. विरेन्द्र ने बताया कि इन कार्यक्रमों के पीछे मुख्यमंत्री की यह सोच है कि कांग्रेस पार्टी की आम आदमी की भलाई की नीतियों पर चलते हुए प्रदेश के विकास में और अधिक तेजी लाना, स्वच्छ एवं पारदर्शी प्रशासन प्रदान करना, लोगों की समस्याओं के तत्काल समाधान तंत्र को और अधिक मजबूत बनाना तथा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की विकास प्रक्रिया में अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि जनता चौपाल के माध्यम से जन शिकायतों का निवारण करने और लोगों को न्याय प्रदान करने की गौरवशाली परम्परा वैदिक काल से चली आ रही है। उन्होंने कहा कि चौपाल प्रजातंत्र का प्रतीक है। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि इसी परम्परा पर चलते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री जनता चौपाल कार्यक्रम के प्रथम चरण में जिला मुख्यालयों पर विश्राम गृह में लोगों की शिकायतें सुनेंगे तथा जिला अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। यह चौपाल जिला मुख्यालय पर सामान्यत: शनिवार और रविवार को आयोजित की जाएगी। जनता चौपाल में सम्बद्घ जिले की जनसम्पर्क एवं कष्टï निवारण समिति के प्रभारी मंत्री तथा जिले के सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहेंगे। लोगों की शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया जाएगा। किस जिले में किस दिन जनता चौपाल आयोजित होगी, इस सम्बन्ध में पूर्व सूचना दी जाएगी। प्रो० विरेन्द्र ने बताया कि मुख्यमंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी असली ताकत मानते हैं क्योंकि वे सरकार और जनता के बीच सेतु का कार्य करते हैं। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम में सम्बन्धित जिले के पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री रू-ब-रू होंगे। उनसे हर पहलू पर विचार-विमर्श करेंगे। विकास एवं जनकल्याण की योजनाओं के सम्बन्ध में फीडबैक लेंगे, कार्यकर्ताओं से सुझाव लेंगे और उनकी यदि कोई शिकायत है तो उसे भी दूर करेंगे। कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम सम्बन्धित जिले के कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित किया जाएगा।
12 फ़रवरी 2010
नगरपालिका बैठक में हंगामा
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका की दो माह के बाद वीरवार को सम्पन्न हुई मासिक बैठक में जमकर हंगामा हुआ। 465.89 लाख रूपये के खर्चे तथा 468.50 लाख रूपये की आय का बजट पारित किया गया।
नगरपालिका की इस मासिक बैठक की अध्यक्षता पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन ने की। बैठक में 19 में से 18 पार्षद हाजिर हुए। बैठक की कार्यवाही की सूचना देते हुए पालिका सचिव कृष्ण नागपाल ने बताया कि बैठक में 27 नक्शे प्रस्तुत हुए, जो पास कर दिये गये।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अवैध कलोनियों को नियमित करने के लिए नक्शे बनाने हेतू सरकार ने हरसक कम्पनी को ठेका दिया था। लेकिन उसने नक्शे बनाकर आज तक प्रस्तुत नहीं किये, जिस पर नगरपालिका ने प्राईवेट आर्टिटेक्ट से नक्शे बनवाकर इन कलोनियों को नियमित करने का केस सरकार के पास भेजने का निर्णय लिया है।
बैठक में कमर्शियल भवनों का हाऊस टैक्स के लिये नये सिरे से सर्वे करने का निर्णय लिया गया और अस्थाई तथा स्थाई अवैध कब्जे हटवाने के लिए पुलिस मदद के लिए उपमण्डलाधीश को लिखना भी तय किया गया। इस मौके पर फायर विक्टम केस में नगरपालिका द्वारा वकील की राशि 51 हजार 454 रूपये पारित की गई। शिव चौक के पास बनी पालिका चुंगी को नीलामी करके किराये पर देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में पटवार एसोसिएशन द्वारा तहसीलदार की मार्फत विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में नगरपालिका की पड़ी जमीन पर पटवानखाना बनाने के लिए किये गये आवेदन को हाऊस ने नामंजूर कर दिया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 5 हजार रूपये से अधिक जिनकी ओर हाऊस टैक्स बनता है, उन्हें 7 दिन का नोटिस दिया जाये। अगर वह राशि अदा नहीं की जाती तो आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया जाये। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सफाई के लिए वार्ड कमेटियां गठित की जायें, जो अपने वार्डों में सफाई के सम्बन्ध में पालिका को रिपोर्ट देंगी।
इस बैठक में हाऊस ने एक मत से सफाई ठेका रद्द करने का प्रस्ताव भी पारित किया। सफाई को लेकर पार्षद बैठक में काफी समय तक हंगामा करते रहे और उसके बाद ही यह प्रस्ताव पारित हो सका। इस मौके पर यह भी निर्णय लिया गया कि आवश्यक भुगतान को छोड़कर नगरपालिका अन्य अदायगी कर्मचारियों को वेतन देने के बाद ही करेगी। जेई और भवन निरीक्षक के खाली पड़े पद को भरने के लिए सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया। बिश्नोई समाज द्वारा रामबाग में समाज के शरीर छोड़ गये लोगो के शवों को दफनाने के लिए मांगी गई जगह के आवेदन पर एक प्रस्ताव पारित करके इस पर विचार के लिए रामबाग प्रबंधक कमेटी को यह प्रस्ताव भेज दिया गया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्षद जगदीप सूर्या, विनोद बांसल, गुरजीत सिंह, टेक चन्द छाबड़ा ने बताया कि स्ट्रीट लाईट खरीदने के लिए बिना हाऊस की मंजूरी के 2 लाख रूपये की राशि का डाला गया प्रस्ताव मालूम होने पर रद्द कर दिया गया। इस मौके पर पार्षदों ने सवाल किया कि यह प्रस्ताव किसी की अनुमति से रजिस्टर में डाला गया है तो इस का जवाब न तो सचिव और न ही प्रधान दे सके। इस मामले को लेकर पार्षदों ने खूब हंगामा किया और साथ में कहा कि भविष्य में कोई भी प्रस्ताव हाऊस की अनुमति के बिना रजिस्टर में दर्ज न किया जाये और इसे तुरन्त रद्द किया जाये।
पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि स्ट्रीट लाईट निम्न स्तर की लगाई गई है और लगाते ही खराब हो गई हैं। यह स्ट्रीट लाईट अभी गारंटी में है और इसे तुरन्त बदलवाने के आदेश दिये जायें। श्री राम पार्क में अनियमिततायें होने का मामला भी जोर शोर से उठा। इस मौके पर पार्षदों ने कहा कि ठेके पर करवाये गये विकास कार्यो के बिल हाऊस में पास होने चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विभागीय स्तर पर करवाये गये कार्य में भी मिट्टी भर्ती, गली सीसी बनाने आदि में जो अनियमिततायें हुई हैँ उनकी सतर्कता विभाग से जांच करवाई जाये।
बैठक के दौरान सफाई कर्मचारियों ने भी पालिका के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उन्हें तीन माह का वेतन आज तक नहीं दिया गया। काफी देर तक कर्मचारी नारे बाजी करते रहे और उन्हें सचिव नगरपालिका ने 15 दिन के भीतर दो माह का वेतन देने का विश्वास दिलाया और तब वे शांत हुए।
नगरपालिका की इस मासिक बैठक की अध्यक्षता पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन ने की। बैठक में 19 में से 18 पार्षद हाजिर हुए। बैठक की कार्यवाही की सूचना देते हुए पालिका सचिव कृष्ण नागपाल ने बताया कि बैठक में 27 नक्शे प्रस्तुत हुए, जो पास कर दिये गये।
बैठक में निर्णय लिया गया कि अवैध कलोनियों को नियमित करने के लिए नक्शे बनाने हेतू सरकार ने हरसक कम्पनी को ठेका दिया था। लेकिन उसने नक्शे बनाकर आज तक प्रस्तुत नहीं किये, जिस पर नगरपालिका ने प्राईवेट आर्टिटेक्ट से नक्शे बनवाकर इन कलोनियों को नियमित करने का केस सरकार के पास भेजने का निर्णय लिया है।
बैठक में कमर्शियल भवनों का हाऊस टैक्स के लिये नये सिरे से सर्वे करने का निर्णय लिया गया और अस्थाई तथा स्थाई अवैध कब्जे हटवाने के लिए पुलिस मदद के लिए उपमण्डलाधीश को लिखना भी तय किया गया। इस मौके पर फायर विक्टम केस में नगरपालिका द्वारा वकील की राशि 51 हजार 454 रूपये पारित की गई। शिव चौक के पास बनी पालिका चुंगी को नीलामी करके किराये पर देने का निर्णय लिया गया।
बैठक में पटवार एसोसिएशन द्वारा तहसीलदार की मार्फत विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में नगरपालिका की पड़ी जमीन पर पटवानखाना बनाने के लिए किये गये आवेदन को हाऊस ने नामंजूर कर दिया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि 5 हजार रूपये से अधिक जिनकी ओर हाऊस टैक्स बनता है, उन्हें 7 दिन का नोटिस दिया जाये। अगर वह राशि अदा नहीं की जाती तो आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में केस दायर किया जाये। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सफाई के लिए वार्ड कमेटियां गठित की जायें, जो अपने वार्डों में सफाई के सम्बन्ध में पालिका को रिपोर्ट देंगी।
इस बैठक में हाऊस ने एक मत से सफाई ठेका रद्द करने का प्रस्ताव भी पारित किया। सफाई को लेकर पार्षद बैठक में काफी समय तक हंगामा करते रहे और उसके बाद ही यह प्रस्ताव पारित हो सका। इस मौके पर यह भी निर्णय लिया गया कि आवश्यक भुगतान को छोड़कर नगरपालिका अन्य अदायगी कर्मचारियों को वेतन देने के बाद ही करेगी। जेई और भवन निरीक्षक के खाली पड़े पद को भरने के लिए सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया। बिश्नोई समाज द्वारा रामबाग में समाज के शरीर छोड़ गये लोगो के शवों को दफनाने के लिए मांगी गई जगह के आवेदन पर एक प्रस्ताव पारित करके इस पर विचार के लिए रामबाग प्रबंधक कमेटी को यह प्रस्ताव भेज दिया गया।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पार्षद जगदीप सूर्या, विनोद बांसल, गुरजीत सिंह, टेक चन्द छाबड़ा ने बताया कि स्ट्रीट लाईट खरीदने के लिए बिना हाऊस की मंजूरी के 2 लाख रूपये की राशि का डाला गया प्रस्ताव मालूम होने पर रद्द कर दिया गया। इस मौके पर पार्षदों ने सवाल किया कि यह प्रस्ताव किसी की अनुमति से रजिस्टर में डाला गया है तो इस का जवाब न तो सचिव और न ही प्रधान दे सके। इस मामले को लेकर पार्षदों ने खूब हंगामा किया और साथ में कहा कि भविष्य में कोई भी प्रस्ताव हाऊस की अनुमति के बिना रजिस्टर में दर्ज न किया जाये और इसे तुरन्त रद्द किया जाये।
पार्षदों ने यह भी आरोप लगाया कि स्ट्रीट लाईट निम्न स्तर की लगाई गई है और लगाते ही खराब हो गई हैं। यह स्ट्रीट लाईट अभी गारंटी में है और इसे तुरन्त बदलवाने के आदेश दिये जायें। श्री राम पार्क में अनियमिततायें होने का मामला भी जोर शोर से उठा। इस मौके पर पार्षदों ने कहा कि ठेके पर करवाये गये विकास कार्यो के बिल हाऊस में पास होने चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विभागीय स्तर पर करवाये गये कार्य में भी मिट्टी भर्ती, गली सीसी बनाने आदि में जो अनियमिततायें हुई हैँ उनकी सतर्कता विभाग से जांच करवाई जाये।
बैठक के दौरान सफाई कर्मचारियों ने भी पालिका के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उन्हें तीन माह का वेतन आज तक नहीं दिया गया। काफी देर तक कर्मचारी नारे बाजी करते रहे और उन्हें सचिव नगरपालिका ने 15 दिन के भीतर दो माह का वेतन देने का विश्वास दिलाया और तब वे शांत हुए।
पिस्तौल के बल पर नकदी व मोबाइल छीना
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव टप्पी व पिपली के मध्य कुछ लुटेरे पिस्तौल के बल पर एक व्यक्ति से नकदी व मोबाइल छीनकर फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने अज्ञात लुटेरों के खिलाफ लूटखसूट व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके उनकी तलाश शुरू कर दी है।
गांव टप्पी निवासी अमनदीप कुमार उर्फ दीपा पुत्र तरसेम लाल जो कि गांव जगमालवाली में मोबाइल की दुकान करता है गत रात्रि जब मोटरसाइकिल पर अपने गांव आ रहा था तो उसने देखा कि गांव टप्पी व पिपली के मध्य ईंट भ_े के पास एक मारूति जैन कार खड़ी थी और उसके पास खड़े एक व्यक्ति ने हाथ देकर उसे रोक लिया। इतने में ही कार से तीन व्यक्ति और उतर आए तथा एक कार में ही बैठा रहा।
उन्होंने पिस्तौल दिखाकर अमनदीप से कहा कि जो कुछ है दे दो। अमनदीप ने डर के मारे 8 हजार रुपए की नकदी व नोकिया का मोबाइल उनके हवाले कर दिया जिसे लेकर वे फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने अमनदीप के बयान पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि अमनदीप के बताए गए हुलिए के अनुसार लुटेरों के स्कैच तैयार किए जा रहे हैं जिनके आधार पर उन्हें शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा।
गांव टप्पी निवासी अमनदीप कुमार उर्फ दीपा पुत्र तरसेम लाल जो कि गांव जगमालवाली में मोबाइल की दुकान करता है गत रात्रि जब मोटरसाइकिल पर अपने गांव आ रहा था तो उसने देखा कि गांव टप्पी व पिपली के मध्य ईंट भ_े के पास एक मारूति जैन कार खड़ी थी और उसके पास खड़े एक व्यक्ति ने हाथ देकर उसे रोक लिया। इतने में ही कार से तीन व्यक्ति और उतर आए तथा एक कार में ही बैठा रहा।
उन्होंने पिस्तौल दिखाकर अमनदीप से कहा कि जो कुछ है दे दो। अमनदीप ने डर के मारे 8 हजार रुपए की नकदी व नोकिया का मोबाइल उनके हवाले कर दिया जिसे लेकर वे फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने अमनदीप के बयान पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ डकैती व शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि अमनदीप के बताए गए हुलिए के अनुसार लुटेरों के स्कैच तैयार किए जा रहे हैं जिनके आधार पर उन्हें शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा।
परम्परागत खेती को छोड़कर बागवानी व सब्जियां लगाऐं किसान-सैनी
गोरीवाला (सुथार) राष्ट्रीय बागवानी मिशन एवं उद्यान विभाग ब्लाक डबवाली द्वारा उपमण्डल के गांव गोरीवाला के प्रगतिशील किसान राजेंद्र कुमार सहारण पुत्र जगदीश चन्द्र सहारण (झुट्टीखेड़ा वाले) के खेत में फिल्ड-डे के तहत एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस किसान गोष्ठी में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली एवं सब्जी उत्पादन व बागवानी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।
इस मौके पर मुख्यातिथी उद्यान विभाग हरियाणा के डारेक्टर अर्जुन सिंह सैनी, जिला उद्यान अधिकारी डा. आत्मप्रकाश, डा. बैनिवाल ने मुख्य रूप से भाग लिया। मुख्यातिथी डायरेक्टर अर्जुन सिंह सैनी ने किसानों को सम्बोधित करते हुऐ कहा की हरियाणा एक ऐसा प्रदेश है जहां देश में बागवानी के लिए किसानों को सबसे ज्यादा 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है व किसान अपनी पसंद का टैंक खुद विभाग की निगरानी में बनवाता है। उन्होंने कहा की किसानों को आ रही सिंचाई पानी की कमी को देखते हुऐ ड्रिप सिस्टम लगाकर परम्परागत खेती को छोड़कर बागवानी व सब्जियां लगाकर अच्छी आमदनी की जा सकती है। उन्होंने कहा की मांगेआना के प्लांट में इजराइल की तर्ज पर किन्नू की अच्छी किस्में लगाई गई है।
उन्होंने कहा की इजराइल में 82 प्रतिशत बागवानी की खेती की जाती है वहां सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली बहुत अच्छी है तथा वे लोग खुद फलों का निर्यात करतें हैं। वहां के पानी में साल्ट बहुत ज्यादा है जिसे आरऔ द्वारा ठीक करके ड्रिप द्वारा सिंचाई की जाती है। उन्होंने किसानों से परम्परागत खेती को छोड़कर ड्रिप द्वारा सिंचाई करके बागवानी व सब्जियां लगाने की अपील की। जिला उद्यान अधिकारी डा. आत्मप्रकाश ने अपने सम्बोधन में कहा की कोई भी किसान अपने खेत में ड्रिप सिस्टम लगवाना चाहता है वह खण्ड या जिला कार्यलय में आकर अपनी फाईल तैयार करवाकर सब्सिडी स्कीम का फायदा उठा सकता है व कोल्ड स्टोर खोलने पर भी विभाग 40 प्रतिशत सब्सिड़ी देता है। इस मौके पर कृषि विभाग के माहिर डा. बैनिवाल ने अपने सम्बोधन में कहा की मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिऐ फल खाने चाहिऐ जबकि पहले सिर्फ बीमार आदमी को ही फल दिऐ जाते थे। आज जमाना बदल रहा है किसानों को भी आधुनिक खेती करनी चाहिए तथा बागवानी के साथ सब्जियां व सीड़ तैयार करके अच्छी कमाई करनी चाहिए। इस किसान गोष्ठी में क्षैत्र के लगभग 500 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर उद्यान विभाग हरियाणा के डारेक्टर अर्जुन सिंह सैनी, जिला उद्यान अधिकारी डा. आत्मप्रकाश, डा. बैनिवाल, उद्यान विभाग ब्लाक डबवाली के डा. रघुवीर सिंह झोरड़ ने किसानों से अपने विचार सांझे किऐ व किसान राजेंद्र कुमार सहारण की बागवानी एवं सब्जियों की खेती को देखा तथा उनके कार्य की प्रशंसा की। किसान गोष्ठी के सफल आयोजन पर प्रगतिशील किसान शमशेर सिंह मटदादू, संजय गप्ुता, महावीर सहारण, बलवंत शर्मा, राजेंद्र सहारण, मोहन लाल शर्मा ने विभाग के उच्चाधिकारियों का आभार जताया।
इस मौके पर मुख्यातिथी उद्यान विभाग हरियाणा के डारेक्टर अर्जुन सिंह सैनी, जिला उद्यान अधिकारी डा. आत्मप्रकाश, डा. बैनिवाल ने मुख्य रूप से भाग लिया। मुख्यातिथी डायरेक्टर अर्जुन सिंह सैनी ने किसानों को सम्बोधित करते हुऐ कहा की हरियाणा एक ऐसा प्रदेश है जहां देश में बागवानी के लिए किसानों को सबसे ज्यादा 90 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है व किसान अपनी पसंद का टैंक खुद विभाग की निगरानी में बनवाता है। उन्होंने कहा की किसानों को आ रही सिंचाई पानी की कमी को देखते हुऐ ड्रिप सिस्टम लगाकर परम्परागत खेती को छोड़कर बागवानी व सब्जियां लगाकर अच्छी आमदनी की जा सकती है। उन्होंने कहा की मांगेआना के प्लांट में इजराइल की तर्ज पर किन्नू की अच्छी किस्में लगाई गई है।
उन्होंने कहा की इजराइल में 82 प्रतिशत बागवानी की खेती की जाती है वहां सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली बहुत अच्छी है तथा वे लोग खुद फलों का निर्यात करतें हैं। वहां के पानी में साल्ट बहुत ज्यादा है जिसे आरऔ द्वारा ठीक करके ड्रिप द्वारा सिंचाई की जाती है। उन्होंने किसानों से परम्परागत खेती को छोड़कर ड्रिप द्वारा सिंचाई करके बागवानी व सब्जियां लगाने की अपील की। जिला उद्यान अधिकारी डा. आत्मप्रकाश ने अपने सम्बोधन में कहा की कोई भी किसान अपने खेत में ड्रिप सिस्टम लगवाना चाहता है वह खण्ड या जिला कार्यलय में आकर अपनी फाईल तैयार करवाकर सब्सिडी स्कीम का फायदा उठा सकता है व कोल्ड स्टोर खोलने पर भी विभाग 40 प्रतिशत सब्सिड़ी देता है। इस मौके पर कृषि विभाग के माहिर डा. बैनिवाल ने अपने सम्बोधन में कहा की मनुष्य को स्वस्थ रहने के लिऐ फल खाने चाहिऐ जबकि पहले सिर्फ बीमार आदमी को ही फल दिऐ जाते थे। आज जमाना बदल रहा है किसानों को भी आधुनिक खेती करनी चाहिए तथा बागवानी के साथ सब्जियां व सीड़ तैयार करके अच्छी कमाई करनी चाहिए। इस किसान गोष्ठी में क्षैत्र के लगभग 500 प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया। इस अवसर पर उद्यान विभाग हरियाणा के डारेक्टर अर्जुन सिंह सैनी, जिला उद्यान अधिकारी डा. आत्मप्रकाश, डा. बैनिवाल, उद्यान विभाग ब्लाक डबवाली के डा. रघुवीर सिंह झोरड़ ने किसानों से अपने विचार सांझे किऐ व किसान राजेंद्र कुमार सहारण की बागवानी एवं सब्जियों की खेती को देखा तथा उनके कार्य की प्रशंसा की। किसान गोष्ठी के सफल आयोजन पर प्रगतिशील किसान शमशेर सिंह मटदादू, संजय गप्ुता, महावीर सहारण, बलवंत शर्मा, राजेंद्र सहारण, मोहन लाल शर्मा ने विभाग के उच्चाधिकारियों का आभार जताया।
11 फ़रवरी 2010
पंचायत चुनावों के लिए माहौल गर्माया
औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) विधानसभा चुनावों के बाद गांवों में ग्राम पंचायत चुनावों को लेकर माहौल गरमाया हुआ है और सरपंच पद हेतु एक एक गांव में कई-कई उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं। लेकिन अनुसूचित जाति व महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों को लेकर अभी तक असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इसे लेकर आगामी 18 फरवरी को खंड कार्यालय ओढ़ां 37 ग्राम पंचायतों व 17 पंचायत समिति सदस्यों के लिए आरक्षित की जाने वाली सीटों को ड्रा निकाला जाएगा।
यह जानकारी देते हुए खंड कार्यालय के पटवारी सतपाल ने बताया कि 18 फरवरी को एसडीएम डबवाली मनीष नागपाल की अध्यक्षता में खंड कार्यालय में ड्रा निकाले जाएंगे। उन्होंने बताया कि खंड ओढ़ां के 37 गांवों में से सरपंचों की 8 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होंगी जिनमें से 3 महिला सरपंच होंगी। बाकी बची 29 सामान्य वर्ग की सीटों में से 9 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी जबकि बची 20 सीटों पर पुरुष व महिला दोनों चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि खंड ओढ़ां के कुल 374 पंचों में से 163 सीट अनुसूचित जाति के लिए होंगी जिनमें से 49 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। बाकी बची 211 सामान्य वर्ग की सीटों में से 33 महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। उन्होंने आगे बताया कि इसी प्रकार पंचायत समिति सदस्यों की 17 सीटों में से 7 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होंगी जिनमें से 2 महिलाएं होंगी। बाकी बची सामान्य वर्ग की 11 सीटों में से 4 महिलाएं होंगी।
यह जानकारी देते हुए खंड कार्यालय के पटवारी सतपाल ने बताया कि 18 फरवरी को एसडीएम डबवाली मनीष नागपाल की अध्यक्षता में खंड कार्यालय में ड्रा निकाले जाएंगे। उन्होंने बताया कि खंड ओढ़ां के 37 गांवों में से सरपंचों की 8 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होंगी जिनमें से 3 महिला सरपंच होंगी। बाकी बची 29 सामान्य वर्ग की सीटों में से 9 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी जबकि बची 20 सीटों पर पुरुष व महिला दोनों चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि खंड ओढ़ां के कुल 374 पंचों में से 163 सीट अनुसूचित जाति के लिए होंगी जिनमें से 49 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। बाकी बची 211 सामान्य वर्ग की सीटों में से 33 महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। उन्होंने आगे बताया कि इसी प्रकार पंचायत समिति सदस्यों की 17 सीटों में से 7 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होंगी जिनमें से 2 महिलाएं होंगी। बाकी बची सामान्य वर्ग की 11 सीटों में से 4 महिलाएं होंगी।
प्रदर्शनों के नाम रहा बुधवार
मांगों को लेकर खेत मजदूर सड़कों पर
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले मनरेगा मजदूरों ने बुधवार को हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया तथा अपनी मांगों के समर्थन में उपमण्डलाधीश को ज्ञापन सौंपा। कामरेड गणपत राम, मनरेगा मजदूर सुन्दर लाल अबूबशहर, सुखदेव सिंह, बसन्त लाल, सतपाल, वीरां देवी, छिन्द्र कौर, बूटा सिंह के नेतृत्व में मजदूर यहां के बाबा रामदेव मन्दिर के पास एकत्रित हुए और प्रदर्शन करते हुए उपमण्डलाधीश कार्यालय तक पहुंचे। यहां पर अपनी मांगों के समर्थन में उपमण्डलाधीश मुनीष नागपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में खेत मजदूरों ने योजना के तहत मिलने वाले कार्य को 200 दिन किये जाने, 200 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से दिहाड़ी दिये जाने, जरूरी वस्तुओं के मूल्य कम किये जाने, सरकारी अस्पतालों में खेत मजदूरों का इलाज पूर्णतय मुफ्त किये जाने, बेरोजगार लड़के-लड़कियों को 3000 हजार रूपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता दिये जाने की मांग की।
होमगार्ड जवानों का जोरदार प्रदर्शन
डबवाली (लहू की लौ) होमगार्ड जवानों की यूनियन ने खेल परिसर में स्थित अपने कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि होमगार्ड जवानों से भेदभाव करके पुराने और अनुभवी जवानों की छुट्टी की जा रही है।
होमगार्ड यूनियन के प्रधान विनोद कुमार, मंगत सिंह, हरपाल, शम्भू, इन्द्राज, महावीर, विक्रम, सोहन लाल, राधेश्याम, गुरसेवक, कुलविन्द्र, राजू, गोविन्द राम, सुखमन्दर, हरबन्स लाल आदि ने बताया कि पुराने तथा अनुभवी होमगार्ड जवानों की छुट्टी करके उनके स्थान पर नये, अनुभवहीन तथा सिफारशी जवानों की भर्ती की जा रही है। इसके लिए उन्होंने कम्पनी के जिला कमाण्डर ओमप्रकाश कुंडू तथा प्लाटून कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई को उत्तरदायी ठहराया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि होमगार्ड जवानों से पैसा ऐंठने वाले राजेश कुमार के खिलाफ गवाहों को एक-एक करके हटाया जा रहा है। ताकि उन पर गवाही मुकरने के लिए दबाव डाला जाये। यूनियन नेताओं के अनुसार इस नीति के तहत तरसेम कुमार और भारत भूषण को कम्पनी से हटा दिया गया है। इस मौके पर होमगार्ड जवानों ने नारेबाजी की और चेतावनी दी कि अगर कम्पनी से निकाले गये जवानों को वापिस नहीं लिया गया और सिफारशी भर्ती बन्द न की गई तो होमगार्ड जवान हड़ताल करने को मजबूर होंगे।
गली वासियों में फूटा रोष
डबवाली (लहू की लौ) यहां के बठिण्डा रोड़ पर स्थित वार्ड नं. 16 व 19 की सांझी गली, गली नं. 2 के लोगों ने बुधवार को जनस्वास्थ्य विभाग और नगरपालिका के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। गली वासी राज सिंह मान, जरनैल सिंह, सुखमन्दर सिंह, दलेर सिंह, जग्गा सिंह आदि ने बताया कि काफी समय से उनकी गली का सीवरेज चॉक है। इसकी शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग को करने पर विभाग के कर्मचारी आते हैं और थोड़ा-बहुत काम निपटाकर चलते बनते हैं। जिससे समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा।
उन्होंने आगे बताया कि उनकी गली कच्ची है। इस संदर्भ में वे लोग नगरपालिका अध्यक्षा से मिले थे। तो अध्यक्षा ने कहा था कि इसका टैण्डर हो चुका है और गली जल्द ही पक्की बन जाएगी। लेकिन इस बात को 6 माह बीत चुके हैं और समस्या ज्यों-की-त्यों है। इसलिए आज उन्हें दोनों विभागों के खिलाफ नारेबाजी करने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समस्या का स्थाई हल न किया गया तो वे नगरपालिका और जनस्वास्थ्य विभाग का घेराव करेंगे। उनके अनुसार उनकी गली गन्दे पानी से आज भी भरी हुई है।
इस सम्बन्ध में जब जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल रोज से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त गली के निवासियों ने विभाग के कार्यालय में कोई शिकायत नहीं की। अब जबकि उन्हें शिकायत मिली है तो वे समस्या का जल्द समाधान करवा देंगे।
पंजाब सरकार के खिलाफ टीएसयू कर्मचारी हड़ताल पर
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब सरकार द्वारा राज्य बिजली बोर्ड को प्राईवेट हाथों में 15 फरवरी को सौंपे जाने के विरोध में बोर्ड के कर्मचारियों ने बुधवार को औजार छोड़ हड़ताल रखी। यह जानकारी देते हुए टीएसयू के सबडिविजन अध्यक्ष सुखदर्शन सिंह, सांझा फोर्म के प्रधान जंगीर सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि अगर सरकार ने अपने इस फैसले को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि आज हड़ताल के साथ-साथ टीएसयू और सांझा फोर्म ने गेट रैलियां करके भी सरकार को अपनी भावनाओं से अवगत करवा दिया है। इस अवसर पर सुखदेव सिंह सचिव, जगदीश राय, खजाना राम, हरदेव सिंह, मोहन सिंह, जगवीर सिंह, निरपाल सिंह आदि उपस्थित थे।
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले मनरेगा मजदूरों ने बुधवार को हरियाणा सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया तथा अपनी मांगों के समर्थन में उपमण्डलाधीश को ज्ञापन सौंपा। कामरेड गणपत राम, मनरेगा मजदूर सुन्दर लाल अबूबशहर, सुखदेव सिंह, बसन्त लाल, सतपाल, वीरां देवी, छिन्द्र कौर, बूटा सिंह के नेतृत्व में मजदूर यहां के बाबा रामदेव मन्दिर के पास एकत्रित हुए और प्रदर्शन करते हुए उपमण्डलाधीश कार्यालय तक पहुंचे। यहां पर अपनी मांगों के समर्थन में उपमण्डलाधीश मुनीष नागपाल को एक ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में खेत मजदूरों ने योजना के तहत मिलने वाले कार्य को 200 दिन किये जाने, 200 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से दिहाड़ी दिये जाने, जरूरी वस्तुओं के मूल्य कम किये जाने, सरकारी अस्पतालों में खेत मजदूरों का इलाज पूर्णतय मुफ्त किये जाने, बेरोजगार लड़के-लड़कियों को 3000 हजार रूपये प्रति माह बेरोजगारी भत्ता दिये जाने की मांग की।
होमगार्ड जवानों का जोरदार प्रदर्शन
डबवाली (लहू की लौ) होमगार्ड जवानों की यूनियन ने खेल परिसर में स्थित अपने कार्यालय पर अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि होमगार्ड जवानों से भेदभाव करके पुराने और अनुभवी जवानों की छुट्टी की जा रही है।
होमगार्ड यूनियन के प्रधान विनोद कुमार, मंगत सिंह, हरपाल, शम्भू, इन्द्राज, महावीर, विक्रम, सोहन लाल, राधेश्याम, गुरसेवक, कुलविन्द्र, राजू, गोविन्द राम, सुखमन्दर, हरबन्स लाल आदि ने बताया कि पुराने तथा अनुभवी होमगार्ड जवानों की छुट्टी करके उनके स्थान पर नये, अनुभवहीन तथा सिफारशी जवानों की भर्ती की जा रही है। इसके लिए उन्होंने कम्पनी के जिला कमाण्डर ओमप्रकाश कुंडू तथा प्लाटून कमाण्डर गंगाजल बिश्नोई को उत्तरदायी ठहराया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि होमगार्ड जवानों से पैसा ऐंठने वाले राजेश कुमार के खिलाफ गवाहों को एक-एक करके हटाया जा रहा है। ताकि उन पर गवाही मुकरने के लिए दबाव डाला जाये। यूनियन नेताओं के अनुसार इस नीति के तहत तरसेम कुमार और भारत भूषण को कम्पनी से हटा दिया गया है। इस मौके पर होमगार्ड जवानों ने नारेबाजी की और चेतावनी दी कि अगर कम्पनी से निकाले गये जवानों को वापिस नहीं लिया गया और सिफारशी भर्ती बन्द न की गई तो होमगार्ड जवान हड़ताल करने को मजबूर होंगे।
गली वासियों में फूटा रोष
डबवाली (लहू की लौ) यहां के बठिण्डा रोड़ पर स्थित वार्ड नं. 16 व 19 की सांझी गली, गली नं. 2 के लोगों ने बुधवार को जनस्वास्थ्य विभाग और नगरपालिका के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। गली वासी राज सिंह मान, जरनैल सिंह, सुखमन्दर सिंह, दलेर सिंह, जग्गा सिंह आदि ने बताया कि काफी समय से उनकी गली का सीवरेज चॉक है। इसकी शिकायत जनस्वास्थ्य विभाग को करने पर विभाग के कर्मचारी आते हैं और थोड़ा-बहुत काम निपटाकर चलते बनते हैं। जिससे समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा।
उन्होंने आगे बताया कि उनकी गली कच्ची है। इस संदर्भ में वे लोग नगरपालिका अध्यक्षा से मिले थे। तो अध्यक्षा ने कहा था कि इसका टैण्डर हो चुका है और गली जल्द ही पक्की बन जाएगी। लेकिन इस बात को 6 माह बीत चुके हैं और समस्या ज्यों-की-त्यों है। इसलिए आज उन्हें दोनों विभागों के खिलाफ नारेबाजी करने को मजबूर होना पड़ा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समस्या का स्थाई हल न किया गया तो वे नगरपालिका और जनस्वास्थ्य विभाग का घेराव करेंगे। उनके अनुसार उनकी गली गन्दे पानी से आज भी भरी हुई है।
इस सम्बन्ध में जब जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल रोज से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त गली के निवासियों ने विभाग के कार्यालय में कोई शिकायत नहीं की। अब जबकि उन्हें शिकायत मिली है तो वे समस्या का जल्द समाधान करवा देंगे।
पंजाब सरकार के खिलाफ टीएसयू कर्मचारी हड़ताल पर
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब सरकार द्वारा राज्य बिजली बोर्ड को प्राईवेट हाथों में 15 फरवरी को सौंपे जाने के विरोध में बोर्ड के कर्मचारियों ने बुधवार को औजार छोड़ हड़ताल रखी। यह जानकारी देते हुए टीएसयू के सबडिविजन अध्यक्ष सुखदर्शन सिंह, सांझा फोर्म के प्रधान जंगीर सिंह ने संयुक्त रूप से बताया कि अगर सरकार ने अपने इस फैसले को वापिस नहीं लिया तो कर्मचारी अनिश्चित काल के लिए हड़ताल पर चले जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि आज हड़ताल के साथ-साथ टीएसयू और सांझा फोर्म ने गेट रैलियां करके भी सरकार को अपनी भावनाओं से अवगत करवा दिया है। इस अवसर पर सुखदेव सिंह सचिव, जगदीश राय, खजाना राम, हरदेव सिंह, मोहन सिंह, जगवीर सिंह, निरपाल सिंह आदि उपस्थित थे।
05 फ़रवरी 2010
अपनी मर्जी से शादी करने के लिये सरकार बनायेगी कानून
नई दिल्ली। प्यार करने वालों के लिये एक अच्छी व नयी खबर है। अब उनके प्यार में कोई भी आड़े नहीं आयेगा क्योंकि केन्द्र भारतीय दंड सहिता में कई तरह के सुधार करने की सोची जा रही है व भारतीय साक्ष्य कानून और रजिस्ट्रेशन को भी आसान बनाने की तैयारी कर रहा है। इससे उन जोडों को आसानी होगी जो अपने परिवार और समुदाय के खिलाफ जाकर जब अंतरजातीय विवाह करते है। तभी उनके खिलाफ कई सारे कानूनी कदम भी उठने लगते है।
पंचायतें उनको मौत की सजा तक दे देती हैं। अटर्नी जनरल की राय के आधार पर ही केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने बताया कि सरकार जाहिर तौर पर ऑनर किलिंग के मामले में कुछ करना चाह रही है। सरकार का मानना है कि इस संदर्भ में एक अलग कानून बनना चाहिए। मंत्रालय इस दिशा में काम कर रहा है।
मंत्रालय चाहता है कि किसी विवाह के लिए जरूरी वर्तमान ३० दिनों का समय कम कर दिया जाए या फिर कम से कम कर दिया जाए। हालिया प्रावधान उन दंपतियों के लिए कई समस्याएं पैदा करता है, जो अपने घर या समुदाय के खिलाफ जाते हैं। मंत्रालय का प्रस्ताव है कि ऐसे मामलों में पंचायत के सभी सदस्यों को दोषी ठाहराया जाए, अगर वे दोषी हों।
पंचायतें उनको मौत की सजा तक दे देती हैं। अटर्नी जनरल की राय के आधार पर ही केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने बताया कि सरकार जाहिर तौर पर ऑनर किलिंग के मामले में कुछ करना चाह रही है। सरकार का मानना है कि इस संदर्भ में एक अलग कानून बनना चाहिए। मंत्रालय इस दिशा में काम कर रहा है।
मंत्रालय चाहता है कि किसी विवाह के लिए जरूरी वर्तमान ३० दिनों का समय कम कर दिया जाए या फिर कम से कम कर दिया जाए। हालिया प्रावधान उन दंपतियों के लिए कई समस्याएं पैदा करता है, जो अपने घर या समुदाय के खिलाफ जाते हैं। मंत्रालय का प्रस्ताव है कि ऐसे मामलों में पंचायत के सभी सदस्यों को दोषी ठाहराया जाए, अगर वे दोषी हों।
लोकतन्त्र में जीत गया लाठी तंत्र
मुम्बई । वालीवुड दुनिया में धमाका मचाने वाले किंग खान शाहरुख शिवसेना प्रमुख बालठाकरे के आगे नतमस्तक हो गये। जबकि खुद शाहरुख कहते है कि उन्हें नहीं मालूम कि उन्होंने अपने को हिन्दुस्तानी कह कर क्या गुनाह कर दिया। शाहरुख ने कहा कि जब दो लोगो के बीच विचारों को लेकर मतभेद हो तो कुछ गुंजाईश जरुर छोउऩी चाहिये ताकि अपनी बात साबित करने का मौका मिल सके।
शाहरुख के बयान से साफ है कि बॉलीवुड का बादशाह हार गया और कागज के शेर जीत गए। महाराष्ट्र के सियासी गुंडों के सामने अभिव्यक्ति की आजादी हार गई। शाहरुख ने अपने बच्चों से माफी मांगी है और फिल्म से जुड़े तमाम लोगों से माफी मांगी है। साफ है कि बाल ठाकरे, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की गुंडागर्दी यूं ही चलती रहेगी और महाराष्ट्र सरकार हालात का जायजा ही लेती रहेगी।
महाराष्ट्र में अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने की कोशिश की जा रही है। शाहरुख इस बात की हकीकत जान चुके हैं, इसीलिए एक फ्रीडम फाइटर के बेटे को अपने संस्कारों की दुहाई देनी पड़ रही है।
शाहरुख ने कहा कि मैंने कहा क्योंकि मैं इस पर भरोसा करता हूं। मैं कोई विवाद पैदा नहीं करना चाहता। मैं नेता नहीं हूं, बस एक एक्टर हूं। क्या एक एक्टर को अपनी बात रखने का हक नहीं ?
शाहरुख ने पूछा कि क्या हमारे संस्कार गलत हैं? क्या जिंदगी भर जो कुछ हमने सीखा वो सब बेकार है ? आजादी की लड़ाई में शामिल होने वाले मेरे पिताजी ने जो संस्कार मुझे दिए हैं, क्या वो गलत हैं ? क्या जो सीख मैं अपने बच्चों को देता हूं, वो गलत है ?
शाहरुख ने पूछा कि क्यों एक आजाद देश में डर लगता है? इस पूरे वाकये ने डर का माहौल पैदा कर दिया है? फिल्म का विरोध क्यों? क्यों थियेटर मालिकों को पोस्टर उतारने की धमकी दी जा रही है? मेरे सहयोगी इसकी वजह से परेशान हो रहे हैं। मैं दुखी हूं क्योंकि करन-काजोल सभी परेशान हैं। मैं समझ नहीं पाता कि इन सबके बीच फिल्म कहां से आ गई।
शाहरुख ने कहा कि इसके साथ काफी लोग जुड़े हुए हैं। इसलिए मैं हर किसी को साथ देने के लिए नहीं कहता। कई लोगों के इससे जिंदगी और बिजनेस जुड़े हैं।
शाहरुख के बयान से साफ है कि बॉलीवुड का बादशाह हार गया और कागज के शेर जीत गए। महाराष्ट्र के सियासी गुंडों के सामने अभिव्यक्ति की आजादी हार गई। शाहरुख ने अपने बच्चों से माफी मांगी है और फिल्म से जुड़े तमाम लोगों से माफी मांगी है। साफ है कि बाल ठाकरे, उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की गुंडागर्दी यूं ही चलती रहेगी और महाराष्ट्र सरकार हालात का जायजा ही लेती रहेगी।
महाराष्ट्र में अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने की कोशिश की जा रही है। शाहरुख इस बात की हकीकत जान चुके हैं, इसीलिए एक फ्रीडम फाइटर के बेटे को अपने संस्कारों की दुहाई देनी पड़ रही है।
शाहरुख ने कहा कि मैंने कहा क्योंकि मैं इस पर भरोसा करता हूं। मैं कोई विवाद पैदा नहीं करना चाहता। मैं नेता नहीं हूं, बस एक एक्टर हूं। क्या एक एक्टर को अपनी बात रखने का हक नहीं ?
शाहरुख ने पूछा कि क्या हमारे संस्कार गलत हैं? क्या जिंदगी भर जो कुछ हमने सीखा वो सब बेकार है ? आजादी की लड़ाई में शामिल होने वाले मेरे पिताजी ने जो संस्कार मुझे दिए हैं, क्या वो गलत हैं ? क्या जो सीख मैं अपने बच्चों को देता हूं, वो गलत है ?
शाहरुख ने पूछा कि क्यों एक आजाद देश में डर लगता है? इस पूरे वाकये ने डर का माहौल पैदा कर दिया है? फिल्म का विरोध क्यों? क्यों थियेटर मालिकों को पोस्टर उतारने की धमकी दी जा रही है? मेरे सहयोगी इसकी वजह से परेशान हो रहे हैं। मैं दुखी हूं क्योंकि करन-काजोल सभी परेशान हैं। मैं समझ नहीं पाता कि इन सबके बीच फिल्म कहां से आ गई।
शाहरुख ने कहा कि इसके साथ काफी लोग जुड़े हुए हैं। इसलिए मैं हर किसी को साथ देने के लिए नहीं कहता। कई लोगों के इससे जिंदगी और बिजनेस जुड़े हैं।
शहर से कम नहीं है गांव कालूआना
डबवाली (लहू की लौ) राजस्थान की सीमा से सटे सिरसा जिले के कालूआना गांव ने राज्य स्तर पर एक अलग पहचान बनाई है। निर्मल ग्राम पुरस्कार योजना के तहत गांव को राज्य में प्रथम स्थान मिला है और 20 लाख रुपए का ईनाम इस योजना के तहत मिला है। कालुआना गांव ने सम्पूर्ण स्वच्छता के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी नए आयाम स्थापित किए है और गांव आज किसी शहर से कम नजर नहीं आ रहा है। इन सारी उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए गांव के सरपंच ने बताया कि गांव में जब स्वच्छता अभियान तत्कालीन अतिरिक्त उपायुक्त के मार्गदर्शन में चलाया गया था तब से ही गांव के बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं ने पूरा सहयोग दिया और अभियान को शत् प्रतिशत सफल बनाया जिसके फलस्वरुप स्वच्छता के मामले में गांव आज प्रदेश के पटल पर आया है। राज्य स्तर पर अव्वल स्थान पाने पर गांव के सरपंच जगदेव सिंह को गत 26 जनवरी को जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में हरियाणा के मुख्य संसदीय सचिव सुलतान सिंह जडौला ने सम्मानित किया।
गांव के सरपंच जगदेव सिंह ने बताया कि वर्तमान में गांव के सभी 1048 घरों में शौचालय बन चुके है और सभी लोग घरों में बने शौचालयों का प्रयोग कर रहे है। इस प्रकार से पूरा गांव खुले में शौच मुक्त हो गया है। यहां तक की बाहर से आने वाले घुमंतु परिवार भी खुले में शौच नही जाते क्योंकि गांव में दो बड़े-बड़े सार्वजनिक शौचालय बनाए गए है जहां पर पानी और सफाई की समुचित व्यवस्था की गई है। बाकायदा सफाई के लिए कर्मचारी रखे हुए है। ग्रामीणों के सहयोग से गांव में सभी नाजायज कब्जों को हटवा दिया गया है।
सरपंच ने बताया कि गांव की विभिन्न गलियों और रास्तों में पड़े रुडिय़ों और गंदगी के ढेर साफ करवाए जा चुके है, यहां तक की गांव की मुख्य-मुख्य गलियो के दोनों और छायादार पौधे लगवाए गए है। इन पौधों की देखभाल करने के लिए वन विभाग के सहयोग से कर्मचारी तैनात किए गए है। उन्होंने बताया कि गांव की खाली पड़ी जमीन पर और विभिन्न सार्वजनिक जगहों पर पौधारोपण किया गया है। गांव में पौधारोपण का कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत किया गया है।
उन्होंने बताया कि गांव के विकास में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना से पूरा लाभ उठाया जा रहा है। इस योजना से अब तक गांव में 3 करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च हो चुकी है। गांव में स्वच्छता और विकास कार्यों के साथ-साथ शिक्षा और उन्नत कृषि को बढ़ावा देने के लिए भी कार्य हुआ है। उन्होंने बताया कि लगभग 6 हजार की आबादी वाले कालुआना गांव में बच्चों की शिक्षा के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय(सहशिक्षा) और राजकीय माध्यमिक विद्यालय लड़कियों के लिए है। ग्राम पंचायत के प्रयास से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में साईंस, नॉन मैडीकल की कक्षाएं शुरु की गई है।
सरपंच जगदेव सिंह के अनुसार गांव में खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी पंचायत स्तर पर खेल पुरस्कार दिए जा रहे है जो खिलाड़ी खण्ड स्तर पर खेलेगा उसे 1100 रुपए, जो जिला स्तर पर खेलेगा उसे 11 हजार रुपए और जो राज्य स्तर पर खेलेगा उसे 21 हजार रुपए की राशि ईनाम की रुप में दी जा रही है। अभी तक 7 खिलाडिय़ों को ईनाम की राशि दी जा चुकी है। इससे गांव के युवाओं में खेलों के प्रति अधिक रुझान पैदा हुआ है। गांव में कृषि व बागवानी को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्य हुए है। गांव में कई प्रगतिशील किसानों ने केंचुआ पद्धति को अपनाकर आर्गेनिक खेती शुरु की है। इसी प्रकार से बागवानी के क्षेत्र में कई किसानों ने 10-10 और 7-7 एकड़ में किन्नू के बाग लगाए है। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत भी बागवानी के क्षेत्र में विशेष सुविधाएं प्राप्त हुई है।
सरपंच जगदेव के अनुसार गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र, ओपरेटिव बैंक, पशु अस्पताल, पटवार खाना, मैरिज पैलेस, टेलीफोन एक्सचेंज, हरिजन चौपाल, जिम, छह आंगनवाड़ी केंद्र, स्टेडियम वृद्धाश्रम के साथ-साथ गौशाला जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध है। उनकी प्रशासन व सरकार से यह मांग है कि गांव राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को मॉडल संस्कृति स्कूल का दर्जा दिया जाए ताकि स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को और अधिक सुविधाएं मिल सके।
गांव के सरपंच जगदेव सिंह ने बताया कि वर्तमान में गांव के सभी 1048 घरों में शौचालय बन चुके है और सभी लोग घरों में बने शौचालयों का प्रयोग कर रहे है। इस प्रकार से पूरा गांव खुले में शौच मुक्त हो गया है। यहां तक की बाहर से आने वाले घुमंतु परिवार भी खुले में शौच नही जाते क्योंकि गांव में दो बड़े-बड़े सार्वजनिक शौचालय बनाए गए है जहां पर पानी और सफाई की समुचित व्यवस्था की गई है। बाकायदा सफाई के लिए कर्मचारी रखे हुए है। ग्रामीणों के सहयोग से गांव में सभी नाजायज कब्जों को हटवा दिया गया है।
सरपंच ने बताया कि गांव की विभिन्न गलियों और रास्तों में पड़े रुडिय़ों और गंदगी के ढेर साफ करवाए जा चुके है, यहां तक की गांव की मुख्य-मुख्य गलियो के दोनों और छायादार पौधे लगवाए गए है। इन पौधों की देखभाल करने के लिए वन विभाग के सहयोग से कर्मचारी तैनात किए गए है। उन्होंने बताया कि गांव की खाली पड़ी जमीन पर और विभिन्न सार्वजनिक जगहों पर पौधारोपण किया गया है। गांव में पौधारोपण का कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत किया गया है।
उन्होंने बताया कि गांव के विकास में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना से पूरा लाभ उठाया जा रहा है। इस योजना से अब तक गांव में 3 करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि विभिन्न विकास कार्यों पर खर्च हो चुकी है। गांव में स्वच्छता और विकास कार्यों के साथ-साथ शिक्षा और उन्नत कृषि को बढ़ावा देने के लिए भी कार्य हुआ है। उन्होंने बताया कि लगभग 6 हजार की आबादी वाले कालुआना गांव में बच्चों की शिक्षा के लिए राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय(सहशिक्षा) और राजकीय माध्यमिक विद्यालय लड़कियों के लिए है। ग्राम पंचायत के प्रयास से राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में साईंस, नॉन मैडीकल की कक्षाएं शुरु की गई है।
सरपंच जगदेव सिंह के अनुसार गांव में खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी पंचायत स्तर पर खेल पुरस्कार दिए जा रहे है जो खिलाड़ी खण्ड स्तर पर खेलेगा उसे 1100 रुपए, जो जिला स्तर पर खेलेगा उसे 11 हजार रुपए और जो राज्य स्तर पर खेलेगा उसे 21 हजार रुपए की राशि ईनाम की रुप में दी जा रही है। अभी तक 7 खिलाडिय़ों को ईनाम की राशि दी जा चुकी है। इससे गांव के युवाओं में खेलों के प्रति अधिक रुझान पैदा हुआ है। गांव में कृषि व बागवानी को बढ़ावा देने के लिए विशेष कार्य हुए है। गांव में कई प्रगतिशील किसानों ने केंचुआ पद्धति को अपनाकर आर्गेनिक खेती शुरु की है। इसी प्रकार से बागवानी के क्षेत्र में कई किसानों ने 10-10 और 7-7 एकड़ में किन्नू के बाग लगाए है। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत भी बागवानी के क्षेत्र में विशेष सुविधाएं प्राप्त हुई है।
सरपंच जगदेव के अनुसार गांव में उप स्वास्थ्य केंद्र, ओपरेटिव बैंक, पशु अस्पताल, पटवार खाना, मैरिज पैलेस, टेलीफोन एक्सचेंज, हरिजन चौपाल, जिम, छह आंगनवाड़ी केंद्र, स्टेडियम वृद्धाश्रम के साथ-साथ गौशाला जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध है। उनकी प्रशासन व सरकार से यह मांग है कि गांव राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को मॉडल संस्कृति स्कूल का दर्जा दिया जाए ताकि स्कूल में पढऩे वाले बच्चों को और अधिक सुविधाएं मिल सके।
डबवाली अग्निकांड पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता हूं-अजय
डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली से इनेलो के विधायक तथा इनेलो के प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने कहा कि डबवाली के अग्निकांड पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते हैं और जब तक पीडि़तों को न्याय नहीं मिल जाता तब तक वे चैन से नहीं बैठेंगे।
वे वीरवार को डबवाली अग्निकांड के पीडि़तों के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दी गई राहत राशि के खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट में न जाये और कोर्ट द्वारा घोषित राशि को अविलम्ब पीडि़तों को दे, इस मांग को लेकर डबवाली के गांधी चौक में धरना देते हुए पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डबवाली अग्निकांड के पीडि़तों के जख्मों पर लम्बे समय के बाद अदालत के फैसले से मरहम लगा था लेकिन अब हरियाणा सरकार उस निर्णय के विरूद्ध सुप्रीम कोर्ट में जाने का निर्णय लेकर जख्मों पर नमक छिड़कने जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में उन्होंने सरकार सुप्रीम कोर्ट में न जाये इसके लिए महामहिम राज्यपाल हरियाणा को एक पत्र भी लिखा है। लेकिन राज्य सरकार कुंभकर्णी नींद सोई हुई है और सरकार की संवेदनाएं समाप्त हो चुकी हैं। इसके चलते विवश होकर गूंगी-बहरी सरकार के कानों तक आवाज पहुंचाने के लिए प्रजातंत्र में उसके पास एकमात्र तरीका धरना बचा था। जिसका प्रयोग वे कर रहे हैं।
हाल ही में 23 दिसम्बर 2009 को अग्निकांड की बरसी पर पहुंचे सरकार के प्रतिनिधियों ने पीडि़तों को आश्वासन दिलाया था कि जल्द ही सरकार द्वारा अग्निकांड पीडि़तों से किये गये वायदे पूरे किये जाएंगे। लेकिन अभी तक वायदे पूरे नहीं किये गये हैं।
उन्होंने मीडिया से भी अनुरोध किया कि डबवाली अग्निकांड को फिर से हाई लाईट करके इसे राष्ट्रीय मुद्दे के रूप में उठाया जाये। वे भी अग्निकांड पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए अपना प्रयास करते हुए जिस सीमा तक भी वे जा सकते हैं, जाएंगे।
इस मौके पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन राधेराम गोदारा, रणवीर सिंह राणा, ब्लाक समिति डबवाली के चेयरमैन कुलदीप सिंह जम्मू, गुरजीत सिंह पार्षद, डॉ. गिरधारी लाल गर्ग, नरेन्द्र बराड़, केशो राम गुप्ता, संदीप सिंह सन्नी गंगा चेयरमैन पैक्स गोरीवाला, सर्वजीत सिंह मसीतां हल्का अध्यक्ष यूथ इनेलो, दर्शन मोंगा शहरी अध्यक्ष यूथ इनेलो, आशा वाल्मीकि, परमजीत सिंह बराड़, जगरूप सिंह, ईश्वर देवी कटारिया, राकेश शर्मा, राकेश गर्ग भीटीवाला, नीलकान्त मैहता लवली पार्षद, सुखविन्द्र सिंह सरां पार्षद, सुभाष मित्तल पार्षद, भोला ठेकेदार, प्रहलाद सिंह, नसीब गार्गी, ओम बाबा, रवि कुक्कड़, रोशन लाल मोंगा, सुखजिन्द्र सिंह काला जापानी, मल्ली ग्रोवर, बलराज सिंह, तेजिन्द्र मिन्टू, शिवचरण सिंह चेयरमैन पैक्स, निरंजन सिंह, भिन्द्र सिंह, महिन्द्र सचदेवा, हरबन्स सिंह पटवारी, मिट्ठू सिंह, अजीत पाल, डॉ. ओपी सचदेवा, सुरेन्द्र सेठी, शिवजी राम बागड़ी, अमरनाथ बागड़ी, दीपक बागड़ी आदि सहित अग्निकांड पीडि़त उमेश भी उपस्थित था।
वे वीरवार को डबवाली अग्निकांड के पीडि़तों के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा दी गई राहत राशि के खिलाफ हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट में न जाये और कोर्ट द्वारा घोषित राशि को अविलम्ब पीडि़तों को दे, इस मांग को लेकर डबवाली के गांधी चौक में धरना देते हुए पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डबवाली अग्निकांड के पीडि़तों के जख्मों पर लम्बे समय के बाद अदालत के फैसले से मरहम लगा था लेकिन अब हरियाणा सरकार उस निर्णय के विरूद्ध सुप्रीम कोर्ट में जाने का निर्णय लेकर जख्मों पर नमक छिड़कने जा रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में उन्होंने सरकार सुप्रीम कोर्ट में न जाये इसके लिए महामहिम राज्यपाल हरियाणा को एक पत्र भी लिखा है। लेकिन राज्य सरकार कुंभकर्णी नींद सोई हुई है और सरकार की संवेदनाएं समाप्त हो चुकी हैं। इसके चलते विवश होकर गूंगी-बहरी सरकार के कानों तक आवाज पहुंचाने के लिए प्रजातंत्र में उसके पास एकमात्र तरीका धरना बचा था। जिसका प्रयोग वे कर रहे हैं।
हाल ही में 23 दिसम्बर 2009 को अग्निकांड की बरसी पर पहुंचे सरकार के प्रतिनिधियों ने पीडि़तों को आश्वासन दिलाया था कि जल्द ही सरकार द्वारा अग्निकांड पीडि़तों से किये गये वायदे पूरे किये जाएंगे। लेकिन अभी तक वायदे पूरे नहीं किये गये हैं।
उन्होंने मीडिया से भी अनुरोध किया कि डबवाली अग्निकांड को फिर से हाई लाईट करके इसे राष्ट्रीय मुद्दे के रूप में उठाया जाये। वे भी अग्निकांड पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए अपना प्रयास करते हुए जिस सीमा तक भी वे जा सकते हैं, जाएंगे।
इस मौके पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन राधेराम गोदारा, रणवीर सिंह राणा, ब्लाक समिति डबवाली के चेयरमैन कुलदीप सिंह जम्मू, गुरजीत सिंह पार्षद, डॉ. गिरधारी लाल गर्ग, नरेन्द्र बराड़, केशो राम गुप्ता, संदीप सिंह सन्नी गंगा चेयरमैन पैक्स गोरीवाला, सर्वजीत सिंह मसीतां हल्का अध्यक्ष यूथ इनेलो, दर्शन मोंगा शहरी अध्यक्ष यूथ इनेलो, आशा वाल्मीकि, परमजीत सिंह बराड़, जगरूप सिंह, ईश्वर देवी कटारिया, राकेश शर्मा, राकेश गर्ग भीटीवाला, नीलकान्त मैहता लवली पार्षद, सुखविन्द्र सिंह सरां पार्षद, सुभाष मित्तल पार्षद, भोला ठेकेदार, प्रहलाद सिंह, नसीब गार्गी, ओम बाबा, रवि कुक्कड़, रोशन लाल मोंगा, सुखजिन्द्र सिंह काला जापानी, मल्ली ग्रोवर, बलराज सिंह, तेजिन्द्र मिन्टू, शिवचरण सिंह चेयरमैन पैक्स, निरंजन सिंह, भिन्द्र सिंह, महिन्द्र सचदेवा, हरबन्स सिंह पटवारी, मिट्ठू सिंह, अजीत पाल, डॉ. ओपी सचदेवा, सुरेन्द्र सेठी, शिवजी राम बागड़ी, अमरनाथ बागड़ी, दीपक बागड़ी आदि सहित अग्निकांड पीडि़त उमेश भी उपस्थित था।
04 फ़रवरी 2010
दारू सस्ती, रोटी महंगी
डबवाली (लहू की लौ) इन दिनों रोटी महंगी और शराब सस्ती है कहा जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। पूरे जिला में शराब तस्करी का धंधा अपने पूरे यौवन पर है और शराब की लत पूरी करने वालों को सस्ती व सुलभ ढंग से उपलब्ध हो रही है।
शराब तस्करों का फैलता जाल सरकार द्वारा मंजूरशुद ठेकों को जहां प्रभावित कर रहे हैं वहीं सरकार के राजस्व को भी भारी चूना लगा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में देसी शराब मात्र दस रूपए में पव्वा और 40 रूपए की बोतल आसानी से मिल रही है जिसके चलते शराब का सेवन करने वाले अनेक युवक सस्ती के लालच में स्वयं को नशे की गर्त में झोंकने का काम कर रहे हैं वहीं शहर के विभिन्न हिस्सों में तो हर ब्रांड की शराब सस्ती उपलब्ध करवाने का ठेका तस्कर लिए हुए हैं। जिला के हर गली-कूचे में सायं के समय सस्ती शराब बेचने व खरीदने वालों को सरेआम देखा जा सकता है। ऐसे में यदि घर बैठे सस्ती शराब उपलब्ध हो जाए तो शराबी को ठेके तक जाने की आवश्यकता है।
सिरसा जिला राजस्थान व पंजाब की सीमा के साथ सटे होने के कारण शराब का अवैध कारोबार पूरी तरह फल-फूल रहा है। सूत्र बताते हैं कि पंजाब की अपेक्षा राजस्थान की सीमा पर स्थित गांव -कस्बों से देसी व अंगे्रजी शराब की सस्ते दामों पर भारी खेप उपलब्ध होती है और पुलिस से आंख मिचौली खेलते हुए तस्कर अपने कार्य को अंजाम देते हुए भारी मात्रा में शराब गलियों-कूचों में बने गोदामों में भर लेते हैं । गोदामों में भरने के बाद फिर इसमें शुरू होता है मिलावट का काला काम, नशीले कप्सूलों को मिलाकर एक बोतल की अनेक बोतलें बनाई जाती है और फिर यही शराब सस्ती उपलब्ध करवाने का काम किया जाता है। सस्ती शराब खरीदने वालों में अधिकतर रिक्शा चालक व दिनभर देह तोड़ मेहनत-मजदूरी करने वाला एक भारी तबका इसे खरीद कर अपनी शराब की लत को पूरा करता है। मैडिसनयुक्त इस शराब का सेवन करने वाले लोग विभिन्न बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यदि समय रहते इस सस्ती शराब पर अंकुश लगाने का कार्य नहीं किया गया तो किसी दिन यह नशीली शराब किसी बड़ी दुर्घटना का कारण भी बन सकती है। इसलिए पुलिस प्रशासन को ऐसी शराब की बिक्री करने वाले तस्करों पर सख्ती शिकंजा कसना चाहिए ताकि गरीब व मजदूर वर्ग इस शराब की भेंट चढऩे से बच सके।
शराब तस्करों का फैलता जाल सरकार द्वारा मंजूरशुद ठेकों को जहां प्रभावित कर रहे हैं वहीं सरकार के राजस्व को भी भारी चूना लगा रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में देसी शराब मात्र दस रूपए में पव्वा और 40 रूपए की बोतल आसानी से मिल रही है जिसके चलते शराब का सेवन करने वाले अनेक युवक सस्ती के लालच में स्वयं को नशे की गर्त में झोंकने का काम कर रहे हैं वहीं शहर के विभिन्न हिस्सों में तो हर ब्रांड की शराब सस्ती उपलब्ध करवाने का ठेका तस्कर लिए हुए हैं। जिला के हर गली-कूचे में सायं के समय सस्ती शराब बेचने व खरीदने वालों को सरेआम देखा जा सकता है। ऐसे में यदि घर बैठे सस्ती शराब उपलब्ध हो जाए तो शराबी को ठेके तक जाने की आवश्यकता है।
सिरसा जिला राजस्थान व पंजाब की सीमा के साथ सटे होने के कारण शराब का अवैध कारोबार पूरी तरह फल-फूल रहा है। सूत्र बताते हैं कि पंजाब की अपेक्षा राजस्थान की सीमा पर स्थित गांव -कस्बों से देसी व अंगे्रजी शराब की सस्ते दामों पर भारी खेप उपलब्ध होती है और पुलिस से आंख मिचौली खेलते हुए तस्कर अपने कार्य को अंजाम देते हुए भारी मात्रा में शराब गलियों-कूचों में बने गोदामों में भर लेते हैं । गोदामों में भरने के बाद फिर इसमें शुरू होता है मिलावट का काला काम, नशीले कप्सूलों को मिलाकर एक बोतल की अनेक बोतलें बनाई जाती है और फिर यही शराब सस्ती उपलब्ध करवाने का काम किया जाता है। सस्ती शराब खरीदने वालों में अधिकतर रिक्शा चालक व दिनभर देह तोड़ मेहनत-मजदूरी करने वाला एक भारी तबका इसे खरीद कर अपनी शराब की लत को पूरा करता है। मैडिसनयुक्त इस शराब का सेवन करने वाले लोग विभिन्न बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। यदि समय रहते इस सस्ती शराब पर अंकुश लगाने का कार्य नहीं किया गया तो किसी दिन यह नशीली शराब किसी बड़ी दुर्घटना का कारण भी बन सकती है। इसलिए पुलिस प्रशासन को ऐसी शराब की बिक्री करने वाले तस्करों पर सख्ती शिकंजा कसना चाहिए ताकि गरीब व मजदूर वर्ग इस शराब की भेंट चढऩे से बच सके।
गैस उपभोक्ताओं के हकों के लिए आंदोलन करेगी भाजपा
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली शहर में कुकिंग गैस को लेकर लोगों में मची मारामारी को एजेण्डा बनाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने भी मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को भाजपा नेता मण्डी किलियांवाली स्थित कश्मीर गैस एजेन्सी व डबवाली स्थित इण्डेन गैस एजेन्सी के अतिरिक्त काऊंटर पर पहुंचे और संचालकों को 15 दिन के भीतर नगर में कुकिंग गैस आपूर्ति नियमित करने के लिए कहा और ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली। भाजपा मण्डल डबवाली के प्रभारी सतीश जग्गा, महामंत्री बलदेव सिंह मांगेआना, जिला सचिव दाता राम बसौड़, एसडी कपूर प्रदेश प्रभारी कर्मचारी प्रकोष्ठ, हेमराज बांसल जिला उपाध्यक्ष व्यापार प्रकोष्ठ, कृष्ण कीनिया जिला प्रधान मजदूर प्रकोष्ठ, नरेश बागड़ी जिला उपाध्यक्ष निकाय प्रकोष्ठ, नन्द लाल आदि नगर में बढ़ रही कुकिंग गैस की किल्लत को लेकर मण्डी किलियांवाली स्थित कश्मीर गैस एजेन्सी व डबवाली स्थित इण्डेन के अतिरिक्त काऊंटर पर पहुंचे। भाजपा नेताओं ने मौका पर उपस्थित एजेन्सी कर्मचारी को एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन की एक प्रतिलिपी पत्रकारों को देते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि कुकिंग गैस दैनिक जीवन यापन में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। लेकिन मौजूदा समय में उपरोक्त गैस एजेन्सी पर तरह-तरह के सवाल उठाये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि पार्टी को कई उपभोक्ताओं की शिकायतें मिली हैं। जिसके मद्देनजर आज उन्होंने सम्बन्धित गैस एजेन्सी को एक ज्ञापन भी सौंपा। भाजपा नेताओं ने चेतावनी भी दी कि अगर 15 दिन के भीतर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण और नगर में गैस की नियमित आपूर्ति नहीं होती है तो उपभोक्ताओं के हक के लिये मण्डल भाजपा के कार्यकर्ता एजेन्सी के विरूद्ध आंदोलनरत होंगे।
उन्होंने बताया कि पार्टी को कई उपभोक्ताओं की शिकायतें मिली हैं। जिसके मद्देनजर आज उन्होंने सम्बन्धित गैस एजेन्सी को एक ज्ञापन भी सौंपा। भाजपा नेताओं ने चेतावनी भी दी कि अगर 15 दिन के भीतर उपभोक्ताओं की शिकायतों का निवारण और नगर में गैस की नियमित आपूर्ति नहीं होती है तो उपभोक्ताओं के हक के लिये मण्डल भाजपा के कार्यकर्ता एजेन्सी के विरूद्ध आंदोलनरत होंगे।
फर्जी बनाई गई कापियां कुकिंग गैस की आपूर्ति में बाधा साबित हो रही हैं-कंवलजीत
डबवाली (लहू की लौ) भारत गैस नई दिल्ली के एजीएम किशोर चन्द ने कहा कि उन्हें कश्मीर गैस एजेन्सी किलियांवाली पर अनियमितताओं की शिकायत मिली थी। जिसकी जांच की जा रही है।
वे कश्मीर गैस एजेन्सी पर ग्राहकों द्वारा उनसे की जा रही शिकायतों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि फिलहाल समस्या की जड़ कहा हैं इसकी तालाश की जा रही है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि कसूर डिस्ट्रीब्यूशन और उपभोक्ताओं दोनों का ही है। उनसे जब यह कहा गया कि उपभोक्ताओं को उनके घर पर डिलीवरी न मिलने से ही समस्या पैदा हुई है तो उनका जवाब था कि वह इस बात का संभावनाओं का पता लगा रहे हैं कि गांवों में किस प्रकार से सही तरीके से डिलीवरी दी जा सकती है। उनके अनुसार समस्या की जड़ का पता लगाकर एजेन्सी और उपभोक्ता के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा।
इसी मौके पर उपस्थित सैल्ज ऑफिसर बठिण्डा कंवलजीत सिंह ने स्वीकार किया कि मण्डी किलियांवाली क्षेत्र में फर्जी कापियां बनी हुई हैं। जोकि सप्लाई में बाधा बन रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जो सप्लाई भारत गैस की डबवाली में आती है, वह हिसार से आती है और डबवाली तथा डबवाली क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सप्लाई डबवाली से ही मिलनी चाहिए। आपात स्थिति में एजेन्सी मण्डी किलियांवाली से आपूर्ति कर सकती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि गैस की 20 या 25 दिन के बाद दिये जाने का कोई भी प्रावधान नहीं है। केवल प्रावधान यही है कि जब बुकिंग हो जाये तो डिलीवरी मिल जाये।
वे कश्मीर गैस एजेन्सी पर ग्राहकों द्वारा उनसे की जा रही शिकायतों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने इस संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि फिलहाल समस्या की जड़ कहा हैं इसकी तालाश की जा रही है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि कसूर डिस्ट्रीब्यूशन और उपभोक्ताओं दोनों का ही है। उनसे जब यह कहा गया कि उपभोक्ताओं को उनके घर पर डिलीवरी न मिलने से ही समस्या पैदा हुई है तो उनका जवाब था कि वह इस बात का संभावनाओं का पता लगा रहे हैं कि गांवों में किस प्रकार से सही तरीके से डिलीवरी दी जा सकती है। उनके अनुसार समस्या की जड़ का पता लगाकर एजेन्सी और उपभोक्ता के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा।
इसी मौके पर उपस्थित सैल्ज ऑफिसर बठिण्डा कंवलजीत सिंह ने स्वीकार किया कि मण्डी किलियांवाली क्षेत्र में फर्जी कापियां बनी हुई हैं। जोकि सप्लाई में बाधा बन रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जो सप्लाई भारत गैस की डबवाली में आती है, वह हिसार से आती है और डबवाली तथा डबवाली क्षेत्र के उपभोक्ताओं को सप्लाई डबवाली से ही मिलनी चाहिए। आपात स्थिति में एजेन्सी मण्डी किलियांवाली से आपूर्ति कर सकती है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट किया कि गैस की 20 या 25 दिन के बाद दिये जाने का कोई भी प्रावधान नहीं है। केवल प्रावधान यही है कि जब बुकिंग हो जाये तो डिलीवरी मिल जाये।
पूर्व विधायक सुरेंद्र राठौड़ की तलाश तेज
श्रीगंगानगर। रेलगाड़ी में गोली चलाये जाने के मामले में मुख्य अभियुक्त श्रीगंगानगर के पूर्व विधायक सुरेंद्र राठौड़ की तलाश जीआरपी ने तेज कर दी है। उनका कोई अता-पता नहीं है। जीआरपी उस युवती को भी ढंूढ रही है, जो घटना के समय रेलगाड़ी में श्री राठौड़ के साथ थी। जीआरपी की डीएसपी निर्मला बिश्नोई ने आज बताया कि सुरेंद्र राठौड़ का पता लगाने के लिए श्रीगंगानगर में जवाहरनगर के थानाप्रभारी को सूचना दी गई है। श्री राठौड़ का निवास जवाहरनगर के सैक्टर 2 में है। इसके अलावा जयपुर में सुरेंद्र राठौड़ का पता लगाने की कार्यवाही की जा रही है। पता चला है कि जीआरपी की जोधपुर स्थित पुलिस अधीक्षक ने इस संबंध में जयपुर पुलिस से संपर्क किया है। यही नहीं जीआरपी के स्थानीय थाने के स्टाफ को भी सुरेंद्र राठौड़ के बारे में सूचनायें जुटाने के निर्देश दिये गए हैं।
डीएसपी निर्मला बिश्नोई ने बताया कि विगत रविवार की रात को हनुमानगढ़-जयपुर वाया बीकानेर होली-डे एक्सप्रेस रेलगाड़ी के सैकिंड क्लास एसी कोच में यात्रा कर रहे लोगों के नाम-पते रेलवे से हासिल किये जा रहे हैं और इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। अभी तक इस रेलगाड़ी में तैनात आरपीएफ के जवानों, एसी कोच के एक अटेंडेंट और इस रेलगाड़ी के एक अन्य डिब्बे में यात्रा कर रहे सेना के दो जवानों से बयान ले लिये गए हैं। इस एक्सपे्रस में उस दिन कुल 13 सैन्य अधिकारी व जवान यात्रा कर रहे थे। एसी कोच में जिस सैनिक से सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हुआ, वह अपनी ड्यूटी पर कोटा चला गया है। इस सैनिक को उसकी यूनिट के मार्फत पूछताछ के लिए बुलाया गया है। निर्मला बिश्नोई के अनुसार अभी उस युवती का पता नहीं चला है, जो कोच में सुरेंद्र राठौड़ के साथ थी। झगड़ा किस बात पर हुआ, यह कोच के सभी यात्रियों से पूछताछ हो जाने के बाद पता चल पायेगा। राठौड़ का पता लगाने के लिए श्रीगंगानगर पुलिस के अलावा जयपुर पुलिस से भी संपर्क किया गया है। उनकी कोई जानकारी नहीं मिल रही।
उल्लेखनीय है कि रविवार की रात को सुरेंद्र राठौड़ एक युवती के साथ सूरतगढ़ से इस रेलगाड़ी में जयपुर जाने के लिए सवार हुए थे। महाजन रेलवे स्टेशन से गाड़ी के रवाना होते ही एक सैनिक के साथ सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हो गया। इसमें बीच-बचाव करने आये कोच के अटेंडेंट अशोक बैरवा को गोली लग गई। बैरवा के बयान के आधार पर जीआरपी बीकानेर ने सुरेंद्र राठौड़ व एक अन्य के विरूद्ध हत्या के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में अशोक बैरवा ने स्पष्ट बताया कि पिस्तौल सुरेंद्र राठौड़ के हाथ में थी। इस घटना की जांच के लिए बीकानेर में जीआरपी के एक विशेष दल का गठन किया गया है। अभी तक यह दल घायल अशोक बैरवा के विस्तृत बयान नहीं ले पाया है। अशोक बैरवा की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन वह बयान देने के लिए अभी पूरी तरह फिट नहीं हुआ है।
डीएसपी निर्मला बिश्नोई ने बताया कि विगत रविवार की रात को हनुमानगढ़-जयपुर वाया बीकानेर होली-डे एक्सप्रेस रेलगाड़ी के सैकिंड क्लास एसी कोच में यात्रा कर रहे लोगों के नाम-पते रेलवे से हासिल किये जा रहे हैं और इन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है। अभी तक इस रेलगाड़ी में तैनात आरपीएफ के जवानों, एसी कोच के एक अटेंडेंट और इस रेलगाड़ी के एक अन्य डिब्बे में यात्रा कर रहे सेना के दो जवानों से बयान ले लिये गए हैं। इस एक्सपे्रस में उस दिन कुल 13 सैन्य अधिकारी व जवान यात्रा कर रहे थे। एसी कोच में जिस सैनिक से सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हुआ, वह अपनी ड्यूटी पर कोटा चला गया है। इस सैनिक को उसकी यूनिट के मार्फत पूछताछ के लिए बुलाया गया है। निर्मला बिश्नोई के अनुसार अभी उस युवती का पता नहीं चला है, जो कोच में सुरेंद्र राठौड़ के साथ थी। झगड़ा किस बात पर हुआ, यह कोच के सभी यात्रियों से पूछताछ हो जाने के बाद पता चल पायेगा। राठौड़ का पता लगाने के लिए श्रीगंगानगर पुलिस के अलावा जयपुर पुलिस से भी संपर्क किया गया है। उनकी कोई जानकारी नहीं मिल रही।
उल्लेखनीय है कि रविवार की रात को सुरेंद्र राठौड़ एक युवती के साथ सूरतगढ़ से इस रेलगाड़ी में जयपुर जाने के लिए सवार हुए थे। महाजन रेलवे स्टेशन से गाड़ी के रवाना होते ही एक सैनिक के साथ सुरेंद्र राठौड़ का झगड़ा हो गया। इसमें बीच-बचाव करने आये कोच के अटेंडेंट अशोक बैरवा को गोली लग गई। बैरवा के बयान के आधार पर जीआरपी बीकानेर ने सुरेंद्र राठौड़ व एक अन्य के विरूद्ध हत्या के प्रयास के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। मुकदमे में अशोक बैरवा ने स्पष्ट बताया कि पिस्तौल सुरेंद्र राठौड़ के हाथ में थी। इस घटना की जांच के लिए बीकानेर में जीआरपी के एक विशेष दल का गठन किया गया है। अभी तक यह दल घायल अशोक बैरवा के विस्तृत बयान नहीं ले पाया है। अशोक बैरवा की हालत खतरे से बाहर है, लेकिन वह बयान देने के लिए अभी पूरी तरह फिट नहीं हुआ है।
पार्षद ने विकलांग युवती से हस्ताक्षर के बदले अस्मत मांगी
श्रीगंगानगर। विकलांगता संबंधी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाने आई एक विकलांग युवती से बदले में पार्षद ने उसकी अस्मत मांग ली। रोते हुए यह युवती अपने घर चली गई। राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान-प्रशासन शहरों की ओर के तहत आज पुरानी आबादी के केदार चौक के समीप लगाये गए शिविर में इस युवती ने पार्षद की मांग का खुलासा किया तो हंगामा हो गया। भनक लगने पर मीडिया कर्मी पहुंच गए। शिविर में नगरपरिषद के अध्यक्ष जगदीश जांदू उपस्थित थे। युवती के आरोपों से श्री जांदू भी सन्न रह गए। युवती को पार्षद के विरूद्ध पुलिस को शिकायत करने की सलाह दी गई। मामला थाने में ले जाया जा रहा था कि उससे पहले आरोपित पार्षद ने युवती के घर जाकर हाथजोड़ी की और माफी मांग ली। दोपहर करीब 12 बजे यह युवती शिविर में पहुंची थी। उस समय काफी संख्या में लोग शिविर में अपना काम करवाने तथा शिकायतें लेकर आये हुए थे। एक राजपूत परिवार की इस युवती अनीता (नाम तब्दील) ने जब रोते हुए पुरानी आबादी के एक पार्षद द्वारा की गई मांग के बारे में जगदीश जांदू व अन्य मौजिज लोगों को बताया तो वे हैरान रह गए। अनीता के अनुसार वह कल शाम को करीब 7.30 बजे पार्षद के घर अपनी विकलांगता संबंधी कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करवाने गई थी ताकि आज लगने वाले शिविर में कागजों को पेश कर सके। पार्षद ने कागजों पर हस्ताक्षर करने के बजाय उससे ओर तरह की बातें की। बातों ही बातों में उसने कथित रूप से अपनी पति से किनारा कर लेने और उसी के साथ रहने की पेशकश की। यही नहीं उसने रात को अपने घर में ही रूक जाने के लिए कहा। इन आरोपों से शिविर में हंगामा हो जाने पर अनीता के एक करीबी रिश्तेदार वहां आया। उसे शिविर में आने पर पता चला कि पार्षद ने क्या हरकत की है? अनीता ने शिविर में आये इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को अपना बयान रिकॉर्ड करवाया। इस हंगामे के समय आरोपित पार्षद शिविर में ही था, जो अनीता के आरोप लगाये जाने पर खिसक गया। अनीता के उक्त करीबी रिश्तेदार व कुछ अन्य लोगों ने इस पार्षद के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाने के लिए थाने की राह पकड़ ली, लेकिन वे थाने में नहीं पहुंचे। शाम को संपर्क करने पर अनीता के रिश्तेदार ने बताया कि उक्त पार्षद ने घर में आकर माफी मांग ली है। कुछ अन्य लोगों में बीच में पड़ जाने के कारण कानूनी कार्यवाही का विचार त्याग दिया गया। दूसरी तरफ संपर्क करने पर इस पार्षद ने कहा कि यह उनके विरोधियों की शरारत है। जब से वे दोबारा पार्षद चुने गए हैं, उनके विरोधी उन पर कोई न कोई लांछन लगाने का मौका नहीं चूकते। कुछ दिन पहले इन्हीं विरोधियों ने उन पर पेंशन घोटाले का आरोप लगाया था। पार्षद के अनुसार जिस युवती ने आरोप लगाये हैं, उससे वे पूरी तरह परिचित हैं। पूर्व में उसके कई कार्य करवाये हैं। अनीता का पति विकलांग है, उसे समाज कल्याण विभाग से ट्राई साईकिल दिलवाई। अनीता खुद भी विकलांग है। इस दंपत्ति का विकलांगता प्रमाण पत्र बना हुआ है। विकलांग पेंशन मिल रही है। बीपीएल कार्ड भी उन्होंने बनवाकर दिया था। अब अनीता चाहती थी कि उसे समाज कल्याण विभाग से केलीपर-बूट मिल जायेंगे, जिससे उसे चलने-फिरने में परेशानी न हो। अनीता उसकी बहू के समान है और वे उसके बारे में कोई गलत नहीं सोच नहीं सकते। उधर पुलिस का कहना है कि अगर इस मामले की रिपोर्ट मिलेगी तो इस पर अवश्य कार्यवाही की जाएगी। डीएसपी (शहर) हरीराम गहलोत ने बताया कि अभी तक किसी ने रिपोर्ट नहीं दी है।
युवक को गंदे पानी के खड्ढे में डूबोकर मार दिया
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ टाउन की मुखर्जी कॉलोनी के समीप गंदे पानी के खड्ढे में आज शाम एक युवक की डूबोकर हत्या कर दी गई। हत्या करने के बाद फरार हो रहे युवक को लोगों ने घेरकर पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। मृतक के शव को पुलिस ने खड्ढे में से निकलवाया और अस्पताल पहुंचाया। पोस्टमार्टम की कार्यवाही कल होगी।
हनुमानगढ़ टाउन पुलिस ने बताया कि मुखर्जी कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय राजेंद्र पुत्र मंगलाराम सायं पौने 5 बजे घर के समीप गंदे पानी के खड्ढे के किनारे शौच करने के लिए गया था। इसी दौरान वहां राजेंद्र का पड़ोसी विनोद (19) पुत्र रोहताश वहां आ गया, जोकि शराब के नशे में थे। विनोद किसी बात को लेकर राजेंद्र से झगडऩे लगा। झगड़ते हुए यह दोनों जने खड्ढे में गिर गये। विनोद ने खड्ढे में राजेंद्र को पीटना जारी रखा और उसे बार-बार पानी में धकेला। विनोद द्वारा जोर से धक्का देने से राजेंद्र गहरे पानी में डूब गया और विनोद वहां से भाग खड़ा हुआ।
जानकारी के मुताबिक इस झगड़े के दौरान काफी लोग एकत्रित हो गए थे, लेकिन राजेंद्र को बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया। विनोद के भाग जाने के बाद ही लोगों ने राजेंद्र को तत्काल बाहर नहीं निकाला, बल्कि पुलिस के आने का इंतजार करते रहे। पुलिस जब आई, तब तक राजेंद्र की मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने शव को निकलवाया और अस्पताल पहुंचाया। उधर भाग रहे विनोद को लोगों ने पकड़ लिया। जब उसे थाने लाया जा रहा था, तब भी रास्ते में विनोद लोगों की गिरफ्त से छूटकर भाग गए। तब उसे पीछा करके लोगों ने पुन: पकड़ा।
इस मामले में जांच करने के लिए मौके पर गए एएसआई हीरालाल ने बताया कि राजेंद्र की पत्नी मधु द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर विनोद के विरूद्ध धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि विनोद और राजेंद्र में कुछ दिन पहले ही झगड़ा हो गया था। राजेंद्र के शव का कल पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। विनोद को शीघ्र गिरफ्तार कर लिये जाने की संभावना है।
हनुमानगढ़ टाउन पुलिस ने बताया कि मुखर्जी कॉलोनी निवासी 35 वर्षीय राजेंद्र पुत्र मंगलाराम सायं पौने 5 बजे घर के समीप गंदे पानी के खड्ढे के किनारे शौच करने के लिए गया था। इसी दौरान वहां राजेंद्र का पड़ोसी विनोद (19) पुत्र रोहताश वहां आ गया, जोकि शराब के नशे में थे। विनोद किसी बात को लेकर राजेंद्र से झगडऩे लगा। झगड़ते हुए यह दोनों जने खड्ढे में गिर गये। विनोद ने खड्ढे में राजेंद्र को पीटना जारी रखा और उसे बार-बार पानी में धकेला। विनोद द्वारा जोर से धक्का देने से राजेंद्र गहरे पानी में डूब गया और विनोद वहां से भाग खड़ा हुआ।
जानकारी के मुताबिक इस झगड़े के दौरान काफी लोग एकत्रित हो गए थे, लेकिन राजेंद्र को बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया। विनोद के भाग जाने के बाद ही लोगों ने राजेंद्र को तत्काल बाहर नहीं निकाला, बल्कि पुलिस के आने का इंतजार करते रहे। पुलिस जब आई, तब तक राजेंद्र की मृत्यु हो चुकी थी। पुलिस ने शव को निकलवाया और अस्पताल पहुंचाया। उधर भाग रहे विनोद को लोगों ने पकड़ लिया। जब उसे थाने लाया जा रहा था, तब भी रास्ते में विनोद लोगों की गिरफ्त से छूटकर भाग गए। तब उसे पीछा करके लोगों ने पुन: पकड़ा।
इस मामले में जांच करने के लिए मौके पर गए एएसआई हीरालाल ने बताया कि राजेंद्र की पत्नी मधु द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर विनोद के विरूद्ध धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि विनोद और राजेंद्र में कुछ दिन पहले ही झगड़ा हो गया था। राजेंद्र के शव का कल पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। विनोद को शीघ्र गिरफ्तार कर लिये जाने की संभावना है।
03 फ़रवरी 2010
शिवसेना की गतिविधियां अलोकतांत्रिक: शाहरुख
न्यूयार्क। आईपीएल में पाकिस्तान के खिलाडिय़ों को तवज्जो न मिलने पर अपनी टिप्पणी से शिवसेना के गुस्से का शिकार बने शाहरुख खान ने कहा है कि वह इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे। शाहरुख ने शिवसेना की गतिविधियों को अलोकतांत्रिक करार दिया है। अपनी टिप्पणी पर कायम शाहरुख ने जोर देते हुए कहा कि हर भारतीय इस बात से सहमत है कि भारत एक अच्छा देश है, जहां हर मेहमान का स्वागत होता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सिर्फ एक अभिनेता के शब्दों के साथ बहुत अहमियत जुड़ी हुई है। भारत में शिवसेना की प्रतिक्रियाओं के बारे में पूछे गए प्रश्न के जवाब में शाहरुख ने कहा कि मुझे ऐसी प्रतिक्रियाएं अस्वस्थ, अलोकतांत्रिक और गैरसंवेदनशील लगती हैं। आप सिर्फ इतना ही कह सकते हैं कि आपका जो भी मानना है, आप उस पर कायम रहें और मुझे आशा है कि मेरे पास इतनी शक्ति है कि मैं ऐसा कर सकूंगा। शाहरुख ने कहा कि एक भारतीय होने के नाते मुझे कोई शर्म नहीं है, न दु:ख है और न ही उसके लिए माफी मांगना चाहता हूं जो मैंने कहा है। आईपीएल पर उपजे विवाद के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स क्रिकेट टीम के मालिक शाहरुख ने पाकिस्तानी खिलाडिय़ों की उपेक्षा के खिलाफ आवाज उठाई थी। शाहरुख ने कहा था कि अगर उनकी टीम को खिलाडिय़ों को नियुक्त करने का मौका मिलता तो वह सीमा पार के खिलाडिय़ों को लेते।
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इस मामले को देशभक्ति से जोड़ते हुए शाहरुख की फिल्म 'माय नेम इज खानÓ के पोस्टर फाड़ दिए थे और शाहरुख के मुंबई स्थित बंगले के बाहर प्रदर्शन भी किए थे। पार्टी ने चेतावनी दी थी कि जब तक शाहरुख माफी नहीं मांगते वे फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे। शिवसेना के नेता अनिल परब ने कहा था कि शाहरुख अगर पाकिस्तानी खिलाडिय़ों के पक्ष में बोलना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के घर के बाहर मुंबई से पाकिस्तान की टिकट के प्रतीक के तौर पर पोस्टर लहराए थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने कहा था कि यह देशभक्ति का मुद्दा है और शाहरुख को राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। शाहरुख ने कहा कि उनका वक्तव्य एक भारतीय के दृष्टिकोण से था और उनका मानना है कि सीमा के तनाव को व्यक्तिगत नफरत में नहीं बदळा जाना चाहिए। अपनी फिल्म के प्रचार के सिलसिले में यहां आए शाहरुख ने कहा कि मैंने जो भी कहा, जो एक मुद्दा बन गया- मैंने एक भारतीय होने के नाते कहा, मुझे लगता है कि हर भारतीय यही कहेगा कि हम एक अच्छे देश के निवासी हैं जहां हर मेहमान का स्वागत होता है।
शाहरुख ने कहा कि हर देश की सीमा पर तनाव होता है लेकिन उस तनाव के कारण हम हमारे बच्चों और युवाओं को गलत चीज नहीं सिखा सकते। 'माय नेम इज खानÓ का प्रचार कर रहे शाहरुख से पत्रकार फिल्म के बजाए इस विवाद के बारे में प्रश्न पूछते ज्यादा नजर आए। शाहरुख ने कहा कि मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं और कोई कट्टरपंथी भी नहीं हूं, मैं सिर्फ एक अभिनेता हूं और बहुत सी बातें कहता हूं। कई बार मेरी बातों को लोग सही या गलत तरीके से लेते हैं लेकिन इसे इतना ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।
शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इस मामले को देशभक्ति से जोड़ते हुए शाहरुख की फिल्म 'माय नेम इज खानÓ के पोस्टर फाड़ दिए थे और शाहरुख के मुंबई स्थित बंगले के बाहर प्रदर्शन भी किए थे। पार्टी ने चेतावनी दी थी कि जब तक शाहरुख माफी नहीं मांगते वे फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे। शिवसेना के नेता अनिल परब ने कहा था कि शाहरुख अगर पाकिस्तानी खिलाडिय़ों के पक्ष में बोलना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने शाहरुख के घर के बाहर मुंबई से पाकिस्तान की टिकट के प्रतीक के तौर पर पोस्टर लहराए थे। पार्टी के वरिष्ठ नेता मनोहर जोशी ने कहा था कि यह देशभक्ति का मुद्दा है और शाहरुख को राजनीति में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। शाहरुख ने कहा कि उनका वक्तव्य एक भारतीय के दृष्टिकोण से था और उनका मानना है कि सीमा के तनाव को व्यक्तिगत नफरत में नहीं बदळा जाना चाहिए। अपनी फिल्म के प्रचार के सिलसिले में यहां आए शाहरुख ने कहा कि मैंने जो भी कहा, जो एक मुद्दा बन गया- मैंने एक भारतीय होने के नाते कहा, मुझे लगता है कि हर भारतीय यही कहेगा कि हम एक अच्छे देश के निवासी हैं जहां हर मेहमान का स्वागत होता है।
शाहरुख ने कहा कि हर देश की सीमा पर तनाव होता है लेकिन उस तनाव के कारण हम हमारे बच्चों और युवाओं को गलत चीज नहीं सिखा सकते। 'माय नेम इज खानÓ का प्रचार कर रहे शाहरुख से पत्रकार फिल्म के बजाए इस विवाद के बारे में प्रश्न पूछते ज्यादा नजर आए। शाहरुख ने कहा कि मैं कोई राजनीतिज्ञ नहीं हूं और कोई कट्टरपंथी भी नहीं हूं, मैं सिर्फ एक अभिनेता हूं और बहुत सी बातें कहता हूं। कई बार मेरी बातों को लोग सही या गलत तरीके से लेते हैं लेकिन इसे इतना ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।
अल कायदा बेकसूर मुस्लिमों का हत्यारा: ओबामा
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का मानना है कि अल कायदा दुनिया भर के बेकसूर मुसलमानों का सबसे बड़ा हत्यारा है। ओबामा ने यूट्यूब को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे लगता है कि यह समझना अहम है कि हमारा युद्ध एक समूह विशेष के खिलाफ है- अल कायदा और उसके चरमपंथी सहयोगी, जो दुनिया भर में फैले हुए हैं, जो हम पर हमला करते हैं, हमारे सहयोगियों पर, दुनिया भर के दूतावासों पर और सबसे दुखद तौर पर मासूम लोगों पर हमला करते हैं- वे यह नहीं देखते कि जिन पर हमला कर रहे हैं उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि और मजहब क्या है। ओबामा ने कहा कि अल कायदा संभवत: मासूम और बेकसूर मुस्लिमों का सबसे बड़ा हत्यारा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका को हर मोर्चे पर आतंकवाद से लडऩा है। ओबामा ने कहा कि हमें अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा वाले इलाकों में उनसे ठोस तरीके से निपटना होगा, जहां उन्होंने अब भी पकड़ बना रखी है। उन्होंने कहा कि अब वे यमन और सोमालिया जैसे इलाकों में भी फैल रहे हंै। हम उनकी कार्रवाइयों को सीमित करने और उन्हें उन इलाकों में नष्ट करने के लिए अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ मिल कर काम कर रहे हंै।
ओबामा ने कहा- लेकिन हमें उनके नए विचारों से भी लडऩा होगा। हमें मुस्लिमों के उस बहुसंख्यक समुदाय के साथ मिल कर काम करना होगा जो इस हिंसा को नकार चुके हैं। ओबामा को महसूस होता है कि उनके प्रशासन ने इस दिशा में उतना अच्छा काम नहीं किया, जितना किया जाना चाहिए। ओबामा ने कहा कि हमें यमन जैसे देशों में आर्थिक परियोजनाएं शुरू करनी चाहिए, जो बहुत गरीब हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वहां के युवा लोगों को मौके मिलें। यही बात पाकिस्तान में भी सच है। उन्होंने कहा कि इन चरमपंथी संगठनों से निपटने के लिए हमें हमारी पूरी शक्ति से लडऩा होगा।
ओबामा ने कहा- लेकिन हमें उनके नए विचारों से भी लडऩा होगा। हमें मुस्लिमों के उस बहुसंख्यक समुदाय के साथ मिल कर काम करना होगा जो इस हिंसा को नकार चुके हैं। ओबामा को महसूस होता है कि उनके प्रशासन ने इस दिशा में उतना अच्छा काम नहीं किया, जितना किया जाना चाहिए। ओबामा ने कहा कि हमें यमन जैसे देशों में आर्थिक परियोजनाएं शुरू करनी चाहिए, जो बहुत गरीब हैं। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वहां के युवा लोगों को मौके मिलें। यही बात पाकिस्तान में भी सच है। उन्होंने कहा कि इन चरमपंथी संगठनों से निपटने के लिए हमें हमारी पूरी शक्ति से लडऩा होगा।
सपा से निकाले गये अमर सिंह, बोले धन्यवाद मुलायम
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी से निकाले जाने के बाद अमर सिंह ने आज पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव को इसके लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि अब मैं अपनी तरह से काम करने के लिए आजाद हूं। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए राजनीतिक निर्वाण है। अमर ने मुलायम सिंह के खिलाफ एक भी शब्द कहने से इंकार करते हुए कहा कि मैंने १४ वर्षों तक पार्टी की दिन रात सेवा की उसके बदळे मुझे यह सिला मिला। उन्होंने कहा कि वैसे भी पार्टी में रहकर अंग्रेजी, कम्प्यूटर और ब्लॉगिंग का विरोध करने पर मुझे घुटन महसूस होती थी। उन्होंने कहा कि यह हैरत की बात है कि पार्टी प्रमुख को यह समझने में १४ साल का समय लग गया कि पार्टी का पूंजीवाद हो गया। जबकि उत्तर प्रदेश विकास परिषद का गठन स्वयं मुलायम सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था जिसमें देश के प्रमुख उद्योगपति शामिल थे।
उन्होंने कहा कि मैं १४ साल प्रवक्ता रहा और अब १४ दिन पुराने प्रवक्ता मोहन सिंह मेरे खिलाफ आग उगल रहे हैं जबकि वह लोकसभा चुनावों के समय मेरे पास गिड़गिड़ाकर आर्थिक मदद मांगने आए लेकिन चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। अब वह ललचाई आंखों से राज्यसभा पर निगाह लगाए हुए हैं, मेरी उन्हें शुभकामना है कि राज्यसभा उन्हें मिल जाए।
उन्होंने कहा कि मुझसे सोमवार को मुलायम सिंह की ओर से पार्टी सांसद राशिद मसूद ने संपर्क किया और पूछा कि क्या पार्टी में आपके लौटने की संभावनाएं हैं तो मैंने साफ इंकार कर दिया क्योंकि मैं इस आरोप से खिन्न हूं कि कल्याण सिंह को पार्टी से जोडऩे के लिए मैं जिम्मेदार हूं और मेरे पास मुलायम परिवार के खिलाफ सीडी है। उन्होंने इस कथित भ्रामक प्रचार पर भी सपा को आड़े हाथों लिया कि वह मायावती का पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही प्रदेश सरकार ने मेरे खिलाफ एक मुकदमे को गति प्रदान की है। मेरे खिलाफ मायावती ने जो मुकदमे कराए हैं वह मुलायम और उनके परिवार की ढाल बनकर जब मैं खड़ा हुआ तब दर्ज कराए गए। वर्तमान प्रवक्ता पर तो ऐसा कोई मुकदमा नहीं है। यही नहीं मुलायम परिवार के किसी सांसद ने भी संसद के दोनों सदनों में मुलायम का कभी बचाव नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने ब्लॉग में ज्योति बसु और सोनिया गांधी के त्याग की जो तारीफ की उसमें कुछ भी गलत नहीं है। अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे अमर सिंह ने कहा कि मैंने पार्टी को यह सुझाव देकर कुछ गलत नहीं किया कि जब कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियां महिला आरक्षण के समर्थन में हैं तो इस विधेयक का विरोध करके कोई फायदा नहीं। साथ ही यह सुझाव भी कोई गलत नहीं था कि पार्टी को अब मुस्लिम या अति पिछड़े को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। मुलायम को खुद बार-बार मुख्यमंत्री या फिर अपने परिवार के लोगों को इस पद पर लाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता के आरोपों से नाराज अमर सिंह ने कहा कि इन लोगों ने बड़ी बेशर्मी से मेरे योगदान को नकारते हुए मुझे कमीना और पागल तक कहा। यदि यह विशेषण मुझे नहीं दिए जाते तो मैं घर पर रहता लेकिन इन विशेषणों के कारण मैं सभाएं करने पर विवश हुआ। उन्होंने कहा कि मैंने तो पार्टी से सिक लीव मांगी थी और अपनी बीमारी की बात कहकर, कुछ दिन आराम करने की बात कहकर कुछ गलत नहीं किया।
अमर ने साफ किया कि उन्होंने अभी कोई राजनीतिक निर्णय नहीं लिया है और जो लोकमंच बनाया है उसके जरिए वह काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने तो क्षत्रियों की सभा में भी अति पिछड़ों के हित की बात की।
उन्होंने कहा कि मैं १४ साल प्रवक्ता रहा और अब १४ दिन पुराने प्रवक्ता मोहन सिंह मेरे खिलाफ आग उगल रहे हैं जबकि वह लोकसभा चुनावों के समय मेरे पास गिड़गिड़ाकर आर्थिक मदद मांगने आए लेकिन चुनाव में तीसरे नंबर पर रहे। अब वह ललचाई आंखों से राज्यसभा पर निगाह लगाए हुए हैं, मेरी उन्हें शुभकामना है कि राज्यसभा उन्हें मिल जाए।
उन्होंने कहा कि मुझसे सोमवार को मुलायम सिंह की ओर से पार्टी सांसद राशिद मसूद ने संपर्क किया और पूछा कि क्या पार्टी में आपके लौटने की संभावनाएं हैं तो मैंने साफ इंकार कर दिया क्योंकि मैं इस आरोप से खिन्न हूं कि कल्याण सिंह को पार्टी से जोडऩे के लिए मैं जिम्मेदार हूं और मेरे पास मुलायम परिवार के खिलाफ सीडी है। उन्होंने इस कथित भ्रामक प्रचार पर भी सपा को आड़े हाथों लिया कि वह मायावती का पक्ष ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही प्रदेश सरकार ने मेरे खिलाफ एक मुकदमे को गति प्रदान की है। मेरे खिलाफ मायावती ने जो मुकदमे कराए हैं वह मुलायम और उनके परिवार की ढाल बनकर जब मैं खड़ा हुआ तब दर्ज कराए गए। वर्तमान प्रवक्ता पर तो ऐसा कोई मुकदमा नहीं है। यही नहीं मुलायम परिवार के किसी सांसद ने भी संसद के दोनों सदनों में मुलायम का कभी बचाव नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने ब्लॉग में ज्योति बसु और सोनिया गांधी के त्याग की जो तारीफ की उसमें कुछ भी गलत नहीं है। अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे अमर सिंह ने कहा कि मैंने पार्टी को यह सुझाव देकर कुछ गलत नहीं किया कि जब कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियां महिला आरक्षण के समर्थन में हैं तो इस विधेयक का विरोध करके कोई फायदा नहीं। साथ ही यह सुझाव भी कोई गलत नहीं था कि पार्टी को अब मुस्लिम या अति पिछड़े को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। मुलायम को खुद बार-बार मुख्यमंत्री या फिर अपने परिवार के लोगों को इस पद पर लाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ता के आरोपों से नाराज अमर सिंह ने कहा कि इन लोगों ने बड़ी बेशर्मी से मेरे योगदान को नकारते हुए मुझे कमीना और पागल तक कहा। यदि यह विशेषण मुझे नहीं दिए जाते तो मैं घर पर रहता लेकिन इन विशेषणों के कारण मैं सभाएं करने पर विवश हुआ। उन्होंने कहा कि मैंने तो पार्टी से सिक लीव मांगी थी और अपनी बीमारी की बात कहकर, कुछ दिन आराम करने की बात कहकर कुछ गलत नहीं किया।
अमर ने साफ किया कि उन्होंने अभी कोई राजनीतिक निर्णय नहीं लिया है और जो लोकमंच बनाया है उसके जरिए वह काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने तो क्षत्रियों की सभा में भी अति पिछड़ों के हित की बात की।
02 फ़रवरी 2010
वीरचन्द गुप्ता वरच्युस क्लब के अध्यक्ष बने
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वरच्युस कल्ब इण्डिया के वार्षिक चुनाव मुख्य सलाहाकर आत्मा राम अरोड़ा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुए।
यह जानकारी देते हुए क्लब के प्रवक्ता राजेश हाकू ने बताया कि बैठक में वर्ष 2010 के लिये प्रधान वीर चन्द गुप्ता, उपप्रधान मंगतराय बांसल, जनरल सचिव अशोक टीना, सहसचिव रमेश सेठी, फाईनैंस सचिव विजय बांसल, सह फाईंनैंस सचिव विजय मुंजाल, पीआरओ राजेश हाकू, एपीआरओ सुमित भारती, शिक्षा निर्देशक नरेश शर्मा, सह शिक्षा निदेशक राजकुमार, सांस्कृतिक सचिव संजीव शाद, सह सांस्कृतिक सचिव पालविन्द्र शास्त्री, निदेशक समाज सेवा एडवोकेट भूपिन्द्र सूर्या, सह निदेशक समाज सेवा ज्ञानी ज्ञान सिंह, निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. मथुरा दास चलाना, सह निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. लवलीन नागपाल, निदेशक खेल कूद राकेश शर्मा, सह निदेशक खेलकूद एडवोकेट जतिन्द्र खैरा के अतिरिक्त मनोज कुमार आफिस इन्चार्ज का कार्य भार सौंपा गयाञ इसके अतिरिक्त प्रबंधक समिति में संतोश शर्मा, तरसेम गर्ग, परमजीत कोचर, जतिन्द्र शर्मा, वेद कालड़ा को प्रबंधक समिति का सदस्य बनाया गया। इस मौके पर कल्ब के संस्थापक केशव शर्मा, सलाहकार डॉ. प्रशोत्तम सिंगला, पूर्व वित्त सचिव विजय बांसल भी उपस्थित थे।
यह जानकारी देते हुए क्लब के प्रवक्ता राजेश हाकू ने बताया कि बैठक में वर्ष 2010 के लिये प्रधान वीर चन्द गुप्ता, उपप्रधान मंगतराय बांसल, जनरल सचिव अशोक टीना, सहसचिव रमेश सेठी, फाईनैंस सचिव विजय बांसल, सह फाईंनैंस सचिव विजय मुंजाल, पीआरओ राजेश हाकू, एपीआरओ सुमित भारती, शिक्षा निर्देशक नरेश शर्मा, सह शिक्षा निदेशक राजकुमार, सांस्कृतिक सचिव संजीव शाद, सह सांस्कृतिक सचिव पालविन्द्र शास्त्री, निदेशक समाज सेवा एडवोकेट भूपिन्द्र सूर्या, सह निदेशक समाज सेवा ज्ञानी ज्ञान सिंह, निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. मथुरा दास चलाना, सह निदेशक स्वास्थ्य सेवायें डॉ. लवलीन नागपाल, निदेशक खेल कूद राकेश शर्मा, सह निदेशक खेलकूद एडवोकेट जतिन्द्र खैरा के अतिरिक्त मनोज कुमार आफिस इन्चार्ज का कार्य भार सौंपा गयाञ इसके अतिरिक्त प्रबंधक समिति में संतोश शर्मा, तरसेम गर्ग, परमजीत कोचर, जतिन्द्र शर्मा, वेद कालड़ा को प्रबंधक समिति का सदस्य बनाया गया। इस मौके पर कल्ब के संस्थापक केशव शर्मा, सलाहकार डॉ. प्रशोत्तम सिंगला, पूर्व वित्त सचिव विजय बांसल भी उपस्थित थे।
भारत में अमेरिका ने आतंकवादी हमलों की आशंका जताई
वाशगटन। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने भारत में आतंकी हमले होने की आशंका के मद्देजनर भारत आने वाले अपने नागरिकों को सतर्क रहने को कहा है। भारत में आतंकवादी हमलों की योजना के बारे में लगातार मिल रही सूचना को देखते हुए अमेरिका ने यह परामर्श जारी किया है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने परामर्श में कहा है कि अमेरिकी सरकार को लगातार सूचना मिल रही है कि आतंकवादी संगठन भारत में हमले की साजिश रच सकते हैं।
परामर्श में कहा गया है कि आतंकवादी और उनसे सहानुभूति रखने वालों ने उन स्थानों पर हमले किए हंै जहां पर अमेरिकी नागरिक या अन्य पश्चिमी देशों के लोग जाते हैं। इन जगहों पर जाने से पहले सावधानी बरतें।
इसमें कहा गया है कि वे धार्मिक स्थानों समेत सार्वजनिक जगह पर जाते समय वहां की सुरक्षा व्यवस्था को देख ले। इसमें सलाह दी गई है कि सुरक्षा के मद्देनजर वे खुद को ज्यादा जाहिर न करें।
मालूम हो कि इससे पहले भी पिछले अमेरिकी सरकार ने इसी प्रकार के दिशा निर्देश जारी किए थे और इस भारत ने क$डा एतराज भी जताया था।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने परामर्श में कहा है कि अमेरिकी सरकार को लगातार सूचना मिल रही है कि आतंकवादी संगठन भारत में हमले की साजिश रच सकते हैं।
परामर्श में कहा गया है कि आतंकवादी और उनसे सहानुभूति रखने वालों ने उन स्थानों पर हमले किए हंै जहां पर अमेरिकी नागरिक या अन्य पश्चिमी देशों के लोग जाते हैं। इन जगहों पर जाने से पहले सावधानी बरतें।
इसमें कहा गया है कि वे धार्मिक स्थानों समेत सार्वजनिक जगह पर जाते समय वहां की सुरक्षा व्यवस्था को देख ले। इसमें सलाह दी गई है कि सुरक्षा के मद्देनजर वे खुद को ज्यादा जाहिर न करें।
मालूम हो कि इससे पहले भी पिछले अमेरिकी सरकार ने इसी प्रकार के दिशा निर्देश जारी किए थे और इस भारत ने क$डा एतराज भी जताया था।
बिहार में अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे : राहुल
बेतिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी ने आज कहा कि उनकी पार्टी बिहार में अगला विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। बिहार के दो दिवसीय दौरे के क्रम में राहुल आज पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांव पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आश्रम में जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। गांधी आश्रम परिसर में राहुल ने आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए पार्टी के संभावित युवा उम्मीदवरों के साथ बातचीत की।
राहुल ने कहा कि जनता का भरोसा खोने के कारण बिहार में कांग्रेस की यह दुर्गति हुई थी और अगला चुनाव उनकी पार्टी अपने दम पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हवाई नेताओं के दिन लद गए। अब नेता पैराशूट से नहीं गिराए जाएंगे बल्कि गांव के पंचायत से बनेंगे। राहुल ने कहा कि जिनकी जमीन मजबूत होगी, वही आगे बढेंग़े तथा जो जनता के बीच जाकर उनके लिए संघर्ष करेगा उसी को पार्टी का टिकट दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा कांगेस की ओर देश के युवाओं का झुकाव तेजी से बढ़ रहा है और युवाओं के जरिए पार्टी के संगठन को मजबूत बनाया जाएगा। राहुल ने कहा कि बिहार में बदळाव लाना है और युवा कांग्रेस के नेता यहां की जनता के लिए लड़ेंगे।
पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांव से विशेष हेलिकाप्टर से रवाना हुए राहुल दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आयोजित एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करेंगे। दरभंगा में भी राहुल पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही दरभंगा से गया के लिए रवाना होंगे और बोधगया में पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। राहुल वहां भी पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही गया से पटना लौट आएंगे और शाम में यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की एक समिति को संबोधित करेंगे।
राहुल ने कहा कि जनता का भरोसा खोने के कारण बिहार में कांग्रेस की यह दुर्गति हुई थी और अगला चुनाव उनकी पार्टी अपने दम पर लड़ेगी। उन्होंने कहा कि हवाई नेताओं के दिन लद गए। अब नेता पैराशूट से नहीं गिराए जाएंगे बल्कि गांव के पंचायत से बनेंगे। राहुल ने कहा कि जिनकी जमीन मजबूत होगी, वही आगे बढेंग़े तथा जो जनता के बीच जाकर उनके लिए संघर्ष करेगा उसी को पार्टी का टिकट दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवा कांगेस की ओर देश के युवाओं का झुकाव तेजी से बढ़ रहा है और युवाओं के जरिए पार्टी के संगठन को मजबूत बनाया जाएगा। राहुल ने कहा कि बिहार में बदळाव लाना है और युवा कांग्रेस के नेता यहां की जनता के लिए लड़ेंगे।
पश्चिम चंपारण जिले के भितिहरवा गांव से विशेष हेलिकाप्टर से रवाना हुए राहुल दरभंगा के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में आयोजित एक गैर राजनीतिक कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को संबोधित करेंगे। दरभंगा में भी राहुल पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही दरभंगा से गया के लिए रवाना होंगे और बोधगया में पार्टी के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करेंगे। राहुल वहां भी पार्टी के आंतरिक चुनाव में शामिल होने के लिए संभावित उम्मीदवरों के साथ बातचीत करेंगे। राहुल आज ही गया से पटना लौट आएंगे और शाम में यहां कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी की एक समिति को संबोधित करेंगे।
मुंबई मुद्दे पर दखलंदाजी नहीं करे संघ: उद्धव
मुंबई। मुबई में उत्तर भारतीयों को किसी भी तरह के भेदभाव से बचाने संबंधी आरएसएस प्रवक्ता राम माधव के वक्तव्य पर संघ को आड़े हाथों लेते हुए शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि संगठन महाराष्ट्र की राजधानी के मुद्दे पर दखलंदाजी न करे। उद्धव ने आज यहां संवाददाताओं से कहा- राम माधव को मुंबई मुद्दे की चिंता नहीं करनी चाहिए और हमें देशभक्ति या एकता का पाठ नहीं पढ़ाना चाहिये। वर्ष १९९२ के हिंदू-मुस्लिम दंगों के दौरान शिवसेना ने हिंदुओं की रक्षा की थी लेकिन उस समय आरएसएस कहां था। उन्होंने कहा कि राम माधव को दक्षिण भारतीय राज्यों के बारे में चिंता करनी चाहिए और उन राज्यों में हिंदी सिखानी चाहिये। मुंबई को मराठी माणूस की ही बताने के शिवसेना के दावे को दरकिनार करते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी हाल ही में कहा था कि मुंबई सभी भारतीयों के लिए है। सभी भाषा, समुदाय और जाति के लोग भारत की संतान हैं। कोई भी भारतीयों को रोजगार की तलाश में देश के किसी हिस्से में जाने से नहीं रोक सकता।
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर उद्धव ने कहा कि हजारों मराठी लोग कर्नाटक में भेदभाव का शिकार हो रहे हैं लेकिन माधव उनके बारे में कभी कुछ नहीं कहते। उद्धव ने यह भी कहा कि आरएसएस असम में हिंदी भाषी लोगों के साथ हो रहे भेदभाव पर क्यों चुप्पी साधे है। शिवसेना के मराठी जनता के प्रति रुख को दोहराते हुए उद्धव ने कहा- मराठी जनता की राह में आने वाले किसी भी व्यक्ति को पहले शिवसेना का सामना करना होगा।
इस बीच, मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने राम माधव के वक्तव्य की आलोचना करते हुए कहा कि आरएसएस महात्मा गांधी की हत्या को नहीं रोक सका। फिर वह उत्तर भारतीयों पर हमलों को कैसे रोकेगा।
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद पर उद्धव ने कहा कि हजारों मराठी लोग कर्नाटक में भेदभाव का शिकार हो रहे हैं लेकिन माधव उनके बारे में कभी कुछ नहीं कहते। उद्धव ने यह भी कहा कि आरएसएस असम में हिंदी भाषी लोगों के साथ हो रहे भेदभाव पर क्यों चुप्पी साधे है। शिवसेना के मराठी जनता के प्रति रुख को दोहराते हुए उद्धव ने कहा- मराठी जनता की राह में आने वाले किसी भी व्यक्ति को पहले शिवसेना का सामना करना होगा।
इस बीच, मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने राम माधव के वक्तव्य की आलोचना करते हुए कहा कि आरएसएस महात्मा गांधी की हत्या को नहीं रोक सका। फिर वह उत्तर भारतीयों पर हमलों को कैसे रोकेगा।
31 जनवरी 2010
कांग्रेस में कलह
डबवाली (लहू की लौ) हल्का डबवाली के विधानसभा चुनाव में जिस प्रकार से कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा उससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में मायूसी ही नहीं बल्कि खटास भी पैदा हो गई है। इसी के चलते हल्का डबवाली कांग्रेस के प्रधान रामजी लाल तथा शहरी प्रधान नवरतन बांसल ने भी सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर पार्टी को सुचारू रूप से चलाने की मांग रखनी पड़ी है।
इन नेताओं सहित अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी को भेजे पत्र में कहा है कि जब से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की सरकार आई है, तब से डबवाली हल्का में चंद लोगों ने फूट पाओ राज करो की नीति अपना रखी है। डबवाली में कुछ शरारती तत्व और कार्यकर्ताओं ने गुटबाजी बनाकर पार्टी पर कुठाराघात किया है और पार्टी के पुराने वफादार कार्यकर्ताओं को पार्टी की बैठकों में न बुलाकर, उनको इज्जत और मान न देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिस कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में रोष है और पुराने वफादार कार्यकर्ता अपने-अपने घर बैठ गये हैं।
इस पत्र पर गोपाल मित्तल, साहब राम पुहाल, बलदेव राज शर्मा, कश्मीर सिंह तनेजा आदि के भी हस्ताक्षर हैं। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सन् 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी अशोक तंवर ने पार्टी संगठन को साथ लेकर चलते हुए लोकसभा चुनाव से विजयश्री पाई। परंतु इसी वर्ष विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन व वर्करों की अनदेखी के चलते कांग्रेस पार्टी बुरी तरह पराजित हुई। उनका आरोप है कि कुछ चंद लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी को अपनी मुट्ठी में रखा और इससे कांग्रेस वर्कर नाराज हुए। जो हार का कारण बने।
शिकायत में यह भी लिखा है कि सन् 2005 में भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जगन्नाथ चुनाव हारे। उन्हें भी यहां फूट का सामना करना पड़ा। चूंकि उनके साथ भी चंद आदमी थे और कार्यकर्ता व संगठन की अनदेखी की गई थी। इन पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी से गुहार लगाई है कि हल्का डबवाली में पार्टी को सुचारू रूप से चलाने के लिए कोई अच्छा प्रतिनिधि दिया जाये, जो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करके पार्टी को मजबूत और सुचारू रूप से चला सकें। अन्यथा पिछले चुनावों की तरह ही भविष्य में होने वाले चुनाव में भी पार्टी को मुंह की खानी पड़ेगी।
मजेदार बात तो यह है कि इस समय कांग्रेस में जो लड़ाई चल रही है, वह केवल मलाई खाने की लड़ाई है। कोई सत्ता के साथ जुड़कर मोटी मलाई चाट रहा है तो किसी के हाथ लस्सी भी नहीं आ रही है। जिसके चलते केवल अधिकांश कार्यकर्ता मदानी चलाने वाले ही रह गये हैं। जबकि मलाई बड़े खा रहे हैं।
इन नेताओं सहित अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी को भेजे पत्र में कहा है कि जब से हरियाणा में कांग्रेस पार्टी की सरकार आई है, तब से डबवाली हल्का में चंद लोगों ने फूट पाओ राज करो की नीति अपना रखी है। डबवाली में कुछ शरारती तत्व और कार्यकर्ताओं ने गुटबाजी बनाकर पार्टी पर कुठाराघात किया है और पार्टी के पुराने वफादार कार्यकर्ताओं को पार्टी की बैठकों में न बुलाकर, उनको इज्जत और मान न देकर बाहर का रास्ता दिखा दिया है। जिस कारण पार्टी कार्यकर्ताओं में रोष है और पुराने वफादार कार्यकर्ता अपने-अपने घर बैठ गये हैं।
इस पत्र पर गोपाल मित्तल, साहब राम पुहाल, बलदेव राज शर्मा, कश्मीर सिंह तनेजा आदि के भी हस्ताक्षर हैं। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सन् 2009 में हुए लोकसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी अशोक तंवर ने पार्टी संगठन को साथ लेकर चलते हुए लोकसभा चुनाव से विजयश्री पाई। परंतु इसी वर्ष विधानसभा चुनाव में पार्टी संगठन व वर्करों की अनदेखी के चलते कांग्रेस पार्टी बुरी तरह पराजित हुई। उनका आरोप है कि कुछ चंद लोगों ने कांग्रेस प्रत्याशी को अपनी मुट्ठी में रखा और इससे कांग्रेस वर्कर नाराज हुए। जो हार का कारण बने।
शिकायत में यह भी लिखा है कि सन् 2005 में भी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जगन्नाथ चुनाव हारे। उन्हें भी यहां फूट का सामना करना पड़ा। चूंकि उनके साथ भी चंद आदमी थे और कार्यकर्ता व संगठन की अनदेखी की गई थी। इन पार्टी कार्यकर्ताओं ने सोनिया गांधी से गुहार लगाई है कि हल्का डबवाली में पार्टी को सुचारू रूप से चलाने के लिए कोई अच्छा प्रतिनिधि दिया जाये, जो इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करके पार्टी को मजबूत और सुचारू रूप से चला सकें। अन्यथा पिछले चुनावों की तरह ही भविष्य में होने वाले चुनाव में भी पार्टी को मुंह की खानी पड़ेगी।
मजेदार बात तो यह है कि इस समय कांग्रेस में जो लड़ाई चल रही है, वह केवल मलाई खाने की लड़ाई है। कोई सत्ता के साथ जुड़कर मोटी मलाई चाट रहा है तो किसी के हाथ लस्सी भी नहीं आ रही है। जिसके चलते केवल अधिकांश कार्यकर्ता मदानी चलाने वाले ही रह गये हैं। जबकि मलाई बड़े खा रहे हैं।
ट्रीटमेंट प्लांट की खुदाई के लिए आई टीम को खदेड़ा
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब मण्डीकरण बोर्ड जनस्वास्थ्य विभाग की टीम पुलिस दलबल के साथ मण्डी किलियांवाली में निर्धारित स्थल पर डिस्पोजल बनाने के लिए शुक्रवार को पहुंची। लेकिन नरसिंह कलोनी निवासियों के विरोध के चलते इस टीम को वहां से बेरंग लौटना पड़ा।
प्राप्त जानकारी अनुसार मालवा बाईपास रोड़ पर मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग ने करीब 28 वर्ष पूर्व डिस्पोजल एवं ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना तैयार की थी। इसी योजना के तहत मण्डीकरण बोर्ड पंजाब का जनस्वास्थ्य विभाग दो बार पहले भी ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डिग्गी खुदवाने का प्रयास कर चुका है। लेकिन लोगों के विरोध के चलते उसे सफलता नहीं मिली।
शुक्रवार को तीसरी बार विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह तथा अकाली नेता राजेन्द्र सिंह भाटी के नेतृत्व में मण्डीकरण बोर्ड ने पुलिस बल के साथ इस स्थान पर दस्तक दी। उनके साथ जेसीबी मशीन भी थी। जैसे ही जेसीबी मशीन ने खुदाई का कार्य शुरू किया तो नरसिंह कलोनी के सरपंच जसपाल सिंह के नेतृत्व में कलोनी निवासी भारी संख्या में मौका पर जमा हो गये और बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस विरोध के चलते विभागीय टीम को वहां से बैरंग वापिस जाना पड़ा। विरोध करने वालों में शामिल अमनदीप सिंह पंच, गिन्नी, अमरजीत सिंह, काली, राजवीर, अमृत, बलकरण, काका, देसराज, बोहड़ सिंह, धर्मा सिंह, सीता देवी, अमरजीत कौर, जसवीर कौर, गुरविन्द्र कौर, जंगीर कौर आदि ने बताया कि वे लोग ट्रीटमेंट प्लांट के खिलाफ नहीं है। लेकिन उनकी मांग है कि इसे आबादी से करीब एक किलोमीटर दूर बनाया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर 28 वर्ष पूर्व विभाग की यहां ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना थी, तो इस स्थान पर विभाग ने निर्माणाधीन ट्रीटमेंट प्लांट का बोर्ड क्यों नहीं लगाया।
सरपंच जसपाल सिंह ने बताया कि पंचायत सदस्यों के साथ शीघ्र ही उपायुक्त मुक्तसर को मिलकर अपनी इस समस्या से अवगत करवाएंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि ट्रीटमेंट प्लांट आबादी से एक किलोमीटर दूर स्थापित किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर विभाग ट्रीटमेंट प्लांट को आबादी से एक किलोमीटर दूर बनाता है, तो ग्राम पंचायत इसके लिए विभाग को पंचायती जमीन देने के लिए तैयार है।
मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह ने कहा कि भले ही इस स्थान पर 28 वर्ष पूर्व ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस योजना को वर्तमान प्रकाश सिंह बादल की सरकार ने हाल ही में स्वीकृति देते हुए इस पर 2 करोड़ रूपये लगाने का निर्णय लिया है, उनके अनुसार सरकारी जमीन पर इसे बनाया जा रहा है और इसे इसी जगह पर हर हालत में बनाया जाएगा। उनके अनुसार आज फोर्स कम थी और प्रशासन भी नहीं चाहता कि विरोध करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाये। प्रशासन चाहता है कि बातचीत से विरोध करने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की महत्ता को समझें और इसका विरोध न करें।
प्राप्त जानकारी अनुसार मालवा बाईपास रोड़ पर मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग ने करीब 28 वर्ष पूर्व डिस्पोजल एवं ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना तैयार की थी। इसी योजना के तहत मण्डीकरण बोर्ड पंजाब का जनस्वास्थ्य विभाग दो बार पहले भी ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डिग्गी खुदवाने का प्रयास कर चुका है। लेकिन लोगों के विरोध के चलते उसे सफलता नहीं मिली।
शुक्रवार को तीसरी बार विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह तथा अकाली नेता राजेन्द्र सिंह भाटी के नेतृत्व में मण्डीकरण बोर्ड ने पुलिस बल के साथ इस स्थान पर दस्तक दी। उनके साथ जेसीबी मशीन भी थी। जैसे ही जेसीबी मशीन ने खुदाई का कार्य शुरू किया तो नरसिंह कलोनी के सरपंच जसपाल सिंह के नेतृत्व में कलोनी निवासी भारी संख्या में मौका पर जमा हो गये और बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस विरोध के चलते विभागीय टीम को वहां से बैरंग वापिस जाना पड़ा। विरोध करने वालों में शामिल अमनदीप सिंह पंच, गिन्नी, अमरजीत सिंह, काली, राजवीर, अमृत, बलकरण, काका, देसराज, बोहड़ सिंह, धर्मा सिंह, सीता देवी, अमरजीत कौर, जसवीर कौर, गुरविन्द्र कौर, जंगीर कौर आदि ने बताया कि वे लोग ट्रीटमेंट प्लांट के खिलाफ नहीं है। लेकिन उनकी मांग है कि इसे आबादी से करीब एक किलोमीटर दूर बनाया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर 28 वर्ष पूर्व विभाग की यहां ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना थी, तो इस स्थान पर विभाग ने निर्माणाधीन ट्रीटमेंट प्लांट का बोर्ड क्यों नहीं लगाया।
सरपंच जसपाल सिंह ने बताया कि पंचायत सदस्यों के साथ शीघ्र ही उपायुक्त मुक्तसर को मिलकर अपनी इस समस्या से अवगत करवाएंगे और उनसे अनुरोध करेंगे कि ट्रीटमेंट प्लांट आबादी से एक किलोमीटर दूर स्थापित किया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि अगर विभाग ट्रीटमेंट प्लांट को आबादी से एक किलोमीटर दूर बनाता है, तो ग्राम पंचायत इसके लिए विभाग को पंचायती जमीन देने के लिए तैयार है।
मण्डीकरण बोर्ड पंजाब के जनस्वास्थ्य विभाग के सुपरवाईजर जसवीर सिंह ने कहा कि भले ही इस स्थान पर 28 वर्ष पूर्व ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन इस योजना को वर्तमान प्रकाश सिंह बादल की सरकार ने हाल ही में स्वीकृति देते हुए इस पर 2 करोड़ रूपये लगाने का निर्णय लिया है, उनके अनुसार सरकारी जमीन पर इसे बनाया जा रहा है और इसे इसी जगह पर हर हालत में बनाया जाएगा। उनके अनुसार आज फोर्स कम थी और प्रशासन भी नहीं चाहता कि विरोध करने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जाये। प्रशासन चाहता है कि बातचीत से विरोध करने वाले ट्रीटमेंट प्लांट की महत्ता को समझें और इसका विरोध न करें।
किसानों ने बादल परिवार के खिलाफ दिया धरना
डबवाली (लहू की लौ) भारतीय किसान यूनियन (एकता ) उग्राहा ने गांव बादल के एक किसान को बादल परिवार द्वारा प्रताडि़त किये जाने के विरोध में शुक्रवार को लम्बी थाना के समक्ष जोरदार नारेबाजी करते हुए धरना दिया।
बीकेयू (एकता) के ब्लाक प्रधान गुरदीप सिंह खुड्डियां तथा सुक्खा सिंह सिंघेवाला ब्लाक प्रधान खेत मजदूर यूनियन ने बताया कि गांव बादल के एक गरीब किसान परिवार मोहन सिंह पुत्र नाजर सिंह ने 1995-96 में करीब चार एकड़ जमीन बादल परिवार के पवनप्रीत सिंह उर्फ बॉबी पुत्र जसवीर सिंह और जसवीर सिंह पुत्र बलवीर सिंह से एक साल के लिए ठेका पर ली थी। लेकिन इन लोगों ने गरीब किसान को आवश्यक पानी नहीं दिया। जिसके चलते वहां फसल नहीं हो सकी और जितनी भी फसल हुई, उसको बेचकर उसने पैसे दे दिये थे। लेकिन 21 हजार रूपये अभी भी बॉबी परिवार के बाकी रह गये थे। उनके अनुसार जमींदार ने पांच प्रतिशत ब्याज लगाकर अब इस गरीब किसान से 6 लाख रूपये की मांग शुरू कर दी और साथ ही उसकी दो कैनाल जमीन पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 6-7-09 को किसान द्वारा इस भूमि पर बनाये गये मकान को भी आधी रात को उपरोक्त आरोपियों ने गनमैनों और अपने ड्राईवर के साथ मिलकर गिरा दिया। इसकी रपट भी लम्बी थाना में करवाई गई थी। लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। गरीब किसान को इंसाफ न मिलने पर आज उन्हें लम्बी थाना का घेराव करना पड़ा है।
इस मौके पर जिला प्रधान पूर्ण सिंह दोदा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपिन्द्र सिंह चन्नू, जिला महासचिव गुरभक्त सिंह भलाईआना, ब्लाक प्रधान मल सिंह क्खांवाली, जरनैल सिंह, भूपिन्द्र सिंह पंजावा, फलेल सिंह क्खांवाली, जसवीर सिंह सेहना, गुरतेज सिंह चन्नू, धीरा सिंह, जंगीर सिंह मिढ़ा, बलदेव सिंह, सुरजीत सिंह खुड्डियां, ब्लाक मलोट प्रधान बोहड़ सिंह शेरगढ़, ब्लाक मुक्तसर के कामरेड जगदेव सिंह, गोरा सिंह भागसर, जीता सिंह महाभद्र, मल सिंह, मुख्तियार सिंह रोहड़ांवाली, खेत मजदूर यूनियन के जिला प्रधान नानक सिंह सिंघेवाला, गुरतेज सिंह किलियांवाली, गुरपाश सिंह सिंघेवाला लोकमोर्चा, हेमराज टीएसयू उपस्थित थे।
धरना दे रहे किसानों के पास पहुंचे थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि मोहन सिंह अपनी जमीन में अपना मकान बनाये। उसे पुलिस द्वारा संरक्षण दिया जाएगा। इस पर किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
बीकेयू (एकता) के ब्लाक प्रधान गुरदीप सिंह खुड्डियां तथा सुक्खा सिंह सिंघेवाला ब्लाक प्रधान खेत मजदूर यूनियन ने बताया कि गांव बादल के एक गरीब किसान परिवार मोहन सिंह पुत्र नाजर सिंह ने 1995-96 में करीब चार एकड़ जमीन बादल परिवार के पवनप्रीत सिंह उर्फ बॉबी पुत्र जसवीर सिंह और जसवीर सिंह पुत्र बलवीर सिंह से एक साल के लिए ठेका पर ली थी। लेकिन इन लोगों ने गरीब किसान को आवश्यक पानी नहीं दिया। जिसके चलते वहां फसल नहीं हो सकी और जितनी भी फसल हुई, उसको बेचकर उसने पैसे दे दिये थे। लेकिन 21 हजार रूपये अभी भी बॉबी परिवार के बाकी रह गये थे। उनके अनुसार जमींदार ने पांच प्रतिशत ब्याज लगाकर अब इस गरीब किसान से 6 लाख रूपये की मांग शुरू कर दी और साथ ही उसकी दो कैनाल जमीन पर कब्जा कर लिया।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 6-7-09 को किसान द्वारा इस भूमि पर बनाये गये मकान को भी आधी रात को उपरोक्त आरोपियों ने गनमैनों और अपने ड्राईवर के साथ मिलकर गिरा दिया। इसकी रपट भी लम्बी थाना में करवाई गई थी। लेकिन आज तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई। गरीब किसान को इंसाफ न मिलने पर आज उन्हें लम्बी थाना का घेराव करना पड़ा है।
इस मौके पर जिला प्रधान पूर्ण सिंह दोदा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपिन्द्र सिंह चन्नू, जिला महासचिव गुरभक्त सिंह भलाईआना, ब्लाक प्रधान मल सिंह क्खांवाली, जरनैल सिंह, भूपिन्द्र सिंह पंजावा, फलेल सिंह क्खांवाली, जसवीर सिंह सेहना, गुरतेज सिंह चन्नू, धीरा सिंह, जंगीर सिंह मिढ़ा, बलदेव सिंह, सुरजीत सिंह खुड्डियां, ब्लाक मलोट प्रधान बोहड़ सिंह शेरगढ़, ब्लाक मुक्तसर के कामरेड जगदेव सिंह, गोरा सिंह भागसर, जीता सिंह महाभद्र, मल सिंह, मुख्तियार सिंह रोहड़ांवाली, खेत मजदूर यूनियन के जिला प्रधान नानक सिंह सिंघेवाला, गुरतेज सिंह किलियांवाली, गुरपाश सिंह सिंघेवाला लोकमोर्चा, हेमराज टीएसयू उपस्थित थे।
धरना दे रहे किसानों के पास पहुंचे थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि मोहन सिंह अपनी जमीन में अपना मकान बनाये। उसे पुलिस द्वारा संरक्षण दिया जाएगा। इस पर किसानों ने धरना समाप्त कर दिया।
30 जनवरी 2010
बीपीएल सूची लागू न होने से हजारों परिवार वंचित हैं लाभ से
डबवाली (लहू की लौ) हजारों परिवारों के लिए जीवन यापन का पर्याय बनी बीपीएल सूची जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के लिए कोई मायने नहीं रखती। भारी भरकम वेतन लेने वाले विभागीय अधिकारी प्रदेश सरकार द्वारा अनुमोदित की गई बीपीएल सूची को लागू करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। यही कारण है कि अगस्त-2009 से जारी की गई सूची को पांच माह बाद भी लागू नहीं किया गया है और इस सूची में शामिल पात्र परिवारों के बीपीएल कार्ड नहीं बन पाए हैं। बीपीएल कार्ड नहीं बनने के कारण हजारों परिवार न केवल रियायती दर पर मिलने वाले राशन से वंचित हैं, बल्कि प्रदेश सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को दी जाने वाली सुविधाओं से भी महरूम हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को सस्ती दर पर राशन के अलावा बच्चों को शिक्षा, रोजगार व अन्य तरीकों से अनेक प्रकार की सुविधाएं दी जाती हैं। बीपीएल परिवारों को दो लाख रुपये का ऋण दिये जाने की योजना है, जिसमें 50 हजार रुपये तक अनुदान मिलता है। इसके अलावा बीपीएल परिवारों के बच्चों को पुस्तकें व अन्य प्रकार की सुविधा हासिल होती है। बीपीएल सूची में नाम आने के बावजूद हजारों परिवार जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कथित ढिलाई के चलते बीपीएल कार्ड से वंचित हैं। बीपीएल कार्ड नहीं होने के कारण वे सरकारी की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने से भी वंचित हैं।
यहां वर्णनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2008 में बीपीएल सूची जारी की गई थी। इस सूची में अनेक प्रकार की खामियों को लेकर भारी रोष पैदा हुआ था। बाद में प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2009 में एक और बीपीएल सूची जारी की गई, मगर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस सूची में शामिल किये गये परिवारों के पीले कार्ड बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। पहले लोकसभा चुनाव आए और उसके बाद विधानसभा चुनाव। तत्पश्चात ऐलनाबाद उपचुनाव आ गए, मगर प्रदेश सरकार की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। सिरसा के एक जागरूक नागरिक भूपेश गोयल द्वारा सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने स्वयं इस आशय की स्वीकारोक्ति की है कि विभाग के सिरसा, मल्लेकां, नाथूसरी चौपटा, डिंग, सुचान, कालांवाली, रोड़ी, ओढां, डबवाली, जीवननगर, खारिया में बीपीएल कार्ड बनाने में ढिलाई बरती गई है।
बीपीएल सूची को लेकर तथ्य यह हैं कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार से अधिक परिवारों के कार्ड ही नहीं बनाए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग विभाग के पास पीले कार्ड बनवाने ही नहीं पहुंचे। इसके साथ ही विभाग बीपीएल सूची में शामिल इन परिवारों को खोज ही नहीं पाया। हजारों परिवारों के इस बीपीएल सूची में शामिल होने के कारण पात्र परिवार इस सूची में स्थान नहंी बना पाए हैं।
विभाग की ओर से यदि 8025 परिवारों के नाम काट दिये जाते हैं तो इतनी ही संख्या के पात्र परिवारों को बीपीएल सूची में स्थान मिल सकता है, मगर जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कार्रवाई कछुआ गति से जारी है। उसे आम आदमी के हितों से शायद कुछ लेना-देना नहीं है। सूचना अधिकार के तहत जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा जो सूचना दी गई है, उसके तहत स्टेट बीपीएल के 15841 कार्ड मंजूर किये गये थे, जिनमें से 12162 कार्ड ही जारी किये गये। इस प्रकार 2679 परिवारों का कोई पता नहीं चल पाया। इसी प्रकार सेंट्रल बीपीएल के 31186 परिवारों को इस सूची में शामिल किया गया मगर 28319 परिवार ही कार्ड बनवाने के लिए पहुंचे। अंतोदय योजना के तहत 25827 परिवारों के नाम सूची में शामिल किये गये, जिनमें से 23348 लोग ही अपने राशन कार्डों पर गुलाबी कार्ड की मोहर लगवाने के लिए पहुंचे। विभाग द्वारा दी गई सूचना के तहत 8025 परिवारों के कार्ड नहीं बने हैं।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कथित ढिलाई का यह आलम है कि अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय सिरसा द्वारा 28 अगस्त 2009 को दी गई नई बीपीएल सूची को आज तक लागू नहीं किया गया। यही नहीं विभाग के कर्मचारियों ने उच्चाधिकारियों द्वारा दी गई हिदायतों की भी पालना नहीं की। विभाग के कर्मचारियों द्वारा बरती गई ढील पर उच्चाधिकारियों ने केवल हिदायत भर देकर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर ली। उधर बीपीएल सूची में शामिल परिवार पीले कार्ड के लिए कभी अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय तो कभी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। बीपीएल सूची में शामिल होने के लिए सैकड़ों परिवार आज भी नेताओं और दलालों की हाजिरी भर रहे हैं।
पिछले पांच महीने से पीले कार्ड के लिए चक्कर लगाने का यह क्रम आज भी जारी है। दरअसल बीपीएल कार्ड की स्थिति में पात्र परिवार सस्ता राशन, बैंक ऋण, ईलाज व शिक्षा के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। शर्मनाक बात यह है कि जिन अधिकारियों को इस बीपीएल सूची को लागू करवाना चाहिए, वे अपने मातहत कर्मियों को पीले कार्ड अविलंब बनाने की हिदायत भर दे रहे हैं।
यहां वर्णनीय है कि प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2008 में बीपीएल सूची जारी की गई थी। इस सूची में अनेक प्रकार की खामियों को लेकर भारी रोष पैदा हुआ था। बाद में प्रदेश सरकार द्वारा अगस्त-2009 में एक और बीपीएल सूची जारी की गई, मगर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इस सूची में शामिल किये गये परिवारों के पीले कार्ड बनाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। पहले लोकसभा चुनाव आए और उसके बाद विधानसभा चुनाव। तत्पश्चात ऐलनाबाद उपचुनाव आ गए, मगर प्रदेश सरकार की योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। सिरसा के एक जागरूक नागरिक भूपेश गोयल द्वारा सूचना अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने स्वयं इस आशय की स्वीकारोक्ति की है कि विभाग के सिरसा, मल्लेकां, नाथूसरी चौपटा, डिंग, सुचान, कालांवाली, रोड़ी, ओढां, डबवाली, जीवननगर, खारिया में बीपीएल कार्ड बनाने में ढिलाई बरती गई है।
बीपीएल सूची को लेकर तथ्य यह हैं कि जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 8 हजार से अधिक परिवारों के कार्ड ही नहीं बनाए गए हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोग विभाग के पास पीले कार्ड बनवाने ही नहीं पहुंचे। इसके साथ ही विभाग बीपीएल सूची में शामिल इन परिवारों को खोज ही नहीं पाया। हजारों परिवारों के इस बीपीएल सूची में शामिल होने के कारण पात्र परिवार इस सूची में स्थान नहंी बना पाए हैं।
विभाग की ओर से यदि 8025 परिवारों के नाम काट दिये जाते हैं तो इतनी ही संख्या के पात्र परिवारों को बीपीएल सूची में स्थान मिल सकता है, मगर जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कार्रवाई कछुआ गति से जारी है। उसे आम आदमी के हितों से शायद कुछ लेना-देना नहीं है। सूचना अधिकार के तहत जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा जो सूचना दी गई है, उसके तहत स्टेट बीपीएल के 15841 कार्ड मंजूर किये गये थे, जिनमें से 12162 कार्ड ही जारी किये गये। इस प्रकार 2679 परिवारों का कोई पता नहीं चल पाया। इसी प्रकार सेंट्रल बीपीएल के 31186 परिवारों को इस सूची में शामिल किया गया मगर 28319 परिवार ही कार्ड बनवाने के लिए पहुंचे। अंतोदय योजना के तहत 25827 परिवारों के नाम सूची में शामिल किये गये, जिनमें से 23348 लोग ही अपने राशन कार्डों पर गुलाबी कार्ड की मोहर लगवाने के लिए पहुंचे। विभाग द्वारा दी गई सूचना के तहत 8025 परिवारों के कार्ड नहीं बने हैं।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की कथित ढिलाई का यह आलम है कि अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय सिरसा द्वारा 28 अगस्त 2009 को दी गई नई बीपीएल सूची को आज तक लागू नहीं किया गया। यही नहीं विभाग के कर्मचारियों ने उच्चाधिकारियों द्वारा दी गई हिदायतों की भी पालना नहीं की। विभाग के कर्मचारियों द्वारा बरती गई ढील पर उच्चाधिकारियों ने केवल हिदायत भर देकर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर ली। उधर बीपीएल सूची में शामिल परिवार पीले कार्ड के लिए कभी अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय तो कभी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के चक्कर लगा रहे हैं। बीपीएल सूची में शामिल होने के लिए सैकड़ों परिवार आज भी नेताओं और दलालों की हाजिरी भर रहे हैं।
पिछले पांच महीने से पीले कार्ड के लिए चक्कर लगाने का यह क्रम आज भी जारी है। दरअसल बीपीएल कार्ड की स्थिति में पात्र परिवार सस्ता राशन, बैंक ऋण, ईलाज व शिक्षा के अलावा अन्य सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। शर्मनाक बात यह है कि जिन अधिकारियों को इस बीपीएल सूची को लागू करवाना चाहिए, वे अपने मातहत कर्मियों को पीले कार्ड अविलंब बनाने की हिदायत भर दे रहे हैं।
अपहरण का मामला दर्ज
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने 28 जनवरी को शाम 5.20 पर यहां के वार्ड नं. 9 के निर्मल चन्द पुत्र सरदारी लाल की पत्नी के आपहरण और घर की महिलाओं से मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में करीब 15 जनों के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार निर्मल चन्द ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि 2-05-2009 को उसकी शादी लखविन्द्र कौर पुत्री महिन्द्र सिंह के साथ हुई थी। लेकिन महिन्द्र सिंह बगैरा इस शादी से खुश नहीं थे। वीरवार को करीब 12.30 बजे जीपों में सवार होकर करीब 15 व्यक्ति उनके मकान पर आये और उसकी पत्नी को जबर्दस्ती उठाकर जीप में डालकर ले गये। इस दौरान जब उनकी घर की महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने गांव ढाणी खुईयांमलकाना के महिन्द्र सिंह, कश्मीर सिंह, बलवीर सिंह, सुरजीत सिंह पुत्रान इन्द्र सिंह, टीटू सिंह, गुरमीत सिंह पुत्रान कश्मीर सिंह, रणजीत सिंह, सतिन्द्र सिंह पुत्रान बलवीर सिंह, गुरलाभ सिंह पुत्र गुरजीत सिंह, संगीत पुत्र जोगिन्द्र सिंह तथा हीरा सिंह पुत्र गुरबचन सिंह, हरप्रीत सिंह पुत्र नसीब सिंह निवासीगण मौजगढ़ तथा हरप्रीत सिंह निवासी मलोट जिला मुक्तसर के खिलाफ धारा 148/149/323/365/506/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि आरोपी उसकी पत्नी को नुक्सान पहुंचा सकते हैं तथा उनसे उसे भी जान-माल का खतरा है।
प्राप्त जानकारी अनुसार निर्मल चन्द ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि 2-05-2009 को उसकी शादी लखविन्द्र कौर पुत्री महिन्द्र सिंह के साथ हुई थी। लेकिन महिन्द्र सिंह बगैरा इस शादी से खुश नहीं थे। वीरवार को करीब 12.30 बजे जीपों में सवार होकर करीब 15 व्यक्ति उनके मकान पर आये और उसकी पत्नी को जबर्दस्ती उठाकर जीप में डालकर ले गये। इस दौरान जब उनकी घर की महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी।
शिकायतकर्ता की शिकायत पर पुलिस ने गांव ढाणी खुईयांमलकाना के महिन्द्र सिंह, कश्मीर सिंह, बलवीर सिंह, सुरजीत सिंह पुत्रान इन्द्र सिंह, टीटू सिंह, गुरमीत सिंह पुत्रान कश्मीर सिंह, रणजीत सिंह, सतिन्द्र सिंह पुत्रान बलवीर सिंह, गुरलाभ सिंह पुत्र गुरजीत सिंह, संगीत पुत्र जोगिन्द्र सिंह तथा हीरा सिंह पुत्र गुरबचन सिंह, हरप्रीत सिंह पुत्र नसीब सिंह निवासीगण मौजगढ़ तथा हरप्रीत सिंह निवासी मलोट जिला मुक्तसर के खिलाफ धारा 148/149/323/365/506/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में यह भी कहा है कि आरोपी उसकी पत्नी को नुक्सान पहुंचा सकते हैं तथा उनसे उसे भी जान-माल का खतरा है।
पिस्तौल की नोक पर टाटा ऐस लूटी
डबवाली (लहू की लौ) गांव माना के पास तीन अज्ञात लोगों ने पिस्तौल की नोक पर टाटा ऐस मालिक से टाटा ऐस और हजारों रूपये की नकदी लूट ली और उसे बांध कर नहरों के पास फेंक गये।
मंडी किलियांवाली के मालवा रोड़ निवासी तरनदीप सियाल पुत्र हरिन्द्रजीत सियाल ने बताया कि बुधवार सुबह वह अपने घर के आगे अपनी टाटा ऐस गाड़ी को धो रहा था कि इसी दौरान उसके पास दो व्यक्ति आये और कहने लगे कि उन्होंने गांव माना से भैंस लेकर आनी है। इस पर उसने उनसे 500 रूपये किराया की मांग की लेकिन आपसी समझौते से 350 रूपये में किराया तय हो गया।
ऐस मालिक के अनुसार वह दोनों लोग उसके साथ उसकी गाड़ी में बैठ गये और माना की ओर रवाना हो गये तथा उनका एक अन्य साथी मारूति कार के साथ उनके साथ हो लिया। वह अभी सिंघेवाला-बादल लिंक रोड़ पर जा ही रहे थे कि गांव माना से पहले उन्होंने गाड़ी को कच्चे में यह कहते हुए मुड़वा दिया कि निकटवर्ती ढाणी से उन्होंने भैंस को लादना है। थोड़ी ही दूर में उसे एक खेत में पड़ी पराली को गाड़ी में लादने के लिए कहा और स्वयं अपनी पास रखी बोतल से पानी पीने लगे। थोड़ी देर बाद जब वह पराली गाड़ी में डाल रहा था तो उनमें से एक ने उसकी कमर पर पिस्तौल लगा दी और दूसरे ने उसके मफलर से उसके हाथ बांध दिये। इन्हीं में से एक ने उसके कंधे से टीका लगा दिया और वह बेहोश होने लगा।
अर्धबेहोशी की हालत में उसे उन लोगों ने टाटा ऐस में डाल लिया और उसे लालबाई होते हुए अबुलखुराना की बड़ी नहरों की ओर ले गये। नहरों पर पहुंच कर उससे उसकी जेब में रखी 10 हजार रूपये की नकदी, मोबाइल तथा हाथ की अंगुली में डाली सोने की अंगूठी लूट ली और उसका मुंह, आंख, पैर बांध कर नहर में फेंकने लगे तो उसने मिन्नत खुशामद की तो लुटेरों का मन पिघल गया और उसे बंधी हुई हालत में फेंक कर ऐस गाड़ी लेकर फरार हो गये।
उसने जैसे-तैसे अपने को बंधन से मुक्त करके उसने इसकी जानकारी नहर पर डयूटी दे रहे व्यक्तियों को दी और उनके मोबाइल से घर पर और पुलिस को फोन किया। थाना लम्बी पुलिस ने तरणदीप सियाल की शिकायत पर अज्ञात युवकों के खिलाफ धारा 382, 341, 34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके लुटेरों की तालाश शुरू कर दी है।
मंडी किलियांवाली के मालवा रोड़ निवासी तरनदीप सियाल पुत्र हरिन्द्रजीत सियाल ने बताया कि बुधवार सुबह वह अपने घर के आगे अपनी टाटा ऐस गाड़ी को धो रहा था कि इसी दौरान उसके पास दो व्यक्ति आये और कहने लगे कि उन्होंने गांव माना से भैंस लेकर आनी है। इस पर उसने उनसे 500 रूपये किराया की मांग की लेकिन आपसी समझौते से 350 रूपये में किराया तय हो गया।
ऐस मालिक के अनुसार वह दोनों लोग उसके साथ उसकी गाड़ी में बैठ गये और माना की ओर रवाना हो गये तथा उनका एक अन्य साथी मारूति कार के साथ उनके साथ हो लिया। वह अभी सिंघेवाला-बादल लिंक रोड़ पर जा ही रहे थे कि गांव माना से पहले उन्होंने गाड़ी को कच्चे में यह कहते हुए मुड़वा दिया कि निकटवर्ती ढाणी से उन्होंने भैंस को लादना है। थोड़ी ही दूर में उसे एक खेत में पड़ी पराली को गाड़ी में लादने के लिए कहा और स्वयं अपनी पास रखी बोतल से पानी पीने लगे। थोड़ी देर बाद जब वह पराली गाड़ी में डाल रहा था तो उनमें से एक ने उसकी कमर पर पिस्तौल लगा दी और दूसरे ने उसके मफलर से उसके हाथ बांध दिये। इन्हीं में से एक ने उसके कंधे से टीका लगा दिया और वह बेहोश होने लगा।
अर्धबेहोशी की हालत में उसे उन लोगों ने टाटा ऐस में डाल लिया और उसे लालबाई होते हुए अबुलखुराना की बड़ी नहरों की ओर ले गये। नहरों पर पहुंच कर उससे उसकी जेब में रखी 10 हजार रूपये की नकदी, मोबाइल तथा हाथ की अंगुली में डाली सोने की अंगूठी लूट ली और उसका मुंह, आंख, पैर बांध कर नहर में फेंकने लगे तो उसने मिन्नत खुशामद की तो लुटेरों का मन पिघल गया और उसे बंधी हुई हालत में फेंक कर ऐस गाड़ी लेकर फरार हो गये।
उसने जैसे-तैसे अपने को बंधन से मुक्त करके उसने इसकी जानकारी नहर पर डयूटी दे रहे व्यक्तियों को दी और उनके मोबाइल से घर पर और पुलिस को फोन किया। थाना लम्बी पुलिस ने तरणदीप सियाल की शिकायत पर अज्ञात युवकों के खिलाफ धारा 382, 341, 34 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके लुटेरों की तालाश शुरू कर दी है।
जन समस्याओं को लेकर सीपीआई कार्यकर्ताओं ने की नारेबाजी
डबवाली (लहू की लौ) गांव नरसिंह कलोनी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के जिला सचिव जगजीत सिंह जोगा के नेतृत्व में पंजाब सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और बेरोजगारों को नरेगा के तहत उनका हक दिये जाने का अनुरोध किया।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीपीआई के जिला बठिण्डा सचिव जगजीत सिंह जोगा ने बताया कि बढ़ती हुई महंगाई ने आम नागरिक की कमर तोड़ दी है। इसके बावजूद पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और मनोरंजन कालिया ने संयुक्त रूप से सरकार को एक रिपोर्ट देकर किसानों के 100 यूनिट बिजली को छीन लिया है। उन्होंने छीने गये इन यूनिटों को फिर से बहाल करने की मांग की।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि वे हैरान हैं कि इस कमर तोड़ महंगाई के बावजूद नरेगा के तहत जॉब कार्ड नहीं बनाये जा रहे हैं, जिनको जॉब कार्ड दिये गये हैं, उनको काम नहीं दिया जा रहा, राशन कार्ड बनाये नहीं जा रहे, राशन डिपुओं पर दिये जाने वाले आटा-दाल में कटौती कर दी गई है। इस मौके पर सीपीआई कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस अवसर पर बीबी जसवीर कौर प्रधान स्त्री सभा बठिण्डा, गुरमुख सिंह बादल मजदूर नेता पंजाब खेत मजदूर सभा, हरबन्स सिंह, चरणजीत सिंह बनवाला जिला प्रधान पंजाब किसान सभा, रमेश कुमार मंगला आदि उपस्थित थे। इस मौके पर स्थापित की गई गांव की स्त्री सभा में गुजरां देवी, बलवीर कौर, शीला देवी, बलजीत कौर, रानी कौर आदि को शामिल किया गया।
इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सीपीआई के जिला बठिण्डा सचिव जगजीत सिंह जोगा ने बताया कि बढ़ती हुई महंगाई ने आम नागरिक की कमर तोड़ दी है। इसके बावजूद पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और मनोरंजन कालिया ने संयुक्त रूप से सरकार को एक रिपोर्ट देकर किसानों के 100 यूनिट बिजली को छीन लिया है। उन्होंने छीने गये इन यूनिटों को फिर से बहाल करने की मांग की।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि वे हैरान हैं कि इस कमर तोड़ महंगाई के बावजूद नरेगा के तहत जॉब कार्ड नहीं बनाये जा रहे हैं, जिनको जॉब कार्ड दिये गये हैं, उनको काम नहीं दिया जा रहा, राशन कार्ड बनाये नहीं जा रहे, राशन डिपुओं पर दिये जाने वाले आटा-दाल में कटौती कर दी गई है। इस मौके पर सीपीआई कार्यकर्ताओं ने पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस अवसर पर बीबी जसवीर कौर प्रधान स्त्री सभा बठिण्डा, गुरमुख सिंह बादल मजदूर नेता पंजाब खेत मजदूर सभा, हरबन्स सिंह, चरणजीत सिंह बनवाला जिला प्रधान पंजाब किसान सभा, रमेश कुमार मंगला आदि उपस्थित थे। इस मौके पर स्थापित की गई गांव की स्त्री सभा में गुजरां देवी, बलवीर कौर, शीला देवी, बलजीत कौर, रानी कौर आदि को शामिल किया गया।
बांग्लादेशी घुसपैठिया गिरफ्तार
शिलांग। सीमा सुरक्षा बल (सीसुब) ने भारत-बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा गुडङ्क्षलगाव में बृहस्पतिवार को घुसपैठ करते समय एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया। जिसकी पहचान बांग्लादेश के दंतभांगा गांव निवासी अब्दुल मतलीब (३५) के रूप में की गई है।
वहीं दूसरी ओर असम-मेघालय फ्रंटियर सीसुब ने असम के धुबड़ी जिले के अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तस्करी कर बांग्लादेश भेजी जा रही २५ गाय और अन्य सामग्री को जब्त किया। बाद में सीसुब ने कानूनी कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस को सौंप दिया।
वहीं दूसरी ओर असम-मेघालय फ्रंटियर सीसुब ने असम के धुबड़ी जिले के अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर तस्करी कर बांग्लादेश भेजी जा रही २५ गाय और अन्य सामग्री को जब्त किया। बाद में सीसुब ने कानूनी कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस को सौंप दिया।
28 जनवरी 2010
सानिया मिर्जा की सगाई टूटी
बेंगलूर। अपने बचपन के मित्र सोहराब मिर्जा से शादी रचाने के ख्वाब रखने वाली मशहूर टेनिस खिलाड़ी साजिया मिर्जा ने सोहराब से दूरियां बना ली है। इन दूरियों की मध्यस्थता करने वाले सानिया के पिता ही हैं। पिता ने बताया, कि सानिया और सोहराब की सगाई टूट गयी है, वहीं एक चैनल को भी सानिया ने खुद एसएमएस करके इसकी जानकारी दी।
सानिया के पिता इमरान ने कहा, कि हैदराबाद के व्यवसायी मो- सोहराब मिर्जा उनकी बेटी सानिया के लम्बे जीवन सफर के लिये उपयुक्त नहीं थे। इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया। सोहराब फिलहाल इंग्लैण्ड में पढ़ाई कर रहे हैं।
सानिया ने सगाई टूटने के कारणों के बारे में तो कुछ नहीं कहा है, लेकिन सगाई टूटने की पुष्टि की है। सानिया ने कहा कि वह और सोहराब पिछले पांच सालों से दोस्त थे। लेकिन सगाई के समय के दौरान हमने खुद को असंगत पाया। सानिया ने कहा कि सोहराब का आगे का जीवन अच्छा रहे वह इसकी दुआ करती हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सानिया ने कहा था, कि वह शादी के बाद टेनिस को अलविदा कह देंगी।
सानिया के पिता इमरान ने कहा, कि हैदराबाद के व्यवसायी मो- सोहराब मिर्जा उनकी बेटी सानिया के लम्बे जीवन सफर के लिये उपयुक्त नहीं थे। इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया। सोहराब फिलहाल इंग्लैण्ड में पढ़ाई कर रहे हैं।
सानिया ने सगाई टूटने के कारणों के बारे में तो कुछ नहीं कहा है, लेकिन सगाई टूटने की पुष्टि की है। सानिया ने कहा कि वह और सोहराब पिछले पांच सालों से दोस्त थे। लेकिन सगाई के समय के दौरान हमने खुद को असंगत पाया। सानिया ने कहा कि सोहराब का आगे का जीवन अच्छा रहे वह इसकी दुआ करती हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सानिया ने कहा था, कि वह शादी के बाद टेनिस को अलविदा कह देंगी।
भगोड़े डीआईजी टण्डन पर 50 हजार का इनाम
जयपुर। अभी तक पुलिस चोरों को ढूंढने के लिये इनाम का सहारा लेती थी, लेकिन अब पुलिस विभाग को ही बलात्कार के आरोपी डीआईजी को गिरफ्तार करने के लिये ईनाम की घोषणा करनी पड़ी। इस ईनाम के लिये पुलिस मुख्यालय से ५० हजार रुपये का नकद ईनाम देने से सम्बंधी आदेश जारी कर दिया है। गौरतलब है, कि मधुकर टण्डन के खिलाफ वर्ष १९९७ में बांदीकुंई थाने में कांस्टेबल ने पत्नी का अपहरण का उसके साथ बलात्कार करने का मामला दर्ज कराया था।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) कन्हैया लाल ने बताया कि न्यायालय ने टण्डन के खिलाफ स्थायी वारण्ट जारी किया है। एसओजी २००३ में बर्खास्त टण्डन को तलाशने में जुटी है। मुख्यालय से जारी आदेश में कहा गया है, कि टण्डन की सूचना देने पर ५० हजार इनाम मिलेगा और सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
कई स्तर पर जांच के बाद टण्डन के नहीं मिलने पर पुलिस की ओर से मामले में अदालत में चार्जशीट पेश कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने मामले को ठण्डे बस्ते में डाल दिया। अब दुबारा इस मामले को लेकर सरकार चेती है। सरकार की ओर से ३० दिसम्बर को जारी हुए आदेश में मधुकर टण्डन व पेरोल पर जेल से बाहर आने के बाद फरार हुए बिती मोहन्ती की तलाश का काम एसओजी को सौंपा गया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (क्राइम) कन्हैया लाल ने बताया कि न्यायालय ने टण्डन के खिलाफ स्थायी वारण्ट जारी किया है। एसओजी २००३ में बर्खास्त टण्डन को तलाशने में जुटी है। मुख्यालय से जारी आदेश में कहा गया है, कि टण्डन की सूचना देने पर ५० हजार इनाम मिलेगा और सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
कई स्तर पर जांच के बाद टण्डन के नहीं मिलने पर पुलिस की ओर से मामले में अदालत में चार्जशीट पेश कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने मामले को ठण्डे बस्ते में डाल दिया। अब दुबारा इस मामले को लेकर सरकार चेती है। सरकार की ओर से ३० दिसम्बर को जारी हुए आदेश में मधुकर टण्डन व पेरोल पर जेल से बाहर आने के बाद फरार हुए बिती मोहन्ती की तलाश का काम एसओजी को सौंपा गया।
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