04 फ़रवरी 2010

पार्षद ने विकलांग युवती से हस्ताक्षर के बदले अस्मत मांगी

श्रीगंगानगर। विकलांगता संबंधी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाने आई एक विकलांग युवती से बदले में पार्षद ने उसकी अस्मत मांग ली। रोते हुए यह युवती अपने घर चली गई। राज्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान-प्रशासन शहरों की ओर के तहत आज पुरानी आबादी के केदार चौक के समीप लगाये गए शिविर में इस युवती ने पार्षद की मांग का खुलासा किया तो हंगामा हो गया। भनक लगने पर मीडिया कर्मी पहुंच गए। शिविर में नगरपरिषद के अध्यक्ष जगदीश जांदू उपस्थित थे। युवती के आरोपों से श्री जांदू भी सन्न रह गए। युवती को पार्षद के विरूद्ध पुलिस को शिकायत करने की सलाह दी गई। मामला थाने में ले जाया जा रहा था कि उससे पहले आरोपित पार्षद ने युवती के घर जाकर हाथजोड़ी की और माफी मांग ली। दोपहर करीब 12 बजे यह युवती शिविर में पहुंची थी। उस समय काफी संख्या में लोग शिविर में अपना काम करवाने तथा शिकायतें लेकर आये हुए थे। एक राजपूत परिवार की इस युवती अनीता (नाम तब्दील) ने जब रोते हुए पुरानी आबादी के एक पार्षद द्वारा की गई मांग के बारे में जगदीश जांदू व अन्य मौजिज लोगों को बताया तो वे हैरान रह गए। अनीता के अनुसार वह कल शाम को करीब 7.30 बजे पार्षद के घर अपनी विकलांगता संबंधी कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करवाने गई थी ताकि आज लगने वाले शिविर में कागजों को पेश कर सके। पार्षद ने कागजों पर हस्ताक्षर करने के बजाय उससे ओर तरह की बातें की। बातों ही बातों में उसने कथित रूप से अपनी पति से किनारा कर लेने और उसी के साथ रहने की पेशकश की। यही नहीं उसने रात को अपने घर में ही रूक जाने के लिए कहा। इन आरोपों से शिविर में हंगामा हो जाने पर अनीता के एक करीबी रिश्तेदार वहां आया। उसे शिविर में आने पर पता चला कि पार्षद ने क्या हरकत की है? अनीता ने शिविर में आये इलेक्ट्रोनिक मीडिया के प्रतिनिधियों को अपना बयान रिकॉर्ड करवाया। इस हंगामे के समय आरोपित पार्षद शिविर में ही था, जो अनीता के आरोप लगाये जाने पर खिसक गया। अनीता के उक्त करीबी रिश्तेदार व कुछ अन्य लोगों ने इस पार्षद के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करवाने के लिए थाने की राह पकड़ ली, लेकिन वे थाने में नहीं पहुंचे। शाम को संपर्क करने पर अनीता के रिश्तेदार ने बताया कि उक्त पार्षद ने घर में आकर माफी मांग ली है। कुछ अन्य लोगों में बीच में पड़ जाने के कारण कानूनी कार्यवाही का विचार त्याग दिया गया। दूसरी तरफ संपर्क करने पर इस पार्षद ने कहा कि यह उनके विरोधियों की शरारत है। जब से वे दोबारा पार्षद चुने गए हैं, उनके विरोधी उन पर कोई न कोई लांछन लगाने का मौका नहीं चूकते। कुछ दिन पहले इन्हीं विरोधियों ने उन पर पेंशन घोटाले का आरोप लगाया था। पार्षद के अनुसार जिस युवती ने आरोप लगाये हैं, उससे वे पूरी तरह परिचित हैं। पूर्व में उसके कई कार्य करवाये हैं। अनीता का पति विकलांग है, उसे समाज कल्याण विभाग से ट्राई साईकिल दिलवाई। अनीता खुद भी विकलांग है। इस दंपत्ति का विकलांगता प्रमाण पत्र बना हुआ है। विकलांग पेंशन मिल रही है। बीपीएल कार्ड भी उन्होंने बनवाकर दिया था। अब अनीता चाहती थी कि उसे समाज कल्याण विभाग से केलीपर-बूट मिल जायेंगे, जिससे उसे चलने-फिरने में परेशानी न हो। अनीता उसकी बहू के समान है और वे उसके बारे में कोई गलत नहीं सोच नहीं सकते। उधर पुलिस का कहना है कि अगर इस मामले की रिपोर्ट मिलेगी तो इस पर अवश्य कार्यवाही की जाएगी। डीएसपी (शहर) हरीराम गहलोत ने बताया कि अभी तक किसी ने रिपोर्ट नहीं दी है।

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