16 फ़रवरी 2010

भड़के मनरेगा मजदूर

डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां में मनरेगा के तहत काम कर रहे 780 मजदूरों ने आज अपनी मांगों को लेकर बीडीपीओ कार्यालय पर प्रदर्शन किया और धरना दिया। इस प्रदर्शन का नेतृत्व किसान सभा हल्का डबवाली के प्रधान मनदीप सिंह तथा खेत मजदूर सभा के सन्त राम कर रहे थे।
मनरेगा मजदूर नरेश कुमार, कर्म सिंह, गुरलाल, सुखपाल सिंह, दर्शन सिंह, गुरमेल कौर, बलजीत कौर, चरणजीत कौर, नसीब कौर आदि ने आरोप लगाया कि गांव मसीतां में एक सप्ताह पूर्व जंगल क्लीयरेंस और गडडे खोदने का काम शुरू हुआ था और इस दौरान पंचायत की ओर से 780 मजदूरों को रखा गया था। लेकिन जब मनरेगा के तहत मजदूरी देने का समय आया तो उन्हें दिहाड़ी के अनुसार पेगार नहीं दी गई। जिन्होंने चार दिन काम किया था, उन्हें दो दिन का और जिन्होंने दो दिन काम किया था उन्हें एक दिन का, जिन्होंने एक दिन काम किया था उन्हें मनरेगा के तहत कुछ भी नहीं दिया गया। बल्कि चार दिन काम चलाने के बाद काम को पंचायत ने वहीं रोक दिया।
इन मजदूरों के अनुसार उनसे जितने दिन काम करवाया गया है, उतने दिन की दिहाड़ी दी जाये और साथ में बन्द पड़े काम को फिर से चलाकर उन्हें रोजगार दिया जाये। इन मजदूरों ने हरियाणा सरकार, बीडीपीओ के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
मौका पर उपस्थित बीडीपीओ राम सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सचिव बनवारी लाल तथा जेई हंसराज द्वारा उनके समक्ष जो रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है, उसमें माप के बाद 396 गड्डे खोदे दिखाये गये हैं, वे भी 780 मजदूरों द्वारा। बीडीपीओ ने आगे बताया कि सम्बन्धित मजदूर दिहाड़ी के अनुसार राशि मांग रहे हैं, लेकिन उनको राशि मनरेगा के नियमानुसार दी जा रही है। उनके अनुसार 1 लाख 77 हजार रूपये की राशि पंचायत के खाता में जमा करवाई जा चुकी है। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि तीन दिन से काम बन्द है। उन्होंने मजदूरों को आश्वासन दिया कि वे विभाग के जेई परमिन्द्र सिंह से किये गये काम की पेमाईश करवाकर जितनी राशि बनेगी, वे अदा करवा देंगे।

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