19 मार्च 2010

उपकरण उठाने आया डॉक्टर बैंरग लौटा

डबवाली (लहू की लौ) यहां के सिविल अस्पताल से नेत्र रोग सम्बन्धी उपकरण स्थानांतरित करने के विरोध में इनेलो, हजकां और खेत मजदूर यूनियन के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सामान उठाने से रोक दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार औढ़ां के सीएचसी से आंख रोग विशेषज्ञ डॉ. सुमित जैन डबवाली के सिविल अस्पताल में पड़े आंख रोग जांच के उपकरणों को उठवाने के लिए निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा, पंचकूला के आदेश पर आये थे। लेकिन इसकी भनक इनेलो के रणवीर राणा, टेकचन्द छाबड़ा, गुरजीत सिंह, शिवजी राम बागड़ी, अमरनाथ बागड़ी, हजकां के कृष्ण लोहमरोड़, सुल्तान सिंह बैनीवाल, निर्मल सिंह धारणियां, खेत मजदूर यूनियन के कामरेड गणपत राम, मण्डी मजदूर यूनियन के विक्की चोरा, विजय खनगवाल को मिली तो वे अस्पताल में इक्ट्ठे हो गये और उन्होंने उपकरणों से भरी गाड़ी को रोक लिया और उसके आगे धरना पर बैठ गये तथा हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए इनेलो नेता रणवीर राणा तथा हजकां नेता कृष्ण कुमार लोहमरोड़ ने डबवाली के सिविल अस्पताल को रैफर अस्पताल की संज्ञा देते हुए कहा कि अगर हरियाणा सरकार ने डबवाली के प्रति अपनी नीति को नहीं बदला तो यहां के लोग सरकार के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाने को बाध्य होंगे।
इन नेताओं ने कहा कि सरकार को चाहिए कि डबवाली के सिविल अस्पताल में आंख रोग विशेषज्ञ, बर्न स्पैशलिस्ट, हड्डी रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ नियुक्त किये जायें। इन नेताओं ने आशंका प्रकट की कि सरकार धीरे-धीरे डबवाली में विकास के लिए बनाये गये कार्यालयों को यहां से समाप्त करके बाहर स्थानांतरित कर रही है। कुछ वर्ष पूर्व कांग्रेस सरकार ने आते ही जनस्वास्थ्य विभाग के एक्सीयन कार्यालय को बाहर स्थानांतरित कर दिया। अब अस्पताल को स्थानांतरित करने की योजना बनाकर लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने की नीति पर चल रही है। उन्होंने आगाह किया कि डबवाली के लोग लावारिस नहीं है। वे अपना अधिकार लेना जानते हैं।
इस मौके पर लोगों के विरोध के चलते एसएमओ को स्थानांतरित किया जा रहा सामान वापिस अस्पताल में रखना पड़ा।
एसएमओ डॉ. विनोद कुमार महिपाल से जब इस संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सामान को अस्थाई रूप से उच्च अधिकारियों के आदेश पर भेजा जा रहा था और सरकार को डबवाली के सिविल अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति के लिए लिखा जा चुका है और विशेषज्ञ की नियुक्ति होते ही इस सामान को वापिस लाया जाना था।
इधर लोगों के सिविल अस्पताल में इक्ट्ठा होने की सूचना पाकर एसआई कृष्ण लाल परदेसी तथा एएसआई कैलाश चन्द्र अपने दलबल सहित मौका पर पहुंचे।

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