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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

17 दिसंबर 2014

रूठी पत्नी नहीं मानी तो पति ने जहर निगला

डबवाली (लहू की लौ) पिछले छह माह से रूठकर अपने मायके बैठी पत्नी साथ चलने के लिये नहीं मानी तो पति ने शराब के नशे में धुत्त होकर जहर निगल लिया। जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने दफा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई है।
वार्ड नं. 1 के अंतर्गत आने वाले उत्तम नगर निवासी किरण पुत्री कुलवंत सिंह उर्फ छिंदा की शादी करीब 10 साल पूर्व बठिंडा के प्रताप नगर की गली नं. 11 निवासी सुखजीत सिंह पुत्र जरनैल सिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद वह उससे मारपीट करने लगा। इस दौरान वह कई बार अपने मायके आ जाती। पिछले छह माह से किरण डबवाली आई हुई थी। इस दौरान कई बार सुखजीत ने अपनी पत्नी को वापिस उसके ससुराल लेजाने का प्रयास किया।
जान से मरने की धमकी दी थी
कुछ दिन पूर्व सुखजीत ने अपनी पत्नी को आत्महत्या की धमकी दी थी। सोमवार शाम को वह शराब के नशे में धुत्त होकर डबवाली पहुंचा। उत्तम नगर में स्थित अपने ससुराल पहुंचते ही उल्टियां करने लगा। उसने पत्नी के घर की चौखट पर अपना दम तोड़ दिया।
गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई देसराज ने बताया कि मृतक के बड़े भाई जीत सिंह पुत्र जरनैल सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है। मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

मुआवजा से दूसरों को जिंदगी दे रहे अग्निकांड पीडि़त

डबवाली (लहू की लौ) 19 वर्ष पहले आग की सुनामी ने सबकुछ तबाह कर दिया। अपने बिछुड़ गये। कभी न भूलने वाला दर्द दिया। लेकिन ऐसे दो अग्निकांड पीडि़त परिवार सामने आये हैं, जिन्होंने समाजसेवा के जरिये इस दर्द को भूलने की कोशिश की है। ये पीडि़त परिवार अदालत से मिले मुआवजे को जरूरतमंदों में बांट रहे हैं। यहीं नहीं एक परिवार तो ऐसा है, जो दूसरों को नई जिंदगी देने में लगा है।
एक परिवार ने खो दिये आठ लोग : डबवाली में बारदाना की दुकान चलाने वाले तीन भाईयों पवन, अनिल, सुशील के लिये 23 दिसंबर 1995 का दिन सबसे मनहूस घड़ी साबित हुआ। तीनों भाईयों ने आठ लोग खो दिये। उस दिन पवन का बेटा अनीश (10), बेटी ममता (9), सुशील की पत्नी कैलाश देवी (28), बेटा राजीव (8), राहुल (साढ़े छह साल), अनिल की पत्नी रेखा (20) अपने 9 माह के बेटे सागर के साथ डीएवी स्कूल का वार्षिक उत्सव देखने के लिये राजीव मैरिज पैलेस में गई थी। उनके साथ भाईयों की फुफेरी बहन रमन (18) भी थी। लेकिन इनमें से कोई वापिस नहीं लौटा। पवन कुमार ने बताया कि उसने धुआं उठते देखा था। तभी उसे एक कर्मचारी ने आकर सूचना दी कि उत्सव में लगी आग से सबकुछ नष्ट हो गया है। वे मौका पर पहुंचे। उन्होंने वहां कोई नहीं मिला।
अस्पतालों में ढूंढ़ते रहे अपने परिजन : पवन के अनुसार वे तीनों भाई तथा पूरा परिवार अपनों को सिरसा, लुधियाना, बठिंडा ढूंढ़ता रहा। उन्हें तरह-तरह की सूचना दी गई कि परिवार वहां है, उनका परिवार बच गया है। लेकिन उन्हें कहीं कोई नहीं मिला। बाद में उनके शव मिले। बताते हैं कि जिस समय हादसा हुआ उस समय भतीजा राहुल हाथी बनकर स्टेज पर था। पवन के अनुसार भाभी कैलाश देवी की मृत्यु आग में झुलसने से हुई। शेष सभी की मृत्यु दम घुटने के कारण हुई थी।
आज भी लगता है डर
पवन के भाई सुशील कुमार ने बताया कि बेशक रि-मैरिज करके वे दोबारा सेटल हो गये हैं। लेकिन 19 वर्ष पूर्व जो दर्द मिला है, उसे आज तक नहीं भूले हैं। आज भी उस हादसे को याद कर डर लगता है। अग्निकांड में मिले दर्द ने मानसिकता को गहरा आघात पहुंचाया है। परिजन सुबह आंख खोलेंगे या नहीं, इस तरह के ख्यालात आते हैं। इसके अतिरिक्त अग्निकांड ने स्वास्थ्य आघात भी पहुंचाया है। जिसकी क्षति पूर्ति नहीं हो सकती।
ट्रस्ट बनाकर कर रहे समाजसेवा : पवन कुमार ने बताया कि हादसे के कुछ समय बाद उन्होंने अनीश कुमार गोयल चेरिटेबल ट्रस्ट खड़ा किया था। उन्हें जो भी मुआवजा राशि मिली, उसमें से एक पाई भी उन्होंने अपने पर खर्च नहीं की। बल्कि ट्रस्ट के जरिये उसे धार्मिक, सामाजिक कार्यों में लगाया। जो आज भी जारी हैं।
......वापिस आने का वायदा किया था : अग्निकांड में अपनी पत्नी आशा रानी (27), बेटी स्माईल (5), किट्टू (ढाई साल) को गंवाने के बाद भी पीडि़त आरके नीना का समाजसेवा के प्रति हौंसला बुलंद है। यह शख्स मुआवजे के रूप में मिली राशि को समाजसेवा में बहा रहा है। डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के नाम से डबवाली में एंबुलैंस सेवा देकर सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों को अस्पताल तक पहुंचाकर नई जिंदगी दे रहा है, जोकि किसी मिसाल से कम नहीं। इसके अतिरिक्त शहर में सात जगहों पर वाटर कूलर, टैंकी तथा शव वाहन भी दे चुका है। यहीं नहीं हर साल मुआवजा राशि से आने वाले गर्म कपड़ों को जरूरतमंदों में वितरित कर रहा है। एंबुलैंस राशि पर हर वर्ष खर्च आने वाले डेढ़ लाख रूपये को वह मुआवजा राशि से ही चुका रहा है।
वापिस आने का वायदा किया था : आरके नीना के अनुसार वह खुद अपनी बेटियों तथा पत्नी को कार्यक्रम में छोड़कर आया था। उस दिन उन्होंने बठिंडा जाना था। घर पर उसकी सास अपनी बेटी आशा के इंतजार में बैठी थी। इसी बीच उसे जानकारी मिली कि कार्यक्रम में आग ने सब खत्म कर दिया है। वह मौका पर पहुंचा उसकी पत्नी बुरी तरह से जल चुकी थी। गले में डाले राकेश-आशा के लॉकेट के आधार पर उसकी पहचान की। किट्टू की पहचान उसके चेहरे से हो गई। लेकिन स्माईल का पता नहीं चल पाया। डबवाली के रामबाग में अंतिम संस्कार के लिये जगह न मिलने पर उन्होंने जिला बठिंडा की संगत मंडी में शवों को मुखाग्नि दी।
किसी ओर ने कर दिया स्माईल का संस्कार : आरके नीना के अनुसार शव बुरी तरह से जलने के बाद पहचान के काबिल नहीं थे। उसकी बेटी स्माईल का अंतिम संस्कार किसने किया, वह नहीं जानता। जब उसने प्रशासन से अपनी बेटी का सुराग लगाने की मिन्नतें की तो उसे कुछ फोटोग्राफ दिखाये गये। एक शव के पहनी ड्रेस के आधार पर ही उन्होंने स्माईल की पहचान की। चूंकि उसकी बेटी फैंसी ड्रेस में थी। ड्रेस कुछ दिन पूर्व ही उसे दिलाई गई थी। उस दिन घटना हुये को 8 दिन बीत चुके थे।

थाना में दरी बिछाते ही सत्रह दिन पुरानी शिकायत पर हुई कार्रवाई

डबवाली (लहू की लौ) शहर थाना में मारपीट की शिकायत देने के बावजूद कार्यवाही न होने से खफा लोगों ने मंगलवार को शहर थाना में धरना देने के लिये जैसी ही दरी बिछाई, पुलिस दौड़ पड़ी। पिछले सत्रह दिनों से लटक रही शिकायत ने तुरंत असर कर दिखाया। पुलिस ने आरोपी का चालान काटकर उसे गिरफ्तार कर लिया। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जांच अधिकारी ने संबंधित मामले की शिकायत ही गायब कर दी थी। जब पुन: शिकायत दी गई तो जांच अधिकारी ने उसे फेंक दिया।
भवन निर्माण कामगार यूनियन के जिला अध्यक्ष नत्थू राम, खेत मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष भाला राम भारूखेड़ा, सुखदेव सिंह, मनदीप सिंह, गुरमीत सिंह के नेतृत्व में दोनों यूनियनों के सदस्य शहर थाना में एकत्रित हुये। एक मामले में शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होने से नाराज इन लोगों ने जैसे ही थाना में दरी बिछाई, पुलिस दौड़ पड़ी। कार्यकारी थाना प्रभारी इंद्राज से बातचीत करते हुये भाला राम भारूखेड़ा ने कहा कि 29 नवंबर 2014 को गांव मांगेआना निवासी गुरमेल सिंह, अंग्रेज सिंह गांव जोगेवाला में पंचायत के कहने पर नालियों का निर्माण कर रहे थे। इसी दौरान गांव के एक दबंग व्यक्ति ने आकर उनसे मारपीट शुरू कर दी। उसी दिन मारपीट की शिकायत दर्ज करवाई गई। लेकिन संबंधित जांच अधिकारी भूप सिंह ने शिकायत ही गुम कर दी। कुछ दिनों बाद जब दोबारा उनके पास शिकायत लाई गई तो कार्रवाई करवाने की बात पर एएसआई उखड़ पड़े। शिकायत वापिस फेंक दी। मौका पर मौजूद एएसआई भूप सिंह ने किसी प्रकार के दुव्र्यवहार से इंकार किया। उन्होंने कहा कि वह एक समाजसेवी हैं, दुव्र्यवहार को तो सवाल ही नहीं उठता। कार्यकारी प्रभारी इंद्राज ने यूनियन सदस्यों को आगाह करते हुये कहा कि यूनियन सदस्यों के बड़ी गिनती में आने से पुलिस डरने वाली नहीं। जो भी जायज कार्रवाई होगी वही की जायेगी। जिस शिकायत पर पिछले सत्रह दिनों से कार्रवाई नहीं हो रही थी। यूनियन सदस्यों के थाना में आते ही पुलिस ने कार्रवाई कर दी। संबंधित व्यक्ति का चालान काटकर पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर दिया।

जमानत पर छोड़ा
आरोपी कौर जीत सिंह को गिरफ्तार करने के बाद डयूटी मजिस्ट्रेट मातू राम नेहरा की अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने उसे जमानत पर छोड़ दिया।
-भूप सिंह, एएसआई,शहर थाना, डबवाली

डबवाली धर्मशाला फुल

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली धर्मशाला सालासर के सेवक ओम बाबा ने बताया कि धर्मशाला में 31 दिसम्बर को तपा मंडी की ओर से विशाल जागरण करवाया जा रहा है। जिसके चलते धर्मशाला के सभी कमरे फुल हो गये हैं। धर्मशाला में टैंट लगा कर 300 लोगों के सोने का इंतजाम किया गया है। 

एसडीओ वर्मा का निधन

डबवाली (लहू की लौ) सड़क हादसे में घायल हुए टेलीफोन एक्सचेंज के एसडीओ भारत भूषण वर्मा का मंगलवार सुबह  हृदयगति रूकने से निधन हो गया। वर्मा जीटी रोड़ पर गुरूद्वारा बाबा विश्वकर्मा मंदिर के सामने एक हादसे में घायल हो गये थे। डबवाली में प्राथमिक उपचार के सिरसा रैफर कर दिया गया था। हादसे में उनके सिर पर चोट लगी थी। जिसके चलते वे कोमा में चले गए थे। पहले सिरसा फिर गुडग़ांवा के मेदांता तथा बाद में हिसार के जिंदल अस्पताल में उपचाराधीन रहे।
अभी उनकी हालत में सुधार हो ही रहा था कि मंगलवार की सुबह हृदयगति रूक जाने से उनका निधन हो गया। बाद दोपहर डबवाली के रामबाग में उनके पार्थिव शरीर को पंचभूतों में विलीन कर दिया गया। 

डॉ. जगतार सिंह प्रधान चुने गये

डबवाली (लहू की लौ) मंडी किलियांवाली में सब्जी मंडी यूनियन का गठन किया गया। जिसमें डॉ. जगतार सिंह फतूहीवाला को सर्वसम्मति से प्रधान,  बिचित्र सिंह उपप्रधान, गुरमेल सिंह सचिव, बलकार सिंह खजांची चुना गया। इसके अलावा अवतार सिंह सरपंच फतूहीवाला, नननदीप पाल, रणजीत ङ्क्षसंह, राजा सिंह कोटली, जसवीर सिंह फतूहीवाला को कमेटी सदस्य चुना गया।

विधायक आदर्श ग्राम योजना हो लागू, विधायक ले एक गांव गोद

नैना चौटाला ने की मांग, सीएम खट्टर को लिखा पत्र 
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली की विधायक नैना सिंह चौटाला
ने पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सांसद आदर्श ग्राम योजना की तर्ज पर हरियाणा में भी आदर्श गांव योजना लागू करने की मांग की है। नैना सिंह चौटाला ने इस संबंध में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक पत्र लिखा है। विधायक नैना सिंह ने कहा है कि प्रदेश में  प्रत्येक विधानसभा में हर वर्ष एक आदर्श गांव बनाने की योजना विकास की दिशा में एक महत्वपूर्व कदम साबित हो सकता है।
नैना सिंह चौटाला ने 10 दिसंबर को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि प्रधानमंत्री की पहल पर देश में सांसद आदर्श ग्राम योजना शुरू की गई थी। उसी तर्ज पर हरियाणा में विधायक आदर्श ग्राम योजना की शुरू की जाए। इस योजना से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का जीवन स्तर ऊंचा उठेगा बल्कि हरियाणा में प्रगति की एक नई मिसाल कायम होगी। पत्र में कहा गया है कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने अभिभाषण में सांसद आदर्श ग्राम योजना का जिक्र करते हुए कहा था कि  सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्री अपने-अपने राज्य में इस तरह की योजना लागू करें। गुजरात सरकार ने इस बारे में पहल करते हुए विधायक आदर्श ग्राम योजना शुरू कर दी है। नैना सिंह चौटाला ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. चौधरी देवीलाल हमेशा कहते थे कि भारत गांवों में बसता है। प्रधानमंत्री द्वारा सांसद आदर्श ग्राम योजना लागू करने से स्व. चौधरी देवीलाल की सोच को बल मिला है।
डबवाली की विधायक ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से प्रार्थना की है कि दलगत व पक्ष-विपक्ष की राजनीति से ऊपर उठ कर प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में विधायक आदर्श ग्राम योजना शुरू करें।

नशे की खेप सहित चढ़ा पुलिस के हत्थे

कालांवाली (लहू की लौ) कालांवाली क्षेत्र में बढ़ रहे नशे के कारोबार को रोकने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। नव नियुक्त थाना प्रभारी ने गुप्त सूचना के आधार पर मंगलवार को गांव गदराना गांव में मैडीकल नशा बेचने के आरोप में एक व्यक्ति को नशीली दवाईयों के साथ काबू किया है। 
थाना प्रभारी अनिल कुमार सोढ़ी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि गांव गदराना में एक व्यक्ति काफी समय से नशीली दवाईयों के कारोबार में लिप्त है। सूचना के आधार पर पुलिस ने नकली ग्राहक को पैसे देकर उक्त व्यक्ति के पास नशे की दवाई लेने के लिए भेजा जिस पर आरोपी ने ग्राहक को पैसे लेकर नशे की दवाई का एक सैट दे दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के घर पर दबिश दी तो वहां से काफी मात्रा में नशीली शीशियां व नशे की गोलियां मिली। आरोपी को गिरफ्तार कर थाना में लाकर पूछताछ की तो उसने अपना नाम बिकर सिंह निवासी गदराना बताया। पुलिस द्वारा आरोपी से 48 शीशियां रैस्कफ व इतने ही पत्ते कैरीसोमा की गोलियां बरामद की हैं। 
 आरोपी बिकर सिंह से बरामद मैडिकल नशे बारे पुलिस ने ड्रग विभाग को सूचित कर दिया है।
महंगे दामों पर बेचता था सैट : पुलिस ने आरोपी से पूछताछ की तो ये बात सामने आई है कि वह नशेड़ी से 150 से 200 रुपये तक वसूल करता था। बताया जाता है कि इस सैट को लेने के बाद नशेड़ी को पूरा नशा होता है। नशे के एक सैट में एक रैसकाफ की शीशी एक नशे की गोलियों का पत्ता होता है। सूत्रों की माने तो उक्त व्यक्तिलंबे समय से उक्त धंधे में लिप्त था। जिसके हत्थे चढऩे के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर अन्य आरोपियों तक पहुंचने की कोशिश करेगी।

मैंने अभी-अभी यहां का चार्ज संभाला है हमने गदराना गांव से एक व्यक्ति को काबू किया है, उससे पूछताछ करके मामले की तह तक पहुंचेंगे, क्षेत्र में नशीले पदार्थों की बिक्री करने वालों पर पुलिस की पैनी नजर है अगर विभाग का कोई कर्मचारी इस मामले में सांठगांठ रखता नजर आया तो उसे बख्शा नहीं जाऐगा।
-अनील कुमार सोढ़ी,थाना प्रभारी

सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएं आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को रा.व.मा. वि मंडी डबवाली में प्रार्थना सभा में निरंतर चलने वाले सामान्य ज्ञान कार्यक्रम के अंतर्गत हर महीने करवाई जाने वाली प्रतियोगिताओं में आज प्रार्थना सभा में कक्षा दसवीं की सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता करवाई गयी। इसमें कक्षा दस की चार टीमों ने भाग लिया जिसमें टीम बी के विद्यार्थी गगनदीप , रजत, आकाशदीप , धीरज और गुरविंदर विजेता रहे। मंच संचालन श्रीमती नवजोत ऋषि और सुभाष पूनिया  ने किया 7 स्कोर बोर्ड 10+1 कॉमर्स के बच्चों ने संभाला।

एनसीसी कैडिट संसद के भ्रमण के लिए रवाना

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के एनसीसी एयरविंग कैडट्स संसद के शैक्षणिक भ्रमण के लिए दिल्ली रवाना हुए। विद्यालय प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार गौड़ ने बताया कि स्कूल प्रबंधक समिति के प्रधान सुरेन्द्र गुप्ता ने कैड्टस को हरी झण्डी देकर रवाना किया। विद्यालय  के एनसीसी एयरविंग कैडिट एनसीसी एयरविंग अधिकारी सत्यपाल जोशी के नेतृत्व  में संसद भवन के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। यह शैक्षणिक भ्रमण नम्बर एक हरियाणा एयर स्कवाड्रन एनसीसी हिसार के कमांडिंग ऑफिसर विंग कमांडर राजेश शर्मा के नेतृत्व में सम्पन्न होगा। जिसमें हरियाणा के विभिन्न कॉलेजों तथा स्कूलज के एनसीसी कैडिट भाग लेंगे।

बिश्नोई महासभा के चुनावों की तैयारियां शुरू

डबवाली (लहू की लौ)अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के चुनावों की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इन चुनावों में ग्राम सभा के सदस्य से लेकर महासभा के अध्यक्ष तक का चुनाव किया जाएगा। इसके तहत सभा के नए सदस्य बनाने के लिए प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होगी। यह जानकारी देते हुए बिश्नोई सभा डबवाली के सचिव इंद्रजीत बिश्नोई ने बताया कि सदस्यता अभियान के प्रथम चरण में  1 जनवरी से 15 जनवरी तक व दूसरे चरण में 26 जनवरी से 10 फरवरी तक स्थानीय सभा के सदस्य बनाए जाएंगे। इससे पहले 22 दिसंबर को बिश्नोई धर्मशाला में प्रधान कृष्ण जादूदा की अध्यक्षता में महासभा चुनावों की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक होगी। इस बैठक में मुख्य चुनाव अधिकारी सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी राम सिंह बिश्नोई, राज्य चुनाव अधिकारी रामरख जाखड़ जोधपुर व जिला चुनाव प्रभारी कृष्ण देव पंवार हिसार विशेष तौर पर पहुंचेंगे व चुनाव संबंधी निर्देश देंगे। इसके अलावा सभी गांवों से ग्राम चुनाव प्रभारियों को भी बैठक में बुलाया जाएगा व उन्हें सदस्यता फार्म उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि 10 फरवरी के बाद किसी को भी स्थानीय सभा का सदस्य नहीं बनाया जाएगा।

योग 100 वर्ष तक निरोग जीवन जीने की संजीवनी-गोपाल कृष्ण

डबवाली (लहू की लौ) हमारे ऋषि मुनियों की धरोहर योग ऐसी संजीवनी है जिसको अपनाकर   हम 100 वर्ष तक निरोग रहकर  जीवन जी सकते हैं।
वे मोबाईल पर इस संवाददाता से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्वास रूपी वायु हमारे शरीर की संजीवनी है। यहीं हमारी प्राण शक्ति है। क्योंकि मनुष्य बिना पीए कुछ दिनों तक जीवित रह सकता है। परन्तु बिन  श्वास के कुछ ही पलों में मृत्यु अवस्था में पहुंच जाता है। शरीर में श्वास का इतना महत्व होने पर भी हम श्वास क्रिया के सही उपयोग को नहीं समझ पायें हैं और अक्सर गलत  श्वास प्रक्रिया द्वारा रोग ग्रस्त हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत लोग हॉस्पिटल में इसलिए बीमार पड़े हैं कि उसका मूलभूत कारण सिर्फ गलत श्वास प्रणाली है। क्योंकि रक्त का एक-एक कण बिना हवा के हिल नहीं सकता। यदि हमारी श्वासन प्रणाली ठीक होगी तो हमारी प्राण ऊर्जा बढ़ेगी और हम रोगों के गिरफ्त में आने से बचेंगे। 
उन्होंने आगे बताया कि पहले की अपेक्षा योग की आज अधिक आवश्यकता है। पहले पर्यावरण, वातावरण, रहन-सहन सभी कुछ आज की अपेक्षा बहुत ही प्राकृतिक था।  परन्तु आज दूषित वातावरण, प्रदूषित पर्यावरण, फास्ट फूड, डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ, विटामिन और प्रोटीन रहित खानपान, बदलता परिवेश और विकृत मानसकिता इन सभी ने हमारे सम्पूर्ण स्वास्थ्य को प्रभावित किया है।
उन्होंने कहा कि योग महिलाओं, पुरूषों,बच्चों एवं वृद्धों व युवाओं के लिए आवश्यक है। योग प्राचीन भारतीय ऋषि मुनियों द्वारा अन्वेषित सुखी जीवन जीने की एक ऐसी श्रेष्ठ कला है जिसके द्वारा मनुष्य अंतिम क्षण तक  शरीर में अखण्ड स्वास्थ्य, इन्द्रियों में अखण्ड शक्ति, मन में अखण्ड आनन्द, बुद्धि में अखण्ड ज्ञान एवं अहम अखण्ड प्रेम पाकर  सदैव सुखी रह सकता है। अर्थात् योगाम्यास से शरीर से रोग, मन से चिंता,हृदय से भय एवं अहम् से वियोग की पीड़ा से मनुष्य अपने को सदैव के लिए मुक्त कर सकता है।
उन्होंने बताया कि वे 18 से 20 दिसम्बर तक डबवाली के महाराजा पैलेस में सुबह और सायं दो-दो घंटे योगासन, प्राणायाम, प्राकृतिक जीवन शैली पर साधकों को फ्री निरोग रहने के टिप्स देंगे और योग से संबंधित जिज्ञासाओं को शांत करने का प्रयास करेंगे।

16 दिसंबर 2014

आशू के आगे फीके पड़ रहे अग्निकांड के जख्म

अग्निकांड पीडि़त हर माह कर रहा एक करोड़ से ज्यादा का कारोबार


डबवाली (लहू की लौ) अग्निकांड में मिले जख्म पीडि़त आशीष बांसल उर्फ आशू की प्रतिभा के आगे फीके नजर आते हैं। पंचकूला में सेटल यह युवक हर माह करीब एक करोड़ रूपये से अधिक का टाईल का कारोबार करता है। एक सफल बिजनेसमैन बनने की ओर अग्रसर इस अग्निकांड पीडि़त के हौंसले बुलंद हैं। वह टाईल की इंडस्ट्री स्थापित करने का सपना पाले हुये है। जिसे मूर्त रूप देने के यह युवक खूब मेहनत कर रहा है।

महज 9 वर्ष थी
अग्निकांड के समय आशीष की उम्र महज 9 वर्ष थी। वह डीएवी स्कूल की 5वीं कक्षा में पढ़ता था। जबकि उसका छोटा भाई दीपक पहली कक्षा में पढ़ता था। 23 दिसंबर 1995 को दोनों अपनी मां रेखा बांसल के साथ विद्यालय का वार्षिक कार्यक्रम देखने के लिये राजीव मैरिज पैलेस में गये थे। आग की लपटों में गिरे पैलेस में मची भगदड़ के बीच दीपक तथा रेखा की मृत्यु हो गई। आशीष जैसे-तैसे बाहर आने लगा। साईकिल में फंसने के कारण वह गिर गया। पैलेस में लगाया गया टैंट जलते हुये उसके ऊपर आ गिरा। इस युवक ने हिम्मत नहीं हारी। आग की लपटों के साथ वह कुछ दूरी पर पड़े पानी से भरे पड़े एक ड्रम में कूद गया। पचास फीसदी से अधिक जलने पर उसे डीएमसी लुधियाना में लेजाया गया। मुंह सहित शरीर का एक हिस्सा जलने के बाद भी आशीष ने हिम्मत नहीं हारी। उपचार के बाद पुन: पढ़ाई शुरू की। अग्निकांड में मिले जख्म काफी तकलीफदेय थे। लेकिन उसने पढ़ाई निरंतर जारी रखी।
पिता ने डबवाली छुड़वा दी
घावों ने आशीष को हमेशा विचलित किये रखा। दिसंबर माह में ये घाव उसे झकझोर कर रख देते। अपने बेटे की पीड़ा समझते हुये विजय बांसल ने उसे डबवाली से अलग कर दिया। चंडीगढ़ में 12वीं करने के बाद 2009 में उसने चंडीगढ़ स्थित एक शिक्षण संस्थान से इलेक्ट्रोनिक्स कम्युनिकेशन में बीटेक पास की। आशीष की प्रतिभा का सम्मान करते हुये एक अमेरिकी कंपनी ने कैंपस के दौरान उसे गुडग़ांव में नौकरी दे दी। करीब साढ़े चार लाख रूपये के सालान पैकेज पर एक साल नौकरी की। इस अग्निकांड पीडि़त के हौंसले बुलंद थे। किसी के नीचे काम न करने की अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति के चलते उसने पंचकूला में अपना बिजनेस सेटल करना शुरू कर दिया। पहले रिटेल में टाईल कारोबार की शुरूआत की। अब पिछले करीब छह माह से टाईल का होलसेलर बन गया है। प्रतिमाह करीब एक करोड़ रूपये से अधिक का कारोबार कर रहा है।
इंडस्ट्री लगाने की जिद्द
टाईल कारोबारी बने इस अग्निकांड पीडि़त की जिद्द सफल बिजनेसमैन के रूप में स्थापित होने की है। इसके चलते यह युवक अथक मेहनत कर रहा है। उसके पिता विजय बांसल बताते हैं कि आशीष के मन में टाईल की इंडस्ट्री स्थापित करने का विचार चल रहा है। इसके लिये वह देश की कई टाईल फेक्टरी का विजिट कर चुका है।
बीटेक से पहले मांगा विकलांगता का सर्टिफिकेट
अग्निकांड के फौरन बाद आशीष को पचास फीसदी से अधिक का विकलांगता संबंधी सर्टिफिकेट मिला। इसके बाद कई वर्षों तक आशीष का उपचार चला। उपचार के बाद यह विकलांगता कम हो गई। उपचार के बाद बाईं बाजू बिल्कुल सही होकर ऊंची उठने लगी। लेकिन बीटेक में एडमिशन लेते समय उसे भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एडमिशन के दौरान संस्थान ने उससे विकलांगता संबंधी सर्टिफिकेट मांगा। जिसे बनाने के लिये उसे काफी माथा पच्ची की। एडमिशन की अंतिम तिथि को एडमिशन हो सका।

जीवन संगिनी ने जख्म नहीं, प्रतिभा देखी
आशीष के पिता विजय बांसल ने बताया कि शादी का रिश्ता तय करते समय उन्हें काफी मुश्किल सहनी पड़ी। जो भी आशीष को देखने के लिये आया, उसके बेटे के जख्म देखकर वापिस हो गया। करीब दो वर्ष पूर्व राजस्थान की घड़साना मंडी से एक रिश्ता आया। लड़की के मां-बाप ने आशीष को पसंद कर लिया। लेकिन उन्होंने उसकी मुलाकात लड़की से करवाई। जीवन संगिनी ने जख्मों को पहल न देते हुये उसकी प्रतिभा का सम्मान किया। आज दोनों पंचकूला में रह रहे हैं।

दिसंबर माह देता है दर्द
जैसे ही वर्ष का आखिरी माह शुरू होता है दर्द शुरू होने लग जाता है। जैसे-जैसे हादसे की तारीख नजर आती है, वैसे ही दर्द बढ़ता जा रहा है। अपने बेटे को पंचकूला भेजकर सकून मिला है। चूंकि इन दिनों वह करीब होता है तो उसके जख्म देखकर आंखों से आंसू नहीं रूकते।
-विजय बांसल

युवतियों ने 9 मिनट में उड़ाये एक लाख

पंजाब नेशनल बैंक में दिया वारदात को अंजाम, मामला दर्ज

डबवाली (लहू की लौ) सोमवार को पंजाब नेशनल बैंक में घुसकर दो युवतियां एक लाख रूपये निकाल ले गर्इं। वारदात को अंजाम देने में युवतियों ने महज 9 मिनट लगाये। शहर थाना पुलिस ने मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
दोपहर 12 बजकर 50 मिनट
वार्ड नं. 18 के जवाहर नगर निवासी 56 वर्षीय जसपाल सिंह अपने बेटे संदीप सिंह के साथ पंजाब नेशनल बैंक में एक लाख 60 हजार रूपये जमा करवाने आया था। रकम को एक पॉलीथीन में डाल रखा था। संदीप ने फार्म भरकर अपने पिता को लाईन में खड़ा कर दिया। खुद बाईक की निगरानी रखने के लिये बैंक के बाहर चला गया।
12 बजकर 58 मिनट
बैंक के बाहर खड़ी दो लड़कियां भीतर आर्इं। लाईन में खड़े जसपाल सिंह के पास आकर खड़ी हो गईं। जैसे ही जसपाल काऊंटर के नजदीक पहुंचा तो एक लड़की ने पॉलीथीन पर ब्लेड चला दिया। एक लाख रूपये निकालकर फरार हो गई। दोपहर बाद करीब 1 बजकर 07 मिनट पर वह बैंक से निकल भागी। शातिर लड़कियों ने पूरी वारदात को महज 9 मिनट में अंजाम दिया। युवतियों ने हरे तथा जामुनी रंग के पंजाबी सूट पहने हुये थे। दोनों युवतियों के पास पर्स थे। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंच गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड तथा मुख्य बाजार में दबिश दी। लेकिन युवतियों का कोई सुराग नहीं लग पाया।
साफ नहीं युवतियों की तस्वीर
पीएनबी में लगे निम्न स्तरीय कैमरों की वजह से सीसीटीवी फुटेज में युवतियों की तस्वीर धुंधली नजर आई। शाखा प्रबंधक परमजीत कोचर ने बताया कि फिलहाल बैंक में दस सीसीटीवी कैमरे लगे हुये हैं। डिजिटल क्वालिटी के कैमरे लगवाने के साथ-साथ तीन ओर कैमरे लगवाने के लिये उच्च अधिकारियों को लिखा जायेगा।
शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह तथा मामले की जांच कर रहे एएसआई भूप सिंह ने बताया कि अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

एसडीएम छुट्टी पर, ठप हुआ कामकाज

डबवाली (लहू की लौ) एसडीएम संजय राय के छुट्टी पर जाने के बाद कामकाज ठप हो गया है। पिछले करीब सोलह दिनों से एक भी ड्राईविंग लाईसेंस, वाहन रजिस्ट्रेशन जारी नहीं हुआ है। जिसके चलते कार्यालय में कागजों की संख्या दिन ब दिन बढ़ती जा रही है। वहीं कागजात पाने के लिये लोगों में हाहाकार मचा हुआ है।
30 नवंबर को छोड़ा था चार्ज
गौरतलब है कि एसडीएम सतीश कुमार ने 30 नवंबर को भिवानी में बतौर एसडीएम ज्वाईन किया था। उनकी जगह एचसीएस संजय राय ने चार्ज संभाला था। 1 दिसंबर को कुछ समय के लिये कार्यालय में आने के बाद वे अचानक छुट्टी पर चले गये थे। जिसके बाद से पूरा कामकाज ठप पड़ा है। इस हालत में उनकी जगह पर अतिरिक्त एसडीएम की नियुक्ति अभी तक नहीं हुई है। जबकि डबवाली में रोजाना करीब 40 से 45 वाहन पंजीकृत होने के लिये आते हैं। इससे ज्यादा संख्या में प्रतिदिन लाईसेंस लेने के लिये लोग पहुंचते हैं।

पहले दिन बिकी 80 हजार रूपये की सब्जी

डबवाली (लहू की लौ) मंडी किलियांवाली में सब्जी मंडी शुरू हो गई है। पहले दिन आढ़तियों ने 80 हजार रूपये की सब्जी बेची। सब्जी आढ़ती जगतार सिंह फतूहीवाला, गुरमेल सिंह, सरपंच अवतार सिंह, ननदीप पाल ने बताया कि सोमवार को 10-12 रेहडिय़ां लगी। सब्जी मंडी में बिजली, पानी तथा शौचालय की व्यवस्था कर दी गई है। पहले दिन गाजर, मटर, मूली, अदरक, आलू, बैंगनी, पालक बिकने के लिये पहुंची।

एनएचएआई का दो टूक


रास्ता मिलना असंभव  दर्ज करवाएंगे एफआईआर


डबवाली (लहू की लौ) मुख्य बाजार के लिये आरओबी के बीच मार्ग की मांग कर रहे गुरू तेग बहादुर नगर के लोगों का संघर्ष जारी है। सोमवार को लोग तहसीलदार से मिले। उधर एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने स्पष्ट कर दिया है कि ड्राईंग में परिवर्तन होना मुमकिन नहीं। अगर कार्य में कोई बाधा बना उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई जायेगी।
मुख्य बाजार के लिये रास्ते की मांग लेकर गुरू तेग बहादर नगर के लोग विपिन मोंगा, सुभाष चंद्र, गगन गुंबर, मोनू, दर्शन कुमार, रीना बांसल, सत्या देवी, वीना रानी, चांद रानी के नेतृत्व में सोमवार को तहसीलदार मातू राम नेहरा के पास पहुंचे। अपनी समस्या बताते हुये उन्होंने कहा कि अगर उनकी गलियों के आगे दीवार बन गई तो उनका मुख्य बाजार से सदा के लिये नाता टूट जायेगा। परिस्थितियां ऐसी हो जाएंगी कि दुर्घटना के समय आपातकालीन वाहन वहां तक नहीं पहुंच पाएंगे। भाजपा नेता देवकुमार शर्मा के जरिये उन्होंने फाईल सड़क मंत्रालय को भेज दी है। आप निचले स्तर पर प्रयास कीजिये।
तहसीलदार ने कहा मेरे बस का रोग नहीं
तहसीलदार ने लोगों की बात सुनने के बाद कहा कि ड्राईंग में परिवर्तन करवाना मेरे बस का रोग नहीं है। मैं आपको झूठा आश्वासन नहीं दूंगा। आपका ज्ञापन उच्च अधिकारियों को भेज दिया जायेगा। फैसला उच्च अधिकारी करेंगे। मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता।
रूका हुआ है दीवार का कार्य
बीते शुक्रवार को गुरू तेग बहादुर नगर के लोगों ने आरओबी की दीवार निकाले जाने के विरोध में धरना दिया था। भाजपा नेता देवकुमार शर्मा के आश्वासन के बाद लोगों ने धरना उठाया था। शनिवार को लोगों ने नायब तहसीलदार छोटू राम को भी ज्ञापन सौंपा था। पिछले चार दिनों से दीवार का निर्माण रूका हुआ है।
जनहित में बन रहा है पुल, व्यक्ति विशेष के लिये नहीं
अभी तक लोगों का ज्ञापन मेरे पास नहीं पहुंचा है। फिलहाल रिपोर्ट ली जा रही है। ड्राईंग रेल तथा सड़क मंत्रालय से पास आऊट है। उसमें तबदीली होना असंभव है। आरओबी का निर्माण जनहित में किया जा रहा है। इससे किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिये। किसी विशेष व्यक्ति के लिये कार्य नहीं रोका जा सकता। कार्य में बाधा डालने वालों के खिलाफ एफसीआई दर्ज करवाई जायेगी।
-वीके जैन, 
प्रोजेक्ट डायरेक्टर
एनएचएआई, हिसार

सास, मौसेरी सास पर मारपीट का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) अस्पताल में उपचाराधीन एक महिला ने अपनी सास तथा मौसेरी सास पर मारपीट कर स्वर्ण आभूषण लेजाने का आरोप लगाया है। वार्ड नं. 7 के इंदिरा नगर में रहने वाली गुरजीत कौर ने बताया कि उसकी सास तथा मौसेरी सास उससे पैसों की मांग करते हैं। रात को वे उससे पैसे मांगने के लिये आये थे। उसके इंकार करने पर उसे बुरी तरह से पीटा। उसकी चैन, कांटे उतार ले गये।

नील गाय पकाने को तैयार आरोपियों पर ठोका जुर्माना

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में नील गाय के मांस को पकाने की तैयारी करते पकड़े गये पप्पू, दर्शन तथा लछमन सिंह पर वाईल्ड लाईफ डिपार्टमेंट ने जुर्माना ठोका है। सोमवार को वन्य प्राणी रक्षक परमजीत सिंह, लीलू राम तथा दविंद्र कुमार डबवाली पहुंचे।
आरोपियों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये माफी मांगी। जिस पर तीन सदस्यीय टीम ने 5500 रूपये का जुर्माना वसूल किया।

शादी का रिश्ता सिरे चढऩे जा रहा था, पुलिस ने लूट के मामले में दबोच लिया

17 नवंबर 2014 को हुई लूट की गुत्थी सुलझी, चार गिरफ्तार, एक गिरफ्त से बाहर

डबवाली (लहू की लौ) सरसों से भरी ट्राली लूटने की गुत्थी सुलझाते हुये शहर थाना पुलिस ने सोमवार शाम को चार लुटेरों को गांव चौटाला से संगरिया बाईपास से दबोच लिया। गांव चौटाला के रहने वाले तीनों आरोपी एक ही मोहल्ले के हैं। पकड़े गये एक आरोपी की शादी का रिश्ता तय होने वाला था। जबकि दूसरे आरोपी के साले की शादी थी। पुलिस मंगलवार को चारों आरोपियों को अदालत में पेश करेगी।
17 नवंबर 2014 को गांव शेरगढ़ के नजदीक पांच युवक सरसों से भरी ट्रेक्टर-ट्राली के चालक तथा परिचालक को बंधक बना तीन लाख रूपये की सरसों लूट ले गये थे। इसी मामले में सोमवार को शहर थाना पुलिस तथा सीआईए डबवाली संयुक्त रूप से संगरिया की ओर छापामारी कर रही थी। उनके साथ बीजबायला निवासी सुखदेव सिंह भी था। इसी दौरान संगरिया बाईपास पर एक बाईक सहित चार युवक एक होटल के बाहर खड़े थे। सुखदेव सिंह ने आरोपियों की पहचान कर ली। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के समक्ष आरोपियों ने अपनी पहचान गांव चौटाला निवासी सलीम खान (22), आरएमपी कृष्ण कुमार उर्फ डॉक्टर (24), अनिल उर्फ लाला (20), जिला हनुमानगढ़ के गांव रतनपुरा निवासी रघुवीर उर्फ रंगा (24) के रूप में करवाई।
पंद्रह दिन पहले बनी थी लूट की योजना
आरोपियों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि लूट की योजना पंद्रह दिन पूर्व बन गई थी। उनकी योजना गांव चौटाला से बिकने के लिये डबवाली जा रही कॉटन से भरी ट्राली लूटने की थी। 16 नवंबर 2014 को रात्रि करीब साढ़े 9 बजे वे दो बाईक पर वारदात को अंजाम देने के लिये निकल गये थे। ठीक आधा घंटा में कॉटन की भरी ट्राली गांव सकताखेड़ा के निकट पहुंच गई। उन्होंने  पीछा किया। लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में चालक ने ट्रेक्टर-ट्राली को पंजाब क्षेत्र में स्थित एक पेट्रोल पंप पर लगा दिया और सो गया। रात करीब डेढ़-दो बजे उन्होंने चौटाला की ओर से एक ट्राली आते हुये देखी। सुरजीत, सलीम खान तथा कृष्ण तीनों पीछे से ट्राली में सवार हो गये।
वारदात में पिस्टल नहीं पोटाश का प्रयोग किया
ट्राली में भरी सरसों पर सो रहे एक व्यक्ति को काबू कर लिया। सुरजीत के पास पोटाश थी। उसके धमाका करते ही चालक ने अपना ट्रेक्टर वहीं रोक दिया। ट्राली से उतरकर उन लोगों ने उसे भी दबोच लिया। इसी दौरान एक अन्य बाईक पर सवार होकर अनिल तथा रघुवीर वहां आ गये। चालक तथा परिचालक को बंधक बनाकर खेतों में फेंक दिया। वे ट्रेक्टर-ट्राली लेकर निकल गये।
बराबर में बंटना था हिस्सा, लेकिन नहीं बंटा
सरसों से भरी ट्राली को ढाणी चौटाला में रहने वाले सुरजीत ने अपनी ढाणी में गिराया। ट्राली में 60 क्विंटल सरसों होने का बताया गया। सलीम खान को 30 हजार, कृष्ण को 22 हजार तथा अनिल को पांच हजार रूपये दिये गये। जबकि रघुवीर को 60 हजार रूपये देने का वायदा था। लेकिन रघुवीर को फूटी कौड़ी नहीं दी गई।
रिश्ता होने से पहले ही टूटा
आरोपी कृष्ण कुमार आरएमपी है। वह गांव में डॉक्टरी की दुकान चलाता है। पहले भी नशा बेचने के आरोप में उस पर छापामारी हो चुकी है। पुलिस के पकड़े जाने से पूर्व उसके घर रिश्ता पक्का करने के लिये लड़की वाले आने थे। लेकिन उसके पकड़े जाते ही सब उलटफेर हो गया। शादी का रिश्ता तय होने से पहले ही टूट गया। वहीं सलीम खान को अपने साले की शादी में जाना था। इससे पहले ही पुलिस उसे उठा ले आई।
अदालत में पेश किये जाएंगे
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह तथा सीआईए प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि पकड़े आरोपियों को पकडऩे में साईबर सैल का विशेष योगदान रहा। आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जायेगा। मुख्य आरोपी सुरजीत अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

प्रतिक्रिया

 साहस को सलाम

अग्निकांड का दंश झेल चुकी डबवाली के उन प्रतिभावान बच्चों के दर्द को अपने पत्र में जिस विलक्षण शैली में जिस तरह से आप लिखते आ रहे हैं उससे आम व्यक्ति को उनके दर्द का बखूबी अहसास करवा रहे हैं, जो काबिले तारीफ है। वाकई इन बच्चों के प्रति सहानुभूति के अलावा इन्हें प्रोत्साहन की अधिक आवश्यकता है। मैं आपके इस कालम का नियमित पाठक हूं, इन सब को न्याय दिलाने का यह अनूठा प्रयास मुझे बेहद पसंद आया। इससे शिकार बच्चों ने अग्निकांड के जख्मों को जहां सहा है, वहीं उनके समक्ष आज भी जो दरपेश परेशानियां हैं वे भी उजागर हुई हैं, ये वो जख्म हैं, जो हम कभी नहीं भूल सकते, इन प्रतिभाशाली बच्चों ने इस सकंट के समय हो आदम्य साहस का परिचय दिया है वो एक मिसाल है।
नवगीत इसी स्कूल का विद्यार्थी रहा है, वह बचपन से ही स्वाभिमानी रहा है। सहानुभूति की जगह प्रोत्साहन में विश्वास करता था। मैंने उससे कभी सहानुभूति नहीं दिखाई, मेरे इतना कहने मात्र से कि आप किसी से कम नहंीं हो, वह नयी ऊर्जा से भर जाता था। बहुत ही होनहार आज्ञाकारी विद्यार्थी रहा वह 10वीं तक इस विद्यालय का।
आज लहू की लौ समाचार पत्र में कम्पनियों ने अपाहिज कह कर रूलाया पढ़कर उसके स्कूली जीवन की सारी स्मृतियां मेरे मानसिक पटल पर उभर आईं। आज माता पिता के साथ-साथ विद्यालय को भी गर्व है कि वह आज इण्डियन ऑयल कम्पनी में सीनियर प्रचेजिंग अधिकारी के पद पर कार्यरत है, ऐसा पढ़कर रह रह कर उसकी याद आ रही है कि उसने जब पहली बार गुवाहटी (असम) में ज्वाईन किया था तो उसने सब से पहले फोन कर मम्मी पापा को स्कूल में मिठाई का डिब्बा देकर आने को कहा था।
अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति, अपनी प्रतिभा व स्वाभिमान उमंगों व उत्साह के साथ जीवन को फिर से जीने के नवगीत की महत्वाकांक्षा जैसे साहस को मेरा सलाम......
विद्यालय परिवार आज उसकी इस उपलब्धि पर गौरवन्वित महसूस कर रहा है।
-वेदप्रकाश भारती, निदेशक,एनपीएस मंडी डबवाली

पाठकों से : आप भी लहू की लौ में अग्निकांड पर प्रकाशित किये जाने वाले समाचारों पर अपनी प्रतिक्रियाएं भेज कर साहस जुटाने वाले युवाओं को प्रोत्सोहित करें और इस बार अधिक से अधिक संख्या में अग्निकांड स्थल पर पहुंच कर शहीदों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दें।-संपादक

नील गाय की हत्या की निन्दा

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में कुछ लोगों द्वारा नील गाय की हत्या किए जाने की घटना की बिश्नोई समाज ने सख्त शब्दों में निंदा की है। बिश्नोई सभा के सचिव इंद्रजीत बिश्नोई ने कहा कि जीव हत्या किया जाना पाप है और कानूनन अपराध है। इसके बावजूद कुछ लोग वन्य प्राणियों की हत्या किए जाने से बाज नहीं आते। यदि इस अपराध को सख्ती से न रोका गया तो वन्य प्राणियों की कई प्रजातियां लुप्त हो जाएंगी। इससे पर्यावरण का संतुलन भी बिगडऩे का खतरा है। जीवों की हत्या किए जाने की ऐसी घटनाओं के बंद नहीं होने के कारण बिश्नोई समाज के लोगों में काफी रोष है। उन्होंने सरकार व पुलिस प्रशासन से मांग की कि वन्य प्राणी विहार में विचरने वाले वन्य प्राणियों को बचाने के लिए उचित कदम उठाएं जाएं ।

गेम्ज के माध्यम से मैनेजमेंट सिद्धांतों की जानकारी दी


डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली में सोमवार को कॉमर्स विभाग की ओर से मैनेजमेंट  गेम्ज करवाकर  विद्यार्थियों को मैनेजमेंट के सिद्धांत समझाये। इस दौरान प्रो. ऊषा गोयल, डॉ. सीमा जिन्दल, प्रो. सुमित गोकलानी और प्रो. ज्योति रानी उपस्थित थे। विद्यार्थियों को ग्रुपों में बांटकर और अलग अलग परिस्थितियों में मैनेजमेंट के सिद्धांतों को लागू करना सिखाया गया। 

मकान की छत गिरने से एक घायल

डबवाली (लहू की लौ) मंडी किलियांवाली में पूर्व सरपंच किशोर चंद वाली गली में सोमवार को एक मकान की छत गिरने से एक युवक घायल हो गया। कमरे में पड़ा सामान टूटने से करीब डेढ़ लाख रूपये का नुक्सान हुआ है। युवक को उपचार के लिये एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
अस्पताल में उपचाराधीन विक्रम ने बताया कि सुबह 10 बजे वह छत पर खड़ा था। इसी दौरान छत नीचे गिर गई। वह मलबे में दब गया। घर के आंगन में मौजूद उसकी चाची माला तथा भाभी कमला देवी के शोर मचाने पर पड़ौसी अरमान, मुनीष, शोभित, संजय, सोनू तथा पवन मौका पर पहुंचे। उन्होंने उसे मलबे से बाहर निकालकर उपचार के लिये अस्पताल पहुंचाया। वह बीए प्रथम वर्ष का छात्र है। छत गिरने से कमरे में पड़ा टीवी, फ्रिज, फर्नीचर तथा अन्य सामान टूट गया। जिससे करीब डेढ़ लाख रूपये का नुक्सान हुआ है।

60वीं नेशनल फुटबाल स्कूल गेम्स मुकाबलों में खालसा स्कूल की अंजलि को ब्रॉंज मैडल मिला

डबवाली (लहू की लौ) 60वीं नेशनल फुटबाल स्कूल गेम्स अंडर-17 मुकाबलों में हरियाणा की टीम को तीसरा स्थान मिला है। जिला सिरसा की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल की खिलाड़ी 14 वर्षीय अंजलि सियाल को टीम के साथ ब्रॉंज मैडल मिला है।
कैसे चला हरियाणा की टीम का अभियान
मणिपुर के इंफाल में आयोजित प्रतियोगिता से पूर्व हरियाणा ने अन्य प्रदेशों की टीम के साथ चार लीग मैच खेले। एक लीग मैच में बिहार के हाथों हार मिली। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हरियाणा की भिड़ंत उड़ीसा की लड़कियों से हुई। उड़ीसा को 7-1 से पराजित करने के बाद सेमीफाइनल में तामिलनाडु से मुकाबला हुआ। तामिलनाडु ने यह मुकाबला 1-0 से जीत फाइनल में जगह बनाई। मैच का नतीजा आखिरी मिनट पर आया। जब तामिलनाडु ने फ्री किक को गोल में बदल दिया। तीसरे मुकाबले के लिये पुन: हरियाणा तथा बिहार में टक्कर हुई। इस बार पिछली हार का बदला चुकाते हुये हरियाणा ने बिहार को 7-1 के करारे अंतर से शिकस्त दी और तांबे का मैडल अपने नाम किया।
दूसरी बार खेला नेशनल
अंजलि सियाल ने दूसरी बार नेशनल खेला है। पूरी टीम में वह सबसे कम उम्र की खिलाड़ी थी। इससे वह पूर्व अंडर-14 मुकाबलों में नेशनल खेल चुकी है। उस समय उसे सिल्वर मैडल प्राप्त हुआ था। उसकी उम्र करीब 12 वर्ष थी। मैडल जितने के बाद पहले दिन विद्यालय आने पर उसका जोरदार स्वागत किया गया। प्रिंसीपल गुरतेज सिंह ने उसे स्कूल का हीरा कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अंजलि ने सिद्ध कर दिखाया है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं। फिर चाहे खेल का ही मैदान क्यूं न हो। पूरे विद्यालय को अपनी इस बेटी पर नाज है।
पीटीआई पिता से सीख रही गुर
अंजलि सियाल ने बताया कि वह अपने पीटीआई पिता राजन से फुटबाल के गुर सीखकर बड़ी हुई है। दूसरी बार प्रदेश के लिये खेलकर गर्व महसूस कर रही हूं। प्रतियोगिता में मेरी जगह हॉफ बैक में थी। उस दौरान जो भी गलतियां हुई, उसे दूर करने का प्रयास करूंगी।

महिला के कानों से सोने की बालियां उतार ले गये युवक

डबवाली (लहू की लौ) रविवार को दो युवक तथा एक बालिका रेलवे स्टेशन के नजदीक एक महिला के कानों से सोने की बालियां उतार ले गये। महिला ने इसकी शिकायत पुलिस में दी है।
वार्ड नं. 16 की गली मिस्त्री हरनेक सिंह वाली निवासी सुनीता देवी ने बताया कि दोपहर बाद करीब 1 बजे वह अपने पति कृष्ण लाल का भोजन लेकर सब्जी मंडी में गई थी। वापिस लौटते समय दो युवकों ने एक बालिका के साथ मिलकर उसका पीछा करना शुरू कर दिया। रेलवे स्टेशन से होते हुये वह शिव मंदिर के नजदीक पहुंची तो युवकों से उसे रोककर बातचीत शुरू कर दी।
युवकों ने उसकी नाक के नजदीक एक कपड़ा करते हुये अपनी सोने की बालियां उतारकर उसमें रखने के लिये कहा। जिस पर उसने इंकार कर दिया। युवक वहां से खिसक गये। वह कलोनी रोड़ पर रहने वाली अपनी बहन कमलेश के पास चली गई। उसे मालूम नहीं कि वह उसके घर पर कैसे पहुंची। वहां उसे पता चला कि उसके कानों की बालियां गायब हैं। जब उसने हाथ में पकड़े लिफाफे में से कपड़ा निकाला तो उसमें नकली सोने की बालियां मिलीं।
सुनीता ने बताया कि उसने अपने परिजनों के साथ मिलकर युवकों को काफी तलाशा। लेकिन उनका कहीं पता नहीं चल पाया। इसकी शिकायत उन्होंने शहर थाना पुलिस तथा जीआरपी में दर्ज करवाई है। युवकों की उम्र 20 वर्ष थी। जबकि लड़की की उम्र 10 वर्ष थी। सुनीता ने बताया कि बालियां आधा तोला की थी। माना जा रहा है कि महिला को नशीला पदार्थ सूंघाने के बाद ही आरोपियों ने वारदात को अंजाम दिया।

डबवाली अग्निकांड ने जख्म दिये, कंपनियों ने अपाहिज कह रूलाया

डबवाली (लहू की लौ) इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी जानने के बाद आंखों से पानी टपकने लगता है। अग्निकांड में 85 फीसदी जलने के बावजूद नवगीत सेठी ने जो प्रतिभा दिखाई
है, वह मिसाल से कम नहीं। सरकार के साथ-साथ देश-विदेश की 42 नामी कंपनियों ने जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया। इस प्रतिभाशाली युवक को पल-पल रूलाया। लेकिन आंसू रूपी मोतियों को इस युवक ने माला में पिरो लिया। आज इंडियन ऑयल की पानीपत स्थित रिफाईनरी में बतौर सीनियर परचेजिंग अधिकारी कार्यरत है।
जब बड़े ने छोटे को बचाया
23 दिसंबर 1995 को नवगीत अपने बड़े भाई लवगीत के साथ अपने स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम को देखने के लिये पहुंचा था। आग लगने पर लवगीत अपने छोटे भाई को बाहर लेकर आया। नवगीत पहला बच्चा था जो आग की लपटों से बचता बचाता बाहर लाया गया था। उस समय लवगीत चौथी तथा नवगीत तृतीय कक्षा में पढ़ता था। बाहर आने के बाद एक राहगीर की सहायता से अपने झुलसे भाई को अस्पताल में पहुंचाया। बाद में इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी। गंभीर हालत में नवगीत को डीएमसी लुधियाना लेजाया गया। सिर, हाथ तथा शरीर का पिछला हिस्सा बुरी तरह से जलने के बावजूद नवगीत ने हिम्मत नहीं हारी।
मैकेनिकल इंजीनियर बना
उपचार से पीछा छुड़वाने के बाद नवगीत ने डबवाली के निजी स्कूलों से 12वीं पास की। दायं हाथ की अंगुलियां कटी होने के बावजूद भी बेहतरीन अंक लेकर उत्तीर्ण हुआ। बीटेक के लिये प्रवेश परीक्षा पास करने पर एक अवसर आया कि नवगीत हरियाणा के किसी भी संस्थान में दाखिला ले सकता था। लेकिन कंप्यूटर इंजीनियरिंग को दरकिनार करते हुये उसने मैकेनिकल इंजीनियरिंग के लिये हरियाणा के फरीदाबाद में स्थित एक संस्थान में एडमिशन लिया। 85 प्रतिशत जख्मों के साथ मैकेनिकल में वेल्डिंग ट्रेड अपनाई।
42 कंपनियों के बोल नमक से कम नहीं
कैंपस सिलेक्शन के दौरान 42 कंपनियां जॉब देने के लिये आई। परीक्षा में पास होने के बावजूद भी कंपनियों ने नवगीत की सिलेक्शन नहीं की। इंटरव्यू के दौरान अग्निकांड के जख्मों के आधार पर उसे अपाहिज करार देकर कंपनी उसे नौकरी देने से मना कर देती। जिसके बाद यह युवक खुद को अकेला महसूस कर बहुत रोता। उसे ऐसा महसूस होता कि कंपनियां उसके जख्मों पर नमक छिड़क रही हैं।
आप मुझे यहां भेज दो, पर पैकेज बढिय़ा हो
वर्ष 2010 में आखिर वह दिन आ ही गया, जिसका नवगीत बेसब्री से इंतजार कर रहा था। एमटेक के लिये गेट की परीक्षा पास करने के बाद आईआईटी बॉम्बे, दिल्ली तथा रूड़की से उसे एडमिशन का ऑफर मिला। आईआईटी दिल्ली में दाखिला लेने के ठीक तीन दिन बाद इंडियन ऑयल कंपनी कार्पोरेशन ने उसका सिलेक्शन कर लिया। इंटरव्यू के दौरान अधिकारियों ने उसे अंडमान निकोबार में भेजने की चेतावनी दी। जिस पर नवगीत ने कहा कि उसे यहां मर्जी भेज दो, लेकिन पैकेज अच्छा होना चाहिये। अग्निकांड पीडि़त का हौंसला देख कंपनी ने उसे गुवाहटी में ए ग्रेड अधिकारी बनाकर भेजा। छह माह की सर्विस की बाद उसे सीनियर परचेजिंग अधिकारी बनाकर कंपनी ने पानीपत स्थित रिफाईनरी में भेज दिया। पिछले चार वर्षों से नवगीत उपरोक्त रिफाईनरी में सालाना 12 लाख रूपये के पैकेज पर कार्यरत है।

मेरे बेटे ने हिम्मत नहीं हारी
अग्निकांड के समय नवगीत की उम्र महज 8 साल थी। अग्निकांड में मिले जख्मों के आधार पर मेरे बेटे नवगीत को कंपनियां अपाहिज समझती थी। टेस्ट में नंबर वन रहने वाले मेरे बेटे को इंटरव्यू में निकाल दिया जाता। जबकि अन्य बच्चों को नौकरी मिल जाती। यह बात उसे बहुत खटकती थी। नवगीत सिलेक्शन न होने पर बहुत रोता था। लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी। कंप्यूटर इंजीनियर बनने के लिये उन्होंने उस पर बहुत दबाव डाला। लेकिन एसी कमरों वाली आराम दायक ट्रेड अपनाने की बजाये उसने वेल्डिंग में जाना पसंद किया। अपनी प्रतिभा के बल पर आज इस मुकाम पर है।
-रमेश सेठी (नवगीत के पिता)

नील गाय को मारकर किये टुकड़े, पुलिस ने शुरू की मामले की जांच

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में नील गाय को मारने का मामला सामने आया है। बिश्नोई समाज की शिकायत पर मौका पर पहुंची शहर थाना पुलिस ने मौका से नील गाय के मांस के टुकड़े तथा अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
रविवार सुबह बिश्नोई समाज के कुलदीप जादूदा ने पुलिस में शिकायत देकर कहा कि गांव डबवाली में लछमन सिंह बावरिया के घर पर नील गाय को मारकर उसका मांस पकाने की तैयारी की जा रही है। सूचना मिलते ही पुलिस दौड़ पड़ी। मौका पर पशु चिकित्सक तथा वाईल्ड लाईफ विभाग के कर्मचारियों को बुलाया गया। पुलिस ने मौका से टोका, दात, छुरा बरामद कर लिया। मौका पर मिले पप्पू नामक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया। हिरासत में पूछताछ के दौरान पप्पू ने बताया कि नील गाय मृत अवस्था में गांव मांगेआना रोड़ पर स्थित खेतों के पास से मिली थी। उसने लछमन, दर्शन बगैरा के साथ मिलकर उसे वहीं काट डाला। कुछ मांस गांव मांगेआना के लोग भी ले गये। 
पशु चिकित्सक अरूण बांसल ने बताया कि मौका से मिला मांस तथा हड्डियां नील गाय की हैं। लेकिन यह बताना मुश्किल है कि उस समय नील गाय मृत थी या फिर जीवित।
वाईल्ड लाईफ इंस्पेक्टर राजेंद्र डांगी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जिसके बाद ही आगामी कार्रवाई की जायेगी।

शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह तथा मामले की जांच कर रहे एएसआई भूप सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों में बातचीत चल रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।

कभी गवाह था, आज हाईकोर्ट का जस्टिस हूं


बच्चों पर स्ट्रेस बढ़ रहा है, प्रत्येक स्कूल में हो काऊंसलर-परमजीत सिंह


डबवाली (लहू की लौ) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट चंडीगढ़ के जस्टिस परमजीत सिंह ने कहा कि बच्चों में अध्यापक बनना चाहता था, एक जज के सामने गवाह के तौर पर प्रस्तुत हुआ था, उन्होंने मुझे वकील बनने के लिये प्रेरित किया। वकील बन गया, लेकिन ताने बहुत सहे। जस्टिस बनने का सपना देखा था, पूरा हुआ तो अपनी मेहनत पर गर्व हुआ। आप सपना देखकर, उसे पूरा करने के लिये जी-जान लगाओ। फिर देखना, सपना कैसे पूरा होता है।
भाषण लिखकर लाये थे, लेकिन खोलकर तक नहीं देखा
जस्टिस रविवार को बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल के 39वें वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वे पहली बार किसी जनसमूह को संबोधित करने जा रहे हैं। इसलिये वे अपना भाषण लिखकर लाये थे। लेकिन अब उसकी जरूरत नहीं है। चूंकि भाषण में जो बातें मैंने लिखी थी, वह बच्चों ने मंच के जरिये प्रस्तुत कर दी। बच्चों के साथ अपनी जिंदगी के पहलू सांझे करते हुये जस्टिस ने कहा कि उनकी प्राथमिक शिक्षा गोबिंदपुरा बरेटा के सरकारी स्कूल में हुई। आठवीं भी गांव के स्कूल में की। 10वीं रामपुरा फूल से पास की। बठिंडा के डीएवी कॉलेज से बीएससी की। वेयर हाऊसिंग कापोरेशन में नौकरी की। इसी विभाग में वरिष्ठ पद मिल गया। साथ में एलएलबी करने लगा।
जब जज ने कहा आप वकील क्यों नहीं बनते
पहली बार अदालत में गवाह के तौर पर जज के सवालों का सामना किया। उत्तर सुनकर जज ने कहा कि आप वकील क्यूं नहीं बन जाते। उसी समय नौकरी छोड़कर मानसा स्थित अदालत में प्रेक्टिस शुरू कर दी। फौजदारी केस लड़ते हुये एक वर्ष बीत गया। फिर सिविल सूट मामला आया। साथी वकीलों से मदद लेनी चाही तो ताने मिले। लेकिन पीछा नहीं छोड़ा। वो दिन के बाद आज का दिन है। सिविल सूट के लिये सलाह मांगने वाला वकील आज जस्टिस है।
हर विद्यालय में काऊंसलर जरूरी
उन्होंने बच्चों को थ्री पी हमेशा याद रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्ले, पेशन और परपज को जिंदगी में उतार लें। सफलता खुद ब खुद कदम चूमेगी। उन्होंने कहा कि आज के बच्चों पर स्ट्रेस बहुत ज्यादा है। बच्चों की स्ट्रेस दूर करने के लिये प्रत्येक स्कूल में काऊंसलर होना जरूरी है। ताकि बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने का अच्छा वातावरण मिल सकें।
बच्चों को गिफ्ट नहीं समय की जरूरत
उन्होंने अभिभावकों को सलाह देते हुये कहा कि बच्चों को गिफ्ट नहीं समय की जरूरत होती है। इसलिये बच्चों को जितना भी समय दे सकें, उतना दें। 12-13 वर्ष की उम्र ऐसी होती है, जिसमें बच्चे को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस स्थिति में बच्चे को वॉच करें, उसके साथ अच्छे मित्र वाला बर्ताव करें।

मेरा नचदा पंजाब पर झूम उठा पंडाल

बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह संपन्न

डबवाली (लहू की लौ) छात्राओं से छेड़छाड़ त
था उनकी दुर्दशा पर व्यंग्यात्मक कोरियोग्राफी एक अकेली लड़की ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस सहित दर्शकों की आंखों में पानी भर दिया। मौका था मंडी किलियांवाली स्थित बाल मंदिर सीनियर सैकेंडरी स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम का। रविवार को विद्यालय प्रांगण में आयोजित कार्यक्रम में संजीव शाद की कोरियोग्राफी ने दीयां दा दर्द बड़ी बखूबी से ब्यां किया। कोरियोग्राफी में दिखाया गया कि घर की दहलीज से लेकर कॉलेज के गेट पर लड़कियां महफूज नहीं हैं। चौराहों पर खड़ी होकर अपनी दुर्दशा का जवाब मांगती हैं? सिस्टम तथा समाज में बदलाव से लड़कियां सुरक्षित हो सकती हैं।
लघु नाटिका से शिक्षा तंत्र पर प्रहार
मंच पर लघु नाटिका सूरज उगने से पहले प्रस्तुत की गई। नाटिका में चीनी घोटाला, भाई भतीजा वाद, रिश्वतखोरी, भ्रष्ट राजनीति, ऑयल एंड फूड स्केम का मुद्दा उठाया गया। कलाकारों ने एक आदमी की वर्तमान हालात ब्यां करते हुये कहा कि मैं आदमी हूं, आप जैसा ही हूं। नहीं, नहीं आप जैसा नहीं हो सकता। हर इंसान एक जैसा नहीं हो सकता। मैं आम आदमी हूं। मौजूदा भ्रष्ट सिस्टम का मारा। भ्रष्ट राजनीतिकों को रोजाना लूटते देखता हूं। ऐसे में जहर पीने को मन करता है। 33 मिनट की इस लघु नाटिका में आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर जबरदस्त कटाक्ष किया गया। किताबी ज्ञान के साथ-साथ विजडम की प्रेरणा दी गई।
बच्चों ने उतारी सतरंगी पींग
सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने धूम मचा दी। लोक विरासत पेश करते हुये बच्चों ने सतरंगी पींग मंच पर उतार दी। गुजरात, कश्मीर, हरियाणा, राजस्थान तथा पंजाब की संस्कृति को अपने-अपने अंदाज में प्रस्ततु किया। भुमरो, भुमरो, शाम रंग भुमरो...., जन्नत का नूर लेकर मेहंदी की रात आई है। युवक-युवतियों ने मेरा रंगला पंजाब, मेरा नचदा पंजाब पर प्रस्तुति देकर दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया।
इससे पूर्व कार्यक्रम का आगाज मंगलवंदनम के साथ हुआ। जस्टिस परमजीत सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष ज्योति प्रज्जवलित करके कार्यक्रम को आगे बढ़ाया। बच्चों ने स्वागत गीत पेश किया। इस मौके पर विद्यालय के मेधावी तथा खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बच्चों को सम्मानित किया गया। विद्यालय मैनेजिंग कमेटी के उपाध्यक्ष नीरज जिंदल ने मुख्यातिथि जस्टिस परमजीत सिंह का परिचय करवाया। प्रिंसीपल एसके कौशिक ने विद्यालय की वाार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश बठिंडा तेजिंद्र सिंह, विद्यालय प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष वीपी जिंदल, अरूण जिंदल, डॉ. आरएस अग्निहोत्री, साहित्यकार एसएम देवगण, तरसेम जिंदल, सुदर्शन मित्तल, पिं्रसीपल सुरजीत सिंह मान, जेएस हरचंद, कंचन हरचंद, रमेश सचदेवा, बीडी बांसल, केशव शर्मा, वेदप्रकाश भारती, मनोज गुप्ता, प्रविंद्र अरोड़ा, के. दिलावर, प्रिंसीपल डॉ. इंदिरा अरोड़ा, कोरियोग्राफर संजीव शाद उपस्थित थे।  मंच संचालन स्टॉफ सदस्य पवन वर्मा तथा संदीप कौर ने किया।

वोट बनाने पहुंचे लोग, मतदान केंद्र पर ताला लगा मिला

डबवाली (लहू की लौ) मत बनाने संबंधी डीसी निखिल गजराज के आदेश रविवार को हवा हो गये। क्राईस्ट मिशन स्कूल में बने बूथ पर बीएलओ तय समय से करीब डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे। मत बनाने आये लोगों ने जब इसका कारण पूछा तो बीएलओ ने जवाब दिया कि 7 दिसंबर को भी वोट बनाये गये थे, आप उस समय आ सकते थे। तनातनी के बीच बीएलओ ने बूथ का ताला खोला। तहसीलदार ने संबंधित बीएलओ पर कार्रवाई करने की बात कही है।
चुनाव आयोग के आदेश की उड़ी धज्जियां
चुनाव आयोग के आदेश पर रविवार को मतदान केंद्र खुले रखे गये थे। संबंधित मतदान केंद्र पर बीएलओ की डयूटी नये वोट बनाने तथा आपत्तियां दर्ज करने के लिये तय की गई थी। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। लोगों को मतदान प्रक्रिया से जोडऩे के लिये उपायुक्त निखिल गजराज ने जागरूकता अभियान चलाया था। लेकिन बीएलओ की लापरवाही के चलते यह अभियान धूमिल होता नजर आया। तय समय पर क्राईस्ट मिशन स्कूल में बने मतदान केंद्र नं. 23 तथा 24 पर मत बनाने के लिये पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लगी। 23 नंबर का बीएलओ साढ़े 10 बजे पहुंचा। जबकि 24 नंबर पर तैनात बीएलओ इससे भी दूरी से पहुंचा। वोट बनाने की इंतजार में खड़े नानक चंद, सुरेंद्र कुमार, नवीन, भूपिंद्र सिंह ने बताया कि वे ठीक 9 बजे मतदान केंद्र पर आ गये थे। लेकिन बीएलओ दर्शन सिंह देरी से पहुंचा। जब बीएलओ को उलाहना दिया गया तो वह आग बबूला हो गया। अपनी गलती स्वीकार करने की अपेक्षा उन्हें ही पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। बीएलओ ने कहा कि 7 दिसंबर को भी नये मत बनाये गये थे, आप उस समय मत बना लेते। उनसे भिड़ते हुये बीएलओ ने मतदान केंद्र का ताला खोला। जबकि दूसरा बीएलओ पहुंचा ही नहीं। जब दूसरे बूथ से संबंधित पूछताछ करनी चाही, तो उपरोक्त बीएलओ बोला कि वह आज नहीं आयेगा। उसका काम उसने ही देखना है।
फोटो स्टेट केंद्रों की ओर मुंह ताकना पड़ा
इधर मतदान केंद्रों पर अव्यवस्था का माहौल रहा। नई वोट बनाने के लिये जरूरी फार्म नं. 6 मतदान केंद्रों पर उपलब्ध नहीं हुआ। ऐसे में लोगों को निजी फोटो स्टेट केंद्रों की ओर मुंह ताकना पड़ा।

रिपोर्ट ली जायेगी
बीएलओ ने सुबह 9 बजे मतदान केंद्र संभालने थे। सोमवार को बीएलओ तलब किये जाएंगे। मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट आवश्यक कार्रवाई के लिये उच्च अधिकारियों के पास भेजी जायेगी। 
-मातू राम नेहरा तहसीलदार, डबवाली

घर पर कार्यक्रम था, इसलिय हुई देरी
घर पर कार्यक्रम था। जिसे निपटाने के बाद मतदान केंद्र पर पहुंचा हूं। इसी वजह से देरी हुई। मतदान केंद्र नं. 24 पर बीएलओ देरी से पहुंचेंगा। जिसकी जानकारी उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों को दे रखी है।
-दर्शन सिंह, बीएलओ मतदान केंद्र नं. 23

साढ़े 10 बजे केंद्र पर पहुंच गया था
करीब साढ़े 10 बजे मतदान केंद्र पर पहुंच गया था। मैंने आज 50 नये वोट बनाये हैं।
-यशपाल सिंह, बीएलओ मतदान केंद्र नं. 24

बाईक डिवाइडर से टकराया, एक घायल

डबवाली (लहू की लौ) रविवार देर शाम को गांव डबवाली में कालांवाली मोड़ पर बाईक के डिवाईडर से टकरा जाने से बाईक चालक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में लाया गया।
बाईक सवार विजय निवासी गांव डबवाली ने बताया कि वह उन्हीं के गांव के गौरी के साथ बाईक पर गांव मिठड़ी में जेसीबी चालक की रोटी देने गया था। वापिसी में सामने से आ रहे वाहन की लाईटें पडऩे से उनका बाईक डिवाईडर से जा टकराया। जिससे गौरी के चोटें आयीं। 

युवक पर चढ़ाया बाईक

डबवाली (लहू की लौ) ओढां पुलिस ने गांव नुहियांवाली निवासी एक युवक के ब्यान पर उसका रास्ता रोककर मारपीट करने व मोटरसाइकिल चढ़ाकर घायल करने के आरोप में केस दर्ज किया है। सिरसा के सामान्य अस्पताल में दाखिल प्रेम कुमार पुत्र बनवारी लाल ने पुलिस को दिये ब्यान में बताया कि वह पशु चिकित्सक का कार्य करता है। इसी के तहत वह गांव में एक पशु को देखकर आ रहा था कि चौपाल में पीछे से आ रहे पल्सर मोटरसाइकिल सवार भीम पुत्र जगदीश ने उसके साथ मारपीट करते हुए उस पर मोटरसाइकिल चढ़ा दिया। इस घटना में प्रेम के बायें पैर पर गंभीर चोट लगी है जिसे तुरंत सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस संबंध में पुलिस ने प्रेम के ब्यान पर आरोपी भीम के खिलाफ भादसं की धारा 323, 341 व 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में घायल की एक्सरे रिपोर्ट आने के उपरांत अन्य कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

कार की टक्कर से तीन घायल

डबवाली (लहू की लौ) गांव पिपली के निकट कार की टक्कर लगने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सहारा कल्ब की एंबुलेंस की मदद से कालांवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया लेकिन जहां से उन्हें सिरसा रेफर कर दिया गया।
जानकारी अनुसार गांव पिपली निवासी जगसीर सिंह, नरेश व दुन्ना सिंह अपने घर से खेत जा रहे थे कि कालांवाली की तरफ से तेज गति से आ रही एक जेन कार ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे तीनों  व्यक्ति घायल हो गए। सूचना पाकर एंबुलेंस मौके पर पहुंची और तीनों को कालांवाली के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां से जगसीर सिंह, नरेश को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा रैफर कर दिया। जबकि दुन्ना सिंह को ओढां के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घटना की सूचना पाकर कालांवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर दुघर्टना का जायजा लिया वहीं कार चालक मौके से फरार हो गया।

हाईवे जाम मामले में मंच के जिलाध्यक्ष सहित 7 गिरफ्तार

अब महिलाएं बोली हम भी देंगी गिरफ्तारी
डबवाली (लहू की लौ) औढां पुलिस ने 3 माह पूर्व ओढां में नैशनल हाईवे जाम करने के मामले में नामजद किये गए इंकलाबी मजदूर मंच के जिलाध्यक्ष हरदीप सिंह, बूटा सिंह व 5 महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब हरदीप सिंह व दर्जनों महिला पुरुषों ने 10 सितंबर को गांव में दो डिपू होल्डरों के खिलाफ कार्रवाई न होने के चलते ओढां में हाइवे जाम किया था जिसमें पुलिस ने हरदीप सिंह व अन्य कई लोगों पर केस दर्ज किया था। रविवार को पुलिस ने जब हरदीप सिंह को उसके घर जलालआना से गिरफ्तार किया तो सूचना पाते ही काफी संख्या में ग्रामीण महिला व पुरुष थाने में पहुंच गए और रोष जताते हुए कहा कि हरदीप सिंह के साथ वे सभी गिरफ्तारी देंगे। ये सुनकर एक बारगी तो पुलिस भी सकते में आ गई क्योंकि इससे पूर्व भी हरदीप सिंह के साथियों ने कई बार पुलिस थाना में एकता का परिचय दिया था। पुलिस ने उनको समझा बुझाकर जैसे तैसे शांत किया और हरदीप सिंह ने उन्हें कानून का सम्मान करने की हिदायत देते हुए वापिस भेज दिया। हरदीप सिंह की गिरफ्तारी के बाद मंच के सदस्य बूटा सिंह, महिलाओं जसपाल कौर, कुलविंद्र कौर, परमजीत कौर, लीलो देवी व जसविंद्र कौर ने भी गिरफ्तारी दी। पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर डबवाली न्यायालय में पेश किया जहां से हरदीप सिंह को एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया तो वहीं अन्य लोगों को जमानत पर रिहा कर दिया गया।

पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव संपन्न

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज की ओर से आयोजित पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव रविवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। यज्ञशाला में हुए हवन यज्ञ में मुख्य यजमान डॉ. रामफल आर्य, कुलदीप पटवारी, अमीलाल रिसालियाखेड़ा सहित कई अन्यों ने यज्ञ में आहुति डाली जबकि यज्ञब्रह्मा की भूमिका आचार्य हरी प्रसाद शास्त्री ने निभाई। तदोपरांत ख़ुशी राम आर्य ने 'जिंदगी का स$फर करने वाले अपने मन का दिया तो जला लेÓ भजन गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आर्य प्रतिनिधि सभा रोहतक से पधारे युवा भजनोपदेशक पंडित जसविंद्र आर्य ने भजन के माध्यम से बताया कि जब महर्षि देव दयानंद की शिक्षा पूरी हुई और गुरू दक्षिणा का समय आया तो दयानंद कुछ लोंग लेकर प्रज्ञाचक्षु गुरू विरजानंद के पास पहुंचे। इसके बाद मंच से पं. हरी प्रसाद शास्त्री ने कन्या भू्रण हत्या जैसी सामाजिक बुराई पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उपस्थिति को इसे बंद करने का आहवान किया। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. अशोक आर्य ने किया। इस अवसर पर डॉ. जेएस हरचंद, कालू राम मेहता, रोशन लाल आहूजा, एसके दुआ, नत्थू राम अग्रवाल, डॉ. रमेश कुमार, कंचन हरचंद, नीलम दुआ, सावित्री देवी, उर्मिला देवी, ममता आर्य, सरोज, रजनी, भीम आर्य, जगसीर सिंह, बीएन रहेजा, मानवप्रीत नामधारी, अमरजीत सिंह सेठी, हरीत सिंह बिट्टू सेठी, सुदेश आर्य, श्लोक आर्य उपस्थित थे।

गर्म कपड़ों का क्लॉथ बैंक स्थापित करेगा लॉयन क्लब

डबवाली (लहू की लौ) लायंस क्लब डबवाली सुप्रीम के निदेशक मंडल की एक बैठक प्रधान नरेश गुप्ता की अध्यक्षता में रसोई रेस्टोरेंट में हुई। जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
क्लब के पीआरओ मनोहर लाल ग्रोवर ने बताया कि सभा की शुरूआत लॉयन गुरदीप कामरा ने ईश वंदना से की। सचिव दीपक सिंगला ने आने वाले दिनों में कल्ब द्वारा लगाये जाने वाले सामाजिक प्रकल्पों की जानकारी दी। सिंगला ने बताया कि 18, 19 व 20 दिसंबर को महाराजा पैलेस में एक योगा कैंप लगाया जा रहा है। जिसमें योगाचार्य गोपाल कृष्ण योग व आध्यात्मक द्वारा कैसे उम्र बढ़ायें इस बारे में विस्तार से बतायेंगें। क्लब ने एक गर्म कपड़ों के क्लॉथ बैंक की स्थापना का निर्णय भी लिया। जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति दर्ज की। इस निर्णय के अनुसार सभी सदस्य गर्म वस्त्र एकत्रित करके 21 दिसम्बर को जरूरतमंदों को वितरित करेंगें। क्लब ने 23 दिसम्बर को युवा रक्तदान सोसायटी के साथ मिलकर एक रक्तदान शिविर का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला में किया जा रहा है। आगामी दिनों में ट्रेफिक नियम जागरूक कैंप के आयोजन के दौरान रिफलेक्टर भी लगाये जायेंगें। इसके अतिरिक्त क्लब प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पर कैंप भी आयोजित करेगा। कोषाध्यक्ष लॉयन संजीव गर्ग ने क्लब का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर लॉयन संजय कटारिया, गुरदीप कामरा, अमरजीत अनेजा, इन्द्रप्रीत सिंह मोंगा, विपिन अरोड़ा, डॉ. लोकेश्वर वधवा, हरविंद्र सिंह, योगेश मिढ़ा, आशू लूना, संदीप गिलहोत्रा, भूपिंद्र पाहूजा,  राकेश वधवा ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।

14 दिसंबर 2014

मेन बाजार के लिये रास्ते की मांग, लोगों ने नायब तहसीलदार का सरकारी आवास घेरा

डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ पर गुरू तेग बहादर नगर के लोगों को मुख्य बाजार में आवाजाही के लिये रास्ता न दिये जाने का मामला गहराता जा रहा है। आरओबी की दीवार निकाले जाने के विरोध में धरना देने वाले लोगों ने शनिवार को नायब तहसीलदार के सरकारी आवास का घेराव कर लिया। नायब तहसीलदार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के नाम ज्ञापन देकर मार्ग की मांग की। उधर आरओबी का कार्य लगातार दूसरे दिन ठप रहा।
शनिवार को विपिन मोंगा, गुरलाल सिंह, गुरदीप सिंह, भजन लाल, सुखराज सिंह, गगनदीप सिंह, नीति गोयल, अनिल कुमार, राकेश कुमार, हरमेल सिंह, अमृतपाल, अजय सिंह, राकेश कुमार के नेतृत्व में लोग लघु सचिवालय पहुंचे। उपमंडलाधीश के छुट्टी पर होने क कारण तहसीलदार मातू राम नेहरा की कोठी की ओर चल दिये। लेकिन तहसीलदार भी नहीं मिले। बाद में लोगों ने नायब तहसीलदार छोटू राम के सरकारी आवास का घेराव कर लिया। शिकायत सुनने के लिये पहुंचे नायब तहसीलदार को लोगों ने दो टूक लफ्जों में कहा कि वे अपनी गलियों के आगे किसी कीमत पर दीवार नहीं बनने देंगे। अगर ऐसा हो गया तो आपातकालीन स्थितियों में एंबुलैंस, फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच पायेगी। मुख्य बाजार से उनका कनेक्शन सदा के लिये कट जायेगा।
हमें ड्राईंग नहीं दिखाई गई
नायब तहसीलदार के एक सवाल का जवाब देते हुये लोगों ने बताया कि उन्हें आरओबी की ड्राईंग तक नहीं दिखाई गई थी। न ही उन्हें यह बताया गया था कि उनकी गलियों के आगे दीवार निकालकर उनका मुख्य बाजार से संपर्क काट दिया जायेगा। शिकायत लेकर पहुंचे लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में जितनी भी गलियां आती हैं, वे सभी आगे जाकर बंद हो जाती हैं। रास्ता न मिलने से उनकी परेशानी ओर बढ़ जायेगी। नायब तहसीलदार को समस्या से परिचित करवाने पर लोगों ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के नाम ज्ञापन भी दिया।
आपकी समस्या जायज है, सोमवार को करेंगे समाधान
लोगों को समझाते हुये नायब तहलसीदार ने कहा कि उनकी समस्या जायज है। आने-जाने के लिये रास्ता होना चाहिये। सोमवार को एसडीएम आ जाएंगे। आप मेरे मोबाइल नंबर पर संपर्क करके आ जाना। एसडीएम के जरिये हम एनएचएआई के अधिकारियों से बात करके समस्या का समाधान करवाएंगे।
बंद रहा आरओबी का कार्य
गलियों के आगे दीवार बनाये जाने के विरोध में शुक्रवार को लोगों ने धरना देकर आरओबी का कार्य रूकवा दिया था। जोकि लगातार दूसरे दिन भी ठप रहा। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे, जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।

सोमवार को बुलाया
लोगों ने ज्ञापन दिया है। जिसे आवश्यक कार्रवाई के लिये उच्च अधिकारियों के पास भेजा जायेगा। सोमवार को एसडीएम की मौजूदगी में बैठक होगी।
-छोटू राम,नायब तहसीलदार, डबवाली

राहगीर में टक्कर मारकर कार फरार

डबवाली (लहू की लौ) बठिंडा रोड़ पर गांव चकरूलदू सिंह वाला के नजदीक एक कार राहगीर में टक्कर मारकर फरार हो गई। भाई घनईया जी सेवा सोसायटी की एंबुलैंस ने उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। घायल ने अपनी पहचान दियोन निवासी अमरीक सिंह के रूप में करवाते हुये बताया कि वह बस पकडऩे के लिये सड़क क्रॉस कर रहा था, इसी दौरान तेजगति कार ने उसमें टक्कर मार दी।

पीछे से आये, शीशे के गेट को तोड़कर निकल गये सांड, हजारों का नुक्सान

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को गोल बाजार क्षेत्र में सांड़ों ने जमकर उत्पात मचाया। पुरानी अनाज मंडी की ओर से दो सांड लड़ते हुये एक दुकान में घुस गये। जिससे कोहराम मच गया। लड़ते हुये ये सांड़ दुकान पर लगे शीशे के मुख्य गेट को तोड़ते हुये बाजार तक पहुंच गये। दुकानदार का हजारों रूपये का नुक्सान हुआ।
प्रहलाद शूज मेकर के मालिक प्रहलाद राय ने बताया कि शाम को दो सांड आपस में भिड़ गये। पुरानी अनाज मंडी की ओर से आये ये दोनों सांड दुकान के भीतर आ घुसे। उस समय दुकान पर जूती मेकर चिमन लाल तथा उसका नाती तुषार बैठे हुये थे। सांड सामान को कुचलते हुये मुख्य बाजार में लगे दुकान के मुख्य गेट को तोड़ते हुये बाहर निकल गये। उन्होंने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई। उसका करीब दस हजार रूपये का नुक्सान हुआ है। दुकानदारों ने नगर परिषद से मांग की है कि वे अवारा पशुओं पर नकेल कसकर, इसका स्थाई समाधान करवाये।

दो वाहनों में फंस कर ट्रक चालक घायल, हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) गांव सकताखेड़ा के निकट एक व्यक्ति दो गाडिय़ों के बीच में आकर बुरी तरह से घायल हो गया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
राजस्थान के जिला श्री गंगानगर के गांव मम्मड़ का रहने वाला सरदूल सिंह अपने साथी चालक के साथ ट्रक में राजस्थान के जिला कोटा की रामगंज मंडी से मक्की भरकर पंजाब के खन्ना की ओर जा रहा था। गांव सकताखेड़ा के शेरे पंजाब होटल पर दोनों चाय पीने के लिये उतरे।  चाय पीने के बाद सरदूल सिंह ट्रक का अगला शीशा साफ करने लगा। जैसे ही वह शीशा साफ करके नीचे उतरा, आगे खड़ा ट्रक पीछे की ओर चल दिया। दोनों वाहनों में फंसने के कारण वह बुरी तरह से घायल हो गया। दुर्घटना होने के बाद आरोपी चालक मौका से भाग खड़ा हुआ। होटल मालिक मिंटू ने लोगों के सहयोग से उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।

फेसबुक पर अश्लील शब्द लिख भेजे, विरोध पर हुई पिटाई

डबवाली (लहू की लौ) फेसबुक पर अश्लील मैसेज भेजने का उलाहना देने गये एक युवक से मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
गांव रिसालियाखेड़ा निवासी उग्रसेन ने बताया कि वह 12वीं कक्षा का छात्र है। उनके गांव के सुरेंद्र ने फेसबुक के जरिये उसे अश्लील शब्द लिखकर भेजे। जिसका उलाहना देने के लिये वह उनके घर गया तो सुरेंद्र बगैरा ने उससे मारपीट की। गोरीवाला चौकी प्रभारी एसआई भाना राम ने बताया कि शिकायत आई है। मामले की जांच की जा रही है।

केंद्र को गैरकानूनी बता, परीक्षा का बहिष्कार किया

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के परीक्षा केंद्र को गैरकानूनी बताते हुये परीक्षार्थियों ने परीक्षा देने से इंकार कर दिया। परीक्षा केंद्र पर जमकर हंगामा हुआ। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंची। अब सोमवार को परीक्षा केंद्र तभी खुलेगा, जब पता चलेगा कि केंद्र गैर कानूनी है या कानूनी तौर पर सही।
डिस्टेंस एजूकेशन के जरिये लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से बीए, एमए, एमकॉम आदि कर रहे गुरप्रीत सिंह, देव जिंदल, अमन, वैभव, गुरदास, कर्ण ने बताया कि यूनिवर्सिटी का स्टडी सैंटर मंडी किलियांवाली में स्थित है। यूजीसी ने पब्लिक नोटिस जारी करके कहा है कि स्टडी सैंटर परीक्षा केंद्र नहीं होंगे और न ही परीक्षा केंद्र को पंजाब राज्य से बाहर बनाया जायेगा। शनिवार को अपनी परीक्षा के पहले दिन वे रोल नंबर लेने के लिये स्टडी सैंटर पर पहुंचे। उन्हें हरियाणा में स्थित एनपीएस स्कूल का पता लिखित रोल नंबर जारी किया गया। जिस पर उन्होंने एतराज किया। चूंकि यूजीसी के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुये परीक्षा केंद्र हरियाणा में बनाया गया है। अपनी गाईडलाईनस में यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि वे ऐसे किसी परीक्षा केंद्र को मान्यता नहीं देगी जो संबंधित राज्य से परे होगा। ऐसे में उनका भविष्य दांव पर लग गया है। जवाब मांगने के लिये वे संबंधित केंद्र में गये, तो उन्हें वहां से खिसकने के लिये कह दिया गया। सेंटर हैड से बातचीत की गई तो गोलमोल जवाब मिला।
परीक्षा केंद्र को गैरकानूनी करार दिलाने के लिये युवा शहर थाना पुलिस में पहुंच गये। पुलिस में शिकायत करके केंद्र में हो रही परीक्षा पर रोक लगाने तथा नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। शिकायत के आधार पर शहर थाना पुलिस के एएसआई सुग्रीव सिंह मौका पर पहुंचे। इसी दौरान केंद्र में मौजूद यूनिवर्सिटी के पर्यवेक्षक गुरअवतार सिंह तथा स्टडी सैंटर हैड राजेंद्र कुमार ने युवाओं का सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। बस इतना कहा कि अगर युवाओं ने परीक्षा न दी तो यूनिवर्सिटी को परीक्षा का नया शैड्यूल जारी करना होगा। जिसमें काफी समय लग सकता है। युवा अपनी बात पर जस की तस बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि वे गैर कानूनी कार्य नहीं होने देंगे, उनका भविष्य सुरक्षित हो, इसलिये वे देरी से परीक्षा देने के लिये तैयार हैं। एनपीएस निदेशक वेदप्रकाश भारती ने कहा कि यूजीसी की गाईड लाईनस के संबंध में यूनिवर्सिटी से बातचीत की जायेगी। अगर यूजीसी की हिदायतों के अनुसार परीक्षा केंद्र हरियाणा में स्थापित नहीं हो सकता, तो वे सोमवार को परीक्षा केंद्र नहीं खोलेंगे।
यूनिवर्सिटी से आये पर्यवेक्षक गुरअवतार सिंह तथा सेंटर हैड राजेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें मालूम नहीं कि परीक्षा केंद्र हरियाणा में बनाया जा सकता है या नहीं। वे इस संबंध में यूनिवर्सिटी से बातचीत करेंगे।
शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह तथा मामले की जांच कर रहे एएसआई सुग्रीव सिंह ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सेंटर वैध या अवैध। शिकायतकर्ताओं ने अपने कागजात प्रस्तुत किये हैं। संबंधित परीक्षा केंद्र से भी जवाब तलबी की गई है। निर्णय होने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।

सात साल में कार्यकारी प्रिंसीपल का रहा दबदबा, नहीं मिले प्राध्यापक

कॉलेज में 25 प्राध्यापकों में से 11 पद खाली, 3 गेस्ट

डबवाली (लहू की लौ) राजकीय महाविद्यालय में प्राध्यापकों के आधे पद रिक्त पड़े हैं। पांच विषयों के प्राध्यापक महाविद्यालय की स्थापना से ही नहीं मिले हैं। ऐसे में राजकीय महाविद्यालय में पढऩे आने वाले 1100 विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है। इतना ही नहीं महाविद्यालय के संचालन के लिये प्रिंसीपल का पद भी 30 नवंबर 2014 को खाली हो गया है।
डबवाली में कॉलेज की मांग करीब चार दशक पुरानी थी। जो पिछली सरकार के समय सिरे चढ़ गई। वर्ष 2007 में पुराने सिविल अस्पताल के भवन में अस्थाई तौर पर कक्षाएं शुरू हुई थी। 16 फरवरी 2014 को बाबा भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय का नाम मिला। करीब सात वर्षों तक सिविल अस्पताल के भवन में चलने के बाद कॉलेज अगस्त 2014 में गांव डबवाली में नये बने भवन में शिफ्ट हुआ है। लेकिन प्राध्यापकों के पद आज तक भरे नहीं गये हैं। कॉलेज में प्राध्यापकों के कुल 25 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 11 पद अभी भी खाली पड़े हैं। हिंदी, इतिहास, रसायन विज्ञान, गृहविज्ञान तथा शारीरिक शिक्षा प्राध्यापक तो वर्ष 2007 से नहीं मिले हैं। ऐसी परिस्थितियों में विद्यार्थी कैसे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, यह समझ से परे है।
सात वर्षों में रहा कार्यकारी प्रिंसीपल का दबदबा
पिछले सात वर्षों से राजकीय महाविद्यालय प्रिंसीपल के लिये भी तरसता रहा है। अशोक भाटिया ने पहले प्रिंसीपल के रूप में कार्यभार संभाला था। वे 26 जून 2007 से 12 मई 2008 तक रहे। उनके बाद पीके गर्ग कार्यकारी प्रिंसीपल रहे। हालांकि सात वर्षों के दौरान एमएल कालड़ा, शमीम शर्मा, यूएस सैनी, सुचित्रा भी प्रिंसीपल रहे। लेकिन कार्यकाल बहुत कम समय का रहा। इस दौरान चार बार पीके गर्ग के पास चार्ज रहा। आखिर सरकार ने उन्हें पदोन्नति देकर 14 फरवरी 2013 को प्रिंसीपल नियुक्त किया। जोकि 30 नवंबर 2014 को अपने पद से सेवानिवृत्त हो गये हैं। प्रिंसीपल का पद एक बार फिर रिक्त हो गया है।

प्राध्यापकों की स्थाई नियुक्ति के लिये मांग भेजी गई है। विद्यार्थियों की शिक्षा में बाधा न आये इसके लिये अस्थाई लेक्चर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
    -राकेश वधवा, कार्यकारी प्रिंसीपल राजकीय महाविद्यालय, डबवाली

टीचिंग स्टॉफ की स्थिति
पद स्वीकृत पद भरे खाली गेस्ट
अंग्रेजी 03 01 02 00
हिंदी        01 -- 00 01
ज्योग्रफी  03 03 00 00
इतिहास  01 00 00 01
पंजाबी 01 01 00 00
अर्थशास्त्र 01 01 00 00
गणित 02 01 01 00
साईकोलॉजी 01 01 00 00
राजनीतिक शास्त्र 01 00 01 00
फिजिकल एजूकेशन 01 00 01 00
कॉमर्स 02 02 00 00
केमिस्ट्री 02 01 01 00
फिजिकस 02 00 00 01
होम साईंस 02 00 02 00
कंप्यूटर साईंस 92 00 02 00
कुल 25 11 11 03

मम्मी-पापा आज मैं तोता बनूंगा, मुझे देखने के लिये जरूर आना

डबवाली (लहू की लौ) मम्मी, पापा आज मैं तोता बनऊंगा। मुझे देखने के लिये आप जरूर आना। दादी जी को भी साथ लाना। करीब उन्नीस वर्ष पूर्व 23 दिसंबर 1995 को डीएवी स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम में भाग लेने जाते समय रविकांत के यह बोल आज भी उसके पिता वीरेश दत्त के कानों में गूंजते हैं। आंखों से अश्रु टपकने लगते हैं।
डबवाली अग्निकांड में वीरेश कुमार दत्त के परिवार के नौ सदस्य मारे गये थे। जिसमें उनकी पत्नी सरोज रानी (29), दो बेटे रविकांत (9), केशवकांत (3), बेटी नीलम रानी (8), मां लक्ष्मी देवी (54), भाभी सरोज (27) पत्नी सुरेश कुमार, भतीजा घनश्याम (1 साल), भानजा दीपक (6), भानजी चंचल (3) शामिल हैं। वीरेश के अनुसार रविकांत डीएवी की तीसरी कक्षा का छात्र था। जबकि बेटी नीलम दूसरी कक्षा की छात्रा थी। 23 दिसंबर के कार्यक्रम के लिये दोनों ने ठीक एक सप्ताह पूर्व ही तैयारी आरंभ कर दी थी। रविकांत को कार्यक्रम में पिंजरे में बंद तोते का किरदार तथा बेटी ने डांस में अपनी प्रतिभा दिखानी थी। कार्यक्रम के दिन दोनों घर से जाते समय पूरे परिवार को कार्यक्रम में भाग लेने के लिये कहकर गये थे। दोपहर बाद करीब 1 बजे परिवार के उपरोक्त सदस्य कार्यक्रम देखने के लिये गये थे।
दोपहर बाद 3 बजे पता चला
वीरेश के अनुसार वह 1995 में वह पंजाब के निकटवर्ती जिला श्री मुक्तसर साहिब के गांव लंबी में केमिस्ट शॉप चलाता था। 23 दिसंबर को दोपहर बाद करीब 3 बजे उसे उपरोक्त हादसे के बारे में सूचना मिली। मामूली हादसा समझते हुये वह अपने घर पहुंचा। केशवकांत, घनश्याम, चंचल घर में थे, उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगा कि उनकी मौत हो गई है। चूंकि उनके शरीर पर जलने के निशान तक नहीं थे। वह अपनी बहन लीलावती के साथ सिविल अस्पताल में पहुंचा। नीलम सिविल अस्पताल में दाखिल थी। उपचार के बाद उसे रैफर कर दिया गया। रविकांत के शव के बगैर सभी शव मिल गये। किसी के शरीर पर जलने का निशान नहीं मिला।
तोता बने बेटे का शव हाथों में आ गया
24 दिसंबर को फिर वह अपने बेटे रविकांत को ढूंढऩे के लिये गया। सिविल अस्पताल में उसके बेटे का शव मिल गया। वह तोता बना हुआ था। आठ शव लेकर वे रामबाग में पहुंचे। शव जलाने के लिये जगह कम थी। रामबाग के नजदीक एक खेत में शवों को अग्नि दी। इसी बीच उसकी बेटी का शव भी वहां आ गया। उस दिन परिवार की नौ चिताएं जली।
आगजनी के समय पिंजरे में बंद था रविकांत
वीरेश के अनुसार अग्निकांड के कुछ वर्षों बाद उसे पता चला कि कार्यक्रम में आगजनी के दौरान उसका बेटा स्टेज पर पिंजरे में तोता बनकर कैद था। आग लगने पर भगदड़ मची हुई थी। इस दौरान रविकांत चाबी, चाबी चिल्ला रहा था। लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। वीरेश के अनुसार उसका बेटा डॉक्टर तथा बेटी अध्यापिका बनना चाहती थी। लेकिन सब कुछ खत्म हो गया।
भगदड़ तथा दम घुटने के कारण मरे बच्चे और महिलाएं
वीरेश के अनुसार अग्निकांड में जलने के कारण उसके परिवार के सदस्यों की मौत नहीं हुई। बल्कि अग्निकांड की भीषणता तथा भगदड़ की वजह से कुचले जाने के कारण मारे गये। बच्चों की जीभ बाहर थी।

ठंडी हवा व हल्की बूंदाबांदी से जनजीवन प्रभावित

डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार सुबह से चली शीत लहर से एकाएक ठंड में वृद्धि होने से सामान्य जनजीवन दिनभर प्रभावित रहा, हालांकि क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी भी रही। जिसके चलते उत्पन्न हुई ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए तो वहीं जगह जगह लोग अलाव सेंकते देखे गए। अनेक लोग काम काज छोड़कर दिनभर घरों में दुबके रहे तो वहीं उधर महीने के दूसरे शनिवार को स्कूलों में छुट्टी होने के कारण विद्यार्थियों को कुछ राहत नसीब हुई लेकिन खेतों में काम करने वाले लोगों को काफी परेशानी महसूस हुई। बढ़ी ठंड के साथ ही गर्म वस्त्रों की अचानक मांग बढ़ गई और गर्म वस्त्र विके्रता पूरा दिन व्यस्त रहे। भले ही इस ठंड व हल्की बूंदाबांदी ने मौसम का मिजाज बदल दिया हो और लोगों को कुछ परेशानियों से भी दो चार होना पड़ा हो लेकिन किसानों की माने तो गेहूं की फसल के लिए उक्त मौसम फायदे का सौदा सिद्ध हुआ है। पिछले कुछ दिनों से दिन के समय तेज धूप के कारण गेहूं की फसल प्रभावित हो रही थी। ठंड अब उस पर लाभकारी साबित होगी।

पंजाबियां दी शान वखरी पर झूमे दर्शक

बाल वाटिका मॉडल स्कूल का वार्षिक उत्सव आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) बाल वाटिका मॉडल स्कूल का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह शनिवार को धूमधाम से संपन्न हुआ। जिसमें श्री मुक्तसर साहिब के डीईओ दविंद्र राजौरिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
यूकेजी के बच्चों ने झांकी हिंदुस्तान की गाने पर नृत्य करके सबका मन मोह लिया। कक्षा द्वितीय की छात्राओं ने धीयां दा सत्कार करो और रंग दे बसंती चोला पर प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही लूटी। नन्हें-मुन्नें बच्चों ने पंजाबियां दी शान वखरी गाने पर नृत्य कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बच्चों ने भाषण, कविताएं, गीतगाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस मौके पर प्रधानाचार्या वंदना मेहता ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। मुख्यातिथि ने मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार दिये। इस मौके पर प्रबंधक समिति के सदस्य वीपी जिन्दल, अरूण जिन्दल, नीरज जिन्दल, अनिल गोयल,रविन्द्र गर्ग, प्रिंसीपल एसके कौशिक, प्रिंसीपल गुरू नानक कॉलेज डॉ. इन्दिरा अरोड़ा, प्रिंसीपल बीएड कॉलेज डॉ. पूनम गुप्ता, तरसेम जिन्दल, कंचन हरचन्द, एसके दुआ उपस्थित थे।

14 Dec. 2014





13 दिसंबर 2014

डबवाली अग्निकांड में दोनों टांगें गंवाई समाजसेवा के लिये फिर खड़ी हुई गीता


नेत्रदान के फार्म भरे, मरणोपरांत शरीर दान की चाह

डबवाली (लहू की लौ) मैं चाहती हूं कि मरणोपरांत मेरी आंखें दान कर दी जायें, ताकि दूसरों की जिंदगी में उजाला भर सकें। मेरे शरीर को रिसर्च के लिये मेडिकल इंस्टीच्यूट को दान दे दिया जाये। ताकि मेडिकल छात्रों का भविष्य संवर सकें। यह कहना है अग्निकांड पीडि़ता गीता का। दर्द भरा पल याद करके वह आज भी सिहर उठती है। अग्निकांड के बाद अब तक की जिंदगी कैसे कटी, वह ही जानती है।
शादी से एक दिन पहले आया आग का सैलाब
23 दिसंबर 1995 को गीता अपनी अध्यापिका सहेली मंजू के साथ डीएवी स्कूल का वार्षिक कार्यक्रम देखने के लिये गई थी। दर्शकों के लिये लगी अंतिम कुर्सियों पर वह बैठी हुई थी। आग भी पीछे से शुरू हुई थी। जोकि तेजी से आगे बढ़ी। आग का पता लगने पर मैरिज पैलेस में अफरा तफरी मच गई। सभी दर्शक अपनी जान बचाने के लिये भागे। गीता नीचे गिर गई। उसके ऊपर लोग गिरते गये। आग लगने के कारण उसकी दोनों टांगें बुरी तरह से झुलस गईं। हालांकि 24 दिसंबर 1995 को गीता की शादी श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) में होनी तय थी। लेकिन गीता ने आगजनी में दोनों टांगें गंवा दी।
बचाओ, बचाओ कहकर सिर उठती थी
अग्निकांड के बाद चार साल तक गीता की जिंदगी कोमा में रही। ऐसा कोई पल नहीं था, जब अग्निकांड की भयावह को याद कर वह विचलित नहीं हुई हो। गीता के पिता अमर सिंह ने 13 दिसंबर 1999 की घटना को याद करते हुये बताया कि अग्निकांड के ठीक चार साल बाद, उसी तारीख को गीता इतनी भयभीत हुई कि आग-आग कहते हुये बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगी। अग्निकांड से उसकी बेटी को मानसिक आघात लगा। अग्निकांड में अपनी दोनों टांगें गंवाने के बाद जब भी वह उनकी तरफ देखती तो उसके बेहोश होने की स्थिति हो जाती। आज भी अग्निकांड का जिक्र करते ही गीता व्यथित हो जाती है। जिसके चलते घर में अग्निकांड के संबंध में बातचीत करने पर पाबंदी लगाई हुई है। साथ में अग्निकांड के संबंध में जानने के लिये गीता से मिलने आने वालों के लिये दरवाजे बंद किये हुये हैं।
शादी न करने का फैसला
अमर सिंह ने बताया कि 24 दिसंबर 1995 को उसकी बेटी के हाथ पीले होने थे, लेकिन अग्निकांड ने उसकी बेटी की टांगों के साथ भगवान ने उससे यह हक भी छीन लिया कि वह अपनी बेटी को डोली में विदा करे। हालांकि कुछ सालों तक उसने गीता की शादी के प्रयास किये। दो युवक गीता की हालत को समझते हुये शादी के लिये तैयार भी हुये। लेकिन उसकी बेटी ने शादी करवाने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद उन्होंने कभी भी गीता को शादी के लिये नहीं कहा।


अभी सफर बाकी है
आर्टिफिशयल टांगों के जरिये पुन: खड़ी हुई गीता के हौंसले बुलंद हैं। वह डेरा सच्चा सौदा सिरसा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग में पिछले दो वर्षों से सेवारत है। मानवता भलाई के लिये चलाये जा रहे 104 कार्यों में अपना योगदान दे रही है। गीता को समाजसेवा के कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लेते देख उसकी सहयोगी भी उससे खासी प्रभावित हैं। उसके सहयोगियों का कहना है कि अग्निकांड जैसी भीषण त्रासदी में से गुजरने के बावजूद गीता में समाजसेवा का जज्बा काबिले तारीफ है। जब उसे आराम करने की सलाह दी जाती है, तो गीता कहती है अभी सफर बाकी है।

नेत्रदान का फार्म भरा
मैं नेत्रदान के साथ-साथ मरणोपरांत अपना शरीर दान करना चाहती हूं। चूंकि मेरे नेत्र किसी की जिंदगी में उजाला फैलाएंगे। शरीर पर रिसर्च करके देश के भावी चिकित्सक कुछ सीख पाएंगे। पिछले दो वर्षों से आध्यात्म के मार्ग पर चलकर बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं। समाजसेवा करके मजा आ रहा है।
-गीता (अग्निकांड पीडि़ता)

खरीदा कबाड़, बना दी जिम

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आज से शुरू होगी जिम

डबवाली (लहू की लौ) शिक्षा तथा व्यवस्था के मामले में निजी विद्यालयों को टक्कर दे रहा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से नई बुलंदी हासिल करने जा रहा है। इस बार विद्यालय खिलाडिय़ों की पौध तैयार करने के लिये जिम लेकर आया है। कबाड़ में मिले सामान से जिम तैयार की गई है। जिम में 10 मशीनें लगाई गई हैं। जिम में मात्र वे युवा ही प्रवेश पा सकेंगे जो विद्यालय में पढ़ते हुये खेल के मैदान में अपना जौहर दिखाते हैं।
यूं तैयार हुई जिम
डबवाली के एक कबाड़ी ने कालावांली में जिम का सामान कबाड़ में खरीदा था। जिस पर नहरी पटवारी तथा खिलाड़ी राकेश शर्मा की नजर पड़ गई। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा खेतू राम सेठी स्पोट्र्स क्लब के अध्यक्ष सुरजीत सिंह मान की सहमति से शर्मा ने करीब 40 हजार रूपये में उपरोक्त सामान खरीद लिया। पेंट तथा कबाड़ की मरम्मत पर करीब बीस हजार रूपये का खर्च आया। जिसके बाद एकदम नई जैसी जिम खड़ी हो गई है।
खिलाडिय़ों के लिये जिम जरूरी
प्रिंसीपल सुरजीत सिंह मान तथा राकेश शर्मा ने बताया कि खिलाडिय़ों के लिये जिम बेहद जरूरी है। चूंकि फिटनेस को बरकरार रखने तथा स्टेमिना बढ़ाने के लिये जिम ही एकमात्र सहारा है। विद्यालय ने कई प्रतिभावान खिलाड़ी दिये हैं। लेकिन जिम के अभाव से इन खिलाडिय़ों के प्रयास बेकार साबित हो रहे थे।
जिम में ये मशीनें : चेस्ट फ्लाई मशीन, पुल डाऊन मशीन, वाईसप करल बैंच, लेग प्रैस मशीन, समित मशीन, डंबल, केबल क्रॉस वॉर मशीन, रोईंग मशीन, अपर लॉअर प्रैस बैंच, बैक प्रैस मशीन।