16 दिसंबर 2014

शादी का रिश्ता सिरे चढऩे जा रहा था, पुलिस ने लूट के मामले में दबोच लिया

17 नवंबर 2014 को हुई लूट की गुत्थी सुलझी, चार गिरफ्तार, एक गिरफ्त से बाहर

डबवाली (लहू की लौ) सरसों से भरी ट्राली लूटने की गुत्थी सुलझाते हुये शहर थाना पुलिस ने सोमवार शाम को चार लुटेरों को गांव चौटाला से संगरिया बाईपास से दबोच लिया। गांव चौटाला के रहने वाले तीनों आरोपी एक ही मोहल्ले के हैं। पकड़े गये एक आरोपी की शादी का रिश्ता तय होने वाला था। जबकि दूसरे आरोपी के साले की शादी थी। पुलिस मंगलवार को चारों आरोपियों को अदालत में पेश करेगी।
17 नवंबर 2014 को गांव शेरगढ़ के नजदीक पांच युवक सरसों से भरी ट्रेक्टर-ट्राली के चालक तथा परिचालक को बंधक बना तीन लाख रूपये की सरसों लूट ले गये थे। इसी मामले में सोमवार को शहर थाना पुलिस तथा सीआईए डबवाली संयुक्त रूप से संगरिया की ओर छापामारी कर रही थी। उनके साथ बीजबायला निवासी सुखदेव सिंह भी था। इसी दौरान संगरिया बाईपास पर एक बाईक सहित चार युवक एक होटल के बाहर खड़े थे। सुखदेव सिंह ने आरोपियों की पहचान कर ली। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के समक्ष आरोपियों ने अपनी पहचान गांव चौटाला निवासी सलीम खान (22), आरएमपी कृष्ण कुमार उर्फ डॉक्टर (24), अनिल उर्फ लाला (20), जिला हनुमानगढ़ के गांव रतनपुरा निवासी रघुवीर उर्फ रंगा (24) के रूप में करवाई।
पंद्रह दिन पहले बनी थी लूट की योजना
आरोपियों ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया कि लूट की योजना पंद्रह दिन पूर्व बन गई थी। उनकी योजना गांव चौटाला से बिकने के लिये डबवाली जा रही कॉटन से भरी ट्राली लूटने की थी। 16 नवंबर 2014 को रात्रि करीब साढ़े 9 बजे वे दो बाईक पर वारदात को अंजाम देने के लिये निकल गये थे। ठीक आधा घंटा में कॉटन की भरी ट्राली गांव सकताखेड़ा के निकट पहुंच गई। उन्होंने  पीछा किया। लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में चालक ने ट्रेक्टर-ट्राली को पंजाब क्षेत्र में स्थित एक पेट्रोल पंप पर लगा दिया और सो गया। रात करीब डेढ़-दो बजे उन्होंने चौटाला की ओर से एक ट्राली आते हुये देखी। सुरजीत, सलीम खान तथा कृष्ण तीनों पीछे से ट्राली में सवार हो गये।
वारदात में पिस्टल नहीं पोटाश का प्रयोग किया
ट्राली में भरी सरसों पर सो रहे एक व्यक्ति को काबू कर लिया। सुरजीत के पास पोटाश थी। उसके धमाका करते ही चालक ने अपना ट्रेक्टर वहीं रोक दिया। ट्राली से उतरकर उन लोगों ने उसे भी दबोच लिया। इसी दौरान एक अन्य बाईक पर सवार होकर अनिल तथा रघुवीर वहां आ गये। चालक तथा परिचालक को बंधक बनाकर खेतों में फेंक दिया। वे ट्रेक्टर-ट्राली लेकर निकल गये।
बराबर में बंटना था हिस्सा, लेकिन नहीं बंटा
सरसों से भरी ट्राली को ढाणी चौटाला में रहने वाले सुरजीत ने अपनी ढाणी में गिराया। ट्राली में 60 क्विंटल सरसों होने का बताया गया। सलीम खान को 30 हजार, कृष्ण को 22 हजार तथा अनिल को पांच हजार रूपये दिये गये। जबकि रघुवीर को 60 हजार रूपये देने का वायदा था। लेकिन रघुवीर को फूटी कौड़ी नहीं दी गई।
रिश्ता होने से पहले ही टूटा
आरोपी कृष्ण कुमार आरएमपी है। वह गांव में डॉक्टरी की दुकान चलाता है। पहले भी नशा बेचने के आरोप में उस पर छापामारी हो चुकी है। पुलिस के पकड़े जाने से पूर्व उसके घर रिश्ता पक्का करने के लिये लड़की वाले आने थे। लेकिन उसके पकड़े जाते ही सब उलटफेर हो गया। शादी का रिश्ता तय होने से पहले ही टूट गया। वहीं सलीम खान को अपने साले की शादी में जाना था। इससे पहले ही पुलिस उसे उठा ले आई।
अदालत में पेश किये जाएंगे
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह तथा सीआईए प्रभारी राकेश कुमार ने बताया कि पकड़े आरोपियों को पकडऩे में साईबर सैल का विशेष योगदान रहा। आरोपियों को मंगलवार को अदालत में पेश किया जायेगा। मुख्य आरोपी सुरजीत अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

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