14 दिसंबर 2014

सात साल में कार्यकारी प्रिंसीपल का रहा दबदबा, नहीं मिले प्राध्यापक

कॉलेज में 25 प्राध्यापकों में से 11 पद खाली, 3 गेस्ट

डबवाली (लहू की लौ) राजकीय महाविद्यालय में प्राध्यापकों के आधे पद रिक्त पड़े हैं। पांच विषयों के प्राध्यापक महाविद्यालय की स्थापना से ही नहीं मिले हैं। ऐसे में राजकीय महाविद्यालय में पढऩे आने वाले 1100 विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है। इतना ही नहीं महाविद्यालय के संचालन के लिये प्रिंसीपल का पद भी 30 नवंबर 2014 को खाली हो गया है।
डबवाली में कॉलेज की मांग करीब चार दशक पुरानी थी। जो पिछली सरकार के समय सिरे चढ़ गई। वर्ष 2007 में पुराने सिविल अस्पताल के भवन में अस्थाई तौर पर कक्षाएं शुरू हुई थी। 16 फरवरी 2014 को बाबा भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय का नाम मिला। करीब सात वर्षों तक सिविल अस्पताल के भवन में चलने के बाद कॉलेज अगस्त 2014 में गांव डबवाली में नये बने भवन में शिफ्ट हुआ है। लेकिन प्राध्यापकों के पद आज तक भरे नहीं गये हैं। कॉलेज में प्राध्यापकों के कुल 25 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 11 पद अभी भी खाली पड़े हैं। हिंदी, इतिहास, रसायन विज्ञान, गृहविज्ञान तथा शारीरिक शिक्षा प्राध्यापक तो वर्ष 2007 से नहीं मिले हैं। ऐसी परिस्थितियों में विद्यार्थी कैसे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, यह समझ से परे है।
सात वर्षों में रहा कार्यकारी प्रिंसीपल का दबदबा
पिछले सात वर्षों से राजकीय महाविद्यालय प्रिंसीपल के लिये भी तरसता रहा है। अशोक भाटिया ने पहले प्रिंसीपल के रूप में कार्यभार संभाला था। वे 26 जून 2007 से 12 मई 2008 तक रहे। उनके बाद पीके गर्ग कार्यकारी प्रिंसीपल रहे। हालांकि सात वर्षों के दौरान एमएल कालड़ा, शमीम शर्मा, यूएस सैनी, सुचित्रा भी प्रिंसीपल रहे। लेकिन कार्यकाल बहुत कम समय का रहा। इस दौरान चार बार पीके गर्ग के पास चार्ज रहा। आखिर सरकार ने उन्हें पदोन्नति देकर 14 फरवरी 2013 को प्रिंसीपल नियुक्त किया। जोकि 30 नवंबर 2014 को अपने पद से सेवानिवृत्त हो गये हैं। प्रिंसीपल का पद एक बार फिर रिक्त हो गया है।

प्राध्यापकों की स्थाई नियुक्ति के लिये मांग भेजी गई है। विद्यार्थियों की शिक्षा में बाधा न आये इसके लिये अस्थाई लेक्चर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
    -राकेश वधवा, कार्यकारी प्रिंसीपल राजकीय महाविद्यालय, डबवाली

टीचिंग स्टॉफ की स्थिति
पद स्वीकृत पद भरे खाली गेस्ट
अंग्रेजी 03 01 02 00
हिंदी        01 -- 00 01
ज्योग्रफी  03 03 00 00
इतिहास  01 00 00 01
पंजाबी 01 01 00 00
अर्थशास्त्र 01 01 00 00
गणित 02 01 01 00
साईकोलॉजी 01 01 00 00
राजनीतिक शास्त्र 01 00 01 00
फिजिकल एजूकेशन 01 00 01 00
कॉमर्स 02 02 00 00
केमिस्ट्री 02 01 01 00
फिजिकस 02 00 00 01
होम साईंस 02 00 02 00
कंप्यूटर साईंस 92 00 02 00
कुल 25 11 11 03

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