16 दिसंबर 2014

60वीं नेशनल फुटबाल स्कूल गेम्स मुकाबलों में खालसा स्कूल की अंजलि को ब्रॉंज मैडल मिला

डबवाली (लहू की लौ) 60वीं नेशनल फुटबाल स्कूल गेम्स अंडर-17 मुकाबलों में हरियाणा की टीम को तीसरा स्थान मिला है। जिला सिरसा की ओर से प्रतिनिधित्व करने वाली खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल की खिलाड़ी 14 वर्षीय अंजलि सियाल को टीम के साथ ब्रॉंज मैडल मिला है।
कैसे चला हरियाणा की टीम का अभियान
मणिपुर के इंफाल में आयोजित प्रतियोगिता से पूर्व हरियाणा ने अन्य प्रदेशों की टीम के साथ चार लीग मैच खेले। एक लीग मैच में बिहार के हाथों हार मिली। क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हरियाणा की भिड़ंत उड़ीसा की लड़कियों से हुई। उड़ीसा को 7-1 से पराजित करने के बाद सेमीफाइनल में तामिलनाडु से मुकाबला हुआ। तामिलनाडु ने यह मुकाबला 1-0 से जीत फाइनल में जगह बनाई। मैच का नतीजा आखिरी मिनट पर आया। जब तामिलनाडु ने फ्री किक को गोल में बदल दिया। तीसरे मुकाबले के लिये पुन: हरियाणा तथा बिहार में टक्कर हुई। इस बार पिछली हार का बदला चुकाते हुये हरियाणा ने बिहार को 7-1 के करारे अंतर से शिकस्त दी और तांबे का मैडल अपने नाम किया।
दूसरी बार खेला नेशनल
अंजलि सियाल ने दूसरी बार नेशनल खेला है। पूरी टीम में वह सबसे कम उम्र की खिलाड़ी थी। इससे वह पूर्व अंडर-14 मुकाबलों में नेशनल खेल चुकी है। उस समय उसे सिल्वर मैडल प्राप्त हुआ था। उसकी उम्र करीब 12 वर्ष थी। मैडल जितने के बाद पहले दिन विद्यालय आने पर उसका जोरदार स्वागत किया गया। प्रिंसीपल गुरतेज सिंह ने उसे स्कूल का हीरा कहकर संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अंजलि ने सिद्ध कर दिखाया है कि लड़कियां किसी भी क्षेत्र में कम नहीं। फिर चाहे खेल का ही मैदान क्यूं न हो। पूरे विद्यालय को अपनी इस बेटी पर नाज है।
पीटीआई पिता से सीख रही गुर
अंजलि सियाल ने बताया कि वह अपने पीटीआई पिता राजन से फुटबाल के गुर सीखकर बड़ी हुई है। दूसरी बार प्रदेश के लिये खेलकर गर्व महसूस कर रही हूं। प्रतियोगिता में मेरी जगह हॉफ बैक में थी। उस दौरान जो भी गलतियां हुई, उसे दूर करने का प्रयास करूंगी।

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