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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

17 सितंबर 2011

शहर का छोरा पीयू अध्यक्ष


अन्ना हजारे से खासे प्रभावित हैं अध्यक्ष पुष्पिंद्र सिंह उर्फ मन्नु
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) चण्डीगढ़ छात्र कौंसिल के नए सरदार बने डबवाली के पुष्पिंद्र सिंह उर्फ मन्नु सक्रिय राजनीति में आकर अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं। उनका कहना है कि सिस्टम को खराब कहने मात्र से समस्या का समाधान होने वाला नहीं। अगर युवा सच में इस सिस्टम को बदलना चाहते हैं तो उन्हें सिस्टम में आना होगा। समाजसेवी अन्ना हजारे के मार्ग पर चलकर सिस्टम को बदला जा सकता है।
मन्नु शनिवार को इस संवाददाता से मोबाइल पर बातचीत कर रहे थे। पीयू में एलएलबी द्वितीय वर्ष के इस छात्र ने कहा कि वे जन लोकपाल बिल के लिए संघर्षरत अन्ना हजारे के साथ हैं। 74 वर्षीय हजारे को देश के युवा तारणहार समझने लगे हैं। वह तथा उनका संगठन स्टूडेंट ऑर्गेनाईजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी (सोपू) तथा सहयोगी संगठन स्टूडेंट ऑर्गेनाईजेशन ऑफ इंडिया (सोई) उनके साथ है। अन्ना हजारे उनके पसंदीदा चेहरे हैं। उनके मकसद को अपना मानकर वे सक्रिय राजनीति में हाथ अजमाएंगे। जब उनसे उनके राजनीतिक कैरियर शुरू करने की जगह के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे अभी एलएलबी कर रहे हैं, डेढ़ वर्ष बाद उनकी एलएलबी कंप्लीट हो जाएगी। साथ में ज्यूडीशियल तथा आईएएस की भी तैयारी कर रहे हैं। डबवाली आने के बारे में पूछे जाने पर पुष्पिंद्र ने कहा कि मंगलवार को वे अपने पद की शपथ ग्रहण करेंगे। उसके बाद जल्द ही डबवाली आएंगे।
पीयू का अध्यक्ष बनने पर पुष्पिंद्र उर्फ मन्नु डबवाली के वार्ड नं. 1 की हरमेल पेंटर वाली गली में स्थित उनके घर पर खुशी का आलम है। उनकी 83 साल की दादी ज्ञानवती तथा 64 वर्षीय माता चन्द्र उषा शर्मा तथा चाचा केशव शर्मा फूले नहीं समा रहे। मन्नु के डबवाली आगमन पर जश्न मनाने की तैयारियां कर रहे हैं।
कैसे बने सरताज
पुष्पिंद्र की सफलता के पीछे डबवाली में रह रहे उनके चाचा केशव शर्मा पूर्व चेयरमैन, नपा डबवाली का अहम रोल है। पीयू छात्र कौंसिल चुनाव से पूर्व पुष्पिंद्र की एक लम्बी बातचीत अपने चाचा से हुई थी। इस बातचीत के दौरान भतीजे ने अपने चाचा को बताया था कि उसके साथी उसे चुनाव में खड़ा करना चाहते हैं। क्या वह चुनाव में खड़ा हो जाए? शर्मा ने सहमति जताते हुए उसे चुनाव लडऩे की सलाह दी। शुक्रवार को पीयू का अध्यक्ष बनने के बाद सबसे पहली कॉल उन्होंने अपने चाचा केशव शर्मा को की।
करीब 15 साल पूर्व पुष्पिंद्र के पिता एसएस टीचर सुभाष शर्मा का आकस्मिक निधन हो गया था। उस समय मन्नु मात्र 9 साल के थे। उनकी माता एसएस टीचर चन्द्र उषा शर्मा ने उसकी परवरिश उसे पढ़ाया। मन्नु की दो बहनें मनीषा तथा संचिला विवाहिता हैं। मन्नु ने मण्डी किलियांवाली स्थित बाल मंदिर सीनियर सैकेण्डरी स्कूल से 12वीं की। उसके बाद बीए का प्रथम वर्ष गुरूनानक कॉलेज में पास किया। डीएवी कॉलेज चण्डीगढ़ से ग्रेजुएट की। लॉनड्रा कॉलेज, मोहाली से एमबीए कंपलीट की। अब पंजाब यूनिवर्सिटी में एलएलबी द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रहा है।
पीयू के नए सरताज की दादी 83 वर्षीय ज्ञानवती ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी महसूस हो रही है। मेरी तो अपने गुरू साहिबान से यही बिनती है कि उसका पोता मन्नु यूं ही आगे बढ़ता रहे।
मन्नु की माता चन्द्र उषा शर्मा ने कहा कि एमबीए पास करने के बाद उसके पास जॉब की ऑफर आई थी। लेकिन उसने उसे ठुकरा दिया। एमबीए के साथ एलएलबी करके बढिय़ा जॉब मिलने के आसार ज्यादा हैं। इसलिए उन्होंने अपने बेटे को उसकी एलएलबी में एडमिशन दिलाया। अब वह सक्रिय राजनीति में जाना चाहता है, उसकी तमन्ना है कि वह बुलंदियों को छुए।
अर्जुन की जीत में द्रोणाचार्य सरीखी भूमिका अदा करने वाले मन्नु के चाचा नपा डबवाली के पूर्व प्रधान तथा वरच्युस क्लब इंडिया के संस्थापक केशव शर्मा ने बताया कि पीयू छात्र कौंसिल चुनाव में उसके भतीजे की जीत एक रिकॉर्ड है। इस चुनाव में पुष्पिंद्र उर्फ मन्नु को 3730 वोट हासिल हुई थीं। मन्नु 1001 वोट से चुनाव जीतने में कामयाब रहा। मन्नु ने उनका सिर फक्र से ऊंचा कर दिया है।

अस्पताल में नर्सों का हंगामा, जमकर गाली-गलौज


डबवाली (लहू की लौ) सरकारी अस्पताल की दो स्टाफ नर्सों में चल रही खुन्नस शुक्रवार को बड़ा रूप ले गई। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाती हुई दोनों आमने-सामने हो गई। वहां जमकर गाली-गलौज हुआ। नर्सों ने पूरा अस्पताल सिर पर उठा लिया। उनका तमाशा देने के लिए अस्पताल के मरीज मौका पर जुट गए। बाद में अस्पताल के चिकित्सकों ने बीच में पड़कर दोनों का राजीनामा करा दिया।
अस्पताल में कार्यरत एक नर्स अपनी सहयोगी नर्स के चरित्र पर शक करती है। कुछ दिन पहले इस नर्स ने सहयोगी नर्स पर आरोप जड़ दिया। इस बात पर दोनों में काफी गर्मा-सर्दी हुई। लेकिन उस समय मामला ठंडा पड़ गया। शुक्रवार को दोनों की अलग-अलग डयूटी थी। एक की डयूटी एम्बुलैंस तथा दूसरी की लेबर रूम में थी। लेकिन लेबर रूम के सामान का चार्ज एम्बुलैंस डयूटी कर रही नर्स के पास था। लेबर रूम में कार्यरत नर्स के पास डिलीवरी आई हुई थी। डिलीवरी करने के लिए उसे ग्लबज की जरूरत थी। इसलिए उसने एम्बुलैंस डयूटी कर रही नर्स को सामान निकालने के लिए कहा। लेकिन वह उस पर बिफर पड़ी। उसे खूब बुरा-भला कहा। थप्पड़ मारकर दीवार के साथ लगा देने की धमकी दे डाली। पीडि़त नर्स ने अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू, डॉ. बलेश बांसल के साथ-साथ अपने परिजनों को मौका पर बुला लिया। नर्स के परिजनों को देखकर दूसरी नर्स ने बवाल खड़ा कर दिया।
मारपीट का आरोप लगाते हुए यह नर्स एमएलआर कटवाने पर अड़ गई। इधर स्टाफ नर्सों के बीच हुए घमासान को देखने के लिए मरीजों की भारी भीड़ जुट गई। नर्सों का तमाशा करीब एक घंटा तक चलता रहा। जिससे मरीजों को काफी मुश्किल आई। बाद में मौका पर पहुंचे चिकित्सक ने नर्सों को समझाया-बुझाया तथा उनका दायित्व याद दिलाया। चिकित्सकों के अनुरोध पर एक नर्स ने झुकते हुए दूसरी को सॉरी बोल दिया। जिससे मामला निबट गया। बताते हैं कि इस मामले के बाद अस्पताल प्रशासन ने लेबर रूम के सामान का चार्ज संबंधित नर्स से छीन लिया है।
अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू ने बताया कि सामान निकालने को लेकर स्टाफ नर्सों में मनमुटाव हुआ था। दोनों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया गया है।

तीन विभाग उठाएंगे घपले से पर्दा!


डबवाली-संगरिया मार्ग की जांच का पहला चरण खत्म
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा की राजनीति में सबसे ऊंचे पायदान पर गिने जाने वाले गांव चौटाला की ओर जाता डबवाली-संगरिया मार्ग अपने सूरत-ए-हाल के कारण हमेशा चर्चा का विषय रहा है। आरोप है कि विपक्ष के नेता पूर्व मुख्यमंत्री चौ. ओमप्रकाश चौटाला के गृह क्षेत्र तक जाने के कारण सरकार ने इस मार्ग की सुध नहीं ली। व्यापारिक तथा सैन्य दृष्टि से महत्वपूर्ण इस मार्ग की मुरम्मत के नाम पर सरकार के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने अपनी जेबें भरी। क्या वाकई मुरम्मत के नाम आई राशि में गड़बड़झाला हुआ है, इसकी जांच सरकार के तीन विभाग मिलकर कर रहे हैं। जांच का पहला चरण पूरा हो गया है।
साल 2004-05 से पूर्व डबवाली-संगरिया मार्ग जीआरआईएफ (गर्वमेंट रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स) के हवाले था। इंडियन नेशनल लोकदल के सुप्रीमों चौ. ओमप्रकाश चौटाला ने अपनी सरकार के दौरान मार्ग  की खराब हालत को देखते हुए जीआरआईएफ से इस रोड़ को बीएण्डआर के हवाले करवा दिया था। जिससे यह रोड़ एमडीआर (मेजर डिस्ट्रिक रोड़) बन गई।  इनेलो की सरकार के समय आखिरी बार 2004-05 में इसकी मुरम्मत की गई। रोड़ की दशा सुधारने के लिए 20 एमएम की प्री मिक्स कारपेट की तह बिछाई गई। उसके बाद इस रोड़ की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया। हालांकि इस रोड़ की मुरम्मत करने के लिए लाखों रूपए कागजों में जारी हुए। बताते हैं कि सड़क पर बने खड्ढों को भरने के लिए विभिन्न चरणों में प्रयोग हुई राशि करोड़ों में बैठती है। अक्टूबर 2010 में देश की राजधानी दिल्ली में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वींस ऑफ बैटन 26 सितंबर 2010 को इसी मार्ग से निकली थी। आगमन के लिए विभाग ने करीब 25 लाख रूपए की राशि रोड़ की दशा सुधारने पर खर्च कर दी थी। लेकिन वर्तमान समय में सड़क पर खड्ढें ज्यों के त्यों हैं।
जिला परिषद सिरसा के चेयरमैन डॉ. सीता राम ने खड्ढे भरने में हुए गोलमाल का मुद्दा उठाया और इसकी जांच की मांग की। उनकी मांग पर जांच शुरू हुई है। जांच का जिम्मा एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल के कंधों पर है। नागपाल ने रोड़ की इंक्वायरी के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जिसमें नगर सुधार मण्डल के एमई रमेश कंबोज, बीडीपीओ डबवाली सतीन्द्र सिवाच तथा एसडीओ मार्किटिंग बोर्ड भूप सिंह शामिल हैं। इस कमेटी का अध्यक्ष बीडीपीओ को बनाया गया है। जांच शुरू हो चुकी है। जांच का पहला चरण पूरा हो चुका है। जिसके तहत पूरे रोड़ की वीडियोग्राफी करवाई गई है। दूसरा चरण आरंभ हो गया है। एक एसडीओ, एक एमई तथा सात जेई पर आधारित टीम ने लोक निर्माण विभाग भवन एवं पथ से जीरो से 31.52 किलोमीटर तक लम्बी इस रोड़ को रिकॉर्ड तलब करके इसे कई भागों में विभाजित किया है। बड़ी बारीकी से प्रत्येक एंगल से जांच की जा रही है। रिकॉर्ड के अनुसार बताए गए पेच वर्क को मापा जा रहा है।
रोड़ की जांच के लिए बनी तीन सदस्यीय कमेटी के अध्यक्ष बीडीपीओ सतीन्द्र सिवाच ने बताया कि वीडियोग्राफी होने से जांच का प्रथम चरण पूरा हो गया है। एक एसडीओ, एक एमई तथा सात जेई पर आधारित टीम ने द्वितीय चरण का कार्य शुरू कर दिया है। अगले सप्ताह तक जांच पूरी होने की उम्मीद है।
पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर सिरसा के एक्सीयन एमएस सांगवान ने बताया कि विभाग की ओर से जांच में पूरा सहयोग दिया जा रहा है। जांच कमेटी द्वारा समय-समय पर मांगे जा रहे रिकॉर्ड को उपलब्ध करवाया जा रहा है।

मृतक के ब्यान लेने के लिए चक्कर लगाती रही पुलिस!


डबवाली (लहू की लौ) दुर्घटना में युवक की मौत होने के बाद युवक के परिजन बिना पोस्टमार्टम करवाए ही शव को गांव ले गए।  यह शव सरकारी एम्बुलैंस में डबवाली लाया जा रहा था। हालांकि दुर्घटना की एमएलआर पुलिस के पास आई थी। पुलिस अभी तक युवक का ब्यान दर्ज करने के लिए अस्पतालों के चक्कर लगा रही है।
गांव भारूखेड़ा के पास बुधवार सुबह एक ट्रेक्टर-ट्राली पलटने के कारण गांव डबवाली का टीटू नामक 26 वर्षीय युवक घायल हो गया था। जिसे उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने उसे सिरसा रैफर कर दिया। सरकारी अस्पताल का एम्बुलैंस चालक कृष्ण घायल के परिजनों के अनुरोध पर उसे इलाज के लिए बठिंडा ले गया। लेकिन जख्मों का ताप न सहते हुए चिकित्सक ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बठिंडा के एक निजी अस्पताल के चिकित्सक ने टीटू को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के पास दुर्घटना की एमएलआर पहुंचने के कारण चौटाला पुलिस घायल के ब्यान दर्ज करने के लिए बुधवार शाम को डबवाली पहुंची। लेकिन पता चला कि घायल को यहां से सिरसा रैफर कर दिया गया है। गुरूवार को पुन: पुलिस सिरसा गई लेकिन वहां भी उन्हें कोई नहीं मिला। पुलिस पूरा दिन घायल के ब्यान दर्ज करने के लिए अस्पतालों के चक्कर लगाती रही।
सरकारी अस्पताल की एम्बुलैंस के चालक कृष्ण कुमार ने बताया कि वह शव को लेकर वापिस डबवाली आ रहा था। लेकिन मृतक के परिजनों ने उस पर गांव डबवाली में चलने का दबाव डाला। वह अकेला था। दूसरा परिजन पोस्टमार्टम नहीं करवाना चाहते थे। इसी के चलते वह शव को मृतक के घर पर छोड़ आया।
मामले की जांच कर रहे चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई रोशन लाल ने बताया कि उनके पास गांव भारूखेड़ा के पास टीटू के घायल होने की सूचना आई थी। वे ब्यान दर्ज करने के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल तथा सिरसा के सामान्य अस्पताल में गए थे। लेकिन उन्हें वहां टीटू नहीं मिला। पुलिस के पास अभी उसकी मौत की कोई जानकारी नहीं है। मृतक गांव डबवाली का बताया जाता है। इसी के चलते गांव डबवाली में उसके परिजनों से संपर्क साधने का प्रयास किया जा रहा है।
राजकीय अस्पताल डबवाली के चिकित्सक डॉ. सरवन बांसल ने बताया कि उनके पास टीटू नाम का घायल आया था। उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया था। उसकी मौत के बाद परिजन पोस्टमार्टम करवाने की बजाए अपनी मर्जी से उसे बीच रास्ते में अपने गांव ले गए।

।शराबी कर्मचारी सस्पेंड!


डबवाली (लहू की लौ) लालपरी के नशे में धुत्त होकर गोदाम में हंगामा खड़ा करने के आरोप में हरियाणा स्टेट वेयर हाऊसिंग कारपोरेशन के चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
चौटाला रोड़ पर स्थित कारपोरेशन के लाल गोदाम में कुछ दिन पूर्व शराब के नशे में चूर होकर कर्मचारियों ने खूब उत्पात मचाया था। गोदाम के चौकीदार ने जब इन्हें रोका तो ये लोग उससे भी भिड़ गए। चौकीदार विजय कुमार ने उपरोक्त कर्मचारियों की शिकायत कारपोरेशन के एमडी को करके गोदाम में चल रही अनुशासनहीनता से परिचित करवाया था। चौकीदार की शिकायत पर मामले की जांच आरंभ हुई। एमडी ने जांच का जिम्मा जिला प्रबंधक एसके सिंगल को दिया। कुछ रोज पहले एसके सिंगल मामले की जांच करने के लिए डबवाली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने स्टाफ से बातचीत की और उनके ब्यान कलमबद्ध किए। अपनी जांच रिपोर्ट एमडी कृष्ण कुमार ढुल को सौंप दी। जांच रिपोर्ट के आधार पर एमडी ने चार कर्मचारियों को गोदाम में शराब पीकर हुडदंग करने का दोषी मनाते हुए सस्पेंड कर दिया।
हरियाणा स्टेट वेयर हाऊसिंग कारपोरेशन के जिला प्रबंधक एसके सिंगल ने बताया कि विभाग को गोदाम कीपर श्री भगवान, गोदाम कीपर सतिंद्र लुहान, एससीएस रामचन्द्र तथा जीएसडब्ल्यू मोहन के खिलाफ शराब पीकर गोदाम में बवाल खड़ा करने की शिकायत मिली थी। विभाग के मैनेजिंग डायरेक्टर कृष्ण कुमार ढुल के आदेश पर उन्होंने मामले की जांच की थी। उन्होंने डबवाली आकर स्टाफ से मामले के संबंध में पूछताछ की थी। शिकायत बिल्कुल सही पाई गई थी। उन्होंने जांच रिपोर्ट एमडी को सौंप दी थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर एमडी ने अंडर रूल 7.2 ऑफ सीएसआर वोल्यूम-1, पार्ट-1 (मेन रूल) के तहत कार्रवाई करते हुए उपरोक्त चारों को सस्पेंड किया है

स्टॉक में भर दी दूसरी एजेंसी की गेहूं!


डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा स्टेट वेयर हाऊसिंग कारपोरेशन का गांव शेरगढ़ स्थित गोदाम विवादों में गिर गया है। गोदाम में तैनात होमगार्ड जवान का आरोप है कि गोदाम कीपर ने उससे गाली-गलौज करके जबर्दस्ती गेहूं के बैग स्टॉक में लगवाए हैं। जबकि गोदाम कीपर होमगार्ड जवानों को चोर बता रहा है। कारपोरेशन के जिला प्रबंधक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस ने भी अपने स्तर पर जांच आरंभ कर दी है।
कारपोरेशन के गांव शेरगढ़ स्थित गोदाम में तैनात होमगार्ड जवान कृष्ण कुमार ने गुरूवार को शहर पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि बुधवार शाम को गोदाम का कीपर सतिंद्र लुहान एक ट्रेक्टर पर गेहूं के 14 बैग भरकर वहां पहुंचा। उसने लुहान से गेट पास की मांग की। लेकिन उसने गेट पास नहीं दिखाया और जबर्दस्ती बैग को वहां उतार दिया। अपने मोबाइल के जरिए इसकी सूचना मैनेजर पीके गुप्ता को देनी चाही, लेकिन लुहान ने उसका मोबाइल छीनकर धरती पर पटककर तोड़ दिया। लुहान के चले जाने के बाद उसने एक अन्य मोबाइल से उपरोक्त बात मैनेजर को बताई। मैनेजर ने मामले की शिकायत पुलिस में करने की बात कही। अन्यथा उसके खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी। जवान के अनुसार मंगलवार को मैनेजर पीके गुप्ता सहित कारपोरेशन के अन्य कर्मचारियों ने गोदाम में पड़े गेहूं के बैग की गिनती की थी। एक स्टॉक में 14 बैग कम मिले थे। विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए गोदाम कीपर ने बुधवार शाम को ही बाहर से बैग लाकर स्टॉक पूरा कर दिया।
इधर गोदाम कीपर सतिंद्र लुहान ने बताया कि गोदाम में पड़ी गेहूं की रखवाली की जिम्मा होमगार्ड जवानों पर होता है। होमगार्ड जवानों की उपस्थिति में 14 बैग गायब हुए हैं। इसके लिए वे ही जिम्मेवार हैं। विभाग को कोई नुक्सान न पहुंचे, इसके लिए उसने अपनी ओर से गेहूं के चौदह बैग को स्टॉक में रखवाया।
दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात रखकर अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं। लेकिन सच यह है कि स्टॉक पूरा करने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के 14 बैग का सहारा लिया गया है। आखिर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के बैग गोदाम कीपर सतिंद्र लुहान के पास आए कहां से? स्टॉक में से बैग कहां गायब हो गए, उनको कौन ले गया? इन सवालों ने उक्त खरीद एजेंसी अधिकारियों की नींद हराम कर दी है। यह मामला सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। इस संवाददाता से बातचीत करते हुए कारपोरेशन के जिला प्रबंधक एसके सिंगल ने बताया कि खरीद सीजन में एजेंसियां एक-दूसरे के बारदाना का प्रयोग कर लेती हैं। लेकिन वर्तमान समय में खरीद न होने के बावजूद स्टॉक को पूरा करने के लिए खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के 14 बैग का प्रयोग गंभीर मामला है। वे इसकी जांच करवाएंगे। दोषी पाए जाने वाले अधिकारी या कर्मचारी के खिलाफ विभाग कार्रवाई की जाएगी।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह रंगा ने बताया कि दोनों पक्षों के ब्यान कलमबद्ध किए गए हैं। अपने ब्यानों में दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं। लेकिन गोदाम कीपर सतिंद्र लुहान ने स्टॉक को पूरा करने के लिए 14 बैग वहां रखे। इससे पूर्व स्टॉक में से 14 बैग कहां से गायब हुए, इसकी जांच तो संबंधित विभाग ही करेगा। अगर विभाग उनके पास शिकायत करता है तो दोषी के खिलाफ मामला दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी।

कम्युनिस्ट लहर के स्तम्भ रहे हरि राम गोयल का शरीर पंच तत्वों में विलीन


डबवाली (लहू की लौ) दैनिक लहू की लौ के सम्पादक जयमुनी गोयल तथा प्रबंधक राजीव गोयल के पिता कामरेड श्री हरिराम गोयल का मंगलवार की रात को 12 बजे हृदय गति रूकने से अचानक निधन हो गया। उन्हें उपचार के लिए मंगलवार शाम को एक निजी अस्पताल में लेजाया गया था। वे 80 वर्ष के थे। उनके पार्थिव शरीर को डबवाली के रामबाग में बुधवार दोपहर को उनके बड़े पौत्र डीडी गोयल ने मुखाग्नि देकर पंच तत्वों में विलीन किया। इस मौके पर नगर के अनेक गणमान्य व्यक्ति, समाजसेवी संस्थाओं के प्रमुख तथा राजनीतिक पार्टियों के नेता उपस्थित थे।
कामरेड हरि राम गोयल को संघर्षमयी जीवन विरासत में मिला था। उनके पिता श्री राम लाल गोयल स्वतंत्रता संग्राम के समय प्रजा मंडल लहर के दौरान लम्बे समय तक फिरंगियों की कैद में रहे। जब हरि राम गोयल ने जवानी संभाली तो वे अपने पिता के नक्शे कदमों पर चलते हुए आजाद देश में काले अंग्रेजों के खिलाफ खुलकर मैदान में आए। उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। तेजा सिंह स्वतंत्र तथा शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह के साथी टिका राम सुखन के साथ लम्बे समय तक देश की आजादी के बाद कम्युनिस्ट लहर में काम किया। वे पार्टी की कालाबाजारी के खिलाफ मुहिम के दौरान डबवाली में सक्रिय रूप से शामिल हुए। किसानों और मजदूरों के लिए उन्होंने कई जखीरेबाजों से जखीरे निकलवाकर नियंत्रित मूल्य पर बंटवाए।
उन्होंने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए भी देश की आजादी के बाद जेल काटी। सरकार को उन्हें बिना शर्त रिहा करना पड़ा था।
इस मौके पर जयमुनी गोयल ने बताया कि शोक प्रकट करने आने वाले महानुभावों के लिए जीटी रोड़, नगर सुधार मण्डल पार्क के सामने स्थित निवास स्थान रखा गया है।

23 अगस्त 2011

सुनवाई न होने पर सीवरेज में घुस गए दुकानदार


विभाग, प्रशासन तथा राजनेता न आए काम
डबवाली (लहू की लौ) दो माह पहले जनस्वास्थ्य विभाग को शिकायत दी, लेकिन नतीजा जीरो। फिर प्रशासन को शिकायत की, लेकिन नतीजा जीरो। फिर सत्ता पक्ष से जुड़े एक राजनेता को शिकायत की, लेकिन नतीजा जीरो। जब कहीं सुनवाई ही नहीं तो ये विभाग, प्रशासन या राजनेता क्यूं हैं? यह कहना है दो माह से सीवरेज खुलवाने सुचारू करवाने के लिए धक्के खा रहे मेन बाजार के दुकानदारों का।
गोल बाजार से गांधी चौक तक के सीवरेज पिछले काफी अरसे से बंद हैं। मामूली बरसात से दुकानों के आगे पानी जमा है। मच्छर पनपने के कारण दुकानदार मलेरिया की जद में हैं। सीवरेज खुलवाने के लिए दुकानदारों ने इसकी शिकायत कई मर्तबा जनस्वास्थ्य विभाग, एसडीएम तथा सत्ता पक्ष के एक लीडर से की। फिर अपनी ओर से भी निजी व्यक्तियों का बंदोबस्त करके सीवरेज खुलवाने का प्रयास किया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। उधर बाजार के दो युवक केशव तथा सुनील बीमार पड़ गए। दोनों को मलेरिया हो गया। सोमवार को दुकानदार राम डायर तथा बबली बारबर ने सीवरेज के ढक्कन उठा दिए और खुद सीवरेज में घुस गए। इन लोगों ने बांस भी चलाई। लेकिन बुरी तरह से बंद सीवरेज नहीं खुल सके। मजबूरन दुकानदारों को दुकानों के आगे खड़ा गंदा पानी बाल्टियों के जरिए निकालना पड़ा।
दुकानदार रविंद्र मिढ़ा, गौत्तम मिढ़ा, राम डायर, बबली बारबर, जोनी, अशोक डायर, धीरा आदि ने बताया कि शिकायत किए को उन्हें दो माह बीत चुके हैं। लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। जिसके चलते उन्हें उपरोक्त कदम उठाना पड़ा। तीन घंटे के प्रयास के बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिली। जिसके कारण बाल्टियों में गंदा पानी इक्ट्ठा करके उन्हें निकालना पड़ा।
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि काफी समय पहले दुकानदारों की शिकायत उनके पास आई थी। जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को समस्या के समाधान के आदेश दिए गए थे। कर्मचारियों ने कार्य करने में कोताही बरती है। जिससे मजबूर होकर दुकानदारों को उक्त कदम उठाना पड़ा। संबंधित विभाग से कार्य में कोताही बरतने का जवाब मांगा जाएगा। एसडीएम के अनुसार मंगलवार को सीवरेज व्यवस्था दुरूस्त हो जाएगी।

गांव की अपनी अदालत



-दोषी पाए जाने पर ना होगी अपील, ना होगी दलील, गांव के सामने मिलेगा दण्ड
-टीचर अगर लेट आया तो पूरे दिन की लगेगी गैर हाजिरी, लड़कियों को जल्दी होगी छुट्टी

डबवाली (लहू की लौ) यदि गुरू लेट आएंगे तो स्कूल पढऩे आने वाले बच्चों पर नियंत्रण कैसे रहेगा? विद्यालय में कर्मचारियों द्वारा जाम छलकाए जाएंगे तो इसका बच्चों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? स्कूल के गेट पर खड़े होकर सरेआम युवक मोबाइल पर भद्दे गाने लगाकर लड़कियों पर फब्तियां कसेंगे, तो लड़कियां स्कूल कैसे आ पाएंगी? अगर दोबारा किसी ने ऐसी गलती की तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा। यह किसी हिन्दी फीचर फिल्म में बॉबी देओल का डाईलॉग नहीं। बल्कि गांव मसीतां में शुरू हुई 'अदालतÓ  का फरमान है।
पिछले काफी समय से गांव मसीतां का माहौल ठीक नहीं था। गांव में सरकार की ओर से एक हाई स्कूल तथा दो प्राथमिक विद्यालय खोले गए हैं। लेकिन हाई स्कूल में पिछले काफी समय से अव्यवस्था का माहौल चल रहा है। गांव मौजिज व्यक्तियों ने इसकी शिकायत गांव की पंचायत तक पहुंचाई। पंचायत को अपनी शिकायत में कहा कि हाई स्कूल में तैनात कर्मचारी शराब के नशे में धुत्त रहते हैं। स्टाफ के सदस्य दो-दो घंटा लेट पहुंचते हैं। जिससे विद्यालय का अनुशासन भंग हो रहा है। बिगड़ैल युवा स्कूल के बाहर आकर मोबाइल से गंदे गाने बजाते हैं। आती-जाती लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं। पंचायत ने गांव में मुनादी करवाकर ग्रामीणों को 'अदालतÓ में पहुंचने का आह्वान किया। अदालत का स्थान हाई स्कूल रखा गया। पूरे गांव के साथ-साथ तीनों स्कूलों के स्टाफ को वहां आमंत्रित किया गया।
शनिवार को गांव के सरपंच शिवराज सिंह की अध्यक्षता में 'अदालतÓ बैठी। जिसमें जिला परिषद के जोन नं. 6 के सदस्य के प्रतिनिधि सर्वजीत सिंह, मैम्बर जसवंत सिंह, मेजर सिंह, दर्शन सिंह, शमशेर सिंह, पप्पू सिंह मंचासीन हुए। इस मौके पर पूरा गांव उपस्थित था। 'अदालतÓ के अध्यक्ष ने गांव के लोगों से राय जानी। दो घंटे चली इस 'अदालतÓ में छह बिन्दुओं का एक प्रस्ताव पारित किया गया। जिसे पढ़कर सभी को सुनाया गया।
गांव के सरपंच शिवराज सिंह ने बताया कि उन्हें उपरोक्त संदर्भ में शिकायत मिली थी। ग्रामीणों की 'अदालतÓ लगने से पूर्व गांव में मुनादी करवाई गई थी। पहली दफा अपराध होने के कारण आरोपियों को माफी दी गई। लेकिन अब गांव में नियम बना दिए गए हैं। समय पर स्कूल न आने वाले टीचर के पूरे दिन की गैर हाजिरी लगेगी, विद्यालयों में लड़कियों को पंद्रह मिनट पहले छुट्टी दी जाएगी, मिड-डे मील चैक किया जाएगा, नशे में धुत्त मिलने वाले कर्मचारी या फिर स्कूल के बाहर मोबाइल पर गाना बजाते पकड़े जाने वाले युवक को पंचायत अपने तरीके से 'अदालतÓ लगाकर पूरे गांव के सामने आरोपी को दण्ड देगी। इस मसले को थाने या फिर संबंधित विभाग में नहीं लेजाया जाएगा। ऐसा गांव के बिगड़ते-माहौल को सुधारने के लिए किया गया है।

सिपाही बनाने का झांसा देकर साढ़े 9 लाख ठगे


डबवाली (लहू की लौ) सिपाही की नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से साढ़े 9 लाख रूपये की ठगी मारने के आरोप में डबवाली के तीन लोगों के खिलाफ थाना लम्बी पुलिस ने मामला दर्ज करके शनिवार को दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि मुख्य आरोपी की तालाश जारी है।
गांव भीटीवाला के शिवकरण सिंह पुत्र जसकौर सिंह ने लम्बी पुलिस में शिकायत करके आरोप लगाया कि एक वर्ष पूर्व बादल के दशमेश गल्र्ज कॉलेज में कंटीन का ठेका लेने वाले और स्कूल बस मालिक डबवाली निवासी जग्गी से उसकी मुलाकात हुई तो जग्गी ने उसे बताया कि उसकी पंजाब सरकार में अच्छी पहुंच है और उसे पंजाब सरकार में कोई काम हो तो वह करवा सकता है। इस प्रकार की बातें करके जग्गी ने उसे अपने जाल में फंसा लिया। वह जग्गी की बातों मेें आकर अपने भतीजे निर्भय सिंह भीटीवाला तथा रिश्तेदार गुरमीत सिंह माऊआना को सिपाही भर्ती करवाने के लिए डबवाली में मिला। जग्गी के साथ दोनों को सिपाही भर्ती करवाने की एवज में साढ़े 9 लाख रूपया देना तय हो गया।
शिवकरण के अनुसार तय राशि अदा करने के लिए उसने जग्गी को गांव भीटीवाला में बुला लिया। इस समय उसके साथ जग्गी की मां मलकीत कौर तथा दोस्त गुलशन कुमार उनके गांव पहुंचे। वहां पर उन्होंने साढ़े 9 लाख रूपये इन तीनों को सौंप दिये। लेकिन जब उसके भतीजे और रिश्तेदार को जग्गी भर्ती नहीं करवा सका तो उसने अपनी राशि वापिस मांगी। इस संबंध में कई बार पंचायत भी हुईं। लेकिन जग्गी ने राशि देने से साफ इंकार कर दिया। जांच अधिकारी तथा किलियांवाली चौकी प्रभारी एएसआई मोहन लाल ने बताया कि शिकायतकर्ता की शिकायत पर उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 406/420/120बी आईपीसी के तहत 15 अगस्त को केस दर्ज करके जांच का काम उन्हें सौंप दिया था। मुखबरी के आधार पर आरोपियों में से मलकीत कौर (55) पत्नी अमरजीत सिंह निवासी वार्ड नं. 3, गली सतनाम कौर एमसी वाली, डबवाली तथा गुलशन कुमार (30) पुत्र शगन लाल निवासी पुराना हनुमान मंदिर वाली गली को वाटर वक्र्स रोड़, किलियांवाली से शनिवार को गिरफ्तार कर, एसडीजेएम मलोट कंवलजीत सिंह की अदालत में पेश करके मुख्य आरोपी जगजीत सिंह जग्गी का पता लगाने तथा ऐंठी गई राशि बरामद करने के लिए तीन दिन का पुलिस रिमांड लिया है।

सड़कों पर हजारों बाल अन्ना


डबवाली (लहू की लौ) दिन शनिवार, सुबह के 9 बजे। डबवाली सिटी का गांधी चौक इंकबाल जिन्दाबाद के नारों से गूंज उठा। यह शंखनाद करने वाले  कोई ओर नहीं बल्कि सिटी के विभिन्न स्कूलों के हजारों बच्चे थे। जो अन्ना हजारे के समर्थन में बाजार में निकले थे।
उनके हाथों में तिरंगा, सिर पर तिरंगी टोपी और मुंह से देश भक्ति के जज्बे के साथ भारत माता की जय, वंदे मात्रम के साथ-साथ सरकारी लोकपाल धोखा है, जागो जनता मौका है, अन्ना की लहर है, भ्रष्टाचार पर कहर है, क्रप्शन गो बैक, शहीदो हम शर्मिंदा है, भ्रष्टाचार जिंदा है के नारे निकल रहे थे। भ्रष्टाचार के खिलाफ दिल्ली में अनशन पर चल रहे अन्ना हजारे के समर्थन में शहर के नवप्रगति सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, खालसा सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, नेहरू सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, हरियाणा पब्लिक स्कूल, एमएम कॉन्वेंट स्कूल, बाबू नानक चंद मैमोरियल बाल मंदिर सीनियर सैकेण्डरी स्कूल, श्री अरोड़वंश आदर्श स्कूल, राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, चिल्ड्रन मैमोरियल डीएवी स्कूल, सतलुज पब्लिक स्कूल के 3000 बच्चों का हजूम शनिवार सुबह 9 बजे जन लोकपाल बिल संघर्ष समिति के बैनर तले गांधी चौक पर इक्ट्ठा हुआ। गांधी चौक से अन्ना के समर्थन में मुख्य बाजार, वैद्य राम दियाल चौक, पुरानी अनाज मण्डी, सब्जी मण्डी, गुरूद्वारा कलगीधर सिंह सभा, परशुराम चौक से होते हुए शहीद भगत सिंह चौक पर पहुंचे। इस दौरान बच्चों ने हाथों में तख्तियां थामी हुई थी। उमड़े जनसैलाब से शहर अन्नामय हो गया। बच्चों का भ्रष्टाचार के खिलाफ हौसला देखकर दुकानदार भी उनकी आवाज में आवाज मिलाकर जन लोकपाल बिल को पास करवाने के लिए उठ खड़े हुए।
बच्चों के साथ-साथ संबंधित स्कूलों के अध्यापक भी इस जागरूक रैली में शामिल हुए। संघर्ष समिति के जयमुनी गोयल, वेदप्रकाश भारती, सतीश जग्गा, वियोगी हरि शर्मा, हरिंद्र सिंह, सर्वजीत सिंह, सतपाल जग्गा, रामलाल बागड़ी, विनोद नीलू, सुरेंद्र बर्तन वाला, अशोक पाहूजा, मनी राम अबूबशहर आदि उपस्थित थे।

डॉक्टर, वट इज दिस!


स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह अचानक सरकारी अस्पताल पहुंचे, सफाई व्यवस्था पर जताया असंतोष, बाकी सब ओके
डबवाली (लहू की लौ) मैं स्वास्थ्य मंत्री हूं, आपकी तकलीफा जानने के लिए यहां आया हूं। आप क्या तकलीफ लेकर अस्पताल आए हैं? जिस बीमारी के लिए आप आए हैं, उसका डॉक्टर यहां है?  यहां के डॉक्टर आपसे कैसा व्यवहार करते हैं? क्या आपको मेडिसन अस्पताल से उपलब्ध करवाई जाती है?
ये तमाम सवाल प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर राव नरेन्द्र सिंह के हैं, जो उन्होंने डबवाली के सरकारी अस्पताल में इलाज करवाने आए मरीजों से किए। मरीजों ने बताया कि यहां उनके साथ सही व्यवहार होता है। लेकिन नेत्र, हड्डी रोग विशेषज्ञ तथा फिजिशयन न होने के कारण उन्हें बिना इलाज ही घर लौटना पड़ता है। उपरोक्त तीनों विशेषज्ञों की अस्पताल में नियुक्ति की जाए। मंत्री ने कहा कि आप चिंता न करें, इसकी जल्द नियुक्ति की जाएगी।
मंत्री जी शनिवार सुबह करीब 11.00 बजे अपनी लाल बत्ती वाली गाड़ी से सरकारी अस्पताल में पहुंचे थे। अपने आगमन की किसी को भनक तक नहीं लगने दी। मरीजों से बातचीत करने के बाद अपने दो बॉडीगार्ड के साथ अस्पताल के भीतर चले गए। वहां कर्मचारियों से पूछा कि इस अस्पताल के एसएमओ कौन हैं? जवाब मिला एसएमओ तो रिटायर हो गए हैं, उनका कार्य डॉ. एमके भादू देख रहे हैं। मंत्री जी के आने की सूचना पाकर डॉ. भादू भी अपने रूम से निकल आए। वे उनके साथ इमरजेंसी रूम में गए। इधर-उधर नजर घुमाई। कमजोर सफाई व्यवस्था पर एतराज जताया।
पहली मंजिल की सीढिय़ां चढ़ते-चढ़ते उनकी नजर दीवारों पर थूके तलब के निशान पर गई। ब्लड स्टोरेज सैंटर, इसी मंजिल पर स्थापित वार्ड रूम का निरीक्षण किया। इस रूम के पहले बैड पर आराम कर रहे व्यक्ति से पूछा क्या तकलीफ है। साहब! मुझे कुछ नहीं हुआ, मैं तो अपने मरीज के साथ आया हूं। दूसरे बैड पर पड़े मरीज का हाल जाना। तीसरे बैड पर लेटे एक व्यक्ति से मंत्री जी ने सवाल दोहराया, आपको क्या तकलीफ है? लेटा व्यक्ति बोला, साहब! मैं तो मरीज के साथ आया हूं। मंत्री जी बोल उठे डॉ. साहब यह अस्पताल है या रेस्ट हाऊस। इसी रूम के चौथे व पांचवे बैड को चैक किया। बैड पर बिछे गद्दे को फटा पाकर डॉ. साहब की ओर इशारा करके कहा वट इज दिस? इस प्रकार का ढंग नहीं चलेगा। अपनी व्यवस्था सुधारिए, वरना आप पर कार्यवाही होगी।
इसी दौरान वहां पर स्टाफ नर्स कंचन शर्मा आ धमकी। उसने मंत्री से कहा कि मुझे अस्पताल का इंचार्ज प्रताडि़त करता है। इस  संबंध में उसने उच्च अधिकारियों को शिकायत की थी। जिससे ईष्र्या करते हुए उसका रिकॉर्ड रूम रीढ़ की हड्डी की सर्जरी के बावजूद तीसरी मंजिल पर शिफ्ट कर दिया गया है। मंत्री जी मुझे मेरी अलमारी नीचे चाहिए। मौका पर उपस्थित डॉ. एमके भादू ने मंत्री को अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि स्टाफ नर्स कंचन शर्मा समय पर डयूटी नहीं देती। शिकायत की जांच तहसीलदार के पास विचाराधीन है। 23 अगस्त को शिकायत की जांच तिथि रखी गई है। मंत्री ने दोनों की बात सुनने पर कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कोताही किसी भी हालत में स्वीकार नहीं है। यदि आपके (स्टाफ नर्स) साथ गलत हुआ है, तो इसकी जांच करवाकर उसे न्याय दिया जाएगा।
चण्डीगढ़ जाकर देखूंगा
मैंने आज अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया, अस्पताल का कार्य काफी संतोषजनक है। लेकिन सफाई व्यवस्था का बुरा हाल है। डॉ. एमके भादू को एक सप्ताह के भीतर सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए कहा गया है। इस समय प्रदेश में ही नहीं, पूरे देश में चिकित्सकों का टोटा है। डब्बावाली के लोग भाग्यशाली हैं, जिन्हें सरकार ने छह मेडिकल ऑफिसर दे रखे हैं। डॉक्टर का पेशा देश सेवा जैसा है। मौजूदा समय में सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर की कमी का कारण देश में बन रहे प्राईवेट फाईव स्टार होटलों जैसे अस्पतालों में डॉक्टरों का जाना है। वहां पर उन्हें वेतन भी ज्यादा मिलता है। मैंने स्वास्थ्य मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद 373 नए डॉक्टरों की इंटरव्यू कॉल की। जिसमें से 200 के करीब डॉक्टर प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में नियुक्त कर दिए गए हैं। कन्या भ्रूण हत्या महापाप है। इससे इंसान की जाति के खत्म होने का खतरा पैदा हो गया है। सरकार ने इस पर नकेल कसने के लिए योजनाएं लागू की हैं। सरकार के साथ-साथ एनजीओ तथा अन्य समाजसेवी संस्थाओं को भी आगे आकर सहयोग करना चाहिए। सरकार ने फूड एण्ड ड्रग विभाग की स्थापना करके नशे को रोकने और मिलावटी पदार्थ पर अंकुश लगाने का प्रयास किया है। स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह ने उक्त शब्द पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 1995 के अग्निकांड पीडि़तों के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में बर्न यूनिट स्थापित किए जाने की जानकारी उसे नहीं है। वे चण्डीगढ़ जाते ही अग्निकांड पीडि़तों के संदर्भ में की गई सरकारी घोषणाओं की फाईल तलब करेंगे। बाद में इस संबंध में कदम उठाएंगे। डबवाली अस्पताल से संबंधित अन्य समस्याओं के समाधान के लिए उन्होंने कार्यकारी एसएमओ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

14 अगस्त 2011

गरीबों के लिए नहीं है जमीन


डीडी गोयल
80597-33000
डबवाली। उपमण्डल में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले करीब पंद्रह सौ परिवारों को महात्मा गांधी बस्ती योजना के तहत सौ-सौ गज का प्लाट नहीं मिलेगा। जबकि ये सभी परिवार खण्ड विकास एवं पंचायत कार्यालय द्वारा पात्र ठहराए गए हैं।
गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन करने वाले लोगों के सिर पर छत मुहैया करने के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना उपमण्डल के तीन गांवों में नहीं चल पा रही है। योजना के तहत संबंधित गांव की पंचायत पंचायत तथा खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय द्वारा गांव अबूबशहर में 179, लोहगढ़ में 228 तथा मोड़ी में 80 गरीब परिवारों को सौ-सौ गज का प्लाट देना तय किया गया था। इन गांवों में गरीबों के लिए बनने वाली कलोनियों के नक्शे तक बना डाले गए थे। लेकिन जब लोगों को जमीन आवंटित करने करने के लिए उपरोक्त गांवों में पंचायती जमीन की निशानदेही की गई तो जगह नदारद पाई गई। कलोनियों के लिए बनाए गए नक्शे के अनुसार गांव अबूबशहर में पात्र परिवारों को प्लाट देने के लिए छह एकड़ दो कैनाल, लोहगढ़ में पांच एकड़ छह कैनाल तथा गांव मोड़ी में दो एकड़ पांच कैनाल भूमि की जरूरत है। लेकिन इन तीनों गांवों की पंचायत के पास गरीबों को देने के लिए महज सौ गज भूमि भी नहीं है। ऐसे में इन गांवों के गरीबों को पात्र होने के बावजूद प्लाट मुहैया नहीं हो सकेंगे।
उधर हरियाणा सरकार ने 15 अगस्त से पूर्व योजना के सौ फीसदी पूरा होने का लक्ष्य रखा था। उपरोक्त तीन गांवों के अतिरिक्त उपमण्डल के गांव गंगा के 516 तथा गांव कालूआना के 363 पात्र परिवारों को भी 15 अगस्त से पूर्व प्लाट आवंटित नहीं किए जा सकेंगे। चूंकि दोनों गांवों में प्लाट वितरण का विवाद अदालत में विचाराधीन है। इस प्रकार करीब पंद्रह सौ गरीब परिवारों को प्लाटों का आवंटन नहीं हो सकेगा।
खण्ड विकास एवं पंचायत कार्यालय डबवाली के एसईपीओ रामप्रकाश ग्रोवर के अनुसार गांव अबूबशहर, लोहगढ़ तथा मोड़ी की पंचायतों के पास जमीन न होने की वजह से गरीबों को सौ-सौ गज के प्लाट मुहैया नहीं करवाए जा सकेंगे। इन गांवों में जगह एक्वायर करने के लिए सरकार को लिखा गया है। गांव गंगा में प्लाट वितरण का मामला कोर्ट में विचाराधीन है। जबकि गांव कालूआना की पंचायत ने कलोनी के लिए बनाए गए नक्शे के अनुसार जमीन मुहैया नहीं करवाई। दूसरा यह मामला भी अदालत में विचाराधीन है। जिसके चलते उपरोक्त गांवों के अतिरिक्त इन दो गांवों में भी गरीबों को प्लाट वितरित नहीं किए जा सकते।

स्कीम डाल देते थे वारदात को अंजाम


डबवाली (लहू की लौ) सिटी पुलिस ने चैन स्नेचर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के तीन सदस्यों को काबू करने में सफलता अर्जित की है। आरोपियों ने डबवाली शहर तथा ऐलनाबाद में चैन स्नेचिंग की वारदातों को अंजाम देने की बात कबूली है। तीनों को शनिवार को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंह रंगा ने बताया कि चैन स्नेचिंग की घटनाओं में बढ़ौतरी की वजह से पुलिस दिन-रात गश्त कर रही थी और मुखबरी लगाई हुई थी। शुक्रवार रात को पुलिस को मुखबरी मिली कि चैन स्नेचर गिरोह के तीन सदस्य बठिंडा रोड़ पर घूम रहे हैं। एसआई घड़सा राम ने मौका पर पहुंचकर युवकों को दबोच लिया। पकड़े गए युवकों ने अपनी पहचान कृष्ण उर्फ नत्थू राम पुत्र दर्शन सोनी निवासी कलोनी रोड़, डबवाली, विजय उर्फ गुरदीप पुत्र मुखलाल निवासी देसूजोधा, मनजीत पुत्र जगजीत निवासी नरसिंह कलोनी के रूप में करवाई है।
थाना प्रभारी के अनुसार पकड़े गए युवकों ने डबवाली तथा ऐलनाबाद में चैन स्नेचिंग की वारदातों को कबूला है। वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी दो बाईक का इस्तेमाल किया करते थे।
कैसे बना गैंग
नत्थू इन्वर्टर बैटरी का कार्य जानता है। जबकि गुरदीप की शहर के जीटी रोड़ पर कमानी की दुकान थी। आज कल पंजाब में ग्रिल बनाने का कार्य सीख रहा है। जबकि तीसरा आरोपी मनजीत जीपों पर इंजन रखने का कार्य करता है। शहर के जीटी रोड़ पर कार्यरत ये तीनों कुछ समय पहले इक्ट्ठे हुए और जल्द अमीर बनने की चाह में चैन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम देने लगे। ये लोग चैन झपटने की वारदात को स्कीम का नाम दिया करते थे। गिरफ्तार करने के बाद जब पुलिस ने वारदातों के संदर्भ में पूछताछ की तो तीनों आरोपी बार-बार 'असीं थोडिय़ां स्कीमां ही पाईयां ने सानूं माफ कर दोÓ कहते रहे।
इंस्पेक्टर महा सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों को शनिवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए। रिमांड के दौरान पुलिस बाईक तथा छीनी गई सोने की चैन बरामद करने का प्रयास करेगी।

प्रतिभागियों ने दिखाया टेलेंट


डबवाली (लहू की लौ) विद्यार्थियों में छुपी प्रतिभा को तराशने के लिए गुरूनानक कॉलेज किलियांवाली में शुक्रवार शाम को टेलेंट हंट का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी के जोनल यूथ फेस्टिवल के दृष्टिगत किया गया। जिसमें कॉलेज के 47 विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। स्किट, मोनो एक्टिंग, डिबेट, ममीकरी, कोरियोग्राफी, लोक गीतों के माध्यम से प्रतिभागियों ने समां बांध दिया। बीए प्रथम वर्ष के छात्र अमन ने  वर्तमान समय की सबसे बड़ी समस्या नशे पर कटाक्ष करते हुए लघु कथा 'आज का रावण कौन?Ó पर मोनो एक्टिंग की। जिसमें वह नशे में धुत्त होकर दशहरा देखने जा रहा होता है। लेकिन रास्ते में गिर जाता है। कुछ लोग उसे संभालते हुए घर छोड़ आते हैं। बाद में उसे ज्ञात होता है कि दशहरा में रावण मरते और बाद में जलते वह प्रतिवर्ष देखता है। लेकिन इसके बावजूद अपने भीतर छुपे नशे रूपी रावण को उसने कभी नहीं मारा।
12वीं के छात्र गुरविंद्र सिंह ने कारगिल तथा 1984 के दंगों पर आधारित ओदो रब्ब कित्थे गया सी..., कन्या भ्रूण हत्या पर बीए प्रथम की छात्रा निर्मल कौर ने माये नी मैनूं कुख विच ना मार....गीत पेश करके देश के मौजूदा हालातों को मंच पर उतारा। इसके बाद बीए फाइनल के छात्र नीटा और बसंत सिंह ने पंजाबी भांगड़ा की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भांगड़ा डालने पर मजबूर कर दिया। निर्णायक मण्डल में कलाकार त्रिलोचन गोगी, सागर मुक्तसर तथा हैप्पी सिंह शामिल थे। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ कॉलेज की प्रधानाचार्या डॉ. इंदिरा अरोड़ा ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। मंच का संचालन प्रो. भारत भूषण ने बखूबी किया।

13 अगस्त 2011

बस ने बाईक सवार कुचला


डबवाली (लहू की लौ) गांव मैहना के पास एक मोटरसाईकिल को प्राईवेट बस ने कुचल दिया जिससे मौका पर मोटरसाईकिल चालक की मौत हो गई और पीछे बैठा उसका साथी घायल हो गया।
घायल मनजीत सिंह टेलर मास्टर पुत्र गुरनाम सिंह निवासी गिदड़बाहा ने बताया कि वह अपने दोस्त गुरजन्ट सिंह पुत्र जंगीर सिंह गोल्ड स्मिथ के मोटरसाईकिल पर डबवाली आ रहा था। मोटरसाईकि ल को गुरजन्ट सिंह चला रहा था। वह जैसे ही लम्बी क्रॉस करने के बाद गांव मैहना के नजदीक पहुंचे तो डबवाली साईड से आ रही एक प्राईवेट बस ने मोटरसाईकिल को रौंद दिया। बस के अगला पहिया गुरजन्ट सिंह के सिर को रौंदता हुआ आगे निकल गया। जिससे गुरजन्ट सिंह की मौका पर ही मौत हो गई जबकि उसे उपचार के लिए घायल अवस्था में लम्बी के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया।
इस मामले की जांच कर रहे थाना लम्बी के हवलदार विपिन कुमार ने बताया कि मनजीत सिंह के ब्यान पर गिल मान बस सर्विस के चालक के खिलाफ लापरवाही से बस चला कर मोटरसाईकिल चालक को कुचलने के आरोप में मामला दर्ज करके बस को काबू कर लिया है।

कन्या भ्रूण हत्या पर अंकुश लगाने के लिए लोगों का सहयोग जरूरी

बार रूम में आयोजित सेमिनार में बोले वक्ता
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली अदालत में 10-12 मामले ऐसे चल रहे हैं, जिनमें तीन भाईयों की एक पत्नी है। अगर महिला-पुरूष अनुपात में इसी तरह फर्क आता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब यह गिनती 10-12 हजार में बदल जाएगी।
ये शब्द उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया ने शुक्रवार को बार रूम में कन्या भ्रूण हत्या पर आयोजित सेमिनार में कहे। उन्होंने कहा कि आवश्यकता महिला पर होने वाले अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने की है। केवल सेमिनार में भाग लेने या फिर एक्ट पढऩे से इस संवेदनशील समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि कन्या भ्रूण हत्या तभी रूक सकती है, जब गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार की जाए और गांवों में एएनएम द्वारा करवाए जा रहे गर्भपात पर अंकुश लगे।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिरसा सुभाष गोयल ने बतौर मुख्यातिथि इस सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि सेमिनारों से बाहर निकलकर समाज में काम करने तथा लोगों को कन्या भ्रूण हत्या केवल अपराध ही नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी अनैतिक कार्य है, यह समझाने की जरूरत है। उनके अनुसार कन्या भ्रूण हत्या पर पूरी तरह से अंकुश लगाने के लिए आम लोगों का सहयोग जरूरी है।
सेमिनार को एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल, सामान्य अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू, स्वास्थ्य कर्मी राज वर्मा, मंजू बाला, कृष्णा देवी, शालू धींगड़ा, दर्शना देवी ने भी संबोधित किया। मंच का संचालन एडवोकेट गंगा बिशन गोयल ने बखूबी निभाया। इस अवसर पर सीजीएम एनके सिंगल, नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई, डीएसपी बाबू लाल, सिटी थाना प्रभारी महा सिंह, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, पूर्व अध्यक्ष एसके गर्ग, एडवोकेट रणजीत सिंह, कुलदीप सिंह सिधू, सुरेश चन्द्र शर्मा, सुखबीर सिंह बराड़, बलजीत सिंह, धर्मवीर कुलडिय़ा, आईपी बिश्नोई, दीपक कौशल, जितेंद्र खैरा, जगदीश गुप्ता, वाईके शर्मा, बीएस सूर्या, सुरेश मैहता, कुलवंत सिंह, कुलवीर पासी उपस्थित थे।
इससे पूर्व सैशन जज सुभाष गोयल ने गांव गोरीवाला में लीगल सैल के क्लीनिक का शुभारंभ किया। बाद में डबवाली कोर्ट परिसर में पौधारोपण किया।

अवैध तरीके से निकली डीएपी!


डबवाली (लहू की लौ) चौटाला पैक्स के आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट से सैंकड़ों गट्टे इधर-उधर होने का मामला सामने आया है। इस मामले को गांव आसाखेड़ा के ग्रामीणों ने एसडीएम के समक्ष उठाया है। एसडीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
गांव आसाखेड़ा निवासी मनी राम, राजू राम पंच, श्री राम पंच, जीत राम, शीशपाल, कर्म सिंह शुक्रवार को खेत मजदूर यूनियन सिरसा के अध्यक्ष भाला राम भारूखेड़ा के नेतृत्व में एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल से मिले और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। एसडीएम को दिए ज्ञापन में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पैक्स चौटाला के आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट पर एक सप्ताह पूर्व डीएपी खाद के छह सौ गट्टे उतारे गए थे। गुरूवार को वे खाद लेने के लिए कतार में लगे हुए थे। लेकिन वहां अचानक दो ट्रेक्टर-ट्रालियां आई। वहां तैनात सेल्जमैन ने वहां खड़े किसानों को डीएपी देने की अपेक्षा 400 गट्टा उनमें भरकर गांव चौटाला की ओर भेज दिया।
एसडीएम को दी शिकायत में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि डीएपी का प्रति गट्टा करीब 700 रूपए का है। जो ब्लैक में 900 से 1000 रूपए तक में मिल रहा है। किसानों को डीएपी देने की अपेक्षा अवैध तरीके से डीएपी बेची जा रही है।
एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसडीओ कृषि विभाग, डबवाली को लिखा गया है। दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पैक्स चौटाला के क्लर्क सुदेश कुमार ने बताया कि आसाखेड़ा सेल्ज प्वाईंट पर कई दिनों से डीएपी के गट्टे पड़े हुए थे। वहां इसकी डिमांड लगभग खत्म हो चुकी थी। चौटाला के एक किसान को डीएपी की आवश्यकता थी। इसलिए स्टॉक में से 100 गट्टे उन्हें दिए गए हैं। सेल्ज प्वाईंट के कर्मचारियों पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं।

12 अगस्त 2011

छह साल बाद पिता को मिले बच्चे


डबवाली अदालत के प्रयास तथा वकीलों का सहयोग रंग लाया
डबवाली (लहू की लौ) एक्सीडेंट में मां को गंवाने के बाद अपने नाना के पास रह रहे दो बच्चे गुरूवार को अपने पिता के पास आ गए। छह वर्षों से इन बच्चों को लेकर पिता और नाना के बीच अदालत में विवाद चल रहा था। गुरूवार को अदालत के प्रयासों और वकीलों के सहयोग से पिता और नाना के बीच चल रही कड़वाहट ही दूर नहीं हुई। बल्कि बच्चे अपनी इच्छा से पिता के पास रहने को राजी हो गए।
बठिंडा के नगर निगम में सीनियर क्लर्क के पद पर कार्यरत वासदेव पुत्र मूलचन्द निवासी मोहल्ला कीकर दास, बठिंडा की शादी डबवाली निवासी कमलेश रानी से साल 1994 में हुई थी। कमलेश रानी के दो बच्चे अभिलाष और अभिषेक हुए। मई 2006 को कमलेश रानी की सोनावर पब्लिक स्कूल, मलोट रोड़, बठिंडा से घर लौटते समय पीआरटीसी की एक बस से दुर्घटना हो जाने पर मौत हो गई थी।
मां की मौत के बाद बच्चे अपने ननिहाल डबवाली में रहने लग गए थे। 16 वर्षीय अभिलाष और 12 वर्षीय अभिषेक डीएवी स्कूल डबवाली में अध्ययनरत हैं। 21 जुलाई 2006 को बच्चों के नाना मनोहर लाल निवासी मण्डी डबवाली ने अदालत में सेक्शन 125 सीआरपीसी के तहत मनटेंसी अलाऊंस के लिए अदालत में याचिका दायर करके बच्चों के पिता से बच्चों के पालन पोषण के लिए 4500 रूपए प्रति माह के हिसाब से खर्चा की मांग की थी। इधर बच्चों को पाने के लिए वासदेव ने भी बठिंडा की अदालत में केस दायर कर रखा था। जिसमें वासदेव केस हार गया। लेकिन डबवाली की अदालत में 125 सीआरपीसी का केस विचाराधीन था।
गुरूवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में इस मामले की सुनवाई थी। दोनों पक्ष अदालत में उपस्थित थे। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने अभिलाष तथा अभिषेक को अदालत में बुलाकर उनकी राय जानी। बच्चों ने अपने पिता के साथ जाने की इच्छा प्रकट की। अदालत ने दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने के लिए नेशनल लीगल सर्विस आथोरिटी के अधीन फ्री एण्ड कंपीटेंट लीगल सर्विस-2010 के माध्यम से इसका जिम्मा बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एसके गर्ग के नेतृत्व में वकीलों के पैनल को सौंपा। जिसमें बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, एडवोकेट कुलवंत सिंह, बलजीत सिंह और दोनों पक्षों के वकील राधेश्याम और राजेंद्र सिंह सरां भी शामिल किए गए। आखिर दोनों पक्षों को समझाने-बुझाने के बाद अदालत के प्रयास और वकीलों के सहयोग से सफलता हासिल हुई। नाना मनोहर लाल ने अपने दोहते अभिलाष तथा अभिषेक कुमार को खुशी-खुशी वासदेव के साथ भेजना स्वीकार कर लिया। वासदेव ने दोनों बच्चों की ताउम्र परवरिश करने और पढ़ाने-लिखाने की जिम्मेवारी स्वीकार करके अपने ससुर मनोहर लाल से आशीर्वाद प्राप्त कर लिया।

चौहान नगर में गोली चली


डबवाली (लहू की लौ) वीरवार शाम को चौहान नगर में घर के आसपास चक्कर लगाने से मना करने पर गुस्साये युवक ने एक व्यक्ति के ईंट मार कर कान फोड़ दिया। जिसे गंभीर हालत में उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
घायल जुल्फकार (45) ने बताया कि एक साल पूर्व उसकी कार पर बग्गा नामक युवक डाईवरी करता था लेकिन कार को बेचने के बाद उसे हटा दिया गया। लेेकिन इसके बावजूद भी वह उसके घर आता-जाता। जिस पर उन्होंने ऐतराज किया और वीरवार को तैश में आये इस युवक ने ईंट मार कर उसका कान फोड़ दिया। घायल ने आरोप लगाया कि बग्गा ने हवाई फायर भी किया जिससे मुहल्ले में दहशत फैल गई।

चौटाला में बस चालकों तथा बाईक सवारों में हाथापाई


डबवाली (लहू की लौ) बुधवार देर रात को गांव चौटाला के पास दो प्राईवेट बसों के अचानक सड़क के बीच रूक जाने से पीछे से आ रहे मोटरसाईकिल सवार युवकों के बीच हाथापाई हो गई और मामला पुलिस तक जा पहुंचा।
बुधवार रात को करीब 12 बजे संगरिया से चण्डीगढ़ बाया डबवाली के लिए एक प्राईवेट बस चली और इस बस ने संगरिया बॉर्डर पार करके जैसे ही हरियाणा के गांव चौटाला में प्रवेश किया तो सामने से आ रही एक बस को देख कर रूक गई। एक ही मालिक की बसें होने के कारण दोनों बसों में कंडक्टर की अदला-बदली होनी थी। इसी अदला-बदली के चलते काफी समय तक बसें सड़क के बीच खड़ी रहीं। जिस पर पीछे से आ रहे मोटरसाईकिल सवार युवकों ने ऐतराज जताया और इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में हाथापाई हो गई।
घटना की सूचना पाकर चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू दल बल के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली। चौकी प्रभारी ने बताया कि दोनों पक्षों में आपसी सुलह हो गई और कोई भी कार्यवाही नहीं करवाना चाहता था। इसीलिए मामला वहीं निपट गया।

टेलीकॉम शॉप का ताला काटकर हजारों का सामान चुराया


डबवाली (लहू की लौ) पुराना कोर्ट रोड़ के पास पुरानी अनाज मण्डी में स्थित एक टेलीकॉम शॉप का ताला तोड़कर चोर हजारों रूपए का सामान चुरा ले गए। पुलिस ने मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
अग्रवाल टेलीकॉम का मालिक सतीश मोदी निवासी डबवाली हर रोज की तरह गुरूवार को अपने बेटे अरूण मोदी के साथ शॉप खोलने के लिए पहुंचा। शॉप पर लगे ताले गायब थे। सतीश मोदी ने बताया कि शॉप के भीतर का सामान बिखरा पड़ा था। पांच पुराने मोबाइल सैट, कंप्यूटर सैट, एक हैंडीकेम कैमरा तथा गल्ले में पड़ी 8200 रूपए की नकदी गायब थी। अज्ञात चोर करीब पचास हजार रूपए का सामान चुरा ले गए।
बन रही दुकान
मोदी के अनुसार वह अपनी पुरानी शॉप का पुन: निर्माण करवा रहा है। इसके लिए उसने टेलीकॉम शॉप के सामान को पुरानी अनाज मण्डी में स्थित एक शॉप पर रखा हुआ है। यहीं से अज्ञात चोर शॉप के गेट पर लगे ताले काटकर सामान चुरा ले गए।
गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी एसआई कृष्ण ठाकुर ने बताया कि सतीश मोदी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

देसूजोधा हत्याकांड की जांच शुरू



डबवाली (लहू की लौ) देसूजोधा हत्याकांड की जांच के लिए स्टेट क्राईम ब्रांच पंचकूला के डीआईजी गुरूवार को डबवाली पहुंचे। शहर के विश्रामगृह में केस से जुड़े विभिन्न पहलूओं की जानकारी ली। मामले की बारीकी से जांच की। डीआईजी ने पुलिस विशेषज्ञों के साथ घटना स्थल का भी निरीक्षण किया।
पांच एकड़ भूमि के विवाद में 15 मई 2011 को गांव देसूजोधा में गोली चलने से मशहूर कबड्डी खिलाड़ी दर्शन उर्फ मट्टू तथा उसके भाई कौर सिंह की मौत हो गई थी। सिटी पुलिस ने मट्टू के बेटे वकील के ब्यान पर गांव गुरूसर सेहनेवाला निवासी नत्था सिंह, उसकी बेटी परमजीत उर्फ पम्मी, दामाद राजवीर सिंह निवासी लुधियाना, दूसरे दामाद सुखजीत सिंह निवासी सूबाखेड़ा, ट्रेक्टर चालक चरणजीत सिंह निवासी गांव गुरूसर सेहनेवाला, राजा निवासी गांव झींडेवाला, मनदीप निवासी सूबाखेड़ा तथा अज्ञात कार चालक सहित कुल आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस मामले में पुलिस ने नत्था सिंह, चरणजीत सिंह, राजा तथा मनदीप को काबू करने में सफलता अर्जित की। लेकिन अभी भी अन्य चार आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। उधर मामले में आरोपी सुखजीत के परिजनों ने उसे बेकसूर बताते हुए मामले की पुन: जांच की मांग को लेकर पुलिस के उच्च अधिकारियों, मुख्यमंत्री तथा हयूमन राईटस को पत्र लिखे। इस मामले की जांच के लिए स्टेट क्राईम ब्रांच के डीआईजी राजपाल सिंह गुरूवार को डबवाली पहुंचे। बठिंडा रोड़ पर स्थित पीडब्ल्यूडी के विश्रामगृह में उन्होंने मृतक दर्शन उर्फ मट्टू के बेटे वकील सिंह, केस में गवाह जगराज सिंह गाजी तथा जसवीर सिंह से पूछताछ की। वकील ने हत्या के दौरान उपरोक्त  आरोपियों की भूमिका पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
उधर मामले में आरोपी सुखजीत सिंह के परिजन भी जांच में भाग लेने के लिए पहुंचे। इस मौके पर आरोपी के पिता हरचरण सिंह, गांव सूबाखेड़ा के सरपंच शेर सिंह, पूर्व सरपंच मोहन सिंह, सोहन सिंह, विजय सिंह, जग्गा सिंह मैम्बर, गोपी राम मैम्बर उपस्थित थे। हरचरण सिंह ने बताया कि उसका बेटा निर्दोष है। घटना वाले दिन वह झगड़ा सुलझाने के लिए गांव में बैठी पंचायत में उपस्थित था। पुलिस बेवजह उसका नाम मामले में घसीट रही है।
जांच के दौरान डीआईजी ने मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों, घटना के बाद वारदात स्थल पर पहुंचने वाली पुलिस टीमों के बारे में जानकारी इक्ट्ठी की।

08 अगस्त 2011

तालाब में मछलियां मरने पर जोगेवाला में हंगामा


डबवाली (लहू की लौ) गांव जोगेवाला के तालाब में मछलियां मरने से ग्रामीण और ठेकेदार आमने-सामने आ गए। पिछले तीन दिनों से मरी मछलियों की बदबू से परेशान चले आ रहे ग्रामीणों ने ठेकेदार के करिंदों को पीट डाला। रविवार को मौका पर पहुंची पुलिस ने मरी मछलियों को जोहड़ से बाहर निकलवाया।
शहर के चौहान नगर में रह रहे रोशन लाल ने गांव जोगेवाला में मछली पालन का ठेका लिया हुआ है। दो जोहड़ों में मछली पालने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को ठेकेदार का करिंदा गांव जोगेवाला का टेकचंद देखता है। तीन दिन पूर्व एक जोहड़ में पाली जा रही मछलियां काफी संख्या में दम तोड़ गई। जिससे वातावरण में दुर्गंध फैल गई। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत टेकचंद से की। लेकिन उसने कोई कदम नहीं उठाया। शनिवार शाम को टेकचंद अपने साथ कुछ लोग लेकर आया और जोहड़ में पाली जा रही मछलियों को जाल बिछाकर बाहर निकालने लगा। जानकारी पाकर आसपास के ग्रामीण इक्ट्ठे हो गए। उन्होंने इस पर एतराज किया और मरी हुई मछलियों को पहले उठाने की बात कही। जिस पर दोनों पक्षों में तूतू-मैंमैं हो गई। परेशान ग्रामीणों ने जाल फाड़ दिया और  ठेकेदार के एक करिंदे के थप्पड़ रसीद कर लिया। जिससे मामला तूल पकड़ गया। ठेकेदार ने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी। शिकायत पर सिटी थाना के एसआई राजा राम, एएसआई गोपाल राम के नेतृत्व में रविवार सुबह पुलिस पार्टी मौका पर पहुंची। पुलिस की देखरेख में जोहड़ से मछली निकालने का कार्य शुरू हआ। टेकचंद ने बताया कि रोशन लाल ने यह ठेका साल 2007-08 में 26 हजार रूपए में लिया था। दो जोहड़ों में करीब 70 हजार रूपए की राशि के बीज डाले थे। लेकिन तीन-चार दिन पहले अचानक मछलियां मर गई। वे लोग शनिवार शाम करीब 6 बजे मरी मछलियों को निकालने के लिए आए थे। लेकिन ग्रामीणों के एतराज करने से उन्हें वापिस जाना पड़ा। इस मामले की सूचना उन्होंने सिटी पुलिस को दी।
ग्रामीण जग्गा सिंह, सुखदेव सिंह तथा सर्वजीत सिंह ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से मरी हुई मछलियों को उठाने के लिए टेकचंद से कह रहे थे। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी। उल्टा उन पर ही मछलियों को मारने का आरोप जड़ा जा रहा था। शनिवार शाम को भी उन्होंने मरी मछलियां पहले उठाने की बात कही। लेकिन ठेकेदार के करिंदे उनके ऊपर आ चढ़े।
सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि ठेकेदार ने शिकायत की थी कि उसे कुछ लोगों द्वारा जोहड़ से मछली बाहर निकालने नहीं दी जा रही। जोहड़ में मरी हुई मछलियों को हटाने से ग्रामीणों की संतुष्टि के बाद ठेकेदार ने कार्य शुरू कर दिया।

वकील का मुंशी अफीम सहित काबू


डबवाली (लहू की लौ) सदर पुलिस ने पंजाब की फरीदकोट अदालत में प्रेक्टिस कर रहे एक वकील के मुंशी तथा उसके साथी को अफीम तस्करी में गिरफ्तार किया है। दोनों गांव जण्डवाला जाटान से अफीम खरीदकर ऊनो कार में डबवाली की ओर आ रहे थे। पुलिस ने गांव नीलियांवाली के पास दोनों को दरदबोचा। पुलिस को मुखबरी मिली थी कि ऊनो कार में सवार दो व्यक्तियों ने गांव जण्डवाला जाटान की एक ढाणी से 10 हजार रूपए में 250 ग्राम अफीम खरीदी है। वे अफीम को लेकर डबवाली की ओर आ रहे हैं। सदर पुलिस की एक टीम ने तुरंत गांव नीलियांवाली के पास नाका लगा लिया। पुलिस को देखकर कार सवारों ने मुंह में बांधे कपड़े उतार लिए। शक के आधार पर पुलिस ने तालाशी ली। लेकिन उनसे कुछ नहीं मिली। कार की तालाशी ली गई। पुलिस पार्टी को गाड़ी की पिछली सीट में एक पॉलीथीन के लिफाफे में डली 250 ग्राम अफीम बरामद हुई। जिसे बड़ी चतुराई से छुपाया हुआ था।
सदर पुलिस प्रभारी एसआई रतन सिंह ने उपरोक्त घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपियों ने अपनी पहचान जगतार सिंह निवासी कगियाना (फरीदकोट), सुखचैन सिंह निवासी मचाकी कलां (फरीदकोट), पंजाब के रूप में करवाई है। जगतार सिंह फरीदकोट अदालत में प्रेक्टिस कर रहे एक वकील का मुंशी है। दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

गोल चौक पर चली गोली!


किलियांवाली के गुरूनानक कॉलेज में प्रधानगी को लेकर विवाद
डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज किलियांवाली के छात्रों के दो गुटों में प्रधानगी को लेकर चल रहा तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी मामले में शनिवार रात को एक गुट के छात्रों ने दूसरे गुट के समर्थक की गाड़ी पर गोली चला दी। शुक्रवार को भी छात्रों को ये दो गुट शहर की अनाज मण्डी में भिड़े थे और गोली चली थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गृह क्षेत्र लम्बी के गांव किलियांवाली के गुरू नानक कॉलेज के छात्रों के दो ग्रुपों में तनाव चल रहा है। कई बार दोनों ग्रुपों मेें हाथापाई तक भी नौबत आई है। एक ग्रुप का नेतृत्व बब्बू कंग कखांवाली कर रहा है जबकि दूसरे ग्रुप का नेतृत्व गुरप्रीत कुलार मलिकपुरा कर रहा है। दोनों अपने को कॉलेज विद्यार्थियों के स्वयंभू अध्यक्ष बता रहे हैं। बब्बू कंग ने कुछ दिन पूर्व स्वयं को सर्वसम्मति से विद्यार्थियों का अध्यक्ष घोषित कर दिया था और इस संबंध में अपने पोस्टर भी दीवारों पर चस्पा कर दिए दिये थे। लेकिन गुरप्रीत कुलार तथा उसके समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए कंग के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान छेड़ दिया और अपने को विद्यार्थियों का अध्यक्ष घोषित करते हुए अपने पोस्टर लगा डाले। कॉलेज विद्यार्थियों का प्रधान होने का दावा करने वाले दोनों ही गुट बीते शुक्रवार को डबवाली की नई अनाज मंडी में आपस में भिड़ गये और वहां पर फायरिंग भी हुई। मौका पर हरियाणा पुलिस भी पहुंची। सिटी पुलिस ने गुरप्रीत कुलार के समर्थक मनजिंद्र सिंह के ब्यान पर बब्बू कंग तथा उसके साथियों पर मामला दर्ज करके कार्रवाई आरंभ कर दी। लेकिन शनिवार रात करीब 10.15 बजे बब्बू कंग के समर्थक गांव मसीतां निवासी गगनदीप सिंह की गाड़ी पर गोल चौक के पास कुछ युवकों ने हमला कर दिया।
गांव मसीतां निवासी गगनदीप सिंह ने बताया कि वह शहर में प्रॉपर्टी डीलर का कार्य करता है। हर रोज की तरह अपनी वीरेटो गाड़ी पर रात को गांव जा रहा था। गोल चौक के पास बब्बल, मुख्तियार सिंह, गुरप्रीत कुलार, रॉकी, हरिंद्र बगैरा ने उस पर हमला कर दिया। उसकी गाड़ी पर रॉडें मारी। जब उसने गाड़ी भगाई तो पीछे से फायर किए। एक फायर उसकी गाड़ी के बॉक्स को छेदता हुआ पिछली सीट पर जा लगा। उसने चौहान नगर में अपने एक मित्र चन्ना कंग के निवास स्थान पर पहुंचकर अपने को छुपाया। उपरोक्त वाक्य की जानकारी सिटी पुलिस को दी। गगनदीप के अनुसार वह गुरूनानक कॉलेज में विद्यार्थियों के प्रधान बब्बू कंग का समर्थक है। जबकि कंग को गुरप्रीत कुलार बगैरा अपना नेता नहीं मानते और उससे रंजिश रखते हैं। इसी वजह से आरोपियों ने उसे निशाना बनाते हुए उस पर गोली चलाई।
सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि रात को गगनदीप ने उसके साथ हुए वाक्य की सूचना उन्हें दी थी। लेकिन अभी तक उसने लिखित में शिकायत नहीं दी है। शिकायत आने पर मामले की जांच की जाएगी। मामला साथ लगते पंजाब के गांव किलियांवाली में स्थित एक कॉलेज में विद्यार्थियों पर प्रधानगी को लेकर है।

07 अगस्त 2011

बेटी को मारने वाले का हुक्का-पानी बंद करवा दो


उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया का बालंटियरों को आह्वान
डबवाली (लहू की लौ) आपके पास कोर्ट की स्पैशल पॉवर हैं, इसलिए आप घर में दुबक कर बैठे ना रहो। एक्टिव हो और अपने क्रियाकलापों को रजिस्टर में दर्ज करो। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ पंचायत से प्रस्ताव पारित करवाओ। जिससे ऐसा घिनौना कार्य करने वाले परिवार का हुक्का-पानी बंद हो जाए।
गांवों में महिलाएं आज भी घरों में बंद हैं या फिर पर्दा प्रथा प्रचलित है। जिससे उन्हें अपने अधिकारों के बारे में मालूम नहीं। आप चौपाल पर बैठक करें। साथ में महिला पंच को लें। ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इक्ट्ठी हों और उन्हें कानून की जानकारी मिले। अपने डेली वर्क का रजिस्टर तैयार करें। रोजाना गांव के चार-पांच व्यक्तियों से मिलें। उनसे हुई बातचीत के अंश रजिस्टर में दर्ज करें। यहां कमी रह गई है, उसके बारे में लीगल सैल के वकील से बातचीत करें। गांव में किसी का राशन कार्ड नहीं बन रहा, विधवा पेंशन मिलने में दिक्कत आ रही है। इसकी जानकारी मिलने पर संबंधित अधिकारी से संपर्क करें। अगर आपकी सुनी नहीं जाती तो वकील या फिर मेरे से संपर्क करें। बस, आप घर पर खाली बैठकर टाईम पास न कीजिएगा। हफ्ते में केवल तीन दिन आपने काम कर लिया तो कुछ महीनों में आपको अपना गांव चेंज मिलेगा।
कृपा आप गांव या फिर आस-पास आने वाली समस्या को जानते हुए चुप न बैठें। उसका मुकाबला करें। गांव में बने विद्यालयों की छात्राओं तथा महिला अध्यापकों से छेड़छाड़ की घटनाओं में अनावश्यक वृद्धि हुई है, ग्रामीणों को साथ लेकर इन्हें रोंके। सुबह के समय स्कूल में जाएं तीन-चार साल के बच्चों को दहेज न लेंगे, दहेज न देंगे के नारे लगवाएं। शादी की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते यह नारा उसके मस्तिष्क में घर कर लेगा। जिससे दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई खत्म हो सकती है। प्रदेश में महिला-पुरूष अनुपात कम हो रहा है। आप लोग अपने गांव में पता लगाएं कि कितनी महिलाएं गर्भवती हैं। एएनएम, महिला पंच की सहायता से उनकी सूची तैयार करें। डिलीवरी तकउन पर कड़ी नजर रखें। आपका अपना गांव हिंसा से मुक्त हो सकता है, खासकर घरेलू हिंसा से उपजने वाले बड़े झगड़ों से। आपका काम मात्र इतना है कि जिस घर में आपकों पति-पत्नी या पारिवारिक सदस्यों में झगड़ा सुनाई दे, उस घर का कुंडा खटखटा दें।
उपरोक्त शब्द उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी तथा उपमण्डलीय विधिक सेवा समिति डबवाली के चेयरमैन डॉ. अतुल मडिया के हैं। वे शनिवार को बार रूम में पेरालीगल वालंटियर को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने वालंटियर से सुझाव भी मांगे। गांव मौजगढ़ से आए युवक हरपाल ने गांव में सरेआम शराब की बिक्री पर कटाक्ष किया। वहीं अन्य वालंटियर ने गांवों में सफाई का हाल बेहाल होने की बात रखी। जिस पर तुंरत संज्ञान लेते हुए उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी ने एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार की ओर से ग्रामीण आंचल में सफाई व्यवस्था को दुरूस्त रखने के लिए मुलाजिम लगाए हुए हैं। लेकिन सरपंच इन मुलाजिमों  से अपने घर पर कार्य लेते हैं। ऐसे में गांव की सफाई नहीं हो पाती। जोकि जरूरी है। मुलाजिम सरकार से मिलने वाली तनख्वाह बैठे-बैठाए खा रहे हैं। आप संबंधित बीडीपीओ को निर्देश देकर सफाई कर्मियों से गांव में सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं।
डॉ. अतुल मडिया ने वालंटियर से कहा कि आपकी एक बैठक आगामी 20 तारीख को दोबारा होगी। जिसमें आपकी गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी। साथ में  उन्होंने बैठक में अनुपस्थित रहे वालंटियर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आस-पास होने वाली घरेलू हिंसा या फिर अन्य समाज विरोधी गतिविधि की सूचना लोग उपमण्डल विधिक सेवा समिति के कोर्ट कम्पलैक्स में खोले गए कार्यालय के फोन नं. 231222 पर भी सुबह 9 से शाम 5 बजे तक दे सकते हैं।
इस अवसर पर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र दंदीवाल, बलजीत सिंह, कुलदीप सिंह सिधू, युधीष्ठिर शर्मा, कुलवंत सिंह, इन्द्रजीत सिंह, कंवलजीत सिंह कंबोज, राजेश यादव, धर्मवीर कुलडिया आदि उपस्थित थे।

बाप-बेटे को नशीला दूध देकर भाग गई बहू!


डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिकां में विवाहित युवती अपने पति तथा ससुर को दूध में नशीली गोलियां देकर 18 साल के अपने प्रेमी संग भाग गई। बाद में दोनों को प्रेमी के घर से बरामद कर लिया गया। सदर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जिला बठिंडा के गांव संगत के रहने वाले सुखदेव सिंह ने बताया कि उसके 27 वर्षीय साले जगसीर सिंह की 25 वर्षीय पत्नी सुखजीत कौर का गांव के मनदीप नामक युवक से लव चल रहा था। यह युवक उनकी रिश्तेदारी में है। जिसके कारण उसका अक्सर उनके घर आना-जाना था। चार माह पहले मनदीप सुखजीत कौर को भगाते हुए पकड़ा गया था। इसके बाद मनदीप के परिवार से उनके संबंध विच्छेद थे।
सुखदेव के अनुसार शुक्रवार रात करीब 10 बजे घर पर उसका ससुर 70 वर्षीय ससुर जंग सिंह, साला जगसीर सिंह अकेले थे। उसकी सास अमरजीत कौर तथा जगसीर सिंह की तीन वर्षीय बेटी राजदीप कौर राजस्थान के रावला में रिश्तेदारी में गए हुए थे। मौके का फायदा उठाते हुए सुखजीत कौर ने दोनों को नशा मिला दूध पिला दिया। दोनों के नशे में आते ही मौका पाकर वह अपने प्रेमी मनदीप के साथ फरार हो गई। लेकिन उनको वहां से फरार होता उसके ससुर के छोटे भाई तेजा सिंह ने देख लिया। उसके शोर मचाने पर गांव की महिला पंच पाली कौर, पड़ौसी जंगीर कौर तथा अन्य ग्रामीण भी उठ खड़े हुए। पोल खुलता देख मनदीप उसे अपने घर ले गया।
पंच ने सुखजीत कौर को मनदीप का साथ छोडऩे के लिए कहा और घर चलने को कहा। लेकिन वह नहीं मानी और मनदीप के साथ रहने की जिद्द पकड़ ली। शनिवार सुबह तक होश न आने के कारण जंग सिंह को डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया।
मामले की जांच कर रहे थाना सदर पुलिस के एएसआई आत्मा राम ने बताया कि दोनों पक्ष पंचायती तौर पर मामले को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। अगर पंचायती तौर पर मामला नहीं निबटता तो पुलिस अपनी कार्रवाई अमल में लाएगी।

विवाद से आहत महिला ने की खुदकुशी की कोशिश


डबवाली (लहू की लौ) घर में विवाद होने पर आहत एक रिटायर्ड एसडीओ की धर्मपत्नी ने शनिवार को रेलगाड़ी के आगे आकर जान देने की कोशिश की। गाड़ी की फेट लगने से महिला घायल हो गई। मौका पर पहुंचे डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सदस्यों ने उपचार के लिए महिला को राजकीय अस्पताल में पहुंचाया।
दर्पण सिनेमा के पीछे रहने वाले वाटर सप्लाई एण्ड सैनीटेशन पंजाब से रिटायर्ड एसडीओ बलवंत सिंह के घर में कुछ रोज पहले विवाद हुआ था। विवाद से उनकी 55 वर्षीय पत्नी मनजीत कौर आहत थी। इसी वजह से वह शनिवार को घर से रेलवे लाईन पर आ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह करीब सवा 11 बजे साईं मंदिर के निकट डबवाली रेलवे स्टेशन से बठिंडा की ओर जा रही गाड़ी के आगे आने का प्रयास किया। गाड़ी चालक ने महिला की हरकतों को देखते हुए गाड़ी धीमे कर ली। इसी दौरान महिला गाड़ी की फेट लगने के कारण दूर जा गिरी। उसके सिर, बाजू पर गंभीर चोट आई। गाड़ी भी कई देर तक रूकी रही।
गाड़ी में सवार होकर बठिंडा जा रहे वार्ड नं. 16 निवासी सर्वजीत सिंह राजा सरां ने फूर्ति दिखाते हुए डबवाली जन सहारा सेवा संस्था को मौके पर बुलाया और घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद महिला की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन उसके परिजन बेहतर इलाज के लिए उसे लधियाना के एक निजी अस्पताल में ले गए। महिला की हालत अभी भी  गंभीर बनी हुई है।

कलोनी रोड़ पर सटोरियों का हंगामा


डबवाली (लहू की लौ) लवकुश पार्क के पास शुक्रवार की रात को क्रिकेट सट्टा में लगे 12 लाख रूपये को लेकर दो पक्षों में खूब तनातनी रही। अन्तत: एक कांग्रेसी नेता के हस्तक्षेप के बाद 8 लाख रूपये में मामला निपट गया।
इंग्लैंड औैर इंडिया के बीच ट्रेंटब्रिज (इंग्लैंड) में 29 जुलाई से 2 अगस्त तक खेले गये पांच दिवसीय क्रिकेट मैच की हार-जीत को लेकर डबवाली और किलियांवाली में बुक्की संचालकों के पास लाखों रूपये का क्रिकेट सट्टा लगा। जिसमें कई युवा कंगाल हो गये। इसी दौरान डबवाली का एक युवक इंडिया को जिताता हुआ 12 लाख रूपये हार गया। जब पैसा देने की नौबत आई तो युवक ने हाथ खड़े कर दिये और अपने बचाव के लिए इनेलो तथा कांग्रेसी नेताओं की शरण में चला गया। बुक्की संचालकों ने इस युवक का पीछा नहीं छोड़ा और वह 12 लाख रूपया वसूलने पर अड़े रहे।
शुक्रवार रात को बुक्की संचालकों ने इस युवक को कलोनी रोड़ के लवकुश पार्क के पास घेर लिया और इसी दौरान युवक ने भी अपने समर्थकों को बुला लिया। डेढ़ घंटा तक दोनों पक्षों में खूब तनातनी रही। अन्तत: मामला एक कांग्रेसी नेता के पास रखा गया। दोनों तरफ की बात सुनने के बाद कांग्रेसी नेता ने अपने फरमान में युवक को 8 लाख रूपये की राशि बुक्की संचालकों को लौटाने की बात मनवा ली। यह राशि एक आढ़तिया की मार्फत 27 अगस्त को देना तय हुआ है।
मामला केवल पैसों की हार-जीत का नहीं है। बल्कि बुक्की संचालकों की मार्फत युवाओं की हो रही बर्बादी का है। जिस पर डबवाली तथा किलियांवाली पुलिस नकेल कसने में असफल रही है। क्रिकेट सट्टे में बर्बाद हुए युवकों के अभिभावकों ने जिला सिरसा और मुक्तसर पुलिस कप्तानों से  अनुरोध किया है कि जनहित में क्रिकेट पर सट्टा लगवाने वालों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाकर युवा पीढ़ी को बर्बाद होने से बचाया जाये।

करंट से मजदूर की मौत


डबवाली (लहू की लौ) गांव आसाखेड़ा में करंट लगने से एक मजदूर की मौत हो गई। पुलिस ने इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शनिवार को शव का डबवाली के राजकीय अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
गांव आसाखेड़ा का 32 वर्षीय भूप सिंह शुक्रवार शाम करीब 4 बजे किसान विनोद कुमार के खेत में लगी घास को दरांती से काट रहा था। अचानक उसकी दरांती खेत में लगे बिजली के खम्बे से टकरा गई। खम्बे में करंट होने की वजह से उसने वहीं दम तोड़ दिया। खेत मालिक ने इसकी सूचना तत्काल मृतक के परिजनों को दी। सूचना पाकर मौका पर भूप सिंह का पिता मंगला राम तथा भाई रिछपाल सिंह मौके पर पहुंचे। मृतक के दो बच्चे सुमन (12) तथा रविंद्र (10) हैं।
चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह ने बताया कि मृतक के भाई रिछपाल के ब्यान पर दफा 174सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लाई गई है। शव का राजकीय अस्पताल डबवाली से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया।

01 अगस्त 2011

ट्रक यूनियन में रिक्शा चालक का बेरहमी से कत्ल


डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ पर स्थित ट्रक यूनियन में शनिवार रात को रिक्शा चालक की बेरहमी से हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। हत्या के बाद शव को खुर्दबुर्द करने का प्रयास किया गया। शव रविवार सुबह यूनियन के पास स्थित एक नोहरे में झाडिय़ों के नीचे पड़ा मिला। मृतक की पहचान जिला बठिंडा के गांव नरसिंह कलोनी निवासी 28 वर्षीय चरणजीत उर्फ चरणा पुत्र संत लाल के रूप में हुई। किलियांवाली पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ दफा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करके जांच आरंभ कर दी है।
किलियांवाली पुलिस चौकी को रविवार सुबह करीब 8.45 पर मण्डी किलियांवाली ट्रक यूनियन के बगल में स्थित नोहरे में एक व्यक्ति का शव पड़ा होने की सूचना मिली। सूचना पाकर चौकी प्रभारी एएसआई जीत सिंह, एचसी हरबंस सिंह मौका पर पहुंचे। वहां प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मृतक रिक्शा चालक है। जो यूनियन के आस-पास रहकर अपना जीवन व्यतीत कर रहा था। मौका पर आए ट्रक चालक रूप सिंह ने मृतक की पहचान अपने भाई चरणजीत उर्फ चरणा के रूप में की। इसकी जानकारी पाकर मृतक के दो और भाई सोमनाथ तथा तीर्थ राम भी मौका पर पहुंचे।
रूप सिंह ने पुलिस को बताया कि चरणा की शादी करीब सात साल पूर्व जैतो मण्डी में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही पति-पत्नी में अनबन रहने लगी और दोनों अलग हो गए। पिछले छह वर्षों से उसका भाई रिक्शा चालक ट्रक यूनियन के इर्द-गिर्द ही रहता था। कभी-कभार नरसिंह कलोनी में घर आ जाता था। वह शनिवार शाम करीब 5 बजे अपने भाई चरणा से मिलकर घर गया था। उस समय वह ठीक था। लेकिन आज सुबह चरणा का शव यूनियन के पास ही नोहरे में पड़ा होने की सूचना मिली।
घटना स्थल का यूं लगा पता
मृतक की दाईं आंख, पेट तथा सिर पर गंभीर चोटों के निशान थे। उसका मुंह खून से सना हुआ था। नोहरे से कुछ दूरी पर खून के छींटे दिखाई दिए और एक लम्बी लाईन नोहरे की ओर आती दिखाई दी। शव तथा मौके के हालातों ने चरणा की हत्या करने के बाद उसके शव को खुर्दबुर्द करने की नियत से घसीटते हुए झाडिय़ों के बीच फेंकने का शक जाहिर किया। लेकिन मृतक का रिक्शा आस-पास कहीं दिखाई नहीं पड़ा। किलियांवाली पुलिस मृतक के भाई रूप सिंह के ब्यान दर्ज करने के लिए उसे ट्रक यूनियन में ले गई। रूप सिंह ने वहां खड़े अपने भाई के रिक्शा को पहचान लिया। यूनियन में रिक्शा खड़ा होने से पुलिस का सारा ध्यान वहीं केंद्रित हो गया। यूनियन में पड़े मेज पर खून के निशान दिखाई दिए। हत्या की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे लम्बी थाना के प्रभारी एसआई गुरप्रीत सिंह बैंस ने मौके का जायजा लिया।
मामला दर्ज
थाना लम्बी प्रभारी एसआई गुरप्रीत सिंह बैंस ने बताया कि प्रांरभिक जांच में रिक्शा चालक चरणजीत उर्फ चरणा की हत्या ट्रक यूनियन में हुई प्रतीत होती है। पुलिस को गुमराह तथा शव को खुर्दबुर्द करने के लिए कहीं ओर खून के छींटे गिराकर शव को घसीटते हुए नोहरे के बीच झाडिय़ों में फेंका गया। थाना प्रभारी के अनुसार ट्रक यूनियन भी संदेह के घेरे में है, चूंकि मेज पर खून के निशान होने के बावजूद किसी ने पुलिस को सूचित किया नहीं। बल्कि निशान मिटाने के लिए मेज को पानी से धो दिया गया। ट्रक यूनियन की दीवार के बिल्कुल साथ मृतक के कपड़े बरामद हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में फोरेंसिक लैब की मदद ली जा रही है। फिलहाल मृतक के भाई रूप सिंह के ब्यान पर अज्ञात के खिलाफ दफा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करके अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। शव का मलोट के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया गया है।

प्रेमी के संग सिटी थाना में पहुंची प्रेमिका


डबवाली (लहू की लौ) घरेलू हिंसा से तंग आकर दो बच्चों की मां ने अपने पति को छोडऩे का निश्चय कर लिया है। पुलिस के समक्ष इस महिला ने अपने पति के साथ जाने से इंकार कर दिया।
पुराना हनुमान मंदिर के नजदीक रहने वाले गुरतेज सिंह ने गत दिवस सिटी पुलिस को एक शिकायत देकर कहा कि उसकी 30 वर्षीय पत्नी रिम्पी मंगलवार से गुमशुदा है। उसके साथ उसका पांच साल का बेटा तुषार भी है। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए रिम्पी के मोबाइल की कॉल डिटेल निकलवाई। जिसमें पुलिस को पता चला कि रिम्पी की अबोहर निवासी सोनू नामक युवक से बातचीत हो रही है। इसी आधार पर सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने अबोहर में शनिवार को सोनू के घर पर दस्तक दी और रिम्पी के बारे में जानने का प्रयास किया। लेकिन सोनू घर पर नहीं मिला। रविवार को रिम्पी और सोनू पुलिस दबाव के चलते सिटी पुलिस में उपस्थित हो गए। रिम्पी ने पुलिस को बताया कि उसका पति गुरतेज उसे अक्सर पीटता है। जिसके चलते मंगलवार को वह अपनी मर्जी से अमृतसर चली गई। उसका बेटा तुषार उसके साथ था। रिम्पी ने पुलिस को बताया कि वह अपने पति की मारपीट से तंग आकर सोनू के साथ जाना चाहती है।
अबोहर निवासी 22 वर्षीय सोनू ने बताया कि वह पर्ल कंपनी का एजेंट है। रिम्पी भी इसी कंपनी की एजेंट है। एक साल पूर्व बठिंडा में कंपनी के कार्यालय में उन दोनों की भेंट हुई। दोनों में नजदीकिया बढ़ गई। दोनों में प्रेम संबंध स्थापित हो गए। रिम्पी ने उसे बताया कि उसका पति गुरतेज उसे बुरी तरह से मारता-पीटता है। वह घर का खर्चा भी नहीं देता। मंगलवार को रिम्पी अमृतसर चली गई। गुरूवार को उसके पास फोन आया कि उसका बेटा तुषार अत्याधिक बीमार है। वह तुरंत अमृतसर चला आए। वह अमृतसर पहुंच गया। शनिवार को उसे अबोहर लाया तथा वहां दवाई आदि दिलाई। दोनों ने अबोहर के बस अड्डा पर रात बिताई। रविवार को वह डबवाली के थाना में रिम्पी के साथ उपस्थित हो गया।
मामले की जांच कर रहे सिटी पुलिस के एसआई राजा राम ने बताया कि पुलिस के पास गुरतेज सिंह ने अपनी पत्नी रिम्पी के गुम होने की शिकायत दी थी। जिसके आधार पर उन्होंने जांच शुरू की। रविवार को रिम्पी अबोहर निवासी सोनू के साथ उनके समक्ष पेश हो गई। रिम्पी अपने प्रेमी सोनू के साथ जाने के लिए कह रही है। जबकि गुरतेज उसे अपने घर लाना चाहता है। फिलहाल जांच चल रही है। दोनों पक्षों की ओर से पंचायतें भी हो रही हैं।

31 जुलाई 2011

किलोमीटर लम्बी टेलीफोन केबल काटी


बीएसएनएल तथा पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग में तनाव, मामला उच्च अधिकारियों के पाले में
डबवाली (लहू की लौ) केंद्र सरकार का बीएसएनएल तथा पंजाब सरकार का जनस्वास्थ्य विभाग सीवरेज पाईप डालते समय बीएसएनएल की तारें कटने पर आमने-सामने आ गए हैं। दोनों टकराव के मूड में हैं। बीएसएनएल के अधिकारियों ने पंजाब पुलिस पर सुनवाई न करने का आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया है। इधर पंजाब पुलिस ने जांच करने का दावा करते हुए मामले में पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग तथा संबंधित ठेकेदार को क्लीन चिट दे दी है।
जनस्वास्थ्य विभाग पंजाब गांव किलियांवाली से भाटी कलोनी तक एक किलोमीटर एरिया में सीवरेज डाल रहा है। इस कार्य का ठेका विभाग ने सर्वजीत सिंह सैनी नामक व्यक्ति को दिया हुआ है। बीएसएनएल डबवाली के कनिष्ठ अभियंता पवन अग्रवाल ने किलियांवाली पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि गांव किलियांवाली के करीब 30 लैंडलाईन फोन एक्सचैंज से जुड़े हुए हैं। इसके लिए विभाग ने 50 पेयर की केबल लगभग एक किलोमीटर क्षेत्र में डाली हुई थी। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग के ठेकेदार के करिंदों ने लापरवाही बरतते हुए जेसीबी मशीन के जरिए केबल को काट दिया। जिससे गांव के सभी फोन डैड हैं।
बीएसएनएल उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि 21 जून को दी शिकायत पर किलियांवाली पुलिस ने कोई गौर नहीं किया। जिसके चलते उन्होंने इसी हफ्ते एसएसपी श्री मुक्तसर साहिब को एक शिकायत भेजकर उपरोक्त मामले से अवगत करवाया। लेकिन पत्र के बदले किलियांवाली पुलिस ने उन्हें साफ तौर पर कह दिया है कि टेलीफोन की तारें जमीन में डली होने संबंधी ठेकेदार के कर्मचारियों को कोई जानकारी नहीं थी, जिसके कारण मशीन से तारें कट गई। इसमें ठेकेदार ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया। एसडीई के अनुसार एक किलोमीटर तक जेसीबी तारें काटती रही, लेकिन किसी को मालूम नहीं हुआ कि तारें कट रही हैं, ऐसा कैसे हो सकता है? इससे बीएसएनएल को करीब डेढ़ लाख रूपए का नुक्सान हुआ है। उन्होंने उपरोक्त कार्रवाई की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी है।
इस संबंध में ठेकेदार सर्वजीत सिंह सैनी ने बताया कि कार्य आरंभ करते समय बीएसएनएल के अधिकारियों को अवगत करवाया गया था। लेकिन कोई कर्मचारी या अधिकारी मौका पर नहीं पहुंचा। दूसरा टेलीफोन की तार को सही तरीके से नहीं डाला गया। तार आड़ी-तिरछी डली हुई है। जिसके कारण जमीन में तार डली होने का पता नहीं चलता। इसमें उसके कर्मचारियों का कोई दोष नहीं है।
जनस्वास्थ्य विभाग पंजाब के एसडीई सुखदर्शन सिंह ने बताया कि गांव किलियांवाली से भाटी कलोनी तक करीब एक किलोमीटर लम्बी सीवरेज लाईन डाली जा रही है। टेलीफोन की केबल जिग-जेग (आड़ी-तिरछी) डली हुई थी। जिसके कारण निर्माण के दौरान जेसीबी से कुछ कट गई। लेकिन यह कार्य जानबूझकर नहीं किया गया।
किलियांवाली पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई जीत सिंह ने बताया कि बीएसएनएल डबवाली के जेई पवन अग्रवाल की शिकायत उनके पास आई थी। पुलिस ने मौका का निरीक्षण करने के बाद पाया कि ठेकेदार फर्म तथा पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग ने जानबूझकर तार नहीं काटी है।
उधर बीएसएनएल डबवाली के अधिकारी इस मामले को काफी गंभीर मान रहे हैं। ठेकेदार पर पंजाब पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने के कारण उन्होंने पुलिस, ठेकेदार तथा पंजाब जनस्वास्थ्य विभाग की शिकायत अपने उच्च अधिकारियों से की है।

डबवाली कोर्ट में महिला बेहोश


डबवाली (लहू की लौ) अदालत में पेशी भुगतने के लिए आई महिला बहस के दौरान बेहोश होकर गिर गई। जिसे सूचना पाकर पहुंचे चिकित्सकों ने अदालत में उसे प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल पहुंचाया। महिला को करीब दो घंटे बाद होश आया।
कालांवाली निवासी बलवीर सिंह ने बताया कि उसकी दो बेटियां वीरपाल कौर तथा राज रानी हैं। दोनों ही विवाहिता हैं। उसकी 32 वर्षीय बेटी राज रानी की शादी 25 फरवरी 2008 को पंजाब के तलबंडी साबो के गुरबख्श सिंह के बेटे राजिंद्र सिंह के साथ हुई थी। बेटा न होने की वजह से उसकी जायदाद उनकी बेटियों के हिस्से में आती है। शादी के कुछ समय बाद ही राजिंद्र उसका घर जवाईं बनकर जायदाद हड़पने के सपने पालने लगा। अपने घिनौने सपने को पूरा करने के लिए वह अपने अनय पारिवारिक सदस्यों के साथ उसकी बेटी को मानसिक तथा शारीरिक रूप से प्रताडि़त करने लगा।
इस मामले को लेकर वे पुलिस में भी गए। लेकिन वहां उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिर उन्होंने अगस्त 2009 को डबवाली अदालत का दरवाजा खटखटाकर राजिंद्र सिंह से 10 हजार रूपए प्रति माह के हिसाब से गुजारा-भत्ता दिलाए जाने की मांग की। शनिवार को मामले की तारीख थी। राजिंद्र भी अदालत में आया हुआ था। बलवीर सिंह के अनुसार उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में बहस चल रही थी। बहस के दौरान तनाव में आकर उसकी बेटी सुबह करीब 10 बजे बेहोश हो गई।
अदालत में महिला के बेहोश हो जाने की सूचना पाकर राजकीय अस्पताल के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू तथा डॉ. सुखवंत सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने महिला को प्राथमिक उपचार दिया। बेहोशी की हालत में महिला को तत्काल अस्पताल में लाया गया। वहां दो घंटे बाद महिला को होश आया।
होश में आने के बाद गांव दादू के राजकीय स्कूल में जेबीटी टीचर राज रानी ने बताया कि न्यायिक दण्डाधिकारी के सामने राजिंद्र बार-बार उसे अपने साथ लेजाने की बात कह रहा था। जिससे वह तनाव में आ गई और गिरकर बेहोश हो गई। वह राजिंद्र के साथ नहीं जाना चाहती। टीचर के अनुसार राजिंद्र कई बार गांव दादू में उसका रास्ता रोककर उसे धमकी दे चुका है। उसने अपने साथ हुए जुल्मों के बारे में जज साहेब को बता दिया है। जज साहेब ने उसे पुलिस सुरक्षा देने का भरोसा दिलाया है।
चिकित्सक एमके भादू ने बताया कि महिला अत्याधिक तनाव तथा गर्मी की वजह से बेहोश हुई। महिला को कुछ दिन इलाज लेने की सलाह दी गई है।

शिवरात्रि के अवसर पर जागरण

बनवाला (जसवंत जाखड़) रामगढ़ में स्थित श्रीशिव मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर मंदिर के संचालक बाबा कृष्णनाथ की देखरेख में जागरण आयोजित किया गया। जागरण में ऐलनाबाद मनीराम एण्ड पार्टी ने श्रीगणेश वंदना आओ जी गजानंद मेह थाहने पुकारां, डमडम डमरू बाजे, भोला शंकर कांवडिय़ों के साथ मस्ती में नाचें और भोले भंडारी तेरी लीला न्यारी आदि भजन गाए। इस अवसर पर 24 घंटे का श्रीरामायण का अखंडपाठ भी रखा गया था जिसका भोग डाला गया। इसके उपरांत शनिवार की सुबह हवन यज्ञ आयोजित किया गया और फिर भंडारे में हलवे का प्रसाद वितरित किया गया जिसमें ग्यारह सौ से ज्यादा लोगों ने भंडारे में भाग लिया। इस अवसर पर महाराजा रणजीत सिंह युवा क्लब एवं युवा क्लब रामपुरा विश्रोईया के सदस्यों ने सेवा कार्य में भाग लिया। सेवादारों में सुशील कुमार, भीमसैन, कृष्ण कुमार, रमेश, विनोद, भाल सिंह, मालाराम, मास्टर फूल सिंह, रामप्रताप, पवन कुमार, बसीलाल और गोपीराम उपस्थित थे।

कार्यशाला में बालक के विकास पर हुई चर्चा


डबवाली (लहू की लौ) शहीद अशोक वढेरा सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित आचार्य प्रशिक्षण वर्ग के प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन हिन्दू शिक्षा समिति हरियाणा कार्यकारिणी सदस्य मदन लाल और प्राचार्य रणवीर सिंह ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया।
इस कार्यशाला में बालकों के सर्वांगीण विकास व शिक्षा में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने का संकल्प लिया। प्रशिक्षण शिविर में मुख्य विषय बालक के विकास में आचार्य व अभिभावक का दायित्व, हमारा बालक संस्कारित कैसे बने, बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए योग ही सबसे अच्छा उपाय है। इस मौके पर प्राचार्य रणवीर सिंह ने कहा कि आज बालक, पालक व संचालक सबके एक साथ होने पर ही बालक का विकास किया जा सकता है। इस कार्यशाला में बिशनामल जैन सरस्वती विद्या मंदिर कालांवाली, लूना राम सरस्वती विद्या मंदिर गंगा के सभी आचार्यों ने भी भाग लिया। विद्यालय प्रबंधक समिति के प्रबंधक अमृतपाल ने कहा कि बच्चों के साथ प्रेमपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए।

बलात्कार का आरोपी रिमांड पर


डबवाली (लहू की लौ) गांव चकरूलदू सिंह वाला में एक विवाहिता से बलात्कार करने के आरोपी व्यक्ति को संगत पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर शनिवार को बठिंडा अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।
थाना संगत प्रभारी एसआई अमृतपाल सिंह ने बताया कि गांव चक्करूलदू सिंह वाला की राजेन्द्र कौर पत्नी गुरप्रीत सिंह ने शिकायत करके कहा था कि वह 27 जुलाई को घर पर अकेली थी, उसका पति माता के दर्शनों के लिए गया हुआ था जबकि उसका ससुर दिहाड़ी पर गया हुआ था। इसी दौरान उनके ही गांव का मलकीत सिंह उसके घर में घुसा और उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 376/452 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके महिला का स्वैब लेकर जांच के प्रयोगशाला में भेज दिया है।

आश्वासन के बाद उखाड़े तंबू


कालांवाली (संजीव सिंगला) गांव कुरंगावाली में पिछले दो दिनों से चौबीस घंटे बिजली आपूर्ति को लेकर बिजली घर पर ग्रामीणों द्वारा लगाया गया ताला आज खोल दिया गया। ग्रामीणों से बातचीत करने के लिए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन, एचवीपीएनएल के एक्सीयन रूपेश खैरा, आरके जैन प्रोजेक्ट मैनेजर, वीके चौधरी एसडीओ कंस्ट्रक्शन, एमआर सचदेवा एक्सीयन कंस्ट्रक्शन, आरके कंबोज एक्सीयन सिविल, डीआर वर्मा एसडीओ कंस्ट्रक्शन मौका पर पहुंचे।
अधिकारियों ने गांव के सरपंच जसपाल सिंह से बातचीत की। ग्रामीणों की समस्या के समाधान के लिए दो एकड़ जमीन की मांग की, ताकि वहां पर 33केवी सबस्टेशन बनाकर चौबीस घंटे गांव को बिजली दी जा सके। पंचायत ने मौका पर ही प्रस्ताव पारित करके दो एकड़ जमीन निगम को देने की घोषणा की। अधिकारियों ने तुरंत एसई (ऑप्रेशन) आरके जैन सिरसा से बातचीत करके ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि उनके गांव में सबस्टेशन बनते ही चौबीस घंटे बिजली की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

30 जुलाई 2011

इंतजार खत्म, मिलेगा टयूब्बैल कनेक्शन


डबवाली (लहू की लौ) लम्बे इंतजार के बाद हरियाणा सरकार के दरबार में राज्य के धरती पुत्रों की सुनी गई है। टयूब्बैल कनेक्शन के लिए लम्बित चली आ रही उनकी मांग पूरी हो गई है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 40 हजार किसानों को टयूब्बैल देने की घोषणा के बाद जिला सिरसा के किसानों की बांछे भी खिल गई हैं। इन कनेक्शनों में जिला सिरसा के 4200 आवेदकों का नंबर लगना तय है। इसके लिए निगम ने जिला भर में डिमांड नोटिस जारी कर दिए हैं।
टयूब्बैल कनेक्शनों के लिए बिजली निगम द्वारा आखिरी बार  साल 2009 में डिमांड नोटिस जारी किए गए थे। दो सालों के लम्बे अंतराल के बाद हरियाणा सरकार ने पुन: प्रदेश के किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए टयूब्बैल कनेक्शन जारी करने का मन बनाया है। सरकार की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए बिजली निगम ने इसके लिए डिमांड नोटिस जारी किए हैं। अकेले सिरसा जिला में 31 दिसंबर 2010 तक टयूब्बैल कनेक्शनों के लिए आए 4200 आवेदनों को ये नोटिस भेजे गए हैं। इनमें निगम के डबवाली मण्डल से संबंधित सब डिविजन डबवाली के 682, कालांवाली के 656 तथा चौटाला के 430 आवेदनकर्ता किसानों को फायदा होगा। निगम ने डिमांड नोटिस के बदले तीन माह के भीतर जवाबदेही मांगी है।
नोटिस के बदले किसान का जवाब मिलते ही निगम का अधिकारी साईट का निरीक्षण करेगा। इस प्रकार तीन माह तक डिमांड नोटिस का जवाब तथा निरीक्षण की रिपोर्ट जिला स्तर के अधिकारी तक भेजी जाएगी। योजना में खास बात यह है कि जिला स्तर पर ही टैण्डर जारी किए जाएंगे। ताकि तत्काल स्कीम के तहत किसानों को तत्काल ही कनेक्शन मुहैया करवाए जा सकें।
अपनी योजना के अनुसार बिजली निगम एक स्थान पर 100 केवी का ट्रांस्फार्मर रखेगा। इस ट्रांस्फार्मर से अगर तीन कनेक्शन जारी होते होंगे तो प्रति किसान को 30 हजार रूपए के साथ-साथ सात हजार रूपए प्रति स्पेम देना होगा। अगर उसी ट्रांस्फार्मर से तीन से अधिक कनेक्शन जारी होंगे तो प्रति किसान 20 हजार रूपए के साथ-साथ सात हजार रूपए प्रति स्पेम के हिसाब से निगम को देना होगा।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने बताया कि टयूब्बैल कनेक्शन के लिए 31 दिसंबर 2010 तक जिन किसानों ने अप्लाई किया है, उन्हें ही डिमांड नोटिस जारी किए गए हैं। डबवाली मण्डल के 1768 किसानों को ये नोटिस भेजे गए हैं। नोटिसों पर तीन माह के भीतर कार्रवाई अमल में लाई जानी है।

गेट के सामने तम्बू गाड़कर मांगी बिजली


कालांवाली (संजीव सिंगला) गांव कुरंगावाली में नवनिर्मित 132केवी बिजली घर से गांव को विद्युत आपूर्ति न देने से गुस्साए ग्रामीणों ने गुरूवार को बिजलीघर के गेट पर ताला जड दिया। गेट के सामने तंबू गाड़कर धरने पर बैठ गए। निगम के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। लम्बी जद्दोजहद के बाद शाम करीब 7 बजे निगम अधिकारियों से आश्वासन पाने के बाद उत्तेजित ग्रामीण शांत हुए और धरना समाप्त किया।
गांव के सरपंच प्रतिनिधि जसपाल सिंह, पूर्व सरपंच इकबाल सिंह, गुरमेल सिंह, गंडा सिंह, बुध सिंह, जंगीर सिंह, जगवंत सिंह, सुखपाल सिंह, राज सिंह, आसा राम, बाबू सिंह, जसपाल कौर, हरदेव कौर, जसविंद्र कौर के नेतृत्व में सैंकड़ों ग्रामीण बिजलीघर में जमा हो गए। ग्रामीणों ने बिजलीघर में चल रहे निर्माण कार्य को बंद करवाकर कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। गेट के आगे तम्बू गाड़कर धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी। धरने की सूचना पाकर कालांवाली के नायब तहसीलदार संजय चौधरी, थाना रोड़ी पुलिस प्रभारी कृष्णा यादव, बड़ागुढ़ा के थाना प्रभारी देवेंद्र नैन, राम चंद्र, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र भादू सहित मुख्यालय से भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा। इसके अलावा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन, कालांवाली के एसडीओ पंकज गंडा, विनोद जेई तथा सिरसा से सहायक कार्यकारी अभियंता वीके चौधरी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग रहे और धरने पर बैठे रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत ने बिजली घर के निर्माण के लिए लाखों रूपए कीमत की 10 एकड़ भूमि निगम को उपलब्ध करवाई थी। उस समय निगम ने गांव को उपरोक्त बिजलीघर से 24 घंटे बिजली देने का वायदा पंचायत से किया था। साथ में गांव के 10 युवकों को नौकरी देने का भी आश्वासन दिया था। इस बिजलीघर का निर्माण अंतिम पड़ाव पर है। लेकिन निगम के अधिकारी पंचायत के साथ किए गए वायदों से पीछे हट रहे हैं। निगम के अधिकारी अब उनके गांव को विद्युत आपूर्ति गांव सुखचैन में निर्माणाधीन 33 केवी बिजली घर से करने की बात कह रहे हैं।
 इस संबंध में कार्यकारी अभियंता वीके रंजन ने बताया कि बिजलीघर से केवल सबस्टेशन को ही सप्लाई दी जा सकती है, इसके अलावा इस सबस्टेशन के माध्यम से सीधे तौर पर किसी भी गांव को बिजली मुहैया करवाने का प्रवधान नही है। गांव वासियों की मांग को देखते हुए जल्दी ही किसी नजदीकी सब स्टेशन से सप्लाई देने के लिए विभाग को लिखा जाएगा।

सड़क रोककर मांगी बस


पांच किलोमीटर पैदल जाते हैं पढ़ाई करने, जाम के दौरान बस को जलाने का प्रयास
बनवाला (जसवंत जाखड़) हरियाणा सरकार भले ही ग्रामीण आंचल में शिक्षा देने के कसीदे गढ़ रही हो, लेकिन हकीकत है कि शिक्षा के लिए आज भी ग्रामीण आंचल के बच्चे कई किलोमीटर पैदल यात्रा कर रहे हैं। बनवाला से पांच किलोमीटर पैदल चलकर रिसालियाखेड़ा जाने वाले स्कूली विद्यार्थियों ने बस की मांग को लेकर शुक्रवार को हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें और पत्थर लेकर सिरसा-संगरिया मार्ग जाम कर दिया। संगरिया से सिरसा जा रही हरियाणा रोड़वेज की बस को जलाने का भी प्रयास किया। चार घंटे बाद मौका पर पहुंचे रोड़वेज के टीएम से बस शुरू होने का आश्वासन पाने के बाद विद्यार्थी सड़क से हटे।
गांव बनवाला की 30 लड़कियां तथा 25 लड़के गांव से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित गांव रिसालियाखेड़ा के सरकारी स्कूल में 11वीं तथा 12वीं में पढ़ते हैं। इन 55 विद्यार्थियों को पैदल रिसालियाखेड़ा जाना पड़ता है। स्कूल में पहुंचने से कुछ मिनट लेट होने पर इन्हें बाहर निकाल दिया जाता है। क्लास अटेंड न होने से उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इसी वजह से आज इन छात्र-छात्राओं ने सुबह करीब सात बजे गांव बनवाला के प्रथम बस अड्डा के समीप तथा गीता भवन के निकट दो अलग-अलग जगहों पर जाम लगाकर सिरसा-संगरिया मार्ग अवरूद्ध कर दिया। जिससे वाहनों की लम्बी कतारें लग गई।
इसी दौरान करीब 7.30 बजे संगरिया से आई हरियाणा रोड़वेज की एक बस को विद्यार्थियों ने घेर लिया।  विद्यार्थियों के हाथों में मिट्टी तेल की बोतलें तथा पत्थर पकड़े हुए देखकर बस के चालक तथा परिचालक ने खचाखच भरी बस को खाली करवा दिया। बस पर मिट्टी तेल छिड़कर कर आग लगाई जाती इससे पूर्व ही मौका पर गांव के सरपंच भरत सिंह डुडी तथा गांव के लूना राम, सरवन कुमार, टेकचंद, काशी राम, भूप सिंह, महावीर सिंह, प्रभु राम, ललित कुमार, मोहन लाल आ गए। उन्होंने विद्यार्थियों को ऐसा करने से रोक लिया। सरपंच ने तनावपूर्ण स्थिति की जानकारी तुरंत एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल को दी। एसडीएम के आदेश पर रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद तथा थाना औढ़ां के प्रभारी हवा सिंह मौका पर पहुंचे। उन्होंने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि सोमवार से इस रूट पर बस शुरू कर दी जाएगी। आश्वासन मिलने के बाद 11 बजे स्टूडेंट सड़क से हटे।
स्टूडेंट अनिता, सुमन, रेखा, माया, कोमल, कमलेश, कांता, किरण, पूनम देवी, सुरेंद्र, विक्रम, विकास, राजेंद्र, संदीप, पृथ्वी राज, हरपाल ने बताया कि वे शिक्षा प्राप्ति के लिए हर रोज पांच किलोमीटर पैदल चलकर गांव रिसालियाखेड़ा जाते हैं। जिसके लिए उन्हें सुबह करीब 5.30 बजे घर से निकलना पड़ता है। समय पर न पहुंचने के कारण उनकी गैरहाजिरी लगती है, साथ में उन्हें कक्षा में भी बैठने नहीं दिया जाता। इन परेशानियों से गुजरने के बाद अपने भविष्य को ध्यान में रखते हुए मजबूरी में उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। विद्यार्थियों ने चेतावनी दी कि अगर सोमवार से इस रूट पर बस शुरू नहीं की जाती, तो वे लोग पुन: मार्ग अवरूद्ध कर देंगे।
एसडीएम डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि उन्हें उपरोक्त स्थिति की जानकारी मिली थी। रोड़वेज के टीएम महावीर प्रसाद को मौका पर भेजा था। उनसे आश्वासन मिलने के बाद विद्यार्थियों ने जाम खोल दिया। उनके अनुसार बनवाला-रिसालियाखेड़ा के बीच सोमवार से रोड़वेज की बस सेवा बहाल कर दी जाएगी।

29 जुलाई 2011

जेल में बना ट्रांस्फार्मर चोर गैंग


डबवाली (लहू की लौ) छोटे-छोटे अपराधों में जेल जाने वाले बहुत कम लोग सुधरते हैं। जेलों में ही इन ये लोग बंद शातिर अपराधियों से अपराध का क ख ग सीखते हैं। बाहर आने के बाद एशो आराम की जिन्दगी जीने के लिए अपने उस्तादों के साथ मिलकर बड़ी वारदातों को अंजाम देते हैं।
यह खुलासा पुलिस के समक्ष ट्रांस्फार्मर चोरी में पकड़े गए सिरसा के थेहड़ मोहल्ला निवासी पम्मा उर्फ पम्मी ने पूछताछ के दौरान किया है। थाना सदर पुलिस ने पम्मा को हाल ही में डबवाली क्षेत्र में ट्रांस्फार्मर चोरी की घटनाओं में काबू किया था। दो दिन का पुलिस रिमांड लेकर पम्मा से जब पूछताछ की तो उसने अपने अपराधी बनने का नुस्खा पुलिस के समक्ष खोल दिया। जिसे सुनकर पुलिस भी हैरत में पड़ गई। पम्मा ने पुलिस को बताया कि वह एक निजी स्कूल की बस चलाया करता था। करीब पांच साल पूर्व उससे एक सड़क दुर्घटना हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हुई। इसी मामले में उसे सिरसा जेल में जाना पड़ा। वहां उसकी मुलाकात ट्रांस्फार्मर चोरी में पहले से बंद बेअंत सिंह निवासी भाटी कालोनी, किलियांवाली, नोनिहाल सिंह सकताखेड़ा, जसकरण उर्फ जानी खुड्डियां गुलाब सिंहवाला से हुई। इन लोगों ने उसे बताया कि किस प्रकार वे दिनों में ही अमीर बनकर अपनी किस्मत का दरवाजा खोल सकता है। संयोग से जेल में ही जसकरण उर्फ जानी की मां उसकी घरवाली की मौसी निकल गई। जिससे जेल से बाहर आने के बाद उनका एक-दूसरे के घर में आना-जाना शुरू हो गया। इन लोगों ने जेल से बाहर आने के बाद जल्द अमीर बनने के लिए अपना गिरोह तैयार किया।
पम्मा के अनुसार उन्होंने चारों ने मिलकर जिला बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब तथा हरियाणा के जिला सिरसा में ट्रांस्फार्मर चोरी की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया। पांच माह तक ये लोग इक्ट्ठे रहे। आपस में बांटकर खूब चोरी की मलाई खाई। मलाई के बंटवारे को लेकर ही उनकी गैंग में दरार पड़ गई। इससे पूर्व वह गैंग में शामिल बिजली मैकेनिक जानी से ट्रांस्फार्मर चोरी का काम सीख चुका था। आपस में बिगडऩे के बाद उसने गैंग से किनारा कर लिया और अपनी पत्नी कर्मजीत कौर को साथ लेकर ट्रांस्फार्मर चोरी करना शुरू कर दिया। पम्मा ने बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ एक वर्ष से ट्रांस्फार्मर चोरी को अंजाम देता आ रहा है। अब तक वे दोनों पति-पत्नी जिला सिरसा में कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। जिसमें केवल थाना सदर डबवाली के अंतर्गत आने वाले 13 ट्रांस्फार्मरों को चुरा चुके हैं। पुलिस के समक्ष पम्मा ने स्वीकार किया कि वह 10 तथा 16 केवी के ट्रांस्फार्मर के चार नट खोल देता और उसे गिरा देता। बाकी का काम उसकी पत्नी करती। यदि मार्ग में उन्हें कोई मिल जाता तो वे स्वयं को पोस्ती बताकर निकल जाते।
थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि दो दिन के पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी पम्मा से 13 ट्रांस्फार्मरों से चुराए गई 22 किलो कॉपर वायर बरामद हुई है। उसकी पत्नी कर्मजीत कौर की तालाश जारी है। गुरूवार को पम्मा को डबवाली की अदालत में पेश किया गया। चौटाला पुलिस की याचिका पर अदालत ने आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर चौटाला पुलिस को सौंप दिया।

मुश्किल में फंसे डबवाली के बीडीपीओ


डबवाली (लहू की लौ) गांव मसीतां के स्टेडियम निर्माण में हुए घपले के मामले में फंसे बीडीपीओ डबवाली की मुश्किलें कम नहीं हुई है। बल्कि बढ़ती जा रही हैं। ग्राम पंचायत ने जांच रिपोर्टों के बाद अब इस मामले को पुलिस के सुपुर्द उठाते हुए बीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
एसपी सिरसा को दी शिकायत में ग्राम पंचायत मसीतां के सरपंच शिवराज सिंह ने कहा है कि गांव में स्टेडियम के निर्माण के लिए सरकार ने 20 लाख से अधिक की अनुदान राशि स्वीकार की थी। जिससे स्टेडियम में हाल कमरा बनाया जाना था। सरकार ने पहली किश्त के रूप में इस अनुदान राशि मे ंसे 10 लाख 32 हजार रूपए की राशि बीडीपीओ डबवाली रामसिंह को भेजी थी। जिसमें से बीडीपीओ ने 3 लाख 74 हजार 333 रूपए निकालकर इस राशि से घटिया स्तर की जोडिय़ां खरीदी। इसकी जांच की मांग को लेकर उन्होंने उपायुक्त सिरसा को एक शिकायत दी थी।
उपायुक्त ने शिकायत की जांच करवाने का अधिकार उपमण्डलाधीश डबवाली डॉ. मुनीश नागपाल को देते हुए उसकी शिकायत को उपमण्डलाधीश के पास भेज दिया था। उपमण्डलाधीश के अनुरोध पर एसडीओ पंचायती राज ने जांच की। जिसमें 99703 रूपए निर्माण सामग्री पर बाजार मूल्य से अधिक खर्च पाए गए। इसी जांच रिपोर्ट को उपमण्डलाधीश डबवाली ने अपने पत्र क्रमांक 481, दिनांक 26.4.2011 को उपायुक्त सिरसा को भेज दिया।
सरपंच के अनुसार इसके बाद दूसरी बार उपायुक्त सिरसा ने एक्सीयन पीडब्ल्यूडी डिविजन नं. 1, सिरसा से इसकी जांच करवाई। एक्सीयन पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर ने अपनी जांच रिपोर्ट में एक लाख एक हजार 247 रूपए की राशि का गबन पाया। एक्सीयन ने अपनी जांच रिपोर्ट को पत्र क्रमांक 2178, दिनांक 27 जून 2011 को उपायुक्त सिरसा को सौंप दिया।
सरपंच ने एसपी से पंचायत की ओर से अनुरोध किया है कि उपायुक्त सिरसा को दो अधिकारियों द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट के बावजूद भी रामसिंह बीडीपीओ के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। हालांकि बीडीपीओ ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए पंचायत की राशि को निकाला तथा उसमें भी अनियमितता की। पंचायत ने एसपी से अनुरोध किया है कि बीडीपीओ के खिलाफ केस दर्ज करके गांव को न्याय दिलाया जाए तथा सरकार की राशि का दुरूपयोग करने वाले को अवश्यक सजा दिलाई जाए।
एसपी सतिंद्र गुप्ता ने उपरोक्त शिकायत मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि मामले की जांच के लिए ग्राम पंचायत मसीतां की शिकायत को थाना शहर डबवाली को भेजा गया है।

बिजली मांगने आए ग्रामीणों पर सरकारी संपत्ति के नुक्सान व सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज


डबवाली (लहू की लौ) दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के गांव आसाखेड़ा में स्थित बिजलीघर में घुसकर बिजली कर्मचारियों से मारपीट करने, सरकार काम में बाधा डालने, तोडफ़ोड़ करने तथा जान से मारने की धमकी देने के आरोप में पुलिस ने पांच जनों को नामजद करते हुए करीब 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बुधवार को उपमण्डल के गांव लोहगढ़, राजपुरा, जोतांवाली, अबूबशहर, सुकेराखेड़ा तथा चौटाला की सिक्खावाली ढाणी के ग्रामीण शैड्यूल अनुसार बिजली की आपूर्ति किए जाने की मांग को लेकर गांव आसाखेड़ा स्थित दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के 132केवी सबस्टेशन पर सैंकड़ों की संख्या में पहुंचे। ग्रामीणों का शैड्यूल अनुसार बिजली की आपूर्ति को लेकर सबस्टेशन पर तैनात कर्मचारियों और एसडीओ के साथ विवाद हो गया था। जिसके चलते गुस्से में आए ग्रामीणों ने कुछ कर्मचारियों की पिटाई कर दी और उन्हें एसडीओ सहित कार्यालय से बाहर निकालकर बिजलीघर को ताला जड़ दिया था।
पुलिस को दी शिकायत में आसाखेड़ा बिजली सबस्टेशन पर तैनात जीसीओ शशि मोहन ने कहा कि वह 27 जुलाई 2011 को सुबह 10.45 पर डयूटी दे रहा था। इसी समय गांव राजपुरा के आत्मा राम, मिल्खी राम, मनोहर लाल, बिट्टू, राजीव व अन्य दस-पंद्रह लोग सबस्टेशन के अंदर घुसे। उन लोगों ने अंदर घुसते ही चिल्लाना शुरू कर दिया कि लाईट बंद करो, सबस्टेशन से बाहर निकल जाओ। शिकायतकर्ता के अनुसार जैसे ही वह अपनी सीट से उठा तो इन लोगों ने उसके साथ मारपीट की और गाली-गलौच किया। सबस्टेशन की चाबी व ताला उससे छीन लिया, लाईट बंद कर दी और ताला जड़ दिया। इसके बाद उससे धक्का मुक्की करके सबस्टेशन से बाहर निकाल दिया। इन लोगों ने बिजली दफ्तर को भी ताला जड़ दिया और कर्मचारियों को बाहर निकालकर उनसे गाली-गलौज किया।
पुलिस को एएफएम राधेश्याम ने भी अपने ब्यान दर्ज करवाते हुए कहा कि जैसे ही उसने शोर सुना, उसी समय वह वहां आ गया। वहां पर एक लड़के ने उसका कालर पकड़ा और उससे गाली-गलौज किया। कर्मचारी सत्यवान और सुरेश कुमार ने बीच-बचाव करके उसे उन लोगों से मुक्त करवाया। इसके बाद वे लोग सभी कर्मचारियों और उपमण्डल अधिकारी को बाहर रोड़ पर ले गए और धूप में उन्हें यह कहते हुए बैठा दिया कि जब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं होता तब तक वे यहीं बैठे रहें। एएसए कमलदीप ने भी पुलिस में अपने ब्यान दर्ज करवाकर न्याय की गुहार लगाई है।
चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी जीत सिंह कुंडू ने बताया कि शशि मोहन व अन्य कर्मचारियों के उपरोक्त ब्यानों के आधार पर गांव राजपुरा के आत्मा राम, मिल्खी राम, मनोहर लाल, बिट्टू, राजीव व अन्य दस-पंद्रह लोगों के खिलाफ दफा 332/353/186/427/147/149/506 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी गई है।

स्वतंत्रता दिवस की तैयारियां शुरू


डबवाली (लहू की लौ) तहसील सत्र पर भी डबवाली के खेल स्टेडियम में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम व हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस समारोह में प्रस्तुत किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम की बड़े उमंग व उत्साह के साथ तैयारियां शुरू की जा रही है। इसी उपलक्ष्य में गुरूवार को उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल के कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें उप पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार, स्कूलों के प्राध्यापक व सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े अध्यापक व विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में उपमंडलाधीश डा. मुनीश नागपाल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियों के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि समारोह में पुलिस दलों, एनसीसी तथा स्काऊटस की टुकडिय़ों द्वारा शानदार मार्च पास्ट की सलामी दी जाएगी। स्कूली बच्चों द्वारा पीटी शो का प्रर्दशन किया जाएगा। इन सभी कार्यक्रमों को बेहतर ढंग से करने के लिए 5, 10 व 12 अगस्त को खेल परिसर में रिहर्सल का आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न स्कूली बच्चों द्वारा सास्ंकृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इन सांस्कृतिक कार्यक्रम में समूह गान, हरियाणावी, समूह नृत्य तथा विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति दर्शाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल किए जाएंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली टीमों का चयन समिति द्वारा किया जाएगा। सांस्कृतिक टीमों का चयन करने से पूर्व विभिन्न स्कूलों की टीमों का प्रदर्शन देखा जाएगा। बेहतरीन व शानदार प्रस्तुति देने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम की टीमों का चयन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के उपलक्ष्य में शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाया जाएगा तथा विभिन्न चौकों और मार्गों को सजाया जाएगा।  स्वतंत्रता दिवस समारोह से पूर्व शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्त किया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों व अधिकारियों को सम्मानित भी किया जाएगा।

28 जुलाई 2011

मिठड़ी के पास कारें भिड़ी, तीन की मौत


डबवाली (लहू की लौ) एनएच 10 पर स्थित गांव मिठड़ी के पास दो कारों की आमने-सामने टक्कर में दम्पत्ति समेत तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि एक महिला घायल हो गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि कारों के परखच्चे उड़ गए।
पंजाब के जिला श्री मुक्तसर साहिब के गांव भुटटीवाला निवासी मेवा सिंह अपनी पत्नी कर्मजीत कौर, गांव दोदा निवासी अपनी सास हरदीप कौर तथा साले गुरप्रीत सिंह के साथ अल्टो कार में कर्मजीत कौर की टांग के दर्द की दवा लेने के लिए सिरसा जा रहे थे। कार को गुरप्रीत सिंह चला रहा था। गांव मिठड़ी के पास अचानक सामने से आई एक इंडिका कार ने उनकी कार में टक्कर मार दी। जिससे गुरप्रीत की मौका पर ही मौत हो गई। सूचना पाकर मौका पर पहुंची पुलिस एम्बूलैंस के चालक सतीश ने घायल मेवा सिंह उसकी पत्नी कर्मजीत कौर तथा सास हरदीप कौर को डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
घायल मेवा सिंह ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि कर्मजीत कौर की सिरसा लेजाते समय मौत हो गई। मृतक दम्पत्ति का एक 8 वर्षीय बेटा सरबजोत सिंह है। गुरप्रीत सिंह की शादी करीब सात माह पूर्व ही हुई थी।
थाना औढ़ां प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि दुर्घटना के बाद इंडिका चालक फरार हो गया। जिसकी तालाश की जा रही है। फिलहाल दफा 174सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए सिरसा के सामान्य अस्पताल से शवों का पोस्टमार्टम करने के बाद शवों को उनके वारिसों को सौंप दिया गया। घायल महिला हरदीप कौर के ब्यान पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

बिजली के लिए कर्मियों से मारपीट


छह गांवों के लोगों ने बिजलीघर को ताला जड़ा, डबवाली-संगरिया मार्ग रखा जा                          डबवाली (लहू की लौ) बिजली न मिलने से गुस्साए छह गांवों के लोगों ने आसाखेड़ा बिजलीघर के कर्मचारियों को मारपीट करके बिजलीघर से बाहर निकाल दिया। सबस्टेशन से होने वाली बिजली आपूर्ति बंद कर दी। बिजलीघर पर ताला जड़कर कर्मचारियों को साथ लेकर डबवाली-संगरिया मार्ग जाम कर दिया। करीब दो घंटे तक मार्ग जाम रहने से दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। बिजली निगम के मण्डल अभियंता से बिजली मिलने का आश्वासन पाकर जाम खोला।
गांव लोहगढ़, राजपुरा, जोतांवाली, अबूबशहर तथा सुकेराखेड़ा, चौटाला की सिक्खवाली ढाणी के सैंकड़ों ग्रामीण बुधवार दोपहर करीब 12 बजे आसाखेड़ा स्थित बिजलीघर में आ धमके। कार्यालय में बैठे एसडीओ धीरज कुमार तथा अन्य कर्मचारियों को बाहर निकालकर कार्यालय पर ताला जड़ दिया। गुस्साई भीड़ सबस्टेशन में चली गई। सबस्टेशन के फोन को धरती पर पटक दिया। वहां बैठै जीएसओ शशि मोहन, एएलएम शीशपाल तथा एएलएम भीम सिंह से मारपीट करते हुए उन्हें सबस्टेशन से निकाल दिया। बिजली आपूर्ति ठप्प कर देने के बाद सबस्टेशन को ताला जड़ दिया। यह भीड़ कर्मचारियों को अपने साथ डबवाली-संगरिया मार्ग पर ले गई और मार्ग जाम कर दिया। सड़क पर सैंकड़ों की संख्या जमा ग्रामीणों ने बिजली निगम के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन शुरू कर दिया। जाम की सूचना पाकर चौटाला पुलिस चौकी इंचार्ज जीत सिंह अपने दलबल के साथ मौका पर पहुंचे। उन्होंने जाम लगाए बैठे लोगों से सड़क से हटने का अनुरोध किया। लेकिन ग्रामीण टस से मस नहीं हुए। दोपहर बाद डेढ़ बजे दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन, एचपीपीएनएल के एक्सीयन रूपेश खैरा, एसडीई धीरज कुमार मौका पर पहुंचे। ग्रामीणों ने उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई। बाद में उनके आश्वासन देने पर ग्रामीण सड़क मार्ग से हट गए और उनसे बातचीत करने के लिए बिजलीघर में जमा हो गए।
करीब सवा दो बजे तक चली बातचीत के दौरान मण्डल अभियंता ने ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि उन्हें शैड्यूल अनुसार बिजली आपूर्ति होगी। जिसमें कोई बिजली कट नहीं होगा। शैड्यूल आज से ही बदला जाएगा। आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए।
ग्रामीण राजा राम, निरजा राम, विनोद, राजकुमार, कृष्ण, संजय, भुवनेश, रमेश, अश्विनी मैहता, भूपिंद्र सिंह, इकबाल सिंह, मालविंद्र सिंह, सुनील, आत्मप्रकाश, लालचंद, हीरा लाल, अर्जुन सिंह, गुरमीत सिंह ने बताया कि उनके गांवों को बिजली आपूर्ति करने के लिए निगम ने शैड्यूल बनाया हुआ है। लेकिन शैड्यूल के मुताबिक भी उन्हें बिजली नहीं दी जा रही। 24 घंटे के दौरान मुश्किल से दो घंटे बिजली मिलती है। इसमें भी एक घंटे के दौरान बीस बार कट लगता है।  ग्रामीणों के अनुसार आगामी दिनों में उन्हें शैड्यूल के अनुसार बिजली नहीं मिलती है, तो वे दोबारा बिजलीघर का घेराव करेंगे।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने बताया कि उपरोक्त गांवों को होने वाली बिजली आपूर्ति का शैड्यूल बदला जा रहा है। ट्रिपिंग की समस्या को दूर करने के लिए पुरानी तारों को बदला जाएगा।  ग्रामीणों को बिना किसी रूकावट के शैड्यूल अनुसार बिजली दी जाएगी। बिजली कर्मचारियों से हुई मारपीट के बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। अधिकारियों के निर्देश पर उचित कार्रवाई की जाएगी

जण्डवाला-गंगा मार्ग पांच घंटे जाम


डबवाली (लहू की लौ) डबवाली क्षेत्र में खेत और लोग दोनों ही प्यासे हैं। करीब चार माह से 700 रूपए प्रति टैंकर के हिसाब से प्रति दिन पानी मोल लेकर थक चुके तीन गांवों के ग्रामीणों ने बुधवार को पांच घंटे तक यातायात को जाम करके अपना रोष प्रकट किया। नायब तहसीलदार के आश्वासन के बाद ग्रामीण रोड़ से हटे।
गांव गंगा, जण्डवाला बिश्नोईयां तथा कालूआना के ग्रामीण पिछले चार माह से नहरी और पीने के पानी की दिक्कत झेल रहे हैं। नहरी पानी की कमी के चलते खेतों में बोई फसल प्यास से दम तोड़ रही है। वहीं पेयजल की आपूर्ति न होने से ग्रामीणों का तन भी पानी के लिए तड़प रहा है। गुस्साए ग्रामीणों ने सुबह करीब 11 बजे अपने वाहनों को आडा-तिरछा करके सड़क पर खड़ा कर दिया। जण्डवाला बिश्नोईयां-गंगा रोड़ पर स्थित हनुमान मंदिर के सामने धरना देकर सिंचाई विभाग के खिलाफ जबर्दस्त नारेबाजी करने लगे। सूचना पाकर मौका पर थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी। बाद में मौके पर आए नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई ने मौजगढ़ हैड से माईनर में पानी छुड़वाकर ग्रामीणों को शांत कराया। ग्रामीणों ने करीब पांच घटे बाद जाम खोल दिया।
अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा, गांव जण्डवाला बिश्नोईयां के सरपंच मिट्ठू राम, भूप सिंह, पाला राम, विष्णु, महावीर सिंह, गंगा के किसान धर्मपाल, भूप सिंह, कालूआना के विजय कुमार, विनय कुमार, राजेंद्र भादू, कृष्ण कुमार ने बताया कि वे लोग भाखड़ा नहर के मौजगढ़ हैड से निकलने वाली जण्डवाला माईनर की टेल पर बसे हुए हैं। हैड से माईनर में करीब 2.20 गेज पानी छोड़ा जाता है, लेकिन इन दिनों मात्र 1.10 गेज से नीचे पानी छोड़ा जा रहा है। जोकि टेल पर नहीं पहुंचता। वे लोग इस बारे में सिंचाई विभाग को मौखिक तथा लिखित तौर पर शिकायत कर चुके हैं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। पीने का पानी कुछ लोग 8 किलोमीटर दूर बहती राजस्थान कैनाल से भरकर लाते हैं। जिनसे वे लोग 700 रूपए प्रति टैंकर के हिसाब से खरीदकर अपनी प्यास बुझाते हैं। अगर उनकी समस्या का सुचारू रूप से हल नहीं हुआ तो वे पुन: रोड़ जाम कर देंगे।
नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई ने बताया कि माईनर में क्षमता से कम पानी छोड़ा जा रहा था, जिसे अब पूरा कर दिया गया है। ग्रामीणों को पीने के पानी की दिक्कत आ रही है। जो जल्द हल कर दी जाएगी।

एनएच पर चला पीला पंजा


डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में बुधवार को नगर योजनाकार का पीला पंजा चला। योजनाकार विभाग सिरसा ने नेशनल हाईवे नं. 10 पर स्थित दो दुकानों तथा एक निर्माणाधीन इमारत के निर्माण को अवैध करार देते हुए पीले पंजे से गिरवा दिया।
जिला नगर योजनाकार अरविंद्र ढुल आज अपने तीन कनिष्ठ अभियंताओं अरविंद कुमार, राज सिंह और हरिराम तथा पटवारी धनपत राय के साथ डबवाली के सिटी थाना में पहुंचे। यहां थाना प्रभारी महा सिंह से पुलिस सुरक्षा की मांग की। सुरक्षा मिलने पर गांव डबवाली में नेशनल हाईवे पर बनी दो दुकानों और एक निर्माणाधीन इमारत को गिराने की कार्यवाही आरंभ कर दी। पंद्रह मिनट में ही दो दुकानों और भवन की नींव को ध्वस्त कर मलबे में बदल दिया गया। जिला नगर योजनाकार अरविंद्र ढुल के अनुसार पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार अनरेगुलेटिड डिवेल्पमेंट एण्ड कंट्रोल एरिया 1963 के तहत सड़क से 30 मीटर क्षेत्र में निर्माण कार्य करने पर यह कार्यवाही की गई है।
डबवाली गांव में सिरसा रोड़ पर बनी दो दुकानों और निर्माणाधीन इमारत पर पीला पंजा चला। पीले पंजे की चपेट में आई इमारतों में एक दुकान और एक प्लाट अनीता रानी पत्नी नरेंद्र कुमार के नाम पर है, जबकि दूसरी दुकान भगवान दास पुत्र बाबू राम की है। जिला नगर योजनाकार ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार 4 जनवरी 2009 के बाद ग्रीन बेल्ट में निर्माण कार्यों पर रोक लगाई हुई है।
सुरक्षा के थे व्यापक प्रबंध- जिला नगर योजनाकार द्वारा की गई कार्यवाही के दौरान सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किये गये थे। अवैध निर्माण गिराने के लिए जिला नगर योजनाकार द्वारा मांगी गई सुरक्षा के बाद थाना शहर के प्रभारी निरीक्षक महा सिंह के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल कार्यवाही स्थल पर तैनात था।