30 जुलाई 2011

गेट के सामने तम्बू गाड़कर मांगी बिजली


कालांवाली (संजीव सिंगला) गांव कुरंगावाली में नवनिर्मित 132केवी बिजली घर से गांव को विद्युत आपूर्ति न देने से गुस्साए ग्रामीणों ने गुरूवार को बिजलीघर के गेट पर ताला जड दिया। गेट के सामने तंबू गाड़कर धरने पर बैठ गए। निगम के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया। लम्बी जद्दोजहद के बाद शाम करीब 7 बजे निगम अधिकारियों से आश्वासन पाने के बाद उत्तेजित ग्रामीण शांत हुए और धरना समाप्त किया।
गांव के सरपंच प्रतिनिधि जसपाल सिंह, पूर्व सरपंच इकबाल सिंह, गुरमेल सिंह, गंडा सिंह, बुध सिंह, जंगीर सिंह, जगवंत सिंह, सुखपाल सिंह, राज सिंह, आसा राम, बाबू सिंह, जसपाल कौर, हरदेव कौर, जसविंद्र कौर के नेतृत्व में सैंकड़ों ग्रामीण बिजलीघर में जमा हो गए। ग्रामीणों ने बिजलीघर में चल रहे निर्माण कार्य को बंद करवाकर कर्मचारियों को बाहर निकाल दिया। गेट के आगे तम्बू गाड़कर धरना देकर नारेबाजी शुरू कर दी। धरने की सूचना पाकर कालांवाली के नायब तहसीलदार संजय चौधरी, थाना रोड़ी पुलिस प्रभारी कृष्णा यादव, बड़ागुढ़ा के थाना प्रभारी देवेंद्र नैन, राम चंद्र, राजेंद्र सिंह, सुरेंद्र भादू सहित मुख्यालय से भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा। इसके अलावा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन, कालांवाली के एसडीओ पंकज गंडा, विनोद जेई तथा सिरसा से सहायक कार्यकारी अभियंता वीके चौधरी भी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अडिग रहे और धरने पर बैठे रहे।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत ने बिजली घर के निर्माण के लिए लाखों रूपए कीमत की 10 एकड़ भूमि निगम को उपलब्ध करवाई थी। उस समय निगम ने गांव को उपरोक्त बिजलीघर से 24 घंटे बिजली देने का वायदा पंचायत से किया था। साथ में गांव के 10 युवकों को नौकरी देने का भी आश्वासन दिया था। इस बिजलीघर का निर्माण अंतिम पड़ाव पर है। लेकिन निगम के अधिकारी पंचायत के साथ किए गए वायदों से पीछे हट रहे हैं। निगम के अधिकारी अब उनके गांव को विद्युत आपूर्ति गांव सुखचैन में निर्माणाधीन 33 केवी बिजली घर से करने की बात कह रहे हैं।
 इस संबंध में कार्यकारी अभियंता वीके रंजन ने बताया कि बिजलीघर से केवल सबस्टेशन को ही सप्लाई दी जा सकती है, इसके अलावा इस सबस्टेशन के माध्यम से सीधे तौर पर किसी भी गांव को बिजली मुहैया करवाने का प्रवधान नही है। गांव वासियों की मांग को देखते हुए जल्दी ही किसी नजदीकी सब स्टेशन से सप्लाई देने के लिए विभाग को लिखा जाएगा।

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