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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

22 जून 2011

......मैं तो साहब बन गया


शराबी बीपीएल सर्वेयर पार्षद के घर में घुसा, छित्तर-परेड़
डबवाली (लहू की लौ) साला, मैं तो साहब बन गया। ये बूट मेरा देखो, ये सूट मेरा देखो। जैसे छोरा कोई लंदन का। लालपरी की धुन में कुछ यही गुनगुनाता एक बीपीएल कार्ड सर्वेयर मंगलवार को वार्ड नं. 14 के पार्षद के निवास स्थान में घुस गया और आराम से सोफे पर जा लेटा। मौका पर पहुंचे पार्षद ने सर्वेयर की छित्तर-परेड़ करते हुए उसे पुलिस को सौंप दिया।
नगरपालिका डबवाली क्षेत्र में सिरसा साक्षरता मिशन की ओर से बीपीएल कार्डों की जांच का कार्य 17 जून से शुरू किया गया है। यह कार्य 24 जून तक चलना है। यह कार्य वार्डों में डिपू होल्डर की सहायता से किया जा रहा है। मंगलवार को वार्ड नं. 11 से लेकर 15 में सर्वे का कार्य आरंभ हुआ। वार्ड नं. 14 में फोटोग्राफी (सर्वे) के लिए दारा सिंह नामक युवक की डयूटी थी। उसके साथ इसी वार्ड से संबंधित डिपू होल्डर जसवंत सिंह भी था। वार्ड नं. 14 के पार्षद विनोद बांसल ने बताया कि उसके पास डिपू होल्डर का फोन आया कि फोटोग्राफी कर रहे युवक ने शराब पी हुई है और सर्वे के दौरान उसका रवैया ठीक नहीं है। इसकी जानकारी पाकर वह अपने घर आया। जसवंत घर के बाहर खड़ा था। लेकिन दारा उसके घर के सदस्यों से बिना पूछे घर के अंदर घुस गया और आराम से सोफे पर जाकर सोया हुआ था। बिना अनुमति के घर में घुसने के बारे में पूछने पर शराब के नशे में धुत्त दारा दुव्र्यवहार पर उतर आया। इसी दौरान गली के लोग भी इक्ट्ठे हो गए और फोटोग्राफर की धुनाई कर डाली।
छित्तर परेड़ के बाद गली के लोग शराबी बीपीएल कार्ड सर्वेयर को पकड़कर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय में ले आए और कार्रवाई की मांग की। लेकिन विभाग के इंस्पेक्टर अरविंद पूनियां ने कहा कि वे इसके खिलाफ कार्रवाई करने में अक्षम हैं। चूंकि सर्वे साक्षरता मिशन के तहत हो रहा है और मिशन ने ही इसे रखा है।
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे जिला साक्षरता मिशन के सचिव सुखविंद्र सिंह ने कार्रवाई करते हुए इस सर्वेयर को तुरंत सर्वे से हटा दिया। वार्ड पार्षद ने शराबी सर्वेयर को मौका पर पहुंचे थाना शहर पुलिस के एएसआई हंसराज को सौंप दिया।

--दोस्त ने पीला दी माफ कर दो

--आज ही किसी दोस्त  ने पीला दी। गलती हो गई, माफी मांग रहा हूं। मुझे माफ कर दो। आईंदा से शराब पीकर डयूटी नहीं करूंगा। -दारा फोटोग्राफर (सर्वेयर), गांव आनंदगढ़

--साक्षरता मिशन में शराबियों का कोई काम नहीं। दारा को केवल फोटोग्राफी सर्वे से ही नहीं। बल्कि मिशन से ही निकाल दिया गया है।
-सुखविंद्र सिंह, सचिव सिरसा साक्षरता मिशन

--लिखित रूप में शराब के नशे में धुत्त दारा ने माफी मांग ली और मुद्दई ने उसे माफ कर दिया। दोनों पक्षों में राजीनामा होने के बाद यह मामला थाना में निबट गया।
-एसआई महावीर सिंह, थाना शहर प्रभारी

चौबीस घंटे में एक घंटा मिलेगी बिजली!


डबवाली (लहू की लौ) म्हारा हरियाणा गांवों का प्रदेश है। राज्य की एक तिहाई आबादी गांवों में बसती है। लेकिन प्रदेश के ग्रामीण आंचल में बसे लोग ही मूलभूत सुविधाओं से मोहताज चले आ रहे हैं। सुविधाओं में से एक है बिजली। कुछ गांवों में बिजली पहुंची है, तो कुछ में नहीं। लेकिन जिन गांवों में बिजली पहुंची है, उनकी हालत आज भी दयनीय है। चूंकि चौबीस घंटे के भीतर ग्रामीणों को कुछ देर ही बिजली मिलती है। इधर बिजली आपूर्ति की समयावधि बढ़ाने के लिए बिजली निगम के मण्डल अभियंता द्वारा लिखे गए एक पत्र को दरकिनार करते हुए निगम के उच्च अधिकारियों ने जवाब भेजा है कि ग्रामीण आंचल में जैसे बिजली दी जा रही है, वैसे ही बिजली की आपूर्ति होती रहे, शैड्यूल से कोई छेड़छाड़ न की जाए।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के तहत आने वाले गांवों को मुश्किल से एक-आध घंटा बिजली मिल रही है। ग्रामीण आंचल में बसे लोगों को बिजली न मिलने के कारण पानी की भारी दिक्कत आ रही है। ग्रामीण घने अंधेरे में खाना खाने को मजबूर हैं। बच्चे दीए की रोशनी में पढऩे को बाध्य हैं। बार-बार बिजली निगम के अधिकारियों का कुंडा खटखटाने के बावजूद ग्रामीणों को कहीं भी आशा की किरण नजर नहीं आ रही। निगम के डबवाली मण्डल में पडऩे वाले गांवों में चार घंटे बिजली मुहैया करवाने के लिए ग्रामीणों की मांग पर मण्डल अभियंता ने एक पत्र भी निगम के उच्च अधिकारियों को लिखा था। मण्डल अभियंता के पत्र से ग्रामीण आंचल के लोगों को कुछ उम्मीद अवश्य बंधी थी। लेकिन यह उम्मीद पत्र के बदले आए उच्च अधिकारियों के साफ इंकार से धराशाई हो गई।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता बीके रंजन ने बताया कि मण्डल डबवाली के अंतर्गत पडऩे वाले गांवों के लोगों की प्रतिदिन चार घंटे बिजली देने की मांग पर उन्होंने एसई (सिस्टम ऑपरेशन) को एक पत्र लिखा था। लेकिन बिजली की कमी के कारण उन्होंने इस मांग को ठुकरा दिया। अब वे दोबारा फिर पत्र लिखकर उनसे गांवों में बिजली आपूर्ति की समयावधि बढ़ाने की मांग करेंगे।

'साड़े पिंडा विच आऊन वालियां बिजली दियां तारा वड़ देओÓ


डबवाली (लहू की लौ) बिजली निगम ने साड़े नाल धोखा किता है। साड़े पासे बिजलीघर बनना सी। ऐस नाल साड़े पिंडा दी बिजली च वादा हो जांदा। बिजली आलेयां ने ऐह बिजलीघर होर किते बनोन दा फैसला लिता है। हुण साड़े पिंडा विच निगम दे शैड्यूल मुताबिक भी बिजली नी मिलदी। जे तुसीं सानूं बंदे नी समझदे तां साड़े पिंडा विच आऊन वालियां बिजली दियां तारा वड़ देओ।
ये शब्द हैं मसीतां, अलीकां, मौजगढ़ तथा गोबिंदगढ़ गांव के लोगों के। उपरोक्त गांवों के लोगों ने सोमवार को दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता बीके रंजन से मिलकर उन्हें अपना दुखड़ा सुनाया। गांव मसीतां के सरपंच शिवराज सिंह, पूर्व सरपंच मनजीत सिंह दलेह, सर्वजीत सिंह, दर्शन सिंह, कुलवंत सिंह, करनैल सिंह, भिन्द्र सिंह, हैप्पी सिंह, गांव अलीकां के बलकौर सिंह, जसविंद्र सिंह, कुलदीप सिंह, नैब सिंह, राजेंद्र सिंह, गोबिंदगढ़ के धर्म सिंह, पप्पू सिंह, नरेश कुमार, बनवारी लाल, गांव मौजगढ़ के देवीलाल, जसवंत सिंह, राईट सिंह, पवन कुमार आदि ने मण्डल अभियंता को बताया कि करीब चार साल पूर्व गांव मसीतां की पंचायत ने एक प्रस्ताव पारित करके गांव में 33केवी बिजलीघर के लिए बिजली निगम को जमीन उपलब्ध कराने का फैसला लिया था। इस जमीन पर बिजलीघर स्थापित होने से आस-पास के गांवों को निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति होती। इन लोगों ने बताया कि गांव गंगा स्थित बिजली घर को जाने वाली केबल गांव मसीतां से होकर गुजरती है। ऐसी हालत में अगर गांव मसीतां में बिजलीघर बनता है तो निगम को कम खर्चा उठाना पड़ेगा। लेकिन निगम अधिकारियों ने इस बात को दरकिनार करते हुए यह बिजलीघर कहीं ओर ट्रांसफर कर दिया। उनकी तीन साल की मेहनत पर पानी फेर दिया। यहां तक की वर्तमान समय में उनके गांवों तथा टयूब्बैलों को होने वाली बिजली आपूर्ति भी शैड्यूल अनुसार नहीं की जा रही।
ग्रामीणों ने बताया कि घरों में मात्र एक घंटा तथा टयूब्बैलों को मात्र चार घंटे बिजली दी जा रही है। लेकिन इस आपूर्ति में कई दफा कट लगाए जा रहे हैं। गर्मी अत्याधिक होने की वजह से खेतों में लगी फसल भी जल रही है। बिजली न होने की वजह से गांव में पेयजल संकट गहरा गया है। ट्रालियों तथा कैंटरों की मदद से अपने घरों पानी लाकर ग्रामीण सूखे गले तर कर रहे हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने मण्डल अभियंता को चेतावनी दे डाली कि अगर बिजली निगम नारेबाजी और प्रदर्शन से जागता है, तो गांवों के सैंकड़ों लोग बिजली निगम कार्यालय में जमा होकर बिजली निगम अधिकारियों का विरोध जताएंगे।
आक्रोशित ग्रामीणों को समझाते हुए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता बीके रंजन ने कहा कि गांव मसीतां में 33केवी बिजलीघर का निर्माण हो इसके लिए उनकी ओर से प्रक्रिया जारी है। यहां तक शैड्यूल अनुसार बिजली आपूर्ति का सवाल है, उनके गांवों में पड़ते टयूब्बैल कनेक्शनों को प्रतिदिन छह घंटे बिजली दी जाएगी। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त कराया कि 132केवी बिजलीघर डबवाली पर ओवर लोड़ कम करने के उद्देश्य से गांव मांगेआना को 33केवी देसूजोधा से जोड़ा जा रहा है। ऐसा होने के बाद बिजली आपूर्ति में सुधार होना संभव है।

19 जून 2011

नशे के खिलाफ महिलाएं एकजुट, शराब ठेका न खुलने देने पर अडिग

 डबवाली (लहू की लौ) पति को शराब से दूर रखने के लिए गांव सावंतखेड़ा में महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। शनिवार को महिलाओं ने एक धार्मिक स्थल में बैठक की। बैठक के बाद महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर गांव में ठेका नहीं खुलने देंगी।
आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा गांव की पंचायत के विरोध के बावजूद भी गांव में शराब का प्रस्तावित ठेका खोले जाने से ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। इस संदर्भ में गांव की महिलाएं तीन दिन पूर्व शराब ठेकेदार के करिंदों के साथ भिड़ चुकी हैं। महिलाओं ने उस समय एक मोबाइल शराब ठेका पर हमला करके शराब की बोतलें तोड़ दी थी। आरोप है कि इस कार्रवाई के बावजूद भी आबकारी एवं कराधान विभाग के सहयोग से ठेकेदार गांव में ठेका खोलने के लिए अड़ा हुआ है। गांव के प्रभावशाली लोगों को नियंत्रण में करके शराब ठेकेदार ठेका खोलने के प्रयास में जुटे होने की सूचना पाकर शनिवार को गांव के बाबा रामदेव मंदिर में सैंकड़ों महिलाएं जमा हो गई। इस संदर्भ में बैठक से पूर्व मंदिर से महिलाओं को एकत्रित होने की सूचना भी दी गई। बैठक में आबाकारी एवं कराधान विभाग पर ठेकेदार की मदद करने का आरोप लगाया गया। महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि ठेकेदार गांव में कभी कहीं और कभी कहीं मोबाइल शराब ठेका खोलकर शराब के ठेके का विरोध करने वाली महिलाओं को उत्तेजित कर रहा है। गांव के प्रभावशाली व्यक्तियों पर दबाव भी बना रहा है कि उसे गांव में ठेका खोलने की अनुमति किसी प्रकार मिल जाए। महिलाओं ने हैरानी प्रकट की कि जब गांव की पंचायत ने प्रस्ताव पारित करके शराब का ठेका न खोले जाने की मांग की है, तो इसके बावजूद भी प्रशासन उनके गांव में शराब का ठेका क्यों खोलना चाहता है? बैठक में भारी संख्या में उपस्थित महिलाओं ने मौखिक तौर पर गांव में ठेका न खुलने देने का प्रस्ताव पारित किया। प्रशासन के एकतरफा रवैये को देखते हुए महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
गांव सावंतखेड़ा निवासी पार्वती देवी, राज रानी, सुलोचना देवी, माया देवी, अमरजीत कौर, सरोज रानी, छिन्द्रपाल कौर, गोमती देवी, मोहनी देवी, बिमला देवी, कैलाश रानी, शकुंतला देवी, सीता देवी, शांति देवी, कमला देवी, कमलेश्वरी, कुलवंत कौर, वीरपाल कौर ने कहा कि अधिकांश अपराधों के पीछे नशा ही है। अगर गांव में शराब का ठेका खुलता है तो गांव के मर्द शराब पीकर एक-दूसरे से झगड़ा तो करेंगे ही और दूसरा बहू-बेटियों से भी झगड़ेंगे। जिसके परिणाम गंभीर होंगे। गांव का पैसा बिना किसी वजह के अदालतों में पैरवियों पर खर्च होगा। उन्होंने कहा कि अपराध की जड़ को अगर पहले ही समाप्त कर दिया जाए, तो इससे गांव का पैसा बचेगा और गांव में रहने वाले परिवार भी शांति से रहकर खुशहाल होंगे। गांव के सरपंच रणजीत सिंह सावंतखेड़ा ने कहा कि पंचायत ने पंचायत ने गांव में शराब का ठेका होने से पूर्व भी गांव में ठेका न खोले जाने के संबंध में प्रस्ताव पारित करके उपायुक्त को भेजा था। गांव के लोग अगर शराब का ठेका नहीं चाहेंगे तो पंचायत भी किसी भी कीमत पर गांव में ठेका नहीं खोलने देगी। महिलाओं ने कहा कि अगर उनकी मांग को प्रशासन ने नजरअंदाज किया तो वे नेशनल हाईवे जाम करने को बाध्य होंगी।
उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि डीईटीसी को निर्देश दिए गए हैं कि वे गांव के माहौल को देखे और संबंधित शराब ठेकेदार को वहां शराब बेचने से रोके। लोगों को शराब के ठेके से किसी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

मोबाइल चुराकर भागता काबू


डबवाली (लहू की लौ) यहां के न्यू बस स्टैण्ड रोड़ पर स्थित एक कपड़ा की दुकान से मोबाइल फोन चुराकर भागते एक युवक को दुकान मालिक ने काबू करके पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
बठला क्लॉथ हाऊस के मालिक दयानंद बठला ने बताया कि शनिवार को वह अपनी दुकान पर अपनी बेटी मनीषा को बैठाकर स्वयं लघुशंका के लिए गया हुआ था। पीछे से कपड़ा देखने के बहाने दो युवक उसकी दुकान में आए। कुर्ता-पजयामा का कपड़ा देखने के बाद कपड़े को महंगा बताकर चलते बने। लेकिन जाते हुए लड़की को चकमा देकर उसका मोबाइल उठाकर फरार हो गए।
कपड़ा विक्रेता के अनुसार संयोग से वह भी उसी समय दुकान पर आ गया। मोबाइल के बारे में पूछने पर लड़की ने उपरोक्त बात बताई। वह तुरंत उन युवकों के पीछे हो लिया। जिस पर एक युवक तो काबू आ गया। जबकि उसका दूसरा साथी फरार हो गया। पूछताछ के दौरान युवक ने स्वयं को पक्काकलां निवासी बताया और अपने साथी को भी इसी गांव का बताते हुए कहा कि मोबाइल उन्होंने चुराया है। लेकिन मोबाइल उसके साथी के पास है।
इस घटना की सूचना पाकर मौका पर थाना शहर के एएसआई रामसरूप पहुंचे। दुकानदार ने पकड़े गए युवक को पुलिस के हवाले कर दिया।

एएनएम फिर थाने पहुंची


28 मई 2011 को डॉक्टर पर लगाया था छेड़छाड़ का आरोप
डबवाली (लहू की लौ) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) देसूजोधा के गांव मांगेआना स्थित सबसैंटर पर तैनात एएनएम से डॉक्टर द्वारा कथित छेड़छाड़ का मामला गंभीर होता जा रहा है। एएनएम ने थाना सदर पुलिस में एक शिकायत देकर डॉक्टर तथा गांव मांगेआना के एक व्यक्ति पर धमकी देने का आरोप लगाया है।
थाना सदर पुलिस में दी अपनी शिकायत में एएनएम सत्या देवी ने कहा है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, देसूजोधा के प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह ने 30 मई को डीएसपी बाबू लाल, मेडिकल ऑफिसर एमके भादू तथा एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन हरियाणा के पदाधिकारियों के सामने माफी मांग ली थी। साथ में लिखित तौर पर भविष्य में ऐसी गलती नहीं करूंगा...भी लिख दिया था, जिसके बाद समझौता हो गया। लेकिन इसके बावजूद भी उसे धमकी देकर परेशान किए जाने का सिलसिला जारी है।
7 जून 2011 को आशा वर्कर छिन्द्रपाल उर्फ चरणजीत कौर गांव मांगेआना में मेरे पास सैन्टर पर लगभग ढाई बजे आई। उसके साथ दो लड़के ओर भी थे। जिन्होंने अपने मुंह ढांपे हुए थे। उनमें से एक लड़का आशा वर्कर के साथ अंदर आया और दूसरा गेट के बाहर खड़ा हो गया। जिसमें हाथ में डंडानुमा चीज थी। आशा वर्कर ने आते ही धमकी भरे लहजे से उससे वैक्सीयन कैरियर की मांग की। जो उसने उसे दे दी। बाद में वह बड़बड़ाते हुए वहां से चली गई। इसकी शिकायत उसने 8 जून को एसएमओ डबवाली को की। 12 जून 2011 को प्रात: 8.30 बजे उसके मोबाइल नं. पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उसे धमकी दी कि उसने डॉ. गुरजीत सिंह से लिखित माफी मंगवाकर गलत कार्य किया है, अब तुम्हें इसकी सजा भुगतनी होगी। फिर करीब 10/10.30 बजे दो आदमी जिनमें से एक ने अपना नाम गुरपाल बताया और अपना मोबाइल नं. भी दिया। उसके घर में उसके माता-पिता व अन्य परिवार के सदस्यों के सामने धमकियां देने लगा कि उसकी पहुंच बहुत ऊंची है। वह डॉ. गुरजीत सिंह का कुछ नहीं बिगाड़ सकती। वह उनके साथ गांव मांगेआना में उनके रिश्तेदारों के घर चले। वहां बैठकर जैसा डॉ. साहब लिखवाएं और जिनके खिलाफ लिखवाएं लिखकर दो। लेकिन उसने ऐसा करने से इंकार कर दिया। इसकी सूचना उसने मोबाइल से एसएचओ डबवाली को दी।
इस संबंध में गुरपाल सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामला डॉक्टर और एएनएम के बीच है। इस मामले में उसे बेवजह घसीटा जा रहा है। उसने सत्या देवी को कोई धमकी नहीं दी।
थाना सदर पुलिस के एसआई सीता राम ने बताया कि पुलिस को शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर वे मामले की जांच कर रहे हैं।28 मई 2011 : पीएचसी देसूजोधा के अंतर्गत आने वाले गांव मांगेआना सबसैंटर में तैनात एएनएम सत्या देवी ने थाना सदर पुलिस में एक शिकायत देकर आरोप लगाया था कि 25 मई को पीएचसी देसूजोधा के प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह ने सैंटर का निरीक्षण करने के बहाने उससे छेड़छाड़ की है।

छेड़छाड़ प्रकरण पर नजर
28 मई 2011 : इसी दिन शाम को सिविल अस्पताल डबवाली में एसएमओ के रूम में दोनों पक्षों की बैठक हुई। गर्मा-सर्दी के बीच बैठक बेनतीजा रही।

30 मई 2011 : एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन हरियाणा की प्रदेशाध्यक्षा एसोसिएशन के अन्य नेताओं के साथ डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंची। कई बैठकें हुई। इस दौरान एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर की पिटाई कर डाली। बाद में डॉक्टर ने हाथ जोड़कर माफी मांग ली। मामला ठंडा पड़ गया।

30 मई 2011 : एएनएम की मांग पर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. गुरजीत सिंह तथा उनकी धर्मपत्नी डॉ. अमनदीप कौर को डेपूटेशन पर 14 दिनों के लिए दड़बाकलां भेज दिया।

17 जून 2011 : चौदह दिनों की डेपूटेशन समाप्त होने के बाद डॉक्टर ने 17 जून 2011 को पीएचसी देसूजोधा में ज्वाईंन किया। लेकिन देसूजोधा के ग्रामीणों ने उनके तबादले की मांग करते हुए पीएचसी पर ताला जड़ दिया।

17 जून 2011

बिजली किल्लत पर हैबूआना के ग्रामीणों ने दिया धरना

डबवाली (लहू की लौ) बिजली किल्लत से गुस्साए गांव हैबूआना के ग्रामीणों ने गुरूवार को गांव डबवाली स्थित दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम कार्यालय पर धरना दिया। ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार तथा बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी करके प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व गांव हैबूआना के सरपंच दलबीर सिंह, जगसीर सिंह, डॉ. नरोत्तम सिंह, जगतार सिंह, पूर्व सरपंच जगदेव सिंह, गुरनाम सिंह, सुखविंद्र सिंह, भारू सिंह, सुखदेव सिंह, अंग्रेज सिंह, गुरमेल सिंह, गुरां सिंह, जग्गा सिंह कर रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि बिजली निगम की ओर से उनके गांव को बिजली देने का शैड्यूल निर्धारित किया गया है। लेकिन उस अनुसार बिजली की आपूर्ति नहीं की जा रही। 24 घंटों के भीतर मुश्किल से एक घंटा बिजली नसीब होती है। इस एक घंटे के भीतर भी बिजली कई दफा गुल होती है। ग्रामीणों के अनुसार बिजली न रहने के कारण उन्हें पेयजल की भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। छह किलोमीटर दूर स्थित गांव पाना के पास गुजरती भाखड़ा नहर से उन्हें ट्रालियों में पानी भरकर प्रयोग करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर 25 जून तक शैड्यूल के अनुसार उन्हें बिजली नहीं दी जाती तो वे उनके गांव से होकर जाने वाली बिजली की आपूर्ति ठप्प कर दी जाएगी।
मौका पर किसी बिजली अधिकारी के न होने पर ग्रामीण बिफर पड़े। उन्होंने प्रदर्शन के बाद धरना दे दिया। धरने की सूचना पाकर बिजली निगम के मण्डल अभियंता वीके रंजन मौका पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों की शिकायत सुनी और समस्या का जल्द समाधान करवाने का आश्वासन दिया। आश्वासन पाने के बाद ग्रामीण शांत हुए।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के अभियंता वीके रंजन ने बताया कि ग्रामीणों की मांग के अनुसार तय शैड्यूल के अनुसार ही बिजली की आपूर्ति करवाने का प्रयास किया जाएगा। ग्रामीणों ने उनसे यह भी शिकायत की कि निगम का कोई कर्मचारी उनके गांव की बिजली को जानबूझकर काट देता है। उनके अनुसार इस मामले की जांच कराई जाएगी।

एसएस मास्टर की संदिग्ध मौत

डबवाली (लहू की लौ) जिला बठिंडा के गांव कालझराणी के सरकारी स्कूल के समाज शास्त्र अध्यापक गुरमीत सिंह का शव संदिग्ध परिस्थितियों में अलीकां रोड़ पर स्थित एक खेत में मिला। वे पिछले आठ सालों से शहर के वार्ड नं. 7 के प्रेमनगर में अपने परिवार के साथ रह रहे थे।
गुरमीत सिंह की शादी दस साल पूर्व अबूबशहर हाल डबवाली निवासी बलवीर सिंह की पुत्री राजेंद्र कौर के साथ हुई थी। जोकि गांव अबूबशहर के सरकारी स्कूल में बतौर हिन्दी अध्यापिका कार्यरत है। शादी के कुछ समय बाद ही गुरमीत डबवाली अपने ससुराल में आकर रहने लग गया था। मृतक गुरमीत सिंह के भाई हरदीप सिंह निवासी गांव कालझराणी ने बताया कि बुधवार दोपहर बाद करीब डेढ़ बजे उसके पास राजेंद्र कौर का फोन आया कि उसका भाई गुरमीत सिंह घर से कहीं चला गया है। सूचना पाकर वह तुरन्त डबवाली पहुंचा। उन्होंने उसकी खोज शुरू की। लेकिन उसका भाई कहीं नहीं मिला। देर शाम को गुमशुदा रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए वे थाने में गए। वहां पुलिस ने उन्हें बताया कि अलीकां रोड़ पर स्थित एक खेत में एक शव पड़ा है। वह पुलिस के साथ मौका पर पहुंचे। शव उसके भाई गुरमीत सिंह का था। हरदीप ने आरोप लगाया कि उसके भाई की हत्या की गई है। राजेंद्र कौर उसके भाई गुरमीत सिंह को माता-पिता तथा अन्य लोगों से भी नहीं मिलने देती थी। यहां तक उसके भाई की तनख्वाह भी खुद हजम करना चाहती थी। इसी विवाद के कारण उसका भाई काफी परेशानी में रहता था। उसे शक है कि उसके भाई की हत्या राजेंद्र कौर ने अपनी माता जसपाल कौर, पिता बलवीर सिंह तथा भाई बेअंत सिंह के साथ मिलकर की है।
इधर बलवीर सिंह ने बताया कि उन पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। गुरमीत सिंह अपनी तनख्वाह अपने माता-पिता को दे देता था। इस पर भी उन्हें कोई एतराज नहीं था। साल 2003 में डबवाली में उन्होंने उसे घर बनाकर दिया था। उनके साथ गुरमीत सिंह को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं थी।
गुरमीत सिंह की पत्नी राजेंद्र कौर ने बताया वह गांव अबूबशहर में हिन्दी अध्यापक के पद पर नियुक्त है। बुधवार दोपहर को वे दोनों घर के आंगन में सोए हुए थे। करीब 12.40 पर गुरमीत सिंह के पास गांव कालझराणी से किसी का फोन आया। फोन सुनने के बाद उन्होंने पीने के लिए उससे एक गिलास पानी मांगा। उसने पानी दे दिया और वापिस बैड पर लेट गई। कुछ देर बाद उठी तो गुरमीत सिंह को गायब पाया। जबकि उसका मोबाइल और बाईक घर पर ही था। उसने तत्काल इसकी जानकारी अपने पिता बलवीर सिंह, भाई बेअंत सिंह तथा गुरमीत सिंह के रिश्तेदारों को दी। उसने यह भी कहा कि उसका अपने पति गुरमीत सिंह के साथ कोई मनमुटाव नहीं था। आज तक उसने अपनी तनख्वाह में से एक पैसा भी उसे नहीं दिया। घर का गुजारा उसकी तनख्वाह से चलता। उस पर तथा उसके माता-पिता पर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि थाना शहर पुलिस ने मृतक के भाई हरदीप सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई करते हुए गुरूवार को शव का पोस्टमार्टम डबवाली के सरकारी अस्पताल से करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
बोर्ड ने किया पोस्टमार्टम
शव का पोस्टमार्टम सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की दो सदस्यीय टीम ने किया। जिसमें डॉ. बलेश बांसल तथा डॉ. सुखवंत सिंह शामिल थे। पोस्टमार्टम के बाद टीम ने बताया कि विसरे को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। विसरे की जांच के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा।
मृतक गुरमीत सिंह के दो बच्चे हैं। बेटी जसप्रीत (10) 5वीं में पढ़ती है। जबकि बेटा नवरोज (5) पहली कक्षा का में पढ़ता है।

बिजली निगम के थ्री टायर ने तोड़ी किसानों की कमर

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने आंध्र प्रदेश सरकार की तर्ज पर हरियाणा में थ्री टायर योजना लागू करके किसानों की कमर तोड़ दी और साथ में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम का पेट भी इतना भारी कर दिया कि वह थ्री टायर बन गया।
इसकी पोल खोलते हुए गांव खुइयांमलकाना के किसान तथा रिटायर्ड बिजली कर्मचारी बीएस भुल्लर ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्द्र सिंह हुड्डा स्वयं को किसान हितैषी बताते हैं, लेकिन वास्तव में वह किसानों के कितने हितैषी है इसका उदाहरण दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम में किसानों के लिए टयूब्बैल कनैक्शन की थ्री टायर योजना से लग जाता है। उनके अनुसार इस योजना को दक्षिण हरियाणा बिजली निगम के चीफ इंजीनियर (कर्मिशियल) हिसार के सेल्ज सर्कुलर नं. 12/2011 दिनांक 16/5/2011 तथा सेल्ज इंस्ट्रक्शन नं. 10/2011 दिनांक 19/5/2011 के अनुसार अगर किसान एक टयूब्बैल कनैक्शन लेता है तो उसे ट्रांस्फार्मर की पूरी कीमत अदा करनी होगी जो लगभग 45 हजार रूपये है। जबकि पहले किसान को इसी कनैक्शन के लिए केवल 20 हजार रूपये निगम को अदा करने होते थे। जबकि एलटी गु्रप कनैक्शन के लिए किसान को तीन कनैक्शन लेने पर 90 हजार रूपये अदा करने होंगे। उन्होंने कहा कि दिन-प्रतिदिन कर्ज के तले दबते और महंगी खेती का शिकार हो रहे किसान को वर्तमान कांग्रेस सरकार ने राहत देने की अपेक्षा उसे और बोझ तले लाद दिया है। उनके अनुसार सरकार जानबूझ कर ऐसी नीति तैयार कर रही है कि किसान अपने आप जमीन जोतना ही छोड़ जाये और वह मजबूर होकर औने-पौने भाव पर अपनी जमीन को बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के पास गिरवी रख दे।

दुर्घटना में पंच की मौत

डबवाली (लहू की लौ) गुरूवार दोपहर को गांव कुटी के पास बस-बाईक दुर्घटना में बाईक चालक की मौत हो गई। बस चालक बस सहित मौका से फरार हो गया।
डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के प्रधान आरके नीना ने बताया कि गांव कुद्दा का पंच गुरजंट सिंह उर्फ जंटा पुत्र बूटा सिंह अपनी हीरो हांडा बाईक पर गांव से डबवाली आ रहा था। लेकिन गांव कुटी के पास उसकी बाईक सामने से आ रही एक प्राईवेट बस से टकरा गई। जिससे बाईक चालक जंटा सिंह घायल हो गया। उसे तत्काल संस्था की एम्बुलैंस ने संगत के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे बठिंडा रैफर कर दिया गया। लेकिन बठिंडा लेजाते समय मार्ग में ही उसकी मौत हो गई।

घरेलू हिंसा के खिलाफ युवती ने उठाई आवाज

डबवाली (लहू की लौ) गांव गोदीकां की एक युवती ने अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा और दहेज मांगने का आरोप लगाते हुए एसपी को एक शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है।
गांव गोदीकां के जसवंत सिंह की पुत्री बब्बू जिला सिरसा के गांव साहूवाला प्रथम के रामजी लाल के बेटे निरंकार से विवाहिता है। उसेक दो बच्चे हैं। बब्बू करीब दस दिन पूर्व अपने बच्चों के साथ अपने मायके गोदीकां में आई हुई थी। इसी दौरान वह अपनी माता बिमला देवी के साथ रानियां में अपने ननिहाल चली गई। एसपी सिरसा को दी शिकायत में बब्बू ने कहा है कि उसका रानियां जाना उसके पति निरंकार को नागवार गुजरा। उसके पति ने उससे रानियां जाने पर डांटा। जीप पर सवार होकर आया निरंकार उसके बच्चों दो वर्षीय ज्योति तथा 11 माह के बेटे लक्की को गांव गोदीकां से उठा ले गया।
एसपी से न्याय की गुहार लगाते हुए पीडि़तो ने अपने पति पर दहेज मांगने का भी आरोप जड़ दिया है। साथ में पुलिस से कहा है कि उसके बच्चों को भी उसके साथ मिलाया जाए।
थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि इस मामले को लेकर उन्होंने एसपी के आदेश पर दोनों पक्षों को थाना में बुलाकर इस मामले को निपटाने के लिए तीन दिन का समय दिया है। अगर दोनों में राजीमंदा हो जाता है तो ठीक है, अन्यथा पुलिस कानूनी कार्रवाई को बाध्य होगी।

महिला ने जहर निगला

डबवाली (लहू की लौ) यहां के वार्ड नं. 5 में एक महिला संदिग्ध परिस्थितियों में जहर निगल गई। हालत गंभीर होने पर उसके परिजन उसे अस्पताल ले आए। यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
यहां के वार्ड नं. 5 के निवासी केवल कृष्ण ने बताया कि बुधवार शाम को उसकी पत्नी राधा (32) का रक्तचाप अचानक बढ़ गया और उसे चक्कर आने लगे। जिस पर उसने अपनी बेटी तुलसी (7) को गोली लाने के लिए कहा। लेकिन भूलवश तुलसी ने रक्तचाप की अपेक्षा गेहूं में डालने वाली दवा की गोली दे दी। गोली को लेते ही राधा की तबीयत बिगडऩे लगी। उसे तत्काल अस्पताल लाया गया। वहां से प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।

बिना मीटर लगाए थमा दिया हजारों का बिल

कालांवाली (नरेश सिंगला) विद्युत निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण बी.पी.एल. परिवारों की प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई राजीव गांधी विद्युत योजना का लाभ मिलने की बजाये परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। निगम के अधिकारी लापरवाही की जिम्मेवारी एक-दूसरे पर डाल रहे हैं।
क्षेत्र के गांव खोखर के निवासी जगदेव सिंह, घोघर सिंह,रूपाली राम आदि ने बताया कि उन्होने उक्त योजना के तहत लगभग  एक वर्ष पूर्व दस रूपये की रसीद कटवा कर बिजली का मोटर लगवाने के लिए आवेदन पत्र जमा करवाए थे। उन्होने बताया कि योजना के तहत गावो मे अनेक बीपीएल परिवार घरों मे मीटर लग चुके है परंतु उनके घरो मे आज तक मीटर नही लगा। जबकि विभाग ने उन्हे बिल अवश्य भेज दिया। उन्होंने बताया की जब निगम का कर्मचारी बिल देने आया तो वह हैरान रह गए की मीटर तो लगा नही और विभाग ने बिल कैसे भेज दिया।
उन्होने बताया कि उनके घरो मे मीटर न लगने के कारण उन्हे  भीष्म गर्मी मे भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। वे इस मामले को लेकर निगम के अधिकारियों मे भी मिल चुके है परंतु आज तक कोई समाधान नही हुआ।
गावं के सपंच मिटठू सिंह ने बताया की उक्त मामले को लेकर वह निगम के अधिकारियों से मिल चुके है। परंतु निगम ने इस बारे में कुछ नहीं किया।
इस सवंध मे विद्युत निगम कालांवाली के एसडीओ पंकज गण्डा ने बताया कि उक्त मामला उनके ध्यान मे है। यह गलती ठेकेदार की है कार्य की जांच के लिए उन्होंने कर्मचारियों की डयूटी लगाई है, शीघ्र ही समस्या का समाधान कर दिया जाएगा तथा जिसकी गलती होगी, उससे बिल की भरपाई की जाएगी।
योजना के जिला प्रभारी वरिष्ठ अभियन्ता एमआर सचदेवा ने बताया कि उन्होंने आवेदन पत्रों की जांच कर तैयार की सूची में शामिल परिवारों के घरों में मीटर लगाने के निर्देश दिये थे लेकिन ठेकेदार के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण मीटर लगाने में गडबड़ी हो गई। उन्होंने बताया कि मामले की जांच कर विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
ज्ञात रह ेकि इससे पूर्व भी निगम की लापरवाही के कारण गांव ख्योवाली व देसू खुर्द मे भी ऐसे मामले प्रकाश में आए थे, लेकिन इसके बावजूद भी निगम के अधिकारी सुध नहीं ले रहे और उपभोक्ताओं की परेशानी का सामना करना पड रहा है।

एनएच पर पलटा आम से भरा कैंटर

डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा के पास गुरूवार अल सुबह करीब 2 बजे आमों का भरा एक कैंटर वृक्ष से टकराकर पलट गया। दुर्घटना में कैंटर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। परिचालक के चोटें आई।
कैंटर चालक सुशील (27) निवासी गांव राधौर (यमुनानगर) ने बताया कि वे बुधवार को शाम 5 बजे सहारणपुर से आढ़ती सलीम का 60 क्विंटल आम लेकर अनूपगढ़ के लिए रवाना हुआ था। उसके साथ उसका चचेरा भाई ईश्वर (16) निवासी गांव राधौर (यमुनानगर) भी था। सुबह करीब दो बजे गांव सांवतखेड़ा के पास कैंटर के आगे आए बछड़े को बचाते समय कैंटर कच्चे में उतर गया। अनियंत्रित हुआ टैंकर वृक्ष से टकराकर पलट गया। जिससे वह तो बाल-बाल बच गया। लेकिन उसका साथी परिचालक घायल हो गया। वहीं कैंटर का करीब चार लाख रूपए का नुक्सान हुआ। साथ में करीब 25 हजार रूपए की आम की कैरी खराब हो गई।

रोड़ जाम की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) गांव नरसिंह कलोनी ंमें पंजाब सरकार के आबादी में सीवरेज के गन्दे पानी को जमा करने का तालाब बनाये जाने के विरोध में पिछले 8 दिनों से धरना पर चल रहे ग्रामीणों ने गुरूवार को चेतावनी दी है कि सरकार ने अगर अपना फैसला वापिस न लिया तो 21 जून से वह लम्बी, मलोट सड़क जाम कर देंगे। इस जाम में गांव के सभी लोग अपने परिवारों सहित शामिल होंगे।
गुरूवार शाम को ग्रामीणों की आयोजित रैली को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पंजाब के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य जगजीत सिंह जोगा ने अपने संबोधन में कहा कि सीवरेज बोर्ड के अधिकारी इस सीवरेज प्लांट को हटवाने के लिए गांव के सरपंच की मार्फत प्रति घर 500 रूपए की सुविधा शुल्क मांग रहे हैं। जोगा ने कहा कि पंजाब सरकार के दो मंत्री भ्रष्टाचार के दोषों में पहले ही जेल जा चुके हैं। लेकिन अब अधिकारी भी इस खेल में खुलकर शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह सीवरेज प्लांट बनाने के लिए सरकार के पास डूमवाली के रकबा में ढाई किले जमीन दी जा चुकी है। लेकिन अधिकारी बेवजह इस प्लांट को गांव की आबादी में बनाने के लिए अड़े हुए हैं। जोगा ने कहा कि इसी पंचायत ने आबादी में सीवरेज प्लांट न बनाए जाने का प्रस्ताव डाला हुआ था, लेकिन अब अधिकारी सरपंच से मिलीभगत करके फिर प्रस्ताव डालकर इस प्लांट को आबादी में बनाने की स्वीकृति दे दी है। जबकि इस स्थान के नजदीक गुरूद्वारा और मंदिर भी है। एक कॉलेज और सरकारी गोदाम भी बना हुआ है।
इस रैली को पंजाब किसान सभा के चरणजीत सिंह बनवाली, खेत मजदूर नेता हरबंस सिंह, हीरा सिंह आदनियां, रमेश कुमार, सुखपाल सिंह, महिला नेत्री जसवीर कौर सरां ने भी संबोधित किया। गांव की ओर से सुरेंद्र कुमार पटवारी, दौलत सिंह सूबेदार, रछपाल सिंह, जगसीर सिंह, संपूर्ण सिंह, मुख्तियार सिंह, मिट्ठू सिंह, सतनाम सिंह, सुखदेव सिंह, सुरजीत सिंह, बीबी किरण, गुरविंद्र कौर, जसविंद्र कौर, सूबेदार बलविंद्र सिंह व जंगीर कौर ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी जिद्द नहीं त्यागी तो इसके परिणाम बुरे होंगे।

15 जून 2011

नशा करने के लिए डबवाली आ रहे पंजाब के युवा

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली नगर मैडीकल नशे की खुश्क बंदरगाह बन कर रह गया है। पंजाब के बठिंडा और फरीदकोट जिले के बड़ी संख्या में युवक नशा करने के लिए हर रोज डबवाली आ रहे हैं। नशा करके वापिस चले जाते हैं और कुछ नशेड़ी अपनी तलब को मिटाने के लिए लोगों के घरों में घुसने से बाज नहीं आते।
मंगलवार दोपहर बाद करीब 3 बजे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के रेलवे स्टेशन के पास बने  माल गोदाम में स्थित चौकीदार बुध राम के घर में एक युवक घुस गया। उस समय चौकीदार की पत्नी सो रही थी। अचानक पैरों की आहट सुन कर उसकी आंख खुल गई और उसने देखा कि उसकी चारपाई के नजदीक एक युवक खड़ा है जो नशे की हालत में है। उसने हौसला दिखाते हुए घर में पड़े डंडे को उठाया और युवक की धुनाई कर दी और शोर मचा कर आसपास के लोगों को इक्_ा कर लिया। मौका पर जमा हुए लोगों ने भी नशेड़ी पर अपने हाथ साफ किये।
युवक ने अपनी पहचान  संदीप (22) पुत्र गुरमीत सिंह निवासी भुच्चो मंडी के रूप में करवाते हुए बताया कि वह पिछले पांच माह से मैडीकल नशा करने के लिए डबवाली आ रहा है। वह 45 रूपये की नशे में प्रयुक्त होने वाली शीशी और 30 रूपये में कैरीसोमा की गोलियां खरीदता है। उसने यह भी बताया कि वह नशे की हालत में गोदाम को फैक्टरी समझ कर घुस गया था। उसने पैन्ट बदलनी थी। आइंदा डबवाली में ना घुसने की शपथ ली, तब जाकर लोगों ने उसे छोड़ा। संदीप ने बताया कि वह 10वीं पास, शादीशुदा है। उसके एक बेटा है। लेकिन नशे की लत ने उसे बर्बाद कर दिया है। वह कोई काम नहीं करता बल्कि उसके माता-पिता उसे खर्चे के लिए 200 रूपये और नशा मुक्ति केन्द्र वाले उसे नशेडिय़ों को लाने की एवज में 5000 रूपये प्रतिमाह के हिसाब से कमीशन भी देते हैं। लेकिन वह सारी राशि नशे में ही गंवा देता है।

सरेआम शराब की बिक्री करते वाहनों पर पथराव

डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित गांव सांवतखेड़ा में मंगलवार दोपहर बाद सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करके कुछ लोगों द्वारा शराब बेचने की सूचना पाकर गांव की महिलाओं ने हल्ला बोल दिया। हाथों में ईंटें लिए सैंकड़ों महिलाएं गाड़ी की ओर कूच कर गई। गाड़ी में रखी शराब को सड़क पर पटक दिया। गांव में खुले शराब ठेके के विरोध में एनएच जाम कर दिया। मौका पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया।
सोमवार शाम करीब 6.30 बजे कुछ लोगों ने गांव के निकट सड़क पर गाड़ी लगाकर शराब की बिक्री की और निकल लिए। मंगलवार को पुन: कुछ लोग गांव के निकट आए और सरेआम शराब बेचने लगे। यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई। गांव की महिलाएं एकजुट होने लगी। चूल्हा-बर्तन छोड़ हाथों में ईंटें थाम ली और गाड़ी की ओर कूच कर गई। शराब बेच रहे लोगों तथा महिलाओं के बीच बहस चल ही रही थी कि कुछ देर बाद दो गाडिय़ों में सवार होकर कुछ युवक मौका पर आ धमके और महिलाओं से गाली-गलौज करने लगे। महिलाओं का धैर्य भी जवाब दे गया। ग्रामीण महिलाओं ने आव देखा ना ताव गाड़ी में रखी शराब की पेटियां उठाकर सड़क पर पटक दी। महिलाओं ने शराब से लदी गाड़ी पर ईंटें फेंकनी शुरू कर दी। इस बीच दो युवक शराब से लदी गाड़ी लेकर भाग खड़े हुए। बाद में शराब की अवैध बिक्री को लेकर महिलाओं ने एनएच जाम कर दिया। जिससे दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। एनएच जाम होने की सूचना पाकर मौका पर थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह, एएसआई रामनिवास दलबल सहित मौके पर पहुंचे।
गांव सांवतखेड़ा निवासी निर्मला देवी, लाजवंती देवी, राज रानी, पार्वती देवी, रवीना रानी, अमरजीत कौर, वीरपाल कौर आदि ने पुलिस को बताया कि उनके मर्द काम के लिए गांव से बाहर जाते हैं। घर पर वे तथा उनकी बेटियां अकेली होती हैं। सोमवार से कुछ लोग उनके घरों के नजदीक सड़क पर गाड़ी लगाकर सरेआम शराब बेच रहे हैं। ये लोग गांव में खुल रहे शराब ठेका के करिंदे हैं। उन्होंने मांग की कि उनके गांव से शराब ठेके को उठाया जाए और शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाई जाए। गांव के सरपंच रणजीत सिंह सांवतखेड़ा ने बताया कि गांव में खुल रहे शराब ठेका को बंद कराने के लिए वे रेजूलेशन डालकर उपायुक्त सिरसा युद्धवीर सिंह ख्यालिया से मिल चुके हैं। लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि पंचायत गांव में शराब का ठेका हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी। थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह ने बताया कि गांव की पंचायत ने गांव में शराब ठेका खोलने पर नराजगी जताई है। ठेका उठाने के लिए ग्रामीणों ने लिखित रूप से भी शिकायत की है। वे मामले को उच्च अधिकारियों के समक्ष रखेंगे। कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

13 जून 2011

सालगिरह के दिन युवक गाड़ी तले आया

डबवाली (लहू की लौ) गांव नरसिंह कलोनी स्थित जामा मस्जिद के सामने गाड़ी तले आने से एक युवक की मौत हो गई। मृतक की पहचान नरसिंह कलोनी निवासी गुरमीत सिंह (23) के रूप में हुई है। जीआरपी बठिंडा ने शव का बठिंडा के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
गुरमीत सिंह मस्जिद के पास स्थित एक आरा पर कार्यरत था। रोजाना की तरह आरा पर अपना काम निबटाने के बाद शनिवार रात को वह घर के लिए निकला था। रेलवे लाईन क्रॉस करते समय किसी गाड़ी की चपेट में आकर घायल हो गया। घायल युवक ने तड़प-तड़प कर वहीं दम तोड़ दिया। रविवार सुबह करीब 5.30 बजे रेलवे का की-मैन छोटू राम रेल लाईन चैक कर रहा था। इसी दौरान उसने रेलवे लाईन के पास युवक के शव को देखा। उसने तत्काल इसकी सूचना स्टेशन मास्टर महेश सरीन को दी। इधर सूचना पाकर मौका पर जीआरपी बठिंडा में तैनात एएसआई जगदीश सिंह भी पहुंचे।
काफी खुश था गुरमीत
मृतक गुरमीत सिंह की शादी ठीक एक साल पहले 11 जून 2010 को राजस्थान के गांव बुधरांवाली की रहने वाली मनदीप कौर के साथ हुई थी। 11 जून 2011, दिन शनिवार को शादी की पहली सालगिरह थी। डेढ़ माह पहले वह अपनी पत्नी को उसके मायके छोड़ आया था। गुरमीत कौर गर्भवती है। भाई की मौत पर घटना स्थल के पास एक कोने में बैठकर भगवान को कोस रही रीतू ने बताया कि अपनी शादी की पहली सालगिरह पर उसका भाई सुबह से काफी खुश था। उसकी खुशी को किसी की नजर लग गई। वह सालगिरह वाले दिन ही अकाल मौत का ग्रास बन गया।
मामले की जांच कर रहे एएसआई जगदीश सिंह ने बताया कि मृतक गुरमीत के भाई जगमीत तथा मामा बीरबल निवासी देसू फुल्लो के ब्यान पर पुलिस ने दफा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को उसके वारिसों को सौंप दिया।
शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली जन सहारा सेवा संस्था ने अपनी एम्बूलैंस से बठिंडा पहुंचाया। संस्था के प्रमुख आरके नीना ने बताया कि संस्था ने मृतक गुरमीत सिंह के पार्थिव शरीर का दाह संस्कार डबवाली के रामबाग में अपने खर्चे पर किया।

मोबाइल शॉप का ताला तोड़कर कंप्यूटर उड़ाया

डबवाली (लहू की लौ) यहां के न्यू बस स्टैण्ड रोड़ पर स्थित एक मोबाइल शॉप का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति हजारों रूपए का सामान चुरा ले गए। वारदात को अंजाम देने के बाद चोरों ने पास स्थित एक फोटो स्टूडियो के भी ताले चटकाए।
शिव टेलीकॉम के मालिक राजपाल (22), मोनू (18) निवासी मण्डी किलियांवाली ने बताया कि शनिवार रात करीब 9 बजे वे अपनी दुकान मंगल करके घर गए थे। रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे उनके पास फोन आया कि उनकी दुकान के ताले टूटे हुए हैं। शट्टर ऊपर उठा हुआ है। सूचना पाकर वे मौका पर पहुंचे। राजपाल ने चोरी की सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह, एएसआई गोपाल राम, एएसआई रामनिवास मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण किया। राजपाल ने बताया कि अज्ञात चोर शॉप में पड़ा कंप्यूटर, स्पाईस कंपनी के सात तथा पांच चाईनिज मोबाइल सैट चुरा ले गए। जिसकी अनुमानित कीमत करीब पचास हजार रूपए है। इधर चोरों ने टेलीकॉम के सामने स्थित महक डिजिटल स्टूडियो को भी निशाना बनाने का प्रयास किया। चोरों ने स्टूडियो के शट्टर पर लगा एक ताला चटका दिया। जबकि दूसरे ताले पर किसी चीज से जोरदार प्रहार किया। लेकिन ताला नहीं टूटा। एक रात में हुई दो वारदातों के बाद न्यू बस स्टैण्ड रोड़ के दुकानदारों में रोष पाया जा रहा है।
थाना शहर प्रभारी एसआई महावीर सिंह ने बताया कि मोबाइल शॉप मालिक राजपाल की शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है।

कालांवाली में लगा कवि दरबार

कालांवाली (नरेश सिंगला) पंजाबी साहित्य सभा कालांवाली ने महाजन धर्मशाला में रविवार को हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी, पंचकूला  के सहयोग से कवि दरबार एवं पुस्तक विमोचन समारोह आयोजित गया। जिसमें हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के निदेशक सुखचैन सिंह भंडारी ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सुखचैन सिंह भंडारी ने कहा कि हरियाणा के नगरों में पंजाबी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के  अलावा छोटे-छोटे गांवो व कस्बों में हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी नुक्कड़ नाटक आयोजित करेगी। इससे पूर्व पंजाबी साहित्य सभा कालांवाली के संरक्षक बीरबल दास गुप्तेश्वर ने उपस्थित लेखकों एवं गणमान्य लोगों का स्वागत किया। इस मौके पर पंजाबी साहित्य सभा कालांवाली के प्रधान भूपिंद्र पन्नीवालिया ने हरियाणा के गावों में पंजाबी भाषा की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने डॉ. जीडी चौधरी को शिव कुमार बटालवी पुरस्कार से सम्मानित किया।
इस दौरान हरियाणा के पंजाबी लेखकों की पुस्तकों का भी विमोचन किया गया। जिसमें गुरजीत सिंह कालांवाली की पुस्तक लफजां दी चंगेर, गुरदास सिंह पालना की पुस्तकें गुरू गोबिंद सिंह (महाकाव्य) व सच्ची किरत एवं पूर्ण सिंह निराला की पुस्तक रूत टपियां दी आई का विमोचन मुख्यातिथि द्वारा किया गया। समारोह के अंत में कवि दरबार का आयोजन किया गया जिसमें सुखजीत कौर कुरंगावाली, गुरजीत सिंह, हरगोबिन्द सिंह शेखपुरिया, रेवती प्रसाद, दर्शन भम्मी, हरबंस भुल्लर, अमरीक सिंह, हरि सिंह दिलबर, राम स्वरूप रिखि, जीत पाल जीता, जग्गा जगमालवाली सहित अनेक कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। मंच का संचालन सुरेन्द्र पाल सिंह ने किया।

गाड़ी तले आकर मरा

डबवाली (लहू की लौ) रेलवे पुलिस को स्टेशन के सामने पटरी पर एक युवक का शव मिला है। जिसकी पहचान बिमल (36) निवासी परारी थाना बहादरपुर जिला दरबंगा (बिहार) के रूप में हुई है। रविवार सुबह करीब 5.30 बजे रेलवे स्टेशन मास्टर महेश सरीन को सूचना मिली की स्टेशन के सामने पहली पटरी के नजदीक एक युवक का शव पड़ा हुआ है। उन्होंने तत्काल जीआरपी डबवाली को सूचित किया। मौका पर पहुंचे जीआरपी के एएसआई सुरेश कुमार ने डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सहयोग से शव को डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान उसकी जेब से मिले एक कागज पर लिखे फोन नंबरों के आधार पर की गई। विनोद निवासी दिल्ली ने मृतक की पहचान अपने जीजा बिमल के रूप में करवाई। मृतक की बाईं बाजू पर सुनीता नाम लिखा हुआ था, जोकि उसकी पत्नी का नाम बताया जाता है। विनोद ने पुलिस को यह भी बताया कि बिमल डबवाली में रहकर मजदूरी कर रहा था।
पुलिस ने मृतक के चाचा कमलेश्वर मंडल तथा चचेरे भाई रामउद्गार मंडल निवासी परेरा हाल सेठी आईस फेक्ट्री, किलियांवाली के ब्यान पर 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके वारिसों को सौंप दिया। पुलिस को उन्होंने बताया कि बिमल अवध-असम एक्सप्रैस में सवार होने के लिए रेलवे स्टेशन पर आया था और उसी दौरान ही कहीं ये दुर्घटना उसके साथ हुई और उसकी वहां मौत हो गई।

11 जून 2011

मेन बाजार में गोली चली

डबवाली (लहू की लौ) नगर में असामाजिक तत्वों की गतिविधियां दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं और लगता है कि प्रशासन अंकुश लगाने में बेबस है।वीरवार की रात को लगभग 8.30 बजे गोल बाजार के नजदीक एक कार चालक ने अपना दाहिना हाथ बाहर निकाला और फायर करता हुआ कार को तेजगति से भगा ले गया। जिससे दुकानदारों में दहशत फैल गई। यह घटना गोल बाजार पुलिस चौकी से महज 200 गज की दूरी पर घटित हुई। प्रत्यक्षदर्शियोंं ने बताया कि कार में से पिस्तौल से फायर करने वाला बड़े आराम से दहशत फैलाता हुआ निकल गया।
इस सन्दर्भ में गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई कृष्ण कुमार ने इस घटना से अनभिज्ञता प्रकट करते हुए बताया कि न तो उनके पास किसी दुकानदार ने शिकायत की है और न ही उन्हें जानकारी मिली है।

विपक्ष को विकास नहीं, नोटों की माला हजम होती है-सीएम

सिरसा। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा ने कहा कि विपक्ष से सिरसा का विकास हजम नहीं हो रहा, उन्हें तो केवल नोटों की माला हजम होती है। अब जब प्रदेश में हर ओर विकास हो रहा है तो वे खिसयानी बिल्ली खम्भा नोचे की तर्ज पर बंद का आयोजन करवा रहे हैं।
    वे आज सिरसा शहर में परशुराम चौक के निकट अग्रवाल सदन और अरोड़वंश सदन की आधारशिला रखने के पश्चात आयोजित सम्मान समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने आज 200 करोड़ रुपए से भी अधिक की सरकारी व सामाजिक परियोजनाओं की आधारशिला व उद्घाटन किया। सामाजिक परियोजनाओं में उपरोक्त दोनो सदनों की आधारशिला के साथ, श्री बाबा तारा चैरिटेबल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की आधारशिला, 96 किलोमीटर लम्बे गुरू गोबिन्द सिंह मार्ग का उद्घाटन, श्रीमती रतनी देवी सदन का शिलान्यास शामिल हैं। सरकारी परियोजनाओं में 72 करोड़ 23 लाख रुपए की लागत से पंजुआना में बनने वाले जलघर की आधारशिला, कंगनपुर रोड़ पर 5.70 करोड़ रुपए की लागत से बने पॉलीक्लनिक का उद्घाटन, 3 करोड़ 39 लाख रुपए की लागत से बने राजकीय संस्कृति मॉडल स्कूल का उद्घाटन, 7 करोड़ 63 लाख रुपए की लागत से बनने वाली रानिया रोड़ की फोरलेन का शिलान्यास शामिल हैं।
    प्रदेश के सभी जिलों में समान रूप से विकास करवाया जा रहा है। सिरसा में करवाए गए विकास के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के सवा छ साल के  कार्यकाल में विभिन्न क्षेत्रों मे विकास कार्यो पर 2446.94 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई जबकि पूर्ववर्ती विपक्षी सरकार के 6 वर्ष के कार्यकाल में केवल मात्र 799 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। उन्होंने कहा कि सिरसा जिला में वर्तमान समय में 1098 करोड़ रुपए के कार्य प्रगति पर हैं।

    उन्होंने कहा कि केन्द्र में यूपीए और हरियाणा में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में सभी वर्गो के हित के साथ-साथ किसानों के हितों क े लिए विशेष योजनाएं क्रियान्वित की गई हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों को देखते हुए ऋण राशि से ब्याज की दर 11 प्रतिशत से घटाकर चार प्रतिशत की गई और प्रदेश से उस काले कानून को हटाया गया जिसमें ऋणी किसानों को पकड़ कर जेलों मे ठूस दिया जाता था। इतना ही नहीं किसानों की जीनस के भाव में रिकार्ड वृद्धि की गई। उनकी सरकार के कार्यकाल में जीरी के भाव में 550 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई। उन्होंने कहा कि व्यापारी वर्ग को भी इस सरकार ने विभिन्न प्रकार की रियायतें दी हैं।
    मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में जनसेवा की भावना और सामाजिक सौहार्द की भावना से कार्य कर रही है। आज सिरसा में समाज से जुड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है उससे समाज में एकता नया अध्याया शुरू होगा। उन्होंने कहा कि सिरसा शहर के बीचोंबीच अरोड़वंश और अग्रवाल सदनों के लिए जो जगह दी गई है उसक ा श्रेय स्थानीय विधायक व निकाय मंत्री श्री गोपाल कांडा तथा स्थानीय सांसद श्री अशोक तंवर को जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि इन दोनों सदनों की जमीन की 89 लाख रुपए की कीमत श्री गोपाल कांडा ने दी है। इसके साथ वे दोनों  सदनों के निर्माण के लिए 21-21 लाख रुपए की राशि स्वयं देंगे और 10-10 लाख रुपए की राशि सांसद श्री अशोक तंवर देंगे।
    इस अवसर पर मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सांसद श्री अशोक तंवर ने कहा कि हजारों करोड़ रुपए के विकास कार्य सिरसा संसदीय क्षेत्र में करवाए हैं इसके लिए मैं मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करता हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में गरीब, मजदूर, महिला, नौजवानों, किसानों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। सांसद ने कहा कि सिरसा में बिजली व्यवस्था में सुधार किया गया है। पूर्व की विपक्षी सरकार में 24 सब स्टेशन थे। कांग्रेस सरकार के आने के बाद सिरसा में 49 स्टेशनों का निर्माण किया गया है तथा 21 बिजली सब स्टेशन पाईप लाईन में हैं। उन्होंने कहा कि सिरसा क्षेत्र में पेयजल व सीवरेज की व्यवस्था सुदृढ़ की गई है। सांसद ने अग्रवाल व अरोड़वंश समाज के लिए जगह देने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह 40 साल से लम्बित मांग थी जिसे आज मुख्यमंत्री ने पूरा किया है। इनके पूरा होने से दोनों समाज में खुशी की लहर है।
    गृह राज्य व स्थानीय निकाय मंत्री श्री गोपाल कांडा ने मुख्यमंत्री का सिरसा में विभिन्न सौगातें देने के लिए आभार जताया और कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक दिन है। मुख्यमंत्री ने आज चारों समाज अग्रवाल, अरोड़ा, गुज्जर व सिख समुदाय के लोगों की मांगे मानी हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे विकासपुरुष मुख्यमंत्री को समाज के लोग जीवन भर याद रखेंगे। आज प्रदेश में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चहुंमुखी विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि आज मुख्यमंत्री के नेतृत्व में  हरियाणा में अभूतपूर्व विकास हुआ है। सिरसा शहर के लोगों ने आज 72.23 करोड़ रुपए की जल परियोजना की शुरूआत करके शहर की 2040 तक की पेयजल समस्या को खत्म किया है। इस परियोजना से शहर के लोगों को 135 लीटर प्रतिदिन प्रतिव्याक्ति आर ओ आधारित प्योरीफाईड पेयजल मिलेगा। इससे पूर्व अरोड़वंश और अग्रवाल समाज की ओर से मुख्यमंत्री को सम्मानित किया गया और दोनों समाज के लोगों ने एक सुर में मुख्यमंत्री का आभार जताया। वहीं धर्मशाला सदनों के निर्माण के लिए भूमि दिलवाने पर स्थानीय विधायक व सांसद का आभार प्रकट किया और सम्मानित किया।
    इस समारोह में हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री स0 परमवीर सिंह, लोक निर्माण विभाग के मुख्य संसदीय सचिव श्री प्रहलाद सिंह गिलाखेड़ा, जयबीर बाल्मीकि, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार, प्रो0 वीरेन्द्र ङ्क्षसह, प्रैस सलाहकार सुन्दरपाल, कान्फेड के चेयरमैन बजरंग दास गर्ग, पूर्व विधायक मनीराम केहरवाला, भरत सिंह बैनीवाल, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड़्डा, जगदीश नेहरा, प्रदेश कांग्रेस प्रतिनिध श्री गोबिन्द कांडा, जिला प्रधान मलकीत सिंह खोसा, होशियारी लाल शर्मा, अग्रवाल सभा के प्रधान श्री भागीरथ गुप्ता, प्रेम शर्मा, कृष्ण लाल सैनी, अरोड़वंश सभा के प्रधान वीरेन्द्र बाहिया, सदन के प्रधान बनवारी लाल चावला, उपप्रधान रामनारायण कक्कड़, सचिव राजेन्द्र मकानी, सुरेन्द्र भाटिया सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

दिहाड़ीदार मजदूर से तीन लाख की अफीम बरामद

डबवाली (लहू की लौ) थाना सदर पुलिस ने एक दिहाड़ीदार मजदूर को एक किलो 520 ग्राम अफीम दूध समेत काबू किया है। आरोपी का शुक्रवार सुबह उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजने के आदेश दिए।
गुरूवार रात को थाना सदर के एसआई सीता राम, एएसआई महेंद्र सिंह, ईएएसआई महेंद्र सिंह, ईएएसआई बलवंत सिंह गांव सकताखेड़ा-लोहगढ़ मार्ग पर गश्त पर थे। पुलिस पार्टी को लोहगढ़ साईड से एक व्यक्ति आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस पार्टी ने उसे रूकने के लिए कहा। लेकिन वह वापिस लोहगढ़ की ओर तेज गति से चलने लगा। पुलिस ने उसे काबू कर लिया। कंधे पर रखे काले रंग के बैग के बारे में पूछने पर वह कोई जवाब नहीं दे पाया। सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बाबू लाल भी पहुंचे। डीएसपी की उपस्थिति में बैग को चैक किया गया। बैग में रखे पोलिथीन में से पुलिस को अफीम दूध बरामद हुआ।
मामले की जांच कर रहे थाना सदर के एसआई सीता राम ने बताया कि पकड़े गए आरोपी ने अपनी पहचान जय नारायण (45) पुत्र ठाकर राम निवासी गांव लटियालपुरा हाणियां थाना ओशिया जिला जोधपुर के रूप में करवाई है। प्राथमिक पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि यह अफीम दूध वह 20 हजार रूपए कीमत में भीलवाड़ा (राजस्थान) निवासी भंवर लाल से लेकर आया था और इसे उसने गांव लोहगढ़ के पास एक कंबाईन मालिक को देना था। लेकिन कंबाईन मालिक नहीं आया, वह अफीम दूध को वापिस ले जा रहा था। थाना प्रभारी के अनुसार आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। शुक्रवार को अदालत में पेश करके उसका पांच दिन का पुलिस रिमांड ले लिया गया।
 बाजार में अफीम का भाव 40,000 रूपए प्रति किलोग्राम के आस-पास है। एक किलोग्राम अफीम दूध से पांच किलोग्राम अफीम बनती है। इस प्रकार थाना सदर पुलिस द्वारा पकड़े गए एक किलो 520 ग्राम अफीम दूध से करीब तीन लाख रूपए कीमत की अफीम तैयार की जा सकती है।
कैसे पहुंचा गांव लोहगढ़
पुलिस का कहना है कि मादक पदार्थ तस्करी करता पकड़ा गया व्यक्ति दिहाड़ी करके पेट पालने वाला मजदूर है। करीब एक माह पूर्व वह इस क्षेत्र में मजदूरी करने के लिए आया था। इस दौरान उसकी भेंट एक कम्बाईन मालिक से हुई। उसने कम्बाईन मालिक को 100 ग्राम अफीम दी। इस दौरान दोनों में डील हुई। डील के मुताबिक ही कम्बाईन मालिक को अफीम दूध देने के लिए जय नारायण ट्रेन के जरिए हनुमानगढ़ पहुंचा। हनुमानगढ़ से उसने यहां के लिए बस में सफर किया।

सबसे स्वच्छ गांव की पंचायत पर केस दर्ज करने के आदेश

डबवाली (लहू की लौ) स्वच्छता के मामले में प्रदेश की नंबर वन कालूआना ग्राम पंचायत विवादों में घिर गई है। डबवाली की अदालत ने एक इस्तगासे पर सुनवाई करते हुए पुलिस को देवीलाल पार्क गिराए जाने के मामले की जांच करके सरपंच सहित 12 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए हैं।
गांव कालूआना के लंबरदार प्रीतपाल (65) ने उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डॉ. अतुल मडिया की अदालत में एक इस्तगासा दायर करके कहा था कि साल 2001-02 में गांव में पंचायत की करीब बीस एकड़ भूमि पर चौ. देवीलाल की याद में गांव के लोगों ने तत्कालीन सरकार की मदद से चौ. देवीलाल पार्क बनाया था। इस पार्क की स्थापना राजकीय रिकॉर्ड में भी है।
इस्तगासा में यह भी जिक्र किया गया है कि सूचना के अधिकार के तहत चौ. देवीलाल पार्क के बारे में संबंधित अधिकारी से सूचना मांगी गई थी। उसमें खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी ने अपने पत्र क्रमांक 123, दिनांक 21.1.2011 द्वारा सूचित किया कि चौ. देवीलाल पार्क गांव कालूआना तहसील डबवाली (जिला सिरसा) में अस्तित्व में है और उस पर 1 लाख 77 हजार रूपए की राशि खर्च की गई है।
इस्तगासा में मुद्दई ने यह भी कहा कि जगदेव सहारण गांव कालूआना का वर्तमान सरपंच होने के साथ-साथ कांग्रेस का सक्रिय कार्यकर्ता है। वह इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी से दुर्भावना पूर्ण द्वेष रखता है। अपने मन में इसी द्वेष से प्रेरित होकर सरपंच व पंचायत के आठ पंचों व अन्य ने 19.1.2011 और 20.1.2011 की मध्य रात्रि को चौ. देवीलाल पार्क स्थल की चारदीवारी जोकि 870 फुट के करीब थी, को जेसीबी मशीन लगाकर तोड़ दिया। इसके अतिरिक्त पार्क में लगे हुए वृक्षों को काट दिया। इस प्रकार से सरपंच ने चौ. देवीलाल पार्क का नामोनिशान मिटा दिया। सरपंच ने यह जानते हुए कि चौ. देवीलाल पार्क गांव के लोगों के लिए बना है, लोग इसमें सुबह-शाम सैर करके अपने स्वास्थ्य को तंदरूस्त रखते हैं। इसके बावजूद भी आरोपी ने पार्क की चारदीवारी को तोड़कर पब्लिक प्रॉपर्टी को तोड़कर नुक्सान पहुंचाया है। सरपंच ने पार्क में लगे हुए लाखों रूपए के वृक्ष भी कटवाकर और कम पैसे में कथित निलामी दिखाते हुए और खजाना में नाममात्र के पैसे जमा करवाकर बाकी पैसे खुद हजम करके सरकारी पैसे का गबन किया है।
अदालत ने बुधवार को इस इस्तगासा पर सुनवाई करते हुए इस मामले को सीआरपीसी की दफा 156 (3) के तहत थाना सदर डबवाली को भेजकर मामले की जांच करने के बाद गांव कालूआना के सरपंच जगदेव सहारण, पंच धौली राम, हनुमान, विनोद, जैना देवी, दलीप, महावीर, महावीर, बृजलाल, बिमला देवी, श्रवण निवासीगण गांव कालूआना, वीर सिंह, भागीरथ के खिलाफ दफा 427/409/120बी/34 आईपीसी के तहत केस दर्ज किए जाने के आदेश दिए हैं।

09 जून 2011

गुण्डों को शह दे रही पुलिस

राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने की पत्रकार राजीव गोयल पर हमले की निंदा
डबवाली (लहू की लौ) पत्रकार राजीव गोयल पर खबर छापने को लेकर हुए कातिलाना हमले की शहर की विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक संस्थाओं ने कड़े शब्दों में निंदा की है।
मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी डॉ. केवी सिंह, नगर सुधार मण्डल के पूर्व चेयरमैन तथा इनेलो जिला सिरसा के प्रधान महासचिव रणवीर सिंह राणा, इनेलो कार्यालय डबवाली प्रभारी महेंद्र डूडी, टेकचंद छाबड़ा, वरच्युस क्लब के प्रधान डॉ. मथुरा दास चलाना, संस्थापक केशव शर्मा, प्रमुख आढ़ती परविंद्र अरोड़ा, युवा रक्तदान सोसाईटी के संस्थापक सुरेंद्र सिंगला, समाजसेवी राजेंद्र गर्ग, शहर कांग्रेस के अध्यक्ष पवन गर्ग, पार्षद विनोद बांसल, आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष हरबिलास निरंकारी, सचिव गुरदीप कामरा, वरिष्ठ नागरिक कल्याण संघ के उपाध्यक्ष सेवानिवृत्त प्रिंसीपल आत्मा राम अरोड़ा, नारी शक्ति संस्था की संस्थापिका डॉ. प्रेमकांता आहलुवालिया, धानक समाज ऑल इंडिया के अध्यक्ष राजा पेंटर ने पत्रकार राजीव गोयल पर गत दिवस हुए कातिलाना हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए  आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
वहीं इसी मामले में बुधवार को पत्रकारों की एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें फतेह सिंह आजाद, डॉ. एचएम ओसवाल, जयमुनी गोयल, सुभाष सेठी, राजीव वढेरा, इकबाल शांत, वासदेव मैहता, रवि मोंगा, महावीर सहारण, डॉ. राजकपूर, अशोक सेठी, सुखपाल सिंह, पवन कौशिक, मनोज, डीडी गोयल उपस्थित थे। बैठक में पुलिस द्वारा हमलावरों को गिरफ्तार न करने की जोरदार शब्दों में निंदा की गई। पत्रकारों ने एकमत से कहा कि शहर में गुण्डागर्दी आम बात हो चुकी है। यहां-वहां तेजधार हथियारों से लैस गुण्डे घूमते रहते हैं। सबकुछ देखते हुए भी पुलिस इन गुण्डों पर नकेल डालने में नाकाम रही है। पुलिसिया शह की बदौलत गुण्डा तत्वों के हौंसले इतने बुलंद हो गए हैं कि ये गुण्डे लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को चुनौती देने लगे। पत्रकार पर हमला करने वाले गुण्डों को पुलिस ने गिरफ्तार करना तो दूर, उन पर केस भी दर्ज नहीं कर पाई है। पत्रकारों ने पत्रकार राजीव गोयल पर जानलेवा हमला करने वालों पर भादसं की दफा 307 तथा 506 आदि के तहत मामला दर्ज करके शीघ्र-अतिशीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है।

08 जून 2011

पत्रकार राजीव गोयल पर कातिलाना हमला

डबवाली (लहू की लौ) शहर में गुंडागर्दी चरम सीमा पर पहुंच गई है। गुंडातत्व बौखलाहट में पत्रकारों पर भी कातिलाना हमला करके जनता की आवाज को दबाने का प्रयास करने लगे हैं। सोमवार रात को अज्ञात कार सवारों ने पत्रकार राजीव गोयल पर जानलेवा हमला करके उसकी हत्या करने का प्रयास किया। घायल अवस्था में वार्ड नं. 1 के पार्षद जगदीप सूर्या ने उन्हें उपचार के लिए सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
पत्रकार राजीव गोयल सोमवार रात को करीब सवा नौ बजे दैनिक लहू की लौ कार्यालय से अपने घर के लिए अपनी एवीएटर पर निकले थे। कार्यालय से कुछ दूरी पर स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर के बैक साईड वाली गली में वे जैसे ही पहुंचे तो पीछे से एक फोर्ड फिगो गाड़ी आई और एवीएटर का रास्ता रोककर खड़ी हो गई। कार से दो युवक बाहर आए। जिनमें से एक ने मुंह कपड़े से ढांप रखा था। उन्होंने उसकी हत्या का प्रयास करते हुए बैसबॉल बैट से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। राजीव गोयल ने एवीएटर वहीं फेंककर अपनी जान बचाई और शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर घरों से निकले लोगों को देखकर गुण्डे भाग खड़े हुए।
राजीव गोयल ने बताया कि गुण्डों की संख्या चार से पांच हो सकती है। जिन लोगों ने कार से निकलकर उस पर हमला किया उनकी संख्या दो थी। बाकी कार के भीतर बैठे हुए थे।
क्या कारण हो सकता है
4 जून रात करीब सवा नौ बजे थाना शहर के बाहर दो युवकों ने गांव जण्डवाला जाटान के बीरबंत सिंह नामक व्यक्ति पर हमला करके उसके कपड़े फाड़ दिए थे। शिकायतकर्ता बीरबंत ने इसकी शिकायत लिखित रूप से थाना शहर में भी की थी। इस समाचार को न प्रकाशित किया जाए इसके लिए इसी रात को करीब 11 से 12.30 बजे के बीच दो कॉल राजीव गोयल के मोबाइल पर आई। जिसमें एक कॉल हैप्पी और दूसरी कॉल उसी मोबाइल नं. से काला ग्रोवर ने करके कहा था कि यह समाचार अखबार में प्रकाशित न किया जाए। अगर अखबार में प्रकाशित किया गया तो इसके गंभीर परिणाम निकलेंगे। साथ में यह भी कहा था कि आप नहीं जानते कि बीरबंत कौन है?
5 जून का दैनिक लहू की लौ का अंक रात्रि 9 बजे से पूर्व प्रकाशित हो चुका था। जिसके चलते 6 जून के अंक में उपरोक्त घटना का समाचार लहू की लौ सहित अन्य समाचार पत्रों में भी प्रकाशित हुआ।
हमले से पूर्व गुण्डों ने की रेकी
गुण्डों ने राजीव पर कातिलाना हमला करने से पूर्व 6 जून की रात को करीब 8 बजे दैनिक लहू की लौ कार्यालय के आस-पास रेकी की। इस रेकी के लिए दो गुण्डे दैनिक लहू की लौ कार्यालय में आए। उन्होंने अपने आपको गांव मांगेआना निवासी हरजीवन सिंह सिधू और अवतार सिंह सिधू के नाम से परिचित करवाते हुए कहा कि उन्होंने पिल्ले बिकाऊ का विज्ञापन अखबार में देना है। करीब आधा घण्टा तक कार्यालय में बैठे रहे। गांव मांगेआना में पता करने पर मालूम हुआ कि उक्त नाम के दोनों युवक गांव में है ही नहीं। इन युवकों द्वारा दिए गए मोबाइल नं. भी फेक पाए गए। इससे संदेह है कि इस हमले में ये दो युवक भी शामिल थे।
48 घंटे के भीतर गिरफ्तार हो आरोपी
घटना की सूचना पाकर मंगलवार सुबह हरियाणा पत्रकार संघ जिला सिरसा के अध्यक्ष लाजपुष्प राजीव गोयल का हालचाल जानने के लिए सरकारी अस्पताल डबवाली में पहुंचे। यहां डबवाली पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजीव वढेरा, फतेह सिंह आजाद, विजय वढेरा, इकबाल सिंह शांत, महावीर सहारण, सुखपाल सिंह, डीडी गोयल, पवन कौशिक उपस्थित थे। इससे पूर्व रात को जयमुनी गोयल, रवि मोंगा, अशोक सेठी भी अस्पताल में पहुंचे। जबकि सुभाष सेठी ने फोन पर राजीव गोयल का हालचाल जाना। डबवाली के पत्रकारों ने पुलिस को चेतावनी दी है कि अगर 48 घंटे के भीतर पत्रकार राजीव गोयल पर जानलेवा हमला करने वाले गुण्डों को पकड़ा नहीं गया तो पूरे हरियाणा में पत्रकार संघर्ष का बिगुल बजा देंगे। जिसकी जिम्मेवारी पुलिस और प्रशासन की होगी।

06 जून 2011

गांधी चौक पर अभय चौटाला ने सरकारी अधिकारियों को धोया

डबवाली (लहू की लौ) ऐलनाबाद के विधायक तथा इनेलो के वरिष्ठ युवा नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि हरियाणा में भ्रष्टाचार, लूटपाट, मर्डर, बलात्कार की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। जिसके चलते लॉ एण्ड ऑर्डर की स्थिति प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की मिलीभगती के चलते बिगड़ रही है।
वे शनिवार देर शाम को इनेलो के जन जागरण अभियान के तहत शहर के गांधी चौक में आयोजित एक नुक्कड़ सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने जिला सिरसा पुलिस और प्रशासन की जमकर खिंचाई करते हुए कहा कि अधिकारी जिला में लोगों की समस्याओं की तरफ ध्यान न देकर कांग्रेस के एजेंट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समय राज्य की हालत इतनी दयनीय हो चुकी है कि बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी लोग वंचित चले आ रहे हैं। सरकार ने गांवों में बिजली के पोल लगा दिए, तारें डाल दी और चौबीस घंटे बिजली देने का वायदा किया। लेकिन उन्हें दो घंटे ही बिजली मुश्किल से मिल पा रही है। यही हालत शहरों की है।
चौटाला ने नगर की समस्याओं को उठाते हुए और डॉ. केवी सिंह का नाम लेते हुए कहा कि वह अपने चहेतों को प्रशासन से ठेके दिलाकर मोटा कमीशन वसूल रहा है। इन ठेकों के लिए कांग्रेसी आपस में लड़-झगड़ रहे हैं। इस बंदरबांट के चलते ही कांग्रेस को नपा चेयरमैन की कुर्सी खोनी पड़ी। अब जब इस कुर्सी पर इनेलो का चेयरमैन बनना तय है, तो प्रशासन कांग्रेस का एजेंट बनकर इसका चुनाव ही नहीं करवा रहा। उन्होंने कहा कि डबवाली नगर के लोगों को स्वच्छ पानी मिलना तो दूर बल्कि उन्हें गंदे पेयजल की आपूर्ति करके प्रशासन जनता को बीमार करने पर तुला हुआ है। इस अवसर पर जिला परिषद के चेयरमैन डॉ. सीता राम, राधेराम गोदारा, रणवीर सिंह राणा, डॉ. गिरधारी लाल, एडवोकेट कुलदीप सिंह सिधू, संदीप सिंह सन्नी गंगा, सर्वजीत सिंह मसीतां, विनोद अरोड़ा, दर्शन मोंगा, महेंद्र डूडी, प्रहलाद राय, टेकचन्द छाबड़ा,  लवली मैहता, केशो राम गुप्ता, नरेश मित्तल, सुरेंद्र छिंन्दा, सुभाष मित्तल, सुखविंद्र सरां, गुलजिंद्र सोना, केके सेठी, नरेंद्र बराड़, हरभगवान मैहता, ईश्वर देवी कटारिया, राकेश शर्मा, सीता देवी, पुष्पा दैड़ान, राजा पेन्टर, काका मोंगा, दीपक बागड़ी, धुनीदास गर्ग, अमरनाथ बागड़ी, लभू सेठी, महावीर सहारण, रिंका सेठी, परमजीत बराड़, जग्गा बराड़, हरबिलास निरंकारी, जगदीश अरोड़ा, नसीब गार्गी, बनी, भोला फौजी, रवि मैहता आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे।

कालांवाली में लोग सड़कों पर

बाबा रामदेव तथा अनशनकारियों पर लाठीचार्ज के विरोध में जनता का गुस्सा उफान पर
कालांवाली/डबवाली(नरेश सिंगला) दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे योग गुरू बाबा रामदेव तथा हजारों अन्य अनशनकारियों पर पुलिस द्वारा हमला करने के विरोध में पतंजलि योग समिति के बैनर तले मंडी में केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में धर्मपाल, हीरा सिंह, सूरत ङ्क्षसह पूनिया, ओम प्रकाश, सतपाल, शोभा राम, ओम प्रकाश गोयल, सुखदेव सिंह, राम किश्न, राजकुमार, सुनील कुमार, सीतो देवी, कांता जैन, शांति देवी, बिमला देवी, प्रेम कुमार आदि शामिल थे। भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष नरेश गर्ग ने बाबा रामदेव पर हमला करने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए खाकी का सहारा लेकर आंदोलन को खत्म करना चाहती है। पूर्व पार्षद प्रतिनिधि दर्शन कुमार दादू ने कहा कि सरकार के इशारे पर पुलिस ने शांतिपूर्वक ढंग से आंदोलन कर रहे लोगों पर हमला किया है, वह अति निंदनीय है। इस हमले से लोकतंत्र को दबाने की कोशिश की गई है।
इधर भारतीय जनता पार्टी के जिला महासचिव सतीश जग्गा, सतीश काला, मनोज शर्मा, विक्की शर्मा ने कहा है कि दिल्ली के रामलीला मैदान में बाबा रामदेव के नेतृत्व में शांति से चल रहे अनशन का जिस बर्बतापूर्ण तरीके से दमन किया गया है, वो केन्द्र की यूपीए सरकार की हिटलरशाही का परिचायक है। मासूम और निहत्थे बर्जुगों, महिलाओं तथा बच्चों पर लाठीचार्ज बताता है कि केन्द्र और दिल्ली की सरकार किस कद्र संविधान की भावना के परखच्चे उड़ा रही है।

05 जून 2011

63 वर्ष की आयु में 23 का जज्बा

डबवाली- सेवानिवृत्त डाक सहायक एवं वरिष्ठ नागरिक कल्याण संघ के सदस्य मुख्तियार सिंह ने 63 वर्ष की आयु में वह कर दिखाया जो 23 वर्ष के युवा भी कठिनता से कर पाते हैं।
फरवरी 2008 में डाकघर मंडी डबवाली से सेवाविृत्त मुख्तियार सिंह अपने बचपन के एलएलबी कर वकील बनने के चिर स्वपन को साकार करने के लिए नेहरू मैमोरियल लॉ कॉलेज हनुमानगढ़ में दाखिला लेकर सभी विद्यार्थी व गुरूजनों से आयु में बड़े होकर एक अच्छे विद्यार्थी बन सदैव अग्रिम पंक्ति में रहे और अच्छे अंकों में एलएलबी परीक्षा पास की। गांव देसू मलकाना कालांवाली में 15 फरवरी 1948 में मुकन्द सिंह के घर जन्में मुख्तियार सिंह ने 1975 में बीए व 1979 में डाक विभाग में सेवा कार्य शुरू किया परन्तु वकील बनने की इच्छा सदैव बनी रही। जिसे उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद एलएलएम करके गरीब व बेसहारा लोगों की नि:शुल्क सेवा करने का मन बनाया है। डाक विभाग के सेवानिवृत कर्मचारी चमन लाल मिढ़ा, पीडी शर्मा और मेजर सिंह गिल ने इसका स्वागत किया है।

छेड़छाड़ में फंसे डॉक्टर की डेपूटेशन

डबवाली (लहू की लौ) एएनएम से छेड़छाड़ मामले में माफी मांगकर अपना पिंड छुड़वाने वाले डॉक्टर का अभी भी यह विवाद पीछा नहीं छोड़ रहा है। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने मामले का ठीकरा डॉक्टर पर फोड़ते हुए उसको डेपूटेशन पर भेज दिया है। विभाग के गांव मांगेआना में बने सब सैन्टर पर तैनात एएनएम सत्या देवी ने आरोप लगाया था कि 25 मई को चैकिंग पर आए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देसूजोधा के प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह ने उससे छेड़छाड़ की है। एएनएम के इस आरोप से हरियाणा स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। इधर मामले की भनक एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन हरियाणा को लग गई।
डॉक्टर के विरूद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर विभिन्न सरकारी कर्मचारी संगठनों के कार्यकर्ता लामबंद हो गए। डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर संगठनों ने एसोसिएशन की अध्यक्षा निर्मल बुलारा के नेतृत्व में 30 मई को अस्पताल में खूब बवाल काटा। पूरा दिन धरना, प्रदर्शन, नारेबाजी होती रही। यहां तक की डॉक्टर से मारपीट भी हुई। बाद में डॉक्टर ने अपने किए पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगकर अपना पिंड छुड़वाया था।
हाथ जोड़कर माफी मांगने वाले डॉक्टर का अभी भी यह विवाद पीछा नहीं छोड़ रहा। अब हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने इसका नजला डॉ. गुरजीत सिंह तथा उनकी पत्नी अमनदीप कौर पर गिराया है। डॉक्टर दम्पति को चौदह दिन के लिए डेपूटेशन पर दड़बा कलां भेज दिया गया है। वहीं विभाग के आला अधिकारी गुपचुप तरीके से मामले की टोह लेने में जुटे हुए हैं।

पीएम इस्तीफा दें, बोले चौटाला

डबवाली (लहू की लौ) पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि देश में कुशासन का अंत करने के लिए वकीलों को आगे आना होगा। बात चाहे पाकिस्तान की हो या फिर मिस्र की क्रांति की। यहां भी वकील आगे आए वहां जनता को दबाने वाले शासन का खात्मा हो गया। चौटाला शनिवार को बार रूम में वकीलों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने कार्यपालिका और मीडिया को भ्रष्टाचार की दलदल में धकेल दिया है। अब न्यायपालिका जो अभी तक भी ईमानदार है उसे भी भ्रष्ट बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से जनता बुरी तरह त्रस्त है। जो भी कोई भ्रष्टाचार, महंगाई या अन्य मुद्दों को लेकर बोलता है, जनता उसके साथ हो जाती है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के आंदोलनों से कुछ भी नहीं होने वाला। यह तभी संभव है, जब लोग जागरूक होंगे।उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बेचारा कहते हुए संबोधित किया और कहा कि बेचारा ईमानदार है और जानता भी है कि सरकार की गलत नीतियां और भ्रष्टाचार देश को डूबा रहा है। लेकिन फिर भी परिस्थितियावश गद्दी से चिपका हुआ है। उन्होंने मनमोहन सिंह को सलाह दी कि वे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दे। इस अवसर पर एडवोकेट सुरेंद्र गर्ग, कुलदीप सिंह सिधू, सुखबीर सिंह बराड़, रामसरूप मैहता, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, दीपक कौशल, सुभाष गुप्ता, गंगा बिशन गोयल, जगदीश चंद्र गुप्ता, एससी शर्मा, युधिष्ठिर शर्मा, रमेश बिश्नोई, राजेश यादव, केके सेठी, डॉ. गिरधारी लाल आदि उपस्थित थे।

संचार और पेयजल सुविधा ठप्प

रेल पटरी के नीचे से पुली बनाते समय रेलवे ने तोड़ी पेयजल पाईप, बीएसएनएल की केबल कटी
डबवाली (लहू की लौ) रेलवे ने अपनी पुरानी पुली को बदलने में यहां तीन घंटे लगाए। वहीं इस पुली के नीचे से गुजरने वाली बीएसएनएल की तार को काट देने से पुराना डबवाली क्षेत्र के करीब 1500 लैंडलाईन फोन तथा उनसे संबंधित इंटरनेट सरवर ठप्प हो गया। इससे व्यापारियों के साथ-साथ आम उपभोक्ता को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पेयजल पाईप टूटने के कारण लोगों को पेयजल आपूर्ति में बाधा आई।
नई अनाज मण्डी रोड़ के साथ जा रही रेलवे लाईन के नीचे रामलीला ग्राऊंड के नजदीक एक पुली बनी हुई थी। जोकि रेलवे ट्रेक पर आने वाले बरसाती पानी को सड़क पर निकालने का काम करती थी। पुली की हालत खस्ता हो चुकी थी। बरसात के दिनों में रेलमार्ग को कोई नुक्सान न हो इसके दृष्टिगत शनिवार को उत्तर-पश्चिम रेलवे के बीकानेर डिविजन के इंजीनियरों द्वारा इसे बदलने का काम किया गया।
सुबह 7.15 पर पुली बदलने का काम शुरू हुआ। लेकिन इसको बदलते-बदलते रेलवे को मात्र तीन घंटे लगे। इस काम को बीकानेर से मण्डलीय अभियंता विशाल गुप्ता, इंस्पेक्टर ऑफ वक्र्स लक्ष्मण बाई, एडीजीएन घनश्याम दबे, एसएसई बठिंडा आनंद स्वरूप की देखरेख में अंजाम दिया गया। इस कार्य को भले ही निबटाने में बहुत कम समय लगा। लेकिन जेसीबी ने पुरानी पुली को उखाड़ते समय भारत दूरसंचार निगम लिमिटेड की केबल भी उखाड़ डाली। जिससे डबवाली का पुराना क्षेत्र प्रभावित हुआ। टेलीफोन से जुड़ा यह क्षेत्र मिनटों में ही एक्सचैंज से कट गया।
बीएसएनएल उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा ने बताया कि रेलवे ने बीएसएनएल को सूचना दिए बिना उपरोक्त कार्य किया। जिससे बीएसएनएल को लगभग दो लाख रूपए का नुक्सान हुआ है। उनके अनुसार क्षेत्र के करीब 1500 लैंडलाईन फोन तथा इंटरनेट सेवा प्रभावित हुई। रविवार तक सेवा बहाल कर दी जाएगी।
जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल ने बताया कि रेलवे विभाग द्वारा उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई थी। इसके बावजूद कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पाईप लाईन बिछी होने के बारे में रेलवे अधिकारियों को बताया था। लेकिन इसके बावजूद पेयजल पाईप तोड़ दी गइ्र। पाईप टूटने से एक साईड की पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है। शीघ्र ही पाईप को ठीक किया जाएगा।
रेलवे के एसएसई बठिंडा आंनद स्वरूप ने बताया पुली की हालत खराब होने के कारण इसे बदला गया है। पुलिस के साथ होकर जाने वाली बीएसएनएल की केबल अनाधिकृत है। इस बारे में करीब छह माह पहले बीएसएनएल को पत्र लिखकर केबल हटाने का अनुरोध किया जा चुका है। लेकिन बीएसएनएल ने इस बारे में कोई कदम नहीं उठाया। अब भी बीएसएनएल को सूचना दी गई थी।

मुख्यमंत्री बादल के हल्के में छह साल के बच्चे को पोलियो

डबवाली (लहू की लौ) सरकार सालों से पोलियो के खिलाफ अभियान चलाते हुए लाखों रूपए खर्च कर रही है। लेकिन इसके बावजूद भी पोलियो का संदिग्ध मरीज पाए जाने पर सरकार का टीकाकरण के द्वारा बनाया जा रहा पोलियो का सुरक्षा चक्र टूटता हुआ दिखाई दे रहा है।
मण्डी किलियांवाली की चर्च वाली गली में रहने वाले गाड़ी चालक राकेश कुमार के 6 वर्षीय बेटा विष्णु को करीब बीस दिन पूर्व तेज बुखार हुआ था। जोकि बाद में टाईफाईड में बदल गया। लेकिन पिछले 10 दिनों से वह बिल्कुल स्वस्थ था और विद्यालय में भी जाना आरंभ कर दिया था। गुरूवार सुबह अचानक वह लडख़ड़ाते हुए गिर गया। राकेश ने उसे उठाया और पुन: चलने के लिए कहा। लेकिन विष्णु लंगड़ाने लगा। राकेश के अनुसार बुधवार शाम को उसका बेटा बिल्कुल ठीक था। लेकिन आज सुबह चलते हुए अचानक गिर गया। उसके बाद वह अपनी दाईं टांग पर वजन सहन नहीं कर पा रहा। लंगड़ाकर चलते हुए गिरने लगा है।
विष्णु को पोलियो होने के संदेह के चलते यहां के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। यहां बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सरवन बांसल ने उसकी जांच की। चिकित्सक को उसमें पोलियो के लक्षण प्रतीत हुए। लेकिन मामला पंजाब का होने के कारण उन्होंने उसे पंजाब के जिला श्री मुक्तसर साहिब के हल्का लंबी के अस्पताल में रैफर कर दिया।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सरवन बांसल ने बताया कि छह वर्षीय विष्णु में पोलियो के लक्षण पाए गए हैं। लेकिन पक्के तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता। विष्णु साथ लगते पंजाब की मण्डी किलियांवाली का रहने वाला है। इसके चलते उसे लम्बी रैफर कर दिया गया। चिकित्सक के अनुसार इस बारे में पत्र भेजकर हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के जिला सिरसा के अधिकारियों को भी अवगत करवा दिया गया है।
जिला श्री मुक्तसर साहिब के लम्बी में स्थित सरकारी अस्पताल की कार्यकारी एसएमओ डॉ. रीटा गुप्ता ने बताया कि फिलहाल उनके पास ऐसा कोई रोगी नहीं आया है।

एक रात में लूटे पांच पेट्रोल पंप

थाना लम्बी पुलिस के लॉकप से फरार हुए आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली-बठिंडा मार्ग पर पंजाब क्षेत्र में स्थित पांच पेट्रोल पंपों से गुरूवार रात को कार सवार लुटेरे करीब ढाई लाख रूपए की नकदी, मोबाइल सैट तथा मोबिल लूट ले गए। रात करीब 11 बजे से शुरू हुआ वारदातों का सिलसिला शुक्रवार सुबह 4.30 बजे तक चलता रहा। पिस्तौल, नलके की हत्थी, रॉड बगैरा से लैस लुटेरे बेखौफ पेट्रोल पंप के करिंदों से मारपीट करके लूटपाट करते रहे। थाना संगत प्रभारी एसआई रिछपाल सिंह ने बताया कि लुटेरों की मारपीट का शिकार हुए करिंदों को कुछ तस्वीरें दिखाई गई। जिसमें से करिंदों ने दो की पहचान की है। पहचान के आधार पर कुलविंद्र तथा जसविंद्र सिंह निवासी जय सिंहवाला (बठिंडा) बगैरा के खिलाफ मामला दर्ज करके उनकी तालाश शुरू कर दी है। उनके अनुसार लुटेरे 21 अप्रैल को जिला श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) के लॉकप से फरार हो गए थे।
डीएसपी (आर) बठिंडा गुरमेल सिंह ने बताया कि पेट्रोल पंप लूट की घटनाओं के बाद सीमाओं को सील कर दिया गया है। पड़ौसी राज्य हरियाणा की पुलिस को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। संदिग्ध स्थानों पर छापामारी शुरू करके लुटेरों की तालाश जारी है। शीघ्र ही लुटेरे पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

झुंबा पेट्रोल पंप, गांव झुबां
(थाना सदर बठिंडा)
पेट्रोल पंप मालिक गुरजीत सिंह पटवारी ने बताया कि गुरूवार रात को करीब 11.00 बजे उसके पंप पर लुटेरे आए। करिंदे जीत पाल से सात हजार रूपए की नकदी। दो मोबाइल तथा 90 लीटर मोबिल लूट ले गए। जिसमें दो टीन बीस-बीस लीटर के तथा पांच टीन दस-दस लीटर के थे।


मै. स्वर्ण पेट्रो प्वाईंट, डूमवाली
(थाना संगत, जिला बठिंडा)
शुक्रवार सुबह करीब सवा दो बजे ग्रे रंग की होंडा सिटी कार आई। कार से तीन व्यक्ति निकले। दो ने अपने हाथ में रिवॉल्वर पकड़ी हुई थी। जबकि एक के हाथ में नलके की हत्थी थी। इन लोगों ने पंप के कमरे में सोये वीरेंद्र (18), अमनदीप (20), चमकौर सिंह (22), कुलविंद्र (20) निवासीगण मलोट, केहर सिंह (26) निवासी गांधीबड़ी (हनुमानगढ़) को पीटना शुरू कर दिया। मोबाइल, पर्स तथा अन्य सामान छीन लिया। रिवॉल्वर दिखाकर इन लोगों ने चमकौर तथा कुलविंद्र को बाथरूम में कैद कर दिया। जबकि वीरेंद्र, अमनदीप तथा केहर सिंह को सेल्जमैन रूम में रिवॉल्वर दिखाकर पीटते रहे। केहर सिंह के पास से 20 हजार रूपए की नकदी छीन ली। पंप के भीतर पड़ी सेफ को भी तोड़ डाला। लेकिन कुछ नहीं मिला। कुछ देर बाद तेल डलवाने के लिए पंप पर एक ट्राला आया। जान से मार देने की धमकी देकर लुटेरों ने केहर सिंह को तेल डालने के लिए कहा। दो घंटे तक तेल डलवाने के लिए पंप पर गाडिय़ों की कतार लगी रही। इस दौरान करीब 98 हजार 620 रूपए की सेल हुई। लुटेरे कुल एक लाख आठ हजार 620 रूपए लूट ले गए। वारदात के बाद लुटेरे कार को बठिंडा की ओर भगा ले गए। जाते हुए सभी को पंप के अंदर बंद कर गए। पंप के ऑफिस का शीशा तोड़कर बाहर निकले वीरेंद्र ने इसकी सूचना अपने पिता प्रभुदयाल निवासी मलोट को दी।
मै. गणेश पेट्रो वेज, पथराला
(थाना संगत, जिला बठिंडा)
सुबह करीब 4.30 बजे पेट्रोल पंप पर एक कार आकर रूकी। जिसमें से तीन व्यक्ति उतरे। सेल्जमैन हरपाल को कार में तेल डालने के लिए कहा। इंकार करने पर सेल्जमैन की कनपटी पर रिवॉल्वर लगा लिया। काऊंटर में पड़ी 22 हजार रूपए की नकदी निकाल ली। पंप पर लगे अन्य सेल्जमैन प्रिंस, बलवीर तथा रणदीप की नजर लुटरों पर पड़ी। वे चुपचाप छुपकर खड़े रहे। मौका पाकर प्रिंस ने चिल्लाना शुरू कर दिया। जिससे पंप के साईड में खड़ी गाडिय़ों के चालक तथा एक अन्य सेल्जमैन जेठू राम की आंख खुल गई। अपने तरफ लोगों को आता देख लुटेरे भाग खड़े हुए।

पंजाब एग्रो फूड ग्रेन (रायकेकलां) गांव झंडिय़ा
(थाना संगत, जिला बठिंडा)
गुरूवार रात करीब 12.30 बजे पंप पर एक कार आकर रूकी। जिसमें से चार व्यक्ति उतरे। इनमें से दो ने अपने हाथों में रिवॉल्वर तथा दो ने नलके की हत्थी तथा रॉड उठाई हुई थी। पंप के सेल्जमैन सुनील का नलके की हत्थी मारकर सिर फोड़ दिया। अन्य सेल्जमैन पिंटू, राजू से भी मारपीट की। यहां से लुटेरे 26 हजार रूपए की नकदी लूटकर चलते बने।

सेठ भानचंद एचपी सेंटर, बल्लुआना
(थाना सदर बठिंडा)
पंप मालिक अजय कुमार निवासी गिदड़बाहा ने बताया कि गुरूवार रात को एक कार आकर उनके पंप पर रूकी। उस समय पंप के कार्यालय की छत पर करिंदे सोये हुए थे। लुटेरों ने कार्यालय के शीशे तोड़ दिए। कार्यालय में पड़ी 80 हजार रूपए की नकदी और मोबाइल फोन उठाकर फरार हो गए।

पुलिस अधिकारी ने रिश्वत में लिए 30 लाख-अभय सिंह चौटाला

डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर इनेलो द्वारा 11 जून को प्रस्तावित सिरसा बंद ऐतिहासिक होगा। जिसमें करीब 30 हजार महिला पुरूष कार्याकत्र्ता सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
ऐलनाबाद के विधायक चौ. अभय सिंह चौटाला ने गांव गंगा में पैक्स गोरीवाला के चेयरमैन संदीप सिंह गंगा के निवास स्थान पर आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि विधानसभा चुनावों में भयमुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने का वायदा कर सत्ता में आई हुड्डा सरकार प्रदेश में कानून व्यवस्था लागू करने में पूरी तरह से असफल रही है। प्रदेश में जहां अपराधियों का बोलबाला है वहीं प्रदेश का संतरी से लेकर मंत्री, मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का इस कदर जनाजा निकल चुका है कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में ही औसतन रोजाना एक हत्या होती है। सिरसा जिले में पिछले दो वर्षों में 106 हत्याएं हो चुकी है। जिसमें अधिकांश अभी तक अनसुलझी पहेली बनी हुई है। उन्होंने जिले के एक आला पुलिस अधिकारी पर एक दोहरे हत्याकांड में एक आरोपी को बाहर निकालने के लिए 30 लाख रुपये की कथित तौर पर रिश्वत लेने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर इसकी जांच करवाये जाने की मांग की है।
ऐलनाबाद के विधायक ने बताया कि हजकां के बागी 5 विधायकों का फैसला जल्द आने की उम्मीद है और पांचों विधायकों की सदस्यता रद्द होना तय है और इसके साथ ही प्रदेश की हुड्डा सरकार की रवानगी भी जल्द होगी और प्रदेश में इनेलो की सरकार बनने का रास्ता साफ होगा। इस मौके पर जिला परिषद के अध्यक्ष सीता राम, राधे राम गोदारा, रणवीर सिंह राणा, दर्शन मोंगा, लभू सेठी, गुलजारी सिंह सोना, सर्वजीत मसीतां, अधिवक्ता कुलदीप सिंह सिधू कुलदीप जम्मू, लवली मेहता, महिंद्र डूडी, टेक चंद छाबड़ा, सहित भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

03 जून 2011

गुस्साए लोगों को देख भागे बिजली वाले

डबवाली (लहू की लौ) वार्ड नं. 10 के पुराना हनुमान मंदिर क्षेत्र में दो फीडरों पर चल रही बिजली को कट करने गए बिजली कर्मचारी लोगों के विरोध के चलते भाग खड़े हुए। बिजली कट करने से तिलमिलाए लोगों ने बवाल खड़ा कर दिया। लोगों के रोष की सूचना पाकर मौका पर पहुंचे बिजली अधिकारियों ने कनेक्शन को पुन: जोडऩा मुनासिब समझा।
बिजली आपूर्ति देने के लिए बिजली निगम ने शहर को तीन फीडरों में बांटा हुआ है। फीडर का क्षेत्र भी तय किया हुआ है। लेकिन पुराना हनुमान मंदिर क्षेत्र के लोग फीडर नं. 2, 3 से बिजली आपूर्ति ले रहे हैं। इस बात की भनक बिजली निगम के अधिकारियों को हुई तो उन्होंने क्षेत्र का कनेक्शन एक ही फीडर पर किए जाने के आदेश दिए। गुरूवार सुबह विभाग के एएलएम संजय तथा रविंद्र इस क्षेत्र में पहुंचे। उन्होंने कनेक्शन पर कैंची चला दी। जिससे करीब पचास घरों में बिजली गुल हो गई। बिजली कर्मियों द्वारा पोल से कनेक्शन काटे जाने से लोग भड़क गए। लोगों को आक्रोशित होकर अपनी ओर आता देख बिजली कर्मी मौका से भाग गए और इसकी सूचना अपने उच्च अधिकारियों को दी।
वार्ड नं. 10 के पार्षद टेकचंद छाबड़ा, पुराना हनुमान मंदिर क्षेत्र के निवासी धर्मपाल, बलदेव, वीरेंद्र, कृष्ण, शाम लाल, राकेश कुमार, हरीश, हरबंस, रमेश ग्रोवर, अशोक सेठी, पप्पू सेठी आदि ने बताया कि गुरूवार सुबह क्षेत्र में आए दो बिजली कर्मियों ने बिना सूचना दिए बेवजह उनके घरों को जाने वाले बिजली आपूर्ति की लाईन काट दी। जिससे उन्हें भारी परेशानी हुई।
इधर इसी क्षेत्र के निवासी अनिल कुमार, मदन लाल, नंद लाल, सुरेश बगैरा ने बताया क्षेत्र में कुछ घरों ने निजी तौर पर लाईन डालकर कनेक्शन किए हुए हैं। जिसके चलते उनके क्षेत्र में अक्सर बिजली की वोल्टेज कम रहती है। इसके चलते इसकी शिकायत निगम के अधिकारियों को की। इक्ट्ठे हुए लोगों को देखकर शिकायत पर कार्रवाई करने आए कर्मचारी भाग गए।
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम मण्डल डबवाली के एक्सीयन वीके रंजन ने बताया कि पुराना हनुमान मंदिर क्षेत्र में कुछ लोग निजी केबल डालकर दो फीडरों से बिजली ले रहे हैं। जोकि गैर कानूनी है। निगम को इस बारे में शिकायत मिली थी। शिकायत के आधार पर ही निगम कर्मी फीडरों के कनेक्शन अलग-अलग करने के लिए मौका पर गए थे। लेकिन वहां काफी लोग जमा हो गए। लोगों में पनपे रोष को देखते हुए कर्मी वहां से चले आए। उनके अनुसार संबंधित क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति संबंधित फीडर से सुनिश्चित की जाएगी। साथ में कम वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए एक ट्रांसफार्मर लगाया जाएगा।

02 जून 2011

चोटी के राष्ट्रीय राजनीतिक नेताओं और प्रमुख धार्मिक शख्शीयतों द्वारा बीबी सुरिन्द्र कौर बादल को भावभीनी श्रद्धांजलि

बठिंडा -चोटी के राष्ट्रीय राजनीतिक नेताओं और प्रमुख धार्मिक शख्शीयतों ने पंजाब के मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल की धर्म पत्नी सुरिन्द्र कौर बादल के  भोग के मौके पर आज यहां की नई अनाज मंडी में हुई अंतिम अरदास के अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
    पंजाब भर और पड़ौसी राज्यों से समाज के प्रत्येक वर्ग में से हज़ारों की संख्या में लोग सुबह से ही सरदारनी बादल की अंतिम अरदास में शामिल होने के लिए पहुंचने आरंभ हो गये थे। दाना मंडी में लगाया गया विशाल पंडाल दोपहर 12 बजे तक भर गया था और उसके बाद लोगों को बाहर खड़े होकर श्रद्धांजलि समागम की कार्रवाई को सुनना पड़ा। सरदारनी बादल को श्रद्धांजलि भेंट करने वाले सभी ही प्रवक्ताओं ने कहा कि बीबी बादल ने प्रत्येक पक्ष से सफल और भरपूर जीवन व्यतीत किया और उनके व्यक्तित्व को अनूठे गुणों का संगम कहा। प्रवक्ताओं ने कहा कि धार्मिक वृति उनका प्रधान गुण था।
    भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता श्री लाल कृष्ण अडवाणी ने कहा कि राष्ट्रीय राजनीति में जो साकारत्मक एवं अग्रणीय भूमिका स. बादल ने निभाई है उसके पीछे सरदारनी बादल की प्रेरणा और शक्ति कार्य करती रही है। उन्होंने कहा कि सरदारनी सुरिन्द्र कौर बादल ने जहां परिवारिक जिम्मेवारियों का बोझ उठाकर स. प्रकाश सिंह बादल को चिन्तामुक्त कर रखा, वहां उनको नैतिक शक्ति भी दी। भाजपा के रह चुके राष्ट्रीय प्रधान श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि सरदारनी बादल दया, कोमलता, दृढता और शराफत का अनूठा संगम थे। लोकसभा में विरोधी पक्ष की नेता श्रीमति सुष्मा स्वराज ने कहा कि सरदारनी बादल ने हसमुख और खुशमिजाज शख्शीयत थी और उन्होंने राजनीति के कठोर क्षेत्र में रहते हुए भी अपनी आंतरिक नारी संवेदना को जीवित रखा।
    गुजरात के मुख्यमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सरदारनी बादल से अपनी नीजि यादों को स्मरण करते हुए कहा कि बीबी बादल से उनक ो हमेशा ही मां वाला स्नेह मिलता रहा है। वह सामाजिक क्रांति की प्रतीक थी और भ्रूण हत्या के खिलाफ अभियान चलाकर उनको सच्ची श्रद्धांजलि भेंट करनी चाहिए। हरियाणा के  पूर्व मुख्यमंत्री श्री औम प्रकाश चौटाला ने सरदारनी बादल को याद करते हुए कहा कि उन्होंने सम्पूर्ण जीवन लोगों के  दुख तकलीफों को घटाने के लिए कार्य किया और इसलिए बीबी बादल की कमी लम्बे समय तक महसूस की जाती रहेगी। श्री चौटाला ने कहा कि उनको पूरी तसल्ली है कि स. सुखबीर सिंह बादल अपनी मां के नक्शे कदम पर चलते हुए पंजाब और पंथ की सेवा कर रहें हैं।
    कांग्रेसी पार्टी के  सीनियर नेता श्री जगमीत सिंह बराड़ ने कहा कि देश के महान राजनीति वेता के तौर पर उभरे स. प्रकाश सिंह बादल द्वारा लड़े गए लम्बे राजनीतिक संघर्षो के पीछे सरदारनी बादल की प्रेरणा मयी भूमिका थी। उन्होंने कहा कि सरदारनी  बादल राजनीति में रहते हुए भी राजनीतिक संकीर्णताओं से उपर उठकर सोचने एवं विचारने की समर्था रखती थी। लोक भलाई पार्टी के प्रधान श्री बलवंत सिंह रामूवालिया ने कहा कि सरदारनी बादल ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष गुरू घर और समाज की निष्काम सेवा करते हुए गुजारे। भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के केंद्रीय कमेटी के  सदस्य डॉ. जोगिन्द्र दयाल ने कहा कि सरदारनी बादल अपने परिवारिक और सामाजिक जिम्मेवारी पूरी तनदेही से निभाने वाली एक सफल महिला थी।
    श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने सरदारनी बादल द्वारा गुरू रामदास लंगर की, की गई सेवा को याद करते हुए कहा कि सरदारनी बादल धार्मिक वृति वाले गुरूघर के नियमित सेवक थी। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन ईश्वर की निर्मल जीवन में रहकर गुजारा। दमदमी टक्साल के  मुखी बाबा हरनाम सिंह खालसा ने सिक्ख सिद्धांत प्रचारक संत समाज द्वारा श्रद्धांजलि भेंट करते हुए कहा कि सरदारनी बादल एक सिदकवान सिक्ख थी जिन्होंने हज़ारों व्यक्तियों को गुरू घर की सेवा की राह पर चलाया।
    अजीत प्रकाशन समूह के प्रबंधकीय सम्पादक डॉ. बरजिन्द्र सिंह हमदर्द ने सरदारनी बादल को याद करते हुए कहा कि बीबी बादल सच्चे शब्दों में एक कर्मयोगी थी। श्रद्धांजलि समागम से पूर्व भाई हरजिन्द्र सिंह श्रीनगर वाले और हज़ूरी रागी भाई रविन्द्र सिंह सहित प्रसिद्ध रागी जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन किया और प्रसिद्ध कथावाचक भाई पिंदरपाल सिंह ने गुरूशब्द की कथा की। श्री हरमंदिर साहिब के अरदासीये भाई कुलविन्द्र सिंह ने बिछुड़ी आत्मा की आत्मिक शांति के लिए श्री गुरूग्रंथ साहिब के हज़ूर अरदास की और हैड ग्रंथी भाई जसविन्द्र सिंह ने हुक्म नामा लिया।
    श्रद्धांजलि समागम के अंत में पंजाब के  मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि धार्मिक शख्शीयतों के आर्शीवाद और राष्ट्रीय नेताओं के प्रेरणामयी बोलों से हमारा दुख भी घटा है और हमें ढंढास भी बंधी है। अपनी स्वर्गीय धर्मपत्नी सुरिन्द्र कौर बादल के गुणों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह आरंभ किए हर कार्य को संपूर्ण कर दम लेती थी। सरदारनी बादल के बिछोड़े को बेवक्त और दर्दनाक बताते हुए स. बादल ने कहा कि इस दुख की घड़ी में देश के प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से लेकर प्रत्येक राजनीतिक पार्टी के नेताओं ने राजनीतिक संकीर्णताओं से उपर उठकर उनके परिवार का दुख बटाया है। सरदारनी बादल की पुत्रवधु हरसिमरत कौर बादल संसद सदस्य, बेटी सरदारनी परनीत कौर और दामाद स. आदेश प्रताप सिंह कैंरों क ैबिनेट मंत्री सहित बादल परिवार के सभी सदस्य और रिश्तेदार अंतिम अरदास और श्रद्धांजलि समागम में उपस्थित थे।
    इस अवसर पर विभिन्न राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टीयों के नेता, पंजाब के कैबिनेट मंत्री, मुख्य संसदीय सचिव, संसद सदस्य, विधायक, शिरोमणि कमेटी सदस्य, शिक्षा शास्त्री, सिविल एवं पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारी और अकाली-भाजपा कार्यकत्र्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

आंगनवाड़ी केंद्रों पर गड़बड़झाला


डबवाली (लहू की लौ) खण्ड डबवाली में चल रहे आंगनवाड़ी केंद्र इन दिनों खास चर्चा में हैं। सरकार के नियमों के विपरीत महकमे में लगे लोगों के घरों पर खुले इन केंद्रों पर बच्चों को राशन तक नसीब नहीं हो रहा। यहां तक की इन पर तैनात अधिकतर वर्कर संबंधित विभाग के ही कर्मचारियों के परिवारों से हैं।
खण्ड डबवाली के अंतर्गत आने वाले 48 गांवों में 144 आंगनवाड़ी केंद्र चल रहे हैं। सरकार की ओर से केंद्रों पर आने वाले बच्चों को प्रतिदिन खाना देने का एक मेन्यू बनाया गया है। मेन्यू के मुताबिक आंगनवाड़ी केंद्र में सोमवार को मीठा दलिया, मंगलवार को आलू पुरी, बुधवार को मीठे चावल, गुरूवार को गुलगुले, शुक्रवार को परांठे तथा शनिवार को नमकीन दलिया बनाया जाना तय किया गया है। लेकिन पिछले कुछ माह से मेन्यू के विपरीत नमकीन दलिया ही बच्चों को परोसा जा रहा है। इस दलिया में भी कीट मौज कर रहे होते हैं। ऐसा भोजन बच्चों को स्वास्थ्य देने की बजाए कभी भी अस्पताल भेज सकता है। नियमानुसार आंगनवाड़ी केंद्र सार्वजनिक जगह पर खोले जाते हैं। यहां तक की बिना पंचायत की मंजूरी के बिना कोई भी केंद्र किसी भी जगह नहीं खोला जा सकता। लेकिन इस क्षेत्र में तो नियम बताने वाले महकमे के कर्मचारियों के घरों में ये केंद्र चलाए जा रहे हैं।
गांव लोहगढ़ की महिला सरपंच के प्रतिनिधि नछत्तर सिंह, मां भगवती वैल्फेयर युवा क्लब लोहगढ़ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार, विक्रम सेठी, रामकरण, कर्मजीत, अमरजीत, रविदास, ज्योति लाल, तरसेम कुमार राकेश कुमार आदि ने बताया कि उनके गांव में पांच आंगनवाड़ी केंद्र चल रहे हैं। पिछले तीन माह से इन केंद्रों में आने वाले बच्चों को भोजन के नाम पर केवल नमकीन दलिया ही परोसा जा रहा है। इस दलिया में भी कीट होते हैं। ऐसे में बच्चों को स्वास्थ्यप्रद भोजन देने के सरकार के दावे बेमानी लगते हैं। सरपंच प्रतिनिधि के अनुसार इन केंद्रों पर तैनात वर्कर कभी-कभी ही उपस्थित होती हैं। इन केंद्रों पर कितने बच्चे हैं, कितना राशन आता है या कितना राशन आया है, इसके हिसाब-किताब वाला रजिस्टर केंद्र में होने की बजाए वर्करों के घरों में मिलता है। यहां तक की गांव का एक सैंटर विभाग का ही एक कर्मचारी चला रहा है। केंद्रों हो रही गड़बडिय़ों के संबंध में पंचायत कई दफा प्रस्ताव पास करके प्रशासन से कार्रवाई की गुहार लगा चुकी है। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है।
इस संबंध में जब सीडीपीओ डबवाली रमावती से बातचीत की गई तो उन्होंने स्वीकार किया कि राशन न आने की वजह से खण्ड के आंगनवाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को नमकीन दलिया ही दिया जा रहा है। राशन उपलब्ध होते ही सुपरवाईजरों की मार्फत संबंधित केंद्रों को भेज दिया जाएगा। उनके अनुसार आंगनवाड़ी केंद्र घर के किसी कमरे में नहीं खोला जाता। नियमानुसार यह केंद्र पंचायत की सहमति से सार्वजनिक जगह पर ही खोला जा सकता है। घरों में खुले केंद्र को सार्वजनिक जगह पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा। सीडीपीओ के अनुसार केंद्रों पर आने वाले राशन का पूरा रिकॉर्ड रखा जाता है। यह रिकॉर्ड केंद्र में पड़ा होता है। कोई वर्कर इसे अपने घर पर नहीं ले जा सकता।
इस संदर्भ में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि संबंधित विभाग को आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर किसी केंद्र में गड़बड़ी पाई जाती है, तो संबंधित कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गड़बड़ी की आशंका
आंगनवाड़ी केंद्रों पर भेजे जाने वाले राशन में हेरफेर की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता। चूंकि इन केंद्रों पर भेजा जाने वाला राशन केंद्र पर जाने की बजाए रास्ते में ही कहीं गायब हो जाता है। लोहगढ़ के आंगनवाड़ी केंद्रों पर तैनात हैल्पर श्वेता रानी, रानी  देवी, सरोज रानी ने बताया कि वे नहीं जानती कि विभाग की ओर से केंद्र में तैनात बच्चों के लिए कितना राशन भेजा जाता है। उनके अनुसार केंद्र पर तैनात वर्कर मात्र एक सप्ताह का राशन लेकर आती हैं। वही राशन वे बच्चों में बांट देती हैं।

31 मई 2011

रोड़ी में रोड़वेज परिचालक को लूटा

डबवाली (लहू की लौ) रोड़ी-सरदूलगढ़ मार्ग पर हरियाणा रोड़वेज के एक परिचालक को बाईक सवार तीन युवकों ने लूट लिया और फरार हो गए। घटना रविवार रात करीब पौने नौ बजे की बताई जाती है।
हरियाणा रोड़वेज की बस नं. एचआर57-0954 रविवार शाम 6.30 बजे डबवाली बस अड्डा से रोड़ी के लिए निकली थी। बस को चालक जीवन सिंह चला रहा था। यह बस करीब 8.30 बजे रोड़ी पहुंची। रोड़ी के स्वास्थ्य केंद्र के सामने बस को रोक कर बस का परिचालक गोमा राम निवासी बरूवाली (सिरसा) बाईक से खाना खाने के लिए अपने मित्र भागा राम के गांव कन्हैयावाला की ओर चल दिया।
गोमा राम के अनुसार उसने जैसे ही सरदूलगढ़ रोड़ पर रोड़ी पुलिस द्वारा लगाए गए नाके को क्रॉस किया तो पीछे से आए बाईक सवार तीन युवकों ने धक्का देकर उसे गिरा दिया। उसके हाथ में पकड़ा बैग जिसमें 1500 रूपए तथा 25-30 हजार रूपए की रोड़वेज की टिकट थी, आरोपी छीन कर फरार हो गए। परिचालक के अनुसार उसने इसकी शिकायत रोड़ी थाना में की। लेकिन पुलिस ने पंजाब क्षेत्र कहकर उसे टरका दिया। जब वह सरदूलगढ़ थाना में शिकायत लेकर गया तो वहां के कर्मचारियों ने मौका का मुआयना करने के बाद उसे हरियाणा का क्षेत्र कहकर उसे रोड़ी थाना में जाने की सलाह दी।
थाना रोड़ी के प्रभारी इंस्पेक्टर महा सिंंह ने बताया कि परिचालक के ब्यान पर अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। पुलिस को परिचालक गोमा राम ने बताया कि लुटेरे युवक 22-28 वर्ष के बीच के थे और देहाती मालूम हो रहे थे।

अस्पताल में पिटा डॉक्टर, मिली माफी


गांव मांगेआना में एएनएम से छेड़छाड़ मामले में पूरा दिन होती रहीं बैठकें, धरना तथा नारेबाजी

डबवाली (लहू की लौ) एएनएम से छेड़छाड़ का मामला सोमवार को धरना, प्रदर्शन, नारेबाजी और आरोपी डॉक्टर की पिटाई के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद निबट गया।
सोमवार को सब सैन्टर मांगेआना पर तैनात एएनएम सत्या देवी छेड़छाड़ प्रकरण को लेकर सरकारी अस्पताल में निर्मल बुलारा प्रदेशाध्यक्ष एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन हरियाणा, लक्ष्मी देवी बेगू प्रेस सचिव हरियाणा कर्मचारी महासंघ, प्रताप सिंह जाखू जिला सचिव एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन, कृष्ण लाल मांडा डिंग स्टेट सलाहकार एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन, राजकुमार प्रदेश उपप्रधान पब्लिक हैल्थ मैकेनिकल यूनियन, ओमप्रकाश शर्मा डबवाली ब्लाक प्रधान हरियाणा कर्मचारी महासंघ, मनोज शर्मा जिला उपप्रधान हरियाणा कर्मचारी महासंघ, केवल कृष्ण डबवाली यूनिट प्रधान हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड वर्कर यूनियन, पवन शर्मा प्रधान पीडब्ल्यूडी बीएण्डआर कर्मचारी यूनियन डबवाली आदि पहुंचे। उन्होंने जमकर आरोपी डॉक्टर गुरजीत सिंह तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इंसाफ की मांग को लेकर ये लोग धरने पर बैठ गए। मामले को सुलझाने के लिए कर्मचारी संगठनों की ओर से 9 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। जिसमें कर्मचारियों की ओर से निर्मल बलारा, प्रताप सिंह, सुमन, मनोज शर्मा, रमेश कुमार, लक्ष्मी  देवी, जगविंद्र पाल कौर, कृष्ण लाल, राम विलास आदि शामिल थे। इनकी उपस्थिति में डॉ. विनोद महिपाल के समक्ष मामले को सुलझाने के लिए प्रशासन की ओर से बनाई गई दो सदस्यीय कमेटी डॉ. एमके भादू तथा लेडी डॉ. अमरदीप कौर जस्सी ने पीडि़त एएनएम सत्या देवी तथा आरोपी डॉ. गुरजीत सिंह के ब्यान दर्ज किए। मामले को सुलझाने के पूरा दिन कर्मचारी नेताओं और सरकारी अस्पताल प्रशासन के बीच बातचीत के कई दौर चले।
इसी दौरान डॉ. गुरजीत सिंह माफी मांगने पर रजामंद हो गए। लेकिन पीडि़ता सत्या देवी के यह कहने पर की डॉ. गुरजीत सिंह उसे दिखाई नहीं देना चाहिए। मामला फिर तूल पकड़ गया जब डॉक्टर ने हंसते हुए अपने को गोली मार देने की बात कही, तो कर्मचारी नेता गर्मा गए। बैठक का बहिष्कार करके बाहर चले गए।
लेकिन एमपीएचडब्ल्यू एसोसिएशन की प्रदेशाध्यक्षा निर्मल बलारा अपने साथियों के साथ दोबारा एसएमओ रूम में आ गई। इन लोगों ने डॉक्टर गुरजीत सिंह की पिटाई शुरू कर दी। 5-10 मिनट तक कर्मचारी नेताओं का गुस्सा डॉक्टर पर फूटता रहा। एसएमओ विनोद महिपाल तथा डॉ. एमके भादू ने हस्तक्षेप करके पिट रहे डॉक्टर को कर्मचारी नेताओं से छुड़ाया। इसकी सूचना पाकर मौका पर थाना शहर के प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू, थाना सदर प्रभारी एसआई रतन सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल पहुंच गया। अस्पताल में स्थिति अत्यन्त तनावपूर्ण हो गई।
तनाव की सूचना पाकर मौका पर डीएसपी बाबू लाल भी पहुंचे। उन्होंने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर राजी किया। कर्मचारी नेताओं की मांग के आधार पर आरोपी डॉक्टर गुरजीत सिंह ने लिखित रूप से तथा सार्वजनिक रूप से माफी मांगकर अपना पिंड छुड़ाया।
एसएमओ डॉ. विनोद महिपाल ने बताया कि दोनों पक्षों को सुना गया। डॉक्टर की ओर से माफी मांग लेने के बाद मामला वहीं सुलझ गया। लेकिन सत्या देवी की मांग के आधार पर डॉक्टर का तबादला डबवाली उपमण्डल से बाहर करने के लिए उन्होंने हैल्थ कमीश्नर हरियाणा को अपनी रिपोर्ट भेज दी है।


एएनएम ने डॉक्टर पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप

डबवाली (लहू की लौ) स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के सब सैन्टर (डिलीवरी हट) गांव मांगेआना में तैनात एएनएम (आरसीएच) ने गांव देसूजोधा के पीएचसी इंचार्ज मैडीकल अफसर पर चैकिंग के बहाने उससे अश्लील हरकतें करने का आरोप लगाते हुए उपमंडलाधीश डबवाली को एक दरख्वास्त देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
सब सैन्टर मांगेआना की एएनएम सत्या देवी निवासी डबवाली ने बताया कि 25 मई 2011 को वह सब सैंटर मांगेआना में अपनी डयूटी पर कार्यरत थी। करीब 10.30 बजे डॉ. गुरजीत सिंह मैडीकल अफसर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र देसूजोधा उसके सब सैन्टर पर आये और उसे स्टॉक, एएनसी, टीकाकरण रजिस्टर के बारे में पूछा। इसके बाद डॉक्टर यह कहते हुए कि वह बहुत सोहनी है, उसकी आंखें बहुत सुन्दर हैं,  उसकी टांगों के साथ टांगें सटा कर बैठ गया। फिर कहने लगा कि वह उसकी बात मान ले अन्यथा उसे परेशान करेगा।
पीडि़ता के अनुसार इतना कह कर डॉक्टर गुरजीत सिंह डिलीवरी हट में चला गया और किसी न किसी बहाने से उसे बार-बार बुलाने लगा। इसी दौरान डॉक्टर ने अत्यन्त गलत तरीके से परिवार नियोजन मैथेड के बारे में पूछा और बहाने से उसका हाथ पकड़ कर कहने लगा कि लाईन पर आ जाओ, वरना तुम नहीं जानती मेरी पावर कितनी है और मैं क्या कर सकता हूं। पीडि़ता के अनुसार डॉक्टर ने उससे कहा कि अगर उसकी बात नहीं मानीं तो वह उसका बोरिया बिस्तर गोल करवा देगा। उसने कहा कि उसने अपनी शिकायत यूनियन की जिला प्रधान सुमन शर्मा के पास रखी और यूनियन प्रधान को इस बात से भी अवगत करवाया कि डॉक्टर उसके सब सैन्टर पर सुबह 10.30 से दोपहर बाद 3 बजे तक रहा। शनिवार को इस मामले को उपमंडलाधीश के पास लेकर गई।
गांव देसूजोधा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ. गुरजीत सिंह ने अपने पर लगे आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह 25 मई को सब सैन्टर पर रूटीन चैकिंग में गया था। वहां पर कई प्रकार की अनियमितताएं उसी मिलीं जिसमें डिलीवरी हट में एमटीपी किट बरामद हुई जो कि गर्भपात के काम आती है जिसे सरकारी संस्था में रखना गलत है। उसने यह भी कहा कि डीपीटी वैक्सीन, आयरन की गोलियां, विटामिन ए की शीशी डस्टबीन में फेंकी हुई मिली, जो अभी तक एक्सपायरी नहीं हुई थीं। सत्या देवी ने अपनी लापरवाही को छुपाने और उस पर कोई कार्यवाही न हो इसलिए उस पर मनगढंत आरोप लगा रही है। पीएचसी देसूजोधा में कार्यरत लेडी डॉक्टर तथा डॉ. गुरजीत सिंह की पत्नी अमनदीप कौर ने कहा कि वह अपने पति के साथ पिछले दो वर्षों से पीएचसी में कार्यरत है। उसे उसके पति के चरित्र के संबंध में आज तक कोई शिकायत नहीं मिली है। उसने अपने पति के बचाव में उतरते हुए कहा कि उसका पति बेकसूर है और सत्या देवी उस पर झूठे आरोप लगा कर अपनी लापरवाही से बचना चाहती है।
सब सैन्टर पर कार्यरत आशा वर्कर चरणजीत कौर ने बताया कि वह बुधवार को 2 बजे तक सब सैन्टर पर थी। उस समय डॉ. गुरजीत सिंह वहां उपस्थित थे। उसकी उपस्थिति में डॉक्टर ने सत्या देवी से कोई छेड़छाड़ नहीं की। इतना जरूर कहा कि सब सैन्टर से डिलीवरी केस कम क्यों आ रहे हैं।
उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि उन्होंने सत्या देवी की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच का काम सीएचसी के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके भादू को सौंपते हुए निर्देश दिये हैं कि एक महिला चिकित्सक को जांच में शामिल करते हुए जांच रिपोर्ट सोमवार तक प्रस्तुत की जाये।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कार्यकारी एसएमओ डॉ. एमके  भादू ने बताया कि दोनों तरफ से उन्हें शिकायतें मिली हैं। लेकिन इसकी जांच को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को दोनों पक्षों को बुलाया गया है।

30 मई 2011

मंत्री की चिट्ठी से काम पर ब्रेक

सफेदपोश डूबो रहे हैं विकास की नैया
डबवाली। शहर में करीब तीस लाख रूपए की लागत से शुरू हुए विकास कार्यों पर स्थानीय शहरी निकाय मंत्री हरियाणा गोपाल काण्डा के एक पत्र ने ब्रेक लगा दिया है। मंत्री को शिकायत मिली थी कि कार्य से पूर्व होने वाली प्रक्रिया में प्रशासन ने गड़बड़ी की है। दूसरी ओर डबवाली प्रशासन ने किसी प्रकार की गड़बड़ी करने से पल्ला झाड़ते हुए कार्य शुरू करने से पूर्व प्रक्रिया पूर्ण करने का दावा किया है।
शहर में विकास कार्यों के लिए नगरपालिका डबवाली में लाखों रूपए की ग्रांट पड़ी हुई है। जून 2011 तक इसे खर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। समयावधि समाप्त होने के साथ ही ग्रांट का लैप्स हो जाना तय है। इसको ध्यान में रखते हुए करीब पंद्रह दिन पूर्व उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए करीब तीस लाख रूपए की लागत से शहर में विभिन्न विकास कार्य करवाने की योजना को अमलीजामा पहनाया। जिसमें शहर में नई गलियों के निर्माण, रिपेयर तथा निचले क्षेत्रों में मिट्टी डालना तय किया गया। इस कार्य के लिए नपा से लाईसेंस प्राप्त आठ ठेकेदारों को निर्माण सामग्री की आपूर्ति के लिए बराबर-बराबर ठेका दिया गया। साथ में यह भी प्रावधान किया गया कि ठेके की अपेक्षा नपा अपने स्तर पर निर्माण कराएगी। ठेकेदारों ने चुस्ती दिखाते हुए संबंधित जगहों पर निर्माण सामग्री गिरानी शुरू कर दी। लेकिन बराबर का हक मिलने के बावजूद कुछ ठेकेदार काम वितरण से असंतुष्ट थे।
माना जा रहा है कि ठेकेदारों में से किसी एक ने गुपचुप तरीके से स्थानीय शहरी निकाय मंत्री गोपाल काण्डा को शिकायत रिसका दी। गोपाल काण्डा ने शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 23 मई को काम बंद करने तथा प्रक्रिया की पूरी जानकारी देने के आदेश जारी कर दिए। 25 मई को आदेश संबंधी कॉपी मिलते ही डबवाली प्रशासन ने काम रूकवा दिया।

पारदर्शिता के लिए किया ऐसा
स्थानीय शहरी निकाय मंत्री गोपाल काण्डा को शिकायत मिली थी कि डबवाली नपा में करीब तीस लाख रूपए की लागत से कराए जा रहे कार्यों संबंधी बरती गई प्रक्रिया ठीक नहीं है। ये कार्य बिना टैण्डर के कराए जा रहे हैं। मंत्री के आदेश पर विभाग ने उपरोक्त कार्य रोके जाने के निर्देश जारी किए। निर्माण कार्य कराने से पूर्व अपनाई गई प्रक्रिया बताने के भी आदेश दिए गए हैं। बिना टैण्डर के उपरोक्त कार्यों को हरगिज नहीं किया जा सकता। कार्यों में पारदर्शिता लाने के लिए ही ऐसा किया गया है।
-देवकांत शर्मा, पीएस, मंत्रालय स्थानीय शहरी निकाय, चण्डीगढ़

कार्य पूर्ण प्रक्रिया से हुए थे शुरू
उपायुक्त सिरसा से प्राप्त शक्तियों के आधार पर प्रक्रिया पूर्ण करके कार्य शुरू किए गए थे। स्थानीय शहरी निकाय चण्डीगढ़ से मिले पत्र में प्रक्रिया संबंधी पूछा गया है। उपायुक्त सिरसा को प्रक्रिया से अवगत करा दिया गया है।
-डॉ. मुनीश नागपाल, एसडीएम डबवाली


यहां होना था काम
1. गली हरमेल पेंटर वाली
2.राजीव नगर में गली पटवारी वाली
3. राजीव नगर में गली दलीप जेई वाली
4. मस्जिद के पास वाली गली
5. वार्ड 5 में नागपाल वाली गली
6. ए-वन धर्मकांटा के सामने गली नं. 1
7. कलोनी रोड़ पर बजरंग दास वाली गली
8. मलोट रोड़ से गलियों को मिलने वाला भाग
9. जवाहर नगर में
कहां डलनी थी मिट्टी
1. उत्तम नगर में
2. जम्भेश्वर नगर
इन गलियों की होनी थी रिपेयर
1. वार्ड नं. 9,10,11 की गलियां।
2. डॉ. राजकपूर वाली गली।
3. बिन्दिया महंत वाली गली।
4. सुरेंद्र सिंह ठेकेदार वाली गली।


सफेदपोश डूबो रहे हैं विकास की नैया
डबवाली (लहू की लौ) कुछ दिन पूर्व शहर में शुरू हुए विकास कार्यों पर एक मंत्री के पत्र ने विराम लगा दिया। विराम क्यूं लगा, इसका क्या कारण रहा यह जानने के लिए इस संवाददाता ने पड़ताल की। पड़ताल में रिजल्ट आया कि सत्ता पक्ष के सफेदपोशों की आपसी राजनीतिक दुश्मनी शहर के लोगों के हितों पर भारी पड़ रही है। इन लोगों के गुर्गों के रूप में मलाईखोर ठेकेदार शहर में फिट हैं। जो एक नेता के ऑफिस की खुफिया रिपोर्ट यहां-वहां करते रहते हैं। रिपोर्ट के बदले नेता के आशीर्वाद के तौर पर शहर में विकास कार्य का ठेका लेकर जमकर मलाई चाट रहे हैं।
नगरपालिका डबवाली की ओर से पिछले दिनों तीस लाख रूपए की लागत से शुरू करवाए गए विकास कार्यों पर ब्रेक लगना इसी का नतीजा रहा। नपा से निर्माण सामग्री की आपूर्ति के लिए आठ ठेकेदार लाईसेंसशुदा हैं। ये सभी सत्ताधारी कांग्रेस से संबंधित हैं। सत्ता पक्ष से जुड़े होने के बावजूद इन लोगों ने अपने नेताओं का बंटवारा किया हुआ है। इनमें से चार अपने आपको डॉ. केवी सिंह, दो गोपाल काण्डा तथा दो कुमारी सैलजा को अपना नेता मानते हैं। ये आपस में काम के बंटवारे को लेकर झगड़ते रहते हैं।
तीस लाख की लागत से करवाए जा रहे विकास कार्यों का ठेका डॉ. केवी सिंह के समर्थक कहे जाने वाले कांग्रेसियों को मिल गया था। लेकिन गोपाल काण्डा और सैलजा गुट को यह रास नहीं आया। बताते हैं कि इनमें से एक ठेकेदार की घरवाली ने गोपाल काण्डा से इसकी यह कहते हुए शिकायत कर दी कि ठेका की प्रक्रिया को पूर्ण नहीं किया गया है। इसी को आधार बनाते हुए गोपाल काण्डा के आदेश पर उनके पर्सनल सेक्रेटरी देवकांत शर्मा ने डीसी सिरसा को एक पत्र लिखकर नपा के कार्यों में ठेका देते समय प्रक्रिया न अपनाने की वजह बताते हुए शुरू किए गए कार्यों को तुरंत प्रभाव से रोकने के लिए कहा।