05 जून 2011

पीएम इस्तीफा दें, बोले चौटाला

डबवाली (लहू की लौ) पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि देश में कुशासन का अंत करने के लिए वकीलों को आगे आना होगा। बात चाहे पाकिस्तान की हो या फिर मिस्र की क्रांति की। यहां भी वकील आगे आए वहां जनता को दबाने वाले शासन का खात्मा हो गया। चौटाला शनिवार को बार रूम में वकीलों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने कार्यपालिका और मीडिया को भ्रष्टाचार की दलदल में धकेल दिया है। अब न्यायपालिका जो अभी तक भी ईमानदार है उसे भी भ्रष्ट बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों से जनता बुरी तरह त्रस्त है। जो भी कोई भ्रष्टाचार, महंगाई या अन्य मुद्दों को लेकर बोलता है, जनता उसके साथ हो जाती है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव और अन्ना हजारे के आंदोलनों से कुछ भी नहीं होने वाला। यह तभी संभव है, जब लोग जागरूक होंगे।उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बेचारा कहते हुए संबोधित किया और कहा कि बेचारा ईमानदार है और जानता भी है कि सरकार की गलत नीतियां और भ्रष्टाचार देश को डूबा रहा है। लेकिन फिर भी परिस्थितियावश गद्दी से चिपका हुआ है। उन्होंने मनमोहन सिंह को सलाह दी कि वे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दे। इस अवसर पर एडवोकेट सुरेंद्र गर्ग, कुलदीप सिंह सिधू, सुखबीर सिंह बराड़, रामसरूप मैहता, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, दीपक कौशल, सुभाष गुप्ता, गंगा बिशन गोयल, जगदीश चंद्र गुप्ता, एससी शर्मा, युधिष्ठिर शर्मा, रमेश बिश्नोई, राजेश यादव, केके सेठी, डॉ. गिरधारी लाल आदि उपस्थित थे।

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