चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा ने आज हरियाणा विधानसभा में बाढ़ से नलकूपों और फसलों को हुए नुकसान के लिये दिये जाने वाली मुआवजा राशि में वृद्घि करने की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि अब किसानों को नलकूपों की क्षतिपूर्ति के लिये 5000 रुपये की बजाय 7500 रुपये की राशि दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने फसली मुआवजे में भी प्रति एकड़ 500 रुपये की वृद्घि करने की घोषणा की। जिन किसानों की फसलों में 76 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक क्षति हुई हैं, उन्हें 5000 रुपये प्रति एकड़ की बजाय 5500 रुपये प्रति एकड़, जिनकी फसलों में 51 प्रतिशत से 75 प्रतिशत के बीच क्षति हुई हैं, उन्हें 4000 रुपये प्रति एकड़ की बजाय 4500 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जायेगा और जिन किसानों की फसलों को 26 प्रतिशत से 50 प्रतिशत के बीच नुकसान हुआ है, उन्हें 3000 रुपये प्रति एकड़ की बजाय 3500 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जायेगा। मुख्यमंत्री की इस घोषणा से किसानों को लगभग 11.50 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि मिलेगी।
इससे पूर्व संसदीय मामले मंत्री श्री रणदीप सिंह सूरजेवाला ने ध्यानाकर्षण नोटिस का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश में हाल ही में आई बाढ़ से प्रभावित हुए जिला अम्बाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, सिरसा, यमुनानगर एवं फतेहाबाद में करवाई गई विशेष गिरदावरी के आधार पर राज्य सरकार द्वारा किसानों को मुआवजा देने के लिए 111.09 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई। इसके अतिरिक्त, सरकार ने जिन किसानों के बाढ़ प्रभावित खेतों में दोबारा बिजाई नहीं हो सकी है, उनके बिजली के बिलों की प्रतिपूर्ति करने का भी निर्णय लिया है और इन जिलों में क्षतिग्रस्त नलकूपों के लिए राहत देने का मामला भी सरकार के विचाराधीन है।
उन्होंने बताया कि जिन किसानों की भूमि बाढ़ से प्रभावित हुई है और खेतों की दोबारा बिजाई नहीं की जा सकी है, उनके बिजली के बिजलों की प्रतिपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिस अवधि के दौरान किसानों के पम्प सैट पानी में डूबे रहे, चाहे नलकूल खराब हुआ या नहीं, के लिए मुआवजे की राशि न्यूनतम मासिक चार्ज 200 रुपये प्रति बीएचपी वार्षिक के आधार पर होगी।
उन्होंने कहा कि विशेष गिरदावरी रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ के कारण जिला फतेहाबाद में 66613 एकड़, सिरसा में 33171 एकड़, कुरूक्षेत्र में 53813 एकड़,अम्बाला में 16436 एकड़, कैथल में 54708 और यमुनानगर में 1434 एकड़ क्षेत्र में फसलों को 25 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि जिला फतेहाबाद में किसानों को 32.46 करोड़ रुपये से अधिक, जिला सिरसा में 16.53 करोड़ रुपये से अधिक, जिला कुरूक्षेत्र में 26.46 करोड़ रुपये से अधिक, जिला अम्बाला में 7.89 करोड़ रुपये से अधिक, जिला कैथल में 27.15 करोड़ रुपये से अधिक और जिला यमुनानगर में 58.48 लाख रुपये की राहत राशि दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि इन जिलों में 3044 नलकूप भी क्षतिग्रस्त हुए है और इसके लिए राहत देने का मामला सरकार के विचाराधीन है। इसी प्रकार, जिला यमुनानगर में क्षतिग्रस्त मकानों के लिए लगभग 47.87 लाख रुपये और जिला अम्बाला में 35.65 लाख रुपये वितरित किए गए हैं,जबकि उपायुक्त सिरसा को 2.91 करोड़ रुपये की राशि मकानों की क्षति के लिए राहत देने के लिए दी गई है। अन्य जिलों में पानी देर से उतरने के कारण सर्वे का कार्य पूरा नहीं हो सका है और इन क्षेत्रों को भी शीघ्र ही राहत दे दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा खरीफ 2010 में बाढ़ प्रभावित जिलों में कुल 208.22 करोड़ रुपये के लघु अवधि के ऋणों को मध्यम अवधि के ऋणों में बदला जाएगा। इसी प्रकार, बिजली विभाग द्वारा बाढ़ में क्षतिग्रस्त 1476 खम्बे एवं 400 एसपी मीटर बदले गए और 301 वितरण ट्रांसफार्मों की मरम्मत की गई।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग द्वारा फसलवार प्रभावित रकबा पहचाना गया और किसानों को बाढ़ का पानी उतरने के बाद फसल लेने बारे शिक्षित किया गया। उन्हें धान की पौध उपलब्ध होने पर क्षतिग्रस्त रकबे में धान की रोपाई दोबारा करने और खेत खाली रहने पर अगस्त मास के अन्त में तोरिया जैसी अन्य फसलें लेने का परामर्श दिया गया। किसानों को धान बासमती, मूंग और उड़द के प्रमाणित बीज 75 प्रतिशत सबसिडी और शंकर मक्की के बीच 90 प्रतिशत सबसिडी पर दिए गए। इसके अतिरिक्त, किसानों को शंकर बाजरा, तोरिया व बाजरे की बीज मिनी किटस के रूप में मुफ्त दिए गए। इसके अतिरिक्त, फसलों की दोबारा बिजाई के कारण खरीफ 2010 के लिए मांग पूर्ण करने हेतू यूरिया खाद के ऐलोकेशन 8.50 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 9 लाख मीट्रिक टन और डीएपी की ऐलोकेशन 3.20 लाख मीट्रिक टन से बढ़ाकर 3.60 लाख मीट्रिक टन की गई।
उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा वर्ष 2010 में बाढ़ कार्यों पर 106.60 करोड़़ रुपये खर्च किए हैं। सरकार ने 522.18 करोड़ रुपये लागत की बाढ़ नियंत्रण की 149 स्कीमें मंजूर की है, जिनमें से 72 नई और 77 पुरानी चल रही योजनाएं हैं। इनमें से 63 स्कीमें पहले ही पूरी हो चुकी है और 37 पर कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि नहरों, डे्रनों एव नदियों को पानी की सुरक्षित निकासी के लिए साफ रखा जाएगा और पंजाब व हरियाणा के साथ अन्तर्राजीय मामलें सुलझाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण प्रदेश में 1778 किलोमीटर लम्बी एक हज़ार सड़कें पानी में डूब गई थी, जिसके कारण अधिकतम सड़कें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। लोक निर्माण विभाग द्वारा 480 ऐसी सड़कें ,जिन पर यातायात बंद कर दिया गया था, में से 451 सड़कें यातायात के लिए खोल दी गई हैं और शेष को पुन: बहाल करने का कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण पुलों को भी भारी नुकसान हुआ जिससे कुछ सड़कों एवं पुलों पर यातायात निलम्बित रहा। इन पुलों पर यातायात बहाल करने का कार्य किया गया।
उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्य इंजीनिरिंग विभाग द्वारा बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए लोगों को पीने के पानी की आपूर्ति टैंकरों से की गई। विभाग द्वारा रा वाटर स्टोरेज टैंकों व क्लीयर वाटर स्टोरेज टैंकों की सफाई व डी-सील्ट किया गया। नलकूप चलाने के लिए डीजल जनरेटर सैट किराए पर लिए गए । इसके अतिरिक्त, पानी जनित रोगों से बचाव सुनिश्चित करने के लिए सुपर क्लोरिनेशन किया गया।
उन्होंने कहा कि जिला अम्बाला में 65, कुरूक्षेत्र में 143, कैथल में 77, फतेहाबाद में 88 और सिरसा में 50 चिकित्सीय तथा अर्ध-चिकित्सीय स्टाफ टीमों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को दौरा किया। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नियमित तौर पर पानी के सैंपल लिए गए तथा सभी स्तरों पर दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित की गई। इसके अतिरिक्त, पशु सुरक्षा के उपाए भी किए गए।
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06 सितंबर 2010
हरियाणा में लगेगा टोकन हाऊस टैक्स
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा ने आज घोषणा की कि प्रदेश के 90 प्रतिशत लोग जो 250 वर्ग गज तक के क्षेत्र वाले घरों में रह रहे हैं, के हितों को ध्यान में रखते हुए उनसे एक रुपया प्रतिवर्ग गज की दर से टोकन हाउस टैक्स लेने का निर्णय लिया गया है।
यह जानकारी मुख्यमंत्री ने आज यहां विधानसभा सत्र के दौरान विधायक श्री अनिल विज द्वारा गृहकर के सम्बंध में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब के दौरान दी।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्री महेन्द्र प्रताप सिंह ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के उत्तर में कहा कि हरियाणा सरकार वर्तमान गृह कर प्रणाली को सरल बनाने के लिए नई गृहकर प्रणाली लागू करने पर विचार कर रही है जिसके तहत गृहकर का निर्धारण स्वयं आकलन के आधार पर करने, क्षेत्र के कलैक्टर रेट के आधार पर कर की दर का निर्धारण करने, छोटे आकार के प्लाटों पर टोकन टैक्स लागू करने, पुरानी सम्पत्तियों, कच्ची छतों, ई.डब्ल्यू.एस ग्रुप हाऊसिंग आदि पर कर से छूट दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि गृहकर क्षेत्रीय यूनिट प्रणाली अर्थात निर्मित क्षेत्र पर निर्धारित किया जाएगा। भवन मालिकों द्वारा स्वयं के उपयोग के लिए आवसीय सम्पत्ति के सम्बंध में छूट का प्रावधान किया जाएगा ताकि उन पर कर भार कम हो। इसके अतिरिक्त, कर दाता किसी भी राष्टï्रीयकृत बैंक में कर अदायगी कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि देश में सभी मुख्य कर जैसे कि आयकर, केन्द्रीय कर, वैट आदि में वृद्घि का कारण कम कर, एैच्छिक पालना एवं सरल तरीका है, जिसके कारण इन साधनों से आय में वृद्घि हुई और ये सब कर प्रणालियां कर दाता के विश्वास पर आधारित है। उन्होंने कहा कि नई गृहकर प्रणाली भी इन्हीं सिद्घान्तों पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि भवन मालिकों को इस बारे कोई नोटिस नहीं जारी किया जाएगा और इस सम्बंध में जारी सभी नोटिस निरस्त समझे जाएंगे। भवन मालिकों को कर देते समय यह विवरण देना होगा कि सम्पत्ति किराय पर है या स्वयं के उपयोग के लिए और यह बात प्रथम दृष्टिï में स्वीकार्य होगी।
इसके अतिरिक्त, कर जमा करवाना एवं कर की गणना करना स्वैच्छा पर निर्भर होगा और पालिकाएं कर निर्धारण का कार्य नहीं करेंगी। छूट प्राप्ति के लिए कोई शपथ-पत्र आदि दिया जाना आवश्यक नहीं होगी, लेकिन गलत घोषणा की स्थित में वैट के आधार पर जुर्माना किया जाएगा। स्वयं उपयोग के लिए 250 वर्ग गज या अधिक आकार की आवासीय इकाइयों पर उचित गृहकर लगाया जाएगा और इसके लिए गठित समिति द्वारा मामले में अन्तिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई कर प्रणाली छूट वापिस करने की तिथि से लागू होगी।
यहां यह उल्लेखनीय होगी कि मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा द्वारा पहली नवम्बर, 2007 को प्रदेश में गृहकर हटाने सम्बन्धी की गई घोषणा केवल स्वयं के प्रयोग में आने वाली आवासीय सम्पत्ति के गृहकर से सम्बन्धित थी। इस घोषणा से पहले गृहकर प्रणाली बहुत की कठिन व जटिल बन चुकी थी और इसमें पारदर्शिता नहीं रही थी, जिसके कारण समूची प्रणाली में आमूल परिर्वतन किया जाना आवश्यक हो गया था।
उन्होंने कहा कि गृहकर बारे सरकार की सोच का महत्वपूर्ण बिन्दू यह भी है कि गृहकर प्रणाली न्यायोचित व ठीक हो। सभी वर्गों को गृहकर छूट से अमीर वर्ग भी कर देने से छूट जाता है जोकि उचित नहीं है। इसलिए सरकार का विचार है कि बड़ी आवासीय इकाइयोंं पर उचित गृहकर लगाया जाये व छोटी इकाइयां पर टोकन टैक्स लगाया जाये। यह इसलिए भी उचित है ताकि नागरिक सुविधाओं में दोनों गरीब तथा अमीर की भागीदारी हो।
सभी को गृहकर छूट देने का एक और कुप्रभाव यह हुआ कि बहुत से मकान नगरपालिका के रिकार्ड में दर्ज ही नहीं हो रहे थे जिससे कई प्रकार की कठिनाइयां उत्पन्न हो रही थी। अब एक पारदर्शी, सरल तथा स्वयं निर्णय पर आधारित गृहकर प्रणाली से इन कठिनाइयां का समाधान हो सकेगा।
यह जानकारी मुख्यमंत्री ने आज यहां विधानसभा सत्र के दौरान विधायक श्री अनिल विज द्वारा गृहकर के सम्बंध में लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब के दौरान दी।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्री महेन्द्र प्रताप सिंह ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के उत्तर में कहा कि हरियाणा सरकार वर्तमान गृह कर प्रणाली को सरल बनाने के लिए नई गृहकर प्रणाली लागू करने पर विचार कर रही है जिसके तहत गृहकर का निर्धारण स्वयं आकलन के आधार पर करने, क्षेत्र के कलैक्टर रेट के आधार पर कर की दर का निर्धारण करने, छोटे आकार के प्लाटों पर टोकन टैक्स लागू करने, पुरानी सम्पत्तियों, कच्ची छतों, ई.डब्ल्यू.एस ग्रुप हाऊसिंग आदि पर कर से छूट दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि गृहकर क्षेत्रीय यूनिट प्रणाली अर्थात निर्मित क्षेत्र पर निर्धारित किया जाएगा। भवन मालिकों द्वारा स्वयं के उपयोग के लिए आवसीय सम्पत्ति के सम्बंध में छूट का प्रावधान किया जाएगा ताकि उन पर कर भार कम हो। इसके अतिरिक्त, कर दाता किसी भी राष्टï्रीयकृत बैंक में कर अदायगी कर सकेगा।
उन्होंने कहा कि देश में सभी मुख्य कर जैसे कि आयकर, केन्द्रीय कर, वैट आदि में वृद्घि का कारण कम कर, एैच्छिक पालना एवं सरल तरीका है, जिसके कारण इन साधनों से आय में वृद्घि हुई और ये सब कर प्रणालियां कर दाता के विश्वास पर आधारित है। उन्होंने कहा कि नई गृहकर प्रणाली भी इन्हीं सिद्घान्तों पर आधारित होगी। उन्होंने कहा कि भवन मालिकों को इस बारे कोई नोटिस नहीं जारी किया जाएगा और इस सम्बंध में जारी सभी नोटिस निरस्त समझे जाएंगे। भवन मालिकों को कर देते समय यह विवरण देना होगा कि सम्पत्ति किराय पर है या स्वयं के उपयोग के लिए और यह बात प्रथम दृष्टिï में स्वीकार्य होगी।
इसके अतिरिक्त, कर जमा करवाना एवं कर की गणना करना स्वैच्छा पर निर्भर होगा और पालिकाएं कर निर्धारण का कार्य नहीं करेंगी। छूट प्राप्ति के लिए कोई शपथ-पत्र आदि दिया जाना आवश्यक नहीं होगी, लेकिन गलत घोषणा की स्थित में वैट के आधार पर जुर्माना किया जाएगा। स्वयं उपयोग के लिए 250 वर्ग गज या अधिक आकार की आवासीय इकाइयों पर उचित गृहकर लगाया जाएगा और इसके लिए गठित समिति द्वारा मामले में अन्तिम निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि नई कर प्रणाली छूट वापिस करने की तिथि से लागू होगी।
यहां यह उल्लेखनीय होगी कि मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा द्वारा पहली नवम्बर, 2007 को प्रदेश में गृहकर हटाने सम्बन्धी की गई घोषणा केवल स्वयं के प्रयोग में आने वाली आवासीय सम्पत्ति के गृहकर से सम्बन्धित थी। इस घोषणा से पहले गृहकर प्रणाली बहुत की कठिन व जटिल बन चुकी थी और इसमें पारदर्शिता नहीं रही थी, जिसके कारण समूची प्रणाली में आमूल परिर्वतन किया जाना आवश्यक हो गया था।
उन्होंने कहा कि गृहकर बारे सरकार की सोच का महत्वपूर्ण बिन्दू यह भी है कि गृहकर प्रणाली न्यायोचित व ठीक हो। सभी वर्गों को गृहकर छूट से अमीर वर्ग भी कर देने से छूट जाता है जोकि उचित नहीं है। इसलिए सरकार का विचार है कि बड़ी आवासीय इकाइयोंं पर उचित गृहकर लगाया जाये व छोटी इकाइयां पर टोकन टैक्स लगाया जाये। यह इसलिए भी उचित है ताकि नागरिक सुविधाओं में दोनों गरीब तथा अमीर की भागीदारी हो।
सभी को गृहकर छूट देने का एक और कुप्रभाव यह हुआ कि बहुत से मकान नगरपालिका के रिकार्ड में दर्ज ही नहीं हो रहे थे जिससे कई प्रकार की कठिनाइयां उत्पन्न हो रही थी। अब एक पारदर्शी, सरल तथा स्वयं निर्णय पर आधारित गृहकर प्रणाली से इन कठिनाइयां का समाधान हो सकेगा।
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हाथ से लिखा गुरूग्रंथ साहिब
डबवाली (लहू की लौ) जब किसी व्यक्ति के सिर पर कोई धुन सवार हो जाती है, तो वह निर्धारित लक्ष्य को पूरा करके ही दम लेता है। ऐसा ही एक व्यक्ति डबवाली में है। जिसने चार वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद श्री गुरूग्रंथ साहिब को अपने हाथों से लिखकर अपने दिल में उतारा। हरियाणा में इस प्रकार का काम करने वाला यह व्यक्ति पहला शख्स है।
डबवाली में वर्कशॉप चलाने वाले गुरमीत सिंह (54) पुत्र रिछपाल सिंह ने विशेष बातचीत में बताया कि उनका परिवार प्रारंभ से ही गुरू सिक्ख परिवार है। सिक्ख धर्म में उनकी आगाध श्रद्धा है। 1947 में हुए भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान उनका परिवार पाकिस्तान के सियालकोट को छोड़कर भारत में आ गया और तभी से वे लोग डबवाली में अपना कारोबार जमाए हुए हैं। उनका परिवार नितनेमी होने के कारण उसमें भी गुरूग्रंथ साहिब के प्रति श्रद्धा जगी। उसने निश्चय किया कि वह गुरूग्रंथ साहिब को अपने हाथों से लिखेगा। भले ही इसके लिए उसे कितना ही समय क्यों न लगाना पड़े। वर्कशॉप में दिन-भर काम करने के बाद रात को जो आराम करने का समय मिलता, उसमें से उसने गुरूग्रंथ साहिब के लिए समय निकालने का निश्चय किया और हर रोज रात को 12 बजे के बाद जब वातावरण शांत हो जाता, तो वह उठता और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद वह गुरूग्रंथ साहिब को हाथ से लिखना शुरू कर देता।
इस उत्साही व्यक्ति के अनुसार उसने 1 सितंबर 2004 को श्री गुरूग्रंथ साहिब को हाथ से लिखना प्रारंभ किया। वर्ष 2008 को चार वर्षों के अंतराल के बाद उसने अपने इस कार्य को फलीभूत करने में सफलता हासिल की। उस द्वारा लिखा गया हस्तलिखित गुरूग्रंथ साहिब इन दिनों डबवाली के गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा में संभला हुआ है। गुरमीत सिंह के अनुसार वे बात को जगजाहिर नहीं करना चाहते थे। इसी के चलते उन्होंने दो वर्ष तक इसे सहेजे रखा। बाद में उन्होंने सिक्ख नवयुवकों के पथभ्रष्ट होने से बचाने के लिए इसे जगजाहिर किया, ताकि वे इस बात से प्रेरणा लेकर नशा आदि का त्याग करके गुरूवाले बनें।
हस्तलिखित श्री गुरूग्रंथ साहिब का साईज 17 गुणा 14 ईंच है। जिसके 1430 अंग है। प्रत्येक अंग पर 19 लाईन है और प्रत्येक लाईन में 28 शब्द हैं। उसकी इच्छा है कि उस द्वारा लिखे गए श्री गुरूग्रंथ साहिब का प्रकाश हजूर साहिब, नांदेड (महाराष्ट्र) में हो। इसके अतिरिक्त गुरमीत सिंह के अनुसार वह नित नेम, सुखमणि साहिब, 9वीं पातशाही श्री गुरू तेज बहादर की वाणी भी अपने हाथों से लिख चुका है।
गुरमीत सिंह पेंटिंग करने के शौकिन भी हैं। उनके द्वारा पेंट की गई पंज प्यारों को अमृत छकाते हुए श्री गुरू गोबिंद सिंह की फोटो नन्दगढ़ साहिब, आनंदपुर साहिब में लगी हुई है।
बकौल गुरमीत सिंह वह 17 गुणा 14 ईंच का श्री गुरूग्रंथ साहिब लिखने के बाद 27 गुणा 34 ईंच का गुरूग्रंथ साहिब लिखना चाहते हैं। वे इसे ब्रश की सहायता से लिखेंगे। इस पर जल्द ही कार्य शुरू होगा।
डबवाली में वर्कशॉप चलाने वाले गुरमीत सिंह (54) पुत्र रिछपाल सिंह ने विशेष बातचीत में बताया कि उनका परिवार प्रारंभ से ही गुरू सिक्ख परिवार है। सिक्ख धर्म में उनकी आगाध श्रद्धा है। 1947 में हुए भारत-पाकिस्तान बंटवारे के दौरान उनका परिवार पाकिस्तान के सियालकोट को छोड़कर भारत में आ गया और तभी से वे लोग डबवाली में अपना कारोबार जमाए हुए हैं। उनका परिवार नितनेमी होने के कारण उसमें भी गुरूग्रंथ साहिब के प्रति श्रद्धा जगी। उसने निश्चय किया कि वह गुरूग्रंथ साहिब को अपने हाथों से लिखेगा। भले ही इसके लिए उसे कितना ही समय क्यों न लगाना पड़े। वर्कशॉप में दिन-भर काम करने के बाद रात को जो आराम करने का समय मिलता, उसमें से उसने गुरूग्रंथ साहिब के लिए समय निकालने का निश्चय किया और हर रोज रात को 12 बजे के बाद जब वातावरण शांत हो जाता, तो वह उठता और स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद वह गुरूग्रंथ साहिब को हाथ से लिखना शुरू कर देता।
इस उत्साही व्यक्ति के अनुसार उसने 1 सितंबर 2004 को श्री गुरूग्रंथ साहिब को हाथ से लिखना प्रारंभ किया। वर्ष 2008 को चार वर्षों के अंतराल के बाद उसने अपने इस कार्य को फलीभूत करने में सफलता हासिल की। उस द्वारा लिखा गया हस्तलिखित गुरूग्रंथ साहिब इन दिनों डबवाली के गुरूद्वारा श्री कलगीधर सिंह सभा में संभला हुआ है। गुरमीत सिंह के अनुसार वे बात को जगजाहिर नहीं करना चाहते थे। इसी के चलते उन्होंने दो वर्ष तक इसे सहेजे रखा। बाद में उन्होंने सिक्ख नवयुवकों के पथभ्रष्ट होने से बचाने के लिए इसे जगजाहिर किया, ताकि वे इस बात से प्रेरणा लेकर नशा आदि का त्याग करके गुरूवाले बनें।
हस्तलिखित श्री गुरूग्रंथ साहिब का साईज 17 गुणा 14 ईंच है। जिसके 1430 अंग है। प्रत्येक अंग पर 19 लाईन है और प्रत्येक लाईन में 28 शब्द हैं। उसकी इच्छा है कि उस द्वारा लिखे गए श्री गुरूग्रंथ साहिब का प्रकाश हजूर साहिब, नांदेड (महाराष्ट्र) में हो। इसके अतिरिक्त गुरमीत सिंह के अनुसार वह नित नेम, सुखमणि साहिब, 9वीं पातशाही श्री गुरू तेज बहादर की वाणी भी अपने हाथों से लिख चुका है।
गुरमीत सिंह पेंटिंग करने के शौकिन भी हैं। उनके द्वारा पेंट की गई पंज प्यारों को अमृत छकाते हुए श्री गुरू गोबिंद सिंह की फोटो नन्दगढ़ साहिब, आनंदपुर साहिब में लगी हुई है।
बकौल गुरमीत सिंह वह 17 गुणा 14 ईंच का श्री गुरूग्रंथ साहिब लिखने के बाद 27 गुणा 34 ईंच का गुरूग्रंथ साहिब लिखना चाहते हैं। वे इसे ब्रश की सहायता से लिखेंगे। इस पर जल्द ही कार्य शुरू होगा।
05 सितंबर 2010
किशोर न्याय बोर्ड और बाल कल्याण समितियों के सदस्य नियुक्त करने का निर्णय
चण्डीगढ़ | हरियाणा सरकार ने किशोर न्याय बोर्ड (बच्चों की देखभाल और सुरक्षा) अधिनियम, 2000 के तहत किशोर न्याय बोर्ड और बाल कल्याण समितियों के सदस्य नियुक्त करने का निर्णय लिया है।
महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक श्रीमती सरोज सिवाच ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य के लिए आवेदन करने हेतु हरियाणा अधिवासी सामाजिक कार्यकता पुरूष या महिला की आयु 35 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता के पास सामाजिक कार्य, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोविज्ञान, बाल विकास या किसी अन्य सामाजिक विज्ञान संकाय मेंं स्नातकोत्तर की उपाधि हो और वह कम से कम सात वर्षों से बाल कल्याण से सम्बन्धित योजना बनाने, क्रियान्वयन और प्रशासनिक कायों में सक्रिय रूप से संलिप्त होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाल कल्याण समितियों के सदस्यों के लिए आवेदन करने वाले हरियाणा अधिवासी कार्यकर्ता पुरूष या महिला की आयु 35 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। बाल कल्याण समितियों के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति एक अध्यापक, डाक्टर या सामाजिक कार्यकर्ता, जिसने कम से कम 10+2 या इसके समकक्ष परीक्षा उत्र्तीण की हो, होना चाहिए और वह बच्चों से सम्बन्धित कार्यों में संलिप्त होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्हें सम्बन्धित क्षेत्र में कम से कम सात वर्षों का अनुभव होना चाहिए।
आवेदकों को 20 सितम्बर, 2010 तक सम्बन्धित जिले के समेकित बाल विकास सेवा के प्रोग्राम अधिकारी को शैक्षणिक योग्यता के प्रमाणपत्र और अनुभव के साथ-साथ अपने आवेदन पत्र व बॉयोडाटा भेजने चाहिए।
महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक श्रीमती सरोज सिवाच ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य के लिए आवेदन करने हेतु हरियाणा अधिवासी सामाजिक कार्यकता पुरूष या महिला की आयु 35 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। सामाजिक कार्यकर्ता के पास सामाजिक कार्य, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोविज्ञान, बाल विकास या किसी अन्य सामाजिक विज्ञान संकाय मेंं स्नातकोत्तर की उपाधि हो और वह कम से कम सात वर्षों से बाल कल्याण से सम्बन्धित योजना बनाने, क्रियान्वयन और प्रशासनिक कायों में सक्रिय रूप से संलिप्त होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाल कल्याण समितियों के सदस्यों के लिए आवेदन करने वाले हरियाणा अधिवासी कार्यकर्ता पुरूष या महिला की आयु 35 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए। बाल कल्याण समितियों के लिए आवेदन करने वाले व्यक्ति एक अध्यापक, डाक्टर या सामाजिक कार्यकर्ता, जिसने कम से कम 10+2 या इसके समकक्ष परीक्षा उत्र्तीण की हो, होना चाहिए और वह बच्चों से सम्बन्धित कार्यों में संलिप्त होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्हें सम्बन्धित क्षेत्र में कम से कम सात वर्षों का अनुभव होना चाहिए।
आवेदकों को 20 सितम्बर, 2010 तक सम्बन्धित जिले के समेकित बाल विकास सेवा के प्रोग्राम अधिकारी को शैक्षणिक योग्यता के प्रमाणपत्र और अनुभव के साथ-साथ अपने आवेदन पत्र व बॉयोडाटा भेजने चाहिए।
34 अध्यापक राज्य स्तरीय पुरस्कार से नवाजे गए
चंडीगढ़ | हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा ने अध्यापकों का आह्वान किया कि वे सच्चाई, ईमानदारी और नैतिकता के उच्च आदर्शों को बच्चों के सामने प्रस्तुत करें और वे सदाचार, आत्मीयता, विनम्रता और नैतिकता की प्रतिमूर्ति बनें, क्योंकि अध्यापकों का बच्चे के कोमल मन पर गहरा असर पड़ता है। ऐसे गुण आत्मसात करके बच्चे राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा सकेंगे।
यह उदगार राज्यपाल ने आज यहां राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस के अवसर पर अध्यापकों को मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुडïडा के साथ 34 अध्यापकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान करने के बाद उपस्थित अध्यापकों को सम्बोधित हुए व्यक्त किए।
भारत के पूर्व राष्टï्रपति सर्वपल्ली डॉ0 राधाकृष्ण को भाव भीने श्रद्घासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे उच्च दर्जे के चिन्तक, महान् दर्शनिक, उच्च विचारक थे। जिनका जन्म पूरे देश में 'शिक्षक दिवसÓ के रूप में मनाया जा रहा है।
श्री पहाडिय़ा ने हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान की जा रही गुणात्मक शिक्षा की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री हुडïडा के नेतïृत्व में हïïरियाणा सरकार बदलते हुए परिवेश के अनुसार बच्चों को गुणात्मक शिक्षा देने पर विशेष बल दे रही है ताकि हमारे बच्चे बेहतर शिक्षा ग्रहण करके वैश्वीकरण के इस युग में आ रही चुनौतियों का मुकाबला करते हुए आगे बढ़ सकें।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का अर्थ केवल कोरा किताबी ज्ञान नहीं है बल्कि वास्तविक शिक्षा मैं उसको मानता हूं जो हमें चुनौतियों का सामना करना सिखाए और जिससे बौद्धिक और मानसिक विकास सम्भव हो सके। वैश्वीकरण के इस युग में अध्यापकों के सामने भी नई-नई चुनौतियां आ रही हैं, जिनका मुकाबला करने के लिए अध्यापकों को विशेष रुप से आगे आना होगा। आज शिक्षा के क्षेत्र में जो बदलाव आया है जिसका असर न केवल तकनीकी, विज्ञान और अर्थव्यवस्था पर पड़ा है अपितु शिक्षा प्रणाली पर भी इसका व्यापक असर पड़ा है।
उन्होंने कहा, 'आज कल शिक्षकों के आचरण का पतन और अनुपस्थिति की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो हमारे लिए चिन्ता का विषय हैÓ। सफल अध्यापक वही है जो अपने विवेक से कार्य करते हुए विद्यार्थियों की शंकाओं का तत्परता से निवारण करें।
पुरस्कार प्राप्त करने वाले अध्यापकों को बधाई देते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि दूसरे अध्यापक भी उनका आचरण करते हुए इस का पालन करेंगे कि ''गुरू एक ऐसा दीपक है, जिसके प्रकाश में तीन पीढिय़ां आलौकित हो जाती हैं।ÓÓ
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अध्यापक राज्य पुरस्कार की राशि 11 हजार रुपये से बढ़ाकर 21 हजार रुपये करने की घोषणा की और शिक्षा मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनुपालना करते हुए कहा कि राज्य पुरस्कार के तहत दी जाने वाली 21 हजार रुपये की राशि आज सम्मानित हुए 34 अध्यापकों को भी दी जायेगी और पुरस्कार की बकाया राशि विभाग द्वारा शीघ्र ही दे दी जायेगी।
शिक्षक दिवस पर आयोजित राज्य शिक्षक सम्मान समारोह में पुरस्कृत शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि शिक्षक मार्गदर्शक होते है और वे ही एक मज़बूत समाज का निर्माण करते है।
भारत के दूसरे राष्टï्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन को महान दार्शनिक तथा शिक्षाविद् बताते हुए श्री हुड्डा ने उनके साथ हुई एक व्यक्तिगत भेंटवार्ता का जिक्र भी किया और कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें ऐसी महान विभूति से मिलने का अवसर मिला।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए श्री हुड्डा ने कहा कि हरियाणा अगले 5 से 7 सालों में राष्टï्रीय ही नहीं, अपितु अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर शिक्षा का एक हब बनेगा और राज्य में हर किस्म एवं स्तर पर बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार देश का पहला रक्षा विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने वाईएमसीए को विश्वविद्यालय का दर्जा देने, केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना, भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के रूप में उत्तरी भारत के पहले महिला विश्वविद्यालय स्थापना तथा पशु विज्ञान विश्वविद्यालय शुरू करने जैसे अहम कदम उठाये है। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक दौर में काफी हमारे सामने कई चुनौतियां है और उन चुनौतियों का सामना करने के लिए बदलाव जरूरी है इसलिए हमने राजीव गांधी एजुकेशन सिटी बनाने की एक परियोजना शुरू की है, जिसका पहला चरण पूरा हो चुका है। इस एजुकेशन सिटी में विश्व स्तरीय शैक्षणिक प्रतिष्ठïानों द्वारा अपने संस्थान खोलने के लिए आवेदन प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा कि सभी को गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाना ही उनकी सरकार की प्राथमिकता है और पिछले पांच वर्षों के दौरान शिक्षा के बजट में उल्लेखनीय वृद्धि भी की गई है।
शिक्षामंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने कहा कि अध्यापकों को पुरस्कार देने में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। अध्यापकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान करते समय केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे पुरस्कारों की तर्ज को आधार बनाया गया और पुरस्कारों के चयन के लिए पूरी पारदर्शिता बरतते हुए उनके लिए तीन कमेटियां बनाई गई। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि अध्यापकोंं को राज्य स्तरीय पुरस्कारों के रूप में दी जाने वाली राशि 11 हजार रुपये से बढाकर 21 हजार रुपये कर दी जाए और मुख्यमंत्री ने उदारता का परिचय देते हुए इसी वर्ष से पुरस्कार के रूप में अध्यापकों को 21 हजार रुपये देने की घोषणा की।
जिन अध्यापकों को पुरस्कार दिया गया उनमें हरिपाल सिंह, पिं्रसीपल राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, महम; जलधीर सिंह, पिं्रसीपल राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, सहलांगा (झज्जर); सुनीता नैन, पिं्रसीपल राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, पंचकूला; सपना जैन, पिं्रसीपल राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, करनाल; राम कुमार, मुख्याध्यापक, राजकीय उच्च विद्यालय, सीसर खरबला; विनोद कुमार शर्मा, मुख्याध्यापक, राजकीय उच्च विद्यालय, बलरी (करनाल); राजवन्ती राठी, मास्टर, डी.पी.ई., राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, फरीदाबाद; श्री भगवान, सी एण्ड वी ड्राइंग, राजकीय उच्च विद्यालय, थाना कलां (सोनीपत); कमला देवी, सी एण्ड वी ड्राइंग, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोहाना मण्डी; देशराज, लैक्चरर कॉमर्स, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, नन्द रामपुर बास; रोहताश सिंह, मास्टर साईंस, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, झोझूकलां; सतिन्दर जीत सिंह, लैक्चरर कैमिस्ट्री, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, करनाल; ओम प्रकाश, मास्टर गणित, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, जटवाड़ा; लहणा सिंह, लैक्चरर गणित, जीएमएसएसएसएस, पानीपत; सुशील बंसल, लैक्चरर गणित, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोहाना मण्डी; ऊषा वर्मा, लैक्चरर गणित, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, भिवानी; सतपाल सिंह, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, निसिंग; अरविन्द कुमार, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बाछौद; केशो राम, लैक्चरर सोश्योलॉजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बगथला; रूद्र दत्त, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, भानकपुर; अजैब सिंह सन्धू, लैक्चरर इतिहास, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोरीवाला; राजेश कुमारी, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, करनाल; रोशनी देवी, लैक्चरर सोश्योलॉजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, दुजाना; कृष्णा देवी, लैक्चरर सोश्योलॉजी, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, भिवानी; निर्मल मोर, मास्टर सामाजिक अध्ययन, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोहाना; प्रताप सिंह, लैक्चरर हिन्दी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, चरखी दादरी; गणेश दत्त शर्मा, लैक्चरर हिन्दी, जीएमएसएसएस, पंचकूला; सुशीला फौगाट, लैक्चरर हिन्दी, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, चरखी; भीमसैन शर्मा, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, पाई; रविन्द्र कुमार, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, फरीदाबाद ओल्ड; सिलक राम, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बवानीखेड़ा; दीपक शर्मा, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, अटेली; यतिन्द्र कुमार शर्मा, सी एण्ड वी संस्कृत, राजकीय हाई स्कूल, सेहतपुर और सुजीता, लैक्चरर गणित, डीआईईटी, बिरहीकलां शामिल हैं।
इस अवसर पर बादली के विधायक श्री नरेश शर्मा, रोहतक के विधायक श्री बी बी बत्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री छत्तर सिंह, अतिरिक्त प्रधान सचिव श्रीमती अनुराधा गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान विशेष कार्य अधिकारी श्री एम एस चौपड़ा, राज्यपाल के सचिव श्री मोहिन्द्र कुमार,राज्यपाल की सुपुत्री सुश्री हिमानी पहाडिय़ा, शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्रीमती सुरीना राजन, सकैण्डरी एजुकेशन विभाग के निदेशक श्री बिजेन्द्र कुमार, राज्यपाल के संयूक्त सचिव श्री इंद्रजीत सुखीजा, राज्यपाल के परिसहाय श्री जग प्रवेश दहिया भी उपस्थित थे।
यह उदगार राज्यपाल ने आज यहां राज्य स्तरीय शिक्षक दिवस के अवसर पर अध्यापकों को मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुडïडा के साथ 34 अध्यापकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान करने के बाद उपस्थित अध्यापकों को सम्बोधित हुए व्यक्त किए।
भारत के पूर्व राष्टï्रपति सर्वपल्ली डॉ0 राधाकृष्ण को भाव भीने श्रद्घासुमन अर्पित करते हुए कहा कि वे उच्च दर्जे के चिन्तक, महान् दर्शनिक, उच्च विचारक थे। जिनका जन्म पूरे देश में 'शिक्षक दिवसÓ के रूप में मनाया जा रहा है।
श्री पहाडिय़ा ने हरियाणा सरकार द्वारा प्रदान की जा रही गुणात्मक शिक्षा की सराहना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री हुडïडा के नेतïृत्व में हïïरियाणा सरकार बदलते हुए परिवेश के अनुसार बच्चों को गुणात्मक शिक्षा देने पर विशेष बल दे रही है ताकि हमारे बच्चे बेहतर शिक्षा ग्रहण करके वैश्वीकरण के इस युग में आ रही चुनौतियों का मुकाबला करते हुए आगे बढ़ सकें।
राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का अर्थ केवल कोरा किताबी ज्ञान नहीं है बल्कि वास्तविक शिक्षा मैं उसको मानता हूं जो हमें चुनौतियों का सामना करना सिखाए और जिससे बौद्धिक और मानसिक विकास सम्भव हो सके। वैश्वीकरण के इस युग में अध्यापकों के सामने भी नई-नई चुनौतियां आ रही हैं, जिनका मुकाबला करने के लिए अध्यापकों को विशेष रुप से आगे आना होगा। आज शिक्षा के क्षेत्र में जो बदलाव आया है जिसका असर न केवल तकनीकी, विज्ञान और अर्थव्यवस्था पर पड़ा है अपितु शिक्षा प्रणाली पर भी इसका व्यापक असर पड़ा है।
उन्होंने कहा, 'आज कल शिक्षकों के आचरण का पतन और अनुपस्थिति की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो हमारे लिए चिन्ता का विषय हैÓ। सफल अध्यापक वही है जो अपने विवेक से कार्य करते हुए विद्यार्थियों की शंकाओं का तत्परता से निवारण करें।
पुरस्कार प्राप्त करने वाले अध्यापकों को बधाई देते हुए उन्होंने आशा व्यक्त की कि दूसरे अध्यापक भी उनका आचरण करते हुए इस का पालन करेंगे कि ''गुरू एक ऐसा दीपक है, जिसके प्रकाश में तीन पीढिय़ां आलौकित हो जाती हैं।ÓÓ
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने अध्यापक राज्य पुरस्कार की राशि 11 हजार रुपये से बढ़ाकर 21 हजार रुपये करने की घोषणा की और शिक्षा मंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने मुख्यमंत्री के निर्देशों की अनुपालना करते हुए कहा कि राज्य पुरस्कार के तहत दी जाने वाली 21 हजार रुपये की राशि आज सम्मानित हुए 34 अध्यापकों को भी दी जायेगी और पुरस्कार की बकाया राशि विभाग द्वारा शीघ्र ही दे दी जायेगी।
शिक्षक दिवस पर आयोजित राज्य शिक्षक सम्मान समारोह में पुरस्कृत शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि शिक्षक मार्गदर्शक होते है और वे ही एक मज़बूत समाज का निर्माण करते है।
भारत के दूसरे राष्टï्रपति डॉ. एस. राधाकृष्णन को महान दार्शनिक तथा शिक्षाविद् बताते हुए श्री हुड्डा ने उनके साथ हुई एक व्यक्तिगत भेंटवार्ता का जिक्र भी किया और कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें ऐसी महान विभूति से मिलने का अवसर मिला।
शिक्षा के क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए श्री हुड्डा ने कहा कि हरियाणा अगले 5 से 7 सालों में राष्टï्रीय ही नहीं, अपितु अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर शिक्षा का एक हब बनेगा और राज्य में हर किस्म एवं स्तर पर बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार देश का पहला रक्षा विश्वविद्यालय स्थापित करने जा रही है। इसके अलावा, राज्य सरकार ने वाईएमसीए को विश्वविद्यालय का दर्जा देने, केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना, भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के रूप में उत्तरी भारत के पहले महिला विश्वविद्यालय स्थापना तथा पशु विज्ञान विश्वविद्यालय शुरू करने जैसे अहम कदम उठाये है। उन्होंने कहा कि आज वैश्विक दौर में काफी हमारे सामने कई चुनौतियां है और उन चुनौतियों का सामना करने के लिए बदलाव जरूरी है इसलिए हमने राजीव गांधी एजुकेशन सिटी बनाने की एक परियोजना शुरू की है, जिसका पहला चरण पूरा हो चुका है। इस एजुकेशन सिटी में विश्व स्तरीय शैक्षणिक प्रतिष्ठïानों द्वारा अपने संस्थान खोलने के लिए आवेदन प्राप्त हुए है। उन्होंने कहा कि सभी को गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाना ही उनकी सरकार की प्राथमिकता है और पिछले पांच वर्षों के दौरान शिक्षा के बजट में उल्लेखनीय वृद्धि भी की गई है।
शिक्षामंत्री श्रीमती गीता भुक्कल ने कहा कि अध्यापकों को पुरस्कार देने में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। अध्यापकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान करते समय केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान किए जा रहे पुरस्कारों की तर्ज को आधार बनाया गया और पुरस्कारों के चयन के लिए पूरी पारदर्शिता बरतते हुए उनके लिए तीन कमेटियां बनाई गई। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि अध्यापकोंं को राज्य स्तरीय पुरस्कारों के रूप में दी जाने वाली राशि 11 हजार रुपये से बढाकर 21 हजार रुपये कर दी जाए और मुख्यमंत्री ने उदारता का परिचय देते हुए इसी वर्ष से पुरस्कार के रूप में अध्यापकों को 21 हजार रुपये देने की घोषणा की।
जिन अध्यापकों को पुरस्कार दिया गया उनमें हरिपाल सिंह, पिं्रसीपल राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, महम; जलधीर सिंह, पिं्रसीपल राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, सहलांगा (झज्जर); सुनीता नैन, पिं्रसीपल राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, पंचकूला; सपना जैन, पिं्रसीपल राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, करनाल; राम कुमार, मुख्याध्यापक, राजकीय उच्च विद्यालय, सीसर खरबला; विनोद कुमार शर्मा, मुख्याध्यापक, राजकीय उच्च विद्यालय, बलरी (करनाल); राजवन्ती राठी, मास्टर, डी.पी.ई., राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, फरीदाबाद; श्री भगवान, सी एण्ड वी ड्राइंग, राजकीय उच्च विद्यालय, थाना कलां (सोनीपत); कमला देवी, सी एण्ड वी ड्राइंग, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोहाना मण्डी; देशराज, लैक्चरर कॉमर्स, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, नन्द रामपुर बास; रोहताश सिंह, मास्टर साईंस, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, झोझूकलां; सतिन्दर जीत सिंह, लैक्चरर कैमिस्ट्री, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, करनाल; ओम प्रकाश, मास्टर गणित, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, जटवाड़ा; लहणा सिंह, लैक्चरर गणित, जीएमएसएसएसएस, पानीपत; सुशील बंसल, लैक्चरर गणित, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोहाना मण्डी; ऊषा वर्मा, लैक्चरर गणित, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, भिवानी; सतपाल सिंह, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, निसिंग; अरविन्द कुमार, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बाछौद; केशो राम, लैक्चरर सोश्योलॉजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बगथला; रूद्र दत्त, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, भानकपुर; अजैब सिंह सन्धू, लैक्चरर इतिहास, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोरीवाला; राजेश कुमारी, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, करनाल; रोशनी देवी, लैक्चरर सोश्योलॉजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, दुजाना; कृष्णा देवी, लैक्चरर सोश्योलॉजी, लैक्चरर राजनीति शास्त्र, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, भिवानी; निर्मल मोर, मास्टर सामाजिक अध्ययन, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, गोहाना; प्रताप सिंह, लैक्चरर हिन्दी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, चरखी दादरी; गणेश दत्त शर्मा, लैक्चरर हिन्दी, जीएमएसएसएस, पंचकूला; सुशीला फौगाट, लैक्चरर हिन्दी, राजकीय कन्या वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, चरखी; भीमसैन शर्मा, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, पाई; रविन्द्र कुमार, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, फरीदाबाद ओल्ड; सिलक राम, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, बवानीखेड़ा; दीपक शर्मा, लैक्चरर अंग्रेजी, राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय, अटेली; यतिन्द्र कुमार शर्मा, सी एण्ड वी संस्कृत, राजकीय हाई स्कूल, सेहतपुर और सुजीता, लैक्चरर गणित, डीआईईटी, बिरहीकलां शामिल हैं।
इस अवसर पर बादली के विधायक श्री नरेश शर्मा, रोहतक के विधायक श्री बी बी बत्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री छत्तर सिंह, अतिरिक्त प्रधान सचिव श्रीमती अनुराधा गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान विशेष कार्य अधिकारी श्री एम एस चौपड़ा, राज्यपाल के सचिव श्री मोहिन्द्र कुमार,राज्यपाल की सुपुत्री सुश्री हिमानी पहाडिय़ा, शिक्षा विभाग की वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्रीमती सुरीना राजन, सकैण्डरी एजुकेशन विभाग के निदेशक श्री बिजेन्द्र कुमार, राज्यपाल के संयूक्त सचिव श्री इंद्रजीत सुखीजा, राज्यपाल के परिसहाय श्री जग प्रवेश दहिया भी उपस्थित थे।
04 सितंबर 2010
स्कूली बच्चों को आई फ्लू
डबवाली (लहू की लौ) उपमंडल डबवाली के गांव सांवतखेड़ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय के छात्रों को आई फ्लू होने से स्कूली बच्चों में दहशत का माहौल पर्याप्त है। विद्यालय के करीब 50 विद्यार्थी इस रोग से पीडि़त हैं। शुक्रवार को विद्यालय प्रशासन ने पीडि़त छात्रों को छुट्टी दे दी। साथ में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत करवाया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव सांवतखेड़ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में 6वीं से लेकर 8वीं तक कुल 117 बच्चे हैं। जबकि प्राथमिक विंग में 135 बच्चे क,ख,ग पढ़ रहे हैं। स्कूली बच्चों में आई फ्लू रोग तेजी से अपनी जड़े जमा रहा है। कुल 252 बच्चों में से 50 बच्चे आई फ्लू का शिकार हो गए हैं। पीडि़त बच्चों में से अधिकतर विद्यालय आ रहे हैं। ऐसे में फ्लू के ओर अधिक फैलने का भय बन गया है। एतिहात के तौर पर विद्यालय का प्रशासन पीडि़त बच्चों को घर भेज रहा है।
कक्षा तीसरी की पवनदीप कौर, चौथी के भगवान, दविन्द्र, अनिता, हरमन कौर, राजिन्द्र सिंह, कुलदीप कौर, पांचवी के मदन लाल, मनदीप, अजय, साहिल, एकता, रजनी, कोमल, ममता, कुलदीप, लवप्रीत, पूनम, हरजिन्द्र सिंह, जसविन्द्र कौर, 6वीं की वीरपाल कौर, 7वीं के विशाल, स्वतंत्र, प्रगट, नवदीप, गुरप्रीत, तरूण, राहुल, शिवराज, सुखविंद्र, राजकुमार, 8वीं का विकास आई फ्लू की गिरफ्त में हैं।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय के मुख्य शिक्षक मलकीत सिंह ने बताया कि विद्यालय के बच्चों में यह रोग तेजी से फैल रहा है। पीडि़त बच्चों को आंखों पर गोगलस लगाकर या विद्यालय में न आने की सलाह दी जा रही है। अगर कोई पीडि़त बच्चा विद्यालय में आता है, तो उसे छुट्टी दे दी जाती है, ताकि स्वस्थ बच्चे को यह रोग न हो। उन्होंने बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी को भी उन्होंने एक पत्र भेजकर मामले से अवगत करवा दिया है।
डबवाली सिविल अस्पताल के एसएमओ विनोद महिपाल के अनुसार आई फ्लू एक वायरल है। जो पीडि़त व्यक्ति को छूने या पास बैठने से फैलता है। यह रोग अधिकतर वर्षा के मौसम में होता है। आंख में दर्द, खुजली, सिर दर्द, आंख में लाली आना, आंख की पलक का चिपक जाना यह सब इस रोग के लक्षण है।
एसएमओ के अनुसार यह रोग सात-आठ दिन का होता है। लेकिन इसमें विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है। पीडि़त व्यक्ति आंख पर गोगलस लगाए रखे, घर से बाहर न निकले, किसी के संपर्क में न आए इत्यादि। एसएमओ विनोद महिपाल ने बताया कि लापरवाही बरतने पर यह रोग घातक साबित हो सकता है। रोग बढऩे से आंख पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इतना ही नहीं आंख में घाव हो सकते हैं।
एसएमओ के अनुसार डबवाली के सामान्य अस्पताल में फ्लू के प्रथम चरण का ईलाज संभव है। लेकिन रोग बढऩे से आंख में इंफेक्शन होने पर विशेषज्ञ की राय पर ही ईलाज आगे बढ़ता है। डबवाली के सामान्य अस्पताल में आंख रोग विशेषज्ञ न होने संबंधी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया हुआ है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव सांवतखेड़ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में 6वीं से लेकर 8वीं तक कुल 117 बच्चे हैं। जबकि प्राथमिक विंग में 135 बच्चे क,ख,ग पढ़ रहे हैं। स्कूली बच्चों में आई फ्लू रोग तेजी से अपनी जड़े जमा रहा है। कुल 252 बच्चों में से 50 बच्चे आई फ्लू का शिकार हो गए हैं। पीडि़त बच्चों में से अधिकतर विद्यालय आ रहे हैं। ऐसे में फ्लू के ओर अधिक फैलने का भय बन गया है। एतिहात के तौर पर विद्यालय का प्रशासन पीडि़त बच्चों को घर भेज रहा है।
कक्षा तीसरी की पवनदीप कौर, चौथी के भगवान, दविन्द्र, अनिता, हरमन कौर, राजिन्द्र सिंह, कुलदीप कौर, पांचवी के मदन लाल, मनदीप, अजय, साहिल, एकता, रजनी, कोमल, ममता, कुलदीप, लवप्रीत, पूनम, हरजिन्द्र सिंह, जसविन्द्र कौर, 6वीं की वीरपाल कौर, 7वीं के विशाल, स्वतंत्र, प्रगट, नवदीप, गुरप्रीत, तरूण, राहुल, शिवराज, सुखविंद्र, राजकुमार, 8वीं का विकास आई फ्लू की गिरफ्त में हैं।
राजकीय माध्यमिक विद्यालय के मुख्य शिक्षक मलकीत सिंह ने बताया कि विद्यालय के बच्चों में यह रोग तेजी से फैल रहा है। पीडि़त बच्चों को आंखों पर गोगलस लगाकर या विद्यालय में न आने की सलाह दी जा रही है। अगर कोई पीडि़त बच्चा विद्यालय में आता है, तो उसे छुट्टी दे दी जाती है, ताकि स्वस्थ बच्चे को यह रोग न हो। उन्होंने बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी को भी उन्होंने एक पत्र भेजकर मामले से अवगत करवा दिया है।
डबवाली सिविल अस्पताल के एसएमओ विनोद महिपाल के अनुसार आई फ्लू एक वायरल है। जो पीडि़त व्यक्ति को छूने या पास बैठने से फैलता है। यह रोग अधिकतर वर्षा के मौसम में होता है। आंख में दर्द, खुजली, सिर दर्द, आंख में लाली आना, आंख की पलक का चिपक जाना यह सब इस रोग के लक्षण है।
एसएमओ के अनुसार यह रोग सात-आठ दिन का होता है। लेकिन इसमें विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है। पीडि़त व्यक्ति आंख पर गोगलस लगाए रखे, घर से बाहर न निकले, किसी के संपर्क में न आए इत्यादि। एसएमओ विनोद महिपाल ने बताया कि लापरवाही बरतने पर यह रोग घातक साबित हो सकता है। रोग बढऩे से आंख पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इतना ही नहीं आंख में घाव हो सकते हैं।
एसएमओ के अनुसार डबवाली के सामान्य अस्पताल में फ्लू के प्रथम चरण का ईलाज संभव है। लेकिन रोग बढऩे से आंख में इंफेक्शन होने पर विशेषज्ञ की राय पर ही ईलाज आगे बढ़ता है। डबवाली के सामान्य अस्पताल में आंख रोग विशेषज्ञ न होने संबंधी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवाया हुआ है।
03 सितंबर 2010
मोबाइल सप्लायर को पीटा
डबवाली (लहू की लौ) गांव रत्ताखेड़ा के पास बुधवार रात को रंजिशन हुए एक झगड़े में एक युवक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए गोरीवाला के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
घायल सुभाष सहारण (22) पुत्र छोटू राम सहारण निवासी गोरीवाला ने बताया कि वह एरोमा कम्पनी के मोबाइल सप्लाई करने का काम करता है। बुधवार शाम को औढां से बाईक से वापिस अपने गांव गोरीवाला आ रहा था। शिकायतकर्ता के अनुसार उसने जैसे ही नुइयांवाली नहर क्रॉस की तो उसके पीछे एक जीप और कार लग गई। रत्ताखेड़ा और रामपुरा बिश्नोइयां के बीच उसके आगे जीप लगा कर उसे घेर लिया और उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। लड़ाई का कारण उसने मंगलवार को इसी रोड़ पर साईड को लेकर कुछ युवकों के साथ हुई तूतू मैंमैं बताया।
गंगा निवासी रवि (22) पुत्र बनवारी लाल ने बताया कि वह ही अपने दोस्त सुभाष सहारण को घायल अवस्था में गोरीवाला के सरकारी अस्पताल लेकर आया। लेकिन प्राथमिक चिकित्सा के बाद सुभाष को सिरसा रैफर कर दिया गया।
इस संबंध में थाना औढां के प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आ चुकी है। घायल के ब्यानों के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
घायल सुभाष सहारण (22) पुत्र छोटू राम सहारण निवासी गोरीवाला ने बताया कि वह एरोमा कम्पनी के मोबाइल सप्लाई करने का काम करता है। बुधवार शाम को औढां से बाईक से वापिस अपने गांव गोरीवाला आ रहा था। शिकायतकर्ता के अनुसार उसने जैसे ही नुइयांवाली नहर क्रॉस की तो उसके पीछे एक जीप और कार लग गई। रत्ताखेड़ा और रामपुरा बिश्नोइयां के बीच उसके आगे जीप लगा कर उसे घेर लिया और उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। लड़ाई का कारण उसने मंगलवार को इसी रोड़ पर साईड को लेकर कुछ युवकों के साथ हुई तूतू मैंमैं बताया।
गंगा निवासी रवि (22) पुत्र बनवारी लाल ने बताया कि वह ही अपने दोस्त सुभाष सहारण को घायल अवस्था में गोरीवाला के सरकारी अस्पताल लेकर आया। लेकिन प्राथमिक चिकित्सा के बाद सुभाष को सिरसा रैफर कर दिया गया।
इस संबंध में थाना औढां के प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि एमएलआर उनके पास आ चुकी है। घायल के ब्यानों के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
बंटवारे को लेकर भिड़े बाप-बेटे
डबवाली (लहू की लौ) गांव अबूबशहर के एक घर में बंटवारे को लेकर हुए झगड़े में माता-पिता और बच्चे आमने-सामने हो गए। झगड़े में तेजधार हथियार लगने से एक युवक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया।
घायल पारस (30) निवासी अबूबशहर ने बताया कि दिहाड़ी मजदूर है। दो माह पूर्व उसने मछली पालन के लिए अपने पिता काहन चंद के साथ डिग्गियों का निर्माण किया था। लेकिन उसके पिता ने उसकी बनती दिहाड़ी 30,000 रूपए उसे नहीं दी। उसने अपने पिता के सामने शर्त रख दी कि वे उसके पैसे उसे दे दें या फिर कोई जगह खरीदकर दे दें। इसी बात को लेकर उसका पिता काहन चंद तथा माता चमेली देवी उसकी पत्नी सुनीता से झगड़ रहे थे। जब उसने बीच-बचाव किया तो उसके छोटे भाई सुरेन्द्र तथा देवीलाल ने उस पर तेजधार हथियार से हमला करके उसके चोटें मारी।
इधर जब काहन चंद (55) निवासी अबूबशहर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करता है। आज सुबह उनके घर में झगड़ा हुआ था। घर में बंटवारे को लेकर उसका बड़ा बेटा पारस अपनी माता से झगड़ा रहा था। उसने अपने छोटे बेटे सुरेन्द्र (26) तथा देवीलाल (28) के साथ मिलकर उसे ऐसा करने से रोका। लेकिन पारस उग्र हो गया और उसने वहीं पड़े तेजधार हथियार से सुरेन्द्र पर हमला कर दिया। लेकिन सुरेंद्र बाल-बाल बच गया। भाईयों में झगड़ा बढ़ता देख उसने बीच-बचाव करते हुए तेजधार हथियारों को फेंक दिया। काहन चंद के अनुसार इतने में उसके छोटे भाई साधु राम ने उस पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में वह तो बच गया, लेकिन हथियार उसके बड़े बेटे पारस को जा लगा।
काहन चंद ने यह भी बताया कि उन्होंने करीब दो माह पूर्व सोनीपत में मछली पालन के लिए सात डिग्गियों का निर्माण किया था। पारस काम को बीच में छोड़कर घर लौट आया। लेकिन उसने पारस के बनते पैसे उसे दे दिए थे। पारस घर का बंटवारा करवाना चाहता है।
मामले की जांच रहे चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई कृष्ण लाल ने बताया कि बाप-बेटे के बीच झगड़े का कारण बंटवारा है। पुलिस ने घायल के ब्यान दर्ज करने के बाद दफा 323 के तहत रपट लिख ली गई है।
घायल पारस (30) निवासी अबूबशहर ने बताया कि दिहाड़ी मजदूर है। दो माह पूर्व उसने मछली पालन के लिए अपने पिता काहन चंद के साथ डिग्गियों का निर्माण किया था। लेकिन उसके पिता ने उसकी बनती दिहाड़ी 30,000 रूपए उसे नहीं दी। उसने अपने पिता के सामने शर्त रख दी कि वे उसके पैसे उसे दे दें या फिर कोई जगह खरीदकर दे दें। इसी बात को लेकर उसका पिता काहन चंद तथा माता चमेली देवी उसकी पत्नी सुनीता से झगड़ रहे थे। जब उसने बीच-बचाव किया तो उसके छोटे भाई सुरेन्द्र तथा देवीलाल ने उस पर तेजधार हथियार से हमला करके उसके चोटें मारी।
इधर जब काहन चंद (55) निवासी अबूबशहर से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि वह दिहाड़ी मजदूरी करता है। आज सुबह उनके घर में झगड़ा हुआ था। घर में बंटवारे को लेकर उसका बड़ा बेटा पारस अपनी माता से झगड़ा रहा था। उसने अपने छोटे बेटे सुरेन्द्र (26) तथा देवीलाल (28) के साथ मिलकर उसे ऐसा करने से रोका। लेकिन पारस उग्र हो गया और उसने वहीं पड़े तेजधार हथियार से सुरेन्द्र पर हमला कर दिया। लेकिन सुरेंद्र बाल-बाल बच गया। भाईयों में झगड़ा बढ़ता देख उसने बीच-बचाव करते हुए तेजधार हथियारों को फेंक दिया। काहन चंद के अनुसार इतने में उसके छोटे भाई साधु राम ने उस पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में वह तो बच गया, लेकिन हथियार उसके बड़े बेटे पारस को जा लगा।
काहन चंद ने यह भी बताया कि उन्होंने करीब दो माह पूर्व सोनीपत में मछली पालन के लिए सात डिग्गियों का निर्माण किया था। पारस काम को बीच में छोड़कर घर लौट आया। लेकिन उसने पारस के बनते पैसे उसे दे दिए थे। पारस घर का बंटवारा करवाना चाहता है।
मामले की जांच रहे चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई कृष्ण लाल ने बताया कि बाप-बेटे के बीच झगड़े का कारण बंटवारा है। पुलिस ने घायल के ब्यान दर्ज करने के बाद दफा 323 के तहत रपट लिख ली गई है।
सफाई अव्यवस्था के खिलाफ गांधीगिरी
डबवाली (लहू की लौ) अनाज मंडी के पास हुड्डा के स्थान पर नगरपालिका द्वारा बनाया गया अस्थाई डिपू हटवाने के लिए इस क्षेत्र के नागरिकों ने गांधीगिरी का सहारा लिया है।
वार्ड नं. 9 के पूर्व पार्षद हरीश सेठी रिंका, सतपाल सेठी, अमन बांसल, चरणजीत, नीरज गुप्ता, पवन कुमार, नंद लाल गर्ग आदि ने बताया कि नई अनाज मंडी रोड़ पर उनके वार्ड की 9 गलियां पड़ती हैं। पिछले काफी वर्षों से नगरपालिका ने अनाज मण्डी के पास हुड्डा स्थल को गंदगी का अस्थाई डिपू बना रखा है। इस डिपू का प्रयोग नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों के साथ इन गलियों के लोग भी करते आ रहे हैं। वे कई बार पालिका से गंदगी के इस डिपू को यहां से हटवाने के लिए अनुरोध कर चुके हैं। यहीं नहीं इस संदर्भ में वे उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से भी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन ढाक के वही तीन पात। गंदगी का डिपू वहीं का वहीं है।
नगरपालिका, उपमण्डलाधीश के समक्ष मांग रखने के बावजूद कार्रवाई न होने के कारण अब इन लोगों ने गांधी जी के सिद्धांतों पर चलने का निर्णय लिया है। सुबह होते ही ये हुड्डा स्थल पर आ जाते हैं और हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं। कूड़ा फेंकने वाला खुद शर्मसार होकर वापिस लौट जाता है।
वार्ड नं. 9 के पूर्व पार्षद हरीश सेठी रिंका, सतपाल सेठी, अमन बांसल, चरणजीत, नीरज गुप्ता, पवन कुमार, नंद लाल गर्ग आदि ने बताया कि नई अनाज मंडी रोड़ पर उनके वार्ड की 9 गलियां पड़ती हैं। पिछले काफी वर्षों से नगरपालिका ने अनाज मण्डी के पास हुड्डा स्थल को गंदगी का अस्थाई डिपू बना रखा है। इस डिपू का प्रयोग नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों के साथ इन गलियों के लोग भी करते आ रहे हैं। वे कई बार पालिका से गंदगी के इस डिपू को यहां से हटवाने के लिए अनुरोध कर चुके हैं। यहीं नहीं इस संदर्भ में वे उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से भी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन ढाक के वही तीन पात। गंदगी का डिपू वहीं का वहीं है।
नगरपालिका, उपमण्डलाधीश के समक्ष मांग रखने के बावजूद कार्रवाई न होने के कारण अब इन लोगों ने गांधी जी के सिद्धांतों पर चलने का निर्णय लिया है। सुबह होते ही ये हुड्डा स्थल पर आ जाते हैं और हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं। कूड़ा फेंकने वाला खुद शर्मसार होकर वापिस लौट जाता है।
घर से उठा ले गए थे लड़की को!
डबवाली (लहू की लौ) गांव अलीकां में बेहोशी की हालत में मिली 15 वर्षीय लड़की को गांव के दो युवक बेहोश करके उठा ले गए थे। इस बात का खुलासा बुधवार को होश में आने के बाद डबवाली के सरकारी अस्पताल में लड़की ने पुलिस के समक्ष किया। मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि गांव अलीकां के टेलर मास्टर रणजीत सिंह की 15 साल की बेटी वीरपाल को बुधवार को यहां के सरकारी अस्पताल में होश आ गया। लड़की को उसके परिजन मंगलवार सुबह बेहोशी की हालत में अस्पताल लाए थी। तभी से लड़की अचेत अवस्था में थी। होश में आने के बाद लड़की ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात करीब 1-1.30 बजे वह लघुशंका के लिए उठी थी। इसी दौरान उनके पड़ौसी छिन्द्रपाल सिंह उर्फ पप्पू राम के दो बेटे जग्गी और वीरचन्द आए। उनमें से एक ने उसे पकड़ लिया और दूसरे ने उसके मुंह पर रूमाल रख दिया। जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसे कुछ भी मालूम नहीं कि उसके साथ क्या हुआ। एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि पुलिस ने फिलहाल दफा 363/366 के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। लड़की का मेडीकल करवा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
शराब की सौगन्ध पर मान गये मिस्टर टिंकू
डबवाली (लहू की लौ) पहले शराब ने एक युवक को चोरी की लत डाली और फिर उसी शराब की सौगन्ध ने चुराया गया सामान उसे लौटाने के लिए मजबूर कर दिया। सब्जी मंडी के पीछे स्थित ठेका शराब देसी के सेल्जमैन रमेश कुमार (48) पुत्र भगवान दास निवासी डबवाली ने बताया कि ठेका पर मंडी किलियांवाली का टिंकू नामक युवक शराब पीने अक्सर आता था। इसी दौरान उसके दिल में बेईमानी आ गई और उसने ठेका मोबाइल फोन और कूलर की जाली चुरा ली। इसकी भनक लगते ही उसने इस युवक को दबोच लिया और काफी पूछताछ के बाद भी जब वह नहीं माना तो उसे शराब की सौगन्ध उठाने के लिए कहा गया। शराब की सौगन्ध की बात सुनते ही टिंकू का नशा टूटने लगा और वह सबकुछ माना ही नहीं, बल्कि उसने चुराया गया मोबाइल और कूलर की जाली भी उसे वापिस लौटा दी।
महिलाओं ने रेहड़ी मालिक को चप्पलों से धुना
डबवाली (लहू की लौ) अमरूद को लेकर मुख्य बाजार में एक फ्रूट विक्रेता और महिला के बीच हाथापाई हो गई। गुस्से में आई महिलाओं ने रेहड़ी मालिक की चप्पलों से धुनाई कर डाली।
रोशनी देवी (20) निवासी गंगा ने बताया कि वह अपनी मां सावित्री के साथ अबोहर से मंगलवार को डबवाली आई थी और उन्होंने पंजाब बस स्टैंड से अमरूद खरीदे थे। उसकी मां डबवाली के मुख्य बाजार में अमरूद खाती जब एक फ्रूट रेहड़ी के पास से गुजरी तो रेहड़ी मालिक ने थोड़ा आगे जाकर उन्हें पकड़ लिया और यह कहते हुए थप्पड़ रसीद कर दिया कि उसने उसकी रेहड़ी से अमरूद उठा कर खाया है। इसका उन्होंने विरोध किया, लेकिन रेहड़ी मालिक ने जब पुन: उसकी मां पर हाथ उठाने का प्रयास किया तो उन्होंने रेहड़ी मालिक को पकड़ लिया और अच्छा धुना।
इधर रेहड़ी मालिक रमेश (54) पुत्र रामकिशन निवासी डबवाली ने बताया कि वह बाजार में रेहड़ी लगाये हुए था। उसकी रेहड़ी पर शाम को दो महिलाएं आयीं और उन महिलाओं में से एक ने अमरूद उठा लिया। जिसका उसने विरोध किया तो महिलाएं गाली-गलौच पर उतर आयी। बाद में चप्पलों से उस पर टूट पड़ी। दोनों पक्षों में से किसी ने भी इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की।
रोशनी देवी (20) निवासी गंगा ने बताया कि वह अपनी मां सावित्री के साथ अबोहर से मंगलवार को डबवाली आई थी और उन्होंने पंजाब बस स्टैंड से अमरूद खरीदे थे। उसकी मां डबवाली के मुख्य बाजार में अमरूद खाती जब एक फ्रूट रेहड़ी के पास से गुजरी तो रेहड़ी मालिक ने थोड़ा आगे जाकर उन्हें पकड़ लिया और यह कहते हुए थप्पड़ रसीद कर दिया कि उसने उसकी रेहड़ी से अमरूद उठा कर खाया है। इसका उन्होंने विरोध किया, लेकिन रेहड़ी मालिक ने जब पुन: उसकी मां पर हाथ उठाने का प्रयास किया तो उन्होंने रेहड़ी मालिक को पकड़ लिया और अच्छा धुना।
इधर रेहड़ी मालिक रमेश (54) पुत्र रामकिशन निवासी डबवाली ने बताया कि वह बाजार में रेहड़ी लगाये हुए था। उसकी रेहड़ी पर शाम को दो महिलाएं आयीं और उन महिलाओं में से एक ने अमरूद उठा लिया। जिसका उसने विरोध किया तो महिलाएं गाली-गलौच पर उतर आयी। बाद में चप्पलों से उस पर टूट पड़ी। दोनों पक्षों में से किसी ने भी इसकी शिकायत पुलिस में नहीं की।
अय्याशी करते पुलिसकर्मी काबू
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा पुलिस के दो कर्मचारी अपने एक मित्र के साथ गांव पाना में महिला से अय्याशी कर रहे ग्रामीणों के धक्के चढ़ गये। मौका पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही एक पुलिस कर्मचारी और महिला ग्रामीणों को चकमा देकर भाग गये।
गांव पाना के सरपंच सुरजीत सिंह ने बताया कि उनके गांव में दोपहर 2 बजे से चार लोग मोटरसाईकिल पर घूम रहे थे। जिनमें एक महिला भी थी। यह संदिग्ध लोग छह बजे तक गांव में घूमते रहे। लेकिन जब ग्रामीण नहर में एक कार गिरने की सूचना पाकर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह संदिग्ध लोग नहर के पास बने खतानों में आपत्तिजनक हालत में हैं। ग्रामीणों ने जब उन लोगों को ललकारा तो यह लोग उनके गल पड़ गये और कहने लगे कि वह तो पुलिस वाले हैं उनका क्या बिगाड़ लोगे।
इस पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना थाना सदर पुलिस को दी तो इन लोगों को पता चल गया कि वह अब पकड़े जायेंगे तो यह लोग भाग खड़े हुए। इसी दौरान ग्रामीणों ने दो को दबोच लिया। मोटरसाईकिल पर एक महिला और पुरूष भागने में सफल रहे। इतनी देर में मौका पर थाना सदर डबवाली पुलिस के एसआई रतन सिंह अपने दल बल के साथ पहुंच गये। एसआई रतन सिंह ने बताया पकड़े गये लोगों ने अपनी पहचान पंकज (27) पुत्र राजपाल निवासी गांव जाजी और सोनीपत के थाना सदर में सिपाही के पद पर तैनात बताया। दूसरे ने अपना नाम समन्दर सिंह (30) पुत्र गजे सिंह निवासी संदल खुर्द और ठेकेदारी करना बताया। इन लोगों ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि उनके साथ प्रवीन नामक सिपाही भी था जो सोनीपत में ही तैनात है। सिपाही पंकज ने बताया कि वह कुछ समय पूर्व कालांवाली में बतौर सिपाही सर्विस कर चुका है। इस दौरान उसकी दोस्ती कालांवाली की एक महिला से हो गई। उसी के साथ वह और उसके दोस्त घूमने के लिए पाना गांव की तरफ आये थे। थाना सदर पुलिस ने पकड़े गये पंकज और समुन्दर के खिलाफ धारा 109 सीआरपीसी के तहत चालान कर दिया।
गांव पाना के सरपंच सुरजीत सिंह ने बताया कि उनके गांव में दोपहर 2 बजे से चार लोग मोटरसाईकिल पर घूम रहे थे। जिनमें एक महिला भी थी। यह संदिग्ध लोग छह बजे तक गांव में घूमते रहे। लेकिन जब ग्रामीण नहर में एक कार गिरने की सूचना पाकर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वह संदिग्ध लोग नहर के पास बने खतानों में आपत्तिजनक हालत में हैं। ग्रामीणों ने जब उन लोगों को ललकारा तो यह लोग उनके गल पड़ गये और कहने लगे कि वह तो पुलिस वाले हैं उनका क्या बिगाड़ लोगे।
इस पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना थाना सदर पुलिस को दी तो इन लोगों को पता चल गया कि वह अब पकड़े जायेंगे तो यह लोग भाग खड़े हुए। इसी दौरान ग्रामीणों ने दो को दबोच लिया। मोटरसाईकिल पर एक महिला और पुरूष भागने में सफल रहे। इतनी देर में मौका पर थाना सदर डबवाली पुलिस के एसआई रतन सिंह अपने दल बल के साथ पहुंच गये। एसआई रतन सिंह ने बताया पकड़े गये लोगों ने अपनी पहचान पंकज (27) पुत्र राजपाल निवासी गांव जाजी और सोनीपत के थाना सदर में सिपाही के पद पर तैनात बताया। दूसरे ने अपना नाम समन्दर सिंह (30) पुत्र गजे सिंह निवासी संदल खुर्द और ठेकेदारी करना बताया। इन लोगों ने पूछताछ के दौरान यह भी बताया कि उनके साथ प्रवीन नामक सिपाही भी था जो सोनीपत में ही तैनात है। सिपाही पंकज ने बताया कि वह कुछ समय पूर्व कालांवाली में बतौर सिपाही सर्विस कर चुका है। इस दौरान उसकी दोस्ती कालांवाली की एक महिला से हो गई। उसी के साथ वह और उसके दोस्त घूमने के लिए पाना गांव की तरफ आये थे। थाना सदर पुलिस ने पकड़े गये पंकज और समुन्दर के खिलाफ धारा 109 सीआरपीसी के तहत चालान कर दिया।
फसल के चक्कर में किसान ने जान दांव पर लगाई, अस्पताल में दाखिल
डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डल डबवाली के गांव गोदीकां में अपनी फसल को बचाने के खातिर एक किसान ने अपनी जान दांव पर लगा दी। किसान को घायल अवस्था में डबवाली के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
गांव गोदीकां के किसान अर्जुन दास (32) ने बताया कि उसने अपनी 12 एकड़ भूमि पर कपास-नरमा की बिजाई की हुई है। उसे टयूब्बैल का कनेक्शन लिए हुए को दो वर्ष बीत चुके हैं। लेकिन गांव में तैनात लाईनमैन धर्मपाल उससे टयूब्बैल की पार्टी मांगता है। सोमवार शाम को लाईनमैन उसके पास आया और उससे टयूब्बैल की पार्टी मांगने लगा। लेकिन उसने इंकार कर दिया। गुस्से में लाल धर्मपाल ने उसके टयूब्बैल का कनेक्शन काट दिया और बोला की पार्टी दे जाना और कनेक्शन लग जाएगा। अर्जुन दास के अनुसार अपनी फसल को बचाने के लिए वह टयूब्बैल का कनेक्शन करना चाहता था। मंगलवार सुबह वह अपने पड़ौसी सन्नी को साथ लेकर टयूब्बैलों को जाती बिजली की मेन स्विच काटने के लिए निकल गया। जैसे ही उसने लाईट बंद करने का प्रयास किया तो उसे करंट लग गया।
किसान अर्जुन दास करंट लगने से बुरी तरह से घायल हो गया। उसके हाथ, टांग और पैरों पर गंभीर चोट आई। मौका पर खड़े अर्जुन दास के पड़ौसी सन्नी ने उसे उपचार के लिए डबवाली के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। इस संदर्भ में जब दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता बी.के. रंजन से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि किसान उन्हें लाईन मैन के खिलाफ लिखकर दे, तो वे मामले की जांच करवाएंगे। किसान ने खुद जोखिम मोल लिया। किसान को इसकी सूचना विभाग के उच्च अधिकारियों से करनी चाहिए थी। लेकिन किसान ने बिजली निगम के सिस्टम से छेडख़ानी करके गलत किया। इसके चलते किसान पर भी कानूनी कार्रवाई बनती है।
गांव गोदीकां के किसान अर्जुन दास (32) ने बताया कि उसने अपनी 12 एकड़ भूमि पर कपास-नरमा की बिजाई की हुई है। उसे टयूब्बैल का कनेक्शन लिए हुए को दो वर्ष बीत चुके हैं। लेकिन गांव में तैनात लाईनमैन धर्मपाल उससे टयूब्बैल की पार्टी मांगता है। सोमवार शाम को लाईनमैन उसके पास आया और उससे टयूब्बैल की पार्टी मांगने लगा। लेकिन उसने इंकार कर दिया। गुस्से में लाल धर्मपाल ने उसके टयूब्बैल का कनेक्शन काट दिया और बोला की पार्टी दे जाना और कनेक्शन लग जाएगा। अर्जुन दास के अनुसार अपनी फसल को बचाने के लिए वह टयूब्बैल का कनेक्शन करना चाहता था। मंगलवार सुबह वह अपने पड़ौसी सन्नी को साथ लेकर टयूब्बैलों को जाती बिजली की मेन स्विच काटने के लिए निकल गया। जैसे ही उसने लाईट बंद करने का प्रयास किया तो उसे करंट लग गया।
किसान अर्जुन दास करंट लगने से बुरी तरह से घायल हो गया। उसके हाथ, टांग और पैरों पर गंभीर चोट आई। मौका पर खड़े अर्जुन दास के पड़ौसी सन्नी ने उसे उपचार के लिए डबवाली के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। इस संदर्भ में जब दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के मण्डल अभियंता बी.के. रंजन से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि किसान उन्हें लाईन मैन के खिलाफ लिखकर दे, तो वे मामले की जांच करवाएंगे। किसान ने खुद जोखिम मोल लिया। किसान को इसकी सूचना विभाग के उच्च अधिकारियों से करनी चाहिए थी। लेकिन किसान ने बिजली निगम के सिस्टम से छेडख़ानी करके गलत किया। इसके चलते किसान पर भी कानूनी कार्रवाई बनती है।
लड़की पर ओपरी हवा का साया!
डबवाली (लहू की लौ) गांव अलीकां की एक पंद्रह साल की लड़की डबवाली के सरकारी अस्पताल में बदहवासी हालत में पड़ी है। लड़की के साथ क्या घटना घटित हुई यह किसी को मालूम नहीं। लड़की की अजीब स्थिति को देखते हुए पुलिस इसे ओपरी हवा का चक्कर मान रही है। यहां तक की लड़की के अभिभावक भी कुछ स्पष्ट नहीं कर रहे।
जानकारी अनुसार उपमण्डल डबवाली के गांव अलीकां में सोमवार रात को करीब 1 बजे गुरूद्वारा से अनाऊसमेंट हुई की गांव में चोर घुस आए हैं। लोग चोरों को पकडऩे के लिए घरों से बाहर आ गए। इसी दौरान गांव में रह रहे रणजीत सिंह नामक व्यक्ति की पंद्रह साल की बेटी अचानक घर से गायब हो गई। लड़की के परिजन उसकी खोज में जुट गए। लेकिन लड़की नहीं मिली। मंगलवार सुबह करीब 7 बजे रणजीत सिंह का पड़ौसी उसके पास आया। लड़की के उसके घर में होने की बात कहकर उसे घर से लेजाने को कहा। लेकिन रणजीत सिंह ने लड़की को घर लाने से इंकार कर दिया और इसकी सूचना थाना शहर पुलिस डबवाली को दी। अचानक पड़ौसी ने लड़की को दीवार से उसके घर में फेंक दिया। परिजन लड़की को डबवाली के सरकारी अस्पताल में ईलाज के लिए ले आए।
अस्पताल में नियुक्त महिला चिकित्सक डॉ. अमरदीप कौर जस्सी ने उपरोक्त मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि लड़की के पिता रणजीत सिंह ने उन्हें उपरोक्त बात से अवगत करवाया है। उन्होंने भी लड़की के गले पर चोट के निशान पाए हैं। ऐसे निशान बलात्कार के दौरान हो सकते हैं। फिलहाल इसके बारे में ओर अधिक कुछ कहा नहीं जा सकता। स्वैब को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा, रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल लड़की ब्यान देने की स्थिति में नही है। उन्होंने एमएलआर काटकर थाना शहर पुलिस में भेज दी है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि सूचना मिलने पर वे गांव अलीकां में गए थे। उस समय लड़की अपने घर की जमीन पर पड़ी हुई अजीबों गरीब हरकतें कर रही थी। जैसे उस पर ओपरी हवा का प्रभाव हो। फिलहाल लड़की अस्पताल में उपचाराधीन है और ब्यान देने के काबिल नहीं है। लड़की के ब्यानों के बाद ही मामला पता चल पाएगा।
इस संदर्भ में इस संवाददाता ने लड़की के पिता रणजीत सिंह से बात करने का भी प्रयास किया। उन्होंने अधिक कुछ नहीं बताया। इतना कहा कि जरूर उसकी लड़की के साथ कुछ गलत हुआ है। लड़की होश में आ जाए, सब मालूम पड़ जाएगा। रणजीत सिंह के परिवार की महिलाओं ने भी लड़की पर ओपरी हवा होने की बात कही।
सोमवार रात करीब 1 बजे के बाद लड़की अपने घर से गायब होकर पड़ौस के घर में कैसी पहुंची और उसके साथ क्या घटना घटित हुई, इस पर अभी संशय बरकरार है। लड़की डबवाली के सरकारी अस्पताल में अजीबो-गरीब हरकतें कर रही है। लेकिन बोलती कुछ नहीं। मामला क्या है, इसके बारे में लड़की के नॉर्मल होने का इंतजार किया जा रहा है।
जानकारी अनुसार उपमण्डल डबवाली के गांव अलीकां में सोमवार रात को करीब 1 बजे गुरूद्वारा से अनाऊसमेंट हुई की गांव में चोर घुस आए हैं। लोग चोरों को पकडऩे के लिए घरों से बाहर आ गए। इसी दौरान गांव में रह रहे रणजीत सिंह नामक व्यक्ति की पंद्रह साल की बेटी अचानक घर से गायब हो गई। लड़की के परिजन उसकी खोज में जुट गए। लेकिन लड़की नहीं मिली। मंगलवार सुबह करीब 7 बजे रणजीत सिंह का पड़ौसी उसके पास आया। लड़की के उसके घर में होने की बात कहकर उसे घर से लेजाने को कहा। लेकिन रणजीत सिंह ने लड़की को घर लाने से इंकार कर दिया और इसकी सूचना थाना शहर पुलिस डबवाली को दी। अचानक पड़ौसी ने लड़की को दीवार से उसके घर में फेंक दिया। परिजन लड़की को डबवाली के सरकारी अस्पताल में ईलाज के लिए ले आए।
अस्पताल में नियुक्त महिला चिकित्सक डॉ. अमरदीप कौर जस्सी ने उपरोक्त मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि लड़की के पिता रणजीत सिंह ने उन्हें उपरोक्त बात से अवगत करवाया है। उन्होंने भी लड़की के गले पर चोट के निशान पाए हैं। ऐसे निशान बलात्कार के दौरान हो सकते हैं। फिलहाल इसके बारे में ओर अधिक कुछ कहा नहीं जा सकता। स्वैब को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा, रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। फिलहाल लड़की ब्यान देने की स्थिति में नही है। उन्होंने एमएलआर काटकर थाना शहर पुलिस में भेज दी है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई कैलाश चन्द्र ने बताया कि सूचना मिलने पर वे गांव अलीकां में गए थे। उस समय लड़की अपने घर की जमीन पर पड़ी हुई अजीबों गरीब हरकतें कर रही थी। जैसे उस पर ओपरी हवा का प्रभाव हो। फिलहाल लड़की अस्पताल में उपचाराधीन है और ब्यान देने के काबिल नहीं है। लड़की के ब्यानों के बाद ही मामला पता चल पाएगा।
इस संदर्भ में इस संवाददाता ने लड़की के पिता रणजीत सिंह से बात करने का भी प्रयास किया। उन्होंने अधिक कुछ नहीं बताया। इतना कहा कि जरूर उसकी लड़की के साथ कुछ गलत हुआ है। लड़की होश में आ जाए, सब मालूम पड़ जाएगा। रणजीत सिंह के परिवार की महिलाओं ने भी लड़की पर ओपरी हवा होने की बात कही।
सोमवार रात करीब 1 बजे के बाद लड़की अपने घर से गायब होकर पड़ौस के घर में कैसी पहुंची और उसके साथ क्या घटना घटित हुई, इस पर अभी संशय बरकरार है। लड़की डबवाली के सरकारी अस्पताल में अजीबो-गरीब हरकतें कर रही है। लेकिन बोलती कुछ नहीं। मामला क्या है, इसके बारे में लड़की के नॉर्मल होने का इंतजार किया जा रहा है।
31 अगस्त 2010
18 वर्षों से कैद में हीरा
डबवाली (लहू की लौ) पिछले 18 वर्षों से जंजीरों में जकड़ा गांव पन्नीवाला रूलदू का हीरा अपनी चमक खो चुका है। तेज रफ्तार से दौड़ रही इस दुनियां से बेखबर होकर वह घर के एक कोने में कैदी की भांति जिंदगी जी रहा है।
गुरदीप उर्फ हीरा भाईयों में से सबसे छोटा है। उसकी उम्र 35 वर्ष हो चुकी है। बाल्यकाल से ही हीरा किसी से कुछ नहीं कहता था। स्कूल से वापिस घर आने के बाद वह गुमसुम सा घर के एक कोने में बैठा रहता। जैसे-तैसे उसने गांव के सरकारी स्कूल से पांचवी पास की। लेकिन 6वीं में प्रवेश पाते ही उसने स्कूल जाना छोड़ दिया। जवानी में पांव रखते ही उसे न जाने क्या हुआ वह घर के सदस्यों से बदसलूकी करने लगा। इसी दौरान हीरा के पिता कौर सिंह की हृदय घात से मौत हो गई। वे सिंचाई विभाग में कार्यरत थे। पिता की मौत के बाद हीरा और तनाव में रहने लगा। वह परिवार के सदस्यों से मारपीट भी करने लगा। बिना बताए वह घर से दूर जाने लगा। सूचना मिलने पर परिवार के सदस्य उसे ढूंढकर घर वापिस लाते। हीरा का चैकअप सिरसा और बठिंडा के डॉक्टरों को भी करवाया। डॉक्टरों की सलाह थी कि हीरा मानसिक रूप से बीमार है। उसे घर में ही रखें। हीरा की माता हरबंस कौर (65) निवासी पन्नीवाला रूलदू ने बताया कि उसके तीन बेटों में से हीरा सबसे छोटा है। उसका बड़ा बेटा कुलदीप टेलीफोन विभाग में कार्यरत था। 40 वर्ष की उम्र में उसकी मृत्यु हो गई। उसके पति कौर सिंह की मृत्यु के बाद उसकी जगह उसके मंझले बेटे सुखपाल उर्फ विजय को सिंचाई विभाग में नौकरी मिली। उसकी आशा थी कि हीरा भी पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बने। लेकिन भगवान को कुछ ओर ही मंजूर था। शारीरिक रूप से स्वस्थ होते हुए भी 18 वर्षों से अपने बेटे को जंजीरों में कैद देख रही है। वह देखने के सिवा करे तो क्या करे।
हरबंस कौर के अनुसार हीरा को सबकुछ ज्ञात है। वह भोजन, चाय आदि मांगकर लेता है। यहां तक की बीडी पीने का भी शौकीन है। अक्सर अपने भाई से बीडी लेकर अपना शौक पूरा करता है। लेकिन जंजीर खोलते ही आपे से बाहर हो जाता है और मारने को दौड़ता है। उसकी तो बस यही अंतिम इच्छा है कि उसका बेटा सामान्य हो जाए।
इस संदर्भ में सरकारी अस्पताल के एसएमओ डॉ. विनोद महिपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी उनके सामने यह मामला आया है। हीरा की पूरी मदद की जाएगी। जिला सिरसा में कोई भी मनोरोग चिकित्सक नहीं है। इसके चलते हीरा को रोहतक में भेजा जाएगा। अस्पताल की ओर से रोहतक लेजाने के लिए उसे एम्बूलैंस उपलब्ध करवाई जाएगी।
गुरदीप उर्फ हीरा भाईयों में से सबसे छोटा है। उसकी उम्र 35 वर्ष हो चुकी है। बाल्यकाल से ही हीरा किसी से कुछ नहीं कहता था। स्कूल से वापिस घर आने के बाद वह गुमसुम सा घर के एक कोने में बैठा रहता। जैसे-तैसे उसने गांव के सरकारी स्कूल से पांचवी पास की। लेकिन 6वीं में प्रवेश पाते ही उसने स्कूल जाना छोड़ दिया। जवानी में पांव रखते ही उसे न जाने क्या हुआ वह घर के सदस्यों से बदसलूकी करने लगा। इसी दौरान हीरा के पिता कौर सिंह की हृदय घात से मौत हो गई। वे सिंचाई विभाग में कार्यरत थे। पिता की मौत के बाद हीरा और तनाव में रहने लगा। वह परिवार के सदस्यों से मारपीट भी करने लगा। बिना बताए वह घर से दूर जाने लगा। सूचना मिलने पर परिवार के सदस्य उसे ढूंढकर घर वापिस लाते। हीरा का चैकअप सिरसा और बठिंडा के डॉक्टरों को भी करवाया। डॉक्टरों की सलाह थी कि हीरा मानसिक रूप से बीमार है। उसे घर में ही रखें। हीरा की माता हरबंस कौर (65) निवासी पन्नीवाला रूलदू ने बताया कि उसके तीन बेटों में से हीरा सबसे छोटा है। उसका बड़ा बेटा कुलदीप टेलीफोन विभाग में कार्यरत था। 40 वर्ष की उम्र में उसकी मृत्यु हो गई। उसके पति कौर सिंह की मृत्यु के बाद उसकी जगह उसके मंझले बेटे सुखपाल उर्फ विजय को सिंचाई विभाग में नौकरी मिली। उसकी आशा थी कि हीरा भी पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बने। लेकिन भगवान को कुछ ओर ही मंजूर था। शारीरिक रूप से स्वस्थ होते हुए भी 18 वर्षों से अपने बेटे को जंजीरों में कैद देख रही है। वह देखने के सिवा करे तो क्या करे।
हरबंस कौर के अनुसार हीरा को सबकुछ ज्ञात है। वह भोजन, चाय आदि मांगकर लेता है। यहां तक की बीडी पीने का भी शौकीन है। अक्सर अपने भाई से बीडी लेकर अपना शौक पूरा करता है। लेकिन जंजीर खोलते ही आपे से बाहर हो जाता है और मारने को दौड़ता है। उसकी तो बस यही अंतिम इच्छा है कि उसका बेटा सामान्य हो जाए।
इस संदर्भ में सरकारी अस्पताल के एसएमओ डॉ. विनोद महिपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी उनके सामने यह मामला आया है। हीरा की पूरी मदद की जाएगी। जिला सिरसा में कोई भी मनोरोग चिकित्सक नहीं है। इसके चलते हीरा को रोहतक में भेजा जाएगा। अस्पताल की ओर से रोहतक लेजाने के लिए उसे एम्बूलैंस उपलब्ध करवाई जाएगी।
29 अगस्त 2010
शादी रचाकर खाया जहर, प्रेमी की मौत
डबवाली | डबवाली के गांव बिज्जुवाली से शुक्रवार रात भागकर एक प्रेमी युगल ने रानियां के गांव सादेवाला के हनुमान मंदिर में शादी रचाई, और शनिवार सुबह 6 बजे के करीब दोनों ने सल्फास खाकर जान देने की कोशिश की। सल्फास के असर से प्रेमी की मौत हो गई और प्रेमिका सिरसा के सिविल अस्पताल में भर्ती है। उसकी हालत में सुधार है।
गांव कुस्सर में रहने वाले बलदेव सिंह का बेटा हरपाल सिंह (22) ड्राइवर है। हरपाल की बुआ जसविंद्र कौर गांव बिज्जुवाली में ब्याही हैं। इस वजह से उसका अक्सर गांव बिज्जुवाली में आना जाना लगा रहता था। बार बार के आने जाने से बुआ के पड़ोस में रहने वाले वीरचंद की पुत्री सरोज (19) और हरपाल के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इस बात की भनक युवती के परिजनों को भी थी और उन्होंेने हरपाल को समझाया भी, लेकिन वह नहीं माना। शुक्रवार रात वह गांव बिज्जुवाली आया और दोनों गांव से भाग निकले।
मंदिर में रचाई शादी
सरोज और हरपाल पहले गांव सादेवाला के हनुमान मंदिर पहुंचे जहां दोनों ने प्रेम विवाह किया। दोनों रात के मंदिर के पास बनी एक ढाणी में रुके और यहां पर हरपाल ने अपनी शादी के जश्न में शराब भी पी। सुबह करीब 6 बजे एकाएक उसने अपनी जेब से सल्फास की गोलियां निकालीं और पानी में घोल कर खुद पीया और सरोज को भी पीने को कहा। सल्फास का घोल पीते ही हरपाल ने दम तोड़ दिया और सरोज की तबीयत बिगड़ने लगी।
सुबह जब गांव सादेवाला का सरपंच सुखविंद्र ने इन दोनों को बेहोश देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस पूछताछ के दौरान होश में आई सरोज ने बताया कि हरपाल ने सल्फास की गोलियां खाईं और उसे भी पीने को कहा, लेकिन उसने थोड़ी मात्रा में पी, जबकि हरपाल पूरा घोल पी गया था। सरोज ने बताया कि उन्होंने डरते हुए शादी रचाई, क्योंकि दोनों के घरवाले खिलाफ थे और शायद इसी डर से हरपाल ने यह कदम उठाया।
गांव कुस्सर में रहने वाले बलदेव सिंह का बेटा हरपाल सिंह (22) ड्राइवर है। हरपाल की बुआ जसविंद्र कौर गांव बिज्जुवाली में ब्याही हैं। इस वजह से उसका अक्सर गांव बिज्जुवाली में आना जाना लगा रहता था। बार बार के आने जाने से बुआ के पड़ोस में रहने वाले वीरचंद की पुत्री सरोज (19) और हरपाल के बीच प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। इस बात की भनक युवती के परिजनों को भी थी और उन्होंेने हरपाल को समझाया भी, लेकिन वह नहीं माना। शुक्रवार रात वह गांव बिज्जुवाली आया और दोनों गांव से भाग निकले।
मंदिर में रचाई शादी
सरोज और हरपाल पहले गांव सादेवाला के हनुमान मंदिर पहुंचे जहां दोनों ने प्रेम विवाह किया। दोनों रात के मंदिर के पास बनी एक ढाणी में रुके और यहां पर हरपाल ने अपनी शादी के जश्न में शराब भी पी। सुबह करीब 6 बजे एकाएक उसने अपनी जेब से सल्फास की गोलियां निकालीं और पानी में घोल कर खुद पीया और सरोज को भी पीने को कहा। सल्फास का घोल पीते ही हरपाल ने दम तोड़ दिया और सरोज की तबीयत बिगड़ने लगी।
सुबह जब गांव सादेवाला का सरपंच सुखविंद्र ने इन दोनों को बेहोश देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस पूछताछ के दौरान होश में आई सरोज ने बताया कि हरपाल ने सल्फास की गोलियां खाईं और उसे भी पीने को कहा, लेकिन उसने थोड़ी मात्रा में पी, जबकि हरपाल पूरा घोल पी गया था। सरोज ने बताया कि उन्होंने डरते हुए शादी रचाई, क्योंकि दोनों के घरवाले खिलाफ थे और शायद इसी डर से हरपाल ने यह कदम उठाया।
26 अगस्त 2010
दादी की हत्या करने वाला पोता धरा
बठिंडा (सिंगला/शर्मा) बाबा दीप सिंह नगर गली नं. 9 में 23—24 अगस्त की मध्यरात्रि को गुरप्रीत सिंह गोपी ने अपनी दादी का गला घोंटकर कत्ल कर दिया था वहीं कैनाल कॉलोनी पुलिस ने उक्त मामले में मृतका की लड़की नसीब कौर के बयानों पर गुरप्रीत सिंह गोपी तथा उसके दोस्त गोबिंद सिंह के खिलाफ अधीन धारा 302, 34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया था और मात्र 24 घंटे में ही पुलिस ने गुरप्रीत सिंह गोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर ली।
आज पत्रकार वार्ता दौरान डीएसपी(एच) शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह के पिता दर्शन सिंह भी रोड एक्सीडैंट में मौत हो गई थी वहीं उसकी मां घर परिवार छोड़कर जालंधर चली गई थी इस कारण गुरप्रीत को माता-पिता का प्यार नसीब नहीं हुआ जिसको उसकी दादी सुरजीत कौर ने पाल पोसकर बड़ा किया था पर गुरप्रीत के नशे के आदी होने के कारण तथा मोगा की रहने वाली दो बच्चों की मां के साथ उसके अवैध संबंधों के कारण उसको सुरजीत कौर ने घर से निकाल दिया था। उन्होंने बताया कि सुरजीत कौर को गुरप्रीत के पिता की दुर्घटना में मौत होने के कारण करीब 4.5 लाख रूपये भी मिले थे पर गुरप्रीत को इसमें से कोई हिस्सा नहीं मिला इस कारण गुरप्रीत एक तो प्यार न मिलने के कारण चिड़चिड़ा हो गया था तथा दूसरी तरफ उसको पैसों का लालच भी आ गया था जिस कारण उसने अपनी दादी का कत्ल कर दिया था जिसको आज सुबह डबवाली रोड से गिरफ्तार कर लिया है जिससे उसकी दादी के गहने भी बरामद कर लिये हैं तथा उसको आज मानयोग अदालत में पेश किया जाना है वहीं बाकी रहते मामलों की जांच की जा रही है कि गोबिंद सिंह तथा गुरप्रीत की माशूका का इस कत्ल में कुछ रोल है या नहीं। इस मौके डीएसपी के साथ एसएचओ कैनाल कॉलोनी यूसी चावला, वर्धमान चौंकी इंचार्ज अंग्रेज सिंह भी उपस्थित थे।
आज पत्रकार वार्ता दौरान डीएसपी(एच) शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गुरप्रीत सिंह के पिता दर्शन सिंह भी रोड एक्सीडैंट में मौत हो गई थी वहीं उसकी मां घर परिवार छोड़कर जालंधर चली गई थी इस कारण गुरप्रीत को माता-पिता का प्यार नसीब नहीं हुआ जिसको उसकी दादी सुरजीत कौर ने पाल पोसकर बड़ा किया था पर गुरप्रीत के नशे के आदी होने के कारण तथा मोगा की रहने वाली दो बच्चों की मां के साथ उसके अवैध संबंधों के कारण उसको सुरजीत कौर ने घर से निकाल दिया था। उन्होंने बताया कि सुरजीत कौर को गुरप्रीत के पिता की दुर्घटना में मौत होने के कारण करीब 4.5 लाख रूपये भी मिले थे पर गुरप्रीत को इसमें से कोई हिस्सा नहीं मिला इस कारण गुरप्रीत एक तो प्यार न मिलने के कारण चिड़चिड़ा हो गया था तथा दूसरी तरफ उसको पैसों का लालच भी आ गया था जिस कारण उसने अपनी दादी का कत्ल कर दिया था जिसको आज सुबह डबवाली रोड से गिरफ्तार कर लिया है जिससे उसकी दादी के गहने भी बरामद कर लिये हैं तथा उसको आज मानयोग अदालत में पेश किया जाना है वहीं बाकी रहते मामलों की जांच की जा रही है कि गोबिंद सिंह तथा गुरप्रीत की माशूका का इस कत्ल में कुछ रोल है या नहीं। इस मौके डीएसपी के साथ एसएचओ कैनाल कॉलोनी यूसी चावला, वर्धमान चौंकी इंचार्ज अंग्रेज सिंह भी उपस्थित थे।
पीआरटीसी पेंशनरों ने डिपो एमडी की अर्थी फूंकी
बठिंडा (सिंगला/शर्मा) लंबे समय से लटकती आ रही मांगों को लेकर पीआरटीसी पैंशनरों ने बुधवार को बठिंडा बस स्टैंड के आगे पीआरटीसी के एमडी की अर्थी फूंकी।
इस मौके पर किये गये रोष धरने को संबोधित कर रहे पीआरटीसी पैंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप सिंह ने बताया कि एसोसिएशन की मांगों के संबंध में 9 अगस्त को पटियाला में एमडी के मुख्य कार्यालय पटियाला में पीआरटीसी के पैंशनरों की मीटिंग थी। जिसमें एमडी पैंशनरों की मांगों को सुने बिना ही वहां से उठकर चले गए। इसी बात को लेकर पैंशनरों में एमडी के खिलाफ काफी रोष पाया जा रहा है। इसी संदर्भ में सभी पीआरटीसी के डिपुओं के सामने एमडी की अर्थी फूंककर रोष प्रदर्शनों को किया गया। रोष प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रीतम सिंह बराड़ व महासचिव कुलदीप सिंह लांबा ने यूनियन वर्करों की मांगों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि पैंशनरों की काफी लंबे समय से डीऐ की किस्तों का भुगतान न होना, आठ प्रतिशत डीऐ की किशत जुलाई 2010 से ना देना, पांचवें पे कमीशन का बढ़ा हुआ बकाया सभी पैंशनरों को न देना, सेवा मुक्त हुए पैंशनरों के बकाया लंबे समय से अदा ना करना। फैमली पासों में सोध न करना, मेडिकल बिलों का भुगतान पंजाब सरकार के आदेशों के अनुसार न करना आदि शामिल है। गुरबचन सिंह जस्सी प्रधान ने मैनेजमेंंट व पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा न किया गया तो इसके विरोध में यूनियन के सदस्य अपने संघर्ष को ओर तेज करेंगे।
इस मौके पर किये गये रोष धरने को संबोधित कर रहे पीआरटीसी पैंशनर्स एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप सिंह ने बताया कि एसोसिएशन की मांगों के संबंध में 9 अगस्त को पटियाला में एमडी के मुख्य कार्यालय पटियाला में पीआरटीसी के पैंशनरों की मीटिंग थी। जिसमें एमडी पैंशनरों की मांगों को सुने बिना ही वहां से उठकर चले गए। इसी बात को लेकर पैंशनरों में एमडी के खिलाफ काफी रोष पाया जा रहा है। इसी संदर्भ में सभी पीआरटीसी के डिपुओं के सामने एमडी की अर्थी फूंककर रोष प्रदर्शनों को किया गया। रोष प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रीतम सिंह बराड़ व महासचिव कुलदीप सिंह लांबा ने यूनियन वर्करों की मांगों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि पैंशनरों की काफी लंबे समय से डीऐ की किस्तों का भुगतान न होना, आठ प्रतिशत डीऐ की किशत जुलाई 2010 से ना देना, पांचवें पे कमीशन का बढ़ा हुआ बकाया सभी पैंशनरों को न देना, सेवा मुक्त हुए पैंशनरों के बकाया लंबे समय से अदा ना करना। फैमली पासों में सोध न करना, मेडिकल बिलों का भुगतान पंजाब सरकार के आदेशों के अनुसार न करना आदि शामिल है। गुरबचन सिंह जस्सी प्रधान ने मैनेजमेंंट व पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा न किया गया तो इसके विरोध में यूनियन के सदस्य अपने संघर्ष को ओर तेज करेंगे।
25 अगस्त 2010
तस्करों और पुलिस कर्मियों में झड़प, एक तस्कर दबोचा
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने पंजाब में सप्लाई होने जा रहे हजारों रूपए कीमत के अफीम दूध की एक बड़ी खेप पकडऩे में सफलता हासिल की है। तस्करों ने पुलिस के साथ हाथापाई भी की। इस दौरान एक तस्कर भागने में सफल रहा। जबकि एक दबोचा गया।
थाना शहर डबवाली के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि उनके नेतृत्व में एसआई भागीरथ तथा एएसआई सूबे सिंह यादव सहित पुलिस पार्टी ने गांव शेरगढ से बडिंगखेडा (पंजाब) जाने वाले कच्चे मार्ग पर नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान गांव शेरगढ की तरफ से डिस्कवर बाईक पर सवार दो युवक आए। युवकों को पुलिस ने जैसे ही रूकने का इशारा किया तो उन्होने मौके से फरार होने का प्रयास किया। इसी बीच उनकी पुलिस पार्टी के साथ झड़प भी हुई। इस दौरान एक युवक भाग निकला। परंतु उनमें से एक बाईक सहित पुलिस के हत्थे चढ़ गया। शक के आधार पर पुलिस ने जब युवक की तलाशी ली तो उसके पास से अफीम दूध बरामद हुई, जिसका वजन एक किलो पांच सौ ग्राम था।
थाना प्रभारी ने बताया कि उक्त आरोपियों ने पुलिस की सरकारी डयूटी में बाधा डालने का प्रयास भी किया तथा पुलिस कर्मियों से दुव्र्यवहार किया। दोनो आरोपियों के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं 332, 353, 186 के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान कृष्ण (28) पुत्र भागीरथ निवासी शेरगढ के रूप में हुई है। जबकि फरार हुए युवक की पहचान बिंद्र (35) पुत्र गुरचरण निवासी शेरगढ के रूप में हुई है। थाना शहर प्रभारी के अनुसार बाईक को बिंद्र चला रहा था। पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उन्होंने इस खेप को पंजाब के जिला मुक्तसर के गांवों में सप्लाई करना था। पकड़े गए अफीम दूध की कीमत करीब डेढ़ लाख रूपए आंकी जा रही है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
थाना शहर डबवाली के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि उनके नेतृत्व में एसआई भागीरथ तथा एएसआई सूबे सिंह यादव सहित पुलिस पार्टी ने गांव शेरगढ से बडिंगखेडा (पंजाब) जाने वाले कच्चे मार्ग पर नाकाबंदी की हुई थी। इसी दौरान गांव शेरगढ की तरफ से डिस्कवर बाईक पर सवार दो युवक आए। युवकों को पुलिस ने जैसे ही रूकने का इशारा किया तो उन्होने मौके से फरार होने का प्रयास किया। इसी बीच उनकी पुलिस पार्टी के साथ झड़प भी हुई। इस दौरान एक युवक भाग निकला। परंतु उनमें से एक बाईक सहित पुलिस के हत्थे चढ़ गया। शक के आधार पर पुलिस ने जब युवक की तलाशी ली तो उसके पास से अफीम दूध बरामद हुई, जिसका वजन एक किलो पांच सौ ग्राम था।
थाना प्रभारी ने बताया कि उक्त आरोपियों ने पुलिस की सरकारी डयूटी में बाधा डालने का प्रयास भी किया तथा पुलिस कर्मियों से दुव्र्यवहार किया। दोनो आरोपियों के खिलाफ मादक पदार्थ अधिनियम तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने की धाराओं 332, 353, 186 के तहत अभियोग दर्ज किया गया है। गिरफ्तार किए गए युवक की पहचान कृष्ण (28) पुत्र भागीरथ निवासी शेरगढ के रूप में हुई है। जबकि फरार हुए युवक की पहचान बिंद्र (35) पुत्र गुरचरण निवासी शेरगढ के रूप में हुई है। थाना शहर प्रभारी के अनुसार बाईक को बिंद्र चला रहा था। पकड़े गए आरोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उन्होंने इस खेप को पंजाब के जिला मुक्तसर के गांवों में सप्लाई करना था। पकड़े गए अफीम दूध की कीमत करीब डेढ़ लाख रूपए आंकी जा रही है। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
ईंट भट्ठों में गूंजेगा क,ख,ग
चण्डीगढ़। हरियाणा में ईंट-भट्ठों में कार्य करने वाले लोगों के बच्चों को बेहतर गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने, मिड-डे-मील योजना को और प्रभावी बनाने तथा संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने एक कलस्टर रूट अपनाने और प्रतिष्ठिïत एवं विश्वसनीय स्वैच्छिक एजेंसियों को वैकल्पिक अनूठे शिक्षा केन्द्र, जोकि 'भट्ठपाठशालाÓ के नाम से प्रसिद्घ हैं, स्थापित करने एवं संचालिक करने का कार्य सौंपने का निर्णय लिया है।
प्रदेश मेंं ईंट-भ_ïों पर कार्य परिस्थितियों को सुधारने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करने के लिए हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी की अध्यक्षता में आज यहां हुई एक बैठक में यह जानकारी दी गई। ईंट-भ_ïा मौसम आमतौर पर वर्ष में अक्तूबर मास से शुरू होकर मई मास तक चलता है।
श्रीमती गुलाटी ने निर्देश किए कि ईंट-भट्ठा मौसम शुरू होने से पहले सभी आरम्भिक कार्य शुरू कर दिए जाएं ताकि ईंट-भ_ïों में कार्य करने वाले श्रमिकों की समस्याओं को कम किया जा सके। प्रदेश के ईंट-भ_ïों में कार्य करने वाले श्रमिकों के लिए सम्बन्धित प्राधिकरणोंं एवं विभागों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं, उनके बच्चों के लिए शिक्षा तथा आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता का प्रावधान करने के अलावा उनका मेहनताना भी सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि प्रत्येक र्इंट-भ_ïे पर श्रमिकों के लिए उसी प्रकार स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जाएं, जैसेकि पहले मोबाईल वैनस की मदद से चिकित्सा अधिकारियों तथा सहायक स्टाफ द्वारा ईंट-भ_ïों का दौरा करके उपलब्ध करवाई जाती रही हैं।
बैठक में बताया गया कि एक योजना बनाई गई है जिसके तहत जिला में ईंट-भ_ïों के समूह के लिए एक स्थल पर भ_ïा पाठशाला खोली जाएगी ताकि श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके। इस कार्य के लिए पात्र स्वैछिक एजेंसियों से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इस कार्य के लिए एजेंसियों को सूचीबद्घ करने की प्रक्रिया समाप्त होने के उपरांत अक्तूबर एवं नवम्बर में बच्चों के दाखिले किए जाएंगे। भ_ïा पाठशाला अब एक दिन में चार घण्टों के बजाए छ: घण्टों के लिए चलाई जाएंगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि सर्वशिक्षा अभियान की वैकल्पिक अनूठी शिक्षा योजना को और आगे बढ़ा दिया गया है ताकि ईंट भ_ïा परिसरों में अपने माता-पिता के साथ रहने वाले छ: से 14 वर्ष की आयु वर्ग के सभी मौसमी प्रवासी बच्चों को इस योजना का लाभ उपलब्ध करवाया जा सके। भ_ïा पाठशालाओं में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शिक्षण एवं अध्ययन सामग्री, उपकरण तथा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती हैं। सतही वास्तविकताओं के आधार पर ही कलस्टर पद्घति निर्धारित की गई है। प्रदेश में हजारों ईंट-भ_ïे हैं और उनमें से अधिकतर में स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या बहुत कम है। प्रत्येक ईंट-भ_ïे पर स्कूल स्थापित करना न तो सम्भव है और न ही उचित, इसलिए सभी बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए निकटवर्ती ईंट-भ_ïों का एक समूह बनाकर एक सुविधाजनक स्थल पर भ_ïा पाठशाला स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसा किए जाने से इन पाठशालाओं का परिविक्षण करना सरल होगा और साथ ही संसाधनों का उचित उपयोग और शिक्षा एवं उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता को सुधारने में भी मदद मिलेगी। कलस्टरस, जहां भ_ïा पाठशालाएं स्थापित की जानी हैं, की सूची पहले ही तैयार की जा चुकी है।
भ_ïा पाठशालाओं में बच्चों को मिड-डे-मिल उपलब्ध करवाने की प्रणाली को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है। गैर सरकारी संगठनों की मदद से उन्हें गर्म एवं ताजा तैयार पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे, जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा राशन की आपूर्ति की जाएगी। बेहतर विकल्प उपलब्ध न होने की स्थिति में निकटवर्ती सरकारी स्कूल, जहां रसोइयों द्वारा बच्चों के लिए भोजन तैयार किया जाता है, से इस कार्य में मदद ली जाएगी। बहरहाल, बच्चों को ताजा एवं पौष्टिïक भोजन उपलब्ध करवाया जाना सुनिश्चित करने के लिए सम्बन्धित अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा भ_ïा पाठशालाओं का दौरा किया जाएगा।
वर्ष 2009-10 के दौरान ईंट-भ_ïों में पात्र बच्चों का सर्वेक्षण करवाने के उपरांत विभिन्न जिलों में 681 भ_ïा पाठशालाएं स्थापित की गई और उनमें लगभग 17000 प्रवासी बच्चों को दाखिला दिया गया। इन 681 भ_ïा पाठशालाओं में से अधिकतम 50 अम्बाला जिला में, 21 भिवानी में, 42 फरीदाबाद में, 35-35 फतेहाबाद एवं जींद में, आठ गुडग़ांव में, 46 हिसार में, 25 झज्जर में, 21 कैथल में, नौ करनाल में, 40 कुरूक्षेत्र में, 30-30 महेन्द्रगढ़ एवं मेवात में, 39 पलवल में, 45 पानीपत में, 29 पंचकूला में, 40 रोहतक में, 33 रेवाड़ी में, 24 सिरसा में, 47 सोनीपत में और 32 यमुनानगर में स्थापित की गईं।
बैठक में बताया गया कि ईंट भटï्ठों पर कार्य करने के लिए आने के बाद श्रमिकों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड जारी किए जाएंगे, ताकि उन्हें सस्ते मूल्यों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाई जा सकें। सम्बन्धित जिला प्रशासन के वरिष्ठï अधिकारियों द्वारा अपने क्षेत्रों के ईंट-भ_ïों का दौरा करके श्रमिकों का उचित मेहनताना भी सुनिश्चित किया जाएगा। श्रम विभाग के कर्मचारियों द्वारा श्रमिकों के उचित मेहनताने के साथ-साथ उनका बीमा भी सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रदेश मेंं ईंट-भ_ïों पर कार्य परिस्थितियों को सुधारने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करने के लिए हरियाणा की मुख्य सचिव श्रीमती उर्वशी गुलाटी की अध्यक्षता में आज यहां हुई एक बैठक में यह जानकारी दी गई। ईंट-भ_ïा मौसम आमतौर पर वर्ष में अक्तूबर मास से शुरू होकर मई मास तक चलता है।
श्रीमती गुलाटी ने निर्देश किए कि ईंट-भट्ठा मौसम शुरू होने से पहले सभी आरम्भिक कार्य शुरू कर दिए जाएं ताकि ईंट-भ_ïों में कार्य करने वाले श्रमिकों की समस्याओं को कम किया जा सके। प्रदेश के ईंट-भ_ïों में कार्य करने वाले श्रमिकों के लिए सम्बन्धित प्राधिकरणोंं एवं विभागों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं, उनके बच्चों के लिए शिक्षा तथा आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता का प्रावधान करने के अलावा उनका मेहनताना भी सुनिश्चित किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि प्रत्येक र्इंट-भ_ïे पर श्रमिकों के लिए उसी प्रकार स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित की जाएं, जैसेकि पहले मोबाईल वैनस की मदद से चिकित्सा अधिकारियों तथा सहायक स्टाफ द्वारा ईंट-भ_ïों का दौरा करके उपलब्ध करवाई जाती रही हैं।
बैठक में बताया गया कि एक योजना बनाई गई है जिसके तहत जिला में ईंट-भ_ïों के समूह के लिए एक स्थल पर भ_ïा पाठशाला खोली जाएगी ताकि श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा उपलब्ध करवाई जा सके। इस कार्य के लिए पात्र स्वैछिक एजेंसियों से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। इस कार्य के लिए एजेंसियों को सूचीबद्घ करने की प्रक्रिया समाप्त होने के उपरांत अक्तूबर एवं नवम्बर में बच्चों के दाखिले किए जाएंगे। भ_ïा पाठशाला अब एक दिन में चार घण्टों के बजाए छ: घण्टों के लिए चलाई जाएंगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि सर्वशिक्षा अभियान की वैकल्पिक अनूठी शिक्षा योजना को और आगे बढ़ा दिया गया है ताकि ईंट भ_ïा परिसरों में अपने माता-पिता के साथ रहने वाले छ: से 14 वर्ष की आयु वर्ग के सभी मौसमी प्रवासी बच्चों को इस योजना का लाभ उपलब्ध करवाया जा सके। भ_ïा पाठशालाओं में बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ शिक्षण एवं अध्ययन सामग्री, उपकरण तथा अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती हैं। सतही वास्तविकताओं के आधार पर ही कलस्टर पद्घति निर्धारित की गई है। प्रदेश में हजारों ईंट-भ_ïे हैं और उनमें से अधिकतर में स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या बहुत कम है। प्रत्येक ईंट-भ_ïे पर स्कूल स्थापित करना न तो सम्भव है और न ही उचित, इसलिए सभी बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए निकटवर्ती ईंट-भ_ïों का एक समूह बनाकर एक सुविधाजनक स्थल पर भ_ïा पाठशाला स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। ऐसा किए जाने से इन पाठशालाओं का परिविक्षण करना सरल होगा और साथ ही संसाधनों का उचित उपयोग और शिक्षा एवं उपलब्ध सुविधाओं की गुणवत्ता को सुधारने में भी मदद मिलेगी। कलस्टरस, जहां भ_ïा पाठशालाएं स्थापित की जानी हैं, की सूची पहले ही तैयार की जा चुकी है।
भ_ïा पाठशालाओं में बच्चों को मिड-डे-मिल उपलब्ध करवाने की प्रणाली को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है। गैर सरकारी संगठनों की मदद से उन्हें गर्म एवं ताजा तैयार पौष्टिक भोजन उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे, जिसके लिए जिला प्रशासन द्वारा राशन की आपूर्ति की जाएगी। बेहतर विकल्प उपलब्ध न होने की स्थिति में निकटवर्ती सरकारी स्कूल, जहां रसोइयों द्वारा बच्चों के लिए भोजन तैयार किया जाता है, से इस कार्य में मदद ली जाएगी। बहरहाल, बच्चों को ताजा एवं पौष्टिïक भोजन उपलब्ध करवाया जाना सुनिश्चित करने के लिए सम्बन्धित अतिरिक्त उपायुक्त द्वारा भ_ïा पाठशालाओं का दौरा किया जाएगा।
वर्ष 2009-10 के दौरान ईंट-भ_ïों में पात्र बच्चों का सर्वेक्षण करवाने के उपरांत विभिन्न जिलों में 681 भ_ïा पाठशालाएं स्थापित की गई और उनमें लगभग 17000 प्रवासी बच्चों को दाखिला दिया गया। इन 681 भ_ïा पाठशालाओं में से अधिकतम 50 अम्बाला जिला में, 21 भिवानी में, 42 फरीदाबाद में, 35-35 फतेहाबाद एवं जींद में, आठ गुडग़ांव में, 46 हिसार में, 25 झज्जर में, 21 कैथल में, नौ करनाल में, 40 कुरूक्षेत्र में, 30-30 महेन्द्रगढ़ एवं मेवात में, 39 पलवल में, 45 पानीपत में, 29 पंचकूला में, 40 रोहतक में, 33 रेवाड़ी में, 24 सिरसा में, 47 सोनीपत में और 32 यमुनानगर में स्थापित की गईं।
बैठक में बताया गया कि ईंट भटï्ठों पर कार्य करने के लिए आने के बाद श्रमिकों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा राशन कार्ड जारी किए जाएंगे, ताकि उन्हें सस्ते मूल्यों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाई जा सकें। सम्बन्धित जिला प्रशासन के वरिष्ठï अधिकारियों द्वारा अपने क्षेत्रों के ईंट-भ_ïों का दौरा करके श्रमिकों का उचित मेहनताना भी सुनिश्चित किया जाएगा। श्रम विभाग के कर्मचारियों द्वारा श्रमिकों के उचित मेहनताने के साथ-साथ उनका बीमा भी सुनिश्चित किया जाएगा।
राजस्व कोर्ट केस के निपटान की समीक्षा का निर्णय
चण्डीगढ़। हरियाणा सरकार ने ऑनलाइन वैब आधारित राजस्व कोर्ट केस परिवीक्षण प्रणाली के माध्यम से सभी जिलों में राजस्व कोर्ट केस के निपटान की प्रगति की समीक्षा करने का निर्णय है।
इस संबंध में आज यहां राजस्व विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्री नरेश गुलाटी ने सभी मंडलायुक्तों एवं उपायुक्तों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मामलों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। कान्फ्रेंस के दौरान यह निर्णय लिया गया कि पुराने मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। यदि किसी एक अधिकारी के अधीन अधिक मामले हैं, तो जिला उपायुक्तों को उपलब्ध अधिकारियों में मामलों को बांट कर कार्यभार को कम करना चाहिए। सभी उपायुक्तों को न्यायालय मामलों की जानकारी आगामी एक माह के अन्दर-अन्दर सॉफवेयर पर डालने के निर्देश दिये गये। सभी मंडलायुक्तों को नियमित आधार पर मामलों की स्थिति की समीक्षा करने तथा जहां आवश्यक हो उपचारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।
कान्फ्रेंस के दौरान इस बात की जानकारी दी गई कि हाल ही में बाढ़ के कारण खराब हुई खरीफ-2010 की फसलों के लिए सरकार द्वारा अतिशीघ्र राहत राशि जारी की जाएगी। प्रभावित किसानों को राहत राशि वितरित करने के लिए उपायुक्तों को तहसील अनुसार वितरण कार्यक्रम बनाने के लिए कहा गया है और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये गये हंै।
प्रदेश में सार्वजनिक भूमि पर धार्मिक संस्थाओं द्वारा किये गये अनाधिकृत निर्माण को हटाने, अन्य स्थान स्थापित करने और नियमित करने की नीति के क्रियान्वयन की स्थिति पर विचार विमर्श करते हुए कुछ उपायुक्तों ने बताया कि उन्होंने ढांचे हटाने के लिए जैसा सम्भव हुआ है। कार्यवाही की है और वे नीति के अनुसार इन्हें अन्य स्थानों पर स्थापित करने और नियमित करने के लिए कार्यवाही कर रहे हैं। वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव, राजस्व उपायुक्तों द्वारा नीति मार्गदर्शन का अनुसरण करके कानून के अनुसार आवश्यक कार्यवाही किये जाने से प्रभावित हुए।
कान्फं्रेस के दौरान हरियाणा भूमि सुधार सूचना प्रणाली (हैलरिस), हरियाणा पंजीकरण सूचना प्रणाली (हैरिस), रैवन्यू मामलों की स्थिति तथा कोर्ट केस मोनिटरिंग सिस्टम के क्रियान्वयन तथा प्राकृतिक आपदाओं के लिए राहत वितरण की समीक्षा पर भी चर्चा की गई।
हरियाणा सरकार द्वारा तहसीलों में भूमि रिकॉर्ड के कम्प्यूटरीकरण के लिए विजुअल बैसिक सर्वर बेसड सॉफ्टवेयर सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर एनआईसी हरियाणा राज्य इकाई द्वारा विकसित किया गया है और सभी उपायुक्तों दिसम्बर, 2010 तक सभी जमाबंदी ऑनलाइन करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त, वर्तमान ऑनलाइन जमाबंदियों का नियमित रूप से अद्यतन करने पर भी बल दिया गया। इसके अतिरिक्त हरियाणा पंजीकरण सूचना प्रणाली भी एनआईसी हरियाणा द्वारा विकसित की गई है। इस प्रणाली का उद्देश्य एकल खिड़की सेवा प्रदान करना, समयबद्घ पंजीकरण, पारदर्शी और विश्वसनीय कार्य प्रणाली सुनिश्चित करना है। यह पंजीकरण से सृजित राजस्व के परिवीक्षण का एक औजार है।
इस संबंध में आज यहां राजस्व विभाग के वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव श्री नरेश गुलाटी ने सभी मंडलायुक्तों एवं उपायुक्तों के साथ वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से मामलों की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। कान्फ्रेंस के दौरान यह निर्णय लिया गया कि पुराने मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए। यदि किसी एक अधिकारी के अधीन अधिक मामले हैं, तो जिला उपायुक्तों को उपलब्ध अधिकारियों में मामलों को बांट कर कार्यभार को कम करना चाहिए। सभी उपायुक्तों को न्यायालय मामलों की जानकारी आगामी एक माह के अन्दर-अन्दर सॉफवेयर पर डालने के निर्देश दिये गये। सभी मंडलायुक्तों को नियमित आधार पर मामलों की स्थिति की समीक्षा करने तथा जहां आवश्यक हो उपचारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।
कान्फ्रेंस के दौरान इस बात की जानकारी दी गई कि हाल ही में बाढ़ के कारण खराब हुई खरीफ-2010 की फसलों के लिए सरकार द्वारा अतिशीघ्र राहत राशि जारी की जाएगी। प्रभावित किसानों को राहत राशि वितरित करने के लिए उपायुक्तों को तहसील अनुसार वितरण कार्यक्रम बनाने के लिए कहा गया है और इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये गये हंै।
प्रदेश में सार्वजनिक भूमि पर धार्मिक संस्थाओं द्वारा किये गये अनाधिकृत निर्माण को हटाने, अन्य स्थान स्थापित करने और नियमित करने की नीति के क्रियान्वयन की स्थिति पर विचार विमर्श करते हुए कुछ उपायुक्तों ने बताया कि उन्होंने ढांचे हटाने के लिए जैसा सम्भव हुआ है। कार्यवाही की है और वे नीति के अनुसार इन्हें अन्य स्थानों पर स्थापित करने और नियमित करने के लिए कार्यवाही कर रहे हैं। वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव, राजस्व उपायुक्तों द्वारा नीति मार्गदर्शन का अनुसरण करके कानून के अनुसार आवश्यक कार्यवाही किये जाने से प्रभावित हुए।
कान्फं्रेस के दौरान हरियाणा भूमि सुधार सूचना प्रणाली (हैलरिस), हरियाणा पंजीकरण सूचना प्रणाली (हैरिस), रैवन्यू मामलों की स्थिति तथा कोर्ट केस मोनिटरिंग सिस्टम के क्रियान्वयन तथा प्राकृतिक आपदाओं के लिए राहत वितरण की समीक्षा पर भी चर्चा की गई।
हरियाणा सरकार द्वारा तहसीलों में भूमि रिकॉर्ड के कम्प्यूटरीकरण के लिए विजुअल बैसिक सर्वर बेसड सॉफ्टवेयर सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है। यह सॉफ्टवेयर एनआईसी हरियाणा राज्य इकाई द्वारा विकसित किया गया है और सभी उपायुक्तों दिसम्बर, 2010 तक सभी जमाबंदी ऑनलाइन करने के निर्देश दिये गये हैं। इसके अतिरिक्त, वर्तमान ऑनलाइन जमाबंदियों का नियमित रूप से अद्यतन करने पर भी बल दिया गया। इसके अतिरिक्त हरियाणा पंजीकरण सूचना प्रणाली भी एनआईसी हरियाणा द्वारा विकसित की गई है। इस प्रणाली का उद्देश्य एकल खिड़की सेवा प्रदान करना, समयबद्घ पंजीकरण, पारदर्शी और विश्वसनीय कार्य प्रणाली सुनिश्चित करना है। यह पंजीकरण से सृजित राजस्व के परिवीक्षण का एक औजार है।
माता-पिता के साथ नहीं, मैं तो प्रेमी संग जाऊंगी
डबवाली (लहू की लौ) गांव पाना से सोमवार रात को रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हुई 20 वर्षीय युवती को गांव मांगेआना के खेतों से पुलिस ने बरामद करके अदालत में पेश किया और अदालत ने उसे नारी निकेतन भेजने के आदेश दिये।
थाना सदर के कार्यकारी प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि गांव पाना के मिट्ठू सिंह की बेटी भूपिन्द्र कौर (20) सोमवार की रात को लगभग 12 बजे घर से गायब हो गई। लेकिन मंगलवार सुबह गांव मांगेआना के भूपिन्द्र सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के खेतों में संदिग्ध अवस्था में एक लड़की घूम रही है। इसी आधार पर पुलिस ने मौका पर पहुंच कर लड़की को बरामद कर लिया। लड़की ने अपना नाम भूपिन्द्र कौर पुत्री मि_ू सिंह निवासी पाना बताया। जिसकी सूचना लड़की के माता-पिता को दी गई। इधर लड़की ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मर्जी से अपने ही गांव के अवतार सिंह के साथ आई थी और वह उसी के साथ रहना चाहती है। ब्यानों के आधार पर पुलिस ने लड़की को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने 164 सीआरपीसी के तहत लड़की के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद लड़की को नारी निकेतन करनाल भेजने के आदेश दिये। इस मौके पर उपस्थित भूपिन्द्र कौर की माता जसविन्द्र कौर (45) पत्नी मिट्ठू सिंह ने बताया कि उसकी लड़की पिछले दो वर्ष से मानसिक रूप से परेशान है और उसे अक्सर मिर्गी के दौरे पड़ते हैं और अक्सर वह दौरे के बाद अपनी सुधबुध खो बैठती है।
थाना सदर के कार्यकारी प्रभारी एसआई रतन सिंह ने बताया कि गांव पाना के मिट्ठू सिंह की बेटी भूपिन्द्र कौर (20) सोमवार की रात को लगभग 12 बजे घर से गायब हो गई। लेकिन मंगलवार सुबह गांव मांगेआना के भूपिन्द्र सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि गांव के खेतों में संदिग्ध अवस्था में एक लड़की घूम रही है। इसी आधार पर पुलिस ने मौका पर पहुंच कर लड़की को बरामद कर लिया। लड़की ने अपना नाम भूपिन्द्र कौर पुत्री मि_ू सिंह निवासी पाना बताया। जिसकी सूचना लड़की के माता-पिता को दी गई। इधर लड़की ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मर्जी से अपने ही गांव के अवतार सिंह के साथ आई थी और वह उसी के साथ रहना चाहती है। ब्यानों के आधार पर पुलिस ने लड़की को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया और अदालत ने 164 सीआरपीसी के तहत लड़की के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद लड़की को नारी निकेतन करनाल भेजने के आदेश दिये। इस मौके पर उपस्थित भूपिन्द्र कौर की माता जसविन्द्र कौर (45) पत्नी मिट्ठू सिंह ने बताया कि उसकी लड़की पिछले दो वर्ष से मानसिक रूप से परेशान है और उसे अक्सर मिर्गी के दौरे पड़ते हैं और अक्सर वह दौरे के बाद अपनी सुधबुध खो बैठती है।
दो बाईक चोर काबू, जेल भेजे
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने बाईक चोर गिरोह के दो सदस्यों को काबू करने में सफलता अर्जित की है। जबकि गिरोह का सरगना पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा ने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि बाईक चोर गिरोह के तीन सदस्य डबवाली में घूम रहे हैं। उनके पास चोरी का एक बाईक भी है। वे यहां ग्राहक की तालाश में हैं। मौका पर दबिश दी जाए तो उन्हें पकड़ा जा सकता है। उन्होंने हवलदार खेता राम के नेतृत्व में एक टीम गठित करके मौका पर भेजा।
थाना प्रभारी के अनुसार टीम ने 22 अगस्त को डॉ. गुलाटी अस्पताल वाली रोड़ पर दबिश दी तो चोरी के बाईक सहित एक युवक को काबू कर लिया। जबकि उसके दो अन्य साथी पुलिस को देखकर भाग निकले। पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान जसकरण उर्फ जस्सा (23) निवासी क्खांवाली (पंजाब) के रूप में करवाई। आरोपी को अदालत में पेश किया गया। यहां से उसका एक दिन का रिमांड प्राप्त हुआ। आरोपी जसकरण सिंह को निशानदेही के लिए मलोट रोड़ की ओर लेजाया जा रहा था। इसी दौरान रेलवे फाटक के नजदीक उसने अपने एक अन्य साथी को देख लिया। जिसे पुलिस ने दबोच लिया। पकड़े गए दूसरे आरोपी ने अपनी पहचान प्रविन्द्र सिंह (19) निवासी क्खांवाली के रूप में करवाई। एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि गिरोह के मुखिया की पहचान कुलविंद्र सिंह (26) निवासी क्खांवाली के रूप में हुई है। वह बाईक चोरी में पकड़े गए जसकरण का बड़ा भाई है। पुलिस आरोपी की तालाश कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि बरामद हुआ मोटरसाईकिल गांव डबवाली के राजदीप सिंह बराड़ का है। आरोपी बीती 4 अगस्त को इसे कलोनी रोड़ से चुरा ले गए थे। पकड़े गए दोनों आरोपियों को मंगलवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए।
थाना प्रभारी के अनुसार टीम ने 22 अगस्त को डॉ. गुलाटी अस्पताल वाली रोड़ पर दबिश दी तो चोरी के बाईक सहित एक युवक को काबू कर लिया। जबकि उसके दो अन्य साथी पुलिस को देखकर भाग निकले। पकड़े गए युवक ने अपनी पहचान जसकरण उर्फ जस्सा (23) निवासी क्खांवाली (पंजाब) के रूप में करवाई। आरोपी को अदालत में पेश किया गया। यहां से उसका एक दिन का रिमांड प्राप्त हुआ। आरोपी जसकरण सिंह को निशानदेही के लिए मलोट रोड़ की ओर लेजाया जा रहा था। इसी दौरान रेलवे फाटक के नजदीक उसने अपने एक अन्य साथी को देख लिया। जिसे पुलिस ने दबोच लिया। पकड़े गए दूसरे आरोपी ने अपनी पहचान प्रविन्द्र सिंह (19) निवासी क्खांवाली के रूप में करवाई। एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि गिरोह के मुखिया की पहचान कुलविंद्र सिंह (26) निवासी क्खांवाली के रूप में हुई है। वह बाईक चोरी में पकड़े गए जसकरण का बड़ा भाई है। पुलिस आरोपी की तालाश कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि बरामद हुआ मोटरसाईकिल गांव डबवाली के राजदीप सिंह बराड़ का है। आरोपी बीती 4 अगस्त को इसे कलोनी रोड़ से चुरा ले गए थे। पकड़े गए दोनों आरोपियों को मंगलवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए।
नोट छीन भागी युवती
डबवाली (लहू की लौ) सार्वजनिक स्थानों पर असामाजिक तत्वों की गतिविधियां जारी हैं। मंगलवार को रेलवे स्टेशन पर टिकट के लिए लाईन में लगी एक महिला के हाथ में पकड़ा नोट छीनकर एक युवती फरार हो गई। महिला के पति ने काफी शोर मचाया। लेकिन वहां खड़े लोग मूकदर्शक बने रहे। गली संतोषी माता मंदिर वाली में रहने वाले सुभाष सेठी (40) ने बताया कि रक्षाबंधन पर अपने भाई को राखी बांधने के लिए उसकी पत्नी सीमा (38) ने बेटियों रिया (16) और रजनी (14) के संग जैतो मण्डी जाना था। वह उन लोगों को रेलगाड़ी पर चढ़ाने के लिए रेलवे स्टेशन पर आया हुआ था। टिकट के लिए उसकी पत्नी विंडो पर खड़ी थी और उसने हाथ में सौ रूपए का नोट पकड़ रखा था। अचानक एक 20-22 साल की युवती ने सीमा के हाथ में पकड़ा नोट छीन लिया और भाग गई। उसने पीछा करके युवती को दबोच लिया। स्टेशन पर खड़े लोगों को भी उसने उपरोक्त घटनाक्रम के बारे में बताया लेकिन उसकी सहायता के लिए कोई आगे नहीं बढ़ा। मौका पाकर लड़की बठिंडा जाने के लिए खड़ी गाड़ी में जा बैठी और फरार हो गई। इस संबंध में जब स्टेशन मास्टर महेश सरीन से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे मिनट-दर-मिनट अनाऊंसमेंट करवाकर रेल यात्रियों को सुरक्षा संबंधी दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
चोरी की गुत्थी सुलझाई
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने धालीवाल नगर स्थित वेद प्रकाश मास्टर के हुई चोरी की गुत्थी सुलझाते हुए चोरी के आरोपियों को गिरफ्तार करने और चोरी हुआ समान बरामद करने में सफलता हासिल की है।
थाना शहर के एएसआई तथा जांच अधिकारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि 16-17 अगस्त को धालीवाल नगर स्थित मास्टर वेद प्रकाश के घर के बाहर खड़ी स्कूल वैन से डीजल और स्कार्पियों कार से बैंटरी,एलसीडी,डीवीडी अज्ञात ने चुरा ली थी।
वेद प्रकाश के ब्यान पर पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज करके इसकी जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने जांच के दौरान इस चोरी के आरोप में गांव डबवाली के पाल उर्फ पालू (40)पुत्र सीता राम तथा गांव दारेवाला के श्रवण (24) पुत्र जगदीश को गिरफ्तार करके उन से चुराये गये समान को बरामद करने के बाद आरोपियों को पुलिस ने उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनो को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।
थाना शहर के एएसआई तथा जांच अधिकारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि 16-17 अगस्त को धालीवाल नगर स्थित मास्टर वेद प्रकाश के घर के बाहर खड़ी स्कूल वैन से डीजल और स्कार्पियों कार से बैंटरी,एलसीडी,डीवीडी अज्ञात ने चुरा ली थी।
वेद प्रकाश के ब्यान पर पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज करके इसकी जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने जांच के दौरान इस चोरी के आरोप में गांव डबवाली के पाल उर्फ पालू (40)पुत्र सीता राम तथा गांव दारेवाला के श्रवण (24) पुत्र जगदीश को गिरफ्तार करके उन से चुराये गये समान को बरामद करने के बाद आरोपियों को पुलिस ने उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनो को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।
ईक कुड़ी पंजाब दी 17 सितंबर को होगी रिलीज
बठिंडा (प्रवीण सिंगला) पंजाबी फिल्म ईक कुड़ी पंजाब दी 17 सितंबर को रिलीज होने जा रही है तथा यह फिल्म पंजाबी सभ्यता, पंजाबियत के रंग में रंगी हुई साफ सुथरी पारिवारिक फिल्म है। यदि पंजाब के लोग, खासकर युवा वर्ग इस फिल्म को देखेगा तो फिल्म की टीम अपने आपको भागों वाली समझेगी।
इन बातों का प्रगटावा आज स्वामी विवेकानंद गल्र्ज कॉलेज में फिल्म के मुख्य कलाकार तथा प्रसिद्ध पंजाबी गायक नौजवान दिलों की धड़कन अमरेंद्र गिल ने किया। उनके साथ सह कलाकार, प्रसिद्ध पंजाबी कॉमेडियन राणा रणवीर, प्रसिद्ध पंजाबी गीतकार अमरदीप गिल, प्रसिद्ध थियेटर कलाकार और रंगकर्मी टोनी बातिश, पत्रकार तथा गीतकार हरिंद्र भुल्लर भी उपस्थित थे। इस मौके कॉलेज की छात्राओं को संबोधन करते हुए अमरेंद्र गिल ने बताया कि यह फिल्म मशहूर नाटककार स.गुरशरण सिंह को समर्पित है। जबकि फिल्म के निर्माता निर्देशक मनमोहन सिंह हैं जिनके द्वारा मुंडे यूके दे फिल्म में उनको सह कलाकार का किरदार दिया गया था और उस किरदार में उनके द्वारा अच्छी मेहनत करने के फल के तौर पर स.मनमोहन सिंह ने उनको आने वाली इस ईक कु ड़ी पंजाब की फिल्म में मुख्य कलाकार की भूमिका दी है।
इस मौके उन्होंने छात्राओं की इच्छाओं के मुताबिक अपने गीत भी अपनी सुरीली आवाज में सुनाए। इस मौके राणा रणबीर ने बताया कि उनका इस फिल्म में शरारती रोल है और फिल्म के डॉयलॉग भी उनके द्वारा लिखे गये हैं जबकि नौजवान पीढ़ी पर आधारित एक गीत भी उनके द्वारा लिखा गया फिल्म में सुनने को मिलेगा। उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि यह गीत सुनने के लिए ओरिजनल कैसटें ही खरीदी जाएं क्योंकि डुप्लीकेट कैसटों में यह गाना नहीं होगा। उन्होंने बताया कि इस फिल्म की प्रमोशन के लिए बठिंडा आने का मतलब है कि इस फिल्म की हीरोईन जसपिंद्र चीमा बठिंडा से बिलांग करती है और फिल्म में किरदार भी बठिंडा से संबंधित हैं और यह फिल्म देखकर बठिंडा वाले सीना चौड़ा करके घूमा करेंगे कि बठिंडा भी किसी से पीछे नहीं है। अमरदीप गिल ने बताया कि इस फिल्म का टाईटल सांग उनके द्वारा लिखा गया है जबकि एक सैड सांग भी है। फिल्म में सुखजिंद्र छिंदा द्वारा म्यूजिक दिया गया है जबकि निम्मा लोहारका के भी गीत इस फिल्म में हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म में गग्गू गिल, दीप ढिल्लों, किम्मी वर्मा, अमन धालीवाल, कंवलजीत सिंह, गुरप्रीत घुग्गी तथा नवनीत निशान मुख्य सितारे हैं। उन्होंने बताया कि मनमोहन सिंह जो फिल्म के निर्माता निर्देशक हैं जो एक अच्छे कैमरामैन भी हैं जिनके द्वारा दिल वाले दुल्हनियां ले जायेंगे, बेताब, चांदनी, लम्हें, डर जैसी हिंदी फिल्मों का फिल्मांकन भी किया गया है।
इस मौके कॉलेज की पिं्रसीपल मैडम राज गुप्ता ने पहुंचे हुए कलाकारों का भारी स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि पंजाबी कलाकारी में प्रसिद्ध नाम रखने वाले अमरेंद्र गिल, राणा रणबीर, अमरदीप गिल और उनकी टीम ने आज उनके कॉलेज में पहुंचकर कॉलेज को बनता सम्मान दिया है और उनको धन्यवाद का पात्र बनाया है। उन्होंने ऐलान किया कि इस फिल्म को उनके कॉलेज की पूरी टीम सहित छात्राऐं देखेंगीं।
इन बातों का प्रगटावा आज स्वामी विवेकानंद गल्र्ज कॉलेज में फिल्म के मुख्य कलाकार तथा प्रसिद्ध पंजाबी गायक नौजवान दिलों की धड़कन अमरेंद्र गिल ने किया। उनके साथ सह कलाकार, प्रसिद्ध पंजाबी कॉमेडियन राणा रणवीर, प्रसिद्ध पंजाबी गीतकार अमरदीप गिल, प्रसिद्ध थियेटर कलाकार और रंगकर्मी टोनी बातिश, पत्रकार तथा गीतकार हरिंद्र भुल्लर भी उपस्थित थे। इस मौके कॉलेज की छात्राओं को संबोधन करते हुए अमरेंद्र गिल ने बताया कि यह फिल्म मशहूर नाटककार स.गुरशरण सिंह को समर्पित है। जबकि फिल्म के निर्माता निर्देशक मनमोहन सिंह हैं जिनके द्वारा मुंडे यूके दे फिल्म में उनको सह कलाकार का किरदार दिया गया था और उस किरदार में उनके द्वारा अच्छी मेहनत करने के फल के तौर पर स.मनमोहन सिंह ने उनको आने वाली इस ईक कु ड़ी पंजाब की फिल्म में मुख्य कलाकार की भूमिका दी है।
इस मौके उन्होंने छात्राओं की इच्छाओं के मुताबिक अपने गीत भी अपनी सुरीली आवाज में सुनाए। इस मौके राणा रणबीर ने बताया कि उनका इस फिल्म में शरारती रोल है और फिल्म के डॉयलॉग भी उनके द्वारा लिखे गये हैं जबकि नौजवान पीढ़ी पर आधारित एक गीत भी उनके द्वारा लिखा गया फिल्म में सुनने को मिलेगा। उन्होंने अपने अंदाज में कहा कि यह गीत सुनने के लिए ओरिजनल कैसटें ही खरीदी जाएं क्योंकि डुप्लीकेट कैसटों में यह गाना नहीं होगा। उन्होंने बताया कि इस फिल्म की प्रमोशन के लिए बठिंडा आने का मतलब है कि इस फिल्म की हीरोईन जसपिंद्र चीमा बठिंडा से बिलांग करती है और फिल्म में किरदार भी बठिंडा से संबंधित हैं और यह फिल्म देखकर बठिंडा वाले सीना चौड़ा करके घूमा करेंगे कि बठिंडा भी किसी से पीछे नहीं है। अमरदीप गिल ने बताया कि इस फिल्म का टाईटल सांग उनके द्वारा लिखा गया है जबकि एक सैड सांग भी है। फिल्म में सुखजिंद्र छिंदा द्वारा म्यूजिक दिया गया है जबकि निम्मा लोहारका के भी गीत इस फिल्म में हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म में गग्गू गिल, दीप ढिल्लों, किम्मी वर्मा, अमन धालीवाल, कंवलजीत सिंह, गुरप्रीत घुग्गी तथा नवनीत निशान मुख्य सितारे हैं। उन्होंने बताया कि मनमोहन सिंह जो फिल्म के निर्माता निर्देशक हैं जो एक अच्छे कैमरामैन भी हैं जिनके द्वारा दिल वाले दुल्हनियां ले जायेंगे, बेताब, चांदनी, लम्हें, डर जैसी हिंदी फिल्मों का फिल्मांकन भी किया गया है।
इस मौके कॉलेज की पिं्रसीपल मैडम राज गुप्ता ने पहुंचे हुए कलाकारों का भारी स्वागत करते हुए कहा कि यह बहुत ही खुशी की बात है कि पंजाबी कलाकारी में प्रसिद्ध नाम रखने वाले अमरेंद्र गिल, राणा रणबीर, अमरदीप गिल और उनकी टीम ने आज उनके कॉलेज में पहुंचकर कॉलेज को बनता सम्मान दिया है और उनको धन्यवाद का पात्र बनाया है। उन्होंने ऐलान किया कि इस फिल्म को उनके कॉलेज की पूरी टीम सहित छात्राऐं देखेंगीं।
अब नम्बरदार कर सकेंगे फ्री बस यात्रा
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के परिवहन मंत्री ओम प्रकाश जैन ने आज कहा कि हरियाणा राज्य परिवहन आम लोगों को बेहतर आवागमन की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए वचनबद्ध है। अब कोई भी व्यक्ति बस पास बनवा सकता है। जन साधारण को सुरक्षित व आरामदायक परिवहन सेवाएं मुहैया करवाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार की महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की योजना के तहत लड़कियों के लिए मास में केवल 20 दिन का एक तरफा मासिक किराया लेकर बस पास बनाकर स्पेशल बस यात्रा सुविधा दी जा रही है। इसी प्रकार हरियाणा सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल,कालेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत्त विद्यार्थियों को रोड़वेज की सामान्य बसों में 60 कि०मी० तक यात्रा करने के लिए 6 माह का रियायती पास बनवाने की सुविधा दी जा रही है। इसी प्रकार सरकारी कर्मचारियों को एक मास में 35 टिकटों का किराया लेकर बस पास बनवाने की सुविधा दी गई है।
इसी प्रकार, अर्जुन अवार्ड विजेता, ओलम्पिक व राज्य पुरस्कार विजेता खिलाडियों, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाक ारों के अलावा नम्बरदारों को तहसील कार्यालय द्वारा जारी किए गए कूपन दिखाने पर मास में दो बार घर से जिला मुख्यालय तक तथा 10 बार तहसील कार्यालय तक हरियाणा परिवहन की बसों में आने जाने की नि:शुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की गई है।
जैन ने बताया कि 25 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले भूतपूर्व सैनिकों को भी हरियाणा परिवहन की बसों में नि:शुल्क यात्रा उपलब्ध करवाकर सरकार ने एक अनूठी पहल की है।
परिवहन मंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार की महिला शिक्षा को बढ़ावा देने की योजना के तहत लड़कियों के लिए मास में केवल 20 दिन का एक तरफा मासिक किराया लेकर बस पास बनाकर स्पेशल बस यात्रा सुविधा दी जा रही है। इसी प्रकार हरियाणा सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल,कालेज व अन्य शिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत्त विद्यार्थियों को रोड़वेज की सामान्य बसों में 60 कि०मी० तक यात्रा करने के लिए 6 माह का रियायती पास बनवाने की सुविधा दी जा रही है। इसी प्रकार सरकारी कर्मचारियों को एक मास में 35 टिकटों का किराया लेकर बस पास बनवाने की सुविधा दी गई है।
इसी प्रकार, अर्जुन अवार्ड विजेता, ओलम्पिक व राज्य पुरस्कार विजेता खिलाडियों, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कलाक ारों के अलावा नम्बरदारों को तहसील कार्यालय द्वारा जारी किए गए कूपन दिखाने पर मास में दो बार घर से जिला मुख्यालय तक तथा 10 बार तहसील कार्यालय तक हरियाणा परिवहन की बसों में आने जाने की नि:शुल्क यात्रा सुविधा प्रदान की गई है।
जैन ने बताया कि 25 प्रतिशत से अधिक विकलांगता वाले भूतपूर्व सैनिकों को भी हरियाणा परिवहन की बसों में नि:शुल्क यात्रा उपलब्ध करवाकर सरकार ने एक अनूठी पहल की है।
युवाओं में अंग्रेजी भाषा स्किल अपग्रेड करने के लिए जिला में चलेगा कार्यक्रम
सिरसा। यूथ एनर्जी मैनेजमेंट कार्यक्रम के तहत ब्रिटिश कोंसिल, कांफडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) तथा सीटी एंड गिल्ड (यूके)द्वारा सिरसा जिला के युवाओं में अंग्रेजी भाषा में स्किल अपग्रेड करने तथा व्यावसायिक शिक्षा में प्रशिक्षण देने के लिए कार्यक्रम शुरु किया जाएगा। यह जानकारी आज यहां जिला उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने ब्रिटिश कौंसिल द्वारा आयोजित बैठक में जिला के अंग्रेजी प्राध्यापकों को संबोधित करते हुए दी। इस कार्यक्रम को शत् प्रतिशत सफल बनाने के लिए विभिन्न राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत अंग्रेजी के कनिष्ठ प्राध्यापकों का सहयोग लिया जाएगा।
कांथन ने बताया कि यूथ एनर्जी मैनजमेंट कार्यक्रम के लिए पूरे देश में सिरसा और सीतापुर (उत्तर प्रदेश)जिलों का चयन किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए शिक्षा में पिछड़ेपन के आधार पर इन जिलों का चयन किया गया है। हालांकि यह कार्यक्रम सबसे पहले सिरसा जिला में ही पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु किया गया है। इसके बाद सीतापुर में सिरसा की तर्ज पर शुरु किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए ब्रिटिश कोंसिल द्वारा जिला के तीस से भी अधिक प्राध्यापकों को अंग्रेजी भाषा में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए सिरसा मुख्यालय में अंग्रेजी भाषा की लैब स्थापित की जाएगी जिसमें ब्रिटिश कोंसिल के मास्टर ट्रेनर प्राध्यापकों को प्रशिक्षित करेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत स्थानीय बहुतकनीकी महाविद्यालयों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्राध्यापकों और अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
कांथन ने बताया कि यूथ एनर्जी मैनजमेंट कार्यक्रम के लिए पूरे देश में सिरसा और सीतापुर (उत्तर प्रदेश)जिलों का चयन किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए शिक्षा में पिछड़ेपन के आधार पर इन जिलों का चयन किया गया है। हालांकि यह कार्यक्रम सबसे पहले सिरसा जिला में ही पायलट प्रोजेक्ट के रुप में शुरु किया गया है। इसके बाद सीतापुर में सिरसा की तर्ज पर शुरु किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के लिए ब्रिटिश कोंसिल द्वारा जिला के तीस से भी अधिक प्राध्यापकों को अंग्रेजी भाषा में प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए सिरसा मुख्यालय में अंग्रेजी भाषा की लैब स्थापित की जाएगी जिसमें ब्रिटिश कोंसिल के मास्टर ट्रेनर प्राध्यापकों को प्रशिक्षित करेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि व्यावसायिक शिक्षा एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत स्थानीय बहुतकनीकी महाविद्यालयों और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के प्राध्यापकों और अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
पुलिस थाने होंगे ऑनलाईन-कांडा
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के गृह एवं राज्यमंत्री श्री गोपाल कांडा ने कहा कि 48 करोड़ रुपए के राशि खर्च करके प्रदेश के सभी 250 पुलिस थानों को इंटरलिंक कर ऑनलाइन किया जाएगा। कांडा मंगलवार को सिरसा के मुरलीधर कांडा चैरिटेबल ट्रस्ट के कार्यालय में लोगों की समस्याएं सुनकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी थानों में इंटरलिंक के प्रथम चरण का कार्य पूरा हो चुका है। सभी पुलिस थानों में कंप्यूटर आदि की सुविधा प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी सभी पुलिस थानों को ऑनलाइन किया जाना है। यह सुविधा शुरु होने के बाद विभाग के अधिकारियों को अपराधियों की धरपकड़ में मदद मिलेगी यानी कोई भी अपराधी देश के किसी भी हिस्से में छुप नहीं पाएगा। सभी अपराधियों का रिकार्ड ऑनलाइन होगा। किसी भी पुलिस थाने में अपराधी की हिस्ट्री का पता लगाकर उसे बिना किसी विलंब के गिरफ्तार किया जाएगा।
कांडा ने बताया कि यह योजना पूरे देश में लागू की जा रही है। योजना के तहत देश के लगभग 15 हजार से भी अधिक पुलिस थानों को इंटरलिंक किया जा रहा है। इस योजना के तहत जेल, अदालतों व अन्य कई विभागों को भी जोड़ा जाएगा। हरियाणा में यह कार्य आगामी 2011 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंटरलिंक के इस कार्य के लिए राज्य में मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति द्वारा इस कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी थानों में कंप्यूटर स्थापित होने से सभी एफआईआर कंप्यूटर से दर्ज की जा रही है। अब अदालतों में भी चालान कंप्यूटर से पिं्रट करके निकालकर पेश किए जा रहे है। सभी थानों में कार्यरत कर्मचारियों को कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इंटरलिंक करने के दूसरे फेज में नेटवर्किंग का कार्य किया जाना है। इस योजना के लागू होने से अपराधियों को पकडऩे में सुविधा होगी ही साथ ही साथ अपराधों में भी कमी आएगी। कांडा ने बताया कि प्रदेश में पब्लिक और पुलिस में बेहतर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से सभी जिला में एक-एक थाने को मॉडल थाना बनाया गया है जिन्हें आई.एस.ओ प्रमाणित करवाया गया है। पूरे प्रदेश में अब तक दो दर्जन से भी अधिक थानों को आईएसओ प्रमाणित करवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि सभी थानों में शिकायत दर्ज करवाने के लिए कमप्लेंट विंडो सिस्टम शुरु किया गया है जिसके माध्यम से थानों में आने वाली सभी शिकायतों को कम्यूटराईजड कर पंजीकृत किया गया है। शिकायत दर्ज करवाने वाले को शिकायत नंबर और उसकी रसीद भी दी जा रही है। आई.एस.ओ के मापदंडों के अनुसार थानों का पूरा रिकार्ड व्यवस्थित रखा गया है। थानों में रखे सभी 25 तरह के रजिस्ट्ररों को पूरी तरह तिथि वार व्यवस्थित रखा गया है।
उन्होंने बताया कि आई.एस.ओ प्रमाणित थानों में सफाई की भी विशेष व्यवस्था है। शिकायत करवाने वाले लोगों के बैठने के लिए वेटिंग रुम तथा वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी थानों में इंटरलिंक के प्रथम चरण का कार्य पूरा हो चुका है। सभी पुलिस थानों में कंप्यूटर आदि की सुविधा प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी सभी पुलिस थानों को ऑनलाइन किया जाना है। यह सुविधा शुरु होने के बाद विभाग के अधिकारियों को अपराधियों की धरपकड़ में मदद मिलेगी यानी कोई भी अपराधी देश के किसी भी हिस्से में छुप नहीं पाएगा। सभी अपराधियों का रिकार्ड ऑनलाइन होगा। किसी भी पुलिस थाने में अपराधी की हिस्ट्री का पता लगाकर उसे बिना किसी विलंब के गिरफ्तार किया जाएगा।
कांडा ने बताया कि यह योजना पूरे देश में लागू की जा रही है। योजना के तहत देश के लगभग 15 हजार से भी अधिक पुलिस थानों को इंटरलिंक किया जा रहा है। इस योजना के तहत जेल, अदालतों व अन्य कई विभागों को भी जोड़ा जाएगा। हरियाणा में यह कार्य आगामी 2011 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंटरलिंक के इस कार्य के लिए राज्य में मुख्य सचिव उर्वशी गुलाटी की अध्यक्षता में समिति गठित की गई है। समिति द्वारा इस कार्य की मॉनिटरिंग की जा रही है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी थानों में कंप्यूटर स्थापित होने से सभी एफआईआर कंप्यूटर से दर्ज की जा रही है। अब अदालतों में भी चालान कंप्यूटर से पिं्रट करके निकालकर पेश किए जा रहे है। सभी थानों में कार्यरत कर्मचारियों को कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इंटरलिंक करने के दूसरे फेज में नेटवर्किंग का कार्य किया जाना है। इस योजना के लागू होने से अपराधियों को पकडऩे में सुविधा होगी ही साथ ही साथ अपराधों में भी कमी आएगी। कांडा ने बताया कि प्रदेश में पब्लिक और पुलिस में बेहतर संबंध स्थापित करने के उद्देश्य से सभी जिला में एक-एक थाने को मॉडल थाना बनाया गया है जिन्हें आई.एस.ओ प्रमाणित करवाया गया है। पूरे प्रदेश में अब तक दो दर्जन से भी अधिक थानों को आईएसओ प्रमाणित करवाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि सभी थानों में शिकायत दर्ज करवाने के लिए कमप्लेंट विंडो सिस्टम शुरु किया गया है जिसके माध्यम से थानों में आने वाली सभी शिकायतों को कम्यूटराईजड कर पंजीकृत किया गया है। शिकायत दर्ज करवाने वाले को शिकायत नंबर और उसकी रसीद भी दी जा रही है। आई.एस.ओ के मापदंडों के अनुसार थानों का पूरा रिकार्ड व्यवस्थित रखा गया है। थानों में रखे सभी 25 तरह के रजिस्ट्ररों को पूरी तरह तिथि वार व्यवस्थित रखा गया है।
उन्होंने बताया कि आई.एस.ओ प्रमाणित थानों में सफाई की भी विशेष व्यवस्था है। शिकायत करवाने वाले लोगों के बैठने के लिए वेटिंग रुम तथा वाहन पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
24 अगस्त 2010
नशा देकर पशु व्यापारियों को लूटा
डबवाली (लहू की लौ) दिल्ली से डबवाली आ रहे तीन पशु व्यापारियों को कुछ लोगों ने मार्ग में लूट लिया। बेहोशी की हालत में पशु व्यापारी डबवाली के गोल चौक के पास मिले। जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में लेजाया गया।
डबवाली से सटी पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के विधानसभा हल्का की मण्डी किलियांवाली में हर रविवार को पशु मेला भरता है। दूर-दराज से लोग यहां पशु खरीदने के लिए आते हैं। इसी मेले से पशु खरीदने के लिए शनिवार रात्रि करीब 10 बजे उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर के कस्बा औरंगाबाद के तीन पशु व्यापारी दिल्ली के अन्तर्राष्ट्रीय बस अड्डा से हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुए। तीनों के पास हजारों रूपए की नकदी थी। लेकिन तीनों को ही बीच रास्ते में लूट लिया गया। बस रविवार सुबह करीब 4.40 बजे डबवाली के गोल चौक पर पहुंची। बेहोशी की हालत में इन पशु व्यापारियों को बस के परिचालक ने डबवाली के गोल चौक पर उतार दिया। तीनों को उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। रविवार दोपहर बाद करीब दो बजे पशु व्यापारियों में से दो को होश आया। तब जाकर उन्होंने अपनी पहचान बताई। पत्रकारों से बातचीत करते हुए ईशाक (35) पुत्र नजीर अहमद निवासी औरंगाबाद जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) ने बताया कि वह अपने बड़े भाई इश्फाक (37) निवासी औरंगाबाद जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) तथा औरंगाबाद निवासी फिरोज (36) पुत्र अल्लाह मेहर के साथ शनिवार रात करीब 10 बजे डबवाली के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुआ था। उन लोगों ने डबवाली के साथ लगती मण्डी किलियांवाली में भरने वाले पशु मेले में से पशु खरीदने थे। उसी समय बस में तीन अन्य व्यक्ति भी सवार हुए। जो अपने आपको मेरठ और मुजफ्फरनगर के निवासी बताते थे। ईशाक ने आगे बताया कि बस में बैठने के करीब दो-तीन घंटे बाद बस एक ढाबा पर रूकी। उनके साथ बैठे तीनों व्यक्तियों में से एक ने उन्हें चाय पीने के लिए कहा। दबाव देने पर वे चाय पीने के लिए मान गए और साथ में खाने के लिए बिस्कुट भी दिए। जोकि कड़वे थे। बिस्कुट खाते ही उन्हें चक्कर आने लगे और वे बेहोश हो गए। उसके बाद उन्हें नहीं मालूम उनके साथ क्या हुआ। होश में आने के बाद जब उन्होंने अपनी जेबें टटोली तो उसमें रखी राशि गायब थी। तीनों पशु व्यापारियों ने नकदी को अपनी-अपनी पेंट की अंदरूनी जेब में छिपा रखा था। फिरोज के पास 42 हजार, ईशाक के पास 35 हजार तथा इश्फाक के पास 45 हजार रूपए की नकदी थी। लुटेरे अपने साथ फिरोज और ईशाक को मोबाइल सैट भी ले गए। इधर उक्त बस के परिचालक धमेंद्र ने बताया कि दिल्ली से सवार होते समय इन लोगों की संख्या छह थी। इनमें से एक ने डबवाली के लिए छह टिकट लिए थे। ये सभी 47 से 52 नं. सीट पर बैठे हुए थे। बस में भीड़ अधिक थी। डबवाली में उसे आकर मालूम हुआ कि तीन लोग बेहोश पड़े हैं। जबकि इनके साथ सफर करने वाले तीन जनें गायब थे। थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा ने बताया कि पशु व्यापारियों के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद घटना स्थल का पता चलेगा, उसी के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
डबवाली से सटी पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के विधानसभा हल्का की मण्डी किलियांवाली में हर रविवार को पशु मेला भरता है। दूर-दराज से लोग यहां पशु खरीदने के लिए आते हैं। इसी मेले से पशु खरीदने के लिए शनिवार रात्रि करीब 10 बजे उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर के कस्बा औरंगाबाद के तीन पशु व्यापारी दिल्ली के अन्तर्राष्ट्रीय बस अड्डा से हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुए। तीनों के पास हजारों रूपए की नकदी थी। लेकिन तीनों को ही बीच रास्ते में लूट लिया गया। बस रविवार सुबह करीब 4.40 बजे डबवाली के गोल चौक पर पहुंची। बेहोशी की हालत में इन पशु व्यापारियों को बस के परिचालक ने डबवाली के गोल चौक पर उतार दिया। तीनों को उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। रविवार दोपहर बाद करीब दो बजे पशु व्यापारियों में से दो को होश आया। तब जाकर उन्होंने अपनी पहचान बताई। पत्रकारों से बातचीत करते हुए ईशाक (35) पुत्र नजीर अहमद निवासी औरंगाबाद जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) ने बताया कि वह अपने बड़े भाई इश्फाक (37) निवासी औरंगाबाद जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) तथा औरंगाबाद निवासी फिरोज (36) पुत्र अल्लाह मेहर के साथ शनिवार रात करीब 10 बजे डबवाली के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुआ था। उन लोगों ने डबवाली के साथ लगती मण्डी किलियांवाली में भरने वाले पशु मेले में से पशु खरीदने थे। उसी समय बस में तीन अन्य व्यक्ति भी सवार हुए। जो अपने आपको मेरठ और मुजफ्फरनगर के निवासी बताते थे। ईशाक ने आगे बताया कि बस में बैठने के करीब दो-तीन घंटे बाद बस एक ढाबा पर रूकी। उनके साथ बैठे तीनों व्यक्तियों में से एक ने उन्हें चाय पीने के लिए कहा। दबाव देने पर वे चाय पीने के लिए मान गए और साथ में खाने के लिए बिस्कुट भी दिए। जोकि कड़वे थे। बिस्कुट खाते ही उन्हें चक्कर आने लगे और वे बेहोश हो गए। उसके बाद उन्हें नहीं मालूम उनके साथ क्या हुआ। होश में आने के बाद जब उन्होंने अपनी जेबें टटोली तो उसमें रखी राशि गायब थी। तीनों पशु व्यापारियों ने नकदी को अपनी-अपनी पेंट की अंदरूनी जेब में छिपा रखा था। फिरोज के पास 42 हजार, ईशाक के पास 35 हजार तथा इश्फाक के पास 45 हजार रूपए की नकदी थी। लुटेरे अपने साथ फिरोज और ईशाक को मोबाइल सैट भी ले गए। इधर उक्त बस के परिचालक धमेंद्र ने बताया कि दिल्ली से सवार होते समय इन लोगों की संख्या छह थी। इनमें से एक ने डबवाली के लिए छह टिकट लिए थे। ये सभी 47 से 52 नं. सीट पर बैठे हुए थे। बस में भीड़ अधिक थी। डबवाली में उसे आकर मालूम हुआ कि तीन लोग बेहोश पड़े हैं। जबकि इनके साथ सफर करने वाले तीन जनें गायब थे। थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा ने बताया कि पशु व्यापारियों के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद घटना स्थल का पता चलेगा, उसी के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
सुखबीर बादल ने युवाओं को नशे की दलदल में धकेला-बिट्टू
बठिंडा (सिंगला/शर्मा) अकाली-भाजपा सरकार हर बार पैसे की दुहाई देते हुए कहती है कि केन्द्र सरकार मदद नहीं कर रही जबकि केन्द्र सरकार से सबसे ज्यादा पैसा प्रकाश सिंह बादल लेकर आये हैं। बादल विकास कार्य न होने के लिए जिम्मेवार केन्द्र सरकार को ठहरा कर स्वयं बचने की कोशिश करते हैं।
उपरोक्त शब्द यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद रवनीत बिट्टू तथा आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव व पंजाब प्रभारी विकास उपाध्याय ने यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने युवाओं से झूठे वायदे करके युवा वर्ग को नशे की दलदल में धकेल दिया है। रोजगार से रोजगार छीन कर उसे बेरोजगार बना दिया है। जमीनों पर कब्जे किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले यूथ कांग्रेस नशे में फंसी नौजवान पीढ़ी को नशे से बाहर निकालने का काम करेगा।
विकास उपाध्याय ने कहा कि यूथ कांग्रेस एक शक्तिशाली संगठन है जो हर अत्याचारी से लडऩे की ताकत रखता है। उन्होंने कहा कि अगर नशे का कहर इसी प्रकार जारी रहा तो पंजाब की जवानी ही समाप्त हो जायेगी। इस मौके पर आशू ठाकुर, कोमल सरीन, लक्खा सिंह, रघुवीर सिंह, रूपिन्द्र बिन्द्रा व अन्य जिलों के युवा कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।
उपरोक्त शब्द यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद रवनीत बिट्टू तथा आल इंडिया कांग्रेस कमेटी के महासचिव व पंजाब प्रभारी विकास उपाध्याय ने यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने युवाओं से झूठे वायदे करके युवा वर्ग को नशे की दलदल में धकेल दिया है। रोजगार से रोजगार छीन कर उसे बेरोजगार बना दिया है। जमीनों पर कब्जे किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे पहले यूथ कांग्रेस नशे में फंसी नौजवान पीढ़ी को नशे से बाहर निकालने का काम करेगा।
विकास उपाध्याय ने कहा कि यूथ कांग्रेस एक शक्तिशाली संगठन है जो हर अत्याचारी से लडऩे की ताकत रखता है। उन्होंने कहा कि अगर नशे का कहर इसी प्रकार जारी रहा तो पंजाब की जवानी ही समाप्त हो जायेगी। इस मौके पर आशू ठाकुर, कोमल सरीन, लक्खा सिंह, रघुवीर सिंह, रूपिन्द्र बिन्द्रा व अन्य जिलों के युवा कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।
21 अगस्त 2010
पंचायत ने दी सरकारी सुविधाओं के बायकाट की धमकी
डबवाली (लहू की लौ) रोज-रोज के धरनों और प्रदर्शनों से तंग जिला सिरसा प्रशासन ने इस पर लगाम कसने के लिए अपनी शक्ति का प्रयोग करते हुए इन पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। लघुसचिवालय परिसर में धरना, प्रदर्शन करने के लिए प्रशासकीय खंड भवन से 100 मीटर दूरी पर स्थान निर्धारित किया गया है। इस स्थान के अलावा लघुसचिवालय भवन के पास कोई व्यक्ति धरना प्रदर्शन करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
लेकिन जनता ने अपनी आवाज को प्रशासन तक पहुंचाने के लिए और रास्ते अपनाने शुरू कर दिए हैं। जिसमें धरना और प्रदर्शन की अपेक्षा महात्मा गांधी जी के असहयोग आंदोलन की तर्ज पर समस्याओं के समाधान के लिए सरकारी योजनाओं का बाईकाट शामिल है। इस प्रकार की धमकी उपमण्डल डबवाली के गांव अबूबशहर की पंचायत ने उपमण्डलाधीश डबवाली को एक पत्र सौंपकर दी है। पंचायत ने पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, आयुक्त तथा उपायुक्त सिरसा को भी प्रेषित की है। धमकी देने वालों में ग्राम पंचायत की सरपंच अमानती देवी सहित पंच भारत भूषण, सतपाल, कृष्णा देवी, सुरजीत कौर, हरजिन्द्र सिंह, सुखदेव सिंह, वीरपाल इन्द्रपाल, जगदीश कुमार, वीना रानी, जंगीर कौर, कृष्ण लाल आदि के नाम शामिल हैं। इन लोगों ने बताया कि गांव अबूबशहर में पिछले 50 वर्षों के दौरान कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। गांव की हालत बद से बदत्तर हो चली है। गांव की समस्याओं से बार-बार प्रशासन को अवगत करवाए जाने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्राम पंचायत के इन सदस्यों ने बताया कि अगर उनकी समस्याओं की ओर शीघ्र ध्यान न दिया गया तो वे सरकारी योजनाओं का बायकाट करेंगे।
इस संदर्भ में जब एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने के लिए संबंधित विभागों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही समस्याओं को निपटा दिया जाएगा।
बायकाट के कारण
लेकिन जनता ने अपनी आवाज को प्रशासन तक पहुंचाने के लिए और रास्ते अपनाने शुरू कर दिए हैं। जिसमें धरना और प्रदर्शन की अपेक्षा महात्मा गांधी जी के असहयोग आंदोलन की तर्ज पर समस्याओं के समाधान के लिए सरकारी योजनाओं का बाईकाट शामिल है। इस प्रकार की धमकी उपमण्डल डबवाली के गांव अबूबशहर की पंचायत ने उपमण्डलाधीश डबवाली को एक पत्र सौंपकर दी है। पंचायत ने पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, आयुक्त तथा उपायुक्त सिरसा को भी प्रेषित की है। धमकी देने वालों में ग्राम पंचायत की सरपंच अमानती देवी सहित पंच भारत भूषण, सतपाल, कृष्णा देवी, सुरजीत कौर, हरजिन्द्र सिंह, सुखदेव सिंह, वीरपाल इन्द्रपाल, जगदीश कुमार, वीना रानी, जंगीर कौर, कृष्ण लाल आदि के नाम शामिल हैं। इन लोगों ने बताया कि गांव अबूबशहर में पिछले 50 वर्षों के दौरान कोई विकास कार्य नहीं हुआ है। गांव की हालत बद से बदत्तर हो चली है। गांव की समस्याओं से बार-बार प्रशासन को अवगत करवाए जाने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्राम पंचायत के इन सदस्यों ने बताया कि अगर उनकी समस्याओं की ओर शीघ्र ध्यान न दिया गया तो वे सरकारी योजनाओं का बायकाट करेंगे।
इस संदर्भ में जब एसडीएम डॉ. मुनीश नागपाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने के लिए संबंधित विभागों को आदेश जारी कर दिए गए हैं। जल्द ही समस्याओं को निपटा दिया जाएगा।
बायकाट के कारण
1. बस स्टैण्ड रोड़ पूरी तरह से टूटी हुई है। बरसात का पानी जमा हो जाता है। कोई-न-कोई दुर्घटना होती रहती है।
2. गांव की प्रत्येक गली में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। जिसकी वजह से मच्छरों की भरमार है। जिससे मलेरिया तथा अन्य बीमारियां फैलने का भय बन चुका है।
3. बरसाती पानी के साथ गंदगी वाटर वक्र्स की डिग्गियों में पहुंच जाती है। इतना ही नहीं पेयजल आपूर्ति की पाईपों में जगह-जगह लीकेज है।
4. गंदे पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। पंचायत कई बार गुहार लगा चुकी है। परंतु अभी तक कोई समाधान नहीं हुआ।
5. गांव में प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। लेकिन इस वर्ष प्रिंसीपल ने मनमानी से स्कूल का गेट तक नहीं खोला और न ही ध्वजारोहण किया गया। पंचायत ने मामले की जांच की मांग की।
6. गांव में रूढिय़ों के ढ़ेर लगे हुए हैं। साथ में अतिक्रमण भी बढ़ रहा है।
7. गांव के जोहड़ में पानी से ज्यादा गंदगी भरी पड़ी है।
8. सरकार द्वारा चलाए गए अभ्यिान में सभी गांवों को शौच मुक्त बनाया गया है। परंतु गांव अबूबशहर अभी तक शौच मुक्त नहीं।
9. चोरी की वारदातें दिन-ब-दिन बढ़ रही हैं।
10. नशाखोरी की समस्या ने गंभीर रूप ले लिया है।
11. बिजली की तारें नीची है, कभी भी हादसा घटित हो सकता है।
15 अगस्त 2010
पत्नी की हत्या कर नहर में कूदा
डबवाली (लहू की लौ) गांव मिड्डूखेड़ा में शुक्रवार देर रात को एक मजदूर ने चरित्र के संदेह में अपनी पत्नी की तेजधार हथियार से बेरहमी से हत्या कर दी और स्वयं गांव के नजदीक से गुजरने वाली राजस्थान कैनाल में कूद गया।
जानकारी अनुसार गांव मिड्डूखेड़ा निवासी रज्जा उर्फ राजा सिंह के बेटे जगसीर सिंह उर्फ सीरा सिंह की शादी करीब चौदह वर्ष पहले गांव दौला निवासी गोरा सिंह की बेटी संदीप कौर से हुई थी। पिछले कुछ सालों से दोनों में मनमुटाव चला आ रहा था। सीरा के भाई मोहन सिंह के अनुसार संदीप कौर उनके घर के पास स्थित शराब के ठेके के करिंदों से अक्सर मिलती-जुलती रहती थी। जिस पर सीरा एतराज करता था। बार-बार समझाने के बावजूद भी संदीप कौर नहीं मानी और सीरा इसे सामाजिक तौर पर अपनी बेइज्जती मानता था। मौका मिलते ही संदीप कौर को उसने तेजधार हथियारों से काट डाला।
घटना की सूचना मिलने पर लम्बी थाना प्रमुख हरिन्द्र सिंह चमेली मौका पर पहुंचे और उन्होंने घटना का निरीक्षण किया। लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मलोट भेज दिया। पुलिस ने मृतका के पिता गोरा सिंह पुत्र काला सिंह के ब्यान पर सीरा सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
थाना लम्बी के प्रभारी एसआई हरिंद्र सिंह चमेली ने बताया कि मृतका के पिता गोरा सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसकी बेटी से सीरा सिंह अक्सर उससे मारपीट करता रहता था। वह उसे कई बार समझा चुके थे। पांच दिन पूर्व सीरा अपनी पत्नी संदीप कौर को मायके से ले गया था। शुक्रवार को उन्हें पता चला कि दोनों में फिर तनाव पैदा हो गया है। जिस पर समझाने-बुझाने के लिए वह गांव मिड्डूखेड़ा में आ गया। जब वह समझा-बुझा रहा था तो उस समय सीरा तैश में आ गया और उसने उसके सामने ही कापे से संदीप कौर को काट डाला और फरार हो गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें बताया है कि हत्या के बाद जगसीर सिंह उर्फ सीरा राजस्थान कैनाल में कूद गया। लेकिन अभी तक उसकी लाश नहीं मिली है। फिलहाल पुलिस ने सीरा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
जानकारी अनुसार गांव मिड्डूखेड़ा निवासी रज्जा उर्फ राजा सिंह के बेटे जगसीर सिंह उर्फ सीरा सिंह की शादी करीब चौदह वर्ष पहले गांव दौला निवासी गोरा सिंह की बेटी संदीप कौर से हुई थी। पिछले कुछ सालों से दोनों में मनमुटाव चला आ रहा था। सीरा के भाई मोहन सिंह के अनुसार संदीप कौर उनके घर के पास स्थित शराब के ठेके के करिंदों से अक्सर मिलती-जुलती रहती थी। जिस पर सीरा एतराज करता था। बार-बार समझाने के बावजूद भी संदीप कौर नहीं मानी और सीरा इसे सामाजिक तौर पर अपनी बेइज्जती मानता था। मौका मिलते ही संदीप कौर को उसने तेजधार हथियारों से काट डाला।
घटना की सूचना मिलने पर लम्बी थाना प्रमुख हरिन्द्र सिंह चमेली मौका पर पहुंचे और उन्होंने घटना का निरीक्षण किया। लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मलोट भेज दिया। पुलिस ने मृतका के पिता गोरा सिंह पुत्र काला सिंह के ब्यान पर सीरा सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
थाना लम्बी के प्रभारी एसआई हरिंद्र सिंह चमेली ने बताया कि मृतका के पिता गोरा सिंह ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि उसकी बेटी से सीरा सिंह अक्सर उससे मारपीट करता रहता था। वह उसे कई बार समझा चुके थे। पांच दिन पूर्व सीरा अपनी पत्नी संदीप कौर को मायके से ले गया था। शुक्रवार को उन्हें पता चला कि दोनों में फिर तनाव पैदा हो गया है। जिस पर समझाने-बुझाने के लिए वह गांव मिड्डूखेड़ा में आ गया। जब वह समझा-बुझा रहा था तो उस समय सीरा तैश में आ गया और उसने उसके सामने ही कापे से संदीप कौर को काट डाला और फरार हो गया।
थाना प्रभारी ने बताया कि ग्रामीणों ने उन्हें बताया है कि हत्या के बाद जगसीर सिंह उर्फ सीरा राजस्थान कैनाल में कूद गया। लेकिन अभी तक उसकी लाश नहीं मिली है। फिलहाल पुलिस ने सीरा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
मूर्ति स्थापना को लेकर दिन-भर रहा तनाव
डबवाली (लहू की लौ) यहां के वाल्मीकि चौक के पास गन्दगी के डिपू को उठवाने के लिए हनुमान के श्रद्धालुओं ने रामसेवक हनुमान की मूर्ति स्थापित कर दी। जिसको लेकर बवाल खड़ा हो गया। प्रशासन के अधिकारी मौका पर पहुंचे। लेकिन काफी देर तक माथापच्ची करने के बाद भी श्रद्धालु अपनी बात से टस से मस नहीं हुए।
रामसेवक हनुमान की मूर्ति की स्थापना के पक्ष और विरोध में दो ग्रुप खड़े हो गये। एक ग्रुप का नेतृत्व प्रवीन सिंगला तथा दूसरे ग्रुप का नेतृत्व कामरेड गणपत राम कर रहे थे। प्रवीन सिंगला ने बताया कि उनके घरों के आगे नगरपालिका ने डिपू बना रखा है और गन्दगी के ढेर यहां लगे रहते हैं, जिसके चलते उनके बच्चे रोगी हो गये हैं। कई बार नगरपालिका को डिपू हटवाने के लिए कहा गया। लेकिन नगरपालिका टस से मस नहीं हुई बल्कि लोगों ने यहां पर मांस तक फेंकना शुरू कर दिया। यहीं नहीं बल्कि लोग इस स्थान पर खड़े होकर पेशाब करते हैं जिसका दुष्प्रभाव उनके परिवारों पर पड़ रहा है। जिसके चलते आसपास के सभी लोगों ने साफ-सफाई करके हनुमान की मूर्ति स्थापित करके इसे पावन स्थान बनाने का प्रयास किया।
इधर दूसरे पक्ष के कामरेड गणपत राम बगैरा का आरोप है कि वह गन्दगी कहां फेंके। जबकि पिछले 25 सालों से यहां कूड़े का डिपू बना हुआ है। इस मामले को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये। यहां तक कि दोनों पक्षों की महिलाएं भी सड़कों पर आ गईं। तनाव की स्थिति और मंदिर के अवैध निर्माण को लेकर मौका पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल तथा नायब तहसीलदार हरि ओम बिश्नोई दल बल के साथ मौका पर पहुंचे। लेकिन जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों ने हनुमान की मूर्ति को हटवाने का प्रयास किया तो श्रद्धालु महिलाएं वहां डट गईं और उन्होंने मूर्ति को चारों ओर से घेर लिया और साथ में चेतावनी दी कि मूर्ति उनकी लाशों के ऊपर से ही उठेगी। मामले को सुलझाने के लिए उपमंडलाधीश ने अग्रवाल पीरखाना में वार्ड नं. 13, 14, 15 के लोगों की एक बैठक बुलाई और उसमें बताया कि सुप्रीम कोर्ट के नवम्बर 2009 के निर्णय अनुसार किसी भी सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से मंदिर का निर्माण करवाना गैरकानूनी है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्पष्ट रूप से हिदायतें दी गई हैं कि इस अवैध निर्माण को तुरन्त प्रभाव से गिरा दिया जाये वरना वह सभी लोग दोषी होंगे जो इस अवैध निर्माण को देखेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि बठिंडा रोड़ पर स्थित रामभक्त हनुमान मंदिर को भी तोडऩे के आदेश आ चुके हैं। इसे भी कुछ दिनों में गिराया जा सकता है। राम भक्त हनुमान मंदिर प्रबंधक समिति को स्वयं ही मंदिर को हटवा लेेने के लिए कहा गया है। इस मौके पर उन्होंने वार्ड नं. 14 में ताजा स्थापित की गई मूर्ति को हटवाने के लिए 14 मैम्बरी कमेटी का गठन किया। जिसमें पार्षद विनोद बांसल, पार्षद मधु बागड़ी, पार्षद सुरजीत चावला के साथ-साथ सीता राम सिंगला, साहब राम पुहाल, रामरख, चित्रगुप्त छाबड़ा, प्रवीन सिंगला, डॉ. भारत भूषण छाबड़ा, विजय छाबड़ा, संजय कुमार, गणपत राम, आशा वाल्मीकि और कृष्ण कुमार को मनोनित किया गया। लेकिन जब मूर्ति को हटाने का समय आया तो इस क मेटी के अधिकांश सदस्य मौका से फरार हो गये और कहने लगे कि वह अपने हाथों से स्थापित की गई मूर्ति को किसी भी कीमत पर हटा कर पाप नहीं लेंगे। इस मौके पर तनाव की स्थिति इतनी बढ़ गई कि उपमंडलाधीश तो इस मामले को बीच में ही छोड़ कर चले गये। लेकिन दोनों पक्षों की महिलाएं आमने-सामने आ गईं। समय रहते थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा, थाना सदर प्रभारी भगवान दास और उनके साथियों ने स्थिति को नियंत्रण मेें कर लिया। अन्तत: काफी लम्बे विवाद के बाद करीब 2 बजे दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हो गये कि मूर्ति को सम्मान सहित हटा कर वाल्मीकि मंदिर में पहुंचा दिया जाये। इस स्थान पर कोई भी कूड़ा नहीं फेंकेगा। बल्कि यहां खड़ी की गई रेहडिय़ों में कूड़ा डाल देगा। पुन: उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने मामले को अपने हाथ में लिया और दोनों पक्षों में अपने कार्यालय में बुलाया। वहां पर मामले को सुलझाने के बाद नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल के नेतृत्व में मूर्ति को वहां से हटा कर सम्मानपूर्वक वाल्मीकि मंदिर में भेज दिया। वाल्मीकि समाज के साहब राम पुहाल ने कहा कि इस मूर्ति को यहां स्थापित करवायेंगे।
रामसेवक हनुमान की मूर्ति की स्थापना के पक्ष और विरोध में दो ग्रुप खड़े हो गये। एक ग्रुप का नेतृत्व प्रवीन सिंगला तथा दूसरे ग्रुप का नेतृत्व कामरेड गणपत राम कर रहे थे। प्रवीन सिंगला ने बताया कि उनके घरों के आगे नगरपालिका ने डिपू बना रखा है और गन्दगी के ढेर यहां लगे रहते हैं, जिसके चलते उनके बच्चे रोगी हो गये हैं। कई बार नगरपालिका को डिपू हटवाने के लिए कहा गया। लेकिन नगरपालिका टस से मस नहीं हुई बल्कि लोगों ने यहां पर मांस तक फेंकना शुरू कर दिया। यहीं नहीं बल्कि लोग इस स्थान पर खड़े होकर पेशाब करते हैं जिसका दुष्प्रभाव उनके परिवारों पर पड़ रहा है। जिसके चलते आसपास के सभी लोगों ने साफ-सफाई करके हनुमान की मूर्ति स्थापित करके इसे पावन स्थान बनाने का प्रयास किया।
इधर दूसरे पक्ष के कामरेड गणपत राम बगैरा का आरोप है कि वह गन्दगी कहां फेंके। जबकि पिछले 25 सालों से यहां कूड़े का डिपू बना हुआ है। इस मामले को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गये। यहां तक कि दोनों पक्षों की महिलाएं भी सड़कों पर आ गईं। तनाव की स्थिति और मंदिर के अवैध निर्माण को लेकर मौका पर उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल तथा नायब तहसीलदार हरि ओम बिश्नोई दल बल के साथ मौका पर पहुंचे। लेकिन जैसे ही प्रशासनिक अधिकारियों ने हनुमान की मूर्ति को हटवाने का प्रयास किया तो श्रद्धालु महिलाएं वहां डट गईं और उन्होंने मूर्ति को चारों ओर से घेर लिया और साथ में चेतावनी दी कि मूर्ति उनकी लाशों के ऊपर से ही उठेगी। मामले को सुलझाने के लिए उपमंडलाधीश ने अग्रवाल पीरखाना में वार्ड नं. 13, 14, 15 के लोगों की एक बैठक बुलाई और उसमें बताया कि सुप्रीम कोर्ट के नवम्बर 2009 के निर्णय अनुसार किसी भी सार्वजनिक स्थान पर अवैध रूप से मंदिर का निर्माण करवाना गैरकानूनी है और सुप्रीम कोर्ट द्वारा स्पष्ट रूप से हिदायतें दी गई हैं कि इस अवैध निर्माण को तुरन्त प्रभाव से गिरा दिया जाये वरना वह सभी लोग दोषी होंगे जो इस अवैध निर्माण को देखेंगे।
उन्होंने यह भी बताया कि बठिंडा रोड़ पर स्थित रामभक्त हनुमान मंदिर को भी तोडऩे के आदेश आ चुके हैं। इसे भी कुछ दिनों में गिराया जा सकता है। राम भक्त हनुमान मंदिर प्रबंधक समिति को स्वयं ही मंदिर को हटवा लेेने के लिए कहा गया है। इस मौके पर उन्होंने वार्ड नं. 14 में ताजा स्थापित की गई मूर्ति को हटवाने के लिए 14 मैम्बरी कमेटी का गठन किया। जिसमें पार्षद विनोद बांसल, पार्षद मधु बागड़ी, पार्षद सुरजीत चावला के साथ-साथ सीता राम सिंगला, साहब राम पुहाल, रामरख, चित्रगुप्त छाबड़ा, प्रवीन सिंगला, डॉ. भारत भूषण छाबड़ा, विजय छाबड़ा, संजय कुमार, गणपत राम, आशा वाल्मीकि और कृष्ण कुमार को मनोनित किया गया। लेकिन जब मूर्ति को हटाने का समय आया तो इस क मेटी के अधिकांश सदस्य मौका से फरार हो गये और कहने लगे कि वह अपने हाथों से स्थापित की गई मूर्ति को किसी भी कीमत पर हटा कर पाप नहीं लेंगे। इस मौके पर तनाव की स्थिति इतनी बढ़ गई कि उपमंडलाधीश तो इस मामले को बीच में ही छोड़ कर चले गये। लेकिन दोनों पक्षों की महिलाएं आमने-सामने आ गईं। समय रहते थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा, थाना सदर प्रभारी भगवान दास और उनके साथियों ने स्थिति को नियंत्रण मेें कर लिया। अन्तत: काफी लम्बे विवाद के बाद करीब 2 बजे दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हो गये कि मूर्ति को सम्मान सहित हटा कर वाल्मीकि मंदिर में पहुंचा दिया जाये। इस स्थान पर कोई भी कूड़ा नहीं फेंकेगा। बल्कि यहां खड़ी की गई रेहडिय़ों में कूड़ा डाल देगा। पुन: उपमंडलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने मामले को अपने हाथ में लिया और दोनों पक्षों में अपने कार्यालय में बुलाया। वहां पर मामले को सुलझाने के बाद नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल के नेतृत्व में मूर्ति को वहां से हटा कर सम्मानपूर्वक वाल्मीकि मंदिर में भेज दिया। वाल्मीकि समाज के साहब राम पुहाल ने कहा कि इस मूर्ति को यहां स्थापित करवायेंगे।
हिल गई डबवाली
डबवाली (लहू की लौ) गुरूवार रात को एक सीनेटरी शॉप में जोरदार विस्फोट हुआ। विस्फोट से उठी आग की लपटों की चपेट में आकर दो जनें घायल हो गए। दुकान का सामान और एक बाईक जल गया। आस-पास की दुकानों को भी नुक्सान पहुंचा। पुलिस ने सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। फिलहाल विस्फोट में प्रयुक्त किए गए पदार्थ का पता नहीं चल सका है।
राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में सीनेटरी शॉप मै. हंसराज भूषण कुमार पर गुरूवार रात करीब 10.55 पर जोरदार धमाका हुआ। जिससे दुकान के परखच्चे उड़ गए। दो दुकानों पर लगे शट्टर दुकान से करीब पंद्रह फुट की दूरी पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की दीवार के पास जाकर गिरे। दुकानों के भीतर की दीवारें तहस-नहस हो गई। मौका पर पहुंची दमकल गाडिय़ों ने धमाके बाद उठी आग पर काबू पाया। विस्फोट से साथ पड़ती दुकानों में भी दरारें आ गई। सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा, गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार अपने दलबल सहित पहुंचे।
मामले की जांच कर रहे गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार ने बताया कि गुरूवार रात को उन्हें सूचना मिली कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में एक सीनेटरी शॉप पर धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। दो लोग खून से लथपथ सड़क पर पड़े हैं। वे मौका पर पहुंचे उस समय दुकान के भीतर पड़े सामान और सड़क पर गिरी पड़ी एक बाईक को आग लगी हुई थी। दो दुकानों के शट्टर करीब पंद्रह फुट की दूरी गिर पड़े मिले। जबकि घायल वहां से गायब थे।
जांच अधिकारी के अनुसार दुकान मालिक राकेश कुमार (31) निवासी डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रात को करीब 8.30 बजे दुकान मंगल करके घर गया था। रात को करीब 11 बजे उसे पता चला कि उसकी दुकान में विस्फोट हुआ है और दुकान में पड़े सामान को आग लगी हुई है तथा साथ में वहां खड़ी एक बाईक भी जल रही है। सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिए ब्यान में यह भी बताया पिछले दो वर्षों से दुकान के कब्जे को लेकर उनका वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली से झगड़ा चल रहा है और यह विवाद अदालत में विचाराधीन है। ये लोग उसे कई बार धमकियां दे चुके हैं और करीब चार-पांच माह पूर्व उनकी दुकान पर आकर कब्जे का प्रयास भी कर चुके हैं। उसे संदेह है कि इन्हीं लोगों ने रात को विस्फोट करके उसकी दुकान को उड़ाने का प्रयास किया।
थाना शहर पुलिस डबवाली ने राकेश के ब्यान पर वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली तथा एक अन्य युवक सोनू के खिलाफ धारा 436/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
एएसआई के अनुसार विस्फोट में घायल होने वाले के नाम अमित तथा सोनू बताया जाता है। पुलिस को मालूम हुआ है कि घायलों को बठिण्डा लेजाया गया है।
इधर घायलों को बठिण्डा लेजाने वाले मां जगदम्बा वैल्फेयर क्लब डबवाली की एम्बूलैंस के चालक राजू ने मोबाइल पर बताया कि इस समय वह चण्डीगढ़ में है। वह शुक्रवार सुबह 4.30 बजे राज अस्पताल, किलियांवाली से मोटरसाईकिल को आग लगने से घायल हुए युवकों को लेकर बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के अस्पताल में दाखिल करवाकर आया है।
बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के पास दाखिल अमित उर्फ धन्ना (40) पुत्र वेदप्रकाश निवासी नजदीक पुराना पोस्ट ऑफिस, डबवाली ने संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि उसकी टांग में फ्रेक्चर आया है। उसके चाचा दर्शन कुमार ने पहले उसे राज अस्पताल, मण्डी किलियांवाली में दाखिल करवाया था। बारिश की वजह से रात को 10.30 बजे उसका मोटरसाईकिल पुराना बस स्टैण्ड के निकट गिर जाने से उसे चोट लगी। जबकि इसी अस्पताल में उपचाराधीन सोनू (19) पुत्र गोरीशंकर निवासी डबवाली ने बताया कि वह धनराज की करियाणा की दुकान पर काम करता है। डबवाली के पुराना बस स्टैण्ड रोड़ पर मोटरसाईकिल को आग लगने का हादसा होने के कारण वह घायल हो गया। आग कैसे लगी उसे मालूम नहीं।
राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में सीनेटरी शॉप मै. हंसराज भूषण कुमार पर गुरूवार रात करीब 10.55 पर जोरदार धमाका हुआ। जिससे दुकान के परखच्चे उड़ गए। दो दुकानों पर लगे शट्टर दुकान से करीब पंद्रह फुट की दूरी पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की दीवार के पास जाकर गिरे। दुकानों के भीतर की दीवारें तहस-नहस हो गई। मौका पर पहुंची दमकल गाडिय़ों ने धमाके बाद उठी आग पर काबू पाया। विस्फोट से साथ पड़ती दुकानों में भी दरारें आ गई। सूचना पाकर मौका पर थाना शहर पुलिस के प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा, गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार अपने दलबल सहित पहुंचे।
मामले की जांच कर रहे गोल बाजार पुलिस चौकी के प्रभारी एएसआई कृष्ण कुमार ने बताया कि गुरूवार रात को उन्हें सूचना मिली कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में एक सीनेटरी शॉप पर धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। दो लोग खून से लथपथ सड़क पर पड़े हैं। वे मौका पर पहुंचे उस समय दुकान के भीतर पड़े सामान और सड़क पर गिरी पड़ी एक बाईक को आग लगी हुई थी। दो दुकानों के शट्टर करीब पंद्रह फुट की दूरी गिर पड़े मिले। जबकि घायल वहां से गायब थे।
जांच अधिकारी के अनुसार दुकान मालिक राकेश कुमार (31) निवासी डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रात को करीब 8.30 बजे दुकान मंगल करके घर गया था। रात को करीब 11 बजे उसे पता चला कि उसकी दुकान में विस्फोट हुआ है और दुकान में पड़े सामान को आग लगी हुई है तथा साथ में वहां खड़ी एक बाईक भी जल रही है। सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को दिए ब्यान में यह भी बताया पिछले दो वर्षों से दुकान के कब्जे को लेकर उनका वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली से झगड़ा चल रहा है और यह विवाद अदालत में विचाराधीन है। ये लोग उसे कई बार धमकियां दे चुके हैं और करीब चार-पांच माह पूर्व उनकी दुकान पर आकर कब्जे का प्रयास भी कर चुके हैं। उसे संदेह है कि इन्हीं लोगों ने रात को विस्फोट करके उसकी दुकान को उड़ाने का प्रयास किया।
थाना शहर पुलिस डबवाली ने राकेश के ब्यान पर वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, अमित उर्फ धन्ना, नरेन्द्र उर्फ लीला पुत्रान वेदप्रकाश निवासी डबवाली तथा एक अन्य युवक सोनू के खिलाफ धारा 436/34 आईपीसी के तहत मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
एएसआई के अनुसार विस्फोट में घायल होने वाले के नाम अमित तथा सोनू बताया जाता है। पुलिस को मालूम हुआ है कि घायलों को बठिण्डा लेजाया गया है।
इधर घायलों को बठिण्डा लेजाने वाले मां जगदम्बा वैल्फेयर क्लब डबवाली की एम्बूलैंस के चालक राजू ने मोबाइल पर बताया कि इस समय वह चण्डीगढ़ में है। वह शुक्रवार सुबह 4.30 बजे राज अस्पताल, किलियांवाली से मोटरसाईकिल को आग लगने से घायल हुए युवकों को लेकर बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के अस्पताल में दाखिल करवाकर आया है।
बठिण्डा के डॉ. कैलाश गोयल के पास दाखिल अमित उर्फ धन्ना (40) पुत्र वेदप्रकाश निवासी नजदीक पुराना पोस्ट ऑफिस, डबवाली ने संवाददाता से बातचीत करते हुए बताया कि उसकी टांग में फ्रेक्चर आया है। उसके चाचा दर्शन कुमार ने पहले उसे राज अस्पताल, मण्डी किलियांवाली में दाखिल करवाया था। बारिश की वजह से रात को 10.30 बजे उसका मोटरसाईकिल पुराना बस स्टैण्ड के निकट गिर जाने से उसे चोट लगी। जबकि इसी अस्पताल में उपचाराधीन सोनू (19) पुत्र गोरीशंकर निवासी डबवाली ने बताया कि वह धनराज की करियाणा की दुकान पर काम करता है। डबवाली के पुराना बस स्टैण्ड रोड़ पर मोटरसाईकिल को आग लगने का हादसा होने के कारण वह घायल हो गया। आग कैसे लगी उसे मालूम नहीं।
धमाके की गूंज पंजाब में भी
डबवाली (लहू की लौ) वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में एक सीनेटरी की दुकान में विस्फोट की सूचना जैसे ही शुक्रवार सुबह नगर के लोगों को मिली तो इस घटना को देखने के लिए लोगों का हजूम सुबह से ही जमा हो गया। विस्फोट की जांच के लिए सीन ऑफ क्राईम तथा फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम मौका पर पहुंची। सीन ऑफ क्राईम के प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र सिंह ने अपनी टीम के साथ घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि विस्फोट होने से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन विस्फोट में किस रासायनिक पदार्थ का प्रयोग किया गया जिससे धमाके के साथ दुकान में आग लगी। फिलहाल इसकी जांच चल रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि घटना स्थल से जले हुए मोटरसाईकिल, आरओ, दुकान के भीतर पड़े जले हुए गत्ते सहित चार नमूने लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए मधुबन भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इस मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट रोशन लाल भी उपस्थित थे।
हादसे से यहां डबवाली शहर हिला, वहीं इसकी गूंज पंजाब में भी सुनाई दी। घटना पंजाब राज्य की सीमा तथा पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गांव बादल के नजदीक होने के कारण पंजाब गुप्तचर विभाग के कर्मचारी भी मौका पर पहुंचे और आवश्यक जानकारी जुटाई। बीते शनिवार को बठिण्डा के जोगीनगर इलाके में भी इसी तरह का एक विस्फोट हुआ था। नछत्तर सिंह के दो मंजिला मकान में हुए विस्फोट में नछत्तर सिंह, उसकी माता सदावंती, बेटियों रजनी और गगनदीप, किराएदार नफीस अहमद की चार वर्षीय बेटी अर्शला और गली से गुजरती सुरभि की मौत हो गई थी। पंजाब गुप्तचर विभाग बठिण्डा विस्फोट और डबवाली विस्फोट दोनों को एक जैसा मानकर अपनी कार्रवाई आगे बढ़ा रहा है।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि विस्फोट होने से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन विस्फोट में किस रासायनिक पदार्थ का प्रयोग किया गया जिससे धमाके के साथ दुकान में आग लगी। फिलहाल इसकी जांच चल रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि घटना स्थल से जले हुए मोटरसाईकिल, आरओ, दुकान के भीतर पड़े जले हुए गत्ते सहित चार नमूने लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए मधुबन भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इस मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट रोशन लाल भी उपस्थित थे।
हादसे से यहां डबवाली शहर हिला, वहीं इसकी गूंज पंजाब में भी सुनाई दी। घटना पंजाब राज्य की सीमा तथा पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गांव बादल के नजदीक होने के कारण पंजाब गुप्तचर विभाग के कर्मचारी भी मौका पर पहुंचे और आवश्यक जानकारी जुटाई। बीते शनिवार को बठिण्डा के जोगीनगर इलाके में भी इसी तरह का एक विस्फोट हुआ था। नछत्तर सिंह के दो मंजिला मकान में हुए विस्फोट में नछत्तर सिंह, उसकी माता सदावंती, बेटियों रजनी और गगनदीप, किराएदार नफीस अहमद की चार वर्षीय बेटी अर्शला और गली से गुजरती सुरभि की मौत हो गई थी। पंजाब गुप्तचर विभाग बठिण्डा विस्फोट और डबवाली विस्फोट दोनों को एक जैसा मानकर अपनी कार्रवाई आगे बढ़ा रहा है।
विस्फोट से दहशत का माहौल
डबवाली (लहू की लौ) स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए हरियाणा में रेड अलर्ट चल रहा है। लेकिन 12 अगस्त की रात को पुराना बस स्टैण्ड रोड़ पर हुए धमाके ने नगर में दहशत फैला दी। धमाका इतना जोरदार था कि एक किलोमीटर वर्ग क्षेत्र में इसकी गूंज सुनाई दी।
धमाका स्थल मै. हंसराज भूषण कुमार की सीनेटरी दुकान के पड़ौसी और पुराना बंस स्टैण्ड रोड़ के निवासी रिशव (26) ने बताया कि जैसे ही उन्होंने विस्फोट को सुना, तो उनके घर के सभी लोग दहल उठे और एकदम बाहर निकले। देखा कि सीनेटरी की दुकान में आग लगी हुई है और दुकान के बाहर खड़ी एक बाईक जल रही है। इसकी जानकारी देने के लिए वह स्वयं दुकान के मालिक राकेश कुमार के घर गया और उसे बुलाकर लाया। उसके अनुसार घटना करीब 10.55 मिनट की है।
घटना के दूसरे प्रत्यक्षदर्शी सोहन सिंह (57) ने बताया कि धमाके की आवाज सुनकर वह अपने घर से बाहर आया, तो देखा कि दो युवक राकेश की दुकान के पास से उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। ये युवक एक-दूसरे को सहारा देकर उसके पास पहुंचे। जोकि खून से लथपथ थे। एक घायल युवक ने उससे कपड़ा मांगा। इसी दौरान एक व्यक्ति सफेद रंग के वाहन पर आया और दोनों घायलों को ले गया। दुकान के बिल्कुल पीछे स्थित कुएं वाली गली के निवासी रेशम सिंह (57) ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ सो रहा था। रात को करीब 10.55 पर धमाका हुआ। उसे लगा जैसे उसके घर में धमाका हुआ है। वह घर की छत पर गया तो देखा कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली की एक दुकान से आग की लपटें निकल रही हैं।
घटना स्थल के पड़ौसी मनियारी के दुकानदार गुरनाम सिंह (55) ने बताया कि पड़ौसी सोहन सिंह से सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा। उसने देखा कि उसकी दुकान का शट्टर भी उखड़ा हुआ है। दुकान के भीतर दरारें आई हुई हैं।कुएं वाली गली के निवासी बलजिन्द्र सिंह (45) ने बताया कि धमाका बड़ा जबर्दस्त था। यूं लगा जैसे भूकंप आया है। वह अपने घर की छत्त पर जा चढ़ा। वैद्य उत्तम चंद वाली गली में आग की लपटें देखी। वह मौका पर गया तो देखा कि फायर ब्रिगेड आग बुझाने में लगी हुई है।
धमाका स्थल मै. हंसराज भूषण कुमार की सीनेटरी दुकान के पड़ौसी और पुराना बंस स्टैण्ड रोड़ के निवासी रिशव (26) ने बताया कि जैसे ही उन्होंने विस्फोट को सुना, तो उनके घर के सभी लोग दहल उठे और एकदम बाहर निकले। देखा कि सीनेटरी की दुकान में आग लगी हुई है और दुकान के बाहर खड़ी एक बाईक जल रही है। इसकी जानकारी देने के लिए वह स्वयं दुकान के मालिक राकेश कुमार के घर गया और उसे बुलाकर लाया। उसके अनुसार घटना करीब 10.55 मिनट की है।
घटना के दूसरे प्रत्यक्षदर्शी सोहन सिंह (57) ने बताया कि धमाके की आवाज सुनकर वह अपने घर से बाहर आया, तो देखा कि दो युवक राकेश की दुकान के पास से उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। ये युवक एक-दूसरे को सहारा देकर उसके पास पहुंचे। जोकि खून से लथपथ थे। एक घायल युवक ने उससे कपड़ा मांगा। इसी दौरान एक व्यक्ति सफेद रंग के वाहन पर आया और दोनों घायलों को ले गया। दुकान के बिल्कुल पीछे स्थित कुएं वाली गली के निवासी रेशम सिंह (57) ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ सो रहा था। रात को करीब 10.55 पर धमाका हुआ। उसे लगा जैसे उसके घर में धमाका हुआ है। वह घर की छत पर गया तो देखा कि वैद्य उत्तम चन्द वाली गली की एक दुकान से आग की लपटें निकल रही हैं।
घटना स्थल के पड़ौसी मनियारी के दुकानदार गुरनाम सिंह (55) ने बताया कि पड़ौसी सोहन सिंह से सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा। उसने देखा कि उसकी दुकान का शट्टर भी उखड़ा हुआ है। दुकान के भीतर दरारें आई हुई हैं।कुएं वाली गली के निवासी बलजिन्द्र सिंह (45) ने बताया कि धमाका बड़ा जबर्दस्त था। यूं लगा जैसे भूकंप आया है। वह अपने घर की छत्त पर जा चढ़ा। वैद्य उत्तम चंद वाली गली में आग की लपटें देखी। वह मौका पर गया तो देखा कि फायर ब्रिगेड आग बुझाने में लगी हुई है।
पुलिस की नजर में व्यक्तिगत रंजिश का मामला
डबवाली (लहू की लौ) वैद्य उत्तम चंद वाली गली में हुए धमाके को पुलिस व्यक्तिगत रंजिश मानकर चल रही है। लेकिन धमाके में प्रयुक्त किए गए पदार्थ के बारे में मौन है। लोग धमाके को लेकर सहमे हुए हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश कुमार (31) पुत्र हंसराज निवासी वार्ड नं. 3, नजदीक श्री वैष्णों माता मंदिर ने बताया कि वह मै. हंसराज भूषण कुमार के नाम से सीनेटरी फिटिंग, पाईप फिटिंग आदि की दुकान करता है। यह दुकान काफी समय से उनके पास एमएन शर्मा सोलन हिमाचल प्रदेश से किराए पर ली हुई है। अब यह दुकान वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल निवासी डबवाली ने खरीद ली थी। करीब दो वर्ष पहले वेदप्रकाश बगैरा ने उन्हें दुकान खाली करने के लिए कहा था। जिस पर उसने अदालत में दावा कर दिया। दुकान का स्टे अदालत से उसे मिला हुआ है। डबवाली अदालत में उसका केस विचाराधीन है।
उसने आगे बताया कि 12 अगस्त 2010 की रात को करीब 8.30 बजे वह अपनी दुकान बंद करके ताले लगाकर अपने घर चला गया था और रात को करीब 11 बजे पड़ौसियों ने आकर बताया कि उसकी दुकान में धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। इस पर वह और लीला पुत्र रतन लाल मौका पर आए तो देखा कि उसकी दुकान के दोनों शट्टर बाहर पड़े हैं, सामान बिखरा हुआ है। दुकान के पीछे के शट्टर व छत्त भी उड़ी हुई है और आग लगी हुई है। इतनी देर में दमकल विभाग की गाड़ी आ गई और आग को बुझाया। उनके अनुसार उनकी दुकान के बाहर सामने गली में दूसरे किनारे पर एक मोटरसाईकिल हीरो होंडा बुरी तरह जली हुई हालत में पड़ा है और दुकान के आगे चप्पल पड़ी है। उसे पता चला कि इस हादसे में अमित कुमार पुत्र वेदप्रकाश गुप्ता और अमित का नौकर सोनी उर्फ सोनू को चोटें लगी हैं। घायल अवस्था में वह राज अस्पताल डबवाली में दाखिल है। उसने कहा कि उसे संदेह है कि अमित गुप्ता व उसके नौकर सोनी ने उसकी दुकान को किसी विस्फोटक पदार्थ से धमाका करके आग लगाकर उसे नुक्सान पहुंचाया है। इस हादसे में वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, नरेन्द्र कुमार उर्फ लीला पुत्र वेदप्रकाश का भी हाथ है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी है और उसने पुलिस ने आरोपियों से अपनी जान-माल की सुरक्षा भी मांगी है।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि वेदप्रकाश बगैरा से राकेश कुमार बगैरा का दुकान के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है और फिलहाल मामला दर्ज करके इस पूरे प्रकरण की जांच एएसआई कृष्ण कुमार द्वारा की जा रही है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश कुमार (31) पुत्र हंसराज निवासी वार्ड नं. 3, नजदीक श्री वैष्णों माता मंदिर ने बताया कि वह मै. हंसराज भूषण कुमार के नाम से सीनेटरी फिटिंग, पाईप फिटिंग आदि की दुकान करता है। यह दुकान काफी समय से उनके पास एमएन शर्मा सोलन हिमाचल प्रदेश से किराए पर ली हुई है। अब यह दुकान वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल निवासी डबवाली ने खरीद ली थी। करीब दो वर्ष पहले वेदप्रकाश बगैरा ने उन्हें दुकान खाली करने के लिए कहा था। जिस पर उसने अदालत में दावा कर दिया। दुकान का स्टे अदालत से उसे मिला हुआ है। डबवाली अदालत में उसका केस विचाराधीन है।
उसने आगे बताया कि 12 अगस्त 2010 की रात को करीब 8.30 बजे वह अपनी दुकान बंद करके ताले लगाकर अपने घर चला गया था और रात को करीब 11 बजे पड़ौसियों ने आकर बताया कि उसकी दुकान में धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। इस पर वह और लीला पुत्र रतन लाल मौका पर आए तो देखा कि उसकी दुकान के दोनों शट्टर बाहर पड़े हैं, सामान बिखरा हुआ है। दुकान के पीछे के शट्टर व छत्त भी उड़ी हुई है और आग लगी हुई है। इतनी देर में दमकल विभाग की गाड़ी आ गई और आग को बुझाया। उनके अनुसार उनकी दुकान के बाहर सामने गली में दूसरे किनारे पर एक मोटरसाईकिल हीरो होंडा बुरी तरह जली हुई हालत में पड़ा है और दुकान के आगे चप्पल पड़ी है। उसे पता चला कि इस हादसे में अमित कुमार पुत्र वेदप्रकाश गुप्ता और अमित का नौकर सोनी उर्फ सोनू को चोटें लगी हैं। घायल अवस्था में वह राज अस्पताल डबवाली में दाखिल है। उसने कहा कि उसे संदेह है कि अमित गुप्ता व उसके नौकर सोनी ने उसकी दुकान को किसी विस्फोटक पदार्थ से धमाका करके आग लगाकर उसे नुक्सान पहुंचाया है। इस हादसे में वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, नरेन्द्र कुमार उर्फ लीला पुत्र वेदप्रकाश का भी हाथ है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी है और उसने पुलिस ने आरोपियों से अपनी जान-माल की सुरक्षा भी मांगी है।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि वेदप्रकाश बगैरा से राकेश कुमार बगैरा का दुकान के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है और फिलहाल मामला दर्ज करके इस पूरे प्रकरण की जांच एएसआई कृष्ण कुमार द्वारा की जा रही है।
11 अगस्त 2010
तूड़ी में छुपा रखी थी चोरी की गेहूं
डबवाली (लहू की लौ) पांच माह पूर्व डबवाली की दो आढ़ती फर्मों के गोदामों से हजारों रूपए की सरसों व गेहूं चोरी करने के मामलों की परतें पुलिस ने उधेडऩी शुरू कर दी हैं। पुलिस ने चोर गिरोह का केवल सुराग ही नहीं लगाया, बल्कि इस गिरोह के एक और सदस्य को काबू करके उससे 27 गट्टे गेहूं तथा तीन गट्टे सरसों के बरामद करने में सफलता अर्जित की है।
थाना शहर पुलिस के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि मार्च 2010 में रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल ने पुलिस में एक मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया था कि कबीर बस्ती के नजदीक स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति करीब 52 गट्टे गेहूं चुरा ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तालाश जोर-शोर से शुरू कर दी थी। इस संबंध में जांच का कार्य सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव ने मुखबरी के आधार पर 8 अगस्त 2010 को राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशा बस्ती के काला उर्फ गुरचरण पुत्र किरपाल सिंह के घर छापामारी करके मौका से 27 गट्टे गेहूं बरामद कर लिए। जोकि तूड़ी में दबाए हुए थे। इसके साथ ही काला को गिरफ्तार भी कर लिया। मौका पर गेहूं मालिक रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल से शिनाख्त भी करवाई गई।
थाना शहर प्रभारी के अनुसार 21 अप्रैल 2010 को भी इसी पुलिस ने कृष्ण पुत्र जोगिन्द्र निवासी सुरेशा बस्ती हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया था। उस समय तीन गट्टे गेहूं के बरामद किए गए थे। इस प्रकार कुल 30 गट्टे बरामद हो चुके हैं। जबकि 22 अन्य गट्टे बरामद करने के लिए पुलिस ने काला उर्फ गुरचरण का पुलिस रिमांड भी डबवाली की अदालत से प्राप्त किया। मंगलवार को उसे फिर अदालत में रिमांड समाप्त होने पर पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरसत में भेज दिया।
पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान काला ने स्वीकार किया कि इस वारदात में उसके आठ अन्य सहयोगी भी हैं। अब पुलिस उन आठ अन्य सहयोगियों को पकडऩे के लिए दबिश दे रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अन्य 22 गट्टे फरार आरोपियों से बरामद हो सकेंगे।
नेहरा के अनुसार 8 अगस्त को पकड़े गए काला उर्फ गुरचरण से पुलिस ने चोरी के तीन गट्टे सरसों भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि 5-6 अप्रैल 2010 को थाना शहर पुलिस ने आढ़ती फर्म डिप्टी सरूप एण्ड संज के मालिक रमेश मित्तल की शिकायत पर उसके नई अनाज मण्डी बी-ब्लॉक में स्थित गोदाम से 36 गट्टे गेहूं चोरी करने का मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू की थी। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। अभी तक सरसों चोरी में छह जनें गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पूर्व गिरफ्तार किए गए पांच जनों के नाम कृष्ण (28), मलखान (55), मान सिंह (30), गोबिंद (19), शशि कपूर (20) निवासीगण सुरेशा बस्ती, हनुमानगढ़ हैं। अब तक पुलिस आरोपियों से 21 गट्टे सरसों पकड़ चुकी है। जबकि अन्य आरोपी इस मामले में अभी भी फरार हैं। गेहूं और सरसों चोरी मामलों की कड़ी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है और दोनों ही मामलों में कुछ आरोपी सांझे हैं।
थाना शहर पुलिस के प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने बताया कि मार्च 2010 में रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल ने पुलिस में एक मामला दर्ज करवाकर आरोप लगाया था कि कबीर बस्ती के नजदीक स्थित उसके गोदाम का ताला तोड़कर अज्ञात व्यक्ति करीब 52 गट्टे गेहूं चुरा ले गए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों की तालाश जोर-शोर से शुरू कर दी थी। इस संबंध में जांच का कार्य सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव को सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक सूबे सिंह यादव ने मुखबरी के आधार पर 8 अगस्त 2010 को राजस्थान के नगर हनुमानगढ़ की सुरेशा बस्ती के काला उर्फ गुरचरण पुत्र किरपाल सिंह के घर छापामारी करके मौका से 27 गट्टे गेहूं बरामद कर लिए। जोकि तूड़ी में दबाए हुए थे। इसके साथ ही काला को गिरफ्तार भी कर लिया। मौका पर गेहूं मालिक रामचन्द्र पुत्र अमरनाथ बांसल से शिनाख्त भी करवाई गई।
थाना शहर प्रभारी के अनुसार 21 अप्रैल 2010 को भी इसी पुलिस ने कृष्ण पुत्र जोगिन्द्र निवासी सुरेशा बस्ती हनुमानगढ़ को गिरफ्तार किया था। उस समय तीन गट्टे गेहूं के बरामद किए गए थे। इस प्रकार कुल 30 गट्टे बरामद हो चुके हैं। जबकि 22 अन्य गट्टे बरामद करने के लिए पुलिस ने काला उर्फ गुरचरण का पुलिस रिमांड भी डबवाली की अदालत से प्राप्त किया। मंगलवार को उसे फिर अदालत में रिमांड समाप्त होने पर पेश किया। अदालत ने आरोपी को न्यायिक हिरसत में भेज दिया।
पुलिस के समक्ष रिमांड के दौरान काला ने स्वीकार किया कि इस वारदात में उसके आठ अन्य सहयोगी भी हैं। अब पुलिस उन आठ अन्य सहयोगियों को पकडऩे के लिए दबिश दे रही है और पुलिस को उम्मीद है कि अन्य 22 गट्टे फरार आरोपियों से बरामद हो सकेंगे।
नेहरा के अनुसार 8 अगस्त को पकड़े गए काला उर्फ गुरचरण से पुलिस ने चोरी के तीन गट्टे सरसों भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि 5-6 अप्रैल 2010 को थाना शहर पुलिस ने आढ़ती फर्म डिप्टी सरूप एण्ड संज के मालिक रमेश मित्तल की शिकायत पर उसके नई अनाज मण्डी बी-ब्लॉक में स्थित गोदाम से 36 गट्टे गेहूं चोरी करने का मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू की थी। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र कर रहे हैं। अभी तक सरसों चोरी में छह जनें गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इससे पूर्व गिरफ्तार किए गए पांच जनों के नाम कृष्ण (28), मलखान (55), मान सिंह (30), गोबिंद (19), शशि कपूर (20) निवासीगण सुरेशा बस्ती, हनुमानगढ़ हैं। अब तक पुलिस आरोपियों से 21 गट्टे सरसों पकड़ चुकी है। जबकि अन्य आरोपी इस मामले में अभी भी फरार हैं। गेहूं और सरसों चोरी मामलों की कड़ी एक-दूसरे से मिलती-जुलती है और दोनों ही मामलों में कुछ आरोपी सांझे हैं।
सरे बाजार लड़की ने नोटों से भरा थैला उड़ाया
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर से कुछ दूरी पर ही स्थित एक पेस्टीसाईडस की दुकान के बाहर खड़े किसान के मोटरसाईकिल पर लटक रहे हजारों रूपए से भरे थैले अप-टू-डेट लड़की उड़ा ले गई। किसान को इसकी जानकारी दस मिनट बाद मिली। घटना मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे की है।
गांव अहमदपुर दारेवाला के किसान बस्सन सिंह (55) पुत्र भजन सिंह ने बताया कि वह स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की डबवाली शाखा से चालीस हजार रूपए की नकदी निकलवा कर अनाज मण्डी में गया था और बाद में बस स्टैण्ड के पास स्थित राधेश्याम एण्ड संस की पेस्टीसाईड की दुकान से उसने कीड़ेमार दवा खरीदी और इस दौरान उसने अपने मोटरसाईकिल पर लटके थैले को गायब पाया। उसे पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटक रहे थैले को एक पेंट-शर्ट पहनी लड़की चुरा ले गई है।
किसान के मुताबिक थैले में चालिस हजार रूपए की नकदी, कुछ आवश्यक कागजात थे। उसने इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने तुरंत किसान के साथ आरोपी को ढूंढने के लिए सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण को भेजा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक लड़का और एक लड़की घटना से आधा घंटा पूर्व राधेश्याम एण्ड संस की दुकान के आस-पास मंडरा रहे थे और उस समय किसान का मोटरसाईकिल भी दुकान के बाहर खड़ा था। इसी दौरान लड़की फलों वाली रेहड़ी के पास आकर खड़ी हो गई और लड़का पास ही एक करियाणा की दुकान के नजदीक खड़ा हो गया। जैसे ही किसान ने अपना थैला मोटरसाईकिल पर लटकाया तो तुरंत लड़के ने लड़की को इशारा किया और लड़की मोटरसाईकिल के पास पहुंच गई। उसने फूर्ती से थैला उठाया और फुर्र हो गई। कुछ समय बाद किसान को पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटका थैला गायब है। उसने शोर मचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताया जाता है कि बस स्टैण्ड रोड़ पर इस वारदात को अंजाम देने वाला एक गिरोह घूम रहा है। इस गिरोह में दो लड़कियां 14-15 वर्ष की हैं। जबकि दो लड़के 20-22 वर्ष के भी हैं। लड़के इशारा करके लड़कियों से ऐसी वारदातों को अंजाम दिलाते हैं।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पीडि़त किसान शिकायत लेकर उसके पास आया था और उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को खोजने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति लोगों का भी दायित्व है कि वे सतर्क रहें और बिना समय गवाएं इस प्रकार की घटना की सूचना पुलिस को दें। अगर कोई अजनबी घूमता हुआ किसी को दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे।
गांव अहमदपुर दारेवाला के किसान बस्सन सिंह (55) पुत्र भजन सिंह ने बताया कि वह स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एण्ड जयपुर की डबवाली शाखा से चालीस हजार रूपए की नकदी निकलवा कर अनाज मण्डी में गया था और बाद में बस स्टैण्ड के पास स्थित राधेश्याम एण्ड संस की पेस्टीसाईड की दुकान से उसने कीड़ेमार दवा खरीदी और इस दौरान उसने अपने मोटरसाईकिल पर लटके थैले को गायब पाया। उसे पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटक रहे थैले को एक पेंट-शर्ट पहनी लड़की चुरा ले गई है।
किसान के मुताबिक थैले में चालिस हजार रूपए की नकदी, कुछ आवश्यक कागजात थे। उसने इसकी सूचना थाना शहर पुलिस को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा ने तुरंत किसान के साथ आरोपी को ढूंढने के लिए सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण को भेजा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक लड़का और एक लड़की घटना से आधा घंटा पूर्व राधेश्याम एण्ड संस की दुकान के आस-पास मंडरा रहे थे और उस समय किसान का मोटरसाईकिल भी दुकान के बाहर खड़ा था। इसी दौरान लड़की फलों वाली रेहड़ी के पास आकर खड़ी हो गई और लड़का पास ही एक करियाणा की दुकान के नजदीक खड़ा हो गया। जैसे ही किसान ने अपना थैला मोटरसाईकिल पर लटकाया तो तुरंत लड़के ने लड़की को इशारा किया और लड़की मोटरसाईकिल के पास पहुंच गई। उसने फूर्ती से थैला उठाया और फुर्र हो गई। कुछ समय बाद किसान को पता चला कि मोटरसाईकिल पर लटका थैला गायब है। उसने शोर मचाया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। बताया जाता है कि बस स्टैण्ड रोड़ पर इस वारदात को अंजाम देने वाला एक गिरोह घूम रहा है। इस गिरोह में दो लड़कियां 14-15 वर्ष की हैं। जबकि दो लड़के 20-22 वर्ष के भी हैं। लड़के इशारा करके लड़कियों से ऐसी वारदातों को अंजाम दिलाते हैं।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी उपनिरीक्षक विक्रम नेहरा से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि पीडि़त किसान शिकायत लेकर उसके पास आया था और उसने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को खोजने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं के प्रति लोगों का भी दायित्व है कि वे सतर्क रहें और बिना समय गवाएं इस प्रकार की घटना की सूचना पुलिस को दें। अगर कोई अजनबी घूमता हुआ किसी को दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दे।
विस्फोट मामले की होगी जांच-बादल
बठिंडा (सिगला/शर्मा) मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मंगलवार को जोगीनगर पहुंचे। यहां उन्होंने शनिवार को हुए विस्फोट में मारे गए लोगों के परिजनों को ढांढस बंधाया। पीडि़त परिवारों को सहायता राशि के चैक भी दिए। मुख्यमंत्री बादल ने विस्फोट वाली जगह का जायजा लिया। बाद में उन्होंने विस्फोट में मारे गए नछत्तर सिंह की पत्नी कर्मजीत को चार लाख, बलवंत सिंह को पच्चीस हजार, विजय कुमार को एक लाख, नफीस अहमद को एक लाख पच्चीस हजार, सुरेश कुमार को पचास हजार, सुरमान सिंह को पचास हजार की सहायता राशि का चैक दिया। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने मृतकों के बच्चों की पढ़ाई नि:शुल्क करवाए जाने की भी घोषणा की। इस मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए बादल ने कहा कि यह बहुत दु:खदायी घटना है। विस्फोट मामले की जांच कराई जाएगी। मानसा रोड़ के पुल का उद्घाटन 16 अगस्त को किया जाएगा। इस अवसर पर सरूप चंद सिंगला, उपायुक्त गुरू किरतकृपाल सिंह, एसडीएम केपीएस माही, एसएसपी सुखचैन सिंह गिल व जगदीश बिश्नोई मौजूद थे।
10 अगस्त 2010
सफाई कर्मचारियों ने15 अगस्त को दी हड़ताल पर जाने की धमकी
डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाने की धमकी दी है। आरोप है कि सफाई कर्मचारियों को तीन माह का वेतन नहीं मिला और न समय उनका पीएफ जमा होता है।
सोमवार को नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका की सफाई शाखा के समक्ष धरना दिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष शाम लाल ने बताया कि वेतन के लिए वे नगरपालिका अधिकारियों के पिछले तीन माह से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा। समय पर पैगार न मिलने के कारण उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं।
सफाई कर्मचारी चत्तर सिंह, सुनील कुमार, सतीश, कमल, जगदीश, ओमप्रकाश, प्रकाशो देवी, दर्शना देवी, कमला रानी ने आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। उनकी 11-11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
सफाई कर्मचारियों की ओर से सफाई शाखा पर धरना दिए जाने की सूचना पाकर नपा के कार्यकारी सचिव रामनिवास शर्मा मौका पर पहुंचे। उन्होंने सफाई कर्मियों को समझाया-बुझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि शुक्रवार तक सफाई कर्मियों का एक माह का वेतन उनके खातों में जमा करवा दिया जाएगा। आश्वासन पाने के बाद कर्मचारी शांत हुए और धरना उठा लिया। हालांकि सफाई कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा न हुआ तो वे राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पालिका प्रशासन की होगी।
सोमवार को नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने नगरपालिका की सफाई शाखा के समक्ष धरना दिया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष शाम लाल ने बताया कि वेतन के लिए वे नगरपालिका अधिकारियों के पिछले तीन माह से चक्कर काट रहे हैं। लेकिन उन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा। समय पर पैगार न मिलने के कारण उन्हें केवल खाद्य पदार्थों की उधार चुकाने में मुश्किल आ रही है, बल्कि इसके साथ ही बच्चों की फीसें भरने में भी उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वे ब्याज पर माल खरीदकर अपना तथा अपने परिवारों का पेट पाल रहे हैं।
सफाई कर्मचारी चत्तर सिंह, सुनील कुमार, सतीश, कमल, जगदीश, ओमप्रकाश, प्रकाशो देवी, दर्शना देवी, कमला रानी ने आरोप लगाया कि उनकी बैंक लोन की किश्तें भी समय पर अदा नहीं की जाती। जिसके चलते उन पर बैंक का ब्याज अलग से पड़ रहा है। जबकि इन किश्तों को उन्हें वेतन देते समय काट लिया जाता है। उनकी 11-11 माह की किश्तें अभी तक अदा नहीं की गई हैं। सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
सफाई कर्मचारियों की ओर से सफाई शाखा पर धरना दिए जाने की सूचना पाकर नपा के कार्यकारी सचिव रामनिवास शर्मा मौका पर पहुंचे। उन्होंने सफाई कर्मियों को समझाया-बुझाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि शुक्रवार तक सफाई कर्मियों का एक माह का वेतन उनके खातों में जमा करवा दिया जाएगा। आश्वासन पाने के बाद कर्मचारी शांत हुए और धरना उठा लिया। हालांकि सफाई कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा न हुआ तो वे राष्ट्रीय त्यौहार 15 अगस्त को हड़ताल पर चले जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पालिका प्रशासन की होगी।
कांग्रेसियों ने स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया
डबवाली (लहू की लौ) भारत छोड़ो आंदोलन की 68वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा अन्य स्वतन्त्रता सेनानियों को याद करते हुए ब्लाक कांग्रेस शहरी द्वारा अग्रवाल धर्मशाला मे एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक मे ब्लाक कांग्रेस ग्रामीण, कांग्रेस सेवादल, हल्का युवा कांग्रेस, शहर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। इस बैठक मे सभी कार्यकर्ताओ ने गांधीजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए तथा वक्ताओ ने भारत छोड़ो आन्दोलन के बारे मे जानकारी दी। इस सभा को बख्तावरमल दर्दी, प्रकाश चन्द बांसल, महाशा कुन्दनलाल, डा.भारत भूषण छाबड़ा, कर्मचन्द शर्मा, सन्दीप चौधरी, साहबराम पुहाल, केशव शर्मा, डा.सुरेन्द्र मदान आदि वक्ताओ ने सभी स्वतन्त्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी। मंच संचालन विनोद बांसल ने किया। इस मौके पर ब्लाक शहरी प्रधान पवन गर्ग, ब्लाक ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, पूर्व प्रधान रामजी लाल, नवरतन बांसल, बलदेव राज शर्मा, बिशम्बर दयाल मैहता, जिला महासचिव मदन भांभू, गुरतेज सोनी, हेमराज जिन्दल, सुरेन्द्र सिंह ठेकेदार, ओमप्रकाश वधवा, ईश्वर दयाल गांधी, रमेश बागड़ी, गीता चौहान, बिन्दिया महन्त, हरनेक सिंह, जगदीप सूर्या, ओमप्रकाश बागड़ी, राकेश बब्बर,राजेन्द्र जैन, रविन्द्र गर्ग, संजय मिढा, चित्रगुप्त छाबड़ा, युवा हल्का प्रधान कुलदीप सिंह, शहरी युवा प्रधान अमन भारद्वाज, रविन्द्र बिन्दु, दीपक बाबा, डा.संतोष अरोड़ा, शिव नारायण मोटन, भारत भूषण सिंगला, बिमला महाशा, पवन रेगर, दर्शन गोयल, मनवीर मान, कुलदीप सूर्या, चंचल कम्बोज, सतपाल सिंह, विजय बांसल, सुखमन्दर प्रधान, रघुवीर सिंह, सन्नी बत्तरा सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भू-माफिया के खिलाफ बिफरे लोग
डबवाली (लहू की लौ) प्लाटो पर अवैध कब्जे को लेकर प्लाट बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने सोमवार को उपमण्डलाधीश कार्यालय के समक्ष जमकर नारेबाजी की। समिति के सदस्यों ने उपमण्डलाधीश को एक ज्ञापन भी दिया।
समिति के अध्यक्ष एसडी कपूर ने बताया कि डबवाली में भू-माफियों ने प्लाट धारकों की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं और भू-माफिया मालिक बनकर उन्हें आगे बेच रहा है। इसकी जांच के लिए उन्होंने चार माह पूर्व उपमण्डलाधीश को ज्ञापन दिया था। जिस पर उन्होंने नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई को जांच अधिकारी नियुक्त किया था। लेकिन इसके बावजूद भी जांच का काम अभी तक अधूरा है और प्लाट मालिक अपना हक पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्लाट धारक भू-माफिया के खिलाफ शपथ-पत्र भी दे चुके हैं। इस संदर्भ में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए, जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
समिति के अध्यक्ष एसडी कपूर ने बताया कि डबवाली में भू-माफियों ने प्लाट धारकों की जमीनों पर कब्जे कर रखे हैं और भू-माफिया मालिक बनकर उन्हें आगे बेच रहा है। इसकी जांच के लिए उन्होंने चार माह पूर्व उपमण्डलाधीश को ज्ञापन दिया था। जिस पर उन्होंने नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई को जांच अधिकारी नियुक्त किया था। लेकिन इसके बावजूद भी जांच का काम अभी तक अधूरा है और प्लाट मालिक अपना हक पाने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्लाट धारक भू-माफिया के खिलाफ शपथ-पत्र भी दे चुके हैं। इस संदर्भ में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है। नियमानुसार कार्रवाई करते हुए, जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बेहतर जनसेवा व स्थाई रोजगार के नारे के साथ सर्वकर्मचारी संघ का जत्था रोहतक रवाना
डबवाली (लहू की लौ) भारत छोड़ो आंदोलन की 68वीं वर्षगांठ पर सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की ओर से बेहतर जनसेवा व स्थाई रोजगार के नारों के साथ जनजागरण अभियान शुरू किया गया। सोमवार को इस अभियान की शुरूआत उपमण्डल डबवाली के गांव अबूबशहर से की गई। जत्थे का नेतृत्व संघ के वरिष्ठ उपप्रधान सरबत सिंह पूनियां, कोषाध्यक्ष सीएन भारती एवं राज्य कमेटी के सदस्य अशोक कुमार कर रहे हैं। अभियान की शुरूआत से पूर्व जनसभा की गई। जिसमें कच्चे-पक्के कर्मचारियों के अतिरिक्त सैंकड़ों ग्रामीणों ने भाग लिया। जनसभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने सरकार की नीतियों को विस्तार से खोल कर रखा। जनता से आह्वान किया कि वे राजनेताओं से पूछें कि जनता की सेवा के लिए खड़े किए गए सार्वजनिक क्षेत्र के महकमे शिक्षा, परिवहन, बिजली, स्वास्थ्य व जनस्वास्थ्य आदि के बारे में विस्तार की बजाए सिकुड़ क्यों रहे हैं। सीएन भारती ने कहा कि तीस हजार के लगभग अध्यापकों के पद खाली पड़े हैं। शिक्षा अधिकार कानून लागू होने से बीस हजार नए अध्यापकों के पद बनते हैं, उनके अतिरिक्त विद्यालयों में हजारों की संख्या में लिपिक व चतुर्थ श्रेणी के पद खाली पड़े हैं। पूनियां के अनुसार हरियाणा की सवा दो करोड़ जनता व पौने सात हजार गांवों को देखते हुए परिवहन बेड़े में कम से कम आठ हजार बसों की आवश्यकता है। इन बसों के आने से जहां जनता को परिवहन की पूरी सुविधा मिलेगी। वहीं पचास हजार नवयुवकों को ड्राईवर, कंडक्टर, मैकेनिक आदि के रूप में रोजगार मिलेगा। कर्मचारी नेता ने कहा कि सरकार की योजना पानी तक को बेचने की है। सरकार ग्रामीण वाटर वक्र्स को धन्ना सेठों को बेचने जा रही है।
पूनियां ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ 22 अगस्त को मुख्यमंत्री के गृह जिला रोहतक में रैली करने जा रहा है। रैली के लिए आज के दिन पूरे प्रदेश से चार जत्थे चले हैं। अबूबशहर के अतिरिक्त कालका, हौडल तथा नांगल चौधरी से चले ये जत्थे प्रदेश वासियों को जागरूक करते हुए रैली में भाग लेंगे।
अबूबशहर से शुरू हुआ जत्था डबवाली, गांव खुईयांमलकाना, औढ़ां, बड़ागुढ़ा, फतेहपुरिया और जोधपुरिया में पहुंचा। जत्थे में सर्व कर्मचारी संघ जिला सिरसा कमेटी के जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा, सचिव प्रेम शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान रमेश मजोंका, नंदन सिंह, करणी सिंह, सुरजीत सिंह बेदी आदि शामिल हैं।
पूनियां ने बताया कि सर्व कर्मचारी संघ 22 अगस्त को मुख्यमंत्री के गृह जिला रोहतक में रैली करने जा रहा है। रैली के लिए आज के दिन पूरे प्रदेश से चार जत्थे चले हैं। अबूबशहर के अतिरिक्त कालका, हौडल तथा नांगल चौधरी से चले ये जत्थे प्रदेश वासियों को जागरूक करते हुए रैली में भाग लेंगे।
अबूबशहर से शुरू हुआ जत्था डबवाली, गांव खुईयांमलकाना, औढ़ां, बड़ागुढ़ा, फतेहपुरिया और जोधपुरिया में पहुंचा। जत्थे में सर्व कर्मचारी संघ जिला सिरसा कमेटी के जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा, सचिव प्रेम शर्मा, वरिष्ठ उपप्रधान रमेश मजोंका, नंदन सिंह, करणी सिंह, सुरजीत सिंह बेदी आदि शामिल हैं।
महिला को शराबी से लिफ्ट लेनी महंगी पड़ी
डबवाली (लहू की लौ) एक महिला को शराबी से लिफ्ट लेना उस समय महंगा पड़ा जब मोटरसाईकिल चालक ने मोटरसाईकिल को एक बैलगाड़ी की बीच दे मारा और महिला को मुंह तुड़वा कर अस्पताल जाना पड़ा। घायल रानी (45) पत्नी प्रकाश निवासी गंगा ने बताया कि वह अपनी बेटी सोमा पत्नी सुक्खा कंगड़खेड़ा (सिरसा) को मिल कर रविवार रात को डबवाली लौटी थी। लेकिन उसे डबवाली बस अड्डा से गंगा के लिए कोई बस न मिली तो उसने एक मोटरसाईकिल को हाथ देकर रूकवा लिया और गांव गंगा तक के लिए लिफ्ट मांगी। लेकिन मोटरसाईकिल चालक ने कहा कि वह तो जलालआना जा रहा है तो उसने कहा कि कि वह उसे डबवाली गांव तक छोड़ दे।
उसके अनुसार उनका मोटरसाईकिल जैसे ही डबवाली गांव के पास पहुंचा तो आगे जा रही बैलगाड़ी से टकरा गया। जिससे वह और मोटरसाईकिल चालक घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस एम्बुलैंस ने अस्पताल पहुुंचाया।
थाना शहर पुलिस के हवलदार तथा जांच अधिकारी जयसिंह ने बताया कि मोटरसाईकिल चालक का नाम लखविन्द्र (33) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी जलालआना है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा सिविल अस्पताल में ले जाया गया। मोटरसाईकिल चालक दुर्घटना के समय शराबी था। पुलिस को दोनों ने इस घटना को इत्तफाकिया बताते हुए कोई भी कार्यवाही करवाने से इंकार कर दिया।
उसके अनुसार उनका मोटरसाईकिल जैसे ही डबवाली गांव के पास पहुंचा तो आगे जा रही बैलगाड़ी से टकरा गया। जिससे वह और मोटरसाईकिल चालक घायल हो गये। जिन्हें घायल अवस्था में पुलिस एम्बुलैंस ने अस्पताल पहुुंचाया।
थाना शहर पुलिस के हवलदार तथा जांच अधिकारी जयसिंह ने बताया कि मोटरसाईकिल चालक का नाम लखविन्द्र (33) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी जलालआना है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा सिविल अस्पताल में ले जाया गया। मोटरसाईकिल चालक दुर्घटना के समय शराबी था। पुलिस को दोनों ने इस घटना को इत्तफाकिया बताते हुए कोई भी कार्यवाही करवाने से इंकार कर दिया।
पति और सास से तंग आकर विवाहिता ने फांसी खाई
डबवाली (लहू की लौ) पति और सास से तंग आकर एक विवाहिता ने फांसी खा कर जान दे दी। थाना लम्बी के प्रभारी एसआई हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि डबवाली उपमंडल के गांव शेरगढ़ निवासी मनफूल राम ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसकी बेटी सुखप्रीत कौर (26) की शादी 6 वर्ष पूर्व गांव घुमियारा निवासी हंसराज पुत्र लाल चन्द के साथ सम्पन्न हुई थी। उन्होंने इस शादी में अपनी हैसियत से बढ़ कर दान दहेज दिया था। उसकी बेटी के दो लड़के भी हैं।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी बेटी सुखप्रीत की सास रामप्यारी तथा पति हंसराज परेशान करते थे और मारपीट करते थे। इस सन्दर्भ में कई बार पंचायतें भी हुईं। मारपीट से तंंग आकर रविवार को कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया और पंखे से फंदा लगा कर जान दे दी।
पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर धारा 306/34 आईपीसी के तहत सुखप्रीत कौर के पति व सास के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी बेटी सुखप्रीत की सास रामप्यारी तथा पति हंसराज परेशान करते थे और मारपीट करते थे। इस सन्दर्भ में कई बार पंचायतें भी हुईं। मारपीट से तंंग आकर रविवार को कोई जहरीला पदार्थ निगल लिया और पंखे से फंदा लगा कर जान दे दी।
पुलिस ने मृतका के पिता की शिकायत पर धारा 306/34 आईपीसी के तहत सुखप्रीत कौर के पति व सास के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
09 अगस्त 2010
अब लेह पहुंचेगी डेरे की टीम
कहा, इंसानियत की सेवा में विश्व रिकार्ड बनना होगी गौरव की बात
सिरसा। डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां ने कहा कि डेरे का उद्देश्य कोई रिकार्ड बनाना नहीं, बल्कि मानवता की ज्यादा से ज्यादा सेवा करनालक्ष्य है। अगर इंसानियत की सेवा में विश्व रिकार्ड बने तो इससे गौरवमयी बात क्या हो सकती है? वे रविवार को डेरा सच्चा सौदा के सचखंड हॉल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि हाल ही में लेह में बादल फटने से आई प्राकृतिक आपदा में पीड़ित परिवारों की मदद करने के लिए शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग द्वारा सोमवार को राहत सामग्री भेजी जाएगी। मानवता भलाई कार्यों के लिए गठित शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स विंग में करीब 35 हजार सेवादार हर समय प्राकृतिक आपदा, दुर्घटनाआें और मुसीबत के समय फंसे लोगों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि वेश्यावृति उन्मूलन अभियान के तहत बुराइयां त्याग कर समाज की मुख्य धारा में शामिल होने वाली लड़कियों को वे अपनी बेटी का दर्जा देते है और उनका संपूर्ण इलाज करवाने के बाद उनकी शादियां करवाई जाती हैं। अब तक डेरा सच्चा सौदा में आठ शादियां हो चुकी हैं। उन्होंने आह्वान किया कि जो अपनी बेटियों को गर्भ में मरवा देते हैं, भू्रण हत्या करवाते हैं।
वे अपनी कन्याआें को मारे नहीं, बल्कि उन्हें दें। वे उन बच्चियों को अपनी बेटी बनाकर रखेंगे। उन्होंने कहा कि लोगों को बढ़-चढ़कर रक्तदान में भाग लेना चाहिए। इससे किसी को जीवन प्रदान किया जा सकता है। इसी मकसद से रविवार को रक्तदान शिविर लगाया गया।
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