15 अगस्त 2010

पुलिस की नजर में व्यक्तिगत रंजिश का मामला

डबवाली (लहू की लौ) वैद्य उत्तम चंद वाली गली में हुए धमाके को पुलिस व्यक्तिगत रंजिश मानकर चल रही है। लेकिन धमाके में प्रयुक्त किए गए पदार्थ के बारे में मौन है। लोग धमाके को लेकर सहमे हुए हैं।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश कुमार (31) पुत्र हंसराज निवासी वार्ड नं. 3, नजदीक श्री वैष्णों माता मंदिर ने बताया कि वह मै. हंसराज भूषण कुमार के नाम से सीनेटरी फिटिंग, पाईप फिटिंग आदि की दुकान करता है। यह दुकान काफी समय से उनके पास एमएन शर्मा सोलन हिमाचल प्रदेश से किराए पर ली हुई है। अब यह दुकान वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल निवासी डबवाली ने खरीद ली थी। करीब दो वर्ष पहले वेदप्रकाश बगैरा ने उन्हें दुकान खाली करने के लिए कहा था। जिस पर उसने अदालत में दावा कर दिया। दुकान का स्टे अदालत से उसे मिला हुआ है। डबवाली अदालत में उसका केस विचाराधीन है।
उसने आगे बताया कि 12 अगस्त 2010 की रात को करीब 8.30 बजे वह अपनी दुकान बंद करके ताले लगाकर अपने घर चला गया था और रात को करीब 11 बजे पड़ौसियों ने आकर बताया कि उसकी दुकान में धमाका हुआ है और आग लगी हुई है। इस पर वह और लीला पुत्र रतन लाल मौका पर आए तो देखा कि उसकी दुकान के दोनों शट्टर बाहर पड़े हैं, सामान बिखरा हुआ है। दुकान के पीछे के शट्टर व छत्त भी उड़ी हुई है और आग लगी हुई है। इतनी देर में दमकल विभाग की गाड़ी आ गई और आग को बुझाया। उनके अनुसार उनकी दुकान के बाहर सामने गली में दूसरे किनारे पर एक मोटरसाईकिल हीरो होंडा बुरी तरह जली हुई हालत में पड़ा है और दुकान के आगे चप्पल पड़ी है। उसे पता चला कि इस हादसे में अमित कुमार पुत्र वेदप्रकाश गुप्ता और अमित का नौकर सोनी उर्फ सोनू को चोटें लगी हैं। घायल अवस्था में वह राज अस्पताल डबवाली में दाखिल है। उसने कहा कि उसे संदेह है कि अमित गुप्ता व उसके नौकर सोनी ने उसकी दुकान को किसी विस्फोटक पदार्थ से धमाका करके आग लगाकर उसे नुक्सान पहुंचाया है। इस हादसे में वेदप्रकाश पुत्र मोहन लाल, नरेन्द्र कुमार उर्फ लीला पुत्र वेदप्रकाश का भी हाथ है।
शिकायतकर्ता के अनुसार उसने इसकी सूचना पुलिस को दे दी है और उसने पुलिस ने आरोपियों से अपनी जान-माल की सुरक्षा भी मांगी है।
इस संदर्भ में थाना शहर प्रभारी एसआई विक्रम नेहरा ने बताया कि वेदप्रकाश बगैरा से राकेश कुमार बगैरा का दुकान के कब्जे को लेकर विवाद चल रहा है और फिलहाल मामला दर्ज करके इस पूरे प्रकरण की जांच एएसआई कृष्ण कुमार द्वारा की जा रही है।

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