15 अगस्त 2010

धमाके की गूंज पंजाब में भी

डबवाली (लहू की लौ) वैद्य उत्तम चन्द वाली गली में एक सीनेटरी की दुकान में विस्फोट की सूचना जैसे ही शुक्रवार सुबह नगर के लोगों को मिली तो इस घटना को देखने के लिए लोगों का हजूम सुबह से ही जमा हो गया। विस्फोट की जांच के लिए सीन ऑफ क्राईम तथा फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम मौका पर पहुंची। सीन ऑफ क्राईम के प्रभारी डॉ. जोगिन्द्र सिंह ने अपनी टीम के साथ घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि विस्फोट होने से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन विस्फोट में किस रासायनिक पदार्थ का प्रयोग किया गया जिससे धमाके के साथ दुकान में आग लगी। फिलहाल इसकी जांच चल रही है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि घटना स्थल से जले हुए मोटरसाईकिल, आरओ, दुकान के भीतर पड़े जले हुए गत्ते सहित चार नमूने लिए गए हैं। जिन्हें जांच के लिए मधुबन भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। इस मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट रोशन लाल भी उपस्थित थे।
हादसे से यहां डबवाली शहर हिला, वहीं इसकी गूंज पंजाब में भी सुनाई दी। घटना पंजाब राज्य की सीमा तथा पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गांव बादल के नजदीक होने के कारण पंजाब गुप्तचर विभाग के कर्मचारी भी मौका पर पहुंचे और आवश्यक जानकारी जुटाई। बीते शनिवार को बठिण्डा के जोगीनगर इलाके में भी इसी तरह का एक विस्फोट हुआ था। नछत्तर सिंह के दो मंजिला मकान में हुए विस्फोट में नछत्तर सिंह, उसकी माता सदावंती, बेटियों रजनी और गगनदीप, किराएदार नफीस अहमद की चार वर्षीय बेटी अर्शला और गली से गुजरती सुरभि की मौत हो गई थी। पंजाब गुप्तचर विभाग बठिण्डा विस्फोट और डबवाली विस्फोट दोनों को एक जैसा मानकर अपनी कार्रवाई आगे बढ़ा रहा है।

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