24 अगस्त 2010

नशा देकर पशु व्यापारियों को लूटा

डबवाली (लहू की लौ) दिल्ली से डबवाली आ रहे तीन पशु व्यापारियों को कुछ लोगों ने मार्ग में लूट लिया। बेहोशी की हालत में पशु व्यापारी डबवाली के गोल चौक के पास मिले। जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में लेजाया गया।
डबवाली से सटी पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के विधानसभा हल्का की मण्डी किलियांवाली में हर रविवार को पशु मेला भरता है। दूर-दराज से लोग यहां पशु खरीदने के लिए आते हैं। इसी मेले से पशु खरीदने के लिए शनिवार रात्रि करीब 10 बजे उत्तर प्रदेश के जिला बुलंदशहर के कस्बा औरंगाबाद के तीन पशु व्यापारी दिल्ली के अन्तर्राष्ट्रीय बस अड्डा से हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुए। तीनों के पास हजारों रूपए की नकदी थी। लेकिन तीनों को ही बीच रास्ते में लूट लिया गया। बस रविवार सुबह करीब 4.40 बजे डबवाली के गोल चौक पर पहुंची। बेहोशी की हालत में इन पशु व्यापारियों को बस के परिचालक ने डबवाली के गोल चौक पर उतार दिया। तीनों को उपचार के लिए डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। रविवार दोपहर बाद करीब दो बजे पशु व्यापारियों में से दो को होश आया। तब जाकर उन्होंने अपनी पहचान बताई। पत्रकारों से बातचीत करते हुए ईशाक (35) पुत्र नजीर अहमद निवासी औरंगाबाद जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) ने बताया कि वह अपने बड़े भाई इश्फाक (37)  निवासी औरंगाबाद जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) तथा औरंगाबाद निवासी फिरोज  (36) पुत्र अल्लाह मेहर के साथ शनिवार रात करीब 10 बजे डबवाली के लिए हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार हुआ था। उन लोगों ने डबवाली के साथ लगती मण्डी किलियांवाली में भरने वाले पशु मेले में से पशु खरीदने थे। उसी समय बस में तीन अन्य व्यक्ति भी सवार हुए। जो अपने आपको मेरठ और मुजफ्फरनगर के निवासी बताते थे। ईशाक ने आगे बताया कि बस में बैठने के करीब दो-तीन घंटे बाद बस एक ढाबा पर रूकी। उनके साथ बैठे तीनों व्यक्तियों में से एक ने उन्हें चाय पीने के लिए कहा। दबाव देने पर वे चाय पीने के लिए मान गए और साथ में खाने के लिए बिस्कुट भी दिए। जोकि कड़वे थे। बिस्कुट खाते ही उन्हें चक्कर आने लगे और वे बेहोश हो गए। उसके बाद उन्हें नहीं मालूम उनके साथ क्या हुआ। होश में आने के बाद जब उन्होंने अपनी जेबें टटोली तो उसमें रखी राशि गायब थी। तीनों पशु व्यापारियों ने नकदी को अपनी-अपनी पेंट की अंदरूनी जेब में छिपा रखा था। फिरोज के पास 42 हजार, ईशाक के पास 35 हजार तथा इश्फाक के पास 45 हजार रूपए की नकदी थी। लुटेरे अपने साथ फिरोज और ईशाक को मोबाइल सैट भी ले गए। इधर उक्त बस के परिचालक धमेंद्र ने बताया कि दिल्ली से सवार होते समय इन लोगों की संख्या छह थी। इनमें से एक ने डबवाली के लिए छह टिकट लिए थे। ये सभी 47 से 52 नं. सीट पर बैठे हुए थे। बस में भीड़ अधिक थी। डबवाली में उसे आकर मालूम हुआ कि तीन लोग बेहोश पड़े हैं। जबकि इनके साथ सफर करने वाले तीन जनें गायब थे। थाना शहर प्रभारी विक्रम नेहरा ने बताया कि पशु व्यापारियों के ब्यान कलमबद्ध करने के बाद घटना स्थल का पता चलेगा, उसी के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।

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