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Lahoo Ki Lau
01 जून 2020
जोधपुर से 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध लेकर आ रहा चौटाला आइटीआइ का माली दोस्त समेत गिरफ्तार
एसटीएफ हिसार ने मुखबरी के आधार पर दबोचा, चौटाला गांव के पूर्व सरपंच का बेटा है माली रामचंद्र
अंतरराजीय सीमा क्रॉस की, राजस्थान के पांच जिलों से होते हुए चौटाला गांव में ले आए अफीम दूध
डबवाली(लहू की लौ)स्पैशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) हिसार ने गांव चौटाला में संगरिया रोड पर कार सवार दो युवकों को 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध समेत गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान गांव चौटाला के कांकरिया वास निवासी रामचंद्र (35) तथा संगरिया के वार्ड नं. 23 निवासी वेदप्रकाश (30) के रुप में हुई है। दोनों जिला जोधपुर (राजस्थान) के कस्बा ओसिया से डेढ़ लाख रुपये में अफीम खरीदकर लाए थे। अफीम को आगे दोगुणी कीमत पर बेचना था। पुलिस के अनुसार नशा तस्कर 29 मई को चौटाला से जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। शनिवार देर शाम को ओएसवीएन कॉन्वेंट स्कूल के सामने हरियाणा नंबर की इटियोस कार में सवार दोनों अफीम समेत पकड़े गए। एसटीएफ के एसआइ महेंद्र सिंह की शिकायत पर चौटाला पुलिस ने उपरोक्त दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने नशा तस्करों को रविवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी विनय शर्मा की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों का तीन दिवसीय पुलिस रिमांड जारी किया है।
पूर्व सरपंच का बेटा है रामचंद्र, आइटीआइ में करता है नौकरी
नशा तस्करी में पकड़ा गया रामचंद्र चौटाला गांव के पूर्व सरपंच कृष्ण बिश्नोई का बेटा है। वह पिछले करीब 10 सालों से चौटाला आइटीआइ में डीसी रेट पर माली के पद पर कार्यरत है। पूर्व सरपंच के मुताबिक करीब चार साल पूर्व उसका बेटा 100 ग्राम अफीम समेत राजस्थान में पकड़ा गया था। उस मामले में वह बरी हो गया था। लेकिन एक साल से उसकी गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। उसके पास गाडिय़ां आती-जाती रहती थीं। करीब 8 माह पहले उसे टोका था कि वह गलत धंधा कर रहा है, तो उसने कहा था कि वह कुछ गलत नहीं कर रहा। रात 8.30 बजे उसे सूचना मिली थी कि रामचंद्र पकड़ा गया है। इधर दूसरा आरोपित वेदप्रकाश कार चालक है। उसके पिता राजस्थान में एक निजी बस चलाते हैं।
एसटीएफ हैरान-1900 किलोमीटर में किसी ने रोका तक नहीं
चौटाला से जोधपुर के कस्बा ओशिया की दूरी करीब 950 किलोमीटर है। मतलब आने-जाने पर 1900 किलोमीटर का सफर तय होता है। नशा तस्करों के लिए यह बेहद आसान सफर रहा। चूंकि नशा तस्करों के पास ई-पास नहीं था। बगैर ई-पास वे राजस्थान का जिला हनुमानगढ़, सूरतगढ़, बीकानेर, मेड़ता सिटी क्रॉस करके जोधपुर पहुंच गए। फिर वापिस आ गए। एसटीएफ यह देखकर हैरान है। हालांकि पुलिस मुख्य नशा तस्कर को पकडऩे के साथ-साथ चोर रास्तों का मेप भी तैयार करेगी।
लॉक डाऊन मे 1 किलो 800 ग्राम अफीम खरीदने के लिए जोधपुर जाना और फिर जोधपुर से वापिस आना गंभीर मामला है। कहीं रास्ते पर चैकिंग नहीं हुई? मेरे साथ एएसआइ बलजीत सिंह, मुख्य सिपाही जलौरा सिंह, विजय कुमार, सिपाही विवेक कुमार थे। हम चौटाला बस अड्डा पर मौजूद थे, तभी मुखबरी मिली थी। पता चला है कि दोनों आरोपित 2-3 बार जोधपुर के कस्बा ओसिया से अफीम ला चुके हैं।
-एसआइ महेंद्र सिंह, एसटीएफ हिसार
अंतरराजीय सीमा क्रॉस की, राजस्थान के पांच जिलों से होते हुए चौटाला गांव में ले आए अफीम दूध
डबवाली(लहू की लौ)स्पैशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) हिसार ने गांव चौटाला में संगरिया रोड पर कार सवार दो युवकों को 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध समेत गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान गांव चौटाला के कांकरिया वास निवासी रामचंद्र (35) तथा संगरिया के वार्ड नं. 23 निवासी वेदप्रकाश (30) के रुप में हुई है। दोनों जिला जोधपुर (राजस्थान) के कस्बा ओसिया से डेढ़ लाख रुपये में अफीम खरीदकर लाए थे। अफीम को आगे दोगुणी कीमत पर बेचना था। पुलिस के अनुसार नशा तस्कर 29 मई को चौटाला से जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। शनिवार देर शाम को ओएसवीएन कॉन्वेंट स्कूल के सामने हरियाणा नंबर की इटियोस कार में सवार दोनों अफीम समेत पकड़े गए। एसटीएफ के एसआइ महेंद्र सिंह की शिकायत पर चौटाला पुलिस ने उपरोक्त दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने नशा तस्करों को रविवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी विनय शर्मा की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों का तीन दिवसीय पुलिस रिमांड जारी किया है।पूर्व सरपंच का बेटा है रामचंद्र, आइटीआइ में करता है नौकरी
नशा तस्करी में पकड़ा गया रामचंद्र चौटाला गांव के पूर्व सरपंच कृष्ण बिश्नोई का बेटा है। वह पिछले करीब 10 सालों से चौटाला आइटीआइ में डीसी रेट पर माली के पद पर कार्यरत है। पूर्व सरपंच के मुताबिक करीब चार साल पूर्व उसका बेटा 100 ग्राम अफीम समेत राजस्थान में पकड़ा गया था। उस मामले में वह बरी हो गया था। लेकिन एक साल से उसकी गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। उसके पास गाडिय़ां आती-जाती रहती थीं। करीब 8 माह पहले उसे टोका था कि वह गलत धंधा कर रहा है, तो उसने कहा था कि वह कुछ गलत नहीं कर रहा। रात 8.30 बजे उसे सूचना मिली थी कि रामचंद्र पकड़ा गया है। इधर दूसरा आरोपित वेदप्रकाश कार चालक है। उसके पिता राजस्थान में एक निजी बस चलाते हैं।
एसटीएफ हैरान-1900 किलोमीटर में किसी ने रोका तक नहीं
चौटाला से जोधपुर के कस्बा ओशिया की दूरी करीब 950 किलोमीटर है। मतलब आने-जाने पर 1900 किलोमीटर का सफर तय होता है। नशा तस्करों के लिए यह बेहद आसान सफर रहा। चूंकि नशा तस्करों के पास ई-पास नहीं था। बगैर ई-पास वे राजस्थान का जिला हनुमानगढ़, सूरतगढ़, बीकानेर, मेड़ता सिटी क्रॉस करके जोधपुर पहुंच गए। फिर वापिस आ गए। एसटीएफ यह देखकर हैरान है। हालांकि पुलिस मुख्य नशा तस्कर को पकडऩे के साथ-साथ चोर रास्तों का मेप भी तैयार करेगी।
लॉक डाऊन मे 1 किलो 800 ग्राम अफीम खरीदने के लिए जोधपुर जाना और फिर जोधपुर से वापिस आना गंभीर मामला है। कहीं रास्ते पर चैकिंग नहीं हुई? मेरे साथ एएसआइ बलजीत सिंह, मुख्य सिपाही जलौरा सिंह, विजय कुमार, सिपाही विवेक कुमार थे। हम चौटाला बस अड्डा पर मौजूद थे, तभी मुखबरी मिली थी। पता चला है कि दोनों आरोपित 2-3 बार जोधपुर के कस्बा ओसिया से अफीम ला चुके हैं।
-एसआइ महेंद्र सिंह, एसटीएफ हिसार
वेयर हाऊस के गोदाम में भीग गया 42.30 करोड़ रुपये का अनाज
मंडी में गेहूं भीगने पर आढ़ती जिम्मेवार था, अब गोदाम में गेहूं भीगने पर जिम्मेवार कौन?
डबवाली(लहू की लौ)बारिश में मंडियों में पड़ा अनाज खूब भीगा था। प्रबंधों को लेकर खूब शोर मचा था। आढ़ती जिम्मेवार ठहराए गए थे, अब जब गोदामों में भंडारित है तो अनाज को जान बूझकर भिगौया जा रहा है। सवाल उठता है कि क्या अब संबंधित खरीद एजेंसी क्या खुद को जिम्मेवार ठहरा पाएगी?
हरियाणा राज्य भंडारण निगम (वेयर हाऊस) का चौटाला हाईवे पर गांव शेरगढ़ के समीप स्थित गोदाम याद ही होगा। यहां कुछ दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। आग कैसे लगी, यह तो अभी तक पता नहीं चला। लेकिन रविवार शाम को आई बरसात में अनाज को जरुर भिगौया गया। इसके लिए संबंधित एजेंसी जिम्मेवार है। बताया जाता है कि भाटी प्लींथ नाम के इस गोदाम में अनाज के करीब साढ़े पांच लाख बोरे भंडारित हैं। सीधे शब्दों में कहें तो 185 स्टैग लगे हुए हैं। प्रत्येक स्टैग में करीब 3000 बोरे हैं। खास बात यह है कि समें से महज 44 स्टैग ढके हुए थे। शेष 141 स्टैग को ढकने के लिए तिरपाल का बंदोबस्त जरुर था, लेकिन स्टैग ढके नहीं हुए थे। ऐसे में करीब 4.23 लाख बैग भीग गए। भीगे अनाज की कीमत 42.30 करो

ड़ रुपये है।
अलर्ट के बावजूद भीगा अनाज
कह सकते हैं कि अलर्ट के बावजूद करोड़ों रुपये का अनाज भीग गया। चूंकि हरियाणा कृषि विभाग की ओर से मौसम संबंधी अलर्ट जारी किया हुआ है। उसी अनुसार प्रदेश के सभी विभाग अलर्ट है, सिर्फ खरीद एजेंसियों को छोड़कर। सवाल उठता है कि क्या हरियाणा राज्य भंडारण निगम के अधिकारी लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे या फिर संदिग्ध मामला मानकर फाइल बंद कर देंगे।
गोदाम में गेहूं भंडारित करने का कार्य समाप्त हो गया है। स्टॉक की गिनती की जा रही थी। चूंकि 31 मई हो गई है, उच्च अधिकारियों को कागज पूरे करके जानकारी देनी है। इस वजह से कुछ स्टैग को ढका नहीं जा सका। अचानक बारिश आ गई, इसलिए भीग गए। स्टैग को हवा तथा धूप लगाने के बाद ढक दिया जाएगा।
-मैनेजर इंद्राज गुप्ता,
हरियाणा राज्य भंडारण निगम डबवाली
मेरा पानी -मेरी विरासत, एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन-मुख्यमंत्री
फसल बोने के वक्त पहली किस्त 2 हजार बाद में 5 हजार रूपए
चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि किसान धान की फसल लगाने की बजाए भूजल संरक्षण के दृष्टि
ïगत मक्का, तिलहन इत्यादि फसलों को लगाकर आने वाली पीढिय़ों के लिए विरासत में जलयुक्त भूमि देने का मार्ग प्रशस्त करें। 'मेरा पानी मेरी विरासत' योजना हरियाणा सरकार द्वारा इसी संदर्भ में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम हंै, जिसमें आम किसान स्वेच्छा से धान को त्यागकर दूसरी फसलें लेने के साथ-साथ हरियाणा सरकार से 7000 रूपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि लेने का हकदार भी होगा।
मुख्यमंत्री ने कैथल मेें किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की ये सरकार राजनीतिक तौर पर न सोचकर इससे आगे की बात सोचती है ताकि आने वाले समय में प्राकृतिक वातावरण किसानों के लिए लम्बे समय तक बना रहे। उन्होंने कहा कि पानी का संकट गहरा है, कहीं पानी कम है तो कहीं ज्यादा है, कहीं सूखा है तो कहीं बाढ़ की स्थिति बनी रहती है। वातावरण के संतुलन व पेयजल के साथ सिंचाई हेतु भी पानी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि पानी का कुशल प्रबंधन ही आने वाली फसलों को पानी युक्त भूमि विरासत में दे पाए, इसके लिए कम पानी में फसलों को लेना सबसे बड़ी पहल है और इसके लिए फव्वारा, टपका सिंचाई की तरफ भी प्रदेश आगे बढ़ा है। उन्होंने बताया कि गुमथला गढू में शुरू की गई एक परियोजना से फव्वारा सिंचाई के माध्यम से जो धान पैदा हुआ है वह आम तौर पर लगाए जाने वाले धान से कम नहीं है। इस बात पर पिहोवा क्षेत्र से आए किसानों ने भी सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष जल ही जीवन योजना शुरू करने में कुछ बिलम्ब हुआ। इस वर्ष मेरा पानी मेरी विरासत योजना के संदर्भ में अपै्रल मास में ही इसे कार्य रूप देना प्रारम्भ कर दिया गया था ताकि किसान अपनी आने वाली पीढिय़ों के लिए सूखी जमीन छोडकऱ न जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 से भूजल स्तर निरन्तर नीचे जा रहा है और किसान को हर वर्ष बोर में नई पाईप डालनी पड़ती है। इस प्रकार पिछले दस साल में पानी 100 फुट नीचे चला गया है। संकट और न गहराए इसलिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना के माध्यम से किसानों से अपील की गई है वे स्वेच्छा से जल बचाने की तरफ कदम बढ़ाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत चिन्हित आठ खंडो में जिनका भूजल स्तर 40 मीटर व उससे अधिक है, वहां के किसानों को पचास प्रतिशत वैकल्पिक फसलें लगाने की सलाह दी है । किसानो को मक्का, कपास, बाजरा, दलहन, सब्जियां व फल की खेती धान के क्षेत्र में लगाने को कहा । दूसरी फसल लगाने के लिए किसानों को 7000 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। दो ऐकड़ से कम भूमि वाले किसान अपनी इच्छा से कोई भी फसल लगा सकते है । उन्होंने कहा कि वैकल्पिक फसल उगाने पर ड्रिप सिंचाई के अंतर्गत 85 प्रतिशत अनुदान राशि की भी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि धान की जगह मक्का, बाजरा, कपास व दाल उगाने पर फसल का बीमा सरकारी खर्च पर होगा और न्यूनतम सर्मथन मूल्य पर सरकारी खरीद की गारंटी भी है। उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में किसान यदि चारे की बुआई करता है तो उसको प्रदेश सरकार खरीदेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा पिछले तीन साल में बाजरे व सरसों का एक-एक दाना खरीदा गया है। उन्होंने दोहराया कि मक्का लगाने वाले किसानों की शत-प्रतिशत खरीद सरकार करेगी।
पहली किस्त 2 हजार बाद में 5 हजार रूपए
मुख्यामंत्री ने कहा कि धान की जगह वैकल्पिक फसलें लगाने वालों को 7 हजार रूपए प्रति एकड़ मिलने के साथ-साथ प्रधानमंत्री फसल योजना का लाभ भी मिलेगा । उन्होंने कहा कि जो किसान सहमत हो, वह तुरन्त अपनी पंजीकरण करवा दें। फसल बोने के वक्त पहली किस्त के तौर पर 2 हजार रूपए तथा बाद में 5 हजार रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। इन चिन्हित आठ खंडो के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डी.एस. आर. माध्यम से धान के विकल्प पर भी विचार किया जाएगा।
लॉकडाउन-4 खत्म, अनलोक-1 शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना के चलते किसानों की फसल खरीदने के लिए वैकल्पिक खरीद केंद्र बनाए गए थे, ताकि किसी भी किसान को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि इस सीजन की किसानों की पेमैंट अगर बकाया है तो तुरंत संबंधित किसान को दिलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-4 खत्म हो गया है, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अब अनलोक-1 जारी किया गया है। जो व्यक्ति दिशा-निर्देशों की अवहेलना करेगा, उसके लिए जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है।
एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है
मुख्यामंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार भविष्य को लेकर भी योजनाएं बना रही है। आने वाली पीढ़ी के लिए प्रकृति की अनमोल देन, जल को बचाना बहुत जरूरी है, जो पानी आज हमारे पास है, उसका हमें उचित इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि पानी को बचाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है, इसलिए हमें अपने व आने वाली पीढ़ी हेतू जल बचाने के लिए फसल विविधिकरण को अपनाना होगा, जिससे अनमोल पानी की बचत होगी। उन्होंने कहा कि एक अपील के माध्यम से किसानों का आह्वान किया गया है कि धान की बजाए अन्य फसल लगाकर पानी की बचत करें।
चंडीगढ़(लहू की लौ)हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि किसान धान की फसल लगाने की बजाए भूजल संरक्षण के दृष्टिïगत मक्का, तिलहन इत्यादि फसलों को लगाकर आने वाली पीढिय़ों के लिए विरासत में जलयुक्त भूमि देने का मार्ग प्रशस्त करें। 'मेरा पानी मेरी विरासत' योजना हरियाणा सरकार द्वारा इसी संदर्भ में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम हंै, जिसमें आम किसान स्वेच्छा से धान को त्यागकर दूसरी फसलें लेने के साथ-साथ हरियाणा सरकार से 7000 रूपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि लेने का हकदार भी होगा।
मुख्यमंत्री ने कैथल मेें किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की ये सरकार राजनीतिक तौर पर न सोचकर इससे आगे की बात सोचती है ताकि आने वाले समय में प्राकृतिक वातावरण किसानों के लिए लम्बे समय तक बना रहे। उन्होंने कहा कि पानी का संकट गहरा है, कहीं पानी कम है तो कहीं ज्यादा है, कहीं सूखा है तो कहीं बाढ़ की स्थिति बनी रहती है। वातावरण के संतुलन व पेयजल के साथ सिंचाई हेतु भी पानी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि पानी का कुशल प्रबंधन ही आने वाली फसलों को पानी युक्त भूमि विरासत में दे पाए, इसके लिए कम पानी में फसलों को लेना सबसे बड़ी पहल है और इसके लिए फव्वारा, टपका सिंचाई की तरफ भी प्रदेश आगे बढ़ा है। उन्होंने बताया कि गुमथला गढू में शुरू की गई एक परियोजना से फव्वारा सिंचाई के माध्यम से जो धान पैदा हुआ है वह आम तौर पर लगाए जाने वाले धान से कम नहीं है। इस बात पर पिहोवा क्षेत्र से आए किसानों ने भी सहमति व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष जल ही जीवन योजना शुरू करने में कुछ बिलम्ब हुआ। इस वर्ष मेरा पानी मेरी विरासत योजना के संदर्भ में अपै्रल मास में ही इसे कार्य रूप देना प्रारम्भ कर दिया गया था ताकि किसान अपनी आने वाली पीढिय़ों के लिए सूखी जमीन छोडकऱ न जाए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 से भूजल स्तर निरन्तर नीचे जा रहा है और किसान को हर वर्ष बोर में नई पाईप डालनी पड़ती है। इस प्रकार पिछले दस साल में पानी 100 फुट नीचे चला गया है। संकट और न गहराए इसलिए मेरा पानी मेरी विरासत योजना के माध्यम से किसानों से अपील की गई है वे स्वेच्छा से जल बचाने की तरफ कदम बढ़ाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत चिन्हित आठ खंडो में जिनका भूजल स्तर 40 मीटर व उससे अधिक है, वहां के किसानों को पचास प्रतिशत वैकल्पिक फसलें लगाने की सलाह दी है । किसानो को मक्का, कपास, बाजरा, दलहन, सब्जियां व फल की खेती धान के क्षेत्र में लगाने को कहा । दूसरी फसल लगाने के लिए किसानों को 7000 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। दो ऐकड़ से कम भूमि वाले किसान अपनी इच्छा से कोई भी फसल लगा सकते है । उन्होंने कहा कि वैकल्पिक फसल उगाने पर ड्रिप सिंचाई के अंतर्गत 85 प्रतिशत अनुदान राशि की भी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि धान की जगह मक्का, बाजरा, कपास व दाल उगाने पर फसल का बीमा सरकारी खर्च पर होगा और न्यूनतम सर्मथन मूल्य पर सरकारी खरीद की गारंटी भी है। उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र में किसान यदि चारे की बुआई करता है तो उसको प्रदेश सरकार खरीदेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा पिछले तीन साल में बाजरे व सरसों का एक-एक दाना खरीदा गया है। उन्होंने दोहराया कि मक्का लगाने वाले किसानों की शत-प्रतिशत खरीद सरकार करेगी।
पहली किस्त 2 हजार बाद में 5 हजार रूपए
मुख्यामंत्री ने कहा कि धान की जगह वैकल्पिक फसलें लगाने वालों को 7 हजार रूपए प्रति एकड़ मिलने के साथ-साथ प्रधानमंत्री फसल योजना का लाभ भी मिलेगा । उन्होंने कहा कि जो किसान सहमत हो, वह तुरन्त अपनी पंजीकरण करवा दें। फसल बोने के वक्त पहली किस्त के तौर पर 2 हजार रूपए तथा बाद में 5 हजार रूपए की राशि प्रदान की जाएगी। इन चिन्हित आठ खंडो के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में डी.एस. आर. माध्यम से धान के विकल्प पर भी विचार किया जाएगा।
लॉकडाउन-4 खत्म, अनलोक-1 शुरू
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा कोरोना के चलते किसानों की फसल खरीदने के लिए वैकल्पिक खरीद केंद्र बनाए गए थे, ताकि किसी भी किसान को परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि इस सीजन की किसानों की पेमैंट अगर बकाया है तो तुरंत संबंधित किसान को दिलवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन-4 खत्म हो गया है, स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा अब अनलोक-1 जारी किया गया है। जो व्यक्ति दिशा-निर्देशों की अवहेलना करेगा, उसके लिए जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है।
एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है
मुख्यामंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार भविष्य को लेकर भी योजनाएं बना रही है। आने वाली पीढ़ी के लिए प्रकृति की अनमोल देन, जल को बचाना बहुत जरूरी है, जो पानी आज हमारे पास है, उसका हमें उचित इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि पानी को बचाने के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली बहुत लाभकारी है। उन्होंने कहा कि एक किलो चावल पैदा करने में 3 हजार लीटर पानी का दोहन होता है, इसलिए हमें अपने व आने वाली पीढ़ी हेतू जल बचाने के लिए फसल विविधिकरण को अपनाना होगा, जिससे अनमोल पानी की बचत होगी। उन्होंने कहा कि एक अपील के माध्यम से किसानों का आह्वान किया गया है कि धान की बजाए अन्य फसल लगाकर पानी की बचत करें।
राष्ट्रव्यापी अनलॉक के दौरान और अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता-दुष्यंत चौटाला
चण्डीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रदेश के लोगों से आह्वïान किया है कि अनलॉक-। के तहत चरणबद्घ तरीके से खोले जा रहे राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान वे और अधिक सतर्क रहें और सावधानियां बरतें क्योंकि औद्योगिक एवं वाणिज्यिक गतिविधियां बढऩे से अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा खुल गया है। इस कड़ी में पहले की तरह सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना अनिवार्य है।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में लॉकडाउन से जुड़े कई अनछुए पहलुओं से लोगों को अवगत कराया है। अब सरकारी प्रयासों के साथ-साथ हम सब की जिम्मेदारी है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अनलॉक-। चरण के दिशा-निर्देशों की पूर्णत: पालना की जाए।
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रभारी दुष्यंत चौटाल ने कहा है कि
कोरोना वायरस के चलते विश्व की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। एमएसएमई व बड़े उद्योगों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए अब औद्योगिक श्रमिकों को भी कौशल विकास का प्रशिक्षण देना होगा। भारत सरकार ने इसके लिए नई दिशा-निर्देश जारी किए हैं और हरियाणा ने भी अलग से एमएसएमई निदेशालय स्थापित किया है।
22 जिलों के वहां की उत्पादकता के अनुसार अलग-अलग कलस्टर बनाए जांएगे
जिसमें एग्रो बेसड उद्योग जैसे माइक्रो फूड प्रोसेसिंग यूनिट, एग्रो प्रोसेसिंग कलस्टर, कोल्ड चैन, बैकवर्ड-फारवर्ड लिंकेज, आप्रेशन ग्रीन तथा फलों एवं सब्जियों की उत्पादकता को बढ़ावा देने की केन्द्र सरकार की 'एक जिला-एक उत्पादÓ योजना को प्रमुख रूप से शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार की विशाल संभावनाएं तलाशना उनका मुख्य उद्देश्य है।
टिड्डïी दल के लिए हाई अलर्ट
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में हरियाणा सहित अन्य राज्यों में टिड्डïी दल के संभावित आक्रमण पर चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों को एहतियाती तौर पर कदम उठाने होंगे ताकि हम इससे कृषि क्षेत्र को होने वाले नुकसान से बचा सकें। चौटाला के अनुसार हरियाणा में भी कृषि विभाग को टिड्डïी दल के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम में लॉकडाउन से जुड़े कई अनछुए पहलुओं से लोगों को अवगत कराया है। अब सरकारी प्रयासों के साथ-साथ हम सब की जिम्मेदारी है कि केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी अनलॉक-। चरण के दिशा-निर्देशों की पूर्णत: पालना की जाए।
उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के प्रभारी दुष्यंत चौटाल ने कहा है कि
कोरोना वायरस के चलते विश्व की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। एमएसएमई व बड़े उद्योगों के माध्यम से देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए अब औद्योगिक श्रमिकों को भी कौशल विकास का प्रशिक्षण देना होगा। भारत सरकार ने इसके लिए नई दिशा-निर्देश जारी किए हैं और हरियाणा ने भी अलग से एमएसएमई निदेशालय स्थापित किया है।
22 जिलों के वहां की उत्पादकता के अनुसार अलग-अलग कलस्टर बनाए जांएगे
जिसमें एग्रो बेसड उद्योग जैसे माइक्रो फूड प्रोसेसिंग यूनिट, एग्रो प्रोसेसिंग कलस्टर, कोल्ड चैन, बैकवर्ड-फारवर्ड लिंकेज, आप्रेशन ग्रीन तथा फलों एवं सब्जियों की उत्पादकता को बढ़ावा देने की केन्द्र सरकार की 'एक जिला-एक उत्पादÓ योजना को प्रमुख रूप से शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार की विशाल संभावनाएं तलाशना उनका मुख्य उद्देश्य है।
टिड्डïी दल के लिए हाई अलर्ट
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मन की बात में हरियाणा सहित अन्य राज्यों में टिड्डïी दल के संभावित आक्रमण पर चिंता व्यक्त की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों को एहतियाती तौर पर कदम उठाने होंगे ताकि हम इससे कृषि क्षेत्र को होने वाले नुकसान से बचा सकें। चौटाला के अनुसार हरियाणा में भी कृषि विभाग को टिड्डïी दल के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है।
हरियाणा में वृक्ष-क्षेत्र को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत तक किया जाएगा-कंवर पाल
पर्यावरण दिवस पर 5 जून को होगी अनेक प्रतियोगिताएं
चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य में वृक्ष-क्षेत्र को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत तक किया जाएगा ताकि वातावरण और अधिक शुद्घ हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष विश्व में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है, इस बार की थीम जैव-विविधता है ताकि लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति और अधिक जागरूक किया जा सके।
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि हरियाणा में भी जैव-विविधता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कोवीड-19 को ध्यान में रखकर 'हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्डÓ द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का ऑनलाइन आयोजन किया गया जिनमें स्कूली बच्चो के लिए क्वीज प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं पेंटिंग प्रतियोगिता तथा हर आम नागरिक के लिए निबंध प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओ में प्रथम, द्वितिय एवं तृतिय स्थान पर आने वाले प्रतियोगियों को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र भी दिये जायेंगे।
कंवर पाल ने आगे बताया कि भारतीय परंपरा में हमेशा से ही प्रकृति के प्रति अपार प्रेम रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी जैव-विविधता पूरी मानवता के लिए अनोखा खजाना है जिसे हमें संजोना है, संरक्षित रखना
है। उन्होंने वनस्पति एवं जीवों के संरक्षण की जरूरत पर बल देते हुये कहा, हमारे देश की महान परम्पराएं हैं जिनको हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत में दिया है। उन परंपराओं से जो शिक्षा और दीक्षा हमें मिली है उसमें जीव-मात्र के प्रति दया का भाव, प्रकृति-प्रेम जैसी सारी बातें, हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं।
चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा के वन एवं पर्यावरण मंत्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य में वृक्ष-क्षेत्र को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत तक किया जाएगा ताकि वातावरण और अधिक शुद्घ हो सके।
उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष विश्व में 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है, इस बार की थीम जैव-विविधता है ताकि लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति और अधिक जागरूक किया जा सके। पर्यावरण मंत्री ने बताया कि हरियाणा में भी जैव-विविधता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कोवीड-19 को ध्यान में रखकर 'हरियाणा राज्य जैव विविधता बोर्डÓ द्वारा विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का ऑनलाइन आयोजन किया गया जिनमें स्कूली बच्चो के लिए क्वीज प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं पेंटिंग प्रतियोगिता तथा हर आम नागरिक के लिए निबंध प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया। इन प्रतियोगिताओ में प्रथम, द्वितिय एवं तृतिय स्थान पर आने वाले प्रतियोगियों को नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र भी दिये जायेंगे।
कंवर पाल ने आगे बताया कि भारतीय परंपरा में हमेशा से ही प्रकृति के प्रति अपार प्रेम रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी जैव-विविधता पूरी मानवता के लिए अनोखा खजाना है जिसे हमें संजोना है, संरक्षित रखना
है। उन्होंने वनस्पति एवं जीवों के संरक्षण की जरूरत पर बल देते हुये कहा, हमारे देश की महान परम्पराएं हैं जिनको हमारे पूर्वजों ने हमें विरासत में दिया है। उन परंपराओं से जो शिक्षा और दीक्षा हमें मिली है उसमें जीव-मात्र के प्रति दया का भाव, प्रकृति-प्रेम जैसी सारी बातें, हमारी सांस्कृतिक विरासत हैं।
एकता नगरी में पशु ने महिला को पटका, बुरी तरह से घायल
डबवाली (लहू की लौ) शनिवार रात एकता नगरी में बेसहारा पशु ने महिला को बुरी तरह से घायल कर दिया। उपचार के लिए उसे एक निजी अस्पताल में लेजाया गया। बताया जाता है कि वहां उसके पेट का ऑपरेशन करना पड़ा है। घटनाक्रम रात करीब 9 बजे का बताया जाता है। गली नं. 6 निवासी गीता रानी (53) आम के छिलकें फेंकने घर से बाहर आई थी। इसी दौरान बेसहारा पशु ने उसमें टक्कर मार दी। शरीर का वजन अधिक होने के कारण वह उठ नहीं पाई तो पशु उसके पेट में सींग से टक्कर मारता रहा। बताया जाता है कि सींग पेट में करीब 7 ईंच भीतर चला गया। शोर सुनकर आस-पड़ौस के लोग बाहर आए। एक व्यक्ति ने हिम्मत जुटाते हुए पशु को सींग से पकड़कर दूर हटाया। खून अधिक बह जाने के कारण उपचार के लिए महिला को अस्पताल में लेजाया गया।
किराए पर रह रहे लोगों की कुंडली बना रही पुलिस
डबवाली(लहू की लौ)सिरसा जिला में बढ़ते क्राइम को देखते हुए पुलिस चौकन्नी हो गई है। जिला पुलिस कप्तान डॉ. अरुण नेहरा के आदेशों पर कार्रवाई करते हुए रविवार को डबवाली पुलिस ने ऐसे लोगों की कुंडली जुटानी शुरु की जो किराए के मकानों में रह रहे हैं। इसके लिए पुलिस ने 9 टीमों का गठन किया। वार्ड नं. 1 से 6, 10 तथा 17 में डोर टू डोर सर्वे करके 145 किराएदारों का डेटा जुटाया।पुलिस ने किराएदारों से पूछा कि वे कितने समय से डबवाली में रह रहे हैं। इससे पहले वे कहां रहते थे। पुलिस ने यह भी पता लगाने का प्रयास किया कि परिवार में कोई व्यक्ति सर्विस में तो नहीं है। पुलिस का अभियान शाम तक जारी रहा। शहर थाना प्रभारी सत्यवान ने बताया कि मकान मालिकों को हिदायत दी गई है कि वे जिसे अपना मकान किराए पर दें, वे उसका पहचान पत्र जरुर लें। इसकी सूचना पुलिस को दें। जब तक संबंधित व्यक्ति के बारे में पता न चल जाए, वे उसे किराए पर मकान न दें। रविवार को अभियान के दौरान जो डेटा सामने आएगा, उसे संबंधित थानों में पहुंचाकर उपरोक्त के बारे में क्राइम रिकॉर्ड प्राप्त किया जाएगा। अगर किसी ने गलत जानकारी दी होगी तो संबंधित के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग की रेशनेलाइजेशन प्रक्रिया विरोध शुरु, 4 जून से गरजेंगे शिक्षक
सर्व कर्मचारी संघ के साथ प्रदर्शनों में भाग लेगा हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ
जेबीटी तथा टीजीटी शिक्षकों के लिए छात्र संख्या अनुपात के निर्धारण को गलत ठहराया
डबवाली(लहू की लौ)शिक्षा विभाग हरियाणा ने जेबीटी, सी एंड वी व मास्टर केडर
(टीजीटी) अध्यापकों की रेशनलाइजेशन प्रक्रिया के लिए आदेश जारी किए गए हैं जोकि स्कूली शिक्षा व विद्यार्थी हित में नहीं हैं। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने आदेशों को तुगलकी करार देते हुए आंदोलन की घोषणा कर दी है। संघ का आरोप है कि यह सब सरकारी स्कूलों में अव्यवस्था फैलाने, सार्वजनिक शिक्षा के ढांचे को नष्ट करके तीव्रता से निजीकरण की तरफ ले जाने की कुचालें है। विभाग हर बार अव्यवहारिक प्रयोग करके सार्वजनिक शिक्षा की जड़ें खोखली कर रहा है। पिछले वर्ष लगभग सभी स्कूलों में एक पोस्ट तक पहला पद हिंदी विषय को मानकर संस्कृत विषय के पदों को समाप्त कर दिया गया और अब पहला पद संस्कृत मानकर हिंदी के पदों को समाप्त करने की कवायद की जा रही है। अध्यापक संघ आगामी 4 जून को सर्व कर्मचारी संघ के साथ मिलकर खंड तथा जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन करेगा।
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ब्लॉक डबवाली के प्रधान कृष्ण कायत ने बताया कि विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देश अनुसार जेबीटी शिक्षकों की रेशनेलाइजेशन के लिए शिक्षक छात्र अनुपात 1 : 30 रखा गया है जबकि 2017 व 2018 में जेबीटी शिक्षकों की भर्ती 25 विद्यार्थी प्रति अध्यापक के आधार पर की गई थी । इस प्रकार अब छात्र संख्या का अनुपात 1: 30 कर देने से बहुत अधिक संख्या में जेबीटी शिक्षकों की पोस्टें सरप्लस हो जाएंगी और इससे बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा।
वहीं टीजीटी शिक्षकों के लिए छात्र संख्या अनुपात एक 1: 40 के आधार पर वैज्ञानिकीकरण करने की बात कही गई है और उनका वर्क लोड भी 6 से 8 तक गिना जा रहा है। जबकि वास्तविक हालात यह हैं कि अधिकतर उच्च विद्यालयों में पीजीटी के पद खाली हैं और टीजीटी ही कक्षा 9 व 10 कक्षा को पढ़ा रहे हैं। टीजीटी पदों के वैज्ञानिकीकरण के लिए सिर्फ कक्षा 6 से 8 का वर्क लोड गणना करने पर टीजीटी शिक्षकों व उच्च विद्यालयों के विद्यार्थियों को ही नुकसान होगा। जहां एक तरफ टीजीटी शिक्षकों का विद्यालय जबरन बदला जाएगा वहीं उन स्कूलों में कक्षा 9 व 10 के विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित होगी क्योंकि उन स्कूलों में पीजीटी अध्यापकों के विभिन्न विषयों के पद पहले से ही खाली हैं।
विष्णु दत्त बिश्नोई आत्महत्या मामला
सीबीआइ जांच के लिए विधायक ने राजस्थान के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
डबवाली(लहू की लौ)पुलिस अधिकारी विष्णु दत्त बिश्नोई की आत्महत्या मामले की सीबीआइ जांच करवाने की मांग राजस्थान में उठ रही है। डबवाली के कांग्रेस विधायक अमित सिहाग ने भी मांग राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष उठाई है। सिहाग ने मुख्यमंत्री राजस्थान को मांग पत्र भेज कर राजस्थान के पुलिस ऑफिसर विष्णु दत्त बिश्नोई के आत्महत्या प्रकरण की जांच निष्पक्ष, न्यायिक व सीबीआइ से करवाने की मांग की है। विधायक ने अपने मांग पत्र के माध्यम से कहा है कि विष्णु दत्त बिश्नोई एक ईमानदार, दबंग व जांबाज आफिसर थे। वे 1997 में अपनी प्रथम नियुक्ति के बाद जहां भी जिस क्षेत्र में रहे, ईमानदारी और तनदेही से अपना फर्ज अदा करते रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे जांबाज आफिसर द्वारा आत्महत्या करना शंका प्रकट करता है। अमित सिहाग ने मुख्यमंत्री राजस्थान से आह्वान करते हुए कहा कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए उपरोक्त मामले की निष्पक्ष, न्यायिक व सीबीआइजांच करवाई जाए ताकि परिजनों को न्याय मिल सके।
डबवाली(लहू की लौ)पुलिस अधिकारी विष्णु दत्त बिश्नोई की आत्महत्या मामले की सीबीआइ जांच करवाने की मांग राजस्थान में उठ रही है। डबवाली के कांग्रेस विधायक अमित सिहाग ने भी मांग राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष उठाई है। सिहाग ने मुख्यमंत्री राजस्थान को मांग पत्र भेज कर राजस्थान के पुलिस ऑफिसर विष्णु दत्त बिश्नोई के आत्महत्या प्रकरण की जांच निष्पक्ष, न्यायिक व सीबीआइ से करवाने की मांग की है। विधायक ने अपने मांग पत्र के माध्यम से कहा है कि विष्णु दत्त बिश्नोई एक ईमानदार, दबंग व जांबाज आफिसर थे। वे 1997 में अपनी प्रथम नियुक्ति के बाद जहां भी जिस क्षेत्र में रहे, ईमानदारी और तनदेही से अपना फर्ज अदा करते रहे। उन्होंने कहा कि ऐसे जांबाज आफिसर द्वारा आत्महत्या करना शंका प्रकट करता है। अमित सिहाग ने मुख्यमंत्री राजस्थान से आह्वान करते हुए कहा कि जनभावनाओं का सम्मान करते हुए उपरोक्त मामले की निष्पक्ष, न्यायिक व सीबीआइजांच करवाई जाए ताकि परिजनों को न्याय मिल सके।
31 मई 2020
हरियाणा में 30 जून तक कंटोनमेंट जोन मे बढ़ा लॉक डाऊन
9 से 7 बजे तक खुली रहेगी दुकानें चण्डीगढ (लहू की लौ) हरियाणा सरकार ने 30 जून, 2020 तक कंटेनमेंट जोन में लॉकडाउन बढाने का निर्णय लिया हैं। इसके अलावा, राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम, जिला मैजिस्ट्रेट और संबंधित विभाग के दिशानिर्देशों के अनुसार चरणबद्ध तरीके से प्रतिबंधित क्षेत्रों को खोलने का भी निर्णय लिया है।
यह निर्णय आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में लिया गया है। बैठक में उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चैटाला और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज भी उपस्थित थे।
बैठक में राज्य के संबंधित जिलों के उपायुक्त अपने अधिकार क्षेत्र में सीआरपीसी की धारा-144 के अंतर्गत व्यक्तिगत आवाजाही पर रात्रि 9 बजे से सुबह 5 बजे तक आवश्यक गतिविधियों को छोडक़र प्रतिबंध लगा सकते हैं। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि अंतर्राज्यीय व अंतर्जिला में लोगों व माल की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। इसके अलावा, राज्य में प्रात: 9 बजे से सायं 7 बजे तक दुकानें खुली रहेंगी और संबंधित जिला के उपायुक्त अपने अधिकार क्षेत्र में भीड़भाड़ वाली मार्किट में आंकलन के आधार पर उपयुक्त प्रतिबंध लगा सकते हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि खेल गतिविधियां प्रात: 5 बजे से शुरू की जा सकती है जबकि इसके लिए पहले 7 बजे शुरू करने के निर्देश थे। इसके अलावा, खेल गतिविधियों से संबंधित पहले जारी किए गए दिशानिर्देश लागू रहेंगें। बैठक में बताया गया कि कोविड-19 प्रबंधन के लिए जारी राष्ट्रीय निर्देशों के तहत सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थलों पर और परिवहन के दौरान चेहरे पर फेस कवर होना आवश्यक है। इसके अलावा, सार्वजनिक स्थानों पर (दो गज की दूरी) कम से कम 6 फीट की दूरी व्यक्तिगत तौर पर बनाए रखनी होगी। दुकानदारों को अपने उपभोक्ताओं के लिए शारीरिक दूरी को बनाए रखना सुनिश्चित करना होगा और उनकी दुकान पर एक समय पर 5 व्यक्तियों से अधिक नहीं होने चाहिए।
इसके अतिरिक्त व्यापक स्तर पर लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। विवाह से संबंधित सभा के दौरान 50 से अधिक व्यक्तियों को एकत्रित नहीं किया जा सकता है और अंतिम संस्कार के दौरान 20 से अधिक व्यक्ति इकटठा नहीं हो सकते हैं।
हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि अगले आदेशों तक राज्य सरकार के ‘ए’ और ‘बी’ स्तर के अधिकारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति रहेगी और ‘सी’ व ‘डी’ स्तर के कर्मचारियों की 75 प्रतिशत उपस्थिति होगी। बैठक में बताया गया है कि आपदा प्रबंधन कानून के तहत जुर्माना प्रावधान लागू होगा।
अंतर्राज्जीय व अंतरजिला बसों की आवाजाही की समय-सारिणी समय-समय पर परिवहन विभाग द्वारा जारी की जाएगी। इसके अलावा, टैक्सी व कैब वर्तमान मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार चलती रहेगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि आगामी 8 जून, 2020 से लोगों के लिए धार्मिक स्थानों पर पूजा गतिविधियां शुरू करने, होटल, रेस्तरां तथा अन्य सत्कार सेवाएं तथा शॉपिंग मॉल को खोलने संबंधित निर्णय केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) आने के पश्चात लिया जाएगा।
यह निर्णय आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में लिया गया है। बैठक में उप-मुख्यमंत्री श्री दुष्यंत चैटाला और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज भी उपस्थित थे।
बैठक में राज्य के संबंधित जिलों के उपायुक्त अपने अधिकार क्षेत्र में सीआरपीसी की धारा-144 के अंतर्गत व्यक्तिगत आवाजाही पर रात्रि 9 बजे से सुबह 5 बजे तक आवश्यक गतिविधियों को छोडक़र प्रतिबंध लगा सकते हैं। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि अंतर्राज्यीय व अंतर्जिला में लोगों व माल की आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। इसके अलावा, राज्य में प्रात: 9 बजे से सायं 7 बजे तक दुकानें खुली रहेंगी और संबंधित जिला के उपायुक्त अपने अधिकार क्षेत्र में भीड़भाड़ वाली मार्किट में आंकलन के आधार पर उपयुक्त प्रतिबंध लगा सकते हैं।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि खेल गतिविधियां प्रात: 5 बजे से शुरू की जा सकती है जबकि इसके लिए पहले 7 बजे शुरू करने के निर्देश थे। इसके अलावा, खेल गतिविधियों से संबंधित पहले जारी किए गए दिशानिर्देश लागू रहेंगें। बैठक में बताया गया कि कोविड-19 प्रबंधन के लिए जारी राष्ट्रीय निर्देशों के तहत सार्वजनिक स्थानों, कार्यस्थलों पर और परिवहन के दौरान चेहरे पर फेस कवर होना आवश्यक है। इसके अलावा, सार्वजनिक स्थानों पर (दो गज की दूरी) कम से कम 6 फीट की दूरी व्यक्तिगत तौर पर बनाए रखनी होगी। दुकानदारों को अपने उपभोक्ताओं के लिए शारीरिक दूरी को बनाए रखना सुनिश्चित करना होगा और उनकी दुकान पर एक समय पर 5 व्यक्तियों से अधिक नहीं होने चाहिए।
इसके अतिरिक्त व्यापक स्तर पर लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। विवाह से संबंधित सभा के दौरान 50 से अधिक व्यक्तियों को एकत्रित नहीं किया जा सकता है और अंतिम संस्कार के दौरान 20 से अधिक व्यक्ति इकटठा नहीं हो सकते हैं।
हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि अगले आदेशों तक राज्य सरकार के ‘ए’ और ‘बी’ स्तर के अधिकारियों की शत-प्रतिशत उपस्थिति रहेगी और ‘सी’ व ‘डी’ स्तर के कर्मचारियों की 75 प्रतिशत उपस्थिति होगी। बैठक में बताया गया है कि आपदा प्रबंधन कानून के तहत जुर्माना प्रावधान लागू होगा।
अंतर्राज्जीय व अंतरजिला बसों की आवाजाही की समय-सारिणी समय-समय पर परिवहन विभाग द्वारा जारी की जाएगी। इसके अलावा, टैक्सी व कैब वर्तमान मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार चलती रहेगी।
बैठक में यह भी बताया गया कि आगामी 8 जून, 2020 से लोगों के लिए धार्मिक स्थानों पर पूजा गतिविधियां शुरू करने, होटल, रेस्तरां तथा अन्य सत्कार सेवाएं तथा शॉपिंग मॉल को खोलने संबंधित निर्णय केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) आने के पश्चात लिया जाएगा।
कैंसर व किडनी रोग से पीडि़त नागरिकों को मिलेगी पेंशन
चंडीगढ़(लहू की लौ) हरियाणा में अब कैंसर व किडनी रोग से पीडि़त नागरिकों को 2250 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से पेंशन देने का फैसला लिया गया है।
इस मामले में हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव ने बताया कि इन नागरिकों को पेंशन देने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे नागरिकों को आर्थिक मदद देना बहुत ही जरूरी है। प्रदेश सरकार ने इनकी समस्या को सुनते हुए यह फैसला लिया है और यह बहुत ही सराहनीय कदम है। यादव ने इस ऐतिहासिक फैसले पर मुख्यमंत्री का आभार भी जताया है।
उन्होंने एक अन्य महत्वपूर्ण योजना का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के एक देश एक राशन कार्ड की अवधारणा को हरियाणा प्रदेश ने सबसे पहले सिरे चढ़ाने की शुरुआत की है। इस मामले में मुख्यमंत्री खुद अधिकारियों की बैठक ले चुके हैं।
उन्होंने बताया कि अब दूसरे प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को हरियाणा में आने पर अलग से राशन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि उसी राशन कार्ड से वे यहां भी अपना राशन ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से ले सकेंगे। यह योजना उन सभी प्रदेशों के प्रवासियों के लिए शुरू हो जाएगी जिनके यहां राशन कार्ड को आधार कार्ड से ऑनलाइन जोड़ दिया गया है।
इस मामले में हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री ओम प्रकाश यादव ने बताया कि इन नागरिकों को पेंशन देने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे नागरिकों को आर्थिक मदद देना बहुत ही जरूरी है। प्रदेश सरकार ने इनकी समस्या को सुनते हुए यह फैसला लिया है और यह बहुत ही सराहनीय कदम है। यादव ने इस ऐतिहासिक फैसले पर मुख्यमंत्री का आभार भी जताया है।उन्होंने एक अन्य महत्वपूर्ण योजना का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के एक देश एक राशन कार्ड की अवधारणा को हरियाणा प्रदेश ने सबसे पहले सिरे चढ़ाने की शुरुआत की है। इस मामले में मुख्यमंत्री खुद अधिकारियों की बैठक ले चुके हैं।
उन्होंने बताया कि अब दूसरे प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को हरियाणा में आने पर अलग से राशन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि उसी राशन कार्ड से वे यहां भी अपना राशन ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से ले सकेंगे। यह योजना उन सभी प्रदेशों के प्रवासियों के लिए शुरू हो जाएगी जिनके यहां राशन कार्ड को आधार कार्ड से ऑनलाइन जोड़ दिया गया है।
अनलॉक 1 : एक जून से क्या-क्या खुलने जा रहा है, क्या क्या बंद रहेगा
केंद्र सरकार ने लॉकडाउन पांच यानी एक जून से लेकर 30 जून तक के लिए गाइडलाइंस जारी कर दिए हैं. इसे लॉकडाउन 5 के बदले अनलॉक 1 कहा जा रहा है।
इसके तहत सभी गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से खोलने के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. हालांकि रात नौ बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक सभी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक रहेगी.
इन गतिविधियों को कंटेनमेंट ज़ोन के बाहर ही खोला जाएगा.
पहले चरण : 8 जून 2020 से सभी धार्मिक स्थल खुल जाएंगे। होटल, रेस्तरां और दूसरे हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज की शुरुआत हो जाएगी। शॉपिंग मॉल्स भी खुल जाएंगे। इनके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एसओपी जारी की जाएगी।
दूसरे चरण : स्कूल, कॉलेज, एजूकेशनल, ट्रेनिंग, कोचिंग इंस्टिट्यूट आदि को खोलने का फैसला जुलाई 2020 में लिया जाएगा। इसके लिए सभी राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों, संस्थाओं, अभिभावकों और सभी हितधारकों के साथ विचार विमर्श किया जाएगा।
तीसरे चरण : अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, मेट्रो रेल, सिनेमा हॉल्स, जिम, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर, बार और ऑडोटोरियम को फेज 3 में खोला जाएगा। हालांकि, इससे पहले एक बार स्थिति की समीक्षा की जाएगी। तीसरे चरण में ही सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक गतिविधियों को खोलने का फैसला लिया जाएगा।
ई-पास की ज़रूरत नहीं होगी
-जि़ला प्रशासन केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों का ध्यान रखते हुए कंटेनमेंट ज़ोन निर्धारित करेंगे.
-कंटेनमेंट ज़ोन में सिफऱ् ज़रूरी सेवाओं को ही चलने की अनुमति होगी।
-राज्य सरकारें और केंद्र शासित प्रदेश कंटेनमेंट ज़ोन के बाहर बफऱ ज़ोन निर्धारित कर सकेंगे।
-वहीं राज्यों के भीतर और दो राज्यों के बीच लोगों के आवागमन पर कोई रोक नहीं होगी. किसी ई-पास की ज़रूरत नहीं होगी।
-हालांकि अगर कोई प्रांत या जि़ला प्रशासन लोगों के आवागमन को रोकना चाहे तो आदेश के भरसक प्रचार-प्रसार के बाद ऐसा किया जा सकेगा. संबंधित प्रक्रिया की जानकारी भी लोगों को दी जाएगी।
-एक जून से 30 जून के दौरान भी लॉकडाउन की तरह ही शादियों में पचास से अधिक लोगों के जाने की अनुमति नहीं होगी।
-इस दौरान जहां तक संभव है कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया है।
-सार्वजनिक स्थलों, यातायात के दौरान और कार्यस्थल पर चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा.
-लोगों को एक दूसरे से दो गज़ की दूरी बनाए रखनी होगी।
-दुकानदारों को ग्राहकों के बीच दूरी का ध्यान रखना होगा और एक बार में दुकान के भीतर पांच से अधिक ग्राहकों को नहीं आने दिया जाएगा।
-सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर जुर्माना और सज़ा हो सकती है. साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर पान, गुटखा, शराब आदि के सेवन पर रोक रहेगी।
-वहीं कंटेनमेंट ज़ोन में तीस जून तक पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा।
10 जून तक पदभार ग्रहण करने के आदेश
चंडीगढ़(लहू की लै) हरियाणा सरकार ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा चतुर्थ श्रेणी के 18218 पदों के लिए 19 जनवरी, 2019 को घोषित किये गए परिणाम के मद्देनजर उन उम्मीदवारों को एक अंतिम अवसर प्रदान करने का निर्णय लिया है जिन्होंने किन्हीं कारणों से अपने-अपने विभागों में पदभार ग्रहण नहीं किया था।
मुख्य सचिव कार्यालय के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी एक परिपत्र अनुसार ऐसे उम्मीदवारों को 10 जून, 2020 तक अपने-अपने विभागों में पदभार ग्रहण करने को कहा गया है। यदि 10 जून तक भी कोई उम्मीदवार अपना पदभार ग्रहण नहीं करता है तो संबंधित विभाग उसकी उम्मीदवारिता रद्द करके हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग से अनुशंसा करेगा कि उसके स्थान पर ग्रुप-डी की प्रतीक्षा सूची में से किसी उम्मीदवार का नाम भेजा जाए।
मुख्य सचिव कार्यालय के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी एक परिपत्र अनुसार ऐसे उम्मीदवारों को 10 जून, 2020 तक अपने-अपने विभागों में पदभार ग्रहण करने को कहा गया है। यदि 10 जून तक भी कोई उम्मीदवार अपना पदभार ग्रहण नहीं करता है तो संबंधित विभाग उसकी उम्मीदवारिता रद्द करके हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग से अनुशंसा करेगा कि उसके स्थान पर ग्रुप-डी की प्रतीक्षा सूची में से किसी उम्मीदवार का नाम भेजा जाए।
दो साल का लिव इन रिलेशन, अंतिम तस्वीर दर्दनाक
चुनरी से एक-दूसरे का हाथ बांधकर नहर में कूदे थे हरपाल तथा वीरपाल कौर
डबवाली(लहू की लौ)शनिवार को चौटाला पुलिस ने राजस्थान नहर में कालुआना पुल के समीप डबवाली के जवाहर नगर निवासी हरपाल (45) तथा गांव डबवाली निवासी वीरपाल कौर (42) के शव बरामद कर लिए। दोनों के हाथ चुनरी से बंधे हुए थे। महिला का दायां तो पुरुष का बायां हाथ बंधा हुआ था। पुलिस के अनुसार दोनों दो साल से लिव इन रिलेशनशिप में डूमवाली गांव (बठिंडा) में रह रहे थे। हालांकि दोनों विवाहित थे। वीरपाल मूल रुप से भाईकेरा गांव (थाना लंबी) की रहने वाली थी। उसकी शादी गांव डबवाली में हुई थी। उसके दो बेटे हैं। बड़े बेटे की उम्र करीब 15 वर्ष तो छोटा बेटा करीब 11 वर्ष का है। जबकि हरपाल के एक बेटा है। दोनों के लिव इन रिलेशन का पता चलने के बाद परिवारों ने नाता तोड़ लिया था। बताया जाता है कि परिवारों ने महिला-पुरुष को साफ कह दिया था कि वे घर न आएं।
शव ले गए परिजन
चौटाला पुलिस को हरपाल के पिता हरमेल सिंह ने बयान दर्ज करवाए हैं। बयानों में उसने कहा है कि उसके बेटे तथा वीरपाल कौर में कई दिनों से प्रेम प्रसंग थे। इस वजह से उसने नहर में छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पिता के अलावा हरपाल के पीछे परिवार का कोई नहीं आया। तो वहीं महिला के मायका पक्ष के साथ-साथ उसका पति, बेटे भी मौजूद थे। पुलिस ने उपमंडल डबवाली के नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव वारिसों को सौंप दिए।
28 मई को नहर में कूदे थे
लिव इन में दो साल बिताने वाले हरपाल तथा वीरपाल कौर 28 मई को गांव सुकेराखेड़ा के निकट राजस्थान नहर पर पहुंचे थे। वे एक बाइक पर सवार होकर गए थे। कुछ लोगों ने नहर की पटरी पर दोनों को बैठे हुए देखा था। शाम करीब साढ़े 6 बजे दोनों छलांग लगा गए थे। बाइक पर एक बैग पड़ा देख लोगों ने इसकी सूचना उसके परिजनों तक पहुंचाई थी। जिसके बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से नहर में दोनों की तालाश शुरु कर दी थी।
नहर में महिला की तालाश
शनिवार को दो शव मिलने के बाद भी नहर में एक महिला की तालाश जारी है। महिला गांव जंडवाला बिश्नोइयां की बताई जाती है। जो पारिवारिक अनबन के चलते घर से निकली हुई है। अंतिम बार उसे नहर की पटरी पर जाते हुए देखा गया था। महिला मूल रुप से हनुमानगढ़ जंक्शन की बताई जाती है। यह मामला भी 28 मई का बताया जाता है।
राजस्थान नहर से मिले शवों की पहचान हरपाल सिंह तथा वीरपाल कौर के रुप में हुई है। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। दोनों के परिवारों ने उन्हें घर में आने से रोक रखा था। हरपाल के पिता हरमेल सिंह के बयान पर धारा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की गई है।
-शैलेंद्र कुमार, प्रभारी, पुलिस चौकी चौटाला
डबवाली(लहू की लौ)शनिवार को चौटाला पुलिस ने राजस्थान नहर में कालुआना पुल के समीप डबवाली के जवाहर नगर निवासी हरपाल (45) तथा गांव डबवाली निवासी वीरपाल कौर (42) के शव बरामद कर लिए। दोनों के हाथ चुनरी से बंधे हुए थे। महिला का दायां तो पुरुष का बायां हाथ बंधा हुआ था। पुलिस के अनुसार दोनों दो साल से लिव इन रिलेशनशिप में डूमवाली गांव (बठिंडा) में रह रहे थे। हालांकि दोनों विवाहित थे। वीरपाल मूल रुप से भाईकेरा गांव (थाना लंबी) की रहने वाली थी। उसकी शादी गांव डबवाली में हुई थी। उसके दो बेटे हैं। बड़े बेटे की उम्र करीब 15 वर्ष तो छोटा बेटा करीब 11 वर्ष का है। जबकि हरपाल के एक बेटा है। दोनों के लिव इन रिलेशन का पता चलने के बाद परिवारों ने नाता तोड़ लिया था। बताया जाता है कि परिवारों ने महिला-पुरुष को साफ कह दिया था कि वे घर न आएं।शव ले गए परिजन
चौटाला पुलिस को हरपाल के पिता हरमेल सिंह ने बयान दर्ज करवाए हैं। बयानों में उसने कहा है कि उसके बेटे तथा वीरपाल कौर में कई दिनों से प्रेम प्रसंग थे। इस वजह से उसने नहर में छलांग लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। पिता के अलावा हरपाल के पीछे परिवार का कोई नहीं आया। तो वहीं महिला के मायका पक्ष के साथ-साथ उसका पति, बेटे भी मौजूद थे। पुलिस ने उपमंडल डबवाली के नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव वारिसों को सौंप दिए।
28 मई को नहर में कूदे थे
लिव इन में दो साल बिताने वाले हरपाल तथा वीरपाल कौर 28 मई को गांव सुकेराखेड़ा के निकट राजस्थान नहर पर पहुंचे थे। वे एक बाइक पर सवार होकर गए थे। कुछ लोगों ने नहर की पटरी पर दोनों को बैठे हुए देखा था। शाम करीब साढ़े 6 बजे दोनों छलांग लगा गए थे। बाइक पर एक बैग पड़ा देख लोगों ने इसकी सूचना उसके परिजनों तक पहुंचाई थी। जिसके बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से नहर में दोनों की तालाश शुरु कर दी थी।
नहर में महिला की तालाश
शनिवार को दो शव मिलने के बाद भी नहर में एक महिला की तालाश जारी है। महिला गांव जंडवाला बिश्नोइयां की बताई जाती है। जो पारिवारिक अनबन के चलते घर से निकली हुई है। अंतिम बार उसे नहर की पटरी पर जाते हुए देखा गया था। महिला मूल रुप से हनुमानगढ़ जंक्शन की बताई जाती है। यह मामला भी 28 मई का बताया जाता है।
राजस्थान नहर से मिले शवों की पहचान हरपाल सिंह तथा वीरपाल कौर के रुप में हुई है। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। दोनों के परिवारों ने उन्हें घर में आने से रोक रखा था। हरपाल के पिता हरमेल सिंह के बयान पर धारा 174 सीआरपीसी के तहत इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई की गई है।
-शैलेंद्र कुमार, प्रभारी, पुलिस चौकी चौटाला
डबवाली में पुलिस का मुख्य टारगेट है नशा, पांच माह में दर्ज किए 111 केस
डीएसपी बोले-डीआइजी डॉ. अरुण नेहरा के मार्गदर्शन से नशे के खिलाफ हो रहा कार्य
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब, राजस्थान से घिरा डबवाली इलाका नशे के लिए बदनाम रहा है। दोनों राज्यों से आसानी से अफीम, पोस्त की तस्करी होती है, तो वहीं चिट्टा युवाओं की नस-नस में बैठ चुका है। नशे की रोकथाम के लिए पुलिस प्रयासरत हुई है तो कई नशा तस्कर लॉक डाऊन हो गए हैं। पिछले पांच माह के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि सिटी पुलिस डबवाली, सदर डबवाली तथा ओढ़ां थाना में एनडीपीएस के कुल 111 मामले दर्ज हुए हैं। नशे के खिलाफ मिली सफलता के लिए जिला पुलिस कप्तान डॉ. अरुण नेहरा की गाइडलाइंस को अहम् माना जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नशे को मुख्य टारगेट के तौर पर लिया गया था। पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी के साथ सोर्स स्थापित किए। तभी हम नशा तस्करों पर शिकंजा कस सकें। बताया जाता है कि तीनों थानों से कुछ ऐसे पुलिस कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया था, जो काफी समय से थानों में विराजमान थे। पुलिस को उनकी गतिविधियों पर संदेह था। इसके बाद ही पुलिस ने टारगेट को फॉलो करना शुरु किया था।
मादक अधिनियम के तहत दर्ज अभियोग
थाना केस
शहर डबवाली 61
सदर डबवाली 34
ओढ़ां 16
कुल 111
नशीला पदर्थ बरामदगी
हेरोइन 1 किलो 138 ग्राम
गोलियां 35,775
डोडा पोस्त 684 किलो 125 ग्राम
अफीम 7 किलो 608 ग्राम
अफीम पौधे 41 किलो 400 ग्राम
एसएसपी कम डीआइजी डॉ. अरुण नेहरा के कुशल नेतृत्व में हम कार्य कर रहे हैं। उनकी गाइडलाइंस अनुसार नशे को मुख्य टारगेट पर रखा गया है। 1 जनवरी से 29 मई तक सिटी डबवाली, सदर डबवाली तथा ओढ़ां थाना में 100 से ज्यादा मामले एनडीपीएस के दर्ज हुए हैं।
-डीएसपी कुलदीप बेनीवाल, डबवाली
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब, राजस्थान से घिरा डबवाली इलाका नशे के लिए बदनाम रहा है। दोनों राज्यों से आसानी से अफीम, पोस्त की तस्करी होती है, तो वहीं चिट्टा युवाओं की नस-नस में बैठ चुका है। नशे की रोकथाम के लिए पुलिस प्रयासरत हुई है तो कई नशा तस्कर लॉक डाऊन हो गए हैं। पिछले पांच माह के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि सिटी पुलिस डबवाली, सदर डबवाली तथा ओढ़ां थाना में एनडीपीएस के कुल 111 मामले दर्ज हुए हैं। नशे के खिलाफ मिली सफलता के लिए जिला पुलिस कप्तान डॉ. अरुण नेहरा की गाइडलाइंस को अहम् माना जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नशे को मुख्य टारगेट के तौर पर लिया गया था। पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी के साथ सोर्स स्थापित किए। तभी हम नशा तस्करों पर शिकंजा कस सकें। बताया जाता है कि तीनों थानों से कुछ ऐसे पुलिस कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया था, जो काफी समय से थानों में विराजमान थे। पुलिस को उनकी गतिविधियों पर संदेह था। इसके बाद ही पुलिस ने टारगेट को फॉलो करना शुरु किया था।मादक अधिनियम के तहत दर्ज अभियोग
थाना केस
शहर डबवाली 61
सदर डबवाली 34
ओढ़ां 16
कुल 111
नशीला पदर्थ बरामदगी
हेरोइन 1 किलो 138 ग्राम
गोलियां 35,775
डोडा पोस्त 684 किलो 125 ग्राम
अफीम 7 किलो 608 ग्राम
अफीम पौधे 41 किलो 400 ग्राम
एसएसपी कम डीआइजी डॉ. अरुण नेहरा के कुशल नेतृत्व में हम कार्य कर रहे हैं। उनकी गाइडलाइंस अनुसार नशे को मुख्य टारगेट पर रखा गया है। 1 जनवरी से 29 मई तक सिटी डबवाली, सदर डबवाली तथा ओढ़ां थाना में 100 से ज्यादा मामले एनडीपीएस के दर्ज हुए हैं।
-डीएसपी कुलदीप बेनीवाल, डबवाली
टावर का हिस्सा गली में गिरने से गली वासियों में मचा हड़कम्प
डबवाली(लहू की लौ) रेलवे पुल के पास वार्ड नं.1 की गली नं. एक में टावर में का हिस्सा गिरने से गली वासियों में हड़कम्प मच गया। गली वासियों के अनुसार शुक्रवार को तेज हवा के साथ आई बरसात से गली में आ गिरा। गली वासियों का कहना है कि यदि किसी के घर पर आकर गिर जाता या गली किसी गली में राहगीर पर गिर जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। गली वासियों ने प्रशासन से मांग की है कि एयरटेल कम्पनी के टावर को हटाया जाये ताकि किसी बड़ी घटना से बच सकें।
डबवाली में सादे ढंग से मनाई गई अरुट जयंती
डबवाली(लहू की लौ)अरोड़वंश के आदि प्रवर्तक सूर्यवंशी अरूट जी महाराज का जन्मदिवस डबवाली में नई अनाज मंडी रोड स्थित श्री अरोड़वंश धर्मशाला में शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए मनाया गया। ज्ञानी तीर्थ सिंह ने सरबत के भले के लिए अरदास की। इसके उपरांत अ
रोड़वंश सभा के सरप्रस्त मुकन्द लाल सेठी ने ज्योति प्रजवलित करके महाराज अरूट की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर अरोड़वंश सभा के पूर्व प्रधान प्रेम सिंह सेठी, पूर्व प्रधान ओपी सचदेवा, पूर्व सीनियर उप प्रधान शाम सिंह सेठी, पूर्व महासचिव देस राज सेठी, प्रबंधक कमेटी के प्रधान परमजीत सिंह लभू सेठी, सीनियर उप प्रधान हरजीत सिंह सेठी, उप प्रधान राजकुमार मोंगा, महासचिव दविंद्र सेठी, कोषाध्यक्ष रजनीश मोंगा, अतिरिक्त महासचिव विजय सेठी, उप कोषाध्यक्ष रंजीव सेठी व अजय ग्रोवर पीआरओ, रविन्दर ग्रोवर व नरेंद्र मिढ़ा उपस्थित थे।
इस अवसर पर कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गुरदीप कामरा, सतीश जग्गा, प्रविंद्र अरोड़ा, पवन बब्बर, विनोद सचदेवा, भोला सचदेवा, रेशम लाल सिडाना, अमरजीत सिंह सेठी, राकेश मोंगा, राकेश ग्रोवर (हरी), योगेश मैहता, दीपक सेठी, सुशील कुमार, पारुल सचदेवा, मैडम विजय मोंगा, इन्दु ग्रोवर, इन्दु मिढ़ा, राजिन्दर ग्रोवर, सीमा मैहता, अमरजीत कौर, अमर सिंह उपस्थित थे।
रोड़वंश सभा के सरप्रस्त मुकन्द लाल सेठी ने ज्योति प्रजवलित करके महाराज अरूट की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर अरोड़वंश सभा के पूर्व प्रधान प्रेम सिंह सेठी, पूर्व प्रधान ओपी सचदेवा, पूर्व सीनियर उप प्रधान शाम सिंह सेठी, पूर्व महासचिव देस राज सेठी, प्रबंधक कमेटी के प्रधान परमजीत सिंह लभू सेठी, सीनियर उप प्रधान हरजीत सिंह सेठी, उप प्रधान राजकुमार मोंगा, महासचिव दविंद्र सेठी, कोषाध्यक्ष रजनीश मोंगा, अतिरिक्त महासचिव विजय सेठी, उप कोषाध्यक्ष रंजीव सेठी व अजय ग्रोवर पीआरओ, रविन्दर ग्रोवर व नरेंद्र मिढ़ा उपस्थित थे।इस अवसर पर कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गुरदीप कामरा, सतीश जग्गा, प्रविंद्र अरोड़ा, पवन बब्बर, विनोद सचदेवा, भोला सचदेवा, रेशम लाल सिडाना, अमरजीत सिंह सेठी, राकेश मोंगा, राकेश ग्रोवर (हरी), योगेश मैहता, दीपक सेठी, सुशील कुमार, पारुल सचदेवा, मैडम विजय मोंगा, इन्दु ग्रोवर, इन्दु मिढ़ा, राजिन्दर ग्रोवर, सीमा मैहता, अमरजीत कौर, अमर सिंह उपस्थित थे।
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