01 जून 2020

जोधपुर से 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध लेकर आ रहा चौटाला आइटीआइ का माली दोस्त समेत गिरफ्तार

एसटीएफ हिसार ने मुखबरी के आधार पर दबोचा, चौटाला गांव के पूर्व सरपंच का बेटा है माली रामचंद्र
अंतरराजीय सीमा क्रॉस की, राजस्थान के पांच जिलों से होते हुए चौटाला गांव में ले आए अफीम दूध
डबवाली(लहू की लौ)स्पैशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) हिसार ने गांव चौटाला में संगरिया रोड पर कार सवार दो युवकों को 1 किलो 800 ग्राम अफीम दूध समेत गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान गांव चौटाला के कांकरिया वास निवासी रामचंद्र (35) तथा संगरिया के वार्ड नं. 23 निवासी वेदप्रकाश (30) के रुप में हुई है। दोनों जिला जोधपुर (राजस्थान) के कस्बा ओसिया से डेढ़ लाख रुपये में अफीम खरीदकर लाए थे। अफीम को आगे दोगुणी कीमत पर बेचना था। पुलिस के अनुसार नशा तस्कर 29 मई को चौटाला से जोधपुर के लिए रवाना हुए थे। शनिवार देर शाम को ओएसवीएन कॉन्वेंट स्कूल के सामने हरियाणा नंबर की इटियोस कार में सवार दोनों अफीम समेत पकड़े गए। एसटीएफ के एसआइ महेंद्र सिंह की शिकायत पर चौटाला पुलिस ने उपरोक्त दोनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने नशा तस्करों को रविवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी विनय शर्मा की अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों का तीन दिवसीय पुलिस रिमांड जारी किया है।

पूर्व सरपंच का बेटा है रामचंद्र, आइटीआइ में करता है नौकरी
नशा तस्करी में पकड़ा गया रामचंद्र चौटाला गांव के पूर्व सरपंच कृष्ण बिश्नोई का बेटा है। वह पिछले करीब 10 सालों से चौटाला आइटीआइ में डीसी रेट पर माली के पद पर कार्यरत है। पूर्व सरपंच के मुताबिक करीब चार साल पूर्व उसका बेटा 100 ग्राम अफीम समेत राजस्थान में पकड़ा गया था। उस मामले में वह बरी हो गया था। लेकिन एक साल से उसकी गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत हो रही थी। उसके पास गाडिय़ां आती-जाती रहती थीं। करीब 8 माह पहले उसे टोका था कि वह गलत धंधा कर रहा है, तो उसने कहा था कि वह कुछ गलत नहीं कर रहा। रात 8.30 बजे उसे सूचना मिली थी कि रामचंद्र पकड़ा गया है। इधर दूसरा आरोपित वेदप्रकाश कार चालक है। उसके पिता राजस्थान में एक निजी बस चलाते हैं।

एसटीएफ हैरान-1900 किलोमीटर में किसी ने रोका तक नहीं
चौटाला से जोधपुर के कस्बा ओशिया की दूरी करीब 950 किलोमीटर है। मतलब आने-जाने पर 1900 किलोमीटर का सफर तय होता है। नशा तस्करों के लिए यह बेहद आसान सफर रहा। चूंकि नशा तस्करों के पास ई-पास नहीं था। बगैर ई-पास वे राजस्थान का जिला हनुमानगढ़, सूरतगढ़, बीकानेर, मेड़ता सिटी क्रॉस करके जोधपुर पहुंच गए। फिर वापिस आ गए। एसटीएफ यह देखकर हैरान है। हालांकि पुलिस मुख्य नशा तस्कर को पकडऩे के साथ-साथ चोर रास्तों का मेप भी तैयार करेगी।


लॉक डाऊन मे 1 किलो 800 ग्राम अफीम खरीदने के लिए जोधपुर जाना और फिर जोधपुर से वापिस आना गंभीर मामला है। कहीं रास्ते पर चैकिंग नहीं हुई? मेरे साथ एएसआइ बलजीत सिंह, मुख्य सिपाही जलौरा सिंह, विजय कुमार, सिपाही विवेक कुमार थे। हम चौटाला बस अड्डा पर मौजूद थे, तभी मुखबरी मिली थी। पता चला है कि दोनों आरोपित 2-3 बार जोधपुर के कस्बा ओसिया से अफीम ला चुके हैं।
-एसआइ महेंद्र सिंह, एसटीएफ हिसार

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