31 मई 2020

डबवाली में पुलिस का मुख्य टारगेट है नशा, पांच माह में दर्ज किए 111 केस

डीएसपी बोले-डीआइजी डॉ. अरुण नेहरा के मार्गदर्शन से नशे के खिलाफ हो रहा कार्य
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब, राजस्थान से घिरा डबवाली इलाका नशे के लिए बदनाम रहा है। दोनों राज्यों से आसानी से अफीम, पोस्त की तस्करी होती है, तो वहीं चिट्टा युवाओं की नस-नस में बैठ चुका है। नशे की रोकथाम के लिए पुलिस प्रयासरत हुई है तो कई नशा तस्कर लॉक डाऊन हो गए हैं। पिछले पांच माह के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो पता चलता है कि सिटी पुलिस डबवाली, सदर डबवाली तथा ओढ़ां थाना में एनडीपीएस के कुल 111 मामले दर्ज हुए हैं। नशे के खिलाफ मिली सफलता के लिए जिला पुलिस कप्तान डॉ. अरुण नेहरा की गाइडलाइंस को अहम् माना जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नशे को मुख्य टारगेट के तौर पर लिया गया था। पुलिस ने जगह-जगह नाकाबंदी के साथ सोर्स स्थापित किए। तभी हम नशा तस्करों पर शिकंजा कस सकें। बताया जाता है कि तीनों थानों से कुछ ऐसे पुलिस कर्मचारियों को इधर से उधर किया गया था, जो काफी समय से थानों में विराजमान थे। पुलिस को उनकी गतिविधियों पर संदेह था। इसके बाद ही पुलिस ने टारगेट को फॉलो करना शुरु किया था।


मादक अधिनियम के तहत दर्ज अभियोग
थाना           केस
शहर डबवाली 61
सदर डबवाली 34
ओढ़ां 16
कुल         111


नशीला पदर्थ     बरामदगी
हेरोइन             1 किलो 138 ग्राम
गोलियां        35,775
डोडा पोस्त              684 किलो 125 ग्राम
अफीम               7 किलो 608 ग्राम
अफीम पौधे              41 किलो 400 ग्राम


एसएसपी कम डीआइजी डॉ. अरुण नेहरा के कुशल नेतृत्व में हम कार्य कर रहे हैं। उनकी गाइडलाइंस अनुसार नशे को मुख्य टारगेट पर रखा गया है। 1 जनवरी से 29 मई तक सिटी डबवाली, सदर डबवाली तथा ओढ़ां थाना में 100 से ज्यादा मामले एनडीपीएस के दर्ज हुए हैं।
-डीएसपी कुलदीप बेनीवाल, डबवाली

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