01 जून 2020

वेयर हाऊस के गोदाम में भीग गया 42.30 करोड़ रुपये का अनाज


मंडी में गेहूं भीगने पर आढ़ती जिम्मेवार था, अब गोदाम में गेहूं भीगने पर जिम्मेवार कौन?
डबवाली(लहू की लौ)बारिश में मंडियों में पड़ा अनाज खूब भीगा था। प्रबंधों को लेकर खूब शोर मचा था। आढ़ती जिम्मेवार ठहराए गए थे, अब जब गोदामों में भंडारित है तो अनाज को जान बूझकर भिगौया जा रहा है। सवाल उठता है कि क्या अब संबंधित खरीद एजेंसी क्या खुद को जिम्मेवार ठहरा पाएगी?
हरियाणा राज्य भंडारण निगम (वेयर हाऊस) का चौटाला हाईवे पर गांव शेरगढ़ के समीप स्थित गोदाम याद ही होगा। यहां कुछ दिन पहले संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई थी। आग कैसे लगी, यह तो अभी तक पता नहीं चला। लेकिन रविवार शाम को आई बरसात में अनाज को जरुर भिगौया गया। इसके लिए संबंधित एजेंसी जिम्मेवार है। बताया जाता है कि भाटी प्लींथ नाम के इस गोदाम में अनाज के करीब साढ़े पांच लाख बोरे भंडारित हैं। सीधे शब्दों में कहें तो 185 स्टैग लगे हुए हैं। प्रत्येक स्टैग में करीब 3000 बोरे हैं। खास बात यह है कि समें से महज 44 स्टैग ढके हुए थे। शेष 141 स्टैग को ढकने के लिए तिरपाल का बंदोबस्त जरुर था, लेकिन स्टैग ढके नहीं हुए थे। ऐसे में करीब 4.23 लाख बैग भीग गए। भीगे अनाज की कीमत 42.30 करो

ड़ रुपये है।

अलर्ट के बावजूद भीगा अनाज
कह सकते हैं कि अलर्ट के बावजूद करोड़ों रुपये का अनाज भीग गया। चूंकि हरियाणा कृषि विभाग की ओर से मौसम संबंधी अलर्ट जारी किया हुआ है। उसी अनुसार प्रदेश के सभी विभाग अलर्ट है, सिर्फ खरीद एजेंसियों को छोड़कर। सवाल उठता है कि क्या हरियाणा राज्य भंडारण निगम के अधिकारी लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे या फिर संदिग्ध मामला मानकर फाइल बंद कर देंगे।


गोदाम में गेहूं भंडारित करने का कार्य समाप्त हो गया है। स्टॉक की गिनती की जा रही थी। चूंकि 31 मई हो गई है, उच्च अधिकारियों को कागज पूरे करके जानकारी देनी है। इस वजह से कुछ स्टैग को ढका नहीं जा सका। अचानक बारिश आ गई, इसलिए भीग गए। स्टैग को हवा तथा धूप लगाने के बाद ढक दिया जाएगा।
-मैनेजर इंद्राज गुप्ता, 
हरियाणा राज्य भंडारण निगम डबवाली

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