डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित गांव मिठड़ी के पास एक अज्ञात ट्रक स्कूटर सवार तीन युवकों को कुचलकर फरार हो गया। दुर्घटना में दो युवकों की मौत हो गई। जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया।
मकर संक्रांति के अवसर पर गांव चोरमार में स्थित गुरूद्वारा में मात्था टेकने और स्नान के लिए डबवाली से तीन युवक एक वेसपा स्कूटर पर शुक्रवार सुबह रवाना हुए थे। यह स्कूटर जैसे ही गांव मिठड़ी के नजदीक पहुंचा तो डबवाली से सिरसा की ओर जा रहे तेजगति ट्रक ने स्कूटर को कुचल दिया। जिससे इस पर सवार तीन युवक घायल हो गए। इसी दौरान चोरमार से मात्था टेककर अपने परिवार के साथ कार पर वापिस लौट रहे गांव मांगेआना के पूर्व सरपंच जलौर सिंह ने मानवता का परिचय देते हुए अपनी गाड़ी को घटना स्थल पर रोका तथा डबवाली जन सहारा सेवा संस्था के सहयोग से दो युवकों को डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।
पूर्व सरपंच जलौर सिंह ने बताया कि ये तीन युवक थे। जो सड़क पर पड़े तड़प रहे थे। इनमें से एक युवक की मौका पर ही मौत हो चुकी थी। जबकि दो युवकों को उन्होंने डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। जिसमें से एक युवक ने अस्पताल आकर दम तोड़ दिया।
बठिंडा रोड़ की गली नं. 1 के निवासी बलजिन्द्र सिंह पुत्र निर्मल सिंह ने बताया कि उसका भाई परमिंद्र सिंह (23) अपने मित्र दारा सिंह (18) पुत्र चंद सिंह, डिप्टी (19) पुत्र शेर सिंह निवासी डबवाली के साथ आज सुबह ही गांव चोरमार के गुरूद्वारा में मात्था टेकने के लिए गया था। उसका भाई परमिंद्र दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुआ। उसे उपचार के लिए बठिंडा लेजाया गया है। मृतकों की पहचान दारा सिंह, डिप्टी के रूप में हुई है।
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Lahoo Ki Lau
15 जनवरी 2011
13 जनवरी 2011
मोहल्ले से परिवार तक सिमटा लोहड़ी पर्व
डबवाली (लहू की लौ) लोहड़ी के पवित्र त्यौहार की समय के साथ परम्परा लुप्त होती जा रही है। कभी यह त्यौहार वार्ड का सांझा त्यौहार होता था लेकिन समय के साथ यह त्यौहार पारिवारिक त्यौहार में सिमटता जा रहा है। लोगों के सुख—दु:ख को सांझा करने वाला यह त्यौहार केवल अहम् का त्यौहार बनता जा रहा है।
करीब 8 वर्ष पूर्व लोहड़ी के त्यौहार पर मुहल्ले के सभी लोग इक्_े हो जाते और सांझे तौर पर एक स्थान पर लकड़ी तथा उपलों को जला कर लोहड़ी मनाते। इस अवसर पर सभी लोग मूंगफली, तिल, रेवड़ी, गुड़ अग्नि में डालते। यह लोहड़ी 15-15 फुट तक होती और दूर-दूर तक बैठे लोगों को सर्दी से राहत दिलाती। यहीं बल्कि लोहड़ी को एक दवा के रूप में भी पूजा जाता था। मूली लेकर उस पर तिल लगा कर सात बार लोहड़ी के ऊपर से मूली को घुमा दिया जाता और अगले दिन सुबह खाली पेट इस मूली को खाया जाता। इस संबंध में किदवंति प्रचलित थी कि इस मूली को खाने वाले का सिरदर्द नहीं होता और एक साल बार तक सांप भी नहीं डंसता।
यह शब्द किसी और के नहीं बल्कि अपने जीवन के 8 दशक पूरे कर चुकी वृद्धा दर्शना देवी पत्नी अमर पाल सचदेवा के हैं। उनके अनुसार वह पिछले 80 वर्षों से लोहड़ी का पर्व देखती आ रही है। लेकिन समय के साथ लोहड़ी के प्रति लोगों के रूझान में आ रही कमी उसे खलती है। वह भी जमाना था जब लोहड़ी के पास बैठ कर महिला और पुरूष केवल गीत ही नहीं गाते थे बल्कि एक-दूसरे के सुख—दु:ख की बातें करके उनका समाधान भी ढूंढ़ते थे। लेकिन युग के साथ त्यौहार भी बदल गया है। मुहल्ले का त्यौहार पहले गली में सिमटा और अब परिवार में सिमट गया है। अहम् और स्वार्थ के चलते लोग सांझा त्यौहार मनाने की अपेक्षा अपने ही घरों के आगे लोहड़ी लगाने तक सीमित हो गये हैं।
रमेश सचदेवा ज्योतिषी ने बताया कि लोहड़ी पर बैठ कर खूब मस्ती करते, गुब्बारे उड़ाते, पटाखे छोड़ते। उनके अनुसार जिस घर में नई शादी हुई होती और पुत्र का जन्म हुआ होता तो वह परिवार सभी के लिए लोहड़ी बांटता। शाम को 7 बजे लोहड़ी डालते और रात के 2 बजे तक लोहड़ी जलती रहती और वह भी बैठे रहते। अब तो लोहड़ी, लोहड़ी न रह कर कई बार नशेडिय़ों के झगड़े का कारण बन जाती है। लोग शराब पीकर लोहड़ी मनाते हैं, फिर लोहड़ी मना रहे लोगों से उलझते हैं। सुख का यह त्यौहार झगड़े के कारण समस्याओं का त्यौहार बन जाता है।
हलवाई यूनियन के प्रधान मदन लाल सेठी के अनुसार लोहड़ी का पर्व ऋतुओं के बदलाव के साथ बंधा हुआ त्यौहार है जो इस बात का संदेश देता है कि अब सर्दी जा रही है और आग सेंकने का मौसम भी जा रहा है। उनके अनुसार लोहड़ी का पर्व खुशहाली से जुड़ा हुआ है इसलिए लोहड़ी में काले तिल डालते समय ईसर आ, दरिद्र जा, दरिद्र की जड़ चूल्हे पा कहा जाता है।
करीब 8 वर्ष पूर्व लोहड़ी के त्यौहार पर मुहल्ले के सभी लोग इक्_े हो जाते और सांझे तौर पर एक स्थान पर लकड़ी तथा उपलों को जला कर लोहड़ी मनाते। इस अवसर पर सभी लोग मूंगफली, तिल, रेवड़ी, गुड़ अग्नि में डालते। यह लोहड़ी 15-15 फुट तक होती और दूर-दूर तक बैठे लोगों को सर्दी से राहत दिलाती। यहीं बल्कि लोहड़ी को एक दवा के रूप में भी पूजा जाता था। मूली लेकर उस पर तिल लगा कर सात बार लोहड़ी के ऊपर से मूली को घुमा दिया जाता और अगले दिन सुबह खाली पेट इस मूली को खाया जाता। इस संबंध में किदवंति प्रचलित थी कि इस मूली को खाने वाले का सिरदर्द नहीं होता और एक साल बार तक सांप भी नहीं डंसता।
यह शब्द किसी और के नहीं बल्कि अपने जीवन के 8 दशक पूरे कर चुकी वृद्धा दर्शना देवी पत्नी अमर पाल सचदेवा के हैं। उनके अनुसार वह पिछले 80 वर्षों से लोहड़ी का पर्व देखती आ रही है। लेकिन समय के साथ लोहड़ी के प्रति लोगों के रूझान में आ रही कमी उसे खलती है। वह भी जमाना था जब लोहड़ी के पास बैठ कर महिला और पुरूष केवल गीत ही नहीं गाते थे बल्कि एक-दूसरे के सुख—दु:ख की बातें करके उनका समाधान भी ढूंढ़ते थे। लेकिन युग के साथ त्यौहार भी बदल गया है। मुहल्ले का त्यौहार पहले गली में सिमटा और अब परिवार में सिमट गया है। अहम् और स्वार्थ के चलते लोग सांझा त्यौहार मनाने की अपेक्षा अपने ही घरों के आगे लोहड़ी लगाने तक सीमित हो गये हैं।
रमेश सचदेवा ज्योतिषी ने बताया कि लोहड़ी पर बैठ कर खूब मस्ती करते, गुब्बारे उड़ाते, पटाखे छोड़ते। उनके अनुसार जिस घर में नई शादी हुई होती और पुत्र का जन्म हुआ होता तो वह परिवार सभी के लिए लोहड़ी बांटता। शाम को 7 बजे लोहड़ी डालते और रात के 2 बजे तक लोहड़ी जलती रहती और वह भी बैठे रहते। अब तो लोहड़ी, लोहड़ी न रह कर कई बार नशेडिय़ों के झगड़े का कारण बन जाती है। लोग शराब पीकर लोहड़ी मनाते हैं, फिर लोहड़ी मना रहे लोगों से उलझते हैं। सुख का यह त्यौहार झगड़े के कारण समस्याओं का त्यौहार बन जाता है।
हलवाई यूनियन के प्रधान मदन लाल सेठी के अनुसार लोहड़ी का पर्व ऋतुओं के बदलाव के साथ बंधा हुआ त्यौहार है जो इस बात का संदेश देता है कि अब सर्दी जा रही है और आग सेंकने का मौसम भी जा रहा है। उनके अनुसार लोहड़ी का पर्व खुशहाली से जुड़ा हुआ है इसलिए लोहड़ी में काले तिल डालते समय ईसर आ, दरिद्र जा, दरिद्र की जड़ चूल्हे पा कहा जाता है।
सुबह होते ही बदल गई बिल्टी!
डबवाली (लहू की लौ) रातों-रात ठिकाने लगाए जा रहे यूरिया खाद से भरे दो ट्रकों को गांव जोगेवाला के पास किसानों ने घेर लिया। कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए जांच की मांग को लेकर किसानों ने एक ट्रक को थाना शहर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। जबकि एक ट्रक चालक ट्रक को भगा ले गया।
मंगलवार रात करीब 10 बजे दो ट्रक गांव जोगेवाला स्थित दि को-ऑपरेटिव सोसाईटी पैक्स जोगेवाला में आकर रूके। दोनों ट्रकों में यूरिया खाद के 600 बैग भरे हुए थे। खाद के ट्रकों की सूचना पाकर सोसाईटी के सेल्जमैन बिकर सिंह मौका पर पहुंचे। इधर इसकी भनक पाकर सोसाईटी के सदस्य जग्गा सिंह भी काफी किसानों के साथ मौका पर गए। किसानों की उपस्थिति में बिकर सिंह ने ट्रक ड्राईवरों से कागजात की मांग की। कागजात देखने पर सेल्जमैनों ने कागजात को सोसाईटी के न होने की बात कही। मौका देखकर एक चालक ट्रक को भगा ले गया। जिस पर किसान भड़क उठे। उन्होंने यूरिया खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
दि को-ऑपरेटिव सोसाईटी जोगेवाला के सदस्य जग्गा सिंह ने बताया कि सोसाईटी के नाम पर यूरिया खाद से भरे दो ट्रक मंगलवार रात को गांव जोगेवाला में पहुंचे थे। इसकी सूचना उन्होंने सोसाईटी के सेल्जमैन बिकर सिंह को दी। बिकर सिंह सूचना पाकर मौका पर पहुंचा।
सेल्जमैन बिकर सिंह ने बताया कि उसे पैक्स के सदस्य जग्गा सिंह ने सूचना दी थी। सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा। उस समय उसने ट्रकों के चालकों से ट्रक बिल्टी लेकर चैक की। लेकिन ट्रक बिल्टी सुरेन्द्र कुमार तथा भोला निवासी डबवाली के नाम पर थी। जोकि जोगेवाला के नाम पर कटी हुई थी। जांच के बाद पाया गया कि जोगेवाला सोसाईटी के नाम कागजात नहीं थे। जिस पर उसने माल उतरवाने से इंकार कर दिया। इसी दौरान एक ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। जबकि दूसरे ट्रक को मौका पर पहुंचे थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू के सुपुर्द कर दिया गया। बिकर सिंह ने बताया कि उनसे पुलिस ने यह लिखवाकर लिया कि यह माल सोसाईटी का नहीं है। सेल्जमैन के अनुसार सुबह जब उन्होंने पुलिस से कार्रवाई के संबंध में जानकारी चाही, तो उन्हें बताया गया कि बिल्टी तो डबवाली की एक फर्म के नाम पर है। उन्होंने कहा कि संदेह है कि रातों-रात बिल्टी को बदल दिया गया।
थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू ने बताया कि रात को गांव जोगेवाला में यूरिया खाद के भरे ट्रक को किसानों द्वारा घेरे जाने की सूचना पाकर वह अपने दलबल सहित मौका पर पहुंचे। लेकिन ट्रक चालक ने बिल्टी उसके पास न होने की बात कही। इस पर वे मौका की निजाकत को समझते हुए ट्रक को अपने साथ थाना में ले आए। बुधवार सुबह फर्म हंसराज हमेश कुमार का पार्टनर दीपू उनके समक्ष प्रस्तुत हुआ और उसने बिल्टी अपनी फर्म की प्रस्तुत की तथा बताया कि गलती से ट्रक चालक जोगेवाला गांव में घुस गया था। सोसाईटी की खाद समझकर किसानों ने उसे घेर लिया था। ट्रक को छोड़ दिया गया है।
इस संवाददाता से बातचीत करते हुए फर्म हंसराज हमेश कुमार डबवाली के पार्टनर दीपू ने बताया कि उनके पास यह माल रवि कुमार एण्ड कंपनी, सिरसा से दो ट्रकों में भरकर आया था। जिसमें कुल 600 यूरिया खाद के बैग थे। यह कोरोडम कंपनी की गिरदावरी यूरिया खाद थी। उनके अनुसार आज वहीं से सोसाईटी की खाद भी चलनी थी। लेकिन खाद लाने वाले ट्रक चालक भूल से डबवाली आने की बजाए गांव जोगेवाला में घुस गए।
इधर ट्रक चालक बलवंत सिंह निवासी सिरसा ने बताया कि उन्होंने खाद की भर्ती सिरसा रेलवे ट्रक से की थी। उनके पास गांव जोगेवाला सोसाईटी की बिल्टी थी। इस पर वे माल को जोगेवाला लेकर गए थे। उसने बताया कि जो ट्रक चालक भागा उसका नाम जसवीर सिंह है।
मंगलवार रात करीब 10 बजे दो ट्रक गांव जोगेवाला स्थित दि को-ऑपरेटिव सोसाईटी पैक्स जोगेवाला में आकर रूके। दोनों ट्रकों में यूरिया खाद के 600 बैग भरे हुए थे। खाद के ट्रकों की सूचना पाकर सोसाईटी के सेल्जमैन बिकर सिंह मौका पर पहुंचे। इधर इसकी भनक पाकर सोसाईटी के सदस्य जग्गा सिंह भी काफी किसानों के साथ मौका पर गए। किसानों की उपस्थिति में बिकर सिंह ने ट्रक ड्राईवरों से कागजात की मांग की। कागजात देखने पर सेल्जमैनों ने कागजात को सोसाईटी के न होने की बात कही। मौका देखकर एक चालक ट्रक को भगा ले गया। जिस पर किसान भड़क उठे। उन्होंने यूरिया खाद की कालाबाजारी करने का आरोप लगाते हुए इसकी सूचना पुलिस को दे दी।
दि को-ऑपरेटिव सोसाईटी जोगेवाला के सदस्य जग्गा सिंह ने बताया कि सोसाईटी के नाम पर यूरिया खाद से भरे दो ट्रक मंगलवार रात को गांव जोगेवाला में पहुंचे थे। इसकी सूचना उन्होंने सोसाईटी के सेल्जमैन बिकर सिंह को दी। बिकर सिंह सूचना पाकर मौका पर पहुंचा।
सेल्जमैन बिकर सिंह ने बताया कि उसे पैक्स के सदस्य जग्गा सिंह ने सूचना दी थी। सूचना पाकर वह मौका पर पहुंचा। उस समय उसने ट्रकों के चालकों से ट्रक बिल्टी लेकर चैक की। लेकिन ट्रक बिल्टी सुरेन्द्र कुमार तथा भोला निवासी डबवाली के नाम पर थी। जोकि जोगेवाला के नाम पर कटी हुई थी। जांच के बाद पाया गया कि जोगेवाला सोसाईटी के नाम कागजात नहीं थे। जिस पर उसने माल उतरवाने से इंकार कर दिया। इसी दौरान एक ट्रक चालक ट्रक लेकर फरार हो गया। जबकि दूसरे ट्रक को मौका पर पहुंचे थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू के सुपुर्द कर दिया गया। बिकर सिंह ने बताया कि उनसे पुलिस ने यह लिखवाकर लिया कि यह माल सोसाईटी का नहीं है। सेल्जमैन के अनुसार सुबह जब उन्होंने पुलिस से कार्रवाई के संबंध में जानकारी चाही, तो उन्हें बताया गया कि बिल्टी तो डबवाली की एक फर्म के नाम पर है। उन्होंने कहा कि संदेह है कि रातों-रात बिल्टी को बदल दिया गया।
थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू ने बताया कि रात को गांव जोगेवाला में यूरिया खाद के भरे ट्रक को किसानों द्वारा घेरे जाने की सूचना पाकर वह अपने दलबल सहित मौका पर पहुंचे। लेकिन ट्रक चालक ने बिल्टी उसके पास न होने की बात कही। इस पर वे मौका की निजाकत को समझते हुए ट्रक को अपने साथ थाना में ले आए। बुधवार सुबह फर्म हंसराज हमेश कुमार का पार्टनर दीपू उनके समक्ष प्रस्तुत हुआ और उसने बिल्टी अपनी फर्म की प्रस्तुत की तथा बताया कि गलती से ट्रक चालक जोगेवाला गांव में घुस गया था। सोसाईटी की खाद समझकर किसानों ने उसे घेर लिया था। ट्रक को छोड़ दिया गया है।
इस संवाददाता से बातचीत करते हुए फर्म हंसराज हमेश कुमार डबवाली के पार्टनर दीपू ने बताया कि उनके पास यह माल रवि कुमार एण्ड कंपनी, सिरसा से दो ट्रकों में भरकर आया था। जिसमें कुल 600 यूरिया खाद के बैग थे। यह कोरोडम कंपनी की गिरदावरी यूरिया खाद थी। उनके अनुसार आज वहीं से सोसाईटी की खाद भी चलनी थी। लेकिन खाद लाने वाले ट्रक चालक भूल से डबवाली आने की बजाए गांव जोगेवाला में घुस गए।
इधर ट्रक चालक बलवंत सिंह निवासी सिरसा ने बताया कि उन्होंने खाद की भर्ती सिरसा रेलवे ट्रक से की थी। उनके पास गांव जोगेवाला सोसाईटी की बिल्टी थी। इस पर वे माल को जोगेवाला लेकर गए थे। उसने बताया कि जो ट्रक चालक भागा उसका नाम जसवीर सिंह है।
विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
सिरसा। गौशाला मौहल्ला में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। मृतका के गले पर पड़े निशान से आशंका जताई जाती है कि मौत का कारण रस्सी से गला दबाया जाना है। मृतका के परिजनों का आरोप है कि ससुरालियों ने दहेज में मोटरसाइकिल की मांग को लेकर उसे फांसी लगाकर हत्या कर दी। इस मामले की जानकारी मिलते ही शहर थाना प्रभारी, डीएसपी हैडक्वार्टर, फोरैंसिक लैब विशेषज्ञ मौके पर पहुंचे। मृतका के शव को पोस्टमार्टम हेतु सामान्य अस्पताल पहुंचाया।
जानकारी मुताबिक गौशाला मौहल्ला की गली न. 4 निवासी ज्योति (28)पत्नी नलिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के परिजन डबवाली निवासी मृतका के चाचा बनवारी लाल, भाई विकास व सुरेश ने बताया कि बीती रात उनके पास ज्योति के ससुरालजनों ने फोन किया था कि ज्योति की तबीयत गंभीर है तथा उसे दौरा पड़ा है। उन्होने बताया कि आज प्रात: जब वे सिरसा पहुंचे तो पाया कि ज्योति की मौत हो चुकी है तथा उसके ससुरालजन घर से गायब है। ससुरालियों ने बताया कि तीन साल पूर्व ज्योति की शादी हुई थी, जिसमें उन्होने अपने सामथ्र्य अनुसार दान दहेज दिया था। उन्होने आरोप लगाया कि मृतका का पति जोकि एक निजी स्कूल में अध्यापक है, दहेज में मोटरसाइकिल की मांग करता था तथा उसे प्रताडि़त करता था। उन्होने आरोप लगाया कि ज्योति के ससुरालियों ने फांसी लगाकर उसकी हत्या कर दी। इस प्रकरण की जानकारी मिलते ही शहर थाना प्रभारी कृष्णा यादव, डीएसपी हैडक्वार्टर पूर्णचंद पंवार, सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वहीं मौके से एक सुसाईड नोट भी बरामद किया है, जो संभवत मृतका द्वारा लिखा हुआ बतलाया जाता है। इस सुसाईड नोट के मुताबिक मृतका ने आत्महत्या की है तथा अपने पति व ससुरालजनों को निर्दोष करार दिया है। उधर शहर थाना पुलिस ने मृतका के भाई विकास की शिकायत पर पति नलिन, ससुर ागवानदास, सास शांतिदेवी, जेठ पंकज, राजीव, जेठानी ममता व कांता के खिलाफ भादंसं की धारा 304बी तथा 34 के तहत अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी मुताबिक गौशाला मौहल्ला की गली न. 4 निवासी ज्योति (28)पत्नी नलिन की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के परिजन डबवाली निवासी मृतका के चाचा बनवारी लाल, भाई विकास व सुरेश ने बताया कि बीती रात उनके पास ज्योति के ससुरालजनों ने फोन किया था कि ज्योति की तबीयत गंभीर है तथा उसे दौरा पड़ा है। उन्होने बताया कि आज प्रात: जब वे सिरसा पहुंचे तो पाया कि ज्योति की मौत हो चुकी है तथा उसके ससुरालजन घर से गायब है। ससुरालियों ने बताया कि तीन साल पूर्व ज्योति की शादी हुई थी, जिसमें उन्होने अपने सामथ्र्य अनुसार दान दहेज दिया था। उन्होने आरोप लगाया कि मृतका का पति जोकि एक निजी स्कूल में अध्यापक है, दहेज में मोटरसाइकिल की मांग करता था तथा उसे प्रताडि़त करता था। उन्होने आरोप लगाया कि ज्योति के ससुरालियों ने फांसी लगाकर उसकी हत्या कर दी। इस प्रकरण की जानकारी मिलते ही शहर थाना प्रभारी कृष्णा यादव, डीएसपी हैडक्वार्टर पूर्णचंद पंवार, सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचा। वहीं मौके से एक सुसाईड नोट भी बरामद किया है, जो संभवत मृतका द्वारा लिखा हुआ बतलाया जाता है। इस सुसाईड नोट के मुताबिक मृतका ने आत्महत्या की है तथा अपने पति व ससुरालजनों को निर्दोष करार दिया है। उधर शहर थाना पुलिस ने मृतका के भाई विकास की शिकायत पर पति नलिन, ससुर ागवानदास, सास शांतिदेवी, जेठ पंकज, राजीव, जेठानी ममता व कांता के खिलाफ भादंसं की धारा 304बी तथा 34 के तहत अभियोग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यूरिया खाद की कमी, रोष
डबवाली (लहू की लौ) गांव चौटाला में यूरिया खाद की कमी के चलते किसानों में सोसायटी के प्रति गहरा रोष व्यप्त है।
किसान राम चन्द्र, भजन लाल, रामकुमार लोहमरोड़, त्रिलोक चन्द सिहाग, दया राम ने बताया कि जिला सिरसा का गांव चौटाला सबसे बड़ा गांव है और इसके 40 हजार एकड़ में बोआई होती है। इन दिनों गेहूं व सरसों की बिजाई की हुई है लेकिन खाद न मिलने से उनकी फसलों को भारी नुक्सान हो रहा है।
किसान खाद के लिए हर रोज सोसायटी के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन हर रोज उन्हें यह कह कर टरका दिया जाता है कि खाद कल आ जायेगी। किसानों के अनुसार 8 जनवरी को खाद का रैक सिरसा से लोड हो चुका है लेकिन गांव की सोसायटी में आज तक खाद नहीं पहुंची। जिसके चलते उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके विपरीत कंट्रोल रेट 266 रूपये होने के बावजूद बाजार में 340 रूपये यूरिया खाद बिक रही है।
किसान राम चन्द्र, भजन लाल, रामकुमार लोहमरोड़, त्रिलोक चन्द सिहाग, दया राम ने बताया कि जिला सिरसा का गांव चौटाला सबसे बड़ा गांव है और इसके 40 हजार एकड़ में बोआई होती है। इन दिनों गेहूं व सरसों की बिजाई की हुई है लेकिन खाद न मिलने से उनकी फसलों को भारी नुक्सान हो रहा है।
किसान खाद के लिए हर रोज सोसायटी के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन हर रोज उन्हें यह कह कर टरका दिया जाता है कि खाद कल आ जायेगी। किसानों के अनुसार 8 जनवरी को खाद का रैक सिरसा से लोड हो चुका है लेकिन गांव की सोसायटी में आज तक खाद नहीं पहुंची। जिसके चलते उन्हें भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इसके विपरीत कंट्रोल रेट 266 रूपये होने के बावजूद बाजार में 340 रूपये यूरिया खाद बिक रही है।
'आजाद मुल्क के गुलामÓ
डबवाली (लहू की लौ) आजादी मिले 63 साल बीत गए हैं। लेकिन आज भी इस देश के मजदूर सरकार के गुलाम हैं। सरकार के छोड़े गए ठेकेदार आज भी मजदूरों का खून चूस रहे हैं। अब मजदूर जाग गया है। अपना हक लेकर रहेगा। यह कहना था मंगलवार को ऑल इंडिया एफसीआई मजदूर वर्कर यूनियन के आह्वान पर यहां के एफसीआई गोदाम में केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का।
मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर एफसीआई वर्कर यूनियन के सदस्यों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। एफसीआई यूनियन डबवाली के अध्यक्ष बृजलाल ने बताया कि साल 1991 में केन्द्र सरकार ने देश के कुछ एफसीआई डिपुओं के मजदूरों को पक्का किया था। जिसमें हरियाणा के 22 डिपू भी शामिल थे। लेकिन इसके बाद सरकार ने मजदूरों की दशा की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। सरकार के छोड़े ठेकेदार मजदूरों का खून चूसने में लगे हुए हैं। एफसीआई डिपुओं में लगे चंद सरकारी मुलाजिम टेबल पर बैठ हजारों मजदूरों से काम करवा रहे हैं। जबकि वर्षों से अपनी पीठ पर माल लादकर सरकारी ठेकेदारों की जेबें भर रहे मजदूर आज भी दो वक्त की रोटी को मोहताज हैं। अगर मजदूरों को आजाद मुल्क के गुलाम कहकर पुकारा जाए, तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
मंगलवार को ऑल इंडिया एफसीआई वर्कर यूनियन के आह्वान पर एक दिन की हड़ताल रखी गई। अगर इससे भी सरकार न मानी तो आगामी 3 फरवरी को यूनियन के आह्वान पर एफसीआई डिपुओं को ताले जड़ दिए जाएंगे। इस अवसर पर एफसीआई वर्कर यूनियन के राजा राम, कृष्ण फौजी, कृष्ण कीनिया, मक्खन सिंह, प्रेम कुमार नम्बरदार, विजय कुमार, लालचंद, सरदूल सिंह, भोला राम, रोशन लाल, रूप सिंह, ओमप्रकाश आदि उपस्थित थे।
मंगलवार को अपनी मांगों को लेकर एफसीआई वर्कर यूनियन के सदस्यों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। एफसीआई यूनियन डबवाली के अध्यक्ष बृजलाल ने बताया कि साल 1991 में केन्द्र सरकार ने देश के कुछ एफसीआई डिपुओं के मजदूरों को पक्का किया था। जिसमें हरियाणा के 22 डिपू भी शामिल थे। लेकिन इसके बाद सरकार ने मजदूरों की दशा की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। सरकार के छोड़े ठेकेदार मजदूरों का खून चूसने में लगे हुए हैं। एफसीआई डिपुओं में लगे चंद सरकारी मुलाजिम टेबल पर बैठ हजारों मजदूरों से काम करवा रहे हैं। जबकि वर्षों से अपनी पीठ पर माल लादकर सरकारी ठेकेदारों की जेबें भर रहे मजदूर आज भी दो वक्त की रोटी को मोहताज हैं। अगर मजदूरों को आजाद मुल्क के गुलाम कहकर पुकारा जाए, तो इसमें कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।
मंगलवार को ऑल इंडिया एफसीआई वर्कर यूनियन के आह्वान पर एक दिन की हड़ताल रखी गई। अगर इससे भी सरकार न मानी तो आगामी 3 फरवरी को यूनियन के आह्वान पर एफसीआई डिपुओं को ताले जड़ दिए जाएंगे। इस अवसर पर एफसीआई वर्कर यूनियन के राजा राम, कृष्ण फौजी, कृष्ण कीनिया, मक्खन सिंह, प्रेम कुमार नम्बरदार, विजय कुमार, लालचंद, सरदूल सिंह, भोला राम, रोशन लाल, रूप सिंह, ओमप्रकाश आदि उपस्थित थे।
सरकार के खिलाफ अदालत में जाएंगे अध्यापक
डबवाली (लहू की लौ) अध्यापक पात्रता परीक्षा पास बेरोजगार अध्यापकों ने हरियाणा सरकार पर नौकरियां देने के मामले में जिला सिरसा के उम्मीदवारों से भेदभाव बरतने का आरोप लगाया है।
अध्यापक पात्रता परीक्षा पास गोपाल, अमित, सुभाष, सुशील, संदीप, मनोज, हर्ष, जीवन सिंगला, दीपक, वीनीत सेतिया, राहुल मिढ़ा, हेमलता, बलवान, महिंद्र, धर्मपाल, मनिन्द्र, भारत भूषण, रोहताश, सीता राम के अनुसार साल 2009 में हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन ने अध्यापक पात्रता परीक्षा पास गणित अध्यापकों के 1000 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। जिला सिरसा से परीक्षा पास बेरोजगार अध्यापकों ने भी आवेदन किया था। मई 2010 में उक्त पदों के लिए इंटरव्यू हुए। इंटरव्यू की लिस्ट बीती 7 जनवरी 2011 को जारी की गई है। हैरत की बात है कि लिस्ट में जिला सिरसा से एक भी उम्मीदवार का चयन नहीं किया गया है।
अध्यापक पात्रता परीक्षा पास इन अध्यापकों ने आरोप लगाया कि इंटरव्यू के समय उनसे पूछा गया कि वे किस जिले के रहने वाले हैं, वे इस समय क्या कर रहे हैं। जबकि इंटरव्यू के समय ऐसे सवालों का कोई मतलब नहीं है। बेरोजगार अध्यापकों ने हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन पर सरकार के इशारे पर जिला पूछकर नौकरियां बांटने का आरोप जड़ा है। उक्त अध्यापकों ने एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करके सरकार से लिस्ट को पुन: जांच करके जारी करने की मांग की है। साथ में चेतावनी दी कि वे सरकार के इस रवैये के खिलाफ आंदोलन करेंगे। अगर सरकार न मानी तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाने को बाध्य होंगे।
अध्यापक पात्रता परीक्षा पास गोपाल, अमित, सुभाष, सुशील, संदीप, मनोज, हर्ष, जीवन सिंगला, दीपक, वीनीत सेतिया, राहुल मिढ़ा, हेमलता, बलवान, महिंद्र, धर्मपाल, मनिन्द्र, भारत भूषण, रोहताश, सीता राम के अनुसार साल 2009 में हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन ने अध्यापक पात्रता परीक्षा पास गणित अध्यापकों के 1000 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। जिला सिरसा से परीक्षा पास बेरोजगार अध्यापकों ने भी आवेदन किया था। मई 2010 में उक्त पदों के लिए इंटरव्यू हुए। इंटरव्यू की लिस्ट बीती 7 जनवरी 2011 को जारी की गई है। हैरत की बात है कि लिस्ट में जिला सिरसा से एक भी उम्मीदवार का चयन नहीं किया गया है।
अध्यापक पात्रता परीक्षा पास इन अध्यापकों ने आरोप लगाया कि इंटरव्यू के समय उनसे पूछा गया कि वे किस जिले के रहने वाले हैं, वे इस समय क्या कर रहे हैं। जबकि इंटरव्यू के समय ऐसे सवालों का कोई मतलब नहीं है। बेरोजगार अध्यापकों ने हरियाणा स्टाफ सलेक्शन कमीशन पर सरकार के इशारे पर जिला पूछकर नौकरियां बांटने का आरोप जड़ा है। उक्त अध्यापकों ने एक प्रैस विज्ञप्ति जारी करके सरकार से लिस्ट को पुन: जांच करके जारी करने की मांग की है। साथ में चेतावनी दी कि वे सरकार के इस रवैये के खिलाफ आंदोलन करेंगे। अगर सरकार न मानी तो वे अदालत का दरवाजा खटखटाने को बाध्य होंगे।
08 जनवरी 2011
महिला खेलकूद : रूकमा ने जीती मटका दौड़
डबवाली (लहू की लौ) डबवाली के दलबीर ङ्क्षसह खेल स्टेडियम में शुक्रवार को बाल विकास विभाग की ओर से एक दिवसीय खण्ड स्तरीय महिला खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमे 200 महिलाओं ने भाग लिया।
18 से 30 वर्ष आयु वर्ग की 400 मीटर दौड़ में रेणू पुत्री ओमप्रकाश लखुआना प्रथम, नीतू पुत्री मदन लाल राजपुरा माजरा द्वितीय रही जबकि कमलदीप पुत्री हरि सिंह अबूबशहर ने तृतीय स्थान पाया। 5 किलोमीटर साईकिल रेस में सुलोचना पुत्री रामकुमार गोरीवाला प्रथम, कर्मजीत कौर पुत्री ठाकुर सिंह देसूजोधा द्वितीय, अनिता रानी पुत्री सुखदेव सिंह गांव डबवाली ने तृतीय स्थान पाया। 300 मीटर दौड़ में गगनदीप पुत्री गुरतेज सिंह निलियांवाली प्रथम, सुमन पुत्री जीत राम मटदादू द्वितीय, निर्मला पुत्री गुरदेव सिंह अबूबशहर तृतीय रही। 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की 100 मीटर दौड़ में शिमला पत्नी जसवीर सिंह गोदीकां प्रथम, बाला रानी पत्नी इन्द्रपाल मटदादू द्वितीय, रचना पत्नी कमलजीत लखुआना ने तृतीय स्थान पाया। मटका दौड़ में रूकमा पत्नी पिरथी सिंह अबूबशहर प्रथम, सुखप्रीत कौर पत्नी जगसीर सिंह अलीकां द्वितीय, सरस्वती पत्नी भाला राम चौटाला तृतीय स्थान पर रही। आलू-चम्मच दौड़ में कैलाश पत्नी कपूर सिंह चौटाला प्रथम, जसप्रीत पत्नी राजा सिंह गंगा द्वितीय, सुनीता पत्नी सुखबीर सिंह गोदीकां तृतीय स्थान पर रही। उपरोक्त प्रतियोगिताएं दीदार सिंह कोच तथा खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल के पीटीआई राजन, हरप्रीत, गुरप्रीत की देखरेख में करवाई गई। मेधावी महिलाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। डबवाली खण्ड बाल विकास अधिकारी डॉ. दर्शना सिंह ने कहा कि खेलों से मनोरंजन के साथ-साथ मानसिक व शारीरिक विकास भी होता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुखवन्त सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से ग्रामीण महिलाओं को आगे आने का मौका मिलता है और मंच पर अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिएं ताकि ग्रामीण महिलाओं को भी लगे कि उनका भी समाज में कोई अस्तित्व है।
18 से 30 वर्ष आयु वर्ग की 400 मीटर दौड़ में रेणू पुत्री ओमप्रकाश लखुआना प्रथम, नीतू पुत्री मदन लाल राजपुरा माजरा द्वितीय रही जबकि कमलदीप पुत्री हरि सिंह अबूबशहर ने तृतीय स्थान पाया। 5 किलोमीटर साईकिल रेस में सुलोचना पुत्री रामकुमार गोरीवाला प्रथम, कर्मजीत कौर पुत्री ठाकुर सिंह देसूजोधा द्वितीय, अनिता रानी पुत्री सुखदेव सिंह गांव डबवाली ने तृतीय स्थान पाया। 300 मीटर दौड़ में गगनदीप पुत्री गुरतेज सिंह निलियांवाली प्रथम, सुमन पुत्री जीत राम मटदादू द्वितीय, निर्मला पुत्री गुरदेव सिंह अबूबशहर तृतीय रही। 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग की 100 मीटर दौड़ में शिमला पत्नी जसवीर सिंह गोदीकां प्रथम, बाला रानी पत्नी इन्द्रपाल मटदादू द्वितीय, रचना पत्नी कमलजीत लखुआना ने तृतीय स्थान पाया। मटका दौड़ में रूकमा पत्नी पिरथी सिंह अबूबशहर प्रथम, सुखप्रीत कौर पत्नी जगसीर सिंह अलीकां द्वितीय, सरस्वती पत्नी भाला राम चौटाला तृतीय स्थान पर रही। आलू-चम्मच दौड़ में कैलाश पत्नी कपूर सिंह चौटाला प्रथम, जसप्रीत पत्नी राजा सिंह गंगा द्वितीय, सुनीता पत्नी सुखबीर सिंह गोदीकां तृतीय स्थान पर रही। उपरोक्त प्रतियोगिताएं दीदार सिंह कोच तथा खालसा सीनियर सैकेंडरी स्कूल के पीटीआई राजन, हरप्रीत, गुरप्रीत की देखरेख में करवाई गई। मेधावी महिलाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। डबवाली खण्ड बाल विकास अधिकारी डॉ. दर्शना सिंह ने कहा कि खेलों से मनोरंजन के साथ-साथ मानसिक व शारीरिक विकास भी होता है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. सुखवन्त सिंह ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से ग्रामीण महिलाओं को आगे आने का मौका मिलता है और मंच पर अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर होते रहने चाहिएं ताकि ग्रामीण महिलाओं को भी लगे कि उनका भी समाज में कोई अस्तित्व है।
पत्थरों में से बरामद हुए 1 लाख 67 हजार
सिरसा। शहर थाना पुलिस ने हस्ताक्षरयुक्त खाली चैक चुराकर बैंक से दो लाख रूपए निकलवाने मामले में एक आरोपी को काबू किया है। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर रेलवे कालोनी क्षेत्र से 1 लाख 67 हजार रूपए बरामद कर लिए है।
यह जानकारी देते हुए शहर थाना पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक एवं जांच अधिकारी बच्चू सिंह ने बताया कि हाउसिंग एलआईसी एजेंट विजय कुमार पुत्र रामगोपाल गांधी कालोनी निवासी ने बीते दिवस शहर थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसकी पत्नी स्नेहलता के नाम से राजस्थान बैंक में खाता है। उसने बताया कि घर में स्नेहलता के हस्ताक्षर युक्त खाली चैक रखे हुए थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि घर में काम करने वाले नौकर फिरोज वर्मा पुत्र विश्वानाथ निवासी हाउस न.280, एमसी कालोनी सिरसा ने हस्ताक्षरयुक्त चैक चुरा लिया। इसके पश्चात आरोपी ने उक्त चैक पर दो लाख रूपए की राशि भरकर बैंक से निकलवा ली। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने एक हजार रूपए वापिस खाते में जमा करवा दिए तथा 1 लाख 99 हजार रूपए लेकर चंपत हो गया।
इस मामले में विजय कुमार की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी फिरोज वर्मा को सिरसा के बस स्टैंड क्षेत्र से उस समय काबू कर लिया जब वह भागने की फिराक था। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर रेलवे कालोनी क्षेत्र से पत्थरों के नीचे छुपाकर रखे गए 1 लाख 67 हजार रूपए बरामद कर लिए।
यह जानकारी देते हुए शहर थाना पुलिस के सहायक उपनिरीक्षक एवं जांच अधिकारी बच्चू सिंह ने बताया कि हाउसिंग एलआईसी एजेंट विजय कुमार पुत्र रामगोपाल गांधी कालोनी निवासी ने बीते दिवस शहर थाना में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसकी पत्नी स्नेहलता के नाम से राजस्थान बैंक में खाता है। उसने बताया कि घर में स्नेहलता के हस्ताक्षर युक्त खाली चैक रखे हुए थे। शिकायतकर्ता ने बताया कि घर में काम करने वाले नौकर फिरोज वर्मा पुत्र विश्वानाथ निवासी हाउस न.280, एमसी कालोनी सिरसा ने हस्ताक्षरयुक्त चैक चुरा लिया। इसके पश्चात आरोपी ने उक्त चैक पर दो लाख रूपए की राशि भरकर बैंक से निकलवा ली। शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी ने एक हजार रूपए वापिस खाते में जमा करवा दिए तथा 1 लाख 99 हजार रूपए लेकर चंपत हो गया।
इस मामले में विजय कुमार की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी फिरोज वर्मा को सिरसा के बस स्टैंड क्षेत्र से उस समय काबू कर लिया जब वह भागने की फिराक था। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर रेलवे कालोनी क्षेत्र से पत्थरों के नीचे छुपाकर रखे गए 1 लाख 67 हजार रूपए बरामद कर लिए।
मुख्तियार सिंह नंबरदार वरिष्ठ उपप्रधान बने
डबवाली (लहू की लौ) इनेलो के बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ हल्का डबवाली के अध्यक्ष साहब राम बिश्नोई ने अपनी नवगठित कार्यकारिणी घोषित की है।
यह जानकारी देते हुए पार्टी के हल्का डबवाली प्रैस प्रवक्ता लवली मैहता, कार्यालय प्रभारी महेन्द्र डुडी तथा टेकचंद छाबड़ा ने संयुक्त रूप से बताया कि मुख्तियार नंबरदार घुकांवाली वरिष्ठ उपप्रधान, दरियाई लाल मैहता खुईयांमलकाना प्रधान महासचिव, श्योकरण थापन जण्डवाला बिश्नोईयां, रणवीर भादू कालूआना, रामस्वरूप शर्मा टप्पी, रामकिशन मैहता बिज्जूवाली, राज सिंह अलीकां, मोहन लाल सहू रिसालियाखेड़ा, रूपराम रोहिल लखुआना को उपप्रधान तथा छोटू राम जलंधरा आसाखेड़ा, देवकरण डुडी बनवाला, किशोरी लाल बिश्नोई गंगा, भजन लाल खिचड़ सकताखेड़ा, दयाला राम पूनियां अहमदपुर दारेवाला, बलदेव नंबरदार किंगरे, भजन लाल सहारण नुहियांवाली को महासचिव नियुक्त किया गया है।
इसके साथ राजेन्द्र बेरड मुन्नांवाली, जगजीत सिंह मांगेआना, हंसराज भादू अबूबशहर, प्रेम सिहाग चौटाला, सुरेन्द्र पूर्व सरपंच जण्डवाला बिश्नोईयां, सुखदर्शन सिंह औढ़ां को सचिव तथा रामस्वरूप सरपंच सुकेराखेड़ा, नछत्तर सिंह पन्नीवाला मोरिकां, निरंजन सिंह माखा, ओमप्रकाश पंच लखुआना, सज्जन गोदारा ढाणी सिक्खा, लोकनाथ नंबरदार मोडी, लक्ष्मण सिंह नौरंग को सह सचिव नियुक्त किया गया है।
इसी तरह ओमप्रकाश तरड़ गंगा को संगठन सचिव, कुलदीप शर्मा पिपली को प्रचार सचिव, प्रहलाद सहारण चौटाला को कोषाध्यक्ष चुना गया। जबकि जयराम प्रजापत गांव डबवाली, सूरजाराम भांभू मलिकपुरा, देवीलाल बिरट बिज्जूवाली, राजू सेरडिया चक फरीदपुर, हरमंदर सिंह फुल्लो, जवाहर मैहता लंबी, विजय जाखड़ भारूखेड़ा को कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया है। उधर सुरेन्द्र सिंह हल्का प्रधान अल्पसंख्यक डबवाली ने परमजीत सिंह माखा, नसीब सिंह नौरंग को सह सचिव नियुक्त किया है।
यह जानकारी देते हुए पार्टी के हल्का डबवाली प्रैस प्रवक्ता लवली मैहता, कार्यालय प्रभारी महेन्द्र डुडी तथा टेकचंद छाबड़ा ने संयुक्त रूप से बताया कि मुख्तियार नंबरदार घुकांवाली वरिष्ठ उपप्रधान, दरियाई लाल मैहता खुईयांमलकाना प्रधान महासचिव, श्योकरण थापन जण्डवाला बिश्नोईयां, रणवीर भादू कालूआना, रामस्वरूप शर्मा टप्पी, रामकिशन मैहता बिज्जूवाली, राज सिंह अलीकां, मोहन लाल सहू रिसालियाखेड़ा, रूपराम रोहिल लखुआना को उपप्रधान तथा छोटू राम जलंधरा आसाखेड़ा, देवकरण डुडी बनवाला, किशोरी लाल बिश्नोई गंगा, भजन लाल खिचड़ सकताखेड़ा, दयाला राम पूनियां अहमदपुर दारेवाला, बलदेव नंबरदार किंगरे, भजन लाल सहारण नुहियांवाली को महासचिव नियुक्त किया गया है।
इसके साथ राजेन्द्र बेरड मुन्नांवाली, जगजीत सिंह मांगेआना, हंसराज भादू अबूबशहर, प्रेम सिहाग चौटाला, सुरेन्द्र पूर्व सरपंच जण्डवाला बिश्नोईयां, सुखदर्शन सिंह औढ़ां को सचिव तथा रामस्वरूप सरपंच सुकेराखेड़ा, नछत्तर सिंह पन्नीवाला मोरिकां, निरंजन सिंह माखा, ओमप्रकाश पंच लखुआना, सज्जन गोदारा ढाणी सिक्खा, लोकनाथ नंबरदार मोडी, लक्ष्मण सिंह नौरंग को सह सचिव नियुक्त किया गया है।
इसी तरह ओमप्रकाश तरड़ गंगा को संगठन सचिव, कुलदीप शर्मा पिपली को प्रचार सचिव, प्रहलाद सहारण चौटाला को कोषाध्यक्ष चुना गया। जबकि जयराम प्रजापत गांव डबवाली, सूरजाराम भांभू मलिकपुरा, देवीलाल बिरट बिज्जूवाली, राजू सेरडिया चक फरीदपुर, हरमंदर सिंह फुल्लो, जवाहर मैहता लंबी, विजय जाखड़ भारूखेड़ा को कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किया है। उधर सुरेन्द्र सिंह हल्का प्रधान अल्पसंख्यक डबवाली ने परमजीत सिंह माखा, नसीब सिंह नौरंग को सह सचिव नियुक्त किया है।
चोरी करके सामान लेजाते रंगे हाथों काबू
डबवाली (लहू की लौ) यहां के न्यू बस स्टैंड रोड़ के पहरेदार ने एक युवक को चोरी करके सामान ले जाते रंगे हाथों काबू कर लिया। मौका पर पहुंचे दुकानदारों ने उसकी अच्छी खातिरदारी की।
पहरेदार जग्गा सिंह ने बताया कि वह न्यू बस स्टैंड रोड़ पर पहरे पर था और उसने देखा कि एक नशेड़ी युवक टावर वाली गली से निकल कर आ रहा है और उसके पास एक प्लास्टिक का गट्टा भी है। उस युवक को रोका तो उसने कहा कि वह तो वैसे ही घूम रहा है। लेकिन जब उसकी तालाशी ली गई तो उसके पास काफी सामान था। उसने इसकी सूचना आसपास के दुकानदारों को दे दी।
पकड़े गये युवक की जब अच्छी खातिरदारी की गई तो उसने अपना नाम अरूण कुमार निवासी एकता नगरी बताते हुए कहा कि उसने न्यू बस स्टेंड रोड़ पर स्थित बन्द गली से सीवरेज के ढक्कन व टावर वाली गली में खड़े थ्री व्हीलरों में सामान चुराया है। अरूण के पास से तीन थ्री व्हीलर के टूल सैट मिले जो उसने मुकेश और राजकुमार के थ्री व्हीलरों से चुराये थे। इसके अलावा मुन्ना पतंग वाले के चुराये तीन सीवरेज हौज ढक्कन बरामद हुए।
पहरेदार जग्गा सिंह ने बताया कि वह न्यू बस स्टैंड रोड़ पर पहरे पर था और उसने देखा कि एक नशेड़ी युवक टावर वाली गली से निकल कर आ रहा है और उसके पास एक प्लास्टिक का गट्टा भी है। उस युवक को रोका तो उसने कहा कि वह तो वैसे ही घूम रहा है। लेकिन जब उसकी तालाशी ली गई तो उसके पास काफी सामान था। उसने इसकी सूचना आसपास के दुकानदारों को दे दी।
पकड़े गये युवक की जब अच्छी खातिरदारी की गई तो उसने अपना नाम अरूण कुमार निवासी एकता नगरी बताते हुए कहा कि उसने न्यू बस स्टेंड रोड़ पर स्थित बन्द गली से सीवरेज के ढक्कन व टावर वाली गली में खड़े थ्री व्हीलरों में सामान चुराया है। अरूण के पास से तीन थ्री व्हीलर के टूल सैट मिले जो उसने मुकेश और राजकुमार के थ्री व्हीलरों से चुराये थे। इसके अलावा मुन्ना पतंग वाले के चुराये तीन सीवरेज हौज ढक्कन बरामद हुए।
शिवराज सिंह सरपंच यूनियन के अध्यक्ष बने
डबवाली (लहू की लौ) ब्लाक डबवाली के विभिन्न गांवों के सरपंचों की एक बैठक स्टेडियम में संपन्न हुई। जिसमें सर्वसम्मति से गांव मसीतां के सरपंच शिवराज सिंह को सरपंच यूनियन का प्रधान चुना गया।
इस मौके पर ब्लाक डबवाली के 48 गांवों में से 31 गांवों के सरपंच एवं सरपंच प्रतिनिधि उपस्थित हुए। जिनमें सतिन्द्र कुमार जूतांवाली, हंसराज दीवानखेड़ा, जग सिंह फुल्लो, ओमप्रकाश लम्बी, हरचरण सिंह गिदडख़ेड़ा, जगदीप सिंह पन्नीवाला मोरिकां, सुरजीत सिंह देसूजोधा, शिवराज सिंह मसीतां, हरबंस सिंह जोगेवाला, रामसरूप सुकेराखेड़ा, गुरादित्ता सिंह गंगा, रामकुमार मुन्नांवाली, राजा राम बिज्जूवाली, भरत सिंह बनवाला, देवीलाल चकजालू, जगजीत सिंह गांव डबवाली, जगसीर सिंह मांगेआना, दलवीर सिंह हैबूआना, सुरजीत सिंह पाना, ओमप्रकाश मौजगढ़, गुरदीप कौर रामपुरा बिश्नोईयां, रामेश्वरी रामगढ़, लालचन्द राजपुरा माजरा, अमानती देवी अबूबशहर, सुखदेव सिंह खुईयांमलकाना, कश्मीर सिंह मोढ़ी, सहजिन्द्र सिंह रामपुरा, मानक चन्द रत्ताखेड़ा, बलविंद्र सिंह अहमदपुर दारेवाला, रामजी लाल लखुआना, बलकरण सिंह मटदादू शामिल थे।
सरपंच यूनियन के सर्वसम्मति से नवनिर्वाचित प्रधान शिवराज सिंह को सभी उपस्थित सरपंचों ने अन्य पदाधिकारी बनाने के अधिकार भी सौंपे। इस अवसर पर जूतांवाली के सरपंच सतिन्द्र सिंह को यूनियन का सचिव मनोनित किया गया।
इस मौके पर पांच सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन भी किया गया। जिसमें हंसराज दीवानखेड़ा, जग सिंह फुल्लो, हरचरण सिंह गिदडख़ेड़ा, जगरूप सिंह सकताखेड़ा, बलकरण सिंह मटदादू के नाम शामिल हैं। सरपंच यूनियन के प्रधान शिवराज सिंह ने बताया कि कार्यकारिणी का शीघ्र ही विस्तार किया जाएगा और उनकी प्राथमिकता गांवों के पंच और सरपंच का सम्मान बढ़ाना होगा। अगर कोई अधिकारी अनावश्यक रूप से किसी पंचायत प्रतिनिधि को परेशान करेगा तो उसके खिलाफ संयुक्त रूप से संघर्ष किया जाएगा।
इस मौके पर ब्लाक डबवाली के 48 गांवों में से 31 गांवों के सरपंच एवं सरपंच प्रतिनिधि उपस्थित हुए। जिनमें सतिन्द्र कुमार जूतांवाली, हंसराज दीवानखेड़ा, जग सिंह फुल्लो, ओमप्रकाश लम्बी, हरचरण सिंह गिदडख़ेड़ा, जगदीप सिंह पन्नीवाला मोरिकां, सुरजीत सिंह देसूजोधा, शिवराज सिंह मसीतां, हरबंस सिंह जोगेवाला, रामसरूप सुकेराखेड़ा, गुरादित्ता सिंह गंगा, रामकुमार मुन्नांवाली, राजा राम बिज्जूवाली, भरत सिंह बनवाला, देवीलाल चकजालू, जगजीत सिंह गांव डबवाली, जगसीर सिंह मांगेआना, दलवीर सिंह हैबूआना, सुरजीत सिंह पाना, ओमप्रकाश मौजगढ़, गुरदीप कौर रामपुरा बिश्नोईयां, रामेश्वरी रामगढ़, लालचन्द राजपुरा माजरा, अमानती देवी अबूबशहर, सुखदेव सिंह खुईयांमलकाना, कश्मीर सिंह मोढ़ी, सहजिन्द्र सिंह रामपुरा, मानक चन्द रत्ताखेड़ा, बलविंद्र सिंह अहमदपुर दारेवाला, रामजी लाल लखुआना, बलकरण सिंह मटदादू शामिल थे।
सरपंच यूनियन के सर्वसम्मति से नवनिर्वाचित प्रधान शिवराज सिंह को सभी उपस्थित सरपंचों ने अन्य पदाधिकारी बनाने के अधिकार भी सौंपे। इस अवसर पर जूतांवाली के सरपंच सतिन्द्र सिंह को यूनियन का सचिव मनोनित किया गया।
इस मौके पर पांच सदस्यीय कार्यकारिणी का गठन भी किया गया। जिसमें हंसराज दीवानखेड़ा, जग सिंह फुल्लो, हरचरण सिंह गिदडख़ेड़ा, जगरूप सिंह सकताखेड़ा, बलकरण सिंह मटदादू के नाम शामिल हैं। सरपंच यूनियन के प्रधान शिवराज सिंह ने बताया कि कार्यकारिणी का शीघ्र ही विस्तार किया जाएगा और उनकी प्राथमिकता गांवों के पंच और सरपंच का सम्मान बढ़ाना होगा। अगर कोई अधिकारी अनावश्यक रूप से किसी पंचायत प्रतिनिधि को परेशान करेगा तो उसके खिलाफ संयुक्त रूप से संघर्ष किया जाएगा।
कार्य करो, वरना दर्ज होगा मामला-एसडीएम
डबवाली (लहू की लौ) उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने जनगणना के कार्य में लगे प्रगणकों से अपील की है कि वे आगामी 9 से 28 फरवरी तक चलने वाले जनगणना के दूसरे दौर में अपने अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में शत प्रतिशत जनगणना का कार्य संपन्न करें। डबवाली उपमंडल में 529 प्रगणकों व सुपरवाईजरों की डयूटी लगाई गई है।
उन्होंने बताया कि जनगणना के कार्य के लिए सभी प्रगणकों को प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू किया गया है जो आगामी 5 फरवरी तक पूरा किया जाएगा। जनगणना के लिए हाउस लिस्टिंग का कार्य प्रथम चरण में पूरा किया जा चुका है। इसी सूची के आधार पर प्रगणक प्रत्येक घर में जाकर परिवार अनुसूची का फार्म भरे। उन्होंने बताया कि प्रगणकों अद्र्धसैनिक बलों और पुलिस बलों के क्षेत्रों को भी जनगणना के लिए कवर करेंगे। इसके साथ-साथ रेलवे, बिजली बोर्ड, रिफाइनरी कॉलोनी, विश्वविद्यालय, एजूकेशनल रिसर्चिंग इंस्टीट्यूट जो पब्लिक व प्राइवेट सैक्टर के अंतर्गत आते है, के परिसरों को भी कवर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में प्रगणक सभी अधिकृत व अनाधिकृत कलोनियों को जनगणना के लिए कवर करेंगे। कई बार अनाधिकृत कलोनियों को गिरा दिया जाता है, फिर भी इन कलोनियों में जनसंख्या होने की संभावना बनी रहती है। इस स्थिति में प्रगणकों को चाहिए कि वे कॉलोनियों में जाकर जनगणना का कार्य सुचारु रुप से करे। उन्होंने बताया कि प्रवासी जन जो मौसम की वजह से या अन्य किसी प्रकार का कार्य करने की वजह से क्षेत्र में आते है, उनकी कार्य साईट पर जाकर या उनके रिहायशी स्थानों पर जाकर उनकी जनगणना का कार्य शत् प्रतिशत करे। इसके साथ-साथ प्रगणक होटल, धर्मशाला, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड परिसरों में भी जाकर जनगणना के लिए उन्हें कवर करने का विशेष प्रयास करे।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविरों में कोई प्रगणक एवं सुपरवाईजर अनुपस्थित न रहे। यदि कोई प्रगणक या सुपरवाईजर अनुपस्थित रहेगा तो उनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी और उनके खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरे दौर की जनगणना के इस कार्यक्रम में प्रगणकों को जनगणना अनुसूची का फार्म दिया जाएगा। जो वे 9 फरवरी से 28 फरवरी तक घर-घर जाकर फार्म को भरेंगे। इस फार्म में कुल 29 बिंदु दिए गए है, जिनमें परिवार व परिवार के व्यवसाय से संबंधित सभी तरह की जानकारी दर्शाई जाएगी।
उन्होंने प्रगणकों से कहा कि वे बिना किसी व्यक्ति को छोड़े अथवा बिना दोहराव के सभी भवनों, जनगणना मकानों, परिवारों और उनमें रहने वाले व्यक्तियों को शत् प्रतिशत कवर करे। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी 2011 की रात्रि को बेघर जनसंख्या की गणना की जाएगी। इसके बाद 1 मार्च से 5 मार्च तक जनगणना का रिवीजन राउंड होगा जिसमें इस अवधि के दौरान नए जन्में बच्चों को सम्मिलत किया जाएगा और मृत्यु को प्राप्त हुए व्यक्तियों के नामों को निकाला जाएगा।
उन्होंने बताया कि जनगणना के कार्य के लिए सभी प्रगणकों को प्रशिक्षण देने का कार्य शुरू किया गया है जो आगामी 5 फरवरी तक पूरा किया जाएगा। जनगणना के लिए हाउस लिस्टिंग का कार्य प्रथम चरण में पूरा किया जा चुका है। इसी सूची के आधार पर प्रगणक प्रत्येक घर में जाकर परिवार अनुसूची का फार्म भरे। उन्होंने बताया कि प्रगणकों अद्र्धसैनिक बलों और पुलिस बलों के क्षेत्रों को भी जनगणना के लिए कवर करेंगे। इसके साथ-साथ रेलवे, बिजली बोर्ड, रिफाइनरी कॉलोनी, विश्वविद्यालय, एजूकेशनल रिसर्चिंग इंस्टीट्यूट जो पब्लिक व प्राइवेट सैक्टर के अंतर्गत आते है, के परिसरों को भी कवर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि शहरी क्षेत्रों में प्रगणक सभी अधिकृत व अनाधिकृत कलोनियों को जनगणना के लिए कवर करेंगे। कई बार अनाधिकृत कलोनियों को गिरा दिया जाता है, फिर भी इन कलोनियों में जनसंख्या होने की संभावना बनी रहती है। इस स्थिति में प्रगणकों को चाहिए कि वे कॉलोनियों में जाकर जनगणना का कार्य सुचारु रुप से करे। उन्होंने बताया कि प्रवासी जन जो मौसम की वजह से या अन्य किसी प्रकार का कार्य करने की वजह से क्षेत्र में आते है, उनकी कार्य साईट पर जाकर या उनके रिहायशी स्थानों पर जाकर उनकी जनगणना का कार्य शत् प्रतिशत करे। इसके साथ-साथ प्रगणक होटल, धर्मशाला, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड परिसरों में भी जाकर जनगणना के लिए उन्हें कवर करने का विशेष प्रयास करे।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण शिविरों में कोई प्रगणक एवं सुपरवाईजर अनुपस्थित न रहे। यदि कोई प्रगणक या सुपरवाईजर अनुपस्थित रहेगा तो उनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी और उनके खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दूसरे दौर की जनगणना के इस कार्यक्रम में प्रगणकों को जनगणना अनुसूची का फार्म दिया जाएगा। जो वे 9 फरवरी से 28 फरवरी तक घर-घर जाकर फार्म को भरेंगे। इस फार्म में कुल 29 बिंदु दिए गए है, जिनमें परिवार व परिवार के व्यवसाय से संबंधित सभी तरह की जानकारी दर्शाई जाएगी।
उन्होंने प्रगणकों से कहा कि वे बिना किसी व्यक्ति को छोड़े अथवा बिना दोहराव के सभी भवनों, जनगणना मकानों, परिवारों और उनमें रहने वाले व्यक्तियों को शत् प्रतिशत कवर करे। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी 2011 की रात्रि को बेघर जनसंख्या की गणना की जाएगी। इसके बाद 1 मार्च से 5 मार्च तक जनगणना का रिवीजन राउंड होगा जिसमें इस अवधि के दौरान नए जन्में बच्चों को सम्मिलत किया जाएगा और मृत्यु को प्राप्त हुए व्यक्तियों के नामों को निकाला जाएगा।
सिलेंडर में आग
डबवाली (लहू की लौ) श्री दुर्गा मंदिर के समीप रह रहे आर्किटेकट हरिप्रकाश शर्मा के निवास पर गैस सिलेण्डर बदलते समय अचानक आग भड़क जाने से शर्मा का परिवार बाल-बाल बच गया। सिलेण्डर में गैस के साथ मिट्टी का तेल मिले होने की बात कही जा रही है। आर्किटेकट हरिप्रकाश शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को उसकी पत्नी दिव्या घर की रसोई में खाना बना रही थी। अचानक सिलेण्डर खत्म हो गया। शर्मा के अनुसार उसने अपने असिस्टेंट भूपिन्द्र कुमार को साथ लेकर भारत गैस कंपनी का भरा सिलेण्डर लगा दिया। जब रेगुलेटर को ऑन किया तो अचानक आग धधक गई। इसी दौरान गैस सिलेण्डर में से निकला मिट्टी का तेल उसके चेहरे व कपड़ों पर पड़ गया। उन्होंने बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां ने बताया कि उन्होंने शिकायत मिलने पर मौका पर जाकर सिलेण्डर की चैकिंग की। सिलेण्डर सही पाया गया है। सिलेण्डर में मिट्टी तेल नहीं है। कई बार गैस ठोस रूप ले लेती है।
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविंद पूनियां ने बताया कि उन्होंने शिकायत मिलने पर मौका पर जाकर सिलेण्डर की चैकिंग की। सिलेण्डर सही पाया गया है। सिलेण्डर में मिट्टी तेल नहीं है। कई बार गैस ठोस रूप ले लेती है।
ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में आग, लाखों का नुक्सान
डबवाली (लहू की लौ) ओरियन्टल बैंक ऑफ कॉमर्स में शुक्रवार अल सुबह अचानक आग लग गई। आग से लाखों रूपए के बिजली उपकरण जलकर राख हो गए। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट माना जा रहा है। अग्निश्मक दस्तों ने करीब दो घंटे के कड़े संघर्ष के बाद आग पर काबू पाया।
यूं लगा पता
बैंक के बाहर स्थित एटीएम के गार्ड कमलेश ने सुबह करीब 4 बजे बैंक के भीतर धुआं उठता देखा। उसने इसकी सूचना तुरंत फायर ब्रिगेड को दी। सूचना पाकर मौका पर फायर ब्रिगेड के एफएसओ हरमिंद्र सिंह, लिडिंग फायरमैन श्याम सुंदर, चालक रामप्रताप, फायरमैन विक्रम दास तथा नन्द राम पहुंचे।
शोरूम के शीशे तोड़ आग पर पाया काबू
बैंक के भीतर से धुंआ उठ रहा था। फायर ब्रिगेड कर्मचारी भी धुएं और घुटन के चलते भीतर जाने में मुश्किल अनुभव कर रहे थे। आग कहां लगी है, इसका पता नहीं चल पा रहा था। करीब आधा घण्टा तक यह मालूम नहीं हो पाया कि आग बैंक के किस हिस्से में लगी है। फायर ऑफिसर हरमिंद्र सिंह के अनुसार आधा घंटा बाद बैंक के पीछे स्थित वोडाफोन के शोरूम के शीशे तोड़कर आग का पता लगाया गया और वहां से पानी फेंककर आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू हुआ। मौका पर पहुंची नगरपालिका की दोनों फायर ब्रिगेड ने करीब ढ़ाई घण्टे के कड़े संघर्ष के बाद आग पर काबू पाया।
पांच लाख का नुक्सान
सूचना पाकर मौका पर पहुंचे बैंक के शाखा प्रबंधक प्रेम भूषण गर्ग ने बताया कि आग लगने का कारण शार्ट-सर्किट हो सकता है। उनके अनुसार आग से एटीएम का पांच किलोवाट का यूपीएस, एक अन्य तीन किलोवाट का यूपीएस, यूपीएस की बैटरियां, इसी रूम में पड़ी बैंक की स्टेशनरी, बैंक में लगे चार एसी तथा अन्य इलेक्ट्रोनिक सामान जलकर राख हो गया। करीब पांच लाख रूपए का नुक्सान हुआ है। लेकिन स्ट्रॉंग रूम बाल-बाल बच गया। उन्होंने बताया कि इस आग के कारण हाल ही में करवाई गई पीओपी भी नष्ट हो गई। आग से छत को भी नुक्सान पहुंचा।
यूपीएस रहते हैं ऑन
बैंक के मैनेजर प्रेम भूषण गर्ग के अनुसार बैंक के स्टेशनरी रूम में दो यूपीएस लगे हुए हैं। जिनमें से पांच किलोवाट का यूपीएस एटीएम तथा तीन किलोवाट का यूपीएस बैंक के कार्य के लिए लगा हुआ है। ये दोनों यूपीएस हमेशा ऑन रहते हैं। इन्हीं में से किसी में शार्ट सर्किट हुआ होगा, जो आग लगने का कारण बना।
भवन मालिक केके सेठी के अनुसार अगर समय रहते आग पर काबू न पाया जाता तो उनके ऊपर स्थित निवास को भी नुक्सान पहुंचता। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस भी फोन करने के ढाई घण्टे के बाद घटनास्थल पर पहुंची। जबकि उपमण्डलाधीश को फोन किए जाने के बावजूद भी प्रशासनिक अधिकारी मौका पर नहीं पहुंचे और न ही उन्होंने उनका फोन रिसीव किया।
कोई केजूअलटी नहीं हुई
ढाई घण्टे विलम्ब से पहुंचे थाना शहर प्रभारी बलवंत जस्सू से जब केके सेठी ने कहा कि वह कई बार थाना में फोन कर चुका है। लेकिन किसी ने उठाया नहीं। अगर उठाया तो पहुंचा नहीं। इसके जवाब में थाना शहर प्रभारी ने बताया कि वह बाहर गश्त पर थे। उन्हें जैसे ही आग की सूचना मिली, वे मौका पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि कोई केजूअलटी नहीं हुई।
आग से पुराना नाता
ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स का आग से पुराना नाता है। बैंक में पिछले साल की 3 जुलाई को भी अचानक आग लग गई थी। उस समय इलेक्ट्रोनिक रूम में लगा बिजली का मीटर जलकर राख हो गया था। आग का कारण शार्ट सर्किट ही माना गया था।
07 जनवरी 2011
तस्करी में प्रेमी जोड़ा काबू
डबवाली (लहू की लौ) पोस्त तस्करी में एक महिला और पुरूष को कार के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पिछले कई दिनों से पुलिस को सूचना मिल रही थी कि संगरिया से कुछ लोग पोस्त लाकर आसपास के गांवों में बेच रहे हैं और साथ में यह लोग पंजाब में भी ले जाकर पोस्त की स्मगलिंग करते हैं। इसी मुखबरी के आधार पर थाना सदर के एएसआई आत्मा राम ने गुरूवार शाम को गांव आसाखेड़ा क्षेत्र में नाकाबंदी की हुई थी।
संगरिया साईड से पुलिस को एक मारूति कार आती हुई दिखाई दी। जिसको रूकवा कर तालाशी ली गई तो कार की डिग्गी में रखा 10 किलोग्राम चूरा पोस्त बरामद हुआ। कार में सवार लोगों में से पुरूष ने अपनी पहचान सुखपाल (30) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी रामा मंडी तथा महिला ने अपनी पहचान सर्वजीत कौर (28) पत्नी अवतार सिंह निवासी रामा मंडी के रूप में करवाई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
एएसआई आत्मा राम ने बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया कि वह इससे पहले पांच बार कार पर चूरा पोस्त की तस्करी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पकड़े गये आरोपियों में से महिला सर्वजीत कौर ने बताया कि 10 माह पूर्व उसके पति अवतार सिंह ने उसे छोड़ दिया था। इस दौरान उसकी मुलाकात सुखपाल सिंह से हुई और तभी से वह सुखपाल सिंह के साथ रह रही है। उन दोनों में प्रेम संबंध हैं।
पिछले कई दिनों से पुलिस को सूचना मिल रही थी कि संगरिया से कुछ लोग पोस्त लाकर आसपास के गांवों में बेच रहे हैं और साथ में यह लोग पंजाब में भी ले जाकर पोस्त की स्मगलिंग करते हैं। इसी मुखबरी के आधार पर थाना सदर के एएसआई आत्मा राम ने गुरूवार शाम को गांव आसाखेड़ा क्षेत्र में नाकाबंदी की हुई थी।
संगरिया साईड से पुलिस को एक मारूति कार आती हुई दिखाई दी। जिसको रूकवा कर तालाशी ली गई तो कार की डिग्गी में रखा 10 किलोग्राम चूरा पोस्त बरामद हुआ। कार में सवार लोगों में से पुरूष ने अपनी पहचान सुखपाल (30) पुत्र मिट्ठू सिंह निवासी रामा मंडी तथा महिला ने अपनी पहचान सर्वजीत कौर (28) पत्नी अवतार सिंह निवासी रामा मंडी के रूप में करवाई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
एएसआई आत्मा राम ने बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया कि वह इससे पहले पांच बार कार पर चूरा पोस्त की तस्करी कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पकड़े गये आरोपियों में से महिला सर्वजीत कौर ने बताया कि 10 माह पूर्व उसके पति अवतार सिंह ने उसे छोड़ दिया था। इस दौरान उसकी मुलाकात सुखपाल सिंह से हुई और तभी से वह सुखपाल सिंह के साथ रह रही है। उन दोनों में प्रेम संबंध हैं।
दवाई एजेंट से पिस्तौल की नोक पर कार छीनी
डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर थाना औढ़ां क्षेत्र में निर्माणाधीन एक पुलिया के पास कारों पर सवार होकर आए सात अज्ञात व्यक्ति पिस्तौल की नोक पर एक दवाई एजेंट से उसकी आई20 गाड़ी छीनकर फरार हो गए।
बठिंडा के एलोपेथिक दवाई एजेंट जतिन कीनरा (37) ने थाना औढ़ां पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि वह बुधवार शाम को फतेहाबाद से बठिंडा वापिस अपनी आई20 गाड़ी से लौट रहा था। वह बड़े शहरों में मेडिकल स्टोर पर दवाई सप्लाई करने का कार्य करता है। वह जब फतेहाबाद से बठिंडा लौट रहा था तो मार्ग में एक निर्माणाधीन पुली के पास सामने से आ रहे ट्रक को देखकर उसने अपनी कार एक साईड पर लगा ली। इसी दौरान उसके पास आकर एक स्विफट और वरना गाड़ी रूकी। जिसमें से छह-सात युवक उतरे और उन्होंने उसे डराया-धमकाया तथा पिस्तौल लगाकर गाड़ी से उसे नीचे उतार लिया तथा उसकी गाड़ी लेकर फरार हो गए।
थाना औढ़ां प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि जतिन किनरा के ब्यान पर कार छीनने का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
बठिंडा के एलोपेथिक दवाई एजेंट जतिन कीनरा (37) ने थाना औढ़ां पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि वह बुधवार शाम को फतेहाबाद से बठिंडा वापिस अपनी आई20 गाड़ी से लौट रहा था। वह बड़े शहरों में मेडिकल स्टोर पर दवाई सप्लाई करने का कार्य करता है। वह जब फतेहाबाद से बठिंडा लौट रहा था तो मार्ग में एक निर्माणाधीन पुली के पास सामने से आ रहे ट्रक को देखकर उसने अपनी कार एक साईड पर लगा ली। इसी दौरान उसके पास आकर एक स्विफट और वरना गाड़ी रूकी। जिसमें से छह-सात युवक उतरे और उन्होंने उसे डराया-धमकाया तथा पिस्तौल लगाकर गाड़ी से उसे नीचे उतार लिया तथा उसकी गाड़ी लेकर फरार हो गए।
थाना औढ़ां प्रभारी हीरा सिंह ने बताया कि जतिन किनरा के ब्यान पर कार छीनने का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी गई है।
लाल चौक में हर हाल में फहराएंगे तिरंगा
कालांवाली (नरेश सिंगला) भारतीय अस्मिता का प्रतीक तिरंगा जिसके लिए कुर्बानी देकर हर हिन्दुस्तानी धन्य महसूस करता है। तिरंगा आस्था का प्रतीक है उसी तिरंगे के बारे में कुछ देशद्रोही तत्वों द्वारा यह कहना कि लाल चौंक पर तिरंगा नहीं फहराने देंगे उनकी संकुचित मानसिकता को प्रदर्शित करता है, ऐसे लोगों को हिन्दुस्तान में रहने का कोई हक नहीं है। परन्तु केन्द्र सरकार की नपुंसकता के चलते मोहम्मद यसिन मलिक जैसा कुच्चा सा नेता आए दिन ऐसे बयान देता रहता है।
ये शब्द भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा जिला सिरसा के अध्यक्ष नरेश गर्ग ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि तिरंगा न फहराने देने की बातें करने वाले लोग भारत में रहते हैं। भारत की खाते हैं और पैरवी करते हैं, पाकिस्तान जैसे आतंकी मुल्क की, ऐसे लोगों को जेल में बन्द करके उन पर देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज होना चाहिए। यदि उन्होंने पाकिस्तान सांसद पर भी तिरंगा ध्वज लहराने की ठान ली तो भारतीय युवा मोर्चा पाकिस्तान में भी तिरंगा लहराने की हिम्मत रखता है और यासीन मलिक जैसे गिदड़ भारतीय युवा शेरों का कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
इस मौके पर युवा मोर्चा के जिला महामंत्री जितेन्द्र गर्ग औढां, जिला सचिव संजय गर्ग, जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी भी उपस्थित थे।
ये शब्द भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा जिला सिरसा के अध्यक्ष नरेश गर्ग ने गुरूवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि तिरंगा न फहराने देने की बातें करने वाले लोग भारत में रहते हैं। भारत की खाते हैं और पैरवी करते हैं, पाकिस्तान जैसे आतंकी मुल्क की, ऐसे लोगों को जेल में बन्द करके उन पर देशद्रोह का मुकद्दमा दर्ज होना चाहिए। यदि उन्होंने पाकिस्तान सांसद पर भी तिरंगा ध्वज लहराने की ठान ली तो भारतीय युवा मोर्चा पाकिस्तान में भी तिरंगा लहराने की हिम्मत रखता है और यासीन मलिक जैसे गिदड़ भारतीय युवा शेरों का कुछ नहीं बिगाड़ सकते।
इस मौके पर युवा मोर्चा के जिला महामंत्री जितेन्द्र गर्ग औढां, जिला सचिव संजय गर्ग, जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी भी उपस्थित थे।
3 लाख से अधिक महिलाएं बनी मतदाता
डबवाली (लहू की लौ) भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हरियाणा के निर्देशानुसार 5 जनवरी को जिला की मतदाता सूची का सभी प्रकाशन स्थलों पर सफलतापूर्वक प्रकाशन कर दिया गया। इस मतदाता सूची में कुल 7 लाख 39 हजार 604 मतदाताओं को शामिल किया गया है। जिनमें 3 लाख 96 हजार 222 पुरुष तथा 3 लाख 43 हजार 382 महिला मतदाता है।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सीजी रजिनीकांथन ने बताया कि मतदाता सूची का आरंभिक प्रकाशन 10 नवम्बर 2010 को किया गया था। जिसमें 7 लाख 21 हजार 120 मतदाता शामिल थे। इस प्रकार अब 18 हजार 884 नए मतदाता शामिल किए गए है। इस प्रकार से इस बार पूरे जिला में 2.56 प्रतिशत मतदाताओं की वृद्धि हुई है जिनमें 18 से 20 आयु के 5427 नए मतदाता जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि 42-कालांवाली 4709, 43-डबवाली में 3032, 44-रानियां में 3448, 45-सिरसा में 5378 तथा 46-ऐलनाबाद में 1717 मतदाताओं की वृद्धि हुई है।
उनके अनुसार मतदाता संबंधित मतदान केंद्रों पर जाकर मतदाता सूची में अपने नामों की जांच कर ले। यदि किसी पात्र व्यक्ति का मतदाता सूची में दर्ज न हुआ हो तो वह अपना नाम दर्ज करवाने के लिए संबंधित निर्वाचक पंजीयन अधिकारी के पास किसी भी कार्य दिवस में फार्म नंबर-6 भरकर दर्ज करवा सकता है। इसी प्रकार किसी दर्ज नाम के बारे में आक्षेप हो तो वह फार्म नंबर-7 भरकर दे सकता है। किसी मतदाता के नाम में व अन्य दस्तावेज में त्रुटि हो तो वह फार्म नंबर-8 भरकर त्रुटि दूर करवा सकता है। फार्म नंबर-6, 7 व 8 संबंधित बूथ लैवल अधिकारियों से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते है।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सीजी रजिनीकांथन ने बताया कि मतदाता सूची का आरंभिक प्रकाशन 10 नवम्बर 2010 को किया गया था। जिसमें 7 लाख 21 हजार 120 मतदाता शामिल थे। इस प्रकार अब 18 हजार 884 नए मतदाता शामिल किए गए है। इस प्रकार से इस बार पूरे जिला में 2.56 प्रतिशत मतदाताओं की वृद्धि हुई है जिनमें 18 से 20 आयु के 5427 नए मतदाता जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि 42-कालांवाली 4709, 43-डबवाली में 3032, 44-रानियां में 3448, 45-सिरसा में 5378 तथा 46-ऐलनाबाद में 1717 मतदाताओं की वृद्धि हुई है।
उनके अनुसार मतदाता संबंधित मतदान केंद्रों पर जाकर मतदाता सूची में अपने नामों की जांच कर ले। यदि किसी पात्र व्यक्ति का मतदाता सूची में दर्ज न हुआ हो तो वह अपना नाम दर्ज करवाने के लिए संबंधित निर्वाचक पंजीयन अधिकारी के पास किसी भी कार्य दिवस में फार्म नंबर-6 भरकर दर्ज करवा सकता है। इसी प्रकार किसी दर्ज नाम के बारे में आक्षेप हो तो वह फार्म नंबर-7 भरकर दे सकता है। किसी मतदाता के नाम में व अन्य दस्तावेज में त्रुटि हो तो वह फार्म नंबर-8 भरकर त्रुटि दूर करवा सकता है। फार्म नंबर-6, 7 व 8 संबंधित बूथ लैवल अधिकारियों से निशुल्क प्राप्त किए जा सकते है।
चोर गिरोह का पर्दाफाश
डबवाली। जिला की सीआईए सिरसा पुलिस ने चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को काबू किया है। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों से हुई चोरी की करीब दो लाख रूपए की संपत्ति भी बरामद कर ली है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पुछताछ कर शहर की कोर्ट कालोनी, तेलियान वाली गली व द्वारकापुरी में हुई चार चोरियों की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल की है। सीआईए सिरसा पुलिस ने आरोपियों से पुछताछ के दौरान उनके दो अन्य साथियों की भी पहचान कर ली है, जिन्हे शीध्र दबिश देकर गिरफ्तार किया जाएगा। विस्तृत जानकारी देते हुए सीआईए सिरसा के प्रभारी निरीक्षक किशोरी लाल ने बताया कि सिरसा के पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार गुप्ता ने शहर सिरसा में हुई चोरी की वारदातों का जांच करने का जिम्मा उन्हें सौंपा था। उन्होंने बताया कि घटनाओं की गुत्थी सुलझाने के लिए सहायक उपनिरीक्षक ओमप्रकाश, तरसेम लाल व रण ङ्क्षसह पर आधारित स्टाफ की कई टीमों का गठन कर महत्वपूर्ण सुराग जुटाए गए।
सीआईए प्रभारी ने बताया कि महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए सर्वप्रथम घटना के दो आरोपियों संजय उर्फ संजू पुत्र लोकनाथ निवासी प्रीतनगर सिरसा व शकीलखान पुत्र अमीनखान निवासी कीर्तीनगर को 2 जनवरी को शहर सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ पर इनके तीसरे साथी रवि पुत्र राजकुमार निवासी कीर्तिनगर की पहचान हुई, जिसे 3 जनवरी को सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को 3 जनवरी को सिरसा अदालत में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एनके सिंघल की अदालत में पेश कर पूछताछ हेतू तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
उन्होने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर करीब दो लाख रूपए की चोरीशुदा संपत्ति बरामद कर ली है, जिसमें नकदी तथा सोने के जेवरात शामिल है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के दो अन्य साथियों की भी पहचान कर ली गई है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
सीआईए प्रभारी ने बताया कि महत्वपूर्ण सुराग जुटाते हुए सर्वप्रथम घटना के दो आरोपियों संजय उर्फ संजू पुत्र लोकनाथ निवासी प्रीतनगर सिरसा व शकीलखान पुत्र अमीनखान निवासी कीर्तीनगर को 2 जनवरी को शहर सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से पूछताछ पर इनके तीसरे साथी रवि पुत्र राजकुमार निवासी कीर्तिनगर की पहचान हुई, जिसे 3 जनवरी को सिरसा क्षेत्र से काबू किया गया। सीआईए प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को 3 जनवरी को सिरसा अदालत में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एनके सिंघल की अदालत में पेश कर पूछताछ हेतू तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
उन्होने बताया कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर करीब दो लाख रूपए की चोरीशुदा संपत्ति बरामद कर ली है, जिसमें नकदी तथा सोने के जेवरात शामिल है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के दो अन्य साथियों की भी पहचान कर ली गई है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
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