डबवाली (लहू की लौ) गांव मौजगढ़ में एक युवक ने बुधवार को नहर में कूदकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। युवक मजदूरी करता था। पिछले तीन सालों से मानसिक रूप से परेशान चला आ रहा था। करीब छह घंटे बाद युवक के शव को नहर से बाहर निकाला गया।
खेत का कह कर गया था
गांव मौजगढ़ निवासी सुरेन्द्र कुमार (28) बुधवार सुबह करीब 9 बजे घर से खेत में काम करने के लिए गया था। कुछ समय बाद उसका पिता नानक चन्द (55) तथा भाई संदीप (23) खेत के लिए रवाना हुए। वहां जाकर उन्हें मालूम हुआ कि सुरेन्द्र खेत में पहुंचा ही नहीं। काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कुछ अता-पता नहीं चला। बाप-बेटा सुरेन्द्र को ढूंढते हुए गांव से गुजरने वाली भाखड़ा नहर की पटरी पर पहुंचे, वहां उन्हें सुरेन्द्र की चप्पल दिखाई दी। सूचना पाकर गांव के सरपंच ओमप्रकाश के नेतृत्व में काफी ग्रामीण मौका पर जमा हो गए। ग्रामीणों के सहयोग से सुरेन्द्र को नहर में तलाशा गया। करीब छह घंटे बाद उसका शव नहर से बरामद हो गया।
मृतक सुरेन्द्र के पिता नानक चन्द ने बताया कि उन्होंने गांव के किसान हरविंद्र सिंह की जमीन फसल के एक चौथाई भाग पर ठेके पर ली हुई है। उसके साथ सुरेन्द्र भी खेत में कार्य करता था।
बेटे की मौत का था गम
दर्शना देवी (52) पत्नी नानक चन्द निवासी मौजगढ़ ने बताया कि उसके बेटे सुरेन्द्र की शादी करीब चार साल पूर्व मिठड़ी बुधगिर (जिला मुक्तसर) की जसविन्द्र पाल कौर से हुई थी। जसविंद्र ने एक चांद से बेटे को जन्म दिया। लेकिन तीन-चार दिन बाद उसकी मौत हो गई। बेटे की मौत ने सुरेन्द्र को झकझोर कर रख दिया। वह अपना दिमागी संतुलन खो बैठा। पिछले तीन साल से उसका इलाज राजस्थान के श्रीगंगानगर में चल रहा था।
मामले की जांच कर रहे थाना सदर पुलिस के एसआई सीता राम ने बताया कि पुलिस ने मृतक सुरेन्द्र के पिता नानक चन्द के ब्यान पर इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव उसके वारिसों को सौंप दिया।
Adsense
Lahoo Ki Lau
16 दिसंबर 2010
वैदिक मंत्रों के साथ वार्षिक उत्सव शुरू
डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज द्वारा आयोजित वाॢषक उत्सव का शुभारम्भ बुधवार को सामवेद के वैदिक मन्त्रों के मध्य हुआ। उत्सव का प्रथम चरण एवं प्रथम पारिवारिक कार्यक्रम प्रात:कालीन वेला में पीएनबी के प्रबन्धक कुलदीप बांसल व उनके अनुज राजिन्द्र बांसल के निवास पर वैदिक हवन यज्ञ के साथ प्रारम्भ हुआ। जिसमें द्रोणस्थली आर्ष कन्या गुरूकुल की प्राचार्या सुश्री डॉ. अन्नपूर्णा व गुरूकुल की कन्याओं द्वारा सामवेद की ऋचाओं से हवन यज्ञ सम्पन्न करवाया गया।
भजनोपदेशक राजवीर शास्त्री ने ऐसा बना दो प्रभु जीवन मेरा, हर पल हो सुमिरन तेरा...., ओइम नाम का प्याला... भजनों से वातावरण को भक्तिरस से परिपूर्ण कर दिया। सुश्री डॉ. अन्नपूर्णा ने अपने प्रवचनों के माध्यम से बताया कि परमपिता परमात्मा का निज नाम ओ३म् है तथा इसी की उपासना करने योग्य है। अधर्म के मार्ग पर चलकर हम सुख और शान्ति की कामना नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ संसार का सबसे श्रेष्ठ कर्म है।
इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान एसके दुआ, कोषाध्यक्ष भारत मित्र छाबड़ा, प्रचार मन्त्री डॉ. अशोक आर्य, शशिकान्त शर्मा, बहादर ङ्क्षसह कूका, प्रदीप सुखीजा, सतीश अग्रवाल, महामन्त्री सुदेश आर्य सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
भजनोपदेशक राजवीर शास्त्री ने ऐसा बना दो प्रभु जीवन मेरा, हर पल हो सुमिरन तेरा...., ओइम नाम का प्याला... भजनों से वातावरण को भक्तिरस से परिपूर्ण कर दिया। सुश्री डॉ. अन्नपूर्णा ने अपने प्रवचनों के माध्यम से बताया कि परमपिता परमात्मा का निज नाम ओ३म् है तथा इसी की उपासना करने योग्य है। अधर्म के मार्ग पर चलकर हम सुख और शान्ति की कामना नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि हवन यज्ञ संसार का सबसे श्रेष्ठ कर्म है।
इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान एसके दुआ, कोषाध्यक्ष भारत मित्र छाबड़ा, प्रचार मन्त्री डॉ. अशोक आर्य, शशिकान्त शर्मा, बहादर ङ्क्षसह कूका, प्रदीप सुखीजा, सतीश अग्रवाल, महामन्त्री सुदेश आर्य सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
केवी सिंह निकले गांव-गांव
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा की जनता से जो वायदे किए थे उससे भी बढ़कर कार्य किए हैं। 25 दिसम्बर को सिरसा में होने वाली बढ़ते कदम रैली इस बात का प्रमाण होगी की चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा जनहितेषी कार्य करने में अव्वल रहे हैं।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा के पूर्व ओएसडी डा. के.वी. सिंह ने मांगेआना, हैबूआना, पन्नीवाला रुलदू, पाना, पिपली, जगमालवाली, चोरमार, टप्पी, मिठड़ी, मलिकपुरा, खुईयां मलकाना, दिवानखेड़ा, सांवतखेड़ा व नीलांवाली का दौरा करके लोगों को रैली के लिए निमन्त्रण देते हुए कही। उन्होंने कहा कि 25 फरवरी 2007 को सिरसा में हुई नवयुग रैली में की गई घोषणाओं को पूरा करके मुख्यमंत्री ने यह दिखा दिया है कि वह अन्य लोगों की तरह झूठे नींव पत्थर न रखकर काम में विश्वास करते हैं।
डा. सिंह ने कहा कि किसान की सबसे ज्यादा जरुरत नहरी पानी व बिजली होती है। बिजली के मामले में तो काफी सुधार हुआ है, लेकिन नहरी पानी के मामले में काफी सुधार होने बाकी हैं।
उनके साथ इस दौरे में डबवाली ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, ब्लॉक औढ़ा के प्रधान जगसीर सिंह मिठड़ी, डा. सुरेन्द्र पाल जस्सी, मलकीत सिंह खालसा, विनोद पूर्व सरपंच गोदिकां, युवा उप प्रधान हलका डबवाली विजय सहारण, जसकरण सिंह भाटी, मनवीर सिंह मान, अमरजीत सिंह हवलदार, भगत सिंह पूर्व सरपंच मांगेआना, जिला परिषद सदस्य गुरमेल सिंह देसूजोधा, परमजीत माखा, मास्टर राजेन्द्र सिंह, शीतल नम्बरदार, जगसीर सिंह सरपंच जगमालवाली, काका सिंह सरपंच मिठड़ी, राजेन्द्र पूर्व सरपंच दीवानखेड़ा, सुखदेव सरपंच, रणजीत सरपंच, मुखपाल सरपंच, पवन सरपंच, मिठ्ठू सिंह पूर्व सरपंच, बलदेव सिंह नम्बरदार सहित अनेक ग्रामीण कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
यह बात हरियाणा के मुख्यमंत्री चौधरी भूपिन्द्र सिंह हुड्डा के पूर्व ओएसडी डा. के.वी. सिंह ने मांगेआना, हैबूआना, पन्नीवाला रुलदू, पाना, पिपली, जगमालवाली, चोरमार, टप्पी, मिठड़ी, मलिकपुरा, खुईयां मलकाना, दिवानखेड़ा, सांवतखेड़ा व नीलांवाली का दौरा करके लोगों को रैली के लिए निमन्त्रण देते हुए कही। उन्होंने कहा कि 25 फरवरी 2007 को सिरसा में हुई नवयुग रैली में की गई घोषणाओं को पूरा करके मुख्यमंत्री ने यह दिखा दिया है कि वह अन्य लोगों की तरह झूठे नींव पत्थर न रखकर काम में विश्वास करते हैं।
डा. सिंह ने कहा कि किसान की सबसे ज्यादा जरुरत नहरी पानी व बिजली होती है। बिजली के मामले में तो काफी सुधार हुआ है, लेकिन नहरी पानी के मामले में काफी सुधार होने बाकी हैं।
उनके साथ इस दौरे में डबवाली ग्रामीण प्रधान दरबारा सिंह, ब्लॉक औढ़ा के प्रधान जगसीर सिंह मिठड़ी, डा. सुरेन्द्र पाल जस्सी, मलकीत सिंह खालसा, विनोद पूर्व सरपंच गोदिकां, युवा उप प्रधान हलका डबवाली विजय सहारण, जसकरण सिंह भाटी, मनवीर सिंह मान, अमरजीत सिंह हवलदार, भगत सिंह पूर्व सरपंच मांगेआना, जिला परिषद सदस्य गुरमेल सिंह देसूजोधा, परमजीत माखा, मास्टर राजेन्द्र सिंह, शीतल नम्बरदार, जगसीर सिंह सरपंच जगमालवाली, काका सिंह सरपंच मिठड़ी, राजेन्द्र पूर्व सरपंच दीवानखेड़ा, सुखदेव सरपंच, रणजीत सरपंच, मुखपाल सरपंच, पवन सरपंच, मिठ्ठू सिंह पूर्व सरपंच, बलदेव सिंह नम्बरदार सहित अनेक ग्रामीण कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
15 दिसंबर 2010
62 साल की सुखदेव कौर दौड़ी सबसे तेज
डबवाली (लहू की लौ) गांव च_ा के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में आयोजित आंगनबाड़ी खेलकूद प्रतियोगिता में 22 महिलाओं और 42 लड़कियों ने भाग लिया। जिसमें जसप्रीत कौर (15) ने सर्वश्रेष्ठ एथलीट का पुरस्कार जीता। यह जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रभारी मुख्य अध्यापक पालविन्द्र शर्मा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में आंगनबाड़ी वर्कर इन्द्रजीत कौर तथा गांव की सरपंच गुरचरण सिंह ने खेलकूद प्रतियोगिता में सहयोग दिया। उनके अनुसार इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय रही विजेता खिलाडिय़ों को औढां में इसी सप्ताह आयोजित होने वाली ब्लॉक लेवल प्रतियोगिता में शामिल किया जायेगा। उनके अनुसार सीनियर वर्ग महिला 30 वर्ष से ऊपर की मटका दौड़ में सुखदेव कौर (62) प्रथम, महिन्द्र कौर (51) द्वितीय, सर्वजीत कौर (44) तृतीय रही। जबकि इसी वर्ग की आलू-चम्मच दौड़ में कुलविन्द्र कौर (32) प्रथम, गुरजीत कौर (31) द्वितीय तथा अजमेर कौर (72) तृतीय रही। उनके अनुसार 18 वर्ष से कम लड़कियों की दौड़ में 7वीं कक्षा की लवप्रीत कौर प्रथम, 8वीं की रीना रानी द्वितीय, छटी की मनप्रीत कौर तृतीय रही। साईकिल दौड़ में 8वीं की जसप्रीत कौर प्रथम, हरप्रीत कौर द्वितीय, छटी की लवप्रीत कौर तृतीय रही। जबकि आलू-चम्मच दौड़ में 8वीं की हरप्रीत कौर प्रथम, जसप्रीत कौर द्वितीय, 7वीं की राजवीर कौर तृतीय रही। पुरूषों की सीनियर वर्ग 400 मीटर दौड़ में माटी सिंह (55) प्रथम, हरचरण सिंह (42) द्वितीय, करनैल सिंह (44) तृतीय रहे।
जेलें भरेंगे कर्मचारी
डबवाली (लहू की लौ) सर्वकर्मचारी संघ के आह्वान पर जेल भरो आंदोलन की तैयारी के लिए एक राज्य स्तरीय जत्था मंगलवार को डबवाली पहुंचा। जत्थे का नेतृत्व प्रांतीय कोषाध्यक्ष सीएन भारती कर रहे थे। जिला सिरसा सर्वकर्मचारी संघ के प्रधान सोहन सिंह रंधावा एवं रमेश मजौका भी उनके साथ थे।
इस जत्थे ने आज 19 दिसम्बर के जेल भरो कार्यक्रम को लेकर विभिन्न कार्यालयों में गेट मीटिंग की और कर्मचारियों को रोहतक पहुंचने का आह्वान किया। इस मौके पर सीएन भारती ने सम्बोधन में कहा कि सर्वकर्मचारी संघ निरन्तर जनता हित व कर्मचारी हित के मुद्दों को लेकर अपनी आवाज उठाता रहता है। वर्तमान दौर में भी हम हरियाणा सरकार को निजिकरण रोकने, वेतन विसंगतियां दूर करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने आदि मुद्दों पर बातचीज करने का कहता रहा है। परन्तु सरकार बातचीत करके मुद्दों/भागों पर सहमति जता कर भी लागू नहीं कर रही है। दूसरी ओर पीपीपी मॉडल लागू करके अपने चेहते ठेकेदारों को सारे सरकारी विभाग कौडिय़ों के भाव बेचने की योजना बना रही है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 के अध्यक्ष प्रदीप पारिक ने बताया कि जेल भरो आंदोलन को सफल बनाने के लिए खण्ड कार्यालय मंडी डबवाली में अध्यापकों की डयूटियां लगा दी गई हैं। इस सन्दर्भ में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली के प्रांगण में आयोजित बैठक में अध्यापक समस्याओं पर भी विचार विमर्श किया गया। इस मौके पर जिला सहसचिव गुरमीत सिंह, जिला उपप्रधान कुलदीप कौर, पंजाबी अध्यापक कुलदीप सिंह, रमेश कुमार, बलौर सिंह, नानक चन्द, एसएस गुरविन्द्र सिंह, सरदूल ङ्क्षसह उपस्थित थे।
इस जत्थे ने आज 19 दिसम्बर के जेल भरो कार्यक्रम को लेकर विभिन्न कार्यालयों में गेट मीटिंग की और कर्मचारियों को रोहतक पहुंचने का आह्वान किया। इस मौके पर सीएन भारती ने सम्बोधन में कहा कि सर्वकर्मचारी संघ निरन्तर जनता हित व कर्मचारी हित के मुद्दों को लेकर अपनी आवाज उठाता रहता है। वर्तमान दौर में भी हम हरियाणा सरकार को निजिकरण रोकने, वेतन विसंगतियां दूर करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्के करने आदि मुद्दों पर बातचीज करने का कहता रहा है। परन्तु सरकार बातचीत करके मुद्दों/भागों पर सहमति जता कर भी लागू नहीं कर रही है। दूसरी ओर पीपीपी मॉडल लागू करके अपने चेहते ठेकेदारों को सारे सरकारी विभाग कौडिय़ों के भाव बेचने की योजना बना रही है। हरियाणा राजकीय अध्यापक संघ-70 के अध्यक्ष प्रदीप पारिक ने बताया कि जेल भरो आंदोलन को सफल बनाने के लिए खण्ड कार्यालय मंडी डबवाली में अध्यापकों की डयूटियां लगा दी गई हैं। इस सन्दर्भ में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय डबवाली के प्रांगण में आयोजित बैठक में अध्यापक समस्याओं पर भी विचार विमर्श किया गया। इस मौके पर जिला सहसचिव गुरमीत सिंह, जिला उपप्रधान कुलदीप कौर, पंजाबी अध्यापक कुलदीप सिंह, रमेश कुमार, बलौर सिंह, नानक चन्द, एसएस गुरविन्द्र सिंह, सरदूल ङ्क्षसह उपस्थित थे।
14 दिसंबर 2010
मुख्यमंत्री का पुतला फूंका
डबवाली (लहू की लौ) जल सप्लाई एण्ड सेनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाइज यूनियन के गांव बादल जाकर मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने की योजना को पंजाब पुलिस ने नाकाम बना दिया। जिसके चलते यूनियन को लम्बी में ही यह पुतला फूंकना पड़ा।
मस्ट्रोल कर्मचारियों का आमरन अनशन सोमवार को 8वें दिन में प्रवेश कर गया है। 13 दिसम्बर को यूनियन ने लम्बी में ऐतिहासिक रैली करने की घोषणा के साथ-साथ गांव बादल में पहुंच कर मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल का पुतला फूंकने का निर्णय लिया था। जिसके चलते पंजाब पुलिस ने बादल गांव को जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी करके इस क्षेत्र को पुलिस छावनी में बदल दिया था। 13 दिसम्बर को अपनी घोषणा के अनुरूप यूनियन ने मस्ट्रोल कर्मचारियों की रैली लम्बी में की। रैली के बाद कर्मचारी बादल की ओर कूच करते हुए, पुलिस के दो नाकों को तोड़ते हुए अभी कुछ दूरी पर ही गये थे कि पंजाब पुलिस के जवानों ने उन्हें घेर लिया और आगे जाने से लम्बी में ही खेल स्टेडियम के पास रोक लिया। बादल पहुंचने में असफल रहने पर मस्ट्रोल कर्मचारियों ने प्रकाश सिंह बादल के पुतले को स्टेडियम के पास भारी पुलिस बल के सामने फूंक दिया। इस मौके पर कर्मचारियों ने बादल सरकार के खिलाफ रोष भरी नारेबाजी की। इसके बाद इन कर्मचारियों ने खेल स्टेडियम में ही अपना जमावड़ा लगा लिया।
इस मौके पर सम्बोधित करते हुए जल सप्लाई एण्ड सेनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाईज यूनियन पंजाब के प्रधान सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने कहा कि उनका आज का कार्यक्रम केवल टे्रलर था। अगर 24 दिसम्बर तक भी पंजाब सरकार नहीं जागी तो इस आंदोलन को और तेज करते हुए 25 दिसम्बर को मस्ट्रोल कर्मचारियों अपने परिवारों के साथ बादल की ओर कूच करेंगे और वहां पर हर हालत में मुख्यमंत्री बादल का पूतला फूकेंगे। उन्होंने कहा कि मांग न माने जाने तक आमरन अनशन भी जारी रहेगा। इस मौके पर उन्होंने अपने साथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार उनके साथ भेदभाव बरत रही है। तीन साल पहले एडहॉक पर चल रहे 14 हजार अध्यापकोंं को पंजाब सरकार ने नियमित कर दिया। जबकि पिछले 20 वर्षों से मस्ट्रोल कर्मचारियों के रूप में संताप जेल रहे 3511 कर्मचारियों को आज तक सरकार ने नियमित नहीं किया और न ही उनकी सुध ली है।
इस मौके पर यूनियन नेताओं में से मुकेश कुमार संयुक्त सचिव, मोती लाल चेयरमैन, चन्द सिंह मलेरकोटला, पवन कुमार पम्मा, हरजीत सिंह मोगा, चरणजीत सिंह मोगा, बिट्टू मलोट, गुरजन्ट सिंह होलांवाली, राजकुमार फिरोजपुर, स्वर्ण सिंह पठानकोट, तेजवन्त सिंह फरीदकोट, जुगराज सिंह फरीदकोट, राकेश कुमार जैतीपुर, शमपाल सिंह, रूप सिंह कराईवाला, विजय कुमार, दर्शन सिंह, हरदीप सिंह बाबा, सूबा सिंह मलेछा, भजन सिंह मरखाई, सुखबीर बोगेवाला, करनैल सिंह, महिन्द्र सिंह, मुख्तियार सिंह, रामगोपाल, राकेश बातिश, जसविन्द्र सिंह, लाल चन्द, साधु सिंह, दर्शन सिंह, जितेन्द्र कुमार, लक्खा सिंह, गुरदर्शन सिंह पटियाला, सुरेन्द्र शर्मा, सर्वजीत, राकेश कुमार आदि ने सम्बोधित किया।
सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौकत बनाये रखने के लिए मौका पर एसएसपी मुक्तसर इन्द्रमोहन सिंह, एसपी (एच) आशुतोष कौशल, एसडीएम मलोट प्रवीन थिंद, थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली अपने दल बल के साथ उपस्थित थे।
मस्ट्रोल कर्मचारियों का आमरन अनशन सोमवार को 8वें दिन में प्रवेश कर गया है। 13 दिसम्बर को यूनियन ने लम्बी में ऐतिहासिक रैली करने की घोषणा के साथ-साथ गांव बादल में पहुंच कर मुख्यमंत्री पंजाब प्रकाश सिंह बादल का पुतला फूंकने का निर्णय लिया था। जिसके चलते पंजाब पुलिस ने बादल गांव को जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी करके इस क्षेत्र को पुलिस छावनी में बदल दिया था। 13 दिसम्बर को अपनी घोषणा के अनुरूप यूनियन ने मस्ट्रोल कर्मचारियों की रैली लम्बी में की। रैली के बाद कर्मचारी बादल की ओर कूच करते हुए, पुलिस के दो नाकों को तोड़ते हुए अभी कुछ दूरी पर ही गये थे कि पंजाब पुलिस के जवानों ने उन्हें घेर लिया और आगे जाने से लम्बी में ही खेल स्टेडियम के पास रोक लिया। बादल पहुंचने में असफल रहने पर मस्ट्रोल कर्मचारियों ने प्रकाश सिंह बादल के पुतले को स्टेडियम के पास भारी पुलिस बल के सामने फूंक दिया। इस मौके पर कर्मचारियों ने बादल सरकार के खिलाफ रोष भरी नारेबाजी की। इसके बाद इन कर्मचारियों ने खेल स्टेडियम में ही अपना जमावड़ा लगा लिया।
इस मौके पर सम्बोधित करते हुए जल सप्लाई एण्ड सेनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाईज यूनियन पंजाब के प्रधान सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने कहा कि उनका आज का कार्यक्रम केवल टे्रलर था। अगर 24 दिसम्बर तक भी पंजाब सरकार नहीं जागी तो इस आंदोलन को और तेज करते हुए 25 दिसम्बर को मस्ट्रोल कर्मचारियों अपने परिवारों के साथ बादल की ओर कूच करेंगे और वहां पर हर हालत में मुख्यमंत्री बादल का पूतला फूकेंगे। उन्होंने कहा कि मांग न माने जाने तक आमरन अनशन भी जारी रहेगा। इस मौके पर उन्होंने अपने साथियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार उनके साथ भेदभाव बरत रही है। तीन साल पहले एडहॉक पर चल रहे 14 हजार अध्यापकोंं को पंजाब सरकार ने नियमित कर दिया। जबकि पिछले 20 वर्षों से मस्ट्रोल कर्मचारियों के रूप में संताप जेल रहे 3511 कर्मचारियों को आज तक सरकार ने नियमित नहीं किया और न ही उनकी सुध ली है।
इस मौके पर यूनियन नेताओं में से मुकेश कुमार संयुक्त सचिव, मोती लाल चेयरमैन, चन्द सिंह मलेरकोटला, पवन कुमार पम्मा, हरजीत सिंह मोगा, चरणजीत सिंह मोगा, बिट्टू मलोट, गुरजन्ट सिंह होलांवाली, राजकुमार फिरोजपुर, स्वर्ण सिंह पठानकोट, तेजवन्त सिंह फरीदकोट, जुगराज सिंह फरीदकोट, राकेश कुमार जैतीपुर, शमपाल सिंह, रूप सिंह कराईवाला, विजय कुमार, दर्शन सिंह, हरदीप सिंह बाबा, सूबा सिंह मलेछा, भजन सिंह मरखाई, सुखबीर बोगेवाला, करनैल सिंह, महिन्द्र सिंह, मुख्तियार सिंह, रामगोपाल, राकेश बातिश, जसविन्द्र सिंह, लाल चन्द, साधु सिंह, दर्शन सिंह, जितेन्द्र कुमार, लक्खा सिंह, गुरदर्शन सिंह पटियाला, सुरेन्द्र शर्मा, सर्वजीत, राकेश कुमार आदि ने सम्बोधित किया।सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौकत बनाये रखने के लिए मौका पर एसएसपी मुक्तसर इन्द्रमोहन सिंह, एसपी (एच) आशुतोष कौशल, एसडीएम मलोट प्रवीन थिंद, थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली अपने दल बल के साथ उपस्थित थे।
गरीबी, भूखमरी, अनपढ़ता और भ्रष्टाचार भारत के दुश्मन-मनप्रीत सिंह बादल
डबवाली (लहू की लौ) पंजाब के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि भारत का दुश्मन न तो पाकिस्तान है और न ही चीन। अगर कोई दुश्मन है तो वह है गरीबी, भूखमरी, अनपढ़ता और भ्रष्टाचार।
वह रविवार देर रात को सम्पन्न हुए ईस्टवुड इंटरनैशनल स्कूल डूमवाली के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह के अवसर पर उपस्थित लोगों, विद्यालय अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम सब मिल कर गरीबी, भूखमरी, अनपढ़ता और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करें। उन्होंने कहा कि वर्तमान युग में युवाओं की नौकरी में जाने की प्राथमिकता बदल गई है। पहले युवक देश की रक्षा के लिए फौज में भर्ती होना गौरव समझते थे। लेकिन आज उनका लक्ष्य पैसा कमाना और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में सर्विस पाकर अपने सपनों को पूरा करना है।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कपूरथला के सैनिक स्कूल के कमांडेंट से बातचीत की तो उन्हें बताया गया कि पंजाब का युवक अब फौज में भर्ती होने से कतरा रहा है। जिसके चलते सैनिक स्कूल में पंजाब से बहुत कम बच्चे शिक्षा पाने के लिए आते हैं। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों से सवाल किया कि क्या हमारा उद्देश्य पैसा कमाना रह गया है। यदि हमारे युवक बॉर्डर पर पहुंच कर देश की रक्षा नहीं करेंगे तो क्या हम अपने उद्देश्य में सफल हो सकेंगे। उन्होंने स्वयं ही इसका उत्तर दिया और कहा कि पैसा कमाओ लेकिन कुछ समय भारत माता की सेवा में भी लगाओ। ताकि रिश्वत, अनपढ़ता और वतन दुश्मनों के खिलाफ लड़ सकें। उन्होंने यह भी कहा कि अगर हमारी वर्तमान प्रवृत्ति न बदली तो हमें मदर टेरेसा जैसे समाज सेवक और भगत सिंह जैसे देश भक्त कहां से मिलेंगे। उन्होंने स्कूल प्रबंधक समिति से अनुरोध किया कि विद्यालय प्रति वर्ष कम से कम 10 बच्चे नैशनल डिफेंस अकैडमी के लिए तैयार करे। इस मौके पर स्कूल प्रबंधक समिति की ओर से शिक्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेलों में मेधावी रहने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व विद्यालय के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। बच्चों ने वेस्टर्न डांस दिखाया। वहीं माई फेयर लेडी, कबालिया नृत्य, चंद जदों रोटी लगदा है, ओम, बंदे में था दम आदि प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया। वहीं पंजाबी भांगडा ने लोगों को नचा डाला।
स्कूल प्रबंधक समिति के चेयरमैन बलराज सिंह ढिल्लों तथा सचिव संजम बादल ने मुख्य अतिथि मनप्रीत सिंह बादल का स्वागत किया। विद्यालय की प्रिंसीपल सुषमा एंथनी ने विद्यालय की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और आये हुए मेहमानों का धन्यवाद किया। इस मौके पर विशेष अतिथि के रूप में कर्नल रशनील चहल, कर्नल जगदीप धालीवाल उपस्थित हुए।

पशु चोर गिरोह पकड़ा
डबवाली (लहू की लौ) ग्रामीणों की नाक में दम करने वाले अन्तर्राज्यीय पशु चोर गिरोह के तीन सदस्यों को चौटाला पुलिस ने नाटकीय ढंग से गिरफ्तार कर लिया। जबकि गिरोह का सरगना अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है।
18-19 नवंबर 2010 की रात को कुछ लोगों ने गांव सकताखेड़ा की मिट्ठू सिंह की ढाणी में प्रवेश करके उसके घर में बंधी भैंस को चुरा लिया था। आरोपी भैंस को सड़क पर खड़े टाटा-207 में लादकर फरार होने वाले थे। लेकिन इस दौरान ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह की आंख खुल गई। मिट्ठू सिंह के शोर मचाने पर आरोपी भैंस लदी गाड़ी वहीं छोड़कर फरार हो गए थे।
ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह ने इसकी सूचना चौटाला पुलिस चौकी को दी और मौका पर पहुंची पुलिस ने टाटा-207 को अपने कब्जे में ले लिया। जिस पर पीबी 30एफ/9137 नम्बर अंकित था। पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी। तफ्तीश चल रही थी और चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह को रविवार को सूचना मिली कि आरोपी गांव जोतांवाली के बस अड्डा पर खड़े हुए हैं। वे मुद्दई को साथ लेकर मौका पर पहुंचे और मुद्दई की पहचान पर भैंस चोर गिरोह के तीन सदस्यों को काबू कर लिया।
चौटाला चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह ने उपरोक्त पुष्टि करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपनी पहचान बलजीत उर्फ बब्बू (24) पुत्र प्रेम सिंह निवासी अलियाना थाना अरनिवाला जिला फिरोजपुर, राजू (20) पुत्र दौलत राम निवासी हाकूवाला थाना लम्बी जिला मुक्तसर, भीम (27) पुत्र देसराज निवासी लोहगढ़ जिला सिरसा के रूप में करवाई। इन लोगों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उनका सरगना सुक्खा (35) पुत्र रूलदू उर्फ रेशम सिंह निवासी गांव साहबचन्द थाना गिदड़बाहा जिला मुक्तसर है।
आरोपियों को सोमवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश करके पुलिस ने पूछताछ के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।
18-19 नवंबर 2010 की रात को कुछ लोगों ने गांव सकताखेड़ा की मिट्ठू सिंह की ढाणी में प्रवेश करके उसके घर में बंधी भैंस को चुरा लिया था। आरोपी भैंस को सड़क पर खड़े टाटा-207 में लादकर फरार होने वाले थे। लेकिन इस दौरान ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह की आंख खुल गई। मिट्ठू सिंह के शोर मचाने पर आरोपी भैंस लदी गाड़ी वहीं छोड़कर फरार हो गए थे।
ढाणी मालिक मिट्ठू सिंह ने इसकी सूचना चौटाला पुलिस चौकी को दी और मौका पर पहुंची पुलिस ने टाटा-207 को अपने कब्जे में ले लिया। जिस पर पीबी 30एफ/9137 नम्बर अंकित था। पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी। तफ्तीश चल रही थी और चौटाला पुलिस चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह को रविवार को सूचना मिली कि आरोपी गांव जोतांवाली के बस अड्डा पर खड़े हुए हैं। वे मुद्दई को साथ लेकर मौका पर पहुंचे और मुद्दई की पहचान पर भैंस चोर गिरोह के तीन सदस्यों को काबू कर लिया।
चौटाला चौकी प्रभारी एसआई जीत सिंह ने उपरोक्त पुष्टि करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपनी पहचान बलजीत उर्फ बब्बू (24) पुत्र प्रेम सिंह निवासी अलियाना थाना अरनिवाला जिला फिरोजपुर, राजू (20) पुत्र दौलत राम निवासी हाकूवाला थाना लम्बी जिला मुक्तसर, भीम (27) पुत्र देसराज निवासी लोहगढ़ जिला सिरसा के रूप में करवाई। इन लोगों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उनका सरगना सुक्खा (35) पुत्र रूलदू उर्फ रेशम सिंह निवासी गांव साहबचन्द थाना गिदड़बाहा जिला मुक्तसर है।
आरोपियों को सोमवार को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश करके पुलिस ने पूछताछ के लिए एक दिन का पुलिस रिमांड ले लिया।
रोड़वेज की बस का शीशा तोड़ा
डबवाली (लहू की लौ) शराब के नशे में धुत्त दो युवाओं ने शराब की खाली बोतल पंजाब रोड़वेज की बस पर फेंक कर उसका शीशा तोड़ डाला। पूछताछ के लिए पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में ले लिया। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार डबवाली की इन्दिरा नगरी के रवि और मिथुन नामक दो युवक हरियाणा रोड़वेज की एक बस में सिरसा के लिए डबवाली से रवाना हुए थे और इन युवकों ने बस में ही शराब पीकर बोतल खाली कर ली। युवकों ने नशे में चोरमार के पास खाली बोतल को बस से बाहर फेंक दिया। यह बोतल सिरसा साईड से आ रही पंजाब रोड़वेज की बस के शीशे पर जा लगी। जिससे शीशा टूट गया। बताया जाता है कि पंजाब रोड़वेज बस के चालक गुरप्रीत सिंह ने सवारियों के सहयोग से हरियाणा रोड़वेज की बस में सवार उक्त शरारती युवकों को दबोच लिया और डबवाली लाकर पुलिस के हवाले कर दिया।
गायब पांच लाख दो दिन बाद मिले
डबवाली (लहू की लौ) यहां की एक आढ़तिया की दुकान से शनिवार को रहस्यमय ढंग से गायब हुई पांच लाख रूपए की राशि सोमवार को नाटकीय ढंग से वापिस मिल गई।
प्राप्त जानकारी अनुसार नई अनाज मण्डी में स्थित आढ़ती फर्म रहेजा ट्रेडिंग कंपनी पर शनिवार को एक किसान दो लाख रूपए की राशि लेने के लिए आया और उसने फर्म के मालिक जयचन्द रहेजा को फोन किया कि उसे दो लाख रूपए की राशि चाहिए। जिस पर तुरंत राशि दुकान पर पांच लाख रूपए की राशि पहुंच गई। जिसमें से दो लाख रूपए किसान को दे दिए गए और तीन लाख रूपए वापिस फर्म मालिक के पास पहुंच गए। लेकिन इससे पूर्व भी पांच लाख रूपए की राशि दुकान पर आई थी। जो रहस्यमय ढंग से फर्म मालिक को रोकड़ मिलान के दौरान गायब मिली।
फर्म मालिक जयचन्द रहेजा ने बताया कि शनिवार को ही उसे राशि गायब करने वाले पर संदेह हो गया था। लेकिन रविवार को घर पर रिश्तेदार आने के कारण फिलहाल मामला टल गया। लेकिन सोमवार को संबंधित व्यक्ति गायब की गई राशि लौटा गया। रहेजा ने इस व्यक्ति का नाम बताने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना ही कहा कि राशि मिल गई है। यहीं गनीमत है।
प्राप्त जानकारी अनुसार नई अनाज मण्डी में स्थित आढ़ती फर्म रहेजा ट्रेडिंग कंपनी पर शनिवार को एक किसान दो लाख रूपए की राशि लेने के लिए आया और उसने फर्म के मालिक जयचन्द रहेजा को फोन किया कि उसे दो लाख रूपए की राशि चाहिए। जिस पर तुरंत राशि दुकान पर पांच लाख रूपए की राशि पहुंच गई। जिसमें से दो लाख रूपए किसान को दे दिए गए और तीन लाख रूपए वापिस फर्म मालिक के पास पहुंच गए। लेकिन इससे पूर्व भी पांच लाख रूपए की राशि दुकान पर आई थी। जो रहस्यमय ढंग से फर्म मालिक को रोकड़ मिलान के दौरान गायब मिली।
फर्म मालिक जयचन्द रहेजा ने बताया कि शनिवार को ही उसे राशि गायब करने वाले पर संदेह हो गया था। लेकिन रविवार को घर पर रिश्तेदार आने के कारण फिलहाल मामला टल गया। लेकिन सोमवार को संबंधित व्यक्ति गायब की गई राशि लौटा गया। रहेजा ने इस व्यक्ति का नाम बताने से इंकार कर दिया। सिर्फ इतना ही कहा कि राशि मिल गई है। यहीं गनीमत है।
टैंकर ने कुचला
डबवाली (लहू की लौ) राष्ट्रीय राजमार्ग नं. 10 पर स्थित बूस्टिंग स्टेशन के सामने रविवार रात को एक तेजगति तेल टैंकर ने साईकिल सवार को कुचल दिया। बाद में बिजली के खम्बे को तोड़ता हुआ डिवाईडर पर जा चढ़ा। थाना शहर पुलिस डबवाली ने टैंकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है।
भारत संचार निगम लि. उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा (55) निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रविवार रात को अपने एक मित्र के घर से वापिस अपने घर आ रहा था। जब वह मनसा दास डेरा के पास पहुंचा तो उसने देखा कि उसका भाई जयराम (40) निवासी वार्ड नं.18, डबवाली सिरसा साईड से अपनी साईकिल पर आ रहा है। अचानक पीछे से आए एक तेजगति तेल टैंकर ने उसमें टक्कर मार दी। उसके भाई को कुचलने के बाद यह तेल टैंकर बिजली के खम्बे को तोड़ता हुआ डिवाईडर पर जा चढ़ा। जयराम ने मौका पर ही दम तोड़ दिया। जयराम बिजली विभाग में एएलएम के पद पर कार्यरत था।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सूबे सिंह यादव ने बताया कि दुर्घटना के बाद आरोपी तेल टैंकर चालक टैंकर को मौका पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने मृतक एएलएम जयराम (40) के भाई मनमोहन शर्मा निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली के उपरोक्त ब्यान पर तेल कैंटर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। सोमवार को डबवाली के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
भारत संचार निगम लि. उपमण्डल डबवाली के एसडीई मनमोहन शर्मा (55) निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली ने पुलिस को दिए ब्यान में कहा है कि वह रविवार रात को अपने एक मित्र के घर से वापिस अपने घर आ रहा था। जब वह मनसा दास डेरा के पास पहुंचा तो उसने देखा कि उसका भाई जयराम (40) निवासी वार्ड नं.18, डबवाली सिरसा साईड से अपनी साईकिल पर आ रहा है। अचानक पीछे से आए एक तेजगति तेल टैंकर ने उसमें टक्कर मार दी। उसके भाई को कुचलने के बाद यह तेल टैंकर बिजली के खम्बे को तोड़ता हुआ डिवाईडर पर जा चढ़ा। जयराम ने मौका पर ही दम तोड़ दिया। जयराम बिजली विभाग में एएलएम के पद पर कार्यरत था।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सूबे सिंह यादव ने बताया कि दुर्घटना के बाद आरोपी तेल टैंकर चालक टैंकर को मौका पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने मृतक एएलएम जयराम (40) के भाई मनमोहन शर्मा निवासी वार्ड नं. 18, डबवाली के उपरोक्त ब्यान पर तेल कैंटर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। सोमवार को डबवाली के सरकारी अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।
13 दिसंबर 2010
'राहुल चॉकलेट ब्बॉय, सोनिया पोप के इशारे पर काम करने वाली महिलाÓ
डबवाली (लहू की लौ) अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित विराट धर्म सभा में राम जन्म भूमि, भगवा आतंकवाद और कश्मीर मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद का मुख्य निशाना कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी और कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी रहे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा संस्कार भारती हरियाणा के महामंत्री अजय सिहंल ने राम जन्म भूमि मुद्दे के फैसले में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि सिमी और सत्ता का घालमेल है। वोटों की राजनीति के लिए मुस्लिम संतुष्टिकरण की नीति पर चलते हुए कांग्रेस ने पहले शंकाराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को दीपावली की रात को बंदी बनाया और अब कैथल के इन्द्रेश को आतंकवादी कहकर फंसाया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि इन्द्रेश ने राष्ट्रवादी मुस्लमानों को संगठित करने का काम करके हिन्दुओं और मुस्लमानों के बीच खाई को भरने का प्रयास किया, और यह सरकार को गवारा नहीं हुआ, जिसके चलते फूट डालो और राज करो की नीति अपनाने वाली कांग्रेस सरकार ने देश भक्त इंद्रेश को आतंकवादी घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि बांगलादेश से भारत में घुसे करीब ढ़ाई करोड़ मुस्लिम घुसपैठियों को सरकारी सुविधाएं देते हुए उन्हें पीले कार्ड और नागरिकता तक प्रदान की। जबकि कश्मीर और पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हिन्दुओं को आज तक किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई।
बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक सुरेश वत्स ने कहा कि कांग्रेस नेता देश को आजाद करवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को भूल गए हैं, अब उनके सामने अगर कोई आदर्श है, तो राहुल गांधी जो एक चॉकलेट ब्बॉय है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी है, जोकि पॉप के इशारे पर काम चलने वाली महिला है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के संस्कार ही ऐसे होंगे उस पार्टी से देश हित की आशा की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए संसद पर हमला करने वाला अफजल गुरू और मुम्बई को दहलाने वाला कसाब देशभक्त हैं, जबकि देश के लिए कुर्बानी देने वाले भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद और बटुकेश्वर दत्त जैसे देशभक्त उनके लिए प्रेरणा के स्त्रोत नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांतीय संघ चालक मेजर करतार सिंह ने कश्मीर मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस को अपना निशाना बनाते हुए कहा कि कांग्रेस 1947 वाली गलती फिर दोहराते हुए कश्मीर को अलगाववादियों के हाथों सौंपने पर विचार कर रही है। जो देश हित में नहीं है। पूरे देश में देश विरोधी शक्तियों को नंगा करने के लिए तथा हिन्दू समाज में चेतना जागृत करने के उद्देश्य से हनुमत शक्ति जागरण मंच द्वारा देश के 8000 केन्द्रों पर 26 दिसंबर तक धर्म सभाएं की जा रही हैं।
इस मौके पर सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल डबवाली की छात्राओं ने राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत गीत ए मेरा वतन मुझको जान से प्यारा, तुम भी कहो कहते रहो ये देश है हमारा.. प्रस्तुत किया। इससे पूर्व हवन यज्ञ भी किया।
इस अवसर पर पतराम रिसालियाखेड़ा, एसके दुआ, राजेन्द्र गुप्ता एडवोकेट, कृष्ण सेतिया, शामलाल जिन्दल, अमृतपाल, सतीश अग्रवाल, राजकुमार, सुदर्शन मित्तल, हरमेश, नारायण दास मैहता, अशोक सिंगला, प्यारे लाल गोयल, पवन गोयल, अशोक जिन्दल, हंसराज गोयल, रामकिशन मैहता, नरेश गर्ग, सुशील गर्ग, सुदेश आर्य, कुलदीप बांसल आदि उपस्थित थे।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा संस्कार भारती हरियाणा के महामंत्री अजय सिहंल ने राम जन्म भूमि मुद्दे के फैसले में देरी के लिए कांग्रेस को जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि सिमी और सत्ता का घालमेल है। वोटों की राजनीति के लिए मुस्लिम संतुष्टिकरण की नीति पर चलते हुए कांग्रेस ने पहले शंकाराचार्य जयेन्द्र सरस्वती को दीपावली की रात को बंदी बनाया और अब कैथल के इन्द्रेश को आतंकवादी कहकर फंसाया जा रहा है। जबकि सच्चाई यह है कि इन्द्रेश ने राष्ट्रवादी मुस्लमानों को संगठित करने का काम करके हिन्दुओं और मुस्लमानों के बीच खाई को भरने का प्रयास किया, और यह सरकार को गवारा नहीं हुआ, जिसके चलते फूट डालो और राज करो की नीति अपनाने वाली कांग्रेस सरकार ने देश भक्त इंद्रेश को आतंकवादी घोषित कर दिया।
उन्होंने कहा कि बांगलादेश से भारत में घुसे करीब ढ़ाई करोड़ मुस्लिम घुसपैठियों को सरकारी सुविधाएं देते हुए उन्हें पीले कार्ड और नागरिकता तक प्रदान की। जबकि कश्मीर और पाकिस्तान से विस्थापित होकर आए हिन्दुओं को आज तक किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी गई।
बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक सुरेश वत्स ने कहा कि कांग्रेस नेता देश को आजाद करवाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को भूल गए हैं, अब उनके सामने अगर कोई आदर्श है, तो राहुल गांधी जो एक चॉकलेट ब्बॉय है। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी है, जोकि पॉप के इशारे पर काम चलने वाली महिला है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के संस्कार ही ऐसे होंगे उस पार्टी से देश हित की आशा की जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के लिए संसद पर हमला करने वाला अफजल गुरू और मुम्बई को दहलाने वाला कसाब देशभक्त हैं, जबकि देश के लिए कुर्बानी देने वाले भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद और बटुकेश्वर दत्त जैसे देशभक्त उनके लिए प्रेरणा के स्त्रोत नहीं है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांतीय संघ चालक मेजर करतार सिंह ने कश्मीर मुद्दे को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस को अपना निशाना बनाते हुए कहा कि कांग्रेस 1947 वाली गलती फिर दोहराते हुए कश्मीर को अलगाववादियों के हाथों सौंपने पर विचार कर रही है। जो देश हित में नहीं है। पूरे देश में देश विरोधी शक्तियों को नंगा करने के लिए तथा हिन्दू समाज में चेतना जागृत करने के उद्देश्य से हनुमत शक्ति जागरण मंच द्वारा देश के 8000 केन्द्रों पर 26 दिसंबर तक धर्म सभाएं की जा रही हैं।
इस मौके पर सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल डबवाली की छात्राओं ने राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत गीत ए मेरा वतन मुझको जान से प्यारा, तुम भी कहो कहते रहो ये देश है हमारा.. प्रस्तुत किया। इससे पूर्व हवन यज्ञ भी किया।
इस अवसर पर पतराम रिसालियाखेड़ा, एसके दुआ, राजेन्द्र गुप्ता एडवोकेट, कृष्ण सेतिया, शामलाल जिन्दल, अमृतपाल, सतीश अग्रवाल, राजकुमार, सुदर्शन मित्तल, हरमेश, नारायण दास मैहता, अशोक सिंगला, प्यारे लाल गोयल, पवन गोयल, अशोक जिन्दल, हंसराज गोयल, रामकिशन मैहता, नरेश गर्ग, सुशील गर्ग, सुदेश आर्य, कुलदीप बांसल आदि उपस्थित थे।
12 दिसंबर 2010
दोस्ती की चाह में किया हमला
डबवाली | पसंदीदा लड़की से दोस्ती जब परवान नहीं चढ़ सकी तो दोस्ती के पेंच लड़ाने वाले युवक ने लड़की के घर जाकर तेजधार हथियार से प्रहार कर उसे घायल कर दिया और बाद में खुद कीटनाशी दवा पी कर अस्पताल में दाखिल हो गया। उधर, घायल लड़की को भी अस्पताल में ले जाया गया है।
वार्ड नंबर 13 की गली प्रेरणा पब्लिक स्कूल वाली में ऐसा ही कुछ हुआ। अस्पताल में उपचाराधीन घायल लड़की रजनी (19) पुत्री ओम शंकर ने बताया कि शुक्रवार देर शाम सात बजे उसके पिता हिंदी साहित्य सदन लाइब्रेरी में गए हुए थे और मां उसके भाई के इलाज के लिए बरनाला गई हुई थी। उसी दौरान उनके घर के सामने रहने वाला कुलदीप नामक युवक उसके घर में घुस आया। उसके हाथ में तेजधार हथियार था। युवक ने घर में घुसते ही उससे गोदरेज की अलमारी की चाबियां मांगी। रजनी ने बताया कि उसके इंकार करने पर वह उस पर तेजधार हथियार से टूट पड़ा और सिर पर प्रहार किया जिससे वह घायल हो गई। जब बचाओ बचाओ शोर किया तो आसपास के एकत्रित लोगों को देखकर वह युवक मौके से फरार हो गया। बाद में वह कीटनाशी दवा पीकर अस्पताल में दाखिल हो गया।
रजनी ने आरोप लगाया कि कुलदीप दो माह पूर्व भी उनके घर में नशे में घुस आया था। उस समय पंचायती तौर पर माफी मांग लेेने पर समझौता हो गया था। कुलदीप ने बताया कि शुक्रवार शाम को रजनी ने ही उसे फोन करके बुलाया था। लेकिन उसके मन में आशंका थी कि कहीं उस पर हमला न हो जाए इसलिए वह घर से ईंटें तोडऩे वाली तेसी को साथ ले गया। कुलदीप के अनुसार वह जैसे ही रजनी के घर पहुंचा तो रजनी ने पहले से बैठे एक युवक को उसकी पिटाई करने के लिए कहा। उसके तेसी दिखाने पर वह युवक तो भाग गया और उसने गुस्से में आकर रजनी के सिर पर तेसी का प्रहार कर दिया और घर आकर कीटनाशी दवा पी गया। एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि रजनी के बयान पर युवक कुलदीप के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
वार्ड नंबर 13 की गली प्रेरणा पब्लिक स्कूल वाली में ऐसा ही कुछ हुआ। अस्पताल में उपचाराधीन घायल लड़की रजनी (19) पुत्री ओम शंकर ने बताया कि शुक्रवार देर शाम सात बजे उसके पिता हिंदी साहित्य सदन लाइब्रेरी में गए हुए थे और मां उसके भाई के इलाज के लिए बरनाला गई हुई थी। उसी दौरान उनके घर के सामने रहने वाला कुलदीप नामक युवक उसके घर में घुस आया। उसके हाथ में तेजधार हथियार था। युवक ने घर में घुसते ही उससे गोदरेज की अलमारी की चाबियां मांगी। रजनी ने बताया कि उसके इंकार करने पर वह उस पर तेजधार हथियार से टूट पड़ा और सिर पर प्रहार किया जिससे वह घायल हो गई। जब बचाओ बचाओ शोर किया तो आसपास के एकत्रित लोगों को देखकर वह युवक मौके से फरार हो गया। बाद में वह कीटनाशी दवा पीकर अस्पताल में दाखिल हो गया।
रजनी ने आरोप लगाया कि कुलदीप दो माह पूर्व भी उनके घर में नशे में घुस आया था। उस समय पंचायती तौर पर माफी मांग लेेने पर समझौता हो गया था। कुलदीप ने बताया कि शुक्रवार शाम को रजनी ने ही उसे फोन करके बुलाया था। लेकिन उसके मन में आशंका थी कि कहीं उस पर हमला न हो जाए इसलिए वह घर से ईंटें तोडऩे वाली तेसी को साथ ले गया। कुलदीप के अनुसार वह जैसे ही रजनी के घर पहुंचा तो रजनी ने पहले से बैठे एक युवक को उसकी पिटाई करने के लिए कहा। उसके तेसी दिखाने पर वह युवक तो भाग गया और उसने गुस्से में आकर रजनी के सिर पर तेसी का प्रहार कर दिया और घर आकर कीटनाशी दवा पी गया। एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि रजनी के बयान पर युवक कुलदीप के खिलाफ केस दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
11 दिसंबर 2010
डांडिया नृत्य के साथ खेल उत्सव शुरू
डबवाली (लहू की लौ) शहीद अशोक वढ़ेरा सरस्वती विद्या मंदिर में दो दिवसीय खेल उत्सव शुक्रवार से शुरू हुआ। जिसमें विद्यालय के 450 विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता को चार सदनों में विभिक्त किया गया। खेल समारोह का उद्घाटन सेवानिवृत्त प्रवक्ता जगजीत सिंह ने किया। जबकि अध्यक्षता दर्शन अनजान ने की।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रिंसीपल रणवीर सिंह नरवाल ने बताया कि 100 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से गुरकीरत प्रथम, डिम्पल द्वितीय, किशोर वर्ग से लवपिंद्र प्रथम, आशीष द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से धीरज प्रथम, गुरविंद्र द्वितीय, किशोर वर्ग से रजत लखोत्रा प्रथम रहा। जबकि कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सलोनी प्रथम, आरती द्वितीय, किशोर वर्ग से यशिका रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से अंजलि, किशोर वर्ग से ज्योति वर्मा और साक्षी ने क्रमश: प्रथम और द्वितीय स्थान पाया।
200 मी. दौड़ में शिवजी सदन बाल वर्ग से रोहित प्रथम, किशोर वर्ग से राहुल प्रथम, संदीप द्वितीय, भगत सिंह बाल वर्ग से अरूण प्रथम, गौरव द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वंदना प्रथम, लीजा द्वितीय, किशोर वर्ग से बबीता प्रथम, गरिमा द्वितीय, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से श्वेता प्रथम, तजिन्द्र द्वितीय, नवजोत तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से अर्शप्रीत प्रथम, पायल द्वितीय रहे।
400 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से जयवीर प्रथम, राजेश द्वितीय, किशोर वर्ग से गुरप्रिंस प्रथम, कामिल द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से परविंद्र प्रथम, किशोर वर्ग से रोहित प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से चांदनी प्रथम, समीधा द्वितीय, किशोर वर्ग से रवीना प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू द्वितीय रहे।
600 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से समन प्रथम, पारस द्वितीय, विपुल तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से सचिन प्रथम, गुरलाल द्वितीय, भगत सिंह सदन से विषांक प्रथम, कल्पना चावला बाल वर्ग से खुशबू प्रथम, मनीषा द्वितीय, किशोर वर्ग से अनिता प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू प्रथम रहे।
ऊंची कूद में शिवजी सदन बाल वर्ग से हरमोन, निर्मल प्रथम, हरीश द्वितीय, भगत सिंह सदन के किशोर वर्ग से सागर प्रथम, गौरव द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सिमरन प्रथम, दिव्या द्वितीय, किशोर वर्ग से शालिनी प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बालवर्ग से अनु प्रथम, निकिता द्वितीय, प्रिया तृतीय, किशोर वर्ग से गीता प्रथम, रवीना द्वितीय रहे। लम्बी कूद में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से पारस प्रथम, धीरज द्वितीय, किशोर वर्ग से पवन प्रथम, राकेश द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से गुरदेव प्रथम, पवन द्वितीय, किशोर वर्ग से हर्षदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से तमन्ना प्रथम, किशोर वर्ग से अर्शदीप और प्रिय क्रमश: प्रथम, द्वितीय रहे। रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से अपूर्वा प्रथम, विमल द्वितीय, गोला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से शुभम प्रथम, किशोर वर्ग से मनप्रीत प्रथम, गौतम द्वितीय, दीक्षित तृतीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से हेमंत प्रथम, अभिषेक द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वरिन्द्र प्रथम, किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, सिमरन द्वितीय रहे। जबकि रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से सुमीधा प्रथम, सुनीता द्वितीय, किशोर वर्ग से महक प्रथम रही।
भाला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से सुनील प्रथम, किशोर वर्ग से जगमोहन प्रथम, सचित द्वितीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से प्रिंस प्रथम, जितेन्द्र द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, चक्का फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से प्रभजोत प्रथम, किशोर वर्ग से विश्वास प्रथम, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से गुरमीत प्रथम, लक्ष्य द्वितीय, किशोर वर्ग से कुनाल प्रथम, गुरिंद्र द्वितीय, कल्पना चावला बाल वर्ग से अमन प्रथम, रूहानी द्वितीय, किशोर वर्ग से शिल्पा प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से शिखा प्रथम रही। जबकि कबड्डी में रानी लक्ष्मीबाई सदन के किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, उजला और कृति द्वितीय रही। खो-खो में किशोर वर्ग लक्ष्मीबाई सदन प्रथम, कल्पना चावला सदन द्वितीय रहे।
यह जानकारी देते हुए विद्यालय के प्रिंसीपल रणवीर सिंह नरवाल ने बताया कि 100 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से गुरकीरत प्रथम, डिम्पल द्वितीय, किशोर वर्ग से लवपिंद्र प्रथम, आशीष द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से धीरज प्रथम, गुरविंद्र द्वितीय, किशोर वर्ग से रजत लखोत्रा प्रथम रहा। जबकि कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सलोनी प्रथम, आरती द्वितीय, किशोर वर्ग से यशिका रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से अंजलि, किशोर वर्ग से ज्योति वर्मा और साक्षी ने क्रमश: प्रथम और द्वितीय स्थान पाया।
200 मी. दौड़ में शिवजी सदन बाल वर्ग से रोहित प्रथम, किशोर वर्ग से राहुल प्रथम, संदीप द्वितीय, भगत सिंह बाल वर्ग से अरूण प्रथम, गौरव द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वंदना प्रथम, लीजा द्वितीय, किशोर वर्ग से बबीता प्रथम, गरिमा द्वितीय, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से श्वेता प्रथम, तजिन्द्र द्वितीय, नवजोत तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से अर्शप्रीत प्रथम, पायल द्वितीय रहे।
400 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से जयवीर प्रथम, राजेश द्वितीय, किशोर वर्ग से गुरप्रिंस प्रथम, कामिल द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से परविंद्र प्रथम, किशोर वर्ग से रोहित प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से चांदनी प्रथम, समीधा द्वितीय, किशोर वर्ग से रवीना प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू द्वितीय रहे।
600 मी. दौड़ में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से समन प्रथम, पारस द्वितीय, विपुल तृतीय, जबकि किशोर वर्ग से सचिन प्रथम, गुरलाल द्वितीय, भगत सिंह सदन से विषांक प्रथम, कल्पना चावला बाल वर्ग से खुशबू प्रथम, मनीषा द्वितीय, किशोर वर्ग से अनिता प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से गगनदीप प्रथम, किशोर वर्ग से संजू प्रथम रहे।
ऊंची कूद में शिवजी सदन बाल वर्ग से हरमोन, निर्मल प्रथम, हरीश द्वितीय, भगत सिंह सदन के किशोर वर्ग से सागर प्रथम, गौरव द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से सिमरन प्रथम, दिव्या द्वितीय, किशोर वर्ग से शालिनी प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बालवर्ग से अनु प्रथम, निकिता द्वितीय, प्रिया तृतीय, किशोर वर्ग से गीता प्रथम, रवीना द्वितीय रहे। लम्बी कूद में शिवाजी सदन के बाल वर्ग से पारस प्रथम, धीरज द्वितीय, किशोर वर्ग से पवन प्रथम, राकेश द्वितीय, भगत सिंह सदन के बाल वर्ग से गुरदेव प्रथम, पवन द्वितीय, किशोर वर्ग से हर्षदीप प्रथम, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से तमन्ना प्रथम, किशोर वर्ग से अर्शदीप और प्रिय क्रमश: प्रथम, द्वितीय रहे। रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से अपूर्वा प्रथम, विमल द्वितीय, गोला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से शुभम प्रथम, किशोर वर्ग से मनप्रीत प्रथम, गौतम द्वितीय, दीक्षित तृतीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से हेमंत प्रथम, अभिषेक द्वितीय, कल्पना चावला सदन के बाल वर्ग से वरिन्द्र प्रथम, किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, सिमरन द्वितीय रहे। जबकि रानी लक्ष्मीबाई बाल वर्ग से सुमीधा प्रथम, सुनीता द्वितीय, किशोर वर्ग से महक प्रथम रही।
भाला फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से सुनील प्रथम, किशोर वर्ग से जगमोहन प्रथम, सचित द्वितीय, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से प्रिंस प्रथम, जितेन्द्र द्वितीय, किशोर वर्ग से कुलदीप प्रथम, चक्का फेंक में शिवाजी सदन बाल वर्ग से प्रभजोत प्रथम, किशोर वर्ग से विश्वास प्रथम, भगत सिंह सदन बाल वर्ग से गुरमीत प्रथम, लक्ष्य द्वितीय, किशोर वर्ग से कुनाल प्रथम, गुरिंद्र द्वितीय, कल्पना चावला बाल वर्ग से अमन प्रथम, रूहानी द्वितीय, किशोर वर्ग से शिल्पा प्रथम, रानी लक्ष्मीबाई सदन के बाल वर्ग से शिखा प्रथम रही। जबकि कबड्डी में रानी लक्ष्मीबाई सदन के किशोर वर्ग से मोनिका प्रथम, उजला और कृति द्वितीय रही। खो-खो में किशोर वर्ग लक्ष्मीबाई सदन प्रथम, कल्पना चावला सदन द्वितीय रहे।
विजय कांसल बने निर्विरोध डायरेक्टर
औढ़ां। इनेलो नेता विजय कांसल औढां को दि कालांवाली को-ओपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी के निर्विरोध डायरेक्टर बनने पर इनेलो नेता सुखमंदर सिहाग, अवतार मल्हान, गिरधारी लाल बिस्सु, रुकमा सिहाग, सुखदेव पोटलिया, मंदर सिंह सरां, हंसराज सिहाग, ओमप्रकाश पोटलिया, जगतार सिंह रघुआना, हरदम सिंह लक्कड़ांवाली, सरपंच नरेन्द्र मल्हान, करनैल सिंह ओढां, गुरमेल सिंह सालमखेड़ा, दर्शन सिंह चौरमार, सतीश शर्मा व सतनाम कुंडर ने बधाई दी है।
समाजसेवी महिलाओं को सम्मानित कर मनाया सोनिया का जन्म दिन
डबवाली (लहू की लौ) कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्षा सोनिया गांधी का जन्मदिन युवा कांग्रेस ने हल्का डबवाली की महिला समाजसेवियों को सम्मानित करते हुए मनाया। यह कार्यक्रम लोकसभा सिरसा के युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित सिहाग के निर्देश पर विधानसभा हलका डबवाली के युवा उपप्रधान विजय सहारण के नेतृत्व में आयोजित किया गया। इस अवसर पर गोबिन्द संस्कार केन्द्र की संचालिका व समाजसेविका रतना, बिन्दया महन्त को शाल भेंट कर सम्मानित किया। समस्त युवा कांग्रेस सदस्यों ने इस अवसर पर इन समाजसेवियों को भविष्य में भी हरसंभव मदद देने का भरोसा भी दिलाया। इस अवसर पर ब्लॉक प्रधान पवन गर्ग, हलका डेलीगेट संजय मिढा व जगबीर प्रेमी, पूर्व युवा प्रधान रविन्द्र बिन्दू, हलका महासचिव विक्की बांसल, सुरेन्द्र सुथार बिज्जूवाली, जितेन्द्र तथा डा. के.वी. सिंह के निजी सचिव बजरंग लाल सहित अनेक युवा कांग्रेस कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
महिला का शव मिला
डबवाली। गोरीवाला पुलिस को राजपुरा माईनर की टेल के साथ बहने वाले रजवाहा से एक महिला की गली-सड़ी हालत में लाश मिली है। जिसे शिनाख्त के लिए डबवाली के सामान्य अस्पताल की मोरचरी में रखा गया है। गांव बिज्जूवाली का किसान काशी राम पुत्र बहादुर राम शुक्रवार दोपहर को लगभग एक बजे अपनी खेत में गया। उसने जैसे ही टयूब्बैल चलाया और उसकी निगाह रजवाहा की ओर गई तो वह देख कर दंग रह गया कि रजवाहा में महिला की गली-सड़ी हालत में एक लाश पड़ी है। इसकी सूचना उसने गोरीवाला पुलिस चौकी को दी और मौका पर एएसआई भूप सिंह ने पहुंच कर लाश को कब्जे में लेकर डबवाली के सामान्य अस्पताल के डैड हाऊस में ले आये। एएसआई भूप सिंह ने बताया कि मृतक महिला की शिनाख्त के लिए लाश को डैड हाऊस में रखा है। उनके अनुसार महिला के नीले-लाल रंग की धारीदार सलवार पहनी हुई है जबकि ऊपर का बदन नंगा, सिर से लेकर गर्दन तक चमड़ी नहीं है। दाहिने हाथ पर ओम खुदा हुआ, कलाई में रस्सी बंधी है। बायें हाथ की कोहनी तक चमड़ी नहीं है। लाश 8-10 दिन पुरानी, उम्र 43 वर्ष, कद 5 फुट के करीब है।
चलती ट्रेन में गुम हुई अनु पहुंच गई डबवाली
डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार को चलती ट्रेन से एक पांच साल की लड़की अपनी मां की गोद से गायब हो गई। मार्ग में आई नहर में लड़की के गिरने का संदेह पैदा हुआ तो परिजन उसे नहर में तालाशने लगे। जबकि लड़की गाड़ी से डबवाली पहुंच चुकी थी। जीआरपी चौकी के कर्मचारियों ने पांच साल की इस लड़की को टॉफी, चॉकलेट देकर दुलारा और पुचकारा। एक सामाजिक संस्था की मदद से चौबीस घंटे के बाद लड़की अपने अभिभावकों की गोद में आ गई।
राकेश कुमार (32) निवासी बवनीपुर जिला मैनपुरी उत्तर प्रदेश ने बताया कि वह अपनी पत्नी सरिता के साथ पिछले दो माह से अबोहर के सुभाष नगर में रह रहा है और बब्बू नागपाल की नरमा की फैक्ट्री में काम करता है। मंगलवार रात को वह अबोहर से गाड़ी में बठिंडा पहुंचे तो मार्ग में उसकी पांच वर्षीय बेटी अनु ने उल्टी आने की बात कही और इतना कहते ही अनु गाड़ी में भागती हुई, अचानक गायब हो गई। हालांकि उसी दौरान अनु की माता सरिता ने डिब्बे में लड़की की खोज भी की। लेकिन कहीं नहीं मिली। जैसे ही गाड़ी बठिंडा आकर रूकी, उन्होंने अपनी अबोध बालिका की तालाश में पहले रेलवे स्टेशन की लाईनों में तालाश किया। बाद में उन्हें संदेह हुआ कि शायद लड़की बठिंडा के नजदीक मार्ग में आने वाली नहर में न गिर गई हो। इसलिए सुबह से ही वे नहर पर उसकी तालाश कर रहे थे।
उनके अनुसार किसी व्यक्ति ने उन्हें राय दी कि वह इस संदर्भ में बठिंडा की सहारा संस्था से संपर्क करे। वे वहां गए और उसको अपना मोबाइल नं. देकर फिर नहर पर ही लड़की की तालाश में जुट गए। जीआरपी डबवाली के प्रभारी एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि कालका-जोधपुर 4887 रेलगाड़ी बुधवार सुबह 5.23 पर जैसे ही डबवाली पहुंची तो गाड़ी के गार्ड मल सिंह मीणा ने एक पांच साल की अबोध बालिका को यह कहते हुए उन्हें सौंप दिया कि यह लड़की अपने माता-पिता से बिछुड़ गई है। लड़की को एएसआई सुरेश कुमार ने टॉफी, चॉकलेट बगैरा देकर उसकी पहचान जानने का प्रयास किया। लेकिन वर्दी को देखकर सहमी लड़की कुछ भी नहीं बोली।
एएसआई सुरेश कुमार ने सारी घटना को भांपते हुए वर्दी उतारी और साधारण वेष में लड़की से फिर पूछताछ शुरू कर दी। इस दौरान लड़की को जो भी उसने खाने पीने के मांगा, उसे दिया गया। धीरे-धीरे लड़की खुलने लगी और बोली कि उसके पिता का नाम राकेश है और माता का नाम सरिता। उसने यह भी बताया कि वह सिरसा की रहने वाली है। उसका पिता रूईं का काम करता है, तथा बब्बू करियाणा वाले से अक्सर वह घर का सामान खरीदते हैं। इस पर जीआरपी ने सिरसा और बठिंडा दोनों ही नगरों में लड़की की तालाश के लिए जीआरपी से संपर्क किया। लेकिन सबकुछ व्यर्थ साबित हुआ। इसके बाद एएसआई सुरेश कुमार के अनुसार उन्होंने सहारा संस्था बठिंडा से संपर्क किया। तब वहां कुछ भी मालूम नहीं हुआ। लेकिन दोबारा फिर संपर्क करने पर उन्हें राकेश कुमार का मोबाइल नं. मिला। इसी मोबाइल नं. से राकेश से संपर्क करके उन्हें पता चला कि उसकी पांच साल की बेटी गुम हुई है। पुलिस ने यह जानने के लिए की राकेश झूठ तो नहीं बोलता, लड़की को यहीं जीआरपी में रख लिया और स्वयं अपने दो साथी हवलदार लक्ष्मण सिंह तथा ईश्वर सिंह के साथ बठिंडा बठिंडा से राकेश कुमार को जीआरपी डबवाली ले आए। लड़की अपने पिता को देखते ही चिल्ला उठी और उसके पास आ गई।
जीआरपी ने लिखित-पढ़त करके लड़की को उसके पिता राकेश को सौंप दिया। बेटी को सही सलामत पाकर राकेश कुमार गदगद हो उठा। एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि जब वह सिरसा जीआरपी में कार्यरत थे, उस समय दस दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद लड़की के माता-पिता को ढूंढकर उन्हें सौंपने में सफल रहे थे।
राकेश कुमार (32) निवासी बवनीपुर जिला मैनपुरी उत्तर प्रदेश ने बताया कि वह अपनी पत्नी सरिता के साथ पिछले दो माह से अबोहर के सुभाष नगर में रह रहा है और बब्बू नागपाल की नरमा की फैक्ट्री में काम करता है। मंगलवार रात को वह अबोहर से गाड़ी में बठिंडा पहुंचे तो मार्ग में उसकी पांच वर्षीय बेटी अनु ने उल्टी आने की बात कही और इतना कहते ही अनु गाड़ी में भागती हुई, अचानक गायब हो गई। हालांकि उसी दौरान अनु की माता सरिता ने डिब्बे में लड़की की खोज भी की। लेकिन कहीं नहीं मिली। जैसे ही गाड़ी बठिंडा आकर रूकी, उन्होंने अपनी अबोध बालिका की तालाश में पहले रेलवे स्टेशन की लाईनों में तालाश किया। बाद में उन्हें संदेह हुआ कि शायद लड़की बठिंडा के नजदीक मार्ग में आने वाली नहर में न गिर गई हो। इसलिए सुबह से ही वे नहर पर उसकी तालाश कर रहे थे।
उनके अनुसार किसी व्यक्ति ने उन्हें राय दी कि वह इस संदर्भ में बठिंडा की सहारा संस्था से संपर्क करे। वे वहां गए और उसको अपना मोबाइल नं. देकर फिर नहर पर ही लड़की की तालाश में जुट गए। जीआरपी डबवाली के प्रभारी एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि कालका-जोधपुर 4887 रेलगाड़ी बुधवार सुबह 5.23 पर जैसे ही डबवाली पहुंची तो गाड़ी के गार्ड मल सिंह मीणा ने एक पांच साल की अबोध बालिका को यह कहते हुए उन्हें सौंप दिया कि यह लड़की अपने माता-पिता से बिछुड़ गई है। लड़की को एएसआई सुरेश कुमार ने टॉफी, चॉकलेट बगैरा देकर उसकी पहचान जानने का प्रयास किया। लेकिन वर्दी को देखकर सहमी लड़की कुछ भी नहीं बोली।
एएसआई सुरेश कुमार ने सारी घटना को भांपते हुए वर्दी उतारी और साधारण वेष में लड़की से फिर पूछताछ शुरू कर दी। इस दौरान लड़की को जो भी उसने खाने पीने के मांगा, उसे दिया गया। धीरे-धीरे लड़की खुलने लगी और बोली कि उसके पिता का नाम राकेश है और माता का नाम सरिता। उसने यह भी बताया कि वह सिरसा की रहने वाली है। उसका पिता रूईं का काम करता है, तथा बब्बू करियाणा वाले से अक्सर वह घर का सामान खरीदते हैं। इस पर जीआरपी ने सिरसा और बठिंडा दोनों ही नगरों में लड़की की तालाश के लिए जीआरपी से संपर्क किया। लेकिन सबकुछ व्यर्थ साबित हुआ। इसके बाद एएसआई सुरेश कुमार के अनुसार उन्होंने सहारा संस्था बठिंडा से संपर्क किया। तब वहां कुछ भी मालूम नहीं हुआ। लेकिन दोबारा फिर संपर्क करने पर उन्हें राकेश कुमार का मोबाइल नं. मिला। इसी मोबाइल नं. से राकेश से संपर्क करके उन्हें पता चला कि उसकी पांच साल की बेटी गुम हुई है। पुलिस ने यह जानने के लिए की राकेश झूठ तो नहीं बोलता, लड़की को यहीं जीआरपी में रख लिया और स्वयं अपने दो साथी हवलदार लक्ष्मण सिंह तथा ईश्वर सिंह के साथ बठिंडा बठिंडा से राकेश कुमार को जीआरपी डबवाली ले आए। लड़की अपने पिता को देखते ही चिल्ला उठी और उसके पास आ गई।
जीआरपी ने लिखित-पढ़त करके लड़की को उसके पिता राकेश को सौंप दिया। बेटी को सही सलामत पाकर राकेश कुमार गदगद हो उठा। एएसआई सुरेश कुमार ने बताया कि जब वह सिरसा जीआरपी में कार्यरत थे, उस समय दस दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद लड़की के माता-पिता को ढूंढकर उन्हें सौंपने में सफल रहे थे।
धारावाहिक रामायण की सुमित्रा का देहांत
डबवाली (लहू की लौ) भारतीय सिनेमा के रूपहले पर्दे पर अपनी प्रतिभा के बल पर धूम मचाने वाली डबवाली की बहू रजनी शर्मा का मुम्बई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने करीब पांच सौ गुजराती, पचास हिन्दी और पचास पंजाबी फिल्मों में अभिनय किया।
रजनी शर्मा का जन्म पंजाब के अमृतसर में 7 नवंबर 1953 को हुआ था। बचपन से ही उन्हें स्टेज पर अपनी प्रतिभा दिखाने का शौक था। इसी शौक ने उन्हें स्टेज का एक बेहतरीन आर्टिस्ट बना दिया। अपनी कला को हिन्दोंस्तानियों के जेहन में उतारने के लिए वे मुम्बई चली गई। इस दौरान उनकी मुलाकात डबवाली से मुम्बई पढऩे के लिए गए मोहन शर्मा से हुई। दोनों ने एक-दूजे को अपना जीवन साथी बनाने की ठान ली। दोनों के परिजन मान गए और रजनी डबवाली की बहू बन गई।
कलाकार रजनी शर्मा ने अपनी जिन्दगी में कभी भी कला से समझौता नहीं किया। बेशक रजनी डबवाली के मोहन शर्मा के साथ ब्याही गई। लेकिन विवाह से पूर्व उन्होंने मोहन के सामने भी शर्त रख दी थी। रजनी ने मोहन से साफ कह दिया था कि वह शादी तभी करेगी, जब उसे बिना किसी रूकावट के रूपहले पर्दे पर काम करने दिया जाएगा। रजनी की इस बात से मोहन खासे प्रभावित हुए। रजनी की इच्छा को ध्यान में रखते हुए वे मुम्बई में सेटल हो गए।
कलाकार रजनी शर्मा गुजराती फिल्मों की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री रही। करीब 500 फिल्मों में अभिनय किया। शानदार अभिनय के कारण उन्हें दो बार गुजरात स्टेट अवार्ड से भी नवाजा गया। उनकी पहली हिन्दी फिल्म जय संतोषी मां रही। बाद में उन्होंने साहिब, प्यार के काबिल, शीतला माता, रोटी की कीमत, काला धंधा गोरे लोग के साथ-साथ धारावाहिक रामायण, विक्रम वेताल, दादा दादी की कहानियां, मेरे अपने, तीन बुहरानियां, कलश, किस्सा शांति का में अभिनय किया। रामानंद सागर रचित श्री रामायण में उन्होंने लक्ष्मण की माता सुमित्रा की भूमिका की, जिसे लोगों ने काफी सराहा। गौरतलब है कि रजनी शर्मा को इस मुकाम तक पहुंचाने का श्रेय उनके पति मोहन शर्मा को जाता है।
रजनी शर्मा का गत दिवस मुम्बई के कोकीला बहन धीरूबाई अंबानी हॉस्पीटल में देहांत हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चली आ रही थीं। उनके निमित्त मुम्बई में रखी गई शोक सभा में डबवाली से प्रसिद्ध कलाकार रमेश मिढ़ा, मोहन शर्मा के भाई कर्मचंद शर्मा, जगदीश शर्मा, विजय शर्मा ने भाग लिया और रजनी शर्मा को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
रजनी शर्मा का जन्म पंजाब के अमृतसर में 7 नवंबर 1953 को हुआ था। बचपन से ही उन्हें स्टेज पर अपनी प्रतिभा दिखाने का शौक था। इसी शौक ने उन्हें स्टेज का एक बेहतरीन आर्टिस्ट बना दिया। अपनी कला को हिन्दोंस्तानियों के जेहन में उतारने के लिए वे मुम्बई चली गई। इस दौरान उनकी मुलाकात डबवाली से मुम्बई पढऩे के लिए गए मोहन शर्मा से हुई। दोनों ने एक-दूजे को अपना जीवन साथी बनाने की ठान ली। दोनों के परिजन मान गए और रजनी डबवाली की बहू बन गई।
कलाकार रजनी शर्मा ने अपनी जिन्दगी में कभी भी कला से समझौता नहीं किया। बेशक रजनी डबवाली के मोहन शर्मा के साथ ब्याही गई। लेकिन विवाह से पूर्व उन्होंने मोहन के सामने भी शर्त रख दी थी। रजनी ने मोहन से साफ कह दिया था कि वह शादी तभी करेगी, जब उसे बिना किसी रूकावट के रूपहले पर्दे पर काम करने दिया जाएगा। रजनी की इस बात से मोहन खासे प्रभावित हुए। रजनी की इच्छा को ध्यान में रखते हुए वे मुम्बई में सेटल हो गए।
कलाकार रजनी शर्मा गुजराती फिल्मों की सुप्रसिद्ध अभिनेत्री रही। करीब 500 फिल्मों में अभिनय किया। शानदार अभिनय के कारण उन्हें दो बार गुजरात स्टेट अवार्ड से भी नवाजा गया। उनकी पहली हिन्दी फिल्म जय संतोषी मां रही। बाद में उन्होंने साहिब, प्यार के काबिल, शीतला माता, रोटी की कीमत, काला धंधा गोरे लोग के साथ-साथ धारावाहिक रामायण, विक्रम वेताल, दादा दादी की कहानियां, मेरे अपने, तीन बुहरानियां, कलश, किस्सा शांति का में अभिनय किया। रामानंद सागर रचित श्री रामायण में उन्होंने लक्ष्मण की माता सुमित्रा की भूमिका की, जिसे लोगों ने काफी सराहा। गौरतलब है कि रजनी शर्मा को इस मुकाम तक पहुंचाने का श्रेय उनके पति मोहन शर्मा को जाता है।
रजनी शर्मा का गत दिवस मुम्बई के कोकीला बहन धीरूबाई अंबानी हॉस्पीटल में देहांत हो गया। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चली आ रही थीं। उनके निमित्त मुम्बई में रखी गई शोक सभा में डबवाली से प्रसिद्ध कलाकार रमेश मिढ़ा, मोहन शर्मा के भाई कर्मचंद शर्मा, जगदीश शर्मा, विजय शर्मा ने भाग लिया और रजनी शर्मा को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
सुखबीर बादल को दिखाए काले झण्डे
डबवाली (लहू की लौ) पिछले चार दिनों मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के लम्बी हल्के में अपनी मांगों के समर्थन में आमरण अनशन पर चल रहे जल सप्लाई एवं सैनीटेशन मस्ट्रोल इम्पलाईज यूनियन पंजाब के कर्मचारियों ने राज्य सरकार को धमकी दी है कि अगर 12 दिसम्बर तक उनकी मांगों की ओर ध्यान न दिया तो वह 13 दिसम्बर को मुख्यमंत्री के पैतृक गांव बादल की ओर कूच करके बादल का पुतला फूंकेंगे।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने बताया कि यूनियन द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में शुरू किया गया आमरण अनशन वीरवार को चौथे दिन में शामिल हो गया है। यूनियन के बेलदारबिन्दर सिंह भीम फरीदकोट, माली कम चौकीदार लखविन्द्र सिंह धालीवाल अमृतसर पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर चल रहे हैं और इस दौरान दोनों की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
सरकार के इस रवैये से दु:खी होकर कर्मचारियों ने अपनी घोषणा अनुसार जल सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग के मंत्री सुखबीर सिंह बादल को आज लम्बी से बादल जाते समय काली झंडिय़ां दिखा कर अपना रोष प्रदर्शन किया और उसके खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। इस मौके पर यूनियन प्रधान के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी हिमाचल पैटर्न पर पक्के करने की मांग स्वीकार नहीं की जाती तो यूनियन कार्यकर्ता 13 दिसम्बर को बादल की ओर कूच करेंगे। बादल पहुंच मुख्यमंत्री के खिलाफ पुतला फूंक प्रदर्शन करेंगे। भले ही पंजाब पुलिस उन पर लाठियां और गोलियां क्यों न बरसाये। इसके बाद सैंकड़ों कर्मचारियों ने लम्बी में रोष काले झंडों से रोष मार्च भी निकाला।
इस मौके पर शिवइन्द्र कुमार अमृतसर, शसपाल सिंह लल्ला, मोती लाल नाभा, चरणजीत संह मोगा, जगसीर बठिंडा, चरणजीत सिंह मोगा, गुरजन्ट सिंह जीरा, भजन सिंह मरखाली, हरदीप बावा मोगा, कुलवन्त सिंह बठिंडा, मुकेश कुमार पटियाला, मलकीत सिंह, लाल चन्द नाभा, दलजीत सिंह, गुरदेव सिंह, राजबीर सिंह, चन्द सिंह मलेरकोटला, आरपी वर्मा, रूप सिंह, प्रीतम सिंह, फकीर सिंह, शिंगारा सिंह, रणधीर सिंह, गुरदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष सुखनन्दन सिंह मैहनिया ने बताया कि यूनियन द्वारा अपनी मांगों के समर्थन में शुरू किया गया आमरण अनशन वीरवार को चौथे दिन में शामिल हो गया है। यूनियन के बेलदारबिन्दर सिंह भीम फरीदकोट, माली कम चौकीदार लखविन्द्र सिंह धालीवाल अमृतसर पिछले चार दिनों से आमरण अनशन पर चल रहे हैं और इस दौरान दोनों की हालत दिनों-दिन खराब होती जा रही है। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंगी।
सरकार के इस रवैये से दु:खी होकर कर्मचारियों ने अपनी घोषणा अनुसार जल सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग के मंत्री सुखबीर सिंह बादल को आज लम्बी से बादल जाते समय काली झंडिय़ां दिखा कर अपना रोष प्रदर्शन किया और उसके खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की। इस मौके पर यूनियन प्रधान के नेतृत्व में कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी हिमाचल पैटर्न पर पक्के करने की मांग स्वीकार नहीं की जाती तो यूनियन कार्यकर्ता 13 दिसम्बर को बादल की ओर कूच करेंगे। बादल पहुंच मुख्यमंत्री के खिलाफ पुतला फूंक प्रदर्शन करेंगे। भले ही पंजाब पुलिस उन पर लाठियां और गोलियां क्यों न बरसाये। इसके बाद सैंकड़ों कर्मचारियों ने लम्बी में रोष काले झंडों से रोष मार्च भी निकाला।
इस मौके पर शिवइन्द्र कुमार अमृतसर, शसपाल सिंह लल्ला, मोती लाल नाभा, चरणजीत संह मोगा, जगसीर बठिंडा, चरणजीत सिंह मोगा, गुरजन्ट सिंह जीरा, भजन सिंह मरखाली, हरदीप बावा मोगा, कुलवन्त सिंह बठिंडा, मुकेश कुमार पटियाला, मलकीत सिंह, लाल चन्द नाभा, दलजीत सिंह, गुरदेव सिंह, राजबीर सिंह, चन्द सिंह मलेरकोटला, आरपी वर्मा, रूप सिंह, प्रीतम सिंह, फकीर सिंह, शिंगारा सिंह, रणधीर सिंह, गुरदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
09 दिसंबर 2010
भेदभाव की राजनीति पर लगा विराम
चंडीगढ़। सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि राजनैतिक द्वेष के चलते प्रदेश के जिस हिस्से को अतीत की सरकारों ने पिछड़ा रखा, मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली वर्तमान प्रदेश सरकार उन क्षेत्रों को विकास के पथ पर अग्रणी कर भेदभाव की राजनीति पर विराम लगा दिया है।
दीपेंद्र हुड्डा ने आज झज्जर के बादली हलके के गांव पेलपा, निमाणा, सौंधी, नंगला व कुतानी सहित अनेक गांवों में पहुंचकर 17 दिसंबर को बादली में होने वाली रैली का न्यौता दिया।
सांसद ने कहा बादली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के बड़ेे हिस्से को हरियाणा निर्माण के करीब 40 वर्षों तक जानबूझ कर पिछड़ा रखा गया। पिछले पांच वर्षों में वर्तमान सरकार की दूरदर्शी सोच का नतीजा है कि दशकों से पिछड़े रहे क्षेत्र विकास पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के साथ सटे हरियाणा के विकास के लिए पिछले पांच वर्षों में जिन योजनाओं का धरातल स्तर पर कार्य शुरू हुआ अब उसके परिणाम दिखाई देने लगे हैं। बादली के विकास का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा कि देश का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान एम्स-2 बादली में स्थापित होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई एक बड़ी परियोजना दस्तक देती है तो साथ ही अनेक सहायक विकास योजनाएं स्वयं ही साथ आती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के साथ सटा बादली का स्वरूप तेजी से स्वर्णिम हो रहा है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बादली के विकास की अनेक परियोजनाओं के साथ 17 दिसंबर को बादली के विकास को गति देने वाली रैली होगी। इस रैली में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बीच गांव-गांव से मिलने वाली जरूरतों के आधार पर समस्त क्षेत्र की मुख्य मांगें मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाएगा। उन्होंने कहा कि बादली की प्रगति की प्रतीक यह रैली इलाके के विकास के उत्सव जैसी होगी, इस लिहाज से जरूरी है कि रैली में हर गांव बड़ी संख्या में महिला-पुरुष हलके की रैली में पहुंचेगे।
सांसद ने कहा कि पिछले साढ़े पांच बरस के अरसे में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में प्रदेश में जो फैसले लिए गए उनका लाभ प्रदेश के हर आम आदमी को मिला है। उन्होंने कहा वायदों से परे एक ही कलम से 1600 करोड़ रुपए के बिजली के बिल माफ करने का फैसला सरकार ने लिया तो उस राहत का लाभ प्रदेश के हर इलाके के किसान को मिला। उन्होंने कहा एक बाद एक करके जनहित की योजनाएं धरातल स्तर पर लागू कर प्रदेश को अग्रणी करने का कार्य वर्तमान सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि इसी का नतीजा है कि चालीस बरस के अरसे में पहली बार प्रदेश की जनता ने हरियाणा की राजनैतिक परंपराओं को तोड़ते हुए लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व को समर्थन देते हुए कांग्रेस की सरकार बनाई।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक निर्माण के कार्य समाज के सांझे कार्य होते हैं। उन्होंने कहा कि सड़क, गलियों अथवा अन्य सार्वजनिक निर्माण कार्य के दौरान संबंधित क्षेत्र के लोग निर्माण कार्य में प्रयुक्त की जाने वाली निर्माण संबंधी सामग्री की निगरानी में स्वयं भी रूचि लें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से भी आह्वान किया कि निर्माण कार्यों के दौरान गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता न करें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक निर्माण किसी भी समाज और राष्ट्र की सांझी धरोहर है ऐसे में निर्माण कार्य हर हाल में ईमानदारी से पूरे कराए जाएं।
बादली विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेश शर्मा ने कहा कि 17 दिसंबर की रैली में मुख्यमंत्री बादली की जनता के बीच पहुंचकर बादली के विकास को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि बादली क्षेत्र को गुडग़ांव-फरीदाबाद की तर्ज पर विकसित करने के लिए जो खाका मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने खींचा तो उस पर तेजी से काम जारी है।
दीपेंद्र हुड्डा ने आज झज्जर के बादली हलके के गांव पेलपा, निमाणा, सौंधी, नंगला व कुतानी सहित अनेक गांवों में पहुंचकर 17 दिसंबर को बादली में होने वाली रैली का न्यौता दिया।
सांसद ने कहा बादली सहित राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के बड़ेे हिस्से को हरियाणा निर्माण के करीब 40 वर्षों तक जानबूझ कर पिछड़ा रखा गया। पिछले पांच वर्षों में वर्तमान सरकार की दूरदर्शी सोच का नतीजा है कि दशकों से पिछड़े रहे क्षेत्र विकास पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के साथ सटे हरियाणा के विकास के लिए पिछले पांच वर्षों में जिन योजनाओं का धरातल स्तर पर कार्य शुरू हुआ अब उसके परिणाम दिखाई देने लगे हैं। बादली के विकास का जिक्र करते हुए सांसद ने कहा कि देश का सबसे बड़ा चिकित्सा संस्थान एम्स-2 बादली में स्थापित होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई एक बड़ी परियोजना दस्तक देती है तो साथ ही अनेक सहायक विकास योजनाएं स्वयं ही साथ आती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के साथ सटा बादली का स्वरूप तेजी से स्वर्णिम हो रहा है।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि बादली के विकास की अनेक परियोजनाओं के साथ 17 दिसंबर को बादली के विकास को गति देने वाली रैली होगी। इस रैली में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बीच गांव-गांव से मिलने वाली जरूरतों के आधार पर समस्त क्षेत्र की मुख्य मांगें मुख्यमंत्री के समक्ष रखी जाएगा। उन्होंने कहा कि बादली की प्रगति की प्रतीक यह रैली इलाके के विकास के उत्सव जैसी होगी, इस लिहाज से जरूरी है कि रैली में हर गांव बड़ी संख्या में महिला-पुरुष हलके की रैली में पहुंचेगे।
सांसद ने कहा कि पिछले साढ़े पांच बरस के अरसे में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में प्रदेश में जो फैसले लिए गए उनका लाभ प्रदेश के हर आम आदमी को मिला है। उन्होंने कहा वायदों से परे एक ही कलम से 1600 करोड़ रुपए के बिजली के बिल माफ करने का फैसला सरकार ने लिया तो उस राहत का लाभ प्रदेश के हर इलाके के किसान को मिला। उन्होंने कहा एक बाद एक करके जनहित की योजनाएं धरातल स्तर पर लागू कर प्रदेश को अग्रणी करने का कार्य वर्तमान सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि इसी का नतीजा है कि चालीस बरस के अरसे में पहली बार प्रदेश की जनता ने हरियाणा की राजनैतिक परंपराओं को तोड़ते हुए लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व को समर्थन देते हुए कांग्रेस की सरकार बनाई।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा है कि सार्वजनिक निर्माण के कार्य समाज के सांझे कार्य होते हैं। उन्होंने कहा कि सड़क, गलियों अथवा अन्य सार्वजनिक निर्माण कार्य के दौरान संबंधित क्षेत्र के लोग निर्माण कार्य में प्रयुक्त की जाने वाली निर्माण संबंधी सामग्री की निगरानी में स्वयं भी रूचि लें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से भी आह्वान किया कि निर्माण कार्यों के दौरान गुणवत्ता में किसी तरह का समझौता न करें। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक निर्माण किसी भी समाज और राष्ट्र की सांझी धरोहर है ऐसे में निर्माण कार्य हर हाल में ईमानदारी से पूरे कराए जाएं।
बादली विधानसभा क्षेत्र के विधायक नरेश शर्मा ने कहा कि 17 दिसंबर की रैली में मुख्यमंत्री बादली की जनता के बीच पहुंचकर बादली के विकास को और अधिक मजबूती प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि बादली क्षेत्र को गुडग़ांव-फरीदाबाद की तर्ज पर विकसित करने के लिए जो खाका मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा और सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने खींचा तो उस पर तेजी से काम जारी है।
हरियाणा में बनेगा हरियाणा मिट्टी कला बोर्ड
चण्डीगढ। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में मिट्टïी के बर्तन व सजावटी कलाकृत्तियां बनाने की परम्परागत हस्तकला को बढ़ावा देने के लिए 'हरियाणा मिट्टïी कला बोर्डÓ का गठन किया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि बोर्ड एक स्वायत निकाय होगी और इसकी कार्यावधि प्रथत दृष्टïांत में दो वर्ष के लिए होगी, जिसे सरकार द्वारा समय समय पर बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड की एक स्थाई सील होगी। उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक उद्देश्य से मिट्टïी के बर्तन बनाने वाले और कुंभकारी करने वाले कलाकारों सहित और कलाकारों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाएगा। देश के प्रतिष्ठिïत कलाकारों को लगाकर मिट्टïी के बर्तन, कुंभकारी और कलाकृत्तियों के निर्माण में कौशल विकास सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।
श्री हुड्डïा ने कहा कि बोर्ड इन वस्तुओं को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान भी आयोजित करेगा। बोर्ड विपणन तंत्र के लिए आरम्भिक उपाय करेगा और बिक्री आऊॅटलेट के प्रावधान के माध्यम से निर्मित वस्तुओं की बिक्री को बढ़ावा देगा और नई रेंज के उत्पादों के विकास में पहल करेगा। बोर्ड कलाकारों द्वारा निर्मित और विकसित उत्पादों की प्रदर्शनियां भी आयोजित करेगा और उत्कृष्टï कलाकारों के लिए पुरस्कार का गठन करके प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया जाएगा।
श्री हुड्डïा ने कहा कि बोर्ड में पांच सदस्य होंगे, जिसमें एक अध्यक्ष, सदस्य सचिव सहित दो सरकारी सदस्य और सरकार द्वारा समय-समय पर नियुक्त दो गैर-सरकारी सदस्य शामिल होंगे। हरियाणा खादी एवं ग्राम उद्योग बोर्ड का मुख्य क ार्यकारी अधिकारी बोर्ड का पदेन सदस्य सचिव होगा। बोर्ड के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति और कार्यकाल की नियम एवं शर्तें सरकार द्वारा निर्धारित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बोर्ड राज्य सरकार की स्वीकृति से इसके प्रशासन के लिए नियम और विनियम बनाएगा। यह वर्ष में कम से कम एक बार या बोर्ड द्वारा निर्धारित कम से कम अन्तराल पर बैठक करेगा। बोर्ड की प्रत्येक बैठक की प्रोसिडिंगस की एक प्रति राज्य सरकार को भेजी जाएगी।
श्री हुड्डïा ने कहा कि बोर्ड सरकार की पूर्व स्वीकृति से प्रशासनिक, तकनीकी,लिपिकीय और अन्य पद सजृत करेगा और समय समय पर जारी नियमों और निर्देशों के अनुसार नियुक्तियां करेगा। बोर्ड के खर्च राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध किए जाने वाले सहायता अनुदान में से किए जाएंगे।
यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने कुरूक्षेत्र में हाल ही में आयोजित एक समारोह में मिट्टïी के बर्तनों के जीर्णोद्घार और बढ़ावा देने के लिए 'हरियाणा मिट्टïी कला बोर्डÓ का गठन करने की घोषणा की थी।
हिसार में 12 दिसम्बर को आयोजित किए जाने वाले राज्य स्तरीय बीसी-ए समारोह के संयोजक कांगे्रस विधायक श्री राम निवास घोडेला ने इस बोर्ड के गठन का स्वागत किया है। उन्होंने समाज के पिछड़े और कमजोर वर्गों के सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए यह पहल करने हेतू इस समुदाय की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डïा ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि बोर्ड एक स्वायत निकाय होगी और इसकी कार्यावधि प्रथत दृष्टïांत में दो वर्ष के लिए होगी, जिसे सरकार द्वारा समय समय पर बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बोर्ड की एक स्थाई सील होगी। उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक उद्देश्य से मिट्टïी के बर्तन बनाने वाले और कुंभकारी करने वाले कलाकारों सहित और कलाकारों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दिया जाएगा। देश के प्रतिष्ठिïत कलाकारों को लगाकर मिट्टïी के बर्तन, कुंभकारी और कलाकृत्तियों के निर्माण में कौशल विकास सुविधाएं स्थापित की जाएंगी।
श्री हुड्डïा ने कहा कि बोर्ड इन वस्तुओं को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए जागरूकता अभियान भी आयोजित करेगा। बोर्ड विपणन तंत्र के लिए आरम्भिक उपाय करेगा और बिक्री आऊॅटलेट के प्रावधान के माध्यम से निर्मित वस्तुओं की बिक्री को बढ़ावा देगा और नई रेंज के उत्पादों के विकास में पहल करेगा। बोर्ड कलाकारों द्वारा निर्मित और विकसित उत्पादों की प्रदर्शनियां भी आयोजित करेगा और उत्कृष्टï कलाकारों के लिए पुरस्कार का गठन करके प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा दिया जाएगा।
श्री हुड्डïा ने कहा कि बोर्ड में पांच सदस्य होंगे, जिसमें एक अध्यक्ष, सदस्य सचिव सहित दो सरकारी सदस्य और सरकार द्वारा समय-समय पर नियुक्त दो गैर-सरकारी सदस्य शामिल होंगे। हरियाणा खादी एवं ग्राम उद्योग बोर्ड का मुख्य क ार्यकारी अधिकारी बोर्ड का पदेन सदस्य सचिव होगा। बोर्ड के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति और कार्यकाल की नियम एवं शर्तें सरकार द्वारा निर्धारित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बोर्ड राज्य सरकार की स्वीकृति से इसके प्रशासन के लिए नियम और विनियम बनाएगा। यह वर्ष में कम से कम एक बार या बोर्ड द्वारा निर्धारित कम से कम अन्तराल पर बैठक करेगा। बोर्ड की प्रत्येक बैठक की प्रोसिडिंगस की एक प्रति राज्य सरकार को भेजी जाएगी।
श्री हुड्डïा ने कहा कि बोर्ड सरकार की पूर्व स्वीकृति से प्रशासनिक, तकनीकी,लिपिकीय और अन्य पद सजृत करेगा और समय समय पर जारी नियमों और निर्देशों के अनुसार नियुक्तियां करेगा। बोर्ड के खर्च राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध किए जाने वाले सहायता अनुदान में से किए जाएंगे।
यहां यह उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने कुरूक्षेत्र में हाल ही में आयोजित एक समारोह में मिट्टïी के बर्तनों के जीर्णोद्घार और बढ़ावा देने के लिए 'हरियाणा मिट्टïी कला बोर्डÓ का गठन करने की घोषणा की थी।
हिसार में 12 दिसम्बर को आयोजित किए जाने वाले राज्य स्तरीय बीसी-ए समारोह के संयोजक कांगे्रस विधायक श्री राम निवास घोडेला ने इस बोर्ड के गठन का स्वागत किया है। उन्होंने समाज के पिछड़े और कमजोर वर्गों के सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए यह पहल करने हेतू इस समुदाय की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
ऑर्केस्ट्रा की आड़ में चल रहे वेश्यावृत्ति के अड्डे का भंडाफोड़
सिरसा। शहर सिरसा पुलिस ने न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी में स्थित एक मकान पर छापामार कर आरके्रस्टा पार्टी की आड़ में चलाए जा रहे वेश्यावृति के ठिकाने का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मौके से दो युवतियों सहित पांच लोगों को काबू किया है।
जानकारी देते हुए शहर थानाप्रभारी निरीक्षक कृष्णा यादव ने बताया कि वह देर रात्रि को गश्त के दौरान बरनाला रोड़ के हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान किसी मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि नई हाउसिंग बोर्ड स्थित एक मकान में वेश्यावृति का धंधा हो रहा है। इस सूचना के आधार पर उन्होने पुलिस पार्टी के साथ मौके पर दबिश दी। पुलिस ने मौके से युवती रिंकी व सुमन को दो युवकों गोबिंद व बलजिंद के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पाया। इसके अलावा पुलिस ने वेश्यावृति का अड्डा चलाने वाले काशीनाथ पुत्र आशुतोष निवासी जलधा, पश्चिमी बगाल को भी काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में रिंकी, वेश्यावृति के अड्डा संचालक काशीनाथ की पत्नी है। जबकि सुमन पत्नी विजय दिल्ली की रहने वाली है। इसके अलावा पकड़े गए दो युवकों बलजिंद्र पुत्र चरणङ्क्षसह निवासी खैरपुर तथा गोबिंद पुत्र टेकचंद निवासी कोटली को काबू किया है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पुछताछ में स्वीकारा की कि वे सिरसा में पिछले काफी समय से आरके्रस्टा की आड़ में अनैतिक धंधा चला रहे थे।
जानकारी देते हुए शहर थानाप्रभारी निरीक्षक कृष्णा यादव ने बताया कि वह देर रात्रि को गश्त के दौरान बरनाला रोड़ के हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान किसी मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि नई हाउसिंग बोर्ड स्थित एक मकान में वेश्यावृति का धंधा हो रहा है। इस सूचना के आधार पर उन्होने पुलिस पार्टी के साथ मौके पर दबिश दी। पुलिस ने मौके से युवती रिंकी व सुमन को दो युवकों गोबिंद व बलजिंद के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पाया। इसके अलावा पुलिस ने वेश्यावृति का अड्डा चलाने वाले काशीनाथ पुत्र आशुतोष निवासी जलधा, पश्चिमी बगाल को भी काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपियों में रिंकी, वेश्यावृति के अड्डा संचालक काशीनाथ की पत्नी है। जबकि सुमन पत्नी विजय दिल्ली की रहने वाली है। इसके अलावा पकड़े गए दो युवकों बलजिंद्र पुत्र चरणङ्क्षसह निवासी खैरपुर तथा गोबिंद पुत्र टेकचंद निवासी कोटली को काबू किया है। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पुछताछ में स्वीकारा की कि वे सिरसा में पिछले काफी समय से आरके्रस्टा की आड़ में अनैतिक धंधा चला रहे थे।
08 दिसंबर 2010
सिरसा में सिंचाई विस्तारीकरण परियोजनाओं पर 160 करोड़ रुपए खर्च
सिरसा। सिरसा जिला में सिंचाई सुविधा के विस्तारीकरण पर गत पांच वर्ष के कार्यकाल में 23 परियोजनाओं पर 160 करोड़ रुपए से भी अधिक की राशि खर्च की गई है। यह जानकारी उपायुक्त सी.जी रजिनीकांथन ने बताया कि ओटू झील की क्षमता बढ़ाने पर 69 करोड़ रुपए की राशि खर्च की गई है। इसके साथ-साथ कुस्सर माईनर के विस्तार पर 1 करोड़ 92 लाख 72 हजार रुपए, सदैवा डिस्ट्रीब्यूटरी के साथ समानान्तर चैनल के निर्माण पर 12 करोड़ 20 लाख 25 हजार रुपए की राशि खर्च की गई है।
उन्होंने बताया कि बागसर माईनर के निर्माण पर 109 लाख 63 हजार रुपए, कसाबा माईनर के निर्माण पर 86 लाख 65 हजार रुपए, राजस्थान फीडर से निकलने वाली निमला लिंग चैनल पर 63 लाख 41 हजार रुपए, मंगला डायरैक्ट माइनर के विस्तार पर 13 करोड़ 47 लाख 34 हजार रुपए, रबी सीजन के लिए पक्की दक्षिणी घग्घर कैनाल और खरीफ सीजन के लिए समानान्तर कच्चे चैनल के निर्माण पर 9 करोड़ 66 हजार रुपए की राशि खर्च की गई है।
श्री कांथन ने बताया कि पोहड़का माईनर व पोहड़का सब-माईनर के निर्माण पर 2 करोड़ 9 लाख 72 हजार रुपए खर्च किए गए है। इसी तरह से घग्घर बरुवाली लिंक चैनल के निर्माण पर 6 करोड़ 15 लाख रुपए खर्च किए गए है। उन्होंने बताया कि कालुआना लिंक चैनल की रीमाडलिंग तथा चौटाला डिस्ट्रीब्यूटरी की क्षमता बढ़ाने पर भी 1 करोड़ 65 लाख रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। इसी प्रकार से नई कुम्थल माइनर के निर्माण पर 70 लाख 82 हजार रुपए, कंवरपुरा माइनर के निर्माण पर 51 लाख 29 हजार रुपए, कुटियाना डिस्ट्रीब्यूटरी की क्षमता बढ़ाने पर 138 लाख 93 लाख हजार रुपए खर्च किए गए है। उन्होंने बताया कि हिसार घग्घर ड्रेन तथा रंगोई खरीफ चैनल की खुदाई पर 457 लाख 69 हजार और खालों के रखरखाव और मरम्मत पर 29 लाख 98 हजार 23 हजार पर खर्च किए गए है।
उन्होंने बताया कि बागसर माईनर के निर्माण पर 109 लाख 63 हजार रुपए, कसाबा माईनर के निर्माण पर 86 लाख 65 हजार रुपए, राजस्थान फीडर से निकलने वाली निमला लिंग चैनल पर 63 लाख 41 हजार रुपए, मंगला डायरैक्ट माइनर के विस्तार पर 13 करोड़ 47 लाख 34 हजार रुपए, रबी सीजन के लिए पक्की दक्षिणी घग्घर कैनाल और खरीफ सीजन के लिए समानान्तर कच्चे चैनल के निर्माण पर 9 करोड़ 66 हजार रुपए की राशि खर्च की गई है।
श्री कांथन ने बताया कि पोहड़का माईनर व पोहड़का सब-माईनर के निर्माण पर 2 करोड़ 9 लाख 72 हजार रुपए खर्च किए गए है। इसी तरह से घग्घर बरुवाली लिंक चैनल के निर्माण पर 6 करोड़ 15 लाख रुपए खर्च किए गए है। उन्होंने बताया कि कालुआना लिंक चैनल की रीमाडलिंग तथा चौटाला डिस्ट्रीब्यूटरी की क्षमता बढ़ाने पर भी 1 करोड़ 65 लाख रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है। इसी प्रकार से नई कुम्थल माइनर के निर्माण पर 70 लाख 82 हजार रुपए, कंवरपुरा माइनर के निर्माण पर 51 लाख 29 हजार रुपए, कुटियाना डिस्ट्रीब्यूटरी की क्षमता बढ़ाने पर 138 लाख 93 लाख हजार रुपए खर्च किए गए है। उन्होंने बताया कि हिसार घग्घर ड्रेन तथा रंगोई खरीफ चैनल की खुदाई पर 457 लाख 69 हजार और खालों के रखरखाव और मरम्मत पर 29 लाख 98 हजार 23 हजार पर खर्च किए गए है।
गैस कालाबाजारी पर विभाग हुआ सख्त
सिरसा। सर्दियों में गैस की किल्लत से निपटने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जिला की सभी गैस एजेंसियों को घरेलू गैस की पर्याप्त सप्लाई सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का जिन एजेंसी संचालकों ने दृढ़ता से पालन नहीं किया, उसके खिलाफ विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक धर्मवीर गोयत ने जिला की सभी गैस एजेंसियों को लिखे निर्देश पत्र में कहा कि एजेंसी पर रेट व स्टॉक बोर्ड लगा हुआ होना चाहिए। एजेंसी पर गैस बुकिंग के क्रमांक नम्बर की सूचि सूचना बोर्ड पर लगी हुई हो जिसमें प्रतिदिन बुकिंग की सप्लाई दर्शाई गई हो। नया गैस कनैक्शन लेते समय उपभोक्ता को चूल्हा देना अनिवार्य नहीं। डीएफएससी इन निर्देशों में कहा कि सूचना बोर्ड पर नए गैस कनैक्शन के रेट, जिसमें सिलेंडर की प्रतिभूति, रेगुलेटर प्रतिभूति, गैस पाइप का रेट, सर्विस चार्जेज व कम्पनी से सम्बंधित अन्य खर्चे उल्लेखित किए जाएं। कार्यदिवस पर दूरभाष पर गैस बुकिंग की सुविधा प्रदान की जाए तथा दूरभाष के अलावा सूचना बोर्ड पर गैस बुकिंग के लिए भी एक मोबाइल नम्बर भी दर्शाया जाए और इस कार्य के लिए किसी व्यक्ति की ड्यूटी लगाई जाए। निर्देशों में लिखा गया है कि एजेंसी संचालक प्रतिदिन कम्पनी से आए गैस सिलेंडर व उपभोक्ता को किस क्रमांक नम्बर से किस क्रमांक नम्बर तक गैस उपलब्ध करवाई गई, उसकी सूचना रोजाना दूरभाष व लिखित में विभाग को उपलब्ध करवाई जाए। नए गैस कनैक्शन/रिफिल जारी करते समय उपभोक्ताओं को अन्य खाद्या सामग्री लेने के लिए बाध्य न किया जाए। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने इन निर्देशों की प्रति डीसी, एसडीएम के अलावा रानियां, डबवाली, कालांवाली के सहायक खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारियों को भी भेजी गई है। एजेंसी संचालकों को इन निर्देशों के पालन में कोताही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
पीडि़त के परिजनों ने आरंभ की भूख हड़ताल
सिरसा। अरनियांवाली कांड में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गत पांच दिनों से पुलिस अधीक्षक कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे पीडि़त परिवार के दो परिजनों ने आज से भूख हड़ताल शुरू कर दी। धरने पर बैठे घायल त्रिलोक स्वामी की लड़की सुमित्रा तथा बृजलाल पुत्र महिपत राम ने आज से भूख हड़ताल शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि इतने दिन धरने पर बैठने के बाद भी न तो पुलिस प्रशासन की ओर से तथा न ही जिला प्रशासन की ओर से कोई उनसे बात करने आया तथा न ही खुलेआम जान से मारने की धमकियां देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार अपने काम काज छोड़कर न्याय मांगने के लिए यहां धरने पर बैठा है, लेकिन अभी तक आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि खेत व दुकान उजडऩे के बाद उनके परिवार पर भूखों मरने की नौबत आ चुकी है तथा सारे मामले की जानकारी होने के बाद भी अधिकारियों द्वारा उनकी सुनवाई करते हुए न्याय नहीं दिलाया जा रहा, जिसके विरोधस्वरूप आज वे भूख हड़ताल शुरू कर रहे हैं, जो तब तक चलती रहेगी, जब तक कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती।
सांसद ने किया नवोदय का औचक निरीक्षण
सिरसा । सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद डा. अशोक तंवर गत सांय सिरसा से दिल्ली जाते वक्त जवाहर नवोदय विद्यालय खाराखेड़ी रूके और विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर डा. तंवर ने छात्र-छात्राओं से मुलाकात की और उनसे गहन विचार विर्मश किया।
सांसद डा. तंवर इस अवसर पर छात्रों के साथ खेले और उन्हें खेलों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छात्रों को पढाई के साथ-साथ खेल आदि गतिविधियों से जुडऩा चाहिए। खेल से जहां शारीरिक विकास होता है वहीं नेतृत्व व प्रतियोगिता की भावना का विकास भी होता है। सांसद तंवर ने कहा कि देश व प्रदेश के खिलाडिय़ों का लोहा विदेशों ने माना है। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने बेहतर प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाया। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के कुशल नेतृत्व व श्रीमति सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खिलाडिय़ों प्रोत्साहन दे रही है। खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण की सुविधा के साथ-साथ उन्हें विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के अवसर प्रदान कर रही है। डा. तंवर ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों मेें स्वर्ण, रजत तथा कास्य पदक जीतने वाले हरियाणा के खिलाडिय़ों को प्रदेश सरकार ने क्रमश: 15 लाख, 10 लाख तथा 5 लाख रूपए के नगद ईनाम तथा इसके साथ-साथ प्रशिक्षकों को 3 लाख, 2 लाख तथा 1 लाख रूपए के नगद ईनाम दिए हंै। उन्होंने कहा कि एशियाड खेल में पदक विजेताओं को भी जल्द ही प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी।
सांसद डा. तंवर इस अवसर पर छात्रों के साथ खेले और उन्हें खेलों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि छात्रों को पढाई के साथ-साथ खेल आदि गतिविधियों से जुडऩा चाहिए। खेल से जहां शारीरिक विकास होता है वहीं नेतृत्व व प्रतियोगिता की भावना का विकास भी होता है। सांसद तंवर ने कहा कि देश व प्रदेश के खिलाडिय़ों का लोहा विदेशों ने माना है। राष्ट्रमंडल खेलों में भारत ने बेहतर प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाया। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार ने प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के कुशल नेतृत्व व श्रीमति सोनिया गांधी के मार्गदर्शन में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खिलाडिय़ों प्रोत्साहन दे रही है। खिलाडिय़ों को राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण की सुविधा के साथ-साथ उन्हें विभिन्न प्रकार की प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेने के अवसर प्रदान कर रही है। डा. तंवर ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों मेें स्वर्ण, रजत तथा कास्य पदक जीतने वाले हरियाणा के खिलाडिय़ों को प्रदेश सरकार ने क्रमश: 15 लाख, 10 लाख तथा 5 लाख रूपए के नगद ईनाम तथा इसके साथ-साथ प्रशिक्षकों को 3 लाख, 2 लाख तथा 1 लाख रूपए के नगद ईनाम दिए हंै। उन्होंने कहा कि एशियाड खेल में पदक विजेताओं को भी जल्द ही प्रदेश सरकार सम्मानित करेगी।
प्रदेश में बनेंगे कै्रशर जोन:बजरंग गर्ग
सिरसा । प्रदेश में उद्योग जोन की तर्ज पर निकट समय में क्रैशर जोन भी बनाए जाएंगे। इस दिशा में एक परियोजना तैयार की गई है। यह क्रैशर जोन प्रदेश के खनन वाले इलाकों में स्थापित किए जाएंगे ताकि एक ही जगह पर क्रैशर उपलब्ध हो सके। इस महत्ती परियोजना की खास बात यह भी है कि ईंट भट्ठों की तर्ज पर क्रैशर उद्योग पर भी एकमुश्त कर लगाए जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है। इस आशय का खुलासा कान्फैड के चेयरमैन एवं हरियाणा व्यापार मंडल के चेयरमैन बजरंग दास गर्ग ने सिरसा में पत्रकार वार्ता में किया।
बजरंग दास गर्ग ने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में व्यापारी वर्ग को अनेक रियायतें दी गई हैं। ग्वार गम उद्योग पर वैट कर के चलते ग्वार गम उद्योग की कमर टूट गई थी। कांंग्रेस सरकार ने इस पर वैट कर की समाप्ति कर दी। यही वजह है कि आज ग्वार गम उद्योग की इकाइयां दो से बढ़कर करीब 45 हो गई हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी इलाके की उन्नति व्यापार की प्रगति पर निर्भर करती है। हुड्डा सरकार ने व्यापारी वर्ग को रियायतें दी। सुरक्षित व्यापार का माहौल तैयार किया है। यही वजह है कि आज प्रदेश का वाॢषक बजट 2200 करोड़ रुपए से बढ़कर 18 हजार करोड़ से अधिक हो गया है। इस दौरान गर्ग के साथ व्यापार मंडल के जिला प्रधान हीरालाल शर्मा, आनंद बियानी, ओम बहल, राजेंद्र बंसल, कृष्ण ङ्क्षसगला, नरेंद्र ङ्क्षजदल, इंद्र जैन व प्रवीण ङ्क्षसगला उपस्थित थे।
इस दौरान गर्ग ने यह भी बताया कि ग्राम स्तर पर उद्योग नीति में संशोधन की प्रक्रिया जारी है। इस परियोजना के लागू होने से ग्राम स्तर पर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि पिछले कुछ अरसे से प्रदेश में खनन कार्य संबंधी मामला कोर्ट में है। ऐसे में सड़कों एवं सरकारी कार्यों के निर्माण में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने चौटाला सरकार पर बरसते हुए कहा कि पहले व्यापारियों से रैलियों के नाम पर थैलियां लेने का चलन था। पहले तो व्यापारी का शोषण ही हुआ। कांग्रेस सरकार ने अनेक वस्तुओं पर करों से मुक्ति देकर व्यापारी वर्ग का हित किया है। उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर को सिरसा में प्रस्तावित कांग्रेस की बढ़ते कदम रैली में व्यापार मंडल के तत्वावधान में हजारों लोग शिरकत करेंगे। इस रैली को लेकर व्यापार मंडल के पदाधिकारी जनसम्पर्क अभियान भी चलाएंगे।
बजरंग दास गर्ग ने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में व्यापारी वर्ग को अनेक रियायतें दी गई हैं। ग्वार गम उद्योग पर वैट कर के चलते ग्वार गम उद्योग की कमर टूट गई थी। कांंग्रेस सरकार ने इस पर वैट कर की समाप्ति कर दी। यही वजह है कि आज ग्वार गम उद्योग की इकाइयां दो से बढ़कर करीब 45 हो गई हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी इलाके की उन्नति व्यापार की प्रगति पर निर्भर करती है। हुड्डा सरकार ने व्यापारी वर्ग को रियायतें दी। सुरक्षित व्यापार का माहौल तैयार किया है। यही वजह है कि आज प्रदेश का वाॢषक बजट 2200 करोड़ रुपए से बढ़कर 18 हजार करोड़ से अधिक हो गया है। इस दौरान गर्ग के साथ व्यापार मंडल के जिला प्रधान हीरालाल शर्मा, आनंद बियानी, ओम बहल, राजेंद्र बंसल, कृष्ण ङ्क्षसगला, नरेंद्र ङ्क्षजदल, इंद्र जैन व प्रवीण ङ्क्षसगला उपस्थित थे।
इस दौरान गर्ग ने यह भी बताया कि ग्राम स्तर पर उद्योग नीति में संशोधन की प्रक्रिया जारी है। इस परियोजना के लागू होने से ग्राम स्तर पर उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि पिछले कुछ अरसे से प्रदेश में खनन कार्य संबंधी मामला कोर्ट में है। ऐसे में सड़कों एवं सरकारी कार्यों के निर्माण में दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने चौटाला सरकार पर बरसते हुए कहा कि पहले व्यापारियों से रैलियों के नाम पर थैलियां लेने का चलन था। पहले तो व्यापारी का शोषण ही हुआ। कांग्रेस सरकार ने अनेक वस्तुओं पर करों से मुक्ति देकर व्यापारी वर्ग का हित किया है। उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि उन्होंने कहा कि 25 दिसम्बर को सिरसा में प्रस्तावित कांग्रेस की बढ़ते कदम रैली में व्यापार मंडल के तत्वावधान में हजारों लोग शिरकत करेंगे। इस रैली को लेकर व्यापार मंडल के पदाधिकारी जनसम्पर्क अभियान भी चलाएंगे।
गांव छोड़ा, मौत खींच ले गई
डबवाली (लहू की लौ) अपने मां-बाप की मौत के बाद पंजाब के गांव मैहना को छोड़ कर अपने मामा के हाथों पले 28 वर्षीय युवक को क्या पता था कि उसकी मौत उसके गांव में ही जाकर होनी है।
गांव अलीकां में अपने मामा जीत सिंह के पास रहने वाला सुखमन्दर उर्फ सुखवन्त मूल रूप से पंजाब के गांव मैहना का निवासी है। लेकिन 15 वर्ष पूर्व उसकी माता गोलो तथा पिता नाजर सिंह की मौत हो गई और उसे उसका मामा जीत सिंह अपने पास गांव अलीकां ले आया। मामा लक्कड़ व्यापारी और भांजा बारबर का काम करके टाईम पास करता। कभी समय लगता तो अपने मामा के साथ लक्कड़ का व्यापार भी करने चला जाता।
उसकी दोस्ती 10 वर्ष पूर्व गांव के लक्कड़ व्यापारी मक्खन सिंह के बेटे सूबा सिंह से हुई तो अक्सर दोनों दोस्त यहां कहीं भी जाते साथ ही जाते। सूबा सिंह अभी कुंवारा था लेकिन सुखमन्दर सिंह की शादी हुई थी और उसके एक लड़का और एक लड़की है। सोमवार सुबह भी दोनों दोस्त मलोट में लक्कड़ खरीदने के लिए गये और मलोट से लौटते समय सूबा सिंह की बहन के घर गांव भुंदड़ में चले गये। वहां पर सूबा सिंह के जीजा जलौर सिंह ने गांव अलीकां आने की इच्छा जाहिर करते हुए उनके साथ बैठ गया। लेकिन इन तीनों को क्या पता था कि गांव मैहना के पास बस-मोटरसाईकिल दुर्घटना में उन तीनों को मौत अपने आगोश में ले लेगी। जलौर सिंह के भी दो बच्चे हैं जिनमें एक लड़का और एक लड़की।
अलग-अलग हुए संस्कार-गांवों में गमगीन माहौल
मंगलवार शाम को मलोट के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम के बाद हरियाणा के गांव अलीकां में सूबा सिंह तथा सुखमन्दर के शवों को तथा पंजाब के गांव भुंदड़ में जलौर सिंह के शव का दाह संस्कार रामबाग में किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों की आंखों में आंसू थे और माहौल गमगीन था।
गांव अलीकां में अपने मामा जीत सिंह के पास रहने वाला सुखमन्दर उर्फ सुखवन्त मूल रूप से पंजाब के गांव मैहना का निवासी है। लेकिन 15 वर्ष पूर्व उसकी माता गोलो तथा पिता नाजर सिंह की मौत हो गई और उसे उसका मामा जीत सिंह अपने पास गांव अलीकां ले आया। मामा लक्कड़ व्यापारी और भांजा बारबर का काम करके टाईम पास करता। कभी समय लगता तो अपने मामा के साथ लक्कड़ का व्यापार भी करने चला जाता।
उसकी दोस्ती 10 वर्ष पूर्व गांव के लक्कड़ व्यापारी मक्खन सिंह के बेटे सूबा सिंह से हुई तो अक्सर दोनों दोस्त यहां कहीं भी जाते साथ ही जाते। सूबा सिंह अभी कुंवारा था लेकिन सुखमन्दर सिंह की शादी हुई थी और उसके एक लड़का और एक लड़की है। सोमवार सुबह भी दोनों दोस्त मलोट में लक्कड़ खरीदने के लिए गये और मलोट से लौटते समय सूबा सिंह की बहन के घर गांव भुंदड़ में चले गये। वहां पर सूबा सिंह के जीजा जलौर सिंह ने गांव अलीकां आने की इच्छा जाहिर करते हुए उनके साथ बैठ गया। लेकिन इन तीनों को क्या पता था कि गांव मैहना के पास बस-मोटरसाईकिल दुर्घटना में उन तीनों को मौत अपने आगोश में ले लेगी। जलौर सिंह के भी दो बच्चे हैं जिनमें एक लड़का और एक लड़की।
अलग-अलग हुए संस्कार-गांवों में गमगीन माहौल
मंगलवार शाम को मलोट के सरकारी अस्पताल से पोस्टमार्टम के बाद हरियाणा के गांव अलीकां में सूबा सिंह तथा सुखमन्दर के शवों को तथा पंजाब के गांव भुंदड़ में जलौर सिंह के शव का दाह संस्कार रामबाग में किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों की आंखों में आंसू थे और माहौल गमगीन था।
बस ने बाईक सवार कुचले
डबवाली (लहू की लौ) यहां से छह किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पंजाब के गांव मैहना के पास एक निजी बस ने बाईक सवार तीन युवकों को कुचल दिया। दुर्घटना के बाद चालक बस को मौका पर छोड़कर फरार हो गया। थाना लम्बी पुलिस ने बस चालक के खिलाफ धारा 304ए/279/427 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है।
हरियाणा के गांव अलीकां निवासी तथा लक्कड़ व्यापारी सतपाल (32) पुत्र चन्द सिंह ने बताया कि वह और उसका साथी गुरचरण सिंह सोमवार सुबह लगभग 9.30 बजे मलोट के लिए रवाना हुए। मलोट में उन लोगों ने लक्कड़ खरीदनी थी। उनके साथ एक अन्य मोटरसाईकिल पर गांव का लक्कड़ व्यापारी सूबा सिंह (24) पुत्र मक्खन सिंह अपने दोस्त सुखमन्दर उर्फ सुखवन्त के साथ उनके गया था। मलोट से लौटते समय वह लोग गांव भुंदड़ में सूबा सिंह की बहन के घर कुछ समय के लिए रूके। इसी दौरान सूबा सिंह का जीजा जलौर ङ्क्षसह भी उनके साथ आ गया कि वह काफी समय से बीमार उसकी सास तेज कौर का पता ले आयेगा।
सतपाल के अनुसार वे लोग दो मोटरसाईकिलों पर अलग-अलग आ रहे थे। सूबा सिंह का मोटरसाईकिल उनके आगे था। वह लोग जैसे ही मैहना क्रॉस करके अभी एक किलोमीटर आगे निकले ही थे कि डबवाली साईड से आ रही बस अपने आगे जा रही कॉटन स्टिक की भरी ट्राली को ओवरटेक करते हुई सूबे सिंह के मोटरसाईकिल में जा लगी और उनको घसीटती हुई खेतों में ले गई। जबकि उन लोगों ने अपने मोटरसाईकिल को खेतों में डाल कर अपनी जान बचाई।
घायल अवस्था में सुखवन्त सिंह पुत्र नाजर सिंह को सहारा सेवा संस्था मलोट के सदस्य मनदीप सिंह पुत्र रमेश कुमार निवासी मलोट ने डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुचांया। सूबा सिंह (24) पुत्र मक्खन सिंह निवासी अलीकां तथा जलौर सिंह (36) पुत्र गोकुल सिंह निवासी भुंदड़ को घायल अवस्था में मलोट के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचते ही सुखवन्त को और मलोट के सरकारी अस्पताल में पहुंचते ही जलौर सिंह को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि सूबा सिंह को गंभीर हालत में बठिंडा के लिए रैफर कर दिया। गंभीर हालत में सूबा सिंह को बठिंडा ले जाया ही जा रहा था कि जोधपुर रोमाना के पास सूबा सिंह ने दम तोड़ दिया।
थाना लम्बी पुलिस प्रभारी एसआई हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि सतपाल के ब्यानों पर बस चालक के खिलाफ लापरवाही से बस चला कर दुर्घटना करके तीन युवकों को मारने के आरोप में केस दर्ज करके बस को कब्जे में लेकर बस चालक की तालाश शुरू कर दी है। बस चालक की पहचान करतार सिंह सरांवा निवासी अबोहर के रूप में हुई है। बस फाजिल्कां डबवाली ट्रांस्पोर्ट कं. की थी जो शाम को डबवाली से फाजिल्कां के लिए जा रही थी।
हरियाणा के गांव अलीकां निवासी तथा लक्कड़ व्यापारी सतपाल (32) पुत्र चन्द सिंह ने बताया कि वह और उसका साथी गुरचरण सिंह सोमवार सुबह लगभग 9.30 बजे मलोट के लिए रवाना हुए। मलोट में उन लोगों ने लक्कड़ खरीदनी थी। उनके साथ एक अन्य मोटरसाईकिल पर गांव का लक्कड़ व्यापारी सूबा सिंह (24) पुत्र मक्खन सिंह अपने दोस्त सुखमन्दर उर्फ सुखवन्त के साथ उनके गया था। मलोट से लौटते समय वह लोग गांव भुंदड़ में सूबा सिंह की बहन के घर कुछ समय के लिए रूके। इसी दौरान सूबा सिंह का जीजा जलौर ङ्क्षसह भी उनके साथ आ गया कि वह काफी समय से बीमार उसकी सास तेज कौर का पता ले आयेगा।
सतपाल के अनुसार वे लोग दो मोटरसाईकिलों पर अलग-अलग आ रहे थे। सूबा सिंह का मोटरसाईकिल उनके आगे था। वह लोग जैसे ही मैहना क्रॉस करके अभी एक किलोमीटर आगे निकले ही थे कि डबवाली साईड से आ रही बस अपने आगे जा रही कॉटन स्टिक की भरी ट्राली को ओवरटेक करते हुई सूबे सिंह के मोटरसाईकिल में जा लगी और उनको घसीटती हुई खेतों में ले गई। जबकि उन लोगों ने अपने मोटरसाईकिल को खेतों में डाल कर अपनी जान बचाई।
घायल अवस्था में सुखवन्त सिंह पुत्र नाजर सिंह को सहारा सेवा संस्था मलोट के सदस्य मनदीप सिंह पुत्र रमेश कुमार निवासी मलोट ने डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुचांया। सूबा सिंह (24) पुत्र मक्खन सिंह निवासी अलीकां तथा जलौर सिंह (36) पुत्र गोकुल सिंह निवासी भुंदड़ को घायल अवस्था में मलोट के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया। डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचते ही सुखवन्त को और मलोट के सरकारी अस्पताल में पहुंचते ही जलौर सिंह को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि सूबा सिंह को गंभीर हालत में बठिंडा के लिए रैफर कर दिया। गंभीर हालत में सूबा सिंह को बठिंडा ले जाया ही जा रहा था कि जोधपुर रोमाना के पास सूबा सिंह ने दम तोड़ दिया।
थाना लम्बी पुलिस प्रभारी एसआई हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि सतपाल के ब्यानों पर बस चालक के खिलाफ लापरवाही से बस चला कर दुर्घटना करके तीन युवकों को मारने के आरोप में केस दर्ज करके बस को कब्जे में लेकर बस चालक की तालाश शुरू कर दी है। बस चालक की पहचान करतार सिंह सरांवा निवासी अबोहर के रूप में हुई है। बस फाजिल्कां डबवाली ट्रांस्पोर्ट कं. की थी जो शाम को डबवाली से फाजिल्कां के लिए जा रही थी।
हजारों के जेवरात लेकर प्रेमी जोड़ा फुर्र
डबवाली (लहू की लौ) यहां की एकता नगरी से एक विवाहिता युवती अपने प्रेमी संग फुर्र हो गई। युवती के परिजनों ने पड़ौस में रहने वाले एक युवक के खिलाफ थाना शहर पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
डबवाली के वार्ड नं. 11 की एकता नगरी में रहने वाली एक युवती की शादी कुछ दिन पूर्व पंजाब के एक गांव में हुई थी। सोमवार को वह अपने माता-पिता से मिलने के लिए डबवाली आई हुई थी। लेकिन मंगलवार सुबह जब आंख खुली तो युवती के परिजन उसे घर में न पाकर आश्चर्यचकित हो गए। उन्होंने युवती की खोजबीन आरंभ की। कुछ देर बाद पता चला कि गली का सोनू नामक युवक भी अपने घर पर मौजूद नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार घर से फरार हुए युवक-युवती दोनों एक ही गली के रहने वाले हैं। उनमें काफी दिनों से लव चला आ रहा था। जिसकी भनक पाकर युवती के परिजनों ने उसकी शादी कहीं ओर तय कर दी। लेकिन लड़की अभी नाबालिग थी। इसी के कारण लड़का कुछ दिन पहले थाना शहर डबवाली में जा पहुंचा और नाबालिग लड़की की शादी रोकने की गुहार लगाई। सूचना पर पुलिस भी सतर्क हो गई। युवती के परिजनों को इस बात का पता लग गया और उन्होंने उसकी शादी पंजाब के एक गांव में जाकर कर दी।
सूत्रों ने यह भी बताया कि सोमवार को लड़की अपने मायके आई हुई थी। मौका पाकर वह अपने प्रेमी संग फुर्र हो गई। बताया जाता है कि लड़की अपने साथ 10,000 रूपए और चार-पांच तोले सोने के जेवरात भी ले गई है। मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि युवती के परिजनों ने पुलिस में शिकायत देकर सहायता की मांग की है।
डबवाली के वार्ड नं. 11 की एकता नगरी में रहने वाली एक युवती की शादी कुछ दिन पूर्व पंजाब के एक गांव में हुई थी। सोमवार को वह अपने माता-पिता से मिलने के लिए डबवाली आई हुई थी। लेकिन मंगलवार सुबह जब आंख खुली तो युवती के परिजन उसे घर में न पाकर आश्चर्यचकित हो गए। उन्होंने युवती की खोजबीन आरंभ की। कुछ देर बाद पता चला कि गली का सोनू नामक युवक भी अपने घर पर मौजूद नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार घर से फरार हुए युवक-युवती दोनों एक ही गली के रहने वाले हैं। उनमें काफी दिनों से लव चला आ रहा था। जिसकी भनक पाकर युवती के परिजनों ने उसकी शादी कहीं ओर तय कर दी। लेकिन लड़की अभी नाबालिग थी। इसी के कारण लड़का कुछ दिन पहले थाना शहर डबवाली में जा पहुंचा और नाबालिग लड़की की शादी रोकने की गुहार लगाई। सूचना पर पुलिस भी सतर्क हो गई। युवती के परिजनों को इस बात का पता लग गया और उन्होंने उसकी शादी पंजाब के एक गांव में जाकर कर दी।
सूत्रों ने यह भी बताया कि सोमवार को लड़की अपने मायके आई हुई थी। मौका पाकर वह अपने प्रेमी संग फुर्र हो गई। बताया जाता है कि लड़की अपने साथ 10,000 रूपए और चार-पांच तोले सोने के जेवरात भी ले गई है। मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एसआई मंदरूप सिंह ने बताया कि युवती के परिजनों ने पुलिस में शिकायत देकर सहायता की मांग की है।
सिरसा में होगी बढ़ते कदम रैली
सिरसा। आगामी 25 दिसंबर को सिरसा के शहीद भगत सिंह स्टेडियम में एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा। इस रैली का नाम बढ़ते कदम रखा गया है। रैली को हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा संबोधित करेंगे। यह खुलासा सिरसा के सांसद डा. अशोक तंवर ने कांगे्रस भवन में कांगे्रस नेताओं की उपस्थिति में पत्रकारों के समक्ष किया।
उन्होंने कहा कि भीड़ के हिसाब से सिरसा की यह रैली नए कीर्तिमान स्थापित करेगी। रैली में हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी सरकार के एक वर्ष का लेखा-जोखा जनता के समक्ष रखेंगे और जिला में अरबों रुपए की लागत से पूरी हुई कई विकास परियोजनाओं को जनाता को समर्पित करेंगे। इन विकास परियोजनाओं में सिरसा में बना रेलवे ओवर ब्रिज भी शामिल है जो 25 दिसंबर को जनता के लिए खुल जाएगा। इसके अलावा कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी जाएगी।
तवंर ने कहा कि बढ़ते कदम रैली में मुख्यमंत्री श्री हुड्डा जिलावासियों के लिए अरबों रुपए की योजनाओं की घोषणाएं भी करेंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन एवं स्थानीय पार्टी नेताओं द्वारा जिला में होने वाले कार्यों की सूची तैयार की जा रही है। प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाने वाले कार्यों का मांगपत्र मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। इन कार्यों में घग्घर विस्तारीकरण परियोजना, सिरसा में महिला महाविद्यालय तथा ग्रामीण क्षेत्र के विकास से जूड़े कई कार्य शामिल होंगे। उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री सभी कार्यों की घोषणा जनता के समक्ष करेंगे। जिससे यह सिरसा के विकास के लिए वरदान साबित होगी।
एक प्रश्र के जवाब में डा. तंवर ने कहा कि सड़कों, भवनों व अन्य विकास कार्यों के लिए प्रदेश के पास धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने माना कि खनन कार्य का मामला अदालत में होने की वजह से बजरी व पत्थर इत्यादी के मिलने में रुकावट आई है जिससे सड़कों के निर्माण पर असर पड़ा है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बजरी-पत्थर इत्यादी दूसरे प्रदेशों से खरीदें चाहे उसके लिए अधिक दाम भी क्यों न देने पड़े।
तंवर ने एक अन्य प्रश्र के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री की रैलियां प्रदेश के लोगों को लिए लाभदायक सिद्ध हुई हैं। इन रैलियों में मुख्यमंत्री विकास की घोषणाएं कर रहे हैं। फतेहाबाद में आयोजित रैली का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फतेहाबाद की रैली लोगों के लिए विकास लेकर आई। इसी प्रकार से राई में हुई चक दे हरियाणा चक दे इंडिया नामक रैली में मंख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों के लिए वोनांजा घोषणाएं की। पूर्व में हुई रैलियों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिरसा में भी प्रगति के द्वार खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि दूसरे जिलों में हुई रैलियों से सिरसा को भी फायदा हुआ है। राई की रैली में खेल जगत से संबधित कई कार्यक्रमों व योजनाओं की घोषणाएं हुई थी जिनमें सिरसा जिला को पुरुष हॉकी अकेडमी का तोहफा मिला। उन्होंने बिजली के मामले में बोलते हुए कहा कि हरियाणा फतेहाबाद जिला की ढाणियों सहित पूरे प्रदेश की ढाणियों में बिजली सुविधा मुहैया करवाने का कार्यक्रम शुरु किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए पहले से रखी गई 118 करोड़ रुपए की राशि को और अधिक बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम मामले पर बोलते हुए कहा कि यह घोटाला नही है, घोटाला होने न होने की बात तो पुरी जांच के बाद ही सामने आएगी। केंद्र सरकार इस मामले की जांच के लिए तैयार है। पीएसी से इस मामले की जांच करवाई जा सकती है।
डा. तंवर ने कहा कि रैली में स्थानीय स्तर की छोटी मोटी समस्याओं के समाधान के लिए भी मांग रखी जाएगी। इस अवसर पर पूर्व मंत्री चौ. रणजीत सिंह, मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी डा. केवी सिंह, जिला कांगे्रस अध्यक्ष मलकीत सिंह खोसा, हरियाणा प्रदेश कांगे्रस के प्रतिनिधि गोबिंद कांडा, होशियारी लाल शर्मा व अन्य पार्टी के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि भीड़ के हिसाब से सिरसा की यह रैली नए कीर्तिमान स्थापित करेगी। रैली में हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपनी सरकार के एक वर्ष का लेखा-जोखा जनता के समक्ष रखेंगे और जिला में अरबों रुपए की लागत से पूरी हुई कई विकास परियोजनाओं को जनाता को समर्पित करेंगे। इन विकास परियोजनाओं में सिरसा में बना रेलवे ओवर ब्रिज भी शामिल है जो 25 दिसंबर को जनता के लिए खुल जाएगा। इसके अलावा कई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी जाएगी।
तवंर ने कहा कि बढ़ते कदम रैली में मुख्यमंत्री श्री हुड्डा जिलावासियों के लिए अरबों रुपए की योजनाओं की घोषणाएं भी करेंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन एवं स्थानीय पार्टी नेताओं द्वारा जिला में होने वाले कार्यों की सूची तैयार की जा रही है। प्राथमिकता के आधार पर पूरे किए जाने वाले कार्यों का मांगपत्र मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा। इन कार्यों में घग्घर विस्तारीकरण परियोजना, सिरसा में महिला महाविद्यालय तथा ग्रामीण क्षेत्र के विकास से जूड़े कई कार्य शामिल होंगे। उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री सभी कार्यों की घोषणा जनता के समक्ष करेंगे। जिससे यह सिरसा के विकास के लिए वरदान साबित होगी।
एक प्रश्र के जवाब में डा. तंवर ने कहा कि सड़कों, भवनों व अन्य विकास कार्यों के लिए प्रदेश के पास धन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने माना कि खनन कार्य का मामला अदालत में होने की वजह से बजरी व पत्थर इत्यादी के मिलने में रुकावट आई है जिससे सड़कों के निर्माण पर असर पड़ा है। बावजूद इसके मुख्यमंत्री ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बजरी-पत्थर इत्यादी दूसरे प्रदेशों से खरीदें चाहे उसके लिए अधिक दाम भी क्यों न देने पड़े।
तंवर ने एक अन्य प्रश्र के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री की रैलियां प्रदेश के लोगों को लिए लाभदायक सिद्ध हुई हैं। इन रैलियों में मुख्यमंत्री विकास की घोषणाएं कर रहे हैं। फतेहाबाद में आयोजित रैली का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फतेहाबाद की रैली लोगों के लिए विकास लेकर आई। इसी प्रकार से राई में हुई चक दे हरियाणा चक दे इंडिया नामक रैली में मंख्यमंत्री ने प्रदेश वासियों के लिए वोनांजा घोषणाएं की। पूर्व में हुई रैलियों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिरसा में भी प्रगति के द्वार खुलेंगे।
उन्होंने कहा कि दूसरे जिलों में हुई रैलियों से सिरसा को भी फायदा हुआ है। राई की रैली में खेल जगत से संबधित कई कार्यक्रमों व योजनाओं की घोषणाएं हुई थी जिनमें सिरसा जिला को पुरुष हॉकी अकेडमी का तोहफा मिला। उन्होंने बिजली के मामले में बोलते हुए कहा कि हरियाणा फतेहाबाद जिला की ढाणियों सहित पूरे प्रदेश की ढाणियों में बिजली सुविधा मुहैया करवाने का कार्यक्रम शुरु किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए पहले से रखी गई 118 करोड़ रुपए की राशि को और अधिक बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने 2जी स्पेक्ट्रम मामले पर बोलते हुए कहा कि यह घोटाला नही है, घोटाला होने न होने की बात तो पुरी जांच के बाद ही सामने आएगी। केंद्र सरकार इस मामले की जांच के लिए तैयार है। पीएसी से इस मामले की जांच करवाई जा सकती है।
डा. तंवर ने कहा कि रैली में स्थानीय स्तर की छोटी मोटी समस्याओं के समाधान के लिए भी मांग रखी जाएगी। इस अवसर पर पूर्व मंत्री चौ. रणजीत सिंह, मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी डा. केवी सिंह, जिला कांगे्रस अध्यक्ष मलकीत सिंह खोसा, हरियाणा प्रदेश कांगे्रस के प्रतिनिधि गोबिंद कांडा, होशियारी लाल शर्मा व अन्य पार्टी के स्थानीय नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
05 दिसंबर 2010
यहां तो एमबीए पास भी अनपढ़!
डबवाली (लहू की लौ) देश में शिक्षण संस्थान कुकरमुत्ते की तरह खुल रहे हैं। एक-दूसरे से आगे बढऩे की होड़ में बच्चों को नए-नवेले ढंग से प्रशिक्षण देने का नाटक भी करते हैं। किताबी कीड़ा बनाने की अपेक्षा इनके पास कुछ भी नहीं है। इन संस्थानों से उच्च शिक्षा ग्रहण करने के बावजूद कागज के सर्टिफिकेट के सिवाए कुछ हासिल नहीं होता। लेकिन जिन्दगी में सबसे जरूरी सामान्य ज्ञान से छात्र वंचित रह जाता है। ऐसा ही कुछ डबवाली में देखने को मिला।
डबवाली प्रशासन ने नगरपालिका तथा फायर ब्रिगेड में खाली चले आ रहे पदों को भरने के लिए डेली वेज पर कर्मचारी नियुक्त करने के लिए गुरूवार शाम को इंटरव्यू रखा हुआ था। इंटरव्यू नगरपालिका फायर ब्रिगेड में ड्राईवर के तीन पदों, फायर मैन के चार पदों, नगरपालिका कार्यालय डबवाली में क्लर्क के दो पदों, कम्प्यूटर ऑपरेटर के एक तथा ट्रेक्टर ड्राईवर के दो पदों के लिए था। इन पदों के लिए इंटरव्यू देने के लिए करीब 70 जनों ने आवेदन किया। जिसमें ड्राईवर पद के लिए चार, फायर मैन के लिए 7, क्लर्क के लिए 45, कम्प्यूटर ऑपरेटर के लिए 10 तथा ट्रेक्टर ड्राईवर के लिए पांच उम्मीदवार शामिल थे। उक्त पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता न्यूनतम 10वीं पास निर्धारित की गई थी।
सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा है कि इंटरव्यू में 10वीं पास से लेकर एमबीए किए हुए युवाओं ने भाग लिया। कम्प्यूटर का ज्ञान रखने वाले बीसीए, पीजीडीसीए अथवा डिग्री धारकों ने भी हिस्सा लिया। इंटरव्यू पर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने खास नजर रखी। वे खुद मौका पर आए। इस दौरान प्रत्येक उम्मीदवार को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया गया। ड्राईवर और फायर मैन पद के आवेदकों का इंटरव्यू फायर ब्रिगेड कार्यालय के पास लिया गया। इस मौके पर उपमण्डलाधीश ने संबंधित कार्यालय के स्टाफ के अतिरिक्त हरियाणा रोड़वेज उपडिपू डबवाली के कर्मचारी बलवान सिंह को भी बुलाया। मौका पर तैनात कर्मचारियों ने उपमण्डलाधीश की देखरेख में प्रत्येक आवेदनकर्ता को बारीकी से जांचा-परखा।
इसके उपरांत क्लर्क तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर की इंटरव्यू का जिम्मा उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने खुद संभाला। लेकिन वे उस समय हैरान रह गए, जब उनके द्वारा पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्नों का उत्तर नौकरी पाने आए एमबीए पास युवक भी नहीं दे पाए। 10वीं, 12वीं, बीए, बीएससी, एमए, एमएससी, एमबीए पास इन छात्रों के पास केवल कागज का सर्टिफिकेट जरूर था।
पूछा गया था कि हरियाणा का मुख्यमंत्री कौन है, जवाब मिला गोपाल काण्डा। पूछा गया भारत देश का राष्ट्रपति कौन है, जवाब आया मनमोहन सिंह। पूछा गया श्रीलकां की राजधानी कौन सी है, जवाब मिला भोपाल। पूछा गया डबवाली में अग्निकांड कब हुआ, किसी भी आवेदनकर्ता के पास कोई जवाब नहीं। पूछा गया हरियाणा प्रदेश में जिले कितने हैं, कोई बोला 10, तो कोई 12। पूछा गया भूटान क्या है, जवाब मिला नेपाल की राजधानी। इस तरह के अनगिनत सामान्य ज्ञान से संबंधित सवाल पूछे गए लेकिन रिजल्ट शून्य ही रहा।
यहां तक की बीसीए या फिर पीजीडीसीए की डिग्री अपने हाथ में लिए युवकों को भी कम्प्यूटर पर डाटा एंट्री करना तक नहीं आया। यह सब देख रहे उपमण्डलाधीश एवं अन्य प्रशासनिक कर्मचारियों के होश फख्ता हो गए। चूंकि किताबी ज्ञान से भरे युवकों के दिमाग प्रेक्टिल तथा सामान्य ज्ञान में फेल हो गए। उल्लेखनीय है कि डबवाली प्रशासन ने रिक्त पदों को भरने के लिए जिला सिरसा के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी थी।
गौरतलब है कि जिला में दे दनादन शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं। छात्र-छात्राएं इन शिक्षण संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करके कागजी सर्टिफिकेट तो प्राप्त कर रहे हैं। साथ में अपने भविष्य की नींव भी खोखली कर रहे हैं। चूंकि बिना किसी विशेष तजुर्बे के चलने वाले इन संस्थाओं में केवल किताबी ज्ञान ही दिया जाता है।
डबवाली प्रशासन ने नगरपालिका तथा फायर ब्रिगेड में खाली चले आ रहे पदों को भरने के लिए डेली वेज पर कर्मचारी नियुक्त करने के लिए गुरूवार शाम को इंटरव्यू रखा हुआ था। इंटरव्यू नगरपालिका फायर ब्रिगेड में ड्राईवर के तीन पदों, फायर मैन के चार पदों, नगरपालिका कार्यालय डबवाली में क्लर्क के दो पदों, कम्प्यूटर ऑपरेटर के एक तथा ट्रेक्टर ड्राईवर के दो पदों के लिए था। इन पदों के लिए इंटरव्यू देने के लिए करीब 70 जनों ने आवेदन किया। जिसमें ड्राईवर पद के लिए चार, फायर मैन के लिए 7, क्लर्क के लिए 45, कम्प्यूटर ऑपरेटर के लिए 10 तथा ट्रेक्टर ड्राईवर के लिए पांच उम्मीदवार शामिल थे। उक्त पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता न्यूनतम 10वीं पास निर्धारित की गई थी।
सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा है कि इंटरव्यू में 10वीं पास से लेकर एमबीए किए हुए युवाओं ने भाग लिया। कम्प्यूटर का ज्ञान रखने वाले बीसीए, पीजीडीसीए अथवा डिग्री धारकों ने भी हिस्सा लिया। इंटरव्यू पर उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने खास नजर रखी। वे खुद मौका पर आए। इस दौरान प्रत्येक उम्मीदवार को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिया गया। ड्राईवर और फायर मैन पद के आवेदकों का इंटरव्यू फायर ब्रिगेड कार्यालय के पास लिया गया। इस मौके पर उपमण्डलाधीश ने संबंधित कार्यालय के स्टाफ के अतिरिक्त हरियाणा रोड़वेज उपडिपू डबवाली के कर्मचारी बलवान सिंह को भी बुलाया। मौका पर तैनात कर्मचारियों ने उपमण्डलाधीश की देखरेख में प्रत्येक आवेदनकर्ता को बारीकी से जांचा-परखा।
इसके उपरांत क्लर्क तथा कम्प्यूटर ऑपरेटर की इंटरव्यू का जिम्मा उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने खुद संभाला। लेकिन वे उस समय हैरान रह गए, जब उनके द्वारा पूछे गए सामान्य ज्ञान के प्रश्नों का उत्तर नौकरी पाने आए एमबीए पास युवक भी नहीं दे पाए। 10वीं, 12वीं, बीए, बीएससी, एमए, एमएससी, एमबीए पास इन छात्रों के पास केवल कागज का सर्टिफिकेट जरूर था।
पूछा गया था कि हरियाणा का मुख्यमंत्री कौन है, जवाब मिला गोपाल काण्डा। पूछा गया भारत देश का राष्ट्रपति कौन है, जवाब आया मनमोहन सिंह। पूछा गया श्रीलकां की राजधानी कौन सी है, जवाब मिला भोपाल। पूछा गया डबवाली में अग्निकांड कब हुआ, किसी भी आवेदनकर्ता के पास कोई जवाब नहीं। पूछा गया हरियाणा प्रदेश में जिले कितने हैं, कोई बोला 10, तो कोई 12। पूछा गया भूटान क्या है, जवाब मिला नेपाल की राजधानी। इस तरह के अनगिनत सामान्य ज्ञान से संबंधित सवाल पूछे गए लेकिन रिजल्ट शून्य ही रहा।
यहां तक की बीसीए या फिर पीजीडीसीए की डिग्री अपने हाथ में लिए युवकों को भी कम्प्यूटर पर डाटा एंट्री करना तक नहीं आया। यह सब देख रहे उपमण्डलाधीश एवं अन्य प्रशासनिक कर्मचारियों के होश फख्ता हो गए। चूंकि किताबी ज्ञान से भरे युवकों के दिमाग प्रेक्टिल तथा सामान्य ज्ञान में फेल हो गए। उल्लेखनीय है कि डबवाली प्रशासन ने रिक्त पदों को भरने के लिए जिला सिरसा के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी थी।
गौरतलब है कि जिला में दे दनादन शिक्षण संस्थान खुल रहे हैं। छात्र-छात्राएं इन शिक्षण संस्थानों से शिक्षा प्राप्त करके कागजी सर्टिफिकेट तो प्राप्त कर रहे हैं। साथ में अपने भविष्य की नींव भी खोखली कर रहे हैं। चूंकि बिना किसी विशेष तजुर्बे के चलने वाले इन संस्थाओं में केवल किताबी ज्ञान ही दिया जाता है।
पूर्व सरपंच को पीटा, बंधक बनाया
डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिकां के पूर्व सरपंच को शुक्रवार अल सुबह रंजिशन कुछ लोगों ने बंधक बना लिया और मारपीट की।
डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचाराधीन गांव पन्नीवाला मोरिकां के पूर्व सरपंच हरबंस सिंह (60) ने बताया कि वह गांव के निकट स्थित ढाणी में रहता है। शुक्रवार सुबह करीब एक बजे वह लघुशंका के लिए उठा था। अचानक प्रेमी उर्फ चिडिय़ा, निन्द्र सिंह पुत्र प्रेमी, चरणजीत पुत्र दर्शन सिंह, मक्खन सिंह पुत्र दर्शन सिंह निवासीगण पन्नीवाला मोरिकां ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया और चोटें मारी। बाद में उसे उसके घर में बांध दिया। वह जैसे-तैसे बंधन से मुक्त होकर अस्पताल में पहुंचा।
अकेला था पूर्व सरपंच
हरबंस सिंह ने बताया कि शुक्रवार अल सुबह वह अपनी मां गुरदेव कौर (90) के साथ घर पर अकेला था। उसकी धर्मपत्नी मनजीत कौर, बेटा नेमपाल सिंह और पुत्रवधू अमरजीत कौर पंजाब के गांव बरगाड़ी (कोटकपूरा) में एक शोकसभा में भाग लेने के लिए गए हुए थे। घर पर उसे अकेला पाकर आरोपियों ने उस पर हमला बोला।
अहसान का बदला चुकाया
पूर्व सरपंच हरबंस के अनुसार प्रेमी उर्फ चिडिय़ा उसकी पुत्रवधू का दूर का रिश्तेदार है। प्रेमी गांव खुईयांमलकाना में रहता था। गांव खुईयांमलकाना में रहते हुए उसने अपनी 20 एकड़ जमीन बेच दी और स्वयं घर पर रहने लगा। चार साल पूर्व प्रेमी ने गांव पन्नीवाला मोरिकां में रहने की इच्छा जाहिर की। पूर्व सरपंच के अनुसार उसने अपनी जमीन के नजदीक सात एकड़ जमीन प्रेमी को दिलाई। जिसके प्रेमी ने तीस लाख रूपए चुकाए। इसके अतिरिक्त अपनी जमीन में से एक कैनाल भूमि उसे रहने के लिए दी। लेकिन प्रेमी ने एक कैनाल जमीन के साथ-साथ उसकी ढाई मरले भूमि भी हथिया ली।
यूं पैदा हुई रंजिश
हरबंस सिंह के मुताबिक इस भूमि के बदले प्रेमी उर्फ चिडिया ने उसे केवल 65 हजार रूपए दिए। जब वह उससे ढ़ाई मरले भूमि खाली करने के लिए कहता, वह उसे आंखे दिखाता। पिछले करीब एक साल से इसी मामले को लेकर उनमें तकरार चली आ रही है। इसी रंजिश के चलते शुक्रवार को आरोपियों ने उस पर हमला करके मारपीट की तथा उसे बंधक बनाए रखा।
डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचाराधीन गांव पन्नीवाला मोरिकां के पूर्व सरपंच हरबंस सिंह (60) ने बताया कि वह गांव के निकट स्थित ढाणी में रहता है। शुक्रवार सुबह करीब एक बजे वह लघुशंका के लिए उठा था। अचानक प्रेमी उर्फ चिडिय़ा, निन्द्र सिंह पुत्र प्रेमी, चरणजीत पुत्र दर्शन सिंह, मक्खन सिंह पुत्र दर्शन सिंह निवासीगण पन्नीवाला मोरिकां ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया और चोटें मारी। बाद में उसे उसके घर में बांध दिया। वह जैसे-तैसे बंधन से मुक्त होकर अस्पताल में पहुंचा।
अकेला था पूर्व सरपंच
हरबंस सिंह ने बताया कि शुक्रवार अल सुबह वह अपनी मां गुरदेव कौर (90) के साथ घर पर अकेला था। उसकी धर्मपत्नी मनजीत कौर, बेटा नेमपाल सिंह और पुत्रवधू अमरजीत कौर पंजाब के गांव बरगाड़ी (कोटकपूरा) में एक शोकसभा में भाग लेने के लिए गए हुए थे। घर पर उसे अकेला पाकर आरोपियों ने उस पर हमला बोला।
अहसान का बदला चुकाया
पूर्व सरपंच हरबंस के अनुसार प्रेमी उर्फ चिडिय़ा उसकी पुत्रवधू का दूर का रिश्तेदार है। प्रेमी गांव खुईयांमलकाना में रहता था। गांव खुईयांमलकाना में रहते हुए उसने अपनी 20 एकड़ जमीन बेच दी और स्वयं घर पर रहने लगा। चार साल पूर्व प्रेमी ने गांव पन्नीवाला मोरिकां में रहने की इच्छा जाहिर की। पूर्व सरपंच के अनुसार उसने अपनी जमीन के नजदीक सात एकड़ जमीन प्रेमी को दिलाई। जिसके प्रेमी ने तीस लाख रूपए चुकाए। इसके अतिरिक्त अपनी जमीन में से एक कैनाल भूमि उसे रहने के लिए दी। लेकिन प्रेमी ने एक कैनाल जमीन के साथ-साथ उसकी ढाई मरले भूमि भी हथिया ली।
यूं पैदा हुई रंजिश
हरबंस सिंह के मुताबिक इस भूमि के बदले प्रेमी उर्फ चिडिया ने उसे केवल 65 हजार रूपए दिए। जब वह उससे ढ़ाई मरले भूमि खाली करने के लिए कहता, वह उसे आंखे दिखाता। पिछले करीब एक साल से इसी मामले को लेकर उनमें तकरार चली आ रही है। इसी रंजिश के चलते शुक्रवार को आरोपियों ने उस पर हमला करके मारपीट की तथा उसे बंधक बनाए रखा।
रोल माडल की भूमिका में आएं एडवोकेट-जस्टिस
डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा एवं पंजाब हाईकोर्ट के जस्टिस आलोक सिंह शुक्रवार को डबवाली कोर्ट परिसर में पहुंचे। यहां उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह, उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी (प्रथम श्रेणी) अमरजीत सिंह, उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल, थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू, बार एसोसिएशन डबवाली के अध्यक्ष एसके गर्ग तथा बार सदस्यों ने उन्हें फूल मालाओं से लाद दिया।
जस्टिस आलोक सिंह जिला सिरसा के अपने भ्रमण के दूसरे दिन सेशन जज सिरसा डॉ. शिवा वर्मा के साथ डबवाली पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने पौधारोपण भी किया। बाद में बार रूम में अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जस्टिस आलोक सिंह ने कहा कि जस्टिस को बार जन्म देती है। बार जस्टिस की मां और जननी है। अधिवक्ताओं को रोल मॉडल की भूमिका निभानी चाहिए। चूंकि समाज बड़ी उम्मीद लेकर उनके पास आता है। जस्टिस ने चेताया कि वकील की उन्नति में शॉर्ट कट कोई जरिया नहीं है, इसलिए हार्ड वर्क करके आगे बढऩा चाहिए।
इस मौके पर बार एसोसिएशन ने जस्टिस आलोक सिंह से डबवाली कोर्ट परिसर में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सब जेल बनाए जाने तथा कोर्ट परिसर में एसबीआई की ब्रांच खोले जाने की मांग की। मांगों के संबंध में जस्टिस आलोक ने कहा कि वे बार की मांगों को कमेटी के समक्ष रखेंगे और इसे हर हाल में पूरा करवाने का प्रयास करेंगे।
इस मौके पर एडवोकेट सुभाष चन्द्र गुप्ता, एससी शर्मा ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर बार के सभी सदस्य उपस्थित थे। मंच का संचालन एडवोकेट कुलवंत सिंह सिधू ने किया।
जस्टिस आलोक सिंह जिला सिरसा के अपने भ्रमण के दूसरे दिन सेशन जज सिरसा डॉ. शिवा वर्मा के साथ डबवाली पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने पौधारोपण भी किया। बाद में बार रूम में अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जस्टिस आलोक सिंह ने कहा कि जस्टिस को बार जन्म देती है। बार जस्टिस की मां और जननी है। अधिवक्ताओं को रोल मॉडल की भूमिका निभानी चाहिए। चूंकि समाज बड़ी उम्मीद लेकर उनके पास आता है। जस्टिस ने चेताया कि वकील की उन्नति में शॉर्ट कट कोई जरिया नहीं है, इसलिए हार्ड वर्क करके आगे बढऩा चाहिए।
इस मौके पर बार एसोसिएशन ने जस्टिस आलोक सिंह से डबवाली कोर्ट परिसर में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सब जेल बनाए जाने तथा कोर्ट परिसर में एसबीआई की ब्रांच खोले जाने की मांग की। मांगों के संबंध में जस्टिस आलोक ने कहा कि वे बार की मांगों को कमेटी के समक्ष रखेंगे और इसे हर हाल में पूरा करवाने का प्रयास करेंगे।
इस मौके पर एडवोकेट सुभाष चन्द्र गुप्ता, एससी शर्मा ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर बार के सभी सदस्य उपस्थित थे। मंच का संचालन एडवोकेट कुलवंत सिंह सिधू ने किया।
02 दिसंबर 2010
लिव इन रिलेशनशिप में जहर पीने से महिला की मौत
डबवाली | लिव इन रिलेशनशिप में हमउम्र युवक दलीप सिंह के साथ रहने वाली एक महिला राधा की जहरीले पदार्थ के सेवन से मौत हो गई। घटना खुइयांमलकाना गांव में हुई। पुलिस ने महिला की मौत को इत्तफाकिया मानते हुए पोस्टमार्टम कराकर लाश युवक के हवाले कर दी।
फोन पर हुई थी दोस्ती
महिला की युवक से फोन पर दोस्ती हुई जिसके बाद वह उसके साथ रहने लगी। मगर वह कौन थी, कहां की थी और उसका क्या अतीत था, इन सवालों के जवाब दलीप ने पुलिस को नहीं दिए हैं। दलीप सिंह (30) पुत्र कृष्ण कुमार बिश्नोई नौवीं कक्षा तक पढ़ा है और खेती करता है। करीब पांच माह पहले हमउम्र महिला उसके संपर्क में आई। महिला ने खुद का नाम राधा बताया और दलीप के साथ रहने लगी।
दोनों की जान-पहचान मोबाइल फोन की मिस कॉल से हुई। दलीप के अनुसार करीब पांच महीने पहले उसके मोबाइल पर एक अन्य मोबाइल से मिस कॉल आई। उसने जवाब में फोन लगाया तो फोन महिला ने रिसीव किया और खुद का नाम राधा बताया। फोन पर बातचीत के दौरान दोनों में दोस्ती हो गई। कुछ दिन बाद महिला गांव खुइयांमलकाना में उसके पास आ गई और साथ पत्नी के रूप में रहने लगी। दलीप के अनुसार महिला ने अपने अतीत के बारे में कभी कुछ भी नहीं बताया। यह भी नहीं कि वह किसी जाति की है। उसने यह पूछने की जरूरत भी नहीं समझी।
पुलिस को दिए बयान में दलीप ने बताया कि राधा पिछले कुछ दिनों से खांसी से पीड़ित थी और वह दवा भी ले रही थी। मंगलवार को खांसी की दवा के भ्रम में वह कीटनाशक दवा पी गई जिससे उसकी मौत हो गई। दलीप के अनुसार मंगलवार सुबह करीब सात बजे वह खेत से पशुओं के लिए हरा चारा लेने के लिए गया था। कुछ देर बाद ही उसके भतीजे नवीन कुमार (11) का फोन आया कि चाची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। घर पहुंच कर उसने देखा कि राधा उल्टियां कर रही थी। उसे बठिंडा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां से उसे लुधियाना रेफर कर दिया। बठिंडा से लुधियाना ले जाते समय रास्ते में राधा ने दम तोड़ दिया।
खेत में रहता है दलीप
दलीप सिंह की मां का करीब तीन साल पहले निधन हो गया था। उसके पिता कृष्ण कुमार साधु बने हैं। उसका भाई गांव में रहता है और वह खेत में ढाणी में रहता है। इसी ढाणी में राधा उसके साथ रह रही थी। मामले की जांच कर रहे थाना सदर के एएसआई धर्मपाल ने बताया कि पुलिस ने दलीप के बयान पर राधा की मौत को इत्तफाकिया मानते हुए कार्रवाई की है।
फोन पर हुई थी दोस्ती
महिला की युवक से फोन पर दोस्ती हुई जिसके बाद वह उसके साथ रहने लगी। मगर वह कौन थी, कहां की थी और उसका क्या अतीत था, इन सवालों के जवाब दलीप ने पुलिस को नहीं दिए हैं। दलीप सिंह (30) पुत्र कृष्ण कुमार बिश्नोई नौवीं कक्षा तक पढ़ा है और खेती करता है। करीब पांच माह पहले हमउम्र महिला उसके संपर्क में आई। महिला ने खुद का नाम राधा बताया और दलीप के साथ रहने लगी।
दोनों की जान-पहचान मोबाइल फोन की मिस कॉल से हुई। दलीप के अनुसार करीब पांच महीने पहले उसके मोबाइल पर एक अन्य मोबाइल से मिस कॉल आई। उसने जवाब में फोन लगाया तो फोन महिला ने रिसीव किया और खुद का नाम राधा बताया। फोन पर बातचीत के दौरान दोनों में दोस्ती हो गई। कुछ दिन बाद महिला गांव खुइयांमलकाना में उसके पास आ गई और साथ पत्नी के रूप में रहने लगी। दलीप के अनुसार महिला ने अपने अतीत के बारे में कभी कुछ भी नहीं बताया। यह भी नहीं कि वह किसी जाति की है। उसने यह पूछने की जरूरत भी नहीं समझी।
पुलिस को दिए बयान में दलीप ने बताया कि राधा पिछले कुछ दिनों से खांसी से पीड़ित थी और वह दवा भी ले रही थी। मंगलवार को खांसी की दवा के भ्रम में वह कीटनाशक दवा पी गई जिससे उसकी मौत हो गई। दलीप के अनुसार मंगलवार सुबह करीब सात बजे वह खेत से पशुओं के लिए हरा चारा लेने के लिए गया था। कुछ देर बाद ही उसके भतीजे नवीन कुमार (11) का फोन आया कि चाची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। घर पहुंच कर उसने देखा कि राधा उल्टियां कर रही थी। उसे बठिंडा के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। वहां से उसे लुधियाना रेफर कर दिया। बठिंडा से लुधियाना ले जाते समय रास्ते में राधा ने दम तोड़ दिया।
खेत में रहता है दलीप
दलीप सिंह की मां का करीब तीन साल पहले निधन हो गया था। उसके पिता कृष्ण कुमार साधु बने हैं। उसका भाई गांव में रहता है और वह खेत में ढाणी में रहता है। इसी ढाणी में राधा उसके साथ रह रही थी। मामले की जांच कर रहे थाना सदर के एएसआई धर्मपाल ने बताया कि पुलिस ने दलीप के बयान पर राधा की मौत को इत्तफाकिया मानते हुए कार्रवाई की है।
01 दिसंबर 2010
यूं तो रोगों से लडऩे की शक्ति खो देंगे डबवाली वासी
डबवाली (लहू की लौ) विश्व के वैज्ञानिक धरती से मानव जीवन समाप्त होने की हर रोज नई-नई तारीख घोषित कर देते हैं। यह महज एक भविष्यवाणी होती है। लेकिन हम कोई भविष्यवाणी नहीं कर रहे, बल्कि आपको एक ऐसे 'खतरेÓ से परिचित करवाने जा रहे हैं, जो तीन प्रदेशों की त्रिवेणी कहे जाने वाले नगर डबवाली के लोगों के लिए सबसे ज्यादा नुक्सानदायक साबित हो सकता है।
एक ऐसा 'खतराÓ जिसका प्रभाव केवल एक व्यक्ति पर नहीं, लगभग एक लाख आबादी वाले नगर डबवाली पर पड़ेगा। 'खतराÓ किसी व्यक्ति या प्रलय से नहीं है। बल्कि लोगों द्वारा ही सीवरेजों में बहाए जाने वाले गंदे पानी से है। यही गंदा पानी अब लोगों के गले की फांस बनेगा। चूंकि सीवरेज के गंदे पानी को निकालने का स्थान लगभग खत्म हो चुका है। इसी के कारण नगर के विभिन्न हिस्सों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। अब के बरस हुई बारिश के दिनों में नगर में फैला डायरिया रोग इस बात का जीता-जागता सबूत है। खैर इस 'खतरेÓ से प्रशासन भी अनजान नहीं है। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वह मसौदा तैयार करने में जुट गया है।
हरियाणा राज्य बनने से पूर्व डबवाली के रामबाग के पीछे गंदे पानी को निकालने के लिए डिस्पोजल स्थापित किया गया था। लेकिन साल 1965 में हरियाणा राज्य पंजाब से अलग हो गया। लेकिन जिस भूमि पर डिस्पोजल निर्मित है, वह जगह पंजाब की है। इसी के साथ हरियाणा क्षेत्र में पड़ती 11 एकड़ भूमि में गंदा पानी छोड़ा जाता था। डिस्पोजल का पूरा खर्च हरियाणा सरकार व्यय करती है। इस डिस्पोजल से शहर डबवाली का 70 फीसदी गंदा पानी निकलता है। लेकिन अब 11 एकड़ भूमि में से करीब आठ एकड़ भूमि पर नगरपालिका द्वारा गिराए गए शहर के कूड़े कचरे का कब्जा हो गया है। इसके अतिरिक्त एक अन्य डिस्पोजल चौटाला रोड़ पर बना हुआ है, जो शहर का 30 फीसदी गंदा पानी बाहर निकालता है।
यह है स्थिति
रामबाग के पीछे बने डिस्पोजल का गंदा पानी इन दिनों पंजाब के किसान प्रयोग में ला रहे हैं। सीवरेज के गंदे पानी से पंजाब के किसानों की करीब चार सौ एकड़ जमीन को फायदा पहुंच रहा है। लेकिन वे भी अपनी जरूरत तक ही पानी लगाएंगे। गौरतलब है कि बारिश के दिनों में पंजाब के किसानों ने गंदा पानी अपनी खेतों में निकालने पर रोक लगा दी थी। निकासी का कोई प्रबंध न होने के कारण और किसानों द्वारा अपने खेतों में गंदे पानी के प्रवेश को बंद करते ही यह गंदा पानी डबवाली नगर में लोगों के घरों में ही जाएगा। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। हालांकि अब भी नगर के अधिकतर भाग में गंदा पानी घरों में आ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस बात से जनस्वास्थ्य विभाग भली भांति परिचित है। इस समस्या के हल के लिए गंदे पानी को पंजाब से होते हुए शेरगढ़ तक पहुंचाने की योजना तैयार कर रहा है। योजना के मुताबिक करीब तीन किलोमीटर लम्बी नाली या पाईप बिछाकर गंदे पानी को गांव शेरगढ़ तक पहुंचाया जाएगा। सूत्रों की माने तो योजना लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। जिसे जल्द ही स्वीकृति के लिए मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा। लेकिन यह योजना सिरे चढऩे की उम्मीद कम है। चूंकि योजना को पूरा करने के लिए पंजाब सरकार की भी मोहर लगानी होगी।
योजना तैयार
डिस्पोजल व्यवस्था देख रहे जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष चन्द्र ने समस्या को स्वीकार करते हुए बताया कि इसे दूर करने के लिए योजना बनाई गई है। जिसे जल्द मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा
सीवरेज का गंदा पानी स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। इसके प्रयोग से ये रोग हो सकते हैं :-
1. डायरिया
2. हैजा
3. टाईफाईड
4. पीलिया
5. कैंसर
6. चमड़ी रोग
7. अनीमिया
8. हड्डी रोग
डबवाली के सरकारी अस्पताल के डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि सीवरेज युक्त पानी को उबालने के बावजूद भी पानी के कीटाणु नहीं मरते। इसे शुद्ध पानी नहीं कहा जा सकता। सीवरेज युक्त पानी पीने से कैंसल तथा हड्डी रोग हो सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि व्यक्ति बीमारियों से लडऩे की भी शक्ति खो सकता है। चिकित्सक के अनुसार ऐसेी परिस्थिति में आरओ कारगार साबित हो सकते हैं। लेकिन कुछ समय के लिए। आरओ के पानी को भी इक्ट्ठा करके प्रयोग करने में ध्यान रखना आवश्यक होता है।
एक ऐसा 'खतराÓ जिसका प्रभाव केवल एक व्यक्ति पर नहीं, लगभग एक लाख आबादी वाले नगर डबवाली पर पड़ेगा। 'खतराÓ किसी व्यक्ति या प्रलय से नहीं है। बल्कि लोगों द्वारा ही सीवरेजों में बहाए जाने वाले गंदे पानी से है। यही गंदा पानी अब लोगों के गले की फांस बनेगा। चूंकि सीवरेज के गंदे पानी को निकालने का स्थान लगभग खत्म हो चुका है। इसी के कारण नगर के विभिन्न हिस्सों में गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। अब के बरस हुई बारिश के दिनों में नगर में फैला डायरिया रोग इस बात का जीता-जागता सबूत है। खैर इस 'खतरेÓ से प्रशासन भी अनजान नहीं है। लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए वह मसौदा तैयार करने में जुट गया है।
हरियाणा राज्य बनने से पूर्व डबवाली के रामबाग के पीछे गंदे पानी को निकालने के लिए डिस्पोजल स्थापित किया गया था। लेकिन साल 1965 में हरियाणा राज्य पंजाब से अलग हो गया। लेकिन जिस भूमि पर डिस्पोजल निर्मित है, वह जगह पंजाब की है। इसी के साथ हरियाणा क्षेत्र में पड़ती 11 एकड़ भूमि में गंदा पानी छोड़ा जाता था। डिस्पोजल का पूरा खर्च हरियाणा सरकार व्यय करती है। इस डिस्पोजल से शहर डबवाली का 70 फीसदी गंदा पानी निकलता है। लेकिन अब 11 एकड़ भूमि में से करीब आठ एकड़ भूमि पर नगरपालिका द्वारा गिराए गए शहर के कूड़े कचरे का कब्जा हो गया है। इसके अतिरिक्त एक अन्य डिस्पोजल चौटाला रोड़ पर बना हुआ है, जो शहर का 30 फीसदी गंदा पानी बाहर निकालता है।
यह है स्थिति
रामबाग के पीछे बने डिस्पोजल का गंदा पानी इन दिनों पंजाब के किसान प्रयोग में ला रहे हैं। सीवरेज के गंदे पानी से पंजाब के किसानों की करीब चार सौ एकड़ जमीन को फायदा पहुंच रहा है। लेकिन वे भी अपनी जरूरत तक ही पानी लगाएंगे। गौरतलब है कि बारिश के दिनों में पंजाब के किसानों ने गंदा पानी अपनी खेतों में निकालने पर रोक लगा दी थी। निकासी का कोई प्रबंध न होने के कारण और किसानों द्वारा अपने खेतों में गंदे पानी के प्रवेश को बंद करते ही यह गंदा पानी डबवाली नगर में लोगों के घरों में ही जाएगा। जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। हालांकि अब भी नगर के अधिकतर भाग में गंदा पानी घरों में आ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार इस बात से जनस्वास्थ्य विभाग भली भांति परिचित है। इस समस्या के हल के लिए गंदे पानी को पंजाब से होते हुए शेरगढ़ तक पहुंचाने की योजना तैयार कर रहा है। योजना के मुताबिक करीब तीन किलोमीटर लम्बी नाली या पाईप बिछाकर गंदे पानी को गांव शेरगढ़ तक पहुंचाया जाएगा। सूत्रों की माने तो योजना लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुकी है। जिसे जल्द ही स्वीकृति के लिए मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा। लेकिन यह योजना सिरे चढऩे की उम्मीद कम है। चूंकि योजना को पूरा करने के लिए पंजाब सरकार की भी मोहर लगानी होगी।
योजना तैयार
डिस्पोजल व्यवस्था देख रहे जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सुभाष चन्द्र ने समस्या को स्वीकार करते हुए बताया कि इसे दूर करने के लिए योजना बनाई गई है। जिसे जल्द मुख्य सचिव हरियाणा के पास भेजा जाएगा
सीवरेज का गंदा पानी स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। इसके प्रयोग से ये रोग हो सकते हैं :-
1. डायरिया
2. हैजा
3. टाईफाईड
4. पीलिया
5. कैंसर
6. चमड़ी रोग
7. अनीमिया
8. हड्डी रोग
डबवाली के सरकारी अस्पताल के डॉ. बलेश बांसल ने बताया कि सीवरेज युक्त पानी को उबालने के बावजूद भी पानी के कीटाणु नहीं मरते। इसे शुद्ध पानी नहीं कहा जा सकता। सीवरेज युक्त पानी पीने से कैंसल तथा हड्डी रोग हो सकते हैं। इतना ही नहीं बल्कि व्यक्ति बीमारियों से लडऩे की भी शक्ति खो सकता है। चिकित्सक के अनुसार ऐसेी परिस्थिति में आरओ कारगार साबित हो सकते हैं। लेकिन कुछ समय के लिए। आरओ के पानी को भी इक्ट्ठा करके प्रयोग करने में ध्यान रखना आवश्यक होता है।
7 साल के बाद फौजी विधवा को मिला इंसाफ
मलोट (लहू की लौ) अपने ही गांव के एक स्वर्ण जाति से संबंधित व्यक्ति के हाथों मानसिक और शारीरिक छेड़छाड़ का शिकार हुई फौजी की दलित विधवा की पुलिस द्वारा सुनवाई न किये जाने के बाद पीडि़ता ने अदालत में गुहार लगाई और उसे 7 साल के बाद इंसाफ मिल गया।
गांव किलियांवाली की एक दलित महिला रछपिन्द्र कौर उर्फ माया पत्नी पिरथी सिंह फौजी ने 6 अक्तूबर 2003 को मलोट के उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में धारा 354/380/382/323/506/452 आईपीसी और एससी व एसटी एक्ट के तहत इस्तगासा दायर करके इंसाफ की मांग की थी। अपनी शिकायत में पीडि़ता ने कहा था कि उनके ही गांव किलियांवाली के राजवीर सिंह उर्फ मक्खन ने 26 अगस्त 2003 को खेत जाते समय रास्ते में घेर लिया और बुरी नीयत से शारीरिक छेड़छाड़ की और उसे गांव के ही लोगों ने आकर बचाया। उसने इस संबंध में चौकी किलियांवाली में शिकायत की लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिला।
उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी मलोट कृष्णकांत की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद दोषी करार देते हुए आरोपी राजवीर सिंह को एक साल की कैद की सजा सुनाई।
गांव किलियांवाली की एक दलित महिला रछपिन्द्र कौर उर्फ माया पत्नी पिरथी सिंह फौजी ने 6 अक्तूबर 2003 को मलोट के उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में धारा 354/380/382/323/506/452 आईपीसी और एससी व एसटी एक्ट के तहत इस्तगासा दायर करके इंसाफ की मांग की थी। अपनी शिकायत में पीडि़ता ने कहा था कि उनके ही गांव किलियांवाली के राजवीर सिंह उर्फ मक्खन ने 26 अगस्त 2003 को खेत जाते समय रास्ते में घेर लिया और बुरी नीयत से शारीरिक छेड़छाड़ की और उसे गांव के ही लोगों ने आकर बचाया। उसने इस संबंध में चौकी किलियांवाली में शिकायत की लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिला।
उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी मलोट कृष्णकांत की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद दोषी करार देते हुए आरोपी राजवीर सिंह को एक साल की कैद की सजा सुनाई।
विवादित प्लाट के मामले ने तूल पकड़ा
डबवाली (लहू की लौ) कबीर बस्ती में विवादित प्लाट को लेकर मामला तूल पकड़ गया है। प्लाट मालिक मंगत राए पुत्र हुक्म चन्द ने एक शिकायत पत्र नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल को देकर न्याय की गुहार लगाई है।
नायब तहसीलदार तथा डीएसपी को दी शिकायत में मंगत राए निवासी डबवाली ने कहा है कि उसके पास कबीर बस्ती में 18 मरले का प्लाट है। जोकि उसकी पत्नी उषा रानी व अन्य आशा रानी पत्नी प्रवीण कुमार, हरभजन कौर पत्नी नन्द लाल के बराबर हिस्से हैं। जिसे उन्होंने 1 सितंबर 2010 को विजय कुमार पुत्र वेदप्रकाश से खरीदा। जिसकी रजिस्ट्री भी उनके पास है और प्लाट खरीदने के बाद तीन-तीन फुट की चारदीवारी भी उन्होंने की हुई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार कबीर बस्ती निवासी देवीलाल, विक्की चोरा, ओमप्रकाश, किशोर चन्द व अन्य 15-20 नामालूम लोगों ने उनके प्लाट पर कब्जा करने की नियत से 29 नवंबर 2010 को धर्मशाला का रकबा दिखाते हुए उपमंडलाधीश को ज्ञापन दिया है। जबकि सच्चाई यह है कि प्लाट उनका है, दावा करने वालों के पास किसी प्रकार की कोई रजिस्टरी बगैरा नहीं है। धर्मशाला की आड़ में आरोपी उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर आरोप लगाया कि ये लोग कबीर बस्ती में पहले भी एक विधवा औरत के प्लाट को धर्मशाला का रकबा बताकर उस पर कब्जा कर चुके हैं और बाद में उस प्लाट को बेच भी चुके हैं।
नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिलाया कि इस प्रकरण की जांच करवाई जाएगी। जो भी कोई दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर शिकायतकर्ता मंगत राए बगैरा के साथ काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
नायब तहसीलदार तथा डीएसपी को दी शिकायत में मंगत राए निवासी डबवाली ने कहा है कि उसके पास कबीर बस्ती में 18 मरले का प्लाट है। जोकि उसकी पत्नी उषा रानी व अन्य आशा रानी पत्नी प्रवीण कुमार, हरभजन कौर पत्नी नन्द लाल के बराबर हिस्से हैं। जिसे उन्होंने 1 सितंबर 2010 को विजय कुमार पुत्र वेदप्रकाश से खरीदा। जिसकी रजिस्ट्री भी उनके पास है और प्लाट खरीदने के बाद तीन-तीन फुट की चारदीवारी भी उन्होंने की हुई है।
शिकायतकर्ता के अनुसार कबीर बस्ती निवासी देवीलाल, विक्की चोरा, ओमप्रकाश, किशोर चन्द व अन्य 15-20 नामालूम लोगों ने उनके प्लाट पर कब्जा करने की नियत से 29 नवंबर 2010 को धर्मशाला का रकबा दिखाते हुए उपमंडलाधीश को ज्ञापन दिया है। जबकि सच्चाई यह है कि प्लाट उनका है, दावा करने वालों के पास किसी प्रकार की कोई रजिस्टरी बगैरा नहीं है। धर्मशाला की आड़ में आरोपी उनकी जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।
शिकायतकर्ता ने आरोपियों पर आरोप लगाया कि ये लोग कबीर बस्ती में पहले भी एक विधवा औरत के प्लाट को धर्मशाला का रकबा बताकर उस पर कब्जा कर चुके हैं और बाद में उस प्लाट को बेच भी चुके हैं।
नायब तहसीलदार हरिओम बिश्नोई तथा डीएसपी बाबू लाल ने शिकायतकर्ता को आश्वासन दिलाया कि इस प्रकरण की जांच करवाई जाएगी। जो भी कोई दोषी पाया गया, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस मौके पर शिकायतकर्ता मंगत राए बगैरा के साथ काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
महिला पंचों ने कहा गांव में भी लगें प्रशिक्षण शिविर
डबवाली (लहू की लौ) यहां के खण्ड विकास एवं पंचायत कार्यालय में पंचायती राज संस्थाओं का प्रशिक्षण शिविर मंगलवार को समाप्त हो गया। शिविर हरियाणा ग्रामीण विकास संस्थान नीलोखेड़ी द्वारा आयोजित आयोजित किया गया था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग ने बताया कि खण्ड डबवाली में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 2 नवम्बर 2010 को शुरू किया गया था। जिसकी शुरूआत खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी रामसिंह ने की थी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तापूर्वक बताते हुए मैनपाल सिहाग ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से खण्ड डबवाली की सभी 48 ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित पंच व सरपंचों को पंचायती राज के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंच सरपंचों को पंचायती राज की अवधारणा, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत की शक्तियों, कार्यों, पंच व सरपंचों की शक्तियों व कत्र्तव्यों तथा ग्राम सचिव की भूमिका के बारे में बताया गया। इसके साथ-साथ पंच सरपंचों को सुचना के अधिकार 2005, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, पंचायतों के वित्तीय प्रबंधन, शामलात भूमि के प्रबंधन तथा अनेक सामाजिक मुद्दो के बारे में जानकारी दी गई। सिरसा जिला में पंच सरपंचों के प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 अगस्त 2010 को बड़ागुढ़ा खण्ड से शुरु होकर आज खण्ड डबवाली में सम्पन्न हुए हैं।
पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में सिहाग ने बताया कि पंच सरपंचों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सफल रहे और इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में खण्ड तथा जिला स्तर पर सभी कर्मचारियों ने अह्म भूमिका निभाई। उन्होंने यह बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सबसे बड़ी सफलता यह रही कि नव निर्वाचित महिला पंच सरपंचों ने घर की चार दीवारी से बाहर निकलकर ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा अपने अधिकार व कत्र्तव्यों के बारे में जानने के लिए जागरुकता दिखाई। पत्रकारों द्वारा महिला पंच सरपंचों से पूछे गये सवाल के जवाब में महिला पंच मनजीत कौर नीलियांवाली, सुखजीत कौर पाना, जसपाल कौर, परमिन्द्र कौर, सुखदीप कौर खुईयांमलकाना ने सुझाव दिया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम खण्ड स्तर की बजाय गांव स्तर पर करवाए जाने चाहिए ताकि गांव से शहर न पहुंचने वाली महिला पंचायत सदस्यों को उनके अधिकारों की पूर्ण जानकारी मिल सकें।
मंगलवार के अंतिम प्रशिक्षण कार्यक्रम में खुईयां मलकाना, सांवतखेड़ा, नीलांवाली, दीवानखेड़ा, हैबूआना तथा पाना गांव की पंचायतों के पंच सरपंचों को प्रशिक्षण दिया गया। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी राम सिंह ने प्रशिक्षण के समापन समारोह पर नीलोखेड़ी से आए प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग, प्रशिक्षक वजीर सिंह को प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाने के लिए बधाई दी व आशा की कि वह आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे और ग्राम पंचायतों को उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा। इस मौके पर समाज शिक्षा अधिकारी राम प्रकाश, खण्ड लेखाकार रामकिशन, सहायक सामान्य संदीप शर्मा सहित खण्ड के अन्य कर्मचारी व अधिकारी भी उपस्थित थे।
2 नवंबर से खण्ड डबवाली में चले प्रशिक्षण कार्यक्रम में खण्ड डबवाली की 48 गांव पंचायतों के 691 सदस्यों ने भाग लिया तथा अपने अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग ने बताया कि खण्ड डबवाली में यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 2 नवम्बर 2010 को शुरू किया गया था। जिसकी शुरूआत खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी रामसिंह ने की थी। प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में विस्तापूर्वक बताते हुए मैनपाल सिहाग ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से खण्ड डबवाली की सभी 48 ग्राम पंचायतों के नव निर्वाचित पंच व सरपंचों को पंचायती राज के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंच सरपंचों को पंचायती राज की अवधारणा, ग्राम सभा, ग्राम पंचायत की शक्तियों, कार्यों, पंच व सरपंचों की शक्तियों व कत्र्तव्यों तथा ग्राम सचिव की भूमिका के बारे में बताया गया। इसके साथ-साथ पंच सरपंचों को सुचना के अधिकार 2005, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, पंचायतों के वित्तीय प्रबंधन, शामलात भूमि के प्रबंधन तथा अनेक सामाजिक मुद्दो के बारे में जानकारी दी गई। सिरसा जिला में पंच सरपंचों के प्रशिक्षण कार्यक्रम 23 अगस्त 2010 को बड़ागुढ़ा खण्ड से शुरु होकर आज खण्ड डबवाली में सम्पन्न हुए हैं।
पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में सिहाग ने बताया कि पंच सरपंचों का प्रशिक्षण कार्यक्रम सफल रहे और इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफल बनाने में खण्ड तथा जिला स्तर पर सभी कर्मचारियों ने अह्म भूमिका निभाई। उन्होंने यह बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सबसे बड़ी सफलता यह रही कि नव निर्वाचित महिला पंच सरपंचों ने घर की चार दीवारी से बाहर निकलकर ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा अपने अधिकार व कत्र्तव्यों के बारे में जानने के लिए जागरुकता दिखाई। पत्रकारों द्वारा महिला पंच सरपंचों से पूछे गये सवाल के जवाब में महिला पंच मनजीत कौर नीलियांवाली, सुखजीत कौर पाना, जसपाल कौर, परमिन्द्र कौर, सुखदीप कौर खुईयांमलकाना ने सुझाव दिया कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम खण्ड स्तर की बजाय गांव स्तर पर करवाए जाने चाहिए ताकि गांव से शहर न पहुंचने वाली महिला पंचायत सदस्यों को उनके अधिकारों की पूर्ण जानकारी मिल सकें।
मंगलवार के अंतिम प्रशिक्षण कार्यक्रम में खुईयां मलकाना, सांवतखेड़ा, नीलांवाली, दीवानखेड़ा, हैबूआना तथा पाना गांव की पंचायतों के पंच सरपंचों को प्रशिक्षण दिया गया। खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी राम सिंह ने प्रशिक्षण के समापन समारोह पर नीलोखेड़ी से आए प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक मैनपाल सिहाग, प्रशिक्षक वजीर सिंह को प्रशिक्षण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाने के लिए बधाई दी व आशा की कि वह आगे भी इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे और ग्राम पंचायतों को उनका मार्गदर्शन मिलता रहेगा। इस मौके पर समाज शिक्षा अधिकारी राम प्रकाश, खण्ड लेखाकार रामकिशन, सहायक सामान्य संदीप शर्मा सहित खण्ड के अन्य कर्मचारी व अधिकारी भी उपस्थित थे।
2 नवंबर से खण्ड डबवाली में चले प्रशिक्षण कार्यक्रम में खण्ड डबवाली की 48 गांव पंचायतों के 691 सदस्यों ने भाग लिया तथा अपने अधिकारों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
माशूका की जलती चिता में कूद गया आशिक
सिरसा। प्यार की कोई उम्र नहीं होती। जात -पात भी नहीं देखता प्रेमी और जब प्यार परवान नहीं चढ़ता तो दिल टूट जाता है। ऐसे में प्रेमी कुछ भी कर गुजरते हैं। ऐसा ही एक मामला रोड़ी में सामने आया है। यहां एक प्रेमी युगल ने आत्मदाह कर दिया। आत्मदाह करने वाला प्रेमी युगल नाबालिग है। हालांकि दोनों ही पक्षों ने इस सिलसिल में पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन गांव में इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं।
मिली जानकारी के अनुसार रोड़ी निवासी तेजराम की 14 वर्षीय पुत्री वीरपाल कौर उर्फ लाली रोड़ी में ही 8वीं कक्षा की छात्रा थी। लाली का मलसिंहवाला (पंजाब) निवासी बिट्टू से विगत दो वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक विगत 27 नवम्बर को लाली के भाई को दोनों के प्रेम-प्रसंग का पता चल गया। लाली को परिजनों ने समझाया लेकिन उसके सिर से बिट्टू के इश्क का भूत नहीं उतरा। परिजनों ने इस पर लाली को पीट भी डाला था। प्यार परवान न चढ़ते देखकर लाली ने स्वयं पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली। लाली द्वारा उठाए गए इस कदम से परिजन सक्ते में आ गए। झुलसी अवस्था में लाली को सिरसा के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। तीन दिनों तक लाली मौत से जूझती रही। सोमवार शाम उसकी मौत हो गई। परिजनों ने लोकलाज के चलते पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। बिना पोस्टमार्टम के परिजन शव अपने साथ ले गए और आनन-फानन मं अंतिम संस्कार कर देना चाहा। इसी बीच लाली की मौत की खबर उसके प्रेमी बिट्टू को लग गई। बिट्टू भी शमशान घाट जा पहुंचा। वहां लाली के शव को आग की लपटों में देख बिट्टू ने आपा खो दिया। बिट्टू ने भी लाली की चिता में छलांग लगा दी। बुरी तरह झुलसे बिट्टू का मौके पर ही दम टूट गया। बिट्टू और लाली की इस प्रेम कथा के दुखद अंत से परिजनों के साथ-साथ गांव के लोग भी सक्ते में हैं।
दूसरी ओर पुलिस पूरे मामले से ही पल्ला झाड़ रही है। रोड़ी थाना के कार्यकारी प्रभारी उपनिरीक्षक बचन सिंह का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी तो मिली है लेकिन किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं आई। ऐसे में वे कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार रोड़ी निवासी तेजराम की 14 वर्षीय पुत्री वीरपाल कौर उर्फ लाली रोड़ी में ही 8वीं कक्षा की छात्रा थी। लाली का मलसिंहवाला (पंजाब) निवासी बिट्टू से विगत दो वर्षों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक विगत 27 नवम्बर को लाली के भाई को दोनों के प्रेम-प्रसंग का पता चल गया। लाली को परिजनों ने समझाया लेकिन उसके सिर से बिट्टू के इश्क का भूत नहीं उतरा। परिजनों ने इस पर लाली को पीट भी डाला था। प्यार परवान न चढ़ते देखकर लाली ने स्वयं पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली। लाली द्वारा उठाए गए इस कदम से परिजन सक्ते में आ गए। झुलसी अवस्था में लाली को सिरसा के एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। तीन दिनों तक लाली मौत से जूझती रही। सोमवार शाम उसकी मौत हो गई। परिजनों ने लोकलाज के चलते पुलिस को कोई सूचना नहीं दी। बिना पोस्टमार्टम के परिजन शव अपने साथ ले गए और आनन-फानन मं अंतिम संस्कार कर देना चाहा। इसी बीच लाली की मौत की खबर उसके प्रेमी बिट्टू को लग गई। बिट्टू भी शमशान घाट जा पहुंचा। वहां लाली के शव को आग की लपटों में देख बिट्टू ने आपा खो दिया। बिट्टू ने भी लाली की चिता में छलांग लगा दी। बुरी तरह झुलसे बिट्टू का मौके पर ही दम टूट गया। बिट्टू और लाली की इस प्रेम कथा के दुखद अंत से परिजनों के साथ-साथ गांव के लोग भी सक्ते में हैं।
दूसरी ओर पुलिस पूरे मामले से ही पल्ला झाड़ रही है। रोड़ी थाना के कार्यकारी प्रभारी उपनिरीक्षक बचन सिंह का कहना है कि उन्हें इस मामले की जानकारी तो मिली है लेकिन किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत नहीं आई। ऐसे में वे कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है।
दुर्घटना में माली की मौत
डबवाली (लहू की लौ) थाना शहर पुलिस ने गांव सांवतखेड़ा के पास मोटरसाईकिल दुर्घटना में घायल हुए एक व्यक्ति की बाद में मौत हो जाने पर अज्ञात मोटरसाईकिल चालक के खिलाफ लापरवाही से मोटरसाईकिल चलाकर दुर्घटना को अंजाम देने के आरोप में मामला दर्ज करके आरोपी की तालाश शुरू कर दी है।
गांव सांवतखेड़ा निवासी जय राम (45) सोमवार रात को रिक्शा पर डबवाली से अपने घर लौट रहा था। मार्ग में रिक्शा चालक रिक्शा को रोड़ पर खड़ा करके स्वयं लघुशंका के लिए चला गया। जबकि जयराम उस पर बैठा रहा। अचानक डबवाली साईड से आए एक तेजगति मोटरसाईकिल ने रिक्शा में टक्कर मारी। रिक्शा पर बैठा जयराम नीचे गिर गया। उसे घायल अवस्था में पुलिस एम्बूलैंस के चालक हरपाल तथा जयप्रकाश ने डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद जयराम को उपचार के लिए सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन वहां से भी उसे रोहतक के लिए रैफर कर दिया गया। रोहतक लेजाते समय मार्ग में ही उसने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली लाया गया। जयराम गांव सांवतखेड़ा में किसान जय सिंह दंदीवाल के खेत में सब्जी की बुआई करता था।
पता चला है कि मोटरसाईकिल पर सवार एक व्यक्ति भी घायल हुआ है। जिसकी पहचान स्वर्ण सिंह (45) पुत्र लाभ सिंह निवासी नीलियांवाली के रूप में हुई है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सुभाष ने बताया कि मृतक के भांजे दिनेश कुमार (25) पुत्र जसराम के ब्यान पर अज्ञात आरोपी मोटरसाईकिल चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके मोटरसाईकिल को कब्जे में ले लिया है।
गांव सांवतखेड़ा निवासी जय राम (45) सोमवार रात को रिक्शा पर डबवाली से अपने घर लौट रहा था। मार्ग में रिक्शा चालक रिक्शा को रोड़ पर खड़ा करके स्वयं लघुशंका के लिए चला गया। जबकि जयराम उस पर बैठा रहा। अचानक डबवाली साईड से आए एक तेजगति मोटरसाईकिल ने रिक्शा में टक्कर मारी। रिक्शा पर बैठा जयराम नीचे गिर गया। उसे घायल अवस्था में पुलिस एम्बूलैंस के चालक हरपाल तथा जयप्रकाश ने डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद जयराम को उपचार के लिए सिरसा रैफर कर दिया। लेकिन वहां से भी उसे रोहतक के लिए रैफर कर दिया गया। रोहतक लेजाते समय मार्ग में ही उसने दम तोड़ दिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए डबवाली लाया गया। जयराम गांव सांवतखेड़ा में किसान जय सिंह दंदीवाल के खेत में सब्जी की बुआई करता था।
पता चला है कि मोटरसाईकिल पर सवार एक व्यक्ति भी घायल हुआ है। जिसकी पहचान स्वर्ण सिंह (45) पुत्र लाभ सिंह निवासी नीलियांवाली के रूप में हुई है।
मामले की जांच कर रहे थाना शहर पुलिस के एएसआई सुभाष ने बताया कि मृतक के भांजे दिनेश कुमार (25) पुत्र जसराम के ब्यान पर अज्ञात आरोपी मोटरसाईकिल चालक के खिलाफ मामला दर्ज करके मोटरसाईकिल को कब्जे में ले लिया है।
29 नवंबर 2010
गुंडों का निशाना बना व्यापारी
किडनैप करके 1 लाख 10 हजार रूपए की राशि लूटी, लूट के बाद नहर में फेंकने का प्रयास
डबवाली (लहू की लौ) एक गाड़ी पर सवार होकर आए चार गुंडों ने चौटाला रोड़ से एक व्यापारी को उसकी गाड़ी सहित किडनैप कर लिया। गांव अबूबशहर के पास 1 लाख 10 हजार रूपए लूटने के बाद व्यापारी को नहर में फेंकने की कोशिश की। घटना शनिवार रात करीब 12 बजे की बताई जाती है।
डबवाली के वार्ड नं. 11 के निवासी कृष्ण अंगी (38) पुत्र दीवान चन्द अंगी अपने सहायक गुरजंट सिंह (30) पुत्र बनवारी लाल निवासी वाटर वक्र्स एरिया, मण्डी किलियांवाली (पंजाब) के साथ शनिवार सुबह करीब 11 बजे अपनी गाड़ी पर साबुन की 450 पेटी लादकर राजस्थान के पीलीबंगा तथा सूरतगढ़ गया था। वहां इन साबुन की पेटियों को व्यापारियों को बेचकर एक लाख तीन हजार रूपए की राशि लेकर हनुमानगढ़ आ गया। हनुमानगढ़ से उसने मूंगफली भरी और रात को करीब 10.30 बजे डबवाली के लिए रवाना हो गया।
व्यापारी कृष्ण अंगी ने बताया कि वह हनुमानगढ़ से डबवाली के लिए अपने कर्मचारी गुरजंट उर्फ जंटा के साथ रवाना हो गया। उनकी गाड़ी ने जैसे ही संगरिया बैरियर को क्रॉस किया तो वहां पर पहले से खड़ी टाटा सूमो उनके पीछे हो ली। उसने समझा कि टैक्स बैरियर की गाड़ी होगी। लेकिन कुछ समय बाद उसे ज्ञात हुआ कि गाड़ी में सवार लोग संदिग्ध हैं। उसने अपनी गाड़ी को चौटाला में पुलिस चौकी की ओर मोड़ लिया। लेकिन चौकी के दरवाजें बंद होने के कारण वह गाड़ी को डबवाली की ओर ले आया।
कृष्ण के अनुसार उसकी गाड़ी जैसे ही डबवाली में चौटाला रोड़ पर स्थित अग्निकांड स्थल के नजदीक बदमाशों ने टाटा सूमो उनकी गाड़ी के आगे लगा ली और एक बदमाश ने उसके साथ बैठे गुरजंट को नीचे फेंक दिया। गुरजंट मौका से भाग खड़ा हुआ। बदमाशों ने उस पर पत्थर भी बरसाए। इतने में एक बदमाश ने उसकी गाड़ी के शीशे पर हॉकी दे मारी और उससे मारपीट शुरू कर दी। उसे अद्र्धबेहोशी की अवस्था में बदमाशों ने अपनी गाड़ी में डाल लिया और उसकी गाड़ी को भी एक बदमाश ने थाम कर साथ ले लिया।
बदमाश उसे अबूबशहर में नहर के किनारे ले गए। वहां पर बदमाशों ने उससे एक लाख तीन हजार रूपए की नकदी और जेब में पड़ी करीब सात हजार रूपए की नकदी भी निकाल ली। इसके बाद बदमाशों ने उसे नहर में फेंकने की योजना बनाई। इस योजना को लेकर बदमाशों में आपस में विचार नहीं मिले। इतने में मौका पाकर वह उनकी गाड़ी से कूद गया। इसी दौरान वहां पर एक ट्रेक्टर-ट्राली आ गई। जिसे देखकर बदमाश भाग खड़े हुए। वह अपनी गाड़ी में सवार होकर वापिस डबवाली पहुंचा। कृष्ण के अनुसार बदमाश की संख्या चार थी जोकि मुंह पर रूमाल लिए हुए थे। वे हिन्दी में बातचीत कर रहे थे। एक-दूसरे को भईया कहकर पुकार रहे थे।
कृष्ण अंगी ने बताया कि वह पिछले करीब आठ सालों से कमीशन पर राजस्थान और पंजाब में सामान लाने और लेजाने का काम कर रहा है। राजस्थान में वह पंजाब की बनी साबुन और राजस्थान से मूंगफली, दालें आदि लाकर पंजाब में सप्लाई करता आ रहा है। करीब पंद्रह दिन पूर्व उसका हनुमानगढ़ टाऊन में एक व्यापारी के साथ साबुन की चार पेटियों को लेकर मनमुटाव हो गया था। व्यापारी ने उसे देख लेने की धमकी दी थी और कई बार उसका पीछा भी किया। उसने एक बार उसकी गाड़ी को भी टैक्स अधिकारियों को पकड़वा दिया था। उसे संदेह है कि इसके पीछे भी उसी का हाथ होगा। उसके अनुसार बदमाश नकदी के साथ उसका मोबाइल भी छीन ले गए।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी हे।
डबवाली (लहू की लौ) एक गाड़ी पर सवार होकर आए चार गुंडों ने चौटाला रोड़ से एक व्यापारी को उसकी गाड़ी सहित किडनैप कर लिया। गांव अबूबशहर के पास 1 लाख 10 हजार रूपए लूटने के बाद व्यापारी को नहर में फेंकने की कोशिश की। घटना शनिवार रात करीब 12 बजे की बताई जाती है।
डबवाली के वार्ड नं. 11 के निवासी कृष्ण अंगी (38) पुत्र दीवान चन्द अंगी अपने सहायक गुरजंट सिंह (30) पुत्र बनवारी लाल निवासी वाटर वक्र्स एरिया, मण्डी किलियांवाली (पंजाब) के साथ शनिवार सुबह करीब 11 बजे अपनी गाड़ी पर साबुन की 450 पेटी लादकर राजस्थान के पीलीबंगा तथा सूरतगढ़ गया था। वहां इन साबुन की पेटियों को व्यापारियों को बेचकर एक लाख तीन हजार रूपए की राशि लेकर हनुमानगढ़ आ गया। हनुमानगढ़ से उसने मूंगफली भरी और रात को करीब 10.30 बजे डबवाली के लिए रवाना हो गया।
व्यापारी कृष्ण अंगी ने बताया कि वह हनुमानगढ़ से डबवाली के लिए अपने कर्मचारी गुरजंट उर्फ जंटा के साथ रवाना हो गया। उनकी गाड़ी ने जैसे ही संगरिया बैरियर को क्रॉस किया तो वहां पर पहले से खड़ी टाटा सूमो उनके पीछे हो ली। उसने समझा कि टैक्स बैरियर की गाड़ी होगी। लेकिन कुछ समय बाद उसे ज्ञात हुआ कि गाड़ी में सवार लोग संदिग्ध हैं। उसने अपनी गाड़ी को चौटाला में पुलिस चौकी की ओर मोड़ लिया। लेकिन चौकी के दरवाजें बंद होने के कारण वह गाड़ी को डबवाली की ओर ले आया।
कृष्ण के अनुसार उसकी गाड़ी जैसे ही डबवाली में चौटाला रोड़ पर स्थित अग्निकांड स्थल के नजदीक बदमाशों ने टाटा सूमो उनकी गाड़ी के आगे लगा ली और एक बदमाश ने उसके साथ बैठे गुरजंट को नीचे फेंक दिया। गुरजंट मौका से भाग खड़ा हुआ। बदमाशों ने उस पर पत्थर भी बरसाए। इतने में एक बदमाश ने उसकी गाड़ी के शीशे पर हॉकी दे मारी और उससे मारपीट शुरू कर दी। उसे अद्र्धबेहोशी की अवस्था में बदमाशों ने अपनी गाड़ी में डाल लिया और उसकी गाड़ी को भी एक बदमाश ने थाम कर साथ ले लिया।
बदमाश उसे अबूबशहर में नहर के किनारे ले गए। वहां पर बदमाशों ने उससे एक लाख तीन हजार रूपए की नकदी और जेब में पड़ी करीब सात हजार रूपए की नकदी भी निकाल ली। इसके बाद बदमाशों ने उसे नहर में फेंकने की योजना बनाई। इस योजना को लेकर बदमाशों में आपस में विचार नहीं मिले। इतने में मौका पाकर वह उनकी गाड़ी से कूद गया। इसी दौरान वहां पर एक ट्रेक्टर-ट्राली आ गई। जिसे देखकर बदमाश भाग खड़े हुए। वह अपनी गाड़ी में सवार होकर वापिस डबवाली पहुंचा। कृष्ण के अनुसार बदमाश की संख्या चार थी जोकि मुंह पर रूमाल लिए हुए थे। वे हिन्दी में बातचीत कर रहे थे। एक-दूसरे को भईया कहकर पुकार रहे थे।
कृष्ण अंगी ने बताया कि वह पिछले करीब आठ सालों से कमीशन पर राजस्थान और पंजाब में सामान लाने और लेजाने का काम कर रहा है। राजस्थान में वह पंजाब की बनी साबुन और राजस्थान से मूंगफली, दालें आदि लाकर पंजाब में सप्लाई करता आ रहा है। करीब पंद्रह दिन पूर्व उसका हनुमानगढ़ टाऊन में एक व्यापारी के साथ साबुन की चार पेटियों को लेकर मनमुटाव हो गया था। व्यापारी ने उसे देख लेने की धमकी दी थी और कई बार उसका पीछा भी किया। उसने एक बार उसकी गाड़ी को भी टैक्स अधिकारियों को पकड़वा दिया था। उसे संदेह है कि इसके पीछे भी उसी का हाथ होगा। उसके अनुसार बदमाश नकदी के साथ उसका मोबाइल भी छीन ले गए।
थाना शहर प्रभारी इंस्पेक्टर बलवंत जस्सू ने बताया कि पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी हे।
कार पलटी, मियां-बीबी घायल
डबवाली (लहू की लौ) घायल पिता का पता लेने के लिए दिल्ली से अबोहर जा रहे नेटवर्क इंजीनियर अपनी पत्नी सहित अनियंत्रित हुई कार के रविवार सुबह करीब 7 बजे पलट जाने से घायल हो गये।
घायल अमित सक्सेना (26) ने बताया कि उसे पता चला कि उसका 60 वर्षीय पिता अरूण सक्सेना अबोहर शनिवार को एक दुर्घटना में घायल हो गया है। इस पर वह अपनी पत्नी रूपाली सक्सेना (25) के साथ शनिवार रात को लगभग 11 बजे दिल्ली से अबोहर के लिए अपनी जिन्न कार में रवाना हुआ। वह टाटा कम्युनिकेशन में नेटवर्क इंजीनियर के पद पर कार्यरत है।
घायल के अनुसार उनकी कार जैसे ही डबवाली के नजदीक गांव सांवतखेड़ा के पास पहुंची तो अचानक उसे नींद की झपकी आ जाने से कार अनियंत्रित होकर खेतों में जाकर पलट गई। जिससे उसे तथा उसकी पत्नी को चोटें आयीं। घायलों को डबवाली जन सहारा सेवा संस्था की एम्बुलैंस के चालक कुलवन्त सिंह ने डबवाली के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दम्पत्ति अस्पताल से छुट्टी लेकर अबोहर के लिए रवाना हो गये।
घायल अमित सक्सेना (26) ने बताया कि उसे पता चला कि उसका 60 वर्षीय पिता अरूण सक्सेना अबोहर शनिवार को एक दुर्घटना में घायल हो गया है। इस पर वह अपनी पत्नी रूपाली सक्सेना (25) के साथ शनिवार रात को लगभग 11 बजे दिल्ली से अबोहर के लिए अपनी जिन्न कार में रवाना हुआ। वह टाटा कम्युनिकेशन में नेटवर्क इंजीनियर के पद पर कार्यरत है।
घायल के अनुसार उनकी कार जैसे ही डबवाली के नजदीक गांव सांवतखेड़ा के पास पहुंची तो अचानक उसे नींद की झपकी आ जाने से कार अनियंत्रित होकर खेतों में जाकर पलट गई। जिससे उसे तथा उसकी पत्नी को चोटें आयीं। घायलों को डबवाली जन सहारा सेवा संस्था की एम्बुलैंस के चालक कुलवन्त सिंह ने डबवाली के सिविल अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद दम्पत्ति अस्पताल से छुट्टी लेकर अबोहर के लिए रवाना हो गये।
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ (Atom)












