05 दिसंबर 2010

पूर्व सरपंच को पीटा, बंधक बनाया

डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला मोरिकां के पूर्व सरपंच को शुक्रवार अल सुबह रंजिशन कुछ लोगों ने बंधक बना लिया और मारपीट की।
डबवाली के सरकारी अस्पताल में उपचाराधीन गांव पन्नीवाला मोरिकां के पूर्व सरपंच हरबंस सिंह (60) ने बताया कि वह गांव के निकट स्थित ढाणी में रहता है। शुक्रवार सुबह करीब एक बजे वह लघुशंका के लिए उठा था। अचानक प्रेमी उर्फ चिडिय़ा, निन्द्र सिंह पुत्र प्रेमी, चरणजीत पुत्र दर्शन सिंह, मक्खन सिंह पुत्र दर्शन सिंह निवासीगण पन्नीवाला मोरिकां ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया और चोटें मारी। बाद में उसे उसके घर में बांध दिया। वह जैसे-तैसे बंधन से मुक्त होकर अस्पताल में पहुंचा।
अकेला था पूर्व सरपंच
हरबंस सिंह ने बताया कि शुक्रवार अल सुबह वह अपनी मां गुरदेव कौर (90) के साथ घर पर अकेला था। उसकी धर्मपत्नी मनजीत कौर, बेटा नेमपाल सिंह और पुत्रवधू अमरजीत कौर पंजाब के गांव बरगाड़ी (कोटकपूरा) में एक शोकसभा में भाग लेने के लिए गए हुए थे। घर पर उसे अकेला पाकर आरोपियों ने उस पर हमला बोला।
अहसान का बदला चुकाया
पूर्व सरपंच हरबंस के अनुसार प्रेमी उर्फ चिडिय़ा उसकी पुत्रवधू का दूर का रिश्तेदार है। प्रेमी गांव खुईयांमलकाना में रहता था। गांव खुईयांमलकाना में रहते हुए उसने अपनी 20 एकड़ जमीन बेच दी और स्वयं घर पर रहने लगा। चार साल पूर्व प्रेमी ने गांव पन्नीवाला मोरिकां में रहने की इच्छा जाहिर की। पूर्व सरपंच के अनुसार उसने अपनी जमीन के नजदीक सात एकड़ जमीन प्रेमी को दिलाई।  जिसके प्रेमी ने तीस लाख रूपए चुकाए। इसके अतिरिक्त अपनी जमीन में से एक कैनाल भूमि उसे रहने के लिए दी। लेकिन प्रेमी ने एक कैनाल जमीन के साथ-साथ उसकी ढाई मरले भूमि भी हथिया ली।
यूं पैदा हुई रंजिश
हरबंस सिंह के मुताबिक इस भूमि के बदले प्रेमी उर्फ चिडिया ने उसे केवल 65 हजार रूपए दिए। जब वह उससे ढ़ाई मरले भूमि खाली करने के लिए कहता, वह उसे आंखे दिखाता। पिछले करीब एक साल से इसी मामले को लेकर उनमें तकरार चली आ रही है। इसी रंजिश के चलते शुक्रवार को आरोपियों ने उस पर हमला करके मारपीट की तथा उसे बंधक बनाए रखा।

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