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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

28 मई 2020

डबवाली में रह रही पंजाब की महिला कोरोना पॉजिटिव मिली


दो माह से डबवाली के प्रेमनगर तथा रविदास नगर में विवाहित बेटियों के घर पर रुकी हुई थी

डबवाली(लहू की लौ)डबवाली के प्रेमनगर की गली हरभगवान आरे वाले में विवाहिता बेटी के घर रह रही मोगा (पंजाब) निवासी करीब 59 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है। बताया जाता है कि महिला की दूसरी बेटी प्रेमनगर से सटे रविदास नगर की गली नं. 3 में विवाहित है। बेटियों के जेठ की मौत पर दु:ख जताने 21 मार्च को डबवाली आई थी। लॉकडाऊन होने के कारण यातायात व्यवस्था ठप हो गई तो वह डबवाली में फंस गई। करीब दो माह उसने दोनों बेटियों के पास बिताए हैं। कोरोना पॉजिटिव को सिरसा के कोविड-19 अस्पताल में दाखिल किया गया है। जबकि दोनों दामाद, बेटियों समेत दोहती-दोहते को सिरसा लेजाकर आइसोलेट किया गया है। बताया जाता है कि उपरोक्त छह जनों के सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे।
कोरोना का यूं पता चला
डबवाली के उपमंडल नागरिक अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों के सैंपल लेकर प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। 21 मई को संबंधित महिला खारिश की दवा लेने अस्पताल में आई थी। हालांकि उसमें कोरोना संबंधी कोई लक्षण नहीं थे। एतिहात के तौर पर चिकित्सकों ने उसका सैंपल लिया था। बताया जाता है कि महिला इन दिनों प्रेमनगर में रह रहे अपने दामाद के घर ठहरी हुई थी। संबंधित व्यक्ति सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाता है। जबकि रविदास नगर में रहने वाला दामाद जूती कारीगर है। स्वास्थ्य विभाग महिला से संपर्कों का पता लगाने का प्रयास कर रहा है। बताया जाता है कि आइसोलेट किए गए महिला के छह करीबियों में भी कोरोना के लक्षण नहीं हैं।

चिकित्सकोंं के सैंपल भेजे जाएंगे, कंटेनमेंट जोन बनाए गए
महिला के सैंपल लेने वाले डबवाली उपमंडल नागरिक अस्पताल के दो चिकित्सकों के भी सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे। डबवाली के प्रेमनगर तथा रविदास नगर में कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। बता दें, जिला सिरसा में महिला समेत अब तक कोविड-19 के 11 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें से 9 मरीज ठीक हो चुके हैं। एक्टिव मामलों की संख्या 2 है।

24 घंटे से ढूंढ़ रहा था स्वास्थ्य विभाग,कोरोना पॉजिटिव पहुंच गई अस्पताल

डबवाली(लहू की लौ)डबवाली में रह रही मोगा (पंजाब) निवासी महिला की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग महिला को पिछले 24 घंटों से ढूंढ़ रहा था। शहर का चप्पा-चप्पा छान मारने के बावजूद महिला नहीं मिली तो सीएमओ ने मोगा से मदद मांगी गई। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। सीएमओ सुरेंद्र नैन तथा एसएमओ एमके भादू ने योजना तैयार करते हुए कर्मचारियों को अस्पताल के प्रवेश द्वार पर बैठा दिया। ताकि पहचान पूछकर ही उसे भीतर आने दिया जाए। योजना काम कर गई। बुधवार को कोरोना पॉजिटिव महिला ने अस्पताल में प्रवेश करते ही पहचान बताई तो कर्मचारियों ने उसे वहीं रोक लिया। तुरंत ही एंबुलेंस में बैठाकर उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
महिला की रिपोर्ट मंगलवार सुबह 11 बजे आ गई थी। विभाग ने उसके दिए मोबाइल नंबर पर कॉल की तो वह गलत पाया गया। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने शहर में महिला की तालाश शुरु कर दी थी। लेकिन वह नहीं मिली। चिकित्सकों ने बताया कि 21 मई को जब महिला के सैंपल लिए गए थे, तो उसने बताया था कि दवा लेकर उसने वापिस मोगा जाना है। ऐसे में सीएमओ सिरसा ने मोगा सीएमओ से संपर्क साध लिया। देर शाम तक माथापच्ची करने के बाद कोई सफलता नहीं मिली तो चिकित्सकों ने बताया कि महिला को पांच दिन की दवा दी गई थी। दवा रिपीट करने तथा टेस्ट की रिपोर्ट लेने के लिए वह बुधवार सुबह पुन: अस्पताल में आ सकती है। इसके बाद ही प्रवेश द्वार पर ही महिला को रोकने की योजना पर कार्य शुरु हुआ था।

अब आगे यह होगा
डबवाली के उपमंडल नागरिक अस्पताल में हर रोज दो दर्जन मरीजों के सैंपल लिए जाते थे। जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाता है। गलत पहचान तथा मोबाइल नंबर का मामला दोबारा सामने न आए, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग रणनीति में परिवर्तन कर रहा है। जिस लोगों की सैंपलिंग की जाएगी, उनका पहचान पत्र जरुर लिया जाएगा। इतना ही नहीं, चिकित्सक संबंधित द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल कर सही या गलत नंबर की जांच करेंगे।

नुकसान का मुआवजा मांगा तो जुर्माना भरे बिना वापिस मिली रेहडिय़ां


लघुसचिवालय में रेहड़ी चालकों तथा जन प्रतिनिधियों ने एसडीएम कार्यालय के आगे दिया धरना
डबवाली(लहू की लौ)बुधवार को सब्जी तथा फल रेहड़ी चालकों ने एसडीएम कार्यालय के आगे धरना लगा दिया। भाजपा मंडल अध्यक्ष विजयंत शर्मा समेत पार्षद बलजीत सिंह, विनोद बांसल, रविंद्र बिंदु, रमेश बागड़ी, रविंद्र बबलू तथा पार्षद प्रतिनिधि राकेश बब्बर समर्थन देते हुए धरने पर बैठ गए। तहसीलदार संजय चौधरी, नगरपरिषद के एसआइ संदीप बुंदेला ने 200-200 रुपये जुर्माना भरने के लिए कहा तो धरनारत रेहड़ी वालों ने फल-सब्जी सडऩे से हुए नुकसान का मुआवजा मांगा तो प्रशासन झुक गया, बिना जुर्माना किए रेहडिय़ां वापिस लौटा दी। धरनारत प्रतिनिधि एसडीएम को कार्यालय से बाहर बुलाने पर अड़ गए। ऐसे में भाजपा नेता तथा पार्षद प्रतिनिधियों को एसडीएम ने कार्यालय में बुला लिया। एसडीएम ने दो टूक कहा कि शहर में कोरोना पॉजिटिव केस आ गया है। आप इस तरह घूम रहे हो तो सभी के पैरों तले से जैसे जमीन खिसक गई। प्रतिनिधियों ने समस्या का हल ढूंढऩे के लिए कहा तो एसडीएम बोले कि सब्जी मंडी या ऑन रोड रेहड़ी नहीं लगने दी जाएगी। रेलवे पुल या फिर कम्युनिटी हाल के समीप डिस्टेंस बनाकर रेहड़ी लगाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त वेंडर गलियों में फेरी लगाकर सब्जी या फल बेच सकते हैं।

एसडीएम ने बुलाया तो नहीं गए, नारेबाजी शुरु कर दी
योजनानुसार सुबह करीब 9.30 बजे रेहड़ी चालक तथा राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि लघुसचिवालय में इक्ट्ठे हुए थे। अभी लोग धरने पर बैठे नहीं थे कि इससे पहले ही तहसीलदार तथा रीडर धर्मपाल भाटी एसडीएम का संदेश लेकर पहुंच गए। एसडीएम अपने आवास पर दो-तीन लोगों से बातचीत के लिए तैयार थे। लेकिन लोगों ने सभी के बीच आने के लिए कहा। एसडीएम नहीं आए तो धरनारत लोगों ने एसडीएम तथा नगरपरिषद के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। एसडीएम ने इसके बाद दो बार बातचीत का न्यौता भेजा, लेकिन जन प्रतिनिधि नहीं हिले। चौथी बार कार्यालय में चले गए।

यह था मामला
मंगलवार को एसडीएम के निर्देश पर नगरपरिषद ने 22 रेहडिय़ां जब्त कर ली थी। साथ ही प्रत्येक रेहड़ी वाले पर 500-500 जुर्माना लगाया था। इस बात पर हंगामा हो गया था। रेहड़ी वालों ने एसडीएम तथा नप अधिकारियों की शिकायत सरकार को कर दी थी। बुधवार सुबह 9 बजे एसडीएम कार्यालय के आगे धरने का प्लान बना था। प्लान के मुताबिक कुछ रेहड़ी चालक अपने बीवी-बच्चों को लेकर लघुसचिवाल
य पहुंच गए थे।


एसडीएम के आदेशानुसार जब्त की गई रेहडिय़ां बिना जुर्माना भरवाए वापिस कर दी गई हैं। गलियों में वेंडर वैसे ही कार्य करेंगे, जैसे पहले करते हैं। रेहड़ी लगाने के लिए पुल के नीचे या फिर कम्युनिटी हाल के नजदीक स्थान तय किया गया है। सब्जी मंडी या फिर उसके बाहर रेहड़ी नहीं लगने दी जाएगी।
-एसआइ संदीप बुंदेला, नगरपरिषद डबवाली

सड़कों पर से गुजरने वाली झुकी तारें की जाएंगी ऊंची

उपायुक्त ने दिए अधिकारियों को दिशा निर्देश

सिरसा (लहू की लौ) उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने कहा कि सड़कों के ऊपर से गुजरने वाली बिजली की तारों को सुरक्षा के मद्देनजर ऊंचा किया जाए। इस कार्य को करने के लिए संबंधित विभागों के साथ मिलकर संयुक्त टीमें बना कर उपमंडल स्तर पर एक सप्ताह में प्वाइंटों का चयन कर रिपोर्ट करें।
उपायुक्त बिढ़ान बुधवार को अपने कैंप कार्यालय में अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त ने कहा कि बिजली विभाग ड्यूटी प्लान बना कर संबंधित विभागों से तालमेल बनाएं और जिन सड़कों पर बिजली लाइनें 6.5 मीटर से नीचे हैं तो उन्हें चिन्हित कर जल्द से जल्द ऊंचा करवाया जाए। इसके अलावा ड्यूटी के दौरान कर्मचारी व अधिकारी कोरोना वायरस के फैलाव से अपना बचाव भी रखें और सावधानी भी बरतें।
उपायुक्त ने मार्केटिंग बोर्ड, लोक निर्माण विभाग, पंचायती राज विभाग, नगर परिषद / पालिका के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन सड़कों पर बिजली की तारें नीचे हैं उनकी सूची बनाई जाए और बिजली विभाग से तालमेल स्थापित कर जल्द से जल्द नीची तारों को ऊंचा करवाएं। बैठक में अधीक्षण अभियंता बिजली निगम रणबीर सिंह, कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग कश्मीर चंद्र कंबोज, कार्यकारी अभियंता मार्केटिंग बोर्ड विजेंद्र शर्मा, कार्यकारी अभियंता पंचायती राज भरत सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

पॉलीथीन मुक्त हो चौटाला गांव व स्वच्छ सुंदर रहे हमेशा-सहारण

डबवाली (लहू की लौ)सेवक अनिल सहारण एडवोकेट ने जननायक यूथ क्लब चौटाला व ग्रामीणों साथ मिलकर चौटाला गांव के मेन बाजार मे व्यापार मंडल दुकानदार भाईयो को जागरूक करते हुए नई मुहिम पॉलीथीन मुक्त हो चौटाला गांव की शुरूआत की।
हाल मे अनिल सहारण ने गांव का युवा क्लब मे शामिल हुए और अपने अनुभव गांव वासियों मे बॉट रहे हैं। युवाओं को समाज सेवा मे नई दिशा देते हुए उन्होंने पूरे चौटाला गांव और वॉटर वक्र्स की डिग्गियों की सफाई का कार्य करवाया।
पॉलीथीन मुक्त चौटाला की मुहिम मे दो बड़े डस्टवीन मेन बाजार चौटाला में जननायक यूथ क्लब ने लगवाये हैं। वकील का मानना है की पॉलीथीन सरकार बंद करे इससे अनेक बीमारियां फैलती हैं हम इसे
जलाते हैं तो इसका धुआं पार्यावरण को दूषित करता है और जमीन मे डालते तो भूमि को बंजर बना देता है।
 गांव में नालियां व्लॉक होना पॉलीथीन का कारण है। गांव में 70 प्रतिशत लोगों भी कपड़े के थैले यूज करने शुरू कर दें तो इस कार्य में सफलता मिलेगी। और अगर बिल्कुल मजबूरी में करना भी पड़े तो इसको घर में डिब्बा लगा ले। सुरक्षित जगह रखें और बाहर ना गली में ले जाए।

उपभोक्ताओं के लिए ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा शुरू, डबवाली सहित राज्य के 42 शहर शामिल


चंडीगढ़ (लहू की लौ) हरियाणा बिजली वितरण निगमों (उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम और दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम) ने उपभोक्ताओं के लिए ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा शुरू की है। बिजली बिल में मीटर रींिडंग गलत होने की स्थिति में उपभोक्ता ऑनलाईन माध्यम से सही मीटर रीडिंग प्रदान करके बिल ठीक करवा सकते हैं।
 यह जानकारी देते हुए निगम के एक प्रवक्ता ने बताया कि यह सुविधा घरेलू, गैर-घरेलू और एलटी औद्योगिक श्रेणियों (अधिकतम 20 किलोवाट तक लोड) के उपभोक्ताओं के लिए है। इसके लिए उपभोक्ता निगमों की वेबसाईट   www.uhbvn.org.in  , www.dhbvn.org.in पर जाकर ट्रस्ट रीडिंग की सुविधा को उपयोग कर पाएंगे। इस सुविधा के उपयोग बारे सारी जानकारी भी निगमों की वेबसाईटों पर उपलब्घ है।
उन्होंने विस्तार से जानकारी देते बताया कि शुरुआत में यह सुविधा प्रदेश के 42 शहरों में शुरु की जा रही है। जिसमें उत्तर हरियाणा के अधीन पंचकूला, करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, कैथल, अंबाला सिटी, अंबाला कैंट, यमुनानगर, शाहबाद, बहादुरगढ़, कालका, पिंजौर, चीका, गोहाणा, घरौंडा, पेहवा, थानेसर, गन्नौर और समालखा शहर शामिल हैं। वहीं, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के अंतर्गत गुरुग्राम, फरीदाबाद, फतेहाबाद, जींद, सिरसा, हिसार, रेवाड़ी, भिवानी, चरखीदादरी, पलवल, डबवाली, बरवाला, एलनाबाद, टोहाना, हांसी, नरवाना, नारनौल, होडल, बावानी खेड़ा, सिवानी और लौहारु शहर शामिल हैं।
 गौरतलब है, बीते दो माह में लॉकडाउन होने की वजह से कई उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग नहीं हो पाई, उन्हें औसत के आधार पर ही बिजली बिल जारी किए गए हैं। वे उपभोक्ता भी इस सुविधा का उपयोग करके अपने बिलों को वास्तविक रीडिंग के अनुसार ठीक करवा पाएंगे।

27 साल पहले चौटाला के रास्ते गोरीवाला तक पहुंचा था टिड्डी दल, वापिस लौटने के सात दिन तक अंडे ढूंढ़ते रहे थे अफसर



अब फिर से दहशत में किसान तथा कृषि विभाग, 1993 में चकजालू, रामगढ़ तथा गोरीवाला में नहर किनारे पेड़ों पर बैठ गया था टिड्डी दल

डबवाली(लहू की लौ)किसानों के साथ-साथ कृषि विभाग को टिड्डी दल का डर सता रहा है। सभी की नजर राजस्थान सीमा पर लगी हुई है। राजस्थान के कृषि विभाग से लोकेशन जानने के बाद हरियाणा कृषि विभाग प्रबंध करने में जुटा हुआ है। बुधवार को सूचना मिली कि हनुमानगढ़ के गांव धौलीपाल के समीप पांच किलोमीटर लंबा झुंड नजर आया है। झुंड चार-पांच भागों में बंट गया है। एक झुंड ऐलनाबाद तो दूसरा झुंड पंजाब सीमा में प्रवेश कर सकता है। ऐसे में प्रशासनिक अमला ने ऐलनाबाद का रुख कर लिया। वहीं पंजाब तथा राजस्थान से सटे डबवाली इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई। चूंकि हवा के रुख के साथ ही टिड्डी दिशा बदलती है। कई हिस्सों में बंटने से यह ज्यादा खतरनाक हो गया है। बताया गया है कि किसान पानी के ड्रम भर सकें, इसलिए नहरी विभाग को माइनर में पानी छोडऩे के लिए कहा गया है। कृषि विभाग ने ब्लाक स्तरीय इंचार्ज लगाए हैं। डबवाली ब्लॉक का इंचार्ज एडीओ विशाल भादू को लगाया गया है। वहीं मंगलवार शाम तक राजस्थान से सटे गांव कालुआना तथा चौटाला में एसडीएम डॉ. विनेश कुमार ने किसानों के साथ बैठक करके जागरुक किया। इस मौके पर डीडीए बाबू लाल तथा अन्य कृषि अधिकारी मौजूद थे। बताया गया कि सूचना मिलने के 20 मिनट के भीतर संबंधित स्थल तक छिड़काव के लिए दवा उपलब्ध करवाई जाएगी।

रामगढ़, चकजालू तक पहुंच गई थी टिड्डी
कृषि विभाग से रिटायर्ड बीएओ सुरजीत सहारण ने अक्तूबर 1993 को याद करते हुए बताया कि शाम को सूचना मिली थी कि टिड्डी दल चौटाला सीमा से आएगा। हुआ भी ऐसा, गंगा होते हुए टिड्डी दल रामगढ़, चकजालू, गोरीवाला एरिया में पहुंच गया। अंधेरा हो गया था, इस वजह से नहर के किनारे पेड़ों पर बैठ गया। सूचना मिलने पर गंगा गांव में एसडीओ के साथ दो दर्जन एडीओ पहुंचे थे। स्प्रे के लिए दवा मंगवाई गई थी। हम सुबह की प्रतीक्षा कर रहे थे, जैसे ही सूर्योदय हुआ तो टिड्डी वापिस चौटाला से राजस्थान सीमा में चली गई। इसके बाद हम करीब एक हफ्ते तक टिड्डी के अंडे ढूंढ़ते रहे थे, लेकिन हमें कहीं नहीं मिले। उस समय करीब दो किलोमीटर लंबा झुंड था।

पहले गुलाबी, फिर ब्राऊन, तीसरी अवस्था में पीले रंग की हो जाती है टिड्डी
टिड्डी की तीन अवस्थाएं होती हैं। सबसे छोटे आकार की टिड्डी गुलाबी रंग की होती है। दूसरी अवस्था में इसका रंग ब्राऊन हो जाता है। व्यस्क टिड्डी पीले रंग की होती है। मादा टिड्डी की पहचान है कि उस पर काले धब्बे होंगे। चट्ठा गांव के खेतों में पांच माह पहले जो टिड्डी थी, वह दूसरी अवस्था की है। उसमें से कोई मादा नहीं थी। बताते हैं कि मादा टिड्डी जमीन पर बैठती है, अपने उदर भाग को जमीन की नमी तक 15 सेंटीमीटर तक लेजाकर अंडे देती है।


चौटाला गांव के किसान दया राम ऊलाणिया के अनुसार वर्ष 1993 का भयावह दौर याद आता है। वह 10वीं कक्षा में था। किसी ने शाम को टिड्डी दल देखा। जिसकी लंबाई कई किलोमीटर थी। विद्यालय से छुट्टी कर दी गई, ताकि टिड्डी दल से निपटा जा सकें। उस वक्त ग्रामीणों ने पुलिस चौकी का घेराव कर लिया था। तब जिला प्रशासन अलर्ट हुआ था। दल को देखा जरुर गया था। लेकिन नुकसान नहीं हुआ। संभव है कि हवा का रुख बदलने के कारण वह वापिस चला गया हो।

लाखों रूपये की 70 ग्राम हेरोइन सहित मोटरसाइकिल सवार युवक काबू

सिरसा(लहू की लौ)जिला भर में पुलिस अधीक्षक सिरसा उप पुलिस महानिरीक्षक डॉ. अरुण सिंह के नेतृत्व में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कार्रवाई करते हुए जिला की सीआईए डबवाली पुलिस टीम ने गस्त व चैकिंग के दौरान गांव ओढां क्षेत्र से मोटरसाइकिल सवार एक युवक को करीब सात लाख रुपये की 70 ग्राम हेरोइन के साथ काबू किया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए डीएसपी कुलदीप सिंह बैनीवाल ने बताया कि पकड़े गए युवक की पहचान संदीप कुमार उर्फ दीपू पुत्र महावीर प्रसाद निवासी वार्ड नं. 1 ओढां के रुप में हुई है। उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवक से सप्लायर के बारे में नाम पता मालूम कर दो लोगों के खिलाफ ओढां थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग दर्ज कर सप्लायर की तालाश शुरु कर दी है । डीएसपी डबवाली कुलदीप सिंह बैनीवाल ने बताया कि सीआईए डबवाली पुलिस टीम के सहायक उप निरीक्षक जागर सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम गश्त व चैकिंग के दौरान गांव ओढां क्षेत्र में मौजूद थी। इसी दौरान सामने से आ रहे मोटरसाइकिल सवार युवक ने पुलिस पार्टी को देखकर वापिस मुड़कर भागने की कोशिश की तो शक के बिनहा पर उक्त मोटरसाइकिल सवार युवक को रोककर उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जा से 70 ग्राम हेरोइन बरामद हुई। उन्होंने बताया कि पकड़े गए युवक को अदालत में पेश कर रिमाण्ड पर लिया जावेगा और रिमाण्ड अवधि के दौरान हेरोइन तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में नाम पता मालूम कर उनके खिलाफ भी कार्यवाही कीजाएगी। डीएसपी डबवाली कुलदीप सिंह बेनीवाल ने बताया कि हेरोइन तस्करी से जुड़े आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सीआईए डबवाली की टीम का गठन किया गया है और शीघ्र ही दबिश देकर सप्लायर समेत उस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

गेहूं के फाने जलाने पर पांच पर केस दर्ज

डबवाली(लहू की लौ)गोरीवाला पुलिस ने गंगा ढाणी निवासी देवीलाल की शिकायत पर गंगा गौशाला के प्रधान जगदीश समेत पांच जनों के खिलाफ गेहूं के फाने जलाने के आरोप में केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता के अनुसार उउसके गांव के खेत पड़ौसी जगदीश, उसके बेटे सुरेश, सुनील तथा पृथ्वी सिंह के बेटे परमीत, प्रवीण ने 23 मई की दोपहर को अपने ख्ेात में गेहूं के फाने जला दिए। जिससे उसके खेत में कपास की फसल जल गई। नहर के किनारे 2 एकड़ में आगजनी से वृक्षों व जीव जंतुओं को काफी नुकसान हुआ है। शिकायतकर्ता के अनुसार जगदीश गांव की गौशाला का प्रधान है। इसके बावजूद ऐसा घिनौना व गैर कानूनी कार्य किया। देवीलाल ने पुलिस को बयान दिया है कि उसने उपरोक्त लोगों को समझाया, लेकिन उसकी बात नहीं सुनी। वह हृदय रोगी है, इतना नुकसान नहीं झेल सकता। पुलिस ने उपरोक्त के खिलाफ केस दर्ज किया है।

डबवाली में कंटेनमेंट जोन में लोगों को घर द्वार पर ही पहुंचाई जाएगी सब्जी व राशन


डबवाली के रविदास नगर की गली नम्बर 1, 2, 3 व 4 व प्रेम नगर की कंडुखेड़ा वाली गली को किया कंटेनमेंट जोन घोषित

रविदास नगर व प्रेम नगर के शेष क्षेत्रों के साथ लगते गोगामेड़ी कॉलोनी व राजीव नगर को किया बफर जोन घोषित

सिरसा(लहू की लौ)उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि डबवाली के रविदास मोहल्ला में कोरोना पोजिटीव केस सामने आया है। कोरोना वायरस के फैलाव व इसकी रोकथाम के मद्देनजर डबवाली के रविदास नगर की गली नम्बर 1, 2, 3 व 4 व प्रेम नगर की कंदूखेड़ा वाली गली को किया कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है, जबकि रविदास नगर व प्रेम नगर के शेष क्षेत्रों के साथ लगते गोगामेड़ी कॉलोनी व राजीव नगर को बफर जोन घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों के प्रत्येक मकान को सैनिटाइज किया जाए। एसडीएम डबवाली कंटेनमेंट व बफर जोन के ओवरऑल इंचार्ज रहेंगे, जो सभी प्रबंधों व व्यवस्थाओं की देखरेख करेंगे।
उपायुक्त बिढान ने बताया कि डबवाली निवासी की आईसीएआर-नेशनल रिसर्च सेंटर हिसार से कोरोना वायरस की पोजिटीव रिपोर्ट मिली है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए संदिग्धों की स्क्रीनिंग, संदिग्ध मामलों का परीक्षण, क्वारंनटाइन, सोशल डिस्टेंस आदि कार्यों के लिए योजना पर कार्य करें।
उन्होंने बताया कि आशा वर्कर व एएनएम की टीमें तैयार की गई हैं, जोकि कंटेनमेंट जोन में आने वाले हर घर को सैनिटाइज करने के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति की डोर टू डोर स्क्रीनिंग / थर्मल स्कैनिंग करेंगी। इस कार्य की निगरानी के लिए लेडी हैल्थ विजिटर को तैनात किया गया है। ये टीमें सिविल सर्जन के दिशा-निर्देशों अनुसार कार्य करेंगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ड्यूटी पर तैनात सभी कर्मचारियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों और स्क्रीनिंग/थर्मल स्कैनिंग आदि सभी आवश्यक उपकरण प्रदान किए जाएं। इसके अलावा सुपरवाइजर और महिला एवं बाल विकास अधिकारी भी कार्यों की मॉनेटरिंग करेंगी।

एमएम मैमोरियल स्कूल में बनाया कंट्रोल रुम, दूरभाष नम्बर 01668-227755
उपायुक्त ने बताया कि कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बीआर अंबेडकर महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डा. राकेश भट्टïी (94163-51853) व सहायक प्रोफेसर डा. सुरेंद्र पाल (94660-50987) को ड्यूटी मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि डबवाली के एमएम मैमोरियल स्कूल में कंट्रोल रुम स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष नम्बर 01668-227755 है। कंट्रोल रुम के इंचार्ज कार्यकारी अभियंता जनस्वास्थ्य विभाग तरुण गर्ग (94169-30996, 99926-06904)होंगे। साथ ही मेडिकल अधिकारी डा. सुदीप गोयल व डब्ल्यूसीडीपीओ कविता रानी सहयोगी के तौर पर कार्य करेंगे। डीआईओ एनआईसी कंट्रोल रूम में फोन कॉल प्राप्त करने तथा रिकॉर्ड मैनटेन के लिए चार डाटा इंट्री ऑपरेटर की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि कंट्रोल रूम में कोरोना वायरस के बचाव के सभी आवश्यक व्यक्तिगत उपकरण व दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सिविल सर्जन यह सुनिश्चित करेंगे कि इस क्षेत्र में 24 घंटे सभी आवश्यक स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं उपलब्ध रहें। साथ ही कंट्रोल रुम में समुचित मात्रा में दवाइयां, एंबुलेंस व पेरा मैडिकल स्टाफ की तैनाती रहे। स्कूल प्रबंधन / प्रिंसिपल कंट्रोल रुम में सफाई व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल व सुचारु बिजली सप्लाई सुनिश्चित करेंगे।

कंटेनमेंट व बफर जोन में आवागमन पर पूर्णत: प्रतिबंध
उपायुक्तरमेश चंद्र बिढ़ान ने कार्यकारी अधिकारी नगर परिषद डबवाली को निर्देश दिए हैं कि वे कंटेनमेंट जोन और बफर जोन के पूरे क्षेत्रों को पूरी तरह से सैनिटाइज करवाना सुनिश्चित करें। कर्मचारियों को व्यक्तिगत रूप से व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण जैसे चेहरे के मुखौटे, दस्ताने, टोपी, सैनिटाइजर, जूते उपलब्ध करवाने के साथ सोशल डिस्टेंस की अनुपालन करवाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में आने व बाहर जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। यदि कोई ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करते हुए पर्याप्त संख्या में नाकों आदि की स्थापना करेगा। इसके साथ-साथ बफर जोन की आवश्यक बैरिकेडिंग की लाएगी, इसकी जिम्मेवारी कार्यकारी अभियंता पीडब्ल्यूडी की रहेगी। कंटेनमेंट जोन में आपातकालीन सेवाओं को छोड़ कर अन्य सभी गतिविधियों को आगामी आदेशों तक रोक दिया गया है।

कंटेनमेंट जोन में लोगों को घर द्वार पर ही पहुंचाई जाएगी सब्जी व राशन
उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि सहायक खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक रानियां यह सुनिश्चित करें कि कंटेनमेंट जोन में खाद्य पदार्थों राशन, दूध, ग्रोसरी, दवाइयां व सब्जियों की आपूर्ति सुचारु रहे। इसके अलावा यह भी सुनिश्चत करें कि कंटेनमेंट जोन में लोगों को घर द्वार पर ही सब्जियों, राशन/किराने की वस्तुओं, दूध आदि पहुंचे। उन्होंने निर्देश कि डिलिवरी के समय ध्यान रखा जाए कि डिलिवरी ब्वाय पूरी तरह से सुरक्षा उपकरण पहनें हो और वह किसी भी घर के अंदर नहीं जाएगा और न ही किसी भी व्यक्ति के संपर्क में आएगा। उप निदेशक पशुपालन विभाग कंटेनमेंट जोन में पशुओं के लिए हरे / सूखे चारे व पशुओं के लिए दवाईयों की व्यवस्था करेंगे। उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन में बिजली की आपूर्ति सुचारू रूप से रहेगी, इसके लिए बिजली विभाग की जिम्मेवारी रहेगी। इसी प्रकार स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति एसई पब्लिक हेल्थ द्वारा नियमित रूप से सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने बताया कि साथ ही कंटेनमेंट जोन निवासियों का शत प्रतिशत आरोग्य सेतू एप पर अपलोड करवाया जाएगा। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपनी ड्यूटी का निर्वहन कुशलतापूर्वक व जिम्मेवारी के साथ करें। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी कोताही बरतता पाया जाता है, उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 

28 May. 2020





27 मई 2020

कृषि यंत्रों की अनुदान प्रक्रिया में बड़ा बदलाव


परमिट के लिए नहीं आना पड़ेगा कार्यालय, ऑनलाइन बिल जमा करवा सकेंगे किसान

-स्मैम स्कीम के तहत कृषि यंत्रों पर अनुदान के लिए किसानों को 30 जून की बजाए 15 जून तक अपलोड करने होंगें बिल 
सिरसा(लहू की लौ)

कृषि विभाग ने कोविड-19 महामारी के चलते कृषि यंत्र पर अनुदान का लाभ लेने के लिए आवेदन करने वाले किसानों के हित में एक अहम निर्णय लिया है। विभाग ने किसानों को राहत देते हुए कृषि यंत्रों की अनुदान प्रक्रिया में बदलाव किया है। अब किसानों को न तो परमिट लेने के लिए और न ही बिल जमा करवाने के लिए कार्यालय में नहीं आना पड़ेगा। यह कार्य अब किसान घर बैठे ही ऑनलाइन कर सकेंगे। 
सहायक कृषि अभियन्ता इंजिनियर डी0 एस0 यादव ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि जिन किसानों ने स्मैम स्कीम के तहत 20 से 29 फरवरी 2020 तक आनलाइन आवेदन किया था तथा पिछले 4 वर्षों के दौरान कृषि यंत्र पर अनुदान का लाभ नही लिया है। ऐसे किसान बिना परमिट लिए विभागीय वैबसाइट पर अपलोडिड निर्माता/डीलर से खरीदे गए यंत्र का बिल, ई-वे बिल, कृषि यंत्र की फोटो व स्वघोषणा पत्र विभाग की वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडोटएग्रीहरियाणासीआरएमडोटकॉम पर 15 जून तक अपलोड करवा दें। ट्रेक्टर गृह जिला में पंजीकृत हो तथा ट्रेक्टर की वेद्य आरसी हो। उन्होंने बताया कि जिन किसानों को परमिट जारी कर 30 जून तक बिल जमा करवाने की तिथि निर्धारित की थी, उन किसानों को भी 15 जून तक अपने बिल व अन्य दस्तावेज उपरोक्त वेबसाइट पर अपलोड करवाने होंगे।
भौतिक सत्यापन के दौरान देने होगें दस्तावेज:- 
डी.एस. यादव ने बताया कि आरक्षित श्रेणी में आवेदन करने वाले किसानों को अतिरिक्त लाभ हेतु संबंधित कागजात जैसे अनुसूचित जाति प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड की कॉपी, पैन कार्ड, ऑनलाइन आवेदन करने की रसीद, स्वघोषणा पत्र, बैंक की कॉपी तथा अपने जिले में रजिस्टर्ड ट्रैक्टर के पंजीकरण की वैध कॉपी इत्यादि दस्तावेज मशीन के भौतिक सत्यापन के दौरान जमा करवाने होंगे। दस्तावेजों में किसी प्रकार की गलती व गलत जानकारी पर किसान अनुदान का पात्र नहीं होगा। किसान अधिक जानकारी के लिए सिरसा के उप कृषि निदेषक व सहायक कृषि अभियन्ता के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। 
फरवरी में इन कृषि यंत्रों के लिए मांगे गए थे आवेदन :
डी.एस.यादव ने बताया कि फरवरी 2020 में कृषि विभाग ने कॉटन सीड ड्रिल, सीधी धान बीजाई मषीन (डी.एस.आर.), लेजर लेण्ड लेवलर, फर्टिलाइजर ब्राडकास्टर, हे-रेक, मोबाईल ष्रेडर, पैडी ट्रांसप्लांटर, रिपर बाइंडर, षर्ब मास्टर, ट्रैक्टर चालित स्प्रै पम्प, रोटावेटर, पोस्ट होल डिगर व स्ट्रा बेलर के  आनलाईन आवेदन आमंत्रित किए थे। मार्च में लैजर लेण्ड लेवलर को छोडकर अन्य सभी कृशि यन्त्रों को परमिट दे दिए जाने थे, परन्तु लॉक डाऊन के चलते ऐसा नही हो सका। 
अब 15 जून तक अपलोड करने होगें बिल:-
इंजीनियर डी.एस. यादव ने बताया कि विभाग ने स्मैम स्कीम के तहत अनुदान वाले कृषि यंत्रों के बिल जमा करवाने की अंतिम तिथि 30 जून 2020 निर्धारित करते हुए परमिट जारी किए थे। लेकिन मुख्यालय की नई हिदायतों अनुसार ïइन किसानों को भी 15 जून तक अपने बिल व अन्य दस्तावेज विभाग की वैबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडोटएग्रीहरियाणासीआरएमडोटकॉम पर अपलोड करवाने होंगे।
निर्माता/डीलर बदलने का भी विकलप :- 
डी.एस.यादव ने बताया कि विभाग द्वारा किसानों को निर्माता/डीलर बदलने की भी छूट दी है। जिन किसानों ने 20 से 29 फरवरी 2020 तक अनुदान के लिए आवेदन करते समय वेबसाइट पर कृषि यंत्र खरीदने के लिए जिस निर्माता/डीलर का चयन कर लिया था यदि किसान अब किसी और डीलर से कृषि यंत्र खरीदना चाहता है या कृषि यंत्र का साइज बदलना चाहता है तो किसान विभाग की वैबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडोटएग्रीहरियाणासीआरएमडोटकॉम पर अपनी इच्छा अनुसार परिवर्तन कर सकता है। 

प्रेमिका के दूर होने का गम बर्दाश्त नहीं कर पाया बाइक मैकेनिक, घर में पंखे से लटकता मिला शव


फोन पर पुलिस से बोली प्रेमिका-आप झूठ बोल रहे हैं, मेरी बात करवाओ

दोस्तों ने दी पुलिस को सूचना, करीब साढ़े तीन घंटे बाद आई पुलिस

डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार को गांव डबवाली में जोगेवाला रोड़ पर रह रहे 23 वर्षीय सोनू कुमार ने फांसी खाकर जान दे दी। मृतक एक विवाहित युवती से प्रेम करता था। चार दिन पहले पति को जब दोनों की हकीकत पता चली तो वह अपनी पत्नी को सोनू से बहुत दूर ले गया। प्रेमिका के दूर होने का गम युवक से बर्दाश्त नहीं हुआ, वह फांसी के फंदे पर झूल गया। मृतक बाइक मैकेनिक था। वह डबवाली के बठिंडा रोड़ पर सार्इं ऑटो के नाम से वर्कशॉप चलाता था।
घटना सुबह करीब 11 बजे की बताई जाती है। मृतक के दोस्तों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना देने के करीब साढ़े तीन घंटे बाद पुलिस मौका पर पहुंची। करीब ढाई बजे पुलिस पहुंची तो सोनू के मोबाइल की घंटी बज रही थी। पुलिसकर्मी ने फोन उठाया तो उसकी प्रेमिका बोली कि सोनू से उसकी बात करवा दो। पुलिस ने उसकी मौत की खबर दी तो वह बोली कि झूठ क्यों बोल रहे हो, उसकी बात करवा दो। तब पुलिसकर्मी ने पहचान बताते हुए कहा कि आपको मेरी बात समझ नहीं आती, उसके बाद फोन कट गया।

दोस्तों को बहाने से बाहर भेजा, खुद फांसी पर लटक गया
डबवाली निवासी विनेाद तथा साहिल ने बताया कि जब से उसकी प्रेमिका घर छोड़कर गई थी, तभी से सोनू मानसिक तौर पर परेशान चल रहा था। वह आत्महत्या की बात करने लगा था। उसे समझाने के लिए वह उसके पास ही ठहरे हुए थे। उसने बहाने से विनोद को इकबाल के पास भेज दिया, जबकि भूख लगने का बहाना करके साहिल को समोसे लेने भेज दिया। कुछ देर बाद साहिल घर पर पहुंचा तो बैडरुम में उसका शव लटकता मिला।


सुसाइड के लिए प्लग वायर का प्रयोग किया
बाइक मैकेनिक सोनू ने सुसाइड के लिए बाइक की प्लग वायर का प्रयोग किया। साहिल के मुताबिक उसके दोस्त ने बाइक पर चढ़कर प्लग की तार को छत पर लगे पंखे से लपेट रखा था। उसका फंदा तैयार करके गले में डाल रखा था। उसने योजनाबद्ध तरीके से सुसाइड किया। जिसका डर था, वही हुआ। उसने इसकी सूचना अन्य दोस्तों को दी। जिसके बाद इकबाल ने पुलिस को
सूचित किया। सूचना देने के बाद साढ़े तीन घंटे बाद भी शव लटकता रहा।


आठ माह पुराने थे प्रेम प्रसंग
डबवाली निवासी विनोद ने बताया कि उसके दोस्त सोनू के प्रेम प्रसंग करीब आठ माह पुराने थे। विवाहित युवती रोपड़ में रहती थी। वह उसे तथा उसके पति को घर ले आया था। तब तक उसके पति को दोनों के संबंधों के बारे में मालूम नहीं था। सोनू उनसे कोई किराया नहीं लेता था, बल्कि उसे भोजन पकाने पर रखा था। चार दिन पहले दोनों की हकीकत पता चली तो पति अपनी पत्नी को ले गया। बताया जाता है कि दोनों दिल्ली चले गए थे। तब से दोनों में फोन पर ही बातचीत हो रही थी।

ये कैसा कानून....सामान अपराध पर बैंक मैनेजर को 200, रेहड़ी वाले को 500 रुपये जुर्माना



रेहड़ी वालों पर फिर चला नगरपरिषद का डंडा, सीएम को लिखी शिकायत- हमें प्रताडि़त किया जा रहा, एसडीएम समेत नप अधिकारियों से हो नुकसान की भरपाई 

डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार को नगरपरिषद का डंडा खूब चला। निशाना बने फल-सब्जी की रेहड़ी लगाने वाले। दनादन 22 रेहडिय़ां जब्त कर ली गई। कम्युनिटी हाल में लेजाया गया। उनमें से छह लोग 500-500 रुपये जुर्माना भरकर रेहड़ी वापिस ले गए। बचे 16 लोगों ने नगरपरिषद के एसआइ संदीप बुंदेला को गुहार लगाई तो उन्होंने एसडीएम कार्यालय भेज दिया। एसडीएम कार्यालय ने दो टूक कहा फाइन भरो, रेहड़ी लेजाओ। दोपहर बाद तक रेहड़ी वाले एक से दूसरे कार्यालय के चक्कर काटते रहे। शाम को कम्युनिटी हाल में रेहड़ी वालों के समर्थन में पार्षद पहुंचे तो बवाल खड़ा हो गया। रेहड़ी चालकों ने सीधा सवाल किया कि सब्जी-फल खराब हो रहे हैं, इसका जिम्मेवार कौन है? एसआइ ने जवाब दिए बगैर असमर्थता जता दी कि एसडीएम के आदेश 500-500 रुपये जुर्माना वसूलने के हैं। अगर जुर्माना देंगे तो रेहड़ी लेजाने दूंगा। रेहड़ी वाले यह कहकर बाहर आ गए कि एक रेहड़ी पर दो लोग काम करते हैं। दोनों को प्रतिदिन 400-400 रुपये दिहाड़ी दे दो, वे रेहड़ी लगाएंगे ही नहीं।
रेहड़ी संचालक काना राम, अरुण, अजय कुमार, जीवन शर्मा, पंकज, काली, सत्यवान, जोनी कुमार, अखिलेश कुमार, रवि, राजू, मदन लाल, बसंत कुमार, राजकुमार, सुरेंद्र पाल, पवन, काला नारंग आदि ने एसडीएम तथा नगरपरिषद अधिकारियों की शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी है। शिकायत में उन्होंने अधिकारियों पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। रेहड़ी चालकों ने नुकसान की भरपाई उपरोक्त अधिकारियों से करवाने की मांग की है।

अपराध सामान, फिर कार्रवाई क्यों जुदा
नगरपरिषद का कहना है कि रेहड़ी वालों के कारण भीड़ जमा होती है, इससे डिस्टेंस टूटता है। इसलिए उन पर 25000 रुपये तक जुर्माना ठोका जा सकता है। वहीं नगरपरिषद ने मंगलवार को ही एचडीएफसी, पीएनबी तथा एसबीआइ मैनेजर के चालान किए। जानकर ताज्जुब होगा कि उन्हें 200-200 रुपये जुर्माना किया गया है। क्योंकि वहां भीड़ थी। डिस्टेंस का नियम टूट रहा था। सवाल उठता है कि जब अपराध सामान था, तो फिर कार्रवाई क्यों जुदा।

एसडीएम 11.30 बजे मुख्य बाजार तथा चौटाला हाईवे पर राऊंड पर निकले थे। उन्होंने रेहडिय़ां लगी देखी तो जब्त करने के आदेश दिए। उनके आदेशों की पालना करते हुए मैंने रेहडिय़ां जब्त की हैं। सामान लेजाने के लिए कहा था, लेकिन लोग लेकर नहीं गए। जब तक 500-500 जुर्माना नहीं भरते, तब तक रेहडिय़ां नहीं छोड़ी जाएंगी। आज बैंकों के चालान किए हैं, उन्हें 200-200 जुर्माना किया गया है।
-एसआइ संदीप बुंदेला, नगरपरिषद डबवाली

तेज गर्मी में हो सकता है लू-तापघात, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

आमजन के लिए सावधानी व बचाव की गाइड लाइंस जारी की

डबवाली(लहू की लौ)तापमान में अभूतपूर्व उछाल के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग चिकित्सकों एवं विभाग के अन्य कर्मचारियों को अलर्ट करते हुए आमजन से बचाव रखने के लिए कहा है। अत्यधिक गर्मी व सूखे मौसम में लू-तापघात होने की आशंका बढ़ गई है, इसलिए विभाग को इससे प्रभावितों को तुरंत राहत देने हेतू पूर्व तैयारियों के निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने इस क्रम में चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ व आशा सहयोगिनियों के माध्यम से आमजन में जागरुकता लाने व बचाव के साथ-साथ प्राथमिक उपचार सिखाने पर जोर दिया।
उन्होंने सभी अस्पतालों में लू-तापघात के रोगियों हेतु कुछ बैड आरक्षित रखते हुए वहां कूलर व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, संस्थान में रोगी के उपचार हेतु आपातकालीन किट में आवश्यक दवाइयां रखने के निर्देश दिए हैं। एसएमओ एमके भादू ने बताया कि लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि वे मास्क लगाने के साथ सिर को कपड़े से ढककर रखें।

क्या है लू तापघात ?
चिकित्सकीय दृष्टि से लू-तापघात के लक्षण, लवण व पानी की आवश्यकता व अनुपात विकृति के कारण होती है। मस्तिष्क का एक केन्द्र जो मानव के तापमान को सामान्य बनाए रखता है, काम करना छोड़ देता है। लाल रक्त कोशिकाएं रक्त वाहिनियों में टूट जाती हैं व कोशिकाओं में जो पोटेशियम लवण होता है वह रक्त संचार में आ जाता है, जिससे हृदय गति, शरीर के अन्य अंग व अवयव प्रभावित होकर लू तापघात के रोगी को मौत के मुंह में धकेल देते हैं।

लू तापघात के लक्षण
शरीर में लवण व पानी अपर्याप्त होने पर विषम गर्म वातावरण में लू व तापघात से सिर का भारीपन व अत्यधिक सिरदर्द होने लगता है। इसके अलावा अधिक प्यास लगाना, शरीर में भारीपन के साथ थकावट, जी मिचलाना, सिर चकराना व शरीर का तापमान बढना (105 एफ या अधिक), पसीना आना बंद होना, मुंह का लाल हो जाना, त्वचा का सूखा होना, अत्यधिक प्यास का लगना व बेहोशी जैसी स्थिति का होना आदि लक्षण आने लगते हैं।

बचाव के लिए बरतें सावधानियां
जहां तक सम्भव हो धूप में न निकलें, धूप में शरीर पूर्ण तरह से ढ़का हो। धूप में बाहर जाते समय हमेशा सफेद या हल्के रंग के ढीले व सूती कपड़ों का उपयोग करें। बहुत अधिक भीड़, गर्म घुटन भरे कमरों से बचें, रेल बस आदि की यात्रा अत्यावश्यक होने पर ही करें, बिना भोजन किये बाहर न निकलें। भोजन करके एवं पानी पी कर ही बाहर निकलें। गर्दन के पिछले भाग कान एवं सिर को गमछे या तौलिये से ढ़क कर ही धूप में निकलें। रंगीन चश्में एवं छतरी का प्रयोग करें। गर्मी मे हमेशा पानी अधिक मात्रा मे पियें एवं पेय पदार्थों जैसे निंबू पानी, नारियल पानी, ज्यूस आदि का प्रयोग करें। लू तापघात से प्राय: कुपोषित बच्चे, वृद्ध गर्भवती महिलाएं, श्रमिक आदि शीघ्र प्रभावित होते हैं। इन्हें प्राय: 10 बजे से सायं 6 बजे तक तेज गर्मी से बचाने हेतु छायादार ठण्डे स्थान पर रहने का प्रयास करें। अकाल राहत कार्यों पर अथवा श्रमिकों के कार्यस्थल पर छाया एवं पानी का पूर्ण प्रबन्ध रखा जावे ताकि श्रमिक थोड़ी-थोड़ी देर में छायादार स्थानों पर विश्राम कर सकें।

रोगी का तत्काल करें प्राथमिक उपचार
लू तापघात से प्रभावित रोगी को तुरंत छायादार जगह पर कपड़े ढीले कर लेटा दिया जावे। रोगी को होश मे आने की दशा मे उसे ठण्डा पेय पदार्थ, जीवन रक्षक घोल, कच्चा आम का पन्ना दें। प्याज का रस अथवा जौ के आटे को भी ताप नियंत्रण हेतु मला जा सकता है। रोगी के शरीर का ताप कम करने के लिए यदि सम्भव हो तो उसे ठण्डे पानी से नहलाएं या उसके शरीर पर ठण्डे पानी की पट्टियां रखकर पूरे शरीर को ढंक दें। इस प्रक्रिया को तब तक दोहराएं, जब तक की शरीर का ताप कम नहीं हो जाता है। उन्होंने बताया कि यदि उक्त सावधानी के बाद भी मरीज ठीक नहीं होता है, तो उसे तत्काल निकट की चिकित्सा संस्थान ले जाया जाए।

बिश्नेाई समाज बोला-विष्णु दत्त बिश्नोई की मौत की जांच सीबीआइ करे


राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम डबवाली को सौंपा मांग पत्र

डबवाली(लहू की लौ)बिश्नोई सभा डबवाली ने मंगलवार को एसडीएम डा. विनेश कुमार को राजस्थान के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर सादुलपुर के थानाधिकारी विष्णुदत्त बिश्नोई की मृत्यु मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग उठाई। सभा प्रधान कृष्ण लाल जादूदा के नेतृत्व में पहुंचे समाज के अनेक लोग ज्ञापन देने वालों में शामिल थे।
अखिल भारतीय  बिश्नोई युवा संगठन के  प्रदेश संरक्षक इंद्रजीत बिश्नोई ने बताया कि ज्ञापन में कहा गया है कि विष्णुदत्त बिश्नोई पुलिस विभाग के एक ईमानदार व निर्भीक अधिकारी थे। उनकी मृत्यु का कारण आत्महत्या बताया जा रहा है लेकिन वास्तव में इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाकर उनकी मौत के जिम्मेदार लोगों के नाम सामने लाने की जरुरत है। ज्ञापन में कहा गया है कि सामाजिक समूहों में हो रही चर्चाओं से यही पता चलता है कि  वे किसी दबाव में थे जिस कारण तनाव झेल रहे थे। यह तनाव व दबाव बनाने वाले कौन लोग थे इसकी जांच होनी चाहिए। इसीलिए बिश्नोई समाज के लोग व बिश्नोई युवा संगठन डबवाली के सदस्य मांग करते थे हैं जनभावनाओं के देखते हुए इस मामले की जांच का कार्य जल्द से जल्द सीबीआई को सौंपा जाए ताकि सच्चाई उजागर हो सके। इस अवसर पर शिव कुमार खीचड़, जीत राम पूनिया, राजेश खीचड़, सोमराज पुजारी मौजूद थे।

डबवाली में 2250 स्कवेयर फुट एरिया में बनेगा पार्क फोर पिलर

चार धर्मों के लोगों ने रखी नींव, इसलिए पार्क का नाम रखा गया फोर पिलर

डबवाली(लहू की लौ)पर्यावरण बचाने के लिए हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख तथा ईसाई एकजुट हो गए हैं। चारों ने एक साथ फोर पिलर पार्क की आधारशिला रखते हुए ईद की संध्या को खुशनुमा बना दिया। यह पार्क डबवाली के सिरसा हाईवे पर नंदीशाला के मुख्य द्वार पर बनेगा। पार्क का निर्माण डबवाली की संस्था 'अपनेÓ करवा रही है।
करीब 2250 स्कवेयर फु
ट एरिया में बनने वाले इस पार्क पर करीब 70 हजार रुपये से अधिक का खर्च आएगा। बच्चों, युवाओं तथा बुजुर्गों को तमाम सुविधाएं मिलेंगी। प्रॉजेक्ट इंचार्ज सुमित मिढ़ा ने बताया कि पार्क में चार फुट चौड़ाई वाला सेंटर पेसिज बनेगा। इसके अतिरिक्त बच्चों के लिए दो झूले लगेंगे, एक्सरसाइज के लिए दो स्विंग स्थापित किए जाएंगे। पार्क को सुंदरता देने के लिए कॉर्नर में एक वाटर बॉडी (फव्वारा) लगाने का प्लान है। पार्क के चारों ओर ग्रिल लगाई जाएगी, ताकि कोई बेसहारा पशु भीतर आकर पार्क की व्यवस्था को खराब न कर सकें। ईद के दिन धार्मिक एकता की नींव इंद्र शर्मा, महमूद आलम, रणजीत सिंह तथा पास्टर एॅगस्टीन मसीह ने संयुक्त रुप से रखी। साथ ही पार्क विकसित होने पर फोर पिलर ने देखरेख का बीड़ा उठाने की शपथ ग्रहण की।
इस मौके पर नंदीशाला प्रबंधन कमेटी के प्रधान विनोद बांसल, युवक मंडल के प्रधान राजेश जैन काला, पंकज मोंगा, सुमित मिढ़ा, संस्था अपने के सदस्य नवदीप चलाना, रजनीश मेहता, भगवान दास मेहता, भूपिंद्र गुप्ता, आशू सिंगला, हरीश सेठी, नवीन, भारत वधवा, अंग्रेज सिंह सग्गू, सुभाष गुप्ता, जितेंद्र ऋषि मौजूद थे।

फोर पिलर पार्क
रकबा 2250 स्कवेयर फुट
फाइक्स ट्री 10-12
लाइटिंग 06
गार्डन लाइट 20

गरीबों की रेहडिय़ां छीन भरवाया 3400 रुपये जुर्माना, सरकार की साख को लग रहा बट्टा


भाजपा के मंडल अध्यक्ष विजयंत शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को भेजा मांग पत्र
डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार को नगर के प्रबुद्ध जनों ने एसडीएम कार्यालय में एक मांग पत्र सौंपा। इस संबंध में जानकारी देते हुए भाजपा के मंडल अध्यक्ष विजयंत शर्मा ने बताया कि डबवाली शहर की जनता के प्रति प्रशासन का रवैया उदासीन व उत्पीडऩ करने वाला है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के समय आम जनता पेट भरने के लिए रेहड़ी लगाकर अपना गुजारा कर रही है और प्रशासन ने उत्पीडऩपूर्वक रवैया अपनाते हुए रेहड़ी चालकों की रेहडिय़ां छीनकर जब्त कर ली और उन गरीब लोगों से जबरदस्ती 3400 रुपये का चालान भरवाया गया। जिसकी रसीद भी संलग्न की गई है।
उन्होंने कहा कि इन हालातों में प्रशासन ने उनकी मदद तो क्या करनी थी बल्कि उन्हें अपमानित कर जुुर्माना लगाया जा रहा है। दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन भी लगातार आमजन को परेशान कर रहा है और आवश्यकता पडऩे पर आने-जाने वाले आम लोगों के जबरदस्ती वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं। जिससे आमजन का सरकार व प्रशासन से विश्वास उठता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी रेहडिय़ां नई सब्जी मंडी में लगनी चाहिएं, यदि नई सब्जी मंडी तैयार है तो उद्घाटन के बाद भी अभी तक वहां शिफ्ट क्यों नहीं की गई? उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिए कौन-कौन अधिकारी जिम्मेवार हैं, इसकी जांच होनी चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि प्रशासनिक अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से आदेश दिए जाएं कि वह आम जनता का उत्पीडऩ बंद करें।
विजयंत शर्मा ने बताया कि उन्होंने कार्रवाई हेतु ज्ञापन की एक कॉपी सांसद सुनीता दुग्गल को भी प्रेषित कर दूरभाष पर भी संपर्क किया है। उन्होंने उन्हें जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस मौके पार्षद शाम लाल कुक्कड़, पार्षद बलजीत सिंह, गरजा सिंह, रवि सेठी एडवोकेट, श्याम सुंदर आदि मौजूद थे।

दाना-पानी मुहिम के तहत तीन गांवों में बांटे सकोरे

डबवाली(लहू की लौ)राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विहिप, बजरंग दल व राष्ट्रमेव जयते चेरिटेबल ट्रस्ट के कार्यकर्ताओं ने डबवाली में सभी गांव में सकोरे वितरण करने की दाना-पानी नाम से एक मुहिम चलाई है। इसके तहत गांव सादेवाला, केहरवाला, रामगढ़ में सकोरे बांटे गए। जिसकी शुरुआत गांव सादेवाला से हुई। इस मौके पर लीलू कुलरिया गांव रामगढ़ सब इंस्पेक्टर वन्य प्राणी विभाग, गांव सादेवाला से ग्राम निवासी सुनील बिरडा, ग्राम सयोजक बजरंग दल विजय, पंकज बिरडा, सुरेश सिंहमार, राहुल नोखवाल, दिनेश मौजूद थे।
गांव केहरवाला में आरएसएस के खंड संघ चालक रानियां सुरेश सिंगल तथा विश्व हिंदू परिषद के डबवाली ग्रामीण प्रखंड अध्यक्ष पवन गांव बनवाला ने अपने हाथों से इस मुहिम का शुरुआत की। इस मौके पर मौके पर विष्णु पुरी, प्रदीप गोदारा, सुशील गोदारा, अमन गोदारा, सुमित, गांव रामगढ़ के सरपंच जोगिंद्र सिंह, क्लब प्रधान सुशील, राकेश, राकेश नम्बरदार, गगन, अनिल धामू, प्रमोद मक्कड़, सोनू मक्कड़, सुरेंद्र उत्तम, नारायण कुलरिया, महावीर कुलरिया मौजूद थे।

किसान को ब्याज देने के लिए तैयार हैं, सरकार हमें 1 फीसद दे, किसान को 2 फीसद की दर से देंगे

लेट पेमेंट के चलते आढ़तियों को जिम्मेवार ठहराने पर सरकार को घेरा

डबवाली(लहू की लौ)कच्चा आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गुरदीप कामरा दर्दी, सचिव राजेश जिंदल, उप प्रधान विकास बांसल ने एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार गलत बयानबाजी कर रही है। सरकार का कहना है कि यदि आढ़ती किसान को 72 घंटे में पेमेंट नहीं करता तो वह उसे ब्याज दे। जबकि हकीकत यह है कि डबवाली में हरियाणा वेयर हाउस ने 28 अप्रैल की पेमेंट आज की है, जबकि एफसीआइ ने 27 अप्रैल तक की गेहूं खरीद का भुगतान किया है।
सरकार से जो पेमेंट आई वह साथ की साथ किसान के खाते में डाल दी। लेकिन सरकार की ई खरीद की लचर प्रणाली और ऑनलाइन अव्यवस्था के कारण किसान के खाते में पेमेंट जाने में  चार-चार दिन लग जाते हैं। इसमें आढ़तियों को दोष देना बेमानी है। एसोसिएशन ने कहा की सरकार ने आढ़तियों से वादा किया था कि वह गेहूं का उठान 48 घंटे में करेंगे और भुगतान साथ के साथ करेंगे। अब जब भुगतान देरी से हो रहा है तो सरकार को आढ़तियों को ब्याज देना चाहिए यदि हम किसान को सरकार की पेमेंट आने के 72 घंटे के अंदर पेमेंट नहीं करते तो हम किसान को ब्याज देने को तैयार हैं। लेकिन जो सरकार ने आढ़तियों की पेमेंट 25 दिन देरी से की उसका ब्याज सरकार हमें दे। यदि सरकार हमें 1 फीसद की दर से ब्याज देती है तो वादा करते हैं कि जिस किसान की पेमेंट आढ़ती की वजह से लेट होती है तो आढ़ती किसान को 2 फीसद की दर से ब्याज देगा।