27 मई 2020

प्रेमिका के दूर होने का गम बर्दाश्त नहीं कर पाया बाइक मैकेनिक, घर में पंखे से लटकता मिला शव


फोन पर पुलिस से बोली प्रेमिका-आप झूठ बोल रहे हैं, मेरी बात करवाओ

दोस्तों ने दी पुलिस को सूचना, करीब साढ़े तीन घंटे बाद आई पुलिस

डबवाली(लहू की लौ)मंगलवार को गांव डबवाली में जोगेवाला रोड़ पर रह रहे 23 वर्षीय सोनू कुमार ने फांसी खाकर जान दे दी। मृतक एक विवाहित युवती से प्रेम करता था। चार दिन पहले पति को जब दोनों की हकीकत पता चली तो वह अपनी पत्नी को सोनू से बहुत दूर ले गया। प्रेमिका के दूर होने का गम युवक से बर्दाश्त नहीं हुआ, वह फांसी के फंदे पर झूल गया। मृतक बाइक मैकेनिक था। वह डबवाली के बठिंडा रोड़ पर सार्इं ऑटो के नाम से वर्कशॉप चलाता था।
घटना सुबह करीब 11 बजे की बताई जाती है। मृतक के दोस्तों ने पुलिस को सूचित किया। सूचना देने के करीब साढ़े तीन घंटे बाद पुलिस मौका पर पहुंची। करीब ढाई बजे पुलिस पहुंची तो सोनू के मोबाइल की घंटी बज रही थी। पुलिसकर्मी ने फोन उठाया तो उसकी प्रेमिका बोली कि सोनू से उसकी बात करवा दो। पुलिस ने उसकी मौत की खबर दी तो वह बोली कि झूठ क्यों बोल रहे हो, उसकी बात करवा दो। तब पुलिसकर्मी ने पहचान बताते हुए कहा कि आपको मेरी बात समझ नहीं आती, उसके बाद फोन कट गया।

दोस्तों को बहाने से बाहर भेजा, खुद फांसी पर लटक गया
डबवाली निवासी विनेाद तथा साहिल ने बताया कि जब से उसकी प्रेमिका घर छोड़कर गई थी, तभी से सोनू मानसिक तौर पर परेशान चल रहा था। वह आत्महत्या की बात करने लगा था। उसे समझाने के लिए वह उसके पास ही ठहरे हुए थे। उसने बहाने से विनोद को इकबाल के पास भेज दिया, जबकि भूख लगने का बहाना करके साहिल को समोसे लेने भेज दिया। कुछ देर बाद साहिल घर पर पहुंचा तो बैडरुम में उसका शव लटकता मिला।


सुसाइड के लिए प्लग वायर का प्रयोग किया
बाइक मैकेनिक सोनू ने सुसाइड के लिए बाइक की प्लग वायर का प्रयोग किया। साहिल के मुताबिक उसके दोस्त ने बाइक पर चढ़कर प्लग की तार को छत पर लगे पंखे से लपेट रखा था। उसका फंदा तैयार करके गले में डाल रखा था। उसने योजनाबद्ध तरीके से सुसाइड किया। जिसका डर था, वही हुआ। उसने इसकी सूचना अन्य दोस्तों को दी। जिसके बाद इकबाल ने पुलिस को
सूचित किया। सूचना देने के बाद साढ़े तीन घंटे बाद भी शव लटकता रहा।


आठ माह पुराने थे प्रेम प्रसंग
डबवाली निवासी विनोद ने बताया कि उसके दोस्त सोनू के प्रेम प्रसंग करीब आठ माह पुराने थे। विवाहित युवती रोपड़ में रहती थी। वह उसे तथा उसके पति को घर ले आया था। तब तक उसके पति को दोनों के संबंधों के बारे में मालूम नहीं था। सोनू उनसे कोई किराया नहीं लेता था, बल्कि उसे भोजन पकाने पर रखा था। चार दिन पहले दोनों की हकीकत पता चली तो पति अपनी पत्नी को ले गया। बताया जाता है कि दोनों दिल्ली चले गए थे। तब से दोनों में फोन पर ही बातचीत हो रही थी।

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