28 मई 2020

नुकसान का मुआवजा मांगा तो जुर्माना भरे बिना वापिस मिली रेहडिय़ां


लघुसचिवालय में रेहड़ी चालकों तथा जन प्रतिनिधियों ने एसडीएम कार्यालय के आगे दिया धरना
डबवाली(लहू की लौ)बुधवार को सब्जी तथा फल रेहड़ी चालकों ने एसडीएम कार्यालय के आगे धरना लगा दिया। भाजपा मंडल अध्यक्ष विजयंत शर्मा समेत पार्षद बलजीत सिंह, विनोद बांसल, रविंद्र बिंदु, रमेश बागड़ी, रविंद्र बबलू तथा पार्षद प्रतिनिधि राकेश बब्बर समर्थन देते हुए धरने पर बैठ गए। तहसीलदार संजय चौधरी, नगरपरिषद के एसआइ संदीप बुंदेला ने 200-200 रुपये जुर्माना भरने के लिए कहा तो धरनारत रेहड़ी वालों ने फल-सब्जी सडऩे से हुए नुकसान का मुआवजा मांगा तो प्रशासन झुक गया, बिना जुर्माना किए रेहडिय़ां वापिस लौटा दी। धरनारत प्रतिनिधि एसडीएम को कार्यालय से बाहर बुलाने पर अड़ गए। ऐसे में भाजपा नेता तथा पार्षद प्रतिनिधियों को एसडीएम ने कार्यालय में बुला लिया। एसडीएम ने दो टूक कहा कि शहर में कोरोना पॉजिटिव केस आ गया है। आप इस तरह घूम रहे हो तो सभी के पैरों तले से जैसे जमीन खिसक गई। प्रतिनिधियों ने समस्या का हल ढूंढऩे के लिए कहा तो एसडीएम बोले कि सब्जी मंडी या ऑन रोड रेहड़ी नहीं लगने दी जाएगी। रेलवे पुल या फिर कम्युनिटी हाल के समीप डिस्टेंस बनाकर रेहड़ी लगाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त वेंडर गलियों में फेरी लगाकर सब्जी या फल बेच सकते हैं।

एसडीएम ने बुलाया तो नहीं गए, नारेबाजी शुरु कर दी
योजनानुसार सुबह करीब 9.30 बजे रेहड़ी चालक तथा राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधि लघुसचिवालय में इक्ट्ठे हुए थे। अभी लोग धरने पर बैठे नहीं थे कि इससे पहले ही तहसीलदार तथा रीडर धर्मपाल भाटी एसडीएम का संदेश लेकर पहुंच गए। एसडीएम अपने आवास पर दो-तीन लोगों से बातचीत के लिए तैयार थे। लेकिन लोगों ने सभी के बीच आने के लिए कहा। एसडीएम नहीं आए तो धरनारत लोगों ने एसडीएम तथा नगरपरिषद के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। एसडीएम ने इसके बाद दो बार बातचीत का न्यौता भेजा, लेकिन जन प्रतिनिधि नहीं हिले। चौथी बार कार्यालय में चले गए।

यह था मामला
मंगलवार को एसडीएम के निर्देश पर नगरपरिषद ने 22 रेहडिय़ां जब्त कर ली थी। साथ ही प्रत्येक रेहड़ी वाले पर 500-500 जुर्माना लगाया था। इस बात पर हंगामा हो गया था। रेहड़ी वालों ने एसडीएम तथा नप अधिकारियों की शिकायत सरकार को कर दी थी। बुधवार सुबह 9 बजे एसडीएम कार्यालय के आगे धरने का प्लान बना था। प्लान के मुताबिक कुछ रेहड़ी चालक अपने बीवी-बच्चों को लेकर लघुसचिवाल
य पहुंच गए थे।


एसडीएम के आदेशानुसार जब्त की गई रेहडिय़ां बिना जुर्माना भरवाए वापिस कर दी गई हैं। गलियों में वेंडर वैसे ही कार्य करेंगे, जैसे पहले करते हैं। रेहड़ी लगाने के लिए पुल के नीचे या फिर कम्युनिटी हाल के नजदीक स्थान तय किया गया है। सब्जी मंडी या फिर उसके बाहर रेहड़ी नहीं लगने दी जाएगी।
-एसआइ संदीप बुंदेला, नगरपरिषद डबवाली

कोई टिप्पणी नहीं: