29 नवंबर 2014

बीईओ ने दो घंटों में खोलकर रख दी व्यवस्था की पोल

औढ़ां (लहू की लौ) स्कूलों में शिक्षक छात्रों को कैसा अक्षर ज्ञान देते हैं और उन्हें पाठ पढ़ाने वाले ये अध्यापक ड्यूटी के प्रति कितने सजग हैं इसका जायजा लेने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी बड़ागुढ़ा पवन सुथार ने गुरुवार को राजकीय उच्च विद्यालय भीवां का औचक्क निरीक्षण ने कि या। हैरान कर देने वाली बात ये थी कि खुद मुख्याध्यापक तो लेट थे ही बल्कि अन्य स्टाफ भी इसी तर्ज पर मिला जिस पर बीईओ ने स्कूल में रहकर सबकी क्लास ली।
जानकारी मुताबिक बीईओ पवन सुथार गुरुवार सुबह स्कूल टाईम से पूर्व ही ढाबां के राजकीय उच्च विद्यालय में पहुंच गए। जहां से मुख्याध्यापक भारत भूषण को साथ लेकर औचक्क निरीक्षण करने भीवां स्कूल में पहुंचे लेकिन स्कूल में समय पर कोई अध्यापक नही पहुंचा था जबकि प्रार्थना सभा में स्कूली छात्रों की काफी कमी रही। इससे बड़ी लापरवाही ये दिखी कि स्कूल में सिर्फ 3 अध्यापक ही स्कूल समय से 15 मिनट लेट पहुंचे। यहीं नहीं स्कूल के मुख्याध्यापक मथुरादास के साथ-साथ 5 अध्यापक गायब रहे।
खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा 10वीं के  एक छात्र से एबीसी सुनाने को कहा तो वह ढंग से नहीं सुना सका। वहीं सामान्य ज्ञान के प्रश्नों में जब पूछा गया कि प्रदेश में कितने जिले हैं तो एक छात्र ने 21 जिले बताए लेकिन जब पूछा गया कि 21 जिले किसके हैं तो छात्र ने भारत के बताए। जिस पर बीईओ व अध्यापकों की हंसी छूट गई। इस बात से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिक्षक विद्यार्थियों को कैसा अक्षर ज्ञान देते हैं। वहीं बीईओ द्वारा स्कूल के मिड डे मील का निरीक्षण किया गया तो उसमें भी कमियां मिली। स्कूल में अनियमितताएं और भी भारी मिली जिसमें मिड डे मील के स्टॉक व रजिस्टर में काफी गड़बड़ी पाई गई।
बता दें कि बीईओ द्वारा 7 अगस्त को भी स्कूल का औचक्क निरीक्षण किया था जिसमें मिली अनियमितताओं पर बीईओ ने मुख्याध्यापक को चेतावनी दी थी कि अगली बार ऐसा नहीं होना चाहिए लेकिन मुख्याध्यापक मथुरादास ने कोई सबक नहीं लिया। बीईओ ने 2 घंटे तक स्कूल में रहकर मुख्याध्यापक व स्टाफ की खूब क्लास ली। इसके बाद उन्होंने थराज, झोरडऱोही, फग्गू व बड़ागुढ़ा के विद्यालयों का भी निरीक्षण किया।

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