29 दिसंबर 2014

दो राज्य, 31 किलोमीटर एरिया, हाईवे पर बेखौफ दौड़ती पोस्तियों की बारात

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा और पंजाब के तीन थाने। 31 किलोमीटर क्षेत्र। फिर भी राजस्थान से पोस्त की स्मगलिंग। बसों के जरिये नेशनल हाईवे नं. 54 पर वर्षों से यहीं चल रहा है। ऐसा साल में एक आध बार नहीं होता। बल्कि के 365 दिन ऐसा चलता है। ऊपर से आदेशों का डंडा चलने पर पोस्तियों की बारात को पकडऩे के लिये दोनों राज्यों की पुलिस दौड़ लगाती है। साल भर में महज एक कार्रवाई करके अपने कत्र्तव्य की इतिश्री कर लेती है। सवाल है कि क्या ऐसा ही चलता रहेगा?, क्या राजस्थान से पंजाब, हरियाणा में यूं ही पोस्त तस्करी होती रहेगी।
यूं शुरू होता है तस्करी का सफर
डबवाली से हनुमानगढ़ के लिये करीब 10 से 12 निजी बसें चलती हैं। इसके अतिरिक्त पीआरटीसी, राजस्थान रोड़वेज तथा हरियाणा रोड़वेज की बसें चलती हैं। इन बसों में अस्सी से नब्बे प्रतिशत पोस्त तस्कर सफर करते हैं। बसों में सुबह से ही लोगों की भीड़ जमा हो जाती है। जोकि संगरिया में खुले पोस्त के ठेकों पर कतार में जमा हो जाती है। बारी-बारी से इन्हें पोस्त मिलता है। आराम से बस में बैठकर ये लोग डबवाली तक पहुंच जाते हैं और फिर डबवाली से आसानी से अपने गंतव्य की ओर। हालांकि गांव चौटाला सीमा से आरंभ होकर डबवाली से गोल चौक तक की दूरी 31.52 किलोमीटर है। इसमें सदर थाना डबवाली के अंतर्गत राजस्थान सीमा से सटे गांव चौटाला में बनी चौकी का करीब 20 किलोमीटर एरिया आता है। गांव सकताखेड़ा के नजदीक स्थित पंजाब के गांव वडिंगखेड़ा का ढाई किलोमीटर क्षेत्र मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के गृहक्षेत्र लंबी में स्थित थाना के अधीन है। शेष एरिया शहर थाना डबवाली में आता है। सवाल है कि दो राज्यों के तीन थानों की पुलिस आज तक इस बीमारी का इलाज नहीं ढूंढ़ पाई है। यहां तक की इंटर स्टेट बैठकों में भी यह मुद्दा नहीं बना है। इस मामले में पुलिस के उदासीन रवैये के चलते दिन-ब-दिन पोस्तियों की बारात लंबी हो रही है। अब तो इस धंधे में महिलाओं ने भी बढ़चढ़कर भाग लेना शुरू कर दिया है।
पंजाब, राजस्थान के लोग तस्करी से जुड़े
पिछले दिनों शहर थाना डबवाली पुलिस ने गांव शेरगढ़ के पास नाका लगाकर एक निजी बस को पकड़ा। जिसमें सभी यात्रियों के पास चूरा पोस्त थी। सबसे खास बात कि हरियाणा के एक पोस्ती को छोड़कर सभी पंजाब तथा राजस्थान से संबंधित थे। पकड़े गये आरोपियों में पंजाब के थाना मोड मंडी, बठिंडा, संगत, लंबी, जैतो, गोनियाना, रामामंडी, भुच्चो मंडी, बल्लुआना, नथाना, नईयांवाली, बालियांवाली, कोटफता, मानसा, गिदड़बाहा, कोटभाई, मोड कलां के साथ-साथ राजस्थान के संगरिया, हनुमानगढ़ तथा झुंझनू थाना क्षेत्र के लोग थे। आरोपियों में चार महिलाएं शामिल थीं।
सवारियों को उतार रहे बस वाले
बस सर्विस से जुड़े एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि डबवाली-संगरिया-हनुमानगढ़ के लिये चलने वाली बसों में अस्सी से नब्बे फीसदी पोस्ती होते हैं। प्रतिदिन करीबन दो हजार पोस्ती राजस्थान के ठेकों से पोस्त लेकर डबवाली पहुंचते हैं। अपने धंधे को बढ़ाने के लिये निशक्त लोगों को हथियार बनाना शुरू कर दिया है। शहर थाना पुलिस की एक कार्रवाई से पिछले दस दिनों में सवारियों की संख्या प्रति बस मात्र 15 से 20 रह गई है। कई बस ऑपरेटरों का धंधा मंदा हो गया है। जिसके चलते वे कम सवारियों का बहाना करके सवारियों को नीचे उतार रहे हैं।
संयुक्त कार्रवाई की जरूरत
उपरोक्त मामले में हरियाणा-पंजाब पुलिस के साथ-साथ जीआरपी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई की जरूरत है। चूंकि सड़क मार्ग पर कार्रवाई होने के बाद पोस्त तस्कर बठिंडा-हनुमानगढ़ रेलवे ट्रेक पर दौडऩे वाली ट्रेनों में सवार हो जाते हैं। बिना संयुक्त कार्रवाई के इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है।
क्या है सजा का प्रावधान
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने बताया कि एक किलोग्राम से कम चूरा पोस्त पकडऩे पर छह माह की कैद या 10 हजार रूपये जुर्माना का प्रावधान है। एक किलोग्राम से 49 किलोग्राम चूरा पोस्त पकड़े जाने पर 10 साल तक की सजा तथा एक लाख रूपये तक के जुर्माना हो सकता है। यहीं नहीं इससे ज्यादा पोस्त की मात्रा होने पर 10 साल की सजा तथा एक लाख रूपये जुर्माना या दोनों सजाएं एक साथ हो सकती हैं।
ट्रेनों में स्पैशल चैकिंग
ट्रेनों में पोस्त तस्करों पर लगाम लगाने के लिये हर रोज चैकिंग की जाती है। इसके लिये स्पैशल चैकिंग टीम बनाई गई है।
-रणवीर सिंह, प्रभारी, जीआरपी, डबवाली


चौटाला में नाका लगाएगी पुलिस, बनेगी संयुक्त ऑपरेशन की योजना
मैं मानता हूं कि गांव चौटाला से डबवाली के गोल चौक तक की सीमा लगभग 31 किलोमीटर है। गांव चौटाला राजस्थान के संगरिया से सटा हुआ है। अब तक चौटाला में स्थाई नाका नहीं था, जिसकी वजह से पोस्ती बस में सवार होकर आराम से डबवाली पहुंच जाते और निकल जाते। चौटाला में स्थाई नाका लगाया जायेगा। राजस्थान से आने वाली प्रत्येक बस की चैकिंग की जायेगी। अगर कोई बस चालक या परिचालक इसमें संलिप्त पाया गया, उसके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई की जायेगी। तस्करी पर लगाम लगाने के लिये हरियाणा, पंजाब पुलिस तथा जीआरपी के संयुक्त ऑपरेशन की जरूरत है। संयुक्त ऑपरेशन चलाने की योजना बनाई जायेगी।
-सत्यपाल यादव, डीएसपी, डबवाली

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