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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

03 मार्च 2010

गैस गीजर बना खतरों का जाल

डबवाली (लहू की लौ) उपभोक्ताओं की लापरवाही के चलते इन दिनों गैस गीजर से बेहोश होने वालों की संख्या तीव्र गति से बढ़ रही है। जबकि कुछ घटनाओं में तो शिकार लोग दम भी तोड़ चुके हैं। अकेले डबवाली नगर में इस प्रकार की करीब 50 घटनाएं घटित हो चुकी है। दो महिलाओं की मौत हो चुकी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार डबवाली नगर में गैस गीजरों का प्रयोग धड़ल्ले से होता है। चूंकि गैस गीजर से पानी जल्दी गर्म होता है और करंट आदि लगने की आशंका भी नहीं रहती। लेकिन इन गीजरों में थोड़ी सी लापरवाही किसी का जीवन भी ले सकती है। इसकी जानकारी उपभोक्ताओं को होने के बावजूद वे इसके प्रति सतर्क नहीं है।
ताजा घटना के अनुसार होली वाले दिन विक्रमादित्य अस्पताल वाली गली में दो सहेलियां स्नान करते समय गैस गीजर से निकलने वाली कार्बन मोनोडाईऑक्साईड की शिकार हो गई। उन्हें तत्काल उपचार के लिए अस्पताल लेजाया गया। जिसके चलते अनहोनी होने से बच गई। बताया जाता है कि इन लड़कियों का नाम कनिका और हर्षप्रीत है। हर्षप्रीत अपनी सहेली कनिका के घर आई हुई थी और वे उसके साथ ही स्नान कर रही थी, जब वह बेहोश हो गई।
अगर विशेषज्ञों की माने तो उनका कहना है कि गैस गीजर को हमेशा स्नान घर से बाहर लगाया जाना चाहिए। उनके अनुसार अगर जगह कम है और गैस गीजर स्नान घर में लगा है तो बाल्टी के भर जाने के बाद ही गीजर को बन्द करके स्नान घर में प्रवेश किया जाना चाहिए। उनके अनुसार एलपीजी से खतरा नहीं है, खतरा है तो कॉर्बन मोनोडाईऑक्साईड से। जोकि एलपीजी के प्रयोग के समय अक्सर बनती है।
चिकित्सकों के अनुसार गीजर लगे स्नान घर में जब भी सिरदर्द या चक्कर आने का आभास हो तो तुरन्त स्नान घर से बाहर आ जायें, उनके अनुसार कार्बन मोनोडाईऑक्साईड जब आदमी पर अपना प्रहार करती है तो उसमें इतनी कमजोरी आ जाती है कि वह आवाज भी नहीं लगा सकता। उन्होंने यह भी सलाह दी है कि घर वालों को भी चाहिए कि अगर स्नान घर में स्नान करते समय दस मिनट से अधिक समय स्नान करने वाले को लगता है, तो वे इसकी जांच जरूर कर लें कि वह भीतर ठीक है। कभी भी कॉर्बन मोनोडाईऑक्साईड का शिकार होने पर लापरवाही न बरतें और फौरन डॉक्टर का सहयोग लें।
डबवाली में गैस गीजरों के चलते करीब 50 घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन इसके बावजूद भी गैस गीजर का उपयोग करने वाले उपभोक्ता अपनी लापरवाही को छोडऩे के लिए तैयार नहीं है। चूंकि प्रत्येक उपभोकता घटना के बाद यही सोचता है कि यह घटना दूसरे के साथ घटित हुई है, उसका इससे क्या सम्बन्ध है। उल्लेखनीय है कि 27 जनवरी को बिमला नामक महिला गैस गीजर के प्रभाव के चलते स्नान करते समय दम तोड़ गई थी।
यह भी पता चला है कि पिछले दिनों आदर्श नगर में गैस गीजर के कारण स्नान कर करते समय सोनिया नामक युवती बेहोश हो गई थी। जिसे तत्काल एक प्राईवेट अस्पताल में लेजाया गया था। यदि मौका पर फाईनैंसर लवली मैहता न होता तो एक बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी।

उपद्रवियों ने लगाई डाकघर में आग

बनवाला/गोरीवाला (जाखड़/सुथार) डबवाली उपमण्डल के गांव गोरीवाला के डाकघर में अज्ञात लोगों द्वारा आग लगाकर सरकारी संपति को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार सुबह डाकघर गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार ने दो दिन की छुट्टी पश्चात जैसे ही डाकघर खोला तो पाया की डाकघर का पीछे वाला दरवाजा टूटा व खुला हुआ था व डाकघर का अधिकतर सामान जला हुआ था। उन्होंने इसकी सूचना ग्राम सरपंच व पुलिस चौकी गोरीवाला को दी। घटना की सूचना मिलते ही ग्राम पंचायत सदस्य, पुलिस चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार, सदर डबवाली के एसएचओ भगवान दास अपने दल बल के साथ मौके पर पहुंचे व घटना का जायजा लिया। प्रथम दृष्टि से घटना को डेरा समर्थकों द्वारा 27 फरवरी को प्रदेश भर में की गई आगजनी के संदर्भ में देखा जा रहा है। क्योंकि उसी दिन गोरीवाला क्षैत्र के गांव मुन्नावाली व नुहियांवाली में हरियाणा रोड़वेज की दो बसों को आग लगाई होगी। संभव है कि उसी समय डाकघर को आग लगाई गई हो क्योंकि डाकघर के पिछले दरवाजे को तोड़ा गया है व डाकघर की पिछली साईड में कन्या स्कूल है, जहां जनता का आवागमन नहीं है। इसीलिए उपद्रवियों नें पीछे का दरवाजा तोड़कर मिट्टी का तेल डालकर शायद आग लगा दी हो क्योंकि डाकघर के टेबल पर प्लास्टिक की केनी अधजलि अवस्था में पड़ी थी व डाकघर का कुछ सामान जलकर राख हो गया।
आज प्रात:जैसे ही डाकघर खोला गया तो आग जलकर बंद हो चुकी थी व कहीं कोई धुंआ नहीं निकल रहा था व ना ही कोई सामान गर्म था। जब इस बारे में गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया की इस घटना में नकदी, एनएसवी व टिकट आदि का नुकसान नहीं हुआ है व कुछ पुराने रजिस्टर व कागजात जले हैं। पुलिस चौकी प्रभारी कृष्ण कुमार ने डाकघर गोरीवाला के सब पोस्टमास्टर राजेंद्र कुमार के ब्यान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आइपीसी की धारा 436 के तहत पर्चा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है और एतहात के तौर पर सरकार ने डबवाली क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पुलिस ने क्षेत्र में बीएसएफ के जवान तैनात कर दिये हैं।

01 मार्च 2010

दर्जनों के खिलाफ बसें जलाने का मामला दर्ज

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार शाम को जिला सिरसा के विभिन्न स्थानों पर हरियाणा रोड़वेज की बसों को जलाने के आरोप में संबंधित थानों में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस ने आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
प्राप्त जानकारी अनुसार गांव मुन्नांवाली में तेल छिड़क कर बस को आग लगाने का प्रयास करने के आरोप में बस चालक रामकुमार पुत्र मोमन राम निवासी पन्नीवाला मोटा की शिकायत पर 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436, 511, 148, 149 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में 3/4 के तहत केस दर्ज किया गया है।
इसी प्रकार चालक अशोक कुमार की शिकायत पर गांव नुइयांवाली में हरियाणा रोड़वेज की बस को आग लगा कर क्षतिग्रस्त करने के आरोप में थाना औढां पुलिस ने 30-40 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 148/149/341/435 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने के आरोप में 3/4 के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है। यह भी पता चला है कि पुलिस काफी हद तक आरोपियों का सुराग लगाने में सफल रही है।
थाना रोड़ी के अन्तर्गत आने वाले गांव अलीकां में बस को जलाने के आरोप में बस चालक मदन लाल पुत्र जीत सिंह निवासी सिरसा की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436/341/427/353/186 आईपीसी तथा पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। इसी पुलिस ने गांव कुरंगावाली में बस को जलाने के आरोप में बस चालक नछतर सिंह पुत्र हाकम सिंह निवासी डबवाली की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 436/341/395/427/353/186 आईपीसी तथा आमर्ज एक्ट और पब्लिक सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाने की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करके आरोपियों की तालाश शुरू कर दी है।

मोटरसाईकिल पर पहुंचा बारात लेकर

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार शाम को डेरा सच्चा सौदा के प्रेमियों के हंगामे के चलते पंजाब और हरियाणा की सरकारी बसें अचानक बन्द किये जाने से रविवार को भी बसों के ब्रेक लगे रहे। इसके चलते यात्रियों को परेशानी हुई ही। लेकिन जिनकी शादियां थी उन दुल्हों को अपने गंत्वय तक पहुंचने में मुश्किलें आई। इसकी जानकारी उस समय मिली जब तह. फाजिल्का के गांव तेजरवेला का बलवीर सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह बसें न चलने की वजह से अपनी बारात लेकर रविवार सुबह पंजाब बस अड्डा पर पहुंचा। उसने सिरसा जिला के डेरा संगर साधा जाना था। बलवीर सिंह के अनुसार डेरा में आज सामूहिक शादियां थी। जिसमें करीब 75 जोड़े शामिल होने हैं। जिनमें वह भी शामिल है। उसके अनुसार उसे फाजिल्कां से ही सिरसा जाने के लिए बस नहीं मिली। वह वहां से मोटरसाईकिल पर ही अपनी भाभी गुरां बाई और बिचौलिये कुशाल सिंह के साथ अपनी दुल्हन को लेने के लिए निकल पड़ा। दूल्हे राजा के अनुसार उसे उम्मीद थी कि डबवाली से सिरसा के लिए बस जरूर मिल जाएगी। लेकिन यहां भी उसे निराशा ही हाथ लगी। परंतु उसने अपनी दुल्हन रामो बाई तक पहुंचने के संकल्प को दृढ रखते हुए डबवाली से 3200 रूपये में मैक्सी कैब की और अपनी दुल्हन लेने के लिये सिरसा के लिए निकल पड़ा।

बस सेवा ठप्प होने के चलते जनजीवन प्रभावित

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) शनिवार की शाम बसों में आगजनी के कारण आज दूसरे दिन दोपहर तक बस व्यवस्था पूरी तरह से ठप्प रहने के कारण आम जनजीवन पर काफी प्रभाव पड़ा और यात्री मारे मारे फिरते रहे। इस दौरान निजी वाहन चालकों ने खूब चांदी कूटी तथा यात्रियों से मनमाना किराया बसूल किया।

इस विषय अनेक यात्रियों से बात किए जाने पर ओढ़ां निवासी मुखत्यार सिंह ने बताया कि उन्हें आज रिश्तेदारी में रस्म क्रिया में शामिल होना था लेकिन बसें बंद होने के कारण वे जा न सके। दैनिक यात्री रामलाल ने बताया कि रात को वो एक टैक्सी चालक को 25 रुपए किराया देकर व जान जोखिम में डालते हुए टैक्सी के पीछे लटककर अपने घर ओढ़ां पहुंचे।
नुहियांवाली निवासी सोहन लाल ने बताया कि ओढ़ां आने के लिए उन्हें साधन नहीं मिला और उन्हें पैदल ओढ़ां आना पड़ा। कृष्ण लाल ने बताया कि उन्हें एक विवाह समारोह में शामिल होने हेतु प्राइवेट वाहन किराए पर करके जाना पड़ा। इसी प्रकार अन्य यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ऐसे में दूर जाने वाले यात्रियों के चेहरों पर काफी चिंता व परेशानी से जूझना पड़ा। अनेक गांवों जैसे बनवाला, रामगढ़, रत्ताखेड़ा, रामपुरा, राजपुरा, रिसालियाखेड़ा, सालमखेड़ा, जंडवाला, किंगरे, मलिकपुरा, टप्पी, ख्योवाली, रोहिडांवाली, आनंदगढ़ सहित अनेक गांवों के लोगों को कहीं भी आने जाने हेतु काफी मशक्कत व परेशानी का सामना करना पड़ा क्योंकि इन गांवों में न तो कोई सरकारी बस ही पहुंची और न ही निजी वाहन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो सके।

आगजनी के आरोप में 36 गिरफ्तार

डबवाली (लहू की लौ) हरियाणा पुलिस द्वारा असामाजिक तत्वों द्वारा शनिवार सायं राज्य में की गई तोडफ़ोड़ और आगजनी के मामलों को गंभीरता गया है और पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए उत्पात मचाने वाले उपद्रव्यिों को काबू करने में सफलता हासिल की है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज बताया कि इस कार्यवाही के परिणाम स्वरूप अब तक विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 36 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और सभी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके अतिरिक्त, सभी जिलों में पुलिस उपद्रव्यिों की गहरी छानबीन में जुटी हुई है और पुलिस द्वारा शीघ्र ही सबूतों के आधार पर कुछ और लोगों की गिरफ्तार की जा सकती है।
प्रवक्ता ने बताया कि हरियाणा सरकार की मांग पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय द्वारा केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की दो कंपनियां जिला अंबाला और सीमा सुरक्षा बल की दो-दो कंपनियां क्रमश: जिला सिरसा और फतेहाबाद में तैनात कर दी गई है ताकि स्थिति को पूर्णत: नियंत्रण में रखा जा सकें। इसके अतिरिक्त, सभी संवेदनशील क्षेत्रों में हरियाणा पुलिस बल की अतिरिक्त टुकडिय़ां, भौण्डसी एवं मधुबन में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे दो हजार पुलिस कर्मियों और हरियाणा गृहरक्षी दल के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।
हरियाणा पुलिस के महानिदेशक रंजीव दलाल ने कल हुए हादसे पर खेद व्यक्त करते हुए लोगों से अपील की है कि वो किसी भी तोडफ़ोड़ की कार्यवाही में हिस्सा न ले और अफवाहों से भ्रमित न हो। उन्होंने लोगों से कहा कि प्रदेश में शांति भंग करने या कानून हाथ में लेकर किसी भी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का किसी को कोई भी अधिकार नहीं है और इस प्रकार की गैर कानूनी गतिविधियां करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा सख्त कार्यवाही की जायेगी।

चार जिलों में धारा 144 लागू

डबवाली (लहू की लौ) राज्य में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिला सिरसा, फतेहाबाद, हिसार एवं जींद में अपराधिक प्रक्रिया 1973 के कानून की धारा 144 की शक्तियों के अंतर्गत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है, जिसके अनुसार इन जिलों में कहीं भी पांच या पांच से अधिक व्यक्तित एकत्रित नहीं हो सकते।

इन जिलों के जिलाधीशों द्वारा जारी आदेशों के अनुसार जिला में कोई भी व्यक्ति घातक हथियार, आगेण्य अस्त्र, विस्फोटक सामग्री के साथ-साथ तलवार, भाला, बरछा, चाकू, लाठी इत्यादि हथियार लेकर नहीं चल सकता।
यह आदेश ड्यूटी पर तैनात पुलिस या अन्य पब्लिक कर्मचारियों पर लागू नहीं होंगे। इन आदेशों की अवेहलना करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। लोगों से अपील की गई है कि वे किसी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें और जिला में शांति बनाए रखे।
हिसार के जिलाधीश ओ पी श्योरान ने राज्य में गत सायं हुई तोड़-फोड़ केदृष्टिगत 28 फरवरी 2010 से शान्ति बहाली तक जिला में 15 ड््यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए हैं। आदेश के अनुसार जिला में कानून व्यवस्था एवं शांति बहाली के लिए सभी ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ समन्वय के लिए एक-एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को लगाया गया है। सभी ड्यूटी मजिस्ट्रेट अपने कार्य क्षेत्र में कानून व्यवस्था पर नजर रखेंगे।
उधर, जिला उपायुक्त फतेहाबाद सी.जी. रजिनिकांथन ने आज जिला प्रशासन और डेरा प्रतिनिधियों की एक संयुक्त बैठक को भी संबोधित किया। उपायुक्त ने डेरा प्रतिनिधयों से जिला में शांति बनाये रखने की अपील की और कहा कि जिला में कानून व्यवस्था को बनाये रखने में सहयोग दें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपने-अपने कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करें और कार्यालय के चौकीदार या अन्य कर्मचारी को ड्यूटी पर तैनात करें। जिला में शांति व्यवस्था की देखरेख के लिए 11 ड्यूटी मजिस्ट्रेट एवं समन्वय अधिकारी के रूप में पुलिस विभाग के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार, जींद में 13 वरिष्ठ अधिकारियों को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया हैं।

विधायक के समक्ष लोगों ने रखी बिजली, पानी और पीले कार्ड की समस्याएं

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली विधानसभा से विधायक अजय सिंह चौटाला अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार रविवार को डबवाली में स्थित अपने विधानसभा चुनाव कार्यालय में पहुंचे और उन्होंने सबसे पहले इनेलो कार्यकर्ताओं और उपस्थित आम लोगों को होली की बधाई दी।
इस मौके पर उन्होंने लोगों की शिकायतें सुनीं जिनमें अधिकांश बिजली, पानी और पीले कार्ड से संबंधित समस्याएं थीं। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि वह उनकी समस्याओं को सरकार के समक्ष उठायेंगे और अगर फिर भी बात नहीं बनी तो वह अपने इनेलो विधायकों के साथ विधानसभा में भी उनकी मांगों को रखेंगे।
इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए अजय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। बल्कि जंगल राज है जिसका ज्वलंत उदाहरण शनिवार शाम को पूरे राज्य में कुछ लोगों द्वारा सरकारी सम्पत्ति को नुक्सान पहुंचाया गया और सरकारी बसों को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट में महंगाई कम होने की अपेक्षा महंगाई को बढ़ाने वाली नीतियों को ही दर्शाया गया है। उनके अनुसार पेट्रोल और डीजल के दाम बढऩे से इसका सीधा प्रभाव आम लोगों पर पड़ेगा। रेलवे ओवरब्रिज के संबंध में पूछे गये प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि डबवाली में ओवरब्रिज का होना जरूरी है और इस समस्या के समाधान के लिए वह प्रयासरत हैं। आगामी विधानसभा स्तर में वह इस मामले को लेकर अपने स्तर पर सरकार से जवाब मांगेंगे। इस मौके पर पूर्व विधायक डॉ. सीता राम, रणवीर सिंह राणा, संदीप सिंह गंगा, कुलदीप सिंह जम्मू चेयरमैन, नरेन्द्र बराड़ हल्का प्रधान डबवाली, डॉ. गिरधारी लाल गर्ग, जगरूप सिंह सकताखेड़ा, जगसीर सिंह मांगेआना, पार्षद लवली मैहता, सुखविन्द्र सिंह सरां, सुरेन्द्र छिन्दा, सुखबीर सिंह एडवोकेट, पवन मैहता पूर्व सरपंच, लभू सेठी, रोशन मोंगा, केशों राम गुप्ता, मदन लाल सेठी प्रधान, गुरमीत सिंह अबूबशहर, नानक चन्द धींगड़ा अबूबशहर, सर्वजीत सिंह मसीतां, प्रहलाद चौटाला, सतपाल लोहगढिय़ा, सुरेन्द्र बर्तन, सुखदेव सिंह नम्बरदार सांवतखेड़ा, सुरजीत सिंह जगमालवाली, जगदेव सिंह सरपंच असीर, मास्टर हरनेक सिंह पूर्व पार्षद, परमजीत बराड़, रवि जिन्दल, गुलजिन्द्र सोना, जगपाल सिंह गिल, जगपाल सिंह जत्थेदार, मनजीत इन्द्र सिंह काका पूर्व सरपंच च_ा, अमरनाथ बागड़ी, शिवजी राम बागड़ी, अमरीक सिंह चट्ठा, नसीब चन्द गार्गी, नरेश मित्तल, मदन गुप्ता, मुनीष शर्मा, पवन बांसल पूर्व एमसी, पवन शर्मा शेरगढ़, मोहन लाल, हरिकिशन दास राजौरा, डॉ. ओमप्रकाश सचदेवा, सन्त लाल, लाली, गण्डा सिंह मौजगढ़, भोला सिंह बराड़, टेक चन्द छाबड़ा, महिन्द्र डूडी, केवल कृष्ण, सुरेन्द्र ग्रोवर, बलदेव सिंह भीटीवाला शहरी प्रधान, प्रदीप गर्ग, संदीप गर्ग, सीता राम सिंगला, काला ठेकेदार, विक्की शर्मा, सुभाष मित्तल पार्षद, सुभाष गुप्ता गोरीवाला, जगजीत सिंह बराड़, दर्शन मोंगा, सतपाल सरारी, काका शर्मा, रवि कुक्कड़, सोम अरोड़ा, गुरविन्द्र भोला, ओम बाबा, हरबन्स लाल भीटीवाला, विपिन मोंगा, सोनू सेठी, मनोहर लाल दीवानखेड़ा, सुरजीत सिंह ढाणी, शामलाल खुइयांमलकाना, बॉबी छाबड़ा, अजनीश कैनेडी, जसमिन्द्र बराड़, सरदारी लाल मिढ़ा, सोहन लाल, बाबू लाल, जिन्द्र, जोगिन्द्र ढाल, दीशा, कुलवन्त सिंह, सूबा सिंह, मलूक सिंह लखेसर, सुरेश, किशन कम्बोज, पवन सेठी पूर्व पार्षद, दीपा सेठी, माणिक सेठी, मास्टर अमृतपाल उपस्थित थे।

28 फ़रवरी 2010

फकीरचन्द हत्या प्रकरण में डेरा प्रमुख पर मामला दर्ज

डबवाली (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह और विवादों का चोली-दामन का साथ रहा है। यही कारण है कि सीबीआई जांच डेरा प्रमुख का पीछा नहीं छोड़ रही। डेरा प्रमुख लगातार किसी न किसी मामले में सीबीआई जांच के शिकंजे में फंसते चले जा रहे हैं। डेरा के ही पूर्व प्रबंधक फकीरचंद मामले में सीबीआई चण्डीगढ़ ने प्राथमिक जांच के बाद डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह सहित चार अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। सीबीआई की प्राथमिक जांच के बाद फकीरचंद गुमशुदगी मामले की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है।
गौरतलब है कि डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक फकीरचंद करीब डेढ़ दशक पूर्व एकाएक लापता हो गया था। काफी पड़ताल करने के बाद भी उसका कोई सुराग नहीं लगा। यहां तक कि उसके जानकारों को भी पता नहीं चला कि एकाएक फकीरचंद कहां गायब हो गया। न ही तो फकीरचंद जीवित मिला और न ही उसकी लाश ही बरामद हुई। फकीरचंद की गुमशुदगी को लेकर हालांकि डेरा के भीतर और बाहर कई तरह की चर्चाएं रहीं। लेकिन चर्चाओं से आगे कभी बात नहीं बढ़ी। इस मामले में डेरा के पूर्व साधू रामकुमार बिश्नोई ने जांच की मांग को लेकर कई दरवाजों पर दस्तक दी। हरियाणा पुलिस ने रामकुमार बिश्नोई को इस प्रक्रिया में कोई सहयोग नहीं दिया। परेशान रामकुमार ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उच्च न्यायालय ने सीबीआई को आदेश दिए कि फकीरचंद की गुमशुदगी के मामले में भी डेरा की जांच करे। उच्च न्यायालय के आदेशानुसार सीबीआई ने प्रारंभिक कार्रवाई करते हुए छानबीन शुरू की। इसी सिलसिले में सीबीआई की उच्चस्तरीय टीम कई बार सिरसा आई थी। टीम ने डेरा से संबंधित कई लोगों से पूछताछ की थी। विगत दिनों सीबीआई ने उक्त मामले में प्रारंभिक जांच के बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत सिंह, रेशम सिंह, सुखदेव दीवाना, बलदेव मिठड़ी व गोबिंद सिंह के खिलाफ हत्या, षड्यंत्र रचने और साक्ष्यों को मिटाने का मामला दर्ज किया है। इससे पहले भी डेरा प्रमुख पत्रकार छत्रपति हत्याकांड, रणजीत मर्डर केस और साध्वी यौन शोषण प्रकरण में अदालत की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं।

डेरा प्रेमी भड़के, बसें फूंकी

डबवाली (लहू की लौ) षनिवार षाम को डेरा प्रमुख पर डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबन्धक फकीर चन्द की हत्या के प्रकरण में सीबीआई द्वारा केस दर्ज करवाये जाने पर सच्चा सौदा के श्रद्धालु भड़क उठे और उन्होंने हरियाणा में जगह-जगह सवारियों को उतारकर हरियाणा रोड़वेज की बसों को आग के हवाले कर दिया।
बनवाला से संवाददाता जसवन्त जाखड़ के अनुसार गांव नुहियांवाली में रत्ताखेड़ा रोड़ पर राजपुरा माईनर के पास षनिवार षाम को सिरसा से संगरिया जा रही हरियाणा रोड़वेज की बस को करीब ३५ मोटरसाईकिल सवार और मुंह ढांपे लोगों ने रोक लिया। बस में सवार लोगों को नीचे उतार लिया और बस पर जमकर पहले लाठियां बरसाई। फिर उस पर मिट्टी का तेल उड़ेल कर आग के हवाले कर दिया। बस के चालक अषोक कुमार ने इसकी सूचना औढ़ां थाना के प्रभारी हीरा सिंह को दी। सूचना पाकर मौका पर पुलिस पहुंची। लेकिन तब तक आरोपी बस को आग के हवाले करके फरार हो चुके थे।
इस संदर्भ में जब औढां थाना प्रभारी हीरा सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि गांव वालों ने उन्हें बताया है कि यह वारदात करने वाले प्रेमी थे और मोटरसाईकिलों पर सवार होकर आये थे। आग लगाने के बाद ये लोग वहां से फरार हो गये।
इधर रोड़ी से प्राप्त समाचार अनुसार एक जीप और एक मोटरसाईकिल पर सवार होकर आये हथियारबंद व्यक्तियों ने गांव अलीकां और कुरंगावाली में हरियाणा रोड़वेज की बसों को रूकवाकर और सवारियों को उतरवाकर अपने साथ बोतले में भरकर लाये पेट्रोल को बसों पर डालकर आग के हवाले कर दिया।
सिरसा से मिली सूचना अनुसार बेगू रोड़ और कंगनपुर में भी बसों को रोककर आग के हवाले कर दिया गया। पता चला है कि पुलिस ने पांच युवकों को इस आगजनी के आरोप में हिरासत में लिया है। हिरासत में लिये गये युवक सिरसा के प्रीत सागर क्षेत्र के बताये जा रहे हैं और डेरा के श्रद्धालु भी बताये जा रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार हिरासत में लिये गये युवकों की पहचान कुलवन्त, टिपू, भिन्द्र, सतनाम और करिन्द्र के रूप में हुई है।
फत्तेहाबाद में भी कई बसों को आग लगाये जाने की सूचना प्राप्त हुई है। यह भी पता चला है कि गांव मुन्नांवाली में भी एक बस को रोककर आग लगाने का प्रयास किया गया। लेकिन ग्रामीणों के मौका पर पहुंच जाने पर आग लगाने का प्रयास करने वाले फरार हो गये। प्राप्त जानकारी अनुसार जिला सिरसा की बाहर जाने वाली सभी बसें रद्द कर दी गई और साथ में यह आदेष दिये गये हैं कि बसों को थाना में खड़ा कर दिया जाये।

27 फ़रवरी 2010

सफाई अव्यवस्था के खिलाफ वार्ड वासी उतरे सड़क पर

सफाई व्यवस्था को बिगाडऩे में रमेश बागड़ी दोषी-अध्यक्षा
डबवाली (लहू की लौ) नगर की बिगड़ी सफाई व्यवस्था को लेकर लोग सड़कों पर निकलने को मजबूर हो चुके हैं। जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर और इन ढ़ेरों से आ रही बदबू लोगों को नगरपालिका के खिलाफ लामबन्द कर रही है। शुक्रवार को वार्ड नं. 12 के निवासी कांग्रेस समर्थित वार्ड पार्षद रमेश बागड़ी के नेतृत्व में अचानक कलोनी रोड़ पर धरने पर बैठ गये और राज्य सरकार, नगरपालिका और डबवाली प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
पार्षद रमेश बागड़ी, वार्ड वासी राजकुमार मैहता, अनिल कुमार, बंसी लाल, तारा चन्द, रवि, सुशील, राजन धमीजा, ओमप्रकाश, गोपाल शर्मा, बाला चक्की वाला, गगनदीप आदि ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से उनके वार्ड में सफाई कर्मचारियों के दर्शन नहीं हुए हैं और उनका वार्ड कूड़ा का डिपू बनकर रह गया है। अब तो हालात यह हैं कि इस कूड़े से बदबू भी आने लगी है। जिसके चलते वार्ड में रहना ही मुश्किल हो रहा है। पार्षद रमेश बागड़ी के अनुसार वार्ड की इस समस्या को वे कई बार नगरपालिका की बैठकों में उठा चुके हैं। लेकिन इसका समाधान नहीं निकल पाया है। उन्होंने मांग की कि नगरपालिका और प्रशासन के पदों पर बैठे लोगों को इस्तीफा दे देना चाहिए। चूंकि वे वार्ड की समस्याओं का समाधान करने में असमर्थ रहे हैं।
इस मौके पर वार्ड वासियों ने पार्षद के नेतृत्व में हरियाणा सरकार, नगरपालिका और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की तथा यह भी धमकी दी कि अगर वार्ड की सफाई व्यवस्था न सुधरी तो वे लोग पालिका के समक्ष आमरण अनशन पर बैठ सकते हैं।
इस संदर्भ में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन से बातचीत की गई तो उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि नगर की सफाई व्यवस्था को बिगाडऩे में रमेश बागड़ी का सबसे बड़ा हाथ है। इसके और इसके समर्थक पार्षदों की मांग पर ही सफाई ठेका कैंसल करना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि जो पार्षद अपने वार्ड वासियों की समस्याओं का समाधान नहीं कर सकता, उसे इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि पालिका के पास फिलहाल 85 सफाई कर्मचारी है। सीनेटरी इंस्पेक्टर ने इन सफाई कर्मचारियों की डियूटी भी वार्ड वाईस लगाई लेकिन कर्मचारियों की नेतागिरी के चलते सफाई कर्मचारियों ने शहर की मुख्य सड़कों की सफाई नहीं की। बल्कि कहा कि इसे ठेके पर दिया जाये।

आम लोगों पर बजट ने बढ़ायामहंगाई का बोझ

डबवाली (लहू की लौ) वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने आज मौजूदा सरकार का दूसरा बजट पेश किया। जैसी की उम्मीद थी हुआ भी वैसा ही। आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त मंत्री ने महंगाई की बात कही थी। उसे आम बजट में कर दिखाया। पहले से ही महंगाई से त्रस्त जनता पर महंगाई का और बोझ डाल दिया गया। वित्त मंत्री ने साल 2010-11 के बजट में पैट्रोल-डीजल में एक्साइज डयूटी बढ़ाने की घोषणा कर दी। आज प्रणव मुखर्जी ने कहा कि मंदी के असर से देश काफी हद तक उबर चुका है और विकास दर को बढ़ाना हमारी पहली कोशिश है। उन्होंने कहा कि खराब मौसम की वजह से फसलों पर काफी असर बढ़ा है। लेकिन फिर भी अर्थव्यवस्था में तेजी आई है।
पैट्रोल-डीजल के दाम बढ़े : बजट में पैट्रोलियम उत्पादों के दाम बढ़ाने की बात कही गई। पैट्रोल और डीजल के दामों में क्रमश: 2.67 रुपये, 2.58 रुपये का इजाफा किया गया। जो शुक्रवार को आधी रात से लागू हो जाएंगे। बड़ी गाडिय़ों पर टैक्स बढ़ाया गया है। खाने वाले तम्बाकू, सिगार और सिगरेट के दाम बढ़ाए गए हैं। सीमेंट के दाम बढ़ाने की भी बात कही गई है। सोने पर इम्पोर्ट डयूटी बढ़ाई गई है जिससे सोना और चांदी भी महंगे होंगे।
मोबाइल फोन सस्ते : सभी तक मोबाइल फोन की सेवा पहुंचाने के लिए मोबाइल फोन सस्ता किया गया है। माइक्रोवेव ओवन और वॉटर फिल्टर भी सस्ता होगा। किसानों को राहत देते हुए खेती के उपकरणों को सस्ता किया गया है। एलईडी लाईट और सोलर रिक्शा सस्ता किया गया है। बजट में मैडिकल उपकरणों पर कर छूट जारी रखने की बात कही गई है।
1.6 से 5 लाख तक 10 फीसदी टैक्स : आयकर छूट सीमा में इस बार कोई इजाफा नहीं किया गया है। 1.6 लाख सालाना आय वाले लोगों को किसी प्रकार का आयकर नहीं देना होगा। 1.6 लाख से 5 लाख तक आय पर 10 फीसदी आयकर देना होगा। वहीं 5 से 8 लाख आय पर 20 फीसदी तथा 8 लाख रुपये से अधिक सालाना आय पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा। मैट को 15 फीसदी से बढ़ाकर 18 फीसदी किया गया है। एसयूवी और एमयूवी पर भी टैक्स बढ़ेगा। सर्विस टैक्स 10 फीसदी ही रहेगा। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
खाद पर किसानों को सब्सिडी : मुखर्जी ने कहा कि कृषि के लिए किसानों को खाद पर सीधे सब्सिडी मिलेगी और 5 फीसदी की दर से लोन दिया जाएगा। कृषि के लिए कर्ज लेने पर 2 फीसदी सब्सिडी मिलेगी। साथ ही समय पर लोन चुकाने पर 2 फीसदी की छूट मिलेगी। कृषि में सुधार के लिए हरित क्रांति को पूरे देश में लागू किया जाएगा। पूर्व में हरित क्रांति के लिए 300 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि नए निजी बैंकों को मंजूरी मिलेगी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक मजबूत किए जाएंगे। सरकारी बैंकों को 16500 करोड़ का पैकेज दिया जाएगा। देश के हर जिले में स्वास्थ्य सर्वे किया जाएगा।
होम लोन पर छूट जारी रहेगी : प्रणव दा ने कहा कि होम लोन पर सब्सिडी जारी रहेगी। 20 लाख रुपये तक का लोन लेने पर 1 फीसदी रियायत दी जाएगी। इंदिरा आवास के लिए 10 हजार करोड़ रुपये और राजीव आवास योजना के लिए 1270 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई है। भारत निर्माण के लिए 48 हजार करोड़ रुपये दिए जाएंगे। शहरी क्षेत्र विकास के लिए 5400 करोड़ रुपये तथा ग्रामीण विकास के लिए 66 हजार करोड़ रुपये देने का ऐलान किया। बुंदेलखंड के लिए 1200 करोड़ रुपये देने की बात कही।
हर रोज 20 किलोमीटर हाइवे बनाएंगे : वित्त मंत्री ने कहा देश में प्रतिदिन 20 किलोमीटर हाइवे का निर्माण किया जाएगा। दिल्ली, मुम्बई मतें औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा और गोवा के तटों पर हरियाली पर खर्च किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोयला रेगुलेटरी अथॉरटी का गठन किया जाएगा। बजट में बिजली सेक्टर के लिए 5130 करोड़ रुपये और सेलर एनर्जी को 1000 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। गंगा की सफाई के लिए 500 करोड़ रुपये देने की भी घोषणा की गई।
एफडीआई को आसान बनाना होगा : प्रणब ने कहा कि सभी सेक्टरों में जल्द ही सुधार देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य 9 फीसदी विकास दर रखने का है। उन्होंने कहा कि हम 10 फीसदी विकास की दर हासिल कर सकते हैं। हमें महंगाई दर कम करने के सभी उपाय करने होंगे। उन्होंने कहा कि एफडीआई को और आसान बनाना होगा और आसान टैक्स सिस्टम लागू करवाएंगे। नरेगा के लिए 40 हजार करोड़ रुपये देने के साथ ही सभी नरेगा मजदूरों का सेहत बीमा किया जाएगा।

शिरोमणि अकाली दल की मान्यता पर सवाल

नई दिल्ली। माल्टा बोर्ड ट्रैजिडी मिशन के चेयरमैन बलवंत सिंह खेड़ा की याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को चुनाव आयोग और शिरोमणि अकाली दल [बादल] समेत सात को नोटिस जारी कर दिया है। याचिकाकर्ता ने हाईकोर्ट को बताया कि अकाली दल ने जनप्रतिनिधित्व कानून 1989 में हुए संशोधन के तहत चुनाव आयोग में दिए हलफनामे का खुलेआम उल्लंघन किया है। उसका कहना था कि चुनाव आयोग को अकाली दल का पंजीकरण रद करके राजनीतिक पार्टी के तौर पर उसकी मान्यता खत्म करने के निर्देश दिए जाएं। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मदन बी लोकूर और न्यायमूर्ति मुक्ता गुप्ता की बेंच ने सुनवाई के लिए 14 अप्रैल की तारीख तय की है।
होशियारपुर के बीएस खेड़ा के अधिवक्ता प्रशांत भूषण और इंदिरा उन्नीनायर ने कहा है कि शिअद [बादल] की ओर से 14 अगस्त, 1989 को चुनाव आयोग में जो हलफनामा जमा किया गया है, वह भ्रामक है। शिअद के तत्कालीन सचिव मंजीत सिंह कलकत्ता ने हलफनामे में दस्तखत के साथ खुद हाथ से लिखा है कि, 'हमारा पुराना संविधान ही लागू है। हम अपनी पार्टी के संविधान को अभी जमा नहीं कर रहे हैं।'
याचिकाकर्ता का कहना है कि शिअद ने दो संविधान बनाए हैं। एक में अपनी पार्टी को धर्म निरपेक्ष बताते हुए हलफनामा दिया है, जबकि दूसरे में पार्टी में 18 वर्ष से ऊपर के सिर्फ 'सिंह' और 'सिंहनी' को ही बतौर सदस्य शामिल करने की बात कही है। यानी पार्टी में सिर्फ सिख ही होंगे।
जनप्रतिनिधित्व कानून 1989 में हुए संशोधन के मुताबिक राजनीतिक पार्टी धर्म निरपेक्ष होनी चाहिए। संशोधन के बाद हर राजनीतिक पार्टी को एक हलफनामा देना था कि वह संविधान के सभी सिद्धांतों को मानेंगे और उसका अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट कांग्रेस से जुड़े एक फैसले में कह चुका है कि अगर किसी पार्टी ने हलफनामे में जालसाजी की है तो भी उसकी मान्यता चुनाव आयोग द्वारा रद की जा सकती है।
अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट से कहा है कि 14 अगस्त 1989 को दिए हलफनामे में शिअद की ओर से कहा गया है कि उनके बहुत से सदस्य दिल्ली स्थित सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से भी हैं। बताया गया कि शिअद [बादल] और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी [एसजीपीसी] में अंतर क्या है। पार्टी मंदिर में मीटिंग करती है।
इस संबंध में तीन साल पहले भी याचिकाकर्ता ने चुनाव आयोग से गुहार लगाते हुए कहा था कि यह पार्टी सांप्रदायिक है, लेकिन आयोग ने ध्यान नहीं दिया। हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग, शिअद, पंजाब चुनाव आयोग, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, गुरुद्वारा चुनाव आयोग चंडीगढ़, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, दिल्ली स्थित गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय को नोटिस भेजा है।

26 फ़रवरी 2010

कांग्रेसी ठेकेदारों में झड़प, दो घायल

डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका में वीरवार को गलियों के टैण्डर भरने आये कांग्रेसी नेता आपस में टकरा गये और उनमें खूब जूतम-पेजार हुई। दोनों पक्षों के दो जनें घायल हो गये।

प्राप्त जानकारी अनुसार आज डबवाली नगरपालिका में गलियों का टैण्डर भरे जाने थे और टैण्डर भरने के बाद पालिका से बाहर निकलकर गेट पर ही कांग्रेस नेता आपस में टकरा गये। घायल गोपाल मित्तल ने आरोप लगाया कि कुछ लोग टैण्डर के दौरान पूल करने की कोशिश कर रहे थे और उसे भी पूल में शामिल होने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने यह शर्त रखी थी कि सभी को 9-9 लाख रूपये का काम आता है और उसे भी उसके हिस्से का काम दिया जाये। लेकिन बात नहीं बन पाई और उसने 6 लाख के टैण्डर भर दिये। वह टैण्डर डालकर वापिस आ रहा था और जैसे ही पालिका के गेट पर पहुंचा तो इन्द्र जैन ने अपने बेटे मुनीष जैन और 8-9 अन्य लड़कों को उसे पीटने का इशारा किया और वह लोग उस पर टूट पड़े और बुरी तरह से उसे पीटा। उसकी जेब में 5500 रूपये की नकदी थी, वह भी पिटाई करने वालों ने निकाल ली। झगड़े का कारण बताते हुए गोपाल मित्तल ने कहा कि उसने इन्द्र जैन के खिलाफ शिकायतें की हुई हैं और पुलिस प्रशासन को भी कई माह पूर्व लिखकर दिया हुआ है कि उसे इन्द्र जैन और उसके बेटे से जान का खतरा है।
मित्तल ने यह भी आरोप लगाया कि मौका पर पुलिस भी थी, लेकिन वह तमाशबीन बनकर उसकी पिटाई होते हुए देखती रही।
अस्पताल में ही दाखिल इन्द्र जैन के बेटे मुनीष जैन ने कहा कि वह टैण्डर भरकर जैसे ही पालिका के गेट पर आया तो गोपाल मित्तल ने उस पर व्यंग्य कसा और हाथापाई पर उतर आया। जैन के अनुसार गोपाल के साथ दो-तीन अन्य भी थे। उसने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी उसके गले में डाली हुई साढ़े तीन तोले सोने की चैन भी ले गये। उसने आरोप लगाया कि उस पर कोई तेजधार हथियार से हमला किया गया।
पता चला है कि दोनों घायल कांग्रेसी नेताओं को सिरसा रैफर कर दिया गया है।

24 फ़रवरी 2010

पांच लाख की अवैध शराब ले जाते ट्रक पकड़ा गया

हनुमानगढ़। चंडीगढ़ से लगभग पांच लाख रूपये मूल्य की अवैध शराब तस्करी करके जोधपुर ले जा रहे एक ट्रक के चालक एवं परिचालक को आज दोपहर हनुमानगढ़ में गिरफ्तार कर लिया गया। ट्रक में सस्ते अंग्रेजी ब्रांड- रोमियो एवं बैस्टो शराब की 903 पेटियां ईंटों की नीचे छिपाई हुई थी। ट्रक पर फर्जी नंबर की प्लेटें लगी हुई थीं।
हनुमानगढ़ टाउन के थानाप्रभारी संजय बोथरा ने बताया कि टिब्बी मार्ग पर गुरूसर चौराहे के पास आज दोपहर एक बजे संदेह हो जाने पर ट्रक (आरजे 10 जीए 1423) को रोककर चैक किया गया। ट्रक के डाले में ईंटें भरी हुई थीं। कुछ ईंटों का हटाया गया तो नीचे शराब की पेटियां दिखाई दीं। तब चालक मजीद पुत्र गफ्फार खां निवासी भिखोडाई (जैसलमेर) और मोहन पुत्र विजयसिंह राजपूत निवासी बालेसर (जोधपुर) को गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी लेने पर ट्रक के कैबिन में से एक आरसी मिली, जिससे ट्रक के वास्तविक नंबर- आरजे 19 जीए 0423 का पता चला। ट्रक का मालिक जोधपुर का निवासी है। उन्होंने बताया कि पूछताछ में चालक-परिचालक ने जानकारी दी कि वे शराब को चंडीगढ़ से जोधपुर ले जा रहे थे। शराब की बोतलों पर सेल फॉर ऑनली चंडीगढ़ लिखा हुआ है। बरामद शराब का मूल्य लगभग 5 लाख रूपये आंका गया है। उन्होंने बताया कि शराब भेजने और प्राप्त करने वालों के बारे में चालक-परिचालक से पूछताछ की जा रही है।

पीलीबंगा अश्लील सीडी का प्रकरण दर्ज

पीलीबंगा। पीलीबंगा अश्लील सीडी का पुलिस ने आज एक फोटो स्टूडियो के पार्टनर युवक के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया, जो कथित रूप से फरार है। यह प्रकरण अश्लील सीडी में कैद हुई युवती के मामा द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया गया है, जिसमें स्टूडियो के पार्टनर विनोद बिश्नोई को नामजद किया गया है।
रावतसर के डीएसपी पवन मीणा ने बताया कि यह स्टूडियो पुलिस के दिवंगत सब इंस्पेक्टर के पुत्र का है, जिसे विनोद बिश्नोई को उसने ठेके पर दे रखा था। इसी स्टूडियो में गुप्त रूप से कैमरा लगाकर विनोद बिश्नोई ने युवती के साथ अश्लील हरकतें करने की मूवी बना ली। युवती के मामा ने आरोप लगाया है कि विनोद इस मूवी को सार्वजनिक करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर रहा था। पुलिस के अनुसार यह मामला धारा 384 और आईटी एक्ट की धारा 6 के तहत दर्ज किया गया है। श्री मीणा ने बताया कि विनोद बिश्नोई को जल्दी ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पीलीबंगा में यह अश्लील सीडी सार्वजनिक हो जाने से हड़कंप मचा हुआ है। हड़कंप मचते ही विनोद बिश्नोई स्टूडियो बंद करके गायब हो गया। इस सीडी की जानकारी मिलने पर हनुमानगढ़ के पुलिस अधीक्षक मोहनलाल निठारवाल ने जांच के निर्देश दिये। जानकारी के अनुसार पीलीबंगा पुलिस ने सीडी में नजर आ रही युवती की शीघ्र ही पहचान कर ली और रात को ही पीलीबंगा के निकट उसके गांव में पूछताछ करने के लिए पहुंच गए। सूत्रों के अनुसार यह युवती मूल रूप से पंजाब की निवासी है और पिछले कुछ समय अपने मामा के पास रहकर पढ़ाई कर रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस युवती का विनोद बिश्नोई के साथ पिछले अढ़ाई-तीन वर्षों से प्रेम संबंध चले आ रहे हैं। दोनों अविवाहित हैं। जांच में पता चला कि विनोद ने युवती को धोखा देकर अश्लील फिल्म बनाई। स्टूडियो के जिस कक्ष में फिल्म बनाई गई, उसमे कैमरा लगे होने की जानकारी युवती को नहीं थी। उसे तो अभी तक नहीं पता था। सीडी सार्वजनिक होने पर युवती और उसके परिजन सदमे में हैं। सूत्रों के अनुसार युवती विनोद के साथ विवाह करना चाहती थी, लेकिन विनोद गैर जाति का होने के कारण युवती के परिजन राजी नहीं हुए। युवती के परिजनों पर दबाव बनाने की नियत से विनोद ने अश्लील फिल्म बनाई, लेकिन उसने भी इसे सार्वजनिक नहीं किया। सूत्रों के मुताबिक लगभग डेढ़ वर्ष पहले बनाई इस अश्लील फिल्म को विनोद ने अपने मोबाइल में डाउनलोड किया हुआ था। कुछ समय पहले मोबाइल फोन खराब हो गया, जिसे ठीक करवाने के लिए वह एक मैकेनिक के पास ले गया। संदेह है कि इस मैकेनिक ने मोबाइल ठीक करने के बाद उसकी मैमोरी में फीड अश्लील फिल्म को अपने कम्प्यूटर में डाउनलोड कर लिया। सात मिनट 41 सैकेंड की इस मूवी के अंतिम क्षणों में एक ओर युवती कक्ष में आती है और वह विनोद बिश्नोई के साथ बातचीत करती है। सूत्रों के अनुसार यह दोनों युवतियां सहेलियां हैं। दूसरी युवती की शादी छह महीने पहले हरियाणा में हुई है। सार्वजनिक होने के बाद इस अश्लील फिल्म की सीडी, क्लिपिंग खुलकर बाजार में आ गई है। धड़ल्ले से इस मूवी को सीडी में डालकर बेचा जा रहा है और मोबाइल फोनों में डाउनलोड की जा रही है। ई-मेल भी जमकर हो रहे हैं।

अपराधियों की नाक में दम कर देंगे-पुलिस अधीक्षक

डबवाली (लहू की लौ) पुलिस अधीक्षक सतिन्द्र कुमार गुप्ता ने सिरसा जिले में नशाखोरों व नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ व्यापक अभियान चलाने का ऐलान किया है। वे देविवि सिरसा के सामुदायिक रेडियो स्टेशन पर हैलो सिरसा कार्यक्रम में केंद्र निदेशक वीरेंद्र सिंह चौहान के साथ सिरसा नगर व आसपास के ग्रामीण अंचल के लोगों से रूबरू हुए। दस दिन पूर्व जिला पुलिस की कमान संभालने वाले गुप्ता ने अपनी प्राथमितकताएं गिनवाते हुए जहां जिले में अपराधों पर अंकुश लगाने में कोई कोर-कसर न छोडऩे की बात कही, वहीं उन्होंने कहा कि यातायात को व्यवस्थित करने के लिए सिरसा शहर के प्रमुख बाजारों में अतिक्रमण विरोधी मुहिम चलाई जाएगी। बकौल सतिंद्र कुमार गुप्ता इस अभियान के निशाने पर निस्संदेह जहां -तहां रेहडिय़ां लगाकर यातायात को बाधित करने वाले भी होंगे।
श्रोताओं द्वारा उठाए गए सवालों पर टिप्पणी करते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नगर के स्कूलों व महिला कालेजों के बाहर आवारागर्दी करने वाले युवकों के साथ कड़ाई से पेश आएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसे युवक अब पुलिसिया छित्तर परेड़ से बच नहीं पाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि संवेदशनशील क्षेत्रों में पुलिस की मौजूदगी व गश्त में तत्काल इजाफा किया जाएगा। जब एक श्रोता ने वी. कामराज द्वारा पुलिस कप्तान के रूप में जिले में सटोरियों को दंडित करने का सुझाव दिया तो पुलिस प्रमुख ने कहा कि जिले में सट्टे के कारोबार में लगे लोगों को सबक सिखाने का काम उन्होंने आते ही प्रारंभ कर दिया था। गुप्ता ने कहा कि इस काम में वे बड़ी से बड़ी मछली पर हाथ डालने में कतई संकोच नहीं करेंगे।
पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान द्वारा पूछे गए एक सवाल में गुडग़ांव में यातायात व अपराध मामलों में के डीसीपी रहे गुप्ता ने कहा कि सिरसा में भी इन दोनों पक्षों में उन्होंने कार्यभार संभालते ही काम काम प्रारंभ कर दिया है। उन्होंने इस क्रम में उदघोषित अपराधियों व बेल जंपरों को नाथने के अपने संकल्प का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि यातायात नियंत्रित करने के कार्य को अधिक सुचारू बनाने के लिए निरीक्षक कृष्णा यादव को यातायात प्रभारी बनाया गया है। अब तक सहायक निरीक्षक स्तर के अधिकारी यातायात प्रमुख का कार्यभार संभाले हुए थे। उन्होंने कहा कि यातायात ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों को जिले के लोग आने वाले समय में अधिक चुस्ती के साथ अपना कार्य करते हुए पाएंगे। नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उन्होंने थानों की कार्यप्रणाली को दुरूस्त करने के निर्देश जारी कर दिए हैं और पुलिस और आम जन के बीच बेहतर तालमेल के साथ वे अपराधियों की नाक में दम कर देंगे। गुप्ता ने कहा कि वे पुलिस के दैनंदिन कार्य में जागरूक नागरिकों की यथासंभव मदद लेने के पक्षधर हैं।

सदमा या साजिश, मौत

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) अदालत में पेशी के बाद घर लौटते समय खाई शेरगढ़ निवासी एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसकी मौत किसी साजिश के तहत हुई अथवा सदमे के कारण जान गई, यह राज बना हुआ है। मृतक की पत्नी ने औढ़ां थाने के एक एएसआई सहित पांच लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस ने इस शिकायत पर पांचों के खिलाफ धारा 302, 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट हो पाएंगे। पुलिस को दी शिकायत में खाई शेरगढ़ निवासी शारदा देवी ने बताया कि उसका पति भीम सेन डबवाली स्थित अदालत में कल पेशी पर गया था, वापिस लौटते समय उसकी मौत हो गई।
शारदा देवी ने आरोप लगाया कि उसके पति की मौत साधरण नहीं है बल्कि एक साजिश के तहत एक मौत के घाट उतारा गया है। शारदा देवी ने बताया कि उसके ससुर पुनराम की कुछ समय पहले मृत्यु हो चुकी है। उसके पति के चाचा श्योपत राम व उसके लड़कों श्रवण, प्रकाश व रामचन्द्र ने मिलकर उनकी जमीन हड़प ली। अब जमीन के एक टुकड़े को कब्जाने के लिए उक्त लोग उसके पति को परेशान कर रहे थे। थाने ंमें समझौते के प्रयास सिरे न चढऩे पर पुलिस ने दोनों पक्षों का धारा 107, 51 के तहत चालान काट दिया। इसी के तहत श्योपत का लड़का श्रवण डबवाली अदालत में पेशी भुगत चुका था।
शारदा देवी ने बताया कि बीते दिवस उसका पति भीम सेन अदालत में पेशी के लिए डबवाली गया था। वापिसी में उसकी हालत बिगड़ गई और उसने दम तोड़ दिया। शारदा देवी ने श्योपत, उसके तीनों लड़कों के इलावा औढ़ां थाने के एएसआई ओमप्रकाश पर अपने पति की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि उक्त लोगों ने एक साजिश रचकर उसके पति को बुरी तरह पीटा जिससे उसकी मौत हुई। पुलिस ने शारदा देवी के बयान पर उक्त पांचों लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
इस संबंध में थाना प्रभारी हीरा सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद जांच करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

नवविवाहिता की दहेज के लिए हत्या

संगरिया। डेढ़ वर्ष पूर्व विवाहित एक युवती की उसके ससुराल में दहेज के लिए हत्या कर दी गई। इस युवती के शव का आज मैडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाये जाने के साथ उसके ससुरालवालों के विरूद्ध दहेज हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
संगरिया पुलिस ने बताया कि मोरजंड सिखान गांव के मिलखासिंह कुम्हार सिख की भतीजी परमजीतकौर का विवाह डेढ़ वर्ष पूर्व ढाबां गांव के चरणजीतसिंह के साथ हुआ था। बीती रात परमजीतकौर की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। आज सुबह मिलखासिंह ने रिपोर्ट देते हुए बताया कि चरणजीतसिंह, उसके पिता हरबंससिंह, मां गौरा, ननद मनजीतकौर और पम्मी पीहर से और दहेज लाने के लिए परमजीतकौर को तंग-परेशान करते थे। इन सब ने मिलकर परमजीतकौर को जहर देकर मार दिया। संगरिया के डीएसपी रामकिशन सोनगरा ने बताया कि धारा 304-बी में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।

अधेड़ किसान की पत्थर मारकर नृशंस हत्या

संगरिया। नजदीक के गांव से रोजाना दूध लेकर अपनी ढाणी आ रहे एक अधेड़ किसान की रास्ते में किसी अज्ञात व्यक्ति ने पत्थर से सिर कुचलकर नृशंस हत्या कर दी। गांव और ढाणी में बमुश्किल एक किलोमीटर का भी फासला नहीं हैं। इस रास्ते में एक खेत में आज सुबह मृतक किसान मानसिंह जाखड़ (40) की लाश मिली। कुछ दूरी पर उसका दूध का बर्तन पड़ा था। अज्ञात हत्यारे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।

संगरिया पुलिस के अनुसार ग्राम पंचायत दीनगढ़ के सरपंच प्रवीण कुमार को आज खेत मालिक जगदीश बेनीवाल के एक परिवार के सदस्य ने लाश खेत में पड़े होने की जानकारी दी। तब मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे। अवर पुलिस अधीक्षक यादराम फासल, संगरिया के डीएसपी रामकिशन सोनगरा और संगरिया थाना के सब इंस्पेक्टर गोपालसिंह ने जांच-पड़ताल करने के बाद मृतक मानसिंह के चाचा गिरधारीलाल जाखड़ की रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि मानसिंह रोजाना अपनी ढाणी चक 4 एएमपी से सुबह नजदीकी गांव दीनगढ़ आया करता था और शाम को दूध लेकर वापिस अपनी ढाणी जाता था। सोमवार रात करीब 8 बजे वह दीनगढ़ से ढाणी के लिए रवाना हुआ, लेकिन घर नहीं पहुंचा। रात को उसकी पत्नी व भाई उसके मोबाइल पर कॉल करते रहे, लेकिन वह स्विच ऑफ था। पुलिस के मुताबिक मानसिंह के पास डबल सिमकार्ड वाला मोबाइल था। इसमें एक सिम कार्ड बंद था, जबकि दूसरा चालू था। घरवालों ने दूसरे नंबर पर कॉल नहीं की। यह मोबाइल आज उसके पहने कपड़ों में मिल गया। घटनास्थल के समीप खून लगा हुआ पत्थर भी मिला है। इस पत्थर से मानसिंह के सिर में वार किया गया। उसके चेहरे व सिर का एक हिस्सा बुरी तरह कुचल दिया गया। पुलिस के अनुसार मानसिंह के चार पुत्रियां हैं, जिनमें दो विवाहित हैं। उसका छोटा भाई अविवाहित है। अवर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्या के कारणों और हत्यारे का पता लगाने के लिए गहन जांच शुरू कर दी गई है। मृतक की किसी के साथ रंजिश-दुश्मनी होने की जानकारी सामने नहीं आई है। यह हत्या लूटपाट की नियत से भी की गई नहीं लगती। उन्होंने बताया कि मानसिंह और उसके भाई के पास लगभग 20 बीघा कृषि भूमि है। हत्यारे का पता लगाने के लिए मुखबिरों को सक्रिय किया गया है।