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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

16 दिसंबर 2014

वोट बनाने पहुंचे लोग, मतदान केंद्र पर ताला लगा मिला

डबवाली (लहू की लौ) मत बनाने संबंधी डीसी निखिल गजराज के आदेश रविवार को हवा हो गये। क्राईस्ट मिशन स्कूल में बने बूथ पर बीएलओ तय समय से करीब डेढ़ घंटा देरी से पहुंचे। मत बनाने आये लोगों ने जब इसका कारण पूछा तो बीएलओ ने जवाब दिया कि 7 दिसंबर को भी वोट बनाये गये थे, आप उस समय आ सकते थे। तनातनी के बीच बीएलओ ने बूथ का ताला खोला। तहसीलदार ने संबंधित बीएलओ पर कार्रवाई करने की बात कही है।
चुनाव आयोग के आदेश की उड़ी धज्जियां
चुनाव आयोग के आदेश पर रविवार को मतदान केंद्र खुले रखे गये थे। संबंधित मतदान केंद्र पर बीएलओ की डयूटी नये वोट बनाने तथा आपत्तियां दर्ज करने के लिये तय की गई थी। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। लोगों को मतदान प्रक्रिया से जोडऩे के लिये उपायुक्त निखिल गजराज ने जागरूकता अभियान चलाया था। लेकिन बीएलओ की लापरवाही के चलते यह अभियान धूमिल होता नजर आया। तय समय पर क्राईस्ट मिशन स्कूल में बने मतदान केंद्र नं. 23 तथा 24 पर मत बनाने के लिये पहुंचे लोगों को निराशा हाथ लगी। 23 नंबर का बीएलओ साढ़े 10 बजे पहुंचा। जबकि 24 नंबर पर तैनात बीएलओ इससे भी दूरी से पहुंचा। वोट बनाने की इंतजार में खड़े नानक चंद, सुरेंद्र कुमार, नवीन, भूपिंद्र सिंह ने बताया कि वे ठीक 9 बजे मतदान केंद्र पर आ गये थे। लेकिन बीएलओ दर्शन सिंह देरी से पहुंचा। जब बीएलओ को उलाहना दिया गया तो वह आग बबूला हो गया। अपनी गलती स्वीकार करने की अपेक्षा उन्हें ही पाठ पढ़ाना शुरू कर दिया। बीएलओ ने कहा कि 7 दिसंबर को भी नये मत बनाये गये थे, आप उस समय मत बना लेते। उनसे भिड़ते हुये बीएलओ ने मतदान केंद्र का ताला खोला। जबकि दूसरा बीएलओ पहुंचा ही नहीं। जब दूसरे बूथ से संबंधित पूछताछ करनी चाही, तो उपरोक्त बीएलओ बोला कि वह आज नहीं आयेगा। उसका काम उसने ही देखना है।
फोटो स्टेट केंद्रों की ओर मुंह ताकना पड़ा
इधर मतदान केंद्रों पर अव्यवस्था का माहौल रहा। नई वोट बनाने के लिये जरूरी फार्म नं. 6 मतदान केंद्रों पर उपलब्ध नहीं हुआ। ऐसे में लोगों को निजी फोटो स्टेट केंद्रों की ओर मुंह ताकना पड़ा।

रिपोर्ट ली जायेगी
बीएलओ ने सुबह 9 बजे मतदान केंद्र संभालने थे। सोमवार को बीएलओ तलब किये जाएंगे। मामले की जांच करने के बाद रिपोर्ट आवश्यक कार्रवाई के लिये उच्च अधिकारियों के पास भेजी जायेगी। 
-मातू राम नेहरा तहसीलदार, डबवाली

घर पर कार्यक्रम था, इसलिय हुई देरी
घर पर कार्यक्रम था। जिसे निपटाने के बाद मतदान केंद्र पर पहुंचा हूं। इसी वजह से देरी हुई। मतदान केंद्र नं. 24 पर बीएलओ देरी से पहुंचेंगा। जिसकी जानकारी उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों को दे रखी है।
-दर्शन सिंह, बीएलओ मतदान केंद्र नं. 23

साढ़े 10 बजे केंद्र पर पहुंच गया था
करीब साढ़े 10 बजे मतदान केंद्र पर पहुंच गया था। मैंने आज 50 नये वोट बनाये हैं।
-यशपाल सिंह, बीएलओ मतदान केंद्र नं. 24

बाईक डिवाइडर से टकराया, एक घायल

डबवाली (लहू की लौ) रविवार देर शाम को गांव डबवाली में कालांवाली मोड़ पर बाईक के डिवाईडर से टकरा जाने से बाईक चालक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए सामान्य अस्पताल में लाया गया।
बाईक सवार विजय निवासी गांव डबवाली ने बताया कि वह उन्हीं के गांव के गौरी के साथ बाईक पर गांव मिठड़ी में जेसीबी चालक की रोटी देने गया था। वापिसी में सामने से आ रहे वाहन की लाईटें पडऩे से उनका बाईक डिवाईडर से जा टकराया। जिससे गौरी के चोटें आयीं। 

युवक पर चढ़ाया बाईक

डबवाली (लहू की लौ) ओढां पुलिस ने गांव नुहियांवाली निवासी एक युवक के ब्यान पर उसका रास्ता रोककर मारपीट करने व मोटरसाइकिल चढ़ाकर घायल करने के आरोप में केस दर्ज किया है। सिरसा के सामान्य अस्पताल में दाखिल प्रेम कुमार पुत्र बनवारी लाल ने पुलिस को दिये ब्यान में बताया कि वह पशु चिकित्सक का कार्य करता है। इसी के तहत वह गांव में एक पशु को देखकर आ रहा था कि चौपाल में पीछे से आ रहे पल्सर मोटरसाइकिल सवार भीम पुत्र जगदीश ने उसके साथ मारपीट करते हुए उस पर मोटरसाइकिल चढ़ा दिया। इस घटना में प्रेम के बायें पैर पर गंभीर चोट लगी है जिसे तुरंत सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस संबंध में पुलिस ने प्रेम के ब्यान पर आरोपी भीम के खिलाफ भादसं की धारा 323, 341 व 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में घायल की एक्सरे रिपोर्ट आने के उपरांत अन्य कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

कार की टक्कर से तीन घायल

डबवाली (लहू की लौ) गांव पिपली के निकट कार की टक्कर लगने से दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को सहारा कल्ब की एंबुलेंस की मदद से कालांवाली के सरकारी अस्पताल में लाया गया लेकिन जहां से उन्हें सिरसा रेफर कर दिया गया।
जानकारी अनुसार गांव पिपली निवासी जगसीर सिंह, नरेश व दुन्ना सिंह अपने घर से खेत जा रहे थे कि कालांवाली की तरफ से तेज गति से आ रही एक जेन कार ने उन्हें टक्कर मार दी जिससे तीनों  व्यक्ति घायल हो गए। सूचना पाकर एंबुलेंस मौके पर पहुंची और तीनों को कालांवाली के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, जहां से जगसीर सिंह, नरेश को प्राथमिक उपचार के बाद सिरसा रैफर कर दिया। जबकि दुन्ना सिंह को ओढां के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घटना की सूचना पाकर कालांवाली पुलिस मौके पर पहुंचकर दुघर्टना का जायजा लिया वहीं कार चालक मौके से फरार हो गया।

हाईवे जाम मामले में मंच के जिलाध्यक्ष सहित 7 गिरफ्तार

अब महिलाएं बोली हम भी देंगी गिरफ्तारी
डबवाली (लहू की लौ) औढां पुलिस ने 3 माह पूर्व ओढां में नैशनल हाईवे जाम करने के मामले में नामजद किये गए इंकलाबी मजदूर मंच के जिलाध्यक्ष हरदीप सिंह, बूटा सिंह व 5 महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब हरदीप सिंह व दर्जनों महिला पुरुषों ने 10 सितंबर को गांव में दो डिपू होल्डरों के खिलाफ कार्रवाई न होने के चलते ओढां में हाइवे जाम किया था जिसमें पुलिस ने हरदीप सिंह व अन्य कई लोगों पर केस दर्ज किया था। रविवार को पुलिस ने जब हरदीप सिंह को उसके घर जलालआना से गिरफ्तार किया तो सूचना पाते ही काफी संख्या में ग्रामीण महिला व पुरुष थाने में पहुंच गए और रोष जताते हुए कहा कि हरदीप सिंह के साथ वे सभी गिरफ्तारी देंगे। ये सुनकर एक बारगी तो पुलिस भी सकते में आ गई क्योंकि इससे पूर्व भी हरदीप सिंह के साथियों ने कई बार पुलिस थाना में एकता का परिचय दिया था। पुलिस ने उनको समझा बुझाकर जैसे तैसे शांत किया और हरदीप सिंह ने उन्हें कानून का सम्मान करने की हिदायत देते हुए वापिस भेज दिया। हरदीप सिंह की गिरफ्तारी के बाद मंच के सदस्य बूटा सिंह, महिलाओं जसपाल कौर, कुलविंद्र कौर, परमजीत कौर, लीलो देवी व जसविंद्र कौर ने भी गिरफ्तारी दी। पुलिस ने सभी लोगों को गिरफ्तार कर डबवाली न्यायालय में पेश किया जहां से हरदीप सिंह को एक दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया तो वहीं अन्य लोगों को जमानत पर रिहा कर दिया गया।

पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव संपन्न

डबवाली (लहू की लौ) आर्य समाज की ओर से आयोजित पांच दिवसीय वार्षिक वेद प्रचार उत्सव रविवार को पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ। यज्ञशाला में हुए हवन यज्ञ में मुख्य यजमान डॉ. रामफल आर्य, कुलदीप पटवारी, अमीलाल रिसालियाखेड़ा सहित कई अन्यों ने यज्ञ में आहुति डाली जबकि यज्ञब्रह्मा की भूमिका आचार्य हरी प्रसाद शास्त्री ने निभाई। तदोपरांत ख़ुशी राम आर्य ने 'जिंदगी का स$फर करने वाले अपने मन का दिया तो जला लेÓ भजन गाकर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आर्य प्रतिनिधि सभा रोहतक से पधारे युवा भजनोपदेशक पंडित जसविंद्र आर्य ने भजन के माध्यम से बताया कि जब महर्षि देव दयानंद की शिक्षा पूरी हुई और गुरू दक्षिणा का समय आया तो दयानंद कुछ लोंग लेकर प्रज्ञाचक्षु गुरू विरजानंद के पास पहुंचे। इसके बाद मंच से पं. हरी प्रसाद शास्त्री ने कन्या भू्रण हत्या जैसी सामाजिक बुराई पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उपस्थिति को इसे बंद करने का आहवान किया। कार्यक्रम का मंच संचालन डॉ. अशोक आर्य ने किया। इस अवसर पर डॉ. जेएस हरचंद, कालू राम मेहता, रोशन लाल आहूजा, एसके दुआ, नत्थू राम अग्रवाल, डॉ. रमेश कुमार, कंचन हरचंद, नीलम दुआ, सावित्री देवी, उर्मिला देवी, ममता आर्य, सरोज, रजनी, भीम आर्य, जगसीर सिंह, बीएन रहेजा, मानवप्रीत नामधारी, अमरजीत सिंह सेठी, हरीत सिंह बिट्टू सेठी, सुदेश आर्य, श्लोक आर्य उपस्थित थे।

गर्म कपड़ों का क्लॉथ बैंक स्थापित करेगा लॉयन क्लब

डबवाली (लहू की लौ) लायंस क्लब डबवाली सुप्रीम के निदेशक मंडल की एक बैठक प्रधान नरेश गुप्ता की अध्यक्षता में रसोई रेस्टोरेंट में हुई। जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
क्लब के पीआरओ मनोहर लाल ग्रोवर ने बताया कि सभा की शुरूआत लॉयन गुरदीप कामरा ने ईश वंदना से की। सचिव दीपक सिंगला ने आने वाले दिनों में कल्ब द्वारा लगाये जाने वाले सामाजिक प्रकल्पों की जानकारी दी। सिंगला ने बताया कि 18, 19 व 20 दिसंबर को महाराजा पैलेस में एक योगा कैंप लगाया जा रहा है। जिसमें योगाचार्य गोपाल कृष्ण योग व आध्यात्मक द्वारा कैसे उम्र बढ़ायें इस बारे में विस्तार से बतायेंगें। क्लब ने एक गर्म कपड़ों के क्लॉथ बैंक की स्थापना का निर्णय भी लिया। जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति दर्ज की। इस निर्णय के अनुसार सभी सदस्य गर्म वस्त्र एकत्रित करके 21 दिसम्बर को जरूरतमंदों को वितरित करेंगें। क्लब ने 23 दिसम्बर को युवा रक्तदान सोसायटी के साथ मिलकर एक रक्तदान शिविर का आयोजन अग्रवाल धर्मशाला में किया जा रहा है। आगामी दिनों में ट्रेफिक नियम जागरूक कैंप के आयोजन के दौरान रिफलेक्टर भी लगाये जायेंगें। इसके अतिरिक्त क्लब प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति पर कैंप भी आयोजित करेगा। कोषाध्यक्ष लॉयन संजीव गर्ग ने क्लब का लेखा जोखा प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर लॉयन संजय कटारिया, गुरदीप कामरा, अमरजीत अनेजा, इन्द्रप्रीत सिंह मोंगा, विपिन अरोड़ा, डॉ. लोकेश्वर वधवा, हरविंद्र सिंह, योगेश मिढ़ा, आशू लूना, संदीप गिलहोत्रा, भूपिंद्र पाहूजा,  राकेश वधवा ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।

14 दिसंबर 2014

मेन बाजार के लिये रास्ते की मांग, लोगों ने नायब तहसीलदार का सरकारी आवास घेरा

डबवाली (लहू की लौ) मलोट रोड़ पर गुरू तेग बहादर नगर के लोगों को मुख्य बाजार में आवाजाही के लिये रास्ता न दिये जाने का मामला गहराता जा रहा है। आरओबी की दीवार निकाले जाने के विरोध में धरना देने वाले लोगों ने शनिवार को नायब तहसीलदार के सरकारी आवास का घेराव कर लिया। नायब तहसीलदार को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री के नाम ज्ञापन देकर मार्ग की मांग की। उधर आरओबी का कार्य लगातार दूसरे दिन ठप रहा।
शनिवार को विपिन मोंगा, गुरलाल सिंह, गुरदीप सिंह, भजन लाल, सुखराज सिंह, गगनदीप सिंह, नीति गोयल, अनिल कुमार, राकेश कुमार, हरमेल सिंह, अमृतपाल, अजय सिंह, राकेश कुमार के नेतृत्व में लोग लघु सचिवालय पहुंचे। उपमंडलाधीश के छुट्टी पर होने क कारण तहसीलदार मातू राम नेहरा की कोठी की ओर चल दिये। लेकिन तहसीलदार भी नहीं मिले। बाद में लोगों ने नायब तहसीलदार छोटू राम के सरकारी आवास का घेराव कर लिया। शिकायत सुनने के लिये पहुंचे नायब तहसीलदार को लोगों ने दो टूक लफ्जों में कहा कि वे अपनी गलियों के आगे किसी कीमत पर दीवार नहीं बनने देंगे। अगर ऐसा हो गया तो आपातकालीन स्थितियों में एंबुलैंस, फायर ब्रिगेड नहीं पहुंच पायेगी। मुख्य बाजार से उनका कनेक्शन सदा के लिये कट जायेगा।
हमें ड्राईंग नहीं दिखाई गई
नायब तहसीलदार के एक सवाल का जवाब देते हुये लोगों ने बताया कि उन्हें आरओबी की ड्राईंग तक नहीं दिखाई गई थी। न ही उन्हें यह बताया गया था कि उनकी गलियों के आगे दीवार निकालकर उनका मुख्य बाजार से संपर्क काट दिया जायेगा। शिकायत लेकर पहुंचे लोगों ने बताया कि उनके क्षेत्र में जितनी भी गलियां आती हैं, वे सभी आगे जाकर बंद हो जाती हैं। रास्ता न मिलने से उनकी परेशानी ओर बढ़ जायेगी। नायब तहसीलदार को समस्या से परिचित करवाने पर लोगों ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के नाम ज्ञापन भी दिया।
आपकी समस्या जायज है, सोमवार को करेंगे समाधान
लोगों को समझाते हुये नायब तहलसीदार ने कहा कि उनकी समस्या जायज है। आने-जाने के लिये रास्ता होना चाहिये। सोमवार को एसडीएम आ जाएंगे। आप मेरे मोबाइल नंबर पर संपर्क करके आ जाना। एसडीएम के जरिये हम एनएचएआई के अधिकारियों से बात करके समस्या का समाधान करवाएंगे।
बंद रहा आरओबी का कार्य
गलियों के आगे दीवार बनाये जाने के विरोध में शुक्रवार को लोगों ने धरना देकर आरओबी का कार्य रूकवा दिया था। जोकि लगातार दूसरे दिन भी ठप रहा। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे, जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन की होगी।

सोमवार को बुलाया
लोगों ने ज्ञापन दिया है। जिसे आवश्यक कार्रवाई के लिये उच्च अधिकारियों के पास भेजा जायेगा। सोमवार को एसडीएम की मौजूदगी में बैठक होगी।
-छोटू राम,नायब तहसीलदार, डबवाली

राहगीर में टक्कर मारकर कार फरार

डबवाली (लहू की लौ) बठिंडा रोड़ पर गांव चकरूलदू सिंह वाला के नजदीक एक कार राहगीर में टक्कर मारकर फरार हो गई। भाई घनईया जी सेवा सोसायटी की एंबुलैंस ने उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। घायल ने अपनी पहचान दियोन निवासी अमरीक सिंह के रूप में करवाते हुये बताया कि वह बस पकडऩे के लिये सड़क क्रॉस कर रहा था, इसी दौरान तेजगति कार ने उसमें टक्कर मार दी।

पीछे से आये, शीशे के गेट को तोड़कर निकल गये सांड, हजारों का नुक्सान

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को गोल बाजार क्षेत्र में सांड़ों ने जमकर उत्पात मचाया। पुरानी अनाज मंडी की ओर से दो सांड लड़ते हुये एक दुकान में घुस गये। जिससे कोहराम मच गया। लड़ते हुये ये सांड़ दुकान पर लगे शीशे के मुख्य गेट को तोड़ते हुये बाजार तक पहुंच गये। दुकानदार का हजारों रूपये का नुक्सान हुआ।
प्रहलाद शूज मेकर के मालिक प्रहलाद राय ने बताया कि शाम को दो सांड आपस में भिड़ गये। पुरानी अनाज मंडी की ओर से आये ये दोनों सांड दुकान के भीतर आ घुसे। उस समय दुकान पर जूती मेकर चिमन लाल तथा उसका नाती तुषार बैठे हुये थे। सांड सामान को कुचलते हुये मुख्य बाजार में लगे दुकान के मुख्य गेट को तोड़ते हुये बाहर निकल गये। उन्होंने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई। उसका करीब दस हजार रूपये का नुक्सान हुआ है। दुकानदारों ने नगर परिषद से मांग की है कि वे अवारा पशुओं पर नकेल कसकर, इसका स्थाई समाधान करवाये।

दो वाहनों में फंस कर ट्रक चालक घायल, हालत गंभीर

डबवाली (लहू की लौ) गांव सकताखेड़ा के निकट एक व्यक्ति दो गाडिय़ों के बीच में आकर बुरी तरह से घायल हो गया। उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे सिरसा रैफर कर दिया गया।
राजस्थान के जिला श्री गंगानगर के गांव मम्मड़ का रहने वाला सरदूल सिंह अपने साथी चालक के साथ ट्रक में राजस्थान के जिला कोटा की रामगंज मंडी से मक्की भरकर पंजाब के खन्ना की ओर जा रहा था। गांव सकताखेड़ा के शेरे पंजाब होटल पर दोनों चाय पीने के लिये उतरे।  चाय पीने के बाद सरदूल सिंह ट्रक का अगला शीशा साफ करने लगा। जैसे ही वह शीशा साफ करके नीचे उतरा, आगे खड़ा ट्रक पीछे की ओर चल दिया। दोनों वाहनों में फंसने के कारण वह बुरी तरह से घायल हो गया। दुर्घटना होने के बाद आरोपी चालक मौका से भाग खड़ा हुआ। होटल मालिक मिंटू ने लोगों के सहयोग से उपचार के लिये उसे डबवाली के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया।

फेसबुक पर अश्लील शब्द लिख भेजे, विरोध पर हुई पिटाई

डबवाली (लहू की लौ) फेसबुक पर अश्लील मैसेज भेजने का उलाहना देने गये एक युवक से मारपीट का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
गांव रिसालियाखेड़ा निवासी उग्रसेन ने बताया कि वह 12वीं कक्षा का छात्र है। उनके गांव के सुरेंद्र ने फेसबुक के जरिये उसे अश्लील शब्द लिखकर भेजे। जिसका उलाहना देने के लिये वह उनके घर गया तो सुरेंद्र बगैरा ने उससे मारपीट की। गोरीवाला चौकी प्रभारी एसआई भाना राम ने बताया कि शिकायत आई है। मामले की जांच की जा रही है।

केंद्र को गैरकानूनी बता, परीक्षा का बहिष्कार किया

डबवाली (लहू की लौ) शनिवार को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के परीक्षा केंद्र को गैरकानूनी बताते हुये परीक्षार्थियों ने परीक्षा देने से इंकार कर दिया। परीक्षा केंद्र पर जमकर हंगामा हुआ। सूचना पाकर पुलिस मौका पर पहुंची। अब सोमवार को परीक्षा केंद्र तभी खुलेगा, जब पता चलेगा कि केंद्र गैर कानूनी है या कानूनी तौर पर सही।
डिस्टेंस एजूकेशन के जरिये लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से बीए, एमए, एमकॉम आदि कर रहे गुरप्रीत सिंह, देव जिंदल, अमन, वैभव, गुरदास, कर्ण ने बताया कि यूनिवर्सिटी का स्टडी सैंटर मंडी किलियांवाली में स्थित है। यूजीसी ने पब्लिक नोटिस जारी करके कहा है कि स्टडी सैंटर परीक्षा केंद्र नहीं होंगे और न ही परीक्षा केंद्र को पंजाब राज्य से बाहर बनाया जायेगा। शनिवार को अपनी परीक्षा के पहले दिन वे रोल नंबर लेने के लिये स्टडी सैंटर पर पहुंचे। उन्हें हरियाणा में स्थित एनपीएस स्कूल का पता लिखित रोल नंबर जारी किया गया। जिस पर उन्होंने एतराज किया। चूंकि यूजीसी के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुये परीक्षा केंद्र हरियाणा में बनाया गया है। अपनी गाईडलाईनस में यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि वे ऐसे किसी परीक्षा केंद्र को मान्यता नहीं देगी जो संबंधित राज्य से परे होगा। ऐसे में उनका भविष्य दांव पर लग गया है। जवाब मांगने के लिये वे संबंधित केंद्र में गये, तो उन्हें वहां से खिसकने के लिये कह दिया गया। सेंटर हैड से बातचीत की गई तो गोलमोल जवाब मिला।
परीक्षा केंद्र को गैरकानूनी करार दिलाने के लिये युवा शहर थाना पुलिस में पहुंच गये। पुलिस में शिकायत करके केंद्र में हो रही परीक्षा पर रोक लगाने तथा नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। शिकायत के आधार पर शहर थाना पुलिस के एएसआई सुग्रीव सिंह मौका पर पहुंचे। इसी दौरान केंद्र में मौजूद यूनिवर्सिटी के पर्यवेक्षक गुरअवतार सिंह तथा स्टडी सैंटर हैड राजेंद्र कुमार ने युवाओं का सवालों का कोई जवाब नहीं दिया। बस इतना कहा कि अगर युवाओं ने परीक्षा न दी तो यूनिवर्सिटी को परीक्षा का नया शैड्यूल जारी करना होगा। जिसमें काफी समय लग सकता है। युवा अपनी बात पर जस की तस बरकरार रहे। उन्होंने कहा कि वे गैर कानूनी कार्य नहीं होने देंगे, उनका भविष्य सुरक्षित हो, इसलिये वे देरी से परीक्षा देने के लिये तैयार हैं। एनपीएस निदेशक वेदप्रकाश भारती ने कहा कि यूजीसी की गाईड लाईनस के संबंध में यूनिवर्सिटी से बातचीत की जायेगी। अगर यूजीसी की हिदायतों के अनुसार परीक्षा केंद्र हरियाणा में स्थापित नहीं हो सकता, तो वे सोमवार को परीक्षा केंद्र नहीं खोलेंगे।
यूनिवर्सिटी से आये पर्यवेक्षक गुरअवतार सिंह तथा सेंटर हैड राजेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें मालूम नहीं कि परीक्षा केंद्र हरियाणा में बनाया जा सकता है या नहीं। वे इस संबंध में यूनिवर्सिटी से बातचीत करेंगे।
शहर थाना प्रभारी दलीप सिंह तथा मामले की जांच कर रहे एएसआई सुग्रीव सिंह ने बताया कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि सेंटर वैध या अवैध। शिकायतकर्ताओं ने अपने कागजात प्रस्तुत किये हैं। संबंधित परीक्षा केंद्र से भी जवाब तलबी की गई है। निर्णय होने के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।

सात साल में कार्यकारी प्रिंसीपल का रहा दबदबा, नहीं मिले प्राध्यापक

कॉलेज में 25 प्राध्यापकों में से 11 पद खाली, 3 गेस्ट

डबवाली (लहू की लौ) राजकीय महाविद्यालय में प्राध्यापकों के आधे पद रिक्त पड़े हैं। पांच विषयों के प्राध्यापक महाविद्यालय की स्थापना से ही नहीं मिले हैं। ऐसे में राजकीय महाविद्यालय में पढऩे आने वाले 1100 विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर है। इतना ही नहीं महाविद्यालय के संचालन के लिये प्रिंसीपल का पद भी 30 नवंबर 2014 को खाली हो गया है।
डबवाली में कॉलेज की मांग करीब चार दशक पुरानी थी। जो पिछली सरकार के समय सिरे चढ़ गई। वर्ष 2007 में पुराने सिविल अस्पताल के भवन में अस्थाई तौर पर कक्षाएं शुरू हुई थी। 16 फरवरी 2014 को बाबा भीमराव अंबेडकर राजकीय महाविद्यालय का नाम मिला। करीब सात वर्षों तक सिविल अस्पताल के भवन में चलने के बाद कॉलेज अगस्त 2014 में गांव डबवाली में नये बने भवन में शिफ्ट हुआ है। लेकिन प्राध्यापकों के पद आज तक भरे नहीं गये हैं। कॉलेज में प्राध्यापकों के कुल 25 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 11 पद अभी भी खाली पड़े हैं। हिंदी, इतिहास, रसायन विज्ञान, गृहविज्ञान तथा शारीरिक शिक्षा प्राध्यापक तो वर्ष 2007 से नहीं मिले हैं। ऐसी परिस्थितियों में विद्यार्थी कैसे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, यह समझ से परे है।
सात वर्षों में रहा कार्यकारी प्रिंसीपल का दबदबा
पिछले सात वर्षों से राजकीय महाविद्यालय प्रिंसीपल के लिये भी तरसता रहा है। अशोक भाटिया ने पहले प्रिंसीपल के रूप में कार्यभार संभाला था। वे 26 जून 2007 से 12 मई 2008 तक रहे। उनके बाद पीके गर्ग कार्यकारी प्रिंसीपल रहे। हालांकि सात वर्षों के दौरान एमएल कालड़ा, शमीम शर्मा, यूएस सैनी, सुचित्रा भी प्रिंसीपल रहे। लेकिन कार्यकाल बहुत कम समय का रहा। इस दौरान चार बार पीके गर्ग के पास चार्ज रहा। आखिर सरकार ने उन्हें पदोन्नति देकर 14 फरवरी 2013 को प्रिंसीपल नियुक्त किया। जोकि 30 नवंबर 2014 को अपने पद से सेवानिवृत्त हो गये हैं। प्रिंसीपल का पद एक बार फिर रिक्त हो गया है।

प्राध्यापकों की स्थाई नियुक्ति के लिये मांग भेजी गई है। विद्यार्थियों की शिक्षा में बाधा न आये इसके लिये अस्थाई लेक्चर उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।
    -राकेश वधवा, कार्यकारी प्रिंसीपल राजकीय महाविद्यालय, डबवाली

टीचिंग स्टॉफ की स्थिति
पद स्वीकृत पद भरे खाली गेस्ट
अंग्रेजी 03 01 02 00
हिंदी        01 -- 00 01
ज्योग्रफी  03 03 00 00
इतिहास  01 00 00 01
पंजाबी 01 01 00 00
अर्थशास्त्र 01 01 00 00
गणित 02 01 01 00
साईकोलॉजी 01 01 00 00
राजनीतिक शास्त्र 01 00 01 00
फिजिकल एजूकेशन 01 00 01 00
कॉमर्स 02 02 00 00
केमिस्ट्री 02 01 01 00
फिजिकस 02 00 00 01
होम साईंस 02 00 02 00
कंप्यूटर साईंस 92 00 02 00
कुल 25 11 11 03

मम्मी-पापा आज मैं तोता बनूंगा, मुझे देखने के लिये जरूर आना

डबवाली (लहू की लौ) मम्मी, पापा आज मैं तोता बनऊंगा। मुझे देखने के लिये आप जरूर आना। दादी जी को भी साथ लाना। करीब उन्नीस वर्ष पूर्व 23 दिसंबर 1995 को डीएवी स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम में भाग लेने जाते समय रविकांत के यह बोल आज भी उसके पिता वीरेश दत्त के कानों में गूंजते हैं। आंखों से अश्रु टपकने लगते हैं।
डबवाली अग्निकांड में वीरेश कुमार दत्त के परिवार के नौ सदस्य मारे गये थे। जिसमें उनकी पत्नी सरोज रानी (29), दो बेटे रविकांत (9), केशवकांत (3), बेटी नीलम रानी (8), मां लक्ष्मी देवी (54), भाभी सरोज (27) पत्नी सुरेश कुमार, भतीजा घनश्याम (1 साल), भानजा दीपक (6), भानजी चंचल (3) शामिल हैं। वीरेश के अनुसार रविकांत डीएवी की तीसरी कक्षा का छात्र था। जबकि बेटी नीलम दूसरी कक्षा की छात्रा थी। 23 दिसंबर के कार्यक्रम के लिये दोनों ने ठीक एक सप्ताह पूर्व ही तैयारी आरंभ कर दी थी। रविकांत को कार्यक्रम में पिंजरे में बंद तोते का किरदार तथा बेटी ने डांस में अपनी प्रतिभा दिखानी थी। कार्यक्रम के दिन दोनों घर से जाते समय पूरे परिवार को कार्यक्रम में भाग लेने के लिये कहकर गये थे। दोपहर बाद करीब 1 बजे परिवार के उपरोक्त सदस्य कार्यक्रम देखने के लिये गये थे।
दोपहर बाद 3 बजे पता चला
वीरेश के अनुसार वह 1995 में वह पंजाब के निकटवर्ती जिला श्री मुक्तसर साहिब के गांव लंबी में केमिस्ट शॉप चलाता था। 23 दिसंबर को दोपहर बाद करीब 3 बजे उसे उपरोक्त हादसे के बारे में सूचना मिली। मामूली हादसा समझते हुये वह अपने घर पहुंचा। केशवकांत, घनश्याम, चंचल घर में थे, उन्हें देखकर ऐसा नहीं लगा कि उनकी मौत हो गई है। चूंकि उनके शरीर पर जलने के निशान तक नहीं थे। वह अपनी बहन लीलावती के साथ सिविल अस्पताल में पहुंचा। नीलम सिविल अस्पताल में दाखिल थी। उपचार के बाद उसे रैफर कर दिया गया। रविकांत के शव के बगैर सभी शव मिल गये। किसी के शरीर पर जलने का निशान नहीं मिला।
तोता बने बेटे का शव हाथों में आ गया
24 दिसंबर को फिर वह अपने बेटे रविकांत को ढूंढऩे के लिये गया। सिविल अस्पताल में उसके बेटे का शव मिल गया। वह तोता बना हुआ था। आठ शव लेकर वे रामबाग में पहुंचे। शव जलाने के लिये जगह कम थी। रामबाग के नजदीक एक खेत में शवों को अग्नि दी। इसी बीच उसकी बेटी का शव भी वहां आ गया। उस दिन परिवार की नौ चिताएं जली।
आगजनी के समय पिंजरे में बंद था रविकांत
वीरेश के अनुसार अग्निकांड के कुछ वर्षों बाद उसे पता चला कि कार्यक्रम में आगजनी के दौरान उसका बेटा स्टेज पर पिंजरे में तोता बनकर कैद था। आग लगने पर भगदड़ मची हुई थी। इस दौरान रविकांत चाबी, चाबी चिल्ला रहा था। लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की। वीरेश के अनुसार उसका बेटा डॉक्टर तथा बेटी अध्यापिका बनना चाहती थी। लेकिन सब कुछ खत्म हो गया।
भगदड़ तथा दम घुटने के कारण मरे बच्चे और महिलाएं
वीरेश के अनुसार अग्निकांड में जलने के कारण उसके परिवार के सदस्यों की मौत नहीं हुई। बल्कि अग्निकांड की भीषणता तथा भगदड़ की वजह से कुचले जाने के कारण मारे गये। बच्चों की जीभ बाहर थी।

ठंडी हवा व हल्की बूंदाबांदी से जनजीवन प्रभावित

डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार सुबह से चली शीत लहर से एकाएक ठंड में वृद्धि होने से सामान्य जनजीवन दिनभर प्रभावित रहा, हालांकि क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी भी रही। जिसके चलते उत्पन्न हुई ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों में लिपटे नजर आए तो वहीं जगह जगह लोग अलाव सेंकते देखे गए। अनेक लोग काम काज छोड़कर दिनभर घरों में दुबके रहे तो वहीं उधर महीने के दूसरे शनिवार को स्कूलों में छुट्टी होने के कारण विद्यार्थियों को कुछ राहत नसीब हुई लेकिन खेतों में काम करने वाले लोगों को काफी परेशानी महसूस हुई। बढ़ी ठंड के साथ ही गर्म वस्त्रों की अचानक मांग बढ़ गई और गर्म वस्त्र विके्रता पूरा दिन व्यस्त रहे। भले ही इस ठंड व हल्की बूंदाबांदी ने मौसम का मिजाज बदल दिया हो और लोगों को कुछ परेशानियों से भी दो चार होना पड़ा हो लेकिन किसानों की माने तो गेहूं की फसल के लिए उक्त मौसम फायदे का सौदा सिद्ध हुआ है। पिछले कुछ दिनों से दिन के समय तेज धूप के कारण गेहूं की फसल प्रभावित हो रही थी। ठंड अब उस पर लाभकारी साबित होगी।

पंजाबियां दी शान वखरी पर झूमे दर्शक

बाल वाटिका मॉडल स्कूल का वार्षिक उत्सव आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) बाल वाटिका मॉडल स्कूल का वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह शनिवार को धूमधाम से संपन्न हुआ। जिसमें श्री मुक्तसर साहिब के डीईओ दविंद्र राजौरिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
यूकेजी के बच्चों ने झांकी हिंदुस्तान की गाने पर नृत्य करके सबका मन मोह लिया। कक्षा द्वितीय की छात्राओं ने धीयां दा सत्कार करो और रंग दे बसंती चोला पर प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही लूटी। नन्हें-मुन्नें बच्चों ने पंजाबियां दी शान वखरी गाने पर नृत्य कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बच्चों ने भाषण, कविताएं, गीतगाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस मौके पर प्रधानाचार्या वंदना मेहता ने वार्षिक रिपोर्ट पढ़ी। मुख्यातिथि ने मेधावी विद्यार्थियों को पुरस्कार दिये। इस मौके पर प्रबंधक समिति के सदस्य वीपी जिन्दल, अरूण जिन्दल, नीरज जिन्दल, अनिल गोयल,रविन्द्र गर्ग, प्रिंसीपल एसके कौशिक, प्रिंसीपल गुरू नानक कॉलेज डॉ. इन्दिरा अरोड़ा, प्रिंसीपल बीएड कॉलेज डॉ. पूनम गुप्ता, तरसेम जिन्दल, कंचन हरचन्द, एसके दुआ उपस्थित थे।

14 Dec. 2014





13 दिसंबर 2014

डबवाली अग्निकांड में दोनों टांगें गंवाई समाजसेवा के लिये फिर खड़ी हुई गीता


नेत्रदान के फार्म भरे, मरणोपरांत शरीर दान की चाह

डबवाली (लहू की लौ) मैं चाहती हूं कि मरणोपरांत मेरी आंखें दान कर दी जायें, ताकि दूसरों की जिंदगी में उजाला भर सकें। मेरे शरीर को रिसर्च के लिये मेडिकल इंस्टीच्यूट को दान दे दिया जाये। ताकि मेडिकल छात्रों का भविष्य संवर सकें। यह कहना है अग्निकांड पीडि़ता गीता का। दर्द भरा पल याद करके वह आज भी सिहर उठती है। अग्निकांड के बाद अब तक की जिंदगी कैसे कटी, वह ही जानती है।
शादी से एक दिन पहले आया आग का सैलाब
23 दिसंबर 1995 को गीता अपनी अध्यापिका सहेली मंजू के साथ डीएवी स्कूल का वार्षिक कार्यक्रम देखने के लिये गई थी। दर्शकों के लिये लगी अंतिम कुर्सियों पर वह बैठी हुई थी। आग भी पीछे से शुरू हुई थी। जोकि तेजी से आगे बढ़ी। आग का पता लगने पर मैरिज पैलेस में अफरा तफरी मच गई। सभी दर्शक अपनी जान बचाने के लिये भागे। गीता नीचे गिर गई। उसके ऊपर लोग गिरते गये। आग लगने के कारण उसकी दोनों टांगें बुरी तरह से झुलस गईं। हालांकि 24 दिसंबर 1995 को गीता की शादी श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) में होनी तय थी। लेकिन गीता ने आगजनी में दोनों टांगें गंवा दी।
बचाओ, बचाओ कहकर सिर उठती थी
अग्निकांड के बाद चार साल तक गीता की जिंदगी कोमा में रही। ऐसा कोई पल नहीं था, जब अग्निकांड की भयावह को याद कर वह विचलित नहीं हुई हो। गीता के पिता अमर सिंह ने 13 दिसंबर 1999 की घटना को याद करते हुये बताया कि अग्निकांड के ठीक चार साल बाद, उसी तारीख को गीता इतनी भयभीत हुई कि आग-आग कहते हुये बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगी। अग्निकांड से उसकी बेटी को मानसिक आघात लगा। अग्निकांड में अपनी दोनों टांगें गंवाने के बाद जब भी वह उनकी तरफ देखती तो उसके बेहोश होने की स्थिति हो जाती। आज भी अग्निकांड का जिक्र करते ही गीता व्यथित हो जाती है। जिसके चलते घर में अग्निकांड के संबंध में बातचीत करने पर पाबंदी लगाई हुई है। साथ में अग्निकांड के संबंध में जानने के लिये गीता से मिलने आने वालों के लिये दरवाजे बंद किये हुये हैं।
शादी न करने का फैसला
अमर सिंह ने बताया कि 24 दिसंबर 1995 को उसकी बेटी के हाथ पीले होने थे, लेकिन अग्निकांड ने उसकी बेटी की टांगों के साथ भगवान ने उससे यह हक भी छीन लिया कि वह अपनी बेटी को डोली में विदा करे। हालांकि कुछ सालों तक उसने गीता की शादी के प्रयास किये। दो युवक गीता की हालत को समझते हुये शादी के लिये तैयार भी हुये। लेकिन उसकी बेटी ने शादी करवाने से साफ इंकार कर दिया। जिसके बाद उन्होंने कभी भी गीता को शादी के लिये नहीं कहा।


अभी सफर बाकी है
आर्टिफिशयल टांगों के जरिये पुन: खड़ी हुई गीता के हौंसले बुलंद हैं। वह डेरा सच्चा सौदा सिरसा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग में पिछले दो वर्षों से सेवारत है। मानवता भलाई के लिये चलाये जा रहे 104 कार्यों में अपना योगदान दे रही है। गीता को समाजसेवा के कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लेते देख उसकी सहयोगी भी उससे खासी प्रभावित हैं। उसके सहयोगियों का कहना है कि अग्निकांड जैसी भीषण त्रासदी में से गुजरने के बावजूद गीता में समाजसेवा का जज्बा काबिले तारीफ है। जब उसे आराम करने की सलाह दी जाती है, तो गीता कहती है अभी सफर बाकी है।

नेत्रदान का फार्म भरा
मैं नेत्रदान के साथ-साथ मरणोपरांत अपना शरीर दान करना चाहती हूं। चूंकि मेरे नेत्र किसी की जिंदगी में उजाला फैलाएंगे। शरीर पर रिसर्च करके देश के भावी चिकित्सक कुछ सीख पाएंगे। पिछले दो वर्षों से आध्यात्म के मार्ग पर चलकर बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं। समाजसेवा करके मजा आ रहा है।
-गीता (अग्निकांड पीडि़ता)

खरीदा कबाड़, बना दी जिम

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आज से शुरू होगी जिम

डबवाली (लहू की लौ) शिक्षा तथा व्यवस्था के मामले में निजी विद्यालयों को टक्कर दे रहा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से नई बुलंदी हासिल करने जा रहा है। इस बार विद्यालय खिलाडिय़ों की पौध तैयार करने के लिये जिम लेकर आया है। कबाड़ में मिले सामान से जिम तैयार की गई है। जिम में 10 मशीनें लगाई गई हैं। जिम में मात्र वे युवा ही प्रवेश पा सकेंगे जो विद्यालय में पढ़ते हुये खेल के मैदान में अपना जौहर दिखाते हैं।
यूं तैयार हुई जिम
डबवाली के एक कबाड़ी ने कालावांली में जिम का सामान कबाड़ में खरीदा था। जिस पर नहरी पटवारी तथा खिलाड़ी राकेश शर्मा की नजर पड़ गई। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा खेतू राम सेठी स्पोट्र्स क्लब के अध्यक्ष सुरजीत सिंह मान की सहमति से शर्मा ने करीब 40 हजार रूपये में उपरोक्त सामान खरीद लिया। पेंट तथा कबाड़ की मरम्मत पर करीब बीस हजार रूपये का खर्च आया। जिसके बाद एकदम नई जैसी जिम खड़ी हो गई है।
खिलाडिय़ों के लिये जिम जरूरी
प्रिंसीपल सुरजीत सिंह मान तथा राकेश शर्मा ने बताया कि खिलाडिय़ों के लिये जिम बेहद जरूरी है। चूंकि फिटनेस को बरकरार रखने तथा स्टेमिना बढ़ाने के लिये जिम ही एकमात्र सहारा है। विद्यालय ने कई प्रतिभावान खिलाड़ी दिये हैं। लेकिन जिम के अभाव से इन खिलाडिय़ों के प्रयास बेकार साबित हो रहे थे।
जिम में ये मशीनें : चेस्ट फ्लाई मशीन, पुल डाऊन मशीन, वाईसप करल बैंच, लेग प्रैस मशीन, समित मशीन, डंबल, केबल क्रॉस वॉर मशीन, रोईंग मशीन, अपर लॉअर प्रैस बैंच, बैक प्रैस मशीन।

जेसीबी के आगे धरने पर बैठी महिलाएं

शिकायत सुनने के लिये भाजपा नेता को कार्यालय से खींच लाये लोग

डबवाली (लहू की लौ) शुक्रवार को गुरू तेग बहादर नगर के लोगों ने आर
ओबी का निर्माण रूकवा दिया। गलियों के आगे दीवार खींचने से मना करने के बावजूद ठेकेदार नहीं माना तो महिलाएं जेसीबी के आगे धरने पर बैठ गईं। करीब सात घंटे तक चले इस हाई वोल्टेज धरने में लोगों ने भाजपा नेता को भी घसीट लिया। लोगों के विरोध के चलते एनएचएआई अधिकारियों को काम किये बगैर बैरंग लौटना पड़ा।
सुबह करीब 7 बजे गुरू तेग बहादर नगर के लोग शशिपाल, कांता देवी, लक्ष्मी कौर, सुरजीत कौर, वीना, मंजू मिढ़ा, रेणू पलटा, अनिता रानी, जसविंद्र कौर, सत्या देवी, राजवीर कौर, विपिन मोंगा, सुखविंद्र सिंह, सुरेंद्र मिढ़ा, भूषण शर्मा के नेतृत्व में इक्ट्ठे हुये। लोगों ने आरओबी निर्माण में लगे लोगों को गलियों के आगे दीवार खींचने से रोक दिया। इसके बावजूद ठेकेदार के करिंदे जेसीबी तथा ट्रेक्टर-ट्रालियां लेकर मौका पर आ गये। जिससे महिलाओं का गुस्सा बढ़ गया। महिलाएं जेसीबी के आगे धरना लगाकर बैठ गईं। कुछ लोग अपनी शिकायत लेकर सीधा भाजपा कार्यालय में जा घुसे। भाजपा नेता देवकुमार शर्मा को मौका पर खींच लाये। एनएचएआई की ओर से आरओबी का कार्य देख रहे भगवान दास भी मौका पर पहुंच गये। धरनारत लोगों से बातचीत का दौर शुरू हुआ।
आप कार्य रूकवाओ, मैं करूंगा मंत्री जी से बात
एनएचएआई प्रतिनिधि भगवान दास ने आरओबी की ड्राईंग का हवाला देते हुये गलियों के आगे से दीवार न हटाने की बात कही। बिना उच्च अधिकारियों की मंजूरी से कार्य बंद न करने पर अड़ गये। जिस पर भाजपा नेता ने इस संबंध में केंद्रीय भूतल मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर से बात करने का कहकर कार्य रूकवा दिया। करीब सात घंटे बाद लोगों ने धरना उठा लिया।
बंद हो जायेगी आवाजाही
वीरवार रात को आरओबी निर्माण में लगे लोगों ने गलियों के आगे दीवार खींचने के लिये खुदाई शुरू की। भनक मिलते ही लोग एकजुट होना शुरू हो गये। लोगों ने कार्य रूकवा दिया। सुबह होते ही ठेकेदार ने पुन: कार्य शुरू करने का प्रयास किया तो धरना शुरू कर दिया। लोगों ने बताया कि वार्ड नं. 1 तथा 2 के तहत आने वाली उनकी गलियों में करीब डेढ़ सौ घर हैं। गलियों के आगे दीवार खींचे जाने से उनका संपर्क मुख्य बाजार से टूट जायेगा। वहीं आगजनी की स्थिति में दमकल गाड़ी भी उन तक नहीं पहुंच पायेगी। वे दीवार नहीं खिंचने देंगे।


कार्य बंद करवाया
आरओबी की ड्राईंग एनएचएआई तथा रेलवे ने मिलकर तैयार की है। जिसमें फेरबदल करने का अधिकार उच्च अधिकारियों को है। लोगों की मांग को संबंधित अधिकारियों को बता दिया गया है। अधिकारी जो भी फैसला करेंगे, उसके अनुसार कार्य होगा। फिलहाल आगामी निर्णय तक विवादित जगह पर कार्य बंद करवा दिया गया है।
-भगवान दास,
प्रतिनिधि, एनएचएआई


इग्जामिन करेंगे
सुबह फोन पर मुझे घटनाक्रम का पता चला था। लोगों के एतराज पर इग्जामिन किया जायेगा। इतनी जल्दी निर्णय नहीं होगा। फिलहाल काम रूक गया है।
-वीके जैन,
प्रॉजेक्ट डायरेक्टरएनएचएआई, हिसार


मंत्री जी से मिलूंगा
फिलहाल आरओबी का कार्य रूक गया है। टेक्निकल रिपोर्ट के बाद फैसला होगा। मैं खुद भूतल मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से मिलकर उन्हें वास्तुस्थिति से अवगत करवाऊंगा।
-देवकुमार शर्मा
भाजपा नेता

बीच-बचाव करने पर पीटा

डबवाली (लहू की लौ) गांव डबवाली में हुये झगड़े में एक युवक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में लेजायाह्य गया। उपचाराधीन जसवीर सिंह ने बताया कि उसका भाई भीम सिंह गांव में स्थित एक दुकान पर खड़ा था। इसी दौरान कुछ युवक उससे गाली-गलौज करते हुये झगड़ा करने लगे। बीच-बचाव करने पर आरोपियों ने उसे पीट डाला।

शहर में मेडिकल वेस्ट से फैल सकता है इंफेक्शन

नई किरण संस्था के अभियान के दौरान सामने आया मामला

डबवाली (लहू की लौ) कुछ चिकित्सीय संस्थान मेडिकल वेस्ट को सरेआम सड़कों या फिर कूड़ा डिपो पर फेंक रहे हैं। जिससे शहर में इंफेक्शन फैलने का खतरा बढ़ गया है। नई किरण संस्था ने सफाई अभियान के दौरान इसका खुलासा हुआ है। सरकारी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकार ने इसे खतरनाक करार देते हुये प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का मामला बताया है।
संस्था के सदस्य शुक्रवार को कलोनी रोड़ रेलवे फाटक के नजदीक कूड़ा डंपिंग प्वाईंट पर कूड़ा एकत्रित कर उसे डस्टबिन में भर रहे थे। इसी दौरान कूड़े में मेडिकल वेस्ट पड़ा मिला। जिसमें काफी संख्या में इंजेक्शन सीरिंज थी। संस्था सदस्यों ने एक निजी अस्पताल के जरिये उपरोक्त मेडिकल वेस्ट को नष्ट करवा दिया। इससे पूर्व आज संस्था ने हिंदी फीचर फिल्म जय हो की तर्ज पर अपने अभियान की शुरूआत की थी। संस्था सदस्यों ने डस्टबिन तक कूड़ा डालने के लिये आये लोगों से कहा कि आपने कूड़ा डस्टबिन में डाला है इसके लिए आपको 'थैंक्यूÓ। कृप्या आप तीन अन्य लोगों को भी कूड़ा सड़क पर फेंकने की बजाए वहां रखे डस्टबिन में डालने के लिए जरूर प्रेरित करें। संस्था के अध्यक्ष कर्ण कामरा ने कहा कि अभियान सात दिनों तक चलेगा व इसके बाद भी किसी को यहां कूड़ा नहीं फेंकने दिया जाएगा। शहर में यह अभियान भी चलाया जाएगा कि हर व्यक्ति तीन अन्य लोगों को कूड़ा डस्टबिन में ही डालने के लिए प्रेरित करें ताकि अधिक से अधिक लोगों तक स्वच्छता का संदेश पहुंचे। इस मौके पर लवली शर्मा, मोहन मोंगा, विकास गर्ग, आकाश मित्तल व अन्य सदस्य उपस्थित थे।

मेडिकल वेस्ट है खतरनाक
मेडिकल वेस्ट खतरनाक है। कूड़ा में पड़ा होने पर यह ज्यादा खतरनाक हो जाता है। चूंकि कूड़े में पशु मुंह मारते हैं। वहीं कागज बीनने वाले छोटे-छोटे बच्चे कूड़े में प्रवेश करते हैं। कूड़े को नगर परिषद कर्मचारी उठाते हैं। इससे उन्हें इंफेक्शन हो सकता है। यहीं नहीं हवा के जरिये भी मेडिकल वेस्ट से इंफेक्शन का खतरा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इसे कंट्रोल करता है। शिकायत मिलने पर संबंधित विभाग को इसके बारे में सूचित किया जायेगा।
-एमके भादू, एसएमओ, डबवाली

असर ने करवाया डेंटल चैकअप कैम्प में 210 विद्यार्थियों का चैकअप

डबवाली (लहू की लौ) एसोसिएशन फॉर सोशल एक्टिविटीज एवं रिफाम्र्स (असर)ने शुक्रवार को अलीकां स्थित नेहरू कॉलेज ऑफ एजूकेशन में डेंटल चेकअप व अवेयरनेस शिविर लगाया। कैंप में 210 बच्चों व अन्य लोगों के दातों की जांच की गई व उन्हें नि:शुल्क दवाईयां व टुथब्रश दिए गए।
दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास गुंबर व नेहरू कॉलेज ऑफ एजूकेशन के डायरेक्टर विजयंत शर्मा ने ज्योति प्रज्जवलित कर शिविर का शुभारंभ किया। असर संस्थापक भारत भूषण वधवा ने बच्चों को दंातों की नियमित देखभाल के लिए प्रेरित किया।
असर प्रवक्ता मनोज शर्मा ने बताया कि कैंप में डॉ. विकास गुंबर ने बच्चों व अन्य लोगों के दातों की जांच की व उन्हें दातों की विभिन्न बीमारियों के बारे में जानकारी दी। शिविर प्रबंधों में नेहरू स्कूल की अध्यापिका किरण सिंगला, ममता आर्य, परमजीत कौर व स्कूल के विद्यार्थियों ने सहयोग दिया। शिविर समापन पर असर प्रधान एडवोकेट दीपक जग्गा व नेहरू कॉन्वेंट स्कूल की प्रिंसीपल सोना शर्मा ने डॉ. विकास गुंबर व अन्य सहयोगियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। 
इस अवसर पर असर सचिव पंकज धींगड़ा, कोषाध्यक्ष गोल्डी बलाना, ऋषि पपनेजा, सतीश चुघ, अशोक सिंगला, दमन चुघ, बिजली कर्मचारी यूनियन के प्रधान केवल कृष्ण व अन्य सदस्य उपस्थित थे। 

राजा राम स्कूल के विद्यार्थियों ने अंतरिक्ष की जानकारी ली



डबवाली (लहू की लौ) राजा राम कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के छात्रा-छात्राओं ने कपूरथला स्थित पुष्पा गुजराल साईंस सिटी का शैक्षणिक भ्रमण किया। इस दौरान सबसे पहले बच्चों ने प्लेनेटोरियम देखा व अंतरक्षि संबंधी जानकारी ली। उन्होंने जाना कि विश्व में चंद्रमा पर रहने के लिए आवश्यक परिस्थितियों की खोज की प्रतियोगिता प्रारंभ हो चुकी है। इसके अतिरिक्त चंद्रमा पर हुई खोज से संबंधित जानकारी भी उन्हें मिली। दूसरे चरण में बच्चों ने वरच्युल वल्र्ड के तहत 3डी व लेजर प्रदर्शन देखा। क्लाईमेंट थियेटर के माध्यम से मौसम परिवर्तन के बारे में विस्तार से जाना। वातावरण में बदलाव के कारण व इसके लिए कौन जिम्मेदार है के बारे में जानकारी प्राप्त की। डायनासोर पार्क में डायनासोर की विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। उर्जा पार्क में बच्चों ने उर्जा प्राप्ति के स्त्रोत , विभिन्न प्रकार के उर्जा मॉडल तथा ऊर्जा बचाने के तरीकों के बारे में ज्ञान हासिल किया। इसके अतिरिक्त पुष्पा गुजराल साईंस सिटी में स्थित साईंस ऑफ स्पोर्टस, साईबर साईंस, फन साईंस, मानव संरचना व अन्य जानकारियां एकत्रित की। इसके साथ बच्चों ने बोटिंग का आनंद उठाया। यह शैक्षणिक भ्रमण एनसीसी एयरविंग अधिकारी सत्यपाल जोशी, भौतिक व रसायन प्रवक्ता शीनम, रिंकल, आरती तथा क्लर्क घनश्याम के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इससे पहले विद्यालय प्रिंसीपल प्रवीण कुमार गौड़ ने हरी झंडी दिखाकर बच्चों के दल को साईंस सिटी कपूरथला के लिए रवाना किया।

सुलेख प्रतियोगिता में नवजोत, गुरविन्द्र, धनंजय ने बाजी मारी

डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कालेज किलियांवाली में अंग्रेजी विभाग द्वारा सुलेख प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें  बीए द्वितीय और बीए तृतीय वर्ष के 30 विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें नवजोत सिंह बीए द्वितीय प्रथम, गुरविन्द्र कौर बीए तृतीय द्वितीय और धनंजय सुथार बीए द्वितीय तृतीय रहे। इस अवसर पर प्रिंसीपल डॉ. इन्दिरा अरोड़ा, प्रो. सुरिन्द्र कपिला और प्रो.अर्चना ग्रोवर उपस्थित थे।

13 Dec. 2014





12 दिसंबर 2014

LAHOOKILAU: साहिल सेठी राजनीतिकों के मुंह पर तमाचा है इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी

LAHOOKILAU: साहिल सेठी राजनीतिकों के मुंह पर तमाचा है इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी

साहिल सेठी राजनीतिकों के मुंह पर तमाचा है इस अग्निकांड पीडि़त की कहानी

सिंगापुर स्थित विश्व की सबसे बड़ी कंपनी में हैं ब्रांड मैनेजर, पीएम नरेंद्र मोदी से पा चुका है सम्मान

डबवाली (लहू की लौ) बेशक सरकारों ने अग्निकांड पीडि़तों के जख्म कुरेदने में कोई कोर कसर बाकी न छोड़ी हो। लेकिन एक अग्निकांड पीडि़त ने अपनी प्रतिभा के बल पर कुछ ऐसा कर दिखाया है जो राजनीतिकों के मुंह पर तमाचे से कम नहीं। वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी से सम्मान पा चुका यह अग्निकांड पीडि़त विदेश में विश्व की एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्य करते हुये सालाना 50 लाख रूपये से ज्यादा कमा रहा है।
बी-टेक करते ही मिली थी नौकरी
हम बात कर रहे हैं डबवाली निवासी सुनील सेठी के 28 वर्षीय बेटे साहिल सेठी की। 23 दिसंबर 1995 को डबवाली अग्निकांड में पचास फीसदी झुलसने के बाद भी इस युवक ने हिम्मत नहीं हारी। यह युवक दूसरों के लिये प्रेरणा बनकर सामने आया है। अग्निकांड के समय साहिल की उम्र महज 9 वर्ष थी। वह डीएवी स्कूल में 5वीं कक्षा का छात्र था। अग्निकांड के तुरंत बाद सुनील सेठी डबवाली छोड़कर अबोहर (पंजाब) में जा बसे। अबोहर में डीएवी संस्थान में साहिल को 12वीं उत्तीर्ण करवाने के बाद वे पुन: डबवाली आ गये। 12वीं के बाद वर्ष 2008 में साहिल ने भोपाल स्थित एनआईटी से कंप्यूटर साईंस में बी-टेक पास की। कैंपस के दौरान ही यूएसए की एक कंपनी ने उसे चेन्नई में नौकरी पर रख लिया। करीब डेढ़ वर्ष तक नौकरी करने के बाद 2009 में केट परीक्षा में 99.4 परसेंटेल अंक पाकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
टॉप इंस्टीच्यूट ने मांगा था दाखिला : देश के टॉप छह इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट ने इस प्रतिभाशाली बेटे का एडमिशन लेने के लिये पत्र भेजे। जिनमें से आईआईएम अहमदाबाद एक था।  दूसरी तरफ आर्थिक परेशानी से जूझ रहे परिजनों ने हाथ खड़े कर दिये। दाखिला फीस भरने के लिये करीब पंद्रह लाख रूपये चाहिये थे। इस अग्निकांड पीडि़त ने स्टूडेंट लोन लेकर पढ़ाई की। मार्च 2011 में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह तथा गुजरात के पूर्व सीएम तथा वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी ने आईआईएम अहमदाबाद में इस अग्निकांड पीडि़त को एमबीए की डिग्री सौंपी।
कैंपस में हुआ सिलेक्शन
डबवाली के इस बेटे ने कैंपस सिलेक्शन में भी अपना हुनर दिखाया। कई मल्टीनेशनल कंपनियां एमबीए पास युवकों को तलाशने के लिये पहुंची। मई 2011 में विश्व की सबसे बड़ी मल्टीनेशनल कंपनी पीएंडजी ने इस अग्निकांड पीडि़त को सिंगापुर स्थित एशिया के अपने हैडक्वार्टर में जॉब दी। उस समय सलाना 26 लाख रूपये का पैकेज दिया। ब्रांड मैनेजर के पद पर जॉब करने वाला यह अग्निकांड पीडि़त अपने दम पर मात्र तीन सालों में वेतन में 24 लाख रूपये से अधिक वृद्धि करवाने में सफल हुआ है। शहर का यह बेटा अब सालाना 50 लाख रूपये से ज्यादा का पैकेज ले रहा है। जोकि वायदाखिलाफी करने वाले राजनीतिकों के मुंह पर तमाचे के सामान है।
जब लड़की के परिजनों को दिखाये जख्म : 13 अप्रैल 2014 को उसी कंपनी में कार्यरत एक युवती के साथ शादी के बंधन में बंधने वाले साहिल सेठी ने रिश्ते के दौरान युवतियों के परिजनों को अग्निकांड में मिले जख्म तक दिखा दिये थे। जिस पर वधू पक्ष के लोगों ने जख्मों को दरकिनार करते हुये उसकी काबलियत को सराहा और अपनी बेटी का हाथ अग्निकांड पीडि़त के हाथ में सौंपा।

पिता ने भी लड़ी लडाई
साहिल की सफलता में उसके माता-पिता का अतुलनीय योगदान रहा है। अबोहर स्थित डीएवी संस्थान में फीस रिफंड न करने पर सुनील सेठी संस्थान का फीस रिफंड करने संबंधी पत्र लेकर प्रस्तुत हुये थे। यह पत्र आज भी वे संभाले हुये हैं। उपरोक्त संस्थान जब भी किसी अग्निकांड पीडि़त के बच्चे या फिर खुद पीडि़त को तंग करता है तो पत्र दिखा देते हैं। सुनील सेठी के अनुसार ऐसे कई मामलों में उसने पत्र का सहारा लिया है।

जख्मों को ताकत बना लिया
अग्निकांड के दौरान मैं अपने बेटे साहिल तथा बेटी सानिया के साथ फंस गई थी। साहिल के साथ-साथ मैं भी पचास फीसदी जल गई थी। बेटी भी घायल हुई थी। जोकि सीए है। साहिल ने कभी भी अपने जख्मों को कमजोरी नहीं बनने दिया। बल्कि जख्मों को अपनी ताकत समझकर पढ़ाई की। देश के सर्वश्रेष्ठ आईआईएम अहमदाबाद में एडमिशन अपने दम पर लिया।
-शशि सेठी (अग्निकांड पीडि़ता)

उधारी न लौटाने पर कोर्ट ने सुनाई सजा

डबवाली (लहू की लौ) न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने एक मामले की सुनवाई करते हुये एक व्यक्ति को डेढ़ साल की कैद तथा एक लाख दस हजार रूपये मुआवजा राशि देने के आदेश दिये हैं।
गांव सुकेराखेड़ा निवासी सुखदेव सिंह ने अदालत में इस्तगासा दायर करके कहा था कि 1 मई 2013 को उसने सुकेराखेड़ा के गुरबचन लाल को एक लाख रूपये की उधारी दी थी। इसके लिये एक प्रोनोट तथा रसीद दी थी। उक्त राशि पर 12 फीसदी सालाना ब्याज देने का इकरार किया था। लेकिन उसने अपना वायदा पूरा नहीं किया। गुरबचन लाल ने 15 अक्तूबर 2013 को एक लाख रूपये का चैक पंजाब नेशनल बैंक शाखा अबूबशहर के नाम दिया। 31 अक्तूबर 2013 को अपने मीमो सहित इस आशय पर यह चैक वापिस कर दिया कि खाता में पर्याप्त राशि नहीं है। 15 नवंबर 2013 को नोटिस जारी करके राशि वापिस लौटाने के लिये कहा गया। लेकिन आरोपी ने राशि अदा नहीं की।
वीरवार को न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) कपिल राठी की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने तथा गवाहों के ब्यानों के आधार पर गुरबचन लाल को दोषी करार देते हुये डेढ़ वर्ष की कैद तथा 1 लाख 10 हजार रूपये का मुआवजा देने के आदेश दिये।

आधार कार्ड पर बवाल, बनने हुये बंद

डबवाली (लहू की लौ) शहर में आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वीरवार को कंप्यूटर सेंटरों के आगे लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। जिसके चलते कई सेंटर चालकों को अपना शट्टर डाऊन करना पड़ा।
आधार कार्ड के नाम पर लिये जा रहे थे पैसे : आधार कार्ड के नाम पर अब तक लोगों से मनमर्जी के पैसे ऐंठे जा रहे थे। तहसीलदार मातू राम नेहरा के समक्ष भंड़ाफोड़ होने के एक दिन बाद वीरवार को आधार कार्ड बनने बंद हो गये। गांव घुकांवाली से आधार कार्ड बनाने के लिये अपने बच्चों समेत डबवाली पहुंचे भिंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें मालूम नहीं था कि डबवाली में आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। वह मेहनत मजदूरी करता है। किराये में ही उसके 200 रूपये खर्च हो गये। इधर आधार कार्ड बनाने के लिये डबवाली पहुंचे लखुआना निवासी सुशील कुमार ने बताया कि स्कूलों में बच्चों से आधार कार्ड मांगे जा रहे हैं। उसका खुद का आधार कार्ड बना है। बच्चों को साथ लेकर डबवाली आया था। लेकिन यहां पहुंचने पर पता चला कि आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। वे लोग अब कहां जाये, किसका दरवाजा खटखटायें।
वीरवार को ऐसे सैंकड़ों मामले सामने आये, जो आधार कार्ड बनाने के इच्छुक थे। पेंशन, राशन तथा सब्सिडी के लिये आधार कार्ड जरूरी होने पर इस महत्वपूर्ण आईडी प्रूफ के लिये लोग मारे-मारे फिरे। लेकिन कहीं से संपूर्ण जानकारी न मिलने पर वापिस अपने गंतव्य लौट गये।
कंपनियों ने हमें लूटा
वर्ष 2011 से आधार कार्ड बना रहे विक्की सिधू ने बताया कि उसने चार निजी कंपनियों के कहने पर उपरोक्त कार्य शुरू किया था। उस समय ढाई लाख रूपये कीमत से चौदह मशीन खरीदी थी। कंपनी ने प्रति आधार कार्ड के लिये सोलह रूपये देने का वायदा किया था। करीब 1 लाख 90 हजार आधार कार्ड बनाये थे। लेकिन कंपनियों की ओर उसके अभी तक 12 लाख रूपये बकाया हैं। वहीं ढाई लाख रूपये में आई एक मशीन को उसे महज 45 हजार रूपये में बेचना पड़ा। इस हालत में उसने कंपनियों को उपरोक्त आधार कार्ड के डॉक्यूमेंट जमा नहीं करवाये। कंपनी तथा सरकार में वे फंस गये हैं। वे अब तक मुफ्त में आधार कार्ड बना रहे थे। जो बंद कर दिये हैं।
इधर नई अनाज मंडी रोड़ पर आधार कार्ड बना रहे कृष्ण कुमार ने बताया कि वे लोग कंपनियों की ठगी का शिकार हुये हैं। कंपनियां मशीन रिचार्ज करने के नाम पर उनसे हजारों रूपये वसूलती हैं। जबकि आधार कार्ड बनाने पर फूटी कौड़ी नहीं दे रहीं। हालांकि वे आधार कार्ड बनाने का शुल्क नहीं ले रहे। बल्कि आधार कार्ड के लिये अप्लाई फार्म का प्रिंट करने या फिर फोटो कॉपी करने के रूपये लेते हैं। जोकि उनका कार्य है। किसी विवाद में पडऩे की अपेक्षा कार्य बंद कर दिया है।

किसी को आधार बनाने से रोका नहीं
किसी को आधार कार्ड बनाने से रोका नहीं गया है। बल्कि शुल्क लेने से रोका गया है। आधार कार्ड का कोई शुल्क नहीं। संबंधित एजेंसी के पास आने वाले डॉक्यूमेंट सरकार के पास जमा होते हैं। अगर बिना मंजूरी के कोई आधार कार्ड बना रहा था, तो जांच का विषय है। इस संबंध में जल्द प्रोग्रामर ऑफिसर से बात करूंगा, ताकि लोगों को परेशानी न हो।
-मातू राम नेहरा, तहसीलदार, डबवाली

दहेज प्रताडऩा का आरोपी गिरफ्तार

डबवाली (लहू की लौ) दहेज प्रताडऩा के एक मामले में शहर थाना पुलिस ने महम निवासी साहिल पुत्र वीरभान को गिरफ्तार किया है। शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह तथा एसआई इंद्राज ने बताया कि वार्ड नं. 7 निवासी गीता रानी पुत्री ज्ञान चन्द मैहता के ब्यान पर पुलिस ने दहेज प्रताडऩा का मामला दर्ज किया था। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद वीरवार को उपमंडल न्यायिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।

मंदिर में चोरी, गुरूद्वारा में प्रयास, आरोपी गिरफ्त में

डबवाली (लहू की लौ) गांव लखुआना स्थित दो धार्मिक स्थलों पर चोरी का मामला सामने आया है। पुलिस ने चोरी के आरोप में एक युवक के खिलाफ मामला दर्ज उसे गिरफ्तार कर लिया है।
गांव लखुआना के सरपंच रामजी लाल ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि वीरवार को गांव का एक युवक बाबा रामदेव मंदिर से गुल्लर उठा ले गया। युवक ने गुरूद्वारा में भी चोरी का प्रयास किया। पुलिस ने शिकायत मिलते ही संबंधित युवक अजय शर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो वह चोरी की वारदात मान गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने मंदिर से चुराई गुल्लक बरामद कर ली।
मामले की जांच कर रहे सदर थाना पुलिस के हवलदार बलवीर ने बताया कि आरोपी अजय शर्मा लकड़ी का अच्छा कारीगर है। लेकिन नशे की लत ने उसे बर्बाद करके रख दिया है। मेडिकल नशे की पूर्ति के लिये वह चोरियां करता है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


चौटाला रोड़ पर चोरी
चौटाला रोड़ पर स्थित लखोत्रा ऑटो वक्र्स के मालिक सर्वजीत सिंह ने बताया कि अज्ञात चोर दुकान की दीवार फांदकर भीतर घुसे। चोर वर्कशॉप में खड़े एक बाईक के दोनों पहिये निकाल ले गये। जिसकी कीमत करीब 10 हजार रूपये है। इसके अतिरिक्त वहां पड़े औजार भी चुरा ले गये। चोरी की सूचना पुलिस को दे दी गई है।

स्वच्छता अभियान के तहत स्कूल कैम्पस की सफाई की

डबवाली (लहू की लौ) गुरू नानक कॉलेज मंडी किलियांवाली के कैम्पस में स्थित गुरू नानक कॉलजीऐट सीनियर सैकेंडरी स्कूल की ओर से वीरवार को स्वच्छता अभियान के अन्तर्गत स्कूल कैम्पस की सफाई की गई।  जिसमें +1 व +2 के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस मौके पर गुरू नानक कॉलेज की प्राचार्या डॉ. इन्दिरा अरोड़ा, गुरू नानक कॉलेज कॉलजीएट सीनियर सैकेंडरी स्कूल की इंचार्ज सुनीता शर्मा, प्रवक्ता सीमा रानी, शिल्पा अरोड़ा, संदीप कौर व शेखर ने भी इस कार्य में अपना योगदान दिया।

हेलमेट पहनने की आदत ने बचाई जिंदगी

डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों की पालना की जाये तो जान बच सकती है। यह बात वीरवार को नेशनल हाईवे पर एक हादसे को देखकर लोगों को समझ में आई। सिरसा रोड़ पर खालसा स्कूल के नजदीक तेज गति से चल रहे दो बाईक आपस में भिड़ गये। दोनों के चालक सिर के बल सड़क पर जा गिरे। दोनों के पहने हेलमेट चकनाचूर हो गये। हादसे में दोनों के मामूली खरोंचे आईं।
खालसा स्कूल के नजदीक हुआ हादसा
दोपहर बाद करीब दो बजे दो बाईक सिरसा की ओर जा रहे थे। खालसा स्कूल के सामने पहुंचते ही दोनों बाईक आपस में भिड़ गये। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों बाईक के परखच्चे उड़ गये। दोनों के पहले हेलमेट भी बुरी तरह से टूट गये। राहगीरों ने दोनों को संभाला। गांव अबूबशहर निवासी विक्रम ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये कहा कि वह गैस एजेंसी में अपने फार्म जमा करवाने के लिये जा रहा था। इसी दौरान उसने बिना इशारा दिये अपना बाईक डिवाईडर की ओर मोड़ लिया। जिसके चलते पीछे आ रहा बाईक उसमें जा लगा। दोनों बाईक की गति तेज होने के कारण हादसा टल गया। उसके हेलमेट पहनने की आदत ने उसकी जान बचा ली। वह चिनाई मिस्त्री है।
हेलमेट था, वरना जाती जान
दूसरे बाईक चालक जग्गा सिंह ने बताया कि वह खोखर स्थित अकाल अकैडमी में बतौर वाहन चालक तैनात है। डबवाली से वापिस खोखर लौटते समय आगे चल रहे बाईक ने अचानक अपना बाईक उसके आगे कर दिया। जिसकी वजह से हादसा हुआ। हेलमेट पहनने की वजह से उसकी जाच बच गई।
हम भी पहनेंगे हेलमेट
मौका पर रूके राहगीरों तथा उपरोक्त क्षेत्र के दुकानदारों ने हादसे के बाद हेलमेट तथा युवकों की हालत को देखकर कहा कि वे भी दो पहिया वाहन की ड्राईविंग के दौरान हेलमेट पहनने की आदत अपनाएंगे।

हेलमेट पहनना अच्छी आदत
हेलमेट पहनना अच्छी आदत है। वीरवार को नेशनल हाईवे पर हुई घटना से बढ़कर इससे बड़ा सबूत नहीं हो सकता। हेलमेट के कारण ही दोनों चालक बच गये। सिर के बल गिरने से जान जा सकती थी।
-दलीप सिंह, इंस्पेक्टर, शहर थाना प्रभारी, डबवाली

मैरीलैंड में कहानी कथन प्रतियोगिता आयोजित

डबवाली (लहू की लौ) मैरीलैंड कॉन्वेंट स्कूल के प्रांगण में तीन दिवसीय कहानी कथन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें नर्सरी, जूनियर केजी, सीनियर केजी और प्रथम कक्षा के विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में नर्सरी कक्षा से मीनाक्षी, लक्ष्य और जश्नप्रीत तथा रमनजोत ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाया। जूनियर केजी में  तुषार, तनुजा, हरविन्द्र, सीनियर केजी से यशस्वी, कृष और सेमन्त ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पाया। प्रथम कक्षा से अंबर, प्रियंका तथा यश, हसरत, ध्रुव, आशीष, वीरेन तथा वंश ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पाये।
प्रतियोगिता में जीत प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को स्कूल की प्रधानाचार्या बृज आनन्द ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ये नन्हें बच्चे अधखिली कली हैं जो कि मैरीलैंड के प्रांगण में सुन्दर फूल बनकर खिलेंगे।

गरीबों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी भाजपा सरकार-गणपत राम

डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी प्रदेश की भाजपा सरकार से गरीब वर्ग के लोगों को जो उम्मीदें थीं, उन पर सरकार खरी नहीं उतरी है। जो दिक्कतें व समस्याएं उन्हें कांग्रेस राज में झेलनी पड़ रही थीं उनका निदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने कोई पहल अभी तक नहीं की है जिस कारण लोगों में सरकार के खिलाफ रोष है। यह बात कामरेड गणपत राम व साहब राम पुहाल ने वीरवार को यहां जारी एक प्रैस ब्यान में कही।  
उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनावों में वोट लेने के लिए गरीबों के हित में योजनाएं बनाने, सभी गरीबों को पर्याप्त राशन देने व बुजुर्गों को दो हजार रुपए मासिक पैंशन देने का वायदा किया लेकिन सरकार बनने के बाद इन वायदों को पूरा नहीं किया। सरकार ने तेल के दाम कम कर दिए लेकिन बसों का किराया अभी तक वही है। जो विधवा औरतें 60 वर्ष से कम आयु की हैं उनका बसों में आधा किराया लगना चाहिए। पढ़ाई के लिए 10 किलोमीटर क्षेत्र से शहरों में आने वाले कॉलेज व स्कूलों के विद्यार्थियों का किराया माफ होना चाहिए। बीपीएल सूचियां हिंदी में जारी की जाने की मांग कांग्रेस सरकार के समय से की जा रही है लेकिन सरकार बदलने के बाद भी इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

गरीबों की उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी भाजपा सरकार-गणपत राम

डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी प्रदेश की भाजपा सरकार से गरीब वर्ग के लोगों को जो उम्मीदें थीं, उन पर सरकार खरी नहीं उतरी है। जो दिक्कतें व समस्याएं उन्हें कांग्रेस राज में झेलनी पड़ रही थीं उनका निदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने कोई पहल अभी तक नहीं की है जिस कारण लोगों में सरकार के खिलाफ रोष है। यह बात कामरेड गणपत राम व साहब राम पुहाल ने वीरवार को यहां जारी एक प्रैस ब्यान में कही।  
उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनावों में वोट लेने के लिए गरीबों के हित में योजनाएं बनाने, सभी गरीबों को पर्याप्त राशन देने व बुजुर्गों को दो हजार रुपए मासिक पैंशन देने का वायदा किया लेकिन सरकार बनने के बाद इन वायदों को पूरा नहीं किया। सरकार ने तेल के दाम कम कर दिए लेकिन बसों का किराया अभी तक वही है। जो विधवा औरतें 60 वर्ष से कम आयु की हैं उनका बसों में आधा किराया लगना चाहिए। पढ़ाई के लिए 10 किलोमीटर क्षेत्र से शहरों में आने वाले कॉलेज व स्कूलों के विद्यार्थियों का किराया माफ होना चाहिए। बीपीएल सूचियां हिंदी में जारी की जाने की मांग कांग्रेस सरकार के समय से की जा रही है लेकिन सरकार बदलने के बाद भी इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।

भाजपा ने सदस्यता अभियान चलाया

डबवाली (लहू की लौ) भाजपा सदस्यता अभियान के तहत देव कुमार शर्मा द्वारा चलाई गई कार्यशाला से प्रेरित होकर वार्ड नं. 14 के बूथ नं. 27 के प्रमुख  अश्वनी बांसल व सहप्रमुख सोनू सिंगला, विनेश छाबड़ा, मेघराज शर्मा, राजेश मोंगा, अनिल सिंगला, तेजपाल सिंगला ने संतोषी माता मंदिर वाली गली, रामजी दास प्रजापत वाली गली, मलकीत सिंह गंगा वाली गली, नेहरू हाई स्कूल के पीछे वाली गली में जाकर लोगों को बीजेपी का सदस्य बनाया और लोगों को नये वोट बनवाने के लिए प्रेरित किया।

लिम्का बुक में दर्ज हुआ गौरवदीप का अनूठा रिकॉर्ड


डबवाली (लहू की लौ) वार्ड न. 4 निवासी ईस्टवुड स्कूल में 12वीं कक्षा के छात्र गौरवदीप सिंह भाटी पुत्र इंद्रजीत सिंह भाटी  ने एक अनूठा रिकॉर्ड बनाकर लिम्का ऑफ रिकार्डस में अपना नाम दर्ज करवाया है। यह रिकार्ड चार पैरों पर की गई अलग तरह की दौड़ का है। गौरवदीप ने दो पैरो व दो हाथों पर दौड़ते हुए 50 मीटर रास्ता केवल 10 सेकेंड में कवर करते हुए एक राष्ट्रीय रिकार्ड अपने नाम कर लिया।

गौरवदीप सिंह की उम्र केवल 17 वर्ष है। देश व विश्व में बने रिकार्डस के बारे में जानने का उसे शौंक है और इसी शौंक के कारण ही उसके मन में भी रिकार्ड बनाने की इच्छा जागृत हुई। इस दौरान उसका मिड्डूखेड़ा निवासी विश्व रिकार्डधारी फ्लावर सिंह से संपर्क हुआ। फ्लावर सिंह ने गौरवदीप को रिकार्ड बनाने के लिए प्रेरित करते हुए उसे कई टिप्स दिए। इसके बाद उसने कराटे कोच राजीव ठाकुर के मार्गदर्शन में चार पैरों पर चलने व दौडऩे की प्रेक्टिस की। जी तोड़ मेहनत से वह इस प्रेक्टिस में सफल रहा। बाद में उसने लिम्का बुक में इस अनूठे रिकार्ड के लिए आवदेन किया। गुरू नानक कॉलेज में उसने गणमान्य लोगों के समक्ष चार पैरों पर दौड़ते हुए 50 मीटर रास्ते को केवल 10 सेकेंड में कवर कर दिखाया। उसकी यह अनोखी प्रतिभा देखकर सब हैरान रह गए। उसके इस रिकार्ड को लिम्का बुक के अधिकारियों ने भी अप्रूव किया व इस अनोखे रिकार्ड का सर्टिफिकेट अब गौरवदीप को दे दिया गया है। वर्ष 2015 की रिकार्ड बुक में गौरवदीप के नाम यह रिकार्ड दर्ज होगा।

12 Dec. 2014





11 दिसंबर 2014

चौटाला ने लॉलीपाप दिया, हुड्डा दयालु नहीं

पीडि़ता बोली 23 दिसंबर 1995 के अग्निकांड ने जख्म दिये, राजनीतिकों ने नमक छिड़का


डबवाली (लहू की लौ) 28 वर्षीय सुमन कौशल उन्नीस साल पहले अपनी मित्र सुनीता के साथ राजीव मैरिज पैलेस में आयोजित डीएवी स्कूल का वार्षिक कार्यक्रम देखने गई थी। खचाखच भरे पैलेस में दोनों को बैठने के लिये महज एक कुर्सी मिली। अभी आये को पांच से सात मिनट हुये थे कि स्टेज से घोषणा होने लगी कि कृपा बैठे रहो, आग पर काबू पा लिया जायेगा। पीछे मुड़कर देखा तो आग तेजी से उनकी ओर बढ़ रही थी। सुनीता भाग खड़ी हुई। सुमन खुद को संभालती, इससे पहले ही आग ने उसे पकड़ लिया। टूटी दीवार से निकलकर जल रही सुमन पैलेस से बाहर आई। जबकि उसकी मित्र की मौत हो गई। सौ फीसदी जल चुकी सुमन का आज भी क्रूर कांड पीछा नहीं छोड़ रहा। जबकि राजनीतिकों के आश्वासन नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं।

किसी विद्यालय ने नहीं दिया एडमिशन
अग्निकांड के समय सुमन महज 9 वर्ष की थी। वह एक निजी स्कूल में 5वीं कक्षा में पढ़ती थी। 23 दिसंबर 1995 को दोपहर बाद साढ़े 12 बजे छुट्टी होने के बाद डीएवी स्कूल का वार्षिक कार्यक्रम देखने के लिये गई थी। अग्निकांड में बुरी तरह से झुलसने के बाद भी सुमन ने हिम्मत नहीं हारी। प्लास्टिक सर्जरी होने के बाद वह पुन: पढऩे के लिये डबवाली पहुंची सुमन को किसी भी निजी या सरकारी विद्यालय में एडमिशन नहीं मिला। रहम करने की अपेक्षा स्कूल प्रबंधकों ने उसके कुरूप चेहरे का हवाला देते हुये मजाक उड़ाया।
लड़कों के साथ बैठकर पढ़ी
6वीं से 10वीं प्राईवेट करने के बाद आखिरकार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में उसे 11वीं कक्षा में दाखिला मिला। लड़कों के साथ बैठकर 11वीं तथा 12वीं की परीक्षा पास की। पिता दयानंद कौशल के सड़क दुर्घटना में घायल होने के बावजूद वर्ष 2007 में बीए क्लीयर की। 2008 में बीएड पास की। यहीं नहीं एचटेट की परीक्षा में 93 प्रतिशत अंक पाकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पिछले छह वर्षों से सुमन नौकरी के लिये मारे-मारे फिर रही है। सुमन के अनुसार अग्निकांड पीडि़तों के आंसू पौंछने के लिये अग्निकांड स्मारक स्थल पर पहुंचे डबवाली के पूर्व विधायक अजय चौटाला के आगे मिन्नतें कर चुकी है। उस समय अजय चौटाला ने पांच अग्निकांड पीडि़तों को सिरसा स्थित संस्थान में नौकरी देने का वायदा किया था। जब वह संस्थान में नौकरीे के लिये पहुंची तो उसे नफरत भरी निगाह से देखा गया। उसे औढ़ां स्थित एक शिक्षण संस्थान में भेज दिया गया। संस्थान प्रबंधकों ने उसका मजाक उड़ाया। केवल 3000 रूपये प्रति माह देने की बात कही। जब अजय चौटाला के 12000 रूपये सेलरी का वायदा याद दिलाया तो यह बात चौटाला से लिखकर लाने को कहा।
पूर्व सीएम भूपिंद्र सिंह हुड्डा से तीन बार मिली
सुमन ने बताया कि बीएड तथा एचटेट करने के बाद वह नौकरी के लिये तीन बार पूर्व सीएम भूपिंद्र सिंह हुड्डा से मिली। अग्निकांड पीडि़तों से किया वायदा याद दिलाया। लेकिन हुड्डा ने उसका कागज पकडऩे के बाद यही कहा, देखेंगे। चौटाला ने नौकरी का लॉलीपाप दिया, हुड्डा दयालु नहीं। सुमन के अनुसार अग्निकांड को उन्नीस वर्ष बीत चुके हैं। इस दौरान इनेलो, कांग्रेस की सरकारें रही। लेकिन आज तक अग्निकांड पीडि़तों को नौकरी देने का वायदा पूरा नहीं हुआ। हां, इतने वर्षों में राजनीतिकों ने उनके जख्मों पर नमक छिड़कने का काम जरूर किया है। जिसे वे हमेशा याद रखेंगे।
दो बार किया एमए करने का प्रयास
सुमन के हौंसले बुलंद हैं। वह एमए करना चाहती है। इसके लिये दो बार फार्म भर चुकी है, खूब तैयारी भी की। लेकिन परीक्षाएं जून, जुलाई में होने के कारण वह परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच पाई। चूंकि अग्निकांड में मिले घाव गर्मी में तकलीफदेय हो जाते हैं। जिसकी वजह से पूरी गर्मी सुमन घर की चारदीवारी में गुजारती है।
लोगों के कमेंट सताते हैं
सुमन के अनुसार वह अक्सर गली-मोहल्ले में निकलती है। लोग बिल्कुल पास आकर कहते हैं कि यह वही लड़की है जो अग्निकांड में आई थी। ऐसे कमेंट मुझे बहुत सताते हैं। लोग मेरे पास आने से पहले भी इस तरह के कमेंट कर सकते हैं। उन्नीस वर्षों से मिल रहे ऐसे कमेंटों ने विचलित कर रखा है।

नौकरी मिलने के बाद करूंगी शादी
मैं 100 फीसदी जली हुई हूं। माता-पिता उम्र का ख्याल करते हुये शादी करवाना चाहते हैं। मेरी भी जिद्द है कि जब तक अपने दम पर नौकरी नहीं लगूंगी तब तक शादी नहीं करूंगी। बेशक हमसफर अच्छा मिल जाये, लेकिन वर्तमान समय में खुद के पैरों पर खड़ा होना जरूरी है। -सुमन कौशल, अग्निकांड पीडि़ता

पुलिसकर्मी के घर मोहल्ला वासियों का छापा, रंगरलियां मना रहा प्रेमी जोड़ा काबू, पुलिस ने की जांच शुरू

डबवाली (लहू की लौ) सुंदर नगर में पुलिस वाले के घर पर रंगरलियां मना रहे प्रेमी जोड़े को लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
मोहल्ला वासी जगवीर सिंह, चरणप्रीत सिंह, इकबाल सिंह, दीपक, सुखदेव सिंह बगैरा ने बताया कि उनके नगर में एक पुलिसकर्मी ने अपना मकान किराये पर दे रखा है। बुधवार को किरायेदार एक युवती के साथ घूम रहा था। शक के आधार पर वे उस पर निगाह रखने लगे। अचानक वह युवती को अपने कमरे में ले गया। जिसे उन्होंने संदिग्ध हालातों में पकड़ लिया। सूचना पाकर मौका पर पहुंची पुलिस ने दोनों को काबू करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
शहर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

अनुबंध खत्म, अब घरों से इक्ट्ठा नहीं होगा कूड़ा

डबवाली (लहू की लौ) नगर परिषद के स्वच्छता अभियान को तगड़ा झटका लगा है। शहर में घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने वाली पांच गाडिय़ों के चालकों का अनुबंध समाप्त होने पर गाडिय़ों पर ब्रेक लग गये हैं। हालांकि कुछ दिन पूर्व ही नप ने चालकों के मोबाइल नंबर जारी करके अभियान को गति देने की बात कही थी।
घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करते थे वाहन
पिछले करीब डेढ़ वर्ष से नगर परिषद की पांच महिंद्रा गाडिय़ां शहर में घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित कर रही हैं। जिसे बाद में रामबाग क्षेत्र में स्थित डंपिंग प्वाईंट पर पहुंचाया जाता है। इन गाडिय़ों पर नप ने अनुबंध पर चालकों की भर्ती की हुई है। प्रत्येक छह माह बाद उपायुक्त की मंजूरी के बाद अनुबंध की तिथि आगे बढ़ जाती है। इस बार 30 नवंबर को अनुबंध समाप्त हो गया। लेकिन स्वीकृति नहीं मिली। एक हफ्ते तक स्वीकृति का इंतजार करने के बाद चालकों ने हाथ खड़े कर दिये हैं। गाडिय़ों की चाबी नप को सौंप दी है।
बिना पैसा काम नहीं
चालक राजेश, सूरज, शिव कुमार, रोहताश ने बताया कि 30 नवंबर को अनुबंध समाप्त होने पर उन्हें नवंबर माह का वेतन नहीं मिला है। फिर भी उन्होंने हफ्ता भर मुफ्त में गाड़ी चलाई है। मई 2014 में भी इसी प्रकार का मामला था। स्वीकृति न मिलने के कारण उन्होंने माह भर गाड़ी चलाई थी। जिसकी पैगार आज तक नहीं मिली है। वे कई बार नप सचिव से लेकर एसडीएम डबवाली तक गुहार लगा चुके हैं। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। जिसके चलते इस बार मजबूरन उन्हें काम छोडऩा पड़ा है। हालांकि सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला ने उन्हें काम करते रहने की सलाह दी है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि बिना वेतन काम नहीं होगा।
आज तक नहीं मिला पीएफ
अनुबंध आधारित चालकों ने बताया कि उनका मासिक वेतन 9900 रूपये है। जिसमें से हर माह 1400 रूपये पीएफ के नाम पर काटे जाते हैं। अनुबंध समाप्ति पर वे पीएफ की राशि मांगते हैं, तो उन्हें जवाब मिलता है कि आपके हटने के दो माह बाद ही पीएफ मिलेगा। उनका सवाल है कि अगर छह माह बाद अनुबंध समाप्त हो जाता है तो उन्हें पीएफ साथ की साथ मिलना चाहिये।
हालात हो जाएंगे खराब
अनुबंध कर्मचारियों के हाथ खड़े करने से शहर में गंदगी का आलम होने की आशंका है। चूंकि घर में एकत्रित होने वाला कूड़ा लोग इन्हें वाहनों में डंप करते थे। अब लोग कूड़े को बाहर डंप करेंगे। प्रतिदिन 60 टन कूड़ा एकत्रित करने का दावा करने वाली नगर परिषद के लिये उपरोक्त मामला स्वच्छता अभियान के लिये धक्का साबित हो सकता है।

एक माह पहले उपायुक्त को लिखा था
करीब एक माह पूर्व अनुबंध की अवधि बढ़ाने के लिये उपायुक्त को लिखा गया था। अभी मंजूरी नहीं आई है। वहीं चालकों ने काम छोड़ दिया है। चालकों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है। -अविनाश सिंगला, सफाई निरीक्षक, नप

ग्रामीण बता रहे शराब में पुलिस वाले ने ठोकी गाड़ी

पुलिस कह रही गश्त पर थी गाड़ी, अवारा पशु आया आगे

डबवाली (लहू की लौ) मंगलवार रात्रि चौटाला पुलिस की गाड़ी गांव चौटाला में अनियंत्रित होने के बाद पंचायत घर की दीवार के साथ चलते हुये बिजली के पोल से जा भिड़ी। ग्रामीणों का कहना है कि चालक शराब के नशे में धुत्त था। उसके साथ एक ग्रामीण भी था। जो ग्रामीणों को गालियां निकाल रहा था। इससे पहले की उसका मेडिकल होता, सूचना पाकर आये चौकी के कर्मचारी उसे ले गये। इधर चौकी प्रभारी धन सिंह ग्रामीणों के आरोप को निराधार बता रहे हैं। उनका कहना है कि गाड़ी गश्त पर थी। गाड़ी के आगे अवारा पशु आने से अनियंत्रित होकर एक खाल में फंस गई और पोल से टकरा गई। गाड़ी का डंपर पहले ही क्षतिग्रस्त था, कोई खास नुक्सान नहीं हुआ।

खुद हथौड़ा चला काटे चालान

फजीहत के बाद नगर परिषद ने हटाया अपना अतिक्रमण


डबवाली (लहू की लौ) इनेलो कार्यकर्ताओं के विरोध के बाद बुधवार को नगर परिषद ने कार्यालय के आगे अतिक्रमण हटा लिया। खुद एमई जयवीर डुडी ने कर्मचारियों के साथ मिलकर हथौड़ा चलाया। यहीं नहीं कार्यालय का साईन बोर्ड भी खिसका लिया।
चल रहा है अभियान
अदालत के आदेश पर नगर परिषद काफी अरसे से अतिक्रमण के खिलाफ हल्ला बोल अभियान छेड़े हुये है। लेकिन मंगलवार को इनेलो कार्यकर्ताओं ने नप के अतिक्रमण का मुद्दा खड़ा किया था। जिससे नप को फजीहत का सामना करना पड़ा था। नप ने कार्यालय के आगे करीब बारह फुट सड़क रोक रखी थी। इसके साथ-साथ नप का साईन बोर्ड की सड़क पर था। बुधवार सुबह एमई जयवीर डुडी तथा अन्य कर्मचारियों ने हथौड़ा उठाकर खुद ही अतिक्रमण हटा दिया। अतिक्रमण हटाने के तुरंत बाद एमई, सफाई निरीक्षक अविनाश सिंगला अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाते हुये मुख्य बाजार में निकल गये। मुख्य बाजार में नप टीम ने अतिक्रमण करने पर गोरा गारमेंटस, बालाजी गारमेंटस, भगवान दी हट्टी, धवन गारमेंटस, अंकल दी हट्टी के चालान काटकर उनके हाथों में सौंप दिये।
सब्जी मंडी में मची भगदड़
नप टीम जैसे ही सब्जी मंडी में पहुंची तो फड़ी लगाये बैठे लोगों तथा रेहड़ी चालकों में भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। टीम ने चुन्नी लाल मोंगा सब्जी विक्रेता का चालान किया। टीम ने फड़ी लगाकर बैठे एक व्यक्ति का कांटा कब्जे में लिया। सब्जी मंडी के भीतर फड़ी न लगाने की सलाह देकर उसे वापिस कर दिया। इस दौरान कर्मचारियों ने खुद-ब-खुद सब्जी उठाकर दुकानों के भीतर की।
प्रधान जी यूं बात नहीं बनेगी
फड़ी वालों का पक्ष लेने आये सब्जी मंडी आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक गुप्ता को भी नप टीम से खरी-खरी सुननी पड़ी। दरअसल गुप्ता ने फड़ी वालों को सब्जी बरामदे में करने के लिये कहा था। जिस पर कर्मचारियों ने कहा कि प्रधान जी यूं बात नहीं बनेगी, सारा सामान दुकान के भीतर जाएगा या फिर ये लोग घर जाएंगे।


इधर रेहडिय़ों को पलटा
गौशाला के नजदीक जमने लगी सब्जी मंडी असामाजिक तत्वों को रास नहीं आ रही है। मंगलवार रात को ऐसे लोगों ने कई रेहडिय़ां पलट दी। राजेश, कालीचरण, केवल, संजय, प्रवीण, रमेश कुमार ने बताया कि करीब पंद्रह रेहडिय़ां पलटने के कारण रेहडिय़ों के चक्के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये हैं। यहीं नहीं दो रेहडिय़ां भी गायब हो गई हैं। नगर परिषद उनके क्षेत्र में पहरेदार की व्यवस्था करवाये।

छह चालान काटे
अतिक्रमण किसी शर्त पर बर्दाश्त नहीं होगा। एतराज के बाद नप ने कार्यालय के आगे अतिक्रमण खत्म कर दिया है। अतिक्रमण के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत आज छह चालान किये गये हैं।
-जयवीर डुडी, एमई नगर परिषद, डबवाली

बस अड्डा से एक्टिवा चोरी

डबवाली (लहू की लौ) बुधवार को अज्ञात चोर बस अड्डा में खड़ी एक अध्यापिका की एक्टिवा चुरा ले गये। कलोनी रोड़ पर लवकुश पार्क के नजदीक रहने वाले प्रो. राजीव रंजन बजाज की पत्नी कांता बजाज गांव मौजगढ़ स्थित सरकारी विद्यालय में बतौर अध्यापिका कार्यरत है। रोजाना की तरह बुधवार को बस अड्डा में अपनी एक्टिवा खड़ी करके विद्यालय गई थी। शाम करीब सवा 4 बजे जब वापिस लौटकर अपनी एक्टिवा संभाली तो गायब मिली।

पुलिस को गली-सड़ी हालत में दो शव मिले

डबवाली (लहू की लौ) गोरीवाला पुलिस को दो अलग-अलग क्षेत्रों से दो शव बरामद हुये हैं। जिन्हें पहचान के लिये डबवाली के सरकारी अस्पताल में रखा गया है। चौकी प्रभारी एसआई भाना राम ने बताया कि गांव गंगा रकबा में कालूआना माईनर से 70-75 वर्षीय पगड़ीधारी का शव बरामद हुआ है। जिसके सफेद रंग का कुर्ता पहना हुआ है। शव करीब तीन दिन पुराना लगता है। शरीर पर चोट का निशान नहीं है। बेलदार गुरचरण सिंह के ब्यान पर दफा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई की गई है। जबकि दूसरा शव कालूआना रकबा से मम्मड़ माईनर में मिला है। शव पूरी तरह से गली सड़ी अवस्था में है।

खराब रिजल्ट पर विभाग सख्त, मांगा तीन साल का ब्यौरा

वर्तमान समय में बच्चों का लर्निंग लेबल जानने के लिये 15 से होगी परीक्षा, प्रदेश में हुई एक घटना के बाद शौचालयों के लिये जारी हुई राशि

डबवाली (लहू की लौ) प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में निरीक्षण के दौरान शिक्षा के स्तर में मिली गिरावट के बाद हरियाणा शिक्षा विभाग हरकत में आया है। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी स्कूलों से पिछले तीन वर्ष का रिकॉर्ड मांगा है। विभाग इस रिकॉर्ड को खंगालेगा। माना जा रहा है कि रिकॉर्ड जांचने के बाद विभाग खराब रिजल्ट लाने वाले अध्यापकों पर कार्रवाई कर सकता है। शिक्षा विभाग के आदेश मिलने पर बुधवार को बीईओ ने विद्यालयों के मुखियों की बैठक अपने कार्यालय में ली। जिसमें उन्होंने तीन साल का रिकॉर्ड मुहैया करवाने के लिये कहा।
बैठक के बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुये बीईओ संत कुमार ने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिये विभाग ने आदेश पारित किये हैं। जिसमें 10वीं तथा 12वीं कक्षा के साथ-साथ 9वीं तथा 11वीं कक्षा पर फोकस किया गया है। स्कूल प्रिंसीपल को हिदायत दी गई है कि वे पिछले तीन वर्षों का रिकॉर्ड कार्यालय में जमा करवाएं। इस रिकॉर्ड को विभाग के मुख्यालय में भेजा जायेगा। रिकॉर्ड का अवलोकन करने के बाद ही विभाग दिशा-निर्देश जारी करेगा।
20 अंकों की परीक्षा होगी
विभाग ने विद्यार्थियों का वर्तमान लर्निंग लेबल जानने के लिये इसी माह से 20 अंकों की परीक्षा शुरू करने के आदेश दिये हैं। 15 से 20 दिसंबर को पहली से 12वीं कक्षा के बच्चों की परीक्षा ली जायेगी। जिसमें ओवजेक्टिव टाईप प्रश्न पूछे जाएंगे। यह रिपोर्ट बीईओ कार्यालय की मार्फत मुख्यालय में जाएगी। उपरोक्त दोनों चरण पूरे होने के बाद विभाग की उच्च स्तरीय टीम स्कूलों की जांच पर निकलेगी। व्यवस्था में गड़बड़ी को चिन्हित करके उन्हें दूर करने का प्रयास किया जायेगा।
बच्चे की मौत के बाद हरकत में आया विभाग
वहीं प्रदेश के एक सरकारी स्कूल में टॉयलेट की छत गिरने से बच्चे की मौत होने के बाद विभाग हरकत में आया है। एक सवाल के जवाब में बीईओ ने बताया विभाग ने स्कूल प्रबंधन पर भी विशेष जोर देने के निर्देश दिये हैं। खासकर विद्यालयों में बने शौचालयों पर। विभाग ने शौचालयों की मुरम्मत के लिये प्रति विद्यालय करीब 7500 रूपये की राशि भेजी है। एक सवाल का जवाब देते हुये बीईओ ने कहा कि शिक्षा विभाग के आदेशानुसार अब प्रत्येक सरकारी विद्यालय में सप्ताह का एक दिन स्वच्छता के नाम होगा। इसके तहत विद्यालय प्रभारी बच्चों को स्वच्छता के बारे में जानकारी मुहैया करवाएंगे।
शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के साथ-साथ विभाग ने शिक्षकों के लिये एक ओर आदेश जारी किया है। जिसके तहत अब शिक्षकों को अपनी कक्षा के बच्चों का सर्वे करके यह बताना होगा कि कितनों के पास आधार कार्ड है। स्टेटस की रिपोर्ट मुख्यालय जायेगी। बीईओ संत कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग मिशन 2015 लेकर चला है। जिसके तहत उपरोक्त गतिविधियां शुरू की गई है। बैठक में सभी विद्यालय प्रभारियों से रिकॉर्ड की मांग की गई है।

साहब, मैं जिंदा हूं

डबवाली (लहू की लौ) गांव नीलियांवाली का बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिये पिछले डेढ़ वर्ष से संघर्ष कर रहा है। लापरवाहों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर  सरकारी दफ्तरों की सीढिय़ां चढ़कर थक चुके इस बुजुर्ग ने इंसाफ पाने के लिये अदालत की शरण ली है। हजूरा सिंह ने बताया कि दिसंबर 2012 तक उसे निर्बाध रूप से पेंशन मिलती रही। वर्ष 2013 के जनवरी, फरवरी, मार्च तथा अप्रैल माह में उसे सरपंच ने पेंशन दी। मई माह की पेंशन लेने के लिये वह सरपंच के पास गया। उसे ज्ञात हुआ कि सरपंच की मिलीभगत से चार माह की पेंशन गायब की जा चुकी है। जब उसने इसकी आवाज उठाई तो सरपंच ने सितंबर 2013 को उसे मृत घोषित करके उसकी पेंशन बंद कर दी। उसने खुद को जिंदा साबित करने के लिये प्रशासनिक अधिकारियों के आगे फरियाद की। लेकिन किसी ने उसकी पुकार नहीं सुनी। हजूरा सिंह ने उपमंडल  न्यायिक दंडाधिकारी परवेश सिंगला की अदालत में याचिका डालकर गांव के सरपंच व जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है।

चल रही है पेंशन
करीब डेढ़ वर्ष पूर्व हजूरा सिंह पेंशन लेने के लिये नहीं आया था। जिस पर एबसेंट मार्क करके पेंशन को वापिस लौटा दिया गया। लेकिन कर्मचारियों की गलती के कारण एबसेंट की जगह मृत लिखा गया। जिससे पेंशन कट गई। गलती सुधारते हुये विभाग ने पुन: आवेदन करने पर हजूरा सिंह की पेंशन लगा दी। पिछले चार माह से वह पेंशन लेने नहीं आ रहा। पुरानी पेंशन मांग रहा है। -मुखपाल सिंह, सरपंच
गांव नीलियांवाली