12 दिसंबर 2014

हेलमेट पहनने की आदत ने बचाई जिंदगी

डबवाली (लहू की लौ) यातायात नियमों की पालना की जाये तो जान बच सकती है। यह बात वीरवार को नेशनल हाईवे पर एक हादसे को देखकर लोगों को समझ में आई। सिरसा रोड़ पर खालसा स्कूल के नजदीक तेज गति से चल रहे दो बाईक आपस में भिड़ गये। दोनों के चालक सिर के बल सड़क पर जा गिरे। दोनों के पहने हेलमेट चकनाचूर हो गये। हादसे में दोनों के मामूली खरोंचे आईं।
खालसा स्कूल के नजदीक हुआ हादसा
दोपहर बाद करीब दो बजे दो बाईक सिरसा की ओर जा रहे थे। खालसा स्कूल के सामने पहुंचते ही दोनों बाईक आपस में भिड़ गये। हादसा इतना जबरदस्त था कि दोनों बाईक के परखच्चे उड़ गये। दोनों के पहले हेलमेट भी बुरी तरह से टूट गये। राहगीरों ने दोनों को संभाला। गांव अबूबशहर निवासी विक्रम ने अपनी गलती स्वीकार करते हुये कहा कि वह गैस एजेंसी में अपने फार्म जमा करवाने के लिये जा रहा था। इसी दौरान उसने बिना इशारा दिये अपना बाईक डिवाईडर की ओर मोड़ लिया। जिसके चलते पीछे आ रहा बाईक उसमें जा लगा। दोनों बाईक की गति तेज होने के कारण हादसा टल गया। उसके हेलमेट पहनने की आदत ने उसकी जान बचा ली। वह चिनाई मिस्त्री है।
हेलमेट था, वरना जाती जान
दूसरे बाईक चालक जग्गा सिंह ने बताया कि वह खोखर स्थित अकाल अकैडमी में बतौर वाहन चालक तैनात है। डबवाली से वापिस खोखर लौटते समय आगे चल रहे बाईक ने अचानक अपना बाईक उसके आगे कर दिया। जिसकी वजह से हादसा हुआ। हेलमेट पहनने की वजह से उसकी जाच बच गई।
हम भी पहनेंगे हेलमेट
मौका पर रूके राहगीरों तथा उपरोक्त क्षेत्र के दुकानदारों ने हादसे के बाद हेलमेट तथा युवकों की हालत को देखकर कहा कि वे भी दो पहिया वाहन की ड्राईविंग के दौरान हेलमेट पहनने की आदत अपनाएंगे।

हेलमेट पहनना अच्छी आदत
हेलमेट पहनना अच्छी आदत है। वीरवार को नेशनल हाईवे पर हुई घटना से बढ़कर इससे बड़ा सबूत नहीं हो सकता। हेलमेट के कारण ही दोनों चालक बच गये। सिर के बल गिरने से जान जा सकती थी।
-दलीप सिंह, इंस्पेक्टर, शहर थाना प्रभारी, डबवाली

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