12 दिसंबर 2014

आधार कार्ड पर बवाल, बनने हुये बंद

डबवाली (लहू की लौ) शहर में आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वीरवार को कंप्यूटर सेंटरों के आगे लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। जिसके चलते कई सेंटर चालकों को अपना शट्टर डाऊन करना पड़ा।
आधार कार्ड के नाम पर लिये जा रहे थे पैसे : आधार कार्ड के नाम पर अब तक लोगों से मनमर्जी के पैसे ऐंठे जा रहे थे। तहसीलदार मातू राम नेहरा के समक्ष भंड़ाफोड़ होने के एक दिन बाद वीरवार को आधार कार्ड बनने बंद हो गये। गांव घुकांवाली से आधार कार्ड बनाने के लिये अपने बच्चों समेत डबवाली पहुंचे भिंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें मालूम नहीं था कि डबवाली में आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। वह मेहनत मजदूरी करता है। किराये में ही उसके 200 रूपये खर्च हो गये। इधर आधार कार्ड बनाने के लिये डबवाली पहुंचे लखुआना निवासी सुशील कुमार ने बताया कि स्कूलों में बच्चों से आधार कार्ड मांगे जा रहे हैं। उसका खुद का आधार कार्ड बना है। बच्चों को साथ लेकर डबवाली आया था। लेकिन यहां पहुंचने पर पता चला कि आधार कार्ड बनने बंद हो गये हैं। वे लोग अब कहां जाये, किसका दरवाजा खटखटायें।
वीरवार को ऐसे सैंकड़ों मामले सामने आये, जो आधार कार्ड बनाने के इच्छुक थे। पेंशन, राशन तथा सब्सिडी के लिये आधार कार्ड जरूरी होने पर इस महत्वपूर्ण आईडी प्रूफ के लिये लोग मारे-मारे फिरे। लेकिन कहीं से संपूर्ण जानकारी न मिलने पर वापिस अपने गंतव्य लौट गये।
कंपनियों ने हमें लूटा
वर्ष 2011 से आधार कार्ड बना रहे विक्की सिधू ने बताया कि उसने चार निजी कंपनियों के कहने पर उपरोक्त कार्य शुरू किया था। उस समय ढाई लाख रूपये कीमत से चौदह मशीन खरीदी थी। कंपनी ने प्रति आधार कार्ड के लिये सोलह रूपये देने का वायदा किया था। करीब 1 लाख 90 हजार आधार कार्ड बनाये थे। लेकिन कंपनियों की ओर उसके अभी तक 12 लाख रूपये बकाया हैं। वहीं ढाई लाख रूपये में आई एक मशीन को उसे महज 45 हजार रूपये में बेचना पड़ा। इस हालत में उसने कंपनियों को उपरोक्त आधार कार्ड के डॉक्यूमेंट जमा नहीं करवाये। कंपनी तथा सरकार में वे फंस गये हैं। वे अब तक मुफ्त में आधार कार्ड बना रहे थे। जो बंद कर दिये हैं।
इधर नई अनाज मंडी रोड़ पर आधार कार्ड बना रहे कृष्ण कुमार ने बताया कि वे लोग कंपनियों की ठगी का शिकार हुये हैं। कंपनियां मशीन रिचार्ज करने के नाम पर उनसे हजारों रूपये वसूलती हैं। जबकि आधार कार्ड बनाने पर फूटी कौड़ी नहीं दे रहीं। हालांकि वे आधार कार्ड बनाने का शुल्क नहीं ले रहे। बल्कि आधार कार्ड के लिये अप्लाई फार्म का प्रिंट करने या फिर फोटो कॉपी करने के रूपये लेते हैं। जोकि उनका कार्य है। किसी विवाद में पडऩे की अपेक्षा कार्य बंद कर दिया है।

किसी को आधार बनाने से रोका नहीं
किसी को आधार कार्ड बनाने से रोका नहीं गया है। बल्कि शुल्क लेने से रोका गया है। आधार कार्ड का कोई शुल्क नहीं। संबंधित एजेंसी के पास आने वाले डॉक्यूमेंट सरकार के पास जमा होते हैं। अगर बिना मंजूरी के कोई आधार कार्ड बना रहा था, तो जांच का विषय है। इस संबंध में जल्द प्रोग्रामर ऑफिसर से बात करूंगा, ताकि लोगों को परेशानी न हो।
-मातू राम नेहरा, तहसीलदार, डबवाली

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