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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

25 नवंबर 2024

खौफनाक! समलैंगिक संबंधों में अड़ंगा बनता था पति, पत्नी ने तांत्रिक के साथ मिलकर की हत्या


बठिंडा (लहू की लौ) पंजाब के तलवंडी साबो के गांव गाटवाली से एक भयावह हत्या की खबर सामने आई है। यहां एक तांत्रिक गुरप्रीत कौर ने अपनी चेली सुखबीर कौर के पति बलवीर सिंह की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद, मृतक के शव को छुपाने के लिए उसे जमीन में 7 फीट नीचे दबा दिया। मृतक बलवीर सिंह 18 नवम्बर से लापता था, जिसके बाद उसके परिवार ने उसकी तलाश शुरू की थी।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक का शव तांत्रिक गुरप्रीत कौर के रिश्तेदार के घर के पीछे दबा हुआ पाया गया।

घटना की जानकारी

मृतक बलवीर सिंह की पत्नी सुखबीर कौर और तांत्रिक गुरप्रीत कौर के बीच पिछले तीन साल से गहरे संबंध थे। जानकारी के अनुसार, दोनों के बीच समलैंगिक संबंध थे, और ये संबंध पति बलवीर सिंह के लिए एक अड़ंगा बन चुके थे। इसी दौरान 18 नवम्बर को बलवीर सिंह लापता हो गया। उसके परिवार ने कई दिन उसकी तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अंत: बलवीर सिंह के भाई प्रहलाद सिंह ने पुलिस को सूचना दी और तांत्रिक महिला गुरप्रीत कौर पर शक जाहिर किया।

डीएसपी राजेश स्नेही और थाना प्रभारी सरबजीत कौर की देखरेख में पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने जब मृतक की पत्नी सुखबीर कौर और तांत्रिक गुरप्रीत कौर से सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मिलकर बलवीर सिंह की हत्या की थी। तांत्रिक गुरप्रीत कौर ने बताया कि उसने बलवीर सिंह को मारकर पहले अपने घर में रखा और फिर उसे अपने रिश्तेदार के घर के पीछे दबा दिया।

इसके बाद, पुलिस ने रविवार को बलवीर सिंह का शव घर के पीछे दबा हुआ बरामद किया। पुलिस ने इस जघन्य अपराध के बाद पांच आरोपियों के खिलाफ हत्या, साजिश और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने तांत्रिक गुरप्रीत कौर और मृतक की पत्नी सुखबीर कौर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि बाकी के आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस का बयान

डीएसपी राजेश स्नेही ने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस मामले में कुल पांच लोग शामिल हैं, जिनमें तांत्रिक गुरप्रीत कौर और मृतक की पत्नी सुखबीर कौर को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस अन्य आरोपियों की पहचान कर रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा। 

23 नवंबर 2024

गांव पन्नीवाला मोरीकां में नशा पीडि़त युवक की मौत

एक ग्रामीण ने लिखा : अगर इसी तरह चलता रहा तो ज्यादा टाईम नहीं लगना पिंड खाली होन च


डबवाली(लहू की लौ) नशा गांवो में युवाओं को लील रहा है। कुछ ग्रामीण सरेआम कहने लगे हैं कि यदि नशे से युवाओं की मौत होती रही तो एक दिन गांव भी खाली होने में समय नहीं लगेगा। यह मामला गांव पन्नीवाला मोरिकां का है। गांव में नशे पीडि़त एक युवक की मौत के बाद कुछ नौजवान ने इंटरनेट मीडिया पर भी ऐसा मैसेज लिख कर डाला है। यहां बुधवार को एक नौजवान युवक की मौत हो गई थी। जिसे ग्रामीण नशा पीडि़त युवक बताते हैं। लेकिन परिवार वालों ने किसी भी प्रकार की पुलिस कार्यवाही या सूचना किसी को उपलब्ध नहीं करवाई है। 

यह है मामला 

ग्रामीण बताते है कि गांव में पिछले 9-10 माह में 10 से 12 नशा पीडि़त युवक नशे की बलि चढ़ गये हैं। दो माह पूर्व नशा पीडि़त की मौत हुई थी जिसने रात को इंजेक्शन लगाया था लेकिन वह युवक गांव में बनी  नाली भी पार नहीं कर सका था। जो कि सुबह करीब 4 बजे नाली में मुंह के बल टीका लगा मृत अवस्था में मिला था। तब भी किसी ग्रामीण ने पुलिस को सूचना देने की कोशिश नहीं की। उस युवक की उम्र महज 16 से 17 साल बताई जाती है।

इधर बुधवार को भी संदीप नामक युवक की मौत हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि युवक नशा करने का आदी था। लेकिन बुधवार को उसकी मौत का कारण उन्हें पता नहीं। संदीप के भाई की मौत भी लगभग दो वर्ष पूर्व नशे के कारण हो गई थी। माता पिता के दो ही बेटे थे। जो नशे ने छीन लिये। एक ग्रामीण ने अपने इंटरनेट मीडिया पर युवक की मौत के बाद लिखा है कि गांव पन्नीवाला मोरीकां में नशे से मरने वाले युवकों की उम्र महज 16 से 26 साल ही है। एक घर के दो बच्चे थे, दोनों ही नशे की भेंट चढ़ गये। इसी तरह चलता रहा तो ज्यादा टाईम नहीं लगना पिंड खाली होन च, पर ओऊदों बहुत दुख लगदा है जदों कोई महीने दो महीने बाद युवा नशे दी बलि चढ़ जादां है।


अब प्रशासन और ग्रामीणों में नशे के खिलाफ आगे कौन आयेगा

नशा गांव में चारों तरफ फैला है, यह ग्रामीण खुलकर बोलते हैं। लेकिन पुलिस को सूचना देने और जिनकी मौत नशे से हो चुकी है, उनके बारे में खुलकर बताने से गुरेज करते हैं। कहते हंै जाने वाला चला गया है। अब उनका नाम बताने से परिवार वालों को दुख होगा। लेकिन ग्रामीण सरकार और प्रशासन से गांव में नशा मुक्ति के लिए अभियान चलाने की गुहार तो लगाते हैं। लेकिन प्रशासन को नशे के कारण हुई मौतों के बारें में बताने से गुरेज कर रहे हैं। जितने भी ग्रामीणों से बात हुई बस उन्होंने अपना नाम ना छापने को कहा। लेकिन गांव में नशे के खिलाफ लडऩे को हर कोई आगे आने को दिखा। पहल कौन करेगा। अब प्रशासन और ग्रामीणों में नशे के खिलाफ आगे कौन आयेगा। यह अब भविष्य में देखना होगा।


काले पीलिया और एचआईवी पॉजीटिव!

ग्रामीणों ने यह भी दावा किया है कि यदि प्रशाासन की ओर से गांव में मैडीकल चैकअप कैम्प लगता है तो नशा पीडि़तों की संख्या तो काफी निकलेगी। साथ में नशा पीडि़त काले पीलिया और एचआईवी पॉजीटिव भी मिलेंगे। क्योंकि एक ही सीरींज को अपने नशे की तड़प मिटाने के लिए प्रयोग करते थे।

23 Nov. 2024





 

ओढ़ां में कार चालक ने स्कूटी व बाइक को मारी टक्कर, एक महिला की मौत

तीनों घायलों की हालत गंभीर अग्रोहा मेडिकल कालेज रैफर  


ओढ़ा (लहू की लौ) ओढ़ा में एक प्राइवेट स्कूल के पास एक कार, स्कूटी व मोटरसाइकिल में टक्कर हो गई। जिसमें स्कूटी पर सवार महिला रेणू कौर की मौत हो गई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ओढ़ा में एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं होने के कारण घायलों को जसविन्द्र सिंह व गौरा सोनी ने निजी वाहनों से अस्पताल पहुंचाया। बताया जाता है कि 37 वर्षीय रेणु कौर रोजाना कक्षा 10 में पढ़ रही अपनी बेटी शुभदीप को छुट्टी के बाद 3 बजे स्कूटी पर जैसे ही स्कूल से बाहर सडक़ पर आई तो कालांवाली की तरफ से तेज रफ्तार वर्ना कार ने स्कूटी व एक मोटरसाइकिल को अपनी चपेट में ले लिया। दुर्घटना में स्कूटी पर सवार दोनों मां बेटी व बाइक पर सवार पिता डिप्टी सिंह व उसकी बेटी सिमरजीत कौर चारों गंभीर रूप से घायल हो गए। चारों घायलों को अस्पताल ओढ़ा से नागरिक अस्पताल सिरसा रैफर कर दिया गया। अस्पताल की एम्बुलेंस खराब होने पर स्टाफ ने सिरसा से एम्बुलेंस को बुलाया जो करीब एक घंटे बाद ओढ़ा पहुंची। लेकिन तब तक घायलों के परिजन उनकों निजी वाहनों से लेकर सिरसा पहुंच गए थे जिसको लेकर गांववासियों में रोष व्याप्त है। 

गांववासी जसविन्द्र सिंह, भाल सिंह, सुखपाल सिंह, रामकुमार, बलदेव सिंह बताया कि कई दिनों से अस्पताल में एम्बुलेंस खराब है। इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को भेज रखी है लेकिन अभी तक किसी ने गौर नहीं किया। एम्बुलेंस नहीं होने से मरीजों को बड़ी परेशानी हो रही है और मरीजों को अपने निजी वाहन अथवा किराये पर साधन करके सिरसा जाना पड़ता है। सूचना मिलने पर ओढ़ा पुलिस मौका पर पहुंची और आगामी कारवाई कर रही है।

62.33 ग्राम अफीम के साथ तीन आरोपी गिरफ्तार


डबवाली(लहू की लौ)डबवाली पुलिस ने नशीले पदार्थों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से एक कार में 62.33 ग्राम अफीम बरामद हुई है। यह कार्रवाई पुलिस ने डबवाली कोर्ट के पास


की।

पुलिस टीम, जिसमें एएसआई दलबीर सिंह, कांस्टेबल कुलदीप सिंह, और सिपाही प्रवीण कुमार शामिल थे, गश्त के दौरान चौटाला रोड़ से डबवाली की ओर जा रही थी। कचहरी गेट के पास सफेद रंग की मारुति सुजुकी रिटीज कार खड़ी देखी गई। पुलिस को देख वाहन में बैठे तीनों व्यक्तियों ने भागने की कोशिश की, लेकिन गाड़ी बंद हो गई।


शक के आधार पर पुलिस ने तीनों को पकड़ा और उनकी पहचान पवन कुमार पुत्र बनवारी लाल, पवन कुमार पुत्र मदन लाल और भजन लाल पुत्र फुला राम (सभी निवासी रामपुरा बिश्नोईयां, जिला सिरसा) के रूप में हुई।

तलाशी और बरामदगी : आरोपियों ने गाड़ी की तलाशी के लिए राजपत्रित अधिकारी की मांग की। इसके बाद डीएसपी किशोरी लाल मौके पर पहुंचे। तलाशी में गाड़ी के गियर लीवर के पास से एक पारदर्शी पैकेट में 62.33 ग्राम अफीम बरामद हुई।

आरोपियों का बयान : पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह अफीम उन्होंने बलकरण सिंह पुत्र मघर सिंह, निवासी जंडवाला जाटान से खरीदी थी।

कानूनी कार्रवाई : आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 17क्च/61/85 के तहत मामला दर्ज किया गया है। गाड़ी और नशीले पदार्थों को जब्त कर लिया गया है। मामले की आगे की जांच एएसआई जोगिंदर सिंह को सौंपी गई है।

सत्ता की भूख में लोकतंत्र को भूल गई भाजपा : कुमारी सैलजा

चंडीगढ़(लहू की लौ)अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस की जीत का दावा करते हुए कहा कि भाजपा में सत्ता की भूख इस कदर हावी है कि वह लोकतंत्र और संविधान तक को भूल गई, आज भाजपा लोकतंत्र मिटाने में लगी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के मद में चूर भाजपा ने लोकतंत्र और संविधान को ताक पर रख दिया है।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा का लोकतंत्र में विश्वास रहा ही नहीं है, देश ने महाराष्ट्र में भाजपा का असली चेहरा देख लिया है, किस प्रकार से मतदाताओं को लुभाने के लिए उनके वोट  खरीदे गए। एक वरिष्ठ भाजपा नेता पर नोट बांटने के आरोप लगे सभी ने देखा, कैसे लोकतंत्र की हत्या करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सत्ता के लिए राजनीतिक दलों में तोडफ़ोड़ का काम शुरू कर रखा है, महाराष्ट्र में किस प्रकार शिवसेना और एनसीपी में तोडफ़ोड़ कर सरकार बनाई क्योंकि भाजपा को लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास रहा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सदा ही जनता को गुमराह करती आई है पर अब जनता भाजपा  के जाल में फंसने वाली नहीं है, जनता सच जान चुकी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है, उन चुनाव में भी इंडिया गठबंधन शानदार प्रदर्शन करने जा रहा है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि ईवीएम का मुद्दा कांग्रेस की ओर से चुनाव आयोग के समक्ष उठाया गया था पर चुनाव आयोग ने जो जवाब दिया उससे सब हैरान हैं। उन्होंने कहा कि ईवीएम को लेकर कांग्रेस अपना पक्ष हर मंच पर उठाती रहेगी। उन्होंने कहा कि सत्ता की भूख में भाजपा लोकतंत्र को भूल चुकी है। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार कांग्रेस है और वे कांग्रेस को छोडक़र कभी भी कहीं जाने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता को गुमराह करने में लगी हुई है, झूठी घोषणाएं करना  और फिर उन्हें पूरा न करना यहीं भाजपा की विशेषता है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव नतीजे बता देंगे कि जनता बदलाव चाहती है।

22 नवंबर 2024

22 Nov. 2024





 

नीलकंठ पैलेस व एयरटेल टावर से हजारों का सामान चोरी


डबवाली (लहू की लौ)डबवाली के नीलकंठ पैलेस को बुधवार और वीरवार की मध्यरात्रि चोरों ने अपना निशाना बनाते हुए बिजली का सामान चोरी कर फरार हो गये। वहीं एक टावर के जनरेटर की बैंटरी भी चोरी कर फरार हो गये।

यह है वारदात

नीलकंठ पैलेस के प्रताप गोदारा ने बताया कि उनके पैलेस में ही एयरटेल कम्पनी का टॉवर लगा हुआ है लेकिन रात को लाईट ना होने के वजह कंपनी के मोबाईलों की रेंज आनी बंद हो गई थी। जिस पर कंपनी के कर्मचारियों ने सुबह जनरेटर के स्टार्ट न होने का कारण देखा तो उसमें से बैंटरी गायब थी। इसकी सूचना टावर वालों ने उसे दी। जब उसने पैलेस में चैक किया तो पैलेस से एक एसी, पंखे, कॉपर वॉयर तथा स्टोर रूम से सामान गायब था। जिसकी सूचना उन्हें पुलिस को भी दर्ज करवाई है। गोदारा के अनुसार करीब लाख डेढ़ लाख का सामान उनका पैलेस से चोर चोरी कर फरार हो गये।

पहले भी तीन बार बैंटरियां चोरी

बताया जाता है एयरटेल के टॉवर से पहले भी तीन बार बैंटरियां चोरी हो चुकी हंै। लेकिन चोर पुलिस की पकड़ में ही नहीं आये। आज फिर बैंटरी चोरी हो गईं। जिसकी कीमत लगभग 12 हजार रूपये थी।

बता दें कि गांव सांवतखेड़ा में लगे जीओ के टॉवर से भी 12 नवम्बर को 3.60 लाख रूपये कीमत की बैंटरियां चोरी हो गई थीं। लेकिन उनका भी अभी तक पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पाई है। 

एएनसी स्टॉफ पर नाबालिग बच्चों को डराने का आरोप, एसपी से की शिकायत

एएनसी स्टॉफ प्रभारी ने आरोपों को किया खारिज

डबवाली(लहू की लौ)गांव मलिकपुरा निवासी जसवीर सिंह ने एएनसी (एंटी-नारकोटिक्स सेल) स्टाफ पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उनके नाबालिग बच्चों को डराया गया, जिससे बच्चे मानसिक तनाव में आ गए और उन्होंने तीन दिन से खाना-पीना छोड़ दिया है। इस संबंध में उन्होंने डबवाली के एसपी सिद्धांत जैन को एक वीडियो समेत शिकायत दी है।

क्या है मामला?

जसवीर सिंह के अनुसार, 16 नवंबर को उनके बच्चे गांव से डबवाली किताबें खरीदने और सैलून जाने के लिए कार पर निकले थे। रास्ते में कॉलोनी रोड़ पर बिना वर्दी में तीन-चार लोग आए और गाड़ी के शीशे जोर-जोर से खटखटाने लगे। जब बच्चों ने दरवाजा खोला, तो उनमें से एक व्यक्ति गाड़ी में बैठ गया बच्चों को पुलिस लिखी जगह पर ले गया।

उनका आरोप है कि उनसे पूछताछ की गई और काला सिंह के बारे में जानकारी मांगी गई। बच्चों ने डर के मारे अपने पिता को फोन किया और रोते हुए घटना की जानकारी दी। जसवीर सिंह का कहना है कि पुलिस ने उनके बच्चों को बेवजह परेशान किया और धमकी दी। उन्होंने दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

एएनसी स्टाफ का पक्ष

एएनसी स्टाफ के प्रभारी एसआई सुरेश कुमार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें सूचना मिली थी कि इलाके में नशे की तस्करी हो रही है। इसी आधार पर गाड़ी को रोका गया और भीड़ से अलग हटकर चेकिंग की गई। हालांकि, गाड़ी में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।

एसआई सुरेश ने कहा कि जसवीर सिंह के आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मलिकपुरा निवासी जसवीर सिंह के खिलाफ पहले से ही एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं।


पूर्व सीआईए इंचार्ज अजय कुमार को रिश्वत मामले में 4 साल की सजा


डबवाली (लहू की लौ) सिरसा की सेशन कोर्ट ने गुरुवार को पूर्व सीआईए इंचार्ज और सब-इंस्पेक्टर अजय कुमार को रिश्वत लेने के मामले में दोषी करार देते हुए 4 साल की सजा और 15 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। अजय कुमार को स्टेट विजिलेंस ब्यूरो ने 5 जुलाई 2021 को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
14 नवंबर को दोषी करार दिया गया
सेशन कोर्ट ने 14 नवंबर को अजय कुमार को भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी का दोषी ठहराया था। एसआई अजय कुमार 14 नवंबर 2021 तक सिरसा पुलिस के एटीवी स्टाफ का इंचार्ज था।
जमानत याचिका 5 बार खारिज
गिरफ्तारी के बाद अजय कुमार ने अतिरिक्त सत्र न्यायालय में 5 बार जमानत के लिए याचिका लगाई थी, लेकिन हर बार उसकी याचिका खारिज कर दी गई।
एनडीपीएस के आरोपी के परिवार से रिश्वत मांगी
मामले की शुरुआत हुड्डा सेक्टर, सिरसा के सुक्खा सिंह की शिकायत से हुई। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके पिता बलदेव सिंह, जो एनडीपीएस एक्ट के तहत जेल में बंद थे, कोरोना संक्रमण के समय पैरोल पर बाहर आए। हार्ट की बीमारी के चलते बलदेव समय पर जेल नहीं लौट सके, जिसके बाद उनके खिलाफ वारंट जारी हुआ।
15 जून 2021 को डबवाली सीआईए इंचार्ज अजय कुमार ने बलदेव सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उसने पूरे परिवार को गिरफ्तार करने की धमकी दी और बचने के लिए तीन लाख रुपए रिश्वत मांगी।
एसपी के नाम पर मांगे अतिरिक्त 2 लाख रुपए
सुक्खा सिंह ने अजय कुमार को एक लाख रुपए पहले ही दे दिए थे। इसके बाद अजय ने कहा कि एसपी साहब ने दो लाख रुपए और मांगे हैं।
विजिलेंस ने रंगे हाथों पकड़ा
5 जुलाई 2021 को डीएसपी कैलाश के नेतृत्व में विजिलेंस टीम ने कार्रवाई करते हुए अजय कुमार को सुक्खा सिंह की दुकान पर बुलाया। जब अजय कुमार ने दो लाख रुपए लिए, तो विजिलेंस टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
4 साल की सजा और जुर्माना
सेशन जज वाणी गोपाल शर्मा ने गुरुवार को अजय कुमार को दोषी मानते हुए 4 साल कैद और 15 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई।

विश्व यूनिवर्सिटी चैंपियन सिमरनप्रीत कौर बराड़ का कॉलेज पहुंचने पर भव्य स्वागत

बादल(लहू की लौ) दसमेश गर्ल्स कॉलेज बादल की होनहार छात्रा सिमरनप्रीत कौर बराड़ ने दिल्ली में आयोजित विश्व यूनिवर्सिटी शूटिंग चैंपियनशिप में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल मुकाबले में टीम गोल्ड और  कांस्य पदक जीतकर विश्व स्तर पर देश का नाम रोशन किया। उल्लेखनीय है कि सिमरनप्रीत ने पहले भी वर्ल्ड कप जूनियर 25 मीटर पिस्टल मुकाबले में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था।

सिमरनप्रीत ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय जर्मनी में जीते गए मेडल के अनुभव, अपनी शूटिंग कोच वीरपाल कौर और कॉलेज में उपलब्ध शूटिंग रेंज की सुविधाओं को दिया, जिनकी बदौलत उन्होंने इस ऊंचाई को छुआ।

कॉलेज पहुंचने पर कॉलेज प्रबंधन, प्रिंसिपल डॉ. एस.एस. संघा, डॉ. वनिता, और समस्त स्टाफ ने सिमरनप्रीत का भव्य स्वागत किया और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

सिल्वर जुबली चौक का सौंदर्यीकरण कार्य शुरू, नगर परिषद खर्च करेगी 31 लाख रुपये


डबवाली(लहू की लौ)डबवाली का प्रसिद्ध सिल्वर जुबली चौक, जो पिछले लंबे समय से जर्जर हालत में था, अब नए रूप में नजर आएगा। नगर परिषद ने चौक के सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू कर दिया है, जिसमें लगभग 31 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इस परियोजना का शुभारंभ नगर परिषद के चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा ने नारियल फोडक़र किया।

सौंदर्यीकरण की योजना

नगर परिषद के वाइस चेयरमैन अमनदीप बांसल ने जानकारी देते हुए बताया कि सिल्वर जुबली चौक के सौंदर्यीकरण के तहत चौक के चारों ओर ग्रेनाइट पत्थर और स्टील की ग्रिल लगाई जाएगी। इसके अलावा, चौक के मध्य में हरियाली बढ़ाने के लिए पौधे और घास लगाए जाएंगे।

बांसल ने बताया कि यह परियोजना शहर के सौंदर्य और विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। चौक को जर्जर हालत से बाहर निकाल कर इसे शहर का आकर्षण केंद्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर पूर्व पार्षद पवन बांसल और ठेकेदार के मुलाजिम भी उपस्थित थे।

डिवाइडर का भी होगा सौंदर्यीकरण

इसके साथ ही नगर परिषद ने एनएच (राष्ट्रीय राजमार्ग) पर स्थित डिवाइडरों को भी सुंदर बनाने की योजना बनाई है। डिवाइडरों के बीच में हरियाली बढ़ाने के लिए पौधे लगाए जाएंगे और उन्हें आकर्षक बनाया जाएगा। यह योजना शहर को पर्यावरण के अनुकूल और अधिक खूबसूरत बनाने की दिशा में एक और कदम है।

पहले भी खर्च हुए लाखों, लेकिन गुणवत्ता पर सवाल

गौरतलब है कि इससे पहले भी सिल्वर जुबली चौक पर लाखों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। चौक को छोटा करने के नाम पर भारी बजट लगाया गया था, लेकिन निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।

उस समय के  विधायक अमित सिहाग ने चौक का दौरा किया था, लेकिन जमीनी स्तर पर सुधार की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। परिणामस्वरूप, चौक की स्थिति और खराब हो गई। अब इस नए सौंदर्यीकरण परियोजना के तहत चौक को पूरी तरह से नया स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है।

शहर के लिए नई उम्मीद

इस बार की योजना और कार्यों की गुणवत्ता पर सभी की निगाहें टिकी हैं। चौक के सौंदर्यीकरण का यह प्रयास डबवाली को न केवल बेहतर बुनियादी ढांचा देने का काम करेगा बल्कि शहरवासियों के लिए गर्व का विषय भी बनेगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 31 लाख रुपये से हो रहा यह सुधार कब तक टिकाऊ साबित होता है।

डबवाली में 34000 क्विंटल धान बिकने की इन्तजार में

15 नवंबर तक फसल मंडी में लाने वाले किसानों का सरकार समर्थन मूल्य पर खरीदे धान-कामरा

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली में लगभग 34000 क्विंटल धान  बिकने की इन्तजार में है। हरियाणा सरकार द्वारा एमएसपी पर 2320/-रुपये प्रति के हिसाब से जितना क्षेत्र मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर दर्ज है, लेने का लक्ष्य रखा था और खरीद की अंतिम तिथि 15 नवंबर थी। हैफेड और डीएफसी ने यह खरीद करनी थी लेकिन अंतिम तारीख को 58000 क्विंटल मे से लगभग 24000 क्विंंटल के लगभग खरीद हुई बाकी 34000 क्विंंटल की खरीद नहीं की गई यह बहाना बनाकर कि डबवाली के शैलरों का कोटा पूरा हो गया है।

डबवाली आढ़ती एसोसिएशन के पूर्व प्रधान व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के अध्यक्ष व आढ़ती ऐसोसिएशन के प्रदेश प्रैस सचिव गुरदीप कामरा दर्दी ने  इस पर कहा कि जब सरकार को पहले पता होता है कि कितना धान मंडी में आएगा तो समय रहते इसके लिए क्यों नहीं योजना बनाई गई जो किसान 15 तारीख तक मंडी में अपना धान ले आए उनका धान समर्थन मूल्य पर सरकार को खरीदना चाहिए। आगे दर्दी ने इस बात की जानकारी डीएफएससी मुकेश कुमार को कर दी गई है और उन्होंने इस बारे में अपनी जांच भी की है। इसके अलावा प्रदेश ऐसोसिएशन व सरकार के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में भी यह बात पहुंचा दी है। अब सरकार के पाले में यह है कि वो क्या निर्णय लेती है, यदि अभी भी खरीद नहीं की तो कामरा ने कहा कि सुबह जिन किसानों की अभी धान नहीं बिकी उनसे मीटिंग कर आगे रणनीति तय करेंगें।

सरकार से मांग की एक दिन के लिए उन किसानों की.समर्थन मूल्य पर खरीद जरूर करें जो 15 नवंबर से पहले फसल मंडी में ले आऐ थे। ताकि अपनी फसल बेचने में पेरशानी ना हो। ज्ञात रहे साथ लगते पंजाब प्रदेश में ये ही खरीद 30 नवंबर तक जारी रहेगी। कामरा ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द फैसला न लिया तो किसान और आढ़तिया मिल कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।

सीएम के जहाज के साथ उड़े अधिकारियों के वायदे

आज भी इन्तजार में दिन निकल गया कि खरीद होगी लेकिन दिन भर सभी अधिकारी यह कहते दिखे थोड़ी देर में आदेश आ सकता है, खरीद होगी। ज्ञातव्य रहे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जब तक सिरसा में रहे तब तक सभी अधिकारी यह कहते रहे जरूर खरीद होगी। लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री हवाई जहाज में बैठे, अधिकारियों के वायदे भी जहाज के साथ उड़ गए। अब अफसरों की भाषा में कुछ अलग रवैया है।

21 नवंबर 2024

21 Nov. 2024





 

आढ़तिया का मोबाईल छीनकर मोटरसाईकिल सवार फरार

तीन दिन में मोबाइल छीनने की दूसरी वारदात को अंजाम दे पुलिस को दी चुनौती 

डबवाली (लहू की लौ) अग्निहोत्री हस्पताल के पास मोटरसाईकिल सवार तीन युवक एक आढ़तिया का मोबाईल छीनकर फरार हो गये। यह सारी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुई है। वारदात की सूचना पाकर मौके पर डीएसपी शहर रमेश कुमार मौके पर पहुंचें और वारदात की सारी जानकारी ली।  

यह है वारदात 

बुधवार शाम को अग्निहोत्री हस्पताल के पास ही स्थित बारबर शॉप पर शेव करवाने के लिये गया था। कुछ समय बाद जब वह बाहर निकला और हस्पताल के पास जाकर फोन निकालकर फोन करने लगा तो इतने में एक मोटरसाईकिल पर सवार तीन युवक उसे देखकर आगे निकल गये। बाद में मोटरसाईकिल वापिस घुमाते हुए विक्की नामक आढ़तिया का मोबाईल छीन कर फरार हो गये। आढ़तिया पैदल ही मोबाईल छीनने वाले युवकों के पीछे भागा लेकिन युवक उसके हाथ में नहीं आई। यह सारी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरा में भी कैद हुई है। मोबाईल छीनने की सूचना पाकर मौके पर तुरंत डीएसपी सीटी रमेश कुमार तथा गोल बाजार पुलिस चौकी प्रभारी जगपाल सिंह तथा अन्य पुलिस मुलाजिम मौके पर पहुच गये। यह घटना शाम को करीब 6:49 पर घटित हुई। 


दो दिन पूर्व भी हुई थी मोबाईल छीनने की वारदात

सोमवार को भी नई सब्जी मंडी क्षेत्र में ट्रक ड्राईवर प्रधान जाट से मोटरसाईकिल सवार तीन युवक मोबाईल छीनकर फरार हो गये थे। अभी तक इस वारदात को पुलिस सुलझा नहीं सकी है। ऊपर से मोटरसाईकिल सवरों ने मोबाईल छीनने की दूसरी वारदात को अंजाम देकर पुलिस को सीधे तौर पर चुनौती देने का कार्य किया है।

पंजाब बस रोड़वेज कंडक्टर से लूट की वारदात की गुत्थी सुलझी



डबवाली (लहू की लौ) पुलिस अधीक्षक डबवाली सिद्धांत जैन  ने बताया कि पुलिस जिला डबवाली में काफी दिनों से लूट व स्नैचिंग की वारदातों को देखते हुए उप-पुलिस अधीक्षक कालांवाली राजीव कुमार के कुशल नेतृत्व में सी आई ए स्टाफ डबवाली की पुलिस टीम ने अपने महत्वपूर्ण गुप्त सुराग जुटाते हुए वारदात में प्रयोग गाड़ी सहित तीन नौजवानों को काबू करने मे सफलता हासिल की है जिनकी पहचान साहिल उर्फ पैट्रोल पुत्र संजय कुमार, मोहित उर्फ गोगा पुत्र तरसेम लाल,  हर्ष उर्फ ज्ञानी पुत्र सुक्खा सिंह वासीयान वार्ड न.6 सुंदरनगर मंडी डबवाली के रूप मे हुई है ।

 जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने बताया कि दिनांक 03.11.24 को कंडक्टर गुरलाल सिंह पुत्र सतनाम सिंह वासी गांव मटदादू ने अपनी शिकायत मे बताया कि वह पंजाब रोडवेज मे बतौर कंडक्टर काम करता है जो पंजाब रोडवेज बस प्रतिदिन मलेरकोटला से डबवाली आकर रात को बस अड्डा डबवाली मे रुकती है जो ड्यूटी समाप्त करने पर वह अपने घर चला जाता है रोजाना की तरह ड्यूटी समाप्त होने पर दिनांक 03.11.24 को वह सांय करीब 8 बजे अपने मोटरसाईकिल पर कंडक्टर वाला बैग लेकर जिसमे टिकट मशीन, 15 हजार रुपए व टिकट, व मोबाईल फोन था जब वह मोटरसाइकिल से अपने गांव मटदादू में जा रहा था तो तो गांव मसीतां से थोड़ा आगे पावर हाउस के पास पहुंचा तो पीछे से एक गाड़ी आई और उसमे से 2-3 बंदे उतरे और उसका मोटरसाइकिल रूकवाकर कंडक्टर बैग मे रखी मशीन व नगदी छीनकर भाग गए जिस पर अभियोग नम्बर 533/24 धारा 126/3(5)/304 क्चहृस् थाना सदर डबवाली दर्ज रजिस्ट्रर किया गया था।

इस संबंध मे जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक डबवाली ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह नशा पूर्ति व अपने शौक पूरे करने के लिए लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते थे जो इस दिन भी आरोपियों को पंजाब जाना था जिनके पास गाड़ी मे तेल डलवाने, खाने-पीने व नशा-पूर्ति के लिए पैसे नहीं थे जिन्होंने उक्त शौक पूरा करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से सडक़ पर जा रहे मोटरसाइकिल सवार को अकेला पाकर वारदात को अंजाम दिया था जो कुछ समय पहले अबूबशहर के पास भी लूटपाट की वारदात की थी । आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान पूछताछ कर लूट व स्नैचिंग की अन्य वारदातों बारे मालूम किया जाना तथा घटना में प्रयुक्त राड, डंडे, टिकट काटने की मशीन, नगदी बरामद की जानी है । जो दौराने रिमांड अन्य वारदातों का भी खुलासा हो सकता है । मामले में अन्य आरोपियों को भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा।


आरोपियों की वारदात निम्न प्रकार से है-

आरोपी:- मोहित उर्फ गोगा पुत्र तरसेम लाल वासी वार्ड न.6 सुन्दर नगर मंडी डबवाली

1.मु.न.54/23 धारा 394/34 ढ्ढक्कष्ट & ्रह्म्द्वह्य ्रष्ह्ल थाना शहर डबवाली

2.मु.न.55/23 धारा 398/401 ढ्ढक्कष्ट  थाना शहर डबवाली

3.मु.न.647/23 धारा 323/341/506/34 ढ्ढक्कष्ट  थाना शहर डबवाली

4.मु.न.323/24 धारा 115/351(2) क्चहृस्  थाना शहर डबवाली

5.मु.न.353/24 धारा 190/191(2)/296/351(2)  क्चहृस् थाना शहर डबवाली

आरोपी:- साहिल उर्फ पैट्रोल पुत्र संजय कुमार वासी वार्ड न.6 सुन्दर नगर मंडी डबवाली

1.मु.न.61/21 धारा 392 ढ्ढक्कष्ट & ्रह्म्द्वह्य ्रष्ह्ल थाना शहर डबवाली

2.मु.न.56/21 धारा 364 ए/384/472/120क्च ढ्ढक्कष्ट थाना बडागुढा

(बडागुढा के पास गांव लकड़ावालाी में बैंक मैनेजर का अपहरण करके पांच लाख रु फिरौती ली थी )

3.मु.न.67/24 धारा 147/149/324/325/452 ढ्ढक्कष्ट थाना शहर डबवाली

4.मु.न.184/24 धारा 323/324/506/34 ढ्ढक्कष्ट थाना शहर डबवाली

5.मु.न.391/24 धारा 115/3(5)/351(2)  क्चहृस्  थाना शहर डबवाली

आरोपी- हर्ष उर्फ ज्ञानी पुत्र सुक्खा सिंह वासी वार्ड न.6 सुन्दर नगर मंडी डबवाली

1.मु.न.56/21 धारा 364ए/384/472/120क्च ढ्ढक्कष्ट थाना बड़ागुढा

(बड़ागुढा के पास गांव लकडांवाली मे बैंक मैनेजर का अपहरण करके पांच लाख रूपये फिरौती ली थी )

2.मु.न.259/23 धारा 147/149/323/341/506 ढ्ढक्कष्ट थाना शहर डबवाली ।


घर के आगे कचरा और पानी फेंकने का विरोध करने पर परिवार पर हमला


डबवाली (लहू की लौ) मंडी किलियांवाली के महाशा मुहल्ला में घर के आगे कचरा और पानी फेंकने का विरोध करना एक परिवार को भारी पड़ गया। इस पर गुस्साए पड़ोसियों ने परिवार पर डंडों और ईंटों से हमला कर तीन लोगों को घायल कर दिया।

घायल प्रविंद्र सिंह (31) पुत्र बलदेव सिंह ने बताया कि रविवार को उन्होंने पड़ोसियों को अपने घर के आगे कचरा और पानी न फेंकने के लिए कहा था। इस बात पर पड़ोसी गगनी, गोल्डी और एक अन्य ने आपा खो दिया और उनके परिवार पर हमला कर दिया। इस हमले में प्रविंद्र सिंह, उनकी पत्नी चांदनी और मां बसंती देवी घायल हो गईं।

घटना की सूचना पर थाना मंडी किलियांवाली के एएसआई हरविंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस मामले में धारा 323 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक्स-रे रिपोर्ट आने के बाद अन्य धाराएं जोडक़र आगे की कार्रवाई की जाएगी।

किसान ने मानसिक परेशानी और आर्थिक तंगी के चलते की आत्महत्या


डबवाली (लहू की लौ) गांव सांवतखेड़ा में 51 वर्षीय किसान ने मानसिक परेशानी और आर्थिक तंगी के चलते अपने खेत में पेड़ से लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान के आधार पर इतफाकिया मौत की कार्रवाई करते हुए मृतक का पोस्टामार्टम करवाने के बाद शव को वारिसों को सौंप दिया है।

गांव सांवतखेड़ा निवासी खेम चन्द बिट्टू पुत्र जवाहर राम ने पुलिस को बताया कि उसके पिता जवाहर राम (51) पुत्र दारा राम काफी समय से परेशान चल रहे थे। उनकी मुख्य परेशानी खराब फसल, घर की आर्थिक स्थिति और बेटी की शादी की चिंता थी। इसके अलावा, कुछ समय पहले उसके ताया छनकू राम की मृत्यु हो गई थी, जिससे वे मानसिक रूप से और अधिक टूट गए थे। बिट्टू ने बताया कि बेटी की शादी और खराब फसल की वजह से उनके पिता अंदर ही अंदर घुटन महसूस करने लगे थे। डेढ़ एकड़ में बोई गई नरमा और ग्वार की फसल भी पूरी तरह खराब हो गई थी, जिससे उनकी परेशानी और बढ़ गई।

मंगलवार सुबह ग्रामीणों ने देखा कि जवाहर राम ने अपने पड़ोसी विजयपाल के खेत में लगे पेड़ से अपने गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। इस घटना की सूचना ग्रामीणों ने तुरंत गांव के सरपंच और पुलिस को दी। सूचना मिलते ही देसूजोधा पुलिस चौकी के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बिट्टू के बयान पर इसे इत्तेफाकिया मौत की कार्रवाई अमल में लायी गई।

डबवाली में खाद वितरण विवाद : किसान यूनियन ने लगाए झूठे आरोपों का खंडन



डबवाली(लहू की लौ) किसान यूनियन ने एक बार फिर प्रशासन और खाद वितरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने की अपील की है। यूनियन ने 18 नवंबर 2024 को कुछ किसानों द्वारा दायर शिकायत को निराधार और झूठा बताया।

किसान यूनियन का कहना है कि वे हमेशा शांति बनाए रखने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने में विश्वास रखते हैं। यूनियन के मुताबिक, 17 नवंबर को प्रशासन के समझौते के तहत खाद वितरण की प्रक्रिया तय की गई थी। किसान यूनियन के 76 सदस्यों और 100 अन्य किसानों की लिस्ट हैफड की दुकान नंबर 125 पर सौंपी गई थी। समझौते के अनुसार, किसानों को 3-3 बैग डीएपी खाद दिए गए।

यूनियन ने दावा किया कि शिकायतकर्ता अपने साथियों के साथ मौके पर आकर नारेबाजी करने लगा और यूनियन के खिलाफ अशांति फैलाने का प्रयास किया। इसके बावजूद, यूनियन के सदस्यों ने संयम बनाए रखा।

यूनियन का यह भी कहना है कि शिकायत में लगाए गए आरोप, जैसे 40 बैग बलपूर्वक उतारने और दुकानदारों को ब्लैकमेल करने के, पूरी तरह गलत हैं। यूनियन ने मांग की है कि यदि शिकायतकर्ता के पास कोई सबूत है, तो उसे प्रस्तुत किया जाए।

जसवीर सिंह भाटी ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने डीएपी खाद का एक भी बैग प्राप्त नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी 30 एकड़ की गेहूं की फसल अभी तक बुआई के बिना है। भाटी ने प्रशासन से अपील की कि खाद वितरण में पारदर्शिता लाई जाए और सभी विक्रेताओं का रिकॉर्ड चेक किया जाए।

किसान यूनियन ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि उनके 76 सदस्यों को, जिन्हें अभी तक खाद नहीं मिला है, जल्द से जल्द खाद मुहैया कराई जाए।

इस मौके पर किसान यूनियन के संतोख सिंह, मिठू राम, जरनैल सिंह, भोला सिंह, जसबंत ङ्क्षसह, दर्शन ङ्क्षसह, सर्वजीत ङ्क्षसह, गुरलाल ङ्क्षसह, लाभ सिंह, चरणजीत सिंह, बलदेव सिंह मनदीप सिंह, सुरेश कुमार, दविंद्र सिंह, लाभ सिंह मौजूद थे।

2022 तक सबको छत उपलब्ध करवाने की बात करने वाली भाजपा सरकार अपना ही वायदा भूली : कुमारी सैलजा

कहा-सरकार अपने वायदों को साकार रूप देने की दिशा में भी जल्द से जल्द कदम उठाए


चंडीगढ़ (लहू की लौ) अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा है कि 2022 तक सबको छत उपलब्ध करवाने वाली भाजपा सरकार आज अपने ही वायदे को भूल गई है, कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जहां सौ-सौ गज के नि:शुल्क प्लाट देने की योजना शुरू की गई थी आज प्रदेश की भाजपा 30 गज के प्लाट देकर किस्तों में उसकी कीमत वसूल रही है। ऐसे में भाजपा अपने संकल्प पत्र में दिए गए वचन-बेघरों को 05 लाख उपलब्ध करवाएंगे को कैसे पूरा कर पाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द अपना वायदा पूरा करते हुए सबको छत उपलब्ध करवाई चाहिए।

मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि भाजपा जो भी वायदा करती है या संकल्प लेती है उन सबको भूल जाती है, उस जनता को भी भूल जाती है जिससे कुछ वायदा किया था, भाजपा को तभी तो जुमलेबाज कहा जाता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि 2022 तक सबसे छत उपलब्ध करवा दी जाएगी पर ऐसा हो न सका। कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में सौ सौ गज के नि:शुल्क प्लाट आवंटित करने की योजना लागू की थी पर भाजपा ने उस पर कोई ध्यान ही नहीं दिया। आज भाजपा लोगों को 30-30 गज के प्लाट दे रही है और किस्तों में उसकी कीमत भी वसूल रही है। सरकार को पता होना चाहिए कि शहरों में 30 गज के प्लाट में आवास बनाकर एक परिवार अच्छी तरह से नहीं रह सकता। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोगों को इस बात का इंतजार है कि सरकार सौ सौ गज के प्लाट कब देगी।

अब प्रदेश सरकार कह रही है कि बिना जमीन वाले पात्र आवेदकों को मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत गांवों में 100 वर्ग गज के प्लाट दिए जाएंगे। सभी पात्र लाभार्थियों को अलग-अलग चरणों में 100 वर्ग गज के भूखंड मिलेंगे, जिनमें से दो लाख व्यक्तियों को जल्द ही लाभ मिलने की उम्मीद है। साथ ही लाभार्थियों को अपना घर बनाने में मदद करने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जनता को गुमराह करने के लिए शिगूफा छेड़ देती है बाद में सब कुछ भूल जाती है। उन्होंने कहा कि बिना घर और बिना जमीन वालों के बारे में सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए। सरकार को अपना वायदा सबको छत को भी पूरा करना चाहिए। सरकार प्लाट का क्षेत्रफल कम करती जा रही है और दस पर बेघर लोगों से जमीन की कीमत किस्तों में वसूल रही हैं। सरकार अपने वायदों को साकार रूप देने की दिशा में भी कदम उठाए।

सकताखेड़ा पंचायत सदस्यों ने सरपंच के खिलाफ उपायुक्त को शिकायत सौंपी, आरोप - मनमानी और विकास कार्यों में भेदभाव

डबवाली(लहू की लौ)गांव सकताखेड़ा में अलग-2 वार्ड से निर्वाचित 13 पंचायत सदस्यों ने सरपंच पर बैठक नहीं बुलाने व मनमानी करने के आरोप लगाते हुए उसके खिलाफ उपायुक्त को शिकायत सौंपी है। उपरोक्त सदस्य आज बुधवार को सिरसा जाकर उपायुक्त से मिले व उन्हें शिकायत दी। 


पंचायत सदस्य अंग्रेज सिंह, नरेंद्र कुमार, पवन कुमार, जागीर कौर, सुमन रानी, गिरधारी, रमनदीप कौर, राजन कुमार, जितेंद्र सिंह, गुरमेल सिंह, मनप्रीत कौर, सर्वजीत कौर व कुलविंदर कौर के हस्ताक्षरयुक्त शिकायत पत्र में बताया कि ग्राम पंचायत सकताखेड़ा, तहसील डबवाली जिला सिरसा की निर्वाचित सरपंच वीरपाल कौर है। 

इस संबंध में जानकारी देते हुए पंचायत सदस्य अंग्रेज सिंह ने बताया कि शिकायत में पंचायत सदस्यों ने आरोप लगाया कि जब से उन्होंने सरपंच पद का कार्यभार संभाला है, तब से वह पंचायत सचिव के साथ मिलकर अपनी मनमानी करती है और सरकारी राशि से गांव में विकास करवाने में भी भेदभाव करती है। उन्होंने गांव के विकास एवं अन्य समस्याओं के लिए प्रावधान अनुसार प्रति माह बैठक नहीं की और ना ही किसी बैठक के लिए कोई एजेंडा तैयार किया है। शिकायत में आरोप लगाया कि पंचायत सदस्यों की सहमति के बिना, प्रस्ताव पारित किए जा रहे हंै और प्रस्ताव पारित होने के बाद सभी मैंम्बरों के घर में हस्ताक्षर करने के लिए रजिस्टर भेज दिया जाता है। अगर कोई मैंम्बर सहमत होता है तो वो अपने हस्ताक्षर कर देता है, अगर सहमत नहीं होता तो हस्ताक्षर नहीं करता। इस प्रकार गांव के विकास एवं अन्य समस्याओं के प्रति उनका व्यवहार बड़ा ही अडियल एवं सभी को साथ लेकर चलने वाला नहीं है। 

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हम निर्वाचित मैम्बर पंचायत के वार्डो में गलियों व नालियों के निर्माण पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। अगर किसी गली या नाली का निर्माण किया जाता है तो उसका लेवल निर्धारित नहीं किया जाता और मैटीरियल भी आईएसआई मार्का का उपयोग नहीं करके, देसी मैटीरियल प्रयोग किया जाता है, जिसके सैम्पल लिए जा सकते हंै। 

शिकायतकर्ता पंचायत सदस्यों ने आरोप लगाया कि वे  वीरपाल कौर सरपंच के गांव के विकास एवं अन्य समस्याओं के प्रति अडियल व्यवहार के कारण सन्तुष्ट नहीं हंै और हमारे वार्ड वासी हमारे को उलाहना देते हैं। शिकायत पत्र में पंचायत सदस्यों ने मांग की कि सरपंच पर लगाए आरोपों की गहनता से खुफिया तौर पर जांच करवाई जाए और बाद जांच उपरांत उन्हें सरपंच पद से हटाकर निर्वाचित मैम्बर पंचायत में से किसी को भी सरपंच पद पर आसीन/नियुक्त किया जाए ताकि सरकारी ग्रांट से गांव के विकास कार्य बिना किसी भेदभाव से सुचारू रूप से हो सकें। 

प्रगतिशील किसान आशीष मैहता अपने खेत में 8 सालों से फसल अवशेष प्रबंधन पद्धति अपनाकर ले रहे लाभ

खेत में मिट्टी को स्वस्थ व उपजाऊ बनाए रखने की ओर ध्यान देना जरुरी : आशीष मैहता


डबवाली (लहू की लौ)पराली को जलाने से पर्यावरण प्रदूषण की स्थिति तो विकराल रूप धारण करती ही है साथ ही खेत में मिट्टी की सेहत भी खराब होती है, भूमि की उर्वरकता में कमी आती है। इसलिए सरकार ही नहीं बल्कि कृषि विशेषज्ञ भी पराली प्रबंधन के अलग-अलग तरीके बताकर किसानों को उन्हें अपनाने के लिए जोर दे रहे हैं। अनेक किसान इन तरीकों से खेतों में बची पराली को जलाने की बजाय उसका सदुपयोग कर अच्छी फसलों से लाभ भी कमा रहे हैं। ऐसे ही एक प्रगतिशील किसान आशीष मैहता भी जो गांव सुकेराखेड़ा में अपनी कृषि भूमि पर पिछले 8 वर्षों से फसल अवशेष प्रबंधन पद्धतियों का अभ्यास कर रहे हैं। 

आशीष मैहता के मुताबिक उन्होंने फसल अवशेष प्रबंधन पद्धति अपना कर मिट्टी की छिद्रता, कार्बन की मात्रा में वृद्धि और सूक्ष्मजीवी गतिविधि में अत्यधिक वृद्धि में उल्लेखनीय अंतर महसूस किया है। इससे धीरे-धीरे मिट्टी की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि के साथ-साथ पौधों की शक्ति में वृद्धि हुई है। पहले की तुलना में कीटों के हमले और अन्य बीमारियां कम हुई हैं। उन्होंने कहा कि मिट्टी का स्वास्थ्य किसी भी देश की राष्ट्रीय संपत्ति है और आंत का स्वास्थ्य सीधे मिट्टी के स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। ऐसे में मिट्टी के स्वास्थ्य के रखरखाव पर ध्यान जरुर दिया जाना चाहिए। हमें फसल अवशेष प्रबंधन के लिए उपलब्ध तकनीकों पर काम करना चाहिए और राष्ट्र के हित में ऐसी तकनीकों को बढ़ावा देना चाहिए।

उन्होंने बताया कि वे अपनी कृषि भूमि पर हैप्पी सीडर तकनीक का इस्तेमाल करते हैं जो फसल अवशेष प्रबंधन के लिए किफायती और प्रभावी समाधान प्रदान करती है। हैप्पी सीडर एक नो-टिल प्लांटर है, जिसे ट्रैक्टर के पीछे खींचा जाता है, जो बिना किसी पूर्व बीज तैयारी के सीधे पंक्तियों में बीज बोता है। यह ट्रैक्टर के पीटीओ के साथ संचालित होता है और तीन-बिंदु लीकेज के साथ इससे जुड़ा होता है। इसमें एक स्ट्रॉ मैनेजिंग चॉपर और एक जीरो टिल ड्रिल होता है जो पिछली फसल के अवशेषों में नई फसल बोना संभव बनाता है। फ्लेल प्रकार के सीधे ब्लेड स्ट्रॉ मैनेजमेंट रोटर पर लगे होते हैं जो बुवाई के दांत के संपर्क में आने वाले ठूंठ को काटते हैं। यह पिछली फसल के अवशेषों को बोए गए खेत में गीली घास के रूप में जमा करता है। मुख्य रूप से इसका उपयोग उत्तर भारत में धान की कटाई के बाद गेहूं बोने के लिए किया जाता है।

आशीष मैहता ने बताया कि धान की पराली जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड  और मीथेन जैसे ग्रीन हाउस गैसों के साथ-साथ पार्टिकुलेट मैटर  का भारी मात्रा में उत्सर्जन होता है। 

उन्होंने बताया कि फसल की बुवाई और अंकुरण में समस्या से बचने व हैप्पी सीडर से कुशलतापूर्वक कार्य लेने के लिए धान की कटाई करते समय एक सुपर एसएमएस (सुपर स्ट्रॉ मैनेजमेंट सिस्टम) की आवश्यकता होती है, जो अवशेषों को काटकर खेत में समान रूप से फैला देता है। निस्पंदन को बढ़ाकर और वाष्पीकरण को कम करके मिट्टी की नमी को सुरक्षित रखता है, तापमान को नियंत्रित करता है। अनेक प्रकार की क्रियाओं के साथ कार्बनिक पदार्थों के अपघटन को धीमा करके मिट्टी की उर्वरता बढ़ाता है, जिससे कार्बन हानि कम होती है। आशीष मैहता ने सरकार से अपील की है कि शोध करके फसल अवशेष प्रबंधन पद्धतियों को ओर ज्यादा सुगम बनाया जाए ताकि किसान इसे अपना सकें। 

20 नवंबर 2024

20 Nov. 2024





 

खुलेआम हो रहा जनता के पैसे का दुरूपयोग, नगर परिषद के शौचालय बने समस्या


डबवाली(लहू की लौ)जनता की सुविधा के लिए नगर परिषद द्वारा लाखों रूपये लगाकर बनाये गये शौचालय लगता है सुविधामय ना होकर समस्या अधिक नजर आ रहें हैं। लगता है कि अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि कहलाने वाले सभी मिल कर जनता के पैसे पर दीमक की तरह चिमट गये हैं। जनता के टैक्स रूपी पैसे को किस तरह खर्च दिखाकर उसे जेबों में भरा जाये इसका खेल विकास के नाम पर जोरों पर जारी है। लोग बोल-बोल कर थक जाते हैं, उनकी समस्या के समाधान के लिए कार्यालय में कहीं जगह ही नहीं है।

हम बात कर रहे हैं जनता की सुविधाओं के नाम पर बनाये गये डबवाली के शौचालयों की जो हाल ही में नगरपरिषद द्वारा उनका निर्माण कार्य करवाया गया था। लेकिन ये निर्माण कार्य अधिकारियों की दया के चलते ठेकेदार अपनी मन मनानी से कर जनता को ठेंगा दिखाते हुए इधर से उधर हो गया। लेकिन जब जनता इस निर्माण कार्य पर सवाल उठाती है तो ना सरकारी कार्यालय के बाबू सुनवाई करते हंै। ना जनता के चुने गये कहे जाने वाले जनप्रतिनिधि। इस पर ध्यान देते है। वह भी कुर्सी और जनता द्वारा भरे जा रहे टैक्स को चिमट गये हैं। विकास के नाम पर सरेआम घटिया कार्य पर तालियां बजाते नजर आते हैं। सवाल उठता है कि जनता अपनी समस्या किसे बताये जबकि उनकी सुनवाई ही नहीं हो रहीं। 

हाल ही में बने पुरानी सब्जी मंडी के बाहर सुलभ शौचालय में ना कोई महिला पुरूष के लिए साईन बोर्ड है। ना ही कोई सुविधा। सुविधा है तो वह भी दिखावे के नाम पर जो सभी को दूर से दिख जाती है। लेकिन पास जाते ही वह सुविधा दुविधा नजर आती है। यह सारा खेल नगर परिषद के अधिकारियों, चेयरमैन सहित जनप्रतिनिधियों को नजर नहीं आता, कारण समझाने की आम जन को जरूरत ही नहीं। इस मार्किट के दुकानदार टोनी, शामलाल, दीपक ने बताया यहां पानी की पाईप सडक़ पर साफ नजर आ रही है। शौचालय के बाहर बनाई गई सीवरेज हौज का ढक्कन तक नहीं है। जिसे दुकानदारों ने खुद ही लगाया है। और अन्दर लघुशंका करने के लिए लगाया गया सैट ऊंचा लगा दिया गया जिससे लघुशंका करने के लिए अपने पंजों के बल पर खड़े होकर प्रयोग करना पड़ता है। यहां वॉशविशन में टोंटी ंहै, पानी नाम मात्र का आता है और कई जगह तो पानी व्यर्थ ही वह रहा है। यहां तक कि रंग रोगन और लगाया गया पत्थर भी सहीं तरीके से नहीं लगा। साथ ही रखी गई मोटर अंदर खुले में पड़ी है जिसे कभी कोई भी उखाडक़र लेजा सकता है। सफाई नाम का शब्द ही गायब है। सीधे कहें तो जनता के पैसे का सदुपयोग की जगह दुरूपयोग हो रहा है।

दुकानदारों के अनुसार वह ठेकेदार से लेकर नगर परिषद के अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को इसकी मौखिक शिकायत कर चुके हैं लेकिन सुनवाई के नाम पर कानों में इनके तेल डला हुआ है। जो उनकी आवाज कान के अंदर पहुंचते पहुंचते बाहर आ जाती है। और अनसुना कर दिया जाता है।

नैना सिंह चौटाला ने निभाया अपना चुनावी वायदा

डबवाली(लहू की लौ)ऐसा शायद पहली बार हो रहा है कि चुनाव हार जाने के बावजूद कोई नेता जनता से किया अपना हर वायदा पूरा कर रहा है। ऐसा ही डबवाली के गांव खुइयांमलकाना में देखने को मिला। जब अपना चुनाव के दौरान किया अपना वायदा निभाते हुए एक जरूरतमंद परिवार की बेटी की शादी में शामिल होकर 5100 शगुन व अन्य समान जैसे बेड, अलमारी व अन्य घरेलू जरूरी सामान भेंट किया। गांव खुइयांमलकाना के समस्त जेजेपी कार्यकर्ताओ व परिवार ने नैना सिंह चौटाला व दिग्विजय सिंह चौटाला का धन्यवाद किया है।

नशे के बढ़ते खतरे पर चिंता, 18 साल से कम उम्र के युवा बन रहे शिकार, सामूहिक प्रयास से हो रहा पुनर्वास

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली और आसपास के क्षेत्रों में नशे की समस्या दिन-प्रतिदिन गहराती जा रही है। मनोरोग विशेषज्ञ और स्थानीय प्रशासन इस समस्या पर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं। सरकारी अस्पताल डबवाली के मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार ने खुलासा किया कि नशे की लत अब 18 साल से कम उम्र के युवाओं में तेजी से फैल रही है। यह न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक स्तर पर भी गंभीर चिंता का विषय है।


कम उम्र के युवाओं में नशे की लत

डॉ. राजेश कुमार ने नशा पीडि़तों पर किए गए अध्ययन के आधार पर बताया कि इस लत का शिकार ज्यादातर युवा हैं, जिन्होंने इसे शौकिया तौर पर शुरू किया, लेकिन यह उनकी आदत बन गई। उन्होंने कहा, कई युवा मानसिक तनाव, अकेलेपन, घरेलू कलह, या शारीरिक थकावट को दूर करने के लिए नशे का सहारा लेते हैं। धीरे-धीरे यह लत बन जाती है और उनकी जिंदगी को बर्बाद करने लगती है।

नशे की लत के सामाजिक प्रभाव

नशा करने वाले युवाओं में चोरी, झगड़े, और अन्य अपराधों की प्रवृत्ति भी बढ़ती देखी गई है। नशे की वजह से कई युवाओं का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य खराब हो रहा है, जिससे उनका सामान्य जीवन प्रभावित हो रहा है। डॉ. राजेश ने कहा कि नशा एक बीमारी है और इसका इलाज संभव है।

पुनर्वास के लिए प्रयास जारी

डबवाली के सरकारी अस्पताल में नशा पीडि़तों को डॉक्टरों की देखरेख में उचित दवाइयां और काउंसलिंग दी जा रही है। मंगलवार को मट्टदादू गांव में नशा मुक्ति कैंप का आयोजन किया गया, जहां 40 से अधिक नशा पीडि़तों ने नशा छोडऩे की दवाइयां लीं। इन लोगों को सामाजिक धारा में वापस लाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

नशा छोडऩे के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति जरूरी डॉ. राजेश ने कहा कि नशा छोडऩे के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति और सही डॉक्टरी सलाह महत्वपूर्ण हैं। सही समय पर दी गई दवाइयां और मानसिक उपचार नशा पीडि़तों को इस दलदल से बाहर निकालने में मददगार हो सकती हैं।


सामाजिक जागरूकता और पुलिस का सहयोग


सरपंच प्रतिनिधि रणदीप सिंह मट्टदादू ने मट्टदादू गांव में नशा मुक्ति कैंप के दौरान कहा कि नशे की समस्या पर काबू पाने के लिए सामाजिक जागरूकता और सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नशे के खिलाफ लड़ाई में हर व्यक्ति को शामिल होना चाहिए। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से पूरा सहयोग करने की बात कही। रणदीप सिंह ने कहा, नशे के कारण कई घर बर्बाद हो चुके हैं। अगर समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो यह हर घर में दस्तक देगा। हमें अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए नशा मुक्त समाज बनाना होगा।

अभियान की सफलता के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी डबवाली और आसपास के इलाकों में नशा मुक्ति कैंप और जागरूकता अभियानों के जरिए इस समस्या से लडऩे के लिए प्रयास जारी हैं। प्रशासन, डॉक्टर, और समाजसेवकों का मानना है कि सामूहिक प्रयास से नशे की इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।

ये रहे मौजूद

डॉ. राजेश कुमार मनोरोग विशेषज्ञ, सीता राम काऊंसलर, लैब टैक्नीशियन अजीत कुमार, विनोद कुमार। पुलिस की ओर से एएसआई सुग्रीव, एसपीओ  जसविन्द्र, मंजू, एचसी शारदा मौजूद थे।

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन अदित्य देवीलाल ने अनुसूचित वर्ग के लोगों के लिए काटी गई कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाओं की कमी पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखा

सिरसा में ओटू वियर की कैपेसिटी बढ़ाने और डबवाली में ऑटो मार्केट बनाने का मुद्दा उठाया

 ध्यानाकर्षण पर सवाल पूछे

 क्या 7 लाख रूपए से एक बस्ती में पक्की गलियां, पक्की नालियां, बिजली और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना संभव है?  क्या सरकार की तरफ से इन बस्तियों के लिए पर्याप्त बजट बढ़ाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन है? महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना जो 2008 में शुरू की गई लगभग 15 साल बाद भी यह योजना धरातल पर लागू क्यों नहीं की गई? क्या सभी पंचायतों में जल्द से जल्द कार्य करवाने की कोई योजना सरकार के विचाराधीन है?


डबवाली (लहू की लौ) विधानसभा सत्र के चौथे और आखिरी दिन इनेलो द्वारा अदित्य देवीलाल की तरफ से दिए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव को पढ़ते हुए इनेलो विधायक ने कहा कि वर्तमान बीजेपी और इनसे पहले रही कांग्रेस की सरकार ने विभिन्न आवास योजनाओं के तहत गरीब एवं अनुसूचित वर्ग के लोगों के लिए 100-100 गज के प्लाट आवंटित कर गांवों और शहरों में काटी गई कॉलोनियों में बिजली, पानी, सडक़़, स्कूल व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की भारी कमी है। ये प्लाट पंचायत की जमीन पर काटे गए हैं जो लगभग सभी जगह गांवों से काफी दूर है जिसके कारण उनको जरूरी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए दूर तक जाना पड़ता है। अत: इन कॉलोनियों में सरकार द्वारा सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जानी चाहिए।

ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर अदित्य देवीलाल ने सप्लीमेंट्री प्रश्न पूछा कि पिछले दस वर्षों में इस योजना के तहत लगभग 320 करोड़ रूपए का बजट आवंटित किया गया और महात्मा गांधी ग्राम बस्ती योजना के तहत लगभग 4573 कॉलोनियों को नियमित किया गया अर्थात् प्रत्येक बस्ती के लिए लगभग 7 लाख रूपए आवंटित हुए। उनका सवाल है कि क्या 7 लाख रूपए से एक बस्ती में पक्की गलियां, पक्की नालियां, बिजली और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना संभव है? अगर नहीं तो इन बस्तियों के लोगों के साथ भेदभाव क्यों हो रहा है? क्या सरकार की तरफ से इन बस्तियों के लिए पर्याप्त बजट बढ़ाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन है?

दूसरा सप्लीमेंट्री प्रश्न पूछते हुए अदित्य ने कहा कि यह बताया जाए कि महात्मा गांधी ग्रामीण बस्ती योजना जो 2008 में शुरू की गई लगभग 15 साल बाद भी यह योजना धरातल पर लागू क्यों नहीं की गई? इसके क्या कारण रहे?

  तीसरा सप्लीमेंट्री प्रश्न पूछा कि जैसा उन्हें बताया गया कि अभी तक लगभग एक हजार ग्राम पंचायतों को इसके लिए चयनित किया गया है और अगर इस योजना की यही गति रही तो इस योजना के क्रियान्वयन में लंबा समय लग जाएगा। क्या इसे सभी पंचायतों में जल्द से जल्द करवाने की कोई योजना सरकार के विचाराधीन है? अगर है तो उसका ब्यौरा सदन में दिया जाए?

अदित्य देवीलाल ने सत्र के दौरान ओटू वियर चैनल का मुद्दा उठाते हुए कहा कि सिरसा जिला में किसानों के लिए सबसे बड़ा पानी का स्त्रोत ओटू वियर है। इसकी कैपेसिटी 6 हजार क्यूजिक है। लेकिन हर साल बरसातों में लगभग 45 हजार क्यूजिक पानी इसमें आता है। यह किसानों के लिए पानी उनके खेतों तक पहुंचने का जरिया है। मेरी दरख्वास्त है कि ओटू चैनल की कैपेसिटी बढ़ाई जाए ताकि सिरसा जिला के हर गांव तक बरसाती पानी पहुंच सके। दूसरा, डबवाली में कोई ऑटो मार्किट नहीं है। हुड्डा की जमीन वहां है जिसमें ऑटो मार्केट बनाई जा सकती है। 

19 नवंबर 2024

अदित्य ने विधानसभा पटल पर डीएपी खाद किल्लत को लेकर किसानों की पैरवी

अग्निकांड स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करवाने की रखी मांग


डबवाली (लहू की लौ) डबवाली के विधायक अदित्य देवीलाल आमजन की समस्याओं को जहां लगातार विधानसभा के पटल पर बेबाकी से रख रहे हैं तो वहीं किसानों को डीएपी खाद के लिए उठानी पड़ रही परेशानी को सरकार के समक्ष रखने का कार्य कर रहे हैं। सोमवार को विधानसभा के तीसरे दिन विधायक अदित्य देवीलाल ने प्रदेश भर में डीएपी खाद की कमी को लेकर इस मुद्देे का गरमजोशी के साथ सदन पटल पर रखा। उन्होंने कहा कि उनके इलाके के किसान ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा प्रदेश के किसान डीएपी खाद को लेकर जहां कतारों में लगे हुए हैं तो किसान आंदोलोलित होकर सडक़ों पर उतरने को मजबूर हो रहा है। अदित्य ने कहा कि प्रति दिन सरकार की ओर से यह कहा जा रहा है कि प्रदेश में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं लेकिन वास्तविकता यह है कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रही। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गेंहू और सरसों की बिजाई का समय चल रहा है और ऐसे समय में किसानों को डीएपी खाद की कमी के चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि बुआई का समय निकल गया और खाद नहीं मिली तो किसान को भारी आर्थिक स्थिति का सामना करना पड़ेगा। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उन्हें बार-बार टोकने के बावजूद भी उन्होंने अपनी आवाज को पूरी तरह से बुलंद करते हुए कहा कि किसान वर्ग हर बार फसल बुआई के दौरान खाद की कमी को झेलने को मजबूर होता रहा है और आज भी मजबूर है। उन्होंने कहा कि कतार में लगे किसान और सडक़ों पर उतरे किसानों की परेशानी को सरकार को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि डीएपी खाद की कमी का मुख्य कारण जमाखोरी और कालाबाजारी है जब तक इस पर अंकुश नहीं लगाया जाएगा तब तक किसानों के हकों पर यूं ही डाका डलता रहेगा। उन्होंने कहा कि वे यह सब खामोशी से देखते हुए नहीं रह सकते। इसके लिए सरकार को उचित कदम उठाने चाहिए। इस पर कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने विधायक आदित्य देवीलाल के सवालों को जवाब देते हुए कहा कि सूबे में खाद की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि डीएपी की कालाबाजारी को लेकर 7 एफआईआर दर्ज की गईं और अब तक कुल 185 छापे मारे गए। कृषि मंत्री के जवाब पर आदित्य चौटाला ने कहा कि इतना भर कर देने से किसानों की समस्या को समाधान नहीं हो पा रहा। इसके लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है। इसके अतिरिक्त डबवाली विधायक अदित्य ने सदन पटल पर नहरों और मोगो को पक्का करने के निर्माण कार्य के की बात को रखा तो वहीं उन्होंने कहा कि निर्माझा कार्य के दौरान पेड़ों को हटाते समय आवश्यक बातों का ध्यान रखे जाने की मांग भी की। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारियों सहित निर्माण करने वाले ठेकेदारों को भी विशेष हिदायत दी जाए।

इसके बाद अगले चरण में विधायक आदित्य देवीलाल ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र शहर डबवाली में स्थित अग्रिकांड स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक बनाने की बात रखी। उन्होंने कहा कि डबवाली शहर में हुए भीषण अग्निकांड में नन्हें बच्चों सहित 442 लोग इस हादसे में जान गवां बैठे थे। उनकी याद में बनाए गए अग्रिकांड स्मारक को राष्ट्रीय स्मारक बनाए जाने की मांग पिछले कई वर्षों से स्थानीय लोग उठा रहे हैं लेकिन सरकार इस ओर कोई कदम क्यों नहीं उठा रही? इस सवार के जवाब में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने जल्द ही इस पर विचार करने का आश्वासन दिया।

नई सब्जी मंडी क्षेत्र में मोबाइल छीनने की वारदात

डबवाली(लहू की लौ) डबवाली का नई सब्जी मंडी क्षेत्र पहले ही अपराधी तत्वों के निशाने पर है। इसी के मद्देनजर सोमवार शाम को एक प्रवासी युवक का मोबाइल छीनकर मोटरसाइकिल सवार तीन युवक चौटाला रोड़ की ओर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी (सिटी) रमेश कुमार और पुलिस की अन्य टीमें मौके पर पहुंचीं।


घटना का विवरण 

राजस्थान के जिला केकड़ी के कल्याणपुरा निवासी प्रधान जाट ने बताया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ डबवाली से हैफेड के गोदाम से गेहूं लेकर प्रतापगढ़, राजस्थान के लिए ट्रकों पर आए थे। सोमवार को सब्जी मंडी के सामने ट्रक लगाकर शाम करीब 7:30 बजे खाना बना रहे थे। प्रधान जाट लस्सी लेने के लिए चला गया। जैसे ही वह अपना मोबाइल जेब में डालने लगा तो एक मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवक आए उसका एमआई का मोबाइल छीनकर फरार हो गए।

प्रधान जाट के अनुसार, उनके एमआई मोबाइल की कीमत करीब 20,000 रुपये थी। यह वारदात 7:40 बजे घटित हुई। आरोपियों ने स्वेटशर्ट पहन रखी थी और वे रेलवे अंडरब्रिज के पास स्थित कबीर बस्ती की तरफ भागते हुए कैमरे में कैद हुए।

घटना की सूचना तुरंत 112 नंबर पर दी गई। सूचना मिलते ही डीएसपी रमेश कुमार, थाना शहर प्रभारी शैलेन्द्र कुमार, सीआईए टीम और साइबर सेल मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और प्रधान जाट से पूरी जानकारी ली।

19 Nov. 2024