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Lahoo Ki Lau

युवा दिलों की धड़कन, जन जागृति का दर्पण, निष्पक्ष एवं निर्भिक समाचार पत्र

02 जुलाई 2010

पालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन अविश्वास मत हारी

डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन और उपाध्यक्ष हरनेक सिंह के खिलाफ उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल की अध्यक्षता में गुरूवार को आयोजित पार्षदों की बैठक में दो तिहाई बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया। बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 14 और विरोध में दो मत पड़े। जबकि सिम्पा जैन के साथ चट्टान की तरह खड़े चार अन्य पार्षद बैठक में उपस्थित ही नहीं हुए।
प्राप्त जानकारी अनुसार निर्धारित समय सुबह 11.00 बजे नगरपालिका में उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल पहुंच गए और उपस्थित पार्षदों की बैठक शुरू हो गई। बैठक में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में आए सभी 13 पार्षद सहित हल्का डबवाली के विधायक डॉ. अजय सिंह चौटाला उपस्थित थे। इस मौके पर उपमण्डलाधीश ने हाथ खड़े करके अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में या विरोध में मतदान करने का पार्षदों से अनुरोध किया। जिस पर अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 13 पार्षदों सहित विधायक का हाथ भी उठा। प्रस्ताव का समर्थन करने वालों में कांग्रेस के चार विद्रोही पार्षद वार्ड नं. 1 से जगदीप सूर्या, वार्ड नं. 12 से रमेश बागड़ी, वार्ड नं. 14 से विनोद बांसल, वार्ड नं. 17 से गीता चौहान और इनेलो तथा भाजपा के वार्ड नं. 2 से सरला गुप्ता, वार्ड नं. 3 से सुभाष मित्तल, वार्ड नं. 8 से कृष्णा छाबड़ा, वार्ड नं. 9 से सरोज सेठी, वार्ड नं. 10 से टेकचन्द छाबड़ा, वार्ड नं. 11 से नीलकान्त मैहता, वार्ड नं. 16 से गुरजीत सिंह, वार्ड नं. 18 सुखविन्द्र सरां, वार्ड नं. 19 सुरेन्द्र छिन्दा शामिल थे। जबकि प्रस्ताव के विरोध में केवल नगरपालिका अध्यक्षा एवं वार्ड नं. 4 से पार्षद सिम्पा जैन और उपाध्यक्ष एवं वार्ड नं. 7 से पार्षद हरनेक सिंह वहां अलग-थलग पड़े रहे। पालिका अध्यक्षा ने कांग्रेस समर्थित वार्ड नं. 5 से पार्षद बिन्दिया महन्त, वार्ड नं. 6 से ओमप्रकाश बागड़ी, वार्ड नं. 13 से मधु बागड़ी, वार्ड नं. 15 से सुरजीत चावला को अपने साथ चट्टान की तरह खड़े होने का दावा किया था, लेकिन इनमें से एक भी पार्षद प्रस्ताव के विरोध में बैठक में उपस्थित नहीं हुआ।
बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि आज 1 जुलाई 2010 को डबवाली के विधायक अजय सिंह चौटाला की उपस्थिति में नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन तथा उपाध्यक्ष हरनेक सिंह के खिलाफ 13 पार्षदों द्वारा दिए गए शपथ-पत्रों पर अविश्वास प्रस्ताव बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में विधायक सहित सभी 13 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन किया और इस अविश्वास प्रस्ताव को पारित घोषित किया गया। उन्होंने बताया कि अब इस प्रस्ताव को आगामी कार्रवाई के लिए उपायुक्त सिरसा के पास भेजा जा रहा है।
इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि इस बैठक के द्वारा प्रजातंत्र की निष्पक्षता को कायम रखा गया है। प्रशासन ने निष्पक्षता के मामले में पूरी पारदर्शिता बरती है।
इधर अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद सिम्पा जैन ने पहले तो इस सम्बन्ध में कोई भी प्रतिक्रिया करने से इंकार कर दिया। लेकिन बाद में कहा कि जो हुआ अच्छा ही हुआ। लेकिन पार्षदों ने अच्छा नहीं किया। कांग्रेस से सम्बन्धित पार्षदों ने अविश्वास का समर्थन करके केवल कांग्रेस पार्टी को ही बदनाम नहीं किया। बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता डॉ. केवी सिंह को भी बदनाम किया। जिन्होंने अविश्वास प्रस्ताव न आए, इसके लिए काफी प्रयास किया था।
हल्का डबवाली से विधायक तथा इनेलो के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अजय सिंह चौटाला ने अविश्वास प्रस्ताव पारित होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पार्षदों ने प्रजातांत्रिक तरीके से अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में मतदान करके काफी समय से पालिका अध्यक्षा और उपाध्यक्ष को हटाने के सम्बन्ध में चलाए गए अभियान को सफल बना दिया। उन्होंने कहा कि पालिका अध्यक्षा और उपाध्यक्ष दोनों ही पार्षदों का विश्वास खो चुके थे और प्रशासन के साथ मिलकर मनमानी कर रहे थे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन से मिलकर पिछली बैठक स्थगित करवा दी गई थी। यहां तक की पार्षदों की खरीद-फरोख्त का भी प्रयास किया गया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इनेलो के पार्षद किसी भी कीमत पर खरीदे नहीं जा सकते, यह उन्होंने आज की बैठक में भी सिद्ध कर दिया। उन्होनें यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि प्रशासन जल्दी ही चुनाव की तिथि घोषित करके प्रधान और उपप्रधान पद के लिए पार्षदों की बैठक आमंत्रित करेगा, ताकि डबवाली के रूके हुए विकास कार्य गति पा सकें। उन्होंने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि आगामी चुनाव प्रजातंत्र तरीके से मिल-बैठकर ही होंगे। 5 जुलाई के भारत बन्द के सम्बन्ध में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि इस बार भी हरियाणा में पूर्ण बन्द होगा और इनेलो इस बन्द में जोर-शोर से भाग ले रही है। इधर नगरपालिका में अविश्वास प्रस्ताव पर बुलाई गई बैठक के समय पूर्ण सुरक्षा व्यवस्था थी और डीएसपी बाबू लाल स्वयं सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले हुए थे। प्रशासन द्वारा बैठक की कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई गई।

ऐलनाबाद में इनेलो ने कांग्रेस को दिखाया ठेंगा

ऐलनाबाद। यहां नगर पालिका पर इनेलो ने अप्रत्याशित बहुमत हासिल किया। दो आजाद उम्मीदवारों तथा एक कांग्रेस के विद्रोही का साथ पाकर इनेलो ने पालिका फतह की।  इनेलो ने साथ ही साथ ही अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष पदों पर भी नियुक्ति कर दी।
उल्लेखनीय है कि विगत मई माह में नगर निकाय के चुनाव हुए थे। सिरसा तथा रानियां में इनेलो को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था जबकि कालांवाली तथा एलनाबाद में स्थिति उहापोह की थी। कालांवाली में स्थिति पहले ही स्पष्ट हो चुकी थी। यहां कुल 13 सीटों में से इनेलो तथा कांग्रेस 6-6 पर काबिज हुए थे। एक आजाद उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। कुछ दिन पूर्व आजाद उम्मीदवार के इनेलो को समर्थन देने के फैसले के साथ ही यहां की पालिका पर संशय समाप्त हो गया था।
ऐलनाबाद में नगरपालिका की कुल  17 सीटों पर मतदान हुआ था। इनमें से 9 पर कांग्रेस तथा 6 पर इनेलो समर्थित उम्मीदवारों ने विजय पताका लहराई थी। वहीं दो आजाद उम्मीदवार जीते थे। आजाद उम्मीदवारों के समर्थन के बावजूद भी इनेलो की स्थिति डांवांडोल दिखाई दे रही थी। इस प्रकार कांग्रेस को ही पालिका पर काबिज माना जा रहा था।
आज दोनों पार्टियों को बहुमत साबित करना था।  इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला मौके पर पहुंचे। बहुमत साबित करने की प्रक्रिया शुरू की गई तो सब भौचक्के  रह गए।  आजाद उम्मीदवारों ने तो इनेलो को समर्थन दिया ही, इसके अलावा कांग्रेस के एक पार्षद ने भी विद्रोह भावना दिखाते हुए इनेलो के पक्ष में मतदान कर दिया। एक मत विधायक अभय सिंह चौटाला का था। इस प्रकार इनेलो ने बहुमत हासिल कर पालिका पर अपना कब्जा जमाया। चट मंगनी पट ब्याह की कहावत सिद्ध करते हुए तुरंत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष भी मनोनीत कर दिए गए। खास बात यह है कि दोनों ही पद आजाद उम्मीदवारों को सौंपे गए हैं। रघुबीर जांगड़ा को प्रधान तथा धर्मपाल गुंबर को उपप्रधान बनाया गया है। जिक्रयोग है कि गुंबर इससे पूर्व इसी पद पर कांग्रेस  की ओर से भी कमान संभाल चुके हैं। तत्पश्चात विधायक चौटाला ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनेलो द्वारा नगरपालिका पर कब्जा जमाने के बाद शहर में इनेलो समर्थकों ने विजय जुलूस निकाला।

20 मानव रहित स्टेशनों पर कर्मचारी नियुक्त होंगे-मीणा

डबवाली (लहू की लौ) मानव रहित रेलवे फाटकों पर बढ़ रहे हादसों से रेलवे मंत्रालय के माथे पर चिंता की रेखाएं खिंच गई है। मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए लोगों को जागरूक करने की ठानी है। इसी संदर्भ में सबडीविजन हनुमानगढ़ के एडीईएम ने सबडिविजन के अन्तर्गत पडऩे वाले मानव रहित रेलवे फाटकों का दौरा किया। पेट्रोल पम्पस, ढाबों तथा चौपालों पर जाकर वाहन चालकों को जागरूक किया।
प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले कुछ समय से देश में बने मानव रहित रेलवे फाटकों पर काफी हादसे हुए हैं। इन हादसों में न जाने कितने लोग मौत का शिकार हुए हैं। लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए रेलवे मंत्रालय ने एक महत्वपूर्ण पग उठाया है। वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है। व्यक्तिगत तौर पर जानकारी देकर वाहन चालकों को रेल यातायात सम्बन्धी सचेत करवाया जा रहा है। यहीं नहीं लोगों को रेल अधिनियम तथा मोटर वाहन कानून से भी अवगत करवाया जा रहा है।
इसी सिलसिले में संरक्षा संगठन उत्तर-पश्चिम रेलवे बीकानेर मण्डल के आह्वान पर हनुमानगढ़ सबडीििवजन के एडीईएम ए.के.मीणा, एसके मदान एसएसई बठिण्डा, रमेश यादव एएसआई आरपीएफ डबवाली के प्लेटफार्म पर पहुंचे। इस संवाददाता से बातचीत करते हुए एडीईएम एके मीणा ने रेल मंत्रालय के उपरोक्त पग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ रेलवे उपमण्डल के अन्तर्गत 35 मानव रहित रेलवे फाटक आते हैं। वर्ष 2010-11 में इनमें से 20 रेलवे फाटकों पर कर्मचारी नियुक्त करने की योजना है। जबकि इससे पूर्व 2009-10 में 6 मानव रहित रेलवे फाटकों पर कर्मचारियों की नियुक्ति की जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि मोटर वाहन कानून 1988 के तहत मानव रहित रेलवे फाटक पर लापरवाही बरतना कानूनी अपराध है। इसके साथ ही रेलवे लाईन को क्रॉस करना भी एक अपराध है। इसके बाद रेलवे उपमण्डल हनुमानगढ़ के एडीईएम ए.के.मीणा ने वाहन चालकों को डूमवाली स्थित पेट्रोल पम्पस, जस्सी बागवाली स्थित एक ढाबे पर वाहनों को रोककर मानव रहित रेलवे फाटक को पार करने से पहले रूकने, दाएं-बाएं रेलवे लाइन पर आने वाली संभावित रेल गाड़ी को देखने के दोरान गाड़ी न आने की सूरत में ही फाटक को क्रॉस करने के लिए कहा। उन्होंने वाहन चालकों को बताया कि रेलगाड़ी प्रति सैकेण्ड 30 मीटर की गति से बढ़ती है, इसलिए फाटक को पार करने की भूल कदापि न करें। ऐसा करना मोटर वाहन कानून 1988 की धारा 131 के अधीन अपराध हैं।

सीएम को धौंस भरा ई-मेल भेजने का आरोपी अदालत में पेश

मुझे षडयंत्र के तहत फंसाया जा रहा है-नवदीप
डबवाली (लहू की लौ) फर्जी ई-मेल आईडी बनाकर हरियाणा के मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव को धौंस भरा मेल भेजने के आरोप में गिरफ्तार किए गए चौ. देवीलाल मैमोरियल इंजीनियरिंग कॉलेज के इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के प्रवक्ता नवदीप को डबवाली के डयूटी मजिस्ट्रेट तथा उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी महावीर सिंह की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने 10 हजार रूपए के निजी मुचलके पर आरोपी को जमानत दे दी।
चौधरी देवीलाल इंजीनियरिंग कॉलेज, पन्नीवाला मोटा के डायरेक्टर डॉ. डीएस मोर के पास चंडीगढ़ से शिक्षा विभाग के निदेशक का एक पत्र आया। इस पत्र के जरिए विभागीय स्तर पर डॉ. मोर से टिप्पणी मांगी गई कि आपने विभाग के पास अपनी ईमेल आईडी से जो मैसेज भेजे हैं उस संदर्भ में आप का क्या कहना है? निदेशक का पत्र मिलने के बाद डॉ. मोर सकते में आ गए और उन्होंने तत्काल इस बात की जांच करवाई तो मालूम हुआ कि उनके नाम पर फजी ईमेल आईडी तैयार की गई है और इसी के जरिए यह संदेश भेजा गया है। डॉ. मोर ने इस मामले की शिकायत सिरसा के एसपी से की। एसपी सतेंद्र कुमार गुप्ता ने मामले की जांच का जिम्मा डबवाली के डीएसपी बाबूलाल को सौंपा।
डीएसपी बाबूलाल ने बताया कि फर्जी ई-मेल आईडी डीएसमोर.कॉम.डीईडीएसएम एटदरेट याहू.कॉम के नाम से बनाई गई और उससे जो मैसेज भेजा गया है वह मैं डॉ. मोर इंजीनियिरिंग कॉलेज का डायरेक्टर हूं और यहां का सर्वेसर्वा हूं, जो इच्छा होती है वही करता हूं, मुझे कोई टोकने या पूछने वाला नहीं।Ó इसके अलावा भी कुछ और मैसेज भी इस ईमेल के जरिए भेजे गए थे।
मामले की जांच कर रहे डीएसपी बाबूलाल ने बताया कि डॉ. मोर की शिकायत पर ओढ़ां थाना पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इनमें से एक हिसार के लघुसचिवालय परिसर में रहने वाली महिला तथा हिसार में सहायक कृषि अधिकारी कविता है। जबकि दूसरा आरोपी हिसार के आदर्श नगर कॉलोनी का रहने वाला सतीश है। जोकि हिसारं में कम्प्यूटर सैन्टर चलाता है। इनके खिलाफ आईपीसी 469 के तहत केस दर्ज किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने बीएसएनएल कार्यालय से ईमेल की डिटेल निकलवाई तो मालूम हुआ कि उक्त आरोपियों ने हिसार से डॉ. मोर के नाम पर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर मेल किए थे। ये मेल 13 मार्च 2010 और 9 अप्रैल 2010 को मैसेज भेजे गए थे। जांच के दौरान शक की सूई कॉलेज में ही इलेक्ट्रोनिक्स विभाग के प्रवक्ता नवदीप पर आकर अटक गई। जोकि कविता के पति हैं।
डीएसपी बाबू लाल स्वयं हिसार गए और उन्होंने नवदीप को दबोच लिया। मंगलवार को आरोपी नवदीप को उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी एवं डयूटी मजिस्ट्रेट डबवाली महावीर सिंह की अदालत में पेश किया। अदालत ने नवदीप को 10,000 रूपए के निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया।
जमानत पर रिहा होने के बाद इस संवाददाता से बातचीत करते हुए लेक्चरर नवदीप ने बताया कि उस पर किसी षडयंत्र के तहत उपरोक्त झूठा केस बनाया गया है। उसने अपना तर्क देते हुए कहा कि उसके घर 14 अप्रैल को बीएसएनएल ब्रॉडबैंड का इंटरनेट कनेक्शन लगा है। जबकि उस पर आरोप 13 मार्च तथा 9 अप्रैल को ई-मेल भेजने का है। उन्होंने कॉलेज के डायरेक्टर/प्रिंसीपल डॉ. डीएस मोर के खफा होने के सम्बन्ध में बताया कि वह अन्य कॉलेज प्रवक्ताओं के साथ मिलकर अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत है। कॉलेज का डायरेक्टर तानाशाही नीति अपनाकर उस पर यह झूठा केस बनवाकर उनकी आवाज को दबाना चाहता है। लेक्चरार ने यह भी बताया कि वह पिछले सात वर्षों से इसी कॉलेज में लेक्चरार है। इससे पूर्व उस पर कोई भी दाग नहीं है। लेकिन दो वर्ष पूर्व कॉलेज का कार्यभार डॉ. डीएस मोर ने संभाला और वह तभी से उसके साथ-साथ अन्य लेक्चरार से भी खार खाता है।
चौधरी देवीलाल इंजीनियरिंग कॉलेज, पन्नीवाला मोटा के डायरेक्टर डीएस मोर ने उपरोक्त आरोपों पर कोई भी टिप्पणी करने से साफ इंकार किया।

रिएक्टर के कारण जाम हुए नेशनल हाईवे

डबवाली (लहू की लौ) हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड तथा मित्तल एनर्जी लिमिटेड के बैनर तले पंजाब की रामा मंडी और खनकवाल के बीच निर्माणाधीन गुरू गोविन्द सिंह रिफाइनरी में रिएक्टर बॉयलर लेकर जा रहे तीन ट्रॉले बुधवार को डबवाली पहुंचे। इन ट्रालों को देखने के लिए पूरा शहर उमड़ पड़ा। वहीं इसकी वजह से बुधवार को नेशनल हाईवे नं. 10, नेशनल हाईवे नं. 64 जाम हो गए।
रिएक्टर लदे ट्रालों के डबवाली पहुंचते हुए पूरा शहर इन्हें देखने के लिए गोल चौक पर जमा हो गया। पुरूष-महिलाएं, बच्चे-बूढ़े रिएक्टरों को देखने के लिए सब कतार में खड़े हो गए। जिससे गोल चौक पर जाम की स्थित उत्पन्न हो गई। बठिण्डा, संगरिया, मलोट  तथा सिरसा रोड़ पर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। मौका पर जिला यातायात प्रभारी कृष्णा यादव, डीएसपी डबवाली बाबू लाल के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने लोगों को मार्ग से हटाया और यातायात सामान्य करवाया। यहां लोगों में रिएक्टरों को देखने के लिए उत्सकुता थी, वहीं परेशानी भी रही। सुबह गुल हुई बत्ती देर शाम तक नहीं जगी थी।
रिएक्टर लदे ट्राले मंगलवार शाम को ही गांव डबवाली पहुंच गए थे और बुधवार सुबह 8 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। सेमनाला पुल के पास भारी-भरकम ट्रालों के गुजरने के लिए अलग रास्ता तैयार किया गया था। डबवाली का गोल चौक क्रॉस करने के बाद उक्त ट्राले गुरू गोविन्द सिंह रिफाईनरी की ओर रवाना हुए।
5 मार्च को कांडलापुर गुजरात से चले थे ट्राले
इस ट्रॉले के साथ चल रहे रिफाइनरी के एक अधिकारी चितरंजन पाण्डे ने बताया कि 388, 368 और 368 पहियों वाले तीन ट्रॉले रिएक्टर बॉयलर लेकर करीब चार माह पूर्व बीती 5 मार्च को गुजरात के कांडलापुर से चले थे। इनमें से 388 पहियों वाले ट्राले सहित रिएक्टर का भार करीब 850 टन तथा 368 पहियों वाले ट्रालों सहित रिएक्टरों का भार करीब 1500 टन है। मुम्बई की एक ट्रांस्पोर्ट कम्पनी ने रिएक्टरों को रिफाईनर में पहुंचाने का ठेका लिया है। पिछले चार महीनों से इन तीन ट्रालों के साथ 100 आदमी चल रहे हैं।

खुला दरबार सजाने आए अधिकारियों को लोगों ने घेरा

डबवाली (लहू की लौ) गुपचुप तरीके से खुला दरबार लगाने आए बिजली अधिकारियों को ग्रामीणों ने घेरकर खूब खरी-खोटी सुनाई। मांगों का समाधान न होने के कारण गुस्साये ग्रामीणों ने धरना देकर रोष प्रकट किया। हरियाणा सरकार तथा बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्राप्त जानकारी अनुसार बुधवार को 132केवी सबस्टेशन आसाखेड़ा पर बिजली निगम ने एसई सिरसा के नेतृत्व में खुला दरबार लगाना था। तय कार्यक्रम अनुसार एसई सिरसा वीपी गुप्ता, एक्सीयन डबवाली वीके रंजन, एसडीई आसाखेड़ा ओपी मैहता, एसडीई कालांवाली पंकज गंडा मौका पर पहुंचे। लेकिन दरबार सजने के कुछ देर बाद मौका पर इनेलो नेता एवं जिला परिषद सदस्य डॉ. सीता राम, किसान सभा जिला सिरसा के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा के नेतृत्व में आए सैंकड़ों ग्रामीणों ने उपरोक्त अधिकारियों का घेराव कर लिया और नारेबाजी शुरू कर दी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए इनेलो नेता डॉ. सीता राम ने कहा कि खुला दरबार लगाने सम्बन्धी किसी भी प्रकार की सूचना आस-पास के गांवों में नहीं दी गई। जैसे ही उन्हें दरबार लगाने सम्बन्धी सूचना मिली तो वे मौका पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि आसाखेड़ा स्थित बिजलीघर के अन्तर्गत आसाखेड़ा, चौटाला, तेजाखेड़ा, अबूबशहर, लोहगढ़, भारूखेड़ा, जण्डवाला, गंगा, सुकेराखेड़ा सहित कुल तेरह गांव आते हैं और काफी संख्या में ढाणियां भी हैं। इनेलो नेता ने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ने 8 घण्टे बिजली देने की घोषणा की हुई है लेकिन इसके बावजूद ग्रामीणों को केवल दो घण्टे बिजली आपूर्ति की जा रही है। यही नहीं बीपीएल कार्ड धारकों को मीटर लेने के लिए डबवाली व सिरसा के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। डॉ. सीता राम के अनुसार राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के तहत ढाणियों के लोगों ने कनेक्शन लेने के लिए 10 फीसदी रकम बिजली विभाग के पास जमा करवाई हुई है। लेकिन दो वर्ष बीतने के बावजूद भी दफ्तरों के चक्कर खाने के सिवाए उन्हें कुछ हासिल नहीं हुआ।
सुबह करीब 11.30 बजे से शुरू हुआ धरना करीब 1 बजे तक चलता रहा। इस दौरान ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार, बिजली निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस अवसर पर ओमप्रकाश पूनियां सरपंच अबूबशहर, आत्मा राम सरपंच चौटाला, रामसरूप सरपंच सुकेराखेड़ा, जयमल राम पूर्व सरपंच आसाखेड़ा, नछत्तर सिंह सरपंच लोहगढ़, दया राम उलानियां, सुभाष जाखड़, पवन कुमार, विष्णु पूर्व सरपंच जण्डवाला, सुभाष कुमार आसाखेड़ा आदि ग्रामीण उपस्थित थे। एसई वीपी गुप्ता से आश्वासन पाने के बाद गुस्साए ग्रामीण शांत हुए।
इस संबंध में जब दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के एसई वीपी गुप्ता से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि उनके आसाखेड़ा स्थित 132केवी सबस्टेशन में पहुंचने से पूर्व काफी ग्रामीण पहले से मौजूद थे। ग्रामीणों ने उनके समक्ष ढाणियों को लाईट न मिलने, टयूब्बैल कनेक्शन दिए जाने सम्बन्धी मांगों को रखा। गुप्ता के अनुसार ग्रामीणों की मांगों का शीघ्र समाधान करने के लिए उपरोक्त मांगों को एमडी हिसार के समक्ष गुरूवार को रखा जाएगा। जिसके लिए एक्सीयन डबवाली वीके रंजन की डयूटी लगाई गई है। उन्होंने माना कि ग्रामीणों को खुले दरबार की सूचना देने में देरी हुई।

19 जून 2010

बीए प्रथम वर्ष के छात्र का अपहरण

डबवाली (लहू की लौ) एक विद्यार्थी के अपहरण को लेकर जिला सिरसा की पुलिस सकते में है। डबवाली क्षेत्र में विद्यार्थी की कार और कार के कागजात बरामद होने के बाद पुलिस ने तालाश जोरशोर से शुरू कर दी है।
मलोट के आढ़तिया राजकुमार नागपाल ने इस संवाददाता को बताया कि उसका 22 वर्षीय बेटा नन्दन नागपाल  चण्डीगढ़ के डीएवी कॉलेज में बीए प्रथम वर्ष का छात्र है। वह वीरवार शाम लगभग 4 बजे चण्डीगढ़ से मलोट के लिए रवाना हुआ और रात को करीब 8.45 पर उसे फोन आया कि वह आज रात बठिंडा रूकेगा और सुबह मलोट आयेगा और इसके साथ ही उसका फोन कट गया। जब उसने अपने बेटे से सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ आया।
शुक्रवार सुबह सवा 5 बजे उसे डबवाली क्षेत्र के गांव अलीकां से फोन आया कि उनकी गाड़ी के कागजात उनके गांव की माईनर नं. 6 के पास गिरे पड़े हैं। यह सुन कर वह तुरन्त मौका पर पहुंचे और उन्होंने लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर वह कार भी खड़ी पायी जिस पर उसका बेटा चण्डीगढ़ से आ रहा था। इसकी सूचना तुरन्त उन्होंने थाना शहर पुलिस को दी।
डीएसपी डबवाली बाबू लाल ने बताया कि थाना शहर पुलिस ने घटना का निरीक्षण करने के बाद राजकुमार नागपाल की शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ उसके बेटे नन्दन नागपाल के अपहरण का मामला दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है। जिला सिरसा पुलिस को इस घटना के बाद सतर्क कर दिया गया है और आसपास के पंजाब तथा राजस्थान क्षेत्र में भी इसकी सूचना दे दी गई है।
उन्होंने बताया कि इस नन्दन नागपाल की तालाश के लिए तीन टीमें गठित की गई हैं जो संदिग्ध स्थानों की ओर भेजी गई हैं। इस मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए स्पैशल स्टाफ भी गठित किया गया है। डीएसपी से जब यह पूछा गया कि अपहरण के पीछे अपहरणकर्ताओं की क्या मंशा हो सकती है। इस पर उन्होंने कहा कि जांच चल रही है लेकिन नन्दन के पिता ने पुलिस के समक्ष यह माना है कि वीरवार को उसके बेटे ने 5000 रूपये की मांग की थी जिससे उसने अपने किसी दोस्त को जन्म दिन पर गिफ्ट देना था लेकिन उन्होंने यह राशि देने से इंकार कर दिया था।
डीएसपी ने कहा कि पुलिस को जानकारी मिली है कि डबवाली के एक पीसीओ से एक संदिग्ध युवक ने शुक्रवार सुबह सवा 9 बजे राजकुमार नागपाल को फोन करके उसके बेटे के ठीक-ठाक होने की बात कही है। इस संबंध में संबंधित पीसीओ मालिक से पूछताछ की जा रही है।

13 जून 2010

किलियांवाली चौकी का किया घेराव

डबवाली (लहू की लौ) थाना लम्बी के अन्तर्गत आने वाले गांव वडिंगखेडा में पंजाब सरकार ने वर्ष 2006 में अलाट किए गए प्लाटों का अभी तक कब्जा न मिलने के कारण प्लाट धारकों में रोष पाया जा रहा है। आज जब इन लोगों ने कब्जा करने का प्रयास किया तो पुलिस चार व्यक्तियों को पकड़ कर पुलिस चौंकी किलियांवाली में ले आई। बाद में ग्रामीणों ने चौकी को घेर लिया और पकड़े गए लोगों को छुड़वाया। गांव वडिंगखेड़ा की शहीद भगत सिंह विकास कमेटी के प्रधान सुखजीत सिंह, सदस्य पाला राम, भागी राम, रामकरण ने बताया कि वर्ष 2001 में तत्कालीन बादल सरकार ने जरूरतमंदों को पांच-पांच मरले के प्लाट देने की घोषणा करते हुए इसके कार्ड भी वितरित कर दिए थे। जिनमें उनके गांव के 240 जरूरतमंद परिवार शामिल थे। लेकिन वर्ष 2006 में राÓय सरकार बदल गई और साथ में गांव का सरपंच भी बदल गया। कांग्रेस समर्थित नये सरपंच दर्शन सिंह ने वर्ष 2006 में घोषित जरूरतमंद 240 लोगों को 5-5 मरले के प्लाट देने के लिए निशान दे दिए। लेकिन अब फिर से सत्ता बदलते ही सरपंच भी अकाली दल का चुना गया। प्लाट के लाभार्थियों के अनुसार लम्बा समय बीत जाने पर उन्हें अभी तक प्लाट का कब्जा नहीं दिया गया है। जरूरतमंद और खेत मजदूर सुखजीत, रामकरण, कुलवन्त तथा राजेन्द्र सिंह ने बताया कि आज जब निश्चित स्थान पर उन्होंने निशानदेही करने का प्रयास किया तो पुलिस उन्हें पकड़ कर ले गई। उनके अनुसार वर्तमान पंचायत ने पार्टीबाजी के चलते पुलिस में यह शिकायत कर दी कि कुछ लोग पंचायत की भूमि पर कब्जा करना चाहते हैं। गिरफ्तारी की सूचना पाकर गांव वडिंगखेड़ा के सैंकड़ों लोगों ने किलियांवाली पुलिस चौकी को घेर लिया। मौका पर थाना लम्बी पुलिस के प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली भी पहुंचे। ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए पुलिस ने हिरासत में लिए गए चार लोगों को रिहा कर दिया।
इस संदर्भ में जब थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली से पूछा गया तो उन्होंने प्लांटो के इन प्रमाण पत्रों को फर्जी करार देते हुए कहा कि इनकी आड़ में गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि असली प्रमाण पत्रों पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिहं बादल का चित्र छपा हुआ है और उपायुक्त की मुहर व हस्ताक्षर हैं। लेकिन इन प्रमाण पत्रों पर गांव के सरपंच व एक अन्य चैयरमेन के हस्ताक्षर हैं। उन्होंने बताया कि इस सारे मामले की जांच पड़ताल की जाएगी व दोषी पाये जाने व्यक्तियों के खिलाफ कारवाई की जाएगी। इधर शहीद भगत सिंह ग्रामीण विकास समिति के अध्यक्ष सुखजीत सिंह ने कहा कि मजदूरों के पास प्रमाण पत्र असली हैं और वे इस संदर्भ में शीघ्र ही उपायुक्त मुक्तसर से मिलेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो अपने अधिकारों के लिए धरने और प्रदर्शन भी करेंगे।

09 जून 2010

जोतांवाली की युवती ने नहर में कूद कर जान दी

डबवाली | क्षेत्र की ढाणी जोतांवाली में रहने वाली एक युवती (19) ने राजस्थान केनाल में कूदकर खुदकुशी कर ली। चौटाला पुलिस चौकी ने गांव अबूबशहर के पास से गुजरने वाली राजस्थान केनाल से मंगलवार को युवती का शव बरामद किया है। मृतका की पहचान सुमन उर्फ बेबी पुत्री पृथ्वीराज निवासी ढाणी जोतांवाली के रूप में हुई है।
चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह ने बताया कि मृतका की पहचान उसके चाचा अनूप कुमार पुत्र नत्थू राम व पिता पृथ्वी राज ने की है। मृतका के चाचा अनूप कुमार (45) ने पुलिस को बताया है कि उसकी भतीजी सुमन 5 जून की रात को रहस्यमय ढंग से घर से लापता हो गई थी। उसने बताया कि गांव के पूर्व सरपंच प्रेम कुमार ने उनको बताया कि उसने राजस्थान केनाल पर 6 जून को एक युवक और युवती को राजस्थान केनाल की पटरी पर बैठे हुए देखा था। यह सुनते ही वे सुमन की तलाश में जुट गए थे। मगर मंगलवार को सुमन का शव राजस्थान केनाल से बरामद हुआ है। इस मामले की जांच कर रहे एसआई जीत सिंह ने बताया कि मृतका के चाचा अनूप कुमार ने पुलिस को दिए बयान के जरिए बताया है कि उनकी ढाणी में रहने वाला युवक हरदीप सिंह (18) पुत्र बलविंद्र सिंह उसकी भतीजी सुमन से शादी रचाना चाहता था और वह उससे शादी रचाने के लिए दबाब डालता रहता था जिसकी वजह से सुमन परेशान रहती थी। अनूप कुमार के मुताबिक हरदीप सिंह को कई बार समझाया भी था लेकिन वह नहीं माना। उसने आरोप लगाया कि हरदीप के दबाव से परेशान होकर उसकी भतीजी सुमन उर्फ बेबी ने केनाल में कूद कर जान दी है।
एसआई जीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतका के चाचा अनूप कुमार की शिकायत के आधार पर हरदीप सिंह के खिलाफ आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है। सुमन व हरदीप दोनों आठवीं फेल बताए गए हैं और हरदीप अपने पिता के साथ खेती बाड़ी करने में हाथ बंटाता रहा है।

08 जून 2010

15 गांवों पर महिलाओं की सरकार

डबवाली (लहू की लौ) ब्लाक डबवाली के 48 गांवों में हुए सरपंच पद के चुनाव में वोटिंग का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। जिसके चलते सरपंच पद के परिणाम भी देरी से घोषित हुए। 15 महिलाएं इस बार सरपंच पद पर कार्य करेंगी।
बीडीपीओ रामसिंह ने बताया कि सरपंच पद पर गांव अलीकां से महिला आरक्षित पर सुपिन्द्र कौर, आसाखेड़ा में अनुसूचित जाति आरक्षित पर रामकुमार, अहमदपुर दारेवाला में बलविन्द्र सिंह, अबूबशहर में महिला आरक्षित पर अमानती, बनवाला में भरत सिंह, बिज्जूवाली अनुसूचित आरक्षित में राजा राम, भारूखेड़ा में मनोज कुमार, चकजालू में देवीलाल, चौटाला में आत्मा राम और दीवानखेड़ा अनुसूचित जाति महिला में परमजीत कौर चुने गये।
इसी प्रकार गांव देसूजोधा में सुरजीत सिंह, गोदीकां महिला आरक्षित सीट पर विद्या, गिदडख़ेड़ा महिला आरक्षित पर राजेन्द्र कौर, गोरीवाला में धेला राम, गंगा में गुरदित्ता सिंह, हैबुआना में दलबीर सिंह, फतेहपुर जोतांवाली में सतिन्द्र, जोगेवाला में हरबन्स सिंह, झुट्टीखेड़ा में भूपिन्द्र कुमार, जण्डवाला बिश्नोइयां में मि_ू राम, खुइयांमलकाना अनुसूचित जाति महिला आरक्षित पर परमजीत कौर, कालूआना में जगदेव, लम्बी में अनुसूचित जाति (सुरक्षित) ओमप्रकाश सरपंच चुने गये।
गांव लखुआना में रामजी लाल, लोहगढ़ महिला आरक्षित पर बलदेव कौर, मुन्नांवाली आरक्षित पर इन्द्रो देवी, मोड़ी अनुसूचित जाति आरक्षित पर कश्मीरा सिंह, मांगेआना में जगसीर सिंह, मटदादू में बलकरण सिंह, मसीतां अनुसूचित जाति आरक्षित पर शिवराज सिंह, मौजगढ़ अनुसूचित जाति आरक्षित पर ओमप्रकाश, नीलियांवाली में हरनाम ङ्क्षसह, पाना में सुरजीत सिंह, पन्नीवाला रूलदू में हरमन्दर सिंह, पन्नीवाला मोरिका में जगदीप ङ्क्षसह, फुल्लो महिला आरक्षित पर बलविन्द्र कौर, रामपुरा बिश्नोइयां महिला आरक्षित पर गुरदीप कौर, राजपुरा में बलजिन्द्र कौर, रत्ताखेड़ा महिला आरक्षित पर मनभरी, रामगढ़ महिला आरक्षित पर रामेश्वरी, रिसालियाखेड़ा महिला आरक्षित पर सुशीला, राजपुरा माजरा में लाल चन्द, सांवतखेड़ा में रणजीत सिंह, सुकेराखेड़ा अनुसूचित जाति आरक्षित पर रामसरूप, सकताखेड़ा महिला आरक्षित पर कुलविन्द्र कौर, तेजाखेड़ा महिला आरक्षित पर बबिता, डबवाली गांव में अनुसूचित जाति महिला आरक्षित पर नसीब कौर, शेरगढ़ में राजकुमार सरपंच चुने गये।
इधर देर रात तक हुई पोलिंग तथा देर से आए रिजल्टों के कारण चुनाव कार्य में लगा सरकारी अमला सोमवार को छुट्टी पर रहा। जिसके कारण सरकारी कार्यालयों पर ताले जड़े मिले।

अगर समाज ने मुझे न्याय न दिलाया तो मैं आत्महत्या करने से भी गुरेज नहीं करूंगी।

डबवाली (लहू की लौ) 'अगर समाज ने मुझे न्याय न दिलाया तो मैं आत्महत्या करने से भी गुरेज नहीं करूंगी।Ó यह कोई फिल्म का डॉयलाग नहीं। बल्कि 26 वर्षीय युवती की आत्मा से निकले हुए शब्द हैं। जो इंसाफ पाने के लिए पिछले पांच दिनों से गांव भारूखेड़ा में बस अड्डा पर और सुनसान जगह पर बैठी हुई है।
गांव भारूखेड़ा के बस अड्डा पर लगे वट वृक्ष के नीचे टूटी कुर्सी पर बैठी 26 वर्षीय युवती हर आते जाते व्यक्ति से न्याय की गुहार लगा रही है। जो अपना नाम वनिता पुत्री जगदीश निवासी फतेहाबाद हाल भारूखेड़ा बताती है। युवती ने कहा कि 2007 में वह फतेहाबाद से डबवाली के एक महाविद्यालय में बीएड करने के लिए दाखिल हुई थी। उसके पिता जगदीश की हरियाणा रोड़वेज के चालक विनोद जाखड़ निवासी भारूखेड़ा के साथ इसलिए जान पहचान थी कि उसका पिता भी हरियाणा रोड़वेज में परिचालक के पद पर था। फतेहाबाद से डबवाली हर रोज कॉलेज में आना-जाना उसके लिए मुश्किल था। इसलिए उसके परिजनों ने विनोद जाखड़ के पास उसका ठहराव कर दिया। वनिता के अनुसार विनोद जाखड़ उसे अपनी बहन मानता था। इसलिए उसने भारूखेड़ा में उनके घर रूकना स्वीकार कर लिया।
वनिता के अनुसार विनोद जाखड़ ने धर्म बहन-भाई के रिश्ते को तार-तार करते हुए उससे कुकर्म किया। उसके अनुसार यह घटना 10.11.2007 और रात के करीब 10 बजे की है। शिकायतकात्री के अनुसार इसके बाद विनोद उससे बलात्कार करता रहा और उसने इस सम्बन्ध में विरोध किया तो विनोद ने उसे धमकाया। इसकी शिकायत थाना सदर डबवाली में की और 164 सीआरपीसी के तहत डबवाली के तत्कालीन न्यायिक दण्डाधिकारी राजेश शर्मा की अदालत में उसके ब्यान भी दर्ज किए गए। 2008 को एफआईआर नं. 132 के तहत दफा 376 और 506 आईपीसी के तहत केस भी दर्ज हुआ। लेकिन आरोपी द्वारा उसे घर बसा लेने का आश्वासन देने पर उसने विनोद के पक्ष में ब्यान दे दिया। जिस पर 4.01.2010 को जिला सैशन जज सिरसा डॉ. शिवा शर्मा ने आरोपी को बरी कर दिया। लेकिन बरी होते ही आरोपी ने फिर से उसे धोखा दिया और उससे किनारा कर लिया।
शिकायतकात्री ने यह भी बताया कि वह इस दौरान विनोद के साथ संगरिया में रहने लगी थी। लेकिन संगरिया में भी उससे धोखा किए जाने पर उसने संगरिया पुलिस में 14.05.2010 को धारा 376/382/323/34आईपीसी के तहत केस दर्ज करवाया है। लेकिन संगरिया पुलिस ने भी अभी तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की है।
इस संदर्भ में आरोपी विनोद कुमार जाखड़ से उसके मोबाइल नं. पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उसका फोन स्विच ऑफ आया। यहां विशेषकर उल्लेखनीय है कि वनिता गांव भारूखेड़ा में विनोद के मकान के नजदीक ही बस अड्डा पर धरना देकर पिछले पांच दिनों से बैठी हुई है और अक्सर ग्रामीण भी उसके आस-पास खड़े हुए मिलते हैं। जब ग्रामीणों से इस संदर्भ में बातचीत की जाती है तो वह कहते हैं कि इस मामले का समाधान पंचायत चुनावों के बाद ही हो पाएगा, वे प्रयासरत हैं कि उनके गांव में चल रहा यह विवाद किसी प्रकार निपट जाए।
वनिता ने जैसे ही न्याय के लिए जान देने की धमकी दी तो खुफिया विभाग भी सतर्क हो गया। पता चला है कि खुफिया विभाग ने इसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दे दी है।

सकताखेड़ा में युवक ने फांसी खाई

डबवाली (लहू की लौ) गांव सकताखेड़ा में एक युवक ने फांसी खाकर अपनी इह लीला समाप्त कर ली।
गांव सकताखेड़ा निवासी स्नेहदीप (45) ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि उसका भतीजा राकेश कुमार (22) पुत्र विष्णु दत्त मानसिक रूप से परेशान चला आ रहा था। आज सोमवार सुबह उसने अपनी घर के कमरे की छत के सरिये से कपड़ा बांध कर फांसी ले ली। इसकी जानकारी उन लोगों को दोपहर 12 बजे लगी। सूचना पाकर चौटाला पुलिस चौकी के एसआई जीत सिंह मौका पर पहुंचे।
एसआई जीत सिंह के अनुसार स्नेहदीप के ब्यान पर 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए डबवाली के सिविल अस्पताल से शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव को उसके वारिसों को सौंप दिया।

डिग्गी में गिरा मासूम, मौत

डबवाली (लहू की लौ) 5 दिन पूर्व अपने बच्चे के जन्म दिन की तैयारियों में मशगूल परिवार को उस समय भारी आघात लगा जब लाडला बेटा घर के आंगन में खेलते समय घर में बनी चार फुट गहरी डिग्गी में गिर गया और उसकी मौत हो गई।
गांव डबवाली के विशाल (28) पुत्र अशोक कुमार ने बताया कि दो वर्ष पूर्व ही उनके घर बेटा हुआ था। जिसका नाम उन्होंने विनय रखा था। वह रामां मण्डी की रिफाईनरी में काम करता है। वह प्रात: 7 बजे डयूटी पर चल गया। महिलाएं घर के भीतर काम कर रही थी और विनय घर के आंगन में खेल रहा था। खेलते-खेलते अचानक डिग्गी में गिर गया। जिसकी जानकारी घर के किसी सदस्य को नहीं थी। लेकिन कुछ समय बाद ही उसकी पत्नी अमनदीप कौर को याद आई कि विनय वहां नहीं है। उसकी तालाश शुरू की गई, तो वह खोजते-खोजते डिग्गी के पास पहुंची तो डिग्गी में उसका शव तैरता हुआ मिला। विनय को डबवाली के एक प्राईवेट अस्पताल में लेजाया गया। लेकिन जांच के बाद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। विनय का आगामी 11 जून को दूसरा जन्म दिन था।

04 जून 2010

डेरा प्रमुख की जमानत पर फैसला 14 को

प्रदेशभर में पेशी को लेकर रहा हाई अलर्ट
सिरसा  डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह की अग्रिम जमानत पर आज दिया जाने वाला निर्णय अब चुनावों तक टल गया है। डेरा प्रमुख आज नियमित पेशी के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सीबीआई अदालत में पेश हुए। पेशी के दौरान अदालत परिसर को सुरक्षा जाल में तबदील कर दिया गया था और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात की गई थी। दोनों पक्षों की जिरह सुनने के बाद हरियाणा सरकार व पुलिस की दरखास्त पर गौर करते हुए विशेष न्यायाधीश एएस नारंग ने अग्रिम जमानत पर फैसला चुनाव बाद यानी 14 जून तक टाल दिया। डेरा प्रमुख को मिली नियमित अग्रिम जमानत को आधार बनाते हुए अवतार सिंह नामक डेरा के पूर्व प्रबंधक ने उसे भी जमानत देने का आग्रह किया था। इसके बाद अदालत ने डेरा प्रमुख की अग्रिम जमानत पर आज फैसला सुनाना था। इस फैसले के दृष्टिगत ही राज्य सरकार ने अलर्ट घोषित किया था। सभी जिलाधीशों ने अपने मातहत अधिकारियों की बैठक भी कर ली थी। इसी बीच हरियाणा पुलिस ने न्यायालय से गुहार की कि चुनाव में व्यस्तता के चलते पुलिस इस मामले में सुरक्षा की गारंटी नहीं ले सकती इसलिए एक बार निर्णय को सुरक्षित रख लिया जाए। पुलिस की दरखास्त पर गौर करते हुए न्यायाधीश ने अगली तारीख 14 जून निर्धारित कर दी। साथ ही कल 5 जून को साध्वी यौन शोषण मामले में डेरा प्रमुख की पेशी को भी स्थगित कर दिया गया। डेरा प्रमुख की जमानत रद्द होने की आशंका के चलते डेरा के हजारों अनुयायी आज न्यायालय परिसर के बाहर एकत्रित थे। इनमें महिलाओं की संख्या काफी थी। तंबुओं के नीचे बैठी महिलाएं सिमरन भी करती देखी गईं। डेरामुखी सुबह सवा 8 बजे अदालत पहुंचे और भारी सुरक्षा के बीच उन्हें वीडिया कॉन्फ्रैंसिंग रूमं में ले जाया गया।  आज की पेशी दोपहर 3 बजकर 20 मिनट पर खत्म हुई। आज डेरा प्रमुख की पेशी के चलते अदालत परिसर के बाहर भारी संख्या में डेरा अनुयायी इक_े थे और पुलिस जवान भी अतिरिक्त लगाए गए थे। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक रंजीव दलाल ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को डेरा प्रमुख की पेशी के चलते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखने के निर्देश जारी किए थे। पुलिस प्रशासन का अनुमान था कि अदालत द्वारा डेरा प्रमुखकी जमानत याचिका रद्द करने के बाद कानून व्यवस्था की स्थिति को संभालना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए पुलिस ने पहले से ही पूरे बंदोबस्त कर लिए थे। भारी संख्या में पुलिस बल, फायर ब्रिगेड, घुड़सवार पुलिस, आंसू गैस, वज्र सहित सुरक्षा के तमाम इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा व्यवस्था  का जायजा लेने के लिए आज हिसार रेंज के आईजी अनंत कुमार ढुल भी सिरसा पहुंचे।

चौपाल पर चुनाव के चर्चे

बनवाला (जसवन्त जाखड़) इन दिनों जिला सिरसा में जिला परिषद, ब्लाक समिति और पंचायत के चुनाव का प्रचार जोरों पर है। हालांकि 6 जून को प्रत्याशियों की पोल मत पेटियां तथा ईवीएम मशीनें खोल देंगी।
गांव बनवाला में जिला परिषद, ब्लाक समिति और पंचायत चुनाव में खड़े हुए प्रत्याशी अपनी-अपनी बात मतदाताओं के समक्ष रखने के लिए आ रहे हैं। इस बार ग्रामीण मतदाता उतना भोला नहीं है, जितना कि प्रत्याशी समझते हैं। वह हर बात को समझता है, भले ही उसे रिझाने के लिए शराब की ही क्यों न पिलाई जा रही हो। मतदाता इस बात को लेकर चल रहा है, कि अगर प्रत्याशी इस मौके पर उसे खिलाते-पिलाते हैं, तो खा पी लेना चाहिए। वोट तो अपने मन से ही देनी है। जब ये जीत जाएंगे तब उनकी सुनवाई कहां होने वाली है।
गांव के देवीलाल चौक पर बैठे हुए युवक प्रत्याशियों का प्रचार सुनने के बाद अक्सर बड़े ही मजे से बाते करते हैं कि यहां विकास की बात तो सभी करने आ रहे हैं, लेकिन वायदे पर खरा कौन उतरेगा, ये तो उसे अजमाने पर ही पता चल पाएगा। वे यह भी सोचते हैं कि आखिर वोट किसको दें। आपस में विचार-विमर्श तो करते हैं, लेकिन फिर मन को मसोस कर कहते हैं कि चलो 6 जून आएगी तब यहां मन करेगा, वहां मोहर लगा देंगे।
इसी प्रकार चौपाल में बैठे हुए वृद्ध भी हुक्का गुडग़ुड़ाते हुए अक्सर इन दिनों चुनाव की ही बात करते हैं, चूंकि मौसम भी तो चुनाव है, अब बेचारे हाड़ी काटकर कुछ समय आराम के साथ-साथ प्रत्याशियों के भाषण सुनकर मंनोरजन भी कर रहे हैं। इन चुनावों के मौसम में वृद्ध अपनी बेटों को यह सुझाव देना भी भूल गये हैं कि बेटा हाड़ी के बाद अब सावनी भी आनी है और खेत में जाकर इसकी बिजाई भी करनी है और आगे की भी सोचनी है।
भूप सिंह टाड़ा  का कहना है कि गांव का विकास रूका हुआ है, वे तो उसी को वोट देंगे, जो गांव की और भाईचारे की बात करेगा।
सरवन गोदारा  का कहना है कि कैसा जमाना आ गया है, सरपंच पद के लिए भी एमएलए जैसा प्रचार करना पड़ रहा है। भोंपू पूरा दिन गांव में बजते हैं और गांव की शांति भंग हो रही है, यह भी पता नहीं, कि जीतकर ये लोग गांव का कितना विकास करवाएंगे।
प्रेम भांभू  का कहना है कि प्रत्याशी अब तो बड़े-बड़े वायदे कर रहे हैं, लेकिन जब जीत हासिल होगी तो वायदे तो भूल जाएंगे, मतदाता को भी भूल जाएंगे। फिर कहेंगे हमें तो वोट डाला ही नहीं, हम तुम्हारे वोट से कहा बनें हैं।
रामकुमार का कहना है कि चुनाव में वोट डालने का अधिकार उसे मिल गया है और वह तो अपने वोट को पूरी तरह सोच-समझकर ही प्रयोग करेगा। उसका तो लक्ष्य एक ही है जो गरीब की सुनेगा, वह उसको जरूर वोट देगा।
हरबन्स जाखड़ का कहना है कि जीते कोई भी लेकिन वह अपने कत्र्तव्य को याद रखे। सबकी सुनें और सबको सरकार द्वारा बनाई गई योजनाओं का लाभ दे।

अविश्वास मत पर टिका कांग्रेस का भविष्य

डबवाली (लहू की लौ) नगरपालिका अध्यक्षा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर डबवाली के लोगों की निगाह अब 16 जून पर लगी हुई हैं। इसी प्रस्ताव पर डबवाली क्षेत्र में कांग्रेस और डॉ. केवी सिंह का राजनीतिक भविष्य भी जुड़ा हुआ है। चूंकि डॉ. केवी सिंह के आशीर्वाद से ही पालिका अध्यक्षा के पद पर सिम्पा जैन सुशोभित हो पाई थीं।
नगरपालिका के चुनावक्रम पर दृष्टि डालें तो पालिका के चुनाव पहली पालिका के समय सीमा समाप्त होने से पूर्व ही 30-12-2008 को सम्पन्न हुए थे। जिसके चलते 3-3-2009 को विजेता पार्षदों की नोटिफिकेशन सरकार द्वारा की गई। हालांकि इन चुनावों में 19 वार्डों में से 10 पर कांग्रेस को, 7 पर इनेलो तथा 2 पर इनेलो की सहयोगी भाजपा को सफलता हासिल हुई थी।
पार्षदों की प्रथम बैठक और शपथ ग्रहण समारोह 20 मार्च 2009 को तत्कालीन उपमण्डलाधीश धर्मपाल सिंह ने सम्पन्न करवाया था। लेकिन प्रधान और उपप्रधान पद को लेकर कांग्रेस में कशमकश चलती रही। कांग्रेस के 10 में से चार पार्षद प्रधान पद की दौड़ में थे। जिसमें विनोद बांसल, रमेश बागड़ी, सिम्पा जैन तथा हरनेक सिंह शामिल थे। कई दिन तक इनमें उठा-पटक चलती रही। उस समय इनेलो ने यह शिगूफा भी छोड़ा कि सरकार तो नगरपालिका पर इनेलो की ही आएगी और कांग्रेसी आपस में लड़ते रह जाएंगे। इनेलो के इस शिगूफा से कांग्रेसी पार्षदों को एक होने का मौका मिला और 31 मार्च को सिम्पा जैन के नाम पर जैसे तैसे सहमति हो गई। लेकिन इस सहमति से पूर्व कांग्रेस में फिर दरार पैदा हुई और पार्षद हरनेक सिंह नगरपालिका के बाहर से ही गायब हो गया। उस दिन कांग्रेसी पार्षदों के हाजिर न होने से बैठक कैंसल कर दी गई। इस मौके पर उपस्थित हुए इनेलो पार्षदों ने खूब शोर-शराबा किया। लेकिन उनकी एक न चली।
फिर अगले दिन 1 अप्रैल को कांग्रेसी पार्षद नगरपालिका में उपमण्डलाधीश धर्मपाल सिंह के निमंत्रण पर आयोजित पार्षदों की बैठक में उपस्थित हुए। इस मौके पर सभी 19 पार्षद उपस्थित थे। लेकिन बहुमत कांग्रेस के पक्ष में होने के कारण प्रधान पद पर सिम्पा जैन और उपप्रधान पद पर हरनेक सिंह को चुन लिया गया। हरनेक सिंह ने तत्काल अपना कार्य शुरू कर दिया। लेकिन 4 मई 2009 को प्रधान पद की नोटिफिकेशन के बाद प्रधान ने 5-5-2009 को अपना कार्यभार संभाला।
प्रधान पद को लेकर इसके बावजूद भी कांग्रेसी पार्षदों में नोंकझोंक अक्सर चलती रही। पार्षद जगदीप सूर्या, विनोद बांसल, रमेश बागड़ी ने बताया कि सिम्पा जैन वायदे पर कायम नहीं रही। जिसके चलते उन्हें विद्रोही तेवर अपनाने पड़े। उनके अनुसार प्रधान पद पर सिम्पा जैन की नियुक्ति करते समय पार्षदों में यह तय हुआ था कि छह माह के बाद वह प्रधान पद छोड़ देगी। इन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सिम्पा जैन पार्षदों को ब्लैकमेल करके प्रधान बनी थी। चूंकि उसने धमकी दी थी कि अगर उसे प्रधान नहीं बनाया जाता तो वह विपक्षी खेमे में शामिल हो सकती है।
विद्रोही कांग्रेसी पार्षदों ने इनेलो पार्षदों के साथ हाथ मिलाते हुए अपनी गुप्त बैठकें नगर के एक होटल में करनी शुरू कर दी। जिसमें विपक्ष के पार्षद गुरजीत सिंह शामिल थे। 14 मई 2010 को विद्रोही पार्षद अपने कार्य को अंजाम देने के लिए डबवाली से इनेलो के विधायक अजय सिंह चौटाला से सिरसा में उनके निवास स्थान पर मिले और बताया कि वे पालिका अध्यक्षा से खफा है और किसी भी कीमत पर इसे बदलने के इच्छुक हैं। बताया तो यह जाता है कि अजय सिंह चौटाला ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे अब भी विचार कर लें, अन्यथा आगे कदम बढ़ाने के बाद पीछे न हटें। इस मौके पर कांग्रेसी पार्षदों ने एक शर्त रखी कि यदि पालिका अध्यक्षा इनेलो में शामिल होने की इच्छा करे तो उसे किसी भी कीमत पर इनेलो में शामिल न किया जाए और न ही उसे समर्थन देकर इनेलो प्रधान बनाए। इस पर अजय सिंह चौटाला ने सहमति व्यक्त की और इनेलो व विद्रोही कांग्रेसी पार्षदों में समझौता हो गया। इसी योजना के तहत 17 मई को विद्रोही कांग्रेसी पार्षद अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में इनेलो पार्षदों के साथ उपायुक्त सिरसा के समक्ष प्रस्तुत हुए और  उन्हें पालिका अध्यक्षा और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए अपने शपथ पत्र सौंपे। अविश्वास प्रस्ताव के लिए पार्षदों की विशेष बैठक 16 जून को बुलाए जाने को लेकर राजनीतिक क्षेत्रों में गतिविधियां तेज हो गई हैं। राजनीति पर्यवेक्षकों का मानना है कि नगरपालिका के अध्यक्षा पद पर सिम्पा जैन को बिठाने के लिए कांग्रेस नेता डॉ. केवी सिंह की अहम भूमिका थी और डॉ. केवी सिंह ने इसके लिए नगरपालिका चुनाव के समय गठित की गई पांच सदस्यीय कमेटी को भी नजरअंदाज कर दिया था। इस कमेटी में मलकीत सिंह गंगा, नवरतन बांसल, रवि चौटाला, संदीप चौधरी, दीपक कौशल एडवोकेट शामिल थे। कमेटी को नजरअंदाज करने के बाद कमेटी के सदस्यों और डॉ. केवी सिंह के बीच तभी से 36 का आंकड़ा चला आ रहा है। लेकिन विद्रोही कांग्रेसी भी केवी सिंह के ही समर्थक माने जाते रहे हैं। आखिर केवी सिंह के आशीर्वाद से बनाई गई पालिका अध्यक्षा के खिलाफ केवी सिंह के समर्थकों के ही विद्रोह में आ जाने से यह माना जाने लगा है कि यदि अविश्वास प्रस्ताव 16 जून को पारित हो जाता है, तो डॉ. केवी सिंह का डबवाली से जुड़ा राजनीतिक भविष्य भी काफी हद तक प्रभावित होगा। हालांकि पालिका अध्यक्षा के राजनीतिक भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लगेगा ही।

30 मई 2010

सरपंच पद मिला 11 लाख में

डबवाली (लहू की लौ) जिला सिरसा के गांव पन्नीवाला मोरिकां में चुनाव न हों इसके लिए प्रत्याशियों में पहले बोली से सरपंची नीलाम करने का प्रयास किया गया। लेकिन बाद में गांव के मौजिज व्यक्तियों ने 11 लाख में सरपंची पर सर्वसम्मति करवाते हुए यह राशि गांव में बने एक डेरा और गुरूद्वारा को दिला दी।
डबवाली खण्ड के गांव पन्नीवाला मोरिकां में वीरवार को गांव के गणमान्य लोगों ने सार्वजनिक बैठक की। जिसमें सरपंच पद का चुनाव लड़ रहे अमरजीत सिंह (30) पुत्र दर्शन सिंह, जगदीश (50) पुत्र आत्मा सिंह, जगदीप सिंह (32) पुत्र साधु सिंह, इकबाल सिंह (30) पुत्र मुख्तियार सिंह, गमदूर सिंह (50) पुत्र सरवन सिंह, जगसीर सिंह (40) पुत्र टेक सिंह, लखवीर (55) पुत्र ज्वाला सिंह, हरमन्दर सिंह (35) पुत्र अंग्रेज सिंह, बलविन्द्र (29) पुत्र बन्ता सिंह, नगिन्द्र सिंह (50) पुत्र गुरदेव सिंह, बलकरण सिंह (35) पुत्र गुरदेव सिंह जोटा, अमरीक (30) पुत्र साधु सिंह को भी बुलाया गया। इस बैठक में गांव के डेरा बाबा ज्ञान नाथ के प्रमुख फलाई नाथ भी मौजूद थे। इसके अतिरिक्त कांग्रेसी नेता जग्गा सिंह बराड़ को भी आमंत्रित किया गया था। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि गांव में सरपंच का चयन शांतिमय तरीके से होना चाहिए और चुनाव की नौबत न आये। इसलिए सर्वसम्मति से फैसला ले लिया जाये। इसके साथ ही सरपंच पद पर सर्वसम्मति होने से गांव का 100 साल पुराना रिकॉर्ड भी टूट जाएगा।
इस मौके पर उपस्थित प्रत्याशियों ने सबसे पहले यह मांग रखी कि जो सरपंची पद के लिए अधिक बोली देगा वह स्वीकार होगा। जिस पर बोली 10 लाख रूपये से स्टार्ट हुई। देखते-देखते बोली 15 लाख रूपये तक पहुंच गई। लेकिन उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने इसे स्वीकार नहीं किया। बल्कि आपसी सहमति से यह तय हो गया कि सरपंच पद का प्रत्याशी जगदीप सिंह (32) पुत्र साधु सिंह 11 लाख रूपये की राशि देगा। मोहर लगते ही जगदीप सिंह 11 लाख रूपये की नकद राशि ले आया। इस राशि को गांव में बने डेरा तथा गुरूद्वारा पर खर्च करने के अतिरिक्त बाकी बची राशि को गांव के विकास पर खर्च करने पर सहमति हुई। बताते हैँ कि यह राशि डेरा के प्रमुख फलाई नाथ के पास रख दी गई।
गांव के निर्विरोध चुने गये सरपंच जगदीप सिंह ने इस बात को स्वीकार किया कि उसने 11 लाख रूपये की राशि दी है। यह राशि डेरा और गुरूद्वारा के विकास के लिए दी गई है।
मौका पर उपस्थित जग्गा सिंह बराड़ ने बताया कि गांव के लोगों की इच्छा के अनुरूप सरपंच पद पर सर्वसम्मति हुई है। उन्होंने कहा कि सरपंच चुने गये जगदीप सिंह ने अपनी इच्छा अनुसार 11 लाख रूपये की राशि डेरा के प्रमुख को सौंपी है। उनके अनुसार इस राशि को गांव के लोगों की कमेटी गठित करके कमेटी द्वारा खर्च की जाएगी। बराड़ ने इस बात की पुष्टि की कि जब उसे बुलाया गया था तो मौका पर सरपंच पद की बोली लग रही थी। जिसे उसने रोका और कहा कि पैसे के बल पर नहीं बल्कि गांव में भाईचारे की बदौलत सहमति हो, जो हुई।

ब्लू क्लीपिंग को टवीटर और फेसबुक से जोड़ा

डबवाली (लहू की लौ) साईबर अपराध करने वाले लोगों ने जिला सिरसा की पुलिस को चुनौती देते हुए डबवाली कांड के नाम से इंटरनेट पर उतारी गई ब्लू फिल्म की क्लिपिंग को अब यूटयूब के साथ-साथ वीयूक्लिप.कॉम पर भी उतार दिया है। पुलिस अभी तक साईबर अपराधियों के  सिरे को ही ढूढ़ रही है। लेकिन साईबर अपराध करने वाले ने पुलिस को एक और चुनौती देते हुए डबवाली कांड की अश्लील क्लिपिंग को दो भागों में वीयूक्लिप.कॉम पर उतारा ही नहीं बल्कि इसे पूरे संसार में अधिक प्रयोग की जाने वाली सोशल नेटवर्किंग साईट टवीटर और फेसबुक के साथ भी जोड़ दिया है।
जिस प्रकार से साईबर अपराधी कार्य कर रहा है उससे लगता है कि अपराधी शातिर दिमाग का है और इंटरनेट का अच्छा जानकार है। यह भी पता चला है कि डबवाली से 38 किलोमीटर दूर पंजाब का शहर बठिंडा इन क्लिपिंग की सीडी के लिए मशहूर हो चला है। कुछ लोग वहां से खरीद कर सीडी को डबवाली ला रहे हैं और उसकी कॉपी करके धड़ल्ले से बेच रहे हैं।
मोबाइल पर भी इस अश्लील क्लिपिंग का तीसरा पार्ट भी जारी करके युवाओं में सनसनी फैला दी है। तथ्य तो यह है कि पुलिस के पास इस अश्लील क्लिपिंग को लेकर न तो लड़के वालों ने और न ही लड़की वालों ने इसकी शिकायत दर्ज करवा कर जांच की मांग की है और न ही पुलिस ने इस अपराध में दोषी किसी व्यक्ति को अभी तक पूछताछ के लिए पकड़ा है। हालांकि इस क्लिपिंग की सीडी और मोबाइल पर इसे धड़ल्ले से डाऊनलोड किया जा रहा है और मोबाइल पर नई साईट का नाम भी दिया जा रहा है।
इस संबंध में डबवाली के डीएसपी बाबू लाल ने कहा कि अभी तक पुलिस किसी सिरे तक नहीं पहुंच पायी है। जब इसमें प्रगति होगी तो बता दी जायेगी। फिलहाल उन्हें कोई शिकायतकर्ता ही नहीं मिल रहा है।

ब्लू फिल्म की क्लीपिंग से युवा हो रहे हैं पथ भ्रष्ट

डबवाली (लहू की लौ) इंटरनेट और मोबाइल पर धड़ल्ले से चलने वाली डबवाली कांड नामक ब्लू फिल्म की क्लीपिंग इतनी लोकप्रिय हो चुकी है कि एक इंटरनेट कैफे पर यह क्लीपिंग जोरशोर से दिखाई जा रही है। जबकि पुलिस फिलहाल न तो इस कैफे को ढूंढ़ सकी है और न ही इसकी जांच को लेकर कड़ा रूख अख्तियार कर पाई है। प्राप्त जानकारी अनुसार पिछले तीन दिनों से डबवाली कांड नामक अश्लील क्लिपिंग चर्चा का विषय बनने के साथ-साथ युवाओं को पथ भ्रष्ट करने में भी अपनी भूमिका अदा कर रही है। चूंकि इस ब्लू फिल्म को इंटरनेट पर एक मिनट 12 सैकेंड की दिखाई गई है और मोबाइल पर यहीं क्लीपिंग दो भागों में 6 मिनट 24 सैकेंड की है। हालांकि कहा तो यह भी जा रहा है कि इस फिल्म की ब्लू सीडी एक घंटा से ऊपर की है। बताया जा रहा है कि यह क्लिपिंग भी बाजार में उतारी जा चुकी है। एक साईबर कैफे पर तो 20 रूपये लेकर दिखाई जा रही है। प्रशासन इस संबंध में फिलहाल सुस्त नजर आ रहा है।  इस सन्दर्भ मेंं जब डबवाली के डीएसपी बाबू लाल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि अपराधी का पता लगाया जा रहा है कि किसने इसको तैयार किया और फिर मोबाइल और इंटरनेट पर डाऊनलोड किया। जब उनसे पूछा गया कि क्या इसकी जांच के दौरान किसी व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत मेें लिया गया है तो उनका कहना था कि फिलहाल पुलिस को इसका सिरा नहीं मिल पाया है।
स्कूल के विद्यार्थियों में भी इस क्लिपिंग को लेकर भी उत्सुकता बढ़ रही है जिसके चलते इस क्लिपिंग के विद्यार्थियों के मोबाइल पर पहुंच जाने से उनके मार्ग से भटक जाने का खतरा पैदा हो गया है। अगर समय रहते इस पर नियंत्रण स्थापित न किया जा सका तो यह समाज के लिए अहित कर साबित होगी।

गंगा में वोट को लेकर झगड़ा

डबवाली (लहू की लौ) वोटों को लेकर गांव गंगा में हुए झगड़े में एक युवक घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घायल की बाजू तथा पेट पर चोट आई है।
घायल कश्मीर सिंह (25) पुत्र करतार सिंह निवासी गंगा ने बताया कि वह भट्ठा मजदूर है। शुक्रवार रात को अपना काम निपटाकर वह घर में आया ही था कि उसी समय गांव के भूंडा, रिम्पा, किंदा बगैरा ने उसे आवाज लगाई। घर से बाहर निकलते ही उन्होंने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके चोटें मारी। कश्मीर ने बताया कि झगड़े का कारण वोट है।
उसके अनुसार वार्ड नं. 12 से गेज सिंह तथा भोला सिंह पंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वह भोला सिंह की हिमायत करता है। लेकिन गेज सिंह के मददगार उस पर उन्हें वोट देने का दबाव डालते हैं। लेकिन ऐसा करने से उसने साफ इंकार कर दिया। इसी के चलते भूंडा, रिम्पा तथा किंदा निवासी गांव गंगा ने उस पर तेजधार हथियारों से हमला करके चोटें मारी। कश्मीर के अनुसार तीन माह पूर्व भी चुनावी रंजिश के चलते उक्त लोगों ने उस पर हमला करके चोटें मारी थी।
इस मामले के जांच अधिकारी तथा गौरीवाला पुलिस चौकी के एएसआई हंसराज ने बताया कि घायल को गोरीवाला पीएचसी से डबवाली में एक्सरे के लिए रैफर कर दिया है और  एक्सरे की रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।

पन्नीवाला रूलदू में गोली चली

डबवाली (लहू की लौ) गांव पन्नीवाला रूलदू में खेत में पानी लगाने को लेकर दो पक्षों में हुए झगड़े में एक पक्ष पर दूसरे पक्ष ने गोलियां चलाने का आरोप लगाया है।
थाना सदर पुलिस डबवाली में की शिकायत में रणजीत सिंह (31) पुत्र छोटा सिंह ने आरोप लगाया है कि उसकी पानी की बारी थी लेकिन उनके ही गांव के इकबाल सिंह ने उसे पानी लगाने से रोका। जब उसने इसका विरोध किया तो इकबाल सिंह ने 12 बोर की देसी पिस्तौल के साथ दो हवाई फायर करके उसे जान से मारने की धमकी दी। जांच अधिकारी तथा थाना सदर पुलिस के एएसआई जय सिंह ने बताया कि रणजीत सिंह के ब्यान पर इकबाल सिंह पुत्र सतकरतार सिंह के खिलाफ धारा 285/506 आईपीसी तथा आर्मज एक्ट के तहत केस दर्ज करके मौका से चले दो कारतूस बरामद करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।

16 मई 2010

इंटरनेट पर चल रही ब्लू क्लीपिंग पर शिकंजा कसने की तैयारियां शुरू

डबवाली (लहू की लौ) यूटयूब पर डबवाली कांड के बैनर तले चल रही ब्लू फिल्म की क्लिपिंग का मामला पुलिस के आला अधिकारियों तक जा पहुंचा है। पुलिस ने इस ब्लू फिल्म को लेकर अपनी जांच शुरू कर दी है।
पता चला है कि डबवाली में चर्चा का विषय बनी डबवाली कांड की ब्लू फिल्म की क्लिपिंग का मामला पुलिस तक पहुंंचने के बाद इस साईट को पुलिस के आला अधिकारियों ने आज जांचा और इसके बाद अधिकारी इस बात का पता लगाने में जुट गये हैं कि यह फिल्म किसने तैयार करवाई और किसने बनाई तथा इसे किस प्रकार से नेट पर डाला गया।  चर्चा है कि एक युवक अपना मोबाइल लेकर एक कंप्यूटर वाले के पास गाने डाऊन लोड करवाने के लिए ले गया और उस कंप्यूटर वाले की निगाह मोबाइल में रखी ब्लू फिल्म पर पड़ी तो उसने उसकी कॉपी कंप्यूटर में कर ली और बाद में अन्य मोबाइल पर एमएमएस के जरिये पहुंचने लगी। जिससे पूरे नगर में हड़कम्प मच गया। पुलिस और खुफिया विभाग सक्रिय हो गया।
इंटरनेट पर और मोबाइल में डाली जा रही अश्लील वीडियो क्लीपिंग के संदर्भ में जब डीएसपी बाबू लाल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इस प्रकार की शिकायतें पुलिस को मिली हैं और एसपी सिरसा कार्यालय से इन साईटों को बन्द करवाने के लिए प्रयास शुरू हो चुके हैं। शीघ्र ही इन साईंटों को बन्द करवा दिया जाएगा और जो इस प्रकार की शरारत करेगा, उसके खिलाफ कार्यवाही होगी।

चर्चा का विषय बनी ब्लू फिल्म की क्लीपिंग

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली कांड नामक एक ब्लू फिल्म की क्लीपिंग शुक्रवार को दिनभर शहर में चर्चा का विषय बनी रही। फिल्म की क्लीपिंग में नगर ही युवक-युवती को अश्लील हरकतें करता हुआ दिखाया गया है। इतना ही नहीं दो सप्ताह पूर्व इसे किसी व्यक्ति ने इंटरनेट से जोड़ दिया है।
जानकारी अनुसार इस क्लीपिंग को लेकर शहर में दिन-भर हलचल होती रही। लोग इस वीडियो की सीडी या क्लीपिंग के लिए सीडी विक्रेताओं तथा मोबाईल शॉप के चक्कर लगाते रहे। बताते हैं कि यह फिल्म करीब डेढ़ घण्टा की है। लेकिन मोबाइल शॉप द्वारा मोबाइलों में डाऊनलोड की जा रही इस वीडियो की क्लीपिंग मात्र 8 मिनट है। इंटरनेट पर 1 मिनट की वीडियो क्लीपिंग अपलोड की गई है। यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि वीडियो को बीती 26 अप्रैल को इंटरनेट पर डाला गया है। इंटरनेट पर डालने के लिए एक वेबसाईट का इस्तेमाल किया गया है। यह भी पता चला है कि कुछ लोग 200-200 रूपये लेकर मोबाइल पर इस क्लीपिंग को डाल रहे हैं।

11 मई 2010

डेरा फिर मुश्किल में

डबवाली (लहू की लौ) डेरा सच्चा सौदा सिरसा के पूर्व प्रबन्धक फकीर चन्द प्रकरण की जांच के लिए 5 दिनों से सिरसा में डेरा डाले बैठी सीबीआई टीम ने आज दूसरी बार गांव दीवानखेड़ा का दौरा किया। करीब एक दर्जन गवाहों के ब्यान दर्ज किये। गांव की पंचायत से फकीर चन्द की सम्पत्ति और रिश्तेदारों आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।
सीबीआई इंस्पेक्टर जेसी तिवाड़ी तथा हैड कांस्टेबल विपिन कुमार आज सुबह 8.30 बजे अचानक डबवाली नगर के बठिण्डा चौक में पहुंचे। फकीर चन्द के भतीजे तथा थ्री व्हीलर चालक चेतन कुमार से पूछताछ की। इसके बाद सुबह करीब 9.15 पर गांव दीवानखेड़ा के सरपंच राजेन्द्र बिश्नोई के निवास स्थान पर पहुंचे। उन्होंने वहां पर करीब एक दर्जन लोगों के ब्यान कलमबद्ध किये। पत्रकारों से बातचीत करते हुए गांव के सरपंच राजेन्द्र बिश्नोई ने बताया कि आज दूसरी बार सीबीआई टीम दीवानखेड़ा पहुंची। फकीर चन्द प्रकरण में करीब एक दर्जन लोगों से पूछताछ की और तथ्य जुटाए। सीबीआई टीम को उन्होंने बताया कि फकीर चन्द 1965 से डेरा में बतौर प्रबन्धक नियुक्त थे और अक्सर डेरा में रहते थे। लेकिन गांव में दु:ख-सुख में शरीक होने के लिए कभी-कभार आते थे। लेकिन पिछले 20 वर्षों से उनका कोई अता पता नहीं है। वर्ष 1990 में उन्हें आखिरी बार उनके भतीजे चेतन दास पुत्र रामदास की शादी में गांव में देखा गया था। उसके बाद वे कभी भी गांव में दिखाई नहीं दिये। डेरा से वे गायब हुए हैं। न तो उनके मृत शरीर को गांव में लाया गया और न ही उनके शरीर का संस्कार गांव में किया गया है। राजेन्द्र बिश्नोई ने कहा कि सीबीआई टीम जांच कर रही है। वे भी चाहते हैं कि फकीर चन्द के लापता होने के कारणों का सही पता लग सके।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार गांव की पंचायत ने अपनी लेटरपेड पर लिखकर सीबीआई को फकीर चन्द के बारे में आवश्यक जानकारी मुहैया करवाई है। सूत्र बताते हैं कि लेटर पेड पर फकीर चन्द की जमीन-जायदाद, रिश्तेदारों तथा फकीर चन्द के शव का गांव में दाह संस्कार न करने सम्बन्धी विस्तार से वर्णन किया गया है। फकीर चन्द के भतीजे एवं ब्लाक समिति डबवाली के सदस्य हंसराज पुत्र लक्ष्मण दास निवासी गांव दीवानखेड़ा ने पत्रकारों को बताया की फकीर चन्द उनके फूफा थे। उन्होंने सीबीआई को बताया कि उन्होंने आखिरी बार 1990 में फकीरचन्द को गांव में देखा था। वे अक्सर डेरा में रहते थे। उन्होंने सीबीआई को यह भी जानकारी दी कि जब फकीर चन्द की बहन लक्ष्मी देवी का निधन हुआ था, उस समय लक्ष्मी देवी का दाह संस्कार डेरा में ही किया गया था। उस समय फकीर चन्द भी वहां उपस्थित थे। लेकिन पिछले 20 वर्षो से उनका कोई पता नहीं। डेरा से वे गायब हुए हैं। गांव में उनके मृत शरीर का अन्तिम संस्कार नहीं किया गया। सीबीआई ने गांव की पूर्व महिला सरपंच कर्मजीत कौर के पति गुरतेज सिंह तेजा के ब्यान भी दर्ज किये हैं। पत्रकारों से बातचीत में गुरतेज सिंह ने बताया कि वर्ष 2000 से 2005 तक उसकी पत्नी गांव की सरपंच थी। नवम्बर 2004 में फकीर चन्द का भाई रामदास दो पुलिसकर्मियों के साथ उसके पास आया और फकीरचन्द की मृत्यु सम्बन्धी प्रमाण पत्र की मांग करने लगा। लेकिन फकीर चन्द के शरीर का दाह संस्कार गांव में नहीं हुआ था। इसके चलते उसने प्रमाण पत्र बनाने से साफ इंकार कर दिया। हालांकि रामदास के साथ आये दो पुलिस कर्मियों ने उस पर दबाव बनाने की कोशिश की। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार फकीर चन्द के भाई रामदास ने सीबीआई को जो ब्यान दर्ज करवाये हैं, उसमें उन्होंने प्रमाण पत्र के लिए वर्ष 2004 में महिला सरपंच के पति गुरतेज के पास जाने की बात स्वीकारी है। ज्ञातव्य रहे कि किसी भी मृत व्यक्ति के संस्कार सम्बन्धी प्रमाण पत्र को पंचायत से 21 दिन के भीतर प्राप्त करना होता है। फकीर चन्द के भाई रामदास के पुत्र चेतन कुमार निवासी डबवाली तथा ईसर दास के पुत्र पुरूषोत्तम निवासी दीवानखेड़ा के भी सीबीआई ने ब्यान दर्ज किये हैं।

05 मई 2010

भाखड़ा में डूबे सोनू का शव मिला

डबवाली (लहू की लौ) राजस्थान कैनाल में कैनाल के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने की दौड़ में लगे दो दोस्तों में से गायब हुए युवक सोनू उर्फ रमेश कुमार (17) पुत्र मनी राम निवासी सुकेराखेड़ा का 32 घण्टे के बाद सुकेराखेड़ा पुल से एक किलोमीटर दूर पानी में तैरता हुआ शव मिल गया।
गांव की सरपंच पार्वती देवी के पति ओमप्रकाश (38) ने बताया कि सोनू को ढूंढऩे के लिए आज दूसरे दिन 14 फुट गहरे पानी में गांव के तैराक युवकों को उतारा गया। राजस्थान कैनाल के तीन पुलों पर ग्रामीणों के निगरानी दल सोनू के जीवित या मृत निकलने की आस लगाये हुए बैठे रहे। उनके अनुसार 7-7 किलोमीटर पर स्थित राजस्थान कैनाल के सुकेराखेड़ा पुल, जण्डवाला बिश्नोइयां पुल तथा कालुआना पुल पर ग्रामीणों के दस्ते तैनात कर दिये गए। 32 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम को करीब 6 बजे सुकेराखेड़ा पुल से एक किलोमीटर दूर बुर्जी नं. 534 के नजदीक लापता हुए सोनू का शव राजस्थान कैनाल में तैरता हुआ दिखाई दिया। तुरन्त लोगों ने नहर में कूदकर उसे बाहर निकाल लिया। मौका पर पहुंचकर चौटाला पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया।
ज्ञातव्य रहे सोमवार को सुबह 11 बजे गांव सुकेराखेड़ा के दो हमउम्र दोस्त सोनू और राजकुमार राजस्थान कैनाल में नहाने के लिए उतरे थे। नहाते-नहाते वह 220 फुट चौड़े एक छोर से दूसरे छोर तक जाने के लिए एक-दूसरे की प्रतियोगिता पर उतर आये। लेकिन सोनू सांस चढऩे के कारण अधर में ही लापता हो गया जबकि राजकुमार दूसरे छोर तक पहुंचने में सफल रहा।
सरपंच ओमप्रकाश के अनुसार सोनू 10वीं फेल था और खेत मजदूर था। वह एक हंसमुख युवक होने के कारण सभी उसे प्यार करते थे। किसी को यह मालूम नहीं था कि वह नहाने जाएगा और फिर लौटकर वापिस घर नहीं आएगा।
चौटाला पुलिस चौकी के प्रभारी एसआई जीत सिंह कुंडू मौका पर पहुंचे और ग्रामीणों के ब्यान दर्ज किये।

राजस्थान कैनाल को पार करता युवक डूबा

डबवाली (लहू की लौ) राजस्थान कैनाल के एक छोर से दूसरे छोर तक जाने की दो दोस्तों में क्या ठनी एक दोस्त बीच में ही पानी में गायब हो गया। जबकि दूसरे दोस्त ने बाहर निकलकर ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी और अब पूरा गांव लापता हुए युवक को ढूंढ़ रहा है। प्राप्त जानकारी अनुसार गांव सुकेराखेड़ा के दो युवक सोनू (17) पुत्र मनी राम, राजकुमार (17) पुत्र रामकिशन गांव में से बहने वाली राजस्थान कैनाल पर सुबह करीब 11 बजे नहाने के लिए गये थे। लेकिन एक छोर पर नहाते-नहाते अचानक दोनों दोस्तों ने राजस्थान कैनाल के एक छोर से दूसरे छोर तक 220 फुट चौड़े मार्ग को पार करने की ठान ली। दोनों ही दोस्त पानी के बीच कूद पड़े और संघर्ष करते हुए दोनों में से राजकुमार उर्फ राजू तो नहर को पार कर गया। लेकिन सोनू रास्ते में दम चढऩे से गायब हो गया।
इस घटना की सूचना राजू ने गांव में जाकर दी। जिस पर गांव की सरपंच पार्वती देवी के पति ओमप्रकाश (38) अन्य ग्रामीणों के साथ मौका पर पहुंचे। इसकी पुष्टि करते हुए ओमप्रकाश ने बताया कि सोनू को ढूंढने के लिए लोहगढ़ से दो गोताखोर भी बुलाये गये। लेकिन पांच घण्टे के कड़े संघर्ष के बावजूद भी गोताखोरों के हाथ सफलता नहीं लग पाई। हालांकि नहर में पानी 14 फुट गहरा है। उन्होंने यह भी बताया कि इस घटना की सूचना पाकर डीएसपी डबवाली बाबू लाल अपने दलबल सहित मौका पर पहुंचे। अब ग्रामीणों ने सोनू को ढूंढने के लिए इस नहर पर निगरानी करनी शुरू कर दी है। जिसके लिए 20 लोग तैनात किये गये हैं। 7-7 लोगों के तीन ग्रुप नहर पर अपनी निगाहें टिकाये हुए हैं और रोशनी की व्यवस्था भी ग्रामीणों द्वारा नहर पर की गई है।
डीएसपी बाबू लाल ने बताया कि ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव सुकेराखेड़ा के दो लड़के राजस्थान कैनाल में नहा रहे थे। जिसमें से एक डूब गया। जिसकी सूचना पाकर वे भी मौका पर पहुंचे। पुलिस ने मौका पर दो गोताखोरों को डूबे हुए युवक को निकालने के लिए बुलाया था। थाना सदर प्रभारी भगवान दास ने बताया कि राजस्थान कैनाल से सोनू को ढूंढऩे के लिए पुलिस ने प्रयास किया। लेकिन पानी का बहाव काफी ज्यादा था। ग्रामीणों को नहर पर लगा दिया गया है। जब भी उन्हें शव दिखाई दे तो वे तुरन्त पुलिस को सूचित करें।

29 अप्रैल 2010

अंधे पति और बेटे के लिए पोस्त तस्करी

डबवाली (लहू की लौ) थाना लम्बी पुलिस ने एक महिला को डोडा पोस्त तस्करी के आरोप में गांव ख्योवाली से गिरफ्तार किया है।
थाना प्रभारी लम्बी हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि पुलिस को मुखबरी मिली थी कि एक महिला चूरा पोस्त की तस्करी करती है और वह अक्सर राजस्थान से चूरा पोस्त लाकर पंजाब में सप्लाई करती है। इसी मुखबरी के आधार पर सोमवार को एएसआई जसबीर सिंह को गांव ख्योवाली के क्षेत्र में भेजा गया और उन्होंने गश्त के दौरान एक महिला को संदेह के आधार पर हिरासत में लिया और उसके थैले की तालाशी ली तो उसमें डोडा पोस्त मिला जिसका वजन साढ़े 6 किलो था। महिला ने अपनी पहचान गुरमेल कौर  (62)पत्नी टेक सिंह निवासी वार्ड नं. 8, संगत कलां (बठिंडा) के रूप में करवाई।
एएसआई जसबीर सिंह के अनुसार महिला ने पूछताछ के दौरान माना कि वह पिछले 35 वर्षों से पोस्त तस्करी से जुड़ी हुई है। उसका पति और बेटा दोनों अंधे हैं। गुजारा करने के लिए उसे मजबूरन इस धंधे को अपनाना पड़ा है।  पूछताछ में उसने यह भी स्वीकार किया कि वह इस डोडा पोस्त को बीकानेर से एक हजार रूपये प्रति किलो के हिसाब से खरीद कर लायी है जिसे उसने मलोट क्षेत्र में 1800 रूपये प्रति किलो के हिसाब से बेचना था। उसने पुलिस को यह भी बताया कि उस पर इससे पूर्व एनडीपीएस एक्ट के तहत चूरा पोस्त तस्करी के आरोप में थाना संगत में 900 ग्राम तथा डबवाली मेें डेढ़ किलो और अढ़ाई किलोग्राम चूरा पोस्त रखने के आरोप में पहले से ही केस दर्ज हैं।
आरोपी महिला को मंगलवार को मलोट अदालत में पेश किया गया और अदालत ने उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिये।

तस्करी में चौटाला के दो युवक गिरफ्तार

डबवाली (लहू की लौ) संगरिया पुलिस ने सोमवार शाम को नाथूआना पुलिया के पास अफीम स्मगलिंग के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है।
संगरिया थाना के एसआई तारा राम ने बताया कि वह गश्त पर थे और उन्होंने नाथूआना पुलिया पर हरियाणा के चौटाला साईड से आ रहे एक मोटरसाईकिल को रूकने का इशारा किया। लेकिन मोटरसाईकिल चालक ने भगाने का प्रयास किया। पुलिस ने थोड़ी ही दूरी पर मोटरसाईकिल को काबू कर लिया। इस मोटरसाईकिल पर तीन युवक थे। तालाशी लेने पर एक युवक से 350 ग्राम अफीम बरामद हुई। इस युवक ने अपनी पहचान रामचन्द्र (27) पुत्र कृष्ण लाल निवासी चौटाला के रूप में करवाई। जबकि मोटरसाईकिल चालक ने अपनी पहचान अजय कुमार (22) पुत्र जगमोहन निवासी चौटाला और राम चन्द्र के पीछे बैठे युवक ने अपनी पहचान राजेश (25) पुत्र लाल चन्द निवासी नाथूआना (हनुमानगढ़)के रूप में करवाई। तीन युवकों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया।
जांच अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को मंगलवार शाम को एसीजेएम संगरिया विनोद सोनी की अदालत में पेश किया और तीन दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान युवकों ने बताया कि उन्होंने इस अफीम को चौटाला के छोटू भाट से खरीदा है और इसे नाथूआना गांव में जाकर बेचना था।
इधर रामचन्द्र के पिता सरपंच कृष्ण लाल बिश्नोई चौटाला ने कहा कि उसके बेटे रामचन्द्र तथा भतीजे अजय कुमार को एक साजिश के तहत छोटू भाट ने फंसाया है। वह कांग्रेस से सम्बन्धित है। जबकि छोटू भाट इनेलो से सम्बन्धित है। विधानसभा चुनावों के दौरान उनका छोटू भाट से अक्सर तकरार हुआ है और इसी का बदला उसने लिया है। उसका बेटा रामचन्द्र गांव चौटाला में दूध की डेयरी का काम करता है। नाथूआना का राजेश उसके बेटे को बरगलाकर ले गया था। जोकि छोटू भाट का आदमी है।

महिला की दर्दनाक मौत

डबवाली (लहू की लौ) गांव मल्लिकपुरा के पास ट्रेक्टर का एक्सल टूट जाने से उस पर सवार एक महिला की ट्राली के पहिये के नीचे आकर दर्दनाक मौत हो गई। औढ़ां पुलिस के एसआई रघुवीर सिंह के अनुसार मल्लिकपुरा की अनाज मण्डी से हैफेड की बोरियां भरकर ट्रेक्टर-ट्राली डबवाली की ओर आ रही थी। मार्ग में 45 वर्षीय बलविन्द्र कौर पत्नी नछत्तर सिंह और उसकी 18 वर्षीय बेटी रीना रानी मिठड़ी के लिए इस ट्रेक्टर-ट्राली पर सवार हो गई। ट्रेक्टर-ट्राली को डबवाली निवासी काला सिंह चला रहा था।
जैसे ही यह ट्रेक्टर-ट्राली मल्लिकपुरा से चली तो इसका एक्सल टूट गया। जिससे बलविन्द्र कौर और रीना रानी गिर पड़ी। बलविन्द्र कौर के ऊपर से ट्राली का पहिया गुजर गया। मौका पर बलविन्द्र कौर की दर्दनाक मौत हो गई। मृतका के शव को पोस्टमार्टम हेतू डबवाली के राजकीय अस्पताल में लाया गया। पोस्टमार्टम के बाद रीना रानी के ब्यान पर 174 सीआरपीसी के तहत कार्यवाही करते हुए पुलिस ने शव को उसके वारिसों को सौंप दिया। ज्ञातव्य रहे बलविन्द्र कौर का एक बेटा गुरजीवन सिंह डबवाली के सिविल अस्पताल में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत है।

लाखों का कीटनाशक व बीज चोरी

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब पुलिस कितनी चुस्त-दुरूस्त इसकी पोल सोमवार सुबह खुल गई। पुलिस व्यवस्था को नकारा साबित करते हुए अज्ञात चोर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक पेस्टीसाईड की दुकान से लाखों रूपये की कीटनाशक दवा तथा बीज चुरा ले गये। सोमवार सुबह सूचना पाकर मौका पर पहुंची किलियांवाली पुलिस चोरी के स्टाईल को देखकर हैरान रह गई।
पंजाब बस अड्डा के समीप स्थित जिमींदारा पेस्टीसाईड एण्ड सीड्स के पार्टनर कुलदीप (40) निवासी कखांवाली जिला मुक्तसर ने बताया कि रोजाना की भांति सोमवार सुबह वह दुकान पर आया। शट्टर उठाने पर उसने देखा कि दुकान से स्प्रे, बीज आदि गायब हैं। पड़ताल करने पर पाया कि दुकान के पिछवाड़े पर सेंध लगी हुई है। कुलदीप के अनुसार उनकी दुकान के पीछे एक अन्य दुकान है। जो अक्सर बन्द रहती है। इस दुकान के शट्टर पर लगे ताले गायब हैं। अनुमान है कि चोरों ने पीछे वाली दुकान के ताले चटकाने के बाद दुकान की दीवार में सेंध लगाई और रास्ता तैयार करके सामान उड़ा ले गये।
कुलदीप ने बताया कि अज्ञात चोर अपने साथ करीब एक लाख रूपये की 100 ली. कीड़ेमार दवा तथा करीब 5 लाख रूपये के 600 पैकेट बीटी कॉटन सीड्स ले गये हैं।  उसने यह भी बताया कि बीती 14 अप्रैल को ही उसने अबोहर निवासी संजीव तथा ओमप्रकाश के साथ उक्त शॉप का शुभारम्भ किया है। चोरी की सूचना पुलिस को दे दी गई है।
किलियांवाली पुलिस चौकी प्रभारी गुरमेज सिंह ने बताया कि पुलिस को शिकायत मिली है। मामले की तफ्तीश की जा रही है।

वेतन न मिलने पर अध्यापकों में रोष

डबवाली (लहू की लौ) खण्ड डबवाली के अध्यापकों ने रविवार दोपहर को खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष शेषपाल सिंह के नेतृत्व में एक आपातकालीन बैठक करके खण्ड शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणाली के प्रति रोष जताया। खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समक्ष रोष जताने के बाद अध्यापकों ने डीपीईओ सिरसा तथा उपमण्डलाधीश डबवाली को फोन पर पूरे मामले की जानकारी दी और बाद में एक पत्र भी प्रेषित किया। भेजे पत्र में खण्ड शिक्षा अधिकारी पर आरोप लगाया कि उन्होंने शुक्रवार को बजट आने के बावजूद भी उनका मार्च माह का वेतन नहीं दिया। पत्र में छटे वेतन आयोग का 30 प्रतिशत बकाया भुगतान, शिक्षा भत्ता, एलटीसी की राशि, व्यवसायिक भत्ता आदि भी न दिया जाना शामिल है। इस संवाददाता से बातचीत करते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ (949) के ब्लाक प्रधान शेषपाल सिंह ने कहा कि अगर इन समस्याओं का शीघ्र समाधान न हुआ तो अध्यापकों को मजबूरन धरने पर बैठना पड़ेगा। जिसकी रूपरेखा तैयार करने के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सोमवार दोपहर एक बजे अध्यापकों की एक बैठक भी बुलाई गई है।
इस संबंध में जब खण्ड शिक्षा अधिकारी कर्ण सिंह यादव से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वेतन का मसला डबवाली का न होकर पूरे हरियाणा का है। जब बजट आया ही नहीं तो वेतन कहां से दे दिया जाये। उन्होंने कहा कि अगर डीडीओ के खाते में पैसे होंगे तभी वेतन निकलेगा। उन्होंने अध्यापकों पर जानबूझकर गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग ने उनका डबवाली से तबादला रेवाड़ी कर दिया है और वह 23 अप्रैल को चार्ज छोड़ चुके हैं। उनके स्थान पर रेवाड़ी से राजेन्द्र प्रसाद शर्मा आ रहे हैं।
डीपीईओ सिरसा शेर सिंह खीचड़ ने कहा कि अध्यापकों ने उनको फोन करके अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत करवा दिया है। समस्याओं का शीघ्र समाधान करने के प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेवाड़ी से बदल कर डबवाली आ रहे खण्ड शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र प्रसाद शर्मा भी एक-दो दिन में अपना कार्यभार संभाल लेंगे।

बेटी के बर्थ-डे पर लगाया खूनदान कैम्प

डबवाली (लहू की लौ) बदलते परिवेश में जहां लिंग अनुपात का भेदभाव समाप्त करने के प्रयास चल रहे हैं, वहीं इसी कड़ी में जागरूक अभिभावक लड़कियां, लड़कों से कम नहीं के कथन पर पर चलते हुए लड़की के जन्म दिन पर सामाजिक कार्यों का आयोजन करके नई मिसाल कायम कर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण रविवार को निकटवर्ती गांव डूमवाली में देखने को मिला। पेशे से पेन्टर अमरनाथ पुत्र बख्तावर सिंह ने अपनी बेटी निशा रानी जोकि 12वीं की कॉमर्स की छात्रा है, के जन्म दिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन करके कन्या भ्रूण हत्या करने वालों को सचेत किया कि नारी जन्म अनमोल है।
रक्तदान शिविर में 18 महानुभावों ने रक्तदान किया। जिनमें 4 महिलाएं और 14 पुरूष शामिल हैं। सिविल अस्पताल रामपुराफूल के ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. गोबिन्द सिंह ने बताया कि डूमवाली गांव की महिलाओं में इतना जोश था कि गांव के ही पूर्व सरपंच हरपाल सिंह टोनी की पत्नी अमरजीत कौर ने भी रक्तदान करने की इच्छा प्रकट की। लेकिन उनमें रक्त की मात्रा 7 ग्राम होने के कारण उनका रक्त नहीं लिया जा सका।
रक्तदान करने वाली महिलाओं में रानी पत्नी दौलत राम, कर्मजीत कौर पत्नी जरनैल सिंह, नाजमा पत्नी बूटा खां, मनदीप कौर पत्नी अमरनाथ शामिल हैं।
12वीं कॉमर्स की परीक्षा दे चुकी निशा को परीक्षा परिणाम का इंतजार है। वह अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करके सीए बनना चाहती है और साथ में लोगों को रक्तदान करने के लिए समय-समय पर प्रेरित करने की मुहिम चलाना चाहती है। खास तौर पर महिलाओं में रक्तदान के प्रति जागृति लाना चाहती है। निशा का मानना है कि लड़कियों के जन्म दिन पर होने वाले सामाजिक कार्य ही महिलाओं में कुछ कर दिखाने का जज्बा पैदा कर सकते हैं।

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने कहा धमकियों से डरने वाली नहीं है न्यायपालिका

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस हरबन्स लाल ने कहा कि यदि धमकियों से जज डरने लगे तो फिर लोगों को न्याय कैसे मिल सकेगा। अनेक बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं कि जज को धमकी मिलती है, लेकिन इसके बावजूद भी जज न्याय देने से नहीं हिचकिचाते।
वे शनिवार को यहां के कोर्ट परिसर में वार्षिक निरीक्षण के बाद खाप पंचायतों के सम्बन्ध में पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों पर वे किसी प्रकार का कमेंट नहीं करेंगे। खाप पंचायतों के सम्बन्ध में जो भी कदम उठाने हैं या उनके सम्बन्ध में निर्णय लेना है। वह प्रशासन ने लेना है। अदालत के पास जो भी मामला आएगा उस पर विचार करेगी और सभी पक्षों को सुनेगी।
उन्होंने ग्राम अदालतों की सफलता के सम्बन्ध में कहा कि ग्राम न्यायालय ने इस मिथक को तोड़ा है कि अदालतों में केवल अमीर ही न्याय मांग सकते हैं। उनके अनुसार अदालतें, ग्राम न्यायालयों की मार्फत गरीबों को भी न्याय दे रही हैं और साथ में उसके घर के द्वार पर जाकर उसे न्याय देने का प्रयास कर रही हैं। जोकि उसका अधिकार है। अब गरीब भी यह सोचने लगा है कि उसे भी न्याय प्राप्त होगा और न्याय प्राप्त हो रहा है। वे अपने अधिकार के लिए अमीर के खिलाफ अपील कर सकता है।
जस्टिस ने कहा कि हाल ही में पंजाब के अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और हरियाणा के करनाल, हिसार और गुडगांव में शुरू की गई संध्या अदालतों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। लोगों को त्वरित न्याय मिल रहा है। इस अवसर पर जिला सिरसा के सैशन जज डॉ. शिवा शर्मा, उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डबवाली महावीर सिंह, न्यायिक दण्डाधिकारी अमरजीत सिंह भी उपस्थित थे।

तीन महिलाओं ने उड़ाई महिला के गले से चैन

डबवाली (लहू की लौ) गांव पथराला के पास तीन महिलाओं ने रहस्यमय ढंग से एक महिला के गले में डाली चैन उतार ली और कार में फरार हो गईं।
मंडी डबवाली के वार्ड नं. 2 की निवासी कान्ता देवी पत्नी उमा शंकर ने बताया कि वीरवार को लगभग 11 बजे एक टैम्पू में सवार होकर जस्सी बागवाली में मां सिद्धेश्वरी महाकाली के दर्शनों के लिए घर से निकली थीं। उसके साथ उसकी गली की अन्य 10-12 महिलाएं भी थीं। रास्ते में गांव पथराला के पास खीर का लंगर लगा हुआ था। वह वहां पर खीर का लंगर लेने के लिए उतर गयीं।
पीडि़ता के अनुसार इसी दौरान उनके खाली खड़े टैम्पू में तीन अन्य महिलाएं भी आकर बैठ गयीं। जो कि किसी अच्छे घराने की लग रही थीं। लंगर लेने के बाद वह सभी महिलाएं टैम्पू में सवार हुईं तो उन्होंने बाद में सवार हुई तीन महिलाओं पर ऐतराज किया। बहस के बाद अन्तत: वह तीन महिलाएं उतर कर सामने खड़ी एक कार में सवार होकर फरार हो गयीं। इसी दौरान उसका हाथ जैसे ही गले पर गया तो उसने पाया कि गले में पहनी चैन गायब है। पीडि़ता ने बताया कि संयोग से उसके गले में पहनी चैन सोने की न होकर आर्टीफिशल थी।
इस सन्दर्भ में संगत थाना प्रभारी संदीप भाटी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि दुर्गा अष्टमी पर डबवाली-जस्सी मार्ग पर पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। किसी भी असामाजिक तत्व को बख्शा नहीं जायेगा।

22 अप्रैल 2010

गौशाला ने दी आंदोलन की चेतावनी

डबवाली (लहू की लौ) गौशाला प्रबन्धक समिति के प्रधान जवाहर कामरा के नेतृत्व में गौशाला सदस्यों का एक शिष्टमंडल बुधवार को उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को मिला। शिष्टमंडल ने मृत पशुओं के लिए भूमि व ठेकेदार उपलब्ध करवाने की मांग की। साथ में चेतावनी भी दी कि अगर समस्या का तुरन्त हल न किया गया तो वे आंदोलन करने को बाध्य होंगे। प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार शाम को गौशाला के पीछे रहने वाले वार्ड नं. 4 के निवासियों ने मृत पशुओं को दबाने आये गौशाला के प्रबन्धकों को खदेड़ दिया था। इस मौके पर दोनों पक्षों में काफी देर तक कहासुनी भी हुई। मौका पर पहुंचे गौशाला प्रबन्धक कमेटी के अध्यक्ष जवाहर कामरा ने 4 दिन के भीतर समस्या का हल होने का आश्वासन दिया था। जिससे उग्र लोग शान्त हुए। बुधवार सुबह जवाहर कामरा, कमलेश गोयल, बलवन्त तायल, सतीश गर्ग उपप्रधान, रमेश झालरिया, पवन शारदा, गोवर्धन दास गोयल पर आधारित एक शिष्टमंडल उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल को मिला। शिष्टमंडल ने उन्हें मुख्यमंत्री हुड्डा के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से गौशाला प्रबन्धकों ने मृत पशुओं के लिए भूमि तथा ठेकेदार उपलब्ध करवाये जाने की मांग की है। गौशाला प्रबन्धकों के अनुसार मृत पशुओं को समय पर न उठाये जाने के कारण आस-पास के क्षेत्र में दुर्गन्ध फैलनी शुरू हो जाती है, जिससे बीमारियां फैलने का भय बना रहता है। करीब 10 माह पूर्व भी प्रशासन को इस समस्या से चेताया गया। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बरकरार है। अगर प्रशासन समस्या का जल्द स्थायी हल नहीं करता तो उन्हें मजबूरन सड़कों पर उतरना पड़ेगा। इस अवसर पर उपमण्डलाधीश ने समस्या को हल करने का आश्वासन दिलाया।
ज्ञापन लेने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमण्डलाधीश मुनीश नागपाल ने बताया कि ग्राम पंचायत डबवाली ने प्रस्ताव पारित करके हड्डारोड़ी के लिए जगह मुहैया करवा दी है। जिस पर नगरपालिका डबवाली चारदीवारी करवाएगी। इस प्रस्ताव को उपायुक्त सिरसा ने भी मंजूरी दे दी है। नगरपालिका सचिव तथा बीडीपीओ को कार्य शुरू करने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं। मृत पशुओं को उठाने का ठेका देने सम्बन्धी आदेश भी नगरपालिका सचिव को दिये गये हैं। उपमण्डलाधीश के अनुसार गौशाला में मृत पड़े 6 पशुओं को डबवाली की निकटवर्ती हड्डारोड़ी पर भेजा जाएगा। ताकि लोगों को इससे कोई मुश्किल न हो।
उपमण्डलाधीश ने गौशाला में मृत पशुओं की खाल पाये जाने सम्बन्धी लहू की लौ में छपे समाचार पर संज्ञान लेते हुए नगरपालिका सचिव को जांच कर रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिये हैं।

शिक्षा पर 425 करोड़ रूपये खर्च कर रही है सरकार-बादल

डबवाली-मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 425 करोड़ रूपये खर्च कर रही है। मोहाली में नोलेज सिटी खोलने के साथ-साथ ऐसी संस्था का भी निर्माण करवाने जा रही है, जिसमें विद्यार्थी फौज की ट्रेनिंग प्राप्त कर सकेंगे। वे बुधवार को गांव बादल स्थित दशमेश कॉलेज ऑफ एजूकेशन के 5वें वार्षिक कोनवोकेशन के अवसर पर उपस्थित विद्यार्थियों को सम्बोधित कर रहे थे। बादल ने कहा कि पढ़ाई के बिना कोई भी देश तरक्की नहीं कर सकता। अकाली-भाजपा सरकार ने अपने तीन साल के कार्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में अच्छी उपलब्धियां हासिल की हैं। उनके अनुसार राज्य में तीन नई यूनिवर्सिटीयां स्थापित की जा रही हैं। इसके साथ 14 नयें डिग्री कॉलेज के भवनों के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। ग्रामीण आंचल में गरीब वर्ग के बच्चों को शिक्षा देने के लिए 21 आदर्श स्कूल खोले जा रहे हैं। मोहाली में स्थापित किये जा रहे शिक्षण संस्थान में विद्यार्थी दोपहर से पहले शिक्षा प्राप्त करेंगे तथा बाद में आर्मी अफसरों से फौज की ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री बादल ने बीएड में राज्य में प्रथम आने वाली कॉलेज की छात्रा नवकिरण शर्मा को माता जसवन्त कौर मैमोरियल अवार्ड एवं 50 हजार रूपये नकद देकर सम्मानित किया तथा कॉलेज के 350 विद्यार्थियों को डिग्रियां बांटी। इससे पूर्व कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. एसएस संघा ने मुख्यंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर जिला मुक्तसर के उपायुक्त वरूण रूजम, एनएस ढिल्लों डीआईजी पुलिस रेंज बठिण्डा, इन्द्रमोहन सिंह एसएसपी मुक्तसर आदि उपस्थित थे।

एक रात में चार घरों में चोरियां

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग)गत रात्रि चोरों ने गांव जड़वाला जाटान में 4 घरों में चोरी करके ग्रामीणों में भय पैदा कर दिया। ओढ़ां पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ चोरी का मुकदमा दर्ज करके छरनबीन शुरू कर दिया है। पुलिस चौकी जंडवाला जाटान के इंचार्ज रघुवीर सिंह ने बताया कि गत रात्रि तीन-चार चोर नायब सिंह के घर में जा घुसे और उनके घर से अलमारी को खोलकर 21 तोले सोना, छह तोले चांदी और दो मोबाईल चोरी करके ले जाने लगे तो उसके भाई अजायब सिंह की आंख खुल गई और उन्होंने उसे पकडऩे की कोशिश की। इस पर वे उसे डंडा मारकर फरार हो गए। इससे पूर्व रघुवीर सिंह पुत्र महेंद्र सिंह के घर से  तीन तोले सोना और पांच हजार रुपए की नकदी घर में रखी अटेची का ताला तोड़कर ले गए। इसी प्रकार जीत सिंह पुत्र मंदर सिंह के घर से साढ़े तीन तोले सोना और 50-60 चांदी के सिक्के, बलजिंद्र सिंह पुत्र मल सिंह के घर में रखी गोदरेज की अलमारी से 12 तोले सोना, छह तोले चांदी और 25 हजार रुपए की नकदी लेकर फरार हो गए। ओढ़ां पुलिस ने इन चारों के बयान पर चोरी का मुकदमा दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है और मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, डॉग स्क्वायड भी पहुंचे। सूचना मिलते ही डबवाली के डीएसपी बाबू लाल, सीआईए इंस्पैक्टर किशोरी लाल और हवा सिंह डबवाली, एसएचओ ओढ़ां हीरा सिंह सहित अनेक पुलिस अधिकारी पहुंचे। जांच अधिकारी उपनिरीक्षक रघुवीर सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह कार्य किसी गिरोह के सदस्यासें द्वारा किया गया लगता है, जिन्हें शीघ्र ही काबू कर लिया जाएगा ।

मृत पशुओं को दबाने पर बवाल

डबवाली (लहू की लौ) यहां की गौशाला में मृत पशुओं को दबाने और उनकी चमड़ी उतारे जाने का आरोप लगाते हुए गौशाला के पीछे क्षेत्र के लोगों ने आज गौशाला को घेर लिया और तीन पशुओं को वहां दबाने से रोक दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार मंगलवार शाम को गौशाला प्रबंधक समिति के आदेश पर गौशाला प्रबंधक कमेटी का सदस्य गोवर्धन दास गोयल स्वयं ट्रैक्टर चला कर बैरग में डाले तीन मृत पशुओं को दबाने के लिए गौशाला प्रांगण की ओर जा रहा था कि इसकी भनक गौशाला के पीछे रहने वाले वार्ड नं. 4 के निवासियों को मिल गई। वह मौका पर पहुंचे और उन्होंने मृत पशुओं की यह कहते हुए घेराबन्दी कर ली कि इन पशुओं के दबाने से जो बदबू फैलती है उससे उनका अपने घरों में रहना मुश्किल हो रहा है। इन लोगों का नेतृत्व  बलवन्त सिंह भाऊ पुत्र ठाकुर सिंह, रेशमा देवी पूर्व सरपंच कंदूखेड़ा, कमल यादव पुत्र दौलत राम यादव, सुखजिन्द्र पुत्र बहादुर सिंह, रामजी भाटी, मास्टर मान सिंह कर रहे थे। इन लोगों ने गली की महिलाओं के साथ मिल कर मौका पर पहुंचे गौशाला प्रबंधक समिति के प्रधान जवाहर कामरा से भी ऐतराज किया और प्रशासन को शिकायत करने की धमकी दी।
मौका पर पहुंचे इस संवाददाता को उपरोक्त पीडि़तों ने बताया कि केवल गौशाला के मृत पशुओं को दबाया ही नहीं जाता बल्कि उनकी खाल भी उतार बाहर बेची जा रही है। वह लोग गौशाला प्रबंधक समिति की इन हरकतों से पिछले 10 माह से परेशान हैं।
इस सन्दर्भ में मौका पर उपस्थित गौशाला प्रबंधक कमेटी के प्रधान जवाहर कामरा ने बताया कि हड्डा रोड़ी के लिए नगर में कोई स्थान नहीं है। जिसके चलते उन्हें मजबूरी में गौशाला की जमीन में ही मृत पशुओं को दबाना पड़ रहा है। 15 दिन पूर्व ही गौशाला ने मृत पशुओं को उठाने के लिए सिरसा के अतर सिंह पुत्र लाला राम को 31 हजार रूपये में ठेका दिया था। लेकिन उसके पास जमीन न होने पर उसको गौशाला ने अलीकां रोड़ पर गांव डबवाली के जसविन्द्र सिंह पुत्र काका सिंह की जगह 10 हजार रूपये ठेका पर लेकर दे दी थी। जब वह मृत पशुओं को लेकर वहां गया तो उसे पड़ौसियों ने न तो वहां दबाने दिया और न ही उसकी खाल उतारने दी। वह वापिस उतारी गई खाल को गौशाला ले आया। आज गौशाला के पीछे रहने वाले लोगों ने जो खाल दिखाई है वह वहीं खाल है। मरे हुए पशुओं के संबंध में उन्होंने कहा कि यह वह तीन पशु हैं जो बाजार से एक्सीडैंट हालत में उठा कर लाये थे। उन्होंने उपस्थित लोगों से कहा कि वह इस समस्या को लेकर प्रशासन के पास न जायें, गौशाला प्रबंधक समिति ही उनका 4 दिनों में समाधान कर देगी।

पानी को लेकर कोहराम

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली नगर में इस समय पेयजल को लेकर त्राहि-त्राहि मची हुई है। पंजाब और हरियाणा की नहरों में बन्दी के चलते यह स्थिति पैदा हुई है। हालांकि जनस्वास्थ्य विभाग ने जमीनी टयूब्बैलों के द्वारा पेयजल आपूर्ति का प्रयास किया। लेकिन दो टयूब्बैल काम करना बन्द कर जाने से विभाग की आशाओं पर पानी फिर गया।
वार्ड नं. 1 के जोगिन्द्र गोयल, दर्शन सिंह, जगसीर सिंह, वार्ड नं. 2 के विजय बांसल, कैशो राम गुप्ता, वार्ड नं. 4 के पूर्व पार्षद पवन बांसल, पेमा राम, अंजू बांसल, प्रीतम ज्ञानी, वार्ड नं. 5 के सुखविन्द्र सिंह, शिवजी राम बागड़ी, वार्ड नं. 11 के बख्तावर मल दर्दी ने आरोप लगाया कि उनके वार्डों में पिछले कई दिनों से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही। जिसके चलते उन्हें पानी की एक बूंद भी नसीब नहीं हो रही और पेयजल के लिए जमीनी पानी का सहारा लेना पड़ रहा है।
वार्ड नं. 4 में तो लोगों का रोष इस कद्र फूट पड़ा कि सोमवार देर रात को लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल को घेर लिया और पेयजल की आपूर्ति करवाने की मांग की। मौका पर पहुंचे वार्ड नं. 4 की पार्षद तथा नगरपालिका अध्यक्षा सिम्पा जैन के पति राजेन्द्र जैन ने लोगों को आश्वासन दिया कि मंगलवार को उन्हें पेयजल की आपूर्ति करवा दी जाएगी। तब कहीं जाकर वार्ड वासियों ने जेई का घेराव तोड़ा।
मंगलवार सुबह राजेन्द्र जैन ने वार्ड नं. 4 की गांधी बस्ती की गली नं. 4 के लिए स्पैशल पानी का टैंकर भेजा। लेकिन इसकी सूचना पाकर अन्य गलियों के लोग भी पेयजल के लिए इस टैंकर पर टूट पड़े।
इस संदर्भ में जनस्वास्थ्य विभाग के एसडीओ कंवर लाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डबवाली नगर के 19 वार्डों में विभाग द्वारा 80 लाख लीटर पेयजल की आपूर्ति दो वाटर वक्र्सों से की जा रही है। लेकिन पुराना जलघर जोकि अकेला 50 लाख लीटर पेयजल की आपूर्ति करता है, उसमें 3 टयूब्बैल भी लगे हुए हैं। लेकिन पिछले दो दिनों से इनमें से दो टयूब्बैल भी जवाब दे गये हैं।
इसके चलते अब एक टयूब्बैल के सहारे हर रोज 25 लाख लीटर पानी की आपूर्ति केवल पुराने जलघर से ही डबवाली की 65 प्रतिशत आबादी को हो रही है। चूंकि डिग्गियां पहले ही नहर बंदी के चलते नहरी पानी के अभाव में सूख गई हैं और इन डिग्गियों के सूख जाने पर पेयजल की आपूर्ति जमीनी पानी से की जा रही है। इसी प्रकार लाईन पार की आबादी को नये जलघर से 30 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है। लेकिन हरियाणा में भी नहर बंदी होने के कारण इस जलघर में भी पानी काफी कम रह गया है। एसडीओ कंवर लाल के अनुसार विभाग ने उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल के आदेशों पर लोगों से अपील की थी कि नहर बंदी को देखते हुए लोग उनका सहयोग दें और पानी का दुरूपयोग न करें। न ही छिड़काव आदि के लिए पानी बहायें। लेकिन लोगों ने इस अपील को अनसुना कर दिया और विभाग को मजबूरन कड़े कदम उठाने पड़ रहे हैं। इन्हीं कदमों के तहत डबवाली के चौहान नगर और जवाहर नगर से दो पाईपे तथा जीटी रोड़ क्षेत्र से एक पानी की मोटर को जब्त किया गया है।

69 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जा चुकी है-गुरू

डबवाली (लहू की लौ) मुख्यमंत्री पंजाब के प्रमुख सचिव दरबारा सिंह गुरू ने कहा कि अब तक पंजाब की अनाज मण्डियों में 69 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है और गेहूं उठाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है।
वे मंगलवार को जिला मुक्तसर की अनाज मण्डियों बादल, लम्बी, मलोट, गिदड़बाहा, मधीर और मुक्तसर का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अब तक पंजाब की अनाज मण्डियों में 71 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई है। जिसमें अलग-अलग खरीद एजेंसियों द्वारा कुल 69 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष मण्डियों में 110 लाख मीट्रिक टन गेहूं आने की संभावना है। उनके अनुसार 18 अप्रैल को पंजाब की मण्डियों में 7 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आमद हुई। जिसमें 5 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई। आज भी इससे अधिक गेहूं आने की संभावना है। गुरू ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की दिली इच्छा है कि किसानों को मण्डियों में कोई मुश्किल नहीं आने दी जाएगी और उनकी जिनस को मण्डियों में पहुंचने से अगले दिन के बाद खरीद करके फारग कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गेहूं की अदायगी 48 घण्टों में देने के वायदे को निभाते हुए खरीद एजेंसियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं कि किसानों को उनकी जिनस की कीमत की अदायगी निश्चित समय में की जाये। उनके अनुसार पंजाब में 10 हजार 500 करोड़ रूपये की राशि बैंकों में भुगताने के लिए सुरक्षित रखी गई है। अब तक किसानों को 5200 करोड़ रूपये का भुगतान किया जा चुका है।
उन्होंने स्वीकार किया कि शुरू में मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग की समस्या आई थी और अब सरकार ने सारा ध्यान मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग पर दे दिया है। आगामी दो दिनों तक मण्डियों में गेहूं की सारी लिफ्टिंग कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब ने प्रत्येक जिला के डिप्टी कमीश्नर को आदेश जारी किये हैं कि वे रोजाना मण्डियों का दौरा करें। गेहूं की खरीद और लिफ्टिंग पर पूरी नजर रखें। उन्होंने कहा कि पंजाब कैबिनेट मंत्रीमण्डल ने पिछले दिनों बैठक के दौरान यह फैसला लिया कि अगर कोई ठेकेदार मण्डियों में गेहूं की लिफ्टिंग में कोताही करता है, तो इसके बदले में जिला के डिप्टी कमीश्नर को गेहूं की लिफ्टिंग के दूसरे विकल्प करने के पूरे अधिकार दिये गये हैं। बारदाना सम्बन्धी जिक्र करते हुए प्रमुख सचिव ने कहा कि पंजाब की मण्डियों में 4 लाख 60 हजार गांठों की जरूरत है। जबकि सरकार के पास 4 लाख 90 हजार गांठों का स्टॉक मौजूद है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं ही पूरे पंजाब का दौरा करके खरीद प्रबन्धों का जायजा ले रहे हैं और इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री पंजाब को दे रहे हैं। इस मौके पर डिप्टी कमीश्नर मुक्तसर वरूण रूजम, एसएसपी इन्द्रमोहन सिंह, एमडी मार्कफेड एसएस धालीवाल, एडीसी दिप्रभा लाकड़ा, एसडीएम मलोट प्रवीण थिंद, एसडीएम गिदड़बाहा भूपिन्द्र मोहन सिंह, एसडीएम मुक्तसर दलविन्द्रजीत सिंह उपस्थित थे।

चार बच्चों की मां प्रेमी संग फुर्र

डबवाली (लहू की लौ) यहां के हर्ष नगर निवासी चार बच्चों की मां अपने प्रेमी संग फरार हो गई। न्याय की गुहार लगाते हुए महिला के पति और पिता ने अपनी बिरादरी की पंचायत के साथ डीएसपी डबवाली के पास लिखित दरख्वास्त देकर न्याय की गुहार लगाई है। हर्ष नगर निवासी सुरेश कुमार ने बताया कि उसकी पुत्री रेखा पत्नी बलदेव रविवार दोपहर को कागज बीनने के लिए घर से निकली थी लेकिन शाम तक घर वापिस नहीं लौटी। उसके साथ उसका 3 वर्षीय बेटा रोहित भी था। महिला के पिता के अनुसार वह तथा उसका दामाद बलदेव उसकी तालाश में जगह-जगह गये तो सोमवार सुबह इन्दिरा नगरी के लोगों ने उन्हें बताया कि उसे तो उनकी नगरी का रिक्शा चालक मोनू  भगा ले गया है। सुरेश और बलदेव ने बताया कि आज वह लोग अपनी बिरादरी की पंचायत को लेकर डीएसपी डबवाली बाबू लाल से मिले और उन्हें अपनी दास्तां सुनाई। उनके अनुसार पंचायत को डीएसपी ने न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। सुरेश के अनुसार बलदेव बूट पॉलिश का काम करता है और उसके रेखा से चार बच्चे हैं जिसमें तीन लड़के और एक लड़की है। इस सन्दर्भ में जब डीएसपी बाबू लाल से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें सुरेश की ओर से इस बारे में शिकायत मिली है और थाना शहर पुलिस को आवश्यक कार्यवाही के लिए भेज दिया गया है।

सरोबर में डूबने से किशोर की मृत्यु

औढ़ां (जितेन्द्र गर्ग) गांव चोरमार में स्थित श्री गुरुद्वारा साहिब के सरोबर में डूबने से एक 16 वर्षीय किशोर की मृत्यु हो गई है। थाना प्रभारी ओढ़ां हीरा सिंह ने बताया कि मनिंद्र सिंह नामक किशोर पंजाब के गांव फत्ताकेरा से कुछ दिन पूर्व अपनी रिश्तेदारी में चोरमार आया था। सोमवार की दोपहर वो कपड़े उतारकर जब सरोबर में स्नान करने लगा तो अचानक उसका पांव फिसल गया और तैरना नहीं जानने के कारण वो डूब गया। गुरुद्वारा के श्रद्धालुओं ने जब सरोबर के किनारे कपड़े पड़े देखे गए तो उन्हें शक हुआ कि कोई सरोबर में डूब गया है। गांववासियों ने उसे ढूंढने की कोशिश की लेकिन वो नहीं मिला तो गांव नुहियांवाली से गोताखोर चंद्र सिंह को बुलाया गया और उसने किशोर का शव सरोबर में से निकाला। थाना प्रभारी ने बताया कि सरोबर में रेलिंग न होने के कारण ये दुघर्टना हुई है। उन्होंने बताया कि यहां पहले भी हादसा हो चुका है इसलिए सरोबर में रेलिंग लगाई जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि किशोर का शव पोस्टमार्टम हेतु सिरसा भेजा गया है।

बेस्ट सिंगर अवार्डी हैं राही

डबवाली (लहू की लौ) प्रतिभा के समक्ष परिस्थितियां भी नत-मस्तक हो जाती हैं। प्रतिभाशाली भले ही किसी भी पद पर पहुंच जायें, लेकिन उनकी प्रतिभा उन्हें आगे बढ़ाने के लिए हमेशा ही तत्पर रहती है। ऐसी ही प्रतिभा गुरबन्स सिंह राही पुत्र गुरजंट सिंह निवासी तख्त हजारा (सादूलशहर) हाल डबवाली में विद्यमान है। 30 वर्ष की छोटी सी आयु में वह अब तक कई पुरस्कार पा चुका है। जिसमें पंजाब विश्वविद्यालय से बेस्ट सिंगर और अन्तर्राष्ट्रीय फॉक पुरस्कार तक शामिल हैं। राही संगीत विशाद तक की परीक्षा पास कर चुके हैं और इन दिनों एजूकेशन में पीएचडी कर रहे हैं।
गुरबन्स राही का जन्म डबवाली के निकटवर्ती गांव हाकूवाला जिला मुक्तसर में 7 अप्रैल 1979 में हुआ। राही का बचपन पिता गुरजंट सिंह, माता अंग्रेज कौर, बड़े भाई कुलवन्त सिंह और बड़ी बहन परमजीत कौर, दादा श्रवण सिंह के प्यार-दुलार में राजस्थान के मटीली के गांव तख्तहजारा में बीता। प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल में प्राप्त करने के बाद हायर सैकेण्डरी शिक्षा सादूलशहर के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। बीएससी खालसा कॉलेज श्री गंगानगर, एमएससी एमडी कॉलेज श्री गंगानगर, बीएड और एमएड की डिग्री पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ़ से प्राप्त की। इन दिनों वे बीकानेर विश्वविद्यालय से एजूकेशन विषय पर पीएचडी में अध्ययनरत हैं और इसके साथ ही बठिण्डा जिला के गांव कालझराणी के राजकीय विद्यालय में विज्ञान अध्यापक के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
राही के अनुसार बचपन से ही उन्हें संगीत का शौक है। सत्संग में जाना, भजन बोलना और हरमोनियम बजाना, उसकी हॉबी रही है। 1995 में एकल संगीत गायन प्रतियोगिता में उन्होंने मंच का सहारा लिया और गीत गाते हुए द्वितीय स्थान पाया। मास्टर फकीर चन्द और रामकुमार से संगीत की शिक्षा लेनी शुरू की। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। मंच संचालन सम्बन्धी मार्गदर्शन उन्हें एच.बी. मनचन्दा से प्राप्त हुआ। वे पंजाबी और हिन्दी भाषा में जागरण तथा बाबा के दीवान में व्यवसायिक रूप से गाते हैं। जागरण के लिए उनका आदर्श उनके गुरू गोपाल भारद्वाज हैं। राही के अनुसार वर्ष 2000 के पश्चात वे व्यवसायिक तौर पर मंच पर आये और प्रथम वीसीडी पंजाबी गीतों पर आधारित सरूर निकाली। इसके बाद आजा बाला, चल सालासर नूं, धाम रूणेचे जाना, धाम रूणेचा, लंगर बाबे दा, इन्द्रपाल आहूजा व अशोक आहूजा के निर्देशन में और सुक्खा 38 वाला के सहयोग से पेश की।
इस समय उनकी चर्चित वीसीडी पीरां दर लड्डू वंडणे कुछ समय पूर्व ही रिलीज हुई है। जिसने उसे केवल ख्याति नहीं दी। बल्कि उसे आर्थिक सहयोग भी दिया और इस वीसीडी को निगाहे वाले बाबा के श्रद्धालुओं ने खूब खरीदा। वे अब तक पंजाब, राजस्थान और हरियाणा के कई नगरों व गांवों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर चुके हैं। उनकी विशेषता यह है कि वे भगवान शिव, बाबा रामदेव, मां भगवती, खाटू श्याम, हनुमान जी, बाबा बालकनाथ, बाबा लालजी, शनिदेव आदि के जागरण बखूबी कर चुके हैं। वे केवल पंजाबी और हिन्दी में ही नहीं, बल्कि राजस्थानी में भी सहजता से गा लेते हैं।
गुरबन्स राही ने कहा कि उसका सबसे बड़ा सम्मान श्रोताओं का प्यार है। परन्तु बीएड के दौरान पंजाब विश्वविद्यालय से मिला बेस्ट सिंगर अवार्ड, एमएड के दौरान मिला इन्टरनेशनल फॉक अवार्ड उनके लिए सबसे बड़ी यादगार है। उनकी इच्छा है कि वे अध्यापन के जरिये बच्चों की सेवा तो करें ही, लेकिन इसके साथ ही अनाथ बच्चों के लिए स्टेज शो करके जितनी समाजसेवा कर सकते हैं, उतनी समाजसेवा करें।

लिफ्टिंग जल्दी करने के आदेश

डबवाली (लहू की लौ) अनाज मण्डी में खरीद एजेंसियों द्वारा लिफ्टिंग में बरती जा रही ढिलाई को लेकर आढ़तियों ने मार्किट कमेटी के प्रशासक तथा उपमण्डलाधीश डॉ. मुनीश नागपाल से शिकायत की। जिस पर उन्होंने सोमवार शाम को आढ़तियों, खरीद एजेंसियों तथा ठेकेदारों की बैठक बुलाई।
इस मौके पर आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान प्रकाश चन्द बांसल तथा आढ़तिया रमेश मिढ़ा ने उपमण्डलाधीश से शिकायत की कि अनाज मण्डी से मुश्किल से हर रोज 25 हजार गट्टा गेहूं उठाया जा रहा है। जबकि एक ही फर्म के दो लाख गट्टे लिफ्टिंग का मण्डी में इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने आढ़तियों की शिकायत सुनने के बाद खरीद एजेंसियों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि हर हालत में लिफ्टिंग तैयार की जाये। खरीद एजेंसियों ने विश्वास दिलाया कि हर रोज 50 हजार गट्टा गेहूं अनाज मण्डी से उठाया जाएगा।
इस मौके पर मार्किट कमेटी डबवाली के कार्यकारी सचिव सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि अब तक डबवाली अनाज मण्डी से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने दो लाख 73 हजार, स्टेट वेयर हाऊस ने 1 लाख 80 हजार, कनफेड ने 3 लाख 20 हजार, एग्रो ने 2 लाख 50 हजार, एफसीआई ने 60 हजार, हैफेड ने 32 हजार गेहूं के गट्टों की खरीद की है। जिसमें से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 65 हजार, स्टेट वेयर हाऊस ने 67 हजार, कनफेड ने 75 हजार, एग्रो ने 1 लाख 20 हजार, हैफेड ने 32 हजार गट्टे उठा लिये हैं। जबकि एफसीआई ने एक भी गट्टा नहीं उठाया है।
इस मौके पर उपस्थित ठेकेदार रमेश बागड़ी और भारत भूषण निरंकारी ने बताया कि ट्रकों की कमी है और लेबर भी कम मिल रही है। एफसीआई की चावलों की स्पैशल लगी हुई है। जिसके चलते लिफ्टिंग में कमजोरी आई है। लेकिन लिफ्टिंग तेज कर दी जाएगी। बैठक में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनियां, स्टेट वेयर हाऊस के मदन सेठी, एग्रो के बिशन, हैफेड के लीलाधर, कनफेड के बूहड़ सिंह उपस्थित थे।

डेढ़ किलो अफीम सहित काबू

डबवाली (लहू की लौ) संंगत पुलिस ने रविवार शाम को नशीले पदार्थों के खिलाफ चलाये गये चैकिंग अभियान के दौरान अफीम स्मगलिंग के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
डीएसपी (आर) बठिंडा बलजीत सिंह ने बताया कि थाना संगत के एएसआई कौर सिंह पुलिस पार्टी के साथ चैकिंग पर थे। यह दल गांव गुरथरी टी प्वाईंट रिफाईनरी रोड़ पर पहुंचा तो दल ने एक व्यक्ति को संदिग्ध हालतों में पुलिस को देख कर छिपते हुए देखा। लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। इस व्यक्ति ने अपनी पहचान कुलविन्द्र सिंह उर्फ बिल्लू पुत्र तारा सिंह निवासी सरहाली कलां (तरनतारन)के रूप में करवाई और पुलिस को बताया कि इस रोड़ से जा रहे ट्रकों में शरण लेने की ताक में था।
उन्होंने बताया कि एएसआई कौर सिंह ने उन्हें सूचना दी कि एक व्यक्ति को संदिग्ध हालत में पकड़ा गया है उसके पास भारी मात्रा में नशीले पदार्थ होने का संदेह है। वह मौका पर पहुंचे और उन्होंने आरोपी की तालाशी ली तो जांघ के साथ बांधी हुई अफीम मिली। जिसका वजन करने पर डेढ़ किलोग्राम निकला।
उन्होंने बताया कि आरोपी ने पुलिस के समक्ष स्वीकार किया कि उसने इस अफीम को 48 हजार रूपये में राजस्थान के जिला बीकानेर के नगर तलवाड़ा से खरीदा था और इसे तरनतारन और अमृतसर ले जाकर बेचना था। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपी पर केस दर्ज करके सोमवार को बठिंडा में एसडीजेएम केके सिंगला की अदालत में पेश करके एक दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त कर लिया। पुलिस रिमांड के दौरान यह पता लगाने का प्रयास करेगी कि आरोपी इस कार्य में कितने समय से जुड़ा हुआ है और उसके अन्य साथी कौन हैं।

18 अप्रैल 2010

प्रेम प्रसंगों के चलते युवक को जहर दिया

डबवाली (लहू की लौ) प्रेम प्रसंगों को लेकर एक युवक की जहरीला पदार्थ देकर हत्या करने के आरोप में गांव घुमियारा की एक महिला के खिलाफ लम्बी पुलिस ने केस दर्ज करके आगामी कार्यवाही शुरू कर दी है।
थाना लम्बी प्रभारी हरिन्द्र सिंह चमेली ने बताया कि पुलिस ने मृतक बलजीत सिंह (20)पुत्र हरदेव सिंह प्रजापत की मौसी छिन्द्र कौर पत्नी बलदेव सिंह निवासी घुमियारा ने पुलिस को शुक्रवार को शिकायत देकर गांव घुमियारा सन्तरो  पत्नी गुरनाम सिंह पर आरोप लगाया कि उसने उसके भांजे बलजीत सिंह को अपने घर में बुला कर कोई जहरीला पदार्थ देकर उसकी हत्या कर दी है। शिकायतकात्री के अनुसार बलजीत सिंह का सन्तरो के घर आना-जाना था और उसके बेटी के साथ उसके प्रेम प्रसंग चल रहे थे। लेकिन सन्तरो को यह अच्छा नहीं लग रहा था। सन्तरो ने बहाना करके बलजीत सिंह को शुक्रवार दोपहर को अपने घर बुला लिया और उसे कोई जहरीला पदार्थ दे दिया। उसे गंभीर हालत में बठिंडा ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई। शनिवार को मलोट के सिविल अस्पताल में शव के पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने सन्तरो के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत केस दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।

हादसे में मजदूर की मौत, मामला दर्ज

डबवाली (लहू की लौ) गांव सुकेराखेड़ा के पास शुक्रवार देर शाम को मोटरसाईकिल-साईकिल भिड़न्त में साईकिल चालक की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपी की तालाश शुरू कर दी है।
चौटाला पुलिस चौकी के एएसआई रोशन लाल ने बताया कि मृतक की पहचान खेत मजदूर सतपाल (45) निवासी सुकेराखेड़ा के रूप में हुई है। मृतक के भाई सोमनाथ (35) ने पुलिस को दिये ब्यान में कहा है कि वे दोनों भाई दिहाड़ी करके वापिस घर लौट रहे थे। गांव के निकट स्थित गुरमेज सिंह की ढाणी के पास सामने से आ रहे एक तेज गति मोटरसाईकिल ने उसके भाई सतपाल के साईकिल में टक्कर मार दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। आरोपी मोटरसाईकिल चालक नत्था सिंह पुत्र करनैल सिंह निवासी सुकेराखेड़ा मोटरसाईकिल को वहीं छोड़ भाग गया। घायल अवस्था में सतपाल को अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एएसआई रोशन लाल के अनुसार पुलिस ने मृतक सतपाल के भाई सोमनाथ के ब्यान पर नत्था सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करके उसकी तालाश शुरू कर दी है। शनिवार को पुलिस ने सतपाल के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे उसके वारिसों को सौंप दिया।

सिर कटी लाशें मिलने से पुलिस में हड़कम्प

डबवाली (लहू की लौ) डबवाली क्षेत्र में एक युवती और एक युवक की अलग-अलग स्थानों पर सिर कटी लाशें मिलने से पुलिस में हड़कम्प मच गया है। पुलिस इस मामले को प्रेम सम्बन्ध या फिर अवैध सम्बन्ध के कारण की गई हत्या मानकर जांच कर रही है।
पुलिस को शुक्रवार देर शाम को रामपुरा बिश्नोईयां क्षेत्र में कालूआना माईनर से एक युवक का नग्न अवस्था में सिर कटा शव प्राप्त हुआ। इससे पूर्व पुलिस को चौटाला रकबा में आसाखेड़ा माईनर से भी नग्न अवस्था में सिर कटी लाश मिली थी। जोकि किसी युवती की थी। लेकिन यह लाश एक गठरी में बंधी हुई मिली थी। अलग-अलग स्थानों पर लेकिन एक ही प्रकार से हत्या करके फेंके गये युवक और युवती के शव पुलिस को इस संदेह की ओर ले जा रहे हैं कि ये हत्याएं प्रेम सम्बन्ध और अवैध सम्बन्धों के कारण हो सकती हैं।
दोनों मामलों की जांच कर रहे थाना सदर प्रभारी भगवान दास ने बताया कि गांव रामपुरा बिश्नोईयां रकबा तथा चौटाला रकबा में मिले युवक और युवती के शवों की उम्र लगभग समान है। दोनों की हत्याएं भी एक ही तरीके से की लगती हैं। पुलिस ने इन दोनों मामलों में हत्या करके सबूतों को रफा-दफा करने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
इस संदर्भ में डीएसपी बाबू लाल का कहना है कि दोनों शवों को देखने से लगता है कि हत्या एक ही ढंग से की गई है। संभव है कि मामला प्रेम संबंधों का हो। उन्होंने यह भी आशंका प्रकट की कि अवैध सम्बन्ध भी हत्या का कारण हो सकता है। असलियत तो जांच के बाद ही सामने आएगी। फिलहाल पुलिस तत्परता से अपने कार्य में जुटी हुई है। आस-पास के थानों में इसकी सूचना दी जा चुकी है। उन्होंने यह भी बताया कि इन शवों को 72 घण्टे के लिए डबवाली के सिविल अस्पताल में रखा गया है। रविवार को पोस्टमार्टम के लिए इन शवों को रोहतक लेजाया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि संभव है कि लाशें पंजाब के क्षेत्र से पानी के साथ बहकर आई हों। इसकी भी जांच चल रही है। फिलहाल शिनाख्त के लिए प्रयास जारी हैं।

एफसीआई का प्रबन्धक घूस लेता काबू

डबवाली (लहू की लौ) किलियांवाली की एक राईस मिल्ज के पार्टनर की शिकायत पर सीबीआई चण्डीगढ़ की डबवाली पहुंची टीम ने 50 हजार रूपये की रिश्वत लेने के आरोप में भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल)को रंगे हाथों काबू कर लिया।
शिकायतकर्ता सुशील कुमार सिंगला पुत्र मनोहर लाल पार्टनर गुरू नानक राईस मिल्ज किलियांवाली ने बताया कि उसने चावलों की 175 गाड़ी मार्कफैड और 32 गाड़ी एफसीआई को मिलिंग करवानी थी। इसके तहत 36 मार्कफेड को और 32 गाडिय़ा एफसीआई को मिलिंग करवा चुका था। लेकिन तीन गाडिय़ां एफसीआई के गोदाम में डम्प पड़ी हैं। जिनका नम्बर 696, 1140, 1173 है। लेकिन 14 अप्रैल 2010 को गाडिय़ों को पास करने की एवज में भारतीय खाद्य निगम के प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल)ने उससे एक लाख रूपये की मांग की। लेकिन 50 हजार रूपये में सौदा तय हो गया। उसने इसकी सूचना 15 अप्रैल को सीबीआई चण्डीगढ़ को दी। शिकायतकर्ता के अनुसार एक योजना के तहत 500-500 रूपये के 100 नोट रंग लगा कर सीबीआई के अधिकारियों ने उसे दे दिये। तय समय अनुसार आज शुक्रवार को वह भारतीय खाद्य निगम डबवाली के गोदाम में पहुंचा और प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल) मूल चन्द बैरवा को 50 हजार रूपये की राशि अपनी डम्प गाडिय़ों को निकालने के लिए दे दी। मौका पर सीबीआई की टीम ने आरोपी को रंगे हाथों काबू कर लिया।
बताया जाता है कि सीबीआई टीम ने इसके बाद प्रबंधक के वार्ड नं. 5 में पब्लिक क्लब क्षेत्र में स्थित मकान पर पहुंच कर तालाशी ली और कुछ जरूरी कागजात बरामद किये। सीबीआई की टीम दो प्राईवेट गाडिय़ों में भर कर लगभग सुबह 10.30 बजे डबवाली पहुंची और 3.30 बजे तक यहां रही।  इस टीम ने आते ही मौका पर उपस्थित निगम स्टाफ के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिये।
सीबीआई अधिकारी ने पत्रकारों को अपना नाम तो बताने से इंकार कर दिया। लेकिन बताया कि उन्होंने सुशील कुमार सिंगला गुरूनानक राईस मिल्ज किलियांवाली की शिकायत पर छापामारी की और 50 हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए मूल चन्द बैरवा को काबू कर लिया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि आवश्यक कागजात उन्होंने अपने कब्जे में कर लिये हैं। एफसीआई के स्थानीय सूत्रों ने बताया कि डेढ़ वर्ष पूर्व ही बतौर प्रबंधक (क्वालिटी कंट्रोल) मूल चन्द बैरवा ने डबवाली में अपना कार्यभार संभाला था। वह मूल रूप से जयपुर के निवासी हैं। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई टीम अपने साथ गाडिय़ों के आने-जाने के खरीद संबंधी रजिस्टर भी ले गई है। ज्ञातव्य रहे कि भारतीय खाद्य निगम डबवाली को 22 शैलर चावल मिलिंग करते हैं। जिनमें 4 डबवाली और 18 पंजाब के किलियांवाली, गिदड़बाहा, मुक्तसर से संबंंधित शैलर हैं।

15 अप्रैल 2010

सायरन बजते ही सिहर उठे लोग

डबवाली (लहू की लौ) दिन बुधवार। घड़ी पर समय था सुबह के 9 बजकर 32 मिनट। सब्जी मण्डी में अचानक फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों के सायरन बजने लगे। एकाएक फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ों के क्षेत्र में दाखिल होते ही लोग घटना का अंदेशा पाकर दुकानों के शट्टर गिराकर भाग खड़े हुए। सूचना पाकर पुलिस भी मौका पर पहुंची। परिस्थितियों को काबू करते ही सब कुछ सामान्य हो गया।
प्राप्त जानकारी अनुसार सब्जी मण्डी क्षेत्र से मोहित नामक एक युवक ने सुबह 9 बजकर 29 मिनट पर अग्निश्मन सेवा केन्द्र में फोन करके क्षेत्र में स्थित एक कपड़ा के शोरूम में आग लगने की सूचना दी। सूचना पाकर 9 बजकर 32 मिनट पर फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां मौका पर पहुंची। एकाएक फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां क्षेत्र में पहुंचते ही मुख्य बाजार तथा सब्जी मण्डी क्षेत्र के लोगों में हड़कम्प मच गया। कोई अप्रिय घटना घटित होने का अंदेशा लगाकर कई दुकानदार शट्टर गिराकर भाग खड़े हुए। सब्जी विक्रेताओं में भी खलबली मच गई।
महज 3 मिनट के अन्तराल में नगरपालिका फायर ब्रिगेड की दो  तथा मार्किट कमेटी की एक गाड़ी मौका पर पहुंची। इन तीनों गाडिय़ों पर 12 कर्मचारी तैनात थे। कर्मचारियों ने फूर्ती दिखाते हुए कुछ ही पलों में स्थिति को अपने नियंत्रण में कर लिया।
खैर यह एक मॉक ड्रिल रूपी अग्निश्मन विभाग के कर्मचारियों का इम्तिहान था। जिसमें वे पास हुए। जब लोगों को इसकी समझ आई तो सबकुछ सामान्य हो गया। इधर इसकी सूचना पाकर थाना शहर पुलिस के एएसआई शिवरतन भी मौका पर पहुंचे।
मॉक ड्रिल के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए फायर ऑफिसर हरमिन्द्र सिंह ने बताया कि 14 अप्रैल को अग्निश्मक विभाग द्वारा पूरे भारत में अग्निश्मन सेवा दिवस मनाया जाता है। इस बार डबवाली के अग्निश्मक केन्द्र की ओर मॉक ड्रिल आयोजित की गई। सब्जी मण्डी क्षेत्र में एक कपड़ा के शोरूम में आग की सूचना पाकर उनके लड़ाके बिना देरी किये 3 मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंचे और आग पर काबू पाया। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय अग्निश्मक केन्द्र कर्मचारियों के अभाव से जूझ रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी उसकी कार्यक्षमता में कोई कमी नहीं है।
फायर ऑफिसर हरमिन्द्र सिंह के अनुसार 14 से 20 अप्रैल तक फायर सप्ताह मनाया जाता है। जिसमें लोगों को आग लगने के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में अवगत करवाया जाता है। 14 अप्रैल 1944 को बॉम्बे डक यार्ड में खड़े एक समुन्द्री जहाज में अचानक आग लग गई थी। आग पर नियंत्रण पाते समय अग्निश्मक दस्ते के काफी जवान शहीद हो गये थे। उन जवानों की याद में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल को फायर सर्विस-डे मनाया जाता है।

सिलेण्डरों में गैस कम होने का भण्डाफोड़

डबवाली (लहू की लौ) इण्डेन गैस एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के कुकिंग गैस सिलेंडरों में आपूर्ति के दौरान गैस कम पाये जाने का भंडाफोड़ उस समय हो गया जब उपभोक्ताओं की शिकायत पाकर मौका पर पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अधिकारी ने चार गैस सिलेंडर तोल में कम पाये जाने पर जब्त करके सीलबन्द कर दिया।
प्राप्त जानकारी अनुसार राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के पास बुधवार सुबह डबवाली गैस सर्विस का कैंटर इंडैन गैस उपभोक्ताओं को गैस की आपूर्ति करवाने के लिए आया था। जब गैस उपभोक्ता नं. 4307 को दी गई तो आपूर्ति ले रहे 20 वर्षीय राजू ने पाया कि सिलेंडर (9363) से बदबू आ रही है तो संदेह होने पर गैस सिलेंडर का तोल करवा लिया जो कि अढ़ाई किलोग्राम वजन में कम पाया गया। उपभोक्ताओं में हड़कम्प मच गया। उपभोक्ताओं की सूचना पाकर मौका पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द कुमार पूनिया भी मौका पर पहुंचे।
मौका पर पहुंचे अरविन्द कुमार पूनिया को राजू ने बताया कि उसको जो रिफिल दिया गया है उसकी सील टूटी हुई है और वजन में भी अढ़ाई किलो कम है। इस पर अन्य उपभोक्ताओं ने भी उनसे कहा कि कैंटर में जितने भी रिफलिंग हैं उनको तोला जाये। इस पर पूनिया ने डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल को फोन किया और स्थिति से अवगत करवाया।
मौका पर पहुंचे डबवाली गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर की उपस्थिति में कैंटर में से 10 सिलेंडरों का तोल करवाया गया तो उनमें से 3 और सिलेंडर का वजन कम पाया गया। इसकी पुष्टि करते हुए खाद्य एवं विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनिया ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 में अढ़ाई किलोग्राम गैस कम और लीकेज पायी गई। इसके अतिरिक्त सिलेंडर नं. 388004 में एक किलोग्राम, 427152 में 2 किलोग्राम, 606140 में 2 किलोग्राम गैस वजन कम पाया गया।
पूनिया ने बताया कि कम वजन वाले इन 4 गैस सिलेंडरों को जब्त करके खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कार्यालय के एक कमरे में सील करके इसकी सूचना मापतोल विभाग सिरसा को दे दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर ने भी उपरोक्त चार गैस सिलेंडरों में गैस का वजन कम पाये जाने की लिखित पुष्टि की है।
इस संबंध में मौका पर उपस्थित गैस सर्विस के मैनेजर उमाशंकर पुत्र राजा राम निवासी रेवाड़ी ने बताया कि सिलेंडर नं. 9363 डिफेक्टिव है और इसकी शिकायत वह कम्पनी को कर चुके हैं। यह सिलेंडर गलती से इस कैंटर में गोदाम से आ गया।
इंडैन गैस एजेंसी डबवाली गैस सर्विस के मालिक श्याम सुन्दर सभ्रवाल ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के निरीक्षक अरविन्द पूनियां का संदेश मिला था जिस पर उन्होंने स्वयं बाहर होने के कारण गैस एजेंसी के मैनेजर उमाशंकर को मौका पर भेज दिया था। उन्होंने कहा कि उनके गोदाम में इस समय लगभग 600 गैस सिलेंडर का स्टॉक पड़ा है। जिसे खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, मापतोल विभाग एवं जिला अधिकारी चैक कर सकते हैं। लेकिन जो आज हुआ है वह तकनीकी लीकेज हो सकती है।

14 अप्रैल 2010

पानी के लिए शीत युद्ध

डबवाली (लहू की लौ) पेयजल किल्लत को लेकर मंगलवार को डबवाली के वार्ड नं. 7 और 17 के लोगों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। एक धड़े के लोगों ने दूसरे धड़े के लोगों के पेयजल कनैक्शन तक काट डाले। इस मौके पर लोगों ने खाली मटकों के साथ जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
वार्ड नं. 17 में स्थित रविदास नगर की गली नं. 4 के निवासी सुरेन्द्र, देवेन्द्र, गोपाल, धर्मपाल, सतनाम, कान्ता, राधा, गंगा देवी, तारावंती ने बताया कि करीब दो माह से उनके घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है। वे पूर्णतय जमीनी पानी पर निर्भर हो चुके हैं। यहां एक ओर उनके घरों में पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही, वहीं उनकी गली की पेयजल पाईप से वार्ड नं. 7 को जाने वाले अवैध पेयजल कनेक्शनों को बिना बाधा के पेयजल पहुंच रहा है। सुबह वे लोग इक्ट्ठे हुए और अवैध पेयजल कनेक्शनों की जानकारी जनस्वास्थ्य विभाग के जेई सतपाल को दी। जेई के निर्देश पर उन्होंने वार्ड नं. 7 को जाने वाले पेयजल कनेक्शनों को काट दिया। पेयजल किल्लत को लेकर लोगों ने जनस्वास्थ्य विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
उधर पेयजल कनेक्शनों को काटे जाने के चलते वार्ड नं. 7 में स्थित प्रेमनगर निवासी सोहन लाल, रमेश कुमार, जीत राम, रमनदीप, परमजीत कौर, राम सिंह, हरीश, कमला देवी, मदन लाल बगैरा मौका पर पहुंचे। पेयजल कनेक्शन काटे जाने पर एतराज जताया। दोनों पक्षों में काफी देर तक बहस होती रही। स्थिति तनावपूर्ण होती देख क्षेत्र के अन्य निवासियों ने बीच-बचाव पेयजल को लेकर बिफरे लोगकरते हुए दोनों धड़ों को समझाया। मामला ठण्डा पडऩे पर प्रेमनगर वासी जनस्वास्थ्य विभाग डबवाली के कनिष्ठ अभियन्ता सतपाल से मिले। उन्हें अपनी समस्या से अवगत करवाया।
कनिष्ठ अभियन्ता सतपाल ने बताया कि वार्ड नं. 17 के लोगों की नजायज कनेक्शन सम्बन्धी शिकायत पाकर वे मौका पर पहुंचे थे। लेकिन कनेक्शन काटने सम्बन्धी उन्होंने किसी को कोई निर्देश नहीं दिये। जिन कनेक्शनों को अवैध करार दिया जा रहा है, उनकी जांच की जा रही है। अवैध होने पर कनेक्शन कटवा दिये जाएंगे। कनिष्ठ अभियन्ता के अनुसार सम्बन्धित क्षेत्र की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए क्षेत्र में नई पेयजल पाईप बिछाई जा रही है। जिसका कार्य 1-2 दिन में पूरा हो जाएगा।

13 अप्रैल 2010

31 किलोग्राम चूरा पोस्त सहित दबोचा

डबवाली (लहू की लौ) सीआईए डबवाली ने एक व्यक्ति को 31 किलोग्राम चूरा पोस्त के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार को सीआईए प्रभारी एसआई हवा सिंह ने एसआई बचन सिंह, एएसआई हरदयाल सिंह, एचसी रमेश कुमार तथा सिपाही कुलवन्त सिंह के साथ मसीतां-सांवतखेड़ा मार्ग पर नाका लगाया हुआ था। पुलिस टीम को मसीतां की ओर से एक सफेद रंग की कार आती हुई दिखाई दी। कार चालक ने पुलिस को देख कार की गति धीमी कर ली और वापिस मोडऩे लगा। संदेह होने पर पुलिस ने कार को रोक लिया। तालाशी लेने पर कार से एक प्लास्टिक का कट्टा बरामद हुआ। जिसमें 31 किलोग्राम चूरा पोस्त थी।
एसआई हवा सिंह ने बताया कि पकड़े गये आरोपी ने अपनी पहचान हरीश कुमार पुत्र वीरभान निवासी सालमखेड़ा के रूप में करवाई। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि पकड़ी गई चूरा पोस्त को वह गांव सालमखेड़ा लेजा रहा था। आरोपी ने स्वीकारा कि उसने यह चूरापोस्त संदीप नामक व्यक्ति से खरीदी है, जिसके खिलाफ भी पुलिस ने अभियोग दर्ज करके मामला करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।