29 अप्रैल 2010

पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने कहा धमकियों से डरने वाली नहीं है न्यायपालिका

डबवाली (लहू की लौ) पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस हरबन्स लाल ने कहा कि यदि धमकियों से जज डरने लगे तो फिर लोगों को न्याय कैसे मिल सकेगा। अनेक बार ऐसी परिस्थितियां आती हैं कि जज को धमकी मिलती है, लेकिन इसके बावजूद भी जज न्याय देने से नहीं हिचकिचाते।
वे शनिवार को यहां के कोर्ट परिसर में वार्षिक निरीक्षण के बाद खाप पंचायतों के सम्बन्ध में पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों पर वे किसी प्रकार का कमेंट नहीं करेंगे। खाप पंचायतों के सम्बन्ध में जो भी कदम उठाने हैं या उनके सम्बन्ध में निर्णय लेना है। वह प्रशासन ने लेना है। अदालत के पास जो भी मामला आएगा उस पर विचार करेगी और सभी पक्षों को सुनेगी।
उन्होंने ग्राम अदालतों की सफलता के सम्बन्ध में कहा कि ग्राम न्यायालय ने इस मिथक को तोड़ा है कि अदालतों में केवल अमीर ही न्याय मांग सकते हैं। उनके अनुसार अदालतें, ग्राम न्यायालयों की मार्फत गरीबों को भी न्याय दे रही हैं और साथ में उसके घर के द्वार पर जाकर उसे न्याय देने का प्रयास कर रही हैं। जोकि उसका अधिकार है। अब गरीब भी यह सोचने लगा है कि उसे भी न्याय प्राप्त होगा और न्याय प्राप्त हो रहा है। वे अपने अधिकार के लिए अमीर के खिलाफ अपील कर सकता है।
जस्टिस ने कहा कि हाल ही में पंजाब के अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और हरियाणा के करनाल, हिसार और गुडगांव में शुरू की गई संध्या अदालतों के अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं। लोगों को त्वरित न्याय मिल रहा है। इस अवसर पर जिला सिरसा के सैशन जज डॉ. शिवा शर्मा, उपमण्डल न्यायिक दण्डाधिकारी डबवाली महावीर सिंह, न्यायिक दण्डाधिकारी अमरजीत सिंह भी उपस्थित थे।

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