02 जुलाई 2010

ऐलनाबाद में इनेलो ने कांग्रेस को दिखाया ठेंगा

ऐलनाबाद। यहां नगर पालिका पर इनेलो ने अप्रत्याशित बहुमत हासिल किया। दो आजाद उम्मीदवारों तथा एक कांग्रेस के विद्रोही का साथ पाकर इनेलो ने पालिका फतह की।  इनेलो ने साथ ही साथ ही अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष पदों पर भी नियुक्ति कर दी।
उल्लेखनीय है कि विगत मई माह में नगर निकाय के चुनाव हुए थे। सिरसा तथा रानियां में इनेलो को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था जबकि कालांवाली तथा एलनाबाद में स्थिति उहापोह की थी। कालांवाली में स्थिति पहले ही स्पष्ट हो चुकी थी। यहां कुल 13 सीटों में से इनेलो तथा कांग्रेस 6-6 पर काबिज हुए थे। एक आजाद उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। कुछ दिन पूर्व आजाद उम्मीदवार के इनेलो को समर्थन देने के फैसले के साथ ही यहां की पालिका पर संशय समाप्त हो गया था।
ऐलनाबाद में नगरपालिका की कुल  17 सीटों पर मतदान हुआ था। इनमें से 9 पर कांग्रेस तथा 6 पर इनेलो समर्थित उम्मीदवारों ने विजय पताका लहराई थी। वहीं दो आजाद उम्मीदवार जीते थे। आजाद उम्मीदवारों के समर्थन के बावजूद भी इनेलो की स्थिति डांवांडोल दिखाई दे रही थी। इस प्रकार कांग्रेस को ही पालिका पर काबिज माना जा रहा था।
आज दोनों पार्टियों को बहुमत साबित करना था।  इनेलो के विधायक अभय सिंह चौटाला मौके पर पहुंचे। बहुमत साबित करने की प्रक्रिया शुरू की गई तो सब भौचक्के  रह गए।  आजाद उम्मीदवारों ने तो इनेलो को समर्थन दिया ही, इसके अलावा कांग्रेस के एक पार्षद ने भी विद्रोह भावना दिखाते हुए इनेलो के पक्ष में मतदान कर दिया। एक मत विधायक अभय सिंह चौटाला का था। इस प्रकार इनेलो ने बहुमत हासिल कर पालिका पर अपना कब्जा जमाया। चट मंगनी पट ब्याह की कहावत सिद्ध करते हुए तुरंत अध्यक्ष व उपाध्यक्ष भी मनोनीत कर दिए गए। खास बात यह है कि दोनों ही पद आजाद उम्मीदवारों को सौंपे गए हैं। रघुबीर जांगड़ा को प्रधान तथा धर्मपाल गुंबर को उपप्रधान बनाया गया है। जिक्रयोग है कि गुंबर इससे पूर्व इसी पद पर कांग्रेस  की ओर से भी कमान संभाल चुके हैं। तत्पश्चात विधायक चौटाला ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनेलो द्वारा नगरपालिका पर कब्जा जमाने के बाद शहर में इनेलो समर्थकों ने विजय जुलूस निकाला।

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