10 दिसंबर 2014

ई-दिशा केंद्र में बने लेडीज टॉयलेट की स्थिति

अधिकारी को इंट्री महिलाओं पर बैन

डबवाली (लहू की लौ) ई-दिशा केंद्र में बने लेडीज टॉयलेट का प्रयोग महिलाएं नहीं पुरूष अधिकारी और कर्मचारी करते हैं। बाहर से हमेशा लॉक रहने वाले इस टॉयलेट का दरवाजा ई-दिशा केंद्र में खुलता है। जिससे कार्य के लिये कार्यालय में आने वाली महिलाओं को दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
ई-दिशा केंद्र में लेडीज तथा जेंटस के लिये अलग-अलग टॉयलेट की व्यवस्था है। लेकिन हर रोज लेडीज टॉयलेट पर लॉक लगा रहता है। प्रतिदिन करीब 30 से 40 महिलाएं अपने कार्य के लिये आती हैं। जिन्हें ई-दिशा केंद्र में घंटों लग जाते हैं। लेकिन टॉयलेट बंद मिलने के बाद काफी परेशानी उठानी पड़ती है। शनिवार तथा रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को खुले कार्यालय में युवतियां तथा महिलाओं की भीड़ लगी थी। महिलाओं ने लेडीज टॉयलेट प्रयोग करनी चाही, लेकिन बंद मिली।
केंद्र के भीतर है चोर मोरी
महिलाओं के लिये बंद लेडीज टॉयलेट का प्रयोग ई-दिशा केंद्र के पुरूष अधिकारी तथा कर्मचारी करते हैं। इसके लिये ई-दिशा केंद्र में टॉयलेट तक पहुंचने के लिये चारी मोरी भी बनी हुई है। जबकि महिलाओं को पुरूषों के लिये बनी टॉयलेट का रूख करना पड़ता है।

महिलाओं के लिये खुलेगा टॉयलेट

ई-दिशा केंद्र में बने लेडीज टॉयलेट का प्रयोग केंद्र के कर्मचारी करते थे। अब यह महिलाओं के लिये खोल दिया जायेगा।
-मातू राम नेहरा, तहसीलदार, डबवाली

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